OLA Share Price: ओला कंपनी के शेयर लगातार घट रहे हैं। स्थिति यह है कि शेयर की कीमत सिर्फ आठ महीने में आधी से अधिक गिर गई है।
OLA Share Price: भाविश अग्रवाल की ओला इलेक्ट्रिक कंपनी का शेयर फिर से गिरने लगा है। स्थिति यह है कि यह इश्यू प्राइस से भी कम है। कंपनी ने कई विवादों के कारण शेयरों में गिरावट देखी है। यह लिस्टिंग के बाद इसके शेयर गिर गए। अब स्थिति बहुत खराब है। 8 महीने में इसके शेयर आधी से भी कम हो गए हैं। 8 महीने पहले यानी के शेयर खरीदने वाले निवेशकों की आधी से अधिक रकम डूब गई है।
शुक्रवार को ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में भी गिरावट हुई। यह शेयर 3% गिरकर 52.44 रुपये पर बंद हुआ। इसकी कीमत पिछले 52 हफ्ते के निम्नतम स्तर से थोड़ा ज्यादा है। 9 अगस्त 2024 को यह शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुआ था। इसकी लिस्टिंग अच्छी नहीं थी, और यह सिर्फ इश्यू प्राइस, यानी 76 रुपये के आसपास लिस्ट हुआ था। लेकिन बाद में इसकी कीमत बढ़ी।
8 महीने में भयानक नुकसान
इस शेयर ने 8 महीने से भी कम समय में निवेशकों को भारी नुकसान पहुँचाया है। 52 हफ्ते में इस शेयर का सर्वोच्च मूल्य 157.53 रुपये था। 20 अगस्त को मूल्य था। अब इसकी कीमत 52.44 रुपये है। ऐसे में, 8 महीने से भी कम समय में इसने निवेशकों का लगभग 67% नुकसान किया है, जो आधे से भी अधिक है।
लिस्टिंग के बाद तुरंत
9 अगस्त को सूचीबद्ध होने के बाद, शेयर काफी तेजी से बढ़ने लगा था। कुछ दिनों में यह 157.53 रुपये पर चढ़ गया। यह यानी लिस्टिंग के ग्यारह दिन बाद ही अपने पूरे समय के सर्वोच्च पर पहुंच गया था। लेकिन फिर इसमें गिरावट आई। यह शेयर अभी तक अपने सबसे पुराने सर्वश्रेष्ठ पर नहीं पहुंच पाया है।
शेयरों में गिरावट का क्या कारण था?
माना जाता है कि ओला के शेयर में गिरावट का सबसे बड़ा कारण खुद कंपनी है। ओला स्कूटर पिछले साल बहुत चर्चा में रहे। खराब सेवा पर सबसे अधिक बहस हुई। विभिन्न रिपोर्टों में बताया गया है कि स्कूटर की कमी के बाद सर्विस सेंटर को इसे फिर से चालू करने में कई महीने लग गए।
इस विषय पर कुणाल कामरा ने एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी कई पोस्ट कीं। कंपनी की बुरी सेवा को लेकर इसमें बहुत से फोटो और वीडियो पोस्ट किए गए थे। अग्रवाल भी इसे लेकर भावुक हो गए थे। इससे ओला का शेयर काफी गिर गया।
हाल ही में कंपनी की एक सब्सिडियरी के खिलाफ दिवालियापन की याचिका डाली जाने के बाद कंपनी के शेयर में ये गिरावट आई है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने वाली रोस्मर्टा डिजिटल ने ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी उकी की सब्सिडियरी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड पर 18 से 20 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान रोकने का आरोप लगाया था।
ट्रांसपोर्ट अधिकारी ने छापेमारी की
कंपनी के कई शोरूम पर पहले भी ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने छापे मारे थे। ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने ट्रेड सर्टिफिकेट की कमी के कारण कई दुकानों को बंद कर व्हीकल्स को जब्त कर लिया। साथ ही, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने कंपनी को कारण बताओ नोटिस भी भेजा था।
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