Sarbananda Sonowal: मोदी सरकार के शिक्षा सुधार से भारत ‘विश्व गुरु’ बनने की राह पर

Sarbananda Sonowal: मोदी सरकार के शिक्षा सुधार से भारत 'विश्व गुरु' बनने की राह पर

Sarbananda Sonowal: समाज में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में डॉक्टरों की आवश्यक भूमिका

  • असम मेडिकल कॉलेज भारत की नैदानिक ​​उत्कृष्टता की अग्रणी शक्ति है; एएमसी क्षमता विस्तार में सहायता करेगा: श्री सोनोवाल
  • डिब्रू कॉलेज की विरासत का विकास होगा; स्थानीय प्रतिभा क्षेत्रीय विकास को गति देने के लिए तैयार: श्री सर्बानंद सोनोवाल

केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री Sarbananda Sonowal ने आज असम के डिब्रूगढ़ में असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के 78वें स्थापना दिवस और डिब्रू कॉलेज के 62वें स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और व्यापक छात्र समुदाय के साथ बातचीत की। श्री सोनोवाल ने देश के शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की भूमिका पर प्रकाश डाला, जिसने भारत को ‘विश्व गुरु’ बनने की राह पर अग्रसर किया है।

असम मेडिकल कॉलेज के युवा छात्रों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “समाज में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में किसी भी डॉक्टर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। यह बेहद गर्व की बात है कि असम मेडिकल कॉलेज की समृद्ध विरासत आप सभी के सुरक्षित हाथों में है, ताकि इस सोच को आगे बढ़ाया जा सके और लोगों के जीवन को शारीरिक और मानसिक रूप से समृद्ध बनाया जा सके। कोविड के खतरे को कम करने के लिए डॉक्टर समुदाय के साथ-साथ हमारे वैज्ञानिकों की कुशलता बहुत जरूरी साबित हुई। जहां टीकाकरण ने लोगों को स्वस्थ किया, वहीं डॉक्टर समुदाय की निस्वार्थ सेवा ने समुदाय को स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज, जब नैदानिक ​​उत्कृष्टता की बात आती है, तो भारत के डॉक्टरों की प्रतिभा सर्वश्रेष्ठ है। चिकित्सा पर्यटन का तेजी से विकास इसका प्रमाण है। आज जब हम समकालीन चिकित्सा पद्धति में उत्कृष्ट हैं, हमारी सदियों पुरानी पारंपरिक औषधीय प्रणालियों ने तन और मन को स्वस्थ बनाने में कारगर सिद्ध हुए हैं। दुनिया को भारत का सबसे बड़ा सॉफ्ट पावर निर्यात योग है, जो पूरी मानवता के स्वास्थ्य और मन को स्वस्थ बना रहा है। आज, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के बहुआयामी नेतृत्व में, हम एक समग्र उपचार प्रदान करने और पूर्ण कल्याण के लिए पारंपरिक चिकित्सा की उत्कृष्टता को आधुनिक चिकित्सा के साथ एकीकृत कर रहे हैं। विश्व स्तर के डॉक्टर और शोधकर्ता बनने में हमारी प्रतिभा को सहयोग देने के लिए असम मेडिकल कॉलेज की विरासत को निखारा जाना चाहिए। बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए असम सरकार की 300 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता के अलावा, डिब्रूगढ़ एलएससी के सांसद के रूप में, मैं इस क्षेत्र में देखभाल और उपचार के अग्रणी केंद्र के रूप में एएमसी की क्षमता को बढ़ाने के लिए निश्चित रूप से इसमें योगदान दूंगा। एएमसी डिब्रूगढ़ का, असम का और पूर्वोत्तर का गौरव है। आप पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे और मानवता का कल्याण करते रहेंगे।”

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एएमसी में आयोजित कार्यक्रम में असम सरकार के मंत्री बिमल बोरा, राज्यसभा सांसद रामेश्वर तेली, सदिया एलएसी के विधायक बोलिन चेतिया, डिब्रूगढ़ नगर निगम (डीएमसी) के मेयर डॉ सैकत पात्रा, एएमसी के प्रिंसिपल प्रोफेसर संजीव काकती, एएमसी की वाइस प्रिंसिपल डॉ रीमा नाथ के साथ-साथ मोरन ऑटोनोमस काउंसिल के सीईएम अरुण ज्योति, असम गैस कंपनी लिमिटेड की उपाध्यक्ष इंद्रा गोगोई, भाजपा डिब्रूगढ़ के जिला अध्यक्ष उज्ज्वल कश्यप और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

श्री सर्बानंद सोनोवाल आज असम के डिब्रूगढ़ में डिब्रू कॉलेज के 62वें स्थापना दिवस समारोह में भी शामिल हुए। इसकी स्थापना जनता के सहयोग से की गई थी और अंततः यह क्षेत्र का अग्रणी कॉलेज बन गया, जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) से सर्वोच्च सम्मान प्राप्त हुआ। श्री सोनोवाल ने आज यहां कॉलेज के संस्थापक प्रिंसिपल भरत नारायण जमवार और उप-प्राचार्य नंद लाल बोरगोहेन को पुष्पांजलि भी अर्पित की।

इस कार्यक्रम में बोलते हुए, श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “21वीं सदी प्रतिस्पर्धा की सदी है और हमें सम्मान के साथ सफलता प्राप्त करने के लिए इसमें भाग लेना चाहिए। डिब्रू कॉलेज आपको उस चुनौती के लिए तैयार करने के लिए विद्यमान  है। पूरे पूर्वोत्तर से छात्र यहाँ पढ़ रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले मानव संसाधनों को यह कॉलेज प्रशिक्षित कर और निखार रहा है। आप सभी को इसके लिए आभारी होना चाहिए। आज छात्रों से मेरी अपील है कि वे खुद को विकसित करने पर ध्यान दें। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है – आपको अपने चरित्र और अनुशासन पर कड़ी मेहनत करनी चाहिए। हमारे बहुआयामी प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी जी, न केवल एक नेता के रूप में बल्कि देश सेवा में डूबे हुए व्यक्ति के रूप में देश के लिए अथक परिश्रम करते हैं । आपको उनके रूप में एक आदर्श मिल सकता है!”

इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और राज्यसभा सांसद रामेश्वर तेली; डीएमसी के मेयर डॉ. सैकत पात्रा, डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर जितेन हजारिका, डिब्रू कॉलेज की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष; प्रदीप कुमार बरुआ; डिब्रू कॉलेज की प्रिंसिपल अदिति बरुआ, के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

source: http://pib.gov.in


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