Adani Wealth Sinks: 7 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ घोषणा और चीन की प्रतिक्रिया ने बाजार को हिला दिया।
Adani Wealth Sinks: भारत के शीर्ष चार अरबपतियों की संपत्ति को ट्रंप के टैरिफ के चलते शेयर बाजार में भारी नुकसान हुआ। 7 अप्रैल उनके लिए बुरा सपना था। भारत के चार शीर्ष अरबपति मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, शिव नाडार और सावित्री जिंदल की संपत्ति में एक दिन में 10.3 अरब डॉलर (करीब 86 हजार करोड़ रुपये) की भारी गिरावट हुई।
इस घटना से देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 3.6 अरब डॉलर गिरकर 87.7 अरब डॉलर रह गई। साथ ही, गौतम अडानी की संपत्ति 3 अरब डॉलर से घटकर 57.3 अरब डॉलर रह गई।
बात करते हुए, सावित्री जिंदल, जो एशिया की सबसे अमीर महिला है, उनके परिवार की संपत्ति 2.2 अरब डॉलर से घटकर 33.9 अरब डॉलर पर आ गई है। एचसीआर टेक्नोलॉजी के संस्थापक शिव नाडार की संपत्ति भी 1.5 अरब डॉलर गिरकर 30.9 अरब डॉलर पर आ गई है।
कुछ अरबपतियों पर नहीं असर
हालाँकि, शेयर बाजार में हुए भूकंप से अमीर उद्योगपतियों को भारी नुकसान हुआ, वहीं कुछ अरबपति ऐसे भी हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ा है। इनमें प्रसिद्ध निवेशक वॉरेन बफे का नाम है। इस साल उनकी संपत्ति में 12.7 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। बाद में उनकी संपत्ति 155 अरब डॉलर की हो गई।
एलन मस्क की संपत्ति अब 302 अरब डॉलर है। मस्क की संपत्ति 130 डॉलर गिर गई है। मार्क जुकरबर्ग की संपत्ति 28.1 अरब डॉलर से घटकर 179 अरब डॉलर हो गई है, जबकि जेफ बेजोस की कुल संपत्ति 45.2 अरब डॉलर से 193 अरब डॉलर हो गई है। बिल गेट्स की संपत्ति भी 3.38 डॉलर घटकर अब 155 अरब डॉलर है। जबकि एलवीएमएच के बेर्नार्ड अर्नॉल्ट की कुल संपत्ति 18.6 अरब कम होकर 158 अरब डॉलर रह गई है।
दुनिया भर में शेयर बाजार गिरा
वास्तव में, टैरिफ की मार अमेरिका, चीन, हांगकांग, ताइवान और दक्षिण कोरिया के शेयर बाजारों पर दिखाई देती है। सोमवार 7 अप्रैल को बाजार खुलते ही भारत में 19 लाख करोड़ रुपये खर्च हो गए।
7 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ घोषणा और चीन की प्रतिक्रिया ने बाजार को हिला दिया। सेंसेक्स 2226 अंक गिरकर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 22 हजार से भी नीचे चला गया। निवेशकों की संपत्ति में एक दिन में लगभग 13.5 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई। स्मॉल कैप और मध्य कैप शेयरों में भी इससे नुकसान हुआ। BCE मिडकैप इंडेक्स में 3.46% और स्मॉल कैप इंडेक्स में 4.16% का गोता लगाया गया।
लाल निशान भी सभी सेक्टोरल इंडेक्स पर लगा। मेटल आईटी रियलिटी और कैपिटल गुड्स के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट हुई। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 73, 137.90 के स्तर पर बंद हुआ, 2226.79 अंक या 2.95% गिरावट के साथ। वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी इंडेक्स 742.85 अंक, या 3.24% गिरकर 22,161.60 पर बंद हुआ।
डॉ. वीके विजयकार, जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेशक रणनीतिकार, कहते हैं कि इस समय बाजार में बहुत अधिक अनिश्चितता है। ऐसे में ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी और टैरिफ घोषणा ने विश्व बाजार को इतना खराब कर दिया है।
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