Kumar Kartikeya की पूजा का महत्व मासिक कार्तिगाई में: कुमार कार्तिकेय, भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र, मासिक कार्तिगाई पर पूजा जाती है।
धर्म और शास्त्रों का ज्ञान
Kumar Kartikeya की पूजा का महत्व मासिक कार्तिगाई में: कुमार कार्तिकेय, भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र, मासिक कार्तिगाई पर पूजा जाती है। कार्तिकेय युद्ध और विजय के देवता हैं, और जो लोग उनकी पूजा करते हैं, वे शक्ति, साहस और सफलता पाते हैं। भक्तों को मासिक कार्तिगाई पर कुमार कार्तिकेय की पूजा करने से उनकी कृपा मिलती है, जो सुख, शांति और सफलता देती है। नियमित पूजा से भक्तों का जीवन बदल जाता है और मुसीबत दूर होती है।
मासिक कार्तिगाई के दिन उनकी पूजा करने से ये फायदे मिलते हैं:
संकट समाधान: कुमार कार्तिकेय की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाओं और संकटों से छुटकारा मिलता है।
स्वास्थ्य और सामर्थ्य: उनकी आराधना से शारीरिक शक्ति और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
सकारात्मक प्रेरणा: पूजा से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जो मन को शांत करता है और खुश करता है।
सफलता और जीत: व्यवसाय और व्यक्तिगत जीवन में सफलता पाने में उनकी कृपा से लाभ मिलता है।
कुमार कार्तिकेय की पूजा कैसे करें?
कुमार कार्तिकेय की पूजा करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रियाओं को अपनाए जाना चाहिए:
दिनांक और समय: मासिक कार्तिगाई पूजा सूर्यास्त से पहले की जाती है। इस दिन पूजा करना शुभ माना जाता है, खासकर रात्रि के समय।
मासिक कार्तिगाई पूजा सामग्री
लाल या सफेद पुष्प, धूप, दीप, फूल, मिठाई, कुमकुम, चंदन, सरसों का तेल
मासिक कार्तिगाई पूजा विधि:
पानी: सुबह सबसे पहले स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें।
पूजास्थल: घर का पूजाघर साफ करें और वहां एक साफ चादर बिछाएं।
चित्र या प्रतिमा: कुमार कार्तिकेय का चित्र या मूर्ति रखें।
दीप जलाना: दीप जलाएं और धूप लगाएँ।
पुष्प देना: उनके चरणों पर फूलों और कुमकुम का तिलक लगाएं।
योगदान: फल और मिठाई भगवान को दें।
आराधना: भगवान की आरती करें और उनका नाम जाप करें।
ध्यान और प्रार्थना: पूजा के अंत में उनके लिए प्रार्थना करें। संतान की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए विशेष प्रार्थना करें।
वितरण या भंडारण: पूजा के बाद भोग दें। इससे आपके परिवार में एकता और प्रेम बढ़ता है।