Uttarakhand State
Uttarakhand State की मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905, जो लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए बनाई गई थी, करप्शन के शिकार हुई।
देहरादून: 1905 पोर्टल पर काम करने वाले एक संविदा कर्मचारी और उसके सहयोगी को राजपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शिकायतकर्ता से कर्मचारी ने शिकायत का समाधान करने के लिए 2500 रुपये की मांग की।
यह कार्रवाई एक गोपनीय शिकायत से एसएसपी अजय सिंह को मिली है। उनका कहना था कि एसओजी को पहली शिकायत की जांच करनी थी। परीक्षण में पता चला कि मनोज ठकराल हरिद्वार के गुरुकुल नारसन में एक रेस्तरां में मैनेजर के रूप में काम करते थे, लेकिन रेस्तरां संचालक ने उन्हें उनका निर्धारित वेतन नहीं दिया। उन्होंने इस पर रुड़की के श्रमायुक्त कार्यालय में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905 पर भी शिकायत की। बाद में उन्हें शैलेंद्र गुसाईं ने फोन किया, जो खुद को सीएम हेल्पलाइन का कर्मचारी बताते हुए कहा कि उनकी शिकायत को हल किया जाएगा, लेकिन इसके लिए उन्हें 2500 रुपये देने होंगे।
रिश्वत मांगने वाले ठगों का पर्दाफाश, दो आरोपियों से पूछताछ जारी है
जब शैलेंद्र ने मनोज ठकराल को व्हाट्सएप पर एक QR कोड भेजा, तो SOG ने पाया कि यह कोड शैलेंद्र का नहीं था, बल्कि किसी दूसरे खाते का था। आगे की जांच में पता चला कि युवा शुभम आनंद, जो मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में संविदा पर है, का क्यूआर कोड है। शैलेंद्र गुसाईं को मनोज ठकराल का मोबाइल नंबर शुभम ने दिया था, ताकि वह रिश्वत मांगने के लिए उससे बात कर सके। एसएसपी ने कहा कि राजपुर थाने में सब इंस्पेक्टर आदित्य सैनी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस भी किसी अन्य व्यक्ति के साथ इस तरह की ठगी हुई है या नहीं देख रही है। दोनों आरोपियों से पूछताछ अभी भी चल रही है।