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  • CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi: स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक

    • प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया, यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ
    • स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए
    • आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ रहा, इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा, सफाईकर्मी इस स्वच्छता की नींव रखने वाले ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया
    • गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेग
    • दीपावली पर्व में समाज के अन्तिम पायदान के प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने का प्रयास करें

    CM Yogi ने आगामी दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में आज गोरखपुर में आयोजित ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने दीपावली पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं देकर उनके जीवन में समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि यह एक बड़ा सुन्दर अवसर है कि नगर निगम, गोरखपुर इस वर्ष दीपावली के पूर्व सबसे पहले इस शहर को स्वच्छ बनाने वाले सफाईकर्मियों को सम्मानित कर रहा है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ता है। कुछ वर्ष पूर्व इस प्रकार की स्थिति यहां नहीं दिखाई पड़ती थी। तब गोरखपुर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर तथा जलजमाव देखने को मिलता था, जिसके कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियां होती थीं। इसके कारण जनपद गोरखपुर की छवि भी प्रभावित होती थी। आज गोरखपुर स्वच्छ व सुन्दर बन गया है। अब यहां जलनिकासी का रास्ता भी है और सुन्दर चौड़ी सड़कंे भी हैं। इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा है। इस स्वच्छता की नींव रखने वाले सफाईकर्मी हैं। इसलिए आज यहां उनको सम्मानित करने का कार्य किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वास्तव में यह एक बहुत कठिन कार्य है। एक मनुष्य होने के नाते समाज के जिस सम्मान का पात्र एक सफाईकर्मी को बनना चाहिए था, वह आजादी के बाद तक उसे प्राप्त नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के हम सभी आभारी हैं, जिन्होंने 02 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छता के लिये ‘स्वच्छ भारत मिशन’ शुरू किया। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया था। इसे प्रभावी रूप से लागू कर राष्ट्रीय कार्यक्रम का एक हिस्सा बनाया गया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत यह भी सुनिश्चित किया गया कि देश का कोई भी नागरिक खुले में शौच न करे। इसके लिए 10 करोड़ से अधिक घरों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय बनवाये गये। इस मिशन का परिणाम भी प्राप्त हुआ। इसके परिणामस्वरूप जहां एक तरफ नारी गरिमा की रक्षा हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ समाज में एक स्वच्छ व सुन्दर वातावरण भी देखने को मिल रहाहै। इस वातावरण का आनन्द प्रत्येक तबके का व्यक्ति ले रहा है। व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक जीवन में स्वच्छता के प्रति प्रधानमंत्री जी का यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक है। नगर निगम ने सबसे पहले इन्हें सम्मानित करने का बहुत अच्छा कार्य किया है, यह एक सुःखद क्षण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी पार्षदों एवं अधिकारियों द्वारा आगे भी इन्हें सम्मानित करने का कार्य किया जायेगा। स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा है, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए, ताकि पूरे प्रदेश को स्वच्छ बनाया जा सके।

    दीपावली पर्व दीपोत्सव एवं खुशियों का पर्व है। इस दीपोत्सव का आनन्द तभी है, जब हर जगह स्वच्छता रहेगी। स्वच्छता के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत होती है। स्वच्छता के इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में पूर्ण सहभागी बनकर हर व्यक्ति संकल्प ले कि किसी भी सार्वजनिक स्थान पर गंदगी व कचरा नहीं करेंगे। हम सब यह संकल्प लें कि भौतिक गंदगी या अन्य प्रकार की गंदगी को, जिससे समाज का माहौल दूषित हो, उसे समाज में स्थान नहीं बनाने देंगे। इस प्रकार के कार्यक्रम को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले गोरखपुर शहर बारिश में जलप्लावित हो जाता था। किन्तु आज यहां पूरी रात बारिश के बाद भी सुबह जल जमाव नहीं दिखाई पड़ता है। यह चीजे दिखाती हैं कि यहां विकास हुआ है। गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेगा। इसके साथ एक फोरलेन की सड़क भी बन रही है, जिससे यातायात की समस्या का भी समाधान होगा। जिस गोरखपुर को पहले एक टापू कहा जाता था, अब वह एक नये भारत के नये उत्तर प्रदेश में अपने विकास, स्वच्छता व सुन्दरता के लिए एक नये गोरखपुर के रूप में जाना जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति मनुष्य की नियति होनी चाहिए और इस प्रगति के लिए निरन्तर सार्थक प्रयास भी होने चाहिए। दीपावली का पर्व हमें यही प्रेरणा देता है। उन्होंने सभी नगरवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि जिस प्रकार नगर निगम ने दीपावली पर्व में सबसे पहले सफाईकर्मियों का सम्मान किया है, उसी प्रकार सभी को समाज के अन्तिम पायदान पर स्थित प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने के लिए प्रयास करें। दीपावली पर्व एकाकीपन के साथ नहीं बल्कि सबके साथ मिलकर मनाना चाहिए। हम सब का यह प्रयास होना चाहिए कि जिस प्रकार हम खुशियां मना रहे हैं, उसी प्रकार समाज का प्रत्येक वंचित एवं गरीब व्यक्ति भी खुशियां मनायें, इसके लिए हमे अपने साथ उन्हें जोड़ना पड़ेगा। हमारा प्रयास यह हो कि प्रत्येक गरीब व्यक्ति के पास भी हमारे घर की तरह मिठाई हों एवं उसके घर में भी दीपक जले। यदि यह कार्य हम करेंगे, तो पूरे प्रदेश में सामाजिक समता, सौहार्द व राष्ट्रीय एकता स्थापित कर पायेंगे।

    इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ला एवं महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव ने भी लोगो को सम्बोधित किया।

    कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री चारू चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi: मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता

    • आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया
    • हिन्दी ने आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया, उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया
    • हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम, प्रधानमंत्री जी
      सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते, भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया
    • प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया, उ0प्र0 में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा
    • भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता
    • मुख्यमंत्री ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आज जनपद गोरखपुर के योगीराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केन्द्र में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा की महत्ता, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प, श्रमिकों के उत्थान और स्थानीय उत्पादों के महत्व के बारे मे बताते हुये कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया है, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हमारे संसदीय लोकतंत्र में लोगों ने मीडिया को चौथा स्तम्भ माना है। देश की आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया था। आन्दोलन के दौरान अलग-अलग क्रान्तिकारी समूह तथा लीडरशिप किसी न किसी पत्र-पत्रिका से जुड़े रहे। कोई स्वराज, कोई राष्ट्रधर्म, तो कोई धर्मयुग के नाम से जनचेतना को जागरूक करने का प्रयास करता रहा। उसी प्रकार की कविताएं और लेखन भी आए, जो लोगों के अन्तःकरण को झकझोरते रहे।

    मुख्यमंत्री जी ने काकोरी ट्रेन एक्शन के नायक पं0 राम प्रसाद बिस्मिल की अन्तिम इच्छा का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके वाक्यों ने देश के युवाओं को आजादी के आन्दोलन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।

    मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा को पूरे देश को जोड़ने का माध्यम बताते हुयेे कहा कि हिन्दी ने भारत की आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि अन्तःकरण से कही गई भाषा ही लोगों को सम्मोहित कर पाती है। हिन्दी ने उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्रनायकों के बारे में जो लेखन हुआ है, उसका अवलोकन करें, तो पाएंगे कि कहीं श्याम नारायण पाण्डेय महाराणा प्रताप की वीरगाथा को देश के सामने रख रहे हैं, तो कहीं सुभद्रा कुमारी चौहान झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को केन्द्र में रखकर भारत की मातृशक्ति के शौर्य और सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहीं थी। भारत की आजादी के लिए अपना सबकुछ समर्पित करने वाले क्रान्तिकारियों के प्रति रामधारी सिंह दिनकर की वह पंक्तियां हम सभी को नई प्रेरणा देती हैं, जिसमें वह कहते हैं कि ‘कलम आज उनकी जय बोल’, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ समर्पित कर दिया, उनकी नहीं, जिन्होंने सत्ता के लिए स्वाभिमान के साथ समझौता किया हो। भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने भी यही प्रेरणा हमें दी थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हिन्दी के बारे में तमाम तरह की भ्रान्तियां फैलाने का कार्य होता है। हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते हैं। देश ही नहीं, अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर भी हिन्दी में अपनी बात रखकर लोगों से संवाद करते हैं। मुख्यमंत्री ने जी-20 समिट का उल्लेख करते हुए कहा कि इस आयोजन ने पूरी दुनिया में भारत की छवि को चमकाने का कार्य किया। जी-20 में भी हिन्दी ही संवाद का माध्यम बनी। भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया।

    मुख्यमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया। उत्तर प्रदेश में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा है। ओ0डी0ओ0पी0 योजना ने प्रदेश में कारीगरों और हस्तशिल्पियों को आर्थिक सम्बल प्रदान किया है। हर साल राज्य के हुनरमंद कारीगरों ने 02 लाख करोड़ रुपये के उत्पादों का निर्यात किया है। राज्य में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से ग्रामीण कारीगरों को प्रशिक्षण और उपकरण भी दिए जा रहे हैं, ताकि वे अपने पारम्परिक कार्यों में आत्मनिर्भर बन सकें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत युवाओं को ब्याजमुक्त लोन प्रदान कर रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिन्दी सिनेमा और पत्र-पत्रिकाओं ने हिन्दी भाषा को पूरी दुनिया में पहचान दिलायी है। डिजिटल मीडिया के युग में हिन्दी भाषा को और सशक्त करने की आवश्यकता है। भाषा, हस्तशिल्प और कारीगरी को सम्मान देकर ही आत्मनिर्भर और विकसित भारत का सपना साकार किया जा सकता है। भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता है।

    इस अवसर पर मीडिया समूह से जुड़े अनेक पत्रकारगण और गणमान्यजन उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi की आगामी पर्व एवं त्योहारों के सुचारु आयोजन, स्वच्छता तथा बेहतर कानून-व्यवस्था आदि महत्वपूर्ण विषयों के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

    CM Yogi की आगामी पर्व एवं त्योहारों के सुचारु आयोजन, स्वच्छता तथा बेहतर कानून-व्यवस्था आदि महत्वपूर्ण विषयों के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

    CM Yogi: बेहतर कानून-व्यवस्था, सतत संवाद और सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग का ही परिणाम है कि हाल के वर्षों में प्रदेश में सभी पर्व-त्योहार शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न हो रहे, बेहतर टीमवर्क और जनसहयोग का यह क्रम सतत जारी रखा जाए

    • पर्व एवं त्योहारों के इस समय में पुलिस और प्रशासन सहित पूरी टीम यू0पी0 को 24ग7 अलर्ट रहना होगा
    • सभी पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं
    • हर जिले में ऐसी टीम होनी चाहिए जो सोशल मीडिया की निगरानी करती रहे, यहां फेक अकाउंट बनाकर माहौल खराब करने वाली अफवाह तथा फेक न्यूज प्रसारित करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए
    • यह सुनिश्चित करें कि कहीं से भी व्यापारियों के उत्पीड़न की शिकायत न आए, व्यवस्था बनाने में उनका सहयोग लें और उन्हें अपेक्षित सहयोग दें
    • पटाखों के अवैध भंडारण पर कठोर कार्रवाई की जाए
    • उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को दीपावली से पहले निःशुल्क रसोई गैस सिलेण्डर उपलब्ध हो जाए
    • संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें
    • अयोध्या दीपोत्सव का भव्य आयोजन इस वर्ष 30 अक्टूबर को होना, 15 नवम्बर को वाराणसी में देव-दीपावली मनाई जाएगी, दोनों महत्वपूर्ण
    • आयोजनों में सेफ्टी-सिक्योरिटी और क्राउड मैनेजमेंट की व्यवस्था और अधिक अच्छी होनी चाहिए
    • छठ पर्व को ‘स्वच्छता और सुरक्षा’ के मानक पर्व के रूप में आयोजित किया जाए
    • यह सुनिश्चित किया जाए कि आगामी 28 अक्टूबर से 15 नवंबर तक पूरे प्रदेश में 24 घंटे अनवरत विद्युत आपूर्ति हो
    • परिवहन विभाग द्वारा ग्रामीण रूटों पर बसों की संख्या बढ़ाई जाएसभी विभागों में जनता की शिकायतों, आवेदनों के समयबद्ध और संतुष्टिपरक समाधान के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए

    CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत प्रदेशस्तरीय बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगामी पर्व एवं त्योहारों के सुचारु आयोजन, स्वच्छता तथा बेहतर कानून-व्यवस्था आदि महत्वपूर्ण विषयों के सम्बन्ध में शासन-प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में समस्त मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, अपर पुलिस महानिदेशक (जोन), समस्त पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक आदि वरिष्ठ अधिकारियों की सहभागिता रही। बैठक में मुख्यमंत्री जी ने सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिवगण से त्योहारों के दृष्टिगत उनकी विभागीय तैयारियों के बारे में जानकारी प्राप्त की।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था, सतत संवाद और सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग का ही परिणाम है कि हाल के वर्षों में प्रदेश में सभी पर्व-त्योहार शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न हो रहे हैं। रक्षाबंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, दुर्गापूजा, दशहरा और श्रावणी मेले हों या फिर ईद, बकरीद, बारावफात, मुहर्रम आदि पर्व, हर पर्व एवं त्योहार पर प्रदेश में सुखद माहौल रहा। बेहतर टीमवर्क और जनसहयोग का यह क्रम सतत जारी रखा जाए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आगामी दिनों में धनतेरस, अयोध्या दीपोत्सव, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई-दूज, देवोत्थान एकादशी, वाराणसी देव दीपावली और छठ महापर्व जैसे विशेष त्योहार हैं। इसके अलावा अयोध्या में पंचकोसी, 14 कोसी परिक्रमा, कार्तिक पूर्णिमा स्नान आदि मेलों का आयोजन भी इसी अवधि में है। शांति, सुरक्षा और सुशासन के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। पिछले अनुभवों से सीख लें। पर्व एवं त्योहारों के इस समय में पुलिस और प्रशासन सहित पूरी टीम यू0पी0 को 24ग7 अलर्ट रहना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं। पिछले एक माह की गतिविधियों की समीक्षा करें और चिन्हित उपद्रवियों/अराजक तत्वों को पाबंद करें। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। यह हर्ष और उल्लास का समय है, इसमें उपद्रव स्वीकार नहीं किया जा सकता। अराजक तत्वों/उपद्रवियों को उनकी भाषा में ही जवाब देना उचित होगा। सोशल मीडिया पर चौकसी बढाएं। हर जिले में ऐसी टीम होनी चाहिए जो सोशल मीडिया की निगरानी करती रहे। यहां फेक अकाउंट बनाकर माहौल खराब करने वाली अफवाह तथा फेक न्यूज प्रसारित करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपावली के अवसर पर माता लक्ष्मी और काली की प्रतिमा स्थापना की भी परंपरा है। प्रतिमा स्थापना कराने वाली संस्थाओं/समितियों से संवाद करें। संवेदनशील क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती होनी चाहिए। दीपावली से पहले अलग-अलग समुदाय के धर्माचार्यों और पीस कमेटी के साथ संवाद-समन्वय बना लें। धनतेरस/दीपावली के अवसर पर हर आय वर्ग का परिवार कुछ न कुछ खरीदारी करता है। बाजारों में चहल-पहल अधिक होगी। इस बीच सभी जिलाधिकारी और जिला पुलिस प्रमुख यह सुनिश्चित करें कि कहीं से भी व्यापारियों के उत्पीड़न की शिकायत न आए। व्यवस्था बनाने में उनका सहयोग लें और उन्हें अपेक्षित सहयोग दें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपावली के लिए पटाखों की दुकानों/गोदामों का आबादी से दूर होना सुनिश्चित कराएं। जहां पटाखों का क्रय-विक्रय हो, वहां फायर टेण्डर के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। पुलिस बल की सक्रियता भी बनी रहे। पटाखों की दुकानें खुले स्थान पर हों। इन्हें लाइसेंस/एन0ओ0सी0 समय से जारी कर दिया जाए। पटाखों के अवैध भंडारण पर कठोर कार्रवाई की जाए। उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को दीपावली से पहले निःशुल्क रसोई गैस सिलेण्डर उपलब्ध हो जाए। इसमें किसी स्तर पर विलम्ब नहीं होना चाहिए। गैस एजेंसियों से भी समन्वय बना लें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं। हर व्यक्ति उल्लास-उमंग और आह्लाद में होता है। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। हर नगर की जरूरत के अनुसार ट्रैफिक प्लान तैयार करें। यह सुनिश्चित करें कि बाजार आने वाले लोग ट्रैफिक जाम में न फंसें। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पी0आर0वी0 112 एक्टिव रहे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि छोटी सी घटना लापरवाही के कारण बड़े विवाद का रूप ले सकती है। ऐसे में अतिरिक्त सतर्कता आवश्यक है। त्वरित कार्यवाही और संवाद-संपर्क अप्रिय घटनाओं को संभालने में सहायक होता है। किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए, जिलाधिकारी/पुलिस अधीक्षक जैसे वरिष्ठ अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव का भव्य आयोजन इस वर्ष 30 अक्टूबर को होना है। भव्य, दिव्य, नव्य श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत यह पहला दीपोत्सव है। स्वाभाविक रूप से इस बार दीपोत्सव में श्रद्धालुओं की उपस्थिति अपेक्षाकृत अधिक होगी। इसी प्रकार, 15 नवम्बर को वाराणसी में देव-दीपावली मनाई जाएगी। ऐसे में दोनों ही महत्वपूर्ण आयोजनों में सेफ्टी-सिक्योरिटी और क्राउड मैनेजमेंट की व्यवस्था और अधिक अच्छी होनी चाहिए। दीपोत्सव और देव दीपावली की गरिमा के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि छठ पर्व को ‘स्वच्छता और सुरक्षा’ के मानक पर्व के रूप में आयोजित किया जाए। छठ महापर्व पर पूजा/अनुष्ठान के दौरान पूरे प्रदेश में स्वच्छ्ता का माहौल हो, इसके लिए नगर विकास और पंचायती राज विभाग द्वारा विशेष प्रयास किये जायें। लोगों की आस्था का यथोचित सम्मान करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि नदियां/जलाशय दूषित न हों। नदी/जलाशय के घाटों की साफ-सफाई करा लें और ट्रैफिक प्रबंधन भी किया जाए। उल्लास और उमंग के इस अवसर पर यह सुनिश्चित किया जाए कि आगामी 28 अक्टूबर से 15 नवंबर तक पूरे प्रदेश में 24 घंटे अनवरत विद्युत आपूर्ति हो। पावर कॉर्पोरेशन द्वारा इस सम्बन्ध में आवश्यक तैयारी कर ली जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आपातकालीन स्वास्थ्य एवं ट्रॉमा सेवाएं अनवरत रूप से चलती रहनी चाहिए। गांव हो या नगर हर जगह चिकित्सकों की सुलभ उपलब्धता होनी चाहिए। मिलावटखोरी आम जन के जीवन से खिलवाड़ है। पर्व-त्योहारों के दृष्टिगत  खाद्य पदार्थों की जांच की कार्रवाई तेज की जाए, किंतु जांच के नाम पर उत्पीड़न का प्रयास नहीं होना चाहिए। पर्व और त्योहारों के इस उल्लासपूर्ण माहौल में लोगों के आवागमन में बढ़ोत्तरी स्वाभाविक है। बड़ी संख्या में लोग अपने घर जाते हैं। ऐसे में परिवहन विभाग द्वारा ग्रामीण रूटों पर बसों की संख्या बढ़ाई जाए। खराब हालत वाली बसों को सड़क पर कतई न चलने दें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र में समाज के प्रतिष्ठितजन के साथ संवाद बनाएं। मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे। नेपाल राष्ट्र से सीमा साझा करने वाले जनपदों की संवेदनशीलता को देखते हुए यहां इंटेलिजेंस को और बेहतर करने का प्रयास हो।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी विभागों में आई0जी0आर0एस0, सम्पूर्ण समाधान दिवस और सी0एम0 हेल्पलाइन अथवा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण के स्तर से प्राप्त आम जनता की शिकायतों, आवेदनों के समयबद्ध और संतुष्टिपरक समाधान के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। इसकी हर दिन समीक्षा होनी चाहिए। शिकायतकर्ता से बात की जाए, उनका फीडबैक अनिवार्य रूप से लिया जाए। इसी प्रकार, जनपदों में भी विभागीय स्तर पर नोडल अधिकारी नामित किया जाए। रैंडम विधि से कुछ प्रकरणों में फील्ड विजिट करते हुए समस्या के समाधान होने का सत्यापन किया जाए।

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  • CM Yogi: नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार

    CM Yogi: नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार

    CM Yogi: मिशन रोजगार के अन्तर्गत नवचयनित 1,526 ग्राम पंचायत अधिकारियों, 360 ग्राम विकास अधिकारियों (समाज कल्याण) एवं 64 पर्यवेक्षकों (समाज कल्याण) को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम

    • मुख्यमंत्री ने नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये
    • अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया
    • आज बड़ी संख्या में बेटियों ने भी नियुक्त पत्र प्राप्त किया, यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
    • विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समग्र विकास के लिए तैयार की गई रूपरेखा के क्रम में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अत्यन्त महत्वपूर्ण हिस्सा, अब तक लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नियुक्तियां प्रदान की जा चुकीं
    • यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री जी के मिशन रोजगार के विजन को आगे बढ़ाने, युवाओं को उनकी आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप तथा उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार प्रदान करने का अभियान
    • प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा, राज्य को प्रतिभा के बेहतर उपयोग का लाभ प्राप्त हो रहा
    • प्रदेश में सुरक्षा के बेहतर वातावरण के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया
    • प्रदेश में लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतारे जा चुके
    • युवाओं को अपने ही प्रदेश, जनपद व क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो रहा, युवा प्रदेश में रहकर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे
    • अब उ0प्र0 देश की एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जा रहा, यहां विकास का वातावरण तैयार हुआ
    • राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए ग्राम पंचायत सर्वाधिक आधारभूत इकाई, इस आधारभूत इकाई को और अधिक सुदृढ़ करने में अपना योगदान देना होगा
    • प्रदेश की 57000 से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके, इनमें ऑप्टिकल फाइबर या इण्टरनेट का कनेक्शन अथवा वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी
    • गांव के लोगों की समस्या का समाधान गांव में ही होना चाहिए, आय, निवास तथा जाति प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत को तैयार करना होगा
    • ग्राम पंचायतों में आय के स्रोत विकसित कर, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए, हर ग्राम पंचायत में आत्मनिर्भर बनने की सम्भावना छिपी
    • गांव का ड्रेनेज या सीवर किसी तालाब, नदी अथवा नाले में न गिरे बल्कि उसका निपटान देशी व परम्परागत पद्धति से किया जाए
    • स्मार्ट सिटी मिशन के विजन के अनुसार प्रदेश में 17 स्मार्ट सिटी बनायी जा रही, ग्राम पंचायतों को भी स्मार्ट बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए
    • ग्राम पंचायतों में महत्वपूर्ण स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे तथा स्ट्रीट लाइटें लगायी जाएं, इससे सुरक्षा के वातावरण के साथ-साथ प्रकाश की सुविधा मिलेगी
    • केंद्र अथवा प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता होने पर प्रदेश की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका में दिखनी चाहिए
    • ग्राम पंचायतें ऐसी होनी चाहिए जिन्हें हम अन्य लोगों के सामने रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर सकें
    • समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति बिना भेदभाव नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़कर प्रधानमंत्री जी की विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपनी ऊर्जा का भरपूर उपयोग करने को तैयार

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने कहा है कि विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समग्र विकास के लिए तैयार की गई रूपरेखा के क्रम में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अत्यन्त महत्वपूर्ण हिस्सा है। योग्य व सक्षम युवाओं के चयन के अभाव में सरकार की योजनाओं को जमीनी धरातल पर उतारना सम्भव नहीं होता है, क्योंकि अयोग्य अभ्यर्थियों के चयन से कार्य करने वाला तंत्र ही पैरालाइज हो जाता है। यह स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए वर्ष 2017 में ही प्रदेश सरकार ने तय किया था कि राज्य के सभी भर्ती बोर्ड आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न करें, ताकि युवाओं की योग्यता और क्षमता का उपयोग प्रदेश के विकास व राज्य के 25 करोड़ लोगों के भाग्य को बदलने के लिए किया जा सके। प्रदेश की जनता के सामर्थ्य से राज्य को भारत की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। आज प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रदेश को प्रतिभा के बेहतर उपयोग का लाभ प्राप्त हो रहा है। पहले प्रदेश की अर्थव्यवस्था छठवें तथा सातवें नम्बर पर थी। आज राज्य की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत नवचयनित 1,526 ग्राम पंचायत अधिकारियों, 360 ग्राम विकास अधिकारियों (समाज कल्याण) एवं 64 पर्यवेक्षकों (समाज कल्याण) के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नवचयनित अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार है। नियुक्ति पत्र वितरण का यह कार्यक्रम लखनऊ के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जनपदों में भी आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मिशन रोजगार के विजन को आगे बढ़ाने तथा युवाओं को उनकी आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप तथा उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार प्रदान करने का अभियान है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विगत साढ़े 07 वर्षों में अब तक लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नियुक्तियां प्रदान की जा चुकी हैं। प्रदेश में सुरक्षा के बेहतर वातावरण के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया है। पहले प्रदेश में निवेशक निवेश करने से कतराते थे। अब यहां बड़े-बड़े निवेश किये जा रहे हैं। लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतारे जा चुके हैं। वर्तमान में लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रदेश सरकार द्वारा विचाराधीन हैं। इस प्रक्रिया को बहुत शीघ्र सम्पन्न किया जाएगा। यह निवेश केवल निवेश नहीं है, बल्कि इसमें रोजगार तथा विकास भी सम्मिलित है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश का युवा नौकरी व रोजगार के लिए देश व दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में भटकता था। युवाओं के सामने पहचान का संकट था। आज युवाओं को अपने ही प्रदेश, जनपद व क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो रहा है। युवा प्रदेश में रहकर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे हैं। युवा अपने परिवार की अच्छे ढंग से देखभाल व घर के कार्यों के साथ-साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। शासन तथा निजी क्षेत्र हेतु योग्य तथा स्किल्ड मैनपावर उपलब्ध कराने के लिए व्यावसायिक तथा तकनीकी शिक्षा के अन्तर्गत ट्रेड तथा कोर्सेज संचालित किए गए हैं। इसके लिए बेहतर समन्वय बनाने का प्रयास किया गया है। इसी का परिणाम है कि अब उत्तर प्रदेश देश की एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जा रहा है। यहां विकास का वातावरण तैयार हुआ है। निवेश के माध्यम से रोजगार की अनेक संभावनाएं आगे बढ़ी हैं। वर्ष 2017 से पूर्व युवाओं के योग्य व सक्षम होने के बावजूद उन्हें भ्रष्टाचार तथा भेदभाव के कारण चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाता था।

    मुख्यमंत्री जी ने नवचयनित अभ्यर्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए ग्राम पंचायत सर्वाधिक आधारभूत इकाई है। आप सभी को इस आधारभूत इकाई को और अधिक सुदृढ़ करने में अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए देशवासियों को लक्ष्य प्रदान किया है कि जब वर्ष 2047 में भारत अपनी आजादी का शताब्दी महोत्सव मना रहा होगा, तब भारत आत्मनिर्भर और विकसित होना चाहिए। जो नींव आज आप रखेंगे वही आत्मनिर्भर और विकसित भारत की आधारशिला बनने वाली है। इसमें ग्राम पंचायतें अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करेंगी। इसके लिए पंचायतीराज विभाग ने अनेक कार्य पहले से सम्पन्न कर लिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 73वें संविधान संशोधन के माध्यम से ग्राम पंचायतों को 29 विषयों पर कार्य करने का अधिकार दिया गया है। इन कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया गया है। प्रदेश स्तर पर सचिवालय, जनपद स्तर पर जिलाधिकारी के कार्यालय और विकास भवन अब प्रदेश की 57,000 से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके हैं। इनमें ऑप्टिकल फाइबर या इण्टरनेट का कनेक्शन अथवा वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी है। ग्राम पंचायत सहायक के रूप में कम्प्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति भी की जा चुकी है। अब आपको वहां पर स्वयं को साबित करना होगा। गांव के लोगों की समस्या का समाधान गांव में ही होना चाहिए। आय, निवास तथा जाति प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत को तैयार करना होगा। ग्राम पंचायत की कार्य योजना को ग्राम प्रधान तथा ग्राम पंचायत से जुड़े हुए अन्य लोगों के साथ बैठकर तैयार करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केवल केन्द्र तथा राज्य की धनराशि पर आश्रित न रहकर ग्राम पंचायतों में आय के स्रोत विकसित कर, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए। हर ग्राम पंचायत में आत्मनिर्भर बनने की सम्भावना छिपी है। ग्राम पंचायत की सरप्लस भूमि पर या वर्तमान बाजार को ग्रामीण हाट के रूप में विकसित किया जा सकता है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि गांव का ड्रेनेज या सीवर किसी तालाब, नदी अथवा नाले में न गिरे बल्कि उसका निपटान देशी व परम्परागत पद्धति से किया जाए। इससे गांव के जल स्रोत शुद्ध रहेंगे। यदि गांव के तालाब देवस्थान से नहीं जुड़े हैं, तो इनका उपयोग मत्स्य पालन या दूसरे उपयोग के लिए किया जा सकता है। इसके माध्यम से ग्राम पंचायत के लिए अतिरिक्त आय अर्जित की जा सकती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पंचायतीराज विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है कि जिन ग्राम पंचायतों को केन्द्र अथवा राज्य की वित्तीय सहायता मिलती है तथा ज्यादातर धनराशि वेतन भत्तों पर खर्च होती है। पहले चरण में उन ग्राम पंचायतों में जितना धन वह अपने वित्तीय स्रोतों से अर्जित करेंगी उतना ही अतिरिक्त धन राज्य सरकार द्वारा विकास कार्य हेतु उपलब्ध कराया जाएगा। ग्राम पंचायत के लिए आय के अन्य स्रोत भी विकसित किये जा सकते हैं। जैसे गांव के सार्वजनिक कार्यों को सम्पन्न करने के लिए कम्युनिटी सेंटर बनाया जा सकता है। इसके माध्यम से गांव के पास एक भवन होगा तथा यूजर चार्ज के माध्यम से लोगों को सुविधा भी प्राप्त होगी।

    प्रधानमंत्री जी के स्मार्ट सिटी मिशन के विजन के अनुसार प्रदेश में 17 स्मार्ट सिटी बनायी जा रही हैं। ग्राम पंचायतों को भी स्मार्ट बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। इसके लिए ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था, कार्यों में जनसहभागिता की व्यवस्था की जाए। गांव की नालियां साफ सुथरी होनी चाहिए। पहले गांव में एक गड्ढे में कूड़े का निस्तारण किया जाता था। इससे गन्दगी दूर होने के साथ ही खाद भी तैयार होती थी। अब फिर से खाद के गड्ढे बनाने की आवश्यकता है। पंचायत की रिजर्व भूमि पर खाद के गड्ढे, गौचर, निराश्रित गोआश्रय स्थल बनाये जाने चाहिए।

    ग्राम पंचायतों में महत्वपूर्ण स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे तथा स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं। इससे सुरक्षा के वातावरण के साथ-साथ प्रकाश की सुविधा भी मिलेगी। लाइट को समय पर ऑन तथा ऑफ किया जाना चाहिए। सेंसर या कर्मचारी की सहायता से यह कार्य किया जाना चाहिए। गांवों में अच्छे कार्यक्रमों या भजनों के प्रसारण के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाया जा सकता है। गांव के सार्वजनिक शौचालयों के साफ सफाई की निरन्तर व्यवस्था की जानी चाहिए। आमजन की सहभागिता बढ़ाते हुए सामुदायिक व्यवस्था को विकसित करना चाहिए। यदि यह सभी कार्य किए जाएंगे तो गांव स्वयं ही स्मार्ट बन जाएंगे। केन्द्र अथवा प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता होने पर प्रदेश की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका में दिखनी चाहिए, जिससे हमारी ग्राम पंचायत को भी अच्छे पुरस्कार प्राप्त हो सकें। हमारी ग्राम पंचायतें ऐसी होनी चाहिए जिन्हें हम अन्य लोगों के सामने रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर सकें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गरीबों तथा जरूरतमंदों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाना चाहिए। जरूरतमन्दों को जमीन का पट्टा, आवास व शौचालय की सुविधा, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड आदि कार्यों में यदि आपका सहयोग रहेगा तो लोगों का विश्वास व्यवस्था तथा आपके साथ रहेगा। गरीब का आशीर्वाद किसी भी व्यक्ति के लिए अत्यन्त कल्याणकारी होता है। यह जीवन यशस्वी बनने तथा लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए है। यदि कोई व्यक्ति अपने कार्यों से यश प्राप्त कर रहा है, तो यह उसके लिए वरदान है। यही उसके लिए सौभाग्य का क्षण होता है। सरकार आपको हर प्रकार का संरक्षण प्रदान करेगी, लेकिन आम जनता के प्रति जवाबदेही को जमीनी धरातल पर उतार कर दिखाना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्राम पंचायतों में फेयर प्राइस शॉप या कोटे की दुकान ग्राम सचिवालयों के पास मॉडल शॉप के रूप में बन रही हैं। इनके माध्यम से सरकारी राशन के साथ साथ अन्य आवश्यक सामान लोगों को उपलब्ध कराये जा सकते हैं। इन दुकानों से प्राप्त किराया ग्राम पंचायत में जमा करने से अतिरिक्त आय का सृजन होगा। इन सब कार्यों के लिए पहल किया जाना आवश्यक है। एक-एक पैसे का हिसाब किया जाना चाहिए। सरकार का पैसा सरकार के खाते में जाना चाहिए, जिससे इस धनराशि का उपयोग विकास के लिए किया जा सके। इससे आपका गांव चमकता हुआ दिखाई देगा। आपका गांव आत्मनिर्भर, विकसित तथा आदर्श ग्राम के रूप में सबके सामने होगा। इस दिशा में बेहतर प्रयास आपको नई पहचान दिलाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज के कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग से जुड़े हुए ग्राम विकास अधिकारी तथा पर्यवेक्षक भी नियुक्ति पत्र प्राप्त कर रहे हैं। समाज कल्याण विभाग बड़ी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहा है। विभाग 21 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान कर रहा है। ग्राम पंचायतों में अनुसूचित जाति की बेटियों का विवाह, सामूहिक विवाह के कार्यक्रम, पेंशन की योजना सहित अनुसूचित जातियों तथा जनजातियों से जुड़ी अनेक कल्याणकारी योजनाएं आदि कार्य मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे हैैं।

    मुख्यमंत्री जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज यहां जनपद लखीमपुर खीरी के थारू जनजाति समुदाय के युवा ने भी नियुक्ति पत्र प्राप्त किया है। पहले लोग मानते थे कि इस समुदाय से जुड़े युवा नौकरी नहीं कर पाएंगे। आज बड़ी संख्या में बेटियों ने भी नियुक्त पत्र प्राप्त किया है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति बिना भेदभाव नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़कर प्रधानमंत्री जी की विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपनी ऊर्जा का भरपूर उपयोग करने को तैयार है।

    मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि जितनी निष्पक्षता व पारदर्शिता के साथ विज्ञापन के प्रकाशन से लेकर नियुक्ति पत्र वितरण की कार्यवाही सम्पन्न की गई है। यदि आपका पूरा जीवन इसी पारदर्शिता तथा निष्पक्षता के साथ आगे बढ़ेगा तो प्रदेश देश की नम्बर एक अर्थव्यवस्था अवश्य बनेगा। वर्ष 2047 में भारत एक विकसित तथा आत्मनिर्भर भारत के रूप में हम सभी के सामने होगा। इसके लिए हम सभी को प्राणपण से जुड़ना होगा।

    इस अवसर पर मिशन रोजगार पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम को पंचायतीराज मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर तथा समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण ने भी सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री श्री संजीव गोंड सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव पंचायतीराज श्री नरेन्द्र भूषण, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ0 हरिओम, प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक श्री एम0 देवराज, सूचना निदेशक श्री शिशिर, नव चयनित अभ्यर्थी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित भावांजलि कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित भावांजलि कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi: युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी का पूरा जीवन प्रभु श्रीराम के उन मूल्यों, आदर्शों तथा मर्यादाओं के लिए समर्पित था, जिन पर सनातन धर्म टिका हुआ

    • अपनी विशिष्ट व्याख्या और चिंतन के माध्यम से पं0 रामकिंकर जी ने एक विशिष्ट शैली का सूत्रपात किया, उन्होंने लगभग 06 दशकों तक मानस के माध्यम से सनातन धर्म और देश की बहुमूल्य सेवा की
    • पूज्य रामकिंकर जी का पूरा जीवन तुलसी साहित्य और मानस के प्रति समर्पित था, उनकी कथा और रचनाएं आज भी हमें नई प्रेरणा और नई दिशा देती
    • जो लकीर का फकीर होता है, वह साधारण व्यक्ति होता है, जो लीक से हटकर विशिष्ट कार्य करता है, वही महापुरुष और विशिष्ट होता है
    • देश व धर्म के लिए पं0 रामकिंकर की निःस्वार्थ सेवाओं के लिए वर्ष 1999 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया
    • श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के दौरान उनकी कथाओं ने बहुत बड़ी जागरूकता का कार्य किया
    • पं0 रामकिंकर जी के विशिष्ट सम्बोधन, उनके विभिन्न उद्धरणों को स्मृति ग्रन्थ के रूप में आम जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया जाना चाहिए

    CM Yogi ने कहा कि युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी का पूरा जीवन प्रभु श्रीराम के उन मूल्यों, आदर्शों तथा मर्यादाओं के लिए समर्पित था, जिन पर सनातन धर्म टिका हुआ है। यह अत्यन्त गौरव का क्षण है कि हम आज पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी महाराज के जन्म शताब्दी वर्ष समारोह से जुड़ रहे हैं।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां लखनऊ में मानसवेत्ता, पद्मभूषण, युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित भावांजलि कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने पं0 रामकिंकर जी की स्मृतियों को नमन कर अपनी विनम्र भावांजलि दी। इस अवसर पर भगवान श्रीराम के जीवन पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण किया गया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युगतुलसी के रूप में विख्यात पूज्य रामकिंकर जी महाराज का पूरा जीवन तुलसी साहित्य और मानस के प्रति समर्पित था। अपनी विशिष्ट व्याख्या और चिंतन के माध्यम से पं0 रामकिंकर जी ने एक विशिष्ट शैली का सूत्रपात किया। महापुरुषों के लक्षणों के सम्बन्ध में यजुर्वेद के मंत्र ‘वेदाहमेतं पुरुषं महान्तमादित्यवर्णं तमसः परस्तात्’ का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शास्त्रों में दो प्रकार के पुरुषों की चर्चा होती है। एक साधारण पुरुष, जिन्हें शास्त्रीय भाषा में प्राकृत पुरुष कहते हैं और दूसरे विशिष्ट पुरुष होते हैं। दोनों में भौतिक दृष्टि से ज्यादा अंतर नहीं होता है, लेकिन उनके कार्यों की विशिष्टता बता देती है कि वह अलग-अलग हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें यह याद रखना होगा कि जो लकीर का फकीरहोता है, वह साधारण व्यक्ति होता है। लेकिन जो लीक से हटकर विशिष्ट कार्य करता है, वही महापुरुष और विशिष्ट होता है। अपनी कथा और चिंतन के माध्यम से पं0 रामकिंकर जी ने जिस विशिष्ट शैली को जन्म दिया, उसने भारत के राष्ट्रपति डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद जी से लेकर एक साधारण इंसान तक सभी को लाभान्वित किया। उनमें कोई भेद नहीं था। राम के प्रति जिसका भी अनुराग है, वह पं0 रामकिंकर जी महाराज की कथा का आनन्द ले सकता था और उससे लाभान्वित हो सकता था।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पं0 रामकिंकर जी ने लगभग 06 दशकों तक मानस के माध्यम से सनातन धर्म और देश की बहुमूल्य सेवा की। देश व धर्म के लिए उनकी निःस्वार्थ सेवाओं के लिए वर्ष 1999 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया। यह हमारा दायित्व है कि हम भी ऐसे महापुरुष के प्रति सम्मान का भाव रखें। 01 नवम्बर, 2024 को उनके जन्म के 100 वर्ष पूरे होंगे। यह बहुत अच्छा संयोग है कि पं0 रामकिंकर जी के जन्म शताब्दी वर्ष में ही प्रभु श्रीरामलला 500 वर्षों के बाद अयोध्या में विराजमान हो चुके हैं। एक सच्ची श्रद्धा का इससे अद्भुत उदाहरण दूसरा नहीं मिलेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूज्य रामकिंकर जी हमारे बीच भौतिक रूप से उपस्थित नहीं हैं। सन् 2002 में वह भौतिक रूप से हमसे अलग हो गए, लेकिन उनकी कथा और रचनाएं आज भी हमें नई प्रेरणा और नई दिशा देती हैं। श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के दौरान उनकी कथाओं ने बहुत बड़ी जागरूकता का कार्य किया। यह जन जागरण उसी प्रकार का था, जैसा कि मध्यकाल में संत तुलसीदास जी ने किया था। जब यह देश विदेशी आक्रांताओं से आहत हो रहा था, उस कालखण्ड में संत तुलसीदास जी ने श्रीरामचरितमानस के माध्यम से गांव-गांव में जन चेतना को जाग्रत करने का काम किया। संत तुलसीदास ने रामलीलाओं के मंचन के माध्यम से गांव-गांव को जोड़ने का काम किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उस समय तुलसीदास जी को बादशाह के दरबार में आने के लिए अनेक प्रलोभन दिए गए। लेकिन संत तुलसीदास जी ने कहा कि भारत का एक ही राजा है और वह है राम। यह एक संत की निर्भीकता है। भारत की रामलीलाओं में आज भी यह मंत्र और नारा गूंजता है कि ‘राजा रामचन्द्र की जय’। यह नारा तुलसीदास जी ने ही उस कालखण्ड में दिया था। जब भी हम लीक से हटकर काम करेंगे, वह लोगों को आकर्षित करेगा तथा उनके लिए प्रेरणादायी बनेगा। प्रभु श्रीराम की कथा इसके बारे में हमारे सामने अनेक उदाहरण प्रस्तुत करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज भी आम जनमानस श्रद्धाभाव से गांव-गांव में रामलीलाओं का आयोजन बिना सरकार पर आश्रित हुए करता है। इसमें पात्र गांव के ही नौजवान बनते हैं। उनमें कला एक नये रूप में देखने को मिलती है। अलग-अलग जगहों पर संवाद की एक नई शैली देखने को मिलती है। इसके माध्यम से गांव में सामाजिक सद्भाव स्थापित होता है और सनातन धर्म के मूल्य मजबूत होते हैं। श्री किशोर टण्डन जी का परिवार श्रद्धाभाव के साथ निरन्तर अपनी परम्परा का निर्वहन कर रहा है। ऐसे कार्यक्रम निरन्तर चलते रहने चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने अपने विख्यात महाकाव्य वाल्मीकि रामायण को एक विशिष्ट शैली व्यावहारिक संस्कृत में रचा। संत तुलसीदास जी ने अवधी शैली में रामचरितमानस की रचना की। यह हम सभी के लिए प्रेरणा और जन चेतना का माध्यम बन गयी। लोगों के यहां कोई भी शुभ एवं मांगलिक कार्य बिना अखण्ड रामायण के नहीं होते। बरेली में जन्मे पं0 राधेश्याम जी ने राधेश्याम शैली के माध्यम से नये संवाद का सूत्रपात्र किया, वह भी विख्यात हो गया। इसी प्रकार युगतुलसी ने भी कथा की जिस विशिष्ट शैली को जन्म दिया, उसके माध्यम से वह विख्यात हो गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि यह पं0 रामकिंकर जी का जन्म शताब्दी वर्ष है। इसके आयोजन पूरी भव्यता के साथ होने चाहिए। पं0 रामकिंकर जी के विशिष्ट सम्बोधन, उनके विभिन्न उद्धरणों को स्मृति ग्रन्थ के रूप में आम जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया जाना चाहिए।

    इस अवसर पर राज्य सभा सांसद तथा पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा, पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी की मानस पुत्री एवं आध्यात्मिक उत्तराधिकारी पं0 पूज्य दीदी मंदाकिनी श्री रामकिंकर, मानस मर्मज्ञ पूज्य व्यास पं0 उमा शंकर शर्मा एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने बिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि उ0प्र0 कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने बिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि उ0प्र0 कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी द्वारा विगत 10 वर्षों में किये गये कार्याें के परिणामस्वरूप भारत दुनिया की पाँचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो चुका

    • उ0प्र0 देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा, देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा
    • आज देश व दुनिया के बड़े उद्यमी प्रदेश में निवेश के प्रति आकर्षित हो रहे, इस वातावरण के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार को अनेक सुधार करने पड़े
    • एक साथ एक से डेढ़ करोड़ लोगों को रोजगार से जोड़ना बिजनेस में निवेश के माध्यम से सम्भव, राज्य में इस दिशा में बेहतरीन कदम उठाए गए
    • प्रदेश में औद्योगिक विकास की पहली नीति के अन्तर्गत रोजगार को समाहित किया गया
    • प्रदेश सरकार द्वारा 27 सेक्टोरियल पॉलिसी तैयार की गईं, राज्य में डिफेंस एवं एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, लॉजिस्टिक्स, कम्प्रेस्ड बायोगैस आदि से सम्बन्धित नीतियां बनाई गई
    • अब प्रदेश एफ0डी0आई0 और फॉर्चून 500 पॉलिसी के साथ देश व दुनिया के निवेश को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कार्य कर रहा
    • प्रदेश का बजट बढ़कर लगभग साढ़े 07 लाख करोड़ रु0 हो चुका, यह प्रदेश की समृद्धि तथा आर्थिक उन्नयन को दर्शाता
    • प्रदेश की जी0डी0पी0 बढ़कर वर्ष 2023-24 में लगभग 26 लाख करोड़ रुपए हो चुकी, मार्च, 2025 तक राज्य की जी0डी0पी0 32 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने का अनुमान
    • सुरक्षा का वातावरण तथा जीरो टॉलरेंस की नीति सर्वाधिक महत्वपूर्ण, प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था के अन्तर्गत माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई इसका एक उदाहरण
    • प्रदेश में सुरक्षा का वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया, माफियाओं के कब्जे से 64,000 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई
    • प्रदेश सरकार ने राज्य में व्यवसाय के अनुकूल वातावरण का निर्माण किया, सिंगल विंडो के रूप में निवेश मित्र पोर्टल का निर्माण किया गया, आज यह देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो पोर्टल
    • निवेशकों को इन्सेंटिव का ऑनलाइन वितरण किया जा रहा,
      इसकी ऑनलाइन मॉनीटरिंग भी हो रही, इन्सेंटिव प्राप्त कर निवेशकों के मन में सरकार के प्रति विश्वास में वृद्धि हुई
    • आज प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बन चुकी, नम्बर एक के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही
    • प्रदेश में कम्प्रेस्ड बायोगैस की सर्वाधिक इकाइयां, राज्य सरकार ने अवसंरचना के क्षेत्र में भी अनेक कदम उठाए
    • आज राज्य के हाईवे, एक्सप्रेस-वे तथा अन्य सड़कें देश की सबसे अच्छी सड़कों में सम्मिलित, गंगा एक्सप्रेस-वे पर तेजी के साथ कार्य चल रहा
    • गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे लगभग बनकर तैयार, बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे पर काम चल रहा
    • दिल्ली तथा मेरठ के बीच में देश का पहला 12 लेन एक्सप्रेस-वे प्रारम्भ हो चुका, दिल्ली और मेरठ के बीच में देश की पहली रैपिड रेल प्रारम्भ हो चुकी, प्रदेश के 6 शहर मेट्रो से जुड़े हुए
    • प्रदेश में देश का सबसे बड़ा हाईवे, एक्सप्रेस-वे तथा रेलवे नेटवर्क
    • वाराणसी में लॉजिस्टिक्स मल्टी मॉडल टर्मिनल निर्माण, गौतमबुद्धनगर में लॉजिस्टिक्स व ट्रांसपोर्ट हब निर्माण तथा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के कार्य तेजी के साथ आगे बढ़े
    • प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ की गईं नई पहलों में एक जनपद एक उत्पाद योजना भी सम्मिलित, इस योजना के माध्यम से देश दुनिया में प्रदेश की ब्रांडिंग की गई
    • राज्य सरकार द्वारा गांव के हस्तशिल्पियों के लिए अनुकूल वातावरण निर्मित किया गया विश्वकर्मा श्रम सम्मान तथा पी0एम0
    • विश्वकर्मा जैसी योजनाएं परम्परागत रूप से कार्य करने वाले लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हो रहीं
    • सी0एस0आर0 नीति के तहत एस0जी0पी0जी0आई0 को दो प्रोजेक्ट उपलब्ध कराये गये, इसमें से एक अमेरिका के सलोनी फाउंडेशन का प्रोजेक्ट
    • बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा समृद्धि कॉन्क्लेव का प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजन एक सकारात्मक पहल

    CM Yogi ने कहा है कि प्रधानमंत्री जी द्वारा विगत 10 वर्षों में जो कार्य किए गए, उसके परिणामस्वरूप भारत दुनिया की पाँचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो चुका है। उत्तर प्रदेश आज देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है। प्रदेश, देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। आज देश व दुनिया के बड़े उद्यमी प्रदेश में निवेश के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। इस वातावरण के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार को अनेक सुधार करने पड़े।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां लखनऊ में बिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब हम आर्थिक समृद्धि की बात करते हैं तो बिजनेस भी उसका एक हिस्सा होता है। श्रीमद्भगवद्गीता में बिजनेस की विस्तृत व्याख्या की गयी है। ‘कृषिगौरक्ष्यवाणिज्यं वैश्यकर्म स्वभावजम्।’ इसका तात्पर्य है कि खेती, गोरक्षा, और व्यापार वैश्यों के लिए कार्य के गुण हैं। कृषि, गोरक्षा तथा आर्थिक गतिविधियां आदि व्यवसाय के अन्तर्गत आते हैं। आगे चलकर कृषि तथा गोरक्षा को व्यवसाय से अलग कर दिया गया। स्वतंत्र भारत में वाणिज्यिक गतिविधियों के अन्तर्गत केवल उस आर्थिक लेनदेन को सम्मिलित किया जाता है, जिसके अन्तर्गत पूंजी का वृहद आयाम जुड़ा होता है। लेकिन व्यापकता में जाने पर पता चलता है कि कृषि, पशुपालन तथा डेयरी सेक्टर इससे
    अलग नहीं हो सकता है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। यहां लगभग 25 करोड़ जनसंख्या निवास करती है। ऐसा कौन सा कारण था जो उत्तर प्रदेश को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने से रोक रहा था। आज प्रदेश में सबसे सस्ता व स्किल्ड मैनपावर है। काशी तथा प्रयागराज ने देश के प्रमुख शिक्षा केंद्रों के रूप में अपनी बड़ी भूमिका का निर्वहन किया था। यह कभी प्राच्य विद्या के केंद्र थे। दुनिया का सबसे प्राचीन गुरुकुल, महर्षि भारद्वाज का गुरुकुल प्रयागराज में स्थित था। हम कालचक्र को नहीं समझ पाए। हमने समय की गति को नहीं पहचाना, परिणामस्वरूप शिक्षा के केन्द्र, स्किल्ड मैनपावर, सर्वाधिक उपजाऊ भूमि तथा दुनिया का सर्वाधिक अच्छा जल संसाधन होने के बावजूद हम पिछड़ गए।

    आज से साढ़े 07 वर्ष पूर्व प्रदेश के युवाओं, व्यापारियों तथा किसानों के सामने पहचान का संकट था। देश का हर बड़ा उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश करने से कतराता था। व्यवसाय करने तथा सामान्य जीवन का निर्वाह करने के लिए सुरक्षा पहली शर्त होती है। सारी गतिविधियां कानून के अनुसार होती हुई दिखाई देनी चाहिए। जिस राज्य में हर दूसरे तीसरे दिन दंगे होते रहे हों, जिस राज्य में व्यक्ति की सुरक्षा की गारंटी नहीं है, तो उसकी पूंजी की सुरक्षा की गारंटी कैसे होगी। उस समय प्रदेश में यही माहौल था। पहले यहां विकास के लिए योजनाओं, नीतियों तथा लैंड बैंक का अभाव था। ‘पिक एण्ड चूज’ के माध्यम से भेदभाव किया जाता था।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य को नए सिरे से आगे बढ़ाने तथा प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए वर्ष 2017 में विचार मंथन किया गया। दुनिया के अलग-अलग देश में रोड शो आयोजित किए गए। प्रदेश में हो रहे सकारात्मक बदलावों को देखकर उद्यमी यहां निवेश के लिए तैयार हुए। वह निवेशकों से बात करने स्वयं मुम्बई गए जहां ढाई लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। अंततः प्रदेश के पहली इन्वेस्टर्स समिट में 04 लाख 59 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। इसके पश्चात फरवरी 2023 में यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की गयी। इस इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसके माध्यम से एक करोड़ 50 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा सकेगा।
    एक साथ एक से डेढ़ करोड़ लोगों को रोजगार से जोड़ना बिजनेस में निवेश के माध्यम से सम्भव है। राज्य में इस दिशा में बेहतरीन कदम उठाए गए हैं। सरकारी क्षेत्र में नौकरियां सीमित होती हैं। हालांकि प्रदेश में अलग-अलग फेज में 1,54,000 पुलिस कर्मियों की भर्ती की गई। लेकिन हर साल एक लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती संभव नहीं है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास की पहली नीति के अन्तर्गत रोजगार को भी समाहित किया गया। निवेश हमें इसलिए लेकर आना है, ताकि प्रदेश के औद्योगिक विकास में वृद्धि के साथ-साथ यहां के युवाओं को रोजगार के साथ जोड़ा जा
    सके। प्रदेश सरकार द्वारा 27 सेक्टोरियल पॉलिसी तैयार की गई हैं। इनमें बहुत सारी नीतियां ऐसी हैं, जिन्हें केवल उत्तर प्रदेश में लागू किया गया है। राज्य में डिफेंस एवं एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, लॉजिस्टिक्स, कम्प्रेस्ड बायोगैस आदि से संबंधित नीतियां भी बनाई गई हैं। अब प्रदेश एफ0डी0आई0 और फॉर्चून 500 पॉलिसी के साथ देश व दुनिया के निवेश को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कार्य कर रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले प्रदेश में न बेटी सुरक्षित थी और न ही व्यापारी। यहां अराजकतापूर्ण माहौल था। उस समय उत्तर प्रदेश 20 से 22 करोड़ की आबादी वाला राज्य था, लेकिन वार्षिक बजट केवल 02 लाख करोड़ रुपए था। ऊंट के मुंह में जीरा का मुहावरा अक्षरशः सही साबित हो रहा था। आज प्रदेश का बजट बढ़कर लगभग साढ़े 07 लाख करोड़ रुपए हो चुका है। यह प्रदेश की समृद्धि तथा आर्थिक उन्नयन को दर्शाता है। उस समय प्रदेश की जी0डी0पी0 लगभग 12 लाख करोड़ रुपए थी। आज यह बढ़कर वर्ष 2023-24 में लगभग 26 लाख करोड़ रुपए हो चुकी है। मार्च, 2025 तक राज्य की जी0डी0पी0 32 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने का अनुमान है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि प्रदेश सरकार ने पहल की, उद्यमियों को आमंत्रित किया, परंपरागत उद्यम को प्रोत्साहित किया, लैंड बैंक का निर्माण किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सुरक्षा का वातावरण तथा जीरो टॉलरेंस की नीति सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था के अन्तर्गत माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई इसका एक उदाहरण है। इसके लिए सरकार को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। आज प्रदेश सुरक्षित है। यहां दंगा करने का दुस्साहस कोई नहीं कर सकता। इस वातावरण के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए भी कार्य करने पड़े। पुलिस भर्ती प्रक्रिया को पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाया गया। पुलिस को टेक्नोलॉजी से लैस किया गया। पुलिस की ट्रेनिंग की क्षमता को तीन गुना बढ़ाया गया। इसके अन्तर्गत पैरामिलिट्री तथा मिलिट्री के सेन्टर भी लिए गए। पहले प्रदेश में 6,000 पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग एक बार में हो सकती थी। उस समय ट्रेनिंग के समय को कम करके 06 माह करने का प्रयास किया गया। वर्तमान सरकार ने पुलिस कार्मिकों को पूरे 09 माह ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की। आज उत्तर प्रदेश पुलिस जब चलती है, तो गुंडे व माफिया कांपते हुए दिखाई देते हैं। वह जानते हैं कि कानून के साथ खिलवाड़ करने का दुष्परिणाम क्या हो सकता है। प्रदेश में सुरक्षा का वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ एंटी भू माफिया टास्क फोर्स का गठन भी किया
    गया। पहले भूमाफिया गरीबों की जमीनों पर कब्जा करते थे। इसके खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही की गई। माफियाओं के कब्जे से 64,000 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई। पहले निवेशकों को राज्य में भूमि उपलब्ध नहीं हो पाती थी। आज भूमि की कमी नहीं है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में व्यवसाय के अनुकूल वातावरण का निर्माण किया। सिंगल विंडो के रूप में निवेश मित्र पोर्टल का निर्माण किया गया। आज यह देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो पोर्टल है। इसके माध्यम से निवेशकों को साढ़े 400
    से अधिक एन0ओ0सी0 उपलब्ध कराई जाती हैं। मानवीय हस्तक्षेप को न्यूनतम करते हुए एम0ओ0यू0 की मॉनीटरिंग के लिए निवेश सारथी पोर्टल तैयार किया गया है। निवेशकों को इन्सेंटिव का ऑनलाइन वितरण किया जा रहा है तथा इसकी ऑनलाइन मॉनीटरिंग भी हो रही है, ताकि निवेशकों को इन्सेंटिव के लिए कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। कुछ दिन पूर्व निवेशकों को एक साथ बुलाकर लगभग 1,300 करोड़ रुपए के इन्सेंटिव वितरित किए गए। इन्सेंटिव प्राप्त कर निवेशकों के मन में सरकार के प्रति विश्वास में वृद्धि हुई है। युवाओं के मन में भी यह विश्वास जगा है कि निवेश से रोजगार की गारण्टी प्राप्त होगी। प्रदेश सरकार की नीतियों के प्रति निवेशकों का विश्वास बढ़ाना तथा लोगों को निवेश से अवगत कराना इस आयोजन का उद्देश्य था।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस को सरल किया गया। वर्ष 2017 से पूर्व राज्य ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस में 14 वें स्थान पर था। आज हम टॉप अचीवर्स में सम्मिलित हैं। हम नम्बर दो पर तो वर्ष 2019 में ही आ चुके थे। राज्य देश में पहले और दूसरे नम्बर की प्रतिस्पर्धा में सम्मिलित है। पहले प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में छठवें या सातवें नम्बर पर थी। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि राज्य प्रदेश से आगे थे। आज प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बन चुकी है तथा नम्बर एक के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही है। राज्य, देश में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में कार्य किए गए। इनमें कृषि, पशुपालन, डेयरी आदि क्षेत्रांे में किये गये कार्य सम्मिलित हैं। प्रदेश में कम्प्रेस्ड बायोगैस की सर्वाधिक इकाइयां हैं। राज्य सरकार ने अवसंरचना के क्षेत्र में भी अनेक कदम उठाए हैं। पहले प्रदेश में सड़कों की स्थिति अत्यन्त खराब थी। आज राज्य के हाईवे, एक्सप्रेसवे तथा अन्य सड़कें देश की सबसे अच्छी सड़कों में सम्मिलित हैं। आज हमारे पास सर्वाधिक एक्सप्रेसवे हैं।

    कोरोना कालखण्ड में भी हमने एक्सप्रेसवे के कार्य को बंद नहीं होने दिया। परिणाम स्वरुप पूर्वांचल तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ। गंगा एक्सप्रेसवे पर तेजी के साथ कार्य चल रहा है। वर्ष 2025 के प्रारम्भिक महीनो में ही इस एक्सप्रेसवे के कैरेजवे को प्रारम्भ करने का प्रयास है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे लगभग बनकर तैयार है। बलिया लिंक एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। दिल्ली तथा मेरठ के बीच में देश का पहला 12 लेन एक्सप्रेस वे प्रारम्भ हो चुका है। दिल्ली और मेरठ के बीच में देश की पहली रैपिड रेल प्रारंभ हो चुकी है। प्रदेश के 6 शहर मेट्रो से जुड़े हुए हैं।

    प्रदेश में देश का सबसे बड़ा हाईवे, एक्सप्रेस-वे तथा रेलवे नेटवर्क है। देश का पहला वॉटर-वे भी वाराणसी तथा हल्दिया के बीच में संचालित हो चुका है। प्रदेश में लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में भी अनेक कार्य किए गए हैं। वाराणसी में लॉजिस्टिक्स मल्टी मॉडल टर्मिनल निर्माण, गौतमबुद्धनगर में लॉजिस्टिक्स व ट्रांसपोर्ट हब निर्माण तथा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के कार्य तेजी के साथ आगे बढ़े हैं। इन सब कार्यों की नींव कानून व्यवस्था तथा सुरक्षा के बेहतर वातावरण में सम्भव है। प्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में निरंतर प्रयास किए गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई नयी पहलों में एक जनपद एक उत्पाद योजना भी सम्मिलित है। इस योजना के माध्यम से देश, दुनिया में प्रदेश की ब्रांडिंग की गई। इसके माध्यम से प्रदेश का प्रत्येक जनपद एक यूनीक उत्पाद देने में सफल हुआ। इन उत्पादों से संबंधित प्रदेश में 75 जी0आई0 टैग हैं। सर्वाधिक जी0आई0 टैग वाराणसी में हैं। इसके माध्यम से प्रदेश के निर्यात में वृद्धि हुई है। अब राज्य के आमों का निर्यात अमेरिका तथा मॉस्को को किया जाता है। जब प्रदेश के मंत्री तथा मुख्य सचिव ने यहां के किसानों के साथ रूस का दौरा किया तो यहां के आमों की कीमत मॉस्को में 1,000 रुपए प्रति किलो प्राप्त हुई। आमों के निर्यात के माध्यम से निर्यात आदि के खर्चों को घटाने के पश्चात किसानों को प्रति किलो 700-800 रुपए का लाभ प्राप्त हो सकता है। हालांकि प्रदेश सरकार किसानों को 90 रुपए इन्सेंटिव भी उपलब्ध कराती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले भदोही का कारपेट उद्योग दम तोड़ चुका था। आज भदोही 8,000 करोड़ रुपए की कारपेट निर्यात कर रहा है। पहले फिरोजाबाद में कांच उद्योग बंदी की कगार पर था। प्रदेश सरकार द्वारा कारीगरों को तकनीकी तथा सुविधाओं से जोड़ा गया परिणामस्वरूप ग्लास उद्योग एक बार फिर से चमक चुका है। फिरोजाबाद ढाई से 03 हजार करोड़ रुपए का निर्यात कर रहा है। मेरठ दुनिया के सबसे अच्छे स्पोर्ट्स आइटम बना रहा है। ऐसे ही प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अनेक उत्पाद देश दुनिया के सामने अपनी अलग पहचान प्रस्तुत कर रहे हैं। जब उत्तर प्रदेश की ब्रांडिंग इसके साथ जुड़ती है, तो वह प्रधानमंत्री जी की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करती हुई दिखाई देती है। वोकल फॉर लोकल की अवधारणा इस परिकल्पना को सम्बल प्रदान करती है। इसके माध्यम से महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना भी साकार होती हुई दिखाई देती है। राज्य सरकार द्वारा गांव के हस्तशिल्पियों के लिए भी अनुकूल वातावरण निर्मित किया गया है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान तथा पी0एम0 विश्वकर्मा जैसी योजनाएं परम्परागत रूप से कार्य करने वाले लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 16वीं सदी तक दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत 25 प्रतिशत योगदान देता था। ऐसा क्या कारण था कि विदेशी आक्रांता हमारे हस्तशिल्प तथा कारीगरों को समाप्त कर गए। आज हम कहां पर खड़े हैं। विश्व की अर्थव्यवस्था की तुलना में भारत की जी0डी0पी0 कितनी है, यह विचारणीय प्रश्न हैं। एक समय था जब भारत विश्व की अर्थव्यवस्था को नेतृत्व प्रदान करता था। परम्परागत हस्तशिल्पियों तथा कारीगरों का हुनर इसमें बड़ा योगदान दे रहा था। बड़े निवेश के लिए एम0एस0एम0ई0 तथा स्किल मैनपावर आधार होता है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में यह पहली बार हो रहा है, जब सी0एस0आर0 नीति के तहत एस0जी0पी0जी0आई0 को दो प्रोजेक्ट उपलब्ध कराये गये हैं। इसमें से एक अमेरिका के सलोनी फाउंडेशन का प्रोजेक्ट है। सलोनी फाउंडेशन का गठन हृदय रोग से पीड़ित अमेरिका की नवजात बच्ची की स्मृति में किया गया था। इन लोगों का उत्तर प्रदेश से कोई सम्बन्ध नहीं है। निवेश के सुरक्षित वातावरण के कारण यह फाउंडेशन प्रदेश में निवेश को तैयार हुआ। एस0जी0पी0जी0आई0 में इस फाउंडेशन के फर्स्ट फेज का कार्य सम्पन्न हो चुका है। जन्म से हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के निःशुल्क उपचार के लिए 36 बेड संचालित हो चुके हैं। सेकेंड फेज में 200 नए बेड के लिए कार्यक्रम का शुभारम्भ हो रहा है। प्रदेश में अमेरिका से आया सी0एस0आर0 के अन्तर्गत यह सबसे बड़ा फण्ड है। ऐसे कार्य पहल करने से ही सम्भव होते हैं। एस0जी0पी0जी0आई0 जैसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान के साथ सलोनी की स्मृतियां सदैव जीवित रहेंगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बिजनेस स्टैंडर्ड ने इस कार्यक्रम को लगातार 15 वर्ष आयोजित किया है। प्रत्येक महीने अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर एम0एस0एम0ई0, कृषि, हॉर्टिकल्चर, डेयरी आदि सेक्टर्स से संबंधित कॉन्क्लेव आयोजित किए जाने चाहिए। व्यवसाय के साथ कृषि पशुपालन तथा डेयरी सेक्टर को भी जोड़ना चाहिए। परम्परागत उद्यमों को भी इसके साथ जोड़ा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री जी द्वारा लांच की गई अभिनव योजना पी0एम0 विश्वकर्मा को भी सम्मिलित करते हुए कार्य करेंगे तो बहुत सारे लोगों को रोजगार मिलेगा। जो लोग परम्परागत रूप से कार्य कर रहे हैं, उनको इसका लाभ तथा प्रोत्साहन मिलेगा। सरकार की योजनाओं के लाभ के साथ-साथ इसकी ब्रांडिंग भी होगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपावली पर्व के ठीक पूर्व बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा समृद्धि कॉन्क्लेव का प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजन एक सकारात्मक पहल है। उन्हें अवगत कराया गया है कि बिजनेस स्टैंडर्ड वर्ष 2009 से इस कॉन्क्लेव का लगातार आयोजन करता आ रहा है। बिजनेस स्टैंडर्ड को मण्डल तथा जनपद स्तर पर विशिष्ट योजनाओं को जोड़ते हुए ऐसी कॉन्क्लेव आयोजित करनी चाहिए। औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एन0आर0आई0 तथा निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, निदेशक सूचना श्री शिशिर, बिजनेस स्टैंडर्ड के सम्पादक श्री कैलाश नौटियाल, सम्पादकीय निदेशक श्री अशोक कुमार भट्टाचार्य, बिजनेस स्टैंडर्ड से जुड़े हुए पदाधिकारी गण, सम्पादक गण, उद्यमी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने जनपद मथुरा में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की

    CM Yogi ने जनपद मथुरा में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की

    CM Yogi: किसानों को आवश्यकतानुसार डी0ए0पी0 का वितरण किया जाए, अधिकारी नियमित रूप से केन्द्रों का निरीक्षण करें

    • नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य ससमय पूर्ण करने तथा आगामी 15 नवम्बर तक नहरों में पानी पहुंचाए जाने के निर्देश
    • आपदा एवं अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त मकान एवं फसलों के नुकसान का भुगतान ससमय किया जाए
    • जनपद में समग्र विकास की व्यवस्था होनी चाहिए, अधिकारियों की एक टीम
    • अयोध्या एवं काशी का भ्रमण करे और विकास के नये आयामों को विकसित करें
    • समाजसेवियों का सहयोग लेते हुए पी0पी0पी0 मॉडल पर पौराणिक कुण्डों का जीर्णोद्धार कराया जाए
    • आई0जी0आर0एस0 एवं सी0एम0 हेल्पलाइन की शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण करें
    • मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा समय पर एन0ओ0सी0 प्रदान करने तथा मानचित्र आदि की स्वीकृति करने के निर्देश
    • मुख्यमंत्री ने श्री बांके बिहारी जी मन्दिर पर भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की
    • सुरक्षा हेतु पैदल गश्त, पी0आर0वी0 एवं मोटर साइकिल से पेट्रोलिंग बढ़ाए जाने के निर्देश
    • मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मन्दिर में दर्शन-पूजन किया

    CM Yogi ने आज जनपद मथुरा में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने जनपद में डी0ए0पी0, यूरिया, एन0पी0के0 तथा एम0ओ0पी0 की डिमाण्ड के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने जनपद में डी0ए0पी0 की कालाबाजारी पर रोक लगाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को आवश्यकतानुसार डी0ए0पी0 का वितरण किया जाए। अधिकारी नियमित रूप से केन्द्रों का निरीक्षण करें तथा पड़ोसी जिलों/राज्यों में डी0ए0पी0 की कालाबाजारी पर अंकुश लगाएं।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य ससमय पूर्ण करने तथा आगामी 15 नवम्बर तक नहरों में पानी पहुंचाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा एवं अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त मकान एवं फसलों के नुकसान का भुगतान ससमय किया जाए। उन्होंने मथुरा में सर्किट हाउस बनाये जाने के सम्बन्ध में निर्देश देते हुए कहा कि सर्किट हाउस लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाया जाएगा तथा उसका रख-रखाव भी लोक निर्माण विभाग द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि जनपद में समग्र विकास की व्यवस्था होनी चाहिए। अधिकारियों की एक टीम अयोध्या एवं काशी का भ्रमण करे और विकास के नये आयामों को विकसित करें। उन्होंने जनपद के विकास हेतु बेहतर रोड, रेल, रोप-वे, वॉटर-वे आदि की कनेक्टिविटी बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जनपद में श्रद्धालुओं के लिए अच्छे होटल एवं रेस्टोरेण्ट तथा उनके वाहनों हेतु पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाजसेवियों का सहयोग लेते हुए पी0पी0पी0 मॉडल पर पौराणिक कुण्डों का जीर्णोद्धार कराया जाए। यमुना जी के शुद्धिकरण के लिए कठोर कार्यवाही करें। नाले सीधे यमुना जी में न गिरें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नगर निगम एवं जिला पंचायत द्वारा किए गए कार्यों के लोकार्पण हेतु शिलापट्ट में सांसदगण एवं विधायकगण के नाम अंकित करें। आई0जी0आर0एस0 एवं सी0एम0 हेल्पलाइन की शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण करें। फर्जी निस्तारण करने वालों की जिम्मेदारी तय की जाए। सभी विभाग अपने-अपने नोडल अधिकारी नामित करें।

    मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत खुदी हुई सड़कों की मरम्मत ससमय न किये जाने पर फर्म तथा जल जीवन मिशन के अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। यदि खुदी हुई सड़कों के कारण दुर्घटना होती हैं, तो सम्बन्धित के विरुद्ध एफ0आई0आर0 करायें। सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिलाधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि उक्त पाइपलाइन के कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाये।

    मुख्यमंत्री जी ने मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा समय पर एन0ओ0सी0 प्रदान करने तथा मानचित्र आदि की स्वीकृति करने के निर्देश दिए। उन्होंने आई0टी0एम0एस0 के संचालन तथा सेफ सिटी के अन्तर्गत लगाए गए कैमरों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित करें कि सभी कैमरे कार्यशील रहें। उन्होंने सॉलिड वेस्ट मेनेजमेण्ट के अन्तर्गत कूड़ा निस्तारण के निर्देश भी दिए।

    मुख्यमंत्री जी ने श्री बांके बिहारी जी मन्दिर पर भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि सुरक्षा हेतु जोन एवं रेंज से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री जी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सुरक्षा हेतु पैदल गश्त, पी0आर0वी0 एवं मोटर साइकिल से पेट्रोलिंग बढ़ाए जाने के निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री जी के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने विकास के सम्बन्ध में अपने सुझाव रखे।

    जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि जनपद में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चौमुहां एवं मथुरा में विज्ञान लैब का शुभारम्भ हुआ है। जनपद में 85 आंगनबाड़ी केन्द्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया गया है। जनपद में स्वयं सहायता समूह द्वारा ओ0डी0ओ0पी0 के अन्तर्गत उत्पादों की ब्राण्डिंग, पैकेजिंग एवं विपणन ‘ब्रज उदय’ के नाम से किया जा रहा है। इन उत्पादों की बिक्री हेतु ताजमहल के पूर्वी गेट पर अस्थाई दुकान, मण्डल के सभी प्रमुख होटलों व इम्पोरियम, टी0एफ0सी0 वृन्दावन तथा ई-कॉमर्स पोर्टल के माध्यम से बिक्री की जा रही है। जनपद में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अन्तर्गत जल जीवन मिशन-हर घर जल उपलब्ध कराने हेतु कार्य सम्पादित किए जा रहे हैं। योजना के अन्तर्गत 225 एम0एल0डी0 कच्चा जल अपर गंगा कैनाल पालरा बुलन्दशहर से लिये जाने हेतु कार्य प्रगति पर है। जनपद में लोक निर्माण विभाग के लगभग 1058.695 करोड़ रुपये की लागत के 616 कार्य प्रस्तावित हैं। मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण की प्रमुख आवासीय योजना हनुमंत विहार एवं गोविन्द विहार योजना हैं। मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/नए शहर प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत रहीमपुर फरह तथा छाता में टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि 20 चौराहों पर आई0टी0एम0एस0 संचालित है। सेफ सिटी के अन्तर्गत 22,000 तथा सेफ सिटी कोष के अन्तर्गत 15 हजार कैमरे स्थापित किए गए हैं।

    वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मुख्यमंत्री जी को आगामी त्योहारों पर सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में अवगत कराया। पर्वों को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ कर ली गई हैं।

    बैठक में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे। बैठक के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मन्दिर में दर्शन-पूजन किया।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने 133 करोड़ रु0 की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की

    CM Yogi ने आज जनपद मथुरा में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सातवीं बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री जी ने 133 करोड़ रुपये की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की।

    बैठक में ब्रज तीर्थ पथ परियोजना, मथुरा-वृन्दावन में गोवर्धन कनेक्ट परियोजना, मथुरा-वृन्दावन रेल बस मार्ग के स्थान पर यातायात के वैकल्पिक साधन विकसित करने तथा यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा जनपद मथुरा में राया अर्बन नोड विकसित किये जाने का प्रस्तुतीकरण किया गया। बैठक में परिषद के उपाध्यक्ष श्री शैलजाकान्त मिश्र ने परिषद की 24 जून, 2024 को सम्पन्न छठवीं बैठक में लिये गए निर्णयों की पुष्टि तथा परिषद की विगत बैठकों में दिये गये निर्देशों में अवशेष बिन्दुओं पर अनुपालन आख्या मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रस्तुत की।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष परिषद की तृतीय बैठक में उनके द्वारा दिये गये अतिरिक्त निर्देशों की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गई, जिसमें ब्रज 84 कोसी परिक्रमा मार्ग शामिल है। बैठक में जनपद मथुरा में गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र में 09 कुण्डों के पुनर्जीवन हेतु नीरी द्वारा तैयार की गई डी0पी0आर0 के क्रियान्वयन, जनपद मथुरा के वनों से प्रोसोपिस ज्यूलीफ्लोरा को हटाकर ब्रज क्षेत्र में पौराणिक पेड़ों की प्रतिस्थापना, पांच वर्ष पूर्व जीर्णोद्धार किए गए कुण्डों के रख रखाव, मरम्मत आदि की परियोजना, ब्रज क्षेत्र में दान दाताओं की सहायता से जन सुविधायें विकसित कराने एवं उनका नामकरण दानदाता की आस्था के अनुरूप किये जाने, मथुरा-वृन्दावन एवं गोवर्धन में पार्किंग हेतु भूमि अधिग्रहण/क्रय करने, वृन्दावन में देवरहा बाबा घाट के समीप एवं श्री बांके बिहारी जी मन्दिर के समीप यमुना नदी पर सस्पेन्शन ब्रिज का निर्माण कार्य आदि के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया।

    परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत प्रस्तावित परियोजनाओं में मथुरा-वृन्दावन में पूर्व में निर्मित 3500 लाख रुपये की अनुमानित लागत वाली टी0एफ0सी0 विस्तार परियोजना, 3800 लाख रुपये लागत की मथुरा-वृन्दावन में पर्यटक सुविधा केन्द्र के समीप मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण, 800 लाख रुपये लागत से यमुना नदी के विश्राम घाट से केसीघाट तक 06 चयनित स्थलों पर ऑफशोर/तटवर्ती सुविधाओं का विकास, बरसाना में 2700 लाख रुपये लागत से राधा बिहारी इण्टर कॉलेज की भूमि पर टी0एफ0सी0 का निर्माण कार्य पार्ट-2 प्रस्तावित हैं। इसके अलावा, प्रस्तावित परियोजनाओं में 760.98 लाख रुपये लागत की वृन्दावन स्थित यमुना नदी के दाँये किनारे पर अकूर घाट का निर्माण, 600 लाख रुपये लागत से जनपद मथुरा में चयनित पौराणिक वनों के 150 हेक्टेयर क्षेत्र में ईको रेस्टोरेशन कार्य, 200 लाख रुपये लागत से जनपद के ग्राम रॉकौली में ईको-रेस्टोरेशन हेतु फेंसिंग का कार्य तथा मथुरा एवं वृन्दावन के बीच 4304.68 लाख रुपये की लागत से प्रेक्षागृह/ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य की पुनरीक्षित परियोजना भी सम्मिलित है। बैठक में अवगत कराया गया कि वर्ष 2024-25 की कार्य योजनायें पर्यटन निदेशालय को प्रेषित की जा चुकी हैं।

    बैठक में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मे श्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ‘पुलिस स्मृति दिवस-2024’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

    CM Yogi ‘पुलिस स्मृति दिवस-2024’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

    CM Yogi: प्रदेश में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना बलवती करना mएवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता

    • पुलिस शहीद स्मारक स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित किया तथा शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया
    • मुख्यमंत्री ने स्मृति परेड की सलामी ली तथा शोक पुस्तिका प्राप्त की
    • प्रदेश पुलिस बल के आधुनिकीकरण, सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाए
    • प्रदेश में अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति हमारे बहादुर जवानों ने प्रदेश में शान्ति, सुरक्षा व
      कानून का राज बनाए रखने के लिए योगदान दिया
    • वर्ष 2023-24 में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों में उ0प्र0 पुलिस के भी 02 बहादुर पुलिसकर्मी शामिल
    • प्रदेश सरकार ने उ0प्र0 पुलिस के मनोबल, कार्यकुशलता एवं व्यावसायिक दक्षता को बढ़ाने, पुलिस बल को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए
    • पुलिस विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की कर्तव्यपालन के दौरान मृत्यु होने पर अनुमन्य अनुग्रह धनराशि मृतक/शहीद की पत्नी या माता-पिता या जो भी कानूनी वारिस हो उसको उपलब्ध करायी जाएगी
    • पुलिस के लिए निर्मित बहुमंजिले आवासीय और प्रशासनिक भवनों के बेहतर रख-रखाव के लिए 1,380 करोड़ रु0 के कॉर्पस फण्ड की घोषणा
    • पुलिस एकोमोडेशन अलाउंस में प्रस्तावानुसार बढ़ोत्तरी की घोषणा, इससे पुलिस बल के 25 प्रतिशत से ज्यादा अल्प वेतनभोगी कर्मचारी लाभान्वित होंगे
    • वर्दी भत्ता में प्रस्तावानुसार बढ़ोत्तरी किये जाने की घोषणा, इसमें आने वाले कुल खर्च में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि की गई
    • पुलिस में खेलकूद को और आगे बढ़ाने के लिए अगले वित्तीय वर्ष के बजट से प्राविधानित धनराशि को बढ़ाकर 10 करोड़ रु0 किए जाने की घोषणा, जिससे खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, ट्रेनर, फीजिओ, आहार, खेल उपकरण की बेहतर व्यवस्था की जा सके
    • वर्ष 2017 से अब तक पुलिस विभाग में 1.54 लाख से अधिक भर्ती की गयी, इसमें 22 हजार से अधिक महिला कार्मिक सम्मिलित, वर्तमान में 60 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रचलितविभिन्न अराजपत्रित पदों पर 1.41 लाख से अधिक कर्मियों को पदोन्नति किया गया, महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण हेतु
    • ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ द्वारा अनवरत अभियान चलाया जा रहा
    • प्रदेश के प्रत्येक थाने पर महिला बीट आरक्षी तथा महिला हेल्प डेस्क की स्थापना

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कर्तव्य पथ पर प्राणोत्सर्ग करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस के वीर शहीदों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आज हम सभी देश के समस्त शहीद पुलिसजन को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये एकत्रित हुए हैं, जिन्होंने समाज और राष्ट्र की सेवा के
    लिए प्राणों का बलिदान देकर अप्रतिम कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश पुलिस के सभी सदस्य पूरी ईमानदारी, कर्तव्य परायणता तथा जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए, राज्य की जनता के मन में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ करने में सहयोग करेंगे।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां रिजर्व पुलिस लाइन्स में ‘पुलिस स्मृति दिवस-2024’ के अवसर पर अपने विचार व्यक्त रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने पुलिस शहीद स्मारक स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित किया तथा शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी ने स्मृति परेड की सलामी ली तथा शोक पुस्तिका प्राप्त की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों में उत्तर प्रदेश पुलिस के भी 02 बहादुर पुलिसकर्मी शामिल हैं। पुलिस कर्मियों का यह सर्वोच्च बलिदान हमें निरन्तर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा, मनोयोग एवं दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता रहेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने शहीद पुलिसजन के परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उनके कल्याण के लिये पूरी तत्परता के साथ प्रतिबद्ध है। पुलिसजन ने अत्यन्त कठिन परिस्थितियों में भी रात-दिन अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानकर अपराधों पर नियंत्रण करने, कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने, सामाजिक सौहार्द स्थापित करने एवं विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा करने के लिए किये गये प्रयास में सराहनीय भूमिका निभाई है। इस वर्ष अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को सकुशल तथा लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने में प्रदेश पुलिस बल का उल्लेखनीय योगदान रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की कर्तव्यपालन के दौरान मृत्यु होने पर विभिन्न प्रकार की शिकायतें शासन के पास उपलब्ध होती रहती है। उसी क्रम में उन कर्मियों के परिजनों खासकर कर्मी की पत्नी और माता-पिता के जीवित नहीं रहने की दशा में शासनादेश में वर्णित व्यवस्थानुसार मृतक/शहीद के परिवार को पूर्ण धनराशि नहीं मिलने की समस्या के बारे में उन्हें अवगत कराया गया। इस पर विचार कर यह निर्णय लिया गया है कि वर्तमान शासनादेश को संशोधित करते हुए अनुग्रह की सम्पूर्ण धनराशि 25 लाख रुपये या 50 लाख रुपये जैसा कि अनुमन्यता है, पूर्णतः मृतक/शहीद की पत्नी या माता-पिता या जो भी कानूनी वारिस
    हो उसको उपलब्ध करायी जाएगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस बल के समस्त कर्मियों को वर्दी भत्ता प्रदान किये जाने का प्राविधान है। पिछली बार वर्ष 2019 में इस भत्ते में बढ़ोत्तरी की गयी थी। वर्तमान परिवेश में वर्दी की खरीद और रख-रखाव में आ रहे खर्च को ध्यान में रखते हुए प्रस्तावानुसार इसमें बढ़ोत्तरी किये जाने की घोषणा की गई है। इसमें आने वाले कुल खर्च में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इसमें 58 करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्ययभार आएगा, जिसका वहन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस विभाग के कार्य की आकस्मिकता के कारण मुख्य आरक्षी और आरक्षी के लिए बैरक में रहना प्राविधानित है। लगभग 01 लाख से ज्यादा ऐसे कर्मियों के लिए पूर्व में पुलिस एकोमोडेशन अलाउंस की व्यवस्था की गयी थी। इस भत्ते में प्रस्तावानुसार बढ़ोत्तरी की घोषणा की गई है। इससे पुलिस बल के 25 प्रतिशत से ज्यादा अल्प वेतनभोगी कर्मचारी लाभान्वित होंगे। इस पर होने वाले 47 करोड़ रुपये के अतिरिक्त
    खर्च का वहन उत्तर प्रदेश सरकार करेगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस में खेलकूद को और आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। कुशल खिलाड़ियों की भर्तियां नियमित की गयी हैं, जिससे कुशल खिलाड़ियों की संख्या बढ़कर 1,000 से ज्यादा हो गयी है। वहीं पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय खेलकूद में ज्यादा पदक जीतकर इन खिलाड़ियों ने प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ाया है। इस क्रम को निरन्तरता प्रदान करने के उद्देश्य से पुलिस बजट में जो 70 लाख रुपये प्राविधानित किये गये थे, वह अब पर्याप्त नहीं हैं। अतः इसको अगले वित्तीय वर्ष के बजट में बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किए जाने की घोषणा की गई है, जिससे इन खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, ट्रेनर, फीजिओ, आहार, खेल उपकरण की बेहतर व्यवस्था की जा सके।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2019 से पुलिस के लिए बहुमंजिले आवासीय और प्रशासनिक भवन निर्मित किए गए हैं। अभी इनकी संख्या 200 के लगभग हो गयी है आगे और भी निर्माण के लिए प्रस्तावित हैं। इन भवनों में लगे लिफ्ट, अग्निशमन उपकरण, सोलर संयंत्र, मल-जल प्रक्रिया संयंत्र के रख-रखावों के लिए कालान्तर में धन की आवश्यकता होगी। इसके लिए उन्होंने 1,380 करोड़ रुपये के कॉर्पस फण्ड की भी घोषणा की, जिससे इन भवनों का रख-रखाव बेहतर तरीके से हो सके। साथ ही, जैसा प्रस्तावित किया गया है कि अन्तरराष्ट्रीय आयोजनों में लगने वाले पुलिस बलों पर आने वाले खर्च को नियमित करने के लिए यथा प्रस्तावित शुल्क लगाए जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है। जो पुलिस महानिदेशक के अधीन रहेगा और उसका इस्तेमाल प्रस्तावित की जाने वाली कॉर्पस नियमावली के अन्तर्गत किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कर्तव्य पालन के दौरान शहीद पुलिस कर्मियों, केन्द्रीय अर्द्धसैन्य बलों एवं अन्य प्रदेशों के अर्द्धसैन्य बलों तथा भारतीय सेना में कार्यरत एवं मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 115 शहीद कर्मियों के आश्रितों को 36 करोड़ 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के जनपद/इकाईयों में नियुक्त पुलिस कर्मियों की सुख-सुविधा हेतु 03 करोड़ 50 लाख रुपये, कल्याण हेतु 04 करोड़ रुपये, कार्यरत व सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों एवं आश्रितों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति सम्बन्धी 266 दावों के निस्तारण हेतु 30 लाख 56 हजार रुपये की धनराशि की व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 05 लाख रुपये से अधिक के चिकित्सा प्रतिपूर्ति सम्बन्धी 312 प्रकरणों हेतु 12 करोड़ 60 लाख रुपये की धनराशि का भुगतान किया गया है। 135 पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों को गम्भीर बीमारियों के उपचार हेतु तात्कालिक रूप से अग्रिम ऋण के रूप में 05 करोड़ 05 लाख रुपये, जीवन बीमा योजना के अन्तर्गत बीमित 306 मृतक पुलिस कर्मियों के आश्रितों को सहायता के रूप में 09 करोड़ 08 लाख रुपये तथा 24 पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों द्वारा कराए गए कैशले उपचार के अन्तर्गत 21 लाख 16 हजार रुपये के बिलों, पुलिस कर्मियों के 205 मेधावी बच्चों को शिक्षा निधि के माध्यम से 53 लाख 30 हजार रुपये की छात्रवृत्ति/एकमुश्त धनराशि का भुगतान किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशिष्ट सेवाओं के लिए 04 तथा दीर्घ एवं सराहनीय सेवाओं के लिए 110 अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘राष्ट्रपति का पुलिस पदक’ प्रदान किया गया। गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 01 हजार 13 अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘अति उत्कृष्ट सेवा पदक’ तथा 729 अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘उत्कृष्ट सेवा पदक’ से सम्मानित किया गया। 03 राजपत्रित व अराजपत्रित अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक’ प्रदान किए गए। पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा 92 अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को ‘उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह’ तथा 455 पुलिस कर्मियों को ‘सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह’ प्रदान किया गया। पुलिस कार्मिकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश का प्रशंसा चिन्ह ‘डी0जी0 कमेण्डेशन डिस्क’ 29 प्लेटिनम, 51 गोल्ड तथा 783 सिल्वर राजपत्रित/अराजपत्रित पुलिस कार्मिकों को प्रदान किए गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना बलवती करना एवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश पुलिस के मनोबल, कार्यकुशलता एवं व्यावसायिक दक्षता को बढ़ाने, पुलिस बल को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वर्ष 2017 में राज्य सरकार के गठन के बाद से पुलिस विभाग के विभिन्न पदों पर 01 लाख 54 हजार से अधिक भर्ती की गयी, जिसमें 22 हजार से अधिक महिला कार्मिक सम्मिलित हैं। पुलिस विभाग के विभिन्न अराजपत्रित पदों पर 01 लाख 41 हजार से अधिक कर्मियों को पदोन्नति प्रदान की गई है। वर्तमान में 60 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रचलित है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस बल के आधुनिकीकरण, सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाएं हैं। प्रदेश में सुदृढ़ एवं त्रुटिरहित सुरक्षा प्रबन्ध के फलस्वरूप समस्त महत्वपूर्ण त्योहार, मेले, जुलूस, अतिविशिष्ट महानुभावों की यात्राएं, राजनैतिक रैलियां, प्रदर्शन आदि शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुए। इसके लिए प्रदेश पुलिसबल बधाई का पात्र है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी है। इसके परिणामस्वरूप राज्य में शान्ति, सुरक्षा व सौहार्द के एक नए युग की शुरूआत हुई है। हमारे बहादुर जवानों ने प्रदेश में शान्ति, सुरक्षा व कानून का राज बनाए रखने के लिए योगदान दिया है। विगत 07 वर्षाें में पुलिस बल के 17 जवानों ने अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति प्राप्त की है और 1,618 पुलिस कर्मी घायल हुए है। प्रदेश में अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत 77,811 तथा एन0एस0ए0 में 923 अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही की गयी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माफिया अपराधियों के 68 मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर 31 माफिया तथा उनके 66 सहयोगियों, कुल 97 को आजीवन कारावास/कारावास व अर्थदण्ड की सजा दिलायी गयी है। इनमें 02 को फांसी की सजा हुई है। माफिया अपराधियों व गैंग के सदस्यों/सहयोगियों द्वारा अवैध कृत्यों से अर्जित सम्पत्तियों में लगभग 04 हजार 57 करोड़ रुपये की सम्पत्ति का जब्तीकरण/ध्वस्तीकरण व अवैध कब्जे से अवमुक्त कराया गया है। माफिया अपराधियों की अवैध सम्पत्ति का जब्तीकरण करते हुए उन पर निर्बल वर्ग हेतुु आवास बनाए जा रहे हैं। इससे समाज में एक बेहतर संदेश गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके सशक्तिकरण हेतु ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ का गठन कर अनवरत अभियान चलाया जा रहा है। ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ द्वारा 22 मार्च, 2017 से 02 अक्टूबर, 2024 तक 01 करोड़ 02 लाख से अधिक स्थानों पर चेकिंग करते हुए 03 करोड़ 68 लाख से अधिक व्यक्तियों को निरुद्ध किया गया है। 23 हजार 375 अभियोग पंजीकृत कर 31 हजार 517 के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही तथा 01 करोड़ 39 लाख से अधिक व्यक्तियों को चेतावनी दी गयी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक थाने पर महिला बीट आरक्षी तथा महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। सभी जनपदों में 15,130 महिला पुलिस कार्मिकों को नियुक्त करते हुए 10,378 महिला बीट का आवंटन किया गया है। ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ के तहत 11 लाख 71 हजार से अधिक सी0सी0टी0वी0 कैमरे अधिष्ठापित किए गए है। प्रदेश में एक अभियान के अन्तर्गत धार्मिक स्थलों से 01 लाख 08 हजार 37 लाउडस्पीकर उतारे गये अथवा उन्हें माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार नियंत्रित किया गया है। 31 मई, 2017 से 02 अक्टूबर, 2024 तक पुलिस बल द्वारा फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से लगभग 02 करोड़ 68 लाख से अधिक स्थानों पर सुरक्षा का एक बेहतर वातावरण प्रस्तुत किया गया है। कार्यक्रम को पुलिस महानिदेशक श्री प्रशान्त कुमार ने भी संबोधित किया।

    इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह श्री दीपक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक पी0ए0सी0 श्री सुजीत पाण्डेय एवं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रु0 लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया

    UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रु0 लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया

    UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रु0 लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया, कार्यक्रम में राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री भी सम्मिलित हुए

    • प्रधानमंत्री ने काशी के विकास की 380.13 करोड़ रु0 की लागत से तैयार 14 परियोजनाएं जनता को समर्पित कीं
    • सहारनपुर के सरसावा हवाई अड्डे का लोकार्पण, आगरा हवाई अड्डे के सिविल एन्क्लेव तथा लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण एवं नवीन टर्मिनल भवन का शिलान्यास किया
    • 2,870 करोड़ रु0 की लागत से श्री लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण में शामिल नए टर्मिनल भवन समेत अन्य कार्य व 4.17 करोड़ रु0 की लागत से कस्तूरबा गांधी विद्यालय, आराजी लाइन में एकडेमिक ब्लॉक व गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण की नींव रखी
    • काशी के लिए आज का दिन बहुत ही शुभ, काशी में आंखों के एक बड़े अस्पताल का लोकार्पण किया गया, यहां हजारों करोड़ रु0 के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ: प्रधानमंत्री
    • यह सभी प्रोजेक्ट्स सुविधा के साथ-साथ हमारे नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर लेकर आए
    • जनता का पैसा, जनता पर खर्च हो, देश के विकास पर खर्च हो पूरी ईमानदारी से खर्च हो, ये हमारी बड़ी प्राथमिकता बीते 10 सालों में देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण का एक बहुत बड़ा अभियान शुरू किया
    • वर्ष 2014 में देश में सिर्फ 70 एयरपोर्ट थे, आज 150 से ज्यादा एयरपोर्ट, हम पुराने एयरपोर्ट्स को रेनोवेट कर रहे
    • आज यू0पी0 की पहचान एक्सप्रेस-वे राज्य तथा सबसे अधिक इण्टरनेशनल एयरपोर्ट्स वाले राज्य की
    • प्रधानमंत्री ने उ0प्र0 की प्रगति के लिए मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री द्वय एवं उनकी पूरी टीम की सराहना की
    • काशी और पूर्वांचल को व्यापार-कारोबार का बड़ा केन्द्र बनाने के लिए सरकार ने गंगा जी पर एक नए रेल-रोड ब्रिज के निर्माण को स्वीकृति दी
    • हमने विकसित भारत के हर संकल्प में नारी शक्ति को केन्द्र में रखा, पी0एम0 आवास योजना ने करोड़ों महिलाओं को उनके अपने घर की सौगात दी, सरकार अब तीन करोड़ और नए घर बनाने जा रहीमहिलाओं को विधानसभा और लोकसभा में आरक्षण का ऐतिहासिक काम हमारी सरकार ने पूरा किया
    • देश के 01 लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाएंगे, जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं
    • विगत 10 वर्षों में 44,000 करोड़ रु0 की परियोजनाएं अकेले काशी के विकास के लिए स्वीकृत हुईं, जिसमें से 34,000 करोड़ रु0 से अधिक की परियोजनाएं पूरी हो चुकीं, 10,000 करोड़ रु0 से अधिक की परियोजनाएं निर्माणाधीन: मुख्यमंत्री
    • काशी अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए
    • एक नई काया और कलेवर के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत हुई
    • विगत 10 वर्षों में हमने एक नए व बदलते हुए भारत तथा ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार और मूर्त रूप लेते हुए देखा
    • प्रत्येक क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ और रोजगार के नए-नए माध्यम सृजित हुए
    • देश में स्वास्थ्य, शिक्षा और आम नागरिक के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी हुई योजनाएं सभी को एक नए रूप में देखने को मिल रहीप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि काशी के लिए आज का दिन, बहुत ही शुभ है। आज काशी में आंखों के एक बड़े अस्पताल का लोकार्पण किया गया है। यहां हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण भी हुआ है। इनमें देश और उत्तर प्रदेश के विकास को नई ऊंचाई देने वाले प्रोजेक्ट्स भी हैं। आज शिक्षा, कौशल विकास, खेल, स्वास्थ्य, पर्यटन सहित हर सेक्टर के प्रोजेक्ट्स बनारस को मिले हैं। यह सभी प्रोजेक्ट्स सुविधा के साथ-साथ हमारे नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर भी लेकर आए हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने आज वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रुपये लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी को अंगवस्त्र तथा हॉकी व बैटबॉल का प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया।

    प्रधानमंत्री जी ने सिगरा स्टेडियम सहित 380.13 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 14 परियोजनाएं जनता को समर्पित कीं। उन्होंने 2,870 करोड़ रुपये की लागत से लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण में शामिल नए टर्मिनल भवन समेत अन्य कार्य व 4.17 करोड़ रुपये की लागत से कस्तूरबा गांधी विद्यालय, आराजी लाइन में एकडेमिक ब्लॉक व गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण की नींव भी रखी। यह परियोजनाएं काशी के विकास को नए आयाम देंगी। खिलाड़ियों को मॉडल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और जनता को चिकित्सा समेत अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। प्रो-पुअर योजना से सारनाथ के पर्यटन विकास को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। सिपेट में तकनीकी छात्रों को प्रवास की बेहतर सुविधा उनके जीवन को संवारने में अहम भूमिका निभाएगी। प्रधानमंत्री जी ने सहारनपुर के सरसावा हवाई अड्डे का लोकार्पण तथा आगरा हवाई अड्डे के सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास भी किया।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज उन्हें सारनाथ के विकास से जुड़ी करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण करने का भी अवसर मिला है। कुछ समय पहले हमने कुछ भाषाओं को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी, उसमें पाली और प्राकृत भाषाएं भी हैं। पाली और प्राकृत भाषा का सारनाथ एवं काशी से विशेष नाता है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि देशवासियों ने उन्हें लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर दिया है। अभी सरकार को बने सवा सौ दिन भी नहीं हुए हैं। इतने कम समय में ही देश में 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं-परियोजनाओं पर काम शुरु किया जा चुका है। जनता का पैसा, जनता पर खर्च हो, देश के विकास पर खर्च हो, पूरी ईमानदारी से खर्च हो, ये हमारी बड़ी प्राथमिकता है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बीते 10 सालों में हमने देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण का एक बहुत बड़ा अभियान शुरू किया है। इस अभियान के दो सबसे बड़े लक्ष्य हैं। पहला-निवेश से नागरिकों की सुविधा बढ़ाने तथा दूसरा-निवेश से नौजवानों को नौकरी देने का लक्ष्य है। आज देश भर में आधुनिक हाईवे बन रहे हैं, नए-नए रूट्स पर रेलवे ट्रैक्स बिछाए जा रहे हैं, नए-नए एयरपोर्ट बन रहे हैं। इससे लोगों की सुविधा बढ़ रही है तथा देश के युवाओं को नौकरियां भी मिल रही हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बाबतपुर एयरपोर्ट वाला हाईवे बनने तथा एयरपोर्ट पर आधुनिक सुविधाएं बढ़ाए जाने का फायदा बहुत से लोगों को मिला है। बनारस के अनेक लोगों को रोजगार मिला। इससे खेती, उद्योग और पर्यटन, तीनों को बल मिला। आज बनारस आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कोई घूमने तो कोई व्यापार के लिए आ रहा है। इसमें आपका फायदा हो रहा है। अब जब बाबतपुर हवाई अड्डे का और विस्तार होगा, तो आपको और ज्यादा फायदा होगा। आज इस पर काम भी शुरु हो गया है। ये काम जब पूरा हो जाएगा तो यहां ज्यादा विमान उतर पाएंगे।

    प्रधानमंत्री जी ने कि आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के इस महायज्ञ में हमारे एयरपोर्ट्स, उनकी शानदार इमारतें, आधुनिक से आधुनिक सुविधाएं आज दुनिया भर में चर्चा का विषय हैं। वर्ष 2014 में देश में सिर्फ 70 एयरपोर्ट थे। आज 150 से ज्यादा एयरपोर्ट हैं। हम पुराने एयरपोर्ट्स को भी रेनोवेट कर रहे हैं। पिछले साल देश में एक दर्जन से अधिक एयरपोर्ट्स पर नई सुविधाओं का निर्माण हुआ। इनमें अलीगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती और चित्रकूट एयरपोर्ट भी शामिल हैं। अयोध्या का भव्य इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, हर रोज रामभक्तों का स्वागत कर रहा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि एक समय उत्तर प्रदेश को खस्ताहाल सड़कों के लिए ताने दिए जाते थे। आज यू0पी0 की पहचान एक्सप्रेस-वे राज्य के रूप में है। आज यू0पी0 की पहचान सबसे अधिक इण्टरनेशनल एयरपोर्ट्स वाले राज्य की है। नोएडा के जेवर में भी शीघ ही एक भव्य इण्टरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश की इस प्रगति के लिए प्रधानमंत्री जी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एवं उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य तथा श्री ब्रजेश पाठक एवं उनकी पूरी टीम की सराहना की।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बनारस की प्रगति को देखकर उन्हें संतोष होता है। हम सभी ने काशी को शहरी विकास की मॉडल सिटी बनाने का सपना साथ मिलकर देखा है। एक ऐसा शहर जहां विकास भी हो रहा है और विरासत भी संरक्षित हो रही है। आज काशी की पहचान बाबा विश्वनाथ के भव्य और दिव्य धाम, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, रिंग रोड और गंजारी स्टेडियम जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से होती है। आज काशी में रोप-वे जैसी आधुनिक सुविधाएं बन रही हैं। यहां के चौड़े रास्ते, गलियां, गंगा जी के सुंदर घाट आज सबका मन मोह रहे हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारा निरंतर प्रयास है कि काशी और पूर्वांचल व्यापार-कारोबार का और बड़ा केन्द्र बने। इसके लिए कुछ दिन पहले ही सरकार ने गंगा जी पर एक नए रेल-रोड ब्रिज के निर्माण को स्वीकृति दी है। राजघाट के पुल के पास एक और भव्य पुल बनने जा रहा है। इसके नीचे ट्रेन चलेगी और ऊपर 6-लेन का हाइवे बनेगा। इसका लाभ बनारस और चन्दौली के लाखों लोगों को मिलेगा।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारी काशी अब खेलों का भी एक बहुत बड़ा केन्द्र बनती जा रही है। सिगरा स्टेडियम अब नए रंग-रूप में आपके सामने है। नए स्टेडियम में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से लेकर ओलम्पिक तक की तैयारियों के इंतजाम हो गए हैं। यहां खेलों की आधुनिक सुविधाएं बनी हैं। काशी के नौजवान खिलाड़ियों का सामर्थ्य सांसद खेल प्रतियोगिता के दौरान हमने देखा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि समाज का विकास तब होता है, जब समाज की महिलाएं और नौजवान सशक्त होते हैं। इसी सोच के साथ सरकार ने नारी शक्ति को नई शक्ति दी है। करोड़ों महिलाओं को मुद्रा लोन देकर उन्हें व्यापार करने की सहूलियत दी गई है। आज हम गांव-गांव में लखपति दीदी बनाने के लिए काम कर रहे हैं। आज गांव की हमारी बहनें अब ड्रोन पायलट भी बन रही हैं। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि काशी में साक्षात शिव भी माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगते हैं। काशी यह सिखाती है कि समाज तभी समृद्ध होगा, जब नारी सशक्त होगी। इसी भावना से हमने विकसित भारत के हर संकल्प में नारी शक्ति को केन्द्र में रखा है। पी0एम0 आवास योजना ने करोड़ों महिलाओं को उनके अपने घर की सौगात दी है। इसका बहुत बड़ा लाभ यहां बनारस की महिलाओं को भी मिला है। सरकार अब तीन करोड़ और नए घर बनाने जा रही है। यहां बनारस में भी जिन महिलाओं को पी0एम0 आवास योजना के तहत घर नहीं मिले हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द यह घर दिए जाएंगे। हमने घर-घर नल, नल से जल और उज्ज्वला गैस तो पहुंचाई ही है। अब मुफ्त बिजली और बिजली से कमाई वाली योजना भी चल रही है। पी0एम0 सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना से हमारी बहनों का जीवन और आसान होने वाला है। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि अपनी काशी बहुरंगी सांस्कृतिक नगरी है। यहां भगवान शंकर का पावन ज्योतिर्लिंग है, मणिकर्णिका जैसा मोक्ष तीर्थ है तथा यहां सारनाथ जैसा ज्ञान स्थल है। दशकों-दशक बाद बनारस के विकास के लिए इतना काम एक साथ हो रहा है। आखिर वो कौन सी मानसिकता है, जिसके चलते पहले काशी को विकास से वंचित रखा गया। 10 वर्ष पहले बनारस को विकास के लिए तरसाया जाता था। जिन लोगों ने उत्तर प्रदेश में लम्बे समय तक सरकारें चलाईं, जो लोग दिल्ली में दशकों तक सरकार में बैठे रहे, उन्होंने परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति के कारण कभी बनारस की परवाह नहीं की।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर चलती है। हमारी सरकार किसी योजना में भेदभाव नहीं करती। हम जो कहते हैं, वो डंके की चोट पर करके दिखाते हैं। आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मन्दिर में हर रोज लाखों लोग श्रीरामलला के दर्शन करने जा रहे हैं। महिलाओं को विधानसभा और लोकसभा में आरक्षण की बात भी बरसों से लटकी रही थी। यह ऐतिहासिक काम भी हमारी सरकार ने ही पूरा किया है। तीन तलाक की कुरीति से कितने ही परिवार पीड़ित थे। मुस्लिम बेटियों को इससे मुक्ति दिलाने का काम हमारी सरकार ने किया। हमारी सरकार ने ओ0बी0सी0 आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। हमारी सरकार ने बिना किसी का हक छीने गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमने नेक नीयत से नीतियां लागू कीं, ईमानदारी से देश के हर परिवार का जीवन बदलने का प्रयास किया। इसलिए देश भी हमें लगातार आशीर्वाद दे रहा है। आज भारत के सामने परिवारवादी राजनीति बहुत बड़ा खतरा है। यह परिवारवादी सबसे ज्यादा नुकसान, देश के युवाओं का करते हैं। ये कभी भी युवाओं को मौका देने में विश्वास नहीं करते। उन्होंने लाल किले से आह्वान किया है, वे देश के 01 लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाएंगे, जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। यह भारत की राजनीति की दिशा बदलने तथा भ्रष्टाचार और परिवारवादी मानसिकता को मिटाने का अभियान है। प्रधानमंत्री जी ने काशी सहित उत्तर प्रदेश के नौजवानों से खुले मन से नई राजनीति की धुरी बनने का आह्वान किया। काशी का यह मंच एक बार फिर पूरे देश के नए विकास प्रतिमानों का आरम्भ स्थल बना है। काशी एक बार फिर, राष्ट्र को नई गति देने की साक्षी बनी है।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि दीपावली के पूर्व देशवासियों और काशीवासियों को प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से 6700 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उपहार प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री जी ने दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हरियाणा विजय के उपरान्त काशी आगमन पर उनका स्वागत किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 10 वर्षों में हमने एक नए व बदलते हुए भारत को देखा है। हमने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार और मूर्त रूप लेते हुए भी देखा है। भारत ने प्रत्येक क्षेत्र में विकास के नित नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। रोड कनेक्टिविटी, एयर कनेक्टिविटी, वॉटर-वे, रेलवे अथवा नगरीय क्षेत्रों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए मेट्रो और रैपिड रेल की सुविधा सहित प्रत्येक क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर का आधुनिक मॉडल देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है और रोजगार के नए-नए माध्यम सृजित हुए हैं, वहीं दूसरी ओर, देश में स्वास्थ्य, शिक्षा और आम नागरिक के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी हुई योजनाएं भी सभी को एक नए रूप में देखने को मिल रही है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि नए भारत के नेतृत्वकर्ता के रूप में प्रधानमंत्री जी उत्तर प्रदेश के काशी से देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। विगत 10 वर्षों में काशी अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए एक नई काया और कलेवर के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत हुई है। विगत 10 वर्षों में 44,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं अकेले काशी के विकास के लिए स्वीकृत हुई। जिसमें से 34,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इसी क्रम में आज दीपावली के ठीक पहले काशी के लिए 3,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उपहार प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से काशीवासियों को प्राप्त हो रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन के शिलान्यास और सहारनपुर के सरसावा एयरपोर्ट के लोकार्पण और आगरा में नए एयरपोर्ट के शिलान्यास का कार्यक्रम भी आज प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से हो रहा है।

    केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू ने अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री जी के विकास हेतु किये जा रहे लगातार प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि काशी प्राचीन समय से ही ज्ञान की राजधानी रही है। प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से काशी नयी ऊँचाइयों को छू रही है। वाराणसी में स्थित लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर 2870 करोड़ रुपये की लागत से तीन गुना बड़ा नया टर्मिनल बनाया जा रहा है। इसके बनने से स्थानीय संस्कृति का विकास भी होगा। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से आम नागरिक की हवाई जहाज तक पहुंच सुनिश्चित करने हेतु उड़ान योजना लायी गयी थी। वर्तमान में देश के 80 एयरपोर्ट उड़ान योजना से लाभान्वित हुए हैं। उत्तर प्रदेश में भी 87 उड़ान रूटों को एक्टिव किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश एकमात्र राज्य है, जहां 10 से अधिक एयरपोर्ट एक्टिव हैं। शीघ्र ही नोएडा में जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन भी किया जायेगा।

    ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री जी द्वारा आज लोकार्पित होने वाली प्रमुख परियोजनाओं में 216.29 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स सिगरा का पुनर्विकास, 90.20 करोड़ रुपये की लागत से सारनाथ में पर्यटन पुनर्विकास कार्य, 13.78 करोड़ रुपये की लागत से सिपेट परिसर करसड़ा में छात्रावास का निर्माण, 12.99 करोड़ रुपये की लागत से डॉ0 भीमराव अंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम लालपुर में 100 बेड क्षमता के बालक-बालिका छात्रावास व पब्लिक पवेलियन का निर्माण, 7.85 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी शहर में 20 पार्कों के सौंदर्यीकरण व पुनर्विकास कार्य, 7.08 करोड़ रुपये की लागत से महिला आई0टी0आई0 चौकाघाट व आई0टी0आई0 करौदी में हाईटेक लैब का निर्माण, 6.67 करोड़ रुपये की लागत से सेण्ट्रल जेल में बैरकों का निर्माण, 06 करोड़ रुपये की लागत से सिपेट परिसर करसड़ा में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबन्धन केन्द्र का निर्माण, 6.02 करोड़ रुपये लागत से बाणासुर मन्दिर एवं गुरु धाम मन्दिर में पर्यटन विकास कार्य, 5.16 करोड़ रुपये की लागत से सेंट्रल जेल वाराणसी में 48 कर्मचारी आवास का निर्माण कार्य, 2.51 करोड़ रुपये की लागत से टाउन हॉल शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य, 2.16 करोड़ रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भरथरा में आवासीय भवनों का निर्माण कार्य, 1.93 करोड़ रुपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चिराई गांव का निर्माण कार्य तथा 1.49 करोड़ रुपये की लागत से ककरमत्ता फ्लाईओवर के नीचे एक्टिविटी जोन एवं पार्किंग का निर्माण कार्य सहित 380.13 करोड़ रुपये लागत की 14 परियोजनाएं शामिल हैं।

    इसके अलावा, 2,870 करोड़ रुपये की लागत से श्री लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का विस्तारीकरण, नए टर्मिनल भवन का निर्माण तथा सम्बन्धित अन्य निर्माण कार्य एवं 4.17 करोड़ रुपये की लागत से कस्तूरबा गांधी विद्यालय अराजीलाइन में एकेडमिक ब्लॉक व गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण सहित 2874.17 करोड़ रुपये लागत की 02 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

    इसके अतिरिक्त अन्य परियोजनाओं में 91 करोड़ रुपये की लागत से रीवा एयरपोर्ट, मध्य प्रदेश में नए टर्मिनल का निर्माण, 80.32 करोड़ रुपये की लागत से मां महामाया एयरपोर्ट अंबिकापुर में नए टर्मिनल का निर्माण, 54.56 करोड़ रुपये की लागत से सरसावा एयरपोर्ट में सिविल एन्क्लेव के निर्माण सहित 225.88 करोड़ रुपये की लागत से 03 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। 1,550 करोड़ रुपये की लागत से बागडोगरा एयरपोर्ट में नए सिविल एन्क्लेव का निर्माण, 912 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा एयरपोर्ट में नए सिविल एनक्लेव का निर्माण तथा 579 करोड़ रुपये की लागत से आगरा एयरपोर्ट में नए सिविल एन्क्लेव के निर्माण सहित 3,041 करोड़ रुपये लागत की 03 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया।

    कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, श्री ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, विधान परिषद सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं काशी सांसद खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेता एवं खिलाड़ी उपस्थित थे।
    source: http://up.gov.in


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