Tag: Uttar Pradesh State

  • यूपी के CM Yogi Adityanath बोकारों में गरजेंगे, भाजपा प्रत्याशी के लिए करेंगे चुनावी सभाएं

    यूपी के CM Yogi Adityanath बोकारों में गरजेंगे, भाजपा प्रत्याशी के लिए करेंगे चुनावी सभाएं

    यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आज बोकारो में एक बैठक करेंगे

    यूपी के CM Yogi Adityanath आज बोकारो में एक बैठक करेंगे। वे बोकारो से भाजपा के प्रत्याशी बिरंची नारायण को वोट देंगे।

    20 नवंबर को बोकारो विधानसभा क्षेत्र में दूसरे चरण का मतदान होना है। अब दिग्गजों का विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जमावड़ा होता है। 14 नवंबर को सुबह 11 बजे बोकारो के सेक्टर 5 पुस्तकालय मैदान में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बोकारो विधानसभा के एनडीए प्रत्याशी बिरंची नारायण के लिए वोट की अपील करने आ रहे हैं।

    भाजपा के प्रत्याशी बिरंची नारायण ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के आगमन से पुस्तकालय मैदान में इतनी भीड़ होगी कि पैर रखने की जगह नहीं होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा के लिए कड़े प्रबंध किए गए हैं। वहां जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और अन्य टीमें भी होंगी।

    साथ ही उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के आगमन से यहां तूफान आएगा और विपक्ष उड़ जाएगा। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन को लेकर सेक्टर 5 पुस्तकालय मैदान में व्यापक तैयारियां चल रही हैं। योगी को भी बोकारो के लोग सुनने और देखने के लिए उत्सुक हैं।

    योगी आदित्यनाथ आज बोकारो में एक और बैठक करेंगे। बेरमो विधानसभा में यह बैठक होगी। बेरमो के करगली फुटबॉल ग्राउंड में यह बैठक हुई है।

  • Agriculture Minister Surya Pratap Shahi: किसान रजिस्ट्री, केसीसी तथा डिजिटल क्रॉप सर्वे के काम में आयेगी तेजी

    Agriculture Minister Surya Pratap Shahi: किसान रजिस्ट्री, केसीसी तथा डिजिटल क्रॉप सर्वे के काम में आयेगी तेजी

    Surya Pratap Shahi ने संबंधित अधिकारियों को दिये दिशा-निर्देश

    • धान बुआई की डीएसआर तकनीक पर भी ली बैठक

    प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा मंगलवार को विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में किसान क्रेडिट कार्ड, डिजिटल क्रॉप सर्वे तथा फार्मर रजिस्ट्री के संबंध में समीक्षा बैठक की गयी। इसके साथ ही उन्होंने धान बुआई की डीएसआर तकनीक को क्रियान्वित किये जाने के संबंध में भी एक बैठक ली।

    किसान क्रेडिट कार्ड, डिजिटल क्रॉप सर्वे तथा फार्मर रजिस्ट्री के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि किसान रजिस्ट्री का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत किसानों को किसान पहचान पत्र जारी किये जायेंगे। इसके लिए गॉवों में कैम्प लगाकर किसानों को जागरूक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह रजिस्ट्री चार मोड में की जा सकेगी। पहला मोड वह स्वयं द्वारा, दूसरा मोड कामन सर्विस सेंटर द्वारा, तीसरा मोड सहायक द्वारा तथा चौथा मोड विभागीय कैम्प में शामिल होकर किसान स्वयं को रजिस्टर कर सकते हैं। उन्होंने बैकों से आये प्रतिनिधियों को किसान क्रेडिट कार्ड बनाने में गति तीव्र करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि गॉवों के नक्शों का मिलान ग्रामीणों के पास उपलब्ध नक्शों से करा लिया जाए। इस कार्यक्रम का संचालन राजस्व विभाग के साथ समन्वय कर किया जाए।

    बैठक में अपर सचिव कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार डा0 प्रमोद कुमार महेन्द्र, मुख्य ज्ञान अधिकारी राजीव चावला, प्रमुख सचिव कृषि रवीन्द्र, सचिव कृषि अनुराग यादव, कृषि निदेशक, कृषि विभाग के अन्य उच्चाधिकारी तथा बैकों के प्रतिनिधि शामिल रहे।

    धान बुआई की डीएसआर तकनीक (सीधे खेत में धान बुआई की तकनीक अर्थात जिसमें रोपाई नहीं करनी पड़ती) पर आयोजित बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने निर्देश दिये कि इस तकनीक को किसानों तक पहुंचाने से पूर्व इसकी सभी संभावित चुनौतियों पर विचार कर लिया जाना चाहिए। इसमें यह भी ध्यान रखना होगा कि यह तकनीक उ0प्र0 की कृषि परिस्थितियों पर प्रभावी हो।

    इस बैठक के दौरान प्रमुख सचिव कृषि रवीन्द्र, सचिव कृषि अनुराग यादव, अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के निदेशक सुधांशु सिंह तथा विश्व बैक के प्रतिनिधि अजीथा राधाकृष्णन उपस्थित रहे।

    source: http://up.gov.in

  • A.K. Sharma: उत्तर प्रदेश ऊर्जा सम्पन्न तथा देश में सर्वाधिक ऊर्जा की आपूर्ति करने वाला राज्य बना

    A.K. Sharma: उत्तर प्रदेश ऊर्जा सम्पन्न तथा देश में सर्वाधिक ऊर्जा की आपूर्ति करने वाला राज्य बना

    प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री A.K. Sharma ने नई दिल्ली में राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में प्रतिभाग किया

    • उत्तर प्रदेश आरडीएसएस योजना के अंतर्गत ढांचागत विकास व लाइन हानियों में कमी लाकर देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य बना
    • पिछले दो वर्षों में प्रदेश में एटी एंड सी की क्षति में भारी कमी आई
    • प्रदेश की ऊर्जा संस्थाओं की वित्तीय क्षमता में उल्लेखनीय सुधार हुआ
    • निर्बाध और निरंतर बिजली आपूर्ति के लिए कई नई व्यवस्थाओं को लागू करने के साथ वर्ष में दो बार अनुरक्षण कार्य कराया जा रहा
    • उपभोक्ता सेवाओं और शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण के लिए मोबाइल एप और पोर्टल जैसी तकनीकी का उत्तर प्रदेश में अधिकतम प्रयोग किया जा रहा -ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा

    उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री A.K. Sharma ने मंगलवार को नई दिल्ली में राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में प्रतिभाग किया। यह सम्मेलन केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी मामले मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में नई दिल्ली के इण्डिया इण्टरनेशनल कन्वेंशन एण्ड एक्स्पो सेन्टर, यशोभूमि, द्वारका में आयोजित किया गया, जिसमें राज्यों की ऊर्जा जरूरतों, अवस्थापना संरचनाओं के विकास तथा देश में ऊर्जा क्षेत्र के सम्भावित विकास की रणनीतियों व सुझावों पर चर्चा हुई। ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने बताया कि भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय द्वारा दिए गए प्रस्तुतीकरण एवं गोष्ठी में चर्चा के दौरान प्रदेश में ऊर्जा के क्षेत्र में किये गये कार्यों में निम्नलिखित तथ्य स्पष्ट रूप से उभर कर सामने आए। इसमें-भारत सरकार के सहयोग से चलाई जा रही आरडीएसएस योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश पिछले दो वर्षों में देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य बना है। इस क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने 62 प्रतिशत भौतिक प्रगति और 47 प्रतिशत वित्तीय प्रगति हासिल की है जो कि देश में सर्वाधिक है।

    इसी प्रकार से अवस्थापना संरचनाओं के विकास में और लाइन हानियों में कमी लाने के प्रयासों में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। जिसको लक्ष्य के सापेक्ष आगामी मार्च 2025 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

    इस वर्ष की अत्यधिक गर्मी के मौसम में उत्तर प्रदेश में सभी श्रेणियों के विद्युत उपभोक्ताओं को लगातार 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की गयी है। प्रदेश में 13 जून 2024 को 30,618 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की गई, जो कि देश में सर्वाधिक थी। इसी प्रकार 17 जून, 2024 को उत्तर प्रदेश में 659.59 मिलियन यूनिट ऊर्जा की मांग को पूरा किया गया, जो कि देश में सर्वाधिक थी।

    ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने बताया कि विगत 02 वर्षों की अवधि में सर्वाधिक बिजली की सप्लाई करने के साथ ही उत्तर प्रदेश में एटी एंड सी हानियों में कमी लाकर उसे लगभग आधा कर दिया गया है। इस हानि को वर्ष 2021-22 में 31 प्रतिशत से घटाकर वर्ष 2023 में 22 प्रतिशत पर लाया गया और वर्तमान वर्ष 2024 में इसे और कम करके 16.50 प्रतिशत पर ला दिया गया है। इस उपलब्धि को एक उल्लेखनीय उपलब्धि माना गया है।

    प्रदेश में वर्ष 2034 तक की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यक संसाधनों हेतु योजना तैयार कर ली गई है। प्रदेश की बढ़ती हुई ऊर्जा आवश्यकताओं को थर्मल, हाइड्रो, सोलर एवं पीएसपी परियोजनाओं को मिलाकर पूरा करने की योजना है। वर्तमान में निर्माणाधीन अनेक नई थर्मल पॉवर परियोजनाओं के पूरा हो जाने पर उत्तर प्रदेश में बिजली का सर्वाधिक उत्पादन होने लगेगा। इन परियोजनाओं में ओबरा-डी, अनपरा एवं मेजा में आने वाली परियोजनाएं सम्मिलित हैं। उत्तर प्रदेश में निजी क्षेत्र की सहायता से भी प्रदेश में बड़ी बिजली परियोजनाएं स्थापित करने की योजना पर कार्य हो रहा है। नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने अभूतपूर्व प्रगति हासिल की है जिनमें प्रदेश में सोलर पार्कों की स्थापना तथा सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाना प्रमुख है। घरों की छतों पर लगने वाले रूफटॉप सोलर पैनल और जैव ऊर्जा पर आधारित बिजली के उत्पादन से प्रदेश ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। सीबीजी उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है और रूफटॉप सोलर लगाने में तीन अग्रणीं राज्यों में है।

    बैठक में उत्तर प्रदेश द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा हुई। इसमें इस कार्य के लिए नई कंपनी बनाने एवं प्राइवेट गाड़ियों के साथ नगर निगमों और परिवहन निगम की बसों में भी यह सुविधा देने की व्यवस्था भी शामिल है।

    उन्होंने बताया कि बिजली की आपूर्ति में और गुणवत्ता लाने के लिए प्रत्येक वर्ष में दो बार अनुरक्षण माह का प्रावधान किया गया है। यह अभियान वर्तमान में भी जारी है। यह भी उल्लेख किया गया कि पिछले दो वर्षों में प्रदेश के बिजली निगमों की आर्थिक दशा में पर्याप्त सुधार हुआ है। इसका एक कारण यह भी है कि बिल बनाने और देने की क्षमता में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 80.20 प्रतिशत की तुलना में वित्तीय वित्तीय वर्ष 2023-24 में 84.50 प्रतिशत का सुधार हुआ है। इसी प्रकार से राजस्व अर्जित करने की दृष्टि से वित्तीय वर्ष 2021-22 में 85.90 प्रतिशत से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023-24 में 98.70 प्रतिशत हो गया है। बिजली की प्रति यूनिट दर भी वित्तीय वर्ष 2020-21 में 3.92 रुपए से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023-24 में 4.70 रुपये हो गई है।

    यह भी उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को सभी सरकारी बिलों की देनदारियों का भुगतान समय पर किया जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में बिजली उपभोक्ताओं की सेवाओं में काफी सुधार किया गया है। इसके लिए व्यक्तिगत रूप से जनसुनवाई की जा रही है और आधुनिक तकनीक की बड़े पैमाने पर सहायता ली जा रही है। इसके लिए टेलीफोन नंबर 1912 पर जनता द्वारा टेलीफोन कॉल करके बिजली संबंधी शिकायत करने का प्रावधान किया गया है। इसी के साथ ही ऊर्जा मंत्री के व्यक्तिगत नेतृत्व में ‘संभव’ नामक तकनीकी व्यवस्था के माध्यम से राज्य भर में जनसामान्य की सुनवाई कर तुरंत निस्तारण किया जाता है

    बिजली के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए टेक्नोलॉजी पर आधारित एवं कई ऑनलाइन सेवाओं का प्रयोग भी किया जा रहा है। इसमें ट्रस्ट बिलिंग का भी प्रावधान किया गया है जिसके अंतर्गत बिजली उपभोक्ता स्वयं अपने बिल बना सकते हैं। बिजली के उपभोक्ताओं को उनके मोबाइल टेलीफोन पर एसएमएस संदेश द्वारा बिलों के भुगतान के लिए बिजली विभाग द्वारा अनुस्मारक भी भेजा जाता है। अब बड़ी संख्या में उपभोक्ता अपने बिलों का भुगतान कंप्यूटर की मदद से ऑनलाइन माध्यम से कर रहे हैं। बिजली उपभोक्ताओं के अन्य अनुरोध अथवा शिकायतों, जैसे नए कनेक्शन लगाना, बिजली के कनेक्शन को कटवाना, बिजली के अधिभार को बढ़ाना, बिल में सुधार करवाना, नाम और पते को सही करवाना,आदि को अब बिजली विभाग की वेबसाइट अथवा मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से किया जा रहा है।

    सम्मेलन में प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री नरेन्द्र भूषण, चेयर मैन यूपीपीसीएल डॉ0 आशीष कुमार गोयल, एमडी यूपीपीसीएल श्री पंकज कुमार ने भी प्रतिभाग किया।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath सरकार ने 14 लाख गर्भवती महिलाओं को निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त अल्ट्रासाउंड दिया

    CM Yogi Adityanath सरकार ने 14 लाख गर्भवती महिलाओं को निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त अल्ट्रासाउंड दिया

    CM Yogi Adityanath लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं।

    प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण, सुगम और सस्ता इलाज देने के लिए CM Yogi Adityanath लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं। यही कारण है कि राज्य के स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर में पिछले साढ़े सात साल में महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है, जिसने कभी बीमार प्रदेश माना जाता था, आज उत्तम प्रदेश बन गया है। योगी सरकार के तहत गर्भवती महिलाओं को निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर मुफ्त अल्ट्रासाउंड मिलता है। सुविधा से अब तक छह लाख से अधिक गर्भवती महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं। इतना ही नहीं, योगी सरकार ने प्रदेश के किसी भी जिले के इम्पैनल्ड निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर गर्भवती महिलाओं को फ्री अल्ट्रासाउंड की सुविधा दी है, ताकि वे इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए बाहर नहीं जाना पड़े।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य पर काफी गंभीर हैं, जैसा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने बताया, *प्रदेश में 1,861 निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर फ्री अल्ट्रासाउंड सुविधा ऐसे में, उन्हें गुणवत्तापूर्ण इलाज के साथ-साथ पुष्टाहार भी मिल रहा है। उनका कहना था कि प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप, फरवरी 2023 से प्रदेश की गर्भवती महिलाओं को पीपीपी मोड पर फ्री अल्ट्रासाउंड के लिए ई रुपी वाउचर मिलेगा। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर इस सुविधा की पेशकश की जा रही है। मिशन निदेशक ने कहा कि सुविधा का लाभ उठाने के लिए राज्य के 75 जिलों में 1,861 निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों को अधिग्रहण किया गया है।

    अब तक, सरकार ने गर्भवती महिलाओं को 14,50,238 ई-वाउचर भेजे हैं। साथ ही, गर्भवती महिलाओं ने 6,81,341 ई-रुपी वाउचर का लाभ उठाया है। गर्भवती महिलाओं को एक महीने तक चलने वाली ई-रुपी वाउचर का लाभ मिल सकता है। इसके बाद यह स्वचालित रूप से कैंसिल होता है। वहीं, गर्भवती महिला को समय सीमा में लाभ न मिलने पर ई-रुपी वाउचर दोबारा मिल सकता है।

    हर महीने 1,9,16 और 24 तारीख को जारी किये जा रहे अल्ट्रासाउंड के ई-रुपी वाउचर* मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर गर्भवती महिलाओं को जिला महिला चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय, सीएचसी के साथ पीएचसी पर हर महीने 4 पीएमएसएमए दिवसों (1, 9, 16 और 24 तारीख) को ई-रुपी वाउचर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुविधा का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रचार और अभियान चलाने का आदेश दिया है। ऐसे में, सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर सुविधाओं की जानकारी दे रहे हैं।

  • CM Yogi Adityanath ने दो दिवसीय आकांक्षा हाट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi Adityanath ने दो दिवसीय आकांक्षा हाट का शुभारम्भ किया

     CM Yogi Adityanath: आकांक्षा हाट प्रदेश के विभिन्न जनपदों की महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों को प्रोत्साहित करने, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा उनकी प्रतिभा और योगदान को सम्मानित करने का एक सामूहिक प्रयास

    • आकांक्षा समिति ने महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ अनेक रचनात्मक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य किया, इनमें आकांक्षा दीदी की शुरुआत एक प्रशंसनीय कदम
    • मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 की पहली डबल डेकर ई0वी0 बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया
    • डबल डेकर ई0वी0 बस में महिला यात्रियों को टिकट में 50 प्रतिशत की छूट और शनिवार को महिलाओं के लिए हैरिटेज टूर हेतु टिकट की व्यवस्था निःशुल्क रहेगी
    • महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रोडक्ट की क्वालिटी, ब्राण्डिंग, पैकेजिंग, डिजाइनिंग, मार्केटिंग व एक्सपोर्ट में आकांक्षा समिति का मार्गदर्शन प्राप्त हो
    • आकांक्षा समिति द्वारा प्रोडक्ट्स को तकनीक से जोड़ने, अन्य राज्यों के साथ एम0ओ0यू0 करने की नई शुरुआत की गयी, कार्यक्रम में 04 एम0ओ0यू0 हुए
    • हर जनपद की आकांक्षा समिति हर विकास खण्ड व नगर निकायों में एक-एक महिला स्वयं सहायता समूह को लेकर कार्य करे, तो एक साथ अनेक समूह कार्य करते दिखायी देंगे
    • बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूह का बेहतरीन उदाहरण, इसी प्रकार के समूह प्रदेश के अन्य जनपदों में बनें, इसके लिए राज्य सरकार ने 05 नये क्षेत्रों को धनराशि उपलब्ध करायी
    • मुख्यमंत्री ने महिलाओं को ‘आकांक्षा दीदी परिश्रम सम्मान’,‘आकांक्षा महिला उद्यमी सम्मान’,‘आकांक्षा विशिष्ट युवा प्रतिभा सम्मान’ से सम्मानित किया

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आकांक्षा हाट, प्रदेश के विभिन्न जनपदों की महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों को प्रोत्साहित करने, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा उनकी प्रतिभा और योगदान को सम्मानित करने का एक सामूहिक प्रयास है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां आकांक्षा हाट के शुभारम्भ कार्यक्रम के अवसर पर अपनेविचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने दो दिवसीय आकांक्षा हाट का शुभारम्भ किया और उत्तर प्रदेश की पहली डबल डेकर ई0वी0 बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस वातानुकूलित नगर बस सेवा की प्रथम यात्रा आकांक्षा दीदियों और छात्राओं ने की।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षा समिति के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश की पहली डबल डेकर ई0वी0 बस का आज शुभारम्भ हुआ है। उन्होंने घोषणा की कि डबल डेकर ई0वी0 बस में महिला यात्रियों को टिकट में 50 प्रतिशत की छूट और शनिवार को महिलाओं के लिए हैरिटेज टूर हेतु टिकट की व्यवस्था निःशुल्क रहेगी। प्रदेश सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट निरन्तर मजबूत हो रहा है। हिन्दुजा ग्रुप लखनऊ में इलेक्ट्रिक व्हिकल का एक प्लाण्ट स्थापित कर रहा है, जो बहुत शीघ्र प्रोडक्शन का कार्य प्रारम्भ कर देगा। इस प्लाण्ट के क्रियाशील होने से लोगों को रोजगार मिलेगा, ट्रांसपोर्ट की सुविधा में वृद्धि होगी तथा पर्यावरण को बचाने में भी मदद मिलेगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षा समिति की स्थापना वर्ष 1987 में की गयी थी। यह समिति विशेष रूप से ग्रामीण और वंचित समुदायों की महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। आकांक्षा समिति ने महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ अनेक रचनात्मक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। इनमें आकांक्षा दीदी की शुरुआत एक प्रशंसनीय कदम है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूह महिला स्वावलम्बन का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूह का बेहतरीन उदाहरण है। श्रीमती रचना पाल व उनकी सहयोगियों द्वारा बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर को सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। 05 महिलाओं से शुरू हुए इस समूह से वर्तमान में 71 हजार महिलाएं जुड़ी हुई हैं। इस समूह से जुड़ी महिलाएं प्रतिमाह 08 से 10 हजार रुपये की आय अर्जित कर रही हैं। समूह का सैकड़ों करोड़ रुपये का टर्नओवर है। इस समूह की महिलाएं सामान्य ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़ी हुई हैं, जो बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं। इसी प्रकार के समूह प्रदेश के अन्य जनपदों में भी बन सकते हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने 05 नये क्षेत्रों को धनराशि उपलब्ध करायी है। लोग इनसे जुड़कर अपने कार्याें को आगे बढ़ा सकते हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रोडक्ट की क्वालिटी, ब्राण्डिंग, पैकेजिंग, डिजाइनिंग, मार्केटिंग व एक्सपोर्ट को लेकर कुछ नया काम हो सकता है। आकांक्षा समिति का मार्गदर्शन महिला स्वयं सहायता समूहों को जनपदों में भी प्राप्त हो, तो बहुत अच्छा कार्य हो सकता है। महिला स्वयं सहायता समूहों के प्रोडक्ट या ओ0डी0ओ0पी0 काफी बड़े पैमाने पर प्रदेश में नये महिला स्वयं सहायता समूहों को रोजगार के सृजन और स्वावलम्बन की ओर अग्रसर करने में सहायक हो सकते हैं। इन प्रोडक्ट्स को तकनीक से जोड़ने या अन्य राज्यों के साथ एम0ओ0यू0 के माध्यम से हम इस कार्यक्रम को और अच्छा बना सकते हैं। इस दिशा में आकांक्षा समिति द्वारा नई शुरुआत की गयी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत वर्ष यू0पी0 इण्टरनेशनल टेªड शो ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया। टेªड शो में लाखों लोगों ने हर जनपद के प्रोडक्ट को देखा। इस वर्ष इस टेªड शो में 05 लाख से अधिक लोग आए। अब लोग उत्तर प्रदेश में आना चाहते हैं और उत्तर प्रदेश से जुड़ना चाहते हैं। आकांक्षा समिति इन लोगों को जोड़ने का माध्यम बन सकती है। आकांक्षा समिति का रचनात्मक अभियान निरन्तर आगे बढ़ना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने आकांक्षा समिति को समाज की रचनात्मक भावनाओं को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने के लिए डॉ0 रश्मि सिंह व उनकी पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यदि हर जनपद में वहां की आकांक्षा समिति हर विकास खण्ड व नगर निकायों में एक-एक महिला स्वयं सहायता समूह को लेकर कार्य करे, तो एक साथ अनेक समूह कार्य करते दिखायी देंगे। इससे आधी आबादी का विश्वास आकांक्षा समिति के साथ जुड़ेगा और वह विश्वास आकांक्षा समिति व समिति के रचनात्मक कार्यों के प्रति आम जनमानस का समर्थन और आशीर्वाद होगा। आकांक्षा समिति लखनऊ तक सीमित न रहे, बल्कि प्रदेश के सभी जनपदों में कार्य करे।

    मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम में आकांक्षा मसाला मठरी केन्द्र के सफल संचालन में योगदान के लिए 03 महिलाओं (सुश्री लक्ष्मी, सुश्री कौशल्या व सुश्री अलीमा) को ‘आकांक्षा दीदी परिश्रम सम्मान’ से सम्मानित किया। उन्होंने 05 महिला उद्यमियों को ‘आकांक्षा महिला उद्यमी सम्मान’ से सम्मानित किया। इनमें सुश्री रंजना पाल (समूह सखी बलिनी डेयरी), सुश्री ममता सिंह (ड्रोन सखी), सुश्री उर्वशी (बी0सी0 सखी), सुश्री राजश्री शुक्ला (विद्युत सखी) और सुश्री गुंजन देवी (महिला स्वयं सहायता समूह-बेकरी इकाई) शामिल हैं। मुख्यमंत्री जी ने ‘आकांक्षा विशिष्ट युवा प्रतिभा सम्मान’ के अन्तर्गत अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित उत्तर प्रदेश की कुश्ती खिलाड़ी सुश्री दिव्या काकरान और गायिका सुश्री मैथिली ठाकुर को सम्मानित किया। इसके अलावा, उन्होंने ’आकांक्षा आरोग्य परियोजना‘ के अन्तर्गत एक महिला को वित्तीय सहायता का चेक भी प्रदान किया।

    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी के समक्ष आकांक्षा समिति द्वारा शुरू की जाने वाली नई परियोजनाओं और साझेदारियों के अन्तर्गत 04 एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान किया गया। इनमें उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तथा आकांक्षा समिति के मध्य एम0ओ0यू0 किया गया। इसके अन्तर्गत विभिन्न जनपदों के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, क्वालिटी एश्योरेंस, बिक्री तथा ब्राण्डिंग के लिए सहयोग किया जाएगा। राज्य शहरी आजीविका मिशन जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश हैण्डीक्राफ्ट्स डेवलपमेन्ट एण्ड मार्केटिंग कॉरपोरेशन तथा एम0एस0एम0ई0 और निर्यात प्रोत्साहन विभाग, उत्तर प्रदेश के मध्य एम0ओ0यू0 किया गया। इसका उद्देश्य दोनों राज्यों के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों व हस्तशिल्प के प्रोत्साहन हेतु मार्केट लिंकेज का कार्य है।

    तीसरा एम0ओ0यू0 साउथ एशियन विमेन इन टेक (साविट) तथा आकांक्षा समिति के मध्य किया गया। इस एम0ओ0यू0 का उद्देश्य लाभार्थियों को ए0आई0 तकनीक तथा डिजिटल स्किल का प्रशिक्षण प्रदान करना है। ट्रेनिंग में उच्च शिक्षण संस्थानों की छात्राओं को वरीयता दी जाएगी। आकांक्षा समिति प्रशिक्षणार्थियों के चयन के साथ-साथ सामुदायिक सहयोग तथा लॉजिस्टिकल सपोर्ट भी प्रदान करेगी।

    चौथा एम0ओ0यू0 आर्ट ऑफ लिविंग एवं आकांक्षा समिति के मध्य सम्पन्न हुआ। mइसके अन्तर्गत महिला सशक्तीकरण, टिकाऊ कृषि, जल संरक्षण, मानसिक स्वास्थ्य और कौशल विकास के कार्य किये जाएंगे।

    उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक व आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ0 रश्मि सिंह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती बबीता चौहान, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात, आकांक्षा समिति की सचिव श्रीमती प्रियंका प्रियदर्शी, आकांक्षा समिति की पदाधिकारी सहित विभिन्न जनपदों के महिला स्वयं सहायता समूहों की सदस्यगण उपस्थित थीं।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ने ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ के तृतीय संस्करण का उद्घाटन किया

    CM Yogi Adityanath ने ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ के तृतीय संस्करण का उद्घाटन किया

    CM Yogi Adityanath: देश को आगे बढ़ाने के लिए हम सबको अच्छी कृतियों के प्रति आग्रही बनना पड़ेगा

    • प्रधानमंत्री जी ने कहा कि ‘व्हेन सिटीजंस रीड द कंट्री लीड्स’ अर्थात् जब लोग पढ़ते, तो देश आगे बढ़ता
    • पाठ्यक्रम की पुस्तकों के साथ-साथ बच्चों को ऐसी पुस्तकें दें, जो उनके मन में नए भाव को जागृत कर सकें
    • डिजिटल युग में सभी लोग स्मार्टफोन जैसी युक्तियों के पराधीन, पहले तकनीक का उपयोग मनुष्य करता था, अब तकनीक मनुष्य का उपयोग कर रही
    • भारत की परम्परा प्राचीन काल से ही ज्ञान के प्रति आग्रही रही
    • वैदिक संस्कृत को व्यावहारिक संस्कृत का स्वरूप प्रदान करने वाले महर्षि वाल्मीकि ने उ0प्र0 की धरती पर जन्म लिया
    • गोस्वामी तुलसीदास ने श्रीरामचरितमानस की रचना अवधी भाषा में की
    • कालजयी रचनाओं को आगे बढ़ाने के लिए लेखकों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ आम जनमानस को भी जागरूक करना होगा
    • हम सभी उस महान परम्परा के उत्तराधिकारी, जहां युद्ध भूमि में श्रीमद्भगवद्गीता के रूप में सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ की रचना की जाती
    • नैमिषारण्य में भारत की वैदिक ज्ञान की परम्परा को हजारों ऋषि मुनियों ने लिपिबद्ध किया था
    • जो भी व्यक्ति पुस्तक महोत्सव में आए अपनी रूचि के अनुसार किसी न किसी पुस्तक का क्रय अवश्य करे
    • जिला प्रशासन प्रयास करे कि इस पुस्तक महोत्सव में अगले 09 दिनों तक लखनऊ की प्रत्येक संस्था की उपस्थिति हो
    • यदि युवा डिजिटल दुनिया के साथ-साथ कुछ समय रोचक पुस्तकों को पढ़ने तथा रचनात्मक कार्यों में व्यतीत करेंगे, तो उन्हें इसका लाभ प्राप्त होगा
    • गोमती केवल नदी नहीं, बल्कि एक संस्कृति भी, देश में नदियां संस्कृति के रूप में मान्य रहीं

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि पाठ्यक्रम की पुस्तकों के साथ-साथ बच्चों को ऐसी पुस्तकें दें, जो उनके मन में नए भाव को जागृत कर सकें। छात्र-छात्राओं को पुस्तकों का अध्ययन तथा मनन कर अच्छी बातों को अपने जीवन में उतारने का कार्य करना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा था कि ‘व्हेन सिटीजंस रीड द कंट्री लीड्स’ अर्थात् जब लोग पढ़ते हैं, तो देश आगे बढ़ता है। देश को आगे बढ़ाने के लिए हम सबको अच्छी कृतियों के प्रति आग्रही बनना पड़ेगा।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज गोमती रिवर फ्रंट पर ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ के तृतीय संस्करण का उद्घाटन करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके पूर्व उन्होंने पुस्तकों के स्टॉलों का अवलोकन किया तथा बच्चों से संवाद कर उन्हें पुस्तकें व चॉकलेट भेंट कीं। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में सभी लोग स्मार्टफोन जैसी युक्तियों के पराधीन हो चुके हैं। पहले तकनीक का उपयोग मनुष्य करता था, अब तकनीक मनुष्य का उपयोग कर रही है।

    युवाओं की 24 घंटे की दिनचर्या में औसतन 06 घण्टे स्मार्टफोन अथवा किसी अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर व्यतीत होते हैं। युवा अपने जीवन का लगभग एक चौथाई हिस्सा यदि किसी अन्य सार्थक कार्य में लगायें, तो यह उसके स्वास्थ्य व देश तथा समाज के लिए उपयोगी हो सकता है। यही कारण है कि अच्छे लेखन तथा लेखकों के प्रति आम जनमानस का रुझान कम होता जा रहा है। टेक्नोलॉजी का उपयोग करना अच्छी बात है लेकिन हम टेक्नोलॉजी के दास बन जाएंगे, तो यह देश व समाज के लिए उचित नहीं होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश इस दृष्टि से बहुत सौभाग्यशाली है कि आम जनमानस की सुविधा हेतु वैदिक संस्कृत को व्यावहारिक संस्कृत का स्वरूप प्रदान करने वाले महर्षि वाल्मीकि ने उत्तर प्रदेश की धरती पर जन्म लिया। उन्होंने रामायण के रूप में दुनिया का पहला महाकाव्य रचा था। समय के अनुरूप संस्कृत के अतिरिक्त अन्य भाषाओं में भी साहित्य का सृजन किया गया। गोस्वामी तुलसीदास जी ने जब रामायण की रचना संस्कृत में करना प्रारम्भ किया, तो वह जितना लिखते थे, उतना गायब हो जाता था। कहा जाता है कि हनुमान जी ने उन्हें दर्शन देते हुए कहा कि रामायण की रचना स्थानीय भाषा में करें। तब उन्होंने श्रीरामचरितमानस की रचना अवधी भाषा में की। आज प्रत्येक घर में श्रीरामचरितमानस का पाठ अवधी भाषा में किया जाता है। हमें कालजयी रचनाओं को आगे बढ़ाने के लिए लेखकों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ आम जनमानस को भी जागरूक करना चाहिए। कालजयी रचनाएं लिखने वाले लेखकों के प्रति सम्मान का भाव होना चाहिए। उनकी कृतियों को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य किया जाना चाहिए। भारत की परम्परा इस कार्य के साथ सदैव जुड़ी रही है। पाठकों को इस कार्य के साथ जोड़ने के लिए तैयार होना होगा। चिंतन की परम्परा को विकसित करना होगा। लेखकों को बच्चों, युवाओं तथा वृद्धजन आदि से सम्बन्धित अलग-अलग विषयों पर कालजयी रचनाएं लिखनी पड़ेंगी। पाठकों की रुचि का पूरा ध्यान रखना होगा। एक समय था जब लोग मोटे-मोटे ग्रंथ खरीदते थे। आज के समय में लोगों को कम पेज की रचनात्मक कृतियों को रोचक तरीके से उपलब्ध कराने पर ध्यान देना होगा। उन्होंने लेखकों, समाज के सुधीजनों तथा नेतृत्व वर्ग से लेखन कार्य का आह्वान करते हुए कहा कि इससे आने वाली पीढ़ियों तथा समाज को मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी उस महान परम्परा के वारिस हैं, जहां युद्ध भूमि में श्रीमद्भगवद्गीता के रूप में सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ की रचना की जाती है। 5,000 वर्षों से श्रीमद्भगवद्गीता हम सभी के लिए प्रेरणा का केन्द्र बनी हुई है। कुरुक्षेत्र धर्म क्षेत्र हो गया। आज भी प्रत्येक सनातन धर्मावलम्बी कुरुक्षेत्र जाकर प्राचीन कूप में स्नान करने की इच्छा रखता है।

    भारत की परम्परा प्राचीन काल से ही ज्ञान के प्रति आग्रही रही है। यह परम्परा मूल रूप से श्रवण, मनन, और निदिध्यासन की है। अर्थात् सुनना, मनन करना तथा सद्विचारों का अपने जीवन में आचरण करना। श्रीमद्भागवतगीता में व्यक्त किया गया ’न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते’ का भाव हम सबको प्रेरणा प्रदान करता है। एक कालखण्ड के बाद हमारी ऋषि परम्परा को इस बात का एहसास हुआ होगा कि एक समय ऐसा भी आएगा, जब लोग इस परम्परा के प्रति आग्रही नहीं बन सकेंगे, तो लखनऊ के समीप स्थित सीतापुर के नैमिषारण्य में भारत की वैदिक ज्ञान की परम्परा को हजारों ऋषि मुनियों ने अपने चिंतन तथा मनन से लिपिबद्ध किया था। परिणामस्वरूप नैमिषारण्य एक तीर्थ के रूप में विकसित हुआ।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोमती केवल नदी नहीं है, बल्कि यह एक संस्कृति भी है। देश में नदियां संस्कृति के रूप में मान्य रही हैं। हम सभी ने उस संस्कृति को सभ्यता के साथ जोड़ा है। दुनिया की सभी प्राचीन संस्कृतियां किसी न किसी नदी के तट पर विकसित हुई हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में लखनऊ विकास प्राधिकरण तथा जिला प्रशासन के सहयोग से लखनऊ की जीवनधारा गोमती नदी के तट पर गोमती पुस्तक महोत्सव के तृतीय संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। इस पुस्तक महोत्सव का आयोजन 09 से 17 नवम्बर, 2024 तक किया जाएगा। नेशनल बुक ट्रस्ट ने प्रदेश सरकारके साथ मिलकर यह अच्छी पहल की है। इस पहल को घर-घर तक पहुंचाना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लखनऊ के साथ-साथ प्रदेश के सभी मण्डल मुख्यालयों पर नेशनल बुक ट्रस्ट के इस प्रयास को आगे बढ़ाना होगा। जिला प्रशासन प्रयास करे कि इस पुस्तक महोत्सव में अगले 09 दिनों तक लखनऊ की प्रत्येक संस्था की उपस्थिति हो। जो भी व्यक्ति पुस्तक महोत्सव में आएं अनी रूचि के अनुसार किसी न किसी पुस्तक का क्रय अवश्य करे। यहां उन्हें अपनी रूचि पर टिप्पणी भी देनी चाहिए। हमें पढ़ने की रूचि विकसित करनी होगी। यदि युवा डिजिटल दुनिया के साथ-साथ कुछ समय रोचक पुस्तकों को पढ़ने तथा रचनात्मक कार्यों में व्यतीत करेंगे, तो उन्हें इसका लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि गोमती पुस्तक महोत्सव ऊंचाईयां प्राप्त करेगा। हमें प्रदेश की आबादी के अनुरूप देश के सबसे बड़े पुस्तक महोत्सव के रूप में इसे आगे बढ़ाना होगा।

    नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रो0 मिलिन्द सुधाकर मराठे तथा निदेशक श्री युवराज मलिक ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर सलाहकार मुख्यमंत्री श्री अवनीश कुमार अवस्थी, मण्डलायुक्त श्रीमती रोशन जैकब तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • उपचुनाव के दौरान CM Yogi Adityanath ने सपा पर जमकर हमला बोला, कहा कि अगर वे लातों से सुधार नहीं करेंगे तो..।

    उपचुनाव के दौरान CM Yogi Adityanath ने सपा पर जमकर हमला बोला, कहा कि अगर वे लातों से सुधार नहीं करेंगे तो..।

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने कहा, “जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई।”

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने कहा, “जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई।”मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मीरापुर (मुजफ्फरनगर) में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की उम्मीदवार मिथिलेश पाल, कुंदरकी (मुरादाबाद) में भाजपा की उम्मीदवार रामवीर सिंह ठाकुर और गाजियाबाद से संजीव शर्मा के समर्थन में राज्य विधानसभा की नौ सीटों पर हो रहे उपचुनाव में यह बात कही। इन बैठकों में योगी ने सपा और कांग्रेस को विपक्षी दलों के समूह ‘इंडिया’ गठबंधन का प्रमुख घटक बताया।

    मुख्यमंत्री ने कहा, इन्हें लोकलाज की चिंता नहीं है; अगर वे लातों से उन्हें ठीक नहीं करेंगे तो यह कैसे काम करेगा?उन्होंने कहा, “गांव की बहन-बेटी सबकी बहन-बेटी है।” हम सब इसे मानते हैं, लेकिन सपा ने इसे तोड़ दिया है। सपा मीडिया सेल के सोशल मीडिया हैंडल पर उनके वास्तविक व्यवहार दिखाई देते हैं, जहां वे घटिया भाषा बोलते हैं।:”

  • CM Yogi Adityanath ji  ने लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया

    CM Yogi Adityanath ji ने लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया

    CM Yogi Adityanath ji ने भोजपुरिया सनेश स्मारिका का विमोचन किया तथा सभी को छठ महापर्व की बधाई दी

    • मुख्यमंत्री ने भोजपुरी में अपने सम्बोधन की शुरुआत की
    • पूरे दुनिया में हजारों भाषा अऊर बोली बा लेकिन भारत की संस्कृति के अलगे स्थान बा, ओही में भोजपुरी भाषा, संस्कृति आपन दुनिया में अलग मिठास और सुगन्ध के कारन सबसे हटके आपन पहिचान बनवले बा: मुख्यमंत्री
    • यह पर्व लोक आस्था के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता, एकात्मता और अखण्डता के प्रतीक
    • भोजपुरी समाज देश और दुनिया में अपने साथ पर्व की सुगंध ले जाकर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा
    • पर्व और त्योहारों के आयोजन के पीछे यह भाव है कि हम सभी मिलकर भेदभाव को समाप्त कर एक समरस समाज की स्थापना कर सकंे तथा अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकें
    • विरासत को विकास के साथ जोड़कर प्रधानमंत्री जी ने देश में जो कार्य प्रारम्भ किये, उसके परिणामस्वरूप हम आज एक नये भारत का दर्शन कर रहे छठ लोक आस्था का एक ऐसा पर्व, जो सूर्य उपासना के साथ जुड़ा हुआ
    • पर्व और त्योहार तभी तक जीवित, जब तक हमारा राष्ट्र धर्म जीवित, राष्ट्रीय धर्म जिसमें हर व्यक्ति का हर काम देश के नाम हो, प्रधानमंत्री जी के जीवन का यही संकल्प है कि हर काम देश के नाम 140 करोड़ भारतवासी प्रत्येक परिस्थिति में देश की एकता व अखण्डता के पक्षधर और इसे मजबूती प्रदान करना चाहते

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ji आज यहां लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में शामिल हुए। उन्होंने अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। उन्होंने भोजपुरिया सनेश स्मारिका का विमोचन किया। मुख्यमंत्री जी ने सभी को छठ महापर्व की बधाई दी।

    छठ महापर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भोजपुरी में अपने सम्बोधन की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि ‘छठ पूजा’ में आइके हमरा बड़ा आनन्द महसूस हो रहल बा। लोक आस्था के महापर्व ‘छठ’ के आप सबके बहुत-बहुत बधाई अउर शुभकामना। छठी मइया की कृपा आप सबके ऊपर बनल रहे। सबके जीवन खुशहाल रहे। आप सबके जीवन में उमंग और उत्साह बनल रहे। परिवार खातिर कठिन व्रत रखने वाली माता और बहन लोगन के हमरी तरफ से विशेष मंगलकामना। पूरे दुनिया में हजारों भाषा अऊर बोली बा लेकिन भारत की संस्कृति के अलगे स्थान बा। ओही में भोजपुरी भाषा, संस्कृति आपन दुनिया में अलग मिठास और सुगन्ध के कारन सबसे हटके आपन पहिचान बनवले बा। अउर अलगे आपन इतिहास बा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह पर्व लोक आस्था के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता, एकात्मता और अखण्डता के प्रतीक हैं। यह प्रसन्नता का विषय है कि अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के द्वारा आयोजित छठ महापर्व का यह 40वां वर्ष है। वर्ष 1984 से लक्ष्मण मेला मैदान में यह आयोजन लगातार होता आ रहा है। यह भोजपुरी समाज के साथ ही अखिल भारतीय समाज का उत्सव बन गया है। भोजपुरी समाज बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से देश और दुनिया में जहां कहीं भी गया, अपने साथ पर्व की सुगंध ले जाकर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहारों के आयोजन के पीछे यह भाव है कि हम सभी मिलकर भेदभाव को समाप्त कर एक समरस समाज की स्थापना कर सकंे तथा अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकें। हम सभी मिलकर आयोजनों में सहभागी बनें। हम जाति, क्षेत्र तथा भाषा सहित किसी भी प्रकार के बन्धनों से मुक्त होकर समरस समाज की स्थापना के लिए मिलकर कार्य कर सकें, इस भाव से पर्व और त्योहार के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। छठ के आयोजन ने भी देश भर में इसी भक्ति भावना से लोगों के मन एक स्थान बनाया है। विरासत को विकास के साथ जोड़कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में जो कार्य प्रारम्भ किये, उसके परिणामस्वरूप हम आज एक नये भारत का दर्शन कर रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चेन्नई, हैदराबाद या बैंग्लुरु सहित देश तथा दुनिया में लोगों ने छठ के आयोजन से जुड़़कर इसे नई ऊँचाई देने का कार्य किया है। यह भोजपुरी समाज के दुनिया में महत्व और पर्व और त्योहारों के माध्यम से लोक आस्था को जीवन्त बनाए रखने का एक आदर्श उदाहरण है। छठ महापर्व इसकी एक महत्वपूर्ण कड़ी है। हम छठी मैया की कृपा के लिए यह आयोजन करते हैं। यह लोक आस्था का एक ऐसा पर्व है, जो सूर्य उपासना के साथ जुड़ा हुआ है। सूर्य इस धरती के लोक देवता हैं। इस चराचर जगत की किसी भी वस्तु में सूर्य देव की कृपा के बिना जीवन नहीं आ सकता है। सूर्य देव की कृपा से ही हर ओर हलचल और जीवन है। सूर्य देव की उपासना, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना भी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज अस्तांचल सूर्य को अर्घ्य देकर माताएं अपने इस व्रत को और ऊँचाई प्रदान कर रही हैं। कल सूर्य उदय के साथ अर्घ्य देकर इस व्रत की पूर्णाहुति होगी। यह बहुत कठिन व्रत है। इतने कठिन व्रत के साथ जुड़कर व्रती और व्रत दोनों का महत्व बढ़ जाता है। जो संकल्प आज हमारी माताएं और बहनें ले रही हैं, भोजपुरी समाज इसके साथ जुड़कर इसे और मजबूती प्रदान कर रहा है। यही संकल्प हमारा अपने राष्ट्र के प्रति भी होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहार तभी तक जीवित हैं, जब तक हमारा राष्ट्र धर्म जीवित है। हम पर्व और त्योहार का आयोजन करें और उनके साथ जुड़े, लेकिन इन पर्व एवं त्योहारों का समावेश एक राष्ट्रीय धर्म के साथ भी करें। राष्ट्रीय धर्म जिसमें हर व्यक्ति का हर काम देश के नाम हो। प्रधानमंत्री जी के जीवन का यही संकल्प है कि हर काम देश के नाम। हम अपने पर्व और त्याहारों के माध्यम से समाज को जोड़ने का काम कर रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब 140 करोड़ भारतवासी एक स्वर से बोलते हैं, तो पूरी दुनिया उनकी बात को सुनती है। दुनिया का कोई भी देश भारत की ओर टेढ़ी नजरों से नहीं देेख सकता है। जब हम जाति, मत, मजहब आदि के आधार पर बटे होते हैं, तो दुनिया भी हमें नजर अन्दाज करती है। जब हम आपस में ही बटे रहेंगे, तो इसके दुष्परिणाम भी हमारे सामने आएंगे। 05 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने कश्मीर के सम्बन्ध में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त करने की घोषणा की थी। इसके माध्यम से आतंकवाद के ताबूत पर अन्तिम कील ठोंकने का कार्य हुआ था। दुनिया ने भारत की ताकत का एहसास किया था। दुनिया ने यह देखा था कि यह नया भारत है।

    नया भारत किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएगा, लेकिन यदि कोई इसे छेड़ेगा, तो उसे छोड़ेगा भी नहीं। यह न झुकेगा, न डिगेगा, न हटेगा, बल्कि राष्ट्र की रक्षा करने के लिए सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार होगा। भारत की एकता और अखण्डता को बनाए रखने के लिए जो भी कठिन से कठिन कदम उठाने की आवश्यकता पड़ेगी, उसे उठाने में हिचकेगा नहीं। कश्मीर आज एक बार फिर से भारत का स्वर्ग बनने की ओर अग्रसर है। वहां बड़े-बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य हो रहे हैं। कश्मीर में टनल, आई0आई0टी0, आई0आई0एम0, एम्स जैसे संस्थान बन रहे हैं।प्रधानमंत्री जी ने कश्मीर को सुरक्षा की गारण्टी दी है। इसके लिए कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया। आज कश्मीर विकास की मुख्य धारा से जुड़कर आगे बढ़ रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 140 करोड़ भारतवासी प्रत्येक परिस्थिति में देश की एकता व अखण्डता के पक्षधर हैं और इसे मजबूती प्रदान करना चाहते हैं। जो भी इसके साथ खिलवाड़ करेगा, उसेे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हर भारतवासी तैयार है।

    इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, विधान परिषद सदस्य श्री गोविन्द नारायण शुक्ला एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर, अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के अध्यक्ष श्री प्रभुनाथ राय एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ji ने जनपद हरदोई में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi Adityanath ji ने जनपद हरदोई में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi Adityanath ji: घायल लोगों का समुचित उपचार कराया जाए

    • दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रु0 तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रु0 की आर्थिक सहायता तत्काल प्रदान किए जाने के निर्देश

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ji ने जनपद हरदोई में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जिला प्रशासन को दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने जिला प्रशासन को इस दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रुपये तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ji ने प्रदेश में धान खरीद की समीक्षा की

    CM Yogi Adityanath ji ने प्रदेश में धान खरीद की समीक्षा की

    CM Yogi Adityanath ji: धान खरीद प्रक्रिया को पूरी तत्परता एवं पारदर्शिता के साथ संचालित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए

    • प्रदेश सरकार के लिए किसानों का हित सर्वोपरि, धान खरीद में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी: मुख्यमंत्री
    • प्रत्येक दशा में खरीद के 48 घण्टे में कृषक को भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया जाए
    • क्रय केन्द्रों पर किसानों की बुनियादी सुविधाओं व आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा जाए
    • क्रय केन्द्रों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरों के माध्यम से प्रत्येक गतिविधि की निगरानी की जाए
    • समस्त कार्यों की मुख्यालय से अनवरत मॉनीटरिंग की जाएप्रदेश सरकार ने फेयर प्राइस शॉप को मॉडल फेयर प्राइस शॉप बनाने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया

    CM Yogi Adityanath ji ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में धान खरीद की समीक्षा की। उन्होंने मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत धान खरीद प्रक्रिया को पूरी तत्परता एवं पारदर्शिता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रदेश सरकार के लिए किसानों का हित सर्वोपरि है। धान खरीद में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों की सुविधा के दृष्टिगत प्रदेश के सभी क्रय केन्द्र क्रियाशील रहें। प्रत्येक दशा में खरीद के 48 घण्टे में कृषक को भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि क्रय केन्द्रों पर किसानांे के बैठने, छाया एवं पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं व आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा जाए। बोरे की कमी कहीं न हो। टोकन व्यवस्था के माध्यम से खरीद की जाए। क्रय केन्द्रों पर वर्षा तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं से धान की सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध किये जाएं। क्रय केन्द्रों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरों के माध्यम से प्रत्येक गतिविधि की निगरानी की जाए। कर्मचारियों की समय से तथा अनवरत उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इन समस्त कार्यों की मुख्यालय से लगातार मॉनीटरिंग भी की जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक पात्र परिवार को राशन आसानी से तथा पूरी पारदर्शिता के साथ उपलब्ध कराने की दिशा में किये गए प्रयासों के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। प्रदेश सरकार ने फेयर प्राइस शॉप को मॉडल फेयर प्राइस शॉप बनाने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया है। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव खाद्य श्री आलोक कुमार, खाद्य आयुक्त श्री सौरभ बाबू सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in


Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home/jcaxzbah/hindinewslive.in/wp-includes/functions.php on line 5464