CM Yogi: खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा देता
- हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है
- उ0प्र0 में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा
- हमने विगत 10 वर्षों में देश में नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा, प्रधानमंत्री जी की यही इच्छा कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं
- उ0प्र0 में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए
- प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे, अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया, 500 करोड़ रु0 का कॉर्पस फण्ड बनाया गया
- दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रु0 की राशि वितरित की जा चुकी
- मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया, प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि खेल हम सभी को जोड़ता है। खेल हमें टीम भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता है। यदि हममें टीमवर्क से कार्य करने की क्षमता है, तो हमारी सफलता की सम्भावना ज्यादा होती है। लेकिन यदि हम टीम भावना से कार्य नहीं कर पा रहे हैं, तो हमारी असफलता की सम्भावना भी उतनी ही ज्यादा होती है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की। मुख्यमंत्री जी ने ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ की घोषणा की। उन्होंने गेंद खेलकर न्यायमूर्तिगण व अधिवक्तागण के मध्य आयोजित प्रदर्शनी मैच की औपचारिक शुरुआत की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा है। उत्तर प्रदेश में इसके आयोजन के नाते यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से इस आयोजन में सहभागी बनंे और इसे प्रोत्साहित करें। जब प्रतिष्ठित टीमें इसमें प्रतिभाग कर रही हों तथा बार व बेंच टूर्नामेण्ट के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ रहे हों, तो यह न केवल रोचक है बल्कि लोगों के लिए नई प्रेरणा भी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा भी देता है। यह मनोरंजन का साधन भी है। यह आयोजन हम सभी को अपनी शारीरिक व मानसिक क्षमताओं का आकलन करने का अवसर प्रदान करता है। हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती है, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है तथा हमें नए प्रोत्साहन के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमने विगत 10 वर्षों में देश में एक नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की भी यही इच्छा है कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं। आज इसी भावना से देश में खेल कार्यक्रम आगे बढ़े हैं। ओलम्पिक, पैरालम्पिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ या वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसी किसी भी प्रतियोगिता में हमारे खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जमीनी धरातल से जुड़े हुए खिलाड़ियों को भी अवसर प्राप्त हो रहा है। खेलो इण्डिया, फिट इण्डिया मूवमेण्ट तथा सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं ने देश में नई खेल संस्कृति को आगे बढ़ाया है। अनेक युवा इसके माध्यम से आगे आ रहे हैं। ओलम्पिक में हमारे खिलाड़ी 07 मेडल लेकर आए। वहीं पैरालम्पिक में हमारे खिलाड़ियों ने 29 मेडल प्राप्त किए। इनका प्रदर्शन अचम्भित करने वाला है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश के जिन खिलाड़ियों ने ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक खेलों में प्रतिभाग किया और देश के लिए मेडल जीते, उन सभी को 01 अक्टूबर को लखनऊ में भव्य समारोह में प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ओलम्पिक गेम्स (एकल वर्ग) में स्वर्ण पदक विजेता को 06 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान करती है। ओलम्पिक गेम्स (टीम गेम्स) में स्वर्ण पदक जीतने पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने पर 01 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है। इसी प्रकार एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स तथा वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए और पदक जीतने के लिए प्रोत्साहन की व्यवस्था है। इसके साथ ही, खिलाड़ियों को विभिन्न सेवाओं में लिए जाने की भी विशेष व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2020 के टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता था। उस टीम के सदस्य तथा प्रदेश के खिलाड़ी श्री ललित कुमार उपाध्याय को सीधे पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। भारतीय हॉकी टीम का सम्मान भी किया गया था। इस बार ओलम्पिक में उत्तर प्रदेश के 02 खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बने थे। इनमें श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल थे। भारतीय टीम द्वारा मेडल जीतने के कारण हम श्री राजकुमार पाल को भी सीधी नियुक्ति देने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चीन में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता प्रदेश की एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री पारुल चौधरी को भी नियुक्ति पत्र दिया गया है। सुश्री पारुल चौधरी ने पदक जीतने के लिए पूरी जान लगा दी थी और देश के लिए गोल्ड मेडल जीता। सुश्री पारुल चौधरी ने यह कहा था कि उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पदक जीतने पर डिप्टी एस0पी0 का पद प्रदान किये जाने की घोषणा से प्रोत्साहन मिला था। अब तक हम 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दे चुके हैं, जिन्होंने ओलम्पिक, एशियाड अथवा कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के साथ ही, खेल व खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार द्वारा अनेक प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश में लगभग 57 हजार ग्राम पंचायतें हैं। इन सभी में खेल के मैदान के निर्माण के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। यदि गांव में खेल का मैदान होगा, तो बच्चे खेलने में रुचि लेंगे और गलत दिशा में नहीं जाएंगे। उन्हें सकारात्मक दिशा मिलेगी। सभी ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता के आधार पर खेल के मैदान तथा ओपन जिम के निर्माण के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, हर विकासखण्ड में मिनी स्टेडियम तथा हर जनपद में स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया है। इस समय खेलकूद की ग्रामीण लीग प्रतियोगिताएं लोकप्रिय हो रही हैं। विगत दिनों लखनऊ में हॉकी एवं क्रिकेट लीग का आयोजन हुआ था। इसके माध्यम से खिलाड़ियों को एक नया मंच प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे हैं। अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया है। इसके लिए 500 करोड़ रुपये का कॉर्पस फण्ड बनाया गया है, जिससे किसी अधिवक्ता की असमय मृत्यु होने पर, उसके परिजनों को 05 लाख रुपये की राशि प्राप्त हो सके। पहले यह राशि डेढ़ लाख रुपये थी। इस हेतु अधिकतम आयु की सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष की गई है। विगत 18 अगस्त को 577 ऐसे दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में 28 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि का वितरण किया गया था। अब तक दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज महिलाएं खेलकूद के साथ ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और नेतृत्व प्रदान कर रही हैं। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि जिस प्रकार आज 16 टीमें इस आयोजन का हिस्सा बन रही हैं, उसी प्रकार अगली बार महिला एडवोकेट्स की अतिरिक्त टीम भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेगी। ज्ञातव्य है कि ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट में इलाहाबाद, आन्ध्र प्रदेश, औरंगाबाद, बम्बई, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, ग्वालियर, इन्दौर, कर्नाटक, लखनऊ, ओडिसा, पंजाब-हरियाणा, तेलंगाना तथा पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्तागणों की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।
इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री ए0आर0 मसूदी, न्यायमूर्ति श्री राजेश सिंह चौहान, न्यायमूर्ति श्रीमती संगीता चन्द्रा एवं अन्य न्यायमूर्तिगण, लखनऊ एडवोकेट्स क्रिकेट एसोशिएशन के अध्यक्ष श्री एन0के0 सेठ तथा अधिवक्तागण उपस्थित थे।
source: http://up.gov.in