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  • CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi: खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा देता

    • हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है
    • उ0प्र0 में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा
    • हमने विगत 10 वर्षों में देश में नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा, प्रधानमंत्री जी की यही इच्छा कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं
    • उ0प्र0 में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए
    • प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे, अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया, 500 करोड़ रु0 का कॉर्पस फण्ड बनाया गया
    • दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रु0 की राशि वितरित की जा चुकी
    • मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया, प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि खेल हम सभी को जोड़ता है। खेल हमें टीम भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता है। यदि हममें टीमवर्क से कार्य करने की क्षमता है, तो हमारी सफलता की सम्भावना ज्यादा होती है। लेकिन यदि हम टीम भावना से कार्य नहीं कर पा रहे हैं, तो हमारी असफलता की सम्भावना भी उतनी ही ज्यादा होती है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की। मुख्यमंत्री जी ने ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ की घोषणा की। उन्होंने गेंद खेलकर न्यायमूर्तिगण व अधिवक्तागण के मध्य आयोजित प्रदर्शनी मैच की औपचारिक शुरुआत की।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा है। उत्तर प्रदेश में इसके आयोजन के नाते यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से इस आयोजन में सहभागी बनंे और इसे प्रोत्साहित करें। जब प्रतिष्ठित टीमें इसमें प्रतिभाग कर रही हों तथा बार व बेंच टूर्नामेण्ट के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ रहे हों, तो यह न केवल रोचक है बल्कि लोगों के लिए नई प्रेरणा भी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा भी देता है। यह मनोरंजन का साधन भी है। यह आयोजन हम सभी को अपनी शारीरिक व मानसिक क्षमताओं का आकलन करने का अवसर प्रदान करता है। हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती है, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है तथा हमें नए प्रोत्साहन के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमने विगत 10 वर्षों में देश में एक नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की भी यही इच्छा है कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं। आज इसी भावना से देश में खेल कार्यक्रम आगे बढ़े हैं। ओलम्पिक, पैरालम्पिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ या वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसी किसी भी प्रतियोगिता में हमारे खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जमीनी धरातल से जुड़े हुए खिलाड़ियों को भी अवसर प्राप्त हो रहा है। खेलो इण्डिया, फिट इण्डिया मूवमेण्ट तथा सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं ने देश में नई खेल संस्कृति को आगे बढ़ाया है। अनेक युवा इसके माध्यम से आगे आ रहे हैं। ओलम्पिक में हमारे खिलाड़ी 07 मेडल लेकर आए। वहीं पैरालम्पिक में हमारे खिलाड़ियों ने 29 मेडल प्राप्त किए। इनका प्रदर्शन अचम्भित करने वाला है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश के जिन खिलाड़ियों ने ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक खेलों में प्रतिभाग किया और देश के लिए मेडल जीते, उन सभी को 01 अक्टूबर को लखनऊ में भव्य समारोह में प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ओलम्पिक गेम्स (एकल वर्ग) में स्वर्ण पदक विजेता को 06 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान करती है। ओलम्पिक गेम्स (टीम गेम्स) में स्वर्ण पदक जीतने पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने पर 01 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है। इसी प्रकार एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स तथा वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए और पदक जीतने के लिए प्रोत्साहन की व्यवस्था है। इसके साथ ही, खिलाड़ियों को विभिन्न सेवाओं में लिए जाने की भी विशेष व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2020 के टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता था। उस टीम के सदस्य तथा प्रदेश के खिलाड़ी श्री ललित कुमार उपाध्याय को सीधे पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। भारतीय हॉकी टीम का सम्मान भी किया गया था। इस बार ओलम्पिक में उत्तर प्रदेश के 02 खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बने थे। इनमें श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल थे। भारतीय टीम द्वारा मेडल जीतने के कारण हम श्री राजकुमार पाल को भी सीधी नियुक्ति देने जा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चीन में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता प्रदेश की एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री पारुल चौधरी को भी नियुक्ति पत्र दिया गया है। सुश्री पारुल चौधरी ने पदक जीतने के लिए पूरी जान लगा दी थी और देश के लिए गोल्ड मेडल जीता। सुश्री पारुल चौधरी ने यह कहा था कि उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पदक जीतने पर डिप्टी एस0पी0 का पद प्रदान किये जाने की घोषणा से प्रोत्साहन मिला था। अब तक हम 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दे चुके हैं, जिन्होंने ओलम्पिक, एशियाड अथवा कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के साथ ही, खेल व खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार द्वारा अनेक प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश में लगभग 57 हजार ग्राम पंचायतें हैं। इन सभी में खेल के मैदान के निर्माण के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। यदि गांव में खेल का मैदान होगा, तो बच्चे खेलने में रुचि लेंगे और गलत दिशा में नहीं जाएंगे। उन्हें सकारात्मक दिशा मिलेगी। सभी ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता के आधार पर खेल के मैदान तथा ओपन जिम के निर्माण के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, हर विकासखण्ड में मिनी स्टेडियम तथा हर जनपद में स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया है। इस समय खेलकूद की ग्रामीण लीग प्रतियोगिताएं लोकप्रिय हो रही हैं। विगत दिनों लखनऊ में हॉकी एवं क्रिकेट लीग का आयोजन हुआ था। इसके माध्यम से खिलाड़ियों को एक नया मंच प्राप्त हो रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे हैं। अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया है। इसके लिए 500 करोड़ रुपये का कॉर्पस फण्ड बनाया गया है, जिससे किसी अधिवक्ता की असमय मृत्यु होने पर, उसके परिजनों को 05 लाख रुपये की राशि प्राप्त हो सके। पहले यह राशि डेढ़ लाख रुपये थी। इस हेतु अधिकतम आयु की सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष की गई है। विगत 18 अगस्त को 577 ऐसे दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में 28 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि का वितरण किया गया था। अब तक दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज महिलाएं खेलकूद के साथ ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और नेतृत्व प्रदान कर रही हैं। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि जिस प्रकार आज 16 टीमें इस आयोजन का हिस्सा बन रही हैं, उसी प्रकार अगली बार महिला एडवोकेट्स की अतिरिक्त टीम भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेगी। ज्ञातव्य है कि ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट में इलाहाबाद, आन्ध्र प्रदेश, औरंगाबाद, बम्बई, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, ग्वालियर, इन्दौर, कर्नाटक, लखनऊ, ओडिसा, पंजाब-हरियाणा, तेलंगाना तथा पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्तागणों की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।

    इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री ए0आर0 मसूदी, न्यायमूर्ति श्री राजेश सिंह चौहान, न्यायमूर्ति श्रीमती संगीता चन्द्रा एवं अन्य न्यायमूर्तिगण, लखनऊ एडवोकेट्स क्रिकेट एसोशिएशन के अध्यक्ष श्री एन0के0 सेठ तथा अधिवक्तागण उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने गोरखपुर में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया

    CM Yogi

    CM Yogi ने आज गोरखपुर में सिविल लाइंस क्षेत्र में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने पूरे प्रतिष्ठान का अवलोकन किया और प्रतिष्ठान संचालकों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए उम्मीद जतायी कि यहां लोगों को उचित कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता के हर प्रकार के टेक्सटाइल उत्पाद उपलब्ध होंगे। इस अवसर पर उन्होंने भूतल समेत प्रतिष्ठान के सभी चार तलों पर बनाए गए रिटेल काउंटरों का अवलोकन और निरीक्षण किया।

    प्रतिष्ठान के निदेशक श्री देवीदयाल अग्रवाल ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ कर व्यापार के लिए बेहतरीन माहौल बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद दिया। श्री अग्रवाल ने कहा कि कारोबार बढ़ने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।

    इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री चारू चौधरी, विधान परिषद सदस्य श्री धर्मेन्द्र सिंह, विधायक श्री विपिन सिंह तथा व्यापारीगण उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने गोरखपुर में पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण किया

    CM Yogi: स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की 12 छोटी गाड़ियों, 02 बड़े वाहनों, सीवेज सफाई की अत्याधुनिक मशीनों, बैंडीकोट रोबोट और विदेश से मंगाई गई डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

    • कैफे का उद्घाटन किया
    • नवरात्रि दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छ पण्डाल पोस्टर का विमोचन किया
    • मुख्यमंत्री ने लोगों को जीरो वेस्ट त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज गोरखपुर में सिविल लाइंस स्थित पार्क रोड पर पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण करने के साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की 12 छोटी गाड़ियों, 02 बड़े वाहनों, सीवेज सफाई की अत्याधुनिक मशीनों, बैंडीकोट रोबोट और विदेश से मंगाई गई डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। साथ ही, उन्होंने नवरात्रि दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छ पण्डाल पोस्टर का विमोचन भी किया और लोगों को जीरो वेस्ट त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पिंक बस टॉयलेट का निरीक्षण किया और इसमें बनाई गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने पिंक बस टॉयलेट के पिछले हिस्से में बने कैफे का भी उद्घाटन किया और इस कैफे का संचालन करने वाली महिलाओं से बातचीत कर उनका उत्साह बढ़ाया। ज्ञातव्य है कि गोरखपुर नगर निगम द्वारा सिविल लाइंस क्षेत्र में इस पिंक बस टॉयलेट की शुरुआत किए जाने से इनकी संख्या 02 हो गई है। एक पिंक टॉयलेट रामगढ़ताल रोड पर बुद्धा गेट के पास क्रियाशील है। पिंक बस टॉयलेट को कबाड़ घोषित रोडवेज की बसों को मॉडिफाई करके बनाया गया है। इसमें इण्डियन और वेस्टर्न टॉयलेट, वॉश बेसिन आदि की सुविधा है। इसमें प्रसाधन सम्बन्धी सुविधाओं के साथ कैफे की भी सुविधा दी गई है।

    पिंक बस टॉयलेट में बिजली सम्बन्धी जरूरतों को पूरा करने के लिए सोलर सिस्टम भी इंस्टॉल किया गया है। वाहन के पिछले हिस्से में कैफे बनाया गया है। कैफे के संचालन से जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के माध्यम से महिलाओं को रोजगार से भी जोड़ा गया है। कैफे में खानपान के कई तरह के सामान मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि लगभग 06 करोड़ रुपये की लागत वाली डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन तंग गलियों में सेफ्टी टैंक की सफाई कर मशीन में ही डी-वॉटरिंग कर स्लज और सीवेज के जल को अलग कर देती है। उसके बाद जल को शोधित कर सीधे नदी या तालाब में डाला जा सकता है। मुख्यमंत्री जी ने लगभग 50 लाख रुपये की लागत वाले बैंडीकोट रोबोट का भी लोकार्पण किया। इस रोबोट के उपयोग से सफाई मजदूरों को मेनहोल, खतरनाक और तंग सीवर पाइपों में प्रवेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

    इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य श्री धर्मेन्द्र सिंह, विधायक श्री विपिन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने गांधी जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं

    CM Yogi ने गांधी जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं

    CM Yogi

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।

    अपने बधाई संदेश में उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने वे पहले थे। इन्हें अपनाने से पूरे विश्व में शान्ति और सद्भाव स्थापित होगा, जिसकी आज बहुत आवश्यकता है। उनकी शिक्षा का अनुसरण ही गांधी जी के प्रति हम सभी की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सत्य और अहिंसा के माध्यम से महात्मा गांधी के नेतृत्व में चला भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन विश्व के इतिहास में विलक्षण है। गांधी जी ने अपना पूरा जीवन देश और मानव सेवा में व्यतीत किया। चरखे, खादी और स्वदेशी के माध्यम से उन्होंने स्वावलम्बन और श्रम की गरिमा को रेखांकित किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि साफ-सफाई, ईश्वर की आराधना के समान है। इसलिए उन्होंने लोगों को स्वच्छता अपनाने की शिक्षा दी। वर्तमान सरकार गांधी जी के स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप सम्पूर्ण प्रदेश में स्वच्छता के व्यापक प्रसार में उल्लेखनीय सफलता मिली है।

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  • CM Yogi ने पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 तथा पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को सम्मानित किया

    CM Yogi ने पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 तथा पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को सम्मानित किया

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश में खेलों के लिए बेहतरीन वातावरण निर्मित किया गया, इस दृष्टि से विगत 10 वर्षों में किए गए नियोजित प्रयासों के अच्छे परिणाम सामने आए

    CM Yogi ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश में खेलों के लिए बेहतरीन वातावरण निर्मित किया गया है। इस दृष्टि से विगत 10 वर्षों में किए गए नियोजित प्रयासों के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। प्रधानमंत्री जी ने खेलो इंडिया से इस अभियान का शुभारम्भ किया था। फिट इंडिया मूवमेंट तथा सांसद खेलकूद प्रतियोगिता जैसे आयोजनों से खेल प्रतिभाओं को नया मंच प्राप्त हुआ है। अब गांव, शहर तथा विश्वविद्यालय स्तर पर लीग प्रतियोगिताएं प्रारम्भ हो चुकी हैं। इनमें विभिन्न क्षेत्रों के अलग-अलग खेलों में खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है। इस कार्य के लिए अवसंरचना अत्यन्त आवश्यक होती है। डबल इंजन सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 तथा पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने पदक विजेता व प्रतिभागी खिलाड़ियों तथा पैरालम्पिक गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के प्रशिक्षकों को सम्मानित किया।

    मुख्यमंत्री जी ने खिलाड़ियों तथा प्रशिक्षकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज यहां वर्ष 2024 के पेरिस ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक में प्रतिभाग करने वाले तथा पदक प्राप्त करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों का सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। पेरिस ओलम्पिक गेम्स 2024 में प्रदेश के 06 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। इनमें श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल द्वारा भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य के रूप में कांस्य पदक जीतने पर उन्हें एक-एक करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया है।

    पेरिस ओलम्पिक-2024 में प्रतिभाग करने पर सुश्री पारुल चौधरी, सुश्री प्रियंका, सुश्री अन्नू रानी तथा सुश्री प्राची को 10-10 लाख रुपए पुरस्कार राशि प्रदान की गई है। पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के 08 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था, इनमें से पैराएथलेटिक्स हाई जम्प टी-64 में स्वर्ण पदक विजेता श्री प्रवीन कुमार को 06 करोड़ रुपए, पैरा बैडमिंटन एस0 एल0-04 रजत पदक विजेता श्री सुहास एल0वाई0 तथा पैराएथलेटिक्स जेवलिन एफ0-46 के रजत पदक विजेता श्री अजीत सिंह को चार-चार करोड़ रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया।

    सुश्री प्रीति पाल को पैराएथलेटिक्स 100 मीटर एवं 200 मीटर टी-35 में कांस्य पदक जीतने पर 04 करोड़ रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया। पैराएथलेटिक्स 200 मीटर टी-12 में कांस्य पदक जीतने पर सुश्री सिमरन को 02 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई। पैराएथलेटिक्स जेवलिन एफ-54 में श्री दीपेश कुमार, पैराएथलेटिक्स डिस्कस एफ-55 में सुश्री साक्षी कसाना, पैराकैनाई 200 मीटर के एल- 1 में श्री यश कुमार द्वारा प्रतिभाग करने पर प्रत्येक को 10-10 लाख पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुशल प्रशिक्षक ही राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की पीढ़ी तैयार करते हैं। पैरालम्पिक गेम्स में प्रदेश के चार प्रशिक्षकों के खिलाड़ियों ने स्वर्ण, रजत तथा कांस्य पदक जीते। आज यहां यह प्रशिक्षक भी पुरस्कार राशि से सम्मानित किए गए हैं। इनमें स्वर्ण पदक विजेता श्री प्रवीन कुमार को प्रशिक्षित करने वाले डॉ0 सत्यपाल सिंह, रजत पदक विजेता श्री सुहास एल0वाई0 को प्रशिक्षित करने वाले श्री गौरव खन्ना, रजत पदक विजेता श्री अजीत सिंह को प्रशिक्षित करने वाले श्री राकेश कुमार यादव तथा कांस्य पदक विजेता सुश्री प्रीति पाल एवं सुश्री सिमरन को प्रशिक्षित करने वाले श्री गजेंद्र सिंह सम्मिलित हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि छोटी तथा बड़ी प्रतियोगिताएं हमें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती हैं। ओलम्पिक में प्रतिभाग करना ही बहुत कठिन कार्य है। इसके लिए कठिन परिश्रम से स्वयं को तराशना पड़ता है। आज जितने भी खिलाड़ियों को यहां सम्मानित किया
    गया है, इन सभी ने अपने परिश्रम की पराकाष्ठा से ओलम्पिक में देश का परचम लहराकर देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने का काम किया है। जब प्रदेश का खिलाड़ी देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने का काम करता है, तो प्रदेश का सम्मान स्वयं ही बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि सृष्टि के शिल्पी भगवान विश्वकर्मा तथा प्रधानमंत्री जी आधुनिक भारत के शिल्पी हैं। विश्वकर्मा जयंती तथा प्रधानमंत्री जी के जन्म दिवस 17 सितम्बर से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 02 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस पखवाड़े के अंतर्गत मनाए जाने वाले अनेक कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक खिलाड़ियों के सम्मान का कार्यक्रम रखा गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने खेल के क्षेत्र में एक बड़े लक्ष्य के साथ कार्य करना प्रारम्भ किया है। वर्तमान में प्रदेश में 84 स्टेडियम, 02 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 67 बहुउद्देशीय हॉल, 38 तरणताल, 15 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, तीन सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, 02 जूडो हॉल, 13 कुश्ती हॉल, 06 शूटिंग रेंज, 02 इनडोर वॉलीबॉल हॉल, 12 वेटलिफिं्टग हॉल, 14 सिंथेटिक बास्केटबॉल कोर्ट, 16 छात्रावास भवन, 19 डॉरमेट्री, 47 अत्याधुनिक जिम सेंटर, 20 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट बनकर तैयार हो चुके हैं। प्रदेश सरकार प्रत्येक जनपद में स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही को आगे बढ़ा रही है। प्रदेश के सभी 826 विकास खण्डों में मिनी स्टेडियम के निर्माण हेतु जिला प्रशासन से जमीन आरक्षित करने के लिए कहा गया है। मिनी स्टेडियम के लिए कम से कम 05 एकड़ भूमि होनी चाहिए। प्रदेश में 57000 से अधिक ग्राम पंचायतें हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत में खेल का मैदान और ओपन जिम के निर्माण की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर आगे बढ़ रही है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में युवक मंगल दल व महिला मंगल दल को विभिन्न खेलों से सम्बन्धित स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराई जा रही हैं। ओलम्पिक गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, विश्व कप तथा एशियाई गेम्स के पूर्व खिलाड़ियों को स्पेशल इन्सेंटिव के साथ प्रशिक्षक के रूप में तैनात करने के लिए खेल विभाग से कहा गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने तथा पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों के लिए पुरुष वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार तथा महिला वर्ग में रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार की घोषणा की गई है। इसके अंतर्गत उन्हें नकद पुरस्कार राशि के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र आदि से सम्मानित किया जाता है। अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद पुरस्कार, खेल रत्न पुरस्कार व खेल के क्षेत्र में पद्मश्री व पद्मभूषण से सम्मानित खिलाड़ियों को 20 हजार रुपए प्रतिमाह वित्तीय सहायता तथा वृद्ध, अशक्त एवं विपदाग्रस्त राज्य स्तर के खिलाड़ियों को 04 हजार रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 06 हजार रुपये तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। प्रदेश में खेल एवं खिलाड़ियों के प्रोत्साहन एवं संवर्धन हेतु एकलव्य क्रीडा कोष का गठन किया गया है। जनपद मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर आगे बढ़ा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारतीय मनीषा कहती है कि ‘शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्’ अर्थात् सर्वश्रेष्ठ जीवन यापन के सभी साधन स्वस्थ शरीर से सम्भव हो सकते हैं। स्वस्थ शरीर के लिए व्यवस्थित जीवन शैली की आवश्यकता होती है। खेल खिलाड़ियों की दिनचर्या का हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न खेलों में मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि प्राप्त होने के साथ-साथ नौकरियां भी उनका इंतजार कर रही हैं। हॉकी खिलाड़ी श्री ललित कुमार उपाध्याय, क्रिकेट खिलाड़ी सुश्री दीप्ति शर्मा, एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री पारुल चौधरी, शूटिंग खिलाड़ी श्री अखिल श्योराण, कबड्डी खिलाड़ी श्री अर्जुन देशवाल को पुलिस उपाधीक्षक, जूडो खिलाड़ी श्री विजय कुमार यादव तथा कुश्ती खिलाड़ी सुश्री दिव्या काकरान को नायब तहसीलदार, कैनो सिं्प्रट खिलाड़ी श्री अर्जुन सिंह को यात्री कर माल कर अधिकारी, एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री प्राची एवं रोइंग खिलाड़ी श्री पुनीत कुमार को जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक दल अधिकारी के पद पर नियुक्ति दी गई है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में भी विश्व चैम्पियनशिप या राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले ऐसे 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये जा चुके हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने युवा खिलाड़ियों का आह्वान करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को समय का उचित उपयोग करने की आदत डालनी चाहिए। युवाओं को स्मार्टफोन का उपयोग संतुलित रूप से तथा आवश्यक कार्यों के लिए करना चाहिए। स्मार्टफोन का अनावश्यक प्रयोग दृष्टि को कमजोर तथा समय को नष्ट करता है। उन्होंने कहा कि नशा नाश का कारण है। इसलिए युवाओं को नशे से हमेशा दूर रहना चाहिए। जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते समय प्रतियोगी प्रारम्भ में ही अपना लक्ष्य तय कर लेता है, उसी तरह खिलाड़ी भी खेल को अपने जीवन का लक्ष्य मानकर आगे बढ़ें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप जितनी अधिक मेहनत करेंगे तथा पसीना बहाएंगे, विश्व स्तर की प्रतियोगिताओं में आपके प्रदर्शन से विपक्षी का उतना अधिक पसीना बहेगा। उस समय आपको अभूतपूर्व संतुष्टि प्राप्त होगी। वह किसी भी मेडल से बढ़कर होगी। यदि अपनी मंजिल प्राप्त करनी है, तो जीवन में कभी शॉर्टकट का रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। मेहनत, परिश्रम तथा पुरुषार्थ से अपना लक्ष्य प्राप्त करना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज जिन खिलाड़ियों को यहां सम्मानित किया गया है, उनमें से श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल ने प्रदेश के छोटे से जनपद गाजीपुर में निजी खेल अकादमी के साथ जुड़कर प्रशिक्षण प्राप्त किया। आज वह ओलम्पिक में खेल रहे हैं तथा शानदार कैरियर के साथ आगे बढ़ रहे हैं। गौतमबुद्धनगर के श्री प्रवीन कुमार ने पैरालम्पिक में गोल्ड मेडल जीता है। पहले उनके परिवार के लोग भी उनके भविष्य को लेकर चिंतित थे। उन्होंने अपनी दिव्यांगता को पछाड़कर गोल्ड मेडल प्राप्त कर स्वयं की प्रतिभा को साबित किया। ऐसे ही अन्य खिलाड़ियों की भी कहानी है। इनमें से बहुत सारे खिलाड़ी ऐसे रहे होंगे, जिन्होंने सड़कों पर दौड़कर, मिट्टी के अखाड़े में कुश्ती लड़कर खेलों में अपना स्थान बनाया होगा।

    आज केंद्र व राज्य सरकार खिलाड़ियों को पर्याप्त मात्रा में संसाधन तथा अच्छे प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रशिक्षक भी उपलब्ध करा रही हैं। खिलाड़ियों को इसका लाभ लेना चाहिए। उन्होंने खेल विभाग से नवोदित खिलाड़ियों को पदक विजेता खिलाड़ियों के छोटे-छोटे वीडियो उपलब्ध कराने को कहा ताकि वह वीडियो देखकर प्रेरित हो सकें। उन्होंने कहा कि तत्पश्चात प्रशिक्षण के माध्यम से इन्हें आगे बढ़ने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाना चाहिए। यदि खिलाड़ियों के मन में कुछ प्राप्त करने का जुनून होगा तो वह अवश्य प्राप्त करेंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 के लिए 02 करोड़ 40 लाख रुपए की राशि ही पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जा रही है। ओलम्पिक में खिलाड़ियों को अपनी मेहनत से इससे अधिक राशि प्राप्त करने की आवश्यकता है। इसके लिए उन्हें स्वयं को तैयार करना पड़ेगा। पैरालम्पिक गेम्स-2024 में 20 करोड़ 30 लाख रुपए पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए जा रहे हैं, जो ओलम्पिक की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक राशि है। यह चीजें दिखाती हैं कि पैरालम्पिक का क्षेत्र व्यापक रूप से आगे बढ़ा है। इन लोगों ने थोड़ा सा अवसर प्राप्त होने पर लम्बी छलांग लगाई है।

    कार्यक्रम में खेलों को बढ़ावा देने के लिए देश व प्रदेश में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
    उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, विधान परिषद सदस्य श्री भूपेंद्र सिंह, खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, विधायक श्री नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य इंजी0 श्री अवनीश कुमार सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व खिलाड़ी तथा उनके अभिभावक उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in/

  •  CM Yogi ने अधिकारियों को बाढ़ क्षेत्रों में राहत कार्य करने का निर्देश दिया

     CM Yogi ने अधिकारियों को बाढ़ क्षेत्रों में राहत कार्य करने का निर्देश दिया

    राज्य में भारी बारिश को देखते हुए  CM Yogi ने शुक्रवार को संबंधित जिलों के अधिकारियों को शीघ्र राहत कार्य करने का निर्देश दिया।

    राज्य में भारी बारिश को देखते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को संबंधित जिलों के अधिकारियों को शीघ्रता से राहत कार्य करने का निर्देश दिया।

    एक विज्ञप्ति के अनुसार, सीएम आदित्यनाथ ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने, राहत कार्य को ठीक से सुनिश्चित करने और प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।

    सीएम ने परिवारों को संबोधित किया

    विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने आपदा से प्रभावित परिवारों को संबोधित किया और अधिकारियों को उन परिवारों को अनुमत राहत राशि प्रदान करने के निर्देश दिए जिनके जानवर और घर खो गए हैं।

    इस बीच, गोरखपुर में गुरुवार सुबह भारी बारिश हुई। इससे स्कूली बच्चों और किसानों को परेशानी हुई, जो लगातार बारिश के कारण अपनी धान की फसल के नुकसान के कारण भारी नुकसान झेल रहे हैं।

    राज्य में भारी बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को संबंधित जिलों के अधिकारियों को पूरी तेजी से राहत कार्य करने का निर्देश दिया।

    एक विज्ञप्ति के अनुसार, आदित्यनाथ ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने, यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राहत कार्य ठीक से किया जाए और प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान की जाए।

    आईएमडी ने जारी किया अलर्ट

    भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की।

    इससे पहले 24 सितंबर को केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखे एक पत्र में अत्यधिक बारिश से फसल के नुकसान के कारण ब्रज क्षेत्र के किसानों के लिए तत्काल राहत का अनुरोध किया था।

    अपने पत्र में, चौधरी ने कहा, “हाल ही में, उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र की अपनी यात्रा के दौरान, मैंने कई गांवों का दौरा किया, और यह देखा गया कि इस क्षेत्र में अत्यधिक बारिश के कारण किसानों की फसलों को बहुत नुकसान हुआ है और उन्हें तत्काल राहत प्रदान करने की आवश्यकता है।

    उन्होंने सीएम से आग्रह किया

    उन्होंने मुख्यमंत्री से प्राथमिकता के आधार पर प्रभावित गांवों में सर्वेक्षण करने का आग्रह किया।

    रिपोर्टों के अनुसार मुरादाबाद में किसानों को भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण फसल के नुकसान से भी जूझना पड़ा है।

    रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि लगभग 60 प्रतिशत गन्ना और 70 प्रतिशत धान की फसल प्रभावित हुई है। जारी बारिश ने खेतों में पानी भर दिया है, जबकि तेज हवाओं ने व्यापक नुकसान पहुंचाया है।

    कई इलाकों में गन्ना पूरी तरह से गिर गया है और धान के खेत पानी में डूब गए हैं। (with Agency inputs)

  • CM Yogi Adityanath ने जनपद बाराबंकी में पं0 दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण किया

    CM Yogi Adityanath ने जनपद बाराबंकी में पं0 दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण किया

    CM Yogi Adityanath: अन्त्योदय के प्रणेता पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी के सपनों को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय अन्त्योदय के प्रणेता थे। उनका कहना था कि आर्थिक उन्नति और प्रगति का मापन समाज के ऊंचे पायदान पर खड़े व्यक्ति से नहीं, बल्कि अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति से किया जाना चाहिए। पं0 दीन दयाल उपाध्याय ने हर हाथ को काम, हर खेत को पानी का उद्घोष किया था। आज गरीब, गांव, किसान, महिलाएं एवं शासन की योजनाओं का लाभ समाज के हर एक तबके तक पहुंचाना सभी राजनीतिक दलों के एजेण्डे का हिस्सा बना है। स्वतंत्र भारत में इनके सबसे बड़े प्रवक्ता पं0 दीन दयाल उपाध्याय थे।

    मुख्यमंत्री जी आज जनपद बाराबंकी के विजय उद्यान में पं0 दीन दयाल उपाध्याय की जयन्ती की पूर्व संध्या पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने के उपरान्त राजकीय इण्टर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व, उन्होंने पं0 दीन दयाल उपाध्याय के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन कर उसका अवलोकन भी किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वतंत्र भारत में भारतीय राजनीति के एक नये सितारे के रूप में पं0 दीन दयाल उपाध्याय ने पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा उसके बाद जनसंघ के माध्यम से भारतीय राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने तत्कालीन सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था के बारे में जो विचार व्यक्त किये थे, उनकी प्रासंगिकता आज भी भारत और वैश्विक समुदाय को देखने को मिल रही है। आज जनपद बाराबंकी के विजय उद्यान में पण्डित जी की जयन्ती के एक दिन पूर्व उनकी भव्य प्रतिमा के लोकार्पण का कार्य सम्पन्न हुआ है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पण्डित जी ने सात दशक पहले जो सपने देखे थे, उन्हें साकार करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। देश में कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक 80 करोड़ गरीबों को निःशुल्क राशन की सुविधा का लाभ प्राप्त हो रहा है। देश में 12 करोड़ घरों में शौचालयों का निर्माण हुआ है। 10 करोड़ लोगों को उज्ज्वला योजना के तहत निःशुल्क गैस कनेक्शन दिये गये हैं। 04 करोड़ गरीबों को उनके पक्के आवास उपलब्ध कराए जा चुके हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत देश में करोड़ों लोगों को प्रतिवर्ष 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जा रहा है। यह कार्य पण्डित जी के सपनों को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में शासन की योजनाओं का लाभ समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने के अभियान का हिस्सा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में यह यात्रा बिना रुके, बिना झुके तथा बिना डिगे निरन्तर आगे बढ़ रही है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद बाराबंकी स्टेट कैपिटल रीजन का एक महत्वपूर्ण जनपद है। अब विकास केवल प्रदेश की राजधानी तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि बाराबंकी भी इस विकास में बराबर का भागीदार बनने जा रहा है। यहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती प्रदान करने तथा पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतर सुविधा प्रदान करने आदि कार्यों का लाभ यहां के निवासियों को प्राप्त होने जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद बाराबंकी इस मामले में सौभाग्यशाली है कि इसके एक ओर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तो दूसरी ओर श्री अयोध्या धाम स्थित है। विकास चाहे अयोध्या जी का हो या लखनऊ का, इनके लाभ से बाराबंकी को कोई वंचित नहीं कर सकता है। बाराबंकी की पहचान श्री लोधेश्वरनाथ मन्दिर ‘महादेवा’ से है। प्रदेश का धर्मार्थ कार्य एवं पर्यटन तथा संस्कृति विभाग इसे नयी पहचान दिलाने के लिए कार्य करने जा रहा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम तथा अयोध्या धाम की तर्ज पर महादेवा में भी बेहतरीन कॉरिडोर बनाने की दिशा में हम अग्रसर हुए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक ओर जनपद बाराबंकी में महादेवा धाम को उसकी पुरातन पहचान दिलाने के कार्य किए जा रहे हैं, दूसरी ओर हॉकी इण्डिया को दुनिया में पहचान दिलाने वाले इसी माटी के लाल श्री के0डी0 सिंह बाबू जी की स्मृतियों कोबनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार ने उनकी हवेली पर श्री के0डी0 सिंह बाबू तथा हॉकी इण्डिया का भव्य स्मारक बनाने की तैयारी शुरू की है। इसके माध्यम से हॉकी से जुड़े हुए खेलों के प्रदर्शन और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। प्रदेश सरकार राम सनेही घाट के पास एक इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने जा रही है। इसके माध्यम से बाराबंकी में ही हजारों नौजवानों के लिए नौकरी की सुविधा उत्पन्न की जाएगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद बाराबंकी औद्योगिक, शैक्षणिक एवं प्रगतिशील किसानों की दृष्टि से अच्छा कार्य कर रहा है। पद्म पुरस्कार से सम्मानित श्री रामशरण वर्मा इसी जनपद से हैं। श्री वर्मा इस बात के उदाहरण हैं कि पढ़ाई से ज्यादा व्यक्ति के व्यावहारिक जीवन का महत्व होता है। एक प्रगतिशील किसान के रूप में उन्होंने देश में अपनी पहचान बनाई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाराबंकी जनपद की सम्भावनाओं के दृष्टिगत सरकार ने यहां की सड़कों के बेहतरीन रख-रखाव और उनके सुदृढ़ीकरण के कार्य प्रारम्भ किए हैं। अब यहां अच्छे इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा स्टेट कैपिटल रीजन के लाभ मिलेंगे। के0डी0 सिंह बाबू जी के नाम पर जनपद बाराबंकी नयी खेल राजधानी के रूप में विकसित होगा। साथ ही, बाबा लोधेश्वर महादेव का एक बेहतरीन कॉरिडोर भी जनपद को प्राप्त होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी को दिया जाएगा। हर वंचित परिवार को आवास, शौचालय, पेंशन एवं राशन कार्ड की सुविधा का लाभ मिलेगा। हर पात्र बेटी मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से लाभान्वित होगी। हर नौजवान को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने तथा उसके सपनों की उड़ान को पंख लगाने के लिए प्रदेश सरकार उन्हें स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना से जोड़ने का कार्य करेगी। आने वाले समय में प्रदेश के 10 लाख युवाओं को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान से जोड़ने जा रहे हैं। इसके अन्तर्गत अपना उद्यम लगाने वाले युवाओं के 05 लाख रुपये तक के ऋण पर ब्याज की राशि का भुगतान सरकार करेगी। केवल उसे अपने मूलधन का ही भुगतान बैंक को करना होगा। यह 10 लाख युवा प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार का सृजन करने में सफल होंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन सरकार की डबल स्पीड विकास और सुरक्षा के नये मॉडल के रूप में उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ा रही है। विकास और विरासत की यह यात्रा आज यहां अन्त्योदय के प्रणेता, महान चिन्तक एवं विचारक पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम के माध्यम से हम देख रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि हम पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी के सपनों का भारत और उनके सपनों का उत्तर प्रदेश बनाने तथा उनके द्वारा बताए गए रास्ते का अनुसरण करते हुए बिना भेदभाव के समाज के हर तबके तक शासन की योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने में सफल होंगे।

    इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह, कारागार राज्य मंत्री श्री सुरेश राही, खाद्य रसद एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री श्री सतीश चन्द्र शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

    source: http://information.up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ने गोरखपुर में गौरव संग्रहालय के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया

    CM Yogi Adityanath ने गोरखपुर में गौरव संग्रहालय के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया

    CM Yogi Adityanath

    CM Yogi Adityanath: निर्माणाधीन संग्रहालय की गैलरियों में वैदिक काल, उपनिषद काल, रामायण काल, पुराण काल, नाथ परम्परा, बुद्व काल, स्वतंत्रता संग्राम तथा पूर्वांचल के गौरव आदि विषयों के सम्बन्ध में जानकारी दी जाये

    CM Yogi Adityanath  ने आज गोरखपुर में गौरव संग्रहालय के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माणाधीन संग्रहालय की गैलरियों में वैदिक काल, उपनिषद काल, रामायण काल, पुराण काल, नाथ परम्परा, बुद्व काल, स्वतंत्रता संग्राम तथा पूर्वांचल के गौरव आदि विषयों के सम्बन्ध में जानकारी दी जाये।

    उल्लेखनीय है कि देशी, विदेशी पर्यटकों के ज्ञानार्थ, मनोरंजनार्थ एवं गोरखपुर के राष्ट्रवादी प्रयासों को बढ़ावा दिये जाने के दृष्टिगत पर्यटन विभाग द्वारा लगभग 21 करोड़ रुपये की लागत से 1.60 एकड़ भूमि पर गौरव संग्रहालय यू0पी0पी0सी0एल0 यूनिट-29, गोरखपुर के माध्यम से निर्मित कराया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत संग्रहालय का निर्माण द्वितीय तल तक कराया जाना है। इसमें टिकट काउण्टर, इलेक्ट्रिक कक्ष, 250 लोगों की क्षमतायुक्त ऑडिटोरियम, सोविनियर शॉप, सर्वर रूम, वर्क शॉप, ए0वी0 रूम, ओपेन गैलरी, कैफेटेरिया, सुलभ प्रसाधन, लिफ्ट, मीटिंग रूम, स्टाफ रूम, ऑफिस आदि के साथ-साथ परिसर में वाहन पार्किंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

    इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

    SOURCE: http://information.up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ने जन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर सख्त टिप्पणी की, और झूठी रिपोर्टों पर अफसरों को दी चेतावनी ।

    CM Yogi Adityanath ने जन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर सख्त टिप्पणी की, और झूठी रिपोर्टों पर अफसरों को दी चेतावनी ।

    CM Yogi Adityanath

    रविवार को आगामी त्योहारों को देखते हुए CM Yogi Adityanath ने कानून व्यवस्था की समीक्षा की। उस समय, मुख्यमंत्री ने जिले के डीएम और पुलिस कप्तानों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए और कहा कि अगर जन शिकायतों को समय पर नहीं हल किया जाता है तो अफसर कार्रवाई के लिए तैयार रहेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी मामले में झूठी रिपोर्ट देने वाले अफसरों पर सख्त कार्रवाई होगी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि बीट सिपाही से लेकर डीएसपी को लव जिहाद, ईव टीजिंग और चेन स्नेचिंग पर कार्रवाई करनी होगी। किसी को अराजकता करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी नई परंपरा को शुरू नहीं होने देना चाहिए। विशेष अवसरों को देखते हुए संवेदनशील क्षेत्रों में अधिक सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए। कानून-व्यवस्था से लेकर साफ-सफाई को दुरुस्त रखने की मांग की।

    समय पर जन सुनवाई पूरी करें

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्व और पुलिस अफसरों के मिलकर जमीन विवाद को हल करने का आदेश दिया। उनका कहना था कि पुलिस-प्रशासन के सभी अधिकारियों को जन सुनवाई को समय पर पूरा करना चाहिए। शासन को झूठी रिपोर्ट देने वाले अफसरों पर कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्रियों के दौरे के दौरान समस्याओं को हल करने के लिए जिले के अधिकारियों को कहा।

    ये अधिकारी बैठक में शामिल रहे

    मुख्यमंत्री ने वन्यजीवों से प्रभावित परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता देने के निर्देश भी दिए। CM योगी ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में सभी जिलों के डीएम, कप्तान, सीएमओ और सीडीओ को शामिल किया। वीडियो कॉन्फ्रेंस में पुलिस कमिश्नर, डिविजनल कमिश्नर, सभी जोन के एडीजी, रेंज के आईजी और डीआईजी भी शामिल हुए।

  • CM Yogi Adityanath ने 65.712 करोड़ रु0 लागत से निर्मित 555 आंगनबाड़ी भवनों का लोकार्पण तथा ‘बाल भोग’ पोर्टल का शुभारम्भ किया

    CM Yogi Adityanath ने 65.712 करोड़ रु0 लागत से निर्मित 555 आंगनबाड़ी भवनों का लोकार्पण तथा ‘बाल भोग’ पोर्टल का शुभारम्भ किया

    CM Yogi Adityanath

    • मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों के बै ंक खातों में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना तथा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के प्रीमीयम के रूप में 8.78 करोड़ रु0 तथा यूनिफॉर्म के लिए 29 करोड़ रु0 की धनराशि का अन्तरण किया, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों एवं सहायिकाओं को यूनिफॉर्म प्रदान की
    • मुख्यमंत्री ने कुपोषित से सुपोषित श्रेणी में परिवर्तित बच्चों के अभिभावकों एवं उनसे जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियो ं का सम्मान किया,
    • गर्भवती महिलाओं की गोदभराई तथा बच्चों का अन्नप्राशन किया
    • प्रधानमंत्री जी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों और सहायिकाओं की भूमिका की तुलना माता यशोदा से की: मुख्यमंत्री
    • एक स्वस्थ समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए जाति, मत, मजहब से ऊपर उठकर एक-एक बच्चे पर ध्यान देना होगा
    • प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2047 में विकसित भारत की संकल्पना की, जिन बच्चो ं की आप सेवा कर रही हैं, उन्हीं के हाथों में उस समय देश की कमान होगी
    • प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के सपने को साकार करने तथा देश के भविष्य को उज्ज्वल करने की दिशा में आज अनेक कार्यक्रमो ं का शुभारम्भ हो रहा
    • विगत 06-07 वर्षों में प्रदेश में 18 हजार से अधिक आंगनवाड़ी केन्द्र बनाए गये, पहली प्राथमिकता होनी चाहिए कि हर आंगनबाड़ी केन्द्र के पास अपना भवन हो
    • सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को ‘बाल वाटिका’ के रूप में विकसित करते हुए, उन बच्चो ं को प्री प्राइमरी के रूप में आगे बढ़ाने में योगदान देना चाहिए
    • उ0प्र0 भारत के विकास का बैरियर नहीं, बल्कि ग्रोथ इन्जन के रूप में जाना जा रहा, यह अन्तरविभागीय समन्वय के माध्यम से सम्भव
    • विकास खण्ड स्तर पर 01 सेे 03 वर्ष तथा 03 से 05 वर्ष के बच्चो ं के मध्य ‘स्वस्थ बच्चा प्रतिस्पर्धा’ करानी चाहिए

    CM Yogi Adityanath  ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियो ं और सहायिकाओ ं की भूमिका की तुलना माता यशोदा से की है। द्वापर युग में माता देवकी के 8वे ं पुत्र के रूप में जन्में श्री कृष्ण-कन्हैया की रक्षा के लिए वासुदेव जी उन्हे ं माता यशोदा की गोद में रख आए थे। माता यशोदा ने श्री कृष्ण कन्हैया का लालन-पालन पूरी तन्मयता से किया था। यही दायित्व आंगनबाड़ी केन्द्रो ं में निभाया जाता है। जब भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां किसी कुपोषित परिवार के पास जाती हैं, तो उनके सामने भी यही लक्ष्य होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में राष्ट्रीय पोषण माह-2024 के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्हो ंने 65.712 करोड़ रुपये लागत से निर्मित प्रदेश के 45 जनपदो ं के 555 आंगनबाड़ी भवनो ं का लोकार्पण तथा हॉट कुक्ड मील योजना से सम्बन्धित ‘बाल भोग’ पोर्टलीजजचेरूध्ध्नचीबउण्बवउध्ीबउध् का शुभारम्भ किया।

    मुख्यमंत्री जी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियो ं के बैंक खातो ं में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना तथा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के प्रीमीयम के रूप में 8.78 करोड़ रुपये तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों एवं सहायिकाओ ं की यूनिफॉर्म के लिए 29 करोड़ रुपये की धनराशि का अन्तरण किया। उन्हो ंने प्रतीकस्वरूप दो आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियो ं एवं दो सहायिकाओं को यूनिफॉर्म (साड़ी) प्रदान की।

    मुख्यमंत्री जी ने सम्भव अभियान के तहत कुपोषित से सुपोषित की श्रेणी में परिवर्तित बच्चो ं के अभिभावको ं एवं उनसे जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का सम्मान किया। उन्हो ंने गर्भवती महिलाओ ं की गोदभराई तथा बच्चो ं का अन्नप्राशन भी किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय पोषण माह तथा सम्भव अभियान पर आधारित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की आन-बान-शान के प्रतीक मेवाड़ के राणा वंश के राजकुमार की रक्षा करने के लिए पन्नाधाय ने अपने स्वयं के पुत्र की परवाह नहीं की थी। यह ऐसा उदाहरण हमारे सामने हैं, जिसके कारण भारत आने वाले संघर्षों का सामना करने के योग्य बना और फिर स्वाधीन भी हुआ। भारत का इतिहास इस प्रकार की घटनाओं से भरा है। आप सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्र्री मां यशोदा की ही भूमिका में है ं। प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2047 में विकसित भारत की संकल्पना की है। जब भारत विकसित होगा उसे समय हम सभी लोग अलग-अलग स्थितियों में होंगे, लेकिन जिन बच्चो ं की आप सेवा कर रही हैं, उन्हीं के हाथों में उस समय देश की कमान होगी। यह उस समय की वर्कफोर्स होगी। अगर यह सुपोषित है, तो उस समय भारत समृद्ध होगा, अगर आज यह स्वास्थ्य की दृष्टि से विकसित हैं, तो भारत भी विकसित होगा। इस दृष्टि से आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां एक बड़े और पवित्र कार्यक्रम को आगे बढ़ा रही हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के सपने को साकार करने तथा देश के भविष्य को उज्ज्वल करने की दिशा मे ं आज अनेक कार्यक्रमों का शुभारम्भ हो रहा है। मुख्यमंत्री जी ने राष्ट्रीय पोषण माह के कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया। सम्भव अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां े और उन परिवार के सदस्यो ं को यहां सम्मानित किया गया है, जिन्हो ंने एक समय सीमा में कुपोषण से सुपोषण के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। यहां हॉट कुक्ड मील योजना के अन्तर्गत ‘बाल भोग’ पोर्टल का शुभारम्भ किया गया है। इस योजना की शुरुआत गत वर्ष ही की गई थी, जिससे मिड-डे मील की तर्ज पर सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों मे ं आने वाले बच्चांे को गर्म पका भोजन प्राप्त हो सके।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियो ं और उनकी सहायिकाओं के लिए कोई दुर्घटना घटित होने की स्थिति में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और सुरक्षा बीमा योजना के अन्तर्गत 02 लाख रुपये का सुरक्षा बीमा कवर देने के लिए डी0बी0टी0 के माध्यम से उनके खातो ं में आज 08 करोड़ 78 लाख 50 हजार रुपये की धनराशि प्रेषित की गई है। उनकी यूनिफॉर्म के लिए भी डी0बी0टी0 द्वारा धनराशि उनके खातों में प्रेषित की गई है। प्रदेश मे ं 555 नए आंगनबाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण किया गया है। विगत 06-07 वर्षों में प्रदेश में 18 हजार से अधिक आंगनवाड़ी केन्द्र बनाए गये हैं। हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए कि हर आंगनबाड़ी केन्द्र के पास अपना भवन हो। कन्वर्जन के आधार पर इस कार्यक्रम को आगे बढा़ना चाहिए। अवशेष केन्द्रो ं के भवन एक साथ बनाने की तैयारी करें। आंगनबाड़ी केन्द्रों मे ं सभी प्रकार की सुविधाएं विकसित की जाएं और इन्हें हर प्रकार के कार्यों से जोड़ा जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अन्तर्गत अपने सभी आंगनबाड़ी केन्द्रो ं को ‘बाल वाटिका’ के रूप में विकसित करते हुए, उन बच्चो ं को प्री प्राइमरी के रूप में आगे बढ़ाने में योगदान देना चाहिए। वहां पर हम एक किचन गार्डन की व्यवस्था भी करें। इसे एक मॉडल बनाएं। बहुत से आंगनबाड़ी केन्द्रो ं में अच्छी-अच्छी गतिविधियां कराई जाती हैं। इनके माध्यम से बच्चो ं को सिखाया जाता है। एक आंगनबाड़ी केन्द्र के निरीक्षण के दौरान उन्हो ंने यह देखा था कि बहुत अच्छे उद्धरण के माध्यम से 03 से 05 वर्ष के बच्चो ं को गिनती तथा शरीर के अंगों का ज्ञान कराया जा रहा था। यह प्रयास अभिनंदनीय है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों, आशा बहनो ं तथा ए0एन0एम0 ने अपनी सेवाओं के माध्यम से अच्छे कार्य किये हैं। किसी भी कार्य के मूल्यांकन का सबसे अच्छा समय तब होता है, जब चुनौती सामने होती है। मार्च, 2020 से 2023 तक देश और दुनिया ने सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना का सामना किया था। अच्छे-अच्छे देश इस महामारी के सामने पस्त हो गए थे। लोगउत्तर प्रदेश के बारे में चिंतित थे कि यहां की 25 करोड़ की जनता को कैसे बचायाजाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमे ं विरासत में कमजोर स्वास्थ्य सुविधाएं मिली थी। लेकिन हमारे हेल्थ वर्कर्स, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, आशा बहनो ं तथा ए0एन0एम0 ने उस समय कदम से कदम मिलाकर, अपनी जान की परवाह न करते हुए, घर-घर जाकर एक-एक व्यक्ति की जान बचाने का कार्य किया। इसका परिणाम यह रहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने कोरोना प्रबन्धन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया। चुनौती और संकट के समय प्रदेश ने यह दिखाया कि हम बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकते हैं। हम प्रदेश की 25 करोड़ जनता को कोरोना महामारी से बचानंे में सफल हुए।

    जब तक कोई भी बच्चा कुपोषित रहेगा, तो समाज के सामने चुनौती बनी रहेगी। एक स्वस्थ समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए जाति, मत, मजहब से ऊपर उठकर एक-एक बच्चे पर ध्यान देना होगा। तब ही हम प्रधानमंत्री जी के वर्ष 2047 मे ंे विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। प्रदेश में विगत 06-07 वर्षाें में किये गये कार्यों के े परिणाम भी आए हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (वर्ष 2015-16) की तुलना में (वर्ष 2019-21) के स्वास्थ्य सम्बन्धी आंकड़ों के अनुसार, बच्चो ं में एनीमिया के स्तर में 5.1 प्रतिशत, स्टटिंग में 6.6 प्रतिशत, अल्प वजन में 7.4 प्रतिशत तथा सूखापन में 0.6 प्रतिशत का सुधार हुआ है। शिशु मृत्यु दर 61 से घटकर 38 हो गयी है। मातृ मत्यु दर 201 से घटकर 167 हो गयी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को स्मार्टफोन दिए गए हैं। इनका प्रयोग कर बेहतरीन डेटा अपलोड करना होगा, इससे इन आंकड़ों मे ं और सुधार होगा। अक्सर हम अपने डेटा को अपलोड नहीं करते हैं, जिससे हमारे कार्य सबके सामने नहीं आते हैं। जब हमने मिशन मोड में इस कार्य को आगे बढ़ाया, तो सभी सेक्टर में सुधार होता हुआ दिखाई दिया। अब उत्तर प्रदेश भारत के विकास का बैरियर नहीं, बल्कि ग्रोथ इन्जन के रूप में जाना जा रहा है। यह किसी एक विभाग का कार्य नहीं है बल्कि यह अन्तरविभागीय समन्वय के माध्यम से ही सम्भव है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इन्सेफेलाइटिस जैसी बीमारी पर अन्तरविभागीय समन्वय के माध्यम से ही नियन्त्रण प्राप्त किया गया है। पहले इस सीजन में 01 वर्ष से लेकर 15 वर्ष तक के हजारो ं बच्चों की मृत्यु इन्सेफेलाइटिस से होती थी। वर्ष 2017 में हमारी सरकार बनने पर इन्सेफेलाइटिस पर नियंत्रण के लिए अभियान चलाया। प्रदेश में वर्ष में तीन बार संचारी रोग नियंत्रण तथा दस्तक अभियान चलता है। परिणाम है कि जिस इन्सेफेलाइटिस से 40 वर्षों में प्रदेश में 50 हजार से अधिक बच्चो ं की मृत्यु हुई, आज वह इन्सेफेलाइटिस प्रदेश से पूरी तरह समाप्त हो चुका है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि यह बच्चे आज जीवित होते, तो उत्तर प्रदेश के विकास में अपना सहयोग दे रहे होते। यह सारा दोष उस व्यवस्था का था, जिसने इस बीमारी की रोकथाम के लिए जागरूकता के कार्यक्रम नहीं चलाए। बेहतरीन समन्वय से उन परिवारो ं तक सरकार की व्यवस्थाओं, स्वच्छता के कार्यक्रमों, स्वास्थ्य की सुविधाओं, पोषाहार पहुंचाने या शासन की अन्य सुविधाओ ं को पहुंचाने मे ं जिन्होंने लापरवाही बरती, वह सरकारे ं और तंत्र इसका अपराधी है। आज इन्सेफेलाइटिस बीमारी को समाप्त करने के लिए किए गए कार्य मॉडल बने हैं। इसी प्रकार कोरोना महामारी को भी नियंत्रित किया गया। कोरोना की शुरुआत के समय ही टीम इलेवन का गठन किया गया था। यह अन्तरविभागीय समन्वय की ही एक व्यवस्था थी। इसके परिणाम स्वरूप हमने कोविड महामारी का बेहतरीन प्रबन्धन किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां बिना विचलित हुए अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ें, यह समय उनका है। अगर आप प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप इन बच्चो ं को राष्ट्रीय पोषण माह के अभियान से जोड़कर अपने कार्यक्रमो ं को आगे बढ़ाती हैं, तो आने वाला समय आपकी आराधना करेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग को विकास खण्ड स्तर पर 01 से 03 वर्ष तथा 03 से 05 वर्ष के बच्चो ं के मध्य ‘स्वस्थ बच्चा प्रतिस्पर्धा’ करानी चाहिए। जिस परिवार में स्वस्थ बच्चे हो ं, उस परिवार की माता और उससे जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री को सम्मानित करना चाहिए। उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। वर्ष में दो बार यह कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए। इस वर्ष राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत ही यह प्रतियोगिता आयोजित कराकर सम्मान का कार्यक्रम करना चाहिए। यह एक बड़ा कार्यक्रम होगा। कुपोषित बच्चो ं को सुपोषित करने की दिशा में लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए। अगर यह कार्य किया जाएगा, तो यह एक राष्ट्रीय कार्यक्रम बनेगा और विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने का कार्यक्रम बनेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जो बच्चे और माताएं कुपोषित हैं तथा जो किशोरी कन्याएं एनीमिया से प्रभावित है, उन सभी को हमें स्वस्थ बनाना है, तभी एक समृद्ध भारत की संकल्पना और वर्ष 2047 में विकसित भारत का सपना साकार होगा। विकसित भारत में हर चेहरे पर खुशहाली होगी। इसके लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा।

    इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य, राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिभा शुक्ला, मुख्य सचिव, श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग श्रीमती लीना जौहरी सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां उपस्थित थीं।

    source: http://information.up.gov.in


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