Tag: Uttar Pradesh Government

  • CM Yogi Adityanath ji ने जनपद हरदोई में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi Adityanath ji ने जनपद हरदोई में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi Adityanath ji: घायल लोगों का समुचित उपचार कराया जाए

    • दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रु0 तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रु0 की आर्थिक सहायता तत्काल प्रदान किए जाने के निर्देश

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ji ने जनपद हरदोई में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जिला प्रशासन को दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने जिला प्रशासन को इस दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रुपये तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उ0प्र0’ में अपने विचार व्यक्त किये

    CM Yogi ने ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उ0प्र0’ में अपने विचार व्यक्त किये

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश ने विकास की लम्बी यात्रा तय की

    • प्रदेश की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर स्थापित, यहां की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई, पहले की तुलना में जी0डी0पी0 में दोगुने से अधिक वृद्धि हुई
    • उ0प्र0 प्रधानमंत्री जी की संकल्पना के अनुरूप भारत को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा
    • प्रदेश की अवसंरचना में आमूल-चूल सुधार किए गए
    • विगत साढ़े 07 वर्षों में हमने जो कहा वह करके दिखाया, परिणामस्वरूप प्रदेश दंगों, माफियाओं तथा अराजकता से मुक्त हुआ
    • आज प्रदेश निवेश का सबसे बेहतरीन गन्तव्य बना, यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के माध्यम से प्रदेश ने देश के सामने नजीर प्रस्तुत की
    • राज्य के करोड़ों युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया
    • प्रदेश में विरासत और विकास का अद्भुत संगम आज राज्य के नागरिकों के देश-दुनिया में कहीं भी जाने पर वहां के लोगों में उनके प्रति सम्मान का भाव उत्पन्न होता, यह बदली हुई तस्वीर ही नये उ0प्र0 की पहचान
    • मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की शुभकामनाए दीं
    • कल अयोध्या धाम में दीपोत्सव का आयोजन, 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात श्रीरामलला के अपने पावन धाम में विराजमान होने के उपलक्ष्य में यह पहला दीपोत्सव

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने कहा है कि प्रदेश का इतिहास गौरवशाली रहा है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश पर प्रदेश की 25 करोड़ आबादी गर्व की अनुभूति करती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश ने विकास की लम्बी यात्रा तय की है। आज राज्य देश की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। प्रदेश ने स्वयं को तेजी के साथ उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप वर्ष 2029 तक प्रदेश स्वयं को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करेगा। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश सरकार की टीम लगातार कार्य कर रही है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उत्तर प्रदेश’ में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर स्थापित हुई है। यहां की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है। पहले की तुलना में जी0डी0पी0 में दोगुने से अधिक वृद्धि हुई है। आज प्रदेश बेहतर दिशा में आगे बढ़ रहा है। राज्य देश के आर्थिक विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। इस भूमिका के साथ जुड़कर उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री जी की संकल्पना के अनुरूप भारत को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा, संस्कृति और समृद्धि की संकल्पना प्रदेश में आने वाले समय में भी देखने को मिलेगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की अवसंरचना में आमूल-चूल सुधार किए गए हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे क्रियाशील हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे पर कार्य चल रहा है। प्रयागराज महाकुम्भ-2025 के पूर्व यातायात के लिए मेन कैरेज-वे को प्रारम्भ करने का प्रयास है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे लगभग बनकर तैयार है। लखनऊ-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे पर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। दिल्ली-मेरठ के बीच 12 लेन का एक्सप्रेस-वे प्रारम्भ हो चुका है। यह देश में सबसे अधिक एक्सप्रेस-वे वाला राज्य है। प्रदेश देश में सबसे अधिक सिटी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा, मेट्रो का संचालन करने वाला राज्य है। प्रदेश सबसे अधिक एयरपोर्ट वाला राज्य भी बन चुका है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व यहां लगभग 22 करोड़ की आबादी निवास करती थी। इतनी बड़ी आबादी के लिए लखनऊ तथा वाराणसी में केवल दो एयरपोर्ट क्रियाशील थे। आज प्रदेश में 16 एयरपोर्ट पूरी तरह क्रियाशील हैं। राज्य चार इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के माध्यम से कार्य कर रहा है। इस वर्ष के अन्त तक प्रदेश भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट, जेवर एयरपोर्ट का निर्माण पूर्ण करने में सफल हो चुका होगा। प्रदेश में देश की पहली रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच तथा देश का पहला इनलैंड वॉटर-वे वाराणसी से हल्दिया के बीच प्रारम्भ हो चुका है।

    प्रदेश में नए औद्योगिक क्षेत्र भी स्थापित किया जा रहे हैं। झांसी के पास 36 हजार एकड़ भूमि पर बीडा के नाम पर नए औद्योगिक क्षेत्र का विकास करने के लिए प्रदेश सरकार ने कदम उठाया है। नोएडा को स्थापित होने में 46 वर्ष का समय लगा। इन 46 वर्षों में नोएडा के अन्तर्गत कुल 33 हजार एकड़ भूमि सम्मिलित हुई। बीडा की स्थापना में पहले चरण में ही 36 हजार एकड़ भूमि ली जा रही है। यहां पर नए निवेश आकर्षित होंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज राज्य के नागरिकों के देश-दुनिया में कहीं भी जाने पर वहां के लोगों में उनके प्रति सम्मान का भाव उत्पन्न होता है। उत्तर प्रदेश के नाम से वहां के प्रत्येक व्यक्ति के मन में एक स्पंदन उत्पन्न होता है। यह बदली हुई तस्वीर ही नए उत्तर प्रदेश की पहचान है। पहले यहां के युवाओं, व्यापारियों, उद्यमियों तथा सामान्य नागरिकों के सामने पहचान का संकट था। साढ़े सात वर्ष पूर्व प्रदेश की पहचान दंगों, दुर्दांत माफियाओं, राजनीति के अपराधीकरण तथा भ्रष्टाचार से होती थी। लोगों के मन में भय और दहशत का भाव रहता था। युवाओं को नौकरी नहीं मिलती थी। भाई-भतीजावाद होता था। गुण्डागर्दी चरम पर थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत साढ़े 07 वर्षों में हमने जो कहा वह करके दिखाया। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश दंगों, माफियाओं तथा अराजकता से मुक्त हुआ। राज्य में जीरो टॉलरेंस की नीति के कारण कानून व्यवस्था का बेहतरीन वातावरण निर्मित हुआ है। प्रदेश में एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स भी कार्य करती है। इनके गैर कानूनी कब्जे से 64 हजार कड़ से अधिक भूमि को मुक्त कराया गया है। इससे अच्छा लैण्ड बैंक सृजित हुआ है। इस पर डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इसके माध्यम से अनेक प्रकार के निवेश भी सामने आ रहे हैं। भू-माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए आवास बन रहे हैं। प्रयागराज में दुर्दांत भू-माफिया के कब्जे से मुक्त करायी गई भूमि पर हाईराइज बिलिं्डग का निर्माण कर गरीबों को समर्पित की गई है।

    आज प्रदेश निवेश का सबसे बेहतरीन गन्तव्य बना है। वर्ष 2023 में आयोजित यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश ने देश के सामने नजीर प्रस्तुत की। इसके माध्यम से प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसमें से लगभग 12 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्ड ब्रेकिंग की जा चुकी है। वर्तमान में 10 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव तैयार है। शेष निवेश प्रस्तावों को लागू करने के लिए हमारी टीम लगातार कार्य कर रही है। वर्ष 2017 से पूर्व यहां कोई उद्यमी निवेश नहीं करना चाहता था। निवेशक यहां से पलायन करना चाहते थे। वर्ष 2017 से पूर्व इनमें से ज्यादातर इकाइयों ने दम तोड़ दिया था। लोग अन्य रोजगार की तरफ उन्मुख हो रहे थे।

    निवेश प्रदेश में नौकरी तथा रोजगार की सम्भावनाओं को भी आगे बढ़ा रहा है। यह निवेश किसी क्षेत्र विशेष में सीमित नहीं है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद को कुछ न कुछ निवेश अवश्य प्राप्त हुआ है। यह चीजें दिखाती हैं कि विकास वन-वे नहीं है। यह निवेश प्रधानमंत्री जी की समावेशी विकास की अवधारणा के अनुरूप पूरे प्रदेश में फैला हुआ है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके लिए प्रदेश सरकार को चरणबद्ध तरीके से कार्य करना पड़ा। बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक वर्ग का विश्वास अर्जित करना पड़ा। आज प्रदेश में 28 सेक्टोरियल पॉलिसी हैं। पॉलिसी के अन्तर्गत निवेश करने वाले निवेशकों के लिए प्रदेश सरकार ने ऑनलाइन इन्सेंटिव प्रदान करने की व्यवस्था की है। सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म निवेश मित्र के माध्यम से एक साथ 450 एन0ओ0सी0 जारी की जा रही हैं। निवेश सारथी पोर्टल के माध्यम से बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के एम0ओ0यूज की मॉनीटरिंग की जा रही है। प्रदेश में यह सभी कार्य युद्ध तर पर आगे बढ़े हैं।

    प्रदेश सरकार ने बड़े निवेश को आकर्षित करने के लिए कदम उठाने के साथ-साथ परम्परागत उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना बनायी गयी। यह योजना प्रदेश को एक्सपोर्ट हब के रूप में भी स्थापित कर रही है। एम0एस0एम0ई0 तथा एक जनपद एक उत्पाद योजना के माध्यम से राज्य के करोड़ों लोगों को रोजगार के साथ जोड़ने का काम भी किया गया है। प्रदेश में लगभग 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां हैं। यह इकाइयां राज्य में रोजगार तथा निवेश की बैकबोन का कार्य कर रही हैं। कोरोना कालखण्ड में लगभग 40 लाख श्रमिकों तथा कामगारों को 15 दिनों का राशन तथा रोजगार भत्ता उपलब्ध कराया गया। उनको रोजगार से जोड़ने के लिए एम0एस0एम0ई0 इकाइयों का आह्वान किया गया। श्रमिकों तथा कामगारों से कहा गया कि आप अपना कार्य जारी रखिए। आपके लिए कोविड हेल्प डेस्क, रॉ मैटेरियल सप्लाई लाइन, मार्केट से जोड़ने आदि की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जाएगी। परिणामस्वरूप 40 लाख श्रमिकों तथा कामगारों में से केवल 15 प्रतिशत लोग वापस गए, शेष को राज्य में ही काम मिल गया। वे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में वह बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं।

    प्रदेश वर्ष 2017 के पूर्व पर्यटन के क्षेत्र में चौथे या पांचवें स्थान पर था। आज देश के सर्वाधिक पर्यटक प्रदेश में आ रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को बिना भेदभाव के तथा निष्पक्ष व पारदर्शिता पूर्ण तरीके से सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है। अब तक यहां लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ा जा चुका है। राज्य के करोड़ों युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास तभी सार्थक हो सकता है जब हम विरासत को भी इसके साथ जोड़कर कार्य करेंगे। प्रदेश में विरासत और विकास का अद्भुत संगम बन रहा है। राज्य ने अपनी विरासत को पहचाना है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप काशी में श्री काशी विश्वनाथ धाम देश दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। अयोध्या धाम एक नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित हो चुका है। माँ विन्ध्यवासिनी धाम में माँ विन्ध्यवासिनी के भव्य कॉरिडोर के निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। वहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। चित्रकूट धाम, नैमिषधाम, शुकतीर्थ के विकास के साथ-साथ ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से मथुरा, वृंदावन, बरसाना तथा गोकुल आदि सभी तीर्थों के सर्वांगीण विकास की कार्य योजना प्रभावी ढंग से लागू करने का कार्य किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज धनतेरस का पर्व है। भगवान धन्वंतरि का जन्म प्रदेश की सबसे प्राचीन नगरी के रूप में विख्यात सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में हुआ था। आज पूरा देश आरोग्यता के इस देव के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा है। कल अयोध्या धाम में दीपोत्सव का आयोजन होगा। 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात श्रीरामलला के अपने पावन धाम में विराजमान होने के उपलक्ष्य में यह पहला दीपोत्सव है। प्रदेश में आगामी दिनों में दीपावली, भैया दूज व गोवर्धन पूजा आदि पर्व आयोजित होंगे। सुखद व शान्तिपूर्ण वातावरण में राज्य का प्रत्येक निवासी इन आयोजनों के साथ जुड़ेगा।

    इस अवसर पर जनप्रनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की

    CM Yogi ने प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की

    CM Yogi: धनतेरस आरोग्यता के देवता भगवान धन्वंतरि की जयन्ती भी है  जो समाज स्वस्थ होगा, वही समृद्धि को भी प्राप्त करेगा

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की है।

    आज यहां जारी एक शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि धनतेरस भारत के सनातन हिन्दू धर्म के पुरुषार्थ चतुष्ट्य में धर्म के साथ अर्थ का भी द्योतक है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि धनतेरस आरोग्यता के देवता भगवान धन्वंतरि की जयन्ती भी है। जो समाज स्वस्थ होगा, वही समृद्धि को भी प्राप्त करेगा। भगवान धन्वंतरि सभी प्रदेशवासियों के जीवन में सुख-समृद्धि लाएं तथा उत्तर प्रदेश आर्थिक रूप से अग्रणी प्रदेश के रूप में स्थापित हो, ऐसी मेरी कामना है।

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  • CM Yogi ‘पुलिस स्मृति दिवस-2024’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

    CM Yogi ‘पुलिस स्मृति दिवस-2024’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

    CM Yogi: प्रदेश में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना बलवती करना mएवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता

    • पुलिस शहीद स्मारक स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित किया तथा शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया
    • मुख्यमंत्री ने स्मृति परेड की सलामी ली तथा शोक पुस्तिका प्राप्त की
    • प्रदेश पुलिस बल के आधुनिकीकरण, सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाए
    • प्रदेश में अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति हमारे बहादुर जवानों ने प्रदेश में शान्ति, सुरक्षा व
      कानून का राज बनाए रखने के लिए योगदान दिया
    • वर्ष 2023-24 में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों में उ0प्र0 पुलिस के भी 02 बहादुर पुलिसकर्मी शामिल
    • प्रदेश सरकार ने उ0प्र0 पुलिस के मनोबल, कार्यकुशलता एवं व्यावसायिक दक्षता को बढ़ाने, पुलिस बल को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए
    • पुलिस विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की कर्तव्यपालन के दौरान मृत्यु होने पर अनुमन्य अनुग्रह धनराशि मृतक/शहीद की पत्नी या माता-पिता या जो भी कानूनी वारिस हो उसको उपलब्ध करायी जाएगी
    • पुलिस के लिए निर्मित बहुमंजिले आवासीय और प्रशासनिक भवनों के बेहतर रख-रखाव के लिए 1,380 करोड़ रु0 के कॉर्पस फण्ड की घोषणा
    • पुलिस एकोमोडेशन अलाउंस में प्रस्तावानुसार बढ़ोत्तरी की घोषणा, इससे पुलिस बल के 25 प्रतिशत से ज्यादा अल्प वेतनभोगी कर्मचारी लाभान्वित होंगे
    • वर्दी भत्ता में प्रस्तावानुसार बढ़ोत्तरी किये जाने की घोषणा, इसमें आने वाले कुल खर्च में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि की गई
    • पुलिस में खेलकूद को और आगे बढ़ाने के लिए अगले वित्तीय वर्ष के बजट से प्राविधानित धनराशि को बढ़ाकर 10 करोड़ रु0 किए जाने की घोषणा, जिससे खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, ट्रेनर, फीजिओ, आहार, खेल उपकरण की बेहतर व्यवस्था की जा सके
    • वर्ष 2017 से अब तक पुलिस विभाग में 1.54 लाख से अधिक भर्ती की गयी, इसमें 22 हजार से अधिक महिला कार्मिक सम्मिलित, वर्तमान में 60 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रचलितविभिन्न अराजपत्रित पदों पर 1.41 लाख से अधिक कर्मियों को पदोन्नति किया गया, महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण हेतु
    • ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ द्वारा अनवरत अभियान चलाया जा रहा
    • प्रदेश के प्रत्येक थाने पर महिला बीट आरक्षी तथा महिला हेल्प डेस्क की स्थापना

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कर्तव्य पथ पर प्राणोत्सर्ग करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस के वीर शहीदों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आज हम सभी देश के समस्त शहीद पुलिसजन को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये एकत्रित हुए हैं, जिन्होंने समाज और राष्ट्र की सेवा के
    लिए प्राणों का बलिदान देकर अप्रतिम कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश पुलिस के सभी सदस्य पूरी ईमानदारी, कर्तव्य परायणता तथा जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए, राज्य की जनता के मन में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ करने में सहयोग करेंगे।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां रिजर्व पुलिस लाइन्स में ‘पुलिस स्मृति दिवस-2024’ के अवसर पर अपने विचार व्यक्त रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने पुलिस शहीद स्मारक स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित किया तथा शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी ने स्मृति परेड की सलामी ली तथा शोक पुस्तिका प्राप्त की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों में उत्तर प्रदेश पुलिस के भी 02 बहादुर पुलिसकर्मी शामिल हैं। पुलिस कर्मियों का यह सर्वोच्च बलिदान हमें निरन्तर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा, मनोयोग एवं दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता रहेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने शहीद पुलिसजन के परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उनके कल्याण के लिये पूरी तत्परता के साथ प्रतिबद्ध है। पुलिसजन ने अत्यन्त कठिन परिस्थितियों में भी रात-दिन अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानकर अपराधों पर नियंत्रण करने, कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने, सामाजिक सौहार्द स्थापित करने एवं विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा करने के लिए किये गये प्रयास में सराहनीय भूमिका निभाई है। इस वर्ष अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को सकुशल तथा लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने में प्रदेश पुलिस बल का उल्लेखनीय योगदान रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की कर्तव्यपालन के दौरान मृत्यु होने पर विभिन्न प्रकार की शिकायतें शासन के पास उपलब्ध होती रहती है। उसी क्रम में उन कर्मियों के परिजनों खासकर कर्मी की पत्नी और माता-पिता के जीवित नहीं रहने की दशा में शासनादेश में वर्णित व्यवस्थानुसार मृतक/शहीद के परिवार को पूर्ण धनराशि नहीं मिलने की समस्या के बारे में उन्हें अवगत कराया गया। इस पर विचार कर यह निर्णय लिया गया है कि वर्तमान शासनादेश को संशोधित करते हुए अनुग्रह की सम्पूर्ण धनराशि 25 लाख रुपये या 50 लाख रुपये जैसा कि अनुमन्यता है, पूर्णतः मृतक/शहीद की पत्नी या माता-पिता या जो भी कानूनी वारिस
    हो उसको उपलब्ध करायी जाएगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस बल के समस्त कर्मियों को वर्दी भत्ता प्रदान किये जाने का प्राविधान है। पिछली बार वर्ष 2019 में इस भत्ते में बढ़ोत्तरी की गयी थी। वर्तमान परिवेश में वर्दी की खरीद और रख-रखाव में आ रहे खर्च को ध्यान में रखते हुए प्रस्तावानुसार इसमें बढ़ोत्तरी किये जाने की घोषणा की गई है। इसमें आने वाले कुल खर्च में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इसमें 58 करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्ययभार आएगा, जिसका वहन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस विभाग के कार्य की आकस्मिकता के कारण मुख्य आरक्षी और आरक्षी के लिए बैरक में रहना प्राविधानित है। लगभग 01 लाख से ज्यादा ऐसे कर्मियों के लिए पूर्व में पुलिस एकोमोडेशन अलाउंस की व्यवस्था की गयी थी। इस भत्ते में प्रस्तावानुसार बढ़ोत्तरी की घोषणा की गई है। इससे पुलिस बल के 25 प्रतिशत से ज्यादा अल्प वेतनभोगी कर्मचारी लाभान्वित होंगे। इस पर होने वाले 47 करोड़ रुपये के अतिरिक्त
    खर्च का वहन उत्तर प्रदेश सरकार करेगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस में खेलकूद को और आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। कुशल खिलाड़ियों की भर्तियां नियमित की गयी हैं, जिससे कुशल खिलाड़ियों की संख्या बढ़कर 1,000 से ज्यादा हो गयी है। वहीं पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय खेलकूद में ज्यादा पदक जीतकर इन खिलाड़ियों ने प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ाया है। इस क्रम को निरन्तरता प्रदान करने के उद्देश्य से पुलिस बजट में जो 70 लाख रुपये प्राविधानित किये गये थे, वह अब पर्याप्त नहीं हैं। अतः इसको अगले वित्तीय वर्ष के बजट में बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किए जाने की घोषणा की गई है, जिससे इन खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, ट्रेनर, फीजिओ, आहार, खेल उपकरण की बेहतर व्यवस्था की जा सके।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2019 से पुलिस के लिए बहुमंजिले आवासीय और प्रशासनिक भवन निर्मित किए गए हैं। अभी इनकी संख्या 200 के लगभग हो गयी है आगे और भी निर्माण के लिए प्रस्तावित हैं। इन भवनों में लगे लिफ्ट, अग्निशमन उपकरण, सोलर संयंत्र, मल-जल प्रक्रिया संयंत्र के रख-रखावों के लिए कालान्तर में धन की आवश्यकता होगी। इसके लिए उन्होंने 1,380 करोड़ रुपये के कॉर्पस फण्ड की भी घोषणा की, जिससे इन भवनों का रख-रखाव बेहतर तरीके से हो सके। साथ ही, जैसा प्रस्तावित किया गया है कि अन्तरराष्ट्रीय आयोजनों में लगने वाले पुलिस बलों पर आने वाले खर्च को नियमित करने के लिए यथा प्रस्तावित शुल्क लगाए जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है। जो पुलिस महानिदेशक के अधीन रहेगा और उसका इस्तेमाल प्रस्तावित की जाने वाली कॉर्पस नियमावली के अन्तर्गत किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कर्तव्य पालन के दौरान शहीद पुलिस कर्मियों, केन्द्रीय अर्द्धसैन्य बलों एवं अन्य प्रदेशों के अर्द्धसैन्य बलों तथा भारतीय सेना में कार्यरत एवं मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 115 शहीद कर्मियों के आश्रितों को 36 करोड़ 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के जनपद/इकाईयों में नियुक्त पुलिस कर्मियों की सुख-सुविधा हेतु 03 करोड़ 50 लाख रुपये, कल्याण हेतु 04 करोड़ रुपये, कार्यरत व सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों एवं आश्रितों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति सम्बन्धी 266 दावों के निस्तारण हेतु 30 लाख 56 हजार रुपये की धनराशि की व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 05 लाख रुपये से अधिक के चिकित्सा प्रतिपूर्ति सम्बन्धी 312 प्रकरणों हेतु 12 करोड़ 60 लाख रुपये की धनराशि का भुगतान किया गया है। 135 पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों को गम्भीर बीमारियों के उपचार हेतु तात्कालिक रूप से अग्रिम ऋण के रूप में 05 करोड़ 05 लाख रुपये, जीवन बीमा योजना के अन्तर्गत बीमित 306 मृतक पुलिस कर्मियों के आश्रितों को सहायता के रूप में 09 करोड़ 08 लाख रुपये तथा 24 पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों द्वारा कराए गए कैशले उपचार के अन्तर्गत 21 लाख 16 हजार रुपये के बिलों, पुलिस कर्मियों के 205 मेधावी बच्चों को शिक्षा निधि के माध्यम से 53 लाख 30 हजार रुपये की छात्रवृत्ति/एकमुश्त धनराशि का भुगतान किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशिष्ट सेवाओं के लिए 04 तथा दीर्घ एवं सराहनीय सेवाओं के लिए 110 अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘राष्ट्रपति का पुलिस पदक’ प्रदान किया गया। गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 01 हजार 13 अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘अति उत्कृष्ट सेवा पदक’ तथा 729 अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘उत्कृष्ट सेवा पदक’ से सम्मानित किया गया। 03 राजपत्रित व अराजपत्रित अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक’ प्रदान किए गए। पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा 92 अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को ‘उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह’ तथा 455 पुलिस कर्मियों को ‘सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह’ प्रदान किया गया। पुलिस कार्मिकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश का प्रशंसा चिन्ह ‘डी0जी0 कमेण्डेशन डिस्क’ 29 प्लेटिनम, 51 गोल्ड तथा 783 सिल्वर राजपत्रित/अराजपत्रित पुलिस कार्मिकों को प्रदान किए गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना बलवती करना एवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश पुलिस के मनोबल, कार्यकुशलता एवं व्यावसायिक दक्षता को बढ़ाने, पुलिस बल को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वर्ष 2017 में राज्य सरकार के गठन के बाद से पुलिस विभाग के विभिन्न पदों पर 01 लाख 54 हजार से अधिक भर्ती की गयी, जिसमें 22 हजार से अधिक महिला कार्मिक सम्मिलित हैं। पुलिस विभाग के विभिन्न अराजपत्रित पदों पर 01 लाख 41 हजार से अधिक कर्मियों को पदोन्नति प्रदान की गई है। वर्तमान में 60 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रचलित है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस बल के आधुनिकीकरण, सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाएं हैं। प्रदेश में सुदृढ़ एवं त्रुटिरहित सुरक्षा प्रबन्ध के फलस्वरूप समस्त महत्वपूर्ण त्योहार, मेले, जुलूस, अतिविशिष्ट महानुभावों की यात्राएं, राजनैतिक रैलियां, प्रदर्शन आदि शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुए। इसके लिए प्रदेश पुलिसबल बधाई का पात्र है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी है। इसके परिणामस्वरूप राज्य में शान्ति, सुरक्षा व सौहार्द के एक नए युग की शुरूआत हुई है। हमारे बहादुर जवानों ने प्रदेश में शान्ति, सुरक्षा व कानून का राज बनाए रखने के लिए योगदान दिया है। विगत 07 वर्षाें में पुलिस बल के 17 जवानों ने अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति प्राप्त की है और 1,618 पुलिस कर्मी घायल हुए है। प्रदेश में अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत 77,811 तथा एन0एस0ए0 में 923 अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही की गयी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माफिया अपराधियों के 68 मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर 31 माफिया तथा उनके 66 सहयोगियों, कुल 97 को आजीवन कारावास/कारावास व अर्थदण्ड की सजा दिलायी गयी है। इनमें 02 को फांसी की सजा हुई है। माफिया अपराधियों व गैंग के सदस्यों/सहयोगियों द्वारा अवैध कृत्यों से अर्जित सम्पत्तियों में लगभग 04 हजार 57 करोड़ रुपये की सम्पत्ति का जब्तीकरण/ध्वस्तीकरण व अवैध कब्जे से अवमुक्त कराया गया है। माफिया अपराधियों की अवैध सम्पत्ति का जब्तीकरण करते हुए उन पर निर्बल वर्ग हेतुु आवास बनाए जा रहे हैं। इससे समाज में एक बेहतर संदेश गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके सशक्तिकरण हेतु ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ का गठन कर अनवरत अभियान चलाया जा रहा है। ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ द्वारा 22 मार्च, 2017 से 02 अक्टूबर, 2024 तक 01 करोड़ 02 लाख से अधिक स्थानों पर चेकिंग करते हुए 03 करोड़ 68 लाख से अधिक व्यक्तियों को निरुद्ध किया गया है। 23 हजार 375 अभियोग पंजीकृत कर 31 हजार 517 के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही तथा 01 करोड़ 39 लाख से अधिक व्यक्तियों को चेतावनी दी गयी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक थाने पर महिला बीट आरक्षी तथा महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। सभी जनपदों में 15,130 महिला पुलिस कार्मिकों को नियुक्त करते हुए 10,378 महिला बीट का आवंटन किया गया है। ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ के तहत 11 लाख 71 हजार से अधिक सी0सी0टी0वी0 कैमरे अधिष्ठापित किए गए है। प्रदेश में एक अभियान के अन्तर्गत धार्मिक स्थलों से 01 लाख 08 हजार 37 लाउडस्पीकर उतारे गये अथवा उन्हें माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार नियंत्रित किया गया है। 31 मई, 2017 से 02 अक्टूबर, 2024 तक पुलिस बल द्वारा फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से लगभग 02 करोड़ 68 लाख से अधिक स्थानों पर सुरक्षा का एक बेहतर वातावरण प्रस्तुत किया गया है। कार्यक्रम को पुलिस महानिदेशक श्री प्रशान्त कुमार ने भी संबोधित किया।

    इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह श्री दीपक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक पी0ए0सी0 श्री सुजीत पाण्डेय एवं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 90 करोड़ रु0 की लागत से निर्मित आर0 झुनझुनवाला शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन किया

    UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 90 करोड़ रु0 की लागत से निर्मित आर0 झुनझुनवाला शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन किया

    UP News: वाराणसी में लगभग 2,500 करोड़ रु0 की लागत से केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य सम्पन्न हुए

    • अब काशी, पूर्वांचल सहित उ0प्र0 के बड़े आरोग्य केन्द्र, हेल्थकेयर हब के रूप में विख्यात हो रही: प्रधानमंत्री
    • हमारी मोक्षदायिनी काशी अब नई ऊर्जा व नए संसाधानों के साथ नवजीवन-दायिनी बन रही
    • आज पूर्वांचल में दिमागी बुखार का इलाज करने के लिए 100 से अधिक केन्द्र कार्य कर रहे, 10 वर्षों में पूर्वांचल के प्राथमिक और सामुदायिक केन्द्रों में 10 हजार से अधिक नए बेड जोड़े गए, 5,500 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मन्दिर बनाए गए
    • बीते 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले, सरकार साफ-सफाई, योग-आयुर्वेद, पोषक खान-पान आदि विषयों पर खास ध्यान दे रही
    • आज देश में क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स और आधुनिक लैब्स का नेटवर्क बनाया जा रहा
    • आज देश के हर नागरिक का बीमारी के इलाज में होने वाला औसत खर्च 25 प्रतिशत तक कम हो गया
    • पी0एम0 जन औषधि केन्द्रों में लोगों को 80 प्रतिशत डिस्काउण्ट के साथ दवाइयां मिल रहीं, हार्ट स्टेण्ट, घुटना इम्प्लाण्ट, कैंसर की दवाओं की कीमत बहुत कम की गई
    • गरीबों को 05 लाख रु0 तक का मुफ्त इलाज देने वाली आयुष्मान योजना संजीवनी साबित हुई, देश में अब तक साढ़े 07 करोड़ से अधिक मरीज मुफ्त इलाज का लाभ ले चुके, अब यह सुविधा देश के हर परिवार के बुजुर्ग को मिलने लगी
    • आगामी 05 वर्षों में 75,000 मेडिकल सीटें जोड़ी जाएंगी
    • 30 करोड़ से ज्यादा लोग ई-संजीवनी ऐप की मदद से कंसल्टेशन ले चुके
    • शंकरा आई फाउण्डेशन नेत्र रोगियों को नया जीवन देने का देश का एक प्रतिष्ठित अभियान: मुख्यमंत्री
    • प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा, नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत 10 वर्षों में काशी में विकास का नया रूप हमें देखने को मिल रहा

    पं0 मदन मोहन मालवीय कैंसर हॉस्पिटल, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल, बी0एच0यू0 में 430 बेड सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, सर सुन्दरलाल हॉस्पिटल में 100 बेड एम0सी0एच0 विंग और ई0एस0आई0सी0 हॉस्पिटल में 150 बेड सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण वाराणसी में हुआ

    वाराणसी में पं0 दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय, श्री लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय, श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय का उच्चीकरण, जिला महिला चिकित्सालय कबीर चौरा में 100 बेड मैटरनिटी विंग का निर्माण कार्य सम्पन्न हुए प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में 15,000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मन्दिर के माध्यम से गांव स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य व ट्रेडिशनल मेडिसिन की बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रहीं

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज वाराणसी में 90 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित आर0 झुनझुनवाला शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, श्री कांची कामकोटि पीठम के शंकराचार्य जगद्गुरु श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती उपस्थित थे। प्रधानमंत्री जी ने आई हॉस्पिटल का उद्घाटन करने के बाद पूरे परिसर एवं व्यवस्था का निरीक्षण भी किया।

    प्रधानमंत्री जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि काशी की पहचान अनन्तकाल से धर्म और संस्कृति की राजधानी के रूप में रही है। अब काशी, पूर्वांचल सहित उत्तर प्रदेश के बड़े आरोग्य केन्द्र, हेल्थकेयर हब के रूप में भी विख्यात हो रही है। बी0एच0यू0 में ट्रॉमा सेण्टर हो, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हो, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल और कबीरचौरा अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाना हो, बुजुर्गों के लिए, सरकारी कर्मचारियों के लिए विशेष अस्पताल हो, मेडिकल कॉलेज हो, ऐसे अनेक कार्य काशी में बीते एक दशक में हुए हैं। आज बनारस में कैंसर के इलाज के लिए भी आधुनिक अस्पताल है। पहले जिन मरीजों को दिल्ली-मुम्बई जाना पड़ता था, आज वह यहीं अच्छा इलाज करा पा रहे हैं। आज बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ और देश के अन्य हिस्सों से भी हजारों लोग यहां उपचार के लिए आते हैं। हमारी मोक्षदायिनी काशी अब नई ऊर्जा के साथ, नए संसाधानों के साथ नवजीवन-दायिनी भी बन रही है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि शंकराचार्य जी के आशीर्वाद से ही काशी और पूर्वांचल को एक और आधुनिक अस्पताल मिला है। भगवान शंकर की नगरी में शंकरा आई हॉस्पिटल आज से जन-जन के लिए समर्पित है। शास्त्रों में कहा गया है कि ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो। यह हॉस्पिटल वाराणसी और इस क्षेत्र के आने वाले लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा और उन्हें प्रकाश की ओर ले जाएगा। यह अस्पताल एक प्रकार से आध्यात्मिकता व आधुनिकता का संगम है। अस्पताल बुजुर्गों की सेवा करेगा और बच्चों को भी नई रोशनी देगा। बड़ी संख्या में बच्चों को निःशुल्क इलाज मिलने वाला है। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। मेडिकल कॉलेज के छात्र इण्टर्नशिप व प्रैक्टिस कर पाएंगे। काशीवासियों को वाराणसी में ही शंकरा आई हॉस्पिटल और चित्रकूट आई हॉस्पिटल जैसे दो नए आधुनिक संस्थान मिलने जा रहे हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पहले की सरकारों के समय वाराणसी समेत पूर्वांचल में स्वास्थ्य सुविधाओं को नजरअंदाज किया गया। हालत यह थी कि 10 साल पहले पूर्वांचल में दिमागी बुखार के इलाज के लिए ब्लॉक स्तर पर उपचार केन्द्र तक नहीं थे। बच्चों की मृत्यु होती थी, मीडिया में हो हल्ला होता था। लेकिन पहले की सरकारें कुछ नहीं करती थीं। बीते दशक में, काशी ही नहीं, पूर्वांचल के पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। आज पूर्वांचल में दिमागी बुखार का इलाज करने के लिए 100 से अधिक ऐसे केन्द्र कार्य कर रहे हैं। 10 वर्षों में पूर्वांचल के प्राथमिक और सामुदायिक केन्द्रों में 10 हजार से अधिक नए बेड जोड़े गए हैं। 10 सालों में पूर्वांचल के गांवों में 5,500 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मन्दिर बनाए गए हैं। 10 साल पहले पूर्वांचल के जिला अस्पतालों में डायलिसिस तक की सुविधा नहीं थी। आज 20 से अधिक डायलिसिस यूनिट्स कार्य कर रही हैं। जहां मरीजों को यह सुविधा मुफ्त मिल रही है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि 21वीं सदी के नए भारत ने हेल्थकेयर के प्रति पुरानी सोच और अप्रोच को बदल दिया है। आज आरोग्य से जुड़ी भारत की रणनीति के पांच स्तम्भ हैं। पहला-प्रिवेण्टिव हेल्थकेयर, यानि बीमारी होने से पहले का बचाव। दूसरा-समय पर बीमारी की जांच। तीसरा-मुफ्त और सस्ता इलाज, सस्ती दवाएं। चौथा-छोटे शहरों में अच्छा इलाज, डॉक्टरों की कमी दूर करना। और पांचवां-स्वास्थ्य सेवा में टेक्नॉलॉजी का विस्तार।

    किसी भी व्यक्ति को बीमारी से बचाना, भारत की स्वास्थ्य नीति की बड़ी प्राथमिकता व स्वास्थ्य क्षेत्र का पहला स्तम्भ है। बीमारी, गरीब को और गरीब बनाती है। बीते 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। एक गम्भीर बीमारी, इन्हें फिर से गरीबी के दलदल में धकेल सकती है। इसलिए बीमारी हो ही नहीं, इस पर सरकार बहुत जोर दे रही है। इसलिए हमारी सरकार साफ-सफाई, योग-आयुर्वेद, पोषक खान-पान इन सारे विषयों पर खास ध्यान दे रही है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हम टीकाकरण अभियान को भी ज्यादा से ज्यादा घरों तक ले गए हैं। 10 साल पहले तक यह स्थिति थी कि देश में टीकाकरण का कवरेज 60 प्रतिशत के आसपास ही था। यानि करोड़ों बच्चे तो टीकाकरण के दायरे में ही नहीं थे। और टीकाकरण का यह दायरा हर साल सिर्फ एक, डेढ़ प्रतिशत की गति से बढ़ रहा था। अगर ऐसा ही चलता रहता तो हर क्षेत्र को, हर बच्चे को टीकाकरण के दायरे में लाने में 40-50 साल और लग जाते। इसलिए सरकार बनने के बाद हमने बहुत ही बड़ी प्राथमिकता बच्चों के टीकाकरण को दी, उसकी कवरेज बढ़ाने को दी। सरकार ने मिशन इन्द्रधनुष शुरू किया। एक साथ कई मंत्रालयों को इस कार्य में लगाया। नतीजा यह आया कि न केवल टीकाकरण कवरेज की दर बढ़ी, बल्कि ऐसी करोड़ों गर्भवती महिलाओं का, करोड़ों बच्चों का टीकाकरण हुआ, जो पहले इससे छूट जाते थे। भारत ने टीकाकरण पर जो जोर दिया, उसका बहुत बड़ा फायदा हमें कोरोना के दौरान मिला। आज पूरे देश में टीकाकरण का अभियान तेजी से चल रहा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बीमारी से बचाव के साथ ही यह भी जरूरी है कि बीमारी का समय पर पता चल जाए। इसलिए ही देशभर में लाखों आयुष्मान आरोग्य मन्दिर बनाए गए हैं। इससे कैंसर-डायबिटीज़ जैसी अनेक बीमारियों का शुरुआत में ही पता लगना सम्भव हुआ है। आज देश में क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स और आधुनिक लैब्स का नेटवर्क भी बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र का यह दूसरा स्तम्भ, लाखों लोगों की जान बचा रहा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य का तीसरा स्तम्भ-सस्ता इलाज, सस्ती दवा का है। आज देश के हर नागरिक का बीमारी के इलाज में होने वाला औसत खर्च 25 प्रतिशत तक कम हो गया है। पी0एम0 जन औषधि केन्द्रों में लोगों को 80 प्रतिशत डिस्काउण्ट के साथ दवाइयां मिल रही हैं। हार्ट स्टेण्ट हों, घुटना इम्प्लाण्ट हों, कैंसर की दवाएं हों, इनकी कीमत बहुत कम की गई है। गरीबों को 05 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने वाली आयुष्मान योजना, उनके लिए संजीवनी साबित हुई है। देश में अब तक साढ़े 07 करोड़ से अधिक मरीज, मुफ्त इलाज का लाभ ले चुके हैं। अब यह सुविधा देश के हर परिवार के बुजुर्ग को भी मिलने लगी है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र का चौथा स्तम्भ, इलाज के लिए दिल्ली-मुम्बई जैसे बड़े शहरों पर निर्भरता कम करने वाला है। एम्स हो, मेडिकल कॉलेज हो, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हों, बीते दशक में छोटे शहरों तक ऐसे अस्पताल हमने पहुंचाए हैं। देश में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए बीते दशक में मेडिकल की हजारों नई सीटें जोड़ी गई हैं। सरकार ने तय किया है कि आने वाले 05 साल में 75,000 और सीटें जोड़ी जाएंगी।

    स्वास्थ्य क्षेत्र का पांचवां स्तम्भ-टेक्नॉलॉजी के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं को और सुलभ करने वाला है। आज डिजिटल हेल्थ आई0डी0 बनाई जा रही है। ई-संजीवनी ऐप जैसे माध्यमों से घर बैठे ही मरीजों को परामर्श की सुविधा दी जा रही है। अब तक 30 करोड़ से ज्यादा लोग ई-संजीवनी ऐप की मदद से कंसल्टेशन ले चुके हैं। हम ड्रोन टेक्नॉलॉजी से भी स्वास्थ्य सेवाओं को जोड़ने की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्वस्थ और समर्थ युवा पीढ़ी, विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने वाली है। इस मिशन में पूज्य शंकराचार्य जी का आशीर्वाद हमारे साथ है। उन्होंने बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना की कि स्वस्थ और समर्थ भारत का यह मिशन यूं ही सशक्त होता रहे। उन्होंने पूज्य शंकराचार्य जी से आग्रह किया कि एक शंकरा नेत्र अस्पताल बिहार में भी स्थापित किया जाए।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रधानमंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि आर0जे0 शंकरा आई हॉस्पिटल के उद्घाटन से काशी की सेवा और विकास के अभियान में एक नई कड़ी जुड़ गई है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शंकरा आई फाउण्डेशन नेत्र रोगियों को नया जीवन देने का देश का एक प्रतिष्ठित अभियान है। जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज की प्रेरणा से वर्ष 1977 से शुरू हुआ यह अभियान देश के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के जीवन में नई रोशनी लाने का कार्य कर रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा, नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत 10 वर्षों में काशी में विकास का नया रूप हमें देखने को मिल रहा है। शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए प्रतिमान बन रहे हैं। बाबा विश्वनाथ की पावन धरा में विकास और सेवा के नए-नए प्रकल्प यहां जुड़े हैं। लगभग 2,500 करोड़ रुपये की लागत से केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में यहां पर कार्य सम्पन्न हुए हैं। पं0 मदन मोहन मालवीय कैंसर हॉस्पिटल, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल, बी0एच0यू0 में 430 बेड सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, सर सुन्दरलाल हॉस्पिटल में 100 बेड एम0सी0एच0 विंग और ई0एस0आई0सी0 हॉस्पिटल में 150 बेड सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण करके न केवल काशीवासियों, बल्कि प्रदेशवासियों सहित बिहार और आसपास के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की कार्यवाही यहां पर आगे बढ़ी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वाराणसी में पं0 दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय, श्री लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय, श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय का उच्चीकरण, जिला महिला चिकित्सालय कबीर चौरा में 100 बेड मैटरनिटी विंग का निर्माण कार्य सम्पन्न हुए हैं। आर0जे0 शंकर आई हॉस्पिटल की इस नवीन इकाई के शुभारम्भ से आज वाराणसी स्वास्थ्य के बड़े हब के रूप में सामने आया है। काशी में इन स्वास्थ्य सुविधाओं के विकसित होने से प्रदेश सहित आसपास के अन्य राज्यों के लोगों को भी स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी की तरह प्रदेश के अन्य जनपदों में भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में विगत 10 वर्षों में बेहतरीन कार्य हुए हैं। हर जनपद में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना, डायलिसिस, सी0टी0 स्कैन की सुविधा सुनिश्चित की जा रही है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में 15,000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मन्दिर के माध्यम से गांव स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य व ट्रैडिशनल मेडिसिन की बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र व धर्मार्थ संस्थान का योगदान इस दिशा में बहुत महत्वपूर्ण है।

    जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्य स्वामी विजयेन्द्र सरस्वती जी महाराज ने कहा कि भारत विश्व का एक बड़ा प्रजातांत्रिक देश है। देश तेजी से विकास कर रहा है। इसका मुख्य कारण है कि हमारे देश को अच्छे नेता मिले हैं। समाज में व्यक्ति भी मुख्य है और व्यक्तित्व भी मुख्य है। सबको जोड़ने वाला नेता भी चाहिए। अच्छे नेता ईश्वर कृपा से मिलते हैं। ईश्वर की कृपा से ही प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी मिले हैं।

    स्वामी विजयेन्द्र सरस्वती जी महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सरकार सभी लोगों की सुरक्षा व विकास के लिए कार्य कर रही है। सरकार विश्व में एक आदर्श के रूप में कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री जी सबके प्रति श्रद्धा, प्रेम, दया के साथ कार्य कर रहे हैं। सामान्य व्यक्ति को क्या जरूरत है, उनकी क्या पीड़ा है, प्रधानमंत्री जी समझते हैं। उनके पास काम करने का अनुभव है। कल्याणकारी योजनाएं साकार हो रही हैं। भारत की विशेषता के लिए धर्म और संस्कृति का भी विकास होना बहुत जरूरी है। देश का भविष्य उज्ज्वल होने से विश्व में शान्ति स्थापित होगी। भारत की उन्नति विश्व की उन्नति है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी शान्ति के लिए कटिबद्ध होकर कार्य कर रहे हैं।

    ज्ञातव्य है कि शंकरा आई फाउण्डेशन इण्डिया एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो समाज के गरीब और वंचित वर्गों को गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। वर्ष 1977 में एक छोटे प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र के रूप में डॉ0 आर0वी0 रमणी और डॉ0 राधा रमणी द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी। फाउण्डेशन द्वारा 10 से अधिक राज्यों में स्थित 14 सुपर स्पेशियलिटी आई केयर अस्पतालों का प्रबन्धन किया जा रहा है।

    कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, शंकरा आई फाउण्डेशन के आर0वी0 रमणी, डॉक्टर एस0वी0 बालासुब्रमण्यम, श्री मुरली कृष्णमूर्ति, सुश्री रेखा झुनझुनवाला, फाउण्डेशन के पदाधिकारीगण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इससे पूर्व, प्रधानमंत्री जी का लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, वाराणसी पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण ने स्वागत किया।
    source:http://up.gov.in

  • CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi: प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां योजना भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की।

    बैठक में मंत्रीगण, शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों, सलाहकारों तथा विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी 10 सेक्टर्स में जारी कार्यों की समीक्षा भी की। इस अवसर पर कंसल्टिंग एजेंसी डेलॉयट इण्डिया ने  प्रदेश के आर्थिक परिवेश की वर्तमान स्थिति और सम्भावित भावी परिणामों, उद्योग जगत की अपेक्षाओं आदि के सम्बन्ध में सेक्टरवार विस्तार से जानकारी दी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षों के नियोजित प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था आज सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है। वर्ष 2021-22 में प्रदेश की कुल जी0डी0पी0 16.45 लाख करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। इस वर्ष हमारा जी0एस0डी0पी0 लक्ष्य 32 लाख करोड़ रुपये है। सभी के सहयोग से यह लक्ष्य भी पूरा होगा। इन 07 वर्षों में प्रदेश की जी0डी0पी0 और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हुई है। प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है।

    प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन (जी0वी0ए0) के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई है। कृषि और सहायक सेक्टर के लिए अनुमानित जी0वी0ए0 5.85 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 5.98 लाख करोड़ रुपये, विनिर्माण के 2.48 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 2.79 लाख करोड़ रुपये, ट्रांसपोर्ट, स्टोरेज और कम्युनिकेशन के अनुमानित जी0वी0ए0 के सापेक्ष 129 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। स्पष्ट है कि व्यापार, होटल, परिवहन और प्रसारण से सम्बन्धित संचार सेवाओं की वृद्धि दर में तेजी आई है। यही स्थिति अन्य सेक्टरों में भी है। ओवरऑल वर्ष 2023-24 में राज्य के लिए अनुमानित जी0एस0वी0ए0 23 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष सकल मूल्य वर्धन 23.24 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह स्थिति अर्थव्यवस्था की बेहतर स्थिति को प्रदर्शित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी (ओ0टी0डी0ई0) के लक्ष्य की प्राप्ति में सभी विभागों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह लक्ष्य बड़ा है। पिछले वर्ष का रिपोर्ट कार्ड भी विभागों की सक्रियता को प्रदर्शित करता है। हमारी नीति और नियोजन सही है। बड़े लक्ष्य के लिए अपनी गति तेज करने की आवश्यकता है। इसकी नियमित मॉनीटरिंग होनी चाहिए। इसके लिए हर विभाग में एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। नोडल अधिकारी साप्ताहिक, प्रमुख सचिव स्तर पर पाक्षिक और विभागीय मंत्री के स्तर पर मासिक समीक्षा बैठक की जाए।

    आंकड़ों का संग्रहण शुद्धता के साथ होना आवश्यक है। इसके लिए सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एम0ओ0एस0पी0आई0) से संवाद व समन्वय बनाएं तथा उनके अनुभवों का लाभ लें। सही आकलन के लिए विभागवार सांख्यकीय अधिकारियों के लिए कार्यशाला/प्रशिक्षण का आयोजन करें। डेटा जितना शुद्ध होगा, लक्ष्य के लिए हम उतना ही बेहतर प्रयास कर सकेंगे। वर्ष 2023-24 में प्रदेश का कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सी0ए0जी0आर0) लगभग 16 प्रतिशत दर्ज किया गया है। यह स्थिति उत्साहजनक है। वर्तमान वर्ष के लिए 25 प्रतिशत का लक्ष्य है। सभी विभागों को अपने प्रयास तेज करने होंगे। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है। सभी को मिलकर सही नीति और नियोजित क्रियान्वयन के लिए प्रयास करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक सेक्टर में अवसर हैं, हमें नवाचारों को बढ़ावा देना होगा। कृषि सेक्टर में सीड इकोसिस्टम को बेहतर करना होगा, इसके लिए सीड पार्क जैसे प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता है। किसानों को दलहन, तिलहन, मिलेट अन्न की बुआई के लिए प्रोत्साहित करते हुए, फसल विविधीकरण एवं बेहतर सप्लाई चेन मैनेजमेंट और बेहतर करने की आवश्यकता है। अनाज, फल और सब्जियों के उत्पादन की वृद्धि दर को दोगुनी तेजी देने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। हार्टिकल्चर में ‘पर ब्लॉक-वन क्रॉप’ जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। किसानों को प्रशिक्षित करें, संसाधन उपलब्ध कराएं, नवाचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

    रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रान्सफार्म के मंत्र का अर्थव्यवस्था के द्वितीयक खण्ड में सबसे अच्छा परिणाम देखने को मिला है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की तेज वृद्धि दर उत्साहित करने वाली है। भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत लैंडबैंक के विस्तार, नीतिगत सुधार और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अपने प्रयासों को तेज करना होगा। अनेक निवेशक उत्तर प्रदेश में आने के लिए तैयार हैं। टेक्सटाइल पार्क, सोलर पार्क, प्लेज पार्क के अनेक प्रस्ताव मिल रहे हैं। हमें इस अनुकूल अवसर का लाभ उठाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक परियोजनाओं के लिए भूमि की आवश्यकता होगी। इसके लिए सभी को अतिरिक्त प्रयास करना होगा। ग्राम समाज की भूमि औद्योगिक विकास और एम0एस0एम0ई0 के उपयोग में लाने की व्यवस्था की गई है। लैण्ड पूलिंग पॉलिसी को और बेहतर किया जाना चाहिए। ऐसी भूमियां जो आवंटित हैं, लेकिन उपयोग नहीं की जा रही हैं, उनका चिन्हांकन करें। उनके बारे में यथोचित निर्णय लें। ‘सिक यूनिट’ की पहचान कर उनके सदुपयोग के बारे में निर्णय लें। इण्डस्ट्रियल क्लस्टर की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जाए। इन्वेस्टमेंट और भूमि अधिग्रहण से जुड़े प्रकरण लम्बित नहीं रहने चाहिए। इसके लिए जिलाधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। एम0ओ0यू0 को धरातल पर उतारें।

    विभिन्न एप्रूवल की प्रक्रियाओं को समयबद्ध करना होगा, तय समय-सीमा के बीतने के बाद एप्रूवल को डीम्ड मान लिया जाना चाहिए। पब्लिक ग्रीवांस सिस्टम को और लाभकारी बनाये जाने की आवश्यकता है। ओ0टी0डी0ई0 के लिए हमें निजी और सार्वजनिक निवेश को और बढ़ाना होगा। निवेशकों से सम्पर्क-संवाद का क्रम जारी रखना चाहिए। नए सेक्टर-नए निवेशकों से भी संवाद करें। उन्हें प्रदेश की यू0एस0पी0 से अवगत करायें। इन्वेस्टर आउटरीच को और बेहतर करने की आवश्यकता है। सिंगल विंडो प्रणाली को और सरल तथा अधिक पारदर्शी बनाया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा सेक्टर को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है। गैर पारम्परिक ऊर्जा विकल्पों को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने नीति जारी की है। हमें सोलर और बायो मास सेक्टर में निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हमें सोलर एनर्जी कैपेसिटी को बढ़ाने पर काम करने की जरूरत है। प्रदेश में पी0एम0 सूर्य घर योजना का कवरेज बढ़ाने का प्रयास करें।

    होटल/रेस्टोरेंट, ट्रान्सपोर्ट, संचार, रियल एस्टेट, प्रोफेशनल सर्विस, व अन्य सेवाओं वाले तृतीयक खण्ड में प्रदेश तेजी से तरक्की कर रहा है। अयोध्या, मथुरा-वृन्दावन, काशी, प्रयागराज, नैमिषारण्य इसके महत्वपूर्ण केन्द्र हैं। विगत 07 वर्षों में यहां व्यापक परिवर्तन हुआ है। टूरिस्ट फुटफॉल अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है। वर्तमान वर्ष में अब तक 62 करोड़ से अधिक पर्यटकों का आगमन हो चुका है। यह टूरिस्ट फुटफॉल लोकल इकोनॉमी को बढ़ावा देने वाला है। अगले वर्ष प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन है। यह पूरे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बड़ा असर डालने वाला होगा। नैमिषारण्य, विन्ध्यधाम जैसे केंद्रों को चिन्हित कर उनकी बेहतर ब्राण्डिंग करनी चाहिए। बौद्ध सर्किट का सम्बन्धित देशों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। पर्यटन स्थलों पर जनसुविधाएं और बेहतर की जाएं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आई0टी0 सेक्टर को उद्योग का दर्जा दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर आज आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 का ग्लोबल हब बन कर उभरा है। प्रदेश में आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 टेस्टिंग सेण्टर की स्थापना का प्रयास करें। लखनऊ में ए0आई0 सिटी की भूमि चिन्हित की जा चुकी है, इससे सम्बन्धित पॉलिसी यथाशीघ्र लाई जाए। परियोजना पर काम तेज किया जाना चाहिए। हमें ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेनिंग के लिए भी प्रस्ताव मिले हैं, इसकी बेहतर सम्भावनाओं का लाभ लेने के लिए यथाशीघ्र अपनी ड्रोन पॉलिसी लागू करनी चाहिए। स्टार्टअप पंजीकरण के लिए कानपुर के साथ-साथ नोएडा में भी सुविधा कार्यालय प्रारम्भ कराया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवहन सेक्टर की बेहतरी के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए। असेवित क्षेत्रों के लिए बसों का संचालन करें। निजी क्षेत्र का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। जल मार्ग परिवहन सम्बन्धित प्राधिकरण का गठन किया गया है, इस दिशा में भी आने वाले दिनों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। हॉस्पिटल, हाउसिंग और होटल के लिए निजी क्षेत्र की ओर से बड़े प्रस्ताव मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में इस सेक्टर में और अधिक तेजी देखने को मिलेगी। नियमों को सरल करें, व्यावहारिकता का ध्यान रखें। निवेशकों की अपेक्षाओं को समझें। यह पूरा सेक्टर अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के साथ-साथ ईज ऑफ लिविंग की दृष्टि से भी उपयोगी सिद्ध होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओ0टी0डी0ई0 के लिए हर विभाग का लक्ष्य पहले से ही निर्धारित है। इसकी प्रगति की सतत समीक्षा आवश्यक है। हर विभाग की कैपेसिटी बिल्डिंग की जरूरत है। रिफॉर्म की कार्ययोजना तैयार कर लागू करें। हर काम की समय-सीमा तय करें। यही वह प्रदेश है जहां वर्ष 2016-17 में एक्साइज से मात्र 12 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता था आज 52 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। यानी कमी सामर्थ्य की नहीं, इच्छाशक्ति की थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए नगर निकायों व ग्राम पंचायतों का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। इनके आय संवर्धन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। गांव हो या कस्बे, हर जगह आम आदमी को अच्छी सड़क, शुद्ध पेयजल, बेहतर जनसुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। आकांक्षात्मक जनपद और आकांक्षात्मक विकासखण्ड की प्रगति की लगातार समीक्षा की जाए, जहां कमी हो, उसे दूर किया जाए।
    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने दी शुभकामनाएं,  हरियाणा में फिर से नायब सिंह सैनी की सरकार का स्वागत किया और कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘विकसित भारत’ की भावना साकार होगी।

    CM Yogi ने दी शुभकामनाएं,  हरियाणा में फिर से नायब सिंह सैनी की सरकार का स्वागत किया और कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘विकसित भारत’ की भावना साकार होगी।

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने नायब सिंह सैनी को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी है।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नायब सिंह सैनी को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी है। नायब सिंह सैनी जी को हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! यह पोस्ट उन्होंने अपने एक्स सोशल मीडिया खाते पर पोस्ट किया। उनका कहना था कि वे पूरी तरह से विश्वास करते हैं कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और आपके सफल नेतृत्व में ‘विकसित हरियाणा-विकसित भारत’ की भावना साकार होगी।

    आपको बता दें कि सर्वसम्मति से चुने गए हरियाणा भाजपा विधायक दल के नेता नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को चंडीगढ़ में राज्य के 20वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा विधायक कृष्ण कुमार बेदी ने सैनी का नाम प्रस्ताव किया, जिसका वरिष्ठ नेता अनिल विज ने समर्थन किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में नेता नायब सिंह सैनी ने बृहस्पतिवार को पंचकूला में एक समारोह में शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजग के अन्य नेताओं ने इस समारोह में भाग लिया।

    मंत्री पद की शपथ भी हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अनिल विज, कृष्ण लाल पंवार और राव नरबीर सिंह को दी गई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज का दिन शपथ ग्रहण समारोह के लिए चुना है क्योंकि यह वाल्मीकि जयंती है। दलितों के बीच, ऋषि वाल्मीकि हिंदू महाकाव्य रामायण के लेखक हैं। हरियाणा में मुख्यमंत्री के अलावा अधिकतम चौबीस मंत्री हो सकते हैं। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह भी इस अवसर पर उपस्थित थे. राजग के कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे। सैनी ने हरियाणा की तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने के साथ दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।

  • CM Yogi ने महर्षि वाल्मीकि जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं

    CM Yogi ने महर्षि वाल्मीकि जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। आज यहां जारी एक बयान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आदिकवि महर्षि वाल्मीकि ने ’रामायण’ के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम से जन-जन का साक्षात्कार कराया। ’रामायण’ के माध्यम से महर्षि वाल्मीकि ने समाज के सम्मुख जीवन के सर्वोत्कृष्ट मूल्यों एवं आदर्शों को प्रस्तुत किया। उनकी जयन्ती का यह अवसर हमें यह सिखाता है कि जीवन में कोई भी व्यक्ति धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर चलकर महानता को प्राप्त कर सकता है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार महर्षि वाल्मिकी के आदर्शों से प्रेरणा लेकर जनकल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। महर्षि वाल्मीकि की महानता से वर्तमान और भावी पीढ़ी को सुपरिचित कराने के लिए सतत् प्रयासरत है। इस क्रम में लालापुर, जनपद चित्रकूट में उनकी तपोस्थली के सौंदर्यीकरण तथा श्री अयोध्याधाम में महर्षि वाल्मीकि अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की स्थापना जैसे अनेक प्रयास किए गए हैं। आदिकवि की जयन्ती पर पूरे प्रदेश में मंदिरों/देवस्थानों पर रामायण पाठ व दीपदान तथा लालापुर में रामलीला, सन्त सम्मेलन, हवन, गौ-पूजन आदि का आयोजन किया जा रहा है।

    महर्षि वाल्मीकि जयन्ती पर मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया है कि यह पुण्य अवसर पूरे प्रदेश में शान्ति और सामाजिक सौहार्द को चिरस्थायी बनाने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों के लिए सुख और समृद्धि की कामना की है।

    source: http://up.gov.in

  • यूपी के CM Yogi ने बहराइच में मारे गए व्यक्ति के परिवार से मुलाकात की: ‘किसी भी कीमत पर दोषियों को नहीं बख्शेंगे’

    यूपी के CM Yogi ने बहराइच में मारे गए व्यक्ति के परिवार से मुलाकात की: ‘किसी भी कीमत पर दोषियों को नहीं बख्शेंगे’

    CM Yogi: लखनऊ में मैं बहराइच जिले में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए युवक के परिजनों से मिला

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने बहराइच में रविवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान गोली लगने से मारे गए युवक के परिजनों से मंगलवार को मुलाकात की और कहा कि इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, ‘आज लखनऊ में मैं बहराइच जिले में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए युवक के परिजनों से मिला। दुख की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के साथ शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है। निश्चिंत रहें, प्रभावित परिवार को न्याय दिलाना यूपी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस जघन्य और अक्षम्य घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

    राम गोपाल मिश्रा की हत्या मंसूर गांव के महराजगंज बाजार इलाके में हुई थी, जहां दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद पथराव और गोलीबारी हुई थी

    भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने बताया कि मृतक के परिवार ने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

    मृतक के परिवार के सदस्य ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। पीड़ित परिवार ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और यूपी के सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि सख्त कार्रवाई की जाएगी … पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। घर, आयुष्मान भारत कार्ड, सभी सरकारी योजनाओं का लाभ परिवार को प्रदान किया जाएगा। यूपी के सीएम ने हमें यह देखने के लिए कहा है कि क्या बहराइच घटना के मृतकों की पत्नी को नौकरी दी जा सकती है … सिंह ने कहा।क्या बहराइच घटना के मृतक की पत्नी को नौकरी दी जा सकती है …” सिंह ने कहा।

    क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाई गई

    सरकार ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, हिंसा रुक गई है और उपद्रवियों की तलाश तेज कर दी गई है।

    इससे पहले सरकार ने कहा था कि पुलिस और सुरक्षा बल बहराइच में कड़ी नजर रख रहे हैं।

    प्रमुख बिंदु

    • बहराइच में पीएसी की 12 कंपनी, सीआरपीएफ की 2 कंपनी, आरएएफ की 1 कंपनी और गोरखपुर जोन के पुलिस बलों ने मोर्चा संभाल लिया है।
    • प्रशासन और पुलिस ने जनता से अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं से सावधान रहने की अपील की है।
    • स्थिति को सुधारने के लिए 4 आईपीएस अधिकारी, 2 एएसपी और 4 सीओ तैनात किए गए हैं।
    • मुख्यमंत्री के आदेश के बाद एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) और गृह सचिव ग्राउंड जीरो पर पहुंच गए हैं।
    • मुख्यमंत्री बहराइच में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि एक भी शरारती तत्व बच न पाए।
    • अब तक, 30 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है, 10 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और 4 को नामजद किया गया है।

     

  • CM Yogi: किसी भी धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने वालों को दंडित किया जाएगा’, नरसिंहानंद के ‘पैगंबर’ वाले बयान पर बोले योगी

    CM Yogi: किसी भी धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने वालों को दंडित किया जाएगा’, नरसिंहानंद के ‘पैगंबर’ वाले बयान पर बोले योगी

    CM Yogi

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने सोमवार को कहा कि देवताओं, महापुरुषों या किसी भी धर्म या संप्रदाय के संतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इस तरह के व्यवहार में शामिल लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

    गाजियाबाद के एक पुजारी यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा कर दिया था।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बयान में कहा, ”हर नागरिक को महान व्यक्तियों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए, लेकिन इसे थोपा नहीं जा सकता और किसी पर थोपा नहीं जा सकता।

    सीएम ने कहा, ‘अगर कोई व्यक्ति आस्था से छेड़छाड़ करेगा, महापुरुषों, देवताओं, संप्रदाय आदि की आस्था के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करेगा तो उसे कानून के दायरे में लाया जाएगा और सख्त से सख्त सजा दी जाएगी, लेकिन सभी पंथों, धर्मों के लोगों को एक-दूसरे का सम्मान करना होगा.’

    उन्होंने कहा कि कुछ वर्ग सोचता है कि हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ टिप्पणी करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। वे हिंदू धर्म के मूल सिद्धांतों का अपमान करते हैं और मूर्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं। हिंदू इनमें से किसी पर भी प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। लेकिन अगर कोई अज्ञानी व्यक्ति टिप्पणी करता है, तो अराजकता पैदा करने के लिए घातक प्रयास किए जाते हैं। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

    इस बीच, भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने प्रदर्शनकारियों को धमकी दी कि अगर उन्होंने उत्तर प्रदेश में उन्मादी नारे लगाने की कोशिश की तो उन्हें ‘इजरायल का स्वाद’ चखना पड़ेगा. उन्होंने कहा, ‘यहां, व्यवहार बाबासाहेब के संविधान के माध्यम से दिया जाएगा, न कि शरीयत के माध्यम से, और वह भी उचित है… तब मत रोओ, “त्रिपाठी ने 6 अक्टूबर को एक्स पर एक पोस्ट में कहा।

    मुख्यमंत्री ने शीर्ष अधिकारियों के साथ कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के दौरान ये टिप्पणियां कीं, जिसमें जोर देकर कहा गया कि “विरोध के नाम पर अराजकता, बर्बरता या आगजनी स्वीकार्य नहीं है” और जो लोग इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने की हिम्मत करते हैं, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।

    डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के बाद, कई मुस्लिम संगठनों और राजनीतिक दल के नेताओं ने पुजारी की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। नरसिंहानंद और उनके शिष्यों के खिलाफ उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

    इस बीच, सीएम आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आगामी त्योहारों को खुशी और सद्भाव के साथ मनाया जाए, और उन लोगों की पहचान करने और सख्त कार्रवाई करने के लिए जो माहौल को खराब करने का प्रयास करते हैं या कानून के खिलाफ काम करते हैं। उन्होंने पुलिस को महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों में पैदल गश्त और पुलिस प्रतिक्रिया वाहनों को तेज करने का निर्देश दिया।

     

     


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