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  • CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने 133 करोड़ रु0 की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की

    CM Yogi ने आज जनपद मथुरा में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सातवीं बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री जी ने 133 करोड़ रुपये की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की।

    बैठक में ब्रज तीर्थ पथ परियोजना, मथुरा-वृन्दावन में गोवर्धन कनेक्ट परियोजना, मथुरा-वृन्दावन रेल बस मार्ग के स्थान पर यातायात के वैकल्पिक साधन विकसित करने तथा यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा जनपद मथुरा में राया अर्बन नोड विकसित किये जाने का प्रस्तुतीकरण किया गया। बैठक में परिषद के उपाध्यक्ष श्री शैलजाकान्त मिश्र ने परिषद की 24 जून, 2024 को सम्पन्न छठवीं बैठक में लिये गए निर्णयों की पुष्टि तथा परिषद की विगत बैठकों में दिये गये निर्देशों में अवशेष बिन्दुओं पर अनुपालन आख्या मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रस्तुत की।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष परिषद की तृतीय बैठक में उनके द्वारा दिये गये अतिरिक्त निर्देशों की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गई, जिसमें ब्रज 84 कोसी परिक्रमा मार्ग शामिल है। बैठक में जनपद मथुरा में गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र में 09 कुण्डों के पुनर्जीवन हेतु नीरी द्वारा तैयार की गई डी0पी0आर0 के क्रियान्वयन, जनपद मथुरा के वनों से प्रोसोपिस ज्यूलीफ्लोरा को हटाकर ब्रज क्षेत्र में पौराणिक पेड़ों की प्रतिस्थापना, पांच वर्ष पूर्व जीर्णोद्धार किए गए कुण्डों के रख रखाव, मरम्मत आदि की परियोजना, ब्रज क्षेत्र में दान दाताओं की सहायता से जन सुविधायें विकसित कराने एवं उनका नामकरण दानदाता की आस्था के अनुरूप किये जाने, मथुरा-वृन्दावन एवं गोवर्धन में पार्किंग हेतु भूमि अधिग्रहण/क्रय करने, वृन्दावन में देवरहा बाबा घाट के समीप एवं श्री बांके बिहारी जी मन्दिर के समीप यमुना नदी पर सस्पेन्शन ब्रिज का निर्माण कार्य आदि के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया।

    परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत प्रस्तावित परियोजनाओं में मथुरा-वृन्दावन में पूर्व में निर्मित 3500 लाख रुपये की अनुमानित लागत वाली टी0एफ0सी0 विस्तार परियोजना, 3800 लाख रुपये लागत की मथुरा-वृन्दावन में पर्यटक सुविधा केन्द्र के समीप मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण, 800 लाख रुपये लागत से यमुना नदी के विश्राम घाट से केसीघाट तक 06 चयनित स्थलों पर ऑफशोर/तटवर्ती सुविधाओं का विकास, बरसाना में 2700 लाख रुपये लागत से राधा बिहारी इण्टर कॉलेज की भूमि पर टी0एफ0सी0 का निर्माण कार्य पार्ट-2 प्रस्तावित हैं। इसके अलावा, प्रस्तावित परियोजनाओं में 760.98 लाख रुपये लागत की वृन्दावन स्थित यमुना नदी के दाँये किनारे पर अकूर घाट का निर्माण, 600 लाख रुपये लागत से जनपद मथुरा में चयनित पौराणिक वनों के 150 हेक्टेयर क्षेत्र में ईको रेस्टोरेशन कार्य, 200 लाख रुपये लागत से जनपद के ग्राम रॉकौली में ईको-रेस्टोरेशन हेतु फेंसिंग का कार्य तथा मथुरा एवं वृन्दावन के बीच 4304.68 लाख रुपये की लागत से प्रेक्षागृह/ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य की पुनरीक्षित परियोजना भी सम्मिलित है। बैठक में अवगत कराया गया कि वर्ष 2024-25 की कार्य योजनायें पर्यटन निदेशालय को प्रेषित की जा चुकी हैं।

    बैठक में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मे श्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे।

    source: http://up.gov.in

  • UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रु0 लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया

    UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रु0 लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया

    UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रु0 लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया, कार्यक्रम में राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री भी सम्मिलित हुए

    • प्रधानमंत्री ने काशी के विकास की 380.13 करोड़ रु0 की लागत से तैयार 14 परियोजनाएं जनता को समर्पित कीं
    • सहारनपुर के सरसावा हवाई अड्डे का लोकार्पण, आगरा हवाई अड्डे के सिविल एन्क्लेव तथा लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण एवं नवीन टर्मिनल भवन का शिलान्यास किया
    • 2,870 करोड़ रु0 की लागत से श्री लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण में शामिल नए टर्मिनल भवन समेत अन्य कार्य व 4.17 करोड़ रु0 की लागत से कस्तूरबा गांधी विद्यालय, आराजी लाइन में एकडेमिक ब्लॉक व गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण की नींव रखी
    • काशी के लिए आज का दिन बहुत ही शुभ, काशी में आंखों के एक बड़े अस्पताल का लोकार्पण किया गया, यहां हजारों करोड़ रु0 के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ: प्रधानमंत्री
    • यह सभी प्रोजेक्ट्स सुविधा के साथ-साथ हमारे नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर लेकर आए
    • जनता का पैसा, जनता पर खर्च हो, देश के विकास पर खर्च हो पूरी ईमानदारी से खर्च हो, ये हमारी बड़ी प्राथमिकता बीते 10 सालों में देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण का एक बहुत बड़ा अभियान शुरू किया
    • वर्ष 2014 में देश में सिर्फ 70 एयरपोर्ट थे, आज 150 से ज्यादा एयरपोर्ट, हम पुराने एयरपोर्ट्स को रेनोवेट कर रहे
    • आज यू0पी0 की पहचान एक्सप्रेस-वे राज्य तथा सबसे अधिक इण्टरनेशनल एयरपोर्ट्स वाले राज्य की
    • प्रधानमंत्री ने उ0प्र0 की प्रगति के लिए मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री द्वय एवं उनकी पूरी टीम की सराहना की
    • काशी और पूर्वांचल को व्यापार-कारोबार का बड़ा केन्द्र बनाने के लिए सरकार ने गंगा जी पर एक नए रेल-रोड ब्रिज के निर्माण को स्वीकृति दी
    • हमने विकसित भारत के हर संकल्प में नारी शक्ति को केन्द्र में रखा, पी0एम0 आवास योजना ने करोड़ों महिलाओं को उनके अपने घर की सौगात दी, सरकार अब तीन करोड़ और नए घर बनाने जा रहीमहिलाओं को विधानसभा और लोकसभा में आरक्षण का ऐतिहासिक काम हमारी सरकार ने पूरा किया
    • देश के 01 लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाएंगे, जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं
    • विगत 10 वर्षों में 44,000 करोड़ रु0 की परियोजनाएं अकेले काशी के विकास के लिए स्वीकृत हुईं, जिसमें से 34,000 करोड़ रु0 से अधिक की परियोजनाएं पूरी हो चुकीं, 10,000 करोड़ रु0 से अधिक की परियोजनाएं निर्माणाधीन: मुख्यमंत्री
    • काशी अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए
    • एक नई काया और कलेवर के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत हुई
    • विगत 10 वर्षों में हमने एक नए व बदलते हुए भारत तथा ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार और मूर्त रूप लेते हुए देखा
    • प्रत्येक क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ और रोजगार के नए-नए माध्यम सृजित हुए
    • देश में स्वास्थ्य, शिक्षा और आम नागरिक के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी हुई योजनाएं सभी को एक नए रूप में देखने को मिल रहीप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि काशी के लिए आज का दिन, बहुत ही शुभ है। आज काशी में आंखों के एक बड़े अस्पताल का लोकार्पण किया गया है। यहां हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण भी हुआ है। इनमें देश और उत्तर प्रदेश के विकास को नई ऊंचाई देने वाले प्रोजेक्ट्स भी हैं। आज शिक्षा, कौशल विकास, खेल, स्वास्थ्य, पर्यटन सहित हर सेक्टर के प्रोजेक्ट्स बनारस को मिले हैं। यह सभी प्रोजेक्ट्स सुविधा के साथ-साथ हमारे नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर भी लेकर आए हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने आज वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रुपये लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी को अंगवस्त्र तथा हॉकी व बैटबॉल का प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया।

    प्रधानमंत्री जी ने सिगरा स्टेडियम सहित 380.13 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 14 परियोजनाएं जनता को समर्पित कीं। उन्होंने 2,870 करोड़ रुपये की लागत से लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण में शामिल नए टर्मिनल भवन समेत अन्य कार्य व 4.17 करोड़ रुपये की लागत से कस्तूरबा गांधी विद्यालय, आराजी लाइन में एकडेमिक ब्लॉक व गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण की नींव भी रखी। यह परियोजनाएं काशी के विकास को नए आयाम देंगी। खिलाड़ियों को मॉडल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और जनता को चिकित्सा समेत अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। प्रो-पुअर योजना से सारनाथ के पर्यटन विकास को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। सिपेट में तकनीकी छात्रों को प्रवास की बेहतर सुविधा उनके जीवन को संवारने में अहम भूमिका निभाएगी। प्रधानमंत्री जी ने सहारनपुर के सरसावा हवाई अड्डे का लोकार्पण तथा आगरा हवाई अड्डे के सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास भी किया।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज उन्हें सारनाथ के विकास से जुड़ी करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण करने का भी अवसर मिला है। कुछ समय पहले हमने कुछ भाषाओं को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी, उसमें पाली और प्राकृत भाषाएं भी हैं। पाली और प्राकृत भाषा का सारनाथ एवं काशी से विशेष नाता है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि देशवासियों ने उन्हें लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर दिया है। अभी सरकार को बने सवा सौ दिन भी नहीं हुए हैं। इतने कम समय में ही देश में 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं-परियोजनाओं पर काम शुरु किया जा चुका है। जनता का पैसा, जनता पर खर्च हो, देश के विकास पर खर्च हो, पूरी ईमानदारी से खर्च हो, ये हमारी बड़ी प्राथमिकता है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बीते 10 सालों में हमने देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण का एक बहुत बड़ा अभियान शुरू किया है। इस अभियान के दो सबसे बड़े लक्ष्य हैं। पहला-निवेश से नागरिकों की सुविधा बढ़ाने तथा दूसरा-निवेश से नौजवानों को नौकरी देने का लक्ष्य है। आज देश भर में आधुनिक हाईवे बन रहे हैं, नए-नए रूट्स पर रेलवे ट्रैक्स बिछाए जा रहे हैं, नए-नए एयरपोर्ट बन रहे हैं। इससे लोगों की सुविधा बढ़ रही है तथा देश के युवाओं को नौकरियां भी मिल रही हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बाबतपुर एयरपोर्ट वाला हाईवे बनने तथा एयरपोर्ट पर आधुनिक सुविधाएं बढ़ाए जाने का फायदा बहुत से लोगों को मिला है। बनारस के अनेक लोगों को रोजगार मिला। इससे खेती, उद्योग और पर्यटन, तीनों को बल मिला। आज बनारस आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कोई घूमने तो कोई व्यापार के लिए आ रहा है। इसमें आपका फायदा हो रहा है। अब जब बाबतपुर हवाई अड्डे का और विस्तार होगा, तो आपको और ज्यादा फायदा होगा। आज इस पर काम भी शुरु हो गया है। ये काम जब पूरा हो जाएगा तो यहां ज्यादा विमान उतर पाएंगे।

    प्रधानमंत्री जी ने कि आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के इस महायज्ञ में हमारे एयरपोर्ट्स, उनकी शानदार इमारतें, आधुनिक से आधुनिक सुविधाएं आज दुनिया भर में चर्चा का विषय हैं। वर्ष 2014 में देश में सिर्फ 70 एयरपोर्ट थे। आज 150 से ज्यादा एयरपोर्ट हैं। हम पुराने एयरपोर्ट्स को भी रेनोवेट कर रहे हैं। पिछले साल देश में एक दर्जन से अधिक एयरपोर्ट्स पर नई सुविधाओं का निर्माण हुआ। इनमें अलीगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती और चित्रकूट एयरपोर्ट भी शामिल हैं। अयोध्या का भव्य इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, हर रोज रामभक्तों का स्वागत कर रहा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि एक समय उत्तर प्रदेश को खस्ताहाल सड़कों के लिए ताने दिए जाते थे। आज यू0पी0 की पहचान एक्सप्रेस-वे राज्य के रूप में है। आज यू0पी0 की पहचान सबसे अधिक इण्टरनेशनल एयरपोर्ट्स वाले राज्य की है। नोएडा के जेवर में भी शीघ ही एक भव्य इण्टरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश की इस प्रगति के लिए प्रधानमंत्री जी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एवं उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य तथा श्री ब्रजेश पाठक एवं उनकी पूरी टीम की सराहना की।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बनारस की प्रगति को देखकर उन्हें संतोष होता है। हम सभी ने काशी को शहरी विकास की मॉडल सिटी बनाने का सपना साथ मिलकर देखा है। एक ऐसा शहर जहां विकास भी हो रहा है और विरासत भी संरक्षित हो रही है। आज काशी की पहचान बाबा विश्वनाथ के भव्य और दिव्य धाम, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, रिंग रोड और गंजारी स्टेडियम जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से होती है। आज काशी में रोप-वे जैसी आधुनिक सुविधाएं बन रही हैं। यहां के चौड़े रास्ते, गलियां, गंगा जी के सुंदर घाट आज सबका मन मोह रहे हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारा निरंतर प्रयास है कि काशी और पूर्वांचल व्यापार-कारोबार का और बड़ा केन्द्र बने। इसके लिए कुछ दिन पहले ही सरकार ने गंगा जी पर एक नए रेल-रोड ब्रिज के निर्माण को स्वीकृति दी है। राजघाट के पुल के पास एक और भव्य पुल बनने जा रहा है। इसके नीचे ट्रेन चलेगी और ऊपर 6-लेन का हाइवे बनेगा। इसका लाभ बनारस और चन्दौली के लाखों लोगों को मिलेगा।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारी काशी अब खेलों का भी एक बहुत बड़ा केन्द्र बनती जा रही है। सिगरा स्टेडियम अब नए रंग-रूप में आपके सामने है। नए स्टेडियम में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से लेकर ओलम्पिक तक की तैयारियों के इंतजाम हो गए हैं। यहां खेलों की आधुनिक सुविधाएं बनी हैं। काशी के नौजवान खिलाड़ियों का सामर्थ्य सांसद खेल प्रतियोगिता के दौरान हमने देखा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि समाज का विकास तब होता है, जब समाज की महिलाएं और नौजवान सशक्त होते हैं। इसी सोच के साथ सरकार ने नारी शक्ति को नई शक्ति दी है। करोड़ों महिलाओं को मुद्रा लोन देकर उन्हें व्यापार करने की सहूलियत दी गई है। आज हम गांव-गांव में लखपति दीदी बनाने के लिए काम कर रहे हैं। आज गांव की हमारी बहनें अब ड्रोन पायलट भी बन रही हैं। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि काशी में साक्षात शिव भी माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगते हैं। काशी यह सिखाती है कि समाज तभी समृद्ध होगा, जब नारी सशक्त होगी। इसी भावना से हमने विकसित भारत के हर संकल्प में नारी शक्ति को केन्द्र में रखा है। पी0एम0 आवास योजना ने करोड़ों महिलाओं को उनके अपने घर की सौगात दी है। इसका बहुत बड़ा लाभ यहां बनारस की महिलाओं को भी मिला है। सरकार अब तीन करोड़ और नए घर बनाने जा रही है। यहां बनारस में भी जिन महिलाओं को पी0एम0 आवास योजना के तहत घर नहीं मिले हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द यह घर दिए जाएंगे। हमने घर-घर नल, नल से जल और उज्ज्वला गैस तो पहुंचाई ही है। अब मुफ्त बिजली और बिजली से कमाई वाली योजना भी चल रही है। पी0एम0 सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना से हमारी बहनों का जीवन और आसान होने वाला है। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि अपनी काशी बहुरंगी सांस्कृतिक नगरी है। यहां भगवान शंकर का पावन ज्योतिर्लिंग है, मणिकर्णिका जैसा मोक्ष तीर्थ है तथा यहां सारनाथ जैसा ज्ञान स्थल है। दशकों-दशक बाद बनारस के विकास के लिए इतना काम एक साथ हो रहा है। आखिर वो कौन सी मानसिकता है, जिसके चलते पहले काशी को विकास से वंचित रखा गया। 10 वर्ष पहले बनारस को विकास के लिए तरसाया जाता था। जिन लोगों ने उत्तर प्रदेश में लम्बे समय तक सरकारें चलाईं, जो लोग दिल्ली में दशकों तक सरकार में बैठे रहे, उन्होंने परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति के कारण कभी बनारस की परवाह नहीं की।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर चलती है। हमारी सरकार किसी योजना में भेदभाव नहीं करती। हम जो कहते हैं, वो डंके की चोट पर करके दिखाते हैं। आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मन्दिर में हर रोज लाखों लोग श्रीरामलला के दर्शन करने जा रहे हैं। महिलाओं को विधानसभा और लोकसभा में आरक्षण की बात भी बरसों से लटकी रही थी। यह ऐतिहासिक काम भी हमारी सरकार ने ही पूरा किया है। तीन तलाक की कुरीति से कितने ही परिवार पीड़ित थे। मुस्लिम बेटियों को इससे मुक्ति दिलाने का काम हमारी सरकार ने किया। हमारी सरकार ने ओ0बी0सी0 आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। हमारी सरकार ने बिना किसी का हक छीने गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमने नेक नीयत से नीतियां लागू कीं, ईमानदारी से देश के हर परिवार का जीवन बदलने का प्रयास किया। इसलिए देश भी हमें लगातार आशीर्वाद दे रहा है। आज भारत के सामने परिवारवादी राजनीति बहुत बड़ा खतरा है। यह परिवारवादी सबसे ज्यादा नुकसान, देश के युवाओं का करते हैं। ये कभी भी युवाओं को मौका देने में विश्वास नहीं करते। उन्होंने लाल किले से आह्वान किया है, वे देश के 01 लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाएंगे, जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। यह भारत की राजनीति की दिशा बदलने तथा भ्रष्टाचार और परिवारवादी मानसिकता को मिटाने का अभियान है। प्रधानमंत्री जी ने काशी सहित उत्तर प्रदेश के नौजवानों से खुले मन से नई राजनीति की धुरी बनने का आह्वान किया। काशी का यह मंच एक बार फिर पूरे देश के नए विकास प्रतिमानों का आरम्भ स्थल बना है। काशी एक बार फिर, राष्ट्र को नई गति देने की साक्षी बनी है।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि दीपावली के पूर्व देशवासियों और काशीवासियों को प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से 6700 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उपहार प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री जी ने दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हरियाणा विजय के उपरान्त काशी आगमन पर उनका स्वागत किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 10 वर्षों में हमने एक नए व बदलते हुए भारत को देखा है। हमने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार और मूर्त रूप लेते हुए भी देखा है। भारत ने प्रत्येक क्षेत्र में विकास के नित नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। रोड कनेक्टिविटी, एयर कनेक्टिविटी, वॉटर-वे, रेलवे अथवा नगरीय क्षेत्रों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए मेट्रो और रैपिड रेल की सुविधा सहित प्रत्येक क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर का आधुनिक मॉडल देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है और रोजगार के नए-नए माध्यम सृजित हुए हैं, वहीं दूसरी ओर, देश में स्वास्थ्य, शिक्षा और आम नागरिक के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी हुई योजनाएं भी सभी को एक नए रूप में देखने को मिल रही है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि नए भारत के नेतृत्वकर्ता के रूप में प्रधानमंत्री जी उत्तर प्रदेश के काशी से देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। विगत 10 वर्षों में काशी अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए एक नई काया और कलेवर के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत हुई है। विगत 10 वर्षों में 44,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं अकेले काशी के विकास के लिए स्वीकृत हुई। जिसमें से 34,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इसी क्रम में आज दीपावली के ठीक पहले काशी के लिए 3,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उपहार प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से काशीवासियों को प्राप्त हो रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन के शिलान्यास और सहारनपुर के सरसावा एयरपोर्ट के लोकार्पण और आगरा में नए एयरपोर्ट के शिलान्यास का कार्यक्रम भी आज प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से हो रहा है।

    केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू ने अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री जी के विकास हेतु किये जा रहे लगातार प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि काशी प्राचीन समय से ही ज्ञान की राजधानी रही है। प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से काशी नयी ऊँचाइयों को छू रही है। वाराणसी में स्थित लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर 2870 करोड़ रुपये की लागत से तीन गुना बड़ा नया टर्मिनल बनाया जा रहा है। इसके बनने से स्थानीय संस्कृति का विकास भी होगा। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से आम नागरिक की हवाई जहाज तक पहुंच सुनिश्चित करने हेतु उड़ान योजना लायी गयी थी। वर्तमान में देश के 80 एयरपोर्ट उड़ान योजना से लाभान्वित हुए हैं। उत्तर प्रदेश में भी 87 उड़ान रूटों को एक्टिव किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश एकमात्र राज्य है, जहां 10 से अधिक एयरपोर्ट एक्टिव हैं। शीघ्र ही नोएडा में जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन भी किया जायेगा।

    ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री जी द्वारा आज लोकार्पित होने वाली प्रमुख परियोजनाओं में 216.29 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स सिगरा का पुनर्विकास, 90.20 करोड़ रुपये की लागत से सारनाथ में पर्यटन पुनर्विकास कार्य, 13.78 करोड़ रुपये की लागत से सिपेट परिसर करसड़ा में छात्रावास का निर्माण, 12.99 करोड़ रुपये की लागत से डॉ0 भीमराव अंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम लालपुर में 100 बेड क्षमता के बालक-बालिका छात्रावास व पब्लिक पवेलियन का निर्माण, 7.85 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी शहर में 20 पार्कों के सौंदर्यीकरण व पुनर्विकास कार्य, 7.08 करोड़ रुपये की लागत से महिला आई0टी0आई0 चौकाघाट व आई0टी0आई0 करौदी में हाईटेक लैब का निर्माण, 6.67 करोड़ रुपये की लागत से सेण्ट्रल जेल में बैरकों का निर्माण, 06 करोड़ रुपये की लागत से सिपेट परिसर करसड़ा में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबन्धन केन्द्र का निर्माण, 6.02 करोड़ रुपये लागत से बाणासुर मन्दिर एवं गुरु धाम मन्दिर में पर्यटन विकास कार्य, 5.16 करोड़ रुपये की लागत से सेंट्रल जेल वाराणसी में 48 कर्मचारी आवास का निर्माण कार्य, 2.51 करोड़ रुपये की लागत से टाउन हॉल शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य, 2.16 करोड़ रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भरथरा में आवासीय भवनों का निर्माण कार्य, 1.93 करोड़ रुपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चिराई गांव का निर्माण कार्य तथा 1.49 करोड़ रुपये की लागत से ककरमत्ता फ्लाईओवर के नीचे एक्टिविटी जोन एवं पार्किंग का निर्माण कार्य सहित 380.13 करोड़ रुपये लागत की 14 परियोजनाएं शामिल हैं।

    इसके अलावा, 2,870 करोड़ रुपये की लागत से श्री लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का विस्तारीकरण, नए टर्मिनल भवन का निर्माण तथा सम्बन्धित अन्य निर्माण कार्य एवं 4.17 करोड़ रुपये की लागत से कस्तूरबा गांधी विद्यालय अराजीलाइन में एकेडमिक ब्लॉक व गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण सहित 2874.17 करोड़ रुपये लागत की 02 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

    इसके अतिरिक्त अन्य परियोजनाओं में 91 करोड़ रुपये की लागत से रीवा एयरपोर्ट, मध्य प्रदेश में नए टर्मिनल का निर्माण, 80.32 करोड़ रुपये की लागत से मां महामाया एयरपोर्ट अंबिकापुर में नए टर्मिनल का निर्माण, 54.56 करोड़ रुपये की लागत से सरसावा एयरपोर्ट में सिविल एन्क्लेव के निर्माण सहित 225.88 करोड़ रुपये की लागत से 03 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। 1,550 करोड़ रुपये की लागत से बागडोगरा एयरपोर्ट में नए सिविल एन्क्लेव का निर्माण, 912 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा एयरपोर्ट में नए सिविल एनक्लेव का निर्माण तथा 579 करोड़ रुपये की लागत से आगरा एयरपोर्ट में नए सिविल एन्क्लेव के निर्माण सहित 3,041 करोड़ रुपये लागत की 03 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया।

    कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, श्री ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, विधान परिषद सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं काशी सांसद खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेता एवं खिलाड़ी उपस्थित थे।
    source: http://up.gov.in

  • UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 90 करोड़ रु0 की लागत से निर्मित आर0 झुनझुनवाला शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन किया

    UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 90 करोड़ रु0 की लागत से निर्मित आर0 झुनझुनवाला शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन किया

    UP News: वाराणसी में लगभग 2,500 करोड़ रु0 की लागत से केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य सम्पन्न हुए

    • अब काशी, पूर्वांचल सहित उ0प्र0 के बड़े आरोग्य केन्द्र, हेल्थकेयर हब के रूप में विख्यात हो रही: प्रधानमंत्री
    • हमारी मोक्षदायिनी काशी अब नई ऊर्जा व नए संसाधानों के साथ नवजीवन-दायिनी बन रही
    • आज पूर्वांचल में दिमागी बुखार का इलाज करने के लिए 100 से अधिक केन्द्र कार्य कर रहे, 10 वर्षों में पूर्वांचल के प्राथमिक और सामुदायिक केन्द्रों में 10 हजार से अधिक नए बेड जोड़े गए, 5,500 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मन्दिर बनाए गए
    • बीते 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले, सरकार साफ-सफाई, योग-आयुर्वेद, पोषक खान-पान आदि विषयों पर खास ध्यान दे रही
    • आज देश में क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स और आधुनिक लैब्स का नेटवर्क बनाया जा रहा
    • आज देश के हर नागरिक का बीमारी के इलाज में होने वाला औसत खर्च 25 प्रतिशत तक कम हो गया
    • पी0एम0 जन औषधि केन्द्रों में लोगों को 80 प्रतिशत डिस्काउण्ट के साथ दवाइयां मिल रहीं, हार्ट स्टेण्ट, घुटना इम्प्लाण्ट, कैंसर की दवाओं की कीमत बहुत कम की गई
    • गरीबों को 05 लाख रु0 तक का मुफ्त इलाज देने वाली आयुष्मान योजना संजीवनी साबित हुई, देश में अब तक साढ़े 07 करोड़ से अधिक मरीज मुफ्त इलाज का लाभ ले चुके, अब यह सुविधा देश के हर परिवार के बुजुर्ग को मिलने लगी
    • आगामी 05 वर्षों में 75,000 मेडिकल सीटें जोड़ी जाएंगी
    • 30 करोड़ से ज्यादा लोग ई-संजीवनी ऐप की मदद से कंसल्टेशन ले चुके
    • शंकरा आई फाउण्डेशन नेत्र रोगियों को नया जीवन देने का देश का एक प्रतिष्ठित अभियान: मुख्यमंत्री
    • प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा, नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत 10 वर्षों में काशी में विकास का नया रूप हमें देखने को मिल रहा

    पं0 मदन मोहन मालवीय कैंसर हॉस्पिटल, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल, बी0एच0यू0 में 430 बेड सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, सर सुन्दरलाल हॉस्पिटल में 100 बेड एम0सी0एच0 विंग और ई0एस0आई0सी0 हॉस्पिटल में 150 बेड सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण वाराणसी में हुआ

    वाराणसी में पं0 दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय, श्री लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय, श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय का उच्चीकरण, जिला महिला चिकित्सालय कबीर चौरा में 100 बेड मैटरनिटी विंग का निर्माण कार्य सम्पन्न हुए प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में 15,000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मन्दिर के माध्यम से गांव स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य व ट्रेडिशनल मेडिसिन की बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रहीं

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज वाराणसी में 90 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित आर0 झुनझुनवाला शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, श्री कांची कामकोटि पीठम के शंकराचार्य जगद्गुरु श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती उपस्थित थे। प्रधानमंत्री जी ने आई हॉस्पिटल का उद्घाटन करने के बाद पूरे परिसर एवं व्यवस्था का निरीक्षण भी किया।

    प्रधानमंत्री जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि काशी की पहचान अनन्तकाल से धर्म और संस्कृति की राजधानी के रूप में रही है। अब काशी, पूर्वांचल सहित उत्तर प्रदेश के बड़े आरोग्य केन्द्र, हेल्थकेयर हब के रूप में भी विख्यात हो रही है। बी0एच0यू0 में ट्रॉमा सेण्टर हो, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हो, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल और कबीरचौरा अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाना हो, बुजुर्गों के लिए, सरकारी कर्मचारियों के लिए विशेष अस्पताल हो, मेडिकल कॉलेज हो, ऐसे अनेक कार्य काशी में बीते एक दशक में हुए हैं। आज बनारस में कैंसर के इलाज के लिए भी आधुनिक अस्पताल है। पहले जिन मरीजों को दिल्ली-मुम्बई जाना पड़ता था, आज वह यहीं अच्छा इलाज करा पा रहे हैं। आज बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ और देश के अन्य हिस्सों से भी हजारों लोग यहां उपचार के लिए आते हैं। हमारी मोक्षदायिनी काशी अब नई ऊर्जा के साथ, नए संसाधानों के साथ नवजीवन-दायिनी भी बन रही है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि शंकराचार्य जी के आशीर्वाद से ही काशी और पूर्वांचल को एक और आधुनिक अस्पताल मिला है। भगवान शंकर की नगरी में शंकरा आई हॉस्पिटल आज से जन-जन के लिए समर्पित है। शास्त्रों में कहा गया है कि ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो। यह हॉस्पिटल वाराणसी और इस क्षेत्र के आने वाले लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा और उन्हें प्रकाश की ओर ले जाएगा। यह अस्पताल एक प्रकार से आध्यात्मिकता व आधुनिकता का संगम है। अस्पताल बुजुर्गों की सेवा करेगा और बच्चों को भी नई रोशनी देगा। बड़ी संख्या में बच्चों को निःशुल्क इलाज मिलने वाला है। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। मेडिकल कॉलेज के छात्र इण्टर्नशिप व प्रैक्टिस कर पाएंगे। काशीवासियों को वाराणसी में ही शंकरा आई हॉस्पिटल और चित्रकूट आई हॉस्पिटल जैसे दो नए आधुनिक संस्थान मिलने जा रहे हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पहले की सरकारों के समय वाराणसी समेत पूर्वांचल में स्वास्थ्य सुविधाओं को नजरअंदाज किया गया। हालत यह थी कि 10 साल पहले पूर्वांचल में दिमागी बुखार के इलाज के लिए ब्लॉक स्तर पर उपचार केन्द्र तक नहीं थे। बच्चों की मृत्यु होती थी, मीडिया में हो हल्ला होता था। लेकिन पहले की सरकारें कुछ नहीं करती थीं। बीते दशक में, काशी ही नहीं, पूर्वांचल के पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। आज पूर्वांचल में दिमागी बुखार का इलाज करने के लिए 100 से अधिक ऐसे केन्द्र कार्य कर रहे हैं। 10 वर्षों में पूर्वांचल के प्राथमिक और सामुदायिक केन्द्रों में 10 हजार से अधिक नए बेड जोड़े गए हैं। 10 सालों में पूर्वांचल के गांवों में 5,500 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मन्दिर बनाए गए हैं। 10 साल पहले पूर्वांचल के जिला अस्पतालों में डायलिसिस तक की सुविधा नहीं थी। आज 20 से अधिक डायलिसिस यूनिट्स कार्य कर रही हैं। जहां मरीजों को यह सुविधा मुफ्त मिल रही है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि 21वीं सदी के नए भारत ने हेल्थकेयर के प्रति पुरानी सोच और अप्रोच को बदल दिया है। आज आरोग्य से जुड़ी भारत की रणनीति के पांच स्तम्भ हैं। पहला-प्रिवेण्टिव हेल्थकेयर, यानि बीमारी होने से पहले का बचाव। दूसरा-समय पर बीमारी की जांच। तीसरा-मुफ्त और सस्ता इलाज, सस्ती दवाएं। चौथा-छोटे शहरों में अच्छा इलाज, डॉक्टरों की कमी दूर करना। और पांचवां-स्वास्थ्य सेवा में टेक्नॉलॉजी का विस्तार।

    किसी भी व्यक्ति को बीमारी से बचाना, भारत की स्वास्थ्य नीति की बड़ी प्राथमिकता व स्वास्थ्य क्षेत्र का पहला स्तम्भ है। बीमारी, गरीब को और गरीब बनाती है। बीते 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। एक गम्भीर बीमारी, इन्हें फिर से गरीबी के दलदल में धकेल सकती है। इसलिए बीमारी हो ही नहीं, इस पर सरकार बहुत जोर दे रही है। इसलिए हमारी सरकार साफ-सफाई, योग-आयुर्वेद, पोषक खान-पान इन सारे विषयों पर खास ध्यान दे रही है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हम टीकाकरण अभियान को भी ज्यादा से ज्यादा घरों तक ले गए हैं। 10 साल पहले तक यह स्थिति थी कि देश में टीकाकरण का कवरेज 60 प्रतिशत के आसपास ही था। यानि करोड़ों बच्चे तो टीकाकरण के दायरे में ही नहीं थे। और टीकाकरण का यह दायरा हर साल सिर्फ एक, डेढ़ प्रतिशत की गति से बढ़ रहा था। अगर ऐसा ही चलता रहता तो हर क्षेत्र को, हर बच्चे को टीकाकरण के दायरे में लाने में 40-50 साल और लग जाते। इसलिए सरकार बनने के बाद हमने बहुत ही बड़ी प्राथमिकता बच्चों के टीकाकरण को दी, उसकी कवरेज बढ़ाने को दी। सरकार ने मिशन इन्द्रधनुष शुरू किया। एक साथ कई मंत्रालयों को इस कार्य में लगाया। नतीजा यह आया कि न केवल टीकाकरण कवरेज की दर बढ़ी, बल्कि ऐसी करोड़ों गर्भवती महिलाओं का, करोड़ों बच्चों का टीकाकरण हुआ, जो पहले इससे छूट जाते थे। भारत ने टीकाकरण पर जो जोर दिया, उसका बहुत बड़ा फायदा हमें कोरोना के दौरान मिला। आज पूरे देश में टीकाकरण का अभियान तेजी से चल रहा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बीमारी से बचाव के साथ ही यह भी जरूरी है कि बीमारी का समय पर पता चल जाए। इसलिए ही देशभर में लाखों आयुष्मान आरोग्य मन्दिर बनाए गए हैं। इससे कैंसर-डायबिटीज़ जैसी अनेक बीमारियों का शुरुआत में ही पता लगना सम्भव हुआ है। आज देश में क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स और आधुनिक लैब्स का नेटवर्क भी बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र का यह दूसरा स्तम्भ, लाखों लोगों की जान बचा रहा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य का तीसरा स्तम्भ-सस्ता इलाज, सस्ती दवा का है। आज देश के हर नागरिक का बीमारी के इलाज में होने वाला औसत खर्च 25 प्रतिशत तक कम हो गया है। पी0एम0 जन औषधि केन्द्रों में लोगों को 80 प्रतिशत डिस्काउण्ट के साथ दवाइयां मिल रही हैं। हार्ट स्टेण्ट हों, घुटना इम्प्लाण्ट हों, कैंसर की दवाएं हों, इनकी कीमत बहुत कम की गई है। गरीबों को 05 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने वाली आयुष्मान योजना, उनके लिए संजीवनी साबित हुई है। देश में अब तक साढ़े 07 करोड़ से अधिक मरीज, मुफ्त इलाज का लाभ ले चुके हैं। अब यह सुविधा देश के हर परिवार के बुजुर्ग को भी मिलने लगी है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र का चौथा स्तम्भ, इलाज के लिए दिल्ली-मुम्बई जैसे बड़े शहरों पर निर्भरता कम करने वाला है। एम्स हो, मेडिकल कॉलेज हो, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हों, बीते दशक में छोटे शहरों तक ऐसे अस्पताल हमने पहुंचाए हैं। देश में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए बीते दशक में मेडिकल की हजारों नई सीटें जोड़ी गई हैं। सरकार ने तय किया है कि आने वाले 05 साल में 75,000 और सीटें जोड़ी जाएंगी।

    स्वास्थ्य क्षेत्र का पांचवां स्तम्भ-टेक्नॉलॉजी के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं को और सुलभ करने वाला है। आज डिजिटल हेल्थ आई0डी0 बनाई जा रही है। ई-संजीवनी ऐप जैसे माध्यमों से घर बैठे ही मरीजों को परामर्श की सुविधा दी जा रही है। अब तक 30 करोड़ से ज्यादा लोग ई-संजीवनी ऐप की मदद से कंसल्टेशन ले चुके हैं। हम ड्रोन टेक्नॉलॉजी से भी स्वास्थ्य सेवाओं को जोड़ने की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्वस्थ और समर्थ युवा पीढ़ी, विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने वाली है। इस मिशन में पूज्य शंकराचार्य जी का आशीर्वाद हमारे साथ है। उन्होंने बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना की कि स्वस्थ और समर्थ भारत का यह मिशन यूं ही सशक्त होता रहे। उन्होंने पूज्य शंकराचार्य जी से आग्रह किया कि एक शंकरा नेत्र अस्पताल बिहार में भी स्थापित किया जाए।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रधानमंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि आर0जे0 शंकरा आई हॉस्पिटल के उद्घाटन से काशी की सेवा और विकास के अभियान में एक नई कड़ी जुड़ गई है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शंकरा आई फाउण्डेशन नेत्र रोगियों को नया जीवन देने का देश का एक प्रतिष्ठित अभियान है। जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज की प्रेरणा से वर्ष 1977 से शुरू हुआ यह अभियान देश के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के जीवन में नई रोशनी लाने का कार्य कर रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा, नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत 10 वर्षों में काशी में विकास का नया रूप हमें देखने को मिल रहा है। शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए प्रतिमान बन रहे हैं। बाबा विश्वनाथ की पावन धरा में विकास और सेवा के नए-नए प्रकल्प यहां जुड़े हैं। लगभग 2,500 करोड़ रुपये की लागत से केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में यहां पर कार्य सम्पन्न हुए हैं। पं0 मदन मोहन मालवीय कैंसर हॉस्पिटल, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल, बी0एच0यू0 में 430 बेड सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, सर सुन्दरलाल हॉस्पिटल में 100 बेड एम0सी0एच0 विंग और ई0एस0आई0सी0 हॉस्पिटल में 150 बेड सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण करके न केवल काशीवासियों, बल्कि प्रदेशवासियों सहित बिहार और आसपास के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की कार्यवाही यहां पर आगे बढ़ी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वाराणसी में पं0 दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय, श्री लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय, श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय का उच्चीकरण, जिला महिला चिकित्सालय कबीर चौरा में 100 बेड मैटरनिटी विंग का निर्माण कार्य सम्पन्न हुए हैं। आर0जे0 शंकर आई हॉस्पिटल की इस नवीन इकाई के शुभारम्भ से आज वाराणसी स्वास्थ्य के बड़े हब के रूप में सामने आया है। काशी में इन स्वास्थ्य सुविधाओं के विकसित होने से प्रदेश सहित आसपास के अन्य राज्यों के लोगों को भी स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी की तरह प्रदेश के अन्य जनपदों में भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में विगत 10 वर्षों में बेहतरीन कार्य हुए हैं। हर जनपद में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना, डायलिसिस, सी0टी0 स्कैन की सुविधा सुनिश्चित की जा रही है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में 15,000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मन्दिर के माध्यम से गांव स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य व ट्रैडिशनल मेडिसिन की बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र व धर्मार्थ संस्थान का योगदान इस दिशा में बहुत महत्वपूर्ण है।

    जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्य स्वामी विजयेन्द्र सरस्वती जी महाराज ने कहा कि भारत विश्व का एक बड़ा प्रजातांत्रिक देश है। देश तेजी से विकास कर रहा है। इसका मुख्य कारण है कि हमारे देश को अच्छे नेता मिले हैं। समाज में व्यक्ति भी मुख्य है और व्यक्तित्व भी मुख्य है। सबको जोड़ने वाला नेता भी चाहिए। अच्छे नेता ईश्वर कृपा से मिलते हैं। ईश्वर की कृपा से ही प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी मिले हैं।

    स्वामी विजयेन्द्र सरस्वती जी महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सरकार सभी लोगों की सुरक्षा व विकास के लिए कार्य कर रही है। सरकार विश्व में एक आदर्श के रूप में कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री जी सबके प्रति श्रद्धा, प्रेम, दया के साथ कार्य कर रहे हैं। सामान्य व्यक्ति को क्या जरूरत है, उनकी क्या पीड़ा है, प्रधानमंत्री जी समझते हैं। उनके पास काम करने का अनुभव है। कल्याणकारी योजनाएं साकार हो रही हैं। भारत की विशेषता के लिए धर्म और संस्कृति का भी विकास होना बहुत जरूरी है। देश का भविष्य उज्ज्वल होने से विश्व में शान्ति स्थापित होगी। भारत की उन्नति विश्व की उन्नति है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी शान्ति के लिए कटिबद्ध होकर कार्य कर रहे हैं।

    ज्ञातव्य है कि शंकरा आई फाउण्डेशन इण्डिया एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो समाज के गरीब और वंचित वर्गों को गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। वर्ष 1977 में एक छोटे प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र के रूप में डॉ0 आर0वी0 रमणी और डॉ0 राधा रमणी द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी। फाउण्डेशन द्वारा 10 से अधिक राज्यों में स्थित 14 सुपर स्पेशियलिटी आई केयर अस्पतालों का प्रबन्धन किया जा रहा है।

    कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, शंकरा आई फाउण्डेशन के आर0वी0 रमणी, डॉक्टर एस0वी0 बालासुब्रमण्यम, श्री मुरली कृष्णमूर्ति, सुश्री रेखा झुनझुनवाला, फाउण्डेशन के पदाधिकारीगण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इससे पूर्व, प्रधानमंत्री जी का लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, वाराणसी पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण ने स्वागत किया।
    source:http://up.gov.in

  • CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi: प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां योजना भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की।

    बैठक में मंत्रीगण, शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों, सलाहकारों तथा विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी 10 सेक्टर्स में जारी कार्यों की समीक्षा भी की। इस अवसर पर कंसल्टिंग एजेंसी डेलॉयट इण्डिया ने  प्रदेश के आर्थिक परिवेश की वर्तमान स्थिति और सम्भावित भावी परिणामों, उद्योग जगत की अपेक्षाओं आदि के सम्बन्ध में सेक्टरवार विस्तार से जानकारी दी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षों के नियोजित प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था आज सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है। वर्ष 2021-22 में प्रदेश की कुल जी0डी0पी0 16.45 लाख करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। इस वर्ष हमारा जी0एस0डी0पी0 लक्ष्य 32 लाख करोड़ रुपये है। सभी के सहयोग से यह लक्ष्य भी पूरा होगा। इन 07 वर्षों में प्रदेश की जी0डी0पी0 और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हुई है। प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है।

    प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन (जी0वी0ए0) के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई है। कृषि और सहायक सेक्टर के लिए अनुमानित जी0वी0ए0 5.85 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 5.98 लाख करोड़ रुपये, विनिर्माण के 2.48 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 2.79 लाख करोड़ रुपये, ट्रांसपोर्ट, स्टोरेज और कम्युनिकेशन के अनुमानित जी0वी0ए0 के सापेक्ष 129 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। स्पष्ट है कि व्यापार, होटल, परिवहन और प्रसारण से सम्बन्धित संचार सेवाओं की वृद्धि दर में तेजी आई है। यही स्थिति अन्य सेक्टरों में भी है। ओवरऑल वर्ष 2023-24 में राज्य के लिए अनुमानित जी0एस0वी0ए0 23 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष सकल मूल्य वर्धन 23.24 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह स्थिति अर्थव्यवस्था की बेहतर स्थिति को प्रदर्शित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी (ओ0टी0डी0ई0) के लक्ष्य की प्राप्ति में सभी विभागों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह लक्ष्य बड़ा है। पिछले वर्ष का रिपोर्ट कार्ड भी विभागों की सक्रियता को प्रदर्शित करता है। हमारी नीति और नियोजन सही है। बड़े लक्ष्य के लिए अपनी गति तेज करने की आवश्यकता है। इसकी नियमित मॉनीटरिंग होनी चाहिए। इसके लिए हर विभाग में एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। नोडल अधिकारी साप्ताहिक, प्रमुख सचिव स्तर पर पाक्षिक और विभागीय मंत्री के स्तर पर मासिक समीक्षा बैठक की जाए।

    आंकड़ों का संग्रहण शुद्धता के साथ होना आवश्यक है। इसके लिए सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एम0ओ0एस0पी0आई0) से संवाद व समन्वय बनाएं तथा उनके अनुभवों का लाभ लें। सही आकलन के लिए विभागवार सांख्यकीय अधिकारियों के लिए कार्यशाला/प्रशिक्षण का आयोजन करें। डेटा जितना शुद्ध होगा, लक्ष्य के लिए हम उतना ही बेहतर प्रयास कर सकेंगे। वर्ष 2023-24 में प्रदेश का कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सी0ए0जी0आर0) लगभग 16 प्रतिशत दर्ज किया गया है। यह स्थिति उत्साहजनक है। वर्तमान वर्ष के लिए 25 प्रतिशत का लक्ष्य है। सभी विभागों को अपने प्रयास तेज करने होंगे। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है। सभी को मिलकर सही नीति और नियोजित क्रियान्वयन के लिए प्रयास करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक सेक्टर में अवसर हैं, हमें नवाचारों को बढ़ावा देना होगा। कृषि सेक्टर में सीड इकोसिस्टम को बेहतर करना होगा, इसके लिए सीड पार्क जैसे प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता है। किसानों को दलहन, तिलहन, मिलेट अन्न की बुआई के लिए प्रोत्साहित करते हुए, फसल विविधीकरण एवं बेहतर सप्लाई चेन मैनेजमेंट और बेहतर करने की आवश्यकता है। अनाज, फल और सब्जियों के उत्पादन की वृद्धि दर को दोगुनी तेजी देने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। हार्टिकल्चर में ‘पर ब्लॉक-वन क्रॉप’ जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। किसानों को प्रशिक्षित करें, संसाधन उपलब्ध कराएं, नवाचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

    रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रान्सफार्म के मंत्र का अर्थव्यवस्था के द्वितीयक खण्ड में सबसे अच्छा परिणाम देखने को मिला है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की तेज वृद्धि दर उत्साहित करने वाली है। भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत लैंडबैंक के विस्तार, नीतिगत सुधार और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अपने प्रयासों को तेज करना होगा। अनेक निवेशक उत्तर प्रदेश में आने के लिए तैयार हैं। टेक्सटाइल पार्क, सोलर पार्क, प्लेज पार्क के अनेक प्रस्ताव मिल रहे हैं। हमें इस अनुकूल अवसर का लाभ उठाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक परियोजनाओं के लिए भूमि की आवश्यकता होगी। इसके लिए सभी को अतिरिक्त प्रयास करना होगा। ग्राम समाज की भूमि औद्योगिक विकास और एम0एस0एम0ई0 के उपयोग में लाने की व्यवस्था की गई है। लैण्ड पूलिंग पॉलिसी को और बेहतर किया जाना चाहिए। ऐसी भूमियां जो आवंटित हैं, लेकिन उपयोग नहीं की जा रही हैं, उनका चिन्हांकन करें। उनके बारे में यथोचित निर्णय लें। ‘सिक यूनिट’ की पहचान कर उनके सदुपयोग के बारे में निर्णय लें। इण्डस्ट्रियल क्लस्टर की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जाए। इन्वेस्टमेंट और भूमि अधिग्रहण से जुड़े प्रकरण लम्बित नहीं रहने चाहिए। इसके लिए जिलाधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। एम0ओ0यू0 को धरातल पर उतारें।

    विभिन्न एप्रूवल की प्रक्रियाओं को समयबद्ध करना होगा, तय समय-सीमा के बीतने के बाद एप्रूवल को डीम्ड मान लिया जाना चाहिए। पब्लिक ग्रीवांस सिस्टम को और लाभकारी बनाये जाने की आवश्यकता है। ओ0टी0डी0ई0 के लिए हमें निजी और सार्वजनिक निवेश को और बढ़ाना होगा। निवेशकों से सम्पर्क-संवाद का क्रम जारी रखना चाहिए। नए सेक्टर-नए निवेशकों से भी संवाद करें। उन्हें प्रदेश की यू0एस0पी0 से अवगत करायें। इन्वेस्टर आउटरीच को और बेहतर करने की आवश्यकता है। सिंगल विंडो प्रणाली को और सरल तथा अधिक पारदर्शी बनाया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा सेक्टर को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है। गैर पारम्परिक ऊर्जा विकल्पों को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने नीति जारी की है। हमें सोलर और बायो मास सेक्टर में निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हमें सोलर एनर्जी कैपेसिटी को बढ़ाने पर काम करने की जरूरत है। प्रदेश में पी0एम0 सूर्य घर योजना का कवरेज बढ़ाने का प्रयास करें।

    होटल/रेस्टोरेंट, ट्रान्सपोर्ट, संचार, रियल एस्टेट, प्रोफेशनल सर्विस, व अन्य सेवाओं वाले तृतीयक खण्ड में प्रदेश तेजी से तरक्की कर रहा है। अयोध्या, मथुरा-वृन्दावन, काशी, प्रयागराज, नैमिषारण्य इसके महत्वपूर्ण केन्द्र हैं। विगत 07 वर्षों में यहां व्यापक परिवर्तन हुआ है। टूरिस्ट फुटफॉल अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है। वर्तमान वर्ष में अब तक 62 करोड़ से अधिक पर्यटकों का आगमन हो चुका है। यह टूरिस्ट फुटफॉल लोकल इकोनॉमी को बढ़ावा देने वाला है। अगले वर्ष प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन है। यह पूरे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बड़ा असर डालने वाला होगा। नैमिषारण्य, विन्ध्यधाम जैसे केंद्रों को चिन्हित कर उनकी बेहतर ब्राण्डिंग करनी चाहिए। बौद्ध सर्किट का सम्बन्धित देशों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। पर्यटन स्थलों पर जनसुविधाएं और बेहतर की जाएं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आई0टी0 सेक्टर को उद्योग का दर्जा दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर आज आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 का ग्लोबल हब बन कर उभरा है। प्रदेश में आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 टेस्टिंग सेण्टर की स्थापना का प्रयास करें। लखनऊ में ए0आई0 सिटी की भूमि चिन्हित की जा चुकी है, इससे सम्बन्धित पॉलिसी यथाशीघ्र लाई जाए। परियोजना पर काम तेज किया जाना चाहिए। हमें ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेनिंग के लिए भी प्रस्ताव मिले हैं, इसकी बेहतर सम्भावनाओं का लाभ लेने के लिए यथाशीघ्र अपनी ड्रोन पॉलिसी लागू करनी चाहिए। स्टार्टअप पंजीकरण के लिए कानपुर के साथ-साथ नोएडा में भी सुविधा कार्यालय प्रारम्भ कराया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवहन सेक्टर की बेहतरी के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए। असेवित क्षेत्रों के लिए बसों का संचालन करें। निजी क्षेत्र का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। जल मार्ग परिवहन सम्बन्धित प्राधिकरण का गठन किया गया है, इस दिशा में भी आने वाले दिनों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। हॉस्पिटल, हाउसिंग और होटल के लिए निजी क्षेत्र की ओर से बड़े प्रस्ताव मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में इस सेक्टर में और अधिक तेजी देखने को मिलेगी। नियमों को सरल करें, व्यावहारिकता का ध्यान रखें। निवेशकों की अपेक्षाओं को समझें। यह पूरा सेक्टर अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के साथ-साथ ईज ऑफ लिविंग की दृष्टि से भी उपयोगी सिद्ध होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओ0टी0डी0ई0 के लिए हर विभाग का लक्ष्य पहले से ही निर्धारित है। इसकी प्रगति की सतत समीक्षा आवश्यक है। हर विभाग की कैपेसिटी बिल्डिंग की जरूरत है। रिफॉर्म की कार्ययोजना तैयार कर लागू करें। हर काम की समय-सीमा तय करें। यही वह प्रदेश है जहां वर्ष 2016-17 में एक्साइज से मात्र 12 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता था आज 52 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। यानी कमी सामर्थ्य की नहीं, इच्छाशक्ति की थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए नगर निकायों व ग्राम पंचायतों का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। इनके आय संवर्धन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। गांव हो या कस्बे, हर जगह आम आदमी को अच्छी सड़क, शुद्ध पेयजल, बेहतर जनसुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। आकांक्षात्मक जनपद और आकांक्षात्मक विकासखण्ड की प्रगति की लगातार समीक्षा की जाए, जहां कमी हो, उसे दूर किया जाए।
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  • CM Yogi ने महर्षि वाल्मीकि जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं

    CM Yogi ने महर्षि वाल्मीकि जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। आज यहां जारी एक बयान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आदिकवि महर्षि वाल्मीकि ने ’रामायण’ के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम से जन-जन का साक्षात्कार कराया। ’रामायण’ के माध्यम से महर्षि वाल्मीकि ने समाज के सम्मुख जीवन के सर्वोत्कृष्ट मूल्यों एवं आदर्शों को प्रस्तुत किया। उनकी जयन्ती का यह अवसर हमें यह सिखाता है कि जीवन में कोई भी व्यक्ति धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर चलकर महानता को प्राप्त कर सकता है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार महर्षि वाल्मिकी के आदर्शों से प्रेरणा लेकर जनकल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। महर्षि वाल्मीकि की महानता से वर्तमान और भावी पीढ़ी को सुपरिचित कराने के लिए सतत् प्रयासरत है। इस क्रम में लालापुर, जनपद चित्रकूट में उनकी तपोस्थली के सौंदर्यीकरण तथा श्री अयोध्याधाम में महर्षि वाल्मीकि अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की स्थापना जैसे अनेक प्रयास किए गए हैं। आदिकवि की जयन्ती पर पूरे प्रदेश में मंदिरों/देवस्थानों पर रामायण पाठ व दीपदान तथा लालापुर में रामलीला, सन्त सम्मेलन, हवन, गौ-पूजन आदि का आयोजन किया जा रहा है।

    महर्षि वाल्मीकि जयन्ती पर मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया है कि यह पुण्य अवसर पूरे प्रदेश में शान्ति और सामाजिक सौहार्द को चिरस्थायी बनाने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों के लिए सुख और समृद्धि की कामना की है।

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  • CM Yogi से इज़राइल के राजदूत ने शिष्टाचार भेंट की

    CM Yogi से इज़राइल के राजदूत ने शिष्टाचार भेंट की

    CM Yogi: इजराइल और भारत, विशेष रूप से उ0प्र0 के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया

    • इज़राइल में उ0प्र0 से 5,000 से अधिक लोग स्किल्ड मैनपावर के रूप में कार्यरत, इनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण इज़राइल की सरकार अन्य लोगों को भी वहां कार्य के लिए लेने की इच्छुक
    • उ0प्र0 में 02 स्थानों पर ग्राउण्ड वॉटर तथा पीने के पानी के क्षेत्र में इज़राइल से सहयोग लिया जा रहा
    • बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्राउण्ड वॉटर का प्रयोग कर ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती की उपज बढ़ाने जाने के सम्बन्ध में डी0पी0आर0 प्रस्तुत, शासन स्तर पर इस पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा
    • आगरा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इज़राइल के सहयोग से कार्य किया जा रहा
    • इज़राइल के सहयोग से 02 सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स कार्यरत, इनमें जनपद बस्ती का सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फलों से तथा जनपद कन्नौज का सब्जियों से सम्बन्धित
    • इज़राइल के सहयोग से जनपद कौशाम्बी में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूट्स तथा जनपद चन्दौली में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर वेजिटेबल स्थापित किये जा रहे
    • इज़राइल की टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर महाकुम्भ प्रयागराज 2025 को और सुरक्षित बनाने के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया
    • पुलिस मॉडर्नाइजेशन तथा एण्टी ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में इज़राइली विशेषज्ञता का प्रयोग किये जाने पर चर्चा
    • उ0प्र0 में विगत 07 वर्षाें में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत कार्य हुए: राजदूत, इज़राइल

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से आज यहां उनके सरकारी आवास पर इज़राइल के राजदूत श्री रूवेन अज़ार ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर इजराइल और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया।

    बैठक में इज़राइल में उत्तर प्रदेश के स्किल्ड मैनपावर की उपलब्धता बढ़ाने के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। इज़राइल में उत्तर प्रदेश से 5,000 से अधिक लोग स्किल्ड मैनपावर के रूप में गये हैं। इनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। इज़राइल की सरकार अन्य लोगों को भी वहां कार्य के लिए लेने की इच्छुक है। बैठक में ड्रिप इरिगेशन तथा पेयजल के क्षेत्रों में सहयोग पर भी विचार विमर्श किया गया। ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश में 02 स्थानों पर ग्राउण्ड वॉटर तथा पीने के पानी के क्षेत्र में इज़राइल से सहयोग लिया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्राउण्ड वॉटर का प्रयोग कर ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती की उपज को बढ़ाने जाने के सम्बन्ध में एक डी0पी0आर0 प्रस्तुत की गयी है। शासन स्तर पर इस पर शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त आगरा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इज़राइली टेक्नोलॉजी एवं कम्पनियों के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में इज़राइल के सहयोग से जनपद बस्ती तथा कन्नौज में 02 सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स कार्यरत हैं। इनमें जनपद बस्ती का सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फलों से तथा जनपद कन्नौज का सब्जियों से सम्बन्धित है। बैठक में इन सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स को और प्रभावी बनाये जाने पर भी चर्चा की गयी। इन दोनों सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स को कृषि विज्ञान केन्द्रों से जोड़कर किसानों के बीच इनकी पहुंच बढ़ाने जाने पर बल दिया गया। इनके अतिरिक्त इज़राइल के सहयोग से जनपद कौशाम्बी में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूट्स तथा जनपद चन्दौली में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर वेजिटेबल स्थापित किये जा रहे हैं।

    बैठक में पुलिस मॉडर्नाइजेशन तथा एण्टी ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में इज़राइली विशेषज्ञता का प्रयोग किये जाने पर भी चर्चा की गयी। महाकुम्भ प्रयागराज 2025 में इज़राइल की टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर इसे और सुरक्षित बनाने के सम्बन्ध में भी विचार विमर्श किया गया।

    इज़राइल के राजदूत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत 07 वर्षाें में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत कार्य हुए हैं। यहां नई सड़कें, मेट्रो, आर0आर0टी0एस0 के संचालन तथा नये एयरपोर्ट्स के निर्माण में बहुत प्रगति हुई है। अनुरोध किया कि यहां की कम्पनियां इज़राइल में आकर कार्य करें और वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।

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  • CM Yogi ने खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया

    CM Yogi ने खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया

    CM Yogi: मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की गतिविधियों पर स्थायी रोक के सम्बन्ध में सुस्पष्ट कानून तैयार किया जाए

    • खाद्य पदार्थों की पवित्रता सुनिश्चित करने तथा सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में उपभोक्ताओं में विश्वास बनाए रखने की महत्ता के दृष्टिगत कठोर कानून बनाया जाना आवश्यक
    •  ऐसे अपराधों को संज्ञेय और अजमानतीय मानते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए,
    • कानून का उल्लंघन करने वालों को कारावास और अर्थदण्ड की सजा होनी चाहिए
    • हर उपभोक्ता को यह अधिकार हो कि वह खाद्य एवं पेय पदार्थों के विक्रेता तथा सेवा प्रदाताओं के बारे में आवश्यक जानकारी रख सके, इसके लिए विक्रेता द्वारा प्रतिष्ठान पर साइनबोर्ड लगाना अनिवार्य किया जाए
    • खाद्य प्रतिष्ठान में काम करने वाले सभी कार्मिकों को पहचान पत्र धारण करना अनिवार्य किया जाए
    • खाद्य प्रतिष्ठानों के रसोईघर एवं भोजन कक्ष में सतत निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाना अनिवार्य किया जाए
    • यदि किसी खाद्य प्रतिष्ठान में किसी कार्मिक के घुसपैठिया अथवा अवैध विदेशी नागरिक होने की पुष्टि होती है तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विगत दिनों हुई जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली हैं। यह सामाजिक सौहार्द पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किए जा सकते।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खाद्य पदार्थों की पवित्रता सुनिश्चित करने तथा सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में उपभोक्ताओं में विश्वास बनाए रखने की महत्ता के दृष्टिगत कठोर कानून बनाया जाना आवश्यक है। होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, स्ट्रीट वेंडर्स से जुड़ी इन गतिविधियों के सम्बन्ध में सुस्पष्ट कानून तैयार किया जाए। कानून का उल्लंघन करने वालों को कारावास और अर्थदण्ड की सजा होनी चाहिए। ऐसे अपराधों को संज्ञेय और अजमानतीय मानते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपनी पहचान छुपा कर असामाजिक तत्वों द्वारा खान-पान की वस्तुओं एवं पेय पदार्थ में मानव अपशिष्ट, अखाद्य, गंदी चीजों की मिलावट की एक भी गतिविधि न हो, इसे कानून के माध्यम से सुनिश्चित करना होगा। ऐसी असामाजिक गतिविधियों पर कड़ाई से लगाम लगायी जानी चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर उपभोक्ता को यह अधिकार हो कि वह खाद्य एवं पेय पदार्थों के विक्रेता तथा सेवा प्रदाताओं के बारे में आवश्यक जानकारी रख सके। इसके लिए विक्रेता द्वारा प्रतिष्ठान पर साइनबोर्ड लगाना अनिवार्य किया जाए। खाद्य प्रतिष्ठान में काम करने वाले सभी कार्मिकों को पहचान पत्र धारण करना भी अनिवार्य किया जाए। छद्म नाम रखने, गलत जानकारी देने वालों के विरुद्ध कठोरतम सजा का प्रावधान होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक खाद्य प्रतिष्ठान द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि उसके प्रतिष्ठान में कोई भी भोजन दूषित न हो। खाद्य प्रतिष्ठानों के रसोईघर एवं भोजन कक्ष में सतत निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाना अनिवार्य किया जाए, जिसकी न्यूनतम एक माह की फुटेज जिला प्रशासन द्वारा मांगे जाने पर हर समय उपलब्ध कराई जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि रसोईघर में भोजन पकाते समय और उसे परोसते समय सिर ढकना, मास्क और दस्ताने पहनना अनिवार्य होना चाहिए। खाद्य कारोबारकर्ता द्वारा प्रतिष्ठान में कार्यरत कार्मिकों का विवरण सम्बन्धित थाने को उपलब्ध कराया जाना चाहिए। यदि किसी खाद्य प्रतिष्ठान में किसी कार्मिक के घुसपैठिया अथवा अवैध विदेशी नागरिक होने की पुष्टि होती है तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। कानून में इस सम्बन्ध में स्पष्ट प्रावधान किया जाना चाहिए।

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  • नवरात्रि के दौरान CM Yogi ने की मां पाटेश्वरी की पूजा

    नवरात्रि के दौरान CM Yogi ने की मां पाटेश्वरी की पूजा

    CM Yogi: उत्तर प्रदेश की खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने गुरुवार सुबह नवरात्रों के दौरान मां पटेश्वरी की पूजा की। नवरात्रि के अवसर पर मुख्यमंत्री और गोरक्ष पीठाधीश्वर ने जगतजननी मां भगवती की पूजा अर्चना की और उत्तर प्रदेश की खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा।

    बलरामपुर के दो दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को समीक्षा बैठक कर मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण का निरीक्षण किया।

    मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान गायों को गुड़ और चारा खिलाते हुए मंदिर परिसर में स्थित गौशाला का भी निरीक्षण किया। सीएम आदित्यनाथ ने जब गायों को उनके नाम से पुकारा तो वे दौड़ते हुए उनके पास आए। उन्होंने गायों की सेवा करते समय गौशालाओं की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।

    सीएम ने मंदिर आने वाले बच्चों को चॉकलेट भी वितरित की, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

    उन्होंने थारू जनजाति छात्रावास के बच्चों से मुलाकात की और उनकी शिक्षा के साथ-साथ भोजन की गुणवत्ता और आवास व्यवस्था के बारे में पूछताछ की। इस दौरान मंदिर के महंत मिथिलेश नाथ योगी भी मुख्यमंत्री के साथ थे।


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