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  • CM Yogi ने अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक में कार्याें की समीक्षा की पुलिस कार्मिकों को ‘ई-पेंशन’ से जोड़ने के निर्देश दिए

    CM Yogi ने अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक में कार्याें की समीक्षा की पुलिस कार्मिकों को ‘ई-पेंशन’ से जोड़ने के निर्देश दिए

    CM Yogi

    • हर पुलिस कार्मिक को समय पर पदोन्नति, योग्यता और प्रतिभा के अनुरूप पदस्थापना, सेवानिवृत्ति के समय देयकों का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाना चाहिए: मुख्यमंत्री
    • पुलिस की सभी इकाइयों के बीच बेहतर संवाद और समन्वय होना चाहिए
    • भारत सरकार द्वारा साइबर फॉरेन्सिक लैब की स्थापनाका प्रस्ताव, इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करें
    • देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में लागू तीनों नए कानूनों के सम्बन्ध में विधिवत प्रशिक्षण जारी रखा जाए
    • पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का परिणाम इस माह के अंत तक जारी करने की तैयारी करें, रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाएं
    • मुख्यमंत्री ने अपर पुलिस महानिदेशकों से उनकी वर्तमान पदस्थापना अवधि में किये गए कार्यों, अपनाए गए नवाचारों और उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्राप्त की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पुलिस कार्मिकों को ‘ई-पेंशन’ से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि हर पुलिस कार्मिक को समय पर पदोन्नति मिले, उनकी चरित्र पंजिका पर सही विवरण अंकित हो, उनकी योग्यता और प्रतिभा के अनुरूप उन्हें पदस्थापना मिले और सेवानिवृत्ति के समय देयकों का भुगतान समय से हो, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने पुलिस कार्मिकों को आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने और बेहतरीन प्रशिक्षण के लिए व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के भी निर्देश दिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों के साथ आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कार्याें की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अपर पुलिस महानिदेशकों से उनकी वर्तमान पदस्थापना अवधि में किये गए कार्यों, अपनाए गए नवाचारों और उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि पुलिस की सभी इकाइयों के बीच बेहतर संवाद और समन्वय होना चाहिए। लॉजिस्टिक्स इकाई, अभिसूचना इकाई, एस0आई0टी0, क्राइम, पी0आर0वी0 112 आदि इकाइयां भले ही अलग-अलग हैं, लेकिन सभी का लक्ष्य एक ही है, प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था बनाये रखना। इसलिए सभी के बीच बेहतर तालमेल होना आवश्यक है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी समय पर कार्यालय आएं। किसी भी कार्यालय में कोई फाइल तीन दिन से अधिक समय तक लंबित न हो। यदि किसी तरह की समस्या हो तो डी0जी0पी0 कार्यालय, गृह विभाग अथवा सीधे मुझसे समय लेकर मिल सकते हैं, लेकिन अनिर्णय की स्थिति नहीं होनी चाहिए। फाइल लंबित नहीं रहनी चाहिए। बहुत सारी इकाइयों में फील्ड विजिट बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। ए0डी0जी0 स्तर के अधिकारी के जनपदों में जाने से अधीनस्थ पर अच्छा एवं सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। अधिकारी जिलों में जाएं, अपनी इकाई से जुड़े, कामकाज की समीक्षा करें तथा जहां सुधार की आवश्यकता हो, उसके अनुरूप काम करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस बल में लॉजिस्टिक्स का अभाव न हो। समय-समय पर इसकी समीक्षा करते रहें। हमारा पुलिस बल आधुनिक उपकरणों से लैस होना चाहिए। अभी 40 अश्वों की आवश्यकता और है। महाकुम्भ में इनकी आवश्यकता पड़ेगी। इनके क्रय और प्रशिक्षण की प्रक्रिया यथाशीघ्र पूरी की जाए। प्रदेश में पहली बार होने जा रही कंडम वेपन्स के निस्तारण की प्रक्रिया को सावधानी से पूरा किया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बदलते समय के साथ साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। हमें इसके लिए हर स्तर पर सतर्क होना होगा। साइबर फ्रॉड के सम्बन्ध में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। शिक्षकों, उद्यमियों, व्यापारियों, चिकित्सकों सहित अलग-अलग वर्गों के साथ समय-समय पर गोष्ठियां की जाएं, लोगों को साइबर अपराध की घटनाओं तथा सुरक्षा के तौर-तरीकों से अवगत कराया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी जिलों में साइबर क्राइम थाने स्थापित किये जा रहे हैं। इनके भवन निर्माण की कार्यवाही में देर न की जाए। आवश्यकतानुसार मानव संसाधन की व्यवस्था करें। भारत सरकार द्वारा साइबर फॉरेन्सिक लैब की स्थापना का प्रस्ताव है। इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करें। प्रत्येक जनपद के हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क क्रियाशील रखें। किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर तत्काल रिस्पॉन्स होना चाहिए। उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन्सिक साइन्सेज, लखनऊ को साधन-सम्पन्न बनाने के लिये सरकार हर आवश्यक सहयोग देगी। इसके निर्माण सम्बन्धी अवशेष कार्यों को यथाशीघ्र पूरा कराएं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में लागू तीनों नए कानून अब पूरी तरह अमल में आ चुके हैं। इस सम्बन्ध में विधिवत प्रशिक्षण जारी रखा जाए। हाल के दिनों में रेलवे ट्रैक पर सिलेण्डर, रॉड आदि चीजें मिली हैं। इसी तरह ट्रेनों पर पत्थर फेंके जाने की घटनाएं भी हुई हैं। यह चिंताजनक है। इसके लिए जी0आर0पी0, आर0पी0एफ0, रेलवे प्रशासन और सिविल पुलिस को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। लोकल इन्टेलिजेंस को और मजबूत किया जाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मृतक आश्रितों के प्रकरण में आश्रित की आयु को ध्यान में रखते हुए नियमों में बदलाव पर विचार किया जाना चाहिए। फिजिकल परीक्षण के नियम व्यावहारिक होने चाहिए। मृतक आश्रितों के प्रकरण का तय समय सीमा के भीतर निस्तारित होना सुनिश्चित करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विशेष परिस्थितियों में हमारी पी0आर0वी 112 ने बेहतरीन परिणाम दिए हैं। आज औसत रिस्पॉन्स टाइम घटकर 7.5 मिनट तक आ गया है। कुछ जनपदों में तो 03 से 05 मिनट में रिस्पॉन्स मिल रहा है। यह संतोषप्रद है, लेकिन तकनीक की सहायता से इसे और कम किया जाना चाहिए। पी0आर0वी0 112 के वाहनों की लोकेशनिंग और ठीक किया जाना आवश्यक है। इसके लिए पुलिस आयुक्त/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ थानाध्यक्ष तक को जवाबदेह बनाना होगा। सक्रियता और बढ़ाये जाने की जरूरत है। ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर वहां वाहनों की तैनाती करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वीमेन पावर लाइन 1090 को और उपयोगी बनाने का प्रयास किया जाए। जिन जिलों से कम फोन काल आ रहे हैं, वहां समीक्षा की जाए। इस हेल्पलाइन के बारे में जागरूकता बढ़ायी जाए। मुकदमों के प्रभावी अभियोजन की दिशा में और बेहतर प्रयास अपेक्षित है। हर जिले का लक्ष्य तय करें, पूरी तैयारी करें और ससमय दोषियों को दण्ड मिलना सुनिश्चित करायें। समय-समय पर सभी जनपदों में विजिट कर स्थानीय स्थितियों काआकलन भी किया जाना चाहिए। कार्मिक और स्थापना इकाई के पास हर अधिकारी के अच्छे कार्यों और गलतियों का पूरा ब्यौरा उपलब्ध होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कमाण्डो ट्रेनिंग और बेहतर करने की आवश्यकता है। ऊर्जावान युवाओं को कमाण्डों प्रशिक्षण के लिए प्रोत्साहित करें। पुलिस बैण्ड को और व्यवस्थित करने की जरूरत है। पी0ए0सी0 फ्लड यूनिट का रिस्पॉन्स टाइम और कम करने का प्रयास करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का परिणाम इस माह के अंत तक जारी करने की तैयारी करें। रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाएं। परीक्षाओं की शुचिता को हर हाल में सुनिश्चित किया जाना है। नगरों में ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या का रूप ले रहा है। इसके लिए स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप नियोजित समाधान का प्रयास किया जाना चाहिए। स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्ययोजना बनाएं। ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन कराया जाए। यह सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक है। नाबालिग कहीं भी ई-रिक्शा न चलाये, यह सुनिश्चित करें। ई-रिक्शा का रूट तय होना चाहिये। यातायात को बाधित कर टैक्सी स्टैण्ड न संचालित किया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वी0आई0पी0 सुरक्षा में तैनात पुलिस बल का  नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। इनकी तैनाती में युवाओं को वरीयता दें। वी0आई0पी0 सुरक्षा में लगे जवानों के आदर्श आचरण के लिए भी काउन्सिलिंग कराई जानी चाहिए। वर्तमान में 10 एयरपोर्ट की सुरक्षा यू0पी0एस0एस0एफ0 कर रही है। इनके जवानों का शूटिंग परीक्षण भी कराएं

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  • CM Yogi ने जनपद मिर्जापुर में घटित मार्ग दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi ने जनपद मिर्जापुर में घटित मार्ग दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi

    • दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रु0 तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रु0 की सहायता राशि दिए जाने के निर्देश
    • जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराया जाए

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद मिर्जापुर में घटित मार्ग दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रुपये तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराया जाए। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है।

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  • CM Yogi ने तालाब के सुंदरीकरण कार्यों को जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए

    CM Yogi ने तालाब के सुंदरीकरण कार्यों को जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए

    CM Yogi ने गोरखपुर में कुसम्ही जंगल स्थित आदिशक्ति माँ भगवती की प्रतिनिधि स्वरूपा बुढ़िया माई का विधिवत दर्शन-पूजन किया मंदिर परिसर तथा वहां स्थित कुण्ड के सुंदरीकरण कार्यों का निरीक्षण किया

    CM Yogi ने आज जनपद गोरखपुर में शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन कुसम्ही जंगल में स्थित आदिशक्ति माँ भगवती की प्रतिनिधि स्वरूपा बुढ़िया माई का विधिवत दर्शन-पूजन किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर तथा वहां स्थित कुण्ड के सुंदरीकरण कार्यों का निरीक्षण भी किया और मौजूद अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने तालाब के सुंदरीकरण में शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए।

    उल्लेखनीय है कि घने जंगल में स्थित बुढ़िया माई का मंदिर पूर्वी उत्तर प्रदेश में लोक आस्था का बड़ा केंद्र है। लम्बे समय तक उपेक्षित रहे इस मंदिर को मुख्यमंत्री जी की पहल पर न केवल रोड कनेक्टिविटी से आच्छादित किया गया, बल्कि परिसर का सुंदरीकरण कराकर श्रद्धालुओं के लिए जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था भी की गई।

    इस अवसर पर विधायक श्री विपिन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने गोरखपुर में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया

    CM Yogi

    CM Yogi ने आज गोरखपुर में सिविल लाइंस क्षेत्र में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने पूरे प्रतिष्ठान का अवलोकन किया और प्रतिष्ठान संचालकों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए उम्मीद जतायी कि यहां लोगों को उचित कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता के हर प्रकार के टेक्सटाइल उत्पाद उपलब्ध होंगे। इस अवसर पर उन्होंने भूतल समेत प्रतिष्ठान के सभी चार तलों पर बनाए गए रिटेल काउंटरों का अवलोकन और निरीक्षण किया।

    प्रतिष्ठान के निदेशक श्री देवीदयाल अग्रवाल ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ कर व्यापार के लिए बेहतरीन माहौल बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद दिया। श्री अग्रवाल ने कहा कि कारोबार बढ़ने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।

    इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री चारू चौधरी, विधान परिषद सदस्य श्री धर्मेन्द्र सिंह, विधायक श्री विपिन सिंह तथा व्यापारीगण उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने गोरखपुर में पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण किया

    CM Yogi: स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की 12 छोटी गाड़ियों, 02 बड़े वाहनों, सीवेज सफाई की अत्याधुनिक मशीनों, बैंडीकोट रोबोट और विदेश से मंगाई गई डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

    • कैफे का उद्घाटन किया
    • नवरात्रि दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छ पण्डाल पोस्टर का विमोचन किया
    • मुख्यमंत्री ने लोगों को जीरो वेस्ट त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज गोरखपुर में सिविल लाइंस स्थित पार्क रोड पर पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण करने के साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की 12 छोटी गाड़ियों, 02 बड़े वाहनों, सीवेज सफाई की अत्याधुनिक मशीनों, बैंडीकोट रोबोट और विदेश से मंगाई गई डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। साथ ही, उन्होंने नवरात्रि दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छ पण्डाल पोस्टर का विमोचन भी किया और लोगों को जीरो वेस्ट त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पिंक बस टॉयलेट का निरीक्षण किया और इसमें बनाई गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने पिंक बस टॉयलेट के पिछले हिस्से में बने कैफे का भी उद्घाटन किया और इस कैफे का संचालन करने वाली महिलाओं से बातचीत कर उनका उत्साह बढ़ाया। ज्ञातव्य है कि गोरखपुर नगर निगम द्वारा सिविल लाइंस क्षेत्र में इस पिंक बस टॉयलेट की शुरुआत किए जाने से इनकी संख्या 02 हो गई है। एक पिंक टॉयलेट रामगढ़ताल रोड पर बुद्धा गेट के पास क्रियाशील है। पिंक बस टॉयलेट को कबाड़ घोषित रोडवेज की बसों को मॉडिफाई करके बनाया गया है। इसमें इण्डियन और वेस्टर्न टॉयलेट, वॉश बेसिन आदि की सुविधा है। इसमें प्रसाधन सम्बन्धी सुविधाओं के साथ कैफे की भी सुविधा दी गई है।

    पिंक बस टॉयलेट में बिजली सम्बन्धी जरूरतों को पूरा करने के लिए सोलर सिस्टम भी इंस्टॉल किया गया है। वाहन के पिछले हिस्से में कैफे बनाया गया है। कैफे के संचालन से जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के माध्यम से महिलाओं को रोजगार से भी जोड़ा गया है। कैफे में खानपान के कई तरह के सामान मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि लगभग 06 करोड़ रुपये की लागत वाली डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन तंग गलियों में सेफ्टी टैंक की सफाई कर मशीन में ही डी-वॉटरिंग कर स्लज और सीवेज के जल को अलग कर देती है। उसके बाद जल को शोधित कर सीधे नदी या तालाब में डाला जा सकता है। मुख्यमंत्री जी ने लगभग 50 लाख रुपये की लागत वाले बैंडीकोट रोबोट का भी लोकार्पण किया। इस रोबोट के उपयोग से सफाई मजदूरों को मेनहोल, खतरनाक और तंग सीवर पाइपों में प्रवेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

    इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य श्री धर्मेन्द्र सिंह, विधायक श्री विपिन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 तथा पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को सम्मानित किया

    CM Yogi ने पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 तथा पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को सम्मानित किया

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश में खेलों के लिए बेहतरीन वातावरण निर्मित किया गया, इस दृष्टि से विगत 10 वर्षों में किए गए नियोजित प्रयासों के अच्छे परिणाम सामने आए

    CM Yogi ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश में खेलों के लिए बेहतरीन वातावरण निर्मित किया गया है। इस दृष्टि से विगत 10 वर्षों में किए गए नियोजित प्रयासों के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। प्रधानमंत्री जी ने खेलो इंडिया से इस अभियान का शुभारम्भ किया था। फिट इंडिया मूवमेंट तथा सांसद खेलकूद प्रतियोगिता जैसे आयोजनों से खेल प्रतिभाओं को नया मंच प्राप्त हुआ है। अब गांव, शहर तथा विश्वविद्यालय स्तर पर लीग प्रतियोगिताएं प्रारम्भ हो चुकी हैं। इनमें विभिन्न क्षेत्रों के अलग-अलग खेलों में खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है। इस कार्य के लिए अवसंरचना अत्यन्त आवश्यक होती है। डबल इंजन सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 तथा पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने पदक विजेता व प्रतिभागी खिलाड़ियों तथा पैरालम्पिक गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के प्रशिक्षकों को सम्मानित किया।

    मुख्यमंत्री जी ने खिलाड़ियों तथा प्रशिक्षकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज यहां वर्ष 2024 के पेरिस ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक में प्रतिभाग करने वाले तथा पदक प्राप्त करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों का सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। पेरिस ओलम्पिक गेम्स 2024 में प्रदेश के 06 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। इनमें श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल द्वारा भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य के रूप में कांस्य पदक जीतने पर उन्हें एक-एक करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया है।

    पेरिस ओलम्पिक-2024 में प्रतिभाग करने पर सुश्री पारुल चौधरी, सुश्री प्रियंका, सुश्री अन्नू रानी तथा सुश्री प्राची को 10-10 लाख रुपए पुरस्कार राशि प्रदान की गई है। पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के 08 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था, इनमें से पैराएथलेटिक्स हाई जम्प टी-64 में स्वर्ण पदक विजेता श्री प्रवीन कुमार को 06 करोड़ रुपए, पैरा बैडमिंटन एस0 एल0-04 रजत पदक विजेता श्री सुहास एल0वाई0 तथा पैराएथलेटिक्स जेवलिन एफ0-46 के रजत पदक विजेता श्री अजीत सिंह को चार-चार करोड़ रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया।

    सुश्री प्रीति पाल को पैराएथलेटिक्स 100 मीटर एवं 200 मीटर टी-35 में कांस्य पदक जीतने पर 04 करोड़ रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया। पैराएथलेटिक्स 200 मीटर टी-12 में कांस्य पदक जीतने पर सुश्री सिमरन को 02 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई। पैराएथलेटिक्स जेवलिन एफ-54 में श्री दीपेश कुमार, पैराएथलेटिक्स डिस्कस एफ-55 में सुश्री साक्षी कसाना, पैराकैनाई 200 मीटर के एल- 1 में श्री यश कुमार द्वारा प्रतिभाग करने पर प्रत्येक को 10-10 लाख पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुशल प्रशिक्षक ही राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की पीढ़ी तैयार करते हैं। पैरालम्पिक गेम्स में प्रदेश के चार प्रशिक्षकों के खिलाड़ियों ने स्वर्ण, रजत तथा कांस्य पदक जीते। आज यहां यह प्रशिक्षक भी पुरस्कार राशि से सम्मानित किए गए हैं। इनमें स्वर्ण पदक विजेता श्री प्रवीन कुमार को प्रशिक्षित करने वाले डॉ0 सत्यपाल सिंह, रजत पदक विजेता श्री सुहास एल0वाई0 को प्रशिक्षित करने वाले श्री गौरव खन्ना, रजत पदक विजेता श्री अजीत सिंह को प्रशिक्षित करने वाले श्री राकेश कुमार यादव तथा कांस्य पदक विजेता सुश्री प्रीति पाल एवं सुश्री सिमरन को प्रशिक्षित करने वाले श्री गजेंद्र सिंह सम्मिलित हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि छोटी तथा बड़ी प्रतियोगिताएं हमें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती हैं। ओलम्पिक में प्रतिभाग करना ही बहुत कठिन कार्य है। इसके लिए कठिन परिश्रम से स्वयं को तराशना पड़ता है। आज जितने भी खिलाड़ियों को यहां सम्मानित किया
    गया है, इन सभी ने अपने परिश्रम की पराकाष्ठा से ओलम्पिक में देश का परचम लहराकर देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने का काम किया है। जब प्रदेश का खिलाड़ी देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने का काम करता है, तो प्रदेश का सम्मान स्वयं ही बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि सृष्टि के शिल्पी भगवान विश्वकर्मा तथा प्रधानमंत्री जी आधुनिक भारत के शिल्पी हैं। विश्वकर्मा जयंती तथा प्रधानमंत्री जी के जन्म दिवस 17 सितम्बर से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 02 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस पखवाड़े के अंतर्गत मनाए जाने वाले अनेक कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक खिलाड़ियों के सम्मान का कार्यक्रम रखा गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने खेल के क्षेत्र में एक बड़े लक्ष्य के साथ कार्य करना प्रारम्भ किया है। वर्तमान में प्रदेश में 84 स्टेडियम, 02 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 67 बहुउद्देशीय हॉल, 38 तरणताल, 15 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, तीन सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, 02 जूडो हॉल, 13 कुश्ती हॉल, 06 शूटिंग रेंज, 02 इनडोर वॉलीबॉल हॉल, 12 वेटलिफिं्टग हॉल, 14 सिंथेटिक बास्केटबॉल कोर्ट, 16 छात्रावास भवन, 19 डॉरमेट्री, 47 अत्याधुनिक जिम सेंटर, 20 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट बनकर तैयार हो चुके हैं। प्रदेश सरकार प्रत्येक जनपद में स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही को आगे बढ़ा रही है। प्रदेश के सभी 826 विकास खण्डों में मिनी स्टेडियम के निर्माण हेतु जिला प्रशासन से जमीन आरक्षित करने के लिए कहा गया है। मिनी स्टेडियम के लिए कम से कम 05 एकड़ भूमि होनी चाहिए। प्रदेश में 57000 से अधिक ग्राम पंचायतें हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत में खेल का मैदान और ओपन जिम के निर्माण की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर आगे बढ़ रही है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में युवक मंगल दल व महिला मंगल दल को विभिन्न खेलों से सम्बन्धित स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराई जा रही हैं। ओलम्पिक गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, विश्व कप तथा एशियाई गेम्स के पूर्व खिलाड़ियों को स्पेशल इन्सेंटिव के साथ प्रशिक्षक के रूप में तैनात करने के लिए खेल विभाग से कहा गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने तथा पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों के लिए पुरुष वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार तथा महिला वर्ग में रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार की घोषणा की गई है। इसके अंतर्गत उन्हें नकद पुरस्कार राशि के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र आदि से सम्मानित किया जाता है। अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद पुरस्कार, खेल रत्न पुरस्कार व खेल के क्षेत्र में पद्मश्री व पद्मभूषण से सम्मानित खिलाड़ियों को 20 हजार रुपए प्रतिमाह वित्तीय सहायता तथा वृद्ध, अशक्त एवं विपदाग्रस्त राज्य स्तर के खिलाड़ियों को 04 हजार रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 06 हजार रुपये तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। प्रदेश में खेल एवं खिलाड़ियों के प्रोत्साहन एवं संवर्धन हेतु एकलव्य क्रीडा कोष का गठन किया गया है। जनपद मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर आगे बढ़ा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारतीय मनीषा कहती है कि ‘शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्’ अर्थात् सर्वश्रेष्ठ जीवन यापन के सभी साधन स्वस्थ शरीर से सम्भव हो सकते हैं। स्वस्थ शरीर के लिए व्यवस्थित जीवन शैली की आवश्यकता होती है। खेल खिलाड़ियों की दिनचर्या का हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न खेलों में मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि प्राप्त होने के साथ-साथ नौकरियां भी उनका इंतजार कर रही हैं। हॉकी खिलाड़ी श्री ललित कुमार उपाध्याय, क्रिकेट खिलाड़ी सुश्री दीप्ति शर्मा, एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री पारुल चौधरी, शूटिंग खिलाड़ी श्री अखिल श्योराण, कबड्डी खिलाड़ी श्री अर्जुन देशवाल को पुलिस उपाधीक्षक, जूडो खिलाड़ी श्री विजय कुमार यादव तथा कुश्ती खिलाड़ी सुश्री दिव्या काकरान को नायब तहसीलदार, कैनो सिं्प्रट खिलाड़ी श्री अर्जुन सिंह को यात्री कर माल कर अधिकारी, एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री प्राची एवं रोइंग खिलाड़ी श्री पुनीत कुमार को जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक दल अधिकारी के पद पर नियुक्ति दी गई है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में भी विश्व चैम्पियनशिप या राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले ऐसे 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये जा चुके हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने युवा खिलाड़ियों का आह्वान करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को समय का उचित उपयोग करने की आदत डालनी चाहिए। युवाओं को स्मार्टफोन का उपयोग संतुलित रूप से तथा आवश्यक कार्यों के लिए करना चाहिए। स्मार्टफोन का अनावश्यक प्रयोग दृष्टि को कमजोर तथा समय को नष्ट करता है। उन्होंने कहा कि नशा नाश का कारण है। इसलिए युवाओं को नशे से हमेशा दूर रहना चाहिए। जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते समय प्रतियोगी प्रारम्भ में ही अपना लक्ष्य तय कर लेता है, उसी तरह खिलाड़ी भी खेल को अपने जीवन का लक्ष्य मानकर आगे बढ़ें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप जितनी अधिक मेहनत करेंगे तथा पसीना बहाएंगे, विश्व स्तर की प्रतियोगिताओं में आपके प्रदर्शन से विपक्षी का उतना अधिक पसीना बहेगा। उस समय आपको अभूतपूर्व संतुष्टि प्राप्त होगी। वह किसी भी मेडल से बढ़कर होगी। यदि अपनी मंजिल प्राप्त करनी है, तो जीवन में कभी शॉर्टकट का रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। मेहनत, परिश्रम तथा पुरुषार्थ से अपना लक्ष्य प्राप्त करना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज जिन खिलाड़ियों को यहां सम्मानित किया गया है, उनमें से श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल ने प्रदेश के छोटे से जनपद गाजीपुर में निजी खेल अकादमी के साथ जुड़कर प्रशिक्षण प्राप्त किया। आज वह ओलम्पिक में खेल रहे हैं तथा शानदार कैरियर के साथ आगे बढ़ रहे हैं। गौतमबुद्धनगर के श्री प्रवीन कुमार ने पैरालम्पिक में गोल्ड मेडल जीता है। पहले उनके परिवार के लोग भी उनके भविष्य को लेकर चिंतित थे। उन्होंने अपनी दिव्यांगता को पछाड़कर गोल्ड मेडल प्राप्त कर स्वयं की प्रतिभा को साबित किया। ऐसे ही अन्य खिलाड़ियों की भी कहानी है। इनमें से बहुत सारे खिलाड़ी ऐसे रहे होंगे, जिन्होंने सड़कों पर दौड़कर, मिट्टी के अखाड़े में कुश्ती लड़कर खेलों में अपना स्थान बनाया होगा।

    आज केंद्र व राज्य सरकार खिलाड़ियों को पर्याप्त मात्रा में संसाधन तथा अच्छे प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रशिक्षक भी उपलब्ध करा रही हैं। खिलाड़ियों को इसका लाभ लेना चाहिए। उन्होंने खेल विभाग से नवोदित खिलाड़ियों को पदक विजेता खिलाड़ियों के छोटे-छोटे वीडियो उपलब्ध कराने को कहा ताकि वह वीडियो देखकर प्रेरित हो सकें। उन्होंने कहा कि तत्पश्चात प्रशिक्षण के माध्यम से इन्हें आगे बढ़ने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाना चाहिए। यदि खिलाड़ियों के मन में कुछ प्राप्त करने का जुनून होगा तो वह अवश्य प्राप्त करेंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 के लिए 02 करोड़ 40 लाख रुपए की राशि ही पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जा रही है। ओलम्पिक में खिलाड़ियों को अपनी मेहनत से इससे अधिक राशि प्राप्त करने की आवश्यकता है। इसके लिए उन्हें स्वयं को तैयार करना पड़ेगा। पैरालम्पिक गेम्स-2024 में 20 करोड़ 30 लाख रुपए पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए जा रहे हैं, जो ओलम्पिक की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक राशि है। यह चीजें दिखाती हैं कि पैरालम्पिक का क्षेत्र व्यापक रूप से आगे बढ़ा है। इन लोगों ने थोड़ा सा अवसर प्राप्त होने पर लम्बी छलांग लगाई है।

    कार्यक्रम में खेलों को बढ़ावा देने के लिए देश व प्रदेश में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
    उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, विधान परिषद सदस्य श्री भूपेंद्र सिंह, खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, विधायक श्री नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य इंजी0 श्री अवनीश कुमार सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व खिलाड़ी तथा उनके अभिभावक उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in/

  • Yogi goverment: लखनऊ में फोर लेन आउटर रिंग रोड बनाएगी, पूरा प्रोजेक्ट 139 करोड़ से अधिक का है

    Yogi goverment: लखनऊ में फोर लेन आउटर रिंग रोड बनाएगी, पूरा प्रोजेक्ट 139 करोड़ से अधिक का है

    Yogi goverment: लखनऊ के रैथा अंडरपास से पीएम मित्र पार्क (टेक्सटाइल पार्क) तक 14.28 किमी की सड़क फोर लेन होगी। साथ ही, आईआईएम से बाहर रिंग रोड स्थित रैथा अंडरपास का पुनर्निर्माण भी इस परियोजना का हिस्सा होगा।

    लखनऊ में फोर लेन आउटर रिंग रोड का निर्माण शुरू हो चुका है। लखनऊ के रैथा अंडरपास से पीएम मित्र पार्क (टेक्सटाइल पार्क) तक 14.28 किमी की सड़क फोर लेन होगी। साथ ही, इस परियोजना में आईआईएम से बाहर रिंग रोड स्थित रैथा अंडरपास की मरम्मत भी होगी।

    इस प्रक्रिया में सड़क को दो लेन बनाकर 8.4 किमी तक ड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कर इसे दो लेन का किया जाएगा। फोर लेन और डबल लेन प्रक्रियाओं का मूल्य 139.56 करोड़ रुपये होगा। योगी सरकार ने इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए धनराशि देने के साथ ही व्यापक कार्ययोजना बनाई है।

    लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता (विकास) और विभागाध्यक्ष इन कामों की देखरेख करेंगे। पीपीपी सहयोग से मलिहाबाद के अटारी गांव में पीएम मित्र पार्क भी बनाया जा रहा है। यह मेगा टेक्सटाइल पार्क शुरू होने से एक लाख लोगों को मनोरंजन मिलेगा।

    भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए पूरा क्षेत्र विकसित किया जा रहा है, जिसमें कनेक्टिविटी भी शामिल है। अटारी गांव लगभग 20 किलोमीटर एनएच-20 और एसएच-20 से दूर है। लखनऊ को सीतापुर और हरदोई से जोड़ने वाली दोनों चार लेन की सड़कें हैं। इसके अलावा, छह लेन की आउटर रिंग रोड भी है, जो 20 किलोमीटर लंबी है और कनेक्टिविटी प्रदान करती है।रेलवे से पार्क की कनेक्टिविटी भी बेहतर है।

    रेलवे स्टेशन मलिहाबाद से सिर्फ 16 किलोमीटर दूर है, जबकि लखनऊ स्टेशन 40 किलोमीटर दूर है।इसके अलावा पार्क लखनऊ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 45 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा, कानपुर नोड पर 95 किलोमीटर दूर एक फ्रेट कॉरिडोर है, और अंतर्देशीय कंटेनर डिपो कानपुर में 111 किलोमीटर दूर है।

  • CM Yogi ने मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय, गोरखपुर में नवनिर्मित सभागार, 05 कक्ष तथा प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया

    CM Yogi ने मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय, गोरखपुर में नवनिर्मित सभागार, 05 कक्ष तथा प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया

    CM Yogi: राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित कर भारत को विकसित भारत के रूप में स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी

    CM Yogi ने जनपद गोरखपुर में गोरखनाथ रोड स्थित मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय में नवनिर्मित सभागार, 05 कक्ष तथा प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने इस अवसर पर कहा कि गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय के पुनरूद्धार हेतु अपने सी0एस0आर0 फण्ड के माध्यम से 01 करोड़ 05 लाख रुपये की लागत से नये कक्ष, प्रशासनिक भवन तथा सभागार का निर्माण किया है। इन भवनों में नये फर्नीचर, स्मार्ट क्लास आदि शैक्षिक आधारभूत संरचना का निर्माण किया गया है। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ा वर्ग अत्याधुनिक शिक्षा से वंचित न रह जाये इसके लिए यह कार्य किया जा रहा है। यह सभी बच्चों का अधिकार है कि उन्हें समय के अनुरूप शिक्षा हेतु स्मार्ट क्लास तथा डिजिटल लाइब्रेरी आदि की सुविधा प्राप्त हो। उन्हें आधुनिक ज्ञान के बारे में जानकारी हो सके। गोरखपुर विकास प्राधिकरण की यह पहल इस गुरुकुल को पुनः अपने पुरातन वैभव को प्राप्त करने में मदद कर रहा है।

    गोरखपुर में गुरुकुल विद्यालय की स्थापना वर्ष 1935 में हुई थी। स्वंतत्रता संग्राम आंदोलन के दौरान विद्यालय द्वारा आध्यात्मिक व राजनैतिक जन चेतना का प्रसार करने के कारण ब्रिटिश सरकार ने इसे 05 वर्षों के लिए बंद कर दिया था। इसके उपरान्त पुनः यह गुरूकुल अपने नये रूप में प्रारम्भ हुआ। यहां यह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के रूप में यह संस्था संचालित हो रही है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब कोई संस्था या व्यक्ति समय के अनुरूप नहीं चलता, तो वह पिछड़ जाता है। इस गुरुकुल के साथ भी यही हुआ था। आज की आवश्यकता के अनुरूप संसाधनों के अभाव के कारण यह विद्यालय पिछड़ रहा था। यहां छात्रों की संख्या भी कम हुई। संसाधनों की पूर्ति के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकण और प्रशासन को इस प्राचीन गुरुकुल के पुनरुद्धार के लिए निर्देशित किया गया था। उसी के फलस्वरूप गोरखपुर विकास प्राधिकरण द्वारा इन भवनों का सी0एस0आर0 निधि के माध्यम से निर्माण हुआ है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति इस समाज का हिस्सा है। वह अपने आप को समाज से अलग नहीं कर सकता। समाज में जब भी कोई विषमता आती है, तो उसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ता है। यह विषमता सामाजिक हो या आर्थिक इसको दूर करने के लिए सभी को आगे आना होगा। विषमता व्यक्ति को विभिन्न संकीर्णताओं से ग्रस्त करती है। इन विषमताओं को न्यूनतम करने के लिए हम सभी को अपना योगदान देना होगा तथा इस दिशा में तत्परता से कार्य करना होगा।

    प्रदेश सरकार आज हर एक बच्चे को प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है। शासन प्रत्येक नागरिक के उत्तम स्वास्थ्य हेतु बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए भी प्रतिबद्ध है और इस दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2020 में इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना में बेहतरीन प्रबंधन के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश के समक्ष प्रस्तुत की। यह शिक्षा नीति देश की भावी पीढ़ी को समय के अनुरूप तैयार करने के लिए लायी गयी है। यह शिक्षा नीति मात्र औपचारिकता नहीं, बल्कि प्रत्येक छात्र के सर्वांगीण विकास के साथ जुड़ी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित कर भारत को विकसित भारत के रूप में स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। बेसिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा से लेकर मेडिकल एवं वोकेशनल शिक्षा में आज की आवश्यकता के अनुरूप पाठ्यक्रम प्रदान किये जा सकें, इसलिए यह शिक्षा नीति लायी गयी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार विभिन्न प्रयास कर रही हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा कार्य प्रारम्भ किये गये हैं। प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला चिकित्सालयों के सुदृढ़ीकरण की कार्यवाही लगातार चल रही है। ‘एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज’ के कार्य को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के 10 करोड़ लोगों को 05 लाख रुपये तक की निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। आज से कुछ वर्ष पूर्व लोग इलाज के आभाव में दम तोड़ देते थे। किन्तु आज स्वास्थ्य एवं शिक्षा प्राप्त करने में किसी को अभाव का सामना नहीं करना पड़ता।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये जाने वाले यह प्रयास विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में योगदान दे रहे हैं। प्रदेश सरकार शिक्षा क्षेत्र में बदलाव हेतु सी0एस0आर0 निधि के माध्यम से सभी पुराने राजकीय माध्यमिक विद्यालयों तथा संस्कृत विद्यालयों के पुराने भवनों के पुनरूद्धार हेतु धन उपलब्ध करा रही है, ताकि जर्जर भवनों के नीचे विद्यार्थियों को पढ़ाई न करनी पड़े। विद्यार्थी सुरक्षित व सुरम्य वातावरण में अध्ययन कर एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें, इसके लिए विद्यालयों के पुराने भवनों के पुनरुद्धार का कार्य लगातार किया जा रहा है। इसी क्रम में आज सी0एस0आर0 निधि के माध्यम से इस विद्यालय में इन भवनों का निर्माण किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दि गोरखपुर गुरुकुल सोसाइटी एवं विद्यालय प्रबंधन को आज प्राप्त भवनों के माध्यम से इस प्रांगण में शिक्षा का एक बेहतरीन वातावरण बनाने का प्रयास करना चाहिए। आज भी इस विद्यालय में यज्ञ एवं हवन के कार्यक्रम सम्पन्न होते हैं। गुरुकुल की पुरानी परम्परा में हवन आदि के कार्यक्रम होते थे। वहां आध्यात्मिक वातावरण और पठन-पाठन का एक बेहतरीन माहौल रहता था। यह संस्थाएं देश की शिक्षा की सर्वश्रेष्ठ संस्थाएं मानी जाती थीं। जैसे ही हम अपने मूल्यों से हटते हैं, तो समाज में बहुत जगहों पर अराजकता देखने को मिलती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस अराजकता से मुक्ति के लिए एक मात्र माध्यम अध्ययन और विरासत है। अपनी विरासत को बनाये रखने की दिशा में यह एक अनूठा प्रयास है। उन्होंने कहा कि इस गुरुकुल को अगले 10 वर्षाें के बाद अपना शताब्दी महोत्सव मनाना है। दि गोरखपुर गुरुकुल सोसायटी यह प्रयास करे, कि वह शताब्दी महोत्सव के समय इस संस्था को गोरखपुर सिटी में एक बेहतरीन संस्था के रूप में पुनः स्थापित कर सके। कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। जो भी यहां आये उसको शिक्षा देना हमारा कार्य हो। संस्था विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के साथ ही स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम के साथ भी जोडे़। क्योंकि नौकरी के साथ-साथ हमें उद्यमिता को प्रोत्साहित करना पड़ेगा, तभी भारत एक विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में सफल हो पायेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने विद्यालय प्रांगण में वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, गुरुकुल सोसायटी के पदाधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

  • CM Yogi Adityanath ने उ0प्र0 राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्ष द्वय और सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi Adityanath ने उ0प्र0 राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्ष द्वय और सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi Adityanath: विगत साढ़े 07 वर्षों में सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से अन्य पिछड़ा वर्ग समाज को मुख्य धारा में स्थान मिला

    • सरकार की लाभार्थीपरक योजनाएं हों अथवा आरक्षण जैसे संवैधानिक अधिकारों का लाभ, वर्तमान सरकार में ओ0बी0सी0 समाज पूरा लाभ प्राप्त कर रहा
    • आयोग के पदाधिकारियों को जनपदीय प्रवास के दौरान सरकार के प्रयासों/कार्यक्रमों के बारे में समाज से संवाद करना चाहिए, वहां से प्राप्त फीडबैक से मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराया जाना अपेक्षित
    • वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सरकारी नौकरियों के लिए हुई चयन प्रक्रिया में ओ0बी0सी0 समाज के युवाओं को सर्वाधिक हिस्सेदारी मिली
    • पिछड़ा वर्ग समाज के युवाओं में बहुत प्रतिभा और मेधा है, उन्हें मंच देने की आवश्यकता

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्ष द्वय और सदस्यगण के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि विगत साढ़े 07 वर्षों में सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से अन्य पिछड़ा वर्ग समाज को मुख्य धारा में स्थान मिला है ओ0डी0ओ0पी0 और विश्वकर्मा श्रम सम्मान जैसी योजनाओं के केन्द्र में ओ0बी0सी0 समाज ही है। सरकार की लाभार्थीपरक योजनाएं हों अथवा आरक्षण जैसे संवैधानिक अधिकारों का लाभ, वर्तमान सरकार में ओ0बी0सी0 समाज पूरा लाभ प्राप्त कर रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के पदाधिकारियों को जनपदीय प्रवास के दौरान सरकार के प्रयासों/कार्यक्रमों के बारे में समाज से संवाद करना चाहिए। वहां से प्राप्त फीडबैक से मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराया जाना अपेक्षित है। यदि कतिपय कारणों से किसी को योजना का लाभ नहीं मिल सका है, तो उनके लिए आयोग द्वारा संस्तुति भी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के सापेक्ष वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सरकारी नौकरियों के लिए हुई चयन प्रक्रिया में ओ0बी0सी0 समाज के युवाओं को सर्वाधिक हिस्सेदारी मिली है।

    मुख्यमंत्री जी ने आयोग की गतिविधियों को और अधिक जनोपयोगी बनाने पर बल देते हुए कहा कि ओ0बी0सी0 समाज को राष्ट्रवाद की मुख्यधारा से जोड़ते हुए उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए आयोग को सकारात्मक भूमिका निभानी होगी। पिछड़ा वर्ग समाज के युवाओं में बहुत प्रतिभा और मेधा है, उन्हें मंच देने की आवश्यकता है। आयोग को इस दिशा में बेहतर कार्ययोजना के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री जी ने विभागीय अधिकारियों को आयोग के कार्यालय में अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारियों के लिए पर्याप्त कक्षों की उपलब्धता कराने तथा आयोग के सुचारु क्रियाकलाप के लिए आवश्यक सभी संसाधन उपलब्ध कराने के भी
    निर्देश दिए।

    source: http://up.gov.in


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