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  • CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi: प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां योजना भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की।

    बैठक में मंत्रीगण, शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों, सलाहकारों तथा विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी 10 सेक्टर्स में जारी कार्यों की समीक्षा भी की। इस अवसर पर कंसल्टिंग एजेंसी डेलॉयट इण्डिया ने  प्रदेश के आर्थिक परिवेश की वर्तमान स्थिति और सम्भावित भावी परिणामों, उद्योग जगत की अपेक्षाओं आदि के सम्बन्ध में सेक्टरवार विस्तार से जानकारी दी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षों के नियोजित प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था आज सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है। वर्ष 2021-22 में प्रदेश की कुल जी0डी0पी0 16.45 लाख करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। इस वर्ष हमारा जी0एस0डी0पी0 लक्ष्य 32 लाख करोड़ रुपये है। सभी के सहयोग से यह लक्ष्य भी पूरा होगा। इन 07 वर्षों में प्रदेश की जी0डी0पी0 और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हुई है। प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है।

    प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन (जी0वी0ए0) के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई है। कृषि और सहायक सेक्टर के लिए अनुमानित जी0वी0ए0 5.85 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 5.98 लाख करोड़ रुपये, विनिर्माण के 2.48 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 2.79 लाख करोड़ रुपये, ट्रांसपोर्ट, स्टोरेज और कम्युनिकेशन के अनुमानित जी0वी0ए0 के सापेक्ष 129 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। स्पष्ट है कि व्यापार, होटल, परिवहन और प्रसारण से सम्बन्धित संचार सेवाओं की वृद्धि दर में तेजी आई है। यही स्थिति अन्य सेक्टरों में भी है। ओवरऑल वर्ष 2023-24 में राज्य के लिए अनुमानित जी0एस0वी0ए0 23 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष सकल मूल्य वर्धन 23.24 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह स्थिति अर्थव्यवस्था की बेहतर स्थिति को प्रदर्शित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी (ओ0टी0डी0ई0) के लक्ष्य की प्राप्ति में सभी विभागों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह लक्ष्य बड़ा है। पिछले वर्ष का रिपोर्ट कार्ड भी विभागों की सक्रियता को प्रदर्शित करता है। हमारी नीति और नियोजन सही है। बड़े लक्ष्य के लिए अपनी गति तेज करने की आवश्यकता है। इसकी नियमित मॉनीटरिंग होनी चाहिए। इसके लिए हर विभाग में एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। नोडल अधिकारी साप्ताहिक, प्रमुख सचिव स्तर पर पाक्षिक और विभागीय मंत्री के स्तर पर मासिक समीक्षा बैठक की जाए।

    आंकड़ों का संग्रहण शुद्धता के साथ होना आवश्यक है। इसके लिए सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एम0ओ0एस0पी0आई0) से संवाद व समन्वय बनाएं तथा उनके अनुभवों का लाभ लें। सही आकलन के लिए विभागवार सांख्यकीय अधिकारियों के लिए कार्यशाला/प्रशिक्षण का आयोजन करें। डेटा जितना शुद्ध होगा, लक्ष्य के लिए हम उतना ही बेहतर प्रयास कर सकेंगे। वर्ष 2023-24 में प्रदेश का कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सी0ए0जी0आर0) लगभग 16 प्रतिशत दर्ज किया गया है। यह स्थिति उत्साहजनक है। वर्तमान वर्ष के लिए 25 प्रतिशत का लक्ष्य है। सभी विभागों को अपने प्रयास तेज करने होंगे। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है। सभी को मिलकर सही नीति और नियोजित क्रियान्वयन के लिए प्रयास करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक सेक्टर में अवसर हैं, हमें नवाचारों को बढ़ावा देना होगा। कृषि सेक्टर में सीड इकोसिस्टम को बेहतर करना होगा, इसके लिए सीड पार्क जैसे प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता है। किसानों को दलहन, तिलहन, मिलेट अन्न की बुआई के लिए प्रोत्साहित करते हुए, फसल विविधीकरण एवं बेहतर सप्लाई चेन मैनेजमेंट और बेहतर करने की आवश्यकता है। अनाज, फल और सब्जियों के उत्पादन की वृद्धि दर को दोगुनी तेजी देने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। हार्टिकल्चर में ‘पर ब्लॉक-वन क्रॉप’ जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। किसानों को प्रशिक्षित करें, संसाधन उपलब्ध कराएं, नवाचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

    रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रान्सफार्म के मंत्र का अर्थव्यवस्था के द्वितीयक खण्ड में सबसे अच्छा परिणाम देखने को मिला है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की तेज वृद्धि दर उत्साहित करने वाली है। भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत लैंडबैंक के विस्तार, नीतिगत सुधार और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अपने प्रयासों को तेज करना होगा। अनेक निवेशक उत्तर प्रदेश में आने के लिए तैयार हैं। टेक्सटाइल पार्क, सोलर पार्क, प्लेज पार्क के अनेक प्रस्ताव मिल रहे हैं। हमें इस अनुकूल अवसर का लाभ उठाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक परियोजनाओं के लिए भूमि की आवश्यकता होगी। इसके लिए सभी को अतिरिक्त प्रयास करना होगा। ग्राम समाज की भूमि औद्योगिक विकास और एम0एस0एम0ई0 के उपयोग में लाने की व्यवस्था की गई है। लैण्ड पूलिंग पॉलिसी को और बेहतर किया जाना चाहिए। ऐसी भूमियां जो आवंटित हैं, लेकिन उपयोग नहीं की जा रही हैं, उनका चिन्हांकन करें। उनके बारे में यथोचित निर्णय लें। ‘सिक यूनिट’ की पहचान कर उनके सदुपयोग के बारे में निर्णय लें। इण्डस्ट्रियल क्लस्टर की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जाए। इन्वेस्टमेंट और भूमि अधिग्रहण से जुड़े प्रकरण लम्बित नहीं रहने चाहिए। इसके लिए जिलाधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। एम0ओ0यू0 को धरातल पर उतारें।

    विभिन्न एप्रूवल की प्रक्रियाओं को समयबद्ध करना होगा, तय समय-सीमा के बीतने के बाद एप्रूवल को डीम्ड मान लिया जाना चाहिए। पब्लिक ग्रीवांस सिस्टम को और लाभकारी बनाये जाने की आवश्यकता है। ओ0टी0डी0ई0 के लिए हमें निजी और सार्वजनिक निवेश को और बढ़ाना होगा। निवेशकों से सम्पर्क-संवाद का क्रम जारी रखना चाहिए। नए सेक्टर-नए निवेशकों से भी संवाद करें। उन्हें प्रदेश की यू0एस0पी0 से अवगत करायें। इन्वेस्टर आउटरीच को और बेहतर करने की आवश्यकता है। सिंगल विंडो प्रणाली को और सरल तथा अधिक पारदर्शी बनाया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा सेक्टर को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है। गैर पारम्परिक ऊर्जा विकल्पों को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने नीति जारी की है। हमें सोलर और बायो मास सेक्टर में निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हमें सोलर एनर्जी कैपेसिटी को बढ़ाने पर काम करने की जरूरत है। प्रदेश में पी0एम0 सूर्य घर योजना का कवरेज बढ़ाने का प्रयास करें।

    होटल/रेस्टोरेंट, ट्रान्सपोर्ट, संचार, रियल एस्टेट, प्रोफेशनल सर्विस, व अन्य सेवाओं वाले तृतीयक खण्ड में प्रदेश तेजी से तरक्की कर रहा है। अयोध्या, मथुरा-वृन्दावन, काशी, प्रयागराज, नैमिषारण्य इसके महत्वपूर्ण केन्द्र हैं। विगत 07 वर्षों में यहां व्यापक परिवर्तन हुआ है। टूरिस्ट फुटफॉल अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है। वर्तमान वर्ष में अब तक 62 करोड़ से अधिक पर्यटकों का आगमन हो चुका है। यह टूरिस्ट फुटफॉल लोकल इकोनॉमी को बढ़ावा देने वाला है। अगले वर्ष प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन है। यह पूरे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बड़ा असर डालने वाला होगा। नैमिषारण्य, विन्ध्यधाम जैसे केंद्रों को चिन्हित कर उनकी बेहतर ब्राण्डिंग करनी चाहिए। बौद्ध सर्किट का सम्बन्धित देशों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। पर्यटन स्थलों पर जनसुविधाएं और बेहतर की जाएं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आई0टी0 सेक्टर को उद्योग का दर्जा दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर आज आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 का ग्लोबल हब बन कर उभरा है। प्रदेश में आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 टेस्टिंग सेण्टर की स्थापना का प्रयास करें। लखनऊ में ए0आई0 सिटी की भूमि चिन्हित की जा चुकी है, इससे सम्बन्धित पॉलिसी यथाशीघ्र लाई जाए। परियोजना पर काम तेज किया जाना चाहिए। हमें ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेनिंग के लिए भी प्रस्ताव मिले हैं, इसकी बेहतर सम्भावनाओं का लाभ लेने के लिए यथाशीघ्र अपनी ड्रोन पॉलिसी लागू करनी चाहिए। स्टार्टअप पंजीकरण के लिए कानपुर के साथ-साथ नोएडा में भी सुविधा कार्यालय प्रारम्भ कराया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवहन सेक्टर की बेहतरी के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए। असेवित क्षेत्रों के लिए बसों का संचालन करें। निजी क्षेत्र का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। जल मार्ग परिवहन सम्बन्धित प्राधिकरण का गठन किया गया है, इस दिशा में भी आने वाले दिनों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। हॉस्पिटल, हाउसिंग और होटल के लिए निजी क्षेत्र की ओर से बड़े प्रस्ताव मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में इस सेक्टर में और अधिक तेजी देखने को मिलेगी। नियमों को सरल करें, व्यावहारिकता का ध्यान रखें। निवेशकों की अपेक्षाओं को समझें। यह पूरा सेक्टर अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के साथ-साथ ईज ऑफ लिविंग की दृष्टि से भी उपयोगी सिद्ध होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओ0टी0डी0ई0 के लिए हर विभाग का लक्ष्य पहले से ही निर्धारित है। इसकी प्रगति की सतत समीक्षा आवश्यक है। हर विभाग की कैपेसिटी बिल्डिंग की जरूरत है। रिफॉर्म की कार्ययोजना तैयार कर लागू करें। हर काम की समय-सीमा तय करें। यही वह प्रदेश है जहां वर्ष 2016-17 में एक्साइज से मात्र 12 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता था आज 52 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। यानी कमी सामर्थ्य की नहीं, इच्छाशक्ति की थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए नगर निकायों व ग्राम पंचायतों का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। इनके आय संवर्धन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। गांव हो या कस्बे, हर जगह आम आदमी को अच्छी सड़क, शुद्ध पेयजल, बेहतर जनसुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। आकांक्षात्मक जनपद और आकांक्षात्मक विकासखण्ड की प्रगति की लगातार समीक्षा की जाए, जहां कमी हो, उसे दूर किया जाए।
    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने दी शुभकामनाएं,  हरियाणा में फिर से नायब सिंह सैनी की सरकार का स्वागत किया और कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘विकसित भारत’ की भावना साकार होगी।

    CM Yogi ने दी शुभकामनाएं,  हरियाणा में फिर से नायब सिंह सैनी की सरकार का स्वागत किया और कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘विकसित भारत’ की भावना साकार होगी।

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने नायब सिंह सैनी को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी है।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नायब सिंह सैनी को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी है। नायब सिंह सैनी जी को हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! यह पोस्ट उन्होंने अपने एक्स सोशल मीडिया खाते पर पोस्ट किया। उनका कहना था कि वे पूरी तरह से विश्वास करते हैं कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और आपके सफल नेतृत्व में ‘विकसित हरियाणा-विकसित भारत’ की भावना साकार होगी।

    आपको बता दें कि सर्वसम्मति से चुने गए हरियाणा भाजपा विधायक दल के नेता नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को चंडीगढ़ में राज्य के 20वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा विधायक कृष्ण कुमार बेदी ने सैनी का नाम प्रस्ताव किया, जिसका वरिष्ठ नेता अनिल विज ने समर्थन किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में नेता नायब सिंह सैनी ने बृहस्पतिवार को पंचकूला में एक समारोह में शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजग के अन्य नेताओं ने इस समारोह में भाग लिया।

    मंत्री पद की शपथ भी हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अनिल विज, कृष्ण लाल पंवार और राव नरबीर सिंह को दी गई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज का दिन शपथ ग्रहण समारोह के लिए चुना है क्योंकि यह वाल्मीकि जयंती है। दलितों के बीच, ऋषि वाल्मीकि हिंदू महाकाव्य रामायण के लेखक हैं। हरियाणा में मुख्यमंत्री के अलावा अधिकतम चौबीस मंत्री हो सकते हैं। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह भी इस अवसर पर उपस्थित थे. राजग के कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे। सैनी ने हरियाणा की तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने के साथ दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।

  • CM Yogi ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त इण्टरनेशनल एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेण्टर के निर्माण के लिए सैद्धांतिक सहमति दी

    CM Yogi ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त इण्टरनेशनल एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेण्टर के निर्माण के लिए सैद्धांतिक सहमति दी

    CM Yogi: कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण आवास विकास परिषद और लखनऊ विकास प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में किया जाना चाहिए, राज्य सरकार भी इसमें वित्तीय सहयोग करेगी

    • मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य के लिए दो वर्ष की अवधि तय की
    • कन्वेंशन सेण्टर को बहुउपयोगी बनाया जाना चाहिए, एग्जीबिशन सेण्टर सभी प्रकार के मेलों/प्रदर्शनियों की मेजबानी करने में सक्षम हो
    • भवन की वास्तुकला में भारतीय संस्कृति का प्रतिबिम्ब हो, यह जल और ऊर्जा संरक्षण का उदाहरण प्रस्तुत करने वाला हो
    • कन्वेंशन सेण्टर में उ0प्र0 के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पाद, विशिष्ट खान-पान, लोक कला तथा लोक संगीत का सतत प्रदर्शन किया जाना चाहिए
    • कन्वेंशन सेण्टर में प्रदर्शनी हॉल की रूपरेखा तय करते समय क्राउड मैनेजमेंट का ध्यान रखा जाए
    • विशाल परिसर में पंचतत्वों को प्रदर्शित करती विशेष ‘पंच वाटिका’ आकर्षण का केन्द्र होगी

    CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त इण्टरनेशनल एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेण्टर के निर्माण के लिए सैद्धांतिक सहमति दे दी है। बैठक में उन्होंने प्रस्तावित इण्टरनेशनल एग्जीबिशन कम कन्वेंशन सेण्टर के स्वरूप, निर्माण प्रक्रिया, लागत आदि विषयों पर विमर्श किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राजधानी लखनऊ में राष्ट्रीय-अन्तरराष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए एक सर्वसुविधायुक्त तथा विश्वस्तरीय हाईटेक एग्जीबिशन-सह-कन्वेंशन सेण्टर की आवश्यकता है। कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण आवास विकास परिषद और लखनऊ विकास प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में किया जाना चाहिए। राज्य सरकार भी इसमें वित्तीय सहयोग करेगी। निर्माण कार्य के लिए मुख्यमंत्री जी ने दो वर्ष की अवधि तय की है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कन्वेंशन सेण्टर को बहुउपयोगी बनाया जाना चाहिए। कन्वेंशन सेण्टर ऐसा हो, जहां बड़े सांस्कृतिक, राजनीतिक, राजकीय, धार्मिक समारोह एवं गीत-संगीत के कन्सर्ट पूरी भव्यता और गरिमा के साथ आयोजित हो सकें। एग्जीबिशन सेण्टर सभी प्रकार के मेलों/प्रदर्शनियों की मेजबानी करने में सक्षम हो। यहां ओपन थियेटर भी हो। समीप ही होटल इण्डस्ट्री के लिए भूमि आरक्षित रखी जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भवन की वास्तुकला में भारतीय संस्कृति का प्रतिबिम्ब हो, साथ ही यह जल और ऊर्जा संरक्षण का उदाहरण प्रस्तुत करने वाला हो। कन्वेंशन सेण्टर में उत्तर प्रदेश के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पाद, विशिष्ट खान-पान, लोक कला तथा लोक संगीत का सतत प्रदर्शन भी किया जाना चाहिए। उन्होंने कन्वेंशन सेण्टर में छोटे, बड़े और भारी वाहनों की बेहतर पार्किंग, फायर सेफ्टी, प्रसाधन और फूड कोर्ट आदि की व्यवस्था रखने के भी निर्देश दिए। हाल ही में सम्पन्न यू0पी0 इण्टरनेशनल ट्रेड शो की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऐसे आयोजनों में लाखों की संख्या में लोगों का आगमन होता है। ऐसे मौकों पर क्राउड मैनेजमेंट की जरूरत होती है। कन्वेंशन सेण्टर में प्रदर्शनी हॉल की रूपरेखा तय करते समय इसका ध्यान रखा जाए।

    कन्वेंशन सेण्टर के प्रस्तावित स्वरूप पर जानकारी देते हुए अधिकारियों ने अवगत कराया कि वृन्दावन योजना में जहां वर्ष 2020 में डिफेंस एक्सपो का आयोजन हुआ था, वहां 32 एकड़ भूमि उपलब्ध है, जिस पर इण्टरनेशनल एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण कराया जा सकता है। यहां चारों ओर से अच्छी कनेक्टिविटी है। लगभग 10 हजार लोगों की क्षमता वाले इस कन्वेंशन सेण्टर में अलग-अलग ऑडिटोरियम होंगे। बैठक कक्ष, वी0आई0पी0 लाउंज की भी व्यवस्था है। विशाल परिसर में पंचतत्वों को प्रदर्शित करती विशेष ‘पंच वाटिका’ आकर्षण का केन्द्र होगी।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi से इज़राइल के राजदूत ने शिष्टाचार भेंट की

    CM Yogi से इज़राइल के राजदूत ने शिष्टाचार भेंट की

    CM Yogi: इजराइल और भारत, विशेष रूप से उ0प्र0 के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया

    • इज़राइल में उ0प्र0 से 5,000 से अधिक लोग स्किल्ड मैनपावर के रूप में कार्यरत, इनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण इज़राइल की सरकार अन्य लोगों को भी वहां कार्य के लिए लेने की इच्छुक
    • उ0प्र0 में 02 स्थानों पर ग्राउण्ड वॉटर तथा पीने के पानी के क्षेत्र में इज़राइल से सहयोग लिया जा रहा
    • बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्राउण्ड वॉटर का प्रयोग कर ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती की उपज बढ़ाने जाने के सम्बन्ध में डी0पी0आर0 प्रस्तुत, शासन स्तर पर इस पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा
    • आगरा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इज़राइल के सहयोग से कार्य किया जा रहा
    • इज़राइल के सहयोग से 02 सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स कार्यरत, इनमें जनपद बस्ती का सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फलों से तथा जनपद कन्नौज का सब्जियों से सम्बन्धित
    • इज़राइल के सहयोग से जनपद कौशाम्बी में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूट्स तथा जनपद चन्दौली में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर वेजिटेबल स्थापित किये जा रहे
    • इज़राइल की टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर महाकुम्भ प्रयागराज 2025 को और सुरक्षित बनाने के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया
    • पुलिस मॉडर्नाइजेशन तथा एण्टी ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में इज़राइली विशेषज्ञता का प्रयोग किये जाने पर चर्चा
    • उ0प्र0 में विगत 07 वर्षाें में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत कार्य हुए: राजदूत, इज़राइल

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से आज यहां उनके सरकारी आवास पर इज़राइल के राजदूत श्री रूवेन अज़ार ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर इजराइल और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया।

    बैठक में इज़राइल में उत्तर प्रदेश के स्किल्ड मैनपावर की उपलब्धता बढ़ाने के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। इज़राइल में उत्तर प्रदेश से 5,000 से अधिक लोग स्किल्ड मैनपावर के रूप में गये हैं। इनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। इज़राइल की सरकार अन्य लोगों को भी वहां कार्य के लिए लेने की इच्छुक है। बैठक में ड्रिप इरिगेशन तथा पेयजल के क्षेत्रों में सहयोग पर भी विचार विमर्श किया गया। ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश में 02 स्थानों पर ग्राउण्ड वॉटर तथा पीने के पानी के क्षेत्र में इज़राइल से सहयोग लिया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्राउण्ड वॉटर का प्रयोग कर ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती की उपज को बढ़ाने जाने के सम्बन्ध में एक डी0पी0आर0 प्रस्तुत की गयी है। शासन स्तर पर इस पर शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त आगरा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इज़राइली टेक्नोलॉजी एवं कम्पनियों के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में इज़राइल के सहयोग से जनपद बस्ती तथा कन्नौज में 02 सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स कार्यरत हैं। इनमें जनपद बस्ती का सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फलों से तथा जनपद कन्नौज का सब्जियों से सम्बन्धित है। बैठक में इन सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स को और प्रभावी बनाये जाने पर भी चर्चा की गयी। इन दोनों सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स को कृषि विज्ञान केन्द्रों से जोड़कर किसानों के बीच इनकी पहुंच बढ़ाने जाने पर बल दिया गया। इनके अतिरिक्त इज़राइल के सहयोग से जनपद कौशाम्बी में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूट्स तथा जनपद चन्दौली में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर वेजिटेबल स्थापित किये जा रहे हैं।

    बैठक में पुलिस मॉडर्नाइजेशन तथा एण्टी ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में इज़राइली विशेषज्ञता का प्रयोग किये जाने पर भी चर्चा की गयी। महाकुम्भ प्रयागराज 2025 में इज़राइल की टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर इसे और सुरक्षित बनाने के सम्बन्ध में भी विचार विमर्श किया गया।

    इज़राइल के राजदूत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत 07 वर्षाें में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत कार्य हुए हैं। यहां नई सड़कें, मेट्रो, आर0आर0टी0एस0 के संचालन तथा नये एयरपोर्ट्स के निर्माण में बहुत प्रगति हुई है। अनुरोध किया कि यहां की कम्पनियां इज़राइल में आकर कार्य करें और वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया

    CM Yogi ने खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया

    CM Yogi: मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की गतिविधियों पर स्थायी रोक के सम्बन्ध में सुस्पष्ट कानून तैयार किया जाए

    • खाद्य पदार्थों की पवित्रता सुनिश्चित करने तथा सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में उपभोक्ताओं में विश्वास बनाए रखने की महत्ता के दृष्टिगत कठोर कानून बनाया जाना आवश्यक
    •  ऐसे अपराधों को संज्ञेय और अजमानतीय मानते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए,
    • कानून का उल्लंघन करने वालों को कारावास और अर्थदण्ड की सजा होनी चाहिए
    • हर उपभोक्ता को यह अधिकार हो कि वह खाद्य एवं पेय पदार्थों के विक्रेता तथा सेवा प्रदाताओं के बारे में आवश्यक जानकारी रख सके, इसके लिए विक्रेता द्वारा प्रतिष्ठान पर साइनबोर्ड लगाना अनिवार्य किया जाए
    • खाद्य प्रतिष्ठान में काम करने वाले सभी कार्मिकों को पहचान पत्र धारण करना अनिवार्य किया जाए
    • खाद्य प्रतिष्ठानों के रसोईघर एवं भोजन कक्ष में सतत निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाना अनिवार्य किया जाए
    • यदि किसी खाद्य प्रतिष्ठान में किसी कार्मिक के घुसपैठिया अथवा अवैध विदेशी नागरिक होने की पुष्टि होती है तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विगत दिनों हुई जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली हैं। यह सामाजिक सौहार्द पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किए जा सकते।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खाद्य पदार्थों की पवित्रता सुनिश्चित करने तथा सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में उपभोक्ताओं में विश्वास बनाए रखने की महत्ता के दृष्टिगत कठोर कानून बनाया जाना आवश्यक है। होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, स्ट्रीट वेंडर्स से जुड़ी इन गतिविधियों के सम्बन्ध में सुस्पष्ट कानून तैयार किया जाए। कानून का उल्लंघन करने वालों को कारावास और अर्थदण्ड की सजा होनी चाहिए। ऐसे अपराधों को संज्ञेय और अजमानतीय मानते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपनी पहचान छुपा कर असामाजिक तत्वों द्वारा खान-पान की वस्तुओं एवं पेय पदार्थ में मानव अपशिष्ट, अखाद्य, गंदी चीजों की मिलावट की एक भी गतिविधि न हो, इसे कानून के माध्यम से सुनिश्चित करना होगा। ऐसी असामाजिक गतिविधियों पर कड़ाई से लगाम लगायी जानी चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर उपभोक्ता को यह अधिकार हो कि वह खाद्य एवं पेय पदार्थों के विक्रेता तथा सेवा प्रदाताओं के बारे में आवश्यक जानकारी रख सके। इसके लिए विक्रेता द्वारा प्रतिष्ठान पर साइनबोर्ड लगाना अनिवार्य किया जाए। खाद्य प्रतिष्ठान में काम करने वाले सभी कार्मिकों को पहचान पत्र धारण करना भी अनिवार्य किया जाए। छद्म नाम रखने, गलत जानकारी देने वालों के विरुद्ध कठोरतम सजा का प्रावधान होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक खाद्य प्रतिष्ठान द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि उसके प्रतिष्ठान में कोई भी भोजन दूषित न हो। खाद्य प्रतिष्ठानों के रसोईघर एवं भोजन कक्ष में सतत निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाना अनिवार्य किया जाए, जिसकी न्यूनतम एक माह की फुटेज जिला प्रशासन द्वारा मांगे जाने पर हर समय उपलब्ध कराई जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि रसोईघर में भोजन पकाते समय और उसे परोसते समय सिर ढकना, मास्क और दस्ताने पहनना अनिवार्य होना चाहिए। खाद्य कारोबारकर्ता द्वारा प्रतिष्ठान में कार्यरत कार्मिकों का विवरण सम्बन्धित थाने को उपलब्ध कराया जाना चाहिए। यदि किसी खाद्य प्रतिष्ठान में किसी कार्मिक के घुसपैठिया अथवा अवैध विदेशी नागरिक होने की पुष्टि होती है तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। कानून में इस सम्बन्ध में स्पष्ट प्रावधान किया जाना चाहिए।

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  • CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi: प्रदेश में प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ तत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा

    • मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया

    CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की। उन्होंने आयोग के गठन के उद्देश्यों, दायित्वों व अधिकारों के सम्बन्ध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ सतत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में लागू की गयी गरीब कल्याण योजनाओं के माध्यम से राज्य सरकार सभी पात्र लाभार्थियों के द्वार तक पहंुची है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्षों के नेतृत्व में सदस्यों की टीमें बनाकर पहले चरण में मण्डल मुख्यालय तथा दूसरे चरण में जनपद स्तर पर क्षेत्र भ्रमण कर समाज के लोगों से संवाद बनाना चाहिए। छात्रावासों का भ्रमण कर वहां की साफ-सफाई तथा अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। विद्यार्थियों से संवाद बनाकर उनकी मनोस्थिति का आकलन करना चाहिए।

    मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अन्तर्गत विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही निःशुल्क कोचिंग की वस्तु स्थिति तथा उससे प्राप्त होने वाली सफलता दर का आकलन किया जाना चाहिए। लोगों को केन्द्र तथा राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया जाना चाहिए। मुसहर, थारू, चेरो, सहरिया आदि जनजातियों को सभी प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ते हुए शत-प्रतिशत सेचुरेशन की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, सड़क कनेक्टिविटी, राशन कार्ड आदि की जानकारी प्राप्त करते हुए अभियान चलाकर इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से जुड़े लोगों के साथ कोई घटना घटित होने पर प्रशासन से समन्वय बनाकर उन्हें हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने का कार्य किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के सामाजिक तथा आर्थिक स्वावलम्बन के लिए हर सम्भव उपाय किये जाने चाहिए। लोगों के मन में व्यवस्था तथा सरकार के प्रति सम्मान का भाव दिखना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के पदाधिकारियों को नियमित बैठक कर मामलों का निस्तारण करना चाहिए। बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से भी आयोजित किया जाना चाहिए, ताकि जनपदों के वरिष्ठ अधिकारियों को जोड़ते हुए लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। शिकायतों का निस्तारण मेरिट के आधार पर किया जाना चाहिए। पदाधिकारियों द्वारा मुख्यालय तथा जिलास्तर पर भी अलग-अलग जगहों पर बैठक की जानी चाहिए। प्रत्येक बैठक से सम्बन्धित मिनट्स अवश्य तैयार करें, ताकि नीति निर्धारण के समय इसकी सहायता ली जा सके। किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के कार्यालय में एक उचित मैकेनिज्म बनाकर कार्य करना चाहिए। पदाधिकारियों के बीच कार्य का प्रॉपर डिस्ट्रीब्यूशन किया जाना चाहिए। कार्यालय में बैठने की उचित जगह, स्वच्छता, आवश्यक कर्मचारियों तथा पदाधिकारियों व शिकायतकर्ताओं के लिए पृथक-पृथक टॉयलेट आदि की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करें।

    प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में 56 लाख से अधिक गरीब आवासहीन परिवारों को पक्के आवास उपलब्ध कराए गये हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत 01 करोड़ 86 लाख रसोई गैस कनेक्शन वितरित किये गये हैं। 05 करोड़ आयुष्मान कार्ड वितरित करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना है। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से सम्बन्धित बच्चों की स्कॉलरशिप में कई गुना वृद्धि की गयी है।

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  • CM Yogi: किसी भी धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने वालों को दंडित किया जाएगा’, नरसिंहानंद के ‘पैगंबर’ वाले बयान पर बोले योगी

    CM Yogi: किसी भी धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने वालों को दंडित किया जाएगा’, नरसिंहानंद के ‘पैगंबर’ वाले बयान पर बोले योगी

    CM Yogi

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने सोमवार को कहा कि देवताओं, महापुरुषों या किसी भी धर्म या संप्रदाय के संतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इस तरह के व्यवहार में शामिल लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

    गाजियाबाद के एक पुजारी यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा कर दिया था।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बयान में कहा, ”हर नागरिक को महान व्यक्तियों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए, लेकिन इसे थोपा नहीं जा सकता और किसी पर थोपा नहीं जा सकता।

    सीएम ने कहा, ‘अगर कोई व्यक्ति आस्था से छेड़छाड़ करेगा, महापुरुषों, देवताओं, संप्रदाय आदि की आस्था के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करेगा तो उसे कानून के दायरे में लाया जाएगा और सख्त से सख्त सजा दी जाएगी, लेकिन सभी पंथों, धर्मों के लोगों को एक-दूसरे का सम्मान करना होगा.’

    उन्होंने कहा कि कुछ वर्ग सोचता है कि हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ टिप्पणी करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। वे हिंदू धर्म के मूल सिद्धांतों का अपमान करते हैं और मूर्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं। हिंदू इनमें से किसी पर भी प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। लेकिन अगर कोई अज्ञानी व्यक्ति टिप्पणी करता है, तो अराजकता पैदा करने के लिए घातक प्रयास किए जाते हैं। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

    इस बीच, भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने प्रदर्शनकारियों को धमकी दी कि अगर उन्होंने उत्तर प्रदेश में उन्मादी नारे लगाने की कोशिश की तो उन्हें ‘इजरायल का स्वाद’ चखना पड़ेगा. उन्होंने कहा, ‘यहां, व्यवहार बाबासाहेब के संविधान के माध्यम से दिया जाएगा, न कि शरीयत के माध्यम से, और वह भी उचित है… तब मत रोओ, “त्रिपाठी ने 6 अक्टूबर को एक्स पर एक पोस्ट में कहा।

    मुख्यमंत्री ने शीर्ष अधिकारियों के साथ कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के दौरान ये टिप्पणियां कीं, जिसमें जोर देकर कहा गया कि “विरोध के नाम पर अराजकता, बर्बरता या आगजनी स्वीकार्य नहीं है” और जो लोग इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने की हिम्मत करते हैं, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।

    डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के बाद, कई मुस्लिम संगठनों और राजनीतिक दल के नेताओं ने पुजारी की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। नरसिंहानंद और उनके शिष्यों के खिलाफ उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

    इस बीच, सीएम आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आगामी त्योहारों को खुशी और सद्भाव के साथ मनाया जाए, और उन लोगों की पहचान करने और सख्त कार्रवाई करने के लिए जो माहौल को खराब करने का प्रयास करते हैं या कानून के खिलाफ काम करते हैं। उन्होंने पुलिस को महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों में पैदल गश्त और पुलिस प्रतिक्रिया वाहनों को तेज करने का निर्देश दिया।

     

     

  • CM Yogi ने माँ गंगा, यमुना जी व सरस्वती जी के पावन संगम स्थल का दर्शन-पूजन व संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन किया

    CM Yogi ने माँ गंगा, यमुना जी व सरस्वती जी के पावन संगम स्थल का दर्शन-पूजन व संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन किया

    CM Yogi: मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति की समीक्षा की महाकुम्भ-2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उत्कृष्ट सुरक्षा और विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हों

    • निर्माणाधीन परियोजनाओं को तय मानकों के अनुरूप पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश
    • निर्माण कार्यों के दौरान प्रयागराज के स्थानीय निवासियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए
    • पवित्र अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन किए
    • लेटे हनुमान जी व आदि वेणीमाधव मन्दिर में दर्शन-पूजन किया
    • भारद्वाज आश्रम के विकास कार्यों व आई0ई0आर0टी0 सेतु का निरीक्षण किया
    • मुख्यमंत्री ने शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से भेंट की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि महाकुम्भ-2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ‘स्मार्ट प्रयागराज के भव्य स्वरूप’ का साक्षात्कार होगा। पूरी दुनिया से सनातन समाज महाकुम्भ में आने को उत्सुक है। पर्यटकों में भी इसे लेकर बड़ा आकर्षण है। ऐसे में हर आगंतुक को प्रयागराज में अच्छी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है।

    मुख्यमंत्री जी आज जनपद प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं को तय मानकों के अनुरूप पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ-2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उत्कृष्ट सुरक्षा और विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए प्रयागराज में अनेक निर्माण कार्य चल रहे हैं। निर्माण कार्यों के दौरान प्रयागराज के स्थानीय निवासियों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रयागराजवासियों ने जिस तरह कुम्भ-2019 में पूरी दुनिया से आये 25 करोड़ श्रद्धालुओं, पर्यटकों के लिए आतिथ्य का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया था, उसी प्रकार इस बार भी व्यवस्था बनाने में हर नगरवासी का सहयोग प्राप्त होगा। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने सबसे पहले मोटरबोट से संगम नोज पहुंचकर माँ गंगा, यमुना जी व सरस्वती जी के पावन संगम स्थल का दर्शन-पूजन किया।

    मुख्यमंत्री जी ने जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन किया। उन्होंने पवित्र अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन किये। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार भी अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन का पुण्य लाभ सुगमता से प्राप्त हो, इसके लिए यहां अच्छे प्रबन्ध होने चाहिए तथा किले के अन्दर विकास कार्यों को तेजी से पूर्ण किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने संगम तट स्थित लेटे हनुमान जी के भी दर्शन किये और महाकुम्भ-2025 के सफल आयोजन के लिए प्रार्थना की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री जी ने भारद्वाज आश्रम के विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने आई0ई0आर0टी0 सेतु का निरीक्षण किया और महाकुम्भ के दृष्टिगत सेतु निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जी ने आदि वेणीमाधव मन्दिर का दर्शन-पूजन किया। साथ ही, लेप्रोसी रोड चौराहा से नैनी रेलवे स्टेशन रोड तक तथा छिवकीं रेलवे स्टेशन रोड का निरीक्षण भी किया।

    मुख्यमंत्री जी ने शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से भेंट की और महाकुम्भ-2025 की तैयारियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री जी ने शंकराचार्य जी से कहा कि राज्य सरकार, पूज्य संतगण की अपेक्षाओं और आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए सभी आवश्यक प्रबन्ध कर रही है। महाकुम्भ-2025, कुम्भ-2019 से भी अधिक दिव्य और भव्य होगा। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में समय-समय पर पूज्य संतगण का मार्गदर्शन भी अपेक्षित है।

    source: http://up.gov.ing

  • CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi: खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा देता

    • हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है
    • उ0प्र0 में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा
    • हमने विगत 10 वर्षों में देश में नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा, प्रधानमंत्री जी की यही इच्छा कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं
    • उ0प्र0 में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए
    • प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे, अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया, 500 करोड़ रु0 का कॉर्पस फण्ड बनाया गया
    • दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रु0 की राशि वितरित की जा चुकी
    • मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया, प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि खेल हम सभी को जोड़ता है। खेल हमें टीम भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता है। यदि हममें टीमवर्क से कार्य करने की क्षमता है, तो हमारी सफलता की सम्भावना ज्यादा होती है। लेकिन यदि हम टीम भावना से कार्य नहीं कर पा रहे हैं, तो हमारी असफलता की सम्भावना भी उतनी ही ज्यादा होती है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की। मुख्यमंत्री जी ने ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ की घोषणा की। उन्होंने गेंद खेलकर न्यायमूर्तिगण व अधिवक्तागण के मध्य आयोजित प्रदर्शनी मैच की औपचारिक शुरुआत की।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा है। उत्तर प्रदेश में इसके आयोजन के नाते यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से इस आयोजन में सहभागी बनंे और इसे प्रोत्साहित करें। जब प्रतिष्ठित टीमें इसमें प्रतिभाग कर रही हों तथा बार व बेंच टूर्नामेण्ट के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ रहे हों, तो यह न केवल रोचक है बल्कि लोगों के लिए नई प्रेरणा भी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा भी देता है। यह मनोरंजन का साधन भी है। यह आयोजन हम सभी को अपनी शारीरिक व मानसिक क्षमताओं का आकलन करने का अवसर प्रदान करता है। हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती है, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है तथा हमें नए प्रोत्साहन के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमने विगत 10 वर्षों में देश में एक नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की भी यही इच्छा है कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं। आज इसी भावना से देश में खेल कार्यक्रम आगे बढ़े हैं। ओलम्पिक, पैरालम्पिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ या वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसी किसी भी प्रतियोगिता में हमारे खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जमीनी धरातल से जुड़े हुए खिलाड़ियों को भी अवसर प्राप्त हो रहा है। खेलो इण्डिया, फिट इण्डिया मूवमेण्ट तथा सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं ने देश में नई खेल संस्कृति को आगे बढ़ाया है। अनेक युवा इसके माध्यम से आगे आ रहे हैं। ओलम्पिक में हमारे खिलाड़ी 07 मेडल लेकर आए। वहीं पैरालम्पिक में हमारे खिलाड़ियों ने 29 मेडल प्राप्त किए। इनका प्रदर्शन अचम्भित करने वाला है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश के जिन खिलाड़ियों ने ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक खेलों में प्रतिभाग किया और देश के लिए मेडल जीते, उन सभी को 01 अक्टूबर को लखनऊ में भव्य समारोह में प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ओलम्पिक गेम्स (एकल वर्ग) में स्वर्ण पदक विजेता को 06 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान करती है। ओलम्पिक गेम्स (टीम गेम्स) में स्वर्ण पदक जीतने पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने पर 01 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है। इसी प्रकार एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स तथा वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए और पदक जीतने के लिए प्रोत्साहन की व्यवस्था है। इसके साथ ही, खिलाड़ियों को विभिन्न सेवाओं में लिए जाने की भी विशेष व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2020 के टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता था। उस टीम के सदस्य तथा प्रदेश के खिलाड़ी श्री ललित कुमार उपाध्याय को सीधे पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। भारतीय हॉकी टीम का सम्मान भी किया गया था। इस बार ओलम्पिक में उत्तर प्रदेश के 02 खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बने थे। इनमें श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल थे। भारतीय टीम द्वारा मेडल जीतने के कारण हम श्री राजकुमार पाल को भी सीधी नियुक्ति देने जा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चीन में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता प्रदेश की एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री पारुल चौधरी को भी नियुक्ति पत्र दिया गया है। सुश्री पारुल चौधरी ने पदक जीतने के लिए पूरी जान लगा दी थी और देश के लिए गोल्ड मेडल जीता। सुश्री पारुल चौधरी ने यह कहा था कि उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पदक जीतने पर डिप्टी एस0पी0 का पद प्रदान किये जाने की घोषणा से प्रोत्साहन मिला था। अब तक हम 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दे चुके हैं, जिन्होंने ओलम्पिक, एशियाड अथवा कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के साथ ही, खेल व खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार द्वारा अनेक प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश में लगभग 57 हजार ग्राम पंचायतें हैं। इन सभी में खेल के मैदान के निर्माण के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। यदि गांव में खेल का मैदान होगा, तो बच्चे खेलने में रुचि लेंगे और गलत दिशा में नहीं जाएंगे। उन्हें सकारात्मक दिशा मिलेगी। सभी ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता के आधार पर खेल के मैदान तथा ओपन जिम के निर्माण के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, हर विकासखण्ड में मिनी स्टेडियम तथा हर जनपद में स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया है। इस समय खेलकूद की ग्रामीण लीग प्रतियोगिताएं लोकप्रिय हो रही हैं। विगत दिनों लखनऊ में हॉकी एवं क्रिकेट लीग का आयोजन हुआ था। इसके माध्यम से खिलाड़ियों को एक नया मंच प्राप्त हो रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे हैं। अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया है। इसके लिए 500 करोड़ रुपये का कॉर्पस फण्ड बनाया गया है, जिससे किसी अधिवक्ता की असमय मृत्यु होने पर, उसके परिजनों को 05 लाख रुपये की राशि प्राप्त हो सके। पहले यह राशि डेढ़ लाख रुपये थी। इस हेतु अधिकतम आयु की सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष की गई है। विगत 18 अगस्त को 577 ऐसे दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में 28 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि का वितरण किया गया था। अब तक दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज महिलाएं खेलकूद के साथ ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और नेतृत्व प्रदान कर रही हैं। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि जिस प्रकार आज 16 टीमें इस आयोजन का हिस्सा बन रही हैं, उसी प्रकार अगली बार महिला एडवोकेट्स की अतिरिक्त टीम भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेगी। ज्ञातव्य है कि ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट में इलाहाबाद, आन्ध्र प्रदेश, औरंगाबाद, बम्बई, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, ग्वालियर, इन्दौर, कर्नाटक, लखनऊ, ओडिसा, पंजाब-हरियाणा, तेलंगाना तथा पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्तागणों की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।

    इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री ए0आर0 मसूदी, न्यायमूर्ति श्री राजेश सिंह चौहान, न्यायमूर्ति श्रीमती संगीता चन्द्रा एवं अन्य न्यायमूर्तिगण, लखनऊ एडवोकेट्स क्रिकेट एसोशिएशन के अध्यक्ष श्री एन0के0 सेठ तथा अधिवक्तागण उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in


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