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  • उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ji की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद द्वारा निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ji की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद द्वारा निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए

    CM Yogi Adityanath ji की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद ने केन-बेतवा लिंक परियोजना के अन्तर्गत केन नहर प्रणाली के पुनरोद्धार की परियोजना की

    CM Yogi Adityanath ji: केन-बेतवा लिंक परियोजना के अन्तर्गत केन नहर प्रणाली के पुनरोद्धार की परियोजना की अनुमोदित लागत 1191.51 करोड़ रु0 का व्यय प्रस्ताव स्वीकृत मंत्रिपरिषद ने केन-बेतवा लिंक परियोजना के अन्तर्गत केन नहर प्रणाली के पुनरोद्धार की परियोजना की अनुमोदित लागत 1191.51 करोड़ रुपये के व्यय के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है।

    केन-बेतवा लिंक परियोजना नदी जोड़ो कार्यक्रम के अन्तर्गत जल संसाधन विकास के लिए राष्ट्रीय परिपेक्ष्य योजना (नेशनल पर्सपेक्टिव प्लान) के भारत प्रायद्वीपीय घटक की 16 लिंक परियोजनाओं में से प्रथम परियोजना है। केन-बेतवा लिंक परियोजना सिंचाई, जल विद्युत और पेय जल आपूर्ति लाभों वाली उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश राज्य के सूखाग्रस्त बुन्देलखण्ड क्षेत्र की एक बहुउद्देशीय परियोजना है। इस परियोजना में केन नदी के अतिरिक्त जल को बेतवा नदी में प्रवाहित करने के लिए एक लिंक चैनल द्वारा दोनों नदियों को जोड़ा जाना प्रस्तावित है।

    केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना के क्रियान्वयन हेतु उत्तर प्रदेश सरकार, मध्य प्रदेश सरकार और भारत सरकार के मध्य दिनांक 22 मार्च, 2021 को सहमति ज्ञापन (एम0ओ0ए0) हस्ताक्षरित किया गया।

    केन-बेतवा लिंक परियोजना के कार्यों को दिनांक 08 दिसम्बर, 2021 मंत्रिपरिषद भारत सरकार की बैठक में अनुमोदित किया गया। तत्क्रम में भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के पत्र संख्या-एन-673037/4/2018/-बीएम सेक्शन दिनांक 22 दिसम्बर, 2021 द्वारा परियोजना लागत 44,605 करोड़ रुपये का अनुमोदन निर्गत किया गया। मंत्रिपरिषद, भारत सरकार द्वारा अनुमोदित केन-बेतवा लिंक परियोजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश राज्य द्वारा क्रियान्वित किये जाने वाले कार्यों में से प्रथम कार्य ‘केन नहर प्रणाली के पुनरोद्धार कार्य की परियोजना’ की परियोजना प्राक्कलन लागत 1191.51 करोड़ रुपये का अनुमोदन केन्द्रीय जल आयोग, नई दिल्ली के पत्र संख्या- टी-28044/2/2023/पीए(सी)डीटीई दिनांक 24 अप्रैल, 2024 द्वारा किया गया, जिस पर उत्तर प्रदेश सरकार की व्यय वित्त समिति की बैठक दिनांक 28 जून, 2024 में सैद्धान्तिक सहमति प्रदान की गयी है। परियोजना की वित्तीय व्यवस्था केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के मध्य 90ः10 अनुपात में किये जाने का प्राविधान भारत सरकार के उक्त अनुमोदन में सम्मिलित है।

    केन नहर प्रणाली के पुनरोद्धार की परियोजना के क्रियान्वयन से वर्तमान में नहरों के क्षतिग्रस्त एवं जीर्णशीर्ण सेक्शन के पुनरोद्धार एवं निर्मित पक्की संरचनाओं के मरम्मत/पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण होंगे एवं नहर प्रणाली की नहरें पूर्ण क्षमता से संचालित होंगी तथा अधिकतम मांग के समय नहर के टेल भागों में सिंचाई हेतु पानी की निरन्तर उपलब्धता रहेगी।

    केन नहर प्रणाली में पानी का संचालन केन नदी में उपलब्ध मात्रा के अनुसार माह जुलाई से दिसम्बर तक होता है। इस प्रकार वर्तमान केन नहर प्रणाली से जनपद बांदा में सिंचाई की रबी फसली में सुविधा प्रदान हो रही है। इसके दृष्टिगत केन नहर प्रणाली के पुनरोद्धार की परियोजना में प्रस्तावित समस्त कार्य वर्ष 2025 से 2028 तक नहर बन्दी अवधि माह जनवरी से जून तक प्रस्तावित किया गया है, जिससे वर्तमान में हो रहे संचालन में कोई व्यवधान न हो। परियोजना को वित्तीय वर्ष 2027-28 में पूर्ण किया जाना प्रस्तावित है।

    बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जनपद बांदा में वर्तमान सिंचित क्षेत्रफल 87,784 हे0 के अतिरिक्त 79,191 हे0 असिंचित क्षेत्र को भी सिंचित किया जा सकेगा। इस प्रकार जनपद बांदा में केन नहर प्रणाली से इस परियोजना से कुल 1,66,975 हेक्टेअर क्षेत्रफल को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी तथा लाभान्वित कृषकों की संख्या लगभग 1,60,000 होगी।

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  • CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi: स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक

    • प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया, यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ
    • स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए
    • आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ रहा, इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा, सफाईकर्मी इस स्वच्छता की नींव रखने वाले ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया
    • गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेग
    • दीपावली पर्व में समाज के अन्तिम पायदान के प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने का प्रयास करें

    CM Yogi ने आगामी दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में आज गोरखपुर में आयोजित ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने दीपावली पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं देकर उनके जीवन में समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि यह एक बड़ा सुन्दर अवसर है कि नगर निगम, गोरखपुर इस वर्ष दीपावली के पूर्व सबसे पहले इस शहर को स्वच्छ बनाने वाले सफाईकर्मियों को सम्मानित कर रहा है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ता है। कुछ वर्ष पूर्व इस प्रकार की स्थिति यहां नहीं दिखाई पड़ती थी। तब गोरखपुर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर तथा जलजमाव देखने को मिलता था, जिसके कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियां होती थीं। इसके कारण जनपद गोरखपुर की छवि भी प्रभावित होती थी। आज गोरखपुर स्वच्छ व सुन्दर बन गया है। अब यहां जलनिकासी का रास्ता भी है और सुन्दर चौड़ी सड़कंे भी हैं। इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा है। इस स्वच्छता की नींव रखने वाले सफाईकर्मी हैं। इसलिए आज यहां उनको सम्मानित करने का कार्य किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वास्तव में यह एक बहुत कठिन कार्य है। एक मनुष्य होने के नाते समाज के जिस सम्मान का पात्र एक सफाईकर्मी को बनना चाहिए था, वह आजादी के बाद तक उसे प्राप्त नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के हम सभी आभारी हैं, जिन्होंने 02 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छता के लिये ‘स्वच्छ भारत मिशन’ शुरू किया। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया था। इसे प्रभावी रूप से लागू कर राष्ट्रीय कार्यक्रम का एक हिस्सा बनाया गया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत यह भी सुनिश्चित किया गया कि देश का कोई भी नागरिक खुले में शौच न करे। इसके लिए 10 करोड़ से अधिक घरों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय बनवाये गये। इस मिशन का परिणाम भी प्राप्त हुआ। इसके परिणामस्वरूप जहां एक तरफ नारी गरिमा की रक्षा हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ समाज में एक स्वच्छ व सुन्दर वातावरण भी देखने को मिल रहाहै। इस वातावरण का आनन्द प्रत्येक तबके का व्यक्ति ले रहा है। व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक जीवन में स्वच्छता के प्रति प्रधानमंत्री जी का यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक है। नगर निगम ने सबसे पहले इन्हें सम्मानित करने का बहुत अच्छा कार्य किया है, यह एक सुःखद क्षण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी पार्षदों एवं अधिकारियों द्वारा आगे भी इन्हें सम्मानित करने का कार्य किया जायेगा। स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा है, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए, ताकि पूरे प्रदेश को स्वच्छ बनाया जा सके।

    दीपावली पर्व दीपोत्सव एवं खुशियों का पर्व है। इस दीपोत्सव का आनन्द तभी है, जब हर जगह स्वच्छता रहेगी। स्वच्छता के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत होती है। स्वच्छता के इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में पूर्ण सहभागी बनकर हर व्यक्ति संकल्प ले कि किसी भी सार्वजनिक स्थान पर गंदगी व कचरा नहीं करेंगे। हम सब यह संकल्प लें कि भौतिक गंदगी या अन्य प्रकार की गंदगी को, जिससे समाज का माहौल दूषित हो, उसे समाज में स्थान नहीं बनाने देंगे। इस प्रकार के कार्यक्रम को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले गोरखपुर शहर बारिश में जलप्लावित हो जाता था। किन्तु आज यहां पूरी रात बारिश के बाद भी सुबह जल जमाव नहीं दिखाई पड़ता है। यह चीजे दिखाती हैं कि यहां विकास हुआ है। गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेगा। इसके साथ एक फोरलेन की सड़क भी बन रही है, जिससे यातायात की समस्या का भी समाधान होगा। जिस गोरखपुर को पहले एक टापू कहा जाता था, अब वह एक नये भारत के नये उत्तर प्रदेश में अपने विकास, स्वच्छता व सुन्दरता के लिए एक नये गोरखपुर के रूप में जाना जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति मनुष्य की नियति होनी चाहिए और इस प्रगति के लिए निरन्तर सार्थक प्रयास भी होने चाहिए। दीपावली का पर्व हमें यही प्रेरणा देता है। उन्होंने सभी नगरवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि जिस प्रकार नगर निगम ने दीपावली पर्व में सबसे पहले सफाईकर्मियों का सम्मान किया है, उसी प्रकार सभी को समाज के अन्तिम पायदान पर स्थित प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने के लिए प्रयास करें। दीपावली पर्व एकाकीपन के साथ नहीं बल्कि सबके साथ मिलकर मनाना चाहिए। हम सब का यह प्रयास होना चाहिए कि जिस प्रकार हम खुशियां मना रहे हैं, उसी प्रकार समाज का प्रत्येक वंचित एवं गरीब व्यक्ति भी खुशियां मनायें, इसके लिए हमे अपने साथ उन्हें जोड़ना पड़ेगा। हमारा प्रयास यह हो कि प्रत्येक गरीब व्यक्ति के पास भी हमारे घर की तरह मिठाई हों एवं उसके घर में भी दीपक जले। यदि यह कार्य हम करेंगे, तो पूरे प्रदेश में सामाजिक समता, सौहार्द व राष्ट्रीय एकता स्थापित कर पायेंगे।

    इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ला एवं महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव ने भी लोगो को सम्बोधित किया।

    कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री चारू चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi: मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता

    • आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया
    • हिन्दी ने आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया, उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया
    • हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम, प्रधानमंत्री जी
      सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते, भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया
    • प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया, उ0प्र0 में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा
    • भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता
    • मुख्यमंत्री ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आज जनपद गोरखपुर के योगीराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केन्द्र में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा की महत्ता, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प, श्रमिकों के उत्थान और स्थानीय उत्पादों के महत्व के बारे मे बताते हुये कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया है, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हमारे संसदीय लोकतंत्र में लोगों ने मीडिया को चौथा स्तम्भ माना है। देश की आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया था। आन्दोलन के दौरान अलग-अलग क्रान्तिकारी समूह तथा लीडरशिप किसी न किसी पत्र-पत्रिका से जुड़े रहे। कोई स्वराज, कोई राष्ट्रधर्म, तो कोई धर्मयुग के नाम से जनचेतना को जागरूक करने का प्रयास करता रहा। उसी प्रकार की कविताएं और लेखन भी आए, जो लोगों के अन्तःकरण को झकझोरते रहे।

    मुख्यमंत्री जी ने काकोरी ट्रेन एक्शन के नायक पं0 राम प्रसाद बिस्मिल की अन्तिम इच्छा का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके वाक्यों ने देश के युवाओं को आजादी के आन्दोलन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।

    मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा को पूरे देश को जोड़ने का माध्यम बताते हुयेे कहा कि हिन्दी ने भारत की आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि अन्तःकरण से कही गई भाषा ही लोगों को सम्मोहित कर पाती है। हिन्दी ने उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्रनायकों के बारे में जो लेखन हुआ है, उसका अवलोकन करें, तो पाएंगे कि कहीं श्याम नारायण पाण्डेय महाराणा प्रताप की वीरगाथा को देश के सामने रख रहे हैं, तो कहीं सुभद्रा कुमारी चौहान झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को केन्द्र में रखकर भारत की मातृशक्ति के शौर्य और सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहीं थी। भारत की आजादी के लिए अपना सबकुछ समर्पित करने वाले क्रान्तिकारियों के प्रति रामधारी सिंह दिनकर की वह पंक्तियां हम सभी को नई प्रेरणा देती हैं, जिसमें वह कहते हैं कि ‘कलम आज उनकी जय बोल’, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ समर्पित कर दिया, उनकी नहीं, जिन्होंने सत्ता के लिए स्वाभिमान के साथ समझौता किया हो। भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने भी यही प्रेरणा हमें दी थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हिन्दी के बारे में तमाम तरह की भ्रान्तियां फैलाने का कार्य होता है। हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते हैं। देश ही नहीं, अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर भी हिन्दी में अपनी बात रखकर लोगों से संवाद करते हैं। मुख्यमंत्री ने जी-20 समिट का उल्लेख करते हुए कहा कि इस आयोजन ने पूरी दुनिया में भारत की छवि को चमकाने का कार्य किया। जी-20 में भी हिन्दी ही संवाद का माध्यम बनी। भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया।

    मुख्यमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया। उत्तर प्रदेश में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा है। ओ0डी0ओ0पी0 योजना ने प्रदेश में कारीगरों और हस्तशिल्पियों को आर्थिक सम्बल प्रदान किया है। हर साल राज्य के हुनरमंद कारीगरों ने 02 लाख करोड़ रुपये के उत्पादों का निर्यात किया है। राज्य में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से ग्रामीण कारीगरों को प्रशिक्षण और उपकरण भी दिए जा रहे हैं, ताकि वे अपने पारम्परिक कार्यों में आत्मनिर्भर बन सकें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत युवाओं को ब्याजमुक्त लोन प्रदान कर रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिन्दी सिनेमा और पत्र-पत्रिकाओं ने हिन्दी भाषा को पूरी दुनिया में पहचान दिलायी है। डिजिटल मीडिया के युग में हिन्दी भाषा को और सशक्त करने की आवश्यकता है। भाषा, हस्तशिल्प और कारीगरी को सम्मान देकर ही आत्मनिर्भर और विकसित भारत का सपना साकार किया जा सकता है। भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता है।

    इस अवसर पर मीडिया समूह से जुड़े अनेक पत्रकारगण और गणमान्यजन उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ‘पुलिस स्मृति दिवस-2024’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

    CM Yogi ‘पुलिस स्मृति दिवस-2024’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

    CM Yogi: प्रदेश में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना बलवती करना mएवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता

    • पुलिस शहीद स्मारक स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित किया तथा शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया
    • मुख्यमंत्री ने स्मृति परेड की सलामी ली तथा शोक पुस्तिका प्राप्त की
    • प्रदेश पुलिस बल के आधुनिकीकरण, सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाए
    • प्रदेश में अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति हमारे बहादुर जवानों ने प्रदेश में शान्ति, सुरक्षा व
      कानून का राज बनाए रखने के लिए योगदान दिया
    • वर्ष 2023-24 में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों में उ0प्र0 पुलिस के भी 02 बहादुर पुलिसकर्मी शामिल
    • प्रदेश सरकार ने उ0प्र0 पुलिस के मनोबल, कार्यकुशलता एवं व्यावसायिक दक्षता को बढ़ाने, पुलिस बल को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए
    • पुलिस विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की कर्तव्यपालन के दौरान मृत्यु होने पर अनुमन्य अनुग्रह धनराशि मृतक/शहीद की पत्नी या माता-पिता या जो भी कानूनी वारिस हो उसको उपलब्ध करायी जाएगी
    • पुलिस के लिए निर्मित बहुमंजिले आवासीय और प्रशासनिक भवनों के बेहतर रख-रखाव के लिए 1,380 करोड़ रु0 के कॉर्पस फण्ड की घोषणा
    • पुलिस एकोमोडेशन अलाउंस में प्रस्तावानुसार बढ़ोत्तरी की घोषणा, इससे पुलिस बल के 25 प्रतिशत से ज्यादा अल्प वेतनभोगी कर्मचारी लाभान्वित होंगे
    • वर्दी भत्ता में प्रस्तावानुसार बढ़ोत्तरी किये जाने की घोषणा, इसमें आने वाले कुल खर्च में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि की गई
    • पुलिस में खेलकूद को और आगे बढ़ाने के लिए अगले वित्तीय वर्ष के बजट से प्राविधानित धनराशि को बढ़ाकर 10 करोड़ रु0 किए जाने की घोषणा, जिससे खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, ट्रेनर, फीजिओ, आहार, खेल उपकरण की बेहतर व्यवस्था की जा सके
    • वर्ष 2017 से अब तक पुलिस विभाग में 1.54 लाख से अधिक भर्ती की गयी, इसमें 22 हजार से अधिक महिला कार्मिक सम्मिलित, वर्तमान में 60 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रचलितविभिन्न अराजपत्रित पदों पर 1.41 लाख से अधिक कर्मियों को पदोन्नति किया गया, महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण हेतु
    • ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ द्वारा अनवरत अभियान चलाया जा रहा
    • प्रदेश के प्रत्येक थाने पर महिला बीट आरक्षी तथा महिला हेल्प डेस्क की स्थापना

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कर्तव्य पथ पर प्राणोत्सर्ग करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस के वीर शहीदों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आज हम सभी देश के समस्त शहीद पुलिसजन को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये एकत्रित हुए हैं, जिन्होंने समाज और राष्ट्र की सेवा के
    लिए प्राणों का बलिदान देकर अप्रतिम कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश पुलिस के सभी सदस्य पूरी ईमानदारी, कर्तव्य परायणता तथा जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए, राज्य की जनता के मन में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ करने में सहयोग करेंगे।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां रिजर्व पुलिस लाइन्स में ‘पुलिस स्मृति दिवस-2024’ के अवसर पर अपने विचार व्यक्त रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने पुलिस शहीद स्मारक स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित किया तथा शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी ने स्मृति परेड की सलामी ली तथा शोक पुस्तिका प्राप्त की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों में उत्तर प्रदेश पुलिस के भी 02 बहादुर पुलिसकर्मी शामिल हैं। पुलिस कर्मियों का यह सर्वोच्च बलिदान हमें निरन्तर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा, मनोयोग एवं दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता रहेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने शहीद पुलिसजन के परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उनके कल्याण के लिये पूरी तत्परता के साथ प्रतिबद्ध है। पुलिसजन ने अत्यन्त कठिन परिस्थितियों में भी रात-दिन अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानकर अपराधों पर नियंत्रण करने, कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने, सामाजिक सौहार्द स्थापित करने एवं विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा करने के लिए किये गये प्रयास में सराहनीय भूमिका निभाई है। इस वर्ष अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को सकुशल तथा लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने में प्रदेश पुलिस बल का उल्लेखनीय योगदान रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की कर्तव्यपालन के दौरान मृत्यु होने पर विभिन्न प्रकार की शिकायतें शासन के पास उपलब्ध होती रहती है। उसी क्रम में उन कर्मियों के परिजनों खासकर कर्मी की पत्नी और माता-पिता के जीवित नहीं रहने की दशा में शासनादेश में वर्णित व्यवस्थानुसार मृतक/शहीद के परिवार को पूर्ण धनराशि नहीं मिलने की समस्या के बारे में उन्हें अवगत कराया गया। इस पर विचार कर यह निर्णय लिया गया है कि वर्तमान शासनादेश को संशोधित करते हुए अनुग्रह की सम्पूर्ण धनराशि 25 लाख रुपये या 50 लाख रुपये जैसा कि अनुमन्यता है, पूर्णतः मृतक/शहीद की पत्नी या माता-पिता या जो भी कानूनी वारिस
    हो उसको उपलब्ध करायी जाएगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस बल के समस्त कर्मियों को वर्दी भत्ता प्रदान किये जाने का प्राविधान है। पिछली बार वर्ष 2019 में इस भत्ते में बढ़ोत्तरी की गयी थी। वर्तमान परिवेश में वर्दी की खरीद और रख-रखाव में आ रहे खर्च को ध्यान में रखते हुए प्रस्तावानुसार इसमें बढ़ोत्तरी किये जाने की घोषणा की गई है। इसमें आने वाले कुल खर्च में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इसमें 58 करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्ययभार आएगा, जिसका वहन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस विभाग के कार्य की आकस्मिकता के कारण मुख्य आरक्षी और आरक्षी के लिए बैरक में रहना प्राविधानित है। लगभग 01 लाख से ज्यादा ऐसे कर्मियों के लिए पूर्व में पुलिस एकोमोडेशन अलाउंस की व्यवस्था की गयी थी। इस भत्ते में प्रस्तावानुसार बढ़ोत्तरी की घोषणा की गई है। इससे पुलिस बल के 25 प्रतिशत से ज्यादा अल्प वेतनभोगी कर्मचारी लाभान्वित होंगे। इस पर होने वाले 47 करोड़ रुपये के अतिरिक्त
    खर्च का वहन उत्तर प्रदेश सरकार करेगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस में खेलकूद को और आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। कुशल खिलाड़ियों की भर्तियां नियमित की गयी हैं, जिससे कुशल खिलाड़ियों की संख्या बढ़कर 1,000 से ज्यादा हो गयी है। वहीं पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय खेलकूद में ज्यादा पदक जीतकर इन खिलाड़ियों ने प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ाया है। इस क्रम को निरन्तरता प्रदान करने के उद्देश्य से पुलिस बजट में जो 70 लाख रुपये प्राविधानित किये गये थे, वह अब पर्याप्त नहीं हैं। अतः इसको अगले वित्तीय वर्ष के बजट में बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किए जाने की घोषणा की गई है, जिससे इन खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, ट्रेनर, फीजिओ, आहार, खेल उपकरण की बेहतर व्यवस्था की जा सके।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2019 से पुलिस के लिए बहुमंजिले आवासीय और प्रशासनिक भवन निर्मित किए गए हैं। अभी इनकी संख्या 200 के लगभग हो गयी है आगे और भी निर्माण के लिए प्रस्तावित हैं। इन भवनों में लगे लिफ्ट, अग्निशमन उपकरण, सोलर संयंत्र, मल-जल प्रक्रिया संयंत्र के रख-रखावों के लिए कालान्तर में धन की आवश्यकता होगी। इसके लिए उन्होंने 1,380 करोड़ रुपये के कॉर्पस फण्ड की भी घोषणा की, जिससे इन भवनों का रख-रखाव बेहतर तरीके से हो सके। साथ ही, जैसा प्रस्तावित किया गया है कि अन्तरराष्ट्रीय आयोजनों में लगने वाले पुलिस बलों पर आने वाले खर्च को नियमित करने के लिए यथा प्रस्तावित शुल्क लगाए जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है। जो पुलिस महानिदेशक के अधीन रहेगा और उसका इस्तेमाल प्रस्तावित की जाने वाली कॉर्पस नियमावली के अन्तर्गत किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कर्तव्य पालन के दौरान शहीद पुलिस कर्मियों, केन्द्रीय अर्द्धसैन्य बलों एवं अन्य प्रदेशों के अर्द्धसैन्य बलों तथा भारतीय सेना में कार्यरत एवं मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 115 शहीद कर्मियों के आश्रितों को 36 करोड़ 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के जनपद/इकाईयों में नियुक्त पुलिस कर्मियों की सुख-सुविधा हेतु 03 करोड़ 50 लाख रुपये, कल्याण हेतु 04 करोड़ रुपये, कार्यरत व सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों एवं आश्रितों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति सम्बन्धी 266 दावों के निस्तारण हेतु 30 लाख 56 हजार रुपये की धनराशि की व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 05 लाख रुपये से अधिक के चिकित्सा प्रतिपूर्ति सम्बन्धी 312 प्रकरणों हेतु 12 करोड़ 60 लाख रुपये की धनराशि का भुगतान किया गया है। 135 पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों को गम्भीर बीमारियों के उपचार हेतु तात्कालिक रूप से अग्रिम ऋण के रूप में 05 करोड़ 05 लाख रुपये, जीवन बीमा योजना के अन्तर्गत बीमित 306 मृतक पुलिस कर्मियों के आश्रितों को सहायता के रूप में 09 करोड़ 08 लाख रुपये तथा 24 पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों द्वारा कराए गए कैशले उपचार के अन्तर्गत 21 लाख 16 हजार रुपये के बिलों, पुलिस कर्मियों के 205 मेधावी बच्चों को शिक्षा निधि के माध्यम से 53 लाख 30 हजार रुपये की छात्रवृत्ति/एकमुश्त धनराशि का भुगतान किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशिष्ट सेवाओं के लिए 04 तथा दीर्घ एवं सराहनीय सेवाओं के लिए 110 अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘राष्ट्रपति का पुलिस पदक’ प्रदान किया गया। गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 01 हजार 13 अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘अति उत्कृष्ट सेवा पदक’ तथा 729 अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘उत्कृष्ट सेवा पदक’ से सम्मानित किया गया। 03 राजपत्रित व अराजपत्रित अधिकारियों/कर्मचारियों को ‘मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक’ प्रदान किए गए। पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा 92 अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को ‘उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह’ तथा 455 पुलिस कर्मियों को ‘सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह’ प्रदान किया गया। पुलिस कार्मिकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश का प्रशंसा चिन्ह ‘डी0जी0 कमेण्डेशन डिस्क’ 29 प्लेटिनम, 51 गोल्ड तथा 783 सिल्वर राजपत्रित/अराजपत्रित पुलिस कार्मिकों को प्रदान किए गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना बलवती करना एवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश पुलिस के मनोबल, कार्यकुशलता एवं व्यावसायिक दक्षता को बढ़ाने, पुलिस बल को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वर्ष 2017 में राज्य सरकार के गठन के बाद से पुलिस विभाग के विभिन्न पदों पर 01 लाख 54 हजार से अधिक भर्ती की गयी, जिसमें 22 हजार से अधिक महिला कार्मिक सम्मिलित हैं। पुलिस विभाग के विभिन्न अराजपत्रित पदों पर 01 लाख 41 हजार से अधिक कर्मियों को पदोन्नति प्रदान की गई है। वर्तमान में 60 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रचलित है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस बल के आधुनिकीकरण, सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाएं हैं। प्रदेश में सुदृढ़ एवं त्रुटिरहित सुरक्षा प्रबन्ध के फलस्वरूप समस्त महत्वपूर्ण त्योहार, मेले, जुलूस, अतिविशिष्ट महानुभावों की यात्राएं, राजनैतिक रैलियां, प्रदर्शन आदि शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुए। इसके लिए प्रदेश पुलिसबल बधाई का पात्र है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी है। इसके परिणामस्वरूप राज्य में शान्ति, सुरक्षा व सौहार्द के एक नए युग की शुरूआत हुई है। हमारे बहादुर जवानों ने प्रदेश में शान्ति, सुरक्षा व कानून का राज बनाए रखने के लिए योगदान दिया है। विगत 07 वर्षाें में पुलिस बल के 17 जवानों ने अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति प्राप्त की है और 1,618 पुलिस कर्मी घायल हुए है। प्रदेश में अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत 77,811 तथा एन0एस0ए0 में 923 अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही की गयी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माफिया अपराधियों के 68 मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर 31 माफिया तथा उनके 66 सहयोगियों, कुल 97 को आजीवन कारावास/कारावास व अर्थदण्ड की सजा दिलायी गयी है। इनमें 02 को फांसी की सजा हुई है। माफिया अपराधियों व गैंग के सदस्यों/सहयोगियों द्वारा अवैध कृत्यों से अर्जित सम्पत्तियों में लगभग 04 हजार 57 करोड़ रुपये की सम्पत्ति का जब्तीकरण/ध्वस्तीकरण व अवैध कब्जे से अवमुक्त कराया गया है। माफिया अपराधियों की अवैध सम्पत्ति का जब्तीकरण करते हुए उन पर निर्बल वर्ग हेतुु आवास बनाए जा रहे हैं। इससे समाज में एक बेहतर संदेश गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके सशक्तिकरण हेतु ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ का गठन कर अनवरत अभियान चलाया जा रहा है। ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ द्वारा 22 मार्च, 2017 से 02 अक्टूबर, 2024 तक 01 करोड़ 02 लाख से अधिक स्थानों पर चेकिंग करते हुए 03 करोड़ 68 लाख से अधिक व्यक्तियों को निरुद्ध किया गया है। 23 हजार 375 अभियोग पंजीकृत कर 31 हजार 517 के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही तथा 01 करोड़ 39 लाख से अधिक व्यक्तियों को चेतावनी दी गयी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक थाने पर महिला बीट आरक्षी तथा महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। सभी जनपदों में 15,130 महिला पुलिस कार्मिकों को नियुक्त करते हुए 10,378 महिला बीट का आवंटन किया गया है। ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ के तहत 11 लाख 71 हजार से अधिक सी0सी0टी0वी0 कैमरे अधिष्ठापित किए गए है। प्रदेश में एक अभियान के अन्तर्गत धार्मिक स्थलों से 01 लाख 08 हजार 37 लाउडस्पीकर उतारे गये अथवा उन्हें माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार नियंत्रित किया गया है। 31 मई, 2017 से 02 अक्टूबर, 2024 तक पुलिस बल द्वारा फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से लगभग 02 करोड़ 68 लाख से अधिक स्थानों पर सुरक्षा का एक बेहतर वातावरण प्रस्तुत किया गया है। कार्यक्रम को पुलिस महानिदेशक श्री प्रशान्त कुमार ने भी संबोधित किया।

    इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह श्री दीपक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक पी0ए0सी0 श्री सुजीत पाण्डेय एवं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने दी शुभकामनाएं,  हरियाणा में फिर से नायब सिंह सैनी की सरकार का स्वागत किया और कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘विकसित भारत’ की भावना साकार होगी।

    CM Yogi ने दी शुभकामनाएं,  हरियाणा में फिर से नायब सिंह सैनी की सरकार का स्वागत किया और कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘विकसित भारत’ की भावना साकार होगी।

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने नायब सिंह सैनी को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी है।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नायब सिंह सैनी को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी है। नायब सिंह सैनी जी को हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! यह पोस्ट उन्होंने अपने एक्स सोशल मीडिया खाते पर पोस्ट किया। उनका कहना था कि वे पूरी तरह से विश्वास करते हैं कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और आपके सफल नेतृत्व में ‘विकसित हरियाणा-विकसित भारत’ की भावना साकार होगी।

    आपको बता दें कि सर्वसम्मति से चुने गए हरियाणा भाजपा विधायक दल के नेता नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को चंडीगढ़ में राज्य के 20वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा विधायक कृष्ण कुमार बेदी ने सैनी का नाम प्रस्ताव किया, जिसका वरिष्ठ नेता अनिल विज ने समर्थन किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में नेता नायब सिंह सैनी ने बृहस्पतिवार को पंचकूला में एक समारोह में शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजग के अन्य नेताओं ने इस समारोह में भाग लिया।

    मंत्री पद की शपथ भी हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अनिल विज, कृष्ण लाल पंवार और राव नरबीर सिंह को दी गई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज का दिन शपथ ग्रहण समारोह के लिए चुना है क्योंकि यह वाल्मीकि जयंती है। दलितों के बीच, ऋषि वाल्मीकि हिंदू महाकाव्य रामायण के लेखक हैं। हरियाणा में मुख्यमंत्री के अलावा अधिकतम चौबीस मंत्री हो सकते हैं। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह भी इस अवसर पर उपस्थित थे. राजग के कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे। सैनी ने हरियाणा की तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने के साथ दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।

  • CM Yogi ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त इण्टरनेशनल एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेण्टर के निर्माण के लिए सैद्धांतिक सहमति दी

    CM Yogi ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त इण्टरनेशनल एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेण्टर के निर्माण के लिए सैद्धांतिक सहमति दी

    CM Yogi: कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण आवास विकास परिषद और लखनऊ विकास प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में किया जाना चाहिए, राज्य सरकार भी इसमें वित्तीय सहयोग करेगी

    • मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य के लिए दो वर्ष की अवधि तय की
    • कन्वेंशन सेण्टर को बहुउपयोगी बनाया जाना चाहिए, एग्जीबिशन सेण्टर सभी प्रकार के मेलों/प्रदर्शनियों की मेजबानी करने में सक्षम हो
    • भवन की वास्तुकला में भारतीय संस्कृति का प्रतिबिम्ब हो, यह जल और ऊर्जा संरक्षण का उदाहरण प्रस्तुत करने वाला हो
    • कन्वेंशन सेण्टर में उ0प्र0 के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पाद, विशिष्ट खान-पान, लोक कला तथा लोक संगीत का सतत प्रदर्शन किया जाना चाहिए
    • कन्वेंशन सेण्टर में प्रदर्शनी हॉल की रूपरेखा तय करते समय क्राउड मैनेजमेंट का ध्यान रखा जाए
    • विशाल परिसर में पंचतत्वों को प्रदर्शित करती विशेष ‘पंच वाटिका’ आकर्षण का केन्द्र होगी

    CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त इण्टरनेशनल एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेण्टर के निर्माण के लिए सैद्धांतिक सहमति दे दी है। बैठक में उन्होंने प्रस्तावित इण्टरनेशनल एग्जीबिशन कम कन्वेंशन सेण्टर के स्वरूप, निर्माण प्रक्रिया, लागत आदि विषयों पर विमर्श किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राजधानी लखनऊ में राष्ट्रीय-अन्तरराष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए एक सर्वसुविधायुक्त तथा विश्वस्तरीय हाईटेक एग्जीबिशन-सह-कन्वेंशन सेण्टर की आवश्यकता है। कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण आवास विकास परिषद और लखनऊ विकास प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में किया जाना चाहिए। राज्य सरकार भी इसमें वित्तीय सहयोग करेगी। निर्माण कार्य के लिए मुख्यमंत्री जी ने दो वर्ष की अवधि तय की है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कन्वेंशन सेण्टर को बहुउपयोगी बनाया जाना चाहिए। कन्वेंशन सेण्टर ऐसा हो, जहां बड़े सांस्कृतिक, राजनीतिक, राजकीय, धार्मिक समारोह एवं गीत-संगीत के कन्सर्ट पूरी भव्यता और गरिमा के साथ आयोजित हो सकें। एग्जीबिशन सेण्टर सभी प्रकार के मेलों/प्रदर्शनियों की मेजबानी करने में सक्षम हो। यहां ओपन थियेटर भी हो। समीप ही होटल इण्डस्ट्री के लिए भूमि आरक्षित रखी जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भवन की वास्तुकला में भारतीय संस्कृति का प्रतिबिम्ब हो, साथ ही यह जल और ऊर्जा संरक्षण का उदाहरण प्रस्तुत करने वाला हो। कन्वेंशन सेण्टर में उत्तर प्रदेश के ओ0डी0ओ0पी0 उत्पाद, विशिष्ट खान-पान, लोक कला तथा लोक संगीत का सतत प्रदर्शन भी किया जाना चाहिए। उन्होंने कन्वेंशन सेण्टर में छोटे, बड़े और भारी वाहनों की बेहतर पार्किंग, फायर सेफ्टी, प्रसाधन और फूड कोर्ट आदि की व्यवस्था रखने के भी निर्देश दिए। हाल ही में सम्पन्न यू0पी0 इण्टरनेशनल ट्रेड शो की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऐसे आयोजनों में लाखों की संख्या में लोगों का आगमन होता है। ऐसे मौकों पर क्राउड मैनेजमेंट की जरूरत होती है। कन्वेंशन सेण्टर में प्रदर्शनी हॉल की रूपरेखा तय करते समय इसका ध्यान रखा जाए।

    कन्वेंशन सेण्टर के प्रस्तावित स्वरूप पर जानकारी देते हुए अधिकारियों ने अवगत कराया कि वृन्दावन योजना में जहां वर्ष 2020 में डिफेंस एक्सपो का आयोजन हुआ था, वहां 32 एकड़ भूमि उपलब्ध है, जिस पर इण्टरनेशनल एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण कराया जा सकता है। यहां चारों ओर से अच्छी कनेक्टिविटी है। लगभग 10 हजार लोगों की क्षमता वाले इस कन्वेंशन सेण्टर में अलग-अलग ऑडिटोरियम होंगे। बैठक कक्ष, वी0आई0पी0 लाउंज की भी व्यवस्था है। विशाल परिसर में पंचतत्वों को प्रदर्शित करती विशेष ‘पंच वाटिका’ आकर्षण का केन्द्र होगी।

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  • यूपी के CM Yogi ने बहराइच में मारे गए व्यक्ति के परिवार से मुलाकात की: ‘किसी भी कीमत पर दोषियों को नहीं बख्शेंगे’

    यूपी के CM Yogi ने बहराइच में मारे गए व्यक्ति के परिवार से मुलाकात की: ‘किसी भी कीमत पर दोषियों को नहीं बख्शेंगे’

    CM Yogi: लखनऊ में मैं बहराइच जिले में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए युवक के परिजनों से मिला

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने बहराइच में रविवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान गोली लगने से मारे गए युवक के परिजनों से मंगलवार को मुलाकात की और कहा कि इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, ‘आज लखनऊ में मैं बहराइच जिले में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए युवक के परिजनों से मिला। दुख की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के साथ शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है। निश्चिंत रहें, प्रभावित परिवार को न्याय दिलाना यूपी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस जघन्य और अक्षम्य घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

    राम गोपाल मिश्रा की हत्या मंसूर गांव के महराजगंज बाजार इलाके में हुई थी, जहां दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद पथराव और गोलीबारी हुई थी

    भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने बताया कि मृतक के परिवार ने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

    मृतक के परिवार के सदस्य ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। पीड़ित परिवार ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और यूपी के सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि सख्त कार्रवाई की जाएगी … पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। घर, आयुष्मान भारत कार्ड, सभी सरकारी योजनाओं का लाभ परिवार को प्रदान किया जाएगा। यूपी के सीएम ने हमें यह देखने के लिए कहा है कि क्या बहराइच घटना के मृतकों की पत्नी को नौकरी दी जा सकती है … सिंह ने कहा।क्या बहराइच घटना के मृतक की पत्नी को नौकरी दी जा सकती है …” सिंह ने कहा।

    क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाई गई

    सरकार ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, हिंसा रुक गई है और उपद्रवियों की तलाश तेज कर दी गई है।

    इससे पहले सरकार ने कहा था कि पुलिस और सुरक्षा बल बहराइच में कड़ी नजर रख रहे हैं।

    प्रमुख बिंदु

    • बहराइच में पीएसी की 12 कंपनी, सीआरपीएफ की 2 कंपनी, आरएएफ की 1 कंपनी और गोरखपुर जोन के पुलिस बलों ने मोर्चा संभाल लिया है।
    • प्रशासन और पुलिस ने जनता से अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं से सावधान रहने की अपील की है।
    • स्थिति को सुधारने के लिए 4 आईपीएस अधिकारी, 2 एएसपी और 4 सीओ तैनात किए गए हैं।
    • मुख्यमंत्री के आदेश के बाद एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) और गृह सचिव ग्राउंड जीरो पर पहुंच गए हैं।
    • मुख्यमंत्री बहराइच में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि एक भी शरारती तत्व बच न पाए।
    • अब तक, 30 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है, 10 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और 4 को नामजद किया गया है।

     

  • CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi: प्रदेश में प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ तत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा

    • मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया

    CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की। उन्होंने आयोग के गठन के उद्देश्यों, दायित्वों व अधिकारों के सम्बन्ध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ सतत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में लागू की गयी गरीब कल्याण योजनाओं के माध्यम से राज्य सरकार सभी पात्र लाभार्थियों के द्वार तक पहंुची है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्षों के नेतृत्व में सदस्यों की टीमें बनाकर पहले चरण में मण्डल मुख्यालय तथा दूसरे चरण में जनपद स्तर पर क्षेत्र भ्रमण कर समाज के लोगों से संवाद बनाना चाहिए। छात्रावासों का भ्रमण कर वहां की साफ-सफाई तथा अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। विद्यार्थियों से संवाद बनाकर उनकी मनोस्थिति का आकलन करना चाहिए।

    मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अन्तर्गत विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही निःशुल्क कोचिंग की वस्तु स्थिति तथा उससे प्राप्त होने वाली सफलता दर का आकलन किया जाना चाहिए। लोगों को केन्द्र तथा राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया जाना चाहिए। मुसहर, थारू, चेरो, सहरिया आदि जनजातियों को सभी प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ते हुए शत-प्रतिशत सेचुरेशन की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, सड़क कनेक्टिविटी, राशन कार्ड आदि की जानकारी प्राप्त करते हुए अभियान चलाकर इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से जुड़े लोगों के साथ कोई घटना घटित होने पर प्रशासन से समन्वय बनाकर उन्हें हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने का कार्य किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के सामाजिक तथा आर्थिक स्वावलम्बन के लिए हर सम्भव उपाय किये जाने चाहिए। लोगों के मन में व्यवस्था तथा सरकार के प्रति सम्मान का भाव दिखना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के पदाधिकारियों को नियमित बैठक कर मामलों का निस्तारण करना चाहिए। बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से भी आयोजित किया जाना चाहिए, ताकि जनपदों के वरिष्ठ अधिकारियों को जोड़ते हुए लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। शिकायतों का निस्तारण मेरिट के आधार पर किया जाना चाहिए। पदाधिकारियों द्वारा मुख्यालय तथा जिलास्तर पर भी अलग-अलग जगहों पर बैठक की जानी चाहिए। प्रत्येक बैठक से सम्बन्धित मिनट्स अवश्य तैयार करें, ताकि नीति निर्धारण के समय इसकी सहायता ली जा सके। किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के कार्यालय में एक उचित मैकेनिज्म बनाकर कार्य करना चाहिए। पदाधिकारियों के बीच कार्य का प्रॉपर डिस्ट्रीब्यूशन किया जाना चाहिए। कार्यालय में बैठने की उचित जगह, स्वच्छता, आवश्यक कर्मचारियों तथा पदाधिकारियों व शिकायतकर्ताओं के लिए पृथक-पृथक टॉयलेट आदि की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करें।

    प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में 56 लाख से अधिक गरीब आवासहीन परिवारों को पक्के आवास उपलब्ध कराए गये हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत 01 करोड़ 86 लाख रसोई गैस कनेक्शन वितरित किये गये हैं। 05 करोड़ आयुष्मान कार्ड वितरित करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना है। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से सम्बन्धित बच्चों की स्कॉलरशिप में कई गुना वृद्धि की गयी है।

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  • CM Yogi Adityanath और केशव प्रसाद मौर्य के बीच खींचतान बढ़ी! समझिए 3 दिन में 3 नए मामलों से !

    CM Yogi Adityanath और केशव प्रसाद मौर्य के बीच खींचतान बढ़ी! समझिए 3 दिन में 3 नए मामलों से !

    CM Yogi Adityanath और केशव प्रसाद मौर्य के बीच बढ़ी खींचतान:

    CM Yogi Adityanath News: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के अंदर खींचतान तेज हो गई है. पार्टी के अंदर एक ‘विरोध’ बनता दिख रहा है. मंत्रियों के बीच गुटबाजी भी स्पष्ट है. अंदरखाने की ये बातें 14 जुलाई को बीजेपी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अलग सुर में आने के बाद सामने आई हैं और उन्होंने कहा था कि सरकार से बड़ा संगठन है. इसे अप्रत्यक्ष रूप से CM Yogi Adityanath की कार्यशैली पर सवालिया निशान के तौर पर देखा जा रहा है. इसके बाद से पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच मनमुटाव की खबरें सामने आ रही हैं. इधर, 3 दिन में 3 ऐसी घटनाएं इस खबर की पुष्टि करती नजर आईं।

    ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात:

    CM Yogi Adityanath ने सोमवार को आज़मगढ़ में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन वह वहां नहीं पहुंचे. लेकिन उसी रात उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिलने पहुंचे. मौर्य ने एक्स पर मुलाकात की तस्वीरें भी साझा कीं। इस पर कैप्‍शन भी लिखा गया कि लखनऊ में सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर से आत्‍मीय भेंट हुई.। फोटो में दोनों नेता एक-दूसरे का हाथ पकड़े हुए मुस्‍कुराते नजर आए. इन तस्वीरों को राजनीतिक लामबंदी के रूप में देखा गया।

    इसके बाद केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को लखनऊ में अपने कैंप कार्यालय पर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद से मुलाकात की। राजभर जैसे ओबीसी नेता डॉ. संजय निषाद बीजेपी की चुनावी हार के लिए बुलडोजर पॉलिटिक्स को जिम्मेदार मानते हैं. उत्तर प्रदेश में एनडीए के खराब प्रदर्शन पर निषाद ने कहा था कि बुलडोजर का अनावश्यक इस्तेमाल असफलता का एक मुख्य कारण है.

    इसके अलावा केशव प्रसाद मौर्य इन दिनों जितने भी नेताओं से मिले उनकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की. इस बीच केशव प्रसाद मौर्य ने भी CM Yogi Adityanath के विभाग से आरक्षण को लेकर मुद्दा उठाया. यहां वह एक विपक्षी नेता के तौर पर अपनी ही सरकार से सवाल पूछते हैं। उन्होंने संविदा और आउटसोर्सिंग के माध्यम से की गई भर्तियों की रिपोर्ट भी मांगी। यह पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। हालांकि पत्र पिछले साल लिखा गया था, लेकिन रिमाइंडर अब भेजा गया है.

    हालांकि माना जा रहा है कि 14 जुलाई को दिल्ली में केशव प्रसाद मौर्य की बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात के बाद इन दूरियों को कम करने की कोशिश की जा सकती है, लेकिन इस हफ्ते के सियासी घटनाक्रम को देखने के बाद कहा जा रहा है कि ये दूरियां बढ़ने की बजाय कम होंगी.

    भाजपा और उसके सहयोगियों के संदेह के बीच,CM Yogi Adityanath ने आश्चर्यजनक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की और चुपचाप अपना सरकारी काम करते रहे। विशेषज्ञों के लिए इससे भी अधिक आश्चर्य की बात यह है कि भाजपा के भीतर बढ़ते विरोध के बावजूद संगठन की ओर से गंभीरता के कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिख रहे हैं। इन सबको देखते हुए विश्लेषकों का कहना है कि 10 सीटों पर उपचुनाव होने तक बीजेपी के चुप रहने की संभावना है, जिसके नतीजे पार्टी के भीतर और बाहर उठ रहे सवालों के जवाब तय करेंगे.


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