Share Market: बाजार ने पहले से नीचे गिरने के बाद तेजी से वापसी की
Share Market: बाजार खुदरा महंगाई के आंकड़े पसदं नहीं आए। बुधवार को बाजार ने पहले से नीचे गिरने के बाद तेजी से वापसी की। खबर लिखे जाने तक निफ्टी और सेंसेक्स दोनों लगभग 1.5 प्रतिशत गिर चुके हैं। सेंसेक्स 77600 के आसपास ट्रेड कर रहा है, जबकि निफ्टी 23500 के पास गिर गया है। बुधवार को सेंसेक्स ने 1.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77690 अंकों पर कारोबार किया। 50 शेयरों वाला निफ्टी 1.36% गिरकर 23559 पर बंद हुआ।
निफ्टी के 50 शेयरों में से 43 गिरकर बंद हुए, जबकि 7 में तेजी हुई। यदि सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो आज बैंकिंग क्षेत्र ने सबसे अधिक निराश किया है। बैंक निफ्टी लगभग 1.70% गिरकर समाप्त हुआ। फेडरल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा ने 3% से अधिक की कमाई की। वहीं, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, पीएनबी और एयूबैंक ने दो फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की।
कौन बढ़ गया और कौन गिर गया?
ब्रिटानिया, टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, इन्फोसिस और हिंदुस्तान यूनिलीवर ने ग्रीन जोन में निफ्टी पर प्रतिबंध लगाया। हालाँकि, इनमें से कोई भी स्टॉक बंद नहीं हुआ जब तक कि आधा प्रतिशत की बढ़त नहीं हुई। वहीं, हीरो मोटोकॉर्प 4 फीसदी से अधिक टूटकर बंद हुआ। इसके अलावा, आयशरमोटर्स, हिंडाल्को, एमएंडएम और टाटा स्टील में 3 फीसदी से अधिक की गिरावट आई।
क्यों आई गिरावट?
वी. के. विजयकुमार, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार, ने कहा कि यूएस में 10 साल के बॉन्ड की यील्ड्स में तेजी से वृद्धि भारतीय बाजार के लिए चिंताजनक है। उनका कहना है कि ट्रंप की जीत से पहले से ही बाजार में तेज गिरावट आई है। विजयकुमार ने कहा कि ऐसे हालात में बॉन्ड यील्ड्स में बढ़ोतरी से निवेशक उभरते बाजारों को छोड़कर यूएस बॉन्ड्स में निवेश करेंगे। आपको बता दें कि विदेशी संस्थागत निवेशक भारतीय बाजार से लगातार पैसे निकाल रहे हैं। एफपीआई ने नवंबर के पहले पांच ट्रेडिंग सेशन में ही लगभग 20,000 करोड़ रुपये भारतीय बाजार से बाहर निकाल दिए हैं।