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  • CM Bhajanlal Sharma पत्रकार कल्याण के लिए प्रतिबद्ध

    CM Bhajanlal Sharma पत्रकार कल्याण के लिए प्रतिबद्ध

    CM Bhajanlal Sharma: स्वतंत्र पत्रकारों के अधिस्वीकरण की पात्रता में छूट की अधिसूचना जारी

    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पत्रकार कल्याण और उनके सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्धता के तहत आज बुधवार को राज्य सरकार द्वारा स्वतंत्र पत्रकारों को अधिस्वीकरण की पात्रता में छूट दिये जाने की अधिसूचना जारी कर दी गई।

    राजस्थान प्रेस प्रतिनिधि अधिस्वीकरण नियम 1995 (संशोधित) नियम 2024 के अनुसार अब स्वतंत्र पत्रकारों के अधिस्वीकरण की आयु सीमा एवं अनुभव में छूट देते हुए न्यूनतम पात्रता आयु 45 वर्ष तथा अनुभव 15 वर्ष निर्धारित किया गया है। संशोधन से पूर्व न्यूनतम आयु सीमा 50 वर्ष तथा अनुभव पात्रता 25 वर्ष निर्धारित थी।

    उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा पहले ही बजट में पत्रकार कल्याण को ध्यान में रखकर बजट घोषणा 2024-25 में अधिस्वीकरण नियमों में स्वतंत्र पत्रकारों के लिए पात्रता में शिथिलता प्रदान की गई है।

    source: http://dipr.rajasthan.gov.in

  • Shri Bagade ने राष्ट्रपति के साथ “अध्यात्म से स्वच्छ एवं स्वस्थ समाज” ग्लोबल समिट में भाग लिया

    Shri Bagade ने राष्ट्रपति के साथ “अध्यात्म से स्वच्छ एवं स्वस्थ समाज” ग्लोबल समिट में भाग लिया

    Shri Bagade: स्वच्छ और स्वस्थ जीवन की राहों का निर्माण अध्यात्म में निहित

    राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने शुक्रवार को आबू रोड में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के साथ अध्यात्म से स्वच्छ एवं स्वस्थ समाज” विषयक ग्लोबल समिट में भाग लिया।

    Shri Bagade ने इस वैश्विक परिचर्चा में अपने विचार रखते हुए कहा कि अध्यात्म भारत की वह सुदृढ़ परंपरा है,जिसके जरिए जीवन की उत्कर्ष राहों का निर्माण किया जाता रहा है। उन्होंने कहा की अध्यात्म जीवन की नैतिकता है। स्वच्छ और स्वस्थ जीवन की राहों का निर्माण अध्यात्म में निहित है।

    श्री बागडे ने भारतीय ज्ञान परंपरा की चर्चा करते हुए अध्यात्म से जुड़े मानवीय मूल्यों की भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि अध्यात्म भारतीय जीवन का अंग है। हमारी संस्कृति में व्यक्ति की बजाय मनुष्य बनने पर जोर दिया गया है। मनुष्य बनने का अर्थ है,अपने लिए नहीं सम्पूर्ण समाज के लिए जीना। यही भारतीय संस्कृति है, जिससे स्वच्छ और स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है।

    तपोवन में जैविक खेती उद्यान को देखा-

    राज्यपाल ने कहा जैविक फल, सब्जी और खेती प्रकृति का वरदान, इसे अपनाएं

    राज्यपाल ने इससे पहले आबू रोड स्थित  ब्रह्मकुमारी आश्रम के जैविक खेती उद्यान “राजऋषि आदर्श वाटिका” का अवलोकन किया। उन्होंने वहां रसायन रहित खेती, फल, सब्जी आदि के उत्पादन की सराहना की। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग और रासायनिक खेती के उत्पादनों से होने वाले असाध्य रोगों से बचाव का उपाय जैविक खेती ही है। इसके लिएसभी मिलकर प्रयास करें। इससे पहले उन्होंने वहां वृक्षारोपण भी किया।

    source: http://dipr.rajasthan.gov.in

  • President Murmu : शिक्षा ही सशक्तिकरण का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है

    President Murmu : शिक्षा ही सशक्तिकरण का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है

    President Murmu: मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर का 32 वां दीक्षान्त समारोह 85 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल, 68 को पीएचडी उपाधि

    President Murmu: शिक्षित और सुसंस्कारित व्यक्ति अपने परिवार, समाज और देश की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
    राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू गुरूवार को उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षान्त समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन सिर्फ स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए ही नहीं बल्कि उनके शिक्षकों और अभिभावकों के लिए भी हर्ष और गर्व का है।
    विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में आयोजित समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल एवं   कुलाधिपति श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने की। विशिष्ट अतिथि पंजाब के राज्यपाल व चण्डीगढ़ प्रशासक श्री गुलाबचंद कटारिया रहे। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा सम्माननीय अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
    प्रारंभ में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.सुनीता मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इससे पूर्व  राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू  के विश्वविद्यालय परिसर पहुंचने पर राज्यपाल श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़े, पंजाब के राज्यपाल व चण्डीगढ़ प्रशासक श्री गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा, विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव व रजिस्ट्रार वृद्धिचंद गर्ग ने किया।
    दीक्षान्त समारोह में राष्ट्रपति ने विभिन्न विषयों के 85 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल तथा 68 शोधार्थियों को विद्या वाचस्पति की उपाधि से नवाजा। दीक्षांत समारोह में कुल 85 विद्यार्थियों को 102 गोल्ड मेडल दिए गए। जिसमें 16 छात्र तथा 69 छात्राएं शामिल है। इन गोल्ड मेडल में 8 चांसलर मेडल भी शामिल है जिसमें दो छात्र व 6 छात्राएं हैं।  प्रतिवर्ष दिए जाने वाले 9 स्पॉन्सर गोल्ड मेडल के क्रम में  डॉ सीबी मामोरिया, प्रो विजय श्रीमाली, प्रो आरके श्रीवास्तव, विजय सिंह देवपुरा, पीसी रांका, प्रो ललित शंकर-पुष्पा देवी शर्मा स्मृति में गोल्ड मेडल दिए गए। इसके साथ ही कुल 68 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई, जिसमें 35 छात्राएं और 33 छात्र शामिल थे।
    समारोह में जिले के प्रभारी एवं राजस्व व उपनिवेशन मंत्री श्री हेमन्त मीणा, उदयपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ.मन्नालाल रावत व राज्यसभा सांसद श्री चुन्नीलाल गरासिया, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, समाजसेवी रविन्द्र श्रीमाली व चंद्रगुप्त सिंह चौहान, एमपीयूएटी के कुलपति श्री अजीत कुमार कर्नाटक, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोढाणी, राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति श्री एसएस सांरगदेवोत, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, महाविद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।

    उच्च आचरण व कर्म से देश का गौरव बढ़ाएं-

    दीक्षान्त समारोह को संबोधित करते हुए महामहिम राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ चरित्र का भी विशेष महत्व है। उन्होंने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि चरित्र और विनम्रता के बिना मनुष्य हिंसक पशु के समान है। उन्होंने विद्यार्थियों को उच्चतम नैतिक मूल्यों का पालन करते हुए आगे बढ़ने और अपने उच्च आचरण व कर्म से देश को गौरवान्वित करने का आह्वान किया।

    सतत सीखने की प्रवृत्ति से ही शिक्षा की उपयोगिता-

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने कहा कि वर्तमान समय तेज गति से हो रहे बदलावों का है। ज्ञान और तकनीक में भी बदलाव हो रहे हैं। शिक्षा की उपयोगिता बनाए रखने के लिए जरूरी है कि सतत सीखने की प्रवृत्ति रखी जाए। विद्यार्थी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और सामाजिक उत्तरदायित्वों में समन्वय रखें। उन्होंने विद्यार्थियों से वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का भी आह्वान किया।

    भक्ति और शक्ति का संगम स्थल है मेवाड़-

    राष्ट्रपति ने कहा कि मेवाड़ और उदयपुर की विभूतियों ने स्वाधीनता संग्राम और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह क्षेत्र सदियों से राष्ट्रीय अस्मिता के संघर्ष का साक्षी रहा है। राणा सांगा, महाराणा प्रताप, और भक्तिकाल की महान संत कवयित्री मीराबाई का यह क्षेत्र शक्ति और भक्ति के संगम का क्षेत्र कहा जा सकता है। यहाँ की जनजाति-बहुल आबादी ने इस क्षेत्र का ही नहीं पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। यहां के इतिहास का अध्ययन करना चाहिए। इससे भारत की गौरवशाली परंपराओं के बारे में जानकारी मिलेगी। उन्होंने स्वाधीनता संग्राम में उदयपुर प्रजामण्डल के योगदान को भी रेखाकिंत करते हुए माणिक्य लाल वर्मा, बलवंत सिंह मेहता और भूरेलाल बया और मोहनलाल सुखाड़िया आदि का भी स्मरण किया।

    बेटियां हर क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही-

    दीक्षान्त समारोह में गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में बेटों की तुलना में बेटियों की अधिक संख्या की जानकारी मिलने पर राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां सभी क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही हैं। यह बहुत खुशी की बात है।

    प्राचीन भारत शिक्षा का मुख्य केंद्र रहा है— राज्यपाल

    मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता करते हुए  राज्यपाल श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने सभी पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों और शोधार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। श्री बागड़े ने कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति प्राचीन भारत की शिक्षापद्धति से प्रेरित है। इसमें विद्यार्थी को अपने विषय के अतिरिक्त भी अन्य जीवनोपयोगी विषयों के अध्ययन की सुविधा प्रदान की जा रही है। श्री बागड़े ने कहा कि प्राचीन भारत शिक्षा का मुख्य केंद्र रहा है। यहां नालन्दा जैसे विश्वविद्यालय थे, जहां देश-विदेश से छात्र अध्ययन के लिए आते थे। दशमलव और शून्य जैसी महत्वपूर्ण इकाइयां दुनिया को भारत की देन हैं। उन्होंने राजस्थान के विश्वविद्यालयों की युजीसी नेक रैकिंग पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में मानकों के अनुसार सुविधाओं के विस्तार पर काम किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि अगले 5 वर्षों के दरम्यान राजस्थान का कोई भी विश्वविद्यालय नेट रैकिंग से वंचित नहीं रहेगा। श्री बागड़े ने विद्यार्थियों को जल के समान शीतलता और विनम्रता धारण करने के लिए प्रेरित किया।
    दीक्षान्त समारोह से पहले राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के उदयपुर आगमन पर गुरुवार सुबह डबोक स्थित महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पर अगवानी की गई।
    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू विशेष विमान से निर्धारित समय पर डबोक एयरपोर्ट पहुंचीं। यहां  राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागड़े, पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाबचंद कटारिया, उप मुख्यमंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा, प्रभारी मंत्री श्री हेमन्त मीणा, उदयपुर सांसद डॉ.मन्नालाल रावत, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, पुलिस महानिरीक्षक राजेश मीणा, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल, पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल, जिला प्रमुख श्रीमती ममता कुंवर, महापौर गोविन्द सिंह टांक, समाजसेवी रविन्द्र श्रीमाली आदि ने अगवानी की और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
  • CM Sharma की केन्द्रीय मंत्रियों से भेंट, राजस्थान में विभिन्न क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं और विकास कार्यों की दी जानकारी

    CM Sharma की केन्द्रीय मंत्रियों से भेंट, राजस्थान में विभिन्न क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं और विकास कार्यों की दी जानकारी

    CM Sharma

    CM Sharma ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों श्री जे.पी.नड्डा, श्री प्रहलाद जोशी और श्री सी.आर.पाटिल से मुलाकात कर प्रदेश में चल रही विभिन्न परियोजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी दी।

    केन्द्रीय परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री से भेंट—

    मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जे.पी.नड्डा से शिष्टाचार भेंट की।

    इस अवसर पर श्री शर्मा ने दिसम्बर में जयपुर में होने वाले ‘राईजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट 2024’ की तैयारियों की जानकारी दी। इसके अतिरिक्त उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं एवं व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर सकारात्मक चर्चा कर उनसे मार्गदर्शन प्राप्त किया।

    केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर.पाटिल से भेंट—

    मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर.पाटिल से भेंट कर उनको राजस्थान में जल जीवन मिशन तथा ‘पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना’ (ई.आर.सी.पी.) की वर्तमान प्रगति एवं क्रियान्वयन के विषय में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही प्रदेश से संबंधित अन्य विकास कार्यों को लेकर उनके साथ वार्ता की।

    केन्द्रीय उपभोक्ता, खाद्य व सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री से भेंट—

    मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने केन्द्रीय उपभोक्ता, खाद्य व सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी से भेंट कर उन्हें राजस्थान में उनकी सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों, जन कल्याणकारी योजनाओं, ऊर्जा क्षेत्र में नवाचारों एवं कृषि उत्पादन में वृद्धि की विस्तृत जानकारी दी।

    इसके अतिरिक्त राज्य में खाद्य सुरक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण एवं नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भविष्य की योजनाओं पर सार्थक चर्चा की।


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