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  • Rajasthan Assembly by-elections-2024 के दौरान मतदान केन्द्रों से वेबकास्टिंग पर निर्वाचन विभाग का विशेष फोकस रहेगा

    Rajasthan Assembly by-elections-2024 के दौरान मतदान केन्द्रों से वेबकास्टिंग पर निर्वाचन विभाग का विशेष फोकस रहेगा

    Rajasthan Assembly by-elections-2024, मतदान की वेबकास्टिंग की लाइव मॉनिटरिंग पर फोकस रहेगा, स्वतंत्र, निष्पक्ष और भय रहित चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी

    Rajasthan Assembly by-elections: राजस्थान में 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के दौरान मतदान केन्द्रों से वेबकास्टिंग पर निर्वाचन विभाग का विशेष फोकस रहेगा, ताकि मतदान प्रक्रिया में किसी भी रुकावट या व्यवधान का तुरंत समाधान किया जा सके। इसी प्रकार, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भी वेबकास्ट वीडियो की लाइव निगरानी की जाएगी, जिससे मतदान केन्द्र पर मतदाताओं की लम्बी कतार लगने या मतदान दल को आ रही कठिनाई को दूर करने की व्यवस्था जा सके।
    भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त श्री संजय कुमार और मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने मंगलवार को 7 विधानसभा क्षेत्रों के जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के साथ आयोग की ओर से आयोजित वीडियो कांफ्रेंस बैठक में इस विषय में निर्देश दिए। उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित कांफ्रेंस में राज्य के पुलिस महानिरीक्षक सतर्कता श्री प्रफुल्ल कुमार, पुलिस महानिरीक्षक एटीएस श्री हेमंत कुमार शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था श्री अनिल कुमार टांक सहित निर्वाचन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
    श्री महाजन ने बताया कि उपचुनाव के दौरान स्वतंत्र, निष्पक्ष और भय रहित मतदान के लिए आधे से अधिक मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। मतदान के समय वेबकास्ट फीड की लाइव मॉनिटरिंग और त्वरित सुधारात्मक कार्यवाही के लिए स्थानीय स्तर पर कार्ययोजना और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाई गई है। इसके अनुसार, वेबकास्ट फीड की लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी। कुछ भी असामान्य नजर आने पर उसका विश्लेषण और उस पर आवश्यक कार्रवाई तत्काल की जाएगी। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के दौरान जिन मतदान केन्द्रों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है, उन पर विभाग का विशेष फोकस रहेगा।

    10-10 आदर्श मतदान केन्द्र तैयार होंगे

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राजस्थान में उपचुनाव के दौरान सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में 10-10 आदर्श मतदान केन्द्र तैयार किए जाएंगे, इन ‘इको-फ्रेंडली’ मतदान केन्द्रों में प्लास्टिक से बनी किसी भी वस्तु का उपयोग नहीं होगा और चुनाव कार्य में उपयोग की जाने वाली सामग्री भी यथासंभव प्लास्टिक से बनी हुई नहीं होगी। इन मतदान केन्द्रों पर चाय आदि पीने के लिए कुल्हड़ का उपयोग किया जाएगा।
    श्री महाजन ने बताया कि उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं को मतदान-दलों और मतदान कार्य से जुड़ी अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए नियोजित नहीं किया गया है। इसके परिणामस्वरूप 7 विधानसभा क्षेत्रों में यथासंभव किसी भी कार्मिक या अधिकारी के लिए पोस्टल बैलट जारी करने की जरूरत नहीं है। विशेष परिस्थितियों में केवल कुछ महिला और दिव्यांग कार्मिकों के लिए ईडीसी (चुनाव कार्य प्रमाण-पत्र) के आधार पर मतदान की व्यवस्था की गई है।
    मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, 7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 19,37,485 मतदाताओं के मतदान के लिए 1,862 मतदान केन्द्रों के साथ-साथ 53 सहायक मतदान केन्द्र भी बनाए गए हैं, जो गत लोकसभा आम चुनाव के दौरान बनाए गए सहायक मतदान केन्द्रों से 22 अधिक हैं। उन्होंने कहा कि इससे मतदान के दौरान लम्बी कतारों से निजात मिल सकेगी।

    निर्वाचन आयोग ने नवाचारों की सराहना की

    उप निर्वाचन आयुक्त श्री संजय कुमार ने प्रदेश में उपचुनाव के दौरान किए जा रहे नवाचारों की सराहना की और कहा कि अन्य राज्यों में भी ऐसी व्यवस्थाएं की जानी चाहिए। उन्होंने वेबकास्टिंग की लाइव मॉनिटरिंग के लिए बनी स्थानीय कार्ययोजना और एसओपी आयोग के साथ साझा करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग भी वेबकास्ट फीड की समुचित लाइव मॉनिटरिंग करेगा और मतदाताओं की लम्बी कतार लगने की स्थिति में फील्ड में मौजूद ऑब्जर्वर सहित अन्य अधिकारियों को समुचित निर्देश जारी करेगा।
    वीडियो कांफ्रेंस के दौरान सभी 7 जिला निर्वाचन अधिकारियों ने चुनाव की तैयारियों के विषय में विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिए। उन्होंने मतदान केन्द्रों की व्यवस्थाओं, होम वोटिंग तथा सेवा नियोजित मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलट की प्रक्रिया, ईवीएम तथा वीवीपैट मशीनों के रेंडमाइजेशन, मतदान दलों के गठन और प्रशिक्षण, मतदाता सूचना पर्ची (वीआईएस) और मतदाता निर्देशिका (वीजी) के वितरण, मतदान कार्मिकों की रवानगी और मतदान के बाद ईवीएम मशीनों के भण्डारण, मतगणना की व्यवस्था तथा सुरक्षा के साथ-साथ राजनैतिक दलों के साथ विभिन्न स्तर पर सम्पर्क आदि बिन्दुओं पर विस्तृत जानकारी साझा की।
    जिला पुलिस अधिकारियों ने मतदान केन्द्रों, ईवीएम के भण्डारण और परिवहन सहित क़ानून-व्यवस्था की सामान्य स्थिति, चुनाव के दौरान सुरक्षा की स्थिति, संवेदनशील क्षेत्रों और मतदान केन्द्रों के लिए सुरक्षा योजना सहित अन्य सम्बंधित विषयों पर चर्चा की। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 7 विधानसभा क्षेत्रों से सम्बंधित जिलों में 64 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती की गई है। उन्होंने बताया कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और भय तथा प्रलोभन रहित चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
    उप निर्वाचन आयुक्त श्री कुमार ने राजस्थान में भय और लोभ-लालच रहित चुनाव सुनिश्चित करने के लिए नकदी, शराब सहित अन्य वस्तुओं के अवैध मुफ्त वितरण पर कड़ी निगरानी रखने और प्रवर्तन एजेंसियों और पुलिस तथा सुरक्षा बलों को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।
  • Rajasthan Assembly by-elections – 2024, ‘मतदान की लाइव वेबकास्टिंग के त्वरित विश्लेषण की कार्ययोजना बनेगी

    Rajasthan Assembly by-elections – 2024, ‘मतदान की लाइव वेबकास्टिंग के त्वरित विश्लेषण की कार्ययोजना बनेगी

    Rajasthan Assembly by-elections – 2024,’ मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए, कुल 1,938 में से 1,122 मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग होगी

    Rajasthan Assembly by-elections में 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के दौरान स्वतंत्र, निष्पक्ष और भय तथा प्रलोभन रहित मतदान के लिए आधे से अधिक मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी। मतदान प्रक्रिया की लाइव फीड पर सम्बंधित निर्वाचन अधिकारी और स्थानीय पुलिस की ओर से विश्लेषण कर त्वरित सकारात्मक कार्यवाही के लिए स्थानीय स्तर पर कार्य योजना बनाई जाएगी।
    मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने मंगलवार को उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिए. बैठक में सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने, जागरूकता गतिविधियों के संचालन, संवेदनशील मतदान केन्द्रों की पहचान, चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से अवैध नकदी, शराब, नशीले पदार्थों, मुफ्त वितरण की वस्तुओं की धरपकड़ पर कार्यवाही बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई।
    बैठक में पुलिस महानिरीक्षक सतर्कता श्री प्रफुल्ल कुमार, पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था श्री अनिल टांक, महानिरीक्षक एटीएस श्री हेमंत कुमार शर्मा, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियोजित चुनाव पर्यवेक्षक तथा चुनाव व्यय पर्यवेक्षक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

    वेबकास्टिंग की मदद से प्रभावी और त्वरित कार्रवाई हो सकेगी

    श्री महाजन ने बताया कि चुनाव की संवेदनशीलता को देखते हुए सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,938 मतदान केन्द्रों में से 1,122 केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने इस गतिविधि को अधिक सार्थक बनाने के लिए वेबकास्ट लाइव फीड का तत्समय विश्लेषण करने और उस पर सकारात्मक कार्रवाई करने के लिए विधानसभा क्षेत्र या पुलिस स्टेशन स्तर पर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने पर बल दिया।
    उन्होंने कहा कि संबधित जिला निर्वाचन अधिकारी और पुलिस अधीक्षक मिलकर एसओपी तैयार और लागू करें। स्थानीय परिस्थिति और भौगोलिक स्थिति के अनुरूप अधिक प्रभावी और त्वरित कार्रवाई हो सकेगी।

    अवैध नकदी, शराब और मुफ्त वितरण की वस्तुओं की धरपकड़ में तेजी लाएं

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में 735 संवेदनशील मतदान केन्द्र चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने इस मतदान केन्द्रों सहित अन्य क्षेत्रों में धनबल के उपयोग के माध्यम से चुनाव को प्रभावित करने से रोकने के क्रम में उड़न दस्तों (एफएस) और स्थैतिक निगरानी टीमों (एसएसटी) के साथ ही आबकारी विभाग, परिवहन विभाग सहित अन्य प्रवर्तन एजेंसियों को अवैध नकदी, शराब और अन्य मुफ्त वितरण की वस्तुओं की धरपकड़ में तेजी लाने के निर्देश दिए।
    श्री महाजन ने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष माहौल में चुनाव के लिए कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए सभी मानक पूरे किए जाएं. इसके लिए स्थानीय अधिकारियों को पर्याप्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुरूप अतिरिक्त केन्द्रीय सुरक्षा बलों की मांग भी की जाएगी।

    जिला निर्वाचन अधिकारियों ने तैयारियों पर प्रस्तुतीकरण दिए

    समीक्षा बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों ने उपचुनाव की तैयारियों के विषय में प्रस्तुतीकरण में सम्बंधित विधानसभा क्षेत्रों में कम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केन्द्रों और उनके कारणों पर जानकारी दी । इन मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने, विभिन्न स्तर पर जागरूकता गतिविधियों के संचालन और स्थानीय परिस्थितियों में इसके लिए नवाचारों पर विस्तार से चर्चा की गई।

    पुलिस अधिकारियों ने संवेदनशील मतदान केन्द्रों और सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी दी

    उन्होंने बताया कि संदिग्ध चुनावी आचरण और गंभीर अपराधों के आरोपियों के खिलाफ निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
    मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने विशेष निर्देश दिए कि मतदान दिवस को ‘सवैतनिक अवकाश’ के नियम की पालना करवाई जाए, ताकि विशेष रूप से औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले नागरिक अपने मताधिकार का स्वतंत्र रूप से उपयोग कर सकें। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसके लिए विभिन्न उद्यमों के संचालकों को पाबंद किया जाए।

    निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षकों ने सराहना की

    भारत निर्वाचन आयोग के सामान्य पर्यवेक्षकों ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के प्रयासों और जागरूकता के लिए किए जा रहे नवाचारों की प्रशंसा की। उन्होंने इसके लिए दीवाली के दौरान अपने मूल निवास पर आने वाले प्रवासियों को मतदान तक रुकने के लिए की जा रही अपील, फोन और मोबाइल सन्देश आदि को रेखांकित किया। चुनाव की तैयारियों और सुरक्षा तथा कानून-व्यवस्था की स्थिति पर संतोष व्यक्त किया।
  • मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने 2025 की सफलता के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ ली बैठक

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने 2025 की सफलता के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ ली बैठक

    विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम— 2025 की सफलता के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारियों श्री नवीन महाजन के साथ ली बैठक

    श्री नवीन महाजन भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राजस्थान में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसएसआर) कार्यक्रम— 2025 के तहत मतदाता सूचियों में नए नाम जोड़ने, संशोधन कराने तथा विसंगतियां दूर करने के लिए बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) द्वारा घर-घर सर्वे का कार्य जारी है। अभियान के दौरान मतदाता सूचियों एवं पहचान पत्रों (एपिक कार्ड) में त्रुटियों के संशोधन की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही, नाम, पते आदि के आधार पर मतदाता सूचियों में दोहरी प्रविष्टियों को हटाया जा रहा है।
    मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने सोमवार को इस विषय में निर्वाचन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तथा सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और जिला निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के साथ बैठक की। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में श्री महाजन ने घर-घर सर्वे के माध्यम से सूचियों के सत्यापन के कार्य में तेजी लाते हुए सभी जिलों में इसे 20 सितम्बर तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होने इस कार्य में सर्वाधिक गति वाले जिलों नागौर, चित्तौड़गढ़, पाली, जयपुर, अलवर, डूंगरपुर और सिरोही के अधिकारियों की प्रशंसा की।
      श्री महाजन ने कहा कि इस अवधि में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा में हाई-राइज और ग्रुप हाउसिंग सोसायटी सहित अन्य शहरी क्षेत्रों में कच्ची बस्तियों आदि में नए मतदान केन्द्रों के गठन के प्रस्ताव तैयार किए जाएं। उन्होंने मतदान केन्द्रों पर दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए सुविधाओं आदि के भौतिक सत्यापन करवाने के भी निर्देश दिए।

    मतदान केन्द्रों पर विशेष शिविरों का आयोजन—

    बैठक में बताया गया कि आगामी निर्वाचनों को और अधिक सहभागी बनाने के उद्देश्य से एसएसआर-2025 के दौरान युवाओं, महिलाओं, विशेष योग्यजन एवं थर्ड जेंडर, जन जातीय समूहों, अत्यंत पिछड़े समूहों, प्रदेश के डी-नोटिफाइड समूहों, घुमंतू एवं अर्द्ध घुमंतू समूहों और पीवीटीजी समुदायों पर फोकस किया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ऐसे समुदायों और समूहों के मतदाताओं के नाम सूचियों में आवश्यक रूप से जोड़ने जा सकें. साथ ही, इसके लिए अभियान की अवधि में मतदान केन्द्रों पर विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा। ऐसे आयोजन 18 अक्टूबर तक होंगे।
    वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से…अभियान के दौरान 1 जनवरी, 2025 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले सभी युवा इस अवधि के दौरान वोटर हेल्पलाइन एप (वीएचए) के माध्यम से अपने नाम मतदाता के रूप में दर्ज करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। बैठक में उच्च शिक्षण संस्थाओं के जरिए इस एप को प्रचारित करने पर जोर दिया गया। नव मतदाता घर-घर सर्वे के दौरान बीएलओ से भी सम्पर्क कर सकते हैं। आम मतदाता भी अपने पहचान-पत्र और सूची में विसंगति को दूर करवाने के लिए बीएलओ अथवा एप के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
    घोषित कार्यक्रम के अनुसार, मतदाता सूचियों के लिए घर-घर सर्वे आदि कार्य 20 सितम्बर तक पूरे कर लिए जाएंगे। इसके आधार पर मतदाता सूचियों के शुद्धीकरण के बाद 29 अक्टूबर को मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा। इन प्रारूप सूचियों पर दावे और आपत्तियां 28 नवम्बर तक प्राप्त की जाएंगी। इनके आधार पर विसंगतियों को दूर करते हुए मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 6 जनवरी, 2025 को होगा।

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