Tag: Shri Jyotiraditya M. Scindia

  • TCIL ने भारत सरकार को वर्ष 2023-24 के लिए 33.72 करोड़ रुपये का लाभांश भुगतान किया।

    TCIL ने भारत सरकार को वर्ष 2023-24 के लिए 33.72 करोड़ रुपये का लाभांश भुगतान किया।

    TCIL के सीएमडी ने संचार मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया को लाभांश चेक सौंपा।

    यह वर्ष 2022-23 की तुलना में लाभांश राशि में 137% की सालाना बढ़ोतरी को दर्शाता है।

    टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (TCILने आज वर्ष 2023-24 के लिए भारत सरकार को 33.72 करोड़ रुपये लाभांश का भुगतान किया। अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री संजीव कुमार ने दूरसंचार विभाग (डीओटीके सचिव डॉनीरज मित्तल की उपस्थिति में संचार मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एमसिंधिया को लाभांश चेक प्रदान किया।

    सरकार के पास टीसीआईएल में 100 प्रतिशत इक्विटी है और वर्ष 2022-23 मेंपीएसयू ने वर्ष 2022-23 के लिए सरकार को 14.19 करोड़ रुपये का लाभांश दिया था। यह टीसीआईएल की ओर से सरकार को भुगतान की जाने वाली लाभांश राशि में 137% की वार्षिक वृद्धि दर्शाता हैजो वित्तीय मजबूती और स्थिरता को प्रदर्शित करता है।

    टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएलने आज वर्ष 2023-24 के लिए भारत सरकार को 33.72 करोड़ रुपये लाभांश का भुगतान किया। अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री संजीव कुमार ने दूरसंचार विभाग (डीओटीके सचिव डॉनीरज मित्तल की उपस्थिति में संचार मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एमसिंधिया को लाभांश चेक प्रदान किया।

    सरकार के पास टीसीआईएल में 100 प्रतिशत इक्विटी है और वर्ष 2022-23 मेंपीएसयू ने वर्ष 2022-23 के लिए सरकार को 14.19 करोड़ रुपये का लाभांश दिया था। यह टीसीआईएल की ओर से सरकार को भुगतान की जाने वाली लाभांश राशि में 137% की वार्षिक वृद्धि दर्शाता हैजो वित्तीय मजबूती और स्थिरता को प्रदर्शित करता है।

    source: http://pib.gov.in

  • Universal Postal Union की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में स्मारक टिकट जारी किए गए

    Universal Postal Union की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में स्मारक टिकट जारी किए गए

    Universal Postal Union

    विश्व डाक दिवस के मौके पर, केन्द्र सरकार के डाक विभाग ने Universal Postal Union (UPU) की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में स्मारक डाक टिकटों का एक विशेष सेट जारी किया। डाक विभाग की सचिव सुश्री वंदिता कौल ने मेघदूत भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह के दौरान, ये टिकट जारी किए। डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के प्रति अपना सम्मान जताने के लिए इस मौके पर उपस्थित थे और उन्होंने UPU की स्थायी विरासत और वैश्विक डाक सेवाओं को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

    9 अक्टूबर, 1874 को बर्न, स्विटजरलैंड में स्थापित UPU आधुनिक डाक सहयोग की आधारशिला है तथा भारत इसके सबसे पुराने और सबसे सक्रिय सदस्यों में से एक है। UPU ने अंतर्राष्ट्रीय डाक विनियमनों को मानकीकृत करने, अपने 192 सदस्य देशों के बीच निर्बाध मेल एक्सचेंज सुनिश्चित करने और डाक सेवाओं को सभी के लिए सुलभ बनाने में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

    केंद्रीय संचार एवं उत्तरपूर्व क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने इस मौके पर अपना संदेश भेजा, ‘यह बहुत गर्व की बात है कि विश्व डाक दिवस पर, भारत सरकार के डाक विभाग ने यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU) की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में स्मारक डाक टिकटों का एक विशेष सेट जारी किया है। UPU ने एक ऐसे विश्व को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जहाँ संचार की कोई सीमा नहीं है। इन टिकटों के साथ, हम नवाचार और समावेशिता के लिए भारत की साझा कटिबद्धता का आदर करते हैं और वैश्विक डाक नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में भारतीय डाक विभाग की भूमिका की पुनः पुष्टि करते हैं। आइए, हम सब मिलकर दूरियाँ कम करते रहें, समुदायों को एकजुट करते रहें और राष्ट्रों के बीच संचार को बढ़ावा देते रहें।”

    इस कार्यक्रम में बोलते हुए, सुश्री कौल ने यूपीयू के योगदान के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “डाक सेवाओं में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने में यूपीयू की विरासत अमूल्य है। यूपीयू की पहलों में भारत की सक्रिय भागीदारी और डिजिटल प्रगति तथा ई-कॉमर्स के जरिए डाक सेवाओं को आधुनिक बनाने के हमारे प्रयासों ने वैश्विक डाक परिदृश्य में भारत की स्थिति को बेहतर बनाया है।”

    इस वर्ष, विश्व डाक दिवस का आयोजन विशेष रूप से सार्थक है, क्योंकि भारतीय डाक ने राष्ट्र को अपनी 170वीं वर्ष की सेवा प्रदान की है। शहरी केंद्रों से लेकर दूरदराज के गांवों तक, भारतीय डाक देश भर में आवश्यक सेवाएं प्रदान करने और लोगों को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।

    आज जारी किए गए तीन स्मारक टिकटों का सेट भारत के यूपीयू के साथ मजबूत संबंधों को दर्शाता है तथा सहयोग, नवाचार और समावेशिता के साझा मूल्यों का प्रतीक हैं। ये डाक टिकट दूरियों को पाटने, संचार को सुगम बनाने और दुनिया भर के लोगों को जोड़ने में डाक सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करते हैं।

    विश्व के सबसे बड़े डाक नेटवर्क के साथ-साथ, भारतीय डाक विभाग यूपीयू के मिशन के साथ तालमेल बनाए हुए है और अपनी सेवाओं का आधुनिकीकरण कर रहा है तथा विश्व भर में डाक अवसंरचना के विकास में सहयोग दे रहा है।

    source: http://pib.gov.in

  • केंद्रीय मंत्री Shri Jyotiraditya M. Scindia ने नई दिल्ली में ‘अष्टलक्ष्मी महोत्सव’ वेबसाइट का शुभारंभ किया

    केंद्रीय मंत्री Shri Jyotiraditya M. Scindia ने नई दिल्ली में ‘अष्टलक्ष्मी महोत्सव’ वेबसाइट का शुभारंभ किया

     Shri Jyotiraditya M. Scindia

    पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और आर्थिक विरासत का जश्न मनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, माननीय केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री (डीओएनईआर) Shri Jyotiraditya M. Scindia ने बहुप्रतीक्षित अष्टलक्ष्मी महोत्सव के लिए आज आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च की। यह लॉन्च इवेंट नई दिल्ली के संचार भवन में हुआ, जो राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर पूर्वोत्तर की विशाल क्षमता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

    नई दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में 6 से 8 दिसंबर, 2024 तक आयोजित होने वाला अष्टलक्ष्मी महोत्सव एक ऐतिहासिक उत्सव होने वाला है। यह त्योहार आठ पूर्वोत्तर राज्यों-अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा से प्रेरणा लेता है-जिन्हें सामूहिक रूप से “अष्टलक्ष्मी” के रूप में जाना जाता है, जो समृद्धि के आठ रूपों का प्रतिनिधित्व करता है। वेबसाइट, www.ashtalakshmimahotsav.com, इवेंट अपडेट, शेड्यूल और भागीदारी विवरण के लिए वन-स्टॉप संसाधन के रूप में काम करेगी, जिससे देश भर से उपस्थित लोगों के लिए निर्बाध जुड़ाव सुनिश्चित होगा।

    इस अवसर पर बोलते हुए, श्री सिंधिया ने पूर्वोत्तर भारत और देश के बाकी हिस्सों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक अंतर को पाटने में इस आयोजन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “अष्टलक्ष्मी महोत्सव न केवल पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक समृद्धि को प्रदर्शित करेगा, बल्कि आर्थिक विकास के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में भी काम करेगा, जिससे क्षेत्र के कारीगरों, बुनकरों और उद्यमियों के लिए नए अवसर पैदा होंगे।

    अष्टलक्ष्मी महोत्सव फैशन, संस्कृति और व्यवसाय का एक जीवंत मिश्रण होने का वादा करता है। इस कार्यक्रम में पूर्वोत्तर भारत के प्रसिद्ध मुगा और एरी सिल्क को समर्पित मंडप, कारीगरों के शिल्प का सीधा प्रदर्शन और क्षेत्र के भौगोलिक संकेत (जीआई) उत्पादों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह कार्यक्रम एक फैशन शो, डिजाइन कॉन्क्लेव, क्रेता-विक्रेता बैठक और एक निवेश गोलमेज सम्मेलन की भी मेजबानी करेगा, जो सार्थक सहयोग और दीर्घकालिक आर्थिक प्रभाव के लिए एक मंच प्रदान करेगा।

    आयोजन और भागीदारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आधिकारिक वेबसाइट www.ashtalakshmimahotsav.com पर जाएं।

    केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने एक्स प्लेटफॉर्म पर वेबसाइट पर अपने विचार साझा किए और कहा, ‘आगामी अष्टलक्ष्मी महोत्सव के लिए आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च करके खुशी हो रही है। महोत्सव का उद्देश्य पूर्वोत्तर के जीवंत कपड़ा उद्योग, कारीगर शिल्प और अद्वितीय उत्पादों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करना है।

    source: http://pib.gov.in


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