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  • CM Bhagwant Mann: छात्रों की तकदीर बदलने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना पंजाब सरकार की प्रमुख प्राथमिकता

    CM Bhagwant Mann: छात्रों की तकदीर बदलने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना पंजाब सरकार की प्रमुख प्राथमिकता

    CM Bhagwant Mann: 11 करोड़ की लागत से बना शहीद मेजर रविइंदर सिंह सिंह संधू सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल की नई इमारत लोगों को समर्पित

    • स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचा आप सरकार की पांच प्रमुख प्राथमिकताएं: मुख्यमंत्री

    पंजाब के CM Bhagwant Mann ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार छात्रों को स्कूल स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके उनकी तकदीर बदलने के लिए अथक प्रयास कर रही है।

    माल रोड पर स्थित शहीद मेजर रविइंदर सिंह संधू सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल की नई इमारत को लोगों को समर्पित करने के बाद छात्रों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में शिक्षा क्रांति लाई है, जिसने सामाजिक-आर्थिक अंतर को भरते हुए छात्रों की किस्मत बदल दी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र को सबसे अधिक प्राथमिकता दे रही है क्योंकि छात्रों की भलाई से बढ़कर कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले माता-पिता सरकारी स्कूलों में दी जाने वाली शिक्षा पर विश्वास नहीं करते थे, लेकिन अब ये स्कूल आधुनिक शिक्षा के मंदिर बन गए हैं।

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी कारण बड़ी संख्या में छात्र कॉन्वेंट स्कूलों से सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने के लिए आ रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचा उनकी सरकार की पांच प्रमुख प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि छात्रों की भलाई के लिए पंजाब के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के बेहतर अभ्यास अपनाए जाएं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बठिंडा में लड़कियों का सबसे बड़ा और इकलौता स्कूल है, जहां 2200 लड़कियां पढ़ाई कर रही हैं और 1958 में बने इस स्कूल के नवीनीकरण की सख्त जरूरत थी। उन्होंने बताया कि स्कूल की नई पांच मंजिला इमारत 11 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है, और इसमें स्मार्ट क्लासरूम, साइंस लैब, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी सहित 73 कमरे हैं। भगवंत सिंह मान ने बताया कि पहले यह स्कूल दो शिफ्टों में चलता था, लेकिन अब छात्रों की भलाई के लिए यह एक ही शिफ्ट में चलेगा।

    शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा की गई अन्य पहलों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने पांच दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए 202 प्रिंसिपलों/शिक्षा अधिकारियों के छह बैच सिंगापुर भेजे हैं। उन्होंने बताया कि इसी तरह पिछले सप्ताह 72 होनहार प्राइमरी अध्यापकों के एक बैच को पेशेवर प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजा गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी तरह 152 हेडमास्टर/शिक्षा अधिकारियों के तीन बैच, अत्याधुनिक अकादमिक प्रशिक्षण के लिए आईआईएम अहमदाबाद भी भेजे गए थे। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के छात्र पंजाब में विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन करें।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में 10 वर्षों से अधिक समय से काम कर रहे 12,316 योग्य कर्मचारियों को नियमित किया है। उन्होंने बताया कि इसी तरह अप्रैल 2022 से अब तक कुल 10,361 अध्यापक भर्ती किए जा चुके हैं और अन्य नए अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया भी जारी है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि स्कूल की सुरक्षा और साफ-सफाई के लिए लगभग 82 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल 118 सरकारी स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस “स्कूल ऑफ एमिनेंस” के रूप में तब्दील किया जा रहा है, और राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में हाई-स्पीड फाइबर वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन के लिए 29.3 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि सरकारी स्कूलों के सभी छात्रों को यूनिफॉर्म वितरित की जा चुकी हैं और छात्रों को मुफ्त यूनिफॉर्म देने के लिए लगभग 35 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब द्वारा 118 स्कूल ऑफ एमिनेंस और लड़कियों के 17 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लिए ट्रांसपोर्ट सुविधा भी शुरू की गई है।

  • CM Bhagwant Mann: शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की राह पर पंजाब, सरकारी स्कूलों के मेगा पीटीएम में 27 लाख अभिभावकों ने भाग लिया

    CM Bhagwant Mann नंगल के ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ में मेगा पीटीएम में पहुंचे

    • स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र सरकार की प्राथमिकता
    • सरकार के प्रयासों से राज्य में पानी के स्तर में सुधार हुआ

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव के चलते आज राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में अध्यापक-अभिभावक मुलाकात (मेगा पीटीएम) के दौरान 27 लाख अभिभावकों ने हिस्सा लिया।

    आज यहां मेगा पीटीएम के दौरान ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ का दौरा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पंजाब के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि राज्य के हर सरकारी स्कूल में पीटीएम आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि करीब 27 लाख अभिभावक आज स्कूलों में जाकर पढ़ाई, वातावरण, गतिविधियों और बच्चों को प्रदान की जा रही अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस पहल से अध्यापकों को अभिभावकों के साथ विद्यार्थियों के प्रदर्शन पर विचार-विमर्श करने का सही मौका मिलता है।

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के शिक्षा क्षेत्र में पीटीएम आयोजित करने का निर्णय एक अनुकरणीय कदम है, क्योंकि इससे पहले इस तरह की पीटीएम सिर्फ निजी स्कूलों में होती थी, जबकि सरकारी स्कूल ऐसे महत्वपूर्ण अवसरों से वंचित रह जाते थे। उन्होंने कहा कि यह कदम विद्यार्थियों के हित में शिक्षा के बेहतरीन तरीकों में से एक है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा क्रांति के एक नए युग की शुरुआत की है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार 202 प्रिंसिपलों/शिक्षा अधिकारियों के छह बैचों को पांच दिवसीय लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम के लिए सिंगापुर भेज चुकी है। इस दौरान उन्होंने बताया कि 72 होनहार प्राथमिक शिक्षकों का एक बैच पिछले शुक्रवार को पेशेवर प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड दौरे पर गया है। उन्होंने कहा कि 152 हेडमास्टर/शिक्षा अधिकारियों के तीन बैच आईआईएम अहमदाबाद में उच्च स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रयास का उद्देश्य विद्यार्थियों को विश्व स्तर की शिक्षा प्रदान करना है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में 10 साल से अधिक समय से सेवा निभाने वाले 12,316 योग्य अध्यापकों को नियमित किया है। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2022 से अब तक 10,361 अध्यापकों की भर्ती की गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्कूलों की सुरक्षा और सफाई के लिए 82 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल 118 सरकारी स्कूलों को उच्च स्तर के ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ के रूप में विकसित किया जा रहा है और राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में हाई-स्पीड फाइबर वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन के लिए 29.3 करोड़ रुपए का बजट प्रदान किया गया है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि स्कूलों के सभी विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म वितरित की गई हैं और विद्यार्थियों को मुफ्त यूनिफॉर्म प्रदान करने के लिए 35 करोड़ रुपए जारी किए गए। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब द्वारा 118 स्कूल ऑफ एमिनेंस और 17 सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की लड़कियों के लिए परिवहन सुविधा शुरू की गई है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों में जन्म से ही नेतृत्व क्षमता होती है और इन विद्यार्थियों में हर क्षेत्र में श्रेष्ठता प्राप्त करने के गुण हैं। उन्होंने कहा कि ये विद्यार्थी अपने सपनों की उड़ान भरेंगे और राज्य सरकार इन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए उचित मंच प्रदान करेगी। भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक पंजाब के विद्यार्थी अपने निर्धारित लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों की क्षमता और योग्यता पर भरोसा होना चाहिए, क्योंकि वे किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को किसी विशेष विषय को अपनाने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी इच्छा के अनुसार प्रेरित करना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचा उनकी सरकार की पांच प्राथमिकताएं हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों के चलते राज्य में पानी के स्तर में सुधार होना शुरू हो गया है, क्योंकि नहरी पानी का अधिकतम उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पानी की सफाई और संरक्षण पर ध्यान दे रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह जानकर खुशी हुई कि राज्य में भूमिगत जल के पुनर्भरण का कार्य शुरू हो गया है और यह सिलसिला भविष्य में भी जारी रहेगा।

    मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षण देने हेतु आठ हाई-टेक सेंटर खोल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये केंद्र युवाओं को यूपीएससी परीक्षा पास करने और राज्य तथा देश में प्रतिष्ठित पदों पर सेवा करने के लिए मापदंड आधारित प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य युवाओं को उच्च पदों पर बैठाकर देश की सेवा सुनिश्चित करना है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब हमेशा अग्रणी राज्य रहा है और भविष्य में भी अग्रणी रहेगा, क्योंकि पंजाबियों को कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की विशेषता प्राप्त है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा के साथ निभा रही है ताकि पंजाब हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्हें आगामी चुनावों की चिंता नहीं है, बल्कि वे अगली पीढ़ियों के लिए काम कर रहे हैं, जिसके चलते लोगों की भलाई के लिए बड़े कदम उठाए जा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के कंडी क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए बड़े प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता है और इन क्षेत्रों को दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जा सकता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन क्षेत्रों को विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं, जिसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पुनर्गठन अधिनियम-1966 के उपबंधों के तहत भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) एक संवैधानिक संस्था है, जो मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा से संबंधित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बीबीएमबी के खाली पदों को भरने के लिए पहले ही प्रक्रिया में है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन में पंजाब के कोटे के सभी पद पहले ही भरे जा चुके हैं और अब बीबीएमबी में पदों को भरा जाएगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि वांछित परिणाम सामने आ रहे हैं और हमारे युवा राज्य की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड पर है कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में युवाओं के दाखिलों में भारी वृद्धि देखी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार की जनहितकारी नीतियों के कारण यह रुझान भविष्य में भी जारी रहेगा।
    इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, लोकसभा सदस्य मालविंदर सिंह कंग, शिक्षा सचिव के.के. यादव और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

  • विद्यार्थियों और अभिभावकों ने CM Bhagwant Mann को दी जानकारी: मेगा पीटीएम ने पंजाब की शिक्षा प्रणाली की नुहार बदली

    विद्यार्थियों और अभिभावकों ने CM Bhagwant Mann को दी जानकारी: मेगा पीटीएम ने पंजाब की शिक्षा प्रणाली की नुहार बदली

    CM Bhagwant Mann: मेगा पीटीएम के दौरान राज्य में शिक्षा क्रांति के अपने अनुभव साझा किए

    विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े अभिभावकों और शिक्षकों ने आज पंजाब के CM Bhagwant Mann की ओर से शिक्षा क्षेत्र में उनके जीवन को नई दिशा देने वाले महत्वपूर्ण प्रयासों की सुधारों की सराहना की।

    मंगलवार को यहां मेगा पीटीएम में शिरकत करने आए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से बातचीत के दौरान अभिभावकों और विद्यार्थियों ने कहा कि राज्य में शिक्षा क्रांति ने सामाजिक-आर्थिक बाधाओं को पार कर उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है। एक किसान की बेटी और कार्डियोलॉजिस्ट बनने की इच्छुक महक शर्मा ने अपने विचार साझा करते हुए स्कूल द्वारा दी जाने वाली मुफ्त कोचिंग के लिए धन्यवाद किया। महक ने कहा कि शिक्षा विभाग की नवीन पहल, स्कूल ऑफ एमिनेंस, उनके लिए एक वरदान साबित हुआ है। उन्होंने अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए अपने शिक्षकों की भी सराहना की।

    स्कूल प्रबंधन कमेटी की चेयरपर्सन और कॉन्वेंट स्कूल की पूर्व छात्रा की मां आशा रानी ने स्कूल ऑफ एमिनेंस के बारे में कहा कि हर छात्र को पाठ्यपुस्तकें और अन्य सुविधाएं मुफ्त दी जाती हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक पाठ्यक्रम के साथ-साथ नैतिक मूल्यों का भी महत्व समझाते हैं। उन्होंने अपनी बेटी को सरकारी स्कूल में दाखिल करवाने के अपने फैसले को सही और उचित बताया।

    छात्रा गुरप्रीत के पिता घनश्याम ने कहा कि उनकी बेटी का डॉक्टर बनने का सपना स्कूल ऑफ एमिनेंस की बदौलत साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों के विद्यार्थियों का हाथ थामा है।

    दरशना रानी, जो एक मजदूर की पत्नी हैं, ने सस्ती कोचिंग के लिए धन्यवाद दिया, जिसने उनके बेटे को एनडीए की परीक्षा देने के सपने को पूरा करने में सक्षम बनाया है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे के सपने केवल इसलिए पूरे हो रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री ने राज्य में शिक्षा क्षेत्र को उन्नत किया है।

    गंगूवाल की प्राची, जो कि कान्वेंट स्कूल की पूर्व छात्रा है, ने स्कूल ऑफ एमिनेंस में उसको दाखिल करवाने के अपने अभिभावकों के निर्णय की प्रशंसा की। प्राची ने कहा कि स्कूल में पाठ्यक्रम व अनुकूल वातावरण बहुत जरुरी है, जो कि विद्यार्थियों के सर्वपक्षीय विकास के लिए वरदान साबित हो सकता है।

    अमनप्रीत कौर, जिनके पिता दिल के मरीज हैं, ने कहा कि वह अब पूरी दृढ़ता और आत्मविश्वास के साथ एनडीए की परीक्षा पास करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल उन्हें उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान कर रहा है, जो उन्हें अपने कॉन्वेंट स्कूल में पढ़े साथियों के साथ मुकाबला करने योग्य बना रहा है।

    गंभीरपुर की निवासी और अपने पिता को खो चुकी एक छात्रा ने सहायता के लिए पंजाब सरकार का धन्यवाद किया। उन्होंने स्कूल ऑफ एमिनेंस की पहलों और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा दी जा रही परिवहन सुविधाओं की भी सराहना की।

    इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि पीटीएम की ऐतिहासिक पहल अभिभावकों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, क्योंकि वे आसानी से स्कूल के माहौल का मूल्यांकन कर सकते हैं और अपने बच्चे के प्रदर्शन की नियमित निगरानी कर सकते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शिक्षक न केवल विद्यार्थियों की पारिवारिक पृष्ठभूमि, बल्कि उनकी आदतों और पसंदों का भी आकलन कर सकते हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र को सबसे अधिक प्राथमिकता दे रही है, क्योंकि छात्रों की भलाई से बढ़कर कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले अभिभावकों को सरकारी स्कूलों में दी जा रही शिक्षा पर विश्वास नहीं था, लेकिन अब ये स्कूल आधुनिक शिक्षा के मंदिरों में बदल गए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी कारण बड़ी संख्या में छात्र कॉन्वेंट स्कूलों से प्रवेश परीक्षा देने के बाद स्कूल ऑफ एमिनेंस में शामिल हो रहे हैं।

    इससे पहले कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, सांसद मालविंदर सिंह कंग, शिक्षा सचिव के.के. यादव और अन्य अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया।

  • Harjot Singh Bains ने स्कूल ऑफ एमिनेंस, मोहाली के छात्रों के साथ की बातचीत 

    Harjot Singh Bains ने स्कूल ऑफ एमिनेंस, मोहाली के छात्रों के साथ की बातचीत 

    Harjot Singh Bains

    पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री Harjot Singh Bains ने आज मोहाली के फेज 11 में स्कूल ऑफ एमिनेंस का दौरा किया। अपनी यात्रा के दौरान, श्री बैन्स ने स्कूल के शैक्षिक वातावरण को समझने के लिए छात्रों के साथ बातचीत की। उन्होंने भवन, खेल के मैदान, प्रयोगशालाओं और कक्षाओं सहित स्कूल की सुविधाओं का भी दौरा किया।

    हरजोत सिंह बैंस विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) प्रयोगशाला से प्रभावित थे, जो पूरा होने वाला है। उन्होंने भविष्य के रोजगार बाजार में एआई के महत्व पर जोर दिया और उम्मीद जताई कि इस प्रयोगशाला से छात्रों को बहुत लाभ होगा।

    स्कूल के कर्मचारियों के साथ अपनी बातचीत के दौरान, श्री बैंस ने उन्हें पंजाब की उत्कृष्टता को प्रदर्शित करते हुए छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य को “रंगला पंजाब” बनाने के लिए पंजाब सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला, जिसमें शिक्षा विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।


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