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MP Manju Sharma: जिला स्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम का हुआ आयोजन
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों की अनुपालना एवं जनभावना के अनुरूप पारदर्शी एवं संवेदनशील वातावरण में आमजन की परिवेदनाओं एवं समस्याओं की सुनवाई एवं त्वरित समाधान के लिए गुरुवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन हुआ।सांसद श्रीमती मंजू शर्मा सहित विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में आयोजित जिला स्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने 185 परिवादियों के परिवाद सुने, जिनमें से 24 प्रकरणों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। अन्य प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के लिए कलक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।जिला स्तरीय जनसुनवाई में कुल 185 प्रकरण प्राप्त हुए जिनमें प्रमुख रूप से अतिक्रमण हटवाने पेंशन शुरू करवाने, मौसमी बीमारियों के प्रभावित इलाकों में फॉगिंग करवाने, सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने, पेयजल की सप्लाई सुचारू कराने, पत्थरगढ़ी, कृषि भूमि में आवागमन हेतु रास्ता खुलवाने, वृद्धावस्था पेंशन, सड़क, आवासीय पट्टा, बनवाने नामांतरण जमीन विवाद सहित विभिन्न विषयों से संबंधित शिकायतें प्राप्त हुई। जनसुनवाई में प्राप्त प्रकरणों का जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को आमजन के प्रति जवाबदेही के साथ समस्याओं का निस्तारण करते हुए राहत देने के निर्देश दिए।उल्लेखनीय है कि माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा आमजन के अभाव अभियोगों के समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण को लेकर संवेदनशील हैं। माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल ने पारदर्शी एवं संवेदनशील वातावरण में आमजन की परिवेदनाओं एवं समस्याओं की सुनवाई एवं त्वरित समाधान के लिए जिला प्रशासन को नियमित जनसुनवाई के निर्देश दिये हैं।जनसुनवाई में विधायक श्री गोपाल शर्मा, श्री विद्याधर चौधरी, डॉ शिखा मील बराला, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती प्रतिभा वर्मा, पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण श्री आनंद शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम) श्री विनिता सिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर (द्वितीय) श्री अशीष कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर (तृतीय) श्रीमती कुंतल विश्नोई, अतिरिक्त जिला कलक्टर (चतुर्थ) श्रीमती सुमन पंवार, अतिरिक्त जिला कलक्टर (उत्तर) श्री मुकेश कुमार मूंड, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री शेर सिंह लुहाड़िया सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
Kuntal Bishnoi: जिला स्तरीय प्री-इंवेस्टमेंट समिट से पहले जयपुर जिले में हुए 1000 करोड़ के निवेश करार – राइजिंग राजस्थान में जयपुर जिला निभाएगा महत्वपूर्ण भागीदारी
अतिरिक्त जिला कलक्टर Kuntal Bishnoi की मौजूदगी में एसोसिएशन ऑफ गारमेण्ट एक्सपोर्टर्स ने एमओयू किये साइन
राइजिंग राजस्थान में जयपुर जिला अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभएगा। जयपुर, जयपुर ग्रामीण एवं दूदू जिलों की जिला स्तरीय इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन 8 नवंबर 2024 को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में किया जाएगा। मीट के सफल आयोजन के लिए संपूर्ण जिले के उद्यमियों से संपर्क किया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार, दिनांक 16 अक्टूबर 2024 को औद्योगिक क्षेत्र सीतापुरा में एसोसिएशन ऑफ गारमेण्ट एक्सपोर्टर, सीतापुरा के सदस्य एवं पदाधिकारियों के साथ जयपुर में निवेश के संबंध में चर्चा की गई।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट श्रीमती कुन्तल बिश्नोई की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में गारमेण्ट एक्सपोर्टर एवं व्यसायियों ने एक हजार करोड़ से अधिक के निवेश करारों पर हस्ताक्षर किये। बैठक में एजेस के अध्यक्ष श्री आरिफ कागजी, उपाध्यक्ष श्री दिनेश गुप्ता, महासचिव श्री मोनू करनानी, संस्थापक श्री दलपत लोढ़ा एवं श्री राजीव दीवान के साथ-साथ 30 से अधिक उद्यमियों द्वारा भाग लिया गया।
बैठक में चाकसू के निकट रीको द्वारा प्रस्तावित नए औद्योगिक क्षेत्र में इकाईयां स्थापित करने के रूझान के साथ एजेस के सदस्यों के द्वारा अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, जिला उद्योग केन्द्र एवं रीको के अधिकारियों की उपस्थिति में 1000 करोड़ का निवेश किए जाने के एमओयू हस्ताक्षरित किए गए।
जिनके द्वारा भूमि आवंटन के पश्चात् 2 वर्ष के अन्दर इकाई स्थापित कर लगभग 10,000 व्यक्तियों को रोजगार एवं लगभग 700 करोड़ का निवेश किया जाना प्रस्तावित किया गया है। इसके अतिरिक्त निजी औद्योगिक क्षेत्र इण्टरनल ग्रीन पार्क जो कि उद्यमियों द्वारा अपने स्तर से विकसित किया जा रहा है के लिए 300 करोड़ का एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। इस तरीके से बैठक में कुल 1000 करोड़ रूपए के निवेश हेतु एमओयू हस्ताक्षरित किए गए।
संगठन द्वारा बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में औद्योगिक क्षेत्र सीतापुरा में लगभग 300 गारमेण्ट की इकाईयां कार्यरत हैं जिसमें 175 इकाईयां एजेस के सदस्य हैं एवं इनके द्वारा लगभग 1500 करोड़ का व्यापार प्रतिवर्ष किया जा रहा है, जिसमें प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 2 लाख व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। स्थापित इकाईयों द्वारा लगभग 500 करोड़ का निर्यात किया जा रहा है। बैठक में महाप्रबन्धक, जिला उद्योग एवं वाणिज्यि केन्द्र जयपुर (शहर) श्रीमती शिल्पी आर. पुरोहित ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभ प्राप्त करने हेतु उद्यमियों को सलाह दी।
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Suresh Singh Rawat: बेहतरीन प्रबन्धन के दिए निर्देश, समस्त गतिविधियों के लिए उपलब्ध रहेगा पर्याप्त बजट
जल संसाधन मंत्री Suresh Singh Rawat ने ली बैठक
श्री पुष्कर पशु मेला-2024 की तैयारियों के सम्बन्ध में जल संसाधन मंत्री Suresh Singh Rawat ने मंगलवार को अजमेर जिले में आरटीडीसी होटल सरोवर में श्री पुष्कर मेला-2024 की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक लेकर बेहतरीन प्रबन्धन के निर्देश दिए। जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु द्वारा विभागीय अधिकारियों को दायित्व सौंपे गए।
जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि पुष्कर मेला अन्तर्राष्ट्रीय महत्व का है। इस मेले के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। इनके लिए समस्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाये। सुविधाओं के साथ-साथ संसाधनों का भी बेहतरीन प्रबन्धन करें। यह हम सभी का सम्मिलित आयोजन है। जन सहभागिता से प्रशासन इसमें हमेशा उत्कृष्ट कार्य करता आया है। इस वर्ष भी सभी के सहयोग से यादगार मेला होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मेले के दौरान सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में लगातार सफाई सुनिश्चित करें। इसके लिए आवश्यक मानवीय संसाधन लगाएं। पुष्कर सरोवर के घाटों की भी लगातार सफाई करें। घाटों को फिसलनमुक्त बनाया जाये। सरोवर भरा होने के कारण सफाई की विशेष आवश्यकता रहेगी। मेला क्षेत्र में बडे़ कचरा पात्र रखवाकर समय-समय पर खाली करवाना सुनिश्चित करें। मोबाईल शौचालय भी पर्याप्त संख्या में कार्यशील रखें।
उन्होंने मेला क्षेत्र में फोगिंग, छिड़काव तथा एंटी लार्वा एक्टीविटी करके मौसमी बीमारियों को फैलने से रोकने, मेले के दौरान पेयजल की अतिरिक्त मात्रा उपलब्ध करवाने, मानक गुणवत्ता का प्रसाद बिकना सुनिश्चित करने, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समस्त भोज्य पदार्थों की लगातार सेम्पलिंग जांच करने, ब्रह्मा मन्दिर के आस-पास मिलावट रहित शुद्ध एवं सात्विक प्रसाद की बिक्री के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि पुष्कर घाटी की सड़कों तथा रिपेयरिंग वॉल की मरम्मत एवं झाड़ियां हटाने का कार्य मेले से पहले करें। पुष्कर घाटी से बुढ़ा पुष्कर की सड़क को पर्याप्त चौड़ाई के साथ मरम्मत किया जाए। इसी प्रकार बांसेली-तिलोरा, खरेखड़ी, अजयसर, अम्बा मशीनिया, अजयपालजी को पुष्कर से जोड़ने वाले समस्त रास्तों की मरम्मत भी हो। सराधना से आम्बा मशीनीया तक की सड़क का निर्माण कार्य तत्काल आरम्भ करें। सावित्री मन्दिर से रेल्वे क्रोसिंग की सड़क की मरम्मत भी की जाए।
उन्होंनें कहा कि पुष्कर के प्रवेश द्वार के निर्माण कार्य में तेजी लाएं। पार्किंग व्यवस्था सुदृढ़ होने के साथ ही पार्किंग से सरोवर तथा ब्रह्मा मन्दिर तक का ऑटो रिक्शा किराया निर्धारित करें। इससे अधिक वसूली पर कार्रवाई की जाएगी। तीर्थयात्रियों की संख्या के अनुरूप अतिरिक्त रोड़वेज की बसें लगाएं। निर्धारित स्थानों पर से सवारी बैठाने तथा छोड़ने के लिए स्टाफ को पाबन्द करें। सबसे साफ, स्वास्थ्य नियमों की पालना करने वाले भोज्य पदार्थ निर्माताओं को प्रोत्साहित करने के लिए गतिविधि भी आयोजित होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पर्याप्त बजट दिया जाएगा। इसमें कोई कमी नहीं रहेगी। पुष्कर मेले की भव्यता सभी तीर्थयात्रियों के लिए यादगार रहेगी। सरोवर में गन्दा पानी जाने से रोकने के लिए 50 करोड़ रूपये की राशि से कार्य करवाया जा रहा है। प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल प्रतियोगिता, पशु स्पर्धा, आध्यात्मिक यात्रा, महाआरती जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे। मेले के दौरान कानून एवं शान्ति व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगा।
जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने कहा कि समस्त विभागीय अधिकारियों को सौंपे हुए दायित्व निर्धारित समय पर पूर्ण करने चाहिए। पुष्कर मेले के अन्तर्राष्ट्रीय महत्व को देखते हुए समस्त व्यवस्थाएं चाक चौबन्द की जाए। सरकार द्वारा पुष्कर मेले के सम्बन्ध में जारी निर्देशों की पालना हो। समस्त विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करेंगे। नवीन मेला मैदान में भी पशुपालकाें को समस्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। यहां हेल्पडेस्क की स्थापना होगी।
इस अवसर पर पुष्कर नगर परिषद सभापति श्री कमल पाठक, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्रीमती ज्योति ककवानी, प्रशिक्षु आईएएस महिमा कसाना सहित गणमान्य नागरिक, जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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Rajasthan Assembly by-elections-2024, मतदान 13 नवम्बर को होगा, मतगणना 23 नवम्बर को, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से वार्ता की
Rajasthan Assembly by-elections में 7 रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवम्बर को होगा।
Rajasthan Assembly by-elections में 7 रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवम्बर को होगा। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मंगलवार को घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार इन सीटों पर मतगणना महाराष्ट्र और झारखण्ड विधानसभाओं के लिए मतगणना के साथ ही 23 नवम्बर को होगी। राज्य में झुंझुनूं, रामगढ़ (अलवर), दौसा, देवली-उनियारा (टोंक), खींवसर (नागौर), सलूम्बर (उदयपुर) और चौरासी (डूंगरपुर) विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है।मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन महाजन ने इस बारे में मंगलवार को राज्य के विभिन्न मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ सचिवालय में बैठक कर उन्हें विधानसभा उपचुनाव-2024 के कार्यक्रम तथा आदर्श चुनाव आचार संहिता की जानकारी दी । निर्वाचन विभाग ने सभी दलों से स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान तथा आदर्श आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करवाने में सहयोग करने का आग्रह किया।मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव की घोषणा के साथ ही संबंधित राजस्व जिलों में आचार संहिता लागू हो गयी है। आचार संहिता दौसा और डूंगरपुर में सम्पूर्ण जिले में तथा अलवर, झुंझुनू, टोंक, नागौर और सलूम्बर के नवीन पुनर्गठित राजस्व जिलों में लागू रहेगी। उप चुनाव के लिए अधिसूचना 18 अक्टूबर को जारी होगी और उसके साथ ही उम्मीदवारों के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी जो 25 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे तक चलेगी। नामांकन पत्रों की संवीक्षा 28 अक्टूबर को की जाएगी एवं 30 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।श्री महाजन ने कहा कि निर्वाचन आयोग के नियमानुसार चुनाव में भाग लेने वाले सभी प्रत्याशियों एवं राजनीतिक दलों को अपनी वेबसाइट, टीवी चैनल्स, राष्ट्रीय एवं स्थानीय समाचार पत्रों में प्रत्याशी की आपराधिक पृष्ठभूमि का विवरण कम से कम तीन बार प्रकाशित, प्रसारित करवाना होगा। उन्होंने कहा कि पोलिंग एजेंट को यह निर्देश दिया जाए कि वे मतदान के दिन सुबह मतदान शुरू होने से 90 मिनट पूर्व ईवीएम मशीन पर मॉक पोल के लिए आवश्यक रूप से मौजूद रहें।7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 19.36 लाख मतदाता
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधानसभा उपचुनाव के दौरान 19,36,533 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे, 7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,862 मतदान केंद्र और 53 सहायक मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।श्री महाजन ने बताया कि सभी संबंधित जिलों में मीडिया प्रकोष्ठ और मीडिया में जारी होने वाले राजनीतिक विज्ञापनों के अधिप्रमाणन के लिए जिला स्तरीय समितियों का गठन किया जा चुका है। उन्होंने अधिकाधिक मतदान के लिए मतदाताओं को जागरूक करने, नए मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया और ईवीएम की जानकारी देने तथा उपचुनाव के दौरान लोगों की अधिक सहभागिता सुनिश्चित करने पर जोर दिया।मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मीडिया कार्मिकों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबंधित क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों के निस्तारण हेतु सी-विजिल एप के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मतदाता जागरूकता के लिए चलाए जा रहे अभियानों, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा सहित स्वीप गतिविधियों, मतदाता सूचियों के अपडेशन, चुनावी खर्च की मॉनिटरिंग पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मतदाता जागरूकता तथा आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में मीडिया की प्रभावी भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने मीडियाकर्मियों से इन गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होकर निष्पक्ष, भयमुक्त और धनबल के प्रभाव से रहित चुनाव संपन्न कराने में सहयोग का आह्वान किया।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
Smt. Aparna Arora: वन भूमि के रेवेन्यू स्केल डिजिटलाइजेशन को लेकर बैठक आयोजित
Smt. Aparna Arora: प्रदेश में वन भूमि का संरक्षण किया जाए
वन विभाग अतिरिक्त मुख्य सचिव Smt. Aparna Arora ने बताया कि वन भूमि के सीमांकन के लिए राजस्व विभाग की तर्ज़ पर वन विभाग में भी हाई पावर कमेटी बनायी जाएगी ताकि वन्य भूमि पर होने वाले अतिक्रमण को रोका जा सके एवं वन भूमि का स्पष्ट सीमांकन किया जाये । उन्होंने बताया कि प्रदेश में वन भूमि का संरक्षण किया जाए इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को वन भूमि पर होने वाले अतिक्रमण को रोकने के निर्देश देते हुए कहा वन भूमि का स्पष्ट सीमाज्ञान करते हुए रिकॉर्ड का डिजिटलाइजेशन किया जाये।श्रीमती अर्पणा अरोड़ा ने बताया कि विभाग के वन्य जीव सफारी, उद्यान एवं राष्ट्रीय पार्क इत्यादि के वीडियो, शॉर्ट मूवीज एवं फोटोग्राफ सोशल मीडिया की मदद से प्रचार प्रसार करने के लिए कहा ताकि देशी एवं विदेशी पर्यटक आकर्षित हो सके। उन्होने बताया कि सोशल मीडिया पर विभाग की गतिविधियों का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने से आमजन तक जानकारी पहुंच सके।उन्होंने बताया कि प्रदेश की वन्य जीव सफारी में ऑनलाइन बुकिंग को अधिक सरल और सुविधाजनक बनाया जाए। साथ ही, एडवांस बुकिंग के लिए अधिकतम 3 महीने निर्धारित किया गया।बैठक में सुश्री शिखा मेहरा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक, श्री अशोक कुमार योगी, उप शासन सचिव वन सहित वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारी गण उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
चिकित्सा मंत्री Gajendra Singh Khinvsar: मौसमी बीमारियों की रोकथाम में नहीं हो कोई लापरवाही
Gajendra Singh Khinvsar ने कहा कि विभाग के सभी कार्मिक जीवन रक्षा के उद्देश्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अपनी जिम्मेदारी निभाएं
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री Gajendra Singh Khinvsar ने कहा कि विगत दिनों में मौसमी बीमारियों के प्रसार को देखते हुए चिकित्सा विभाग के सभी अधिकारी एवं कार्मिक पूरी मुस्तैदी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी कार्मिक जीवन रक्षा के उद्देश्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अपनी जिम्मेदारी निभाएं। मौसमी बीमारियों की रोकथाम में किसी स्तर पर लापरवाही नहीं हो।श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर सोमवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में प्रदेश में मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी पूरी सजगता एवं सतर्कता के साथ कार्य करें। मौसमी बीमारियों से ग्रसित रोगियों को तत्काल प्रभाव से जांच एवं उपचार उपलब्ध करवाया जाए। किसी चिकित्सा संस्थान में मानव संसाधन की कमी है तो तुरंत प्रभाव से स्वास्थ्यकर्मी नियोजित करें या वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करें।चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य स्तर से अधिकारी सभी जिलों पर नजर बनाए रखें और मौसमी बीमारियों की स्थिति की नियमित मॉनिटरिंग करें। जिन जिलों में केस ज्यादा आ रहे हैं, वहां टीमें एवं संसाधन बढ़ाकर स्थिति को नियंत्रित करें। जांच किट एवं दवाओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। रोगियों को उपचार लेने में किसी तरह की कठिनाई नहीं हो। अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक आवश्यक रूप से उपस्थित रहें।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बताया कि वर्ष 2021 में डेंगू के 20 हजार से अधिक केस सामने आए थे। विगत वर्ष भी 13 अक्टूबर तक 8079 केस डेंगू के सामने आए, जबकि इस वर्ष 7 हजार 226 केस सामने आए हैं और भारत सरकार के प्रोटोकॉल (एलाइजा टेस्ट) के अनुसार डेंगू के कारण 2 मौतें हुई हैं। उन्होंने बताया कि विभाग कुशल प्रबंधन और लगातार मॉनिटरिंग कर समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहा है।बैठक में चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री अम्बरीष कुमार, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, अतिरिक्त निदेशक राजपत्रित डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. प्रवीण असवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ का गठन
CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ (RERTF) का गठन किया गया है
प्रदेश में वित्त, आर्थिक प्रबंधन, बुनियादी ढांचे, कृषि और विकासात्मक आदि क्षेत्रों के विकास के लिए CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ (RERTF) का गठन किया गया है। बजट घोषणा वर्ष 2024-25 की अनुपालना में राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उप मुख्यमंत्री(वित्त) इस टास्क फोर्स के उपाध्यक्ष होंगे। उप मुख्यमंत्री(परिवहन व उच्च शिक्षा), उद्योग मंत्री, ऊर्जा मंत्री, कृषि मंत्री, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा, अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन, प्रमुख शासन सचिव उद्योग, प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी तथा शासन सचिव आयोजना इस टास्क फोर्स के सदस्य होंगे तथा शासन सचिव, वित्त(बजट) सदस्य सचिव होंगे।
प्रशासनिक सुधार विभाग के शासन उप सचिव श्री अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि टास्क फोर्स में वित्त, आर्थिक प्रबंधन, बुनियादी ढांचे, कृषि और विकासात्मक क्षेत्रों से 5 विषय विशेषज्ञों को सदस्य के रूप में नामित किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि टास्क फोर्स द्वारा प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों की पहचान, नीति निर्माण और कार्यान्वयन, कौशल विकास और शिक्षा, बुनियादी ढांचे का विकास, नवाचार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा, एमएसएमई और स्टार्टअप को बढ़ावा, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत, हरित विकास को बढ़ावा देने सहित प्रदेश की आर्थिक व रोजगार वृद्धि जैसे विषयों के संबंध में अभिशंसाएं की जाएंगी।
श्री शर्मा ने बताया कि इस टास्क फोर्स का कार्यकाल 31 मार्च, 2028 तक रहेगा एवं इसकी बैठक वर्ष में कम से कम एक बार आयोजित की जाएगी एवं वित्त विभाग इसका प्रशासनिक विभाग रहेगा।
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CM Bhajanlal Sharma: ‘कैच द रेन’ कैम्पेन से जल संचय को मिलेगा बढ़ावा
CM Bhajanlal Sharma: जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजस्थान की जल परियोजनाएं हो रही साकार
CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। देश में जल संचय के क्षेत्र में ’कैच द रेन’ कैम्पेन प्रधानमंत्री की अनूठी पहल है। उन्होंने कहा कि यह अभियान देश में जन आंदोलन बनेगा, जिससे जन भागीदारी बढ़ेगी और जल संचय होगा।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा रविवार को गुजरात के सूरत में जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान की जल आवश्यकता को समझते हुए वर्ष 2003 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश को नर्मदा का पानी उपलब्ध करवाया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही राजस्थान और मध्यप्रदेश के मध्य ईआरसीपी परियोजना का एमओयू तथा हरियाणा और राजस्थान के बीच यमुना जल समझौता हुआ। देवास परियोजना के तहत उदयपुर में जल उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।राजस्थान में सदियों से जल संरक्षण एक परंपरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में जल हमेशा से एक अनमोल संसाधन रहा है, इसलिए राजस्थान में जल संरक्षण एक परंपरा है। हमारे पूर्वजों ने जल संरक्षण की आवश्यकता को गहराई से समझा और सीमित संसाधनों में भी डिग्गी, कुंड और बावड़ी बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि सदियों से राजस्थान में टांके, तालाब, खड़ीन, नाड़ियां, पाट और जोहड़ के माध्यम से वर्षा जल को सहजने का काम किया जा रहा है।‘कैच द रेन’ कैम्पेन का राजस्थान को मिलेगा लाभ
श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्षा जल संचय के लिए महत्वपूर्ण अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जल संचय के लिए प्रवासी राजस्थानियों का अपनी मातृभूमि के प्रति योगदान का निश्चय इस अभियान को मजबूती प्रदान करेगा। राजस्थान के हर जिले के प्रत्येक गांव में चार जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण के लिए प्रवासी उद्यमियों का योगदान तय किया गया है। इससे जल संकट को दूर करने में मदद मिलेगी। यह अभियान आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवनदायिनी साबित होने वाला है।मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के तहत हो रहे जल संरक्षण के कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 चलाया जा रहा है। प्रथम चरण में इस अभियान के तहत 5 हजार से अधिक गांवों में 3 हजार 500 करोड़ रुपये की लागत से 1 लाख 10 हजार कार्य करवाये जा रहे हैं। यह अभियान राज्य में जल संरक्षण और जल स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस वर्ष अच्छी वर्षा होने से प्रदेश के बांध भरे हुए हैं।श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद जो परिवर्तन आया है, उसे सभी महसूस कर रहे हैं। देश में गरीब कल्याण की योजनाएं, विकास योजनाएं, आतंकवाद-नक्सलवाद का खात्मा और दुनिया में बढ़ता भारत का गौरव देश के हर नागरिक ने देखा है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री गुजरात श्री भूपेन्द्र पटेल, मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल, उप मुख्यमंत्री बिहार श्री सम्राट चौधरी, संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल, सांसद श्री लुम्बाराम चौधरी सहित वरिष्ठ अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in