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  • Vigilance Bureau ने प्लॉट के नामांतरण के लिए किश्तों में 65 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे पूर्व पटवारी और उसके सहयोगी को किया गिरफ्तार

    Vigilance Bureau ने प्लॉट के नामांतरण के लिए किश्तों में 65 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे पूर्व पटवारी और उसके सहयोगी को किया गिरफ्तार

    Vigilance Bureau ने पटवारी गुरनाम सिंह और उसके सहायक राणा सिंह को गिरफ्तार किया है, जिन्हें कल अदालत में पेश किया जाएगा।

    पंजाब Vigilance Bureau ने राज्य में भ्रष्टाचार के खि़लाफ़ मुहिम के तहत राजस्व हलका गिल में तैनात पूर्व पटवारी गुरनाम सिंह, उसके साथियों बूटा सिंह और लुधियाना जिले के गिल गांव निवासी राणा सिंह के खि़लाफ़ 65,000 रुपए की रिश्वत लेने के लिए भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने पटवारी गुरनाम सिंह और उसके सहायक राणा सिंह को गिरफ्तार किया है, जिन्हें कल अदालत में पेश किया जाएगा।

    इस संबंधी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जिला लुधियाना के गांव डुल्ले निवासी सरबजीत सिंह द्वारा दायर एक शिकायत की जांच के आधार पर उपरोक्त आरोपियों के खि़लाफ़ यह मामला दर्ज किया गया है

    शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बूटा सिंह और राणा सिंह नाम के दो निजी व्यक्तियों ने पटवारी गुरनाम सिंह के साथ उनकी बैठक की व्यवस्था की थी, जिन्होंने उनके प्लॉट के म्यूटेशन (इंतकल) के लिए एक लाख रुपये की मांग की थी। उन्होंने आगे बताया कि पटवारी ने अपने उपरोक्त सहयोगियों (करिंडा) बूटा और राणा के माध्यम से 15000 रुपये, 35000 रुपये और 15000 रुपये की तीन किस्तों में कुल 65000 रुपये की रिश्वत ली थी। शिकायतकर्ता ने पटवारी और उसके साथियों के साथ फोन कॉल रिकॉर्ड की थी।

    प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान 65000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप सिद्ध हुए। इस संबंध में पटवारी गुरनाम सिंह, उसके साथियों बूटा सिंह और राणा सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में आगे की जांच प्रगति पर है।

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  • Hardeep Singh Mundian: कॉलोनाइजरों के लंबित कार्यों के निपटारे के लिए 16 अक्टूबर को पहली बार विशेष शिविर लगेगा

    Hardeep Singh Mundian: कॉलोनाइजरों के लंबित कार्यों के निपटारे के लिए 16 अक्टूबर को पहली बार विशेष शिविर लगेगा

    Hardeep Singh Mundian: शहरों के नियोजित विकास के दौरान पर्यावरण प्रदूषण और अनधिकृत कॉलोनियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

    • आवास एवं शहरी विकास मंत्री ने क्रेडाई के साथ मैराथन बैठक की

    मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार नागरिकों और कॉलोनाइजरों के लंबित प्रकरणों के निस्तारण के लिए 16 अक्टूबर को पहली बार विशेष शिविर का आयोजन कर रही है, जिसमें कॉलोनाइजरों के कम से कम 50 प्रकरणों में प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। यह बात आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने आज चंडीगढ़ के पंजाब भवन में क्रेडाई (कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कही।

    मुंडियन ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कॉलोनाइजरों और नागरिकों के कार्यों के संबंध में जीरो पेंडेंसी सुनिश्चित की जा रही है ताकि सुचारू और समय पर सेवाएं प्रदान की जा सकें। उन्होंने कहा कि 16 अक्टूबर को पहले शिविर के बाद, नवंबर के अंत में एक दूसरा ऐसा शिविर आयोजित किया जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक लंबित मामलों को निपटाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।

    आवास एवं शहरी विकास मंत्री ने आगे कहा कि यदि विभाग का कोई अधिकारी कॉलोनाइजरों के मामलों से संबंधित रिश्वत की मांग करता है, तो शिकायत तुरंत विभाग के ईमेल transparency.hud@gmail.com पर भेजी जाए जो सीधे उन्हें और सचिव को संबोधित की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जब भी नागरिक या कॉलोनाइजर किसी भी कार्यालय में काम के लिए आते हैं, तो उनकी समस्याओं को सुना जाना चाहिए और प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाना चाहिए।

    शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने कहा कि राज्य सरकार शहरों के नियोजित विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें रियल एस्टेट क्षेत्र का प्रमुख योगदान होने की संभावना है। इसके अलावा सरकार की ओर से अनधिकृत कॉलोनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा 18 से 29 अक्टूबर तक सरकार सरकारी संपत्तियों की दूसरी नीलामी शुरू कर रही है। उन्होंने कहा कि विकास केंद्रित कार्य करते समय किसी को भी पर्यावरण के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।

    सचिव राहुल तिवारी ने बताया कि लम्बित मामलों के निस्तारण के लिए हर महीने शिविर लगाए जाएंगे। अब तक विभाग के अधिकारियों की मेहनत के कारण विभाग में विभिन्न प्रकार के 1000 लंबित मामलों को घटाकर 100 कर दिया गया है और भविष्य में इसे पूरी तरह से खत्म करने का उद्देश्य है।

    इस अवसर पर क्रेडाई के अधिकारियों ने कैबिनेट मंत्री का स्वागत किया और अधिकारियों के साथ उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे इस तरह के पहले शिविर की सराहना करते हुए कहा कि यह एक नया कदम है। कैबिनेट मंत्री एस. मुंडियन ने कहा कि कॉलोनाइजरों की मांगों और फीडबैक का पता लगाने के लिए इस तरह की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी।

    बैठक में मुख्य प्रशासक (सीए) गमाडा मोनीश कुमार, सीए पुडा और निदेशक टाउन एंड कंट्री प्लानिंग नीरू कत्याल गुप्ता और एसीए पुडा इनायत भी उपस्थित थे।

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  • मुख्य सचिव KAP Sinha ने श्री दरबार साहिब और श्री दुर्गियाना मंदिर में मत्था टेका

    मुख्य सचिव KAP Sinha ने श्री दरबार साहिब और श्री दुर्गियाना मंदिर में मत्था टेका

    पंजाब के मुख्य सचिव KAP Sinha ने रविवार को अमृतसर में श्री दरबार साहिब और श्री दुर्गियाना मंदिर में मत्था टेका।

    श्री दरबार साहिब में मत्था टेकने के बाद मुख्य सचिव सिन्हा ने पवित्र स्थान के चारों ओर पारंपरिक परिक्रमा की। उन्होंने गुरबाणी कीर्तन भी सुना। इसके बाद सूचना कार्यालय में एसजीपीसी द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। श्री दुर्गियाना मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद श्री सिन्हा को मंदिर समिति द्वारा सम्मानित भी किया गया।

    मुख्य सचिव श्री केएपी सिन्हा ने कहा कि नए पद का दायित्व संभालने के बाद वह ‘गुरु घर’ से आशीर्वाद लेकर आभार व्यक्त करने आए हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने उन्हें ईमानदारी और समर्पण के साथ पंजाब के लोगों की सेवा करने का आशीर्वाद दिया है।

    इस मौके पर उपायुक्त अमृतसर साक्षी साहनी, एसडीएम मनकंवल सिंह चहल और डीसीपी हरप्रीत सिंह मंदर भी मौजूद रहे।

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  • CM Bhagwant Mann की कोशिशें रंग लाई, भारत सरकार ने मिल मालिकों और आढ़तियों की मुख्य मांगें मानी

    CM Bhagwant Mann की कोशिशें रंग लाई, भारत सरकार ने मिल मालिकों और आढ़तियों की मुख्य मांगें मानी

    CM Bhagwant Mann ने मिल मालिकों और आढ़तियों से किए वादे पूरे किए, केंद्र सरकार के समक्ष उठाए मुद्दे

    •  केंद्र सरकार ने अतिरिक्त स्टोरेज क्षमता के लिए 31 मार्च 2025 तक राज्य से 120 लाख मीट्रिक टन अनाज उठाने की सहमति दी
    •  एफ.सी.आई. के डिपो में चावल की डिलीवरी के लिए लगने वाले ट्रांसपोर्टेशन खर्च की भरपाई करेगी भारत सरकार
    • समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए ड्रायेज की 1 प्रतिशत बहाली की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन
    • कम पानी की खपत वाली धान की किस्मों को लाने के लिए केंद्रीय मंत्री ने पंजाब की सराहना की
    • आढ़तियों का कमीशन एम.एस.पी. का 2.5% बहाल करने पर केंद्र विचार करेगा

    पंजाब के आढ़तियों और चावल मिल मालिकों को बड़ी राहत देते हुए केंद्र सरकार ने CM Bhagwant Mann द्वारा केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री के साथ बैठक के दौरान उठाई गई प्रमुख मांगों को मान लिया है।

    केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में धान की खरीद एक त्यौहार की तरह होती है। उन्होंने बताया कि पंजाब की अर्थव्यवस्था इस खरीद सीजन पर निर्भर करती है और देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह सीजन बहुत महत्वपूर्ण है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि मौजूदा खरीफ खरीद सीजन 2024-25 के दौरान पंजाब में 185 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की संभावना है और मिलिंग के बाद 125 लाख मीट्रिक टन चावल की डिलीवरी का अनुमान है।

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि मौजूदा सीजन के दौरान स्टोरेज की कमी लगातार हो रही है और अब तक सिर्फ सात लाख मीट्रिक टन क्षमता ही उपलब्ध है, जिससे राज्य के मिल मालिकों में व्यापक असंतोष है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे मंडियों में धान की खरीद/उठान पर बुरा असर पड़ रहा है, जिससे किसानों के बीच भी नाराजगी बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से अपील की कि खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाए रखने के लिए 31 मार्च 2025 तक राज्य से कम से कम 20 प्रतिशत अनाज की उठान सुनिश्चित की जाए। इसके लिए ओएमएसएस/इथेनॉल के लिए निर्धारित/निर्यात/कल्याण योजनाओं और अन्य श्रेणियों के तहत चावल की उठान बढ़ाई जाए।

    मुख्यमंत्री द्वारा उठाए गए मुद्दों पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री जोशी ने मार्च 2025 तक राज्य से 120 लाख मीट्रिक टन धान की उठान सुनिश्चित करने पर सहमति जताई।

    चावल की डिलीवरी के लिए मिल मालिकों को परिवहन खर्च की अदायगी का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि कई बार मिलिंग केंद्रों में स्टोरेज की जगह न होने के कारण एफसीआई मिल मालिकों को अपने डिपो पर चावल पहुंचाने के लिए कहता है, जो अधिकांश मामलों में 50 से 100 किलोमीटर के दायरे में होते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि कई मामलों में ये डिपो राज्य के बाहर भी स्थित होते हैं, जिससे मिल मालिकों पर परिवहन लागत के रूप में अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लागत चावल मिल मालिकों और राज्य की खरीद एजेंसियों के बीच हुए द्विपक्षीय समझौतों में शामिल नहीं होती।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए एफसीआई के डिपो तक चावल की डिलीवरी के लिए आने वाले अतिरिक्त परिवहन खर्च की पूर्ति करने की मांग जायज है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अपील की कि मिल मालिकों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाए और उन्हें प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि चावल की डिलीवरी के लिए परिवहन खर्च की अदायगी वास्तविक दूरी के अनुसार की जानी चाहिए और इसमें बैकवर्ड चार्ज और अन्य खर्चों की कटौती न हो। इस मुद्दे के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने भगवंत सिंह मान को आश्वासन दिया कि इस संबंध में मिल मालिकों को आने वाले परिवहन खर्च को केंद्र सरकार वहन करेगी।

    धान की ड्राइएज का मुद्दा उठाते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि दशकों से एमएसपी पर खरीद के लिए एक प्रतिशत ड्राइएज की अनुमति थी, जिसे बिना किसी विचार-विमर्श और बिना वैज्ञानिक सर्वेक्षण के 2023-24 के खरीफ सीजन में डीएफपीडी द्वारा एकतरफा घटाकर 0.5 प्रतिशत कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे चावल मिल मालिकों को अनावश्यक वित्तीय नुकसान हुआ है, जो पहले से ही भंडारण के लिए जगह की कमी के कारण वित्तीय दबाव में थे और इससे उनके बीच असंतोष और बढ़ गया है। उन्होंने आगे कहा कि जैसे स्थान की कमी के कारण पिछले मिलिंग सीजन को 31 मार्च से आगे बढ़ाया गया था, जिसके परिणामस्वरूप गर्मी के मौसम के कारण अप्रैल से 24 जुलाई तक धान के सूखने/वजन घटने/रंग बदलने के कारण अधिक नुकसान हुआ था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि खरीफ सीजन 2023-24 से पहले की तरह ड्राइएज को एमएसपी के एक प्रतिशत तक बहाल किया जा सकता है और जहां एफसीआई को दिए गए सीएमआर/एफआर में नमी की मात्रा 14 प्रतिशत से कम हो, वहां 31 मार्च के बाद डिलीवरी के लिए मिलरों को उचित मुआवजा दिया जा सकता है।

    ड्राइएज के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने कहा कि इस संबंध में उसने आईआईटी खड़गपुर से पहले ही एक सर्वेक्षण करवाया है। उन्होंने कहा कि इस सर्वेक्षण में पंजाब के दृष्टिकोण को भी शामिल किया जाएगा।

    धान की हाइब्रिड किस्मों के आउट-टर्न अनुपात का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा ग्रेड-ए धान के लिए आउट-टर्न अनुपात 67 प्रतिशत तय किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्रेड-ए धान की पारंपरिक किस्मों के लिए अधिक पानी की खपत को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने राज्य में कुछ हाइब्रिड किस्मों की खेती को प्रोत्साहित किया है। भगवंत सिंह मान ने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया कि कम समय में पकने वाली इन किस्मों में पानी की कम खपत होती है और अधिक उपज देती हैं, जिससे किसानों की आय में वृद्धि स्वाभाविक है।

    मुख्यमंत्री ने बताया कि मिल मालिकों ने जानकारी दी है कि इन किस्मों का आउट-टर्न अनुपात 67 प्रतिशत से कम है, जिसका पुनर्मूल्यांकन किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अपील की कि वह धान की इन किस्मों के आउट-टर्न अनुपात का अध्ययन करने के लिए केंद्रीय टीमों को नियुक्त करें। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने धान की कम पानी की खपत वाली किस्मों को लाने की पंजाब सरकार की अनूठी पहल की सराहना की। उन्होंने ऐसी और किस्मों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार को पूरी मदद और सहयोग देने का आश्वासन दिया।

    एक और मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री ने पंजाब एपीएमसी अधिनियम के तहत आढ़तियों को कमीशन भत्ता देने की जोरदार अपील की। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछले पांच वर्षों/2019-20 से आढ़तियों को दिए जा रहे कमीशन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, जबकि इन वर्षों के दौरान उनके खर्चे कई गुना बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य हर साल बढ़ाया जाता है जबकि 2019-20 से ही आढ़तियों को 45.38 से 46 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से कमीशन दिया जा रहा है। हालांकि पंजाब राज्य कृषि उत्पादन बाजार समिति अधिनियम के नियम और उप-नियमों के तहत आढ़तियों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 2.5% कमीशन देने का प्रावधान है, जो मौजूदा खरीफ सीजन में 58 रुपए प्रति क्विंटल बनता है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान खरीद में कोविड-19 महामारी जैसी चुनौतियों के बावजूद, श्रमिकों की कमी, मौसम की गड़बड़ी और मशीनों द्वारा कटाई के कारण मंडियों में तेजी से आवक को सुनिश्चित करने के बावजूद आढ़तियों ने केंद्रीय पूल के तहत अनाज की निर्बाध खरीद सुनिश्चित की। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य द्वारा पिछले तीन वर्षों से हर साल केंद्रीय पूल में 45-50 प्रतिशत गेहूं का योगदान देकर देश की खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इससे गेहूं के बफर स्टॉक को बनाए रखने, खुले बाजार में गेहूं और आटे की कीमतों को नियंत्रित करने और महंगाई को रोकने में मदद मिली है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कई वर्षों से आढ़तियों के कमीशन में कोई वृद्धि न होने के कारण आढ़तियों में भारी असंतोष है। भगवंत सिंह मान ने केंद्रीय मंत्री से अपील की कि आढ़तियों के कमीशन को न्यूनतम समर्थन मूल्य के 2.5 प्रतिशत करने की अनुमति दी जाए। केंद्रीय मंत्री ने भगवंत सिंह मान को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार और आढ़तियों की इस मांग पर अगली बैठक में सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।

  • Hardeep Singh Mundian: पारदर्शी नागरिक सेवाओं के साथ शहरों का योजनाबद्ध विकास सुनिश्चित करें

    Hardeep Singh Mundian: पारदर्शी नागरिक सेवाओं के साथ शहरों का योजनाबद्ध विकास सुनिश्चित करें

    Hardeep Singh Mundian: पारदर्शिता पद्धति के माध्यम से संपत्तियों की ई-नीलामी के माध्यम से 3000 करोड़ रुपये अर्जित किए, 1500 करोड़ रुपये अधिक अर्जित करने का लक्ष्य

    • भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता भ्रष्टाचार मुक्त नागरिक सेवाएं प्रदान करना है
    • अनधिकृत कॉलोनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और यह सुनिश्चित करना कि भविष्य में ऐसी कोई नई कॉलोनी अस्तित्व में न आए।

    आवास एवं शहरी विकास मंत्री ने सभी विकास प्राधिकरणों के कार्यों की समीक्षा कीआवास एवं शहरी विकास मंत्री Hardeep Singh Mundian ने कहा कि लोगों के कार्यों को बिना किसी परेशानी और देरी के तत्परता से सुनिश्चित किया जाना चाहिए। पहली समीक्षा बैठक के दौरान श्री मुंडिया ने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता राज्य के लोगों को बेहतर भ्रष्टाचार मुक्त नागरिक सेवाएं मुफ्त प्रदान करना है और इस प्रतिबद्धता की कड़ाई से रक्षा की जानी चाहिए।

    आवास एवं शहरी विकास सचिव राहुल तिवारी ने कैबिनेट मंत्री को अवगत करवाया कि विभाग ने सम्पत्तियों की पारदर्शी नीलामी के माध्यम से 3000 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया है और आने वाले समय में 1500 करोड़ रुपये और कमाने का लक्ष्य है। आवास एवं शहरी विकास मंत्री ने कहा कि इसे त्योहारी सीजन में लागू किया जाए और लोगों को उनका सपनों का घर भी मिले। उन्होंने कहा कि विभाग रेलटेल पोर्टल के माध्यम से पारदर्शी तरीके से संपत्तियों की ई-नीलामी करे, ताकि सरकार के लिए अधिक से अधिक राजस्व एकत्र किया जा सके।

    श्री हरदीप सिंह मुंडियन ने कहा कि लोगों के काम पूरी तरह समाप्त होने चाहिए। लोगों की सुविधा के लिए नागरिक सेवा पोर्टल के तहत वर्तमान में जो भी सेवाएं ऑनलाइन प्रदान की जा रही हैं, उनका त्वरित निस्तारण किया जाए। यदि किसी प्रकरण में कोई आपत्ति है तो आवंटी को केवल एक बार सूचित किया जाए और बार-बार आपत्ति न करके स्वीकृति ली जाए। उन्होंने कहा कि विभाग के लोक निर्माण कार्यों के लिए हर माह कार्यों की स्वीकृति के लिए शिविर लगाए जाएं।

    मंत्री महोदय ने कहा कि विभाग के कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही सर्वोच्च प्राथमिकता है। भ्रष्टाचार और कदाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी पाए जाने वाले किसी भी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वह और उच्च अधिकारी व्यक्तिगत रूप से विभाग के निचले स्तर के काम की निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि यह विभाग लोगों से सीधे जुड़ा हुआ है, जिसके कारण जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है और पंजाब को वापस अपने पैरों पर खड़ा करने के अभियान को सफलतापूर्वक चलाने का मुख्यमंत्री का काम मिलजुल कर करना है।

    इससे पूर्व, सचिव आवास एवं शहरी विकास श्री राहुल तिवारी ने कैबिनेट मंत्री का स्वागत करते हुए विभाग और सभी विकास प्राधिकरणों के कामकाज के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया। श्री तिवारी ने आगे कहा कि शहरों के नियोजित विकास को प्राथमिकता देते हुए अनधिकृत कॉलोनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। अवैध कॉलोनियों के खिलाफ परिणामोन्मुखी तरीके से कार्रवाई की जा रही है और तत्काल रिपोर्ट दी जा रही है और इस कार्रवाई में किसी भी सिफारिश या सुझाव की अनुमति नहीं दी जाएगी। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा जाता है कि भविष्य में कोई भी अनधिकृत कॉलोनी अस्तित्व में न आए और इस संबंध में विभाग के नियामक विंग को मजबूत और सुव्यवस्थित किया जा रहा है।

    बैठक के दौरान सीए गमाडा मूनेश कुमार, सीए पुडा और डायरेक्टर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग नीरू कटियाल गुप्ता, सीए बीडीए और पीडीए मनीषा राणा, सीए एडीए और जेडीए अंकुरजीत सिंह, सीए ग्लाडा हरप्रीत सिंह ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न विकास प्राधिकरणों के बारे में जानकारी साझा की।

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  • CM Bhagwant Mann का निर्देश: डीसी प्रतिदिन करेंगे मंडी का दौरा

    CM Bhagwant Mann का निर्देश: डीसी प्रतिदिन करेंगे मंडी का दौरा

    CM Bhagwant Mann: किसानों के एक-एक दाने की खरीद और उठान के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई

    पंजाब के CM Bhagwant Mann ने बुधवार को डिप्टी कमिश्नरों को धान की खरीद और उठान में तेजी लाने के लिए व्यापक फील्ड दौरे करने के निर्देश दिए।

    उपायुक्तों के साथ एक आभासी बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने कहा कि केएमएस 2024-25 के आगमन के साथ मंडियों में धान की आवक बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी उपज बेचने में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उपायुक्तों को व्यक्तिगत रूप से अनाज की सुचारू और परेशानी मुक्त खरीद सुनिश्चित करनी चाहिए और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खरीद सीजन के दौरान किसानों द्वारा मंडियों में लाए जाने के लिए 185 एलएमटी धान खरीदने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान में 32 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की खेती की जा रही है और पंजाब 185 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रख रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आरबीआई द्वारा केएमएस 2024-25 के लिए 41,378 करोड़ रुपये की सीसीएल पहले ही जारी की जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट रूप से कहा कि खरीद और उठान में किसी भी प्रकार की शिथिलता पूरी तरह से अनुचित और अवांछनीय है। उन्होंने कहा कि किसानों की उपज को जल्द से जल्द खरीदने और उठाने की जरूरत है, ताकि उन्हें सुविधा मिल सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार धान की सुचारू और परेशानी मुक्त खरीद के लिए प्रतिबद्ध है और अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि सरकार के फैसले को विधिवत लागू किया जाए।

    मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को जमीनी स्तर पर पूरे कार्यों का जायजा लेने के लिए प्रतिदिन 7-8 मंडियों का दौरा करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र में अनाज मंडियों का नियमित दौरा करें और नियमित निगरानी के लिए दैनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। भगवंत सिंह मान ने उनसे खरीद कार्यों का बारीकी से निरीक्षण करने के लिए कहा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अनाज का स्टॉक बाजार में ढेर न हो और इसे जल्द से जल्द उठाया जाना सुनिश्चित किया जा सके।

    मुख्यमंत्री ने अधिकारियों/कर्मचारियों से कहा कि धान की फसल की आवक, खरीद और भुगतान की दैनिक रिपोर्ट व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत कर उपार्जन कार्यों के संबंध में उन्हें अद्यतन जानकारी देते रहें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले से ही व्यापक व्यवस्था की है ताकि किसानों की फसल को अनाज मंडियों से सुचारू, समय पर और परेशानी मुक्त तरीके से उठाया जा सके। उन्होंने राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया कि किसानों को अपनी उपज बेचते समय किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

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  • Vigilance Bureau ने 25000 रुपये की रिश्वत लेते हुए निजी व्यक्ति को किया गिरफ्तार

    Vigilance Bureau ने 25000 रुपये की रिश्वत लेते हुए निजी व्यक्ति को किया गिरफ्तार

    Vigilance Bureau

    पंजाब Vigilance Bureau (वीबी) ने बुधवार को राज्य में भ्रष्टाचार के खि़लाफ़ मुहिम के दौरान पटियाला जिले के पातरन शहर के निवासी अजायब सिंह नामक एक व्यक्ति को 25,000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

    इस संबंधी जानकारी देते हुए राज्य ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त आरोपी को उसी कस्बे पातरां निवासी गोपी चंदर की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।

    उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को सूचित किया है कि वह शहर में नूरमहल होटल चला रहा है। आरोपी और उसके साथी सिकंदर सिंह निवासी गांव पतरां कस्बे ने इस होटल को सुचारू रूप से चलाने के लिए डीएसपी पातरां के नाम से 25,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।

    प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्रारम्भिक जांच के बाद विजीलैंस ब्यूरो की एक टीम ने जाल बिछाया और इस दौरान अभियुक्त अजायब सिंह को उस समय रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह दो सरकारी गवाहों की उपस्थिति में शिकायतकर्ता से 25,000 रुपए की रिश्वत ले रहा था। उन्होंने बताया कि उक्त दोषी के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत पटियाला पुलिस थाने पटियाला में मुकदमा दर्ज करके आगामी कार्यवाही आरंभ कर दी गई है।

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  • बैकफिंको के चेयरमैन Sandeep Saini ने कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर से मुलाकात की

    बैकफिंको के चेयरमैन Sandeep Saini ने कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर से मुलाकात की

    Sandeep Saini

    पंजाब पिछड़ा वर्ग भूमि विकास और वित्त निगम (बैकफिनको) के चेयरमैन Sandeep Saini ने चंडीगढ़ में सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण और अल्पसंख्यक मंत्री डॉ. बलजीत कौर से मुलाकात की। बैठक में राज्य के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए बैकफिनको द्वारा की गई विभिन्न पहलों की समीक्षा और उन्हें आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

    बैठक के दौरान, अध्यक्ष श्री संदीप सैनी ने मंत्री को राज्य के पिछड़े समुदायों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कई तकनीकी और वित्तीय योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ये पहल हजारों किसानों, महिलाओं और युवाओं को महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता प्रदान कर रही हैं, उनकी आत्मनिर्भरता और समग्र आर्थिक कल्याण को बढ़ा रही हैं। श्री सैनी ने यह भी साझा किया कि इन प्रयासों को और मजबूत करने के लिए नई योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।

    मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बैकफिन्को को पंजाब सरकार की ओर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने हाशिए के समुदायों के कल्याण और प्रगति को सुनिश्चित करने के लिए बैकफिनको जैसे संस्थानों के साथ सहयोग करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

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  • CM Mann ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा बाड़ पर बीओपी के आसपास बाढ़ सुरक्षा के लिए 176.29 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी

    CM Mann ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा बाड़ पर बीओपी के आसपास बाढ़ सुरक्षा के लिए 176.29 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी

    CM Mann: अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, पठानकोट और गुरदासपुर जिलों में 28 साइटों पर परियोजना चलाई जाएगी

    पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए बुधवार को 176.29 करोड़ रुपए की लागत से अंतर्राष्ट्रीय सीमा बाड़ के साथ सीमा चौकियों (बीओपी) की सुरक्षा के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षा के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी।

    इस सम्बन्ध में अपने सरकारी आवास पर राज्य बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार को अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सीमा चौकियों (बीओपी) की रक्षा के लिए बीएसएफ और सेना से बार-बार अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये स्थल रावी, सतलुज और उझ नदियों के बाढ़ के पानी से प्रभावित हैं, अतीत में राष्ट्रीय महत्व के रक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए सीमित राज्य निधि को डायवर्ट करना पड़ता था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन कार्यों के राष्ट्रीय सुरक्षा पहलू को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य में 28 स्थलों के लिए 176.29 करोड़ रुपये की लागत से एक परियोजना की कल्पना की है।

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर बीओपी की सुरक्षा के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षा कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से सीमा पार अंतर्राष्ट्रीय सीमा बाड़ और अन्य रक्षा बुनियादी ढांचे पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय की मांग है कि बाढ़ सुरक्षा कार्यों को मजबूत किया जाए ताकि देश की सुरक्षा से समझौता न हो।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना में सेना के साथ संयुक्त रूप से स्थलों की पहचान की गई है और ये राज्य के अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, पठानकोट और गुरदासपुर जिलों में आएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस परियोजना से 8695.27 हेक्टेयर भूमि को लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 28 स्थलों में से सात फिरोजपुर में, 11 अमृतसर में, तीन तरनतारन में, पांच गुरदासपुर में और दो पठानकोट जिले में हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत तरनतारन जिले में 1788 फुट, फिऱोजपुर में 1050 फुट तथा गुरदासपुर में 2875 फुट तटबंध प्रस्तावित है। इसी तरह, उन्होंने कहा कि परियोजना में 29140 फीट रिवेटमेंट, 22 स्पर्स और 95 स्टड शामिल होंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के सीमावर्ती राज्य होने के मद्देनजर यह परियोजना देश के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।

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  • Punjab Vigilance Bureau ने फंड में गबन करने के आरोप में बुढलाडा एमसी इंजीनियर, जेई, कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया

    Punjab Vigilance Bureau ने फंड में गबन करने के आरोप में बुढलाडा एमसी इंजीनियर, जेई, कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया

    Punjab Vigilance Bureau ने जेई और ठेकेदार, एएमई को गिरफ्तार किया, फरार

    Punjab Vigilance Bureau ने मानसा जिले के नगर परिषद (एमसी) बुढलाडा के अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ सड़क निर्माण में एक-दूसरे के साथ मिलीभगत करके अनियमितता करने और सरकार को लाखों रुपये का वित्तीय नुकसान पहुंचाने के लिए मामला दर्ज किया है।

    इस संबंधी जानकारी देते हुए ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जांच के आधार पर आरोपी इंद्रजीत सिंह, सहायक नगर अभियंता (एएमई), राकेश कुमार, जूनियर इंजीनियर एमसी बुधलादा और ठेकेदार राकेश कुमार, आदर्श कोऑपरेटिव एल एण्ड सी सोसायटी, झुनीर के मालिक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।

    उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पाया गया है कि एमसी बुधलाडा के अधिकारियों/कर्मचारियों ने ठेकेदार के साथ मिलीभगत कर बुढलाडा शहर में कुलाना रोड तक सीमेंट कंक्रीट सड़क के निर्माण कार्य में गड़बड़ी की थी। इसके अलावा, इंद्रजीत सिंह, एएमई और राकेश कुमार जेई ने सड़क की अनिवार्य भौतिक जांच नहीं की और न ही आधिकारिक माप पुस्तिका (एमबी) में प्रविष्टियों को पूरा किया।

    उन्होंने आगे कहा कि वीबी की तकनीकी टीम द्वारा इस सड़क की जांच के दौरान, इस सीमेंट कंक्रीट सड़क की लंबाई 693 फीट पाई गई, जबकि आधिकारिक एमबी में यह 760 फीट दर्ज की गई थी। इस प्रकार, ठेकेदार को अधिक भुगतान करने के लिए एमबी में 67 फीट सड़क दर्ज की गई थी। इसके अलावा राकेश कुमार ठेकेदार द्वारा एमसी बुधलाडा के कार्यपालक अधिकारी के खाते में इस संबंध में कानूनी कार्रवाई की आशंका से 2 लाख रुपये जमा कराए गए थे, जिससे अनियमितता करने के लिए उनकी आपसी मिलीभगत भी साबित हुई।

    इस जांच के आधार पर उपरोक्त सभी अभियुक्तों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1)(ए) के साथ पठित 13(2) और आईपीसी की धारा 409, 465, 467, 468, 471, 120-बी के तहत विजीलैंस थाने बठिंडा रेंज में एफआईआर संख्या 23 दिनांक 08.10.2024 दर्ज की गई है।

    वीबी ने एमसी बुधलाडा निवासी राकेश कुमार जेई और मानसा शहर निवासी ठेकेदार राकेश कुमार को गिरफ्तार किया है।

    उन्होंने बताया कि इस मामले में आगे की जांच जारी है और आरोपी इंद्रजीत सिंह, एएमई की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

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