Tag: Prime Minister Shri Narendra Modi

  • CM Nayab Singh Saini ने ऐतिहासिक नगरी पानीपत के ग्राउंड में आयोजित की गई मैराथन को हरी झंडी दिखाई

    CM Nayab Singh Saini ने ऐतिहासिक नगरी पानीपत के ग्राउंड में आयोजित की गई मैराथन को हरी झंडी दिखाई

    CM Nayab Singh Saini ने रविवार को ऐतिहासिक नगरी पानीपत के सैक्टर 13-17 के ग्राउंड में आयोजित की गई मैराथन को हरी झंडी दिखाने से पहले अपने संबोधन में व्यक्त किये

    हरियाणा के युवाओं ने देश-विदेश में अपनी प्रतिभा एवं कौशल की धाक जमाई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी युवा शक्ति की अक्सर सराहना करते हैं। स्वस्थ शरीर मनुष्य जीवन की उत्तम कुंजी है। कहा भी गया है कि पहला सुख निरोगी काया। स्वस्थ व्यक्ति ही स्वस्थ समाज का निर्माण करते हैं और स्वस्थ समाज देश-प्रदेश के विकास व उत्थान की पहली सीढ़ी है। हम चाहते हैं कि जनसाधारण में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आए, जीवनशैली व्यवस्थित हो, समाज का ताना-बाना मजबूत हो और भाईचारे की कडिय़ां सुदृढ़ हों। ये उदगार मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को ऐतिहासिक नगरी पानीपत के सैक्टर 13-17 के ग्राउंड में आयोजित की गई मैराथन को हरी झंडी दिखाने से पहले अपने संबोधन में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि इस मैराथन का उद्देश्य सबको फिटनेस के प्रति जागरूक करना और साथ ही नागरिकों में प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विजेताओं को सम्मानित किया और उपस्थित युवाओं को नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं 21 कि.मी., 10 कि.मी. और 5 कि.मी. की मैराथन के सभी विजेताओं के साथ ही इनमें भाग लेने वाले हर नागरिक को बधाई देता हूं। ऐसे आयोजनों में भाग लेना पूरे समाज को एक शुभ संदेश देता है और इससे सब नागरिकों, विशेषकर बच्चों व युवाओं को प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री के फिट इंडिया मिशन को आगे बढ़ाने के लिए हमने हरियाणा में मैराथन, खेल, योग और राहगिरी को निरंतर बढ़ावा दिया है।

    मुख्यमंत्री ने प्रशासन और सभी संस्थाओं का इस सफल आयोजन के लिए आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री मैराथन के धावकों के साथ खुली गाड़ी में दूर तक गये व संस्थाओं द्वारा लगाये गये व विभिन्न स्टालों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इस सफल आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि यह कार्यक्रम अपने उद्देश्य में निश्चित रूप से सफल रहेगा। मैराथन में पहुंचे युवाओं ने खूब धूम मचाई व अपने उत्साह व जोश का परिचय दिया।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मैराथन में स्कूल-कालेजो के बड़ी संख्या में विद्यार्थी, युवा खिलाडिय़ों के अलावा पुलिस के जवानों ने भी भाग लिया। मैराथन में भाग लेने वाले बुजुर्गों में भी जोश देखने को मिला। 60 साल की आयु पार कर चुके वरिष्ठ नागरिकों ने भी खूब दौड़ लगाई। उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति नागरिकों की जागरूकता की भावना की सराहना करते हुए कहा कि यह बहुत ही हर्ष का विषय है आज पूरे पानीपत ने दौड़ लगाई है। ऐसी दौड़ जिसमें उत्साह, उमंग, खुशी और मिलकर चलने की प्रेरणा साफ नजर आई। उन्होंने इस मैराथन में नॉन स्टॉप हरियाणा-नॉन स्टॉप जुनून के साथ दौडऩे वाले युवाओं के उत्साह को सलाम किया।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे मानेसर में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर हो, गुरुग्राम के स्टार्टअप्स हों या फिर खेल की दुनिया, हरियाणा के खिलाड़ी खूब धूम मचा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब जानते हैं कि स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 अगस्त, 2019 को फिट इंडिया कार्यक्रम शुरू किया था। उनका उद्देश्य फिटनेस को दिन-प्रतिदिन के जीवन का अभिन्न अंग बनाना है। यही नहीं,उन्होंने पूरी दुनिया को फिटनेस के लिए भारत की समृद्ध संस्कृति से उत्पन्न योग का मूल मंत्र भी दिया। प्रधानमंत्री की पहल पर वर्ष 2015 से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में अंगीकार किया गया।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि फिट इंडिया मिशन ने योग के साथ-साथ खेल, व्यायाम आदि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान किया है। उन्होंने उपस्थित नागरिकों से अपील की कि आप अपने घर व आसपास के बुजुर्गों व अन्य लोगों को भी फिट रहने के लिए प्रेरित करें। सरकार लोगों के स्वास्थ्य और फिटनेस को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इसी उद्देश्य से हमने अपने संकल्प पत्र में हर ब्लॉक में ओपन एयर जिम्नेजियम खोलने की बात कही है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मैराथन में जो रुचि दिखाई दी है,उससे फिट इंडिया एक जन आंदोलन बन गया है। सुबह-सुबह पार्कों, खेल स्टेडियमों, खुले स्थानों, व्यायामशालाओं आदि में लोगों की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है। पानीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, पंचकूला समेत अन्य शहर दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों में शामिल हो गए हैं, जिनमें ऐसे आयोजन हर साल किए जा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मैराथन हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत आयोजित की जा रही है। यह कार्यक्रम जून, 2023 से शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य जनसंवाद से जनकल्याण के माध्यम से हरियाणा का उदय करना है। मुझे खुशी है कि हरियाणा उदय हरियाणा का आज तक का सबसे बड़ा आउटरीच कार्यक्रम साबित हुआ है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत ऐसे और भी आयोजन भविष्य में करेंगे। इनमें पुलिस व जनता के बीच सहयोग व सामंजस्य, राहगिरी, साइक्लोथॉन, अपराध व नशे से ग्रस्त क्षेत्रों में खेल प्रतियोगिताएं, नशा मुक्ति अभियान, वरिष्ठ नागरिकों को गोद लेना, पुलिस की पाठशाला आदि शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में जनभागीदारी से तालाबों की सफाई, स्कूलों में संगीत, कला, कविता प्रतियोगिताओं, मोहल्ला स्पोर्ट्स लीग, पौधारोपण, गांवों में रात्रि ठहराव, युवा संसद, ग्राम संसद आदि का आयोजन भी किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि  मुझे हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत आयोजित आज की इस मैराथन से एक नई ऊर्जा और उमंग का अनुभव हुआ है।

    कार्यक्रम में पंचायत विकास एवं खनन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन विशेष तौर पर युवाओं को नई दिशा देने व खेलों में रुचि बढ़ाने की प्रेरणा देते हैं। इस सफल आयोजन के लिए पूरा प्रशासन व  सभी सामाजिक , धार्मिक संस्थाएं बधाई की पात्र हैं

    कार्यक्रम में शिक्षा, पुरातत्व एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री महीपाल ढांडा ने कहा कि यह एक जागरूकता अभियान है। पानीपत की ऐतिहासिक जमीन पर आयोजित किया गया यह कार्यक्रम आम जन को शत प्रतिशत जागरूक करने में सफल रहा।

    इस मौके पर पानीपत विधायक प्रमोद विज, समालखा विधायक मनमोहन भड़ाना, मुख्यमंत्री के आउटरीच कार्यक्रम के विशेष अधिकारी पंकज नैन, उपायुक्त डॉ.वीरेंद्र कुमार दहिया के अलावा विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

     

  • CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi: स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक

    • प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया, यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ
    • स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए
    • आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ रहा, इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा, सफाईकर्मी इस स्वच्छता की नींव रखने वाले ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया
    • गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेग
    • दीपावली पर्व में समाज के अन्तिम पायदान के प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने का प्रयास करें

    CM Yogi ने आगामी दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में आज गोरखपुर में आयोजित ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने दीपावली पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं देकर उनके जीवन में समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि यह एक बड़ा सुन्दर अवसर है कि नगर निगम, गोरखपुर इस वर्ष दीपावली के पूर्व सबसे पहले इस शहर को स्वच्छ बनाने वाले सफाईकर्मियों को सम्मानित कर रहा है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ता है। कुछ वर्ष पूर्व इस प्रकार की स्थिति यहां नहीं दिखाई पड़ती थी। तब गोरखपुर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर तथा जलजमाव देखने को मिलता था, जिसके कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियां होती थीं। इसके कारण जनपद गोरखपुर की छवि भी प्रभावित होती थी। आज गोरखपुर स्वच्छ व सुन्दर बन गया है। अब यहां जलनिकासी का रास्ता भी है और सुन्दर चौड़ी सड़कंे भी हैं। इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा है। इस स्वच्छता की नींव रखने वाले सफाईकर्मी हैं। इसलिए आज यहां उनको सम्मानित करने का कार्य किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वास्तव में यह एक बहुत कठिन कार्य है। एक मनुष्य होने के नाते समाज के जिस सम्मान का पात्र एक सफाईकर्मी को बनना चाहिए था, वह आजादी के बाद तक उसे प्राप्त नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के हम सभी आभारी हैं, जिन्होंने 02 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छता के लिये ‘स्वच्छ भारत मिशन’ शुरू किया। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया था। इसे प्रभावी रूप से लागू कर राष्ट्रीय कार्यक्रम का एक हिस्सा बनाया गया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत यह भी सुनिश्चित किया गया कि देश का कोई भी नागरिक खुले में शौच न करे। इसके लिए 10 करोड़ से अधिक घरों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय बनवाये गये। इस मिशन का परिणाम भी प्राप्त हुआ। इसके परिणामस्वरूप जहां एक तरफ नारी गरिमा की रक्षा हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ समाज में एक स्वच्छ व सुन्दर वातावरण भी देखने को मिल रहाहै। इस वातावरण का आनन्द प्रत्येक तबके का व्यक्ति ले रहा है। व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक जीवन में स्वच्छता के प्रति प्रधानमंत्री जी का यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक है। नगर निगम ने सबसे पहले इन्हें सम्मानित करने का बहुत अच्छा कार्य किया है, यह एक सुःखद क्षण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी पार्षदों एवं अधिकारियों द्वारा आगे भी इन्हें सम्मानित करने का कार्य किया जायेगा। स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा है, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए, ताकि पूरे प्रदेश को स्वच्छ बनाया जा सके।

    दीपावली पर्व दीपोत्सव एवं खुशियों का पर्व है। इस दीपोत्सव का आनन्द तभी है, जब हर जगह स्वच्छता रहेगी। स्वच्छता के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत होती है। स्वच्छता के इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में पूर्ण सहभागी बनकर हर व्यक्ति संकल्प ले कि किसी भी सार्वजनिक स्थान पर गंदगी व कचरा नहीं करेंगे। हम सब यह संकल्प लें कि भौतिक गंदगी या अन्य प्रकार की गंदगी को, जिससे समाज का माहौल दूषित हो, उसे समाज में स्थान नहीं बनाने देंगे। इस प्रकार के कार्यक्रम को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले गोरखपुर शहर बारिश में जलप्लावित हो जाता था। किन्तु आज यहां पूरी रात बारिश के बाद भी सुबह जल जमाव नहीं दिखाई पड़ता है। यह चीजे दिखाती हैं कि यहां विकास हुआ है। गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेगा। इसके साथ एक फोरलेन की सड़क भी बन रही है, जिससे यातायात की समस्या का भी समाधान होगा। जिस गोरखपुर को पहले एक टापू कहा जाता था, अब वह एक नये भारत के नये उत्तर प्रदेश में अपने विकास, स्वच्छता व सुन्दरता के लिए एक नये गोरखपुर के रूप में जाना जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति मनुष्य की नियति होनी चाहिए और इस प्रगति के लिए निरन्तर सार्थक प्रयास भी होने चाहिए। दीपावली का पर्व हमें यही प्रेरणा देता है। उन्होंने सभी नगरवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि जिस प्रकार नगर निगम ने दीपावली पर्व में सबसे पहले सफाईकर्मियों का सम्मान किया है, उसी प्रकार सभी को समाज के अन्तिम पायदान पर स्थित प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने के लिए प्रयास करें। दीपावली पर्व एकाकीपन के साथ नहीं बल्कि सबके साथ मिलकर मनाना चाहिए। हम सब का यह प्रयास होना चाहिए कि जिस प्रकार हम खुशियां मना रहे हैं, उसी प्रकार समाज का प्रत्येक वंचित एवं गरीब व्यक्ति भी खुशियां मनायें, इसके लिए हमे अपने साथ उन्हें जोड़ना पड़ेगा। हमारा प्रयास यह हो कि प्रत्येक गरीब व्यक्ति के पास भी हमारे घर की तरह मिठाई हों एवं उसके घर में भी दीपक जले। यदि यह कार्य हम करेंगे, तो पूरे प्रदेश में सामाजिक समता, सौहार्द व राष्ट्रीय एकता स्थापित कर पायेंगे।

    इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ला एवं महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव ने भी लोगो को सम्बोधित किया।

    कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री चारू चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi: मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता

    • आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया
    • हिन्दी ने आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया, उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया
    • हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम, प्रधानमंत्री जी
      सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते, भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया
    • प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया, उ0प्र0 में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा
    • भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता
    • मुख्यमंत्री ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आज जनपद गोरखपुर के योगीराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केन्द्र में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा की महत्ता, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प, श्रमिकों के उत्थान और स्थानीय उत्पादों के महत्व के बारे मे बताते हुये कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया है, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हमारे संसदीय लोकतंत्र में लोगों ने मीडिया को चौथा स्तम्भ माना है। देश की आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया था। आन्दोलन के दौरान अलग-अलग क्रान्तिकारी समूह तथा लीडरशिप किसी न किसी पत्र-पत्रिका से जुड़े रहे। कोई स्वराज, कोई राष्ट्रधर्म, तो कोई धर्मयुग के नाम से जनचेतना को जागरूक करने का प्रयास करता रहा। उसी प्रकार की कविताएं और लेखन भी आए, जो लोगों के अन्तःकरण को झकझोरते रहे।

    मुख्यमंत्री जी ने काकोरी ट्रेन एक्शन के नायक पं0 राम प्रसाद बिस्मिल की अन्तिम इच्छा का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके वाक्यों ने देश के युवाओं को आजादी के आन्दोलन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।

    मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा को पूरे देश को जोड़ने का माध्यम बताते हुयेे कहा कि हिन्दी ने भारत की आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि अन्तःकरण से कही गई भाषा ही लोगों को सम्मोहित कर पाती है। हिन्दी ने उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्रनायकों के बारे में जो लेखन हुआ है, उसका अवलोकन करें, तो पाएंगे कि कहीं श्याम नारायण पाण्डेय महाराणा प्रताप की वीरगाथा को देश के सामने रख रहे हैं, तो कहीं सुभद्रा कुमारी चौहान झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को केन्द्र में रखकर भारत की मातृशक्ति के शौर्य और सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहीं थी। भारत की आजादी के लिए अपना सबकुछ समर्पित करने वाले क्रान्तिकारियों के प्रति रामधारी सिंह दिनकर की वह पंक्तियां हम सभी को नई प्रेरणा देती हैं, जिसमें वह कहते हैं कि ‘कलम आज उनकी जय बोल’, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ समर्पित कर दिया, उनकी नहीं, जिन्होंने सत्ता के लिए स्वाभिमान के साथ समझौता किया हो। भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने भी यही प्रेरणा हमें दी थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हिन्दी के बारे में तमाम तरह की भ्रान्तियां फैलाने का कार्य होता है। हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते हैं। देश ही नहीं, अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर भी हिन्दी में अपनी बात रखकर लोगों से संवाद करते हैं। मुख्यमंत्री ने जी-20 समिट का उल्लेख करते हुए कहा कि इस आयोजन ने पूरी दुनिया में भारत की छवि को चमकाने का कार्य किया। जी-20 में भी हिन्दी ही संवाद का माध्यम बनी। भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया।

    मुख्यमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया। उत्तर प्रदेश में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा है। ओ0डी0ओ0पी0 योजना ने प्रदेश में कारीगरों और हस्तशिल्पियों को आर्थिक सम्बल प्रदान किया है। हर साल राज्य के हुनरमंद कारीगरों ने 02 लाख करोड़ रुपये के उत्पादों का निर्यात किया है। राज्य में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से ग्रामीण कारीगरों को प्रशिक्षण और उपकरण भी दिए जा रहे हैं, ताकि वे अपने पारम्परिक कार्यों में आत्मनिर्भर बन सकें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत युवाओं को ब्याजमुक्त लोन प्रदान कर रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिन्दी सिनेमा और पत्र-पत्रिकाओं ने हिन्दी भाषा को पूरी दुनिया में पहचान दिलायी है। डिजिटल मीडिया के युग में हिन्दी भाषा को और सशक्त करने की आवश्यकता है। भाषा, हस्तशिल्प और कारीगरी को सम्मान देकर ही आत्मनिर्भर और विकसित भारत का सपना साकार किया जा सकता है। भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता है।

    इस अवसर पर मीडिया समूह से जुड़े अनेक पत्रकारगण और गणमान्यजन उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • केंद्रीय मंत्री Rajiv Ranjan Singh ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में “ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान” का शुभारंभ किया

    केंद्रीय मंत्री Rajiv Ranjan Singh ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में “ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान” का शुभारंभ किया

    Rajiv Ranjan Singh :“ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान” भारतीय अर्थव्यवस्था को बदलने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि सिद्ध होगा

    • स्थानीय मौसम का पूर्वानुमान अब पांच दिन और प्रति घंटे के आधार पर 2.5 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों के लिए उपलब्ध

    केंद्रीय पंचायती राज मंत्री Rajiv Ranjan Singh उर्फ ​​ललन सिंह,  केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.जितेंद्र सिंह और पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान का शुभारंभ किया। पंचायती राज मंत्रालय और भारत मौसम विज्ञान विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सहयोग से विकसित यह पहल जमीनी स्तर पर जलवायु तैयारियों की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह महत्वपूर्ण प्रयास सरकार के 100 दिनों के एजेंडे का हिस्सा है और समग्र सरकार के दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसमें पंचायती राज मंत्रालय जमीनी स्तर पर शासन में परिवर्तनकारी बदलाव लाने के लिए विशेषज्ञ विभागों के साथ मिलकर कार्य कर रहा है।

    1(8)43EA

    इस अवसर पर केंद्रीय पंचायती राज मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह ने कहा कि “ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम का पूर्वानुमान” भारतीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और ग्रामीण आबादी के लिए जीवन में सुगमता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह पहल पंचायतों को जलवायु चुनौतियों का समाधान करने और कृषि एवं आपदा तैयारियों के लिए निर्णय लेने में सुधार करने में सक्षम बनाकर ग्रामीण शासन में महत्वपूर्ण से रूप से बदलाव लायेगी। श्री सिंह ने ग्रामीण नागरिकों को समय पर मौसम की जानकारी प्रसारित करने, अंततः आजीविका में सुधार और सतत विकास को बढ़ावा देने में पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) की महत्वपूर्ण भूमिका का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम का पूर्वानुमान ग्रामीण क्षेत्रों को सशक्त बनाने और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण उपलब्धि सिद्ध होगा। केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की “एक पेड़ माँ के नाम”   ऐतिहासिक पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह पर्यावरण संरक्षण को भावनात्मक मूल्यों से जोड़ती है और इसका उद्देश्य हरित आवरण को बढ़ाना है। उन्होंने इस पहल के लिए पंचायती राज मंत्रालय और भारत मौसम विभाग के संयुक्त प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने किसानों को अधिक प्रभावी ढंग से योजना बनाने और मौसम की अनिश्चितताओं के कारण कृषि नुकसान को कम करने में सहायता करने की इसकी क्षमता का भी उल्लेख किया।

    विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री (डॉ.) जितेंद्र सिंह ने पंचायती राज मंत्रालय और आईएमडी के बीच सहयोग की सराहना करते हुए इस बात पर बल दिया कि ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान की उपलब्धता से आपदा तैयारियों को काफी बढ़ावा मिलेगा तथा इससे पूरे भारत में जलवायु से प्रभावित समुदायों के निर्माण में भी योगदान मिलेगा। उन्होंने पिछले दशक में मौसम पूर्वानुमान की सटीकता में लगातार सुधार का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया। डॉ. सिंह ने कहा कि एआई, मशीन लर्निंग और विस्तारित अवलोकन नेटवर्क जैसी उन्नत तकनीकों ने मौसम पूर्वानुमान सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत किया है। उन्होंने पीआरआई से ग्रामीण आबादी को विपरित मौसम के प्रतिकूल प्रभावों से बचाने और कृषि उत्पादकता को और बढ़ाने के लिए इस जानकारी का सक्रिय रूप से लाभ उठाने का आह्वान किया।

    पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने इस पहल के दीर्घकालिक लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यह स्मार्ट, सशक्त और आत्मनिर्भर पंचायतों के निर्माण के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है। उन्होंने ग्रामीण नागरिकों, विशेष रूप से किसानों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने की इस पहल की क्षमता पर जोर देते हुए इसके लाभों के बारे में व्यापक जन जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर बल दिया। प्रो. बघेल ने कहा कि ग्रामीण भारत ऐसी दूरदर्शी और परिवर्तनकारी पहलों के माध्यम से एक विकसित राष्ट्र के स्वपन को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

    1(18)LTLO

    उन्होंने अपने संबोधन के दौरान, पंचायतों से अपील की गई कि वे मौसम से जुड़ी जानकारी को लोगों तक सक्रिय रूप से पहुंचाएं, ताकि ग्रामीण समुदाय इस पहल का पूरा लाभ उठा सकें। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान के तकनीकी पहलुओं और लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। पंचायती राज मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री आलोक प्रेम नागर ने इस पहल को आगे बढ़ाने में पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

    इस शुभारंभ कार्यक्रम में पंचायती राज, कृषि, ग्रामीण विकास मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) और अन्य प्रमुख हितधारकों के गणमान्य व्यक्तियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में बड़े उत्साह के साथ सहभागी बनते हुए कृषि परिणामों को बेहतर बनाने और अपने समुदायों को जलवायु संबंधी चुनौतियों से बचाने के लिए इन मौसम पूर्वानुमान उपकरणों का उपयोग करने में गहरी रुचि दिखाई।

    इसके अलावा, 200 से अधिक प्रतिभागियों के लिए “ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान” पर एक प्रशिक्षण कार्यशाला भी आयोजित की गई, जिसमें पीआरआई और राज्य पंचायती राज अधिकारियों के निर्वाचित प्रतिनिधि शामिल थे। कार्यशाला में मौसम पूर्वानुमान उपकरणों की समझ और उपयोग को बढ़ाने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया, जिससे उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में जलवायु को सुधारने में मदद मिली।

    मौसम पूर्वानुमान डेटा मेरी पंचायत ऐप, ई-ग्राम स्वराज और ग्राम मानचित्र जैसे डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिए सुलभ होगा, जो शासन को सुव्यवस्थित करने और जमीनी स्तर पर पारदर्शिता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ई-ग्राम स्वराज प्लेटफ़ॉर्म प्रोजेक्ट ट्रैकिंग और संसाधन प्रबंधन में सहायता करता है, जबकि मेरी पंचायत ऐप सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा देता है। ग्राम मानचित्र भू-स्थानिक जानकारी प्रदान करता है, जो पंचायत स्तर पर स्थानिक नियोजन और विकास परियोजनाओं में सहायता करता है।

    ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान प्रणाली का शुभारंभ ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने और जलवायु-अनुकूल भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह ग्रामीण आबादी को कृषि गतिविधियों, आपदा तैयारी और बुनियादी ढाँचे की योजना के बारे में सूचित निर्णय लेने में सहायता प्रदान करेगा, जिससे जीवन की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित होगी और राष्ट्र की प्रगति में योगदान मिलेगा।

    source: http://pib.gov.in

  • CM Yogi: नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार

    CM Yogi: नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार

    CM Yogi: मिशन रोजगार के अन्तर्गत नवचयनित 1,526 ग्राम पंचायत अधिकारियों, 360 ग्राम विकास अधिकारियों (समाज कल्याण) एवं 64 पर्यवेक्षकों (समाज कल्याण) को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम

    • मुख्यमंत्री ने नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये
    • अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया
    • आज बड़ी संख्या में बेटियों ने भी नियुक्त पत्र प्राप्त किया, यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
    • विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समग्र विकास के लिए तैयार की गई रूपरेखा के क्रम में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अत्यन्त महत्वपूर्ण हिस्सा, अब तक लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नियुक्तियां प्रदान की जा चुकीं
    • यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री जी के मिशन रोजगार के विजन को आगे बढ़ाने, युवाओं को उनकी आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप तथा उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार प्रदान करने का अभियान
    • प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा, राज्य को प्रतिभा के बेहतर उपयोग का लाभ प्राप्त हो रहा
    • प्रदेश में सुरक्षा के बेहतर वातावरण के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया
    • प्रदेश में लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतारे जा चुके
    • युवाओं को अपने ही प्रदेश, जनपद व क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो रहा, युवा प्रदेश में रहकर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे
    • अब उ0प्र0 देश की एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जा रहा, यहां विकास का वातावरण तैयार हुआ
    • राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए ग्राम पंचायत सर्वाधिक आधारभूत इकाई, इस आधारभूत इकाई को और अधिक सुदृढ़ करने में अपना योगदान देना होगा
    • प्रदेश की 57000 से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके, इनमें ऑप्टिकल फाइबर या इण्टरनेट का कनेक्शन अथवा वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी
    • गांव के लोगों की समस्या का समाधान गांव में ही होना चाहिए, आय, निवास तथा जाति प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत को तैयार करना होगा
    • ग्राम पंचायतों में आय के स्रोत विकसित कर, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए, हर ग्राम पंचायत में आत्मनिर्भर बनने की सम्भावना छिपी
    • गांव का ड्रेनेज या सीवर किसी तालाब, नदी अथवा नाले में न गिरे बल्कि उसका निपटान देशी व परम्परागत पद्धति से किया जाए
    • स्मार्ट सिटी मिशन के विजन के अनुसार प्रदेश में 17 स्मार्ट सिटी बनायी जा रही, ग्राम पंचायतों को भी स्मार्ट बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए
    • ग्राम पंचायतों में महत्वपूर्ण स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे तथा स्ट्रीट लाइटें लगायी जाएं, इससे सुरक्षा के वातावरण के साथ-साथ प्रकाश की सुविधा मिलेगी
    • केंद्र अथवा प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता होने पर प्रदेश की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका में दिखनी चाहिए
    • ग्राम पंचायतें ऐसी होनी चाहिए जिन्हें हम अन्य लोगों के सामने रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर सकें
    • समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति बिना भेदभाव नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़कर प्रधानमंत्री जी की विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपनी ऊर्जा का भरपूर उपयोग करने को तैयार

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने कहा है कि विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समग्र विकास के लिए तैयार की गई रूपरेखा के क्रम में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अत्यन्त महत्वपूर्ण हिस्सा है। योग्य व सक्षम युवाओं के चयन के अभाव में सरकार की योजनाओं को जमीनी धरातल पर उतारना सम्भव नहीं होता है, क्योंकि अयोग्य अभ्यर्थियों के चयन से कार्य करने वाला तंत्र ही पैरालाइज हो जाता है। यह स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए वर्ष 2017 में ही प्रदेश सरकार ने तय किया था कि राज्य के सभी भर्ती बोर्ड आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न करें, ताकि युवाओं की योग्यता और क्षमता का उपयोग प्रदेश के विकास व राज्य के 25 करोड़ लोगों के भाग्य को बदलने के लिए किया जा सके। प्रदेश की जनता के सामर्थ्य से राज्य को भारत की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। आज प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रदेश को प्रतिभा के बेहतर उपयोग का लाभ प्राप्त हो रहा है। पहले प्रदेश की अर्थव्यवस्था छठवें तथा सातवें नम्बर पर थी। आज राज्य की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत नवचयनित 1,526 ग्राम पंचायत अधिकारियों, 360 ग्राम विकास अधिकारियों (समाज कल्याण) एवं 64 पर्यवेक्षकों (समाज कल्याण) के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नवचयनित अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार है। नियुक्ति पत्र वितरण का यह कार्यक्रम लखनऊ के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जनपदों में भी आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मिशन रोजगार के विजन को आगे बढ़ाने तथा युवाओं को उनकी आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप तथा उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार प्रदान करने का अभियान है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विगत साढ़े 07 वर्षों में अब तक लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नियुक्तियां प्रदान की जा चुकी हैं। प्रदेश में सुरक्षा के बेहतर वातावरण के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया है। पहले प्रदेश में निवेशक निवेश करने से कतराते थे। अब यहां बड़े-बड़े निवेश किये जा रहे हैं। लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतारे जा चुके हैं। वर्तमान में लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रदेश सरकार द्वारा विचाराधीन हैं। इस प्रक्रिया को बहुत शीघ्र सम्पन्न किया जाएगा। यह निवेश केवल निवेश नहीं है, बल्कि इसमें रोजगार तथा विकास भी सम्मिलित है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश का युवा नौकरी व रोजगार के लिए देश व दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में भटकता था। युवाओं के सामने पहचान का संकट था। आज युवाओं को अपने ही प्रदेश, जनपद व क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो रहा है। युवा प्रदेश में रहकर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे हैं। युवा अपने परिवार की अच्छे ढंग से देखभाल व घर के कार्यों के साथ-साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। शासन तथा निजी क्षेत्र हेतु योग्य तथा स्किल्ड मैनपावर उपलब्ध कराने के लिए व्यावसायिक तथा तकनीकी शिक्षा के अन्तर्गत ट्रेड तथा कोर्सेज संचालित किए गए हैं। इसके लिए बेहतर समन्वय बनाने का प्रयास किया गया है। इसी का परिणाम है कि अब उत्तर प्रदेश देश की एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जा रहा है। यहां विकास का वातावरण तैयार हुआ है। निवेश के माध्यम से रोजगार की अनेक संभावनाएं आगे बढ़ी हैं। वर्ष 2017 से पूर्व युवाओं के योग्य व सक्षम होने के बावजूद उन्हें भ्रष्टाचार तथा भेदभाव के कारण चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाता था।

    मुख्यमंत्री जी ने नवचयनित अभ्यर्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए ग्राम पंचायत सर्वाधिक आधारभूत इकाई है। आप सभी को इस आधारभूत इकाई को और अधिक सुदृढ़ करने में अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए देशवासियों को लक्ष्य प्रदान किया है कि जब वर्ष 2047 में भारत अपनी आजादी का शताब्दी महोत्सव मना रहा होगा, तब भारत आत्मनिर्भर और विकसित होना चाहिए। जो नींव आज आप रखेंगे वही आत्मनिर्भर और विकसित भारत की आधारशिला बनने वाली है। इसमें ग्राम पंचायतें अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करेंगी। इसके लिए पंचायतीराज विभाग ने अनेक कार्य पहले से सम्पन्न कर लिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 73वें संविधान संशोधन के माध्यम से ग्राम पंचायतों को 29 विषयों पर कार्य करने का अधिकार दिया गया है। इन कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया गया है। प्रदेश स्तर पर सचिवालय, जनपद स्तर पर जिलाधिकारी के कार्यालय और विकास भवन अब प्रदेश की 57,000 से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके हैं। इनमें ऑप्टिकल फाइबर या इण्टरनेट का कनेक्शन अथवा वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी है। ग्राम पंचायत सहायक के रूप में कम्प्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति भी की जा चुकी है। अब आपको वहां पर स्वयं को साबित करना होगा। गांव के लोगों की समस्या का समाधान गांव में ही होना चाहिए। आय, निवास तथा जाति प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत को तैयार करना होगा। ग्राम पंचायत की कार्य योजना को ग्राम प्रधान तथा ग्राम पंचायत से जुड़े हुए अन्य लोगों के साथ बैठकर तैयार करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केवल केन्द्र तथा राज्य की धनराशि पर आश्रित न रहकर ग्राम पंचायतों में आय के स्रोत विकसित कर, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए। हर ग्राम पंचायत में आत्मनिर्भर बनने की सम्भावना छिपी है। ग्राम पंचायत की सरप्लस भूमि पर या वर्तमान बाजार को ग्रामीण हाट के रूप में विकसित किया जा सकता है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि गांव का ड्रेनेज या सीवर किसी तालाब, नदी अथवा नाले में न गिरे बल्कि उसका निपटान देशी व परम्परागत पद्धति से किया जाए। इससे गांव के जल स्रोत शुद्ध रहेंगे। यदि गांव के तालाब देवस्थान से नहीं जुड़े हैं, तो इनका उपयोग मत्स्य पालन या दूसरे उपयोग के लिए किया जा सकता है। इसके माध्यम से ग्राम पंचायत के लिए अतिरिक्त आय अर्जित की जा सकती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पंचायतीराज विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है कि जिन ग्राम पंचायतों को केन्द्र अथवा राज्य की वित्तीय सहायता मिलती है तथा ज्यादातर धनराशि वेतन भत्तों पर खर्च होती है। पहले चरण में उन ग्राम पंचायतों में जितना धन वह अपने वित्तीय स्रोतों से अर्जित करेंगी उतना ही अतिरिक्त धन राज्य सरकार द्वारा विकास कार्य हेतु उपलब्ध कराया जाएगा। ग्राम पंचायत के लिए आय के अन्य स्रोत भी विकसित किये जा सकते हैं। जैसे गांव के सार्वजनिक कार्यों को सम्पन्न करने के लिए कम्युनिटी सेंटर बनाया जा सकता है। इसके माध्यम से गांव के पास एक भवन होगा तथा यूजर चार्ज के माध्यम से लोगों को सुविधा भी प्राप्त होगी।

    प्रधानमंत्री जी के स्मार्ट सिटी मिशन के विजन के अनुसार प्रदेश में 17 स्मार्ट सिटी बनायी जा रही हैं। ग्राम पंचायतों को भी स्मार्ट बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। इसके लिए ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था, कार्यों में जनसहभागिता की व्यवस्था की जाए। गांव की नालियां साफ सुथरी होनी चाहिए। पहले गांव में एक गड्ढे में कूड़े का निस्तारण किया जाता था। इससे गन्दगी दूर होने के साथ ही खाद भी तैयार होती थी। अब फिर से खाद के गड्ढे बनाने की आवश्यकता है। पंचायत की रिजर्व भूमि पर खाद के गड्ढे, गौचर, निराश्रित गोआश्रय स्थल बनाये जाने चाहिए।

    ग्राम पंचायतों में महत्वपूर्ण स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे तथा स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं। इससे सुरक्षा के वातावरण के साथ-साथ प्रकाश की सुविधा भी मिलेगी। लाइट को समय पर ऑन तथा ऑफ किया जाना चाहिए। सेंसर या कर्मचारी की सहायता से यह कार्य किया जाना चाहिए। गांवों में अच्छे कार्यक्रमों या भजनों के प्रसारण के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाया जा सकता है। गांव के सार्वजनिक शौचालयों के साफ सफाई की निरन्तर व्यवस्था की जानी चाहिए। आमजन की सहभागिता बढ़ाते हुए सामुदायिक व्यवस्था को विकसित करना चाहिए। यदि यह सभी कार्य किए जाएंगे तो गांव स्वयं ही स्मार्ट बन जाएंगे। केन्द्र अथवा प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता होने पर प्रदेश की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका में दिखनी चाहिए, जिससे हमारी ग्राम पंचायत को भी अच्छे पुरस्कार प्राप्त हो सकें। हमारी ग्राम पंचायतें ऐसी होनी चाहिए जिन्हें हम अन्य लोगों के सामने रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर सकें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गरीबों तथा जरूरतमंदों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाना चाहिए। जरूरतमन्दों को जमीन का पट्टा, आवास व शौचालय की सुविधा, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड आदि कार्यों में यदि आपका सहयोग रहेगा तो लोगों का विश्वास व्यवस्था तथा आपके साथ रहेगा। गरीब का आशीर्वाद किसी भी व्यक्ति के लिए अत्यन्त कल्याणकारी होता है। यह जीवन यशस्वी बनने तथा लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए है। यदि कोई व्यक्ति अपने कार्यों से यश प्राप्त कर रहा है, तो यह उसके लिए वरदान है। यही उसके लिए सौभाग्य का क्षण होता है। सरकार आपको हर प्रकार का संरक्षण प्रदान करेगी, लेकिन आम जनता के प्रति जवाबदेही को जमीनी धरातल पर उतार कर दिखाना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्राम पंचायतों में फेयर प्राइस शॉप या कोटे की दुकान ग्राम सचिवालयों के पास मॉडल शॉप के रूप में बन रही हैं। इनके माध्यम से सरकारी राशन के साथ साथ अन्य आवश्यक सामान लोगों को उपलब्ध कराये जा सकते हैं। इन दुकानों से प्राप्त किराया ग्राम पंचायत में जमा करने से अतिरिक्त आय का सृजन होगा। इन सब कार्यों के लिए पहल किया जाना आवश्यक है। एक-एक पैसे का हिसाब किया जाना चाहिए। सरकार का पैसा सरकार के खाते में जाना चाहिए, जिससे इस धनराशि का उपयोग विकास के लिए किया जा सके। इससे आपका गांव चमकता हुआ दिखाई देगा। आपका गांव आत्मनिर्भर, विकसित तथा आदर्श ग्राम के रूप में सबके सामने होगा। इस दिशा में बेहतर प्रयास आपको नई पहचान दिलाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज के कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग से जुड़े हुए ग्राम विकास अधिकारी तथा पर्यवेक्षक भी नियुक्ति पत्र प्राप्त कर रहे हैं। समाज कल्याण विभाग बड़ी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहा है। विभाग 21 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान कर रहा है। ग्राम पंचायतों में अनुसूचित जाति की बेटियों का विवाह, सामूहिक विवाह के कार्यक्रम, पेंशन की योजना सहित अनुसूचित जातियों तथा जनजातियों से जुड़ी अनेक कल्याणकारी योजनाएं आदि कार्य मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे हैैं।

    मुख्यमंत्री जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज यहां जनपद लखीमपुर खीरी के थारू जनजाति समुदाय के युवा ने भी नियुक्ति पत्र प्राप्त किया है। पहले लोग मानते थे कि इस समुदाय से जुड़े युवा नौकरी नहीं कर पाएंगे। आज बड़ी संख्या में बेटियों ने भी नियुक्त पत्र प्राप्त किया है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति बिना भेदभाव नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़कर प्रधानमंत्री जी की विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपनी ऊर्जा का भरपूर उपयोग करने को तैयार है।

    मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि जितनी निष्पक्षता व पारदर्शिता के साथ विज्ञापन के प्रकाशन से लेकर नियुक्ति पत्र वितरण की कार्यवाही सम्पन्न की गई है। यदि आपका पूरा जीवन इसी पारदर्शिता तथा निष्पक्षता के साथ आगे बढ़ेगा तो प्रदेश देश की नम्बर एक अर्थव्यवस्था अवश्य बनेगा। वर्ष 2047 में भारत एक विकसित तथा आत्मनिर्भर भारत के रूप में हम सभी के सामने होगा। इसके लिए हम सभी को प्राणपण से जुड़ना होगा।

    इस अवसर पर मिशन रोजगार पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम को पंचायतीराज मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर तथा समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण ने भी सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री श्री संजीव गोंड सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव पंचायतीराज श्री नरेन्द्र भूषण, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ0 हरिओम, प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक श्री एम0 देवराज, सूचना निदेशक श्री शिशिर, नव चयनित अभ्यर्थी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • Indian government सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को दो साल के राष्ट्रव्यापी उत्सव के साथ मनाएगा

    Indian government सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को दो साल के राष्ट्रव्यापी उत्सव के साथ मनाएगा

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में Indian government, सरदार पटेल के महान योगदान के सम्मान स्वरूप उनकी 150वीं जयंती को 2024 से 2026 तक दो वर्ष तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी समारोह के रूप में मनाएगी

    • फैसले के घोषणा करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा, यह समारोह सरदार पटेल की उल्लेखनीय उपलब्धियों और एकता की भावना के प्रतीक का साक्षी होगा
    • दुनिया के सबसे मजबूत लोकतंत्रों में से एक भारत के लोकतंत्र की स्थापना के पीछे एक विज़नरी के रूप में सरदार पटेल जी की स्थायी विरासत और कश्मीर से लक्षद्वीप तक भारत के एकीकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका अमिट है

    केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार, सरदार पटेल के महान योगदान के सम्मान स्वरूप उनकी 150वीं जयंती को 2024 से 2026 तक दो वर्ष तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी समारोह के रूप में मनाएगी।

    इस फैसले की घोषणा करते हुए X प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में श्री अमित शाह ने कहा कि दुनिया के सबसे मजबूत लोकतंत्रों में से एक भारत के लोकतंत्र की स्थापना के पीछे एक विज़नरी के रूप में सरदार पटेल जी की स्थायी विरासत और कश्मीर से लक्षद्वीप तक भारत के एकीकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका अमिट है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार, सरदार पटेल के महान योगदान के सम्मान स्वरूप उनकी 150वीं जयंती को 2024 से 2026 तक दो वर्ष तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी समारोह के रूप में मनाएगी। श्री शाह ने कहा कि यह समारोह सरदार पटेल की उल्लेखनीय उपलब्धियों और एकता की भावना के प्रतीक का साक्षी होगा।

    source: http://pib.gov.in

  • PM Modi ने ईरान के राष्ट्रपति से भेंट की

    PM Modi ने ईरान के राष्ट्रपति से भेंट की

    PM Modi ने ब्रिक्स परिवार में ईरान का स्वागत किया

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर कज़ान में ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेशकियन से भेंट की।

    डॉ. मसूद पेजेशकियन को ईरान के 9वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उन्‍हें बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ब्रिक्स परिवार में ईरान का स्वागत भी किया। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा की। चाबहार बंदरगाह के दीर्घकालिक अनुबंध पर हस्ताक्षर द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, इस तथ्‍य को ध्‍यान में रखते हुए दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण और पुनर्विकास तथा मध्य एशिया के साथ व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के लिए इसके महत्व की पुष्टि की।

    दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया की स्थिति सहित क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में संघर्ष के बढ़ने पर गहरी चिंता जताते हुए इस स्थिति में सुधार लाने के लिए भारत के आह्वान को दोहराया। प्रधानमंत्री ने नागरिकों की सुरक्षा और संघर्ष के समाधान में कूटनीति की भूमिका पर भी जोर दिया।

    नेताओं ने ब्रिक्स और एससीओ सहित विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर अपना सहयोग जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति पेजेशकियन को भारत आने के लिए निमंत्रण दिया। राष्ट्रपति पेजेशकियन ने प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार किया।

    source: http://pib.gov.in

  • CM Dr. Yadav: महर्षि वाल्मीकि ने भगवान श्रीराम की गौरव-गाथा लिखकर आदर्श स्थापित किया

    CM Dr. Yadav: महर्षि वाल्मीकि ने भगवान श्रीराम की गौरव-गाथा लिखकर आदर्श स्थापित किया

    CM Dr. Yadav ने आयोजन के लिए वाल्मीकि समाज को बधाई दी

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि महर्षि वाल्मीकि ने भगवान श्रीराम की गौरव गाथा लिपिबद्ध की। उस युग में मुद्रण सुविधा नहीं थी लेकिन ताड़ के पत्तों पर भगवान श्रीराम के विविध पक्षों को लिखकर आदर्श स्थापित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाल्मीकि समाज की बेहतरी के लिए आज समाज द्वारा सौंपे गए सुझाव-पत्र पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज लालघाटी स्थित गुफा मंदिर परिसर में महर्षि वाल्मीकि जयंती पखवाड़े के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आयोजन के लिए वाल्मीकि समाज को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि पखवाड़े के शुभारंभ और समापन अवसर पर उपस्थित होने का मुझे सौभाग्य मिला है।

    राज्यसभा सदस्य और राष्ट्र संत बालयोगी श्री उमेश नाथ महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव वाल्मीकि जयंती पखवाड़े में वाल्मिकी धाम उज्जैन भी पहुंचे थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महर्षि वाल्मीकि के सम्मान में हुए कार्यक्रम को प्राथमिकता दी। वे किसी को गिरिजन या हरिजन न मानकर सम्मानित नागरिक मानते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अयोध्या में एयरपोर्ट का नामकरण महर्षि वाल्मीकि विमानतल करने का कार्य किया गया है। इसके साथ ही उच्च सदन में वाल्मीकि समाज के व्यक्ति को बिठाया गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. यादव के समर्थन से यह संभव हुआ है।

    कार्यक्रम में सकल वाल्मीकि समाज द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. यादव और राज्य सभा सदस्य एवं राष्ट्र संत बालयोगी श्री उमेश नाथ जी महाराज, पीठाधीश्वर श्रीक्षेत्र वाल्मीकि धाम, उज्जैन का सम्मान किया गया। कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्री गौतम टेटवाल और नगर निगम भोपाल के अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव को वाल्मीकि रचित “रामायण’’ की प्रति सौंपी गई। सकल वाल्मीकि पंचायत और समाज द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Dr. Yadav: चिकित्सा क्षेत्र में विश्व स्तरीय सेवाओं की ओर मध्यप्रदेश अग्रसर

    CM Dr. Yadav: चिकित्सा क्षेत्र में विश्व स्तरीय सेवाओं की ओर मध्यप्रदेश अग्रसर

    CM Dr. Yadav ने इरकैड के इंदौर केंद्र के शुभारंभ समारोह को किया वर्चुअली संबोधित

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि मध्यप्रदेश चिकित्सा के क्षेत्र में विश्व स्तरीय सेवाएं उपलब्ध कराने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में निजी भागीदारी बढ़ाने के प्रयास किए हैं। वर्ष 2024-25 के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 20 हजार 439 करोड़ रुपए का प्रावधन किया गया है। स्वास्थ्य सेवाओं की कार्य दक्षता बढ़ाने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का विलय किया गया है। प्रदेश में अभी 17 शासकीय मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। अगले सत्र से सिंगरौली और श्योपुर में शासकीय मेडिकल कॉलेज प्रारंभ होंगे। इसके अलावा अगले दो वर्ष में 6 अन्य नए शासकीय मेडिकल कॉलेज संचालित होने लगेंगे। चिकित्सा महाविद्यालयों को पीपीपी मोड में स्थापित करने का निर्णय लिया गया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फ्रांस की संस्था इरकैड के इंदौर में केंद्र प्रारंभ होने पर कार्यक्रम को वीडियो कॉफ्रेंसिंग से संबोधित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अरविंदो विश्वविद्यालय इंदौर के डॉ. विनोद भण्डारी को इस केंद्र की शुरूआत के लिए बधाई दी और केंद्र की सफलता की कामना की।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में किए जा रहे विशेष कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश में एमबीबीएस एवं पीजी मेडिकल सीटों की संख्या बढ़ाई जा रही है, जिससे प्रदेश में योग्य चिकित्सकों की कमी न रहे। राज्य सरकार ने विश्व स्तरीय चिकित्सा अधोसंरचना विकसित करने के प्रयास किए हैं। इसमें मेडिकल कॉलेज परिसरों में नए नर्सिंग कॉलेज और पैरामेडिकल संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा में चार नए सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल प्रारंभ किए गए हैं। इसके अलावा ग्वालियर में एक हजार बिस्तर क्षमता का अस्पताल भी प्रारंभ किया गया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पीपीपी माडल पर टेलिमेडिसिन सेवा से 1200 से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जोड़े गए हैं। स्वास्थ्य केंद्रों में 45 तरह की स्वास्थ्य जांचें हो रही हैं।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहाकि इंदौर देश का फार्मा हब बन कर उभरा है। उज्जैन में सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किया जा रहा है। प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों से गंभीर रोगियों और दुर्घटनाग्रस्त लोगों को एयर लिफ्ट कर उपचार के लिए भिजवाने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में हृदय की सर्जरी, कैंसर के उपचार और अंग प्रत्यारोपण के कार्य किफायती दरों पर हो रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश मेडिकल टूरिज्म क्षेत्र में निरन्तर आगे बढ़ रहा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव की भागीदारी के लिए डॉ. भंडारी ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि दूरबीन से सर्जरी का ज्ञान देने और मेडिकल रिसर्च की दृष्टि से फ्रांस की संस्था इरकैड के सहयोग से की गई शुरूआत प्रदेश में अपने तरह की विशिष्ट पहल है। यह केंद्र जनोपयोगी बने इसके लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Bhajanlal Sharma: सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का किया सरलीकरण

    CM Bhajanlal Sharma: सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का किया सरलीकरण

    संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ द्वारा CM Bhajanlal Sharma का स्वागत, सफाईकर्मियों की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका, सफाई कर्मचारियों का कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता

    CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि सफाईकर्मियों की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका है। वे हमें बीमारियों और गंदगी से बचाकर स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता और जिम्मेदारी है।
    मुख्यमंत्री श्री शर्मा सोमवार को संयुक्त वाल्मीकि श्रमिक संघ द्वारा आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नगरीय निकायों में होने वाली करीब 24 हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों एवं सुझावों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का सरलीकरण किया है और लॉटरी के माध्यम से पारदर्शी तरीके से भर्ती  का काम किया जा रहा है।
    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सफाईकर्मियों को उनका यह हक पहले ही मिल जाना चाहिए था लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने इन भर्तियों को अटकाने, लटकाने और भटकाने का काम किया।  इससे पहले भी 2018 में हमारी ही  सरकार ने 21 हजार से अधिक पदों पर सफाईकर्मियों की भर्ती की थी।
    श्री शर्मा ने कहा कि सफाई कर्मचारी विषम परिस्थितियों में काम करते हैं। ऐसी स्थिति में उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए आरजीएचएस के तहत फेफड़ों, किडनी एवं त्वचा से संबंधित बीमारियों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है। साथ ही, सफाई कर्मचारियों को राज्य सरकार द्वारा रियायती दर पर ऋण भी  उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि समाज के छात्रावास हेतु भूमि आवंटन तथा जोधपुर में नवल जी महाराज का पैनोरमा बनवाने का सकारात्मक आश्वासन दिया।

    प्रधानमंत्री ने देश को दिया स्वच्छता का मंत्र

    मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर, 2014 को स्वयं झाड़ू उठाकर स्वच्छ भारत अभियान का आगाज किया था। उन्होंने देशवासियों को स्वच्छता का मंत्र  दिया और आज स्वच्छ भारत अभियान एक ‘जन आदोलन’ का रूप ले चुका है, क्योंकि इसे पूरे देश की जनता का अपार समर्थन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश के सफाईकर्मियों का आभार व्यक्त करने के लिए प्रयागराज में कुंभ के दौरान उनके चरण धोए थे।
    श्री शर्मा ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बहुत आदर से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि यूके यात्रा के दौरान मैंने लंदन में किंग हेनरी रोड स्थित ऐतिहासिक अम्बेडकर हाउस का दौरा किया। यह स्थान बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी से जुड़ी अमूल्य स्मृतियों, उनके जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों और उनके द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्यों का साक्षी रहा है।

    5 वर्षों में सरकारी व निजी क्षेत्रों में सृजित होंगे 10 लाख रोजगार के अवसर

    श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओ के हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनके लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए इस वर्ष 1 लाख एवं पांच साल में कुल 4 लाख पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही निजी क्षेत्रों में भी अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध करवाते हुए पांच वर्षों में कुल 10 लाख रोजगार सृजित किए जाएंगे। श्री शर्मा ने कहा कि भर्तियां समयबद्ध रूप से पूरी हो, इसके लिए आगामी दो साल के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के माध्यम से भर्तियों का कैलेण्डर भी जारी कर दिया गया है और परीक्षाओं की तिथि तय कर दी गई है।
    मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत सरकार द्वारा करवाए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में सफाई कर्मियों के सहयोग से राजस्थान अच्छा  प्रदर्शन करेगा। कार्यक्रम में वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों और सफाईकर्मियों ने मुख्यमंत्री को माला पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर लगभग 24 हजार सफाईकर्मियों की भर्ती के लिए आभार जताया।
    इस अवसर पर विधायक श्री कालीचरण सराफ, जयपुर ग्रेटर नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर, जयपुर हेरिटेज नगर निगम महापौर (कार्यवाहक) श्रीमती कुसुम यादव, जयपुर ग्रेटर नगर निगम उप महापौर श्री पुनीत कर्णावट, संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष श्री नंदकिशोर डंडोरिया, नवल सम्प्रदाय के संत श्री सुनील जी महाराज सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में सफाईकर्मी उपस्थित थे।

Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home/jcaxzbah/hindinewslive.in/wp-includes/functions.php on line 5464