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  • Mangubhai Patel: बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित

    Mangubhai Patel: बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित

    Mangubhai Patel: राज्यपाल ने दिलाई वन्य जीव संरक्षण की शपथ

    राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह का समापन और पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न

    राज्यपाल Mangubhai Patel ने कहा कि बच्चों को वन, वन्य जीव और जैव विविधता की महत्ता के बारे में बचपन से ही संस्कारित किया जाना चाहिए। माता-पिता उन्हें जैव संरक्षण की बहुलता और आवश्यकता के बारे में जागरूक और संवेदनशील बनाए। राज्यपाल श्री पटेल आज भोपाल में राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह के समापन और पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एक से 7 अक्टूबर 2024 तक आयोजित वन्य जीव सप्ताह की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किए। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत कर बधाई दी।  राज्यपाल श्री पटेल ने उपस्थित जनों को वन्य जीव संरक्षण की शपथ भी दिलाई।

    राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि हमारा संविधान पर्यावरण के संरक्षण, वन और वन्य जीवों की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रदान करता है। मौलिक कर्तव्यों के तहत प्रत्येक नागरिक से पर्यावरण को सुरक्षित रखने में योगदान की अपेक्षा करता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के हिसाब से देश के सबसे बड़े वन क्षेत्र होने गौरव प्राप्त है। बाघों के अलावा, तेंदुए, घड़ियाल, चीता, भेड़िये और गिद्धों की सर्वाधिक संख्या के लिये भी प्रदेश पहचाना जाता है। हर प्रदेशवासी की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वे वन और वन्य जीव रूपी अमूल्य धरोहर की विरासत को सहेज कर भावी पीढ़ी को सौंपने में अपना योगदान दे।

    कोविड ने दिया प्रकृति के प्रति श्रद्धा और सौहार्द्र का सबक

    राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी त्रासदी कोविड ने हम सबको यह सबक दिया है कि हमें सुरक्षित भविष्य के लिए प्रकृति की विविधता के प्रति श्रद्धा और सौहार्द्र के साथ रहना होगा। हमारे ऋषि-मुनियों ने भी अपने तप त्याग और साधना से हजारों साल पहले ही इकोलॉजी तंत्र के संरक्षण के लिए प्राणियों में सद्भावना का संदेश दिया था। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में वन और वन्यजीवों का विशिष्ट स्थान रहा है। विभिन्न देवी-देवताओं के वाहन वन्यजीव है। अनेक विधि-विधानों में भी पेड़-पौधों की आराधना होती है।

    शपथ को अपने कार्य और व्यवहारों में शामिल करे

    राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह के समापन अवसर पर उपस्थित जनों को वन्य जीव संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने कार्य, और व्यवहार में शपथ का 24 घंटे और 365 दिन पालन करे। आपका यह संकल्प वनों और वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा प्रयासों को जन आन्दोलन बनाने में योगदान देगा। इसे अपना कर्तव्य मानकर कार्य करे।

    राज्य मंत्री वन, श्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि वन्य जीव संरक्षण और कानूनों की जागरूकता में वन्य जीव सप्ताह की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा वन्य जीव संरक्षण, पुनर्वास, अपराध नियंत्रण आदि प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी।

    राज्यपाल श्री पटेल का तुलसी का पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया गया। उन्होंने मध्यप्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड के पोस्टर, मध्यप्रदेश सामान्य तितलियाँ पोस्टर, कान्हा के पक्षी पुस्तक, मध्यप्रदेश टाईगर फान्डेशन की वार्षिक रिपोर्ट, वन्य जीव संरक्षण पर आधारित प्रकाशन का विमोचन किया। एक से 7 अक्टूबर तक आयोजित हुए वन्य जीव सप्ताह के आयोजन का प्रतिवेदन प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही.के. अंबाडे ने प्रस्तुत किया। आभार संचालक वन विहार, श्री मीना अवधेश कुमार शिवकुमार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल, मुख्य वन संरक्षक, वन बल प्रमुख श्री असीम श्रीवास्तव और अधिकारी-कर्मचारी, वन्य जीव संरक्षण से जुड़े व्यक्ति, स्कूली बच्चें और उनके अभिभावक उपस्थित थे।

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  • CM Dr. Yadav: भारत विश्व गुरु के रूप में शिक्षक परंपरा को स्थापित करना चाहता है

    CM Dr. Yadav: भारत विश्व गुरु के रूप में शिक्षक परंपरा को स्थापित करना चाहता है

    CM Dr. Yadav: राष्ट्र के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक और शिक्षक के हित में समाज के मार्ग पर चलने से ही शिक्षा व्यवस्था होगी बेहतर

    • शिक्षा, धर्म का पुनर्रागमन और मानव मन व इन्द्रियों की स्वामिनी है
    • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शिक्षा भूषण अखिल भारतीय सम्मान समारोह को किया संबोधित

    CM Dr. Yadav ने कहा कि गुरुकुल परंपरा हमारे देश की शिक्षा का आधार रही है। शिक्षक हमेशा पूज्य थे और पूज्य रहेंगे। भारत विश्व गुरु के रूप में उस शिक्षक परंपरा को स्थापित करना चाहता है, जो गुरुकुल परंपरा चाणक्य से चंद्रगुप्त तक और चंद्रगुप्त से विक्रमादित्य तक हर जगह, हर समय, हर काल में कायम रही है। मुख्यमंत्री रविवार को रवीन्द्र भवन सभागार में शिक्षा भूषण अखिल भारतीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह का आयोजन मध्यप्रदेश शिक्षक संघ द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा सरस्वती वंदना के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ श्री सुरेश सोनी, स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री श्री राव उदय प्रताप सिंह, राज्यसभा सदस्य स्वामी उमेश नाथ जी महाराज कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शिक्षा भूषण अखिल भारतीय शिक्षक सम्मान -2024 से डॉ. रामचंद्रन आर., प्रोफेसर के.के. अग्रवाल और प्रोफेसर कुसुमलता केडिया को सम्मानित किया।

    गुरु और गुरुकुल परंपरा में गुरु का विशेष महत्व

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राष्ट्र के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक और शिक्षक के हित में समाज के उद्देश्य से आयोजित शिक्षक समारोह के आयोजन में शैक्षिक फाउंडेशन और अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि भारत की गुरु और गुरुकुल परंपरा में गुरु का बड़ा महत्व है। इतिहास में जब भी कोई प्रश्न खड़े हुए तो गुरु की भूमिका सामने आई। यदि भगवान श्रीराम और लक्ष्मण को गुरु वशिष्ठ वनवास के लिए नहीं ले जाते तो रामायण में राम का चरित्र अधूरा रहता। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा में गुरु सांदीपनि का उज्ज्वल चरित्र शिष्यों के लिए अनुकरणीय और चुनौतियों में प्रेरणा का स्रोत रहा है।

    शिक्षा न तो सत्ता की दासी है और न ही कानून की किन्करी

    अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ श्री सुरेश सोनी ने कहा कि वास्तव में विकास तभी हो सकता जब हमारे आसपास के परिवेश और जीवन मूल्यों का विकास हो। उन्होंने 1928 में गुजरात विद्यापीठ में दिए गए काका कालेलकर के संबोधन को उद्घृत करते हुए कहा कि शिक्षा ने अपने स्वरूप की व्याख्या करते हुए कहा कि शिक्षा न तो सत्ता की दासी है और न ही कानून की किन्करी है, न ही यह विज्ञान की सखी है औप न ही कला की प्रतिहारी यह अर्थशास्त्र की बांदी, शिक्षा तो धर्म का पुनर्रागमन है, यह मानव के हृदय, मन और इन्द्रियों की स्वामिनी है। मानव शास्त्र और समाज शास्त्र, इनके दो चरण हैं, तर्क और निरीक्षण शिक्षा की दो आँखें हैं, विज्ञान मस्तिष्क, इतिहास कान और धर्म शिक्षा के हृदय है। श्री सोनी ने बताया कि काका कालेलकर ने अपने संबोधन में कहा था कि उत्साह और उद्यम शिक्षा के फेफड़े हैं। शिक्षा ऐसी जगत जननी जगदम्बा है, जिसका उपासक कभी किसी का मोहताज नहीं होगा, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।”

    काका कालेलकर के चिंतन के अनुरूप देश में शिक्षा का वातावरण बनाना जरूरी

    श्री सोनी ने कहा कि मूल्य परक शिक्षा-भारत केंद्रित शिक्षा, शिक्षकों के सामाजिक सम्मान और संस्कारों पर जोर देने वाली शिक्षा के लिए सामूहिक रूप से विचार करते हुए काका कालेलकर द्वारा दिए गए चिंतन के अनुरूप देश में शिक्षा का वातावरण बनाने के लिए प्रयास करने होंगे। इसी से 2047 तक विश्व के रंग मंच पर भारत, प्रमुख नेतृत्व कर्ता के रूप में स्थापित होगा। कार्यक्रम में पुरुस्कृत डॉ. रामचंद्रन आर., प्रोफेसर के.के. अग्रवाल और प्रोफेसर कुसुमलता केडिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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  • CM Dr. Yadav: कन्या-पूजन मातृ-शक्ति की आराधना का प्रतीक

    CM Dr. Yadav: कन्या-पूजन मातृ-शक्ति की आराधना का प्रतीक

    CM Dr. Yadav: विशाल कन्या-पूजन कार्यक्रम में हुए शामिल

    सेवा भारती द्वारा गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में आयोजित किया गया कार्यक्रम

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नवरात्रि पर होने वाला कन्या-पूजन मातृशक्ति की आराधना का प्रतीक है। साथ ही नवरात्रि, जीवन में ऋतु परिवर्तन की महत्ता को भी स्थापित करती है। सनातन परंपरा में विद्यमान उपवास की अवधारणा और उसके लाभ को आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था भी स्वीकार करती है। भारतीय संस्कृति मातृसत्ता की महत्ता को नमन करती है। हमारी संस्कृति में मां सरस्वती को ज्ञान की देवी और मां लक्ष्मी को धन संपदा की देवी के रूप में पूजा जाता है। भारतीय संस्कृति भोजन और भाव दोनों को महत्व देती है यह स्व से संपूर्ण ब्रह्मांड को एकाकार करने के विचार पर केंद्रित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सेवा भारती महावीर मंडल भोपाल द्वारा गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में आयोजित विशाल कन्या-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुष्प वर्षा कर कन्याओं का स्वागत और विधि-विधान से उनका पूजन भी किया।

    नवदुर्गा शक्ति संचय का पर्व है

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति जीव मात्र से प्रेम और शांति का संदेश देती है। यह हमारे सांस्कृतिक मूल्यों और देश का सामर्थ्य ही है, जिसके परिणामस्वरूप विश्व, शांति के लिए भारत की ओर देखता है। रूस-यूक्रेन युद्ध हो या ईरान-इजराइल के बीच संघर्ष, शांति के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ओर सभी देश आशा से देख रहे हैं। यह हम सबके लिए गौरव का विषय है। नवदुर्गा शक्ति संचय का पर्व है, देश भी शक्ति सम्पन्न हो तथा अधिक से अधिक शक्ति संचय की ओर हम अग्रसर हों, इसी उद्देश्य से सेवा भारती संस्था समाज के सभी वर्गों के कल्याण और हित संवर्धन के लिए समर्पित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवरात्रि, दशहरा और दीपावली की सभी को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सेवा भारती के श्री रवि सेठी, श्री विमल त्यागी, गोविंदपुरा क्षेत्र के उद्योगपति, जन-प्रतिनिधि एवं समाजसेवी उपस्थित थे।

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  • CM Dr. Yadav: रानी दुर्गावती जयंती अद्वितीय मनी

    CM Dr. Yadav: रानी दुर्गावती जयंती अद्वितीय मनी

    CM Dr. Yadav ने विजिटर पंजी में लिखा अद्भुत दृश्य मंत्रीगण के साथ आना इतिहास बना

    • पर्यटन की दृष्टि से नए केलेवर में रानी दुर्गावती से जुड़े स्थल विकसित होंगे
    • मुख्यमंत्री ने सिंगौरगढ़ किले के हाथी दरवाजा का भ्रमण कर प्रदर्शनी का किया उद्घाटन

    वीरांगना रानी दुर्गावती की  500वीं जयंती पर CM Dr. Yadav ने दमोह जिले के जबेरा तहसील स्थित सिंगौरगढ़ के किले के हाथी दरवाजा का भ्रमण किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रानी दुर्गावती के इतिहास पर केन्द्रित पुरातत्व विभाग की प्रदर्शनी का फीता काटकर और दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रीगणों के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन कर रानी दुर्गावती के इतिहास और शौर्य से रू-ब-रू हुए। मुख्यमंत्री ने हाथी दरवाजा पर विजिटर पंजी में लिखा कि अद्भुत दृश्य, ऐतिहासिक किला, रानी दुर्गावती  और अन्य पुरातत्व महत्व के स्थानों पर आकर खासकर मंत्रीगणों के साथ आना अत्यंत आनंददायक रहा। इतिहास बना। रानी दुर्गावती जयंती अद्वितीय मनी। मंत्रीगणों द्वारा भी शुभकामनाएं लिखी गई।

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रानी दुर्गावती की जयंती एक ऐतिहासिक दिन है। कई योजनाएं भी रानी दुर्गावती के नाम पर संचालित होगी। उन्होंने कहा कि इस स्थल पर प्रदेश और देश से लोग आएं तथा रानी दुर्गावती के गौरवान्वित करने वाले इतिहास से अवगत हो। मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रीगणों को बधाई दी और कहा कि पर्यटन की दृष्टि से इस स्थल को नए केलेवर में विकसित किया जाएगा।

    किले की उम्र कई सौ साल होने के बाद भी उसकी दीवारें आज भी मजबूती से खड़ी हैं। रानी महल, हाथी दरवाजे, स्नान के लिए किले के अंदर बने जलाशय और किले की पहाड़ियों में बने गुप्त रास्तों का रहस्य आज भी पहेली लगता है। किले के मुख्य हाथी दरवाजे से कुछ दूरी पर सिंगौरगढ़ जलाशय है यहां आज भी बारह महीने पानी रहता है। रानी दुर्गावती की वीरता के किस्से और प्रसिद्धि अब भी चहुंओर फैली है।

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  • CM Dr. Yadav: ग्रामीण क्षेत्रों में जन-आंदोलन बना “स्वच्छता ही सेवा अभियान

    CM Dr. Yadav: ग्रामीण क्षेत्रों में जन-आंदोलन बना “स्वच्छता ही सेवा अभियान

    CM Dr. Yadav: अभियान में किए गए कई उल्लेखनीय कार्य और नवाचार

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि स्वच्छ भारत मिशन ने स्वच्छता के लिए दुनिया के सबसे बड़े जन-आंदोलन को जन्म दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए ग्रामीणों को जागरूक करना इस मिशन की एक प्रमुख सफलता रही। मध्यप्रदेश ने ग्रामीण स्वच्छता में कई विशिष्ट उपलब्धियां हासिल की है। प्रदेश में 70 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण कर संपूर्ण रूप से खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है। मिशन के दूसरे चरण में प्रत्येक ग्राम की ओडीएफ की स्थिति को निरंतर रखते हुए ठोस एवं तरल अपशिष्ट का निपटान भी किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती एवं स्वच्छ भारत मिशन की 10 वीं वर्षगांठ पर स्वच्छता के दृष्टिकोण को शासकीय एवं सामुदायिक प्रयासों से जन-जन तक पहुंचाने के लिए “स्वच्छता ही सेवा” अभियान पखवाड़ा 17 सितंबर से प्रारंभ किया गया, जो 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर समारोह के साथ सम्पन्न होगा।

    जन-भागीदारी से लोगों को किया जागरूक

    स्वच्छता ही सेवा अभियान में जन-भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये कई जन-प्रतिनिधि, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी, आम नागरिकों ने एकजुटता दिखाई। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने छिंदवाड़ा जिले के छिंदी ग्राम से “स्वच्छता साथी-वॉश ऑन व्हील सेवा” का शुभारंभ किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने रीवा में स्वच्छता संवाद कार्यक्रम में सम्मिलित होकर स्वस्थ भारत, स्वच्छ भारत के उद्देश्य को साकार करने के लिए प्रेरित किया। राज्य के सभी मंत्री, सांसद, विधायकों ने अपने क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों में शामिल होकर संपूर्ण स्वच्छता के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य करने का संदेश पहुंचाया।

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    स्वच्छता शपथ के साथ हुईं स्वच्छता चौपालें

    स्वच्छता शपथ, स्वच्छता चौपाल, स्वच्छता रैली, स्वच्छता के लिये श्रमदान स्वच्छता संवाद, प्रतियोगिताएँ, खेल लीग, एक पेड़ माँ के नाम, घर-घर जागरूकता इत्यादि गतिविधियों के माध्यम से स्वच्छता में जन-भागीदारी की गतिविधियां की गई, जिसमें 40 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया।

    स्वच्छता लक्षित इकाइयों का चिन्हांकन

    अभियान मेंऐसे स्थान जहां कूड़े-कचरे का ढेर था, उन स्थानों का चिन्हांकन कर स्वच्छ स्थानों में परिवर्तित किया गया। ऐसी 19 हजार 742 स्वच्छता लक्षित इकाइयों को 12 लाख 77 हज़ार लोगों की जन-भागीदारी से स्वच्छ साईट में परिवर्तित किया गया, जिससे खुले में पड़े 10 हजार 681 टन कचरे का सुरक्षित निपटान हुआ। अब तक 333 टन से अधिक प्लास्टिक कचरे का जन-भागीदारी से संग्रहण किया जाकर सुरक्षित निपटान किया गया है। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधित बनाकर 400 से अधिक ग्रामों को मॉडल श्रेणी में ओडीएफ़ प्लस घोषित किया जा चुका है।

    सफाई सुरक्षा मित्रों के योगदान को दी गई मान्यता

    अभियान का विशेष पहलू यह रहा कि सफाई कर्मियों और सफ़ाई मित्रों के योगदान को मान्यता दी गई। उनके स्वास्थ्य एवं सम्मान के लिए 1549 सफाई मित्र सुरक्षा शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें 42 हजार 466 सफ़ाई मित्रों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं 24 हजार 655 सफ़ाई मित्रों को सुरक्षा उपकरणों एवं पीपीई किट का वितरण किया गया।

    नर्मदा नदी के किनारे 776 ग्राम ओडीएफ प्लस मॉडल घोषित

    नर्मदा नदी के किनारे बसे 884 ग्रामों में घाटों की साफ़-सफ़ाई, आस-पास के क्षेत्र को प्लास्टिक फ्री बनाये जाने एवं सिंगल यूज्ड प्लास्टिक कचरे का संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। नर्मदा नदी किनारे के 776 ग्राम तथा पर्यटन महत्व वाले सभी 117 ग्राम ओडीएफ प्लस मॉडल घोषित हो चुके हैं।

    आगे की राह

    प्रदेश के सभी ग्रामों में 2 अक्टूबर को विशेष ग्राम सभाओं का अयोजन होगा। इसमें स्वच्छता पखवाड़े में हासिल उपलब्धियों से ग्रामवासियों को अवगत कराया जाएगा तथा स्वच्छता परिसंपतियो का शिलान्यास और कचरा वाहनों का लोकार्पण किया जायेगा।

  • राज्यपाल Mr. Patel ने छिंदी में स्वच्छता साथी “वॉश ऑन व्हील्स सेवा” का किया शुभारंभ

    राज्यपाल Mr. Patel ने छिंदी में स्वच्छता साथी “वॉश ऑन व्हील्स सेवा” का किया शुभारंभ

    Mr. Patel: वॉश ऑन व्हील्स सेवा से संस्थागत शौचालयों की सफाई होगी सुलभ

    राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने गुरूवार को छिंदी में स्वच्छता साथी “वॉश ऑन व्हील्स सेवा” का शुभारंभ किया। यह नवाचार न केवल जिले का बल्कि राज्य का पहला ऐसा कार्यक्रम है जो संस्थागत शौचालयों की नियमित और प्रभावी सफाई सुनिश्चित करेगा। इस दौरान ग्राम पंचायत छिंदी की सरपंच द्वारा छिंद से बने हुये मुकुट को पहनाकर राज्यपाल श्री पटेल का स्वागत किया गया।  

    स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील्स सेवा की विशेषताएं

    अधिकांश संस्थागत शौचालयों में अक्सर सफाई का अभाव देखा जाता है जिससे शौचालयों की उपयोगिता और स्थिति प्रभावित होती है। इसी कमी को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने यह अनूठी पहल की है। कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन और जिला पंचायत के सीईओ श्री अग्रिम कुमार के नेतृत्व में इसे लागू किया गया है।  

    सेवा का संचालन

    जिले के प्रत्येक 11 जनपद में 3 ग्राम पंचायतो से 1 कलस्टर का गठन किया गया हैं। इन दलों को अत्याधुनिक उपकरण और सुरक्षा किट प्रदान की गई हैं, जिनमें इलेक्ट्रिक व बैटरी से चलने वाली वॉशिंग मशीनें शामिल हैं।

    सफाई प्रक्रिया

    यह सेवा स्कूलों, आंगनवाड़ियों, छात्रावासों और सामुदायिक शौचालयों में जाकर शौचालयों की सफाई करेगी।

    आर्थिक लाभ

    यह योजना स्वच्छता कर्मियों को रोजगार के साथ-साथ करीब 20,000 रुपये की मासिक आमदनी भी प्रदान करेगी।

    यह पहल जिले में स्वच्छता अभियान को नई दिशा देने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। इस विशेष अवसर पर सांसद श्री विवेक बंटी साहू, अमरवाड़ा विधायक श्री कमलेश प्रताप शाह, कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री अग्रिम कुमार, म.प्र.भारिया विकास प्राधिकरण तामिया के अध्यक्ष  श्री दिनेश कुमार अंगारिया, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कांता ठाकुर, जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण सुधीर कृषक और अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।

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  • राज्यपाल Mr. Patel ने मुख्य न्यायाधिपति को शपथ दिलाई

    राज्यपाल Mr. Patel ने मुख्य न्यायाधिपति को शपथ दिलाई

    Mr. Patel: प्रदेश के 28वें मुख्य न्यायाधिपति बने न्यायमूर्ति श्री कैत

    Mr. Patel ने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के 28वें मुख्य न्यायाधिपति की शपथ न्यायमूर्ति श्री सुरेश कुमार कैत को दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन राजभवन के सांदीपनि सभागार में किया गया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उपस्थित रहे।

    राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नव-नियुक्त मुख्य न्यायाधिपति को शपथ ग्रहण के बाद पुष्प-गुच्छ भेंट कर बधाई और शुभकामनाएं दीं।

    शपथ ग्रहण समारोह का संचालन मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा ने किया। उन्होंने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश श्री सुरेश कुमार कैत को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधिपति नियुक्त किए जाने की अधिसूचना का वाचन किया।

    शपथ ग्रहण समारोह में खेल एवं युवा कल्याण और सहकारिता मंत्री श्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री श्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, खजुराहो सांसद एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री वी.डी. शर्मा, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री संजय दुबे, राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री मुकेश चंद गुप्ता, रजिस्ट्रार जनरल जबलपुर हाई कोर्ट श्री मनोज श्रीवास्तव, मध्यप्रदेश एवं दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, जिला न्यायालय भोपाल के न्यायाधीश, बार एसोसियेशन के सदस्य, विभिन्न आयोगों के पदाधिकारी, जन प्रतिनिधि, विधि-विधायी कार्य एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Dr. Yadav को मंत्री श्री काश्यप ने रतलाम के सीएम राइज विनोवा विद्यालय को मिले “द वर्ल्डस वेस्ट स्कूल प्राइजेस” पुरस्कार का प्रमाण-पत्र सौंपा

    CM Dr. Yadav को मंत्री श्री काश्यप ने रतलाम के सीएम राइज विनोवा विद्यालय को मिले “द वर्ल्डस वेस्ट स्कूल प्राइजेस” पुरस्कार का प्रमाण-पत्र सौंपा

    CM Dr. Yadav

    CM Dr. Yadav: एमएसएमई मंत्री श्री चेतन्‍य कुमार काश्‍यप ने आज वल्‍लभ भवन मंत्रालय में कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लंदन की टी फार ऐजुकेशन संस्‍था द्वारा रतलाम के विनोबा सी एम राइस स्‍कूल को प्रदत्‍त ‘’द वर्ल्‍डस बेस्‍ट स्‍कूल प्राइजेस’’ पुरस्‍कार का प्रमाण पत्र सौंपा। संस्‍था द्वारा यह प्रतिष्‍ठित पुरस्‍कार अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर प्रतिवर्ष सर्वश्रेष्‍ठ स्‍कूलों को दिया जाता हैं। CM Dr. Yadav ने इस बड़ी उपलब्धि को प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाला बताया और रतलाम के शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं पालकों को बधाई दी और उनके प्रयासों की सरहाना की। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने अपेक्षा की है कि प्रदेश के अन्‍य स्‍‍कूल भी रतलाम के स्‍‍कूल का अनुसरण कर नई उपलब्धियों के कीर्तिमान रचेंगे।

    श्री काश्‍यप ने बताया कि यह दूसरा अवसर है जब रतलाम को यह गौरव प्राप्‍त हुआ है। वर्ष 2023 में भी विनोबा सी एम राईज स्‍कूल ने नवाचार श्रेणी का यह पुरस्‍कार मिला था। गत 13 जून को विनोबा स्कूल का चयन प्रथम 10 स्‍कूलों में किया गया था। विश्व भर के 100 देशों से हजारों आवेदन इन प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए प्राप्त होते है। यह पुरस्कार 5 कैटेगरी कम्युनिटी कोलैबोरेशन, एनवायरमेंटल एक्शन, इनोवेशन, ओवरकमिंग एडवर्सिटी फॉर सर्पोटिंग हेल्दी लाइव्स के लिए दिए जाते हैं। वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइस 2024 की इनोवेशन कैटेगरी में रतलाम के सी एम राइज विनोबा स्कूल को ग्रेंज स्कूल यू.के. तथा स्टारफिश स्कूल थाईलैंड के साथ प्रथम तीन में चयनित किया गया है। पैरा विनोबा स्कूल ने अपनी बेस्ट प्रैक्टिसेज के माध्यम से अपनी चुनौतियों का सामना करते हुए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में विगत दो वर्षों में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।

    टीचर्स प्रोफेशनल डेवलपमेंट के अंतर्गत “साइकिल ऑफ़ ग्रोथ“ के माध्यम से शिक्षक को “बदलाव के वाहक“ के रूप में लाया गया। सरकारी सिस्टम में शिक्षकों के बारे में बनाई गई नकारात्मक धारणा को तोड़ने में ये विद्यालय सफल रहा। अपने स्कूल लीडर्स के मार्गदर्शन में जॉयफुल लर्निंग द्वारा विद्यार्थियों और पालकों को संस्था से जोड़ा गया। विद्यार्थियों की उपस्थिति और दक्षता में वृद्धि हुई। पढ़ाई, खेलकूद और विद्यार्थियों के ओवरऑल डेवलपमेंट में अग्रणी है। कक्षा 1 से 12 तक अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यम में संचालित होने वाले विनोबा स्कूल के 90 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी किसी न किसी स्तर पर गतिविधियों से वर्ष भर जुड़े रहते हैं। मंत्री श्री काश्यप ने विनोबा स्कूल के नवाचारों को अनुकरणीय बताया।

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  • CM Dr. Yadav ने शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को दी बधाई

    CM Dr. Yadav ने शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को दी बधाई

    CM Dr. Yadav : शतरंज ओलंपियाड में भारतीयों ने 6 गोल्ड मेडल किये प्राप्त

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वुडापेस्ट में हुए 45वें FIDE चेस ओलम्पियाड में भारतीय पुरूष और महिला शतरंज खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक हासिल करने पर बधाई और शुभकामनाएँ दी है।

    CM Dr. Yadav ने भारतीय खिलाड़ियों की इस दोहरी स्वर्णिम सफलता पर कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने “बेस्ट चेस नेशन इन द वर्ल्ड” की उपाधि लेकर देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के अथक परिश्रम, अद्वितीय प्रतिभा एवं टीम वर्क से ओलंपियाड में भारत को प्राप्त स्वर्ण पदक ने देशवासियों को आनंदित किया है। यह उपलब्धि नव प्रतिभाओं को प्रेरणा देती रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आशा की भारतीय खिलाड़ी भविष्य में इसी तरह सफलता के नए-नए कीर्तिमान रचते रहेंगे और देश का गौरव बढ़ाते रहेंगे।

    उल्लेखनीय है कि भारत ने ओपन केटेगरी और विमेंस केटेगरी में गोल्ड मेडल जीते हैं। ओपन एवं विमेंस टीम में 5-5 खिलाड़ी शामिल रहे। भारतीय टीम ने 2 गोल्ड मेडल टीम केटेगरी में जीते। भारत की ओपन टीम में डी. गुकेश, अर्जुन एरिगैसी, पेंटाला हरिकृष्णा, आर. प्रागननंदा और विदित गुजराती शामिल हैं। भारत की विमेंस टीम में तानिया सचदेव, वंतिका अग्रवाल, हरिका द्रोणावल्ली, वैशाली रेशमबाबू और दिव्या देशमुख ने गोल्ड मेडल दिलाया। इंडिविजुअल केटेगरी में डी. गुकेश, अर्जुन एरिगैसी, वंतिका अग्रवाल और दिव्या देशमुख ने 4 गोल्ड मेडल हासिल किये हैं। इस तरह कुल 6 गोल्ड मेडल भारतीय खिलाड़ियों ने जीते।

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  • Deputy CM Shri Shukla: नागरिकों की सुविधा के लिए अधोसंरचनाओं में किया जा रहा है निरंतर और सुनियोजित विस्तार

    Deputy CM Shri Shukla: नागरिकों की सुविधा के लिए अधोसंरचनाओं में किया जा रहा है निरंतर और सुनियोजित विस्तार

    Deputy CM Shri Shukla

    विंध्य क्षेत्र के वृहद सड़क निर्माण कार्यों की समीक्षा की

    उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि रीवा क्षेत्र का विकास तीव्र गति से हो रहा है, जिससे अधोसंरचनाओं पर दबाव बढ़ रहा है। नागरिकों की सुविधा के लिए अधोसंरचनाओं में निरंतर और सुनियोजित विस्तार किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मंत्रालय में विंध्य क्षेत्र में एमपीआरडीसी के वृहद सड़क निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिए कि कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर समय सीमा में पूर्ण करें।

    रीवा बायपास फोर-लेन मार्ग निर्माण कार्य नवम्बर से होगा प्रारंभ

    उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने रीवा बायपास फोर-लेन, सीधी-सिंगरौली फोर-लेन, शहडोल-उमरिया टू-लेन, और रीवा-ब्यौहारी-टेटका मोड़-शहडोल मार्ग की प्रगति की वृहद समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कार्य संचालन के लिए आवश्यक स्वीकृतियों और अनुमतियों की कार्रवाई शीघ्रता से पूरी की जाए। बताया गया कि रीवा बायपास फोर-लेन मार्ग के लिए आरओडब्ल्यू (राइट ऑफ वे) की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और नवम्बर माह में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

    उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने सीधी-सिंगरौली मार्ग में निर्माणाधीन गोपद पुल को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए। रीवा-ब्यौहारी मार्ग के 18 किमी खंड में वन विभाग की स्वीकृति लंबित है। उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि संबंधित विभागीय अधिकारी वन विभाग की सक्षम स्वीकृति के लिए समस्त औपचारिकताएं प्राथमिकता से पूर्ण करायें। बैठक में एमडी एमपीआरडीसी श्री अविनाश लवानिया सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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