राज्य में इलेक्ट्रिक व्हीकल , इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल, टूरिज्म, एनर्जी स्टोरेज जैसे क्षेत्रों में निवेश और सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की जापान यात्रा के दूसरे दिन होंडा, वाफुकु ग्रुप, तोहो ग्रुप के प्रतिनिधियों ने Shri Bhajan Lal Sharma के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की
•राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान होंडा मोटर के अधिकारियों ने कंपनी की दीर्घकालिक और विस्तार योजनाओं में राजस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका बताई
•वाफुकु ग्रुप ने प्रदेश में अस्पताल और जापानी भाषा संस्थान स्थापित करने में रुचि व्यक्त की, जिसके जरिए 5-6 सालों में लगभग 10,000 लोगों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा
मुख्यमंत्री Shri Bhajan Lal Sharma ने गुरूवार को जापान सरकार के मंत्रियों से बातचीत की और राजस्थान में निवेश को सुविधाजनक बनाने में जापान के निरंतर सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की। इनमें अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग के संसदीय उप-मंत्री श्री इशी ताकू और लैंड, इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रांसपोर्ट और पर्यटन मंत्रालय ) के संसदीय उप-मंत्री श्री इशीबाशी रिंटारो के साथ हुई बैठकें शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें दिसंबर में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट— 2024 में भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया।
जापानी कंपनियों के साथ व्यावसायिक सहयोग का विश्वास जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रिक व्हीकल , एनर्जी स्टोरेज, इंफ्रास्ट्रक्चर, अक्षय ऊर्जा, पर्यटन, केमिकल और पेट्रोकेमिकल्स, स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास जैसे क्षेत्र सरकार की प्राथमिकता हैं और इनमें निवेश के अनेक अवसर मौजूद हैं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने होंडा मोटर कंपनी लिमिटेड, वाफाकू हॉस्पिटल्स एंड होम केयर ग्रुप, तोहो (TOHO) ग्रुप सहित अन्य प्रमुख जापानी फर्मों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी मुलाकात की।
होंडा मोटर के साथ हुई बैठक के दौरान कंपनी के अधिकारियों ने राज्य में दी गई मौजूदा सुविधाओं, अवसरों और राजस्थान सरकार के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि राजस्थान उनके दीर्घकालिक और विस्तार योजनाओं में प्रमुख रूप से शामिल है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य में ईलेक्ट्रिक व्हीकल क्षेत्र में निवेश के अवसरों और संभावनाओं की चर्चा की और सुझाव दिया कि जोधपुर पाली मारवाड़ औद्योगिक क्षेत्र के अंदर ईवी इकाई के लिए कंपनी संभावित जगह तलाश सकती है।
इसके अलावा वाफुकु अस्पताल और होम केयर समूह के अधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के मुलाकात की। इस बैठक में कंपनी के अधिकारियों ने राजस्थान में एक अस्पताल और जापानी भाषा संस्थान स्थापित करने में अपनी रुचि जतायी और कहा कि इससे 5-6 सालों में तकरीबन 10,000 लोगों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा।
जापानी कंपनी तोहो ग्रुप के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जिस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में निवेश के अवसरों और कारोबार को अनुकूल बनाने के सरकार के प्रयासों के बारे में बात की। इस अवसर पर उन्होंने तोहो ग्रुप को राजस्थान में निवेश करने और अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए भी आमंत्रित किया।
इससे पहले, सुबह मुख्यमंत्री और प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों ने टोक्यो में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। विभिन्न कंपनियों से मुलाकात के बाद इस प्रतिनिधिमंडल ने टोक्यो में भारतीय दूतावास के अधिकारियों से भी मुलाकात की। राजस्थान सरकार का यह प्रतिनिधिमंडल अब एक अन्य जापानी शहर ओसाका के लिए रवाना हो गया है जहां कल कई जापानी फर्मों के साथ एक और इन्वेस्टर्स मीट आयोजित की गई है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जापान दौरे पर गए प्रतिनिधिमंडल में उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेम चंद बैरवा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री शिखर अग्रवाल, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अजिताभ शर्मा तथा रीको और बीआईपी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 एक नजर
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट— 2024 का आयोजन आगामी 9, 10 और 11 दिसंबर को जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है। इस इन्वेस्टमेंट समिट के पहले इन्वेस्टर मीट, जो मुंबई में 30 अगस्त को आयोजित हुआ था, के दौरान राजस्थान सरकार ने विभिन्न कंपनियों के साथ 4.5 लाख करोड़ से अधिक के एमओयू साइन किये गए थे।
इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अनय सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा।
source: http://dipr.rajasthan.gov.in