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  • CM Bhajanlal Sharma ने लंदन में वेदांता ग्रुप के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल से मुलाकात की, उन्हें ‘राजस्थान की प्रगति में भागीदार’ बनने के लिए आमंत्रित किया

    CM Bhajanlal Sharma ने लंदन में वेदांता ग्रुप के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल से मुलाकात की, उन्हें ‘राजस्थान की प्रगति में भागीदार’ बनने के लिए आमंत्रित किया

    CM Bhajanlal Sharma से मुलाकात के दौरान वेदांता ग्रुप ने राजस्थान में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक निवेश करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई

    • मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने लंदन में अंबेडकर हाउस में भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की
    • मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटिश संग्रहालय का दौरा किया, कला संग्रहालयों और दीर्घाओं में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की
    • मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने लंदन में ‘राइजिंग राजस्थान’ टूरिज्म मीट के दौरान राज्य की विरासत, वन्यजीव पर्यटन में निवेश का आह्वान किया, ब्रिटिश फिल्म निर्माताओं से राजस्थान में शूटिंग की अपील की
    •  मैनचेस्टर विश्वविद्यालय और ऑरोरा एनर्जी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की; राजस्थान में सहयोग और कारोबार स्थापित करने पर की चर्चा
    ब्रिटेन की यात्रा के आज आखिरी दिन, CM Bhajanlal Sharma ने प्राकृतिक संसाधन समूह वेदांता ग्रुप के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल से आज लंदन में मुलाकात की और उन्हें ‘राजस्थान की प्रगति में भागीदार’ बनने के लिए आमंत्रित किया। इस बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री सुश्री दिया कुमारी और राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्य मौजूद थे। राजस्थान में एक लाख करोड़ रुपये अधिक के निवेश की अपनी प्रतिबद्धता दुहराते हुए वेदांता ग्रुप के चेयरमैन श्री अग्रवाल ने कहा कि यह निवेश वेदांता की कंपनियों – हिंदुस्तान जिंक, केयर्न ऑयल एंड गैस और सेरेंटिका रिन्यूएबल्स – के विस्तार में होगा और इसके अलावा, लघु और मध्यम उद्योगों के लिए गैर-लाभकारी (नॉन प्रॉफिट) आधार पर वेदांता उदयपुर के पास एक औद्योगिक पार्क भी स्थापित करेगी।
    मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा और श्री अग्रवाल के बीच ‘पूंछरी का लौठा’ (गोवर्धन परिक्रमा से संबंधित एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल) और उसके आस-पास के क्षेत्रों के एकीकृत विकास पर भी चर्चा हुई और सरकारी प्रतिनिधिमंडल द्वारा राजस्थान के कृष्ण भूमि विकास के तहत आने वाले क्षेत्रों पर एक विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया गया। ‘पूंछरी का लौठा’ की विकास योजना से प्रभावित होकर श्री अग्रवाल ने राज्य सरकार की इस परियोजना को आगे बढ़ाने में मदद करने की अपनी इच्छा व्यक्त की।
    बैठक के बाद मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने कहा, “इस बैठक में हमारे बीच बहुत ही सार्थक चर्चा हुई और श्री अनिल अग्रवाल व्यापार जगत के अनुकूल हमारी नीतियों से काफी प्रभावित हुए। राजस्थान में अपने निवेश को दोगुना करने एवं राज्य के व्यापारिक माहौल को और मजबूत बनाने के लिए उन्होंने हमारी सरकार से हाथ मिलाया है। मैंने उन्हें ‘राजस्थान की प्रगति में भागीदार’ बनने और ‘विकसित राजस्थान’ के हमारे प्रयासों का समर्थन करने के लिए भी आमंत्रित किया।”
    वेदांता ग्रुप के चेयरमैन के साथ हुई इस बैठक में ब्रिटेन के कई अन्य प्रतिष्ठित निवेशक भी मौजूद थे। इस दौरान राजस्थान में निवेश के अवसरों पर चर्चा की गई और इन निवेशकों ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद संभावनाओं को तलाशने में काफी दिलचस्पी दिखाई।
    इसके बाद, मुख्यमंत्री श्री शर्मा और राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने लंदन में मौजूद ब्रिटिश संग्रहालय का दौरा किया और राजस्थान स्थित कला संग्रहालयों और दीर्घाओं के साथ सहयोग की संभावनाओं पर संग्रहालय के अधिकारियों के साथ चर्चा की।
    इसके अलावा, मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने लंदन में किंग हेनरी रोड स्थित अंबेडकर हाउस का भी दौरा किया और भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
    बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा,“लंदन के जिस घर में बाबा साहेब अंबेडकर रहते थे, उसे कुछ सालों पहले माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के नेतृत्व में भारत सरकार ने संग्रहालय बना कर देश को एक अनमोल उपहार दिया था। बाबा साहेब अंबेडकर हम सबके प्रेरणा स्त्रोत हैं और आज यहां अंबडेकर हाउस में आकर मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यहां आकर मुझे बाबा साहेब के लंदन प्रवास के बारे में कई नयी बातों को जानने का मौका मिला। उन्होंने जीवनभर कमज़ोर एवं हाशिये पर खड़े लोगों के उत्थान के लिए काम किया और बाबा साहब का समानता एवं न्याय का संदेश आज भी प्रासंगिक है।”
    इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने ‘राइजिंग राजस्थान’ पर्यटन सम्मेलन में भाग लेते हुए ब्रिटेन के निवेशकों को राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र की समृद्धि में भागीदार बनने के लिए आमंत्रित किया था।
    इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाओं की चर्चा की और राज्य की विरासत और वन्यजीव पर्यटन में निवेश का आह्वान किया। मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए ब्रिटिश फिल्म निर्माताओं से राजस्थान में शूटिंग करने की भी अपील की।
    “भारत का पर्यटन परिदृश्य काफी जीवंत है और पर्यटन उद्योग के वर्ष 2029 तक 31 बिलियन यूरो के होने की उम्मीद है। इसमें राजस्थान का महत्वपूर्ण योगदान होगा। प्रदेश में पर्यटन को और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए सरकार जल्द ही एक नई राजस्थान पर्यटन नीति भी शुरू करने जा रही है, जो इस क्षेत्र में सुधार करेगी और इसे निवेशकों के लिए और अधिक आकर्षक बनाएगी,” मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने कहा।
    राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र की प्रमुखता और एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में राज्य की बढ़ती लोकप्रियता पर प्रकाश डालते हुए उपमुख्यमंत्री सुश्री दिया कुमारी ने कहा, “अकेले 2023 में राजस्थान के अंदर 18 करोड़ घरेलू और 17 लाख अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक आये थे। राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन क्षेत्र का योगदान 12% का है। हमारा लक्ष्य इस क्षेत्र में ब्रिटिश निवेशकों के साथ एक पारस्परित संबंध बनाना है जिससे न केवल पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिले बल्कि हमारे दो महान देशों के बीच सांस्कृतिक संबंध और भी मजबूत हों।”
    इसके बाद, मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और विज्ञान, इंजीनियरिंग, मानविकी और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में राजस्थान स्थित शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। इस संबंध में मैनचेस्टर विश्वविद्यालय द्वारा जल्द ही राज्य सरकार के साथ एक एओयू का प्रस्ताव दिया जाएगा।
    इसके अलावा, यूरोप की सबसे बड़ी पावर एनालिटिक्स कंपनी ऑरोरा एनर्जी के साथ भी प्रतिनिधिमंडल की एक उपयोगी चर्चा हुई, जिसमें कंपनी ने राज्य सरकार और निजी कंपनियों को एनालिटिक्स सहायता देने करने के लिए राजस्थान में अपना कारोबार स्थापित करने में रुचि दिखाई।
    इन बैठकों के साथ ही प्रतिनिधिमंडल का लंदन के निवेशकों से संपर्क अभियान समाप्त हो गया है। इस दौरान व्यापारिक समूहों के बैठकें, निवेशक रोड शो, पर्यटन रोड शो और अनिवासी राजस्थानी (एनआरआर) समुदाय के साथ संपर्क साधा गया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य अब वापस राजस्थान जाएंगे।
    मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अलावा इंग्लैंड दौरे पर गए इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) श्री शिखर अग्रवाल, उद्योग विभाग और ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट्स (बीआईपी) के आयुक्त श्री रोहित गुप्ता और राजस्थान सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।

    ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 एक नज़र में:

    ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है।
    इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अन्य सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस (ESDM/IT and ITeS) सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा।
    इन्वेस्टर रोडशो के जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम में हो रहे कार्यक्रमों का आयोजन म्यूनिख में मौजूद भारत के वाणिज्य दूतावास और लंदन में मौजूद भारतीय उच्चायोग एवं फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सहयोग से किया जा रहा है। फिक्की ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का इंडस्ट्री पार्टनर है। इसके अलावा पीडब्ल्यूसी (PwC) इंडिया इस इन्वेस्टमेंट समिट का नॉलेज पार्टनर है।
  • President Murmu ने ‘स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिकता’ विषय पर वैश्विक शिखर सम्मेलन में भाग लिया

    President Murmu ने ‘स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिकता’ विषय पर वैश्विक शिखर सम्मेलन में भाग लिया

    President Murmu

    President Murmu ने आज (4 अक्टूबर, 2024) राजस्थान के माउंट आबू में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ‘स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिकता’ पर एक वैश्विक शिखर सम्मेलन में भाग लिया।

    इस अवसर पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि आध्यात्मिकता का मतलब धार्मिक होना या सांसारिक गतिविधियों को त्यागना नहीं है। आध्यात्मिकता का मतलब अपने भीतर की शक्ति को पहचानना और अपने आचरण व विचारों में पवित्रता लाना है। विचारों और कार्यों में पवित्रता जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन और शांति लाने का मार्ग है। यह एक स्वस्थ और स्वच्छ समाज के निर्माण के लिए भी आवश्यक है।

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    राष्ट्रपति ने कहा कि शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वच्छता एक स्वस्थ जीवन की कुंजी है। हमें केवल बाहरी स्वच्छता पर ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी स्वच्छ होना चाहिए। समग्र स्वास्थ्य स्वच्छता की मानसिकता पर आधारित है। भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य सही सोच पर निर्भर करता है क्योंकि विचार ही शब्दों और व्यवहार का रूप लेते हैं। दूसरों के प्रति कोई राय बनाने से पहले, हमें अपने अन्तर्मन में झांकना चाहिए। जब हम किसी दूसरे की परिस्थिति में अपने आप को रखकर देखेंगे, तब सही राय बना पाएंगे।

    राष्ट्रपति ने कहा कि आध्यात्मिकता केवल व्यक्तिगत विकास का साधन ही नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी एक तरीका है। जब हम अपनी आंतरिक शुद्धता को पहचान पाएंगे, तभी हम एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण समाज की स्थापना में योगदान दे पाएंगे। आध्यात्मिकता, समाज और धरती से जुड़े अनेक मुद्दों जैसे कि सतत विकास, पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक न्याय को भी शक्ति प्रदान करती है।

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    राष्ट्रपति ने कहा कि भौतिकता हमें क्षण भर की शारीरिक और मानसिक संतुष्टि देती है, जिसे हम असली खुशी समझकर उसके मोह में पड़ जाते हैं। यह मोह हमारी असंतुष्टि और दुख का कारण बन जाता है। दूसरी ओर, आध्यात्मिकता हमें खुद को जानने, अपने अन्तर्मन को पहचानने की सुविधा देती है।

    राष्ट्रपति ने कहा कि आज की दुनिया में, शांति व एकता की महत्ता और अधिक बढ़ गई है। जब हम शांत होते हैं, तभी हम दूसरों के प्रति सहानुभूति और प्रेम महसूस कर सकते हैं। योग और ब्रह्माकुमारी जैसे संस्थानों की योग और आध्यात्म की शिक्षा हमें आंतरिक शांति का अनुभव कराती हैं। यह शांति न केवल हमारे अंदर बल्कि पूरे समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।

    source: http://pib.gov.in


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