Tag: Global Investors Summit

  • CM Dr. Mohan Yadav: उद्योगों के साथ रोजगार के अवसरों के सृजन के लिए लगातार जारी है प्रयास

    CM Dr. Mohan Yadav: उद्योगों के साथ रोजगार के अवसरों के सृजन के लिए लगातार जारी है प्रयास

    CM Dr. Mohan Yadav: आरआईसी और रोड-शो से प्रदेश में बना निवेश के लिये बेहतर वातावरण

    CM Dr. Mohan Yadav ने कहा है कि प्रदेश के संतुलित औद्योगिक विकास और रोजगार संवर्धन के लिए संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और प्रदेश के बाहर महानगरों में निवेश के लिये हुए रोड-शो से देशभर से सकारात्मक परिणाम मिले हैं। फरवरी 2025 में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट तक यह क्रम जारी रहेगा। आगामी 7 दिसम्बर को नर्मदापुरम में संभाग स्तरीय इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होगी, जिसमें निवेशकों को नर्मदापुरम क्षेत्र की संभावनाओं से जोड़ते हुए, प्रदेश की आर्थिक बेहतरी के लिए गतिविधियां प्रस्तावित हैं। कॉन्क्लेव में सभी सेक्टर्स के उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया है, जिससे आईटी, हेल्थ, एजुकेशन, टूरिज्म, भारी उद्योग, एमएसएमई, लघु कुटीर उद्योग सहित सभी प्रकार के उद्योग धंधों के माध्यम से राज्य के लोगों के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकें। राज्य सरकार के इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। 

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश में निवेश को बढ़ाने के लिये इसी माह हम विदेश भी जाने वाले हैं। जहाँ विदेशी उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिये राज्य सरकार की नीतियों और यहाँ के औद्योगिक वातावरण से अवगत करा कर आमंत्रित करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में बेहतर आर्थिक वातावरण बने, लोगों को रोजगार के बेहतर अवसर मिलें, युवाओं को अपनी बौद्धिक क्षमता के अनुरूप स्थानीय स्तर पर काम मिलें, उन्हें रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़े, इस दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास से मीडिया को जारी संदेश में यह बात कही।

    निवेशकों के लिये उद्योग मित्र नीतियाँ

    मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि सरकार ने उद्योग क्षेत्र के लिये वर्ष 2024-25 में 4 हजार 190 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है। औद्योगिक निवेश को प्रोत्सहन देने के लिये प्रदेश में सिंगल विंडो सिस्टम, निवेश प्रोत्सहन और कस्टमाइज पैकेज जैसी सुविधाएं प्रदान की गई हैं। नये निवेशकों को उद्योग मित्र नीतियों के साथ सरल और सुगम निवेश प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है। उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश के प्रत्येक जिले में इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं। कई जिलों में शुरू भी हो चुके हैं। उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये इन सेंटर में जिला कलेक्टर्स को नोडल अधिकारी बनाया गया है।

    मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश

    मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश और रोजगार सृजन के लिये पिछले 8 माह में जो प्रयास हुए, उसमें उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर और रीवा में हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव एवं मुंबई, कोयंबटूर, बैंगलुरू और कोलकाता में हुए रोड-शो के साथ हुए इंटरेक्टिव सेशन के काफी सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं। इनमें विभिन्न सेक्टर्स में 2 लाख 76 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे 3 लाख 28 हजार 670 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाएगा। इस वर्ष 7-8 फरवरी 2025 को भोपाल में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होगा।

    निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है म.प्र.

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश न सिर्फ औद्योगिक हब बन रहा है बल्कि हर क्षेत्र में उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त कर रहा है। प्रदेश में बेहतर कनेक्टिविटी, उद्योग अनुकूल नीतियों और मजबूत अधोसंरचना से मध्यप्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Yogi ने ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उ0प्र0’ में अपने विचार व्यक्त किये

    CM Yogi ने ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उ0प्र0’ में अपने विचार व्यक्त किये

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश ने विकास की लम्बी यात्रा तय की

    • प्रदेश की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर स्थापित, यहां की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई, पहले की तुलना में जी0डी0पी0 में दोगुने से अधिक वृद्धि हुई
    • उ0प्र0 प्रधानमंत्री जी की संकल्पना के अनुरूप भारत को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा
    • प्रदेश की अवसंरचना में आमूल-चूल सुधार किए गए
    • विगत साढ़े 07 वर्षों में हमने जो कहा वह करके दिखाया, परिणामस्वरूप प्रदेश दंगों, माफियाओं तथा अराजकता से मुक्त हुआ
    • आज प्रदेश निवेश का सबसे बेहतरीन गन्तव्य बना, यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के माध्यम से प्रदेश ने देश के सामने नजीर प्रस्तुत की
    • राज्य के करोड़ों युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया
    • प्रदेश में विरासत और विकास का अद्भुत संगम आज राज्य के नागरिकों के देश-दुनिया में कहीं भी जाने पर वहां के लोगों में उनके प्रति सम्मान का भाव उत्पन्न होता, यह बदली हुई तस्वीर ही नये उ0प्र0 की पहचान
    • मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की शुभकामनाए दीं
    • कल अयोध्या धाम में दीपोत्सव का आयोजन, 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात श्रीरामलला के अपने पावन धाम में विराजमान होने के उपलक्ष्य में यह पहला दीपोत्सव

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने कहा है कि प्रदेश का इतिहास गौरवशाली रहा है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश पर प्रदेश की 25 करोड़ आबादी गर्व की अनुभूति करती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश ने विकास की लम्बी यात्रा तय की है। आज राज्य देश की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। प्रदेश ने स्वयं को तेजी के साथ उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप वर्ष 2029 तक प्रदेश स्वयं को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करेगा। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश सरकार की टीम लगातार कार्य कर रही है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उत्तर प्रदेश’ में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर स्थापित हुई है। यहां की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है। पहले की तुलना में जी0डी0पी0 में दोगुने से अधिक वृद्धि हुई है। आज प्रदेश बेहतर दिशा में आगे बढ़ रहा है। राज्य देश के आर्थिक विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। इस भूमिका के साथ जुड़कर उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री जी की संकल्पना के अनुरूप भारत को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा, संस्कृति और समृद्धि की संकल्पना प्रदेश में आने वाले समय में भी देखने को मिलेगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की अवसंरचना में आमूल-चूल सुधार किए गए हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे क्रियाशील हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे पर कार्य चल रहा है। प्रयागराज महाकुम्भ-2025 के पूर्व यातायात के लिए मेन कैरेज-वे को प्रारम्भ करने का प्रयास है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे लगभग बनकर तैयार है। लखनऊ-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे पर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। दिल्ली-मेरठ के बीच 12 लेन का एक्सप्रेस-वे प्रारम्भ हो चुका है। यह देश में सबसे अधिक एक्सप्रेस-वे वाला राज्य है। प्रदेश देश में सबसे अधिक सिटी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा, मेट्रो का संचालन करने वाला राज्य है। प्रदेश सबसे अधिक एयरपोर्ट वाला राज्य भी बन चुका है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व यहां लगभग 22 करोड़ की आबादी निवास करती थी। इतनी बड़ी आबादी के लिए लखनऊ तथा वाराणसी में केवल दो एयरपोर्ट क्रियाशील थे। आज प्रदेश में 16 एयरपोर्ट पूरी तरह क्रियाशील हैं। राज्य चार इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के माध्यम से कार्य कर रहा है। इस वर्ष के अन्त तक प्रदेश भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट, जेवर एयरपोर्ट का निर्माण पूर्ण करने में सफल हो चुका होगा। प्रदेश में देश की पहली रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच तथा देश का पहला इनलैंड वॉटर-वे वाराणसी से हल्दिया के बीच प्रारम्भ हो चुका है।

    प्रदेश में नए औद्योगिक क्षेत्र भी स्थापित किया जा रहे हैं। झांसी के पास 36 हजार एकड़ भूमि पर बीडा के नाम पर नए औद्योगिक क्षेत्र का विकास करने के लिए प्रदेश सरकार ने कदम उठाया है। नोएडा को स्थापित होने में 46 वर्ष का समय लगा। इन 46 वर्षों में नोएडा के अन्तर्गत कुल 33 हजार एकड़ भूमि सम्मिलित हुई। बीडा की स्थापना में पहले चरण में ही 36 हजार एकड़ भूमि ली जा रही है। यहां पर नए निवेश आकर्षित होंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज राज्य के नागरिकों के देश-दुनिया में कहीं भी जाने पर वहां के लोगों में उनके प्रति सम्मान का भाव उत्पन्न होता है। उत्तर प्रदेश के नाम से वहां के प्रत्येक व्यक्ति के मन में एक स्पंदन उत्पन्न होता है। यह बदली हुई तस्वीर ही नए उत्तर प्रदेश की पहचान है। पहले यहां के युवाओं, व्यापारियों, उद्यमियों तथा सामान्य नागरिकों के सामने पहचान का संकट था। साढ़े सात वर्ष पूर्व प्रदेश की पहचान दंगों, दुर्दांत माफियाओं, राजनीति के अपराधीकरण तथा भ्रष्टाचार से होती थी। लोगों के मन में भय और दहशत का भाव रहता था। युवाओं को नौकरी नहीं मिलती थी। भाई-भतीजावाद होता था। गुण्डागर्दी चरम पर थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत साढ़े 07 वर्षों में हमने जो कहा वह करके दिखाया। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश दंगों, माफियाओं तथा अराजकता से मुक्त हुआ। राज्य में जीरो टॉलरेंस की नीति के कारण कानून व्यवस्था का बेहतरीन वातावरण निर्मित हुआ है। प्रदेश में एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स भी कार्य करती है। इनके गैर कानूनी कब्जे से 64 हजार कड़ से अधिक भूमि को मुक्त कराया गया है। इससे अच्छा लैण्ड बैंक सृजित हुआ है। इस पर डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इसके माध्यम से अनेक प्रकार के निवेश भी सामने आ रहे हैं। भू-माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए आवास बन रहे हैं। प्रयागराज में दुर्दांत भू-माफिया के कब्जे से मुक्त करायी गई भूमि पर हाईराइज बिलिं्डग का निर्माण कर गरीबों को समर्पित की गई है।

    आज प्रदेश निवेश का सबसे बेहतरीन गन्तव्य बना है। वर्ष 2023 में आयोजित यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश ने देश के सामने नजीर प्रस्तुत की। इसके माध्यम से प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसमें से लगभग 12 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्ड ब्रेकिंग की जा चुकी है। वर्तमान में 10 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव तैयार है। शेष निवेश प्रस्तावों को लागू करने के लिए हमारी टीम लगातार कार्य कर रही है। वर्ष 2017 से पूर्व यहां कोई उद्यमी निवेश नहीं करना चाहता था। निवेशक यहां से पलायन करना चाहते थे। वर्ष 2017 से पूर्व इनमें से ज्यादातर इकाइयों ने दम तोड़ दिया था। लोग अन्य रोजगार की तरफ उन्मुख हो रहे थे।

    निवेश प्रदेश में नौकरी तथा रोजगार की सम्भावनाओं को भी आगे बढ़ा रहा है। यह निवेश किसी क्षेत्र विशेष में सीमित नहीं है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद को कुछ न कुछ निवेश अवश्य प्राप्त हुआ है। यह चीजें दिखाती हैं कि विकास वन-वे नहीं है। यह निवेश प्रधानमंत्री जी की समावेशी विकास की अवधारणा के अनुरूप पूरे प्रदेश में फैला हुआ है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके लिए प्रदेश सरकार को चरणबद्ध तरीके से कार्य करना पड़ा। बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक वर्ग का विश्वास अर्जित करना पड़ा। आज प्रदेश में 28 सेक्टोरियल पॉलिसी हैं। पॉलिसी के अन्तर्गत निवेश करने वाले निवेशकों के लिए प्रदेश सरकार ने ऑनलाइन इन्सेंटिव प्रदान करने की व्यवस्था की है। सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म निवेश मित्र के माध्यम से एक साथ 450 एन0ओ0सी0 जारी की जा रही हैं। निवेश सारथी पोर्टल के माध्यम से बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के एम0ओ0यूज की मॉनीटरिंग की जा रही है। प्रदेश में यह सभी कार्य युद्ध तर पर आगे बढ़े हैं।

    प्रदेश सरकार ने बड़े निवेश को आकर्षित करने के लिए कदम उठाने के साथ-साथ परम्परागत उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना बनायी गयी। यह योजना प्रदेश को एक्सपोर्ट हब के रूप में भी स्थापित कर रही है। एम0एस0एम0ई0 तथा एक जनपद एक उत्पाद योजना के माध्यम से राज्य के करोड़ों लोगों को रोजगार के साथ जोड़ने का काम भी किया गया है। प्रदेश में लगभग 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां हैं। यह इकाइयां राज्य में रोजगार तथा निवेश की बैकबोन का कार्य कर रही हैं। कोरोना कालखण्ड में लगभग 40 लाख श्रमिकों तथा कामगारों को 15 दिनों का राशन तथा रोजगार भत्ता उपलब्ध कराया गया। उनको रोजगार से जोड़ने के लिए एम0एस0एम0ई0 इकाइयों का आह्वान किया गया। श्रमिकों तथा कामगारों से कहा गया कि आप अपना कार्य जारी रखिए। आपके लिए कोविड हेल्प डेस्क, रॉ मैटेरियल सप्लाई लाइन, मार्केट से जोड़ने आदि की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जाएगी। परिणामस्वरूप 40 लाख श्रमिकों तथा कामगारों में से केवल 15 प्रतिशत लोग वापस गए, शेष को राज्य में ही काम मिल गया। वे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में वह बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं।

    प्रदेश वर्ष 2017 के पूर्व पर्यटन के क्षेत्र में चौथे या पांचवें स्थान पर था। आज देश के सर्वाधिक पर्यटक प्रदेश में आ रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को बिना भेदभाव के तथा निष्पक्ष व पारदर्शिता पूर्ण तरीके से सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है। अब तक यहां लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ा जा चुका है। राज्य के करोड़ों युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास तभी सार्थक हो सकता है जब हम विरासत को भी इसके साथ जोड़कर कार्य करेंगे। प्रदेश में विरासत और विकास का अद्भुत संगम बन रहा है। राज्य ने अपनी विरासत को पहचाना है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप काशी में श्री काशी विश्वनाथ धाम देश दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। अयोध्या धाम एक नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित हो चुका है। माँ विन्ध्यवासिनी धाम में माँ विन्ध्यवासिनी के भव्य कॉरिडोर के निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। वहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। चित्रकूट धाम, नैमिषधाम, शुकतीर्थ के विकास के साथ-साथ ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से मथुरा, वृंदावन, बरसाना तथा गोकुल आदि सभी तीर्थों के सर्वांगीण विकास की कार्य योजना प्रभावी ढंग से लागू करने का कार्य किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज धनतेरस का पर्व है। भगवान धन्वंतरि का जन्म प्रदेश की सबसे प्राचीन नगरी के रूप में विख्यात सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में हुआ था। आज पूरा देश आरोग्यता के इस देव के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा है। कल अयोध्या धाम में दीपोत्सव का आयोजन होगा। 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात श्रीरामलला के अपने पावन धाम में विराजमान होने के उपलक्ष्य में यह पहला दीपोत्सव है। प्रदेश में आगामी दिनों में दीपावली, भैया दूज व गोवर्धन पूजा आदि पर्व आयोजित होंगे। सुखद व शान्तिपूर्ण वातावरण में राज्य का प्रत्येक निवासी इन आयोजनों के साथ जुड़ेगा।

    इस अवसर पर जनप्रनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Dr. Yadav ने उद्योगपतियों से की रीवा आरआईसी में वन-टू-वन चर्चा

    CM Dr. Yadav ने रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की

    CM Dr. Yadav ने रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आरआईसी से रीवा प्रदेश का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र बनकर उभरेगा, जहाँ राज्य सरकार उद्योगपतियों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। सरकार ने निवेश के लिए उद्योग-अनुकूल नीतियों को मजबूत किया है, जिससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को तेज़ी से बढ़ावा मिलेगा। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, एमएसएमई मंत्री श्री चैतन्य काश्यप, मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन एवं प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित रहे।

  • CM Dr. Yadav ने उद्योगपतियों से की रीवा आरआईसी में वन-टू-वन चर्चा

    CM Dr. Yadav ने उद्योगपतियों से की रीवा आरआईसी में वन-टू-वन चर्चा

    CM Dr. Yadav ने रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की

    CM Dr. Yadav ने रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आरआईसी से रीवा प्रदेश का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र बनकर उभरेगा, जहाँ राज्य सरकार उद्योगपतियों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। सरकार ने निवेश के लिए उद्योग-अनुकूल नीतियों को मजबूत किया है, जिससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को तेज़ी से बढ़ावा मिलेगा। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, एमएसएमई मंत्री श्री चैतन्य काश्यप, मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन एवं प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित रहे।


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