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  • CM Yogi Adityanath ने दो दिवसीय आकांक्षा हाट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi Adityanath ने दो दिवसीय आकांक्षा हाट का शुभारम्भ किया

     CM Yogi Adityanath: आकांक्षा हाट प्रदेश के विभिन्न जनपदों की महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों को प्रोत्साहित करने, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा उनकी प्रतिभा और योगदान को सम्मानित करने का एक सामूहिक प्रयास

    • आकांक्षा समिति ने महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ अनेक रचनात्मक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य किया, इनमें आकांक्षा दीदी की शुरुआत एक प्रशंसनीय कदम
    • मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 की पहली डबल डेकर ई0वी0 बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया
    • डबल डेकर ई0वी0 बस में महिला यात्रियों को टिकट में 50 प्रतिशत की छूट और शनिवार को महिलाओं के लिए हैरिटेज टूर हेतु टिकट की व्यवस्था निःशुल्क रहेगी
    • महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रोडक्ट की क्वालिटी, ब्राण्डिंग, पैकेजिंग, डिजाइनिंग, मार्केटिंग व एक्सपोर्ट में आकांक्षा समिति का मार्गदर्शन प्राप्त हो
    • आकांक्षा समिति द्वारा प्रोडक्ट्स को तकनीक से जोड़ने, अन्य राज्यों के साथ एम0ओ0यू0 करने की नई शुरुआत की गयी, कार्यक्रम में 04 एम0ओ0यू0 हुए
    • हर जनपद की आकांक्षा समिति हर विकास खण्ड व नगर निकायों में एक-एक महिला स्वयं सहायता समूह को लेकर कार्य करे, तो एक साथ अनेक समूह कार्य करते दिखायी देंगे
    • बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूह का बेहतरीन उदाहरण, इसी प्रकार के समूह प्रदेश के अन्य जनपदों में बनें, इसके लिए राज्य सरकार ने 05 नये क्षेत्रों को धनराशि उपलब्ध करायी
    • मुख्यमंत्री ने महिलाओं को ‘आकांक्षा दीदी परिश्रम सम्मान’,‘आकांक्षा महिला उद्यमी सम्मान’,‘आकांक्षा विशिष्ट युवा प्रतिभा सम्मान’ से सम्मानित किया

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आकांक्षा हाट, प्रदेश के विभिन्न जनपदों की महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों को प्रोत्साहित करने, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा उनकी प्रतिभा और योगदान को सम्मानित करने का एक सामूहिक प्रयास है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां आकांक्षा हाट के शुभारम्भ कार्यक्रम के अवसर पर अपनेविचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने दो दिवसीय आकांक्षा हाट का शुभारम्भ किया और उत्तर प्रदेश की पहली डबल डेकर ई0वी0 बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस वातानुकूलित नगर बस सेवा की प्रथम यात्रा आकांक्षा दीदियों और छात्राओं ने की।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षा समिति के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश की पहली डबल डेकर ई0वी0 बस का आज शुभारम्भ हुआ है। उन्होंने घोषणा की कि डबल डेकर ई0वी0 बस में महिला यात्रियों को टिकट में 50 प्रतिशत की छूट और शनिवार को महिलाओं के लिए हैरिटेज टूर हेतु टिकट की व्यवस्था निःशुल्क रहेगी। प्रदेश सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट निरन्तर मजबूत हो रहा है। हिन्दुजा ग्रुप लखनऊ में इलेक्ट्रिक व्हिकल का एक प्लाण्ट स्थापित कर रहा है, जो बहुत शीघ्र प्रोडक्शन का कार्य प्रारम्भ कर देगा। इस प्लाण्ट के क्रियाशील होने से लोगों को रोजगार मिलेगा, ट्रांसपोर्ट की सुविधा में वृद्धि होगी तथा पर्यावरण को बचाने में भी मदद मिलेगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षा समिति की स्थापना वर्ष 1987 में की गयी थी। यह समिति विशेष रूप से ग्रामीण और वंचित समुदायों की महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। आकांक्षा समिति ने महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ अनेक रचनात्मक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। इनमें आकांक्षा दीदी की शुरुआत एक प्रशंसनीय कदम है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूह महिला स्वावलम्बन का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूह का बेहतरीन उदाहरण है। श्रीमती रचना पाल व उनकी सहयोगियों द्वारा बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर को सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। 05 महिलाओं से शुरू हुए इस समूह से वर्तमान में 71 हजार महिलाएं जुड़ी हुई हैं। इस समूह से जुड़ी महिलाएं प्रतिमाह 08 से 10 हजार रुपये की आय अर्जित कर रही हैं। समूह का सैकड़ों करोड़ रुपये का टर्नओवर है। इस समूह की महिलाएं सामान्य ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़ी हुई हैं, जो बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं। इसी प्रकार के समूह प्रदेश के अन्य जनपदों में भी बन सकते हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने 05 नये क्षेत्रों को धनराशि उपलब्ध करायी है। लोग इनसे जुड़कर अपने कार्याें को आगे बढ़ा सकते हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रोडक्ट की क्वालिटी, ब्राण्डिंग, पैकेजिंग, डिजाइनिंग, मार्केटिंग व एक्सपोर्ट को लेकर कुछ नया काम हो सकता है। आकांक्षा समिति का मार्गदर्शन महिला स्वयं सहायता समूहों को जनपदों में भी प्राप्त हो, तो बहुत अच्छा कार्य हो सकता है। महिला स्वयं सहायता समूहों के प्रोडक्ट या ओ0डी0ओ0पी0 काफी बड़े पैमाने पर प्रदेश में नये महिला स्वयं सहायता समूहों को रोजगार के सृजन और स्वावलम्बन की ओर अग्रसर करने में सहायक हो सकते हैं। इन प्रोडक्ट्स को तकनीक से जोड़ने या अन्य राज्यों के साथ एम0ओ0यू0 के माध्यम से हम इस कार्यक्रम को और अच्छा बना सकते हैं। इस दिशा में आकांक्षा समिति द्वारा नई शुरुआत की गयी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत वर्ष यू0पी0 इण्टरनेशनल टेªड शो ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया। टेªड शो में लाखों लोगों ने हर जनपद के प्रोडक्ट को देखा। इस वर्ष इस टेªड शो में 05 लाख से अधिक लोग आए। अब लोग उत्तर प्रदेश में आना चाहते हैं और उत्तर प्रदेश से जुड़ना चाहते हैं। आकांक्षा समिति इन लोगों को जोड़ने का माध्यम बन सकती है। आकांक्षा समिति का रचनात्मक अभियान निरन्तर आगे बढ़ना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने आकांक्षा समिति को समाज की रचनात्मक भावनाओं को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने के लिए डॉ0 रश्मि सिंह व उनकी पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यदि हर जनपद में वहां की आकांक्षा समिति हर विकास खण्ड व नगर निकायों में एक-एक महिला स्वयं सहायता समूह को लेकर कार्य करे, तो एक साथ अनेक समूह कार्य करते दिखायी देंगे। इससे आधी आबादी का विश्वास आकांक्षा समिति के साथ जुड़ेगा और वह विश्वास आकांक्षा समिति व समिति के रचनात्मक कार्यों के प्रति आम जनमानस का समर्थन और आशीर्वाद होगा। आकांक्षा समिति लखनऊ तक सीमित न रहे, बल्कि प्रदेश के सभी जनपदों में कार्य करे।

    मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम में आकांक्षा मसाला मठरी केन्द्र के सफल संचालन में योगदान के लिए 03 महिलाओं (सुश्री लक्ष्मी, सुश्री कौशल्या व सुश्री अलीमा) को ‘आकांक्षा दीदी परिश्रम सम्मान’ से सम्मानित किया। उन्होंने 05 महिला उद्यमियों को ‘आकांक्षा महिला उद्यमी सम्मान’ से सम्मानित किया। इनमें सुश्री रंजना पाल (समूह सखी बलिनी डेयरी), सुश्री ममता सिंह (ड्रोन सखी), सुश्री उर्वशी (बी0सी0 सखी), सुश्री राजश्री शुक्ला (विद्युत सखी) और सुश्री गुंजन देवी (महिला स्वयं सहायता समूह-बेकरी इकाई) शामिल हैं। मुख्यमंत्री जी ने ‘आकांक्षा विशिष्ट युवा प्रतिभा सम्मान’ के अन्तर्गत अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित उत्तर प्रदेश की कुश्ती खिलाड़ी सुश्री दिव्या काकरान और गायिका सुश्री मैथिली ठाकुर को सम्मानित किया। इसके अलावा, उन्होंने ’आकांक्षा आरोग्य परियोजना‘ के अन्तर्गत एक महिला को वित्तीय सहायता का चेक भी प्रदान किया।

    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी के समक्ष आकांक्षा समिति द्वारा शुरू की जाने वाली नई परियोजनाओं और साझेदारियों के अन्तर्गत 04 एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान किया गया। इनमें उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तथा आकांक्षा समिति के मध्य एम0ओ0यू0 किया गया। इसके अन्तर्गत विभिन्न जनपदों के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, क्वालिटी एश्योरेंस, बिक्री तथा ब्राण्डिंग के लिए सहयोग किया जाएगा। राज्य शहरी आजीविका मिशन जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश हैण्डीक्राफ्ट्स डेवलपमेन्ट एण्ड मार्केटिंग कॉरपोरेशन तथा एम0एस0एम0ई0 और निर्यात प्रोत्साहन विभाग, उत्तर प्रदेश के मध्य एम0ओ0यू0 किया गया। इसका उद्देश्य दोनों राज्यों के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों व हस्तशिल्प के प्रोत्साहन हेतु मार्केट लिंकेज का कार्य है।

    तीसरा एम0ओ0यू0 साउथ एशियन विमेन इन टेक (साविट) तथा आकांक्षा समिति के मध्य किया गया। इस एम0ओ0यू0 का उद्देश्य लाभार्थियों को ए0आई0 तकनीक तथा डिजिटल स्किल का प्रशिक्षण प्रदान करना है। ट्रेनिंग में उच्च शिक्षण संस्थानों की छात्राओं को वरीयता दी जाएगी। आकांक्षा समिति प्रशिक्षणार्थियों के चयन के साथ-साथ सामुदायिक सहयोग तथा लॉजिस्टिकल सपोर्ट भी प्रदान करेगी।

    चौथा एम0ओ0यू0 आर्ट ऑफ लिविंग एवं आकांक्षा समिति के मध्य सम्पन्न हुआ। mइसके अन्तर्गत महिला सशक्तीकरण, टिकाऊ कृषि, जल संरक्षण, मानसिक स्वास्थ्य और कौशल विकास के कार्य किये जाएंगे।

    उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक व आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ0 रश्मि सिंह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती बबीता चौहान, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात, आकांक्षा समिति की सचिव श्रीमती प्रियंका प्रियदर्शी, आकांक्षा समिति की पदाधिकारी सहित विभिन्न जनपदों के महिला स्वयं सहायता समूहों की सदस्यगण उपस्थित थीं।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ने ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ के तृतीय संस्करण का उद्घाटन किया

    CM Yogi Adityanath ने ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ के तृतीय संस्करण का उद्घाटन किया

    CM Yogi Adityanath: देश को आगे बढ़ाने के लिए हम सबको अच्छी कृतियों के प्रति आग्रही बनना पड़ेगा

    • प्रधानमंत्री जी ने कहा कि ‘व्हेन सिटीजंस रीड द कंट्री लीड्स’ अर्थात् जब लोग पढ़ते, तो देश आगे बढ़ता
    • पाठ्यक्रम की पुस्तकों के साथ-साथ बच्चों को ऐसी पुस्तकें दें, जो उनके मन में नए भाव को जागृत कर सकें
    • डिजिटल युग में सभी लोग स्मार्टफोन जैसी युक्तियों के पराधीन, पहले तकनीक का उपयोग मनुष्य करता था, अब तकनीक मनुष्य का उपयोग कर रही
    • भारत की परम्परा प्राचीन काल से ही ज्ञान के प्रति आग्रही रही
    • वैदिक संस्कृत को व्यावहारिक संस्कृत का स्वरूप प्रदान करने वाले महर्षि वाल्मीकि ने उ0प्र0 की धरती पर जन्म लिया
    • गोस्वामी तुलसीदास ने श्रीरामचरितमानस की रचना अवधी भाषा में की
    • कालजयी रचनाओं को आगे बढ़ाने के लिए लेखकों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ आम जनमानस को भी जागरूक करना होगा
    • हम सभी उस महान परम्परा के उत्तराधिकारी, जहां युद्ध भूमि में श्रीमद्भगवद्गीता के रूप में सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ की रचना की जाती
    • नैमिषारण्य में भारत की वैदिक ज्ञान की परम्परा को हजारों ऋषि मुनियों ने लिपिबद्ध किया था
    • जो भी व्यक्ति पुस्तक महोत्सव में आए अपनी रूचि के अनुसार किसी न किसी पुस्तक का क्रय अवश्य करे
    • जिला प्रशासन प्रयास करे कि इस पुस्तक महोत्सव में अगले 09 दिनों तक लखनऊ की प्रत्येक संस्था की उपस्थिति हो
    • यदि युवा डिजिटल दुनिया के साथ-साथ कुछ समय रोचक पुस्तकों को पढ़ने तथा रचनात्मक कार्यों में व्यतीत करेंगे, तो उन्हें इसका लाभ प्राप्त होगा
    • गोमती केवल नदी नहीं, बल्कि एक संस्कृति भी, देश में नदियां संस्कृति के रूप में मान्य रहीं

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि पाठ्यक्रम की पुस्तकों के साथ-साथ बच्चों को ऐसी पुस्तकें दें, जो उनके मन में नए भाव को जागृत कर सकें। छात्र-छात्राओं को पुस्तकों का अध्ययन तथा मनन कर अच्छी बातों को अपने जीवन में उतारने का कार्य करना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा था कि ‘व्हेन सिटीजंस रीड द कंट्री लीड्स’ अर्थात् जब लोग पढ़ते हैं, तो देश आगे बढ़ता है। देश को आगे बढ़ाने के लिए हम सबको अच्छी कृतियों के प्रति आग्रही बनना पड़ेगा।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज गोमती रिवर फ्रंट पर ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ के तृतीय संस्करण का उद्घाटन करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके पूर्व उन्होंने पुस्तकों के स्टॉलों का अवलोकन किया तथा बच्चों से संवाद कर उन्हें पुस्तकें व चॉकलेट भेंट कीं। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में सभी लोग स्मार्टफोन जैसी युक्तियों के पराधीन हो चुके हैं। पहले तकनीक का उपयोग मनुष्य करता था, अब तकनीक मनुष्य का उपयोग कर रही है।

    युवाओं की 24 घंटे की दिनचर्या में औसतन 06 घण्टे स्मार्टफोन अथवा किसी अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर व्यतीत होते हैं। युवा अपने जीवन का लगभग एक चौथाई हिस्सा यदि किसी अन्य सार्थक कार्य में लगायें, तो यह उसके स्वास्थ्य व देश तथा समाज के लिए उपयोगी हो सकता है। यही कारण है कि अच्छे लेखन तथा लेखकों के प्रति आम जनमानस का रुझान कम होता जा रहा है। टेक्नोलॉजी का उपयोग करना अच्छी बात है लेकिन हम टेक्नोलॉजी के दास बन जाएंगे, तो यह देश व समाज के लिए उचित नहीं होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश इस दृष्टि से बहुत सौभाग्यशाली है कि आम जनमानस की सुविधा हेतु वैदिक संस्कृत को व्यावहारिक संस्कृत का स्वरूप प्रदान करने वाले महर्षि वाल्मीकि ने उत्तर प्रदेश की धरती पर जन्म लिया। उन्होंने रामायण के रूप में दुनिया का पहला महाकाव्य रचा था। समय के अनुरूप संस्कृत के अतिरिक्त अन्य भाषाओं में भी साहित्य का सृजन किया गया। गोस्वामी तुलसीदास जी ने जब रामायण की रचना संस्कृत में करना प्रारम्भ किया, तो वह जितना लिखते थे, उतना गायब हो जाता था। कहा जाता है कि हनुमान जी ने उन्हें दर्शन देते हुए कहा कि रामायण की रचना स्थानीय भाषा में करें। तब उन्होंने श्रीरामचरितमानस की रचना अवधी भाषा में की। आज प्रत्येक घर में श्रीरामचरितमानस का पाठ अवधी भाषा में किया जाता है। हमें कालजयी रचनाओं को आगे बढ़ाने के लिए लेखकों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ आम जनमानस को भी जागरूक करना चाहिए। कालजयी रचनाएं लिखने वाले लेखकों के प्रति सम्मान का भाव होना चाहिए। उनकी कृतियों को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य किया जाना चाहिए। भारत की परम्परा इस कार्य के साथ सदैव जुड़ी रही है। पाठकों को इस कार्य के साथ जोड़ने के लिए तैयार होना होगा। चिंतन की परम्परा को विकसित करना होगा। लेखकों को बच्चों, युवाओं तथा वृद्धजन आदि से सम्बन्धित अलग-अलग विषयों पर कालजयी रचनाएं लिखनी पड़ेंगी। पाठकों की रुचि का पूरा ध्यान रखना होगा। एक समय था जब लोग मोटे-मोटे ग्रंथ खरीदते थे। आज के समय में लोगों को कम पेज की रचनात्मक कृतियों को रोचक तरीके से उपलब्ध कराने पर ध्यान देना होगा। उन्होंने लेखकों, समाज के सुधीजनों तथा नेतृत्व वर्ग से लेखन कार्य का आह्वान करते हुए कहा कि इससे आने वाली पीढ़ियों तथा समाज को मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी उस महान परम्परा के वारिस हैं, जहां युद्ध भूमि में श्रीमद्भगवद्गीता के रूप में सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ की रचना की जाती है। 5,000 वर्षों से श्रीमद्भगवद्गीता हम सभी के लिए प्रेरणा का केन्द्र बनी हुई है। कुरुक्षेत्र धर्म क्षेत्र हो गया। आज भी प्रत्येक सनातन धर्मावलम्बी कुरुक्षेत्र जाकर प्राचीन कूप में स्नान करने की इच्छा रखता है।

    भारत की परम्परा प्राचीन काल से ही ज्ञान के प्रति आग्रही रही है। यह परम्परा मूल रूप से श्रवण, मनन, और निदिध्यासन की है। अर्थात् सुनना, मनन करना तथा सद्विचारों का अपने जीवन में आचरण करना। श्रीमद्भागवतगीता में व्यक्त किया गया ’न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते’ का भाव हम सबको प्रेरणा प्रदान करता है। एक कालखण्ड के बाद हमारी ऋषि परम्परा को इस बात का एहसास हुआ होगा कि एक समय ऐसा भी आएगा, जब लोग इस परम्परा के प्रति आग्रही नहीं बन सकेंगे, तो लखनऊ के समीप स्थित सीतापुर के नैमिषारण्य में भारत की वैदिक ज्ञान की परम्परा को हजारों ऋषि मुनियों ने अपने चिंतन तथा मनन से लिपिबद्ध किया था। परिणामस्वरूप नैमिषारण्य एक तीर्थ के रूप में विकसित हुआ।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोमती केवल नदी नहीं है, बल्कि यह एक संस्कृति भी है। देश में नदियां संस्कृति के रूप में मान्य रही हैं। हम सभी ने उस संस्कृति को सभ्यता के साथ जोड़ा है। दुनिया की सभी प्राचीन संस्कृतियां किसी न किसी नदी के तट पर विकसित हुई हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में लखनऊ विकास प्राधिकरण तथा जिला प्रशासन के सहयोग से लखनऊ की जीवनधारा गोमती नदी के तट पर गोमती पुस्तक महोत्सव के तृतीय संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। इस पुस्तक महोत्सव का आयोजन 09 से 17 नवम्बर, 2024 तक किया जाएगा। नेशनल बुक ट्रस्ट ने प्रदेश सरकारके साथ मिलकर यह अच्छी पहल की है। इस पहल को घर-घर तक पहुंचाना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लखनऊ के साथ-साथ प्रदेश के सभी मण्डल मुख्यालयों पर नेशनल बुक ट्रस्ट के इस प्रयास को आगे बढ़ाना होगा। जिला प्रशासन प्रयास करे कि इस पुस्तक महोत्सव में अगले 09 दिनों तक लखनऊ की प्रत्येक संस्था की उपस्थिति हो। जो भी व्यक्ति पुस्तक महोत्सव में आएं अनी रूचि के अनुसार किसी न किसी पुस्तक का क्रय अवश्य करे। यहां उन्हें अपनी रूचि पर टिप्पणी भी देनी चाहिए। हमें पढ़ने की रूचि विकसित करनी होगी। यदि युवा डिजिटल दुनिया के साथ-साथ कुछ समय रोचक पुस्तकों को पढ़ने तथा रचनात्मक कार्यों में व्यतीत करेंगे, तो उन्हें इसका लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि गोमती पुस्तक महोत्सव ऊंचाईयां प्राप्त करेगा। हमें प्रदेश की आबादी के अनुरूप देश के सबसे बड़े पुस्तक महोत्सव के रूप में इसे आगे बढ़ाना होगा।

    नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रो0 मिलिन्द सुधाकर मराठे तथा निदेशक श्री युवराज मलिक ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर सलाहकार मुख्यमंत्री श्री अवनीश कुमार अवस्थी, मण्डलायुक्त श्रीमती रोशन जैकब तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ji  ने लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया

    CM Yogi Adityanath ji ने लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया

    CM Yogi Adityanath ji ने भोजपुरिया सनेश स्मारिका का विमोचन किया तथा सभी को छठ महापर्व की बधाई दी

    • मुख्यमंत्री ने भोजपुरी में अपने सम्बोधन की शुरुआत की
    • पूरे दुनिया में हजारों भाषा अऊर बोली बा लेकिन भारत की संस्कृति के अलगे स्थान बा, ओही में भोजपुरी भाषा, संस्कृति आपन दुनिया में अलग मिठास और सुगन्ध के कारन सबसे हटके आपन पहिचान बनवले बा: मुख्यमंत्री
    • यह पर्व लोक आस्था के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता, एकात्मता और अखण्डता के प्रतीक
    • भोजपुरी समाज देश और दुनिया में अपने साथ पर्व की सुगंध ले जाकर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा
    • पर्व और त्योहारों के आयोजन के पीछे यह भाव है कि हम सभी मिलकर भेदभाव को समाप्त कर एक समरस समाज की स्थापना कर सकंे तथा अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकें
    • विरासत को विकास के साथ जोड़कर प्रधानमंत्री जी ने देश में जो कार्य प्रारम्भ किये, उसके परिणामस्वरूप हम आज एक नये भारत का दर्शन कर रहे छठ लोक आस्था का एक ऐसा पर्व, जो सूर्य उपासना के साथ जुड़ा हुआ
    • पर्व और त्योहार तभी तक जीवित, जब तक हमारा राष्ट्र धर्म जीवित, राष्ट्रीय धर्म जिसमें हर व्यक्ति का हर काम देश के नाम हो, प्रधानमंत्री जी के जीवन का यही संकल्प है कि हर काम देश के नाम 140 करोड़ भारतवासी प्रत्येक परिस्थिति में देश की एकता व अखण्डता के पक्षधर और इसे मजबूती प्रदान करना चाहते

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ji आज यहां लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में शामिल हुए। उन्होंने अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। उन्होंने भोजपुरिया सनेश स्मारिका का विमोचन किया। मुख्यमंत्री जी ने सभी को छठ महापर्व की बधाई दी।

    छठ महापर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भोजपुरी में अपने सम्बोधन की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि ‘छठ पूजा’ में आइके हमरा बड़ा आनन्द महसूस हो रहल बा। लोक आस्था के महापर्व ‘छठ’ के आप सबके बहुत-बहुत बधाई अउर शुभकामना। छठी मइया की कृपा आप सबके ऊपर बनल रहे। सबके जीवन खुशहाल रहे। आप सबके जीवन में उमंग और उत्साह बनल रहे। परिवार खातिर कठिन व्रत रखने वाली माता और बहन लोगन के हमरी तरफ से विशेष मंगलकामना। पूरे दुनिया में हजारों भाषा अऊर बोली बा लेकिन भारत की संस्कृति के अलगे स्थान बा। ओही में भोजपुरी भाषा, संस्कृति आपन दुनिया में अलग मिठास और सुगन्ध के कारन सबसे हटके आपन पहिचान बनवले बा। अउर अलगे आपन इतिहास बा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह पर्व लोक आस्था के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता, एकात्मता और अखण्डता के प्रतीक हैं। यह प्रसन्नता का विषय है कि अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के द्वारा आयोजित छठ महापर्व का यह 40वां वर्ष है। वर्ष 1984 से लक्ष्मण मेला मैदान में यह आयोजन लगातार होता आ रहा है। यह भोजपुरी समाज के साथ ही अखिल भारतीय समाज का उत्सव बन गया है। भोजपुरी समाज बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से देश और दुनिया में जहां कहीं भी गया, अपने साथ पर्व की सुगंध ले जाकर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहारों के आयोजन के पीछे यह भाव है कि हम सभी मिलकर भेदभाव को समाप्त कर एक समरस समाज की स्थापना कर सकंे तथा अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकें। हम सभी मिलकर आयोजनों में सहभागी बनें। हम जाति, क्षेत्र तथा भाषा सहित किसी भी प्रकार के बन्धनों से मुक्त होकर समरस समाज की स्थापना के लिए मिलकर कार्य कर सकें, इस भाव से पर्व और त्योहार के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। छठ के आयोजन ने भी देश भर में इसी भक्ति भावना से लोगों के मन एक स्थान बनाया है। विरासत को विकास के साथ जोड़कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में जो कार्य प्रारम्भ किये, उसके परिणामस्वरूप हम आज एक नये भारत का दर्शन कर रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चेन्नई, हैदराबाद या बैंग्लुरु सहित देश तथा दुनिया में लोगों ने छठ के आयोजन से जुड़़कर इसे नई ऊँचाई देने का कार्य किया है। यह भोजपुरी समाज के दुनिया में महत्व और पर्व और त्योहारों के माध्यम से लोक आस्था को जीवन्त बनाए रखने का एक आदर्श उदाहरण है। छठ महापर्व इसकी एक महत्वपूर्ण कड़ी है। हम छठी मैया की कृपा के लिए यह आयोजन करते हैं। यह लोक आस्था का एक ऐसा पर्व है, जो सूर्य उपासना के साथ जुड़ा हुआ है। सूर्य इस धरती के लोक देवता हैं। इस चराचर जगत की किसी भी वस्तु में सूर्य देव की कृपा के बिना जीवन नहीं आ सकता है। सूर्य देव की कृपा से ही हर ओर हलचल और जीवन है। सूर्य देव की उपासना, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना भी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज अस्तांचल सूर्य को अर्घ्य देकर माताएं अपने इस व्रत को और ऊँचाई प्रदान कर रही हैं। कल सूर्य उदय के साथ अर्घ्य देकर इस व्रत की पूर्णाहुति होगी। यह बहुत कठिन व्रत है। इतने कठिन व्रत के साथ जुड़कर व्रती और व्रत दोनों का महत्व बढ़ जाता है। जो संकल्प आज हमारी माताएं और बहनें ले रही हैं, भोजपुरी समाज इसके साथ जुड़कर इसे और मजबूती प्रदान कर रहा है। यही संकल्प हमारा अपने राष्ट्र के प्रति भी होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहार तभी तक जीवित हैं, जब तक हमारा राष्ट्र धर्म जीवित है। हम पर्व और त्योहार का आयोजन करें और उनके साथ जुड़े, लेकिन इन पर्व एवं त्योहारों का समावेश एक राष्ट्रीय धर्म के साथ भी करें। राष्ट्रीय धर्म जिसमें हर व्यक्ति का हर काम देश के नाम हो। प्रधानमंत्री जी के जीवन का यही संकल्प है कि हर काम देश के नाम। हम अपने पर्व और त्याहारों के माध्यम से समाज को जोड़ने का काम कर रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब 140 करोड़ भारतवासी एक स्वर से बोलते हैं, तो पूरी दुनिया उनकी बात को सुनती है। दुनिया का कोई भी देश भारत की ओर टेढ़ी नजरों से नहीं देेख सकता है। जब हम जाति, मत, मजहब आदि के आधार पर बटे होते हैं, तो दुनिया भी हमें नजर अन्दाज करती है। जब हम आपस में ही बटे रहेंगे, तो इसके दुष्परिणाम भी हमारे सामने आएंगे। 05 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने कश्मीर के सम्बन्ध में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त करने की घोषणा की थी। इसके माध्यम से आतंकवाद के ताबूत पर अन्तिम कील ठोंकने का कार्य हुआ था। दुनिया ने भारत की ताकत का एहसास किया था। दुनिया ने यह देखा था कि यह नया भारत है।

    नया भारत किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएगा, लेकिन यदि कोई इसे छेड़ेगा, तो उसे छोड़ेगा भी नहीं। यह न झुकेगा, न डिगेगा, न हटेगा, बल्कि राष्ट्र की रक्षा करने के लिए सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार होगा। भारत की एकता और अखण्डता को बनाए रखने के लिए जो भी कठिन से कठिन कदम उठाने की आवश्यकता पड़ेगी, उसे उठाने में हिचकेगा नहीं। कश्मीर आज एक बार फिर से भारत का स्वर्ग बनने की ओर अग्रसर है। वहां बड़े-बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य हो रहे हैं। कश्मीर में टनल, आई0आई0टी0, आई0आई0एम0, एम्स जैसे संस्थान बन रहे हैं।प्रधानमंत्री जी ने कश्मीर को सुरक्षा की गारण्टी दी है। इसके लिए कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया। आज कश्मीर विकास की मुख्य धारा से जुड़कर आगे बढ़ रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 140 करोड़ भारतवासी प्रत्येक परिस्थिति में देश की एकता व अखण्डता के पक्षधर हैं और इसे मजबूती प्रदान करना चाहते हैं। जो भी इसके साथ खिलवाड़ करेगा, उसेे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हर भारतवासी तैयार है।

    इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, विधान परिषद सदस्य श्री गोविन्द नारायण शुक्ला एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर, अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के अध्यक्ष श्री प्रभुनाथ राय एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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  • CM Yogi: सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का यथोचित खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए

    CM Yogi: सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का यथोचित खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए

    CM Yogi ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में बजट प्राविधान के सापेक्ष शासन द्वारा जारी स्वीकृतियों/विभागाध्यक्ष द्वारा आवंटित धनराशि/व्यय तथा भारत सरकार से लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्त धनराशि की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की

    • मुख्यमंत्री ने व्यापक जनहित के विकास कार्यों में तेजी लाने, परियोजनाओं की गुणवत्ता व समयबद्धता सुनिश्चित करने सहित अनेक दिशा-निर्देश दिए
    • वर्ष 2025 उ0प्र0 के लिए बड़ा अवसर, महाकुम्भ प्रयागराज के आयोजन में सभी विभागों की भूमिका, सभी विभाग महाकुम्भ से जुड़ी विभागीय परियोजनाओं को शीर्ष प्राथमिकता दें
    • जनपद गौतमबुद्धनगर और बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण में रजिस्ट्री कार्यालयों की संख्या बढाएं, बीडा के विकास की कार्यवाही में तेजी अपेक्षित
    • एक जनपद एक उत्पाद योजना ने स्थानीय शिल्पकला/उद्यम को बड़ा प्रोत्साहन दिया, इसकी अद्यतन स्थिति की जनपदवार समीक्षा की जाए
    • प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश के समग्र विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा हमें हर सम्भव सहायता मिल रही
    • आत्मनिर्भर नगर पंचायत और आत्मनिर्भर जिला पंचायत के लिए हर स्तर पर प्रयास करना होगा
    • आगामी दिनों में किसानों को खाद की आवश्यकता के दृष्टिगत कृषि और सहकारिता विभाग यह सुनिश्चित करें कि खाद की पर्याप्त उपलब्धता हो और सभी किसानों को यह आसानी से मिल जाए

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 में बजट प्राविधान के सापेक्ष शासन द्वारा जारी स्वीकृतियों/विभागाध्यक्ष द्वारा आवंटित धनराशि/व्यय तथा भारत सरकार से लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्त धनराशि की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। विभागवार समीक्षा के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने व्यापक जनहित के विकास कार्यों में तेजी लाने, परियोजनाओं की गुणवत्ता व समयबद्धता सुनिश्चित करने सहित अनेक दिशा-निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के 07 माह व्यतीत हो चुके हैं। सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का यथोचित खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए। आवंटन और व्यय में तेजी की अपेक्षा है। विभाग स्तर भी पर खर्च की समीक्षा भी जाए। जिन विभागों में अब तक 55 फीसदी से कम व्यय हुआ है, वहां सम्बन्धित मंत्रिगण स्वयं विभागीय स्थिति की समीक्षा करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी वर्ष 2025 उत्तर प्रदेश के लिए बड़ा अवसर है। महाकुम्भ प्रयागराज के आयोजन में सभी विभागों की भूमिका है। अतः सभी विभाग महाकुम्भ से जुड़ी विभागीय परियोजनाओं को शीर्ष प्राथमिकता दें। मुख्य सचिव स्तर से इसकी सतत् मॉनीटरिंग की जाए। महाकुम्भ में आने वाले अधिकांश श्रद्धालु और पर्यटक काशी, अयोध्या, मथुरा और विंध्यवासिनी धाम भी जाएंगे। ऐसे में इन पवित्र स्थलों की सुविधा और सुरक्षा की भी गहन समीक्षा की जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद गौतमबुद्धनगर और बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में रजिस्ट्री कार्यालयों की संख्या बढाएं। बीडा के विकास की कार्यवाही में तेजी अपेक्षित है। इसकी प्रगति की सतत् समीक्षा भी की जाए। उन्होंने कहा कि लगातार प्रयासों से आज प्रदेश का सी0डी0 रेशियो 60 फीसदी हो गया है। इसी प्रकार सभी जनपदों को प्रयास करना होगा। हर जनपद में स्थानीय अधिकारी बैंकों के साथ संवाद बनाएं और लोगों को लाभ दिलाएं। हर जनपद का सी0डी0 रेशियो कम से कम राज्य औसत के बराबर होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद योजना ने स्थानीय शिल्पकला/उद्यम को बड़ा प्रोत्साहन दिया है। इसकी अद्यतन स्थिति की जनपदवार समीक्षा की जाए। ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों की डिमांड का आकलन कर उसके अनुरूप सप्लाई सुनिश्चित कराएं। निर्यात बढ़ोत्तरी के लिए सभी जनपदों को प्रयास करनाहोगा। स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना के अन्तर्गत युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित किए जाने की कार्यवाही तेज करें। इन टैबलेट/स्मार्टफोन में सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं/कार्यक्रमों की जानकारी उपलब्ध होनी चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश के समग्र विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा हमें हर सम्भव सहायता मिल रही है। केन्द्र से सामंजस्य स्थापित कर अवशेष धनराशि प्राप्त करें। विभागीय मंत्री एवं विभागीय अधिकारी भारत सरकार के मंत्रिगणों/अधिकारियों से संवाद करें। केन्द्रांश के अभाव में परियोजना बाधित न रखें। नियमानुसार राज्यांश जारी कर कार्य जारी रखा जाए। सभी विभाग शत-प्रतिशत उपयोगिता प्रमाण पत्र समय पर भेजना सुनिश्चित करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर नगर पंचायत और आत्मनिर्भर जिला पंचायत के लिए हर स्तर पर प्रयास करना होगा। पंचायतों को आय बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करें। आश्रम पद्धति विद्यालयों में छात्रावासों का मेंटेनेंस कराया जाना आवश्यक है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी दिनों में किसानों को खाद की आवश्यकता होगी। कृषि और सहकारिता विभाग मिलकर यह सुनिश्चित करें कि खाद की पर्याप्त उपलब्धता हो और सभी किसानों को यह आसानी से मिल जाए। यह सुनिश्चित करें कि खाद की कालाबाजारी न हो। ग्राम्य विकास, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, समाज कल्याण, नगर विकास, बेसिक शिक्षा, सिंचाई, आवास एवं शहरी नियोजन, राजस्व जैसे विभागों की अनेक योजनाएं सीधे तौर पर आम जनता को प्रभावित करने वाली हैं। इनमें बजट आवंटन और व्यय में तेजी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में लगाए जा रहे उपकरणों की गुणवत्ता मानक के अनुरूप हो। खराब गुणवत्ता/अधोमानक उपकरणों की आपूर्ति पर सम्बन्धित की जवाबदेही तय की जाए।

    इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उ0प्र0’ में अपने विचार व्यक्त किये

    CM Yogi ने ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उ0प्र0’ में अपने विचार व्यक्त किये

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश ने विकास की लम्बी यात्रा तय की

    • प्रदेश की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर स्थापित, यहां की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई, पहले की तुलना में जी0डी0पी0 में दोगुने से अधिक वृद्धि हुई
    • उ0प्र0 प्रधानमंत्री जी की संकल्पना के अनुरूप भारत को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा
    • प्रदेश की अवसंरचना में आमूल-चूल सुधार किए गए
    • विगत साढ़े 07 वर्षों में हमने जो कहा वह करके दिखाया, परिणामस्वरूप प्रदेश दंगों, माफियाओं तथा अराजकता से मुक्त हुआ
    • आज प्रदेश निवेश का सबसे बेहतरीन गन्तव्य बना, यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के माध्यम से प्रदेश ने देश के सामने नजीर प्रस्तुत की
    • राज्य के करोड़ों युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया
    • प्रदेश में विरासत और विकास का अद्भुत संगम आज राज्य के नागरिकों के देश-दुनिया में कहीं भी जाने पर वहां के लोगों में उनके प्रति सम्मान का भाव उत्पन्न होता, यह बदली हुई तस्वीर ही नये उ0प्र0 की पहचान
    • मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की शुभकामनाए दीं
    • कल अयोध्या धाम में दीपोत्सव का आयोजन, 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात श्रीरामलला के अपने पावन धाम में विराजमान होने के उपलक्ष्य में यह पहला दीपोत्सव

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने कहा है कि प्रदेश का इतिहास गौरवशाली रहा है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश पर प्रदेश की 25 करोड़ आबादी गर्व की अनुभूति करती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश ने विकास की लम्बी यात्रा तय की है। आज राज्य देश की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। प्रदेश ने स्वयं को तेजी के साथ उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप वर्ष 2029 तक प्रदेश स्वयं को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करेगा। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश सरकार की टीम लगातार कार्य कर रही है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उत्तर प्रदेश’ में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर स्थापित हुई है। यहां की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है। पहले की तुलना में जी0डी0पी0 में दोगुने से अधिक वृद्धि हुई है। आज प्रदेश बेहतर दिशा में आगे बढ़ रहा है। राज्य देश के आर्थिक विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। इस भूमिका के साथ जुड़कर उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री जी की संकल्पना के अनुरूप भारत को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा, संस्कृति और समृद्धि की संकल्पना प्रदेश में आने वाले समय में भी देखने को मिलेगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की अवसंरचना में आमूल-चूल सुधार किए गए हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे क्रियाशील हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे पर कार्य चल रहा है। प्रयागराज महाकुम्भ-2025 के पूर्व यातायात के लिए मेन कैरेज-वे को प्रारम्भ करने का प्रयास है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे लगभग बनकर तैयार है। लखनऊ-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे पर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। दिल्ली-मेरठ के बीच 12 लेन का एक्सप्रेस-वे प्रारम्भ हो चुका है। यह देश में सबसे अधिक एक्सप्रेस-वे वाला राज्य है। प्रदेश देश में सबसे अधिक सिटी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा, मेट्रो का संचालन करने वाला राज्य है। प्रदेश सबसे अधिक एयरपोर्ट वाला राज्य भी बन चुका है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व यहां लगभग 22 करोड़ की आबादी निवास करती थी। इतनी बड़ी आबादी के लिए लखनऊ तथा वाराणसी में केवल दो एयरपोर्ट क्रियाशील थे। आज प्रदेश में 16 एयरपोर्ट पूरी तरह क्रियाशील हैं। राज्य चार इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के माध्यम से कार्य कर रहा है। इस वर्ष के अन्त तक प्रदेश भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट, जेवर एयरपोर्ट का निर्माण पूर्ण करने में सफल हो चुका होगा। प्रदेश में देश की पहली रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच तथा देश का पहला इनलैंड वॉटर-वे वाराणसी से हल्दिया के बीच प्रारम्भ हो चुका है।

    प्रदेश में नए औद्योगिक क्षेत्र भी स्थापित किया जा रहे हैं। झांसी के पास 36 हजार एकड़ भूमि पर बीडा के नाम पर नए औद्योगिक क्षेत्र का विकास करने के लिए प्रदेश सरकार ने कदम उठाया है। नोएडा को स्थापित होने में 46 वर्ष का समय लगा। इन 46 वर्षों में नोएडा के अन्तर्गत कुल 33 हजार एकड़ भूमि सम्मिलित हुई। बीडा की स्थापना में पहले चरण में ही 36 हजार एकड़ भूमि ली जा रही है। यहां पर नए निवेश आकर्षित होंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज राज्य के नागरिकों के देश-दुनिया में कहीं भी जाने पर वहां के लोगों में उनके प्रति सम्मान का भाव उत्पन्न होता है। उत्तर प्रदेश के नाम से वहां के प्रत्येक व्यक्ति के मन में एक स्पंदन उत्पन्न होता है। यह बदली हुई तस्वीर ही नए उत्तर प्रदेश की पहचान है। पहले यहां के युवाओं, व्यापारियों, उद्यमियों तथा सामान्य नागरिकों के सामने पहचान का संकट था। साढ़े सात वर्ष पूर्व प्रदेश की पहचान दंगों, दुर्दांत माफियाओं, राजनीति के अपराधीकरण तथा भ्रष्टाचार से होती थी। लोगों के मन में भय और दहशत का भाव रहता था। युवाओं को नौकरी नहीं मिलती थी। भाई-भतीजावाद होता था। गुण्डागर्दी चरम पर थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत साढ़े 07 वर्षों में हमने जो कहा वह करके दिखाया। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश दंगों, माफियाओं तथा अराजकता से मुक्त हुआ। राज्य में जीरो टॉलरेंस की नीति के कारण कानून व्यवस्था का बेहतरीन वातावरण निर्मित हुआ है। प्रदेश में एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स भी कार्य करती है। इनके गैर कानूनी कब्जे से 64 हजार कड़ से अधिक भूमि को मुक्त कराया गया है। इससे अच्छा लैण्ड बैंक सृजित हुआ है। इस पर डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इसके माध्यम से अनेक प्रकार के निवेश भी सामने आ रहे हैं। भू-माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए आवास बन रहे हैं। प्रयागराज में दुर्दांत भू-माफिया के कब्जे से मुक्त करायी गई भूमि पर हाईराइज बिलिं्डग का निर्माण कर गरीबों को समर्पित की गई है।

    आज प्रदेश निवेश का सबसे बेहतरीन गन्तव्य बना है। वर्ष 2023 में आयोजित यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश ने देश के सामने नजीर प्रस्तुत की। इसके माध्यम से प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसमें से लगभग 12 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्ड ब्रेकिंग की जा चुकी है। वर्तमान में 10 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव तैयार है। शेष निवेश प्रस्तावों को लागू करने के लिए हमारी टीम लगातार कार्य कर रही है। वर्ष 2017 से पूर्व यहां कोई उद्यमी निवेश नहीं करना चाहता था। निवेशक यहां से पलायन करना चाहते थे। वर्ष 2017 से पूर्व इनमें से ज्यादातर इकाइयों ने दम तोड़ दिया था। लोग अन्य रोजगार की तरफ उन्मुख हो रहे थे।

    निवेश प्रदेश में नौकरी तथा रोजगार की सम्भावनाओं को भी आगे बढ़ा रहा है। यह निवेश किसी क्षेत्र विशेष में सीमित नहीं है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद को कुछ न कुछ निवेश अवश्य प्राप्त हुआ है। यह चीजें दिखाती हैं कि विकास वन-वे नहीं है। यह निवेश प्रधानमंत्री जी की समावेशी विकास की अवधारणा के अनुरूप पूरे प्रदेश में फैला हुआ है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके लिए प्रदेश सरकार को चरणबद्ध तरीके से कार्य करना पड़ा। बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक वर्ग का विश्वास अर्जित करना पड़ा। आज प्रदेश में 28 सेक्टोरियल पॉलिसी हैं। पॉलिसी के अन्तर्गत निवेश करने वाले निवेशकों के लिए प्रदेश सरकार ने ऑनलाइन इन्सेंटिव प्रदान करने की व्यवस्था की है। सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म निवेश मित्र के माध्यम से एक साथ 450 एन0ओ0सी0 जारी की जा रही हैं। निवेश सारथी पोर्टल के माध्यम से बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के एम0ओ0यूज की मॉनीटरिंग की जा रही है। प्रदेश में यह सभी कार्य युद्ध तर पर आगे बढ़े हैं।

    प्रदेश सरकार ने बड़े निवेश को आकर्षित करने के लिए कदम उठाने के साथ-साथ परम्परागत उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना बनायी गयी। यह योजना प्रदेश को एक्सपोर्ट हब के रूप में भी स्थापित कर रही है। एम0एस0एम0ई0 तथा एक जनपद एक उत्पाद योजना के माध्यम से राज्य के करोड़ों लोगों को रोजगार के साथ जोड़ने का काम भी किया गया है। प्रदेश में लगभग 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां हैं। यह इकाइयां राज्य में रोजगार तथा निवेश की बैकबोन का कार्य कर रही हैं। कोरोना कालखण्ड में लगभग 40 लाख श्रमिकों तथा कामगारों को 15 दिनों का राशन तथा रोजगार भत्ता उपलब्ध कराया गया। उनको रोजगार से जोड़ने के लिए एम0एस0एम0ई0 इकाइयों का आह्वान किया गया। श्रमिकों तथा कामगारों से कहा गया कि आप अपना कार्य जारी रखिए। आपके लिए कोविड हेल्प डेस्क, रॉ मैटेरियल सप्लाई लाइन, मार्केट से जोड़ने आदि की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जाएगी। परिणामस्वरूप 40 लाख श्रमिकों तथा कामगारों में से केवल 15 प्रतिशत लोग वापस गए, शेष को राज्य में ही काम मिल गया। वे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में वह बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं।

    प्रदेश वर्ष 2017 के पूर्व पर्यटन के क्षेत्र में चौथे या पांचवें स्थान पर था। आज देश के सर्वाधिक पर्यटक प्रदेश में आ रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को बिना भेदभाव के तथा निष्पक्ष व पारदर्शिता पूर्ण तरीके से सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है। अब तक यहां लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ा जा चुका है। राज्य के करोड़ों युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास तभी सार्थक हो सकता है जब हम विरासत को भी इसके साथ जोड़कर कार्य करेंगे। प्रदेश में विरासत और विकास का अद्भुत संगम बन रहा है। राज्य ने अपनी विरासत को पहचाना है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप काशी में श्री काशी विश्वनाथ धाम देश दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। अयोध्या धाम एक नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित हो चुका है। माँ विन्ध्यवासिनी धाम में माँ विन्ध्यवासिनी के भव्य कॉरिडोर के निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। वहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। चित्रकूट धाम, नैमिषधाम, शुकतीर्थ के विकास के साथ-साथ ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से मथुरा, वृंदावन, बरसाना तथा गोकुल आदि सभी तीर्थों के सर्वांगीण विकास की कार्य योजना प्रभावी ढंग से लागू करने का कार्य किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज धनतेरस का पर्व है। भगवान धन्वंतरि का जन्म प्रदेश की सबसे प्राचीन नगरी के रूप में विख्यात सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में हुआ था। आज पूरा देश आरोग्यता के इस देव के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा है। कल अयोध्या धाम में दीपोत्सव का आयोजन होगा। 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात श्रीरामलला के अपने पावन धाम में विराजमान होने के उपलक्ष्य में यह पहला दीपोत्सव है। प्रदेश में आगामी दिनों में दीपावली, भैया दूज व गोवर्धन पूजा आदि पर्व आयोजित होंगे। सुखद व शान्तिपूर्ण वातावरण में राज्य का प्रत्येक निवासी इन आयोजनों के साथ जुड़ेगा।

    इस अवसर पर जनप्रनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi: मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता

    • आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया
    • हिन्दी ने आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया, उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया
    • हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम, प्रधानमंत्री जी
      सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते, भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया
    • प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया, उ0प्र0 में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा
    • भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता
    • मुख्यमंत्री ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आज जनपद गोरखपुर के योगीराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केन्द्र में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा की महत्ता, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प, श्रमिकों के उत्थान और स्थानीय उत्पादों के महत्व के बारे मे बताते हुये कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया है, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हमारे संसदीय लोकतंत्र में लोगों ने मीडिया को चौथा स्तम्भ माना है। देश की आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया था। आन्दोलन के दौरान अलग-अलग क्रान्तिकारी समूह तथा लीडरशिप किसी न किसी पत्र-पत्रिका से जुड़े रहे। कोई स्वराज, कोई राष्ट्रधर्म, तो कोई धर्मयुग के नाम से जनचेतना को जागरूक करने का प्रयास करता रहा। उसी प्रकार की कविताएं और लेखन भी आए, जो लोगों के अन्तःकरण को झकझोरते रहे।

    मुख्यमंत्री जी ने काकोरी ट्रेन एक्शन के नायक पं0 राम प्रसाद बिस्मिल की अन्तिम इच्छा का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके वाक्यों ने देश के युवाओं को आजादी के आन्दोलन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।

    मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा को पूरे देश को जोड़ने का माध्यम बताते हुयेे कहा कि हिन्दी ने भारत की आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि अन्तःकरण से कही गई भाषा ही लोगों को सम्मोहित कर पाती है। हिन्दी ने उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्रनायकों के बारे में जो लेखन हुआ है, उसका अवलोकन करें, तो पाएंगे कि कहीं श्याम नारायण पाण्डेय महाराणा प्रताप की वीरगाथा को देश के सामने रख रहे हैं, तो कहीं सुभद्रा कुमारी चौहान झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को केन्द्र में रखकर भारत की मातृशक्ति के शौर्य और सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहीं थी। भारत की आजादी के लिए अपना सबकुछ समर्पित करने वाले क्रान्तिकारियों के प्रति रामधारी सिंह दिनकर की वह पंक्तियां हम सभी को नई प्रेरणा देती हैं, जिसमें वह कहते हैं कि ‘कलम आज उनकी जय बोल’, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ समर्पित कर दिया, उनकी नहीं, जिन्होंने सत्ता के लिए स्वाभिमान के साथ समझौता किया हो। भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने भी यही प्रेरणा हमें दी थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हिन्दी के बारे में तमाम तरह की भ्रान्तियां फैलाने का कार्य होता है। हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते हैं। देश ही नहीं, अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर भी हिन्दी में अपनी बात रखकर लोगों से संवाद करते हैं। मुख्यमंत्री ने जी-20 समिट का उल्लेख करते हुए कहा कि इस आयोजन ने पूरी दुनिया में भारत की छवि को चमकाने का कार्य किया। जी-20 में भी हिन्दी ही संवाद का माध्यम बनी। भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया।

    मुख्यमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया। उत्तर प्रदेश में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा है। ओ0डी0ओ0पी0 योजना ने प्रदेश में कारीगरों और हस्तशिल्पियों को आर्थिक सम्बल प्रदान किया है। हर साल राज्य के हुनरमंद कारीगरों ने 02 लाख करोड़ रुपये के उत्पादों का निर्यात किया है। राज्य में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से ग्रामीण कारीगरों को प्रशिक्षण और उपकरण भी दिए जा रहे हैं, ताकि वे अपने पारम्परिक कार्यों में आत्मनिर्भर बन सकें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत युवाओं को ब्याजमुक्त लोन प्रदान कर रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिन्दी सिनेमा और पत्र-पत्रिकाओं ने हिन्दी भाषा को पूरी दुनिया में पहचान दिलायी है। डिजिटल मीडिया के युग में हिन्दी भाषा को और सशक्त करने की आवश्यकता है। भाषा, हस्तशिल्प और कारीगरी को सम्मान देकर ही आत्मनिर्भर और विकसित भारत का सपना साकार किया जा सकता है। भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता है।

    इस अवसर पर मीडिया समूह से जुड़े अनेक पत्रकारगण और गणमान्यजन उपस्थित थे।

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  • CM Yogi की आगामी पर्व एवं त्योहारों के सुचारु आयोजन, स्वच्छता तथा बेहतर कानून-व्यवस्था आदि महत्वपूर्ण विषयों के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

    CM Yogi की आगामी पर्व एवं त्योहारों के सुचारु आयोजन, स्वच्छता तथा बेहतर कानून-व्यवस्था आदि महत्वपूर्ण विषयों के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

    CM Yogi: बेहतर कानून-व्यवस्था, सतत संवाद और सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग का ही परिणाम है कि हाल के वर्षों में प्रदेश में सभी पर्व-त्योहार शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न हो रहे, बेहतर टीमवर्क और जनसहयोग का यह क्रम सतत जारी रखा जाए

    • पर्व एवं त्योहारों के इस समय में पुलिस और प्रशासन सहित पूरी टीम यू0पी0 को 24ग7 अलर्ट रहना होगा
    • सभी पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं
    • हर जिले में ऐसी टीम होनी चाहिए जो सोशल मीडिया की निगरानी करती रहे, यहां फेक अकाउंट बनाकर माहौल खराब करने वाली अफवाह तथा फेक न्यूज प्रसारित करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए
    • यह सुनिश्चित करें कि कहीं से भी व्यापारियों के उत्पीड़न की शिकायत न आए, व्यवस्था बनाने में उनका सहयोग लें और उन्हें अपेक्षित सहयोग दें
    • पटाखों के अवैध भंडारण पर कठोर कार्रवाई की जाए
    • उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को दीपावली से पहले निःशुल्क रसोई गैस सिलेण्डर उपलब्ध हो जाए
    • संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें
    • अयोध्या दीपोत्सव का भव्य आयोजन इस वर्ष 30 अक्टूबर को होना, 15 नवम्बर को वाराणसी में देव-दीपावली मनाई जाएगी, दोनों महत्वपूर्ण
    • आयोजनों में सेफ्टी-सिक्योरिटी और क्राउड मैनेजमेंट की व्यवस्था और अधिक अच्छी होनी चाहिए
    • छठ पर्व को ‘स्वच्छता और सुरक्षा’ के मानक पर्व के रूप में आयोजित किया जाए
    • यह सुनिश्चित किया जाए कि आगामी 28 अक्टूबर से 15 नवंबर तक पूरे प्रदेश में 24 घंटे अनवरत विद्युत आपूर्ति हो
    • परिवहन विभाग द्वारा ग्रामीण रूटों पर बसों की संख्या बढ़ाई जाएसभी विभागों में जनता की शिकायतों, आवेदनों के समयबद्ध और संतुष्टिपरक समाधान के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए

    CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत प्रदेशस्तरीय बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगामी पर्व एवं त्योहारों के सुचारु आयोजन, स्वच्छता तथा बेहतर कानून-व्यवस्था आदि महत्वपूर्ण विषयों के सम्बन्ध में शासन-प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में समस्त मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, अपर पुलिस महानिदेशक (जोन), समस्त पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक आदि वरिष्ठ अधिकारियों की सहभागिता रही। बैठक में मुख्यमंत्री जी ने सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिवगण से त्योहारों के दृष्टिगत उनकी विभागीय तैयारियों के बारे में जानकारी प्राप्त की।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था, सतत संवाद और सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग का ही परिणाम है कि हाल के वर्षों में प्रदेश में सभी पर्व-त्योहार शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न हो रहे हैं। रक्षाबंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, दुर्गापूजा, दशहरा और श्रावणी मेले हों या फिर ईद, बकरीद, बारावफात, मुहर्रम आदि पर्व, हर पर्व एवं त्योहार पर प्रदेश में सुखद माहौल रहा। बेहतर टीमवर्क और जनसहयोग का यह क्रम सतत जारी रखा जाए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आगामी दिनों में धनतेरस, अयोध्या दीपोत्सव, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई-दूज, देवोत्थान एकादशी, वाराणसी देव दीपावली और छठ महापर्व जैसे विशेष त्योहार हैं। इसके अलावा अयोध्या में पंचकोसी, 14 कोसी परिक्रमा, कार्तिक पूर्णिमा स्नान आदि मेलों का आयोजन भी इसी अवधि में है। शांति, सुरक्षा और सुशासन के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। पिछले अनुभवों से सीख लें। पर्व एवं त्योहारों के इस समय में पुलिस और प्रशासन सहित पूरी टीम यू0पी0 को 24ग7 अलर्ट रहना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं। पिछले एक माह की गतिविधियों की समीक्षा करें और चिन्हित उपद्रवियों/अराजक तत्वों को पाबंद करें। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। यह हर्ष और उल्लास का समय है, इसमें उपद्रव स्वीकार नहीं किया जा सकता। अराजक तत्वों/उपद्रवियों को उनकी भाषा में ही जवाब देना उचित होगा। सोशल मीडिया पर चौकसी बढाएं। हर जिले में ऐसी टीम होनी चाहिए जो सोशल मीडिया की निगरानी करती रहे। यहां फेक अकाउंट बनाकर माहौल खराब करने वाली अफवाह तथा फेक न्यूज प्रसारित करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपावली के अवसर पर माता लक्ष्मी और काली की प्रतिमा स्थापना की भी परंपरा है। प्रतिमा स्थापना कराने वाली संस्थाओं/समितियों से संवाद करें। संवेदनशील क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती होनी चाहिए। दीपावली से पहले अलग-अलग समुदाय के धर्माचार्यों और पीस कमेटी के साथ संवाद-समन्वय बना लें। धनतेरस/दीपावली के अवसर पर हर आय वर्ग का परिवार कुछ न कुछ खरीदारी करता है। बाजारों में चहल-पहल अधिक होगी। इस बीच सभी जिलाधिकारी और जिला पुलिस प्रमुख यह सुनिश्चित करें कि कहीं से भी व्यापारियों के उत्पीड़न की शिकायत न आए। व्यवस्था बनाने में उनका सहयोग लें और उन्हें अपेक्षित सहयोग दें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपावली के लिए पटाखों की दुकानों/गोदामों का आबादी से दूर होना सुनिश्चित कराएं। जहां पटाखों का क्रय-विक्रय हो, वहां फायर टेण्डर के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। पुलिस बल की सक्रियता भी बनी रहे। पटाखों की दुकानें खुले स्थान पर हों। इन्हें लाइसेंस/एन0ओ0सी0 समय से जारी कर दिया जाए। पटाखों के अवैध भंडारण पर कठोर कार्रवाई की जाए। उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को दीपावली से पहले निःशुल्क रसोई गैस सिलेण्डर उपलब्ध हो जाए। इसमें किसी स्तर पर विलम्ब नहीं होना चाहिए। गैस एजेंसियों से भी समन्वय बना लें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं। हर व्यक्ति उल्लास-उमंग और आह्लाद में होता है। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। हर नगर की जरूरत के अनुसार ट्रैफिक प्लान तैयार करें। यह सुनिश्चित करें कि बाजार आने वाले लोग ट्रैफिक जाम में न फंसें। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पी0आर0वी0 112 एक्टिव रहे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि छोटी सी घटना लापरवाही के कारण बड़े विवाद का रूप ले सकती है। ऐसे में अतिरिक्त सतर्कता आवश्यक है। त्वरित कार्यवाही और संवाद-संपर्क अप्रिय घटनाओं को संभालने में सहायक होता है। किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए, जिलाधिकारी/पुलिस अधीक्षक जैसे वरिष्ठ अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव का भव्य आयोजन इस वर्ष 30 अक्टूबर को होना है। भव्य, दिव्य, नव्य श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत यह पहला दीपोत्सव है। स्वाभाविक रूप से इस बार दीपोत्सव में श्रद्धालुओं की उपस्थिति अपेक्षाकृत अधिक होगी। इसी प्रकार, 15 नवम्बर को वाराणसी में देव-दीपावली मनाई जाएगी। ऐसे में दोनों ही महत्वपूर्ण आयोजनों में सेफ्टी-सिक्योरिटी और क्राउड मैनेजमेंट की व्यवस्था और अधिक अच्छी होनी चाहिए। दीपोत्सव और देव दीपावली की गरिमा के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि छठ पर्व को ‘स्वच्छता और सुरक्षा’ के मानक पर्व के रूप में आयोजित किया जाए। छठ महापर्व पर पूजा/अनुष्ठान के दौरान पूरे प्रदेश में स्वच्छ्ता का माहौल हो, इसके लिए नगर विकास और पंचायती राज विभाग द्वारा विशेष प्रयास किये जायें। लोगों की आस्था का यथोचित सम्मान करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि नदियां/जलाशय दूषित न हों। नदी/जलाशय के घाटों की साफ-सफाई करा लें और ट्रैफिक प्रबंधन भी किया जाए। उल्लास और उमंग के इस अवसर पर यह सुनिश्चित किया जाए कि आगामी 28 अक्टूबर से 15 नवंबर तक पूरे प्रदेश में 24 घंटे अनवरत विद्युत आपूर्ति हो। पावर कॉर्पोरेशन द्वारा इस सम्बन्ध में आवश्यक तैयारी कर ली जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आपातकालीन स्वास्थ्य एवं ट्रॉमा सेवाएं अनवरत रूप से चलती रहनी चाहिए। गांव हो या नगर हर जगह चिकित्सकों की सुलभ उपलब्धता होनी चाहिए। मिलावटखोरी आम जन के जीवन से खिलवाड़ है। पर्व-त्योहारों के दृष्टिगत  खाद्य पदार्थों की जांच की कार्रवाई तेज की जाए, किंतु जांच के नाम पर उत्पीड़न का प्रयास नहीं होना चाहिए। पर्व और त्योहारों के इस उल्लासपूर्ण माहौल में लोगों के आवागमन में बढ़ोत्तरी स्वाभाविक है। बड़ी संख्या में लोग अपने घर जाते हैं। ऐसे में परिवहन विभाग द्वारा ग्रामीण रूटों पर बसों की संख्या बढ़ाई जाए। खराब हालत वाली बसों को सड़क पर कतई न चलने दें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र में समाज के प्रतिष्ठितजन के साथ संवाद बनाएं। मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे। नेपाल राष्ट्र से सीमा साझा करने वाले जनपदों की संवेदनशीलता को देखते हुए यहां इंटेलिजेंस को और बेहतर करने का प्रयास हो।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी विभागों में आई0जी0आर0एस0, सम्पूर्ण समाधान दिवस और सी0एम0 हेल्पलाइन अथवा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण के स्तर से प्राप्त आम जनता की शिकायतों, आवेदनों के समयबद्ध और संतुष्टिपरक समाधान के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। इसकी हर दिन समीक्षा होनी चाहिए। शिकायतकर्ता से बात की जाए, उनका फीडबैक अनिवार्य रूप से लिया जाए। इसी प्रकार, जनपदों में भी विभागीय स्तर पर नोडल अधिकारी नामित किया जाए। रैंडम विधि से कुछ प्रकरणों में फील्ड विजिट करते हुए समस्या के समाधान होने का सत्यापन किया जाए।

    source:http://up.gov.in

  • CM Yogi: नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार

    CM Yogi: नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार

    CM Yogi: मिशन रोजगार के अन्तर्गत नवचयनित 1,526 ग्राम पंचायत अधिकारियों, 360 ग्राम विकास अधिकारियों (समाज कल्याण) एवं 64 पर्यवेक्षकों (समाज कल्याण) को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम

    • मुख्यमंत्री ने नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये
    • अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया
    • आज बड़ी संख्या में बेटियों ने भी नियुक्त पत्र प्राप्त किया, यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
    • विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समग्र विकास के लिए तैयार की गई रूपरेखा के क्रम में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अत्यन्त महत्वपूर्ण हिस्सा, अब तक लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नियुक्तियां प्रदान की जा चुकीं
    • यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री जी के मिशन रोजगार के विजन को आगे बढ़ाने, युवाओं को उनकी आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप तथा उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार प्रदान करने का अभियान
    • प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा, राज्य को प्रतिभा के बेहतर उपयोग का लाभ प्राप्त हो रहा
    • प्रदेश में सुरक्षा के बेहतर वातावरण के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया
    • प्रदेश में लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतारे जा चुके
    • युवाओं को अपने ही प्रदेश, जनपद व क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो रहा, युवा प्रदेश में रहकर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे
    • अब उ0प्र0 देश की एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जा रहा, यहां विकास का वातावरण तैयार हुआ
    • राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए ग्राम पंचायत सर्वाधिक आधारभूत इकाई, इस आधारभूत इकाई को और अधिक सुदृढ़ करने में अपना योगदान देना होगा
    • प्रदेश की 57000 से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके, इनमें ऑप्टिकल फाइबर या इण्टरनेट का कनेक्शन अथवा वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी
    • गांव के लोगों की समस्या का समाधान गांव में ही होना चाहिए, आय, निवास तथा जाति प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत को तैयार करना होगा
    • ग्राम पंचायतों में आय के स्रोत विकसित कर, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए, हर ग्राम पंचायत में आत्मनिर्भर बनने की सम्भावना छिपी
    • गांव का ड्रेनेज या सीवर किसी तालाब, नदी अथवा नाले में न गिरे बल्कि उसका निपटान देशी व परम्परागत पद्धति से किया जाए
    • स्मार्ट सिटी मिशन के विजन के अनुसार प्रदेश में 17 स्मार्ट सिटी बनायी जा रही, ग्राम पंचायतों को भी स्मार्ट बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए
    • ग्राम पंचायतों में महत्वपूर्ण स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे तथा स्ट्रीट लाइटें लगायी जाएं, इससे सुरक्षा के वातावरण के साथ-साथ प्रकाश की सुविधा मिलेगी
    • केंद्र अथवा प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता होने पर प्रदेश की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका में दिखनी चाहिए
    • ग्राम पंचायतें ऐसी होनी चाहिए जिन्हें हम अन्य लोगों के सामने रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर सकें
    • समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति बिना भेदभाव नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़कर प्रधानमंत्री जी की विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपनी ऊर्जा का भरपूर उपयोग करने को तैयार

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने कहा है कि विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समग्र विकास के लिए तैयार की गई रूपरेखा के क्रम में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अत्यन्त महत्वपूर्ण हिस्सा है। योग्य व सक्षम युवाओं के चयन के अभाव में सरकार की योजनाओं को जमीनी धरातल पर उतारना सम्भव नहीं होता है, क्योंकि अयोग्य अभ्यर्थियों के चयन से कार्य करने वाला तंत्र ही पैरालाइज हो जाता है। यह स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए वर्ष 2017 में ही प्रदेश सरकार ने तय किया था कि राज्य के सभी भर्ती बोर्ड आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न करें, ताकि युवाओं की योग्यता और क्षमता का उपयोग प्रदेश के विकास व राज्य के 25 करोड़ लोगों के भाग्य को बदलने के लिए किया जा सके। प्रदेश की जनता के सामर्थ्य से राज्य को भारत की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। आज प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रदेश को प्रतिभा के बेहतर उपयोग का लाभ प्राप्त हो रहा है। पहले प्रदेश की अर्थव्यवस्था छठवें तथा सातवें नम्बर पर थी। आज राज्य की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत नवचयनित 1,526 ग्राम पंचायत अधिकारियों, 360 ग्राम विकास अधिकारियों (समाज कल्याण) एवं 64 पर्यवेक्षकों (समाज कल्याण) के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नवचयनित अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार है। नियुक्ति पत्र वितरण का यह कार्यक्रम लखनऊ के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जनपदों में भी आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मिशन रोजगार के विजन को आगे बढ़ाने तथा युवाओं को उनकी आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप तथा उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार प्रदान करने का अभियान है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विगत साढ़े 07 वर्षों में अब तक लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नियुक्तियां प्रदान की जा चुकी हैं। प्रदेश में सुरक्षा के बेहतर वातावरण के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया है। पहले प्रदेश में निवेशक निवेश करने से कतराते थे। अब यहां बड़े-बड़े निवेश किये जा रहे हैं। लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतारे जा चुके हैं। वर्तमान में लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रदेश सरकार द्वारा विचाराधीन हैं। इस प्रक्रिया को बहुत शीघ्र सम्पन्न किया जाएगा। यह निवेश केवल निवेश नहीं है, बल्कि इसमें रोजगार तथा विकास भी सम्मिलित है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश का युवा नौकरी व रोजगार के लिए देश व दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में भटकता था। युवाओं के सामने पहचान का संकट था। आज युवाओं को अपने ही प्रदेश, जनपद व क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो रहा है। युवा प्रदेश में रहकर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे हैं। युवा अपने परिवार की अच्छे ढंग से देखभाल व घर के कार्यों के साथ-साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। शासन तथा निजी क्षेत्र हेतु योग्य तथा स्किल्ड मैनपावर उपलब्ध कराने के लिए व्यावसायिक तथा तकनीकी शिक्षा के अन्तर्गत ट्रेड तथा कोर्सेज संचालित किए गए हैं। इसके लिए बेहतर समन्वय बनाने का प्रयास किया गया है। इसी का परिणाम है कि अब उत्तर प्रदेश देश की एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जा रहा है। यहां विकास का वातावरण तैयार हुआ है। निवेश के माध्यम से रोजगार की अनेक संभावनाएं आगे बढ़ी हैं। वर्ष 2017 से पूर्व युवाओं के योग्य व सक्षम होने के बावजूद उन्हें भ्रष्टाचार तथा भेदभाव के कारण चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाता था।

    मुख्यमंत्री जी ने नवचयनित अभ्यर्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए ग्राम पंचायत सर्वाधिक आधारभूत इकाई है। आप सभी को इस आधारभूत इकाई को और अधिक सुदृढ़ करने में अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए देशवासियों को लक्ष्य प्रदान किया है कि जब वर्ष 2047 में भारत अपनी आजादी का शताब्दी महोत्सव मना रहा होगा, तब भारत आत्मनिर्भर और विकसित होना चाहिए। जो नींव आज आप रखेंगे वही आत्मनिर्भर और विकसित भारत की आधारशिला बनने वाली है। इसमें ग्राम पंचायतें अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करेंगी। इसके लिए पंचायतीराज विभाग ने अनेक कार्य पहले से सम्पन्न कर लिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 73वें संविधान संशोधन के माध्यम से ग्राम पंचायतों को 29 विषयों पर कार्य करने का अधिकार दिया गया है। इन कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया गया है। प्रदेश स्तर पर सचिवालय, जनपद स्तर पर जिलाधिकारी के कार्यालय और विकास भवन अब प्रदेश की 57,000 से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके हैं। इनमें ऑप्टिकल फाइबर या इण्टरनेट का कनेक्शन अथवा वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी है। ग्राम पंचायत सहायक के रूप में कम्प्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति भी की जा चुकी है। अब आपको वहां पर स्वयं को साबित करना होगा। गांव के लोगों की समस्या का समाधान गांव में ही होना चाहिए। आय, निवास तथा जाति प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत को तैयार करना होगा। ग्राम पंचायत की कार्य योजना को ग्राम प्रधान तथा ग्राम पंचायत से जुड़े हुए अन्य लोगों के साथ बैठकर तैयार करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केवल केन्द्र तथा राज्य की धनराशि पर आश्रित न रहकर ग्राम पंचायतों में आय के स्रोत विकसित कर, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए। हर ग्राम पंचायत में आत्मनिर्भर बनने की सम्भावना छिपी है। ग्राम पंचायत की सरप्लस भूमि पर या वर्तमान बाजार को ग्रामीण हाट के रूप में विकसित किया जा सकता है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि गांव का ड्रेनेज या सीवर किसी तालाब, नदी अथवा नाले में न गिरे बल्कि उसका निपटान देशी व परम्परागत पद्धति से किया जाए। इससे गांव के जल स्रोत शुद्ध रहेंगे। यदि गांव के तालाब देवस्थान से नहीं जुड़े हैं, तो इनका उपयोग मत्स्य पालन या दूसरे उपयोग के लिए किया जा सकता है। इसके माध्यम से ग्राम पंचायत के लिए अतिरिक्त आय अर्जित की जा सकती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पंचायतीराज विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है कि जिन ग्राम पंचायतों को केन्द्र अथवा राज्य की वित्तीय सहायता मिलती है तथा ज्यादातर धनराशि वेतन भत्तों पर खर्च होती है। पहले चरण में उन ग्राम पंचायतों में जितना धन वह अपने वित्तीय स्रोतों से अर्जित करेंगी उतना ही अतिरिक्त धन राज्य सरकार द्वारा विकास कार्य हेतु उपलब्ध कराया जाएगा। ग्राम पंचायत के लिए आय के अन्य स्रोत भी विकसित किये जा सकते हैं। जैसे गांव के सार्वजनिक कार्यों को सम्पन्न करने के लिए कम्युनिटी सेंटर बनाया जा सकता है। इसके माध्यम से गांव के पास एक भवन होगा तथा यूजर चार्ज के माध्यम से लोगों को सुविधा भी प्राप्त होगी।

    प्रधानमंत्री जी के स्मार्ट सिटी मिशन के विजन के अनुसार प्रदेश में 17 स्मार्ट सिटी बनायी जा रही हैं। ग्राम पंचायतों को भी स्मार्ट बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। इसके लिए ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था, कार्यों में जनसहभागिता की व्यवस्था की जाए। गांव की नालियां साफ सुथरी होनी चाहिए। पहले गांव में एक गड्ढे में कूड़े का निस्तारण किया जाता था। इससे गन्दगी दूर होने के साथ ही खाद भी तैयार होती थी। अब फिर से खाद के गड्ढे बनाने की आवश्यकता है। पंचायत की रिजर्व भूमि पर खाद के गड्ढे, गौचर, निराश्रित गोआश्रय स्थल बनाये जाने चाहिए।

    ग्राम पंचायतों में महत्वपूर्ण स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे तथा स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं। इससे सुरक्षा के वातावरण के साथ-साथ प्रकाश की सुविधा भी मिलेगी। लाइट को समय पर ऑन तथा ऑफ किया जाना चाहिए। सेंसर या कर्मचारी की सहायता से यह कार्य किया जाना चाहिए। गांवों में अच्छे कार्यक्रमों या भजनों के प्रसारण के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाया जा सकता है। गांव के सार्वजनिक शौचालयों के साफ सफाई की निरन्तर व्यवस्था की जानी चाहिए। आमजन की सहभागिता बढ़ाते हुए सामुदायिक व्यवस्था को विकसित करना चाहिए। यदि यह सभी कार्य किए जाएंगे तो गांव स्वयं ही स्मार्ट बन जाएंगे। केन्द्र अथवा प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता होने पर प्रदेश की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका में दिखनी चाहिए, जिससे हमारी ग्राम पंचायत को भी अच्छे पुरस्कार प्राप्त हो सकें। हमारी ग्राम पंचायतें ऐसी होनी चाहिए जिन्हें हम अन्य लोगों के सामने रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर सकें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गरीबों तथा जरूरतमंदों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाना चाहिए। जरूरतमन्दों को जमीन का पट्टा, आवास व शौचालय की सुविधा, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड आदि कार्यों में यदि आपका सहयोग रहेगा तो लोगों का विश्वास व्यवस्था तथा आपके साथ रहेगा। गरीब का आशीर्वाद किसी भी व्यक्ति के लिए अत्यन्त कल्याणकारी होता है। यह जीवन यशस्वी बनने तथा लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए है। यदि कोई व्यक्ति अपने कार्यों से यश प्राप्त कर रहा है, तो यह उसके लिए वरदान है। यही उसके लिए सौभाग्य का क्षण होता है। सरकार आपको हर प्रकार का संरक्षण प्रदान करेगी, लेकिन आम जनता के प्रति जवाबदेही को जमीनी धरातल पर उतार कर दिखाना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्राम पंचायतों में फेयर प्राइस शॉप या कोटे की दुकान ग्राम सचिवालयों के पास मॉडल शॉप के रूप में बन रही हैं। इनके माध्यम से सरकारी राशन के साथ साथ अन्य आवश्यक सामान लोगों को उपलब्ध कराये जा सकते हैं। इन दुकानों से प्राप्त किराया ग्राम पंचायत में जमा करने से अतिरिक्त आय का सृजन होगा। इन सब कार्यों के लिए पहल किया जाना आवश्यक है। एक-एक पैसे का हिसाब किया जाना चाहिए। सरकार का पैसा सरकार के खाते में जाना चाहिए, जिससे इस धनराशि का उपयोग विकास के लिए किया जा सके। इससे आपका गांव चमकता हुआ दिखाई देगा। आपका गांव आत्मनिर्भर, विकसित तथा आदर्श ग्राम के रूप में सबके सामने होगा। इस दिशा में बेहतर प्रयास आपको नई पहचान दिलाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज के कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग से जुड़े हुए ग्राम विकास अधिकारी तथा पर्यवेक्षक भी नियुक्ति पत्र प्राप्त कर रहे हैं। समाज कल्याण विभाग बड़ी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहा है। विभाग 21 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान कर रहा है। ग्राम पंचायतों में अनुसूचित जाति की बेटियों का विवाह, सामूहिक विवाह के कार्यक्रम, पेंशन की योजना सहित अनुसूचित जातियों तथा जनजातियों से जुड़ी अनेक कल्याणकारी योजनाएं आदि कार्य मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे हैैं।

    मुख्यमंत्री जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज यहां जनपद लखीमपुर खीरी के थारू जनजाति समुदाय के युवा ने भी नियुक्ति पत्र प्राप्त किया है। पहले लोग मानते थे कि इस समुदाय से जुड़े युवा नौकरी नहीं कर पाएंगे। आज बड़ी संख्या में बेटियों ने भी नियुक्त पत्र प्राप्त किया है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति बिना भेदभाव नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़कर प्रधानमंत्री जी की विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपनी ऊर्जा का भरपूर उपयोग करने को तैयार है।

    मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि जितनी निष्पक्षता व पारदर्शिता के साथ विज्ञापन के प्रकाशन से लेकर नियुक्ति पत्र वितरण की कार्यवाही सम्पन्न की गई है। यदि आपका पूरा जीवन इसी पारदर्शिता तथा निष्पक्षता के साथ आगे बढ़ेगा तो प्रदेश देश की नम्बर एक अर्थव्यवस्था अवश्य बनेगा। वर्ष 2047 में भारत एक विकसित तथा आत्मनिर्भर भारत के रूप में हम सभी के सामने होगा। इसके लिए हम सभी को प्राणपण से जुड़ना होगा।

    इस अवसर पर मिशन रोजगार पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम को पंचायतीराज मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर तथा समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण ने भी सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री श्री संजीव गोंड सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव पंचायतीराज श्री नरेन्द्र भूषण, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ0 हरिओम, प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक श्री एम0 देवराज, सूचना निदेशक श्री शिशिर, नव चयनित अभ्यर्थी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने बिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि उ0प्र0 कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने बिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि उ0प्र0 कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी द्वारा विगत 10 वर्षों में किये गये कार्याें के परिणामस्वरूप भारत दुनिया की पाँचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो चुका

    • उ0प्र0 देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा, देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा
    • आज देश व दुनिया के बड़े उद्यमी प्रदेश में निवेश के प्रति आकर्षित हो रहे, इस वातावरण के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार को अनेक सुधार करने पड़े
    • एक साथ एक से डेढ़ करोड़ लोगों को रोजगार से जोड़ना बिजनेस में निवेश के माध्यम से सम्भव, राज्य में इस दिशा में बेहतरीन कदम उठाए गए
    • प्रदेश में औद्योगिक विकास की पहली नीति के अन्तर्गत रोजगार को समाहित किया गया
    • प्रदेश सरकार द्वारा 27 सेक्टोरियल पॉलिसी तैयार की गईं, राज्य में डिफेंस एवं एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, लॉजिस्टिक्स, कम्प्रेस्ड बायोगैस आदि से सम्बन्धित नीतियां बनाई गई
    • अब प्रदेश एफ0डी0आई0 और फॉर्चून 500 पॉलिसी के साथ देश व दुनिया के निवेश को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कार्य कर रहा
    • प्रदेश का बजट बढ़कर लगभग साढ़े 07 लाख करोड़ रु0 हो चुका, यह प्रदेश की समृद्धि तथा आर्थिक उन्नयन को दर्शाता
    • प्रदेश की जी0डी0पी0 बढ़कर वर्ष 2023-24 में लगभग 26 लाख करोड़ रुपए हो चुकी, मार्च, 2025 तक राज्य की जी0डी0पी0 32 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने का अनुमान
    • सुरक्षा का वातावरण तथा जीरो टॉलरेंस की नीति सर्वाधिक महत्वपूर्ण, प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था के अन्तर्गत माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई इसका एक उदाहरण
    • प्रदेश में सुरक्षा का वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया, माफियाओं के कब्जे से 64,000 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई
    • प्रदेश सरकार ने राज्य में व्यवसाय के अनुकूल वातावरण का निर्माण किया, सिंगल विंडो के रूप में निवेश मित्र पोर्टल का निर्माण किया गया, आज यह देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो पोर्टल
    • निवेशकों को इन्सेंटिव का ऑनलाइन वितरण किया जा रहा,
      इसकी ऑनलाइन मॉनीटरिंग भी हो रही, इन्सेंटिव प्राप्त कर निवेशकों के मन में सरकार के प्रति विश्वास में वृद्धि हुई
    • आज प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बन चुकी, नम्बर एक के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही
    • प्रदेश में कम्प्रेस्ड बायोगैस की सर्वाधिक इकाइयां, राज्य सरकार ने अवसंरचना के क्षेत्र में भी अनेक कदम उठाए
    • आज राज्य के हाईवे, एक्सप्रेस-वे तथा अन्य सड़कें देश की सबसे अच्छी सड़कों में सम्मिलित, गंगा एक्सप्रेस-वे पर तेजी के साथ कार्य चल रहा
    • गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे लगभग बनकर तैयार, बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे पर काम चल रहा
    • दिल्ली तथा मेरठ के बीच में देश का पहला 12 लेन एक्सप्रेस-वे प्रारम्भ हो चुका, दिल्ली और मेरठ के बीच में देश की पहली रैपिड रेल प्रारम्भ हो चुकी, प्रदेश के 6 शहर मेट्रो से जुड़े हुए
    • प्रदेश में देश का सबसे बड़ा हाईवे, एक्सप्रेस-वे तथा रेलवे नेटवर्क
    • वाराणसी में लॉजिस्टिक्स मल्टी मॉडल टर्मिनल निर्माण, गौतमबुद्धनगर में लॉजिस्टिक्स व ट्रांसपोर्ट हब निर्माण तथा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के कार्य तेजी के साथ आगे बढ़े
    • प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ की गईं नई पहलों में एक जनपद एक उत्पाद योजना भी सम्मिलित, इस योजना के माध्यम से देश दुनिया में प्रदेश की ब्रांडिंग की गई
    • राज्य सरकार द्वारा गांव के हस्तशिल्पियों के लिए अनुकूल वातावरण निर्मित किया गया विश्वकर्मा श्रम सम्मान तथा पी0एम0
    • विश्वकर्मा जैसी योजनाएं परम्परागत रूप से कार्य करने वाले लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हो रहीं
    • सी0एस0आर0 नीति के तहत एस0जी0पी0जी0आई0 को दो प्रोजेक्ट उपलब्ध कराये गये, इसमें से एक अमेरिका के सलोनी फाउंडेशन का प्रोजेक्ट
    • बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा समृद्धि कॉन्क्लेव का प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजन एक सकारात्मक पहल

    CM Yogi ने कहा है कि प्रधानमंत्री जी द्वारा विगत 10 वर्षों में जो कार्य किए गए, उसके परिणामस्वरूप भारत दुनिया की पाँचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो चुका है। उत्तर प्रदेश आज देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है। प्रदेश, देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। आज देश व दुनिया के बड़े उद्यमी प्रदेश में निवेश के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। इस वातावरण के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार को अनेक सुधार करने पड़े।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां लखनऊ में बिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब हम आर्थिक समृद्धि की बात करते हैं तो बिजनेस भी उसका एक हिस्सा होता है। श्रीमद्भगवद्गीता में बिजनेस की विस्तृत व्याख्या की गयी है। ‘कृषिगौरक्ष्यवाणिज्यं वैश्यकर्म स्वभावजम्।’ इसका तात्पर्य है कि खेती, गोरक्षा, और व्यापार वैश्यों के लिए कार्य के गुण हैं। कृषि, गोरक्षा तथा आर्थिक गतिविधियां आदि व्यवसाय के अन्तर्गत आते हैं। आगे चलकर कृषि तथा गोरक्षा को व्यवसाय से अलग कर दिया गया। स्वतंत्र भारत में वाणिज्यिक गतिविधियों के अन्तर्गत केवल उस आर्थिक लेनदेन को सम्मिलित किया जाता है, जिसके अन्तर्गत पूंजी का वृहद आयाम जुड़ा होता है। लेकिन व्यापकता में जाने पर पता चलता है कि कृषि, पशुपालन तथा डेयरी सेक्टर इससे
    अलग नहीं हो सकता है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। यहां लगभग 25 करोड़ जनसंख्या निवास करती है। ऐसा कौन सा कारण था जो उत्तर प्रदेश को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने से रोक रहा था। आज प्रदेश में सबसे सस्ता व स्किल्ड मैनपावर है। काशी तथा प्रयागराज ने देश के प्रमुख शिक्षा केंद्रों के रूप में अपनी बड़ी भूमिका का निर्वहन किया था। यह कभी प्राच्य विद्या के केंद्र थे। दुनिया का सबसे प्राचीन गुरुकुल, महर्षि भारद्वाज का गुरुकुल प्रयागराज में स्थित था। हम कालचक्र को नहीं समझ पाए। हमने समय की गति को नहीं पहचाना, परिणामस्वरूप शिक्षा के केन्द्र, स्किल्ड मैनपावर, सर्वाधिक उपजाऊ भूमि तथा दुनिया का सर्वाधिक अच्छा जल संसाधन होने के बावजूद हम पिछड़ गए।

    आज से साढ़े 07 वर्ष पूर्व प्रदेश के युवाओं, व्यापारियों तथा किसानों के सामने पहचान का संकट था। देश का हर बड़ा उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश करने से कतराता था। व्यवसाय करने तथा सामान्य जीवन का निर्वाह करने के लिए सुरक्षा पहली शर्त होती है। सारी गतिविधियां कानून के अनुसार होती हुई दिखाई देनी चाहिए। जिस राज्य में हर दूसरे तीसरे दिन दंगे होते रहे हों, जिस राज्य में व्यक्ति की सुरक्षा की गारंटी नहीं है, तो उसकी पूंजी की सुरक्षा की गारंटी कैसे होगी। उस समय प्रदेश में यही माहौल था। पहले यहां विकास के लिए योजनाओं, नीतियों तथा लैंड बैंक का अभाव था। ‘पिक एण्ड चूज’ के माध्यम से भेदभाव किया जाता था।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य को नए सिरे से आगे बढ़ाने तथा प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए वर्ष 2017 में विचार मंथन किया गया। दुनिया के अलग-अलग देश में रोड शो आयोजित किए गए। प्रदेश में हो रहे सकारात्मक बदलावों को देखकर उद्यमी यहां निवेश के लिए तैयार हुए। वह निवेशकों से बात करने स्वयं मुम्बई गए जहां ढाई लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। अंततः प्रदेश के पहली इन्वेस्टर्स समिट में 04 लाख 59 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। इसके पश्चात फरवरी 2023 में यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की गयी। इस इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसके माध्यम से एक करोड़ 50 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा सकेगा।
    एक साथ एक से डेढ़ करोड़ लोगों को रोजगार से जोड़ना बिजनेस में निवेश के माध्यम से सम्भव है। राज्य में इस दिशा में बेहतरीन कदम उठाए गए हैं। सरकारी क्षेत्र में नौकरियां सीमित होती हैं। हालांकि प्रदेश में अलग-अलग फेज में 1,54,000 पुलिस कर्मियों की भर्ती की गई। लेकिन हर साल एक लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती संभव नहीं है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास की पहली नीति के अन्तर्गत रोजगार को भी समाहित किया गया। निवेश हमें इसलिए लेकर आना है, ताकि प्रदेश के औद्योगिक विकास में वृद्धि के साथ-साथ यहां के युवाओं को रोजगार के साथ जोड़ा जा
    सके। प्रदेश सरकार द्वारा 27 सेक्टोरियल पॉलिसी तैयार की गई हैं। इनमें बहुत सारी नीतियां ऐसी हैं, जिन्हें केवल उत्तर प्रदेश में लागू किया गया है। राज्य में डिफेंस एवं एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, लॉजिस्टिक्स, कम्प्रेस्ड बायोगैस आदि से संबंधित नीतियां भी बनाई गई हैं। अब प्रदेश एफ0डी0आई0 और फॉर्चून 500 पॉलिसी के साथ देश व दुनिया के निवेश को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कार्य कर रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले प्रदेश में न बेटी सुरक्षित थी और न ही व्यापारी। यहां अराजकतापूर्ण माहौल था। उस समय उत्तर प्रदेश 20 से 22 करोड़ की आबादी वाला राज्य था, लेकिन वार्षिक बजट केवल 02 लाख करोड़ रुपए था। ऊंट के मुंह में जीरा का मुहावरा अक्षरशः सही साबित हो रहा था। आज प्रदेश का बजट बढ़कर लगभग साढ़े 07 लाख करोड़ रुपए हो चुका है। यह प्रदेश की समृद्धि तथा आर्थिक उन्नयन को दर्शाता है। उस समय प्रदेश की जी0डी0पी0 लगभग 12 लाख करोड़ रुपए थी। आज यह बढ़कर वर्ष 2023-24 में लगभग 26 लाख करोड़ रुपए हो चुकी है। मार्च, 2025 तक राज्य की जी0डी0पी0 32 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने का अनुमान है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि प्रदेश सरकार ने पहल की, उद्यमियों को आमंत्रित किया, परंपरागत उद्यम को प्रोत्साहित किया, लैंड बैंक का निर्माण किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सुरक्षा का वातावरण तथा जीरो टॉलरेंस की नीति सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था के अन्तर्गत माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई इसका एक उदाहरण है। इसके लिए सरकार को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। आज प्रदेश सुरक्षित है। यहां दंगा करने का दुस्साहस कोई नहीं कर सकता। इस वातावरण के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए भी कार्य करने पड़े। पुलिस भर्ती प्रक्रिया को पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाया गया। पुलिस को टेक्नोलॉजी से लैस किया गया। पुलिस की ट्रेनिंग की क्षमता को तीन गुना बढ़ाया गया। इसके अन्तर्गत पैरामिलिट्री तथा मिलिट्री के सेन्टर भी लिए गए। पहले प्रदेश में 6,000 पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग एक बार में हो सकती थी। उस समय ट्रेनिंग के समय को कम करके 06 माह करने का प्रयास किया गया। वर्तमान सरकार ने पुलिस कार्मिकों को पूरे 09 माह ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की। आज उत्तर प्रदेश पुलिस जब चलती है, तो गुंडे व माफिया कांपते हुए दिखाई देते हैं। वह जानते हैं कि कानून के साथ खिलवाड़ करने का दुष्परिणाम क्या हो सकता है। प्रदेश में सुरक्षा का वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ एंटी भू माफिया टास्क फोर्स का गठन भी किया
    गया। पहले भूमाफिया गरीबों की जमीनों पर कब्जा करते थे। इसके खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही की गई। माफियाओं के कब्जे से 64,000 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई। पहले निवेशकों को राज्य में भूमि उपलब्ध नहीं हो पाती थी। आज भूमि की कमी नहीं है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में व्यवसाय के अनुकूल वातावरण का निर्माण किया। सिंगल विंडो के रूप में निवेश मित्र पोर्टल का निर्माण किया गया। आज यह देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो पोर्टल है। इसके माध्यम से निवेशकों को साढ़े 400
    से अधिक एन0ओ0सी0 उपलब्ध कराई जाती हैं। मानवीय हस्तक्षेप को न्यूनतम करते हुए एम0ओ0यू0 की मॉनीटरिंग के लिए निवेश सारथी पोर्टल तैयार किया गया है। निवेशकों को इन्सेंटिव का ऑनलाइन वितरण किया जा रहा है तथा इसकी ऑनलाइन मॉनीटरिंग भी हो रही है, ताकि निवेशकों को इन्सेंटिव के लिए कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। कुछ दिन पूर्व निवेशकों को एक साथ बुलाकर लगभग 1,300 करोड़ रुपए के इन्सेंटिव वितरित किए गए। इन्सेंटिव प्राप्त कर निवेशकों के मन में सरकार के प्रति विश्वास में वृद्धि हुई है। युवाओं के मन में भी यह विश्वास जगा है कि निवेश से रोजगार की गारण्टी प्राप्त होगी। प्रदेश सरकार की नीतियों के प्रति निवेशकों का विश्वास बढ़ाना तथा लोगों को निवेश से अवगत कराना इस आयोजन का उद्देश्य था।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस को सरल किया गया। वर्ष 2017 से पूर्व राज्य ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस में 14 वें स्थान पर था। आज हम टॉप अचीवर्स में सम्मिलित हैं। हम नम्बर दो पर तो वर्ष 2019 में ही आ चुके थे। राज्य देश में पहले और दूसरे नम्बर की प्रतिस्पर्धा में सम्मिलित है। पहले प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में छठवें या सातवें नम्बर पर थी। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि राज्य प्रदेश से आगे थे। आज प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बन चुकी है तथा नम्बर एक के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही है। राज्य, देश में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में कार्य किए गए। इनमें कृषि, पशुपालन, डेयरी आदि क्षेत्रांे में किये गये कार्य सम्मिलित हैं। प्रदेश में कम्प्रेस्ड बायोगैस की सर्वाधिक इकाइयां हैं। राज्य सरकार ने अवसंरचना के क्षेत्र में भी अनेक कदम उठाए हैं। पहले प्रदेश में सड़कों की स्थिति अत्यन्त खराब थी। आज राज्य के हाईवे, एक्सप्रेसवे तथा अन्य सड़कें देश की सबसे अच्छी सड़कों में सम्मिलित हैं। आज हमारे पास सर्वाधिक एक्सप्रेसवे हैं।

    कोरोना कालखण्ड में भी हमने एक्सप्रेसवे के कार्य को बंद नहीं होने दिया। परिणाम स्वरुप पूर्वांचल तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ। गंगा एक्सप्रेसवे पर तेजी के साथ कार्य चल रहा है। वर्ष 2025 के प्रारम्भिक महीनो में ही इस एक्सप्रेसवे के कैरेजवे को प्रारम्भ करने का प्रयास है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे लगभग बनकर तैयार है। बलिया लिंक एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। दिल्ली तथा मेरठ के बीच में देश का पहला 12 लेन एक्सप्रेस वे प्रारम्भ हो चुका है। दिल्ली और मेरठ के बीच में देश की पहली रैपिड रेल प्रारंभ हो चुकी है। प्रदेश के 6 शहर मेट्रो से जुड़े हुए हैं।

    प्रदेश में देश का सबसे बड़ा हाईवे, एक्सप्रेस-वे तथा रेलवे नेटवर्क है। देश का पहला वॉटर-वे भी वाराणसी तथा हल्दिया के बीच में संचालित हो चुका है। प्रदेश में लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में भी अनेक कार्य किए गए हैं। वाराणसी में लॉजिस्टिक्स मल्टी मॉडल टर्मिनल निर्माण, गौतमबुद्धनगर में लॉजिस्टिक्स व ट्रांसपोर्ट हब निर्माण तथा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के कार्य तेजी के साथ आगे बढ़े हैं। इन सब कार्यों की नींव कानून व्यवस्था तथा सुरक्षा के बेहतर वातावरण में सम्भव है। प्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में निरंतर प्रयास किए गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई नयी पहलों में एक जनपद एक उत्पाद योजना भी सम्मिलित है। इस योजना के माध्यम से देश, दुनिया में प्रदेश की ब्रांडिंग की गई। इसके माध्यम से प्रदेश का प्रत्येक जनपद एक यूनीक उत्पाद देने में सफल हुआ। इन उत्पादों से संबंधित प्रदेश में 75 जी0आई0 टैग हैं। सर्वाधिक जी0आई0 टैग वाराणसी में हैं। इसके माध्यम से प्रदेश के निर्यात में वृद्धि हुई है। अब राज्य के आमों का निर्यात अमेरिका तथा मॉस्को को किया जाता है। जब प्रदेश के मंत्री तथा मुख्य सचिव ने यहां के किसानों के साथ रूस का दौरा किया तो यहां के आमों की कीमत मॉस्को में 1,000 रुपए प्रति किलो प्राप्त हुई। आमों के निर्यात के माध्यम से निर्यात आदि के खर्चों को घटाने के पश्चात किसानों को प्रति किलो 700-800 रुपए का लाभ प्राप्त हो सकता है। हालांकि प्रदेश सरकार किसानों को 90 रुपए इन्सेंटिव भी उपलब्ध कराती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले भदोही का कारपेट उद्योग दम तोड़ चुका था। आज भदोही 8,000 करोड़ रुपए की कारपेट निर्यात कर रहा है। पहले फिरोजाबाद में कांच उद्योग बंदी की कगार पर था। प्रदेश सरकार द्वारा कारीगरों को तकनीकी तथा सुविधाओं से जोड़ा गया परिणामस्वरूप ग्लास उद्योग एक बार फिर से चमक चुका है। फिरोजाबाद ढाई से 03 हजार करोड़ रुपए का निर्यात कर रहा है। मेरठ दुनिया के सबसे अच्छे स्पोर्ट्स आइटम बना रहा है। ऐसे ही प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अनेक उत्पाद देश दुनिया के सामने अपनी अलग पहचान प्रस्तुत कर रहे हैं। जब उत्तर प्रदेश की ब्रांडिंग इसके साथ जुड़ती है, तो वह प्रधानमंत्री जी की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करती हुई दिखाई देती है। वोकल फॉर लोकल की अवधारणा इस परिकल्पना को सम्बल प्रदान करती है। इसके माध्यम से महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना भी साकार होती हुई दिखाई देती है। राज्य सरकार द्वारा गांव के हस्तशिल्पियों के लिए भी अनुकूल वातावरण निर्मित किया गया है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान तथा पी0एम0 विश्वकर्मा जैसी योजनाएं परम्परागत रूप से कार्य करने वाले लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 16वीं सदी तक दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत 25 प्रतिशत योगदान देता था। ऐसा क्या कारण था कि विदेशी आक्रांता हमारे हस्तशिल्प तथा कारीगरों को समाप्त कर गए। आज हम कहां पर खड़े हैं। विश्व की अर्थव्यवस्था की तुलना में भारत की जी0डी0पी0 कितनी है, यह विचारणीय प्रश्न हैं। एक समय था जब भारत विश्व की अर्थव्यवस्था को नेतृत्व प्रदान करता था। परम्परागत हस्तशिल्पियों तथा कारीगरों का हुनर इसमें बड़ा योगदान दे रहा था। बड़े निवेश के लिए एम0एस0एम0ई0 तथा स्किल मैनपावर आधार होता है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में यह पहली बार हो रहा है, जब सी0एस0आर0 नीति के तहत एस0जी0पी0जी0आई0 को दो प्रोजेक्ट उपलब्ध कराये गये हैं। इसमें से एक अमेरिका के सलोनी फाउंडेशन का प्रोजेक्ट है। सलोनी फाउंडेशन का गठन हृदय रोग से पीड़ित अमेरिका की नवजात बच्ची की स्मृति में किया गया था। इन लोगों का उत्तर प्रदेश से कोई सम्बन्ध नहीं है। निवेश के सुरक्षित वातावरण के कारण यह फाउंडेशन प्रदेश में निवेश को तैयार हुआ। एस0जी0पी0जी0आई0 में इस फाउंडेशन के फर्स्ट फेज का कार्य सम्पन्न हो चुका है। जन्म से हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के निःशुल्क उपचार के लिए 36 बेड संचालित हो चुके हैं। सेकेंड फेज में 200 नए बेड के लिए कार्यक्रम का शुभारम्भ हो रहा है। प्रदेश में अमेरिका से आया सी0एस0आर0 के अन्तर्गत यह सबसे बड़ा फण्ड है। ऐसे कार्य पहल करने से ही सम्भव होते हैं। एस0जी0पी0जी0आई0 जैसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान के साथ सलोनी की स्मृतियां सदैव जीवित रहेंगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बिजनेस स्टैंडर्ड ने इस कार्यक्रम को लगातार 15 वर्ष आयोजित किया है। प्रत्येक महीने अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर एम0एस0एम0ई0, कृषि, हॉर्टिकल्चर, डेयरी आदि सेक्टर्स से संबंधित कॉन्क्लेव आयोजित किए जाने चाहिए। व्यवसाय के साथ कृषि पशुपालन तथा डेयरी सेक्टर को भी जोड़ना चाहिए। परम्परागत उद्यमों को भी इसके साथ जोड़ा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री जी द्वारा लांच की गई अभिनव योजना पी0एम0 विश्वकर्मा को भी सम्मिलित करते हुए कार्य करेंगे तो बहुत सारे लोगों को रोजगार मिलेगा। जो लोग परम्परागत रूप से कार्य कर रहे हैं, उनको इसका लाभ तथा प्रोत्साहन मिलेगा। सरकार की योजनाओं के लाभ के साथ-साथ इसकी ब्रांडिंग भी होगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपावली पर्व के ठीक पूर्व बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा समृद्धि कॉन्क्लेव का प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजन एक सकारात्मक पहल है। उन्हें अवगत कराया गया है कि बिजनेस स्टैंडर्ड वर्ष 2009 से इस कॉन्क्लेव का लगातार आयोजन करता आ रहा है। बिजनेस स्टैंडर्ड को मण्डल तथा जनपद स्तर पर विशिष्ट योजनाओं को जोड़ते हुए ऐसी कॉन्क्लेव आयोजित करनी चाहिए। औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एन0आर0आई0 तथा निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, निदेशक सूचना श्री शिशिर, बिजनेस स्टैंडर्ड के सम्पादक श्री कैलाश नौटियाल, सम्पादकीय निदेशक श्री अशोक कुमार भट्टाचार्य, बिजनेस स्टैंडर्ड से जुड़े हुए पदाधिकारी गण, सम्पादक गण, उद्यमी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने 133 करोड़ रु0 की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की

    CM Yogi ने आज जनपद मथुरा में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सातवीं बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री जी ने 133 करोड़ रुपये की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की।

    बैठक में ब्रज तीर्थ पथ परियोजना, मथुरा-वृन्दावन में गोवर्धन कनेक्ट परियोजना, मथुरा-वृन्दावन रेल बस मार्ग के स्थान पर यातायात के वैकल्पिक साधन विकसित करने तथा यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा जनपद मथुरा में राया अर्बन नोड विकसित किये जाने का प्रस्तुतीकरण किया गया। बैठक में परिषद के उपाध्यक्ष श्री शैलजाकान्त मिश्र ने परिषद की 24 जून, 2024 को सम्पन्न छठवीं बैठक में लिये गए निर्णयों की पुष्टि तथा परिषद की विगत बैठकों में दिये गये निर्देशों में अवशेष बिन्दुओं पर अनुपालन आख्या मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रस्तुत की।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष परिषद की तृतीय बैठक में उनके द्वारा दिये गये अतिरिक्त निर्देशों की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गई, जिसमें ब्रज 84 कोसी परिक्रमा मार्ग शामिल है। बैठक में जनपद मथुरा में गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र में 09 कुण्डों के पुनर्जीवन हेतु नीरी द्वारा तैयार की गई डी0पी0आर0 के क्रियान्वयन, जनपद मथुरा के वनों से प्रोसोपिस ज्यूलीफ्लोरा को हटाकर ब्रज क्षेत्र में पौराणिक पेड़ों की प्रतिस्थापना, पांच वर्ष पूर्व जीर्णोद्धार किए गए कुण्डों के रख रखाव, मरम्मत आदि की परियोजना, ब्रज क्षेत्र में दान दाताओं की सहायता से जन सुविधायें विकसित कराने एवं उनका नामकरण दानदाता की आस्था के अनुरूप किये जाने, मथुरा-वृन्दावन एवं गोवर्धन में पार्किंग हेतु भूमि अधिग्रहण/क्रय करने, वृन्दावन में देवरहा बाबा घाट के समीप एवं श्री बांके बिहारी जी मन्दिर के समीप यमुना नदी पर सस्पेन्शन ब्रिज का निर्माण कार्य आदि के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया।

    परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत प्रस्तावित परियोजनाओं में मथुरा-वृन्दावन में पूर्व में निर्मित 3500 लाख रुपये की अनुमानित लागत वाली टी0एफ0सी0 विस्तार परियोजना, 3800 लाख रुपये लागत की मथुरा-वृन्दावन में पर्यटक सुविधा केन्द्र के समीप मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण, 800 लाख रुपये लागत से यमुना नदी के विश्राम घाट से केसीघाट तक 06 चयनित स्थलों पर ऑफशोर/तटवर्ती सुविधाओं का विकास, बरसाना में 2700 लाख रुपये लागत से राधा बिहारी इण्टर कॉलेज की भूमि पर टी0एफ0सी0 का निर्माण कार्य पार्ट-2 प्रस्तावित हैं। इसके अलावा, प्रस्तावित परियोजनाओं में 760.98 लाख रुपये लागत की वृन्दावन स्थित यमुना नदी के दाँये किनारे पर अकूर घाट का निर्माण, 600 लाख रुपये लागत से जनपद मथुरा में चयनित पौराणिक वनों के 150 हेक्टेयर क्षेत्र में ईको रेस्टोरेशन कार्य, 200 लाख रुपये लागत से जनपद के ग्राम रॉकौली में ईको-रेस्टोरेशन हेतु फेंसिंग का कार्य तथा मथुरा एवं वृन्दावन के बीच 4304.68 लाख रुपये की लागत से प्रेक्षागृह/ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य की पुनरीक्षित परियोजना भी सम्मिलित है। बैठक में अवगत कराया गया कि वर्ष 2024-25 की कार्य योजनायें पर्यटन निदेशालय को प्रेषित की जा चुकी हैं।

    बैठक में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मे श्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे।

    source: http://up.gov.in


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