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  • CM Bhagwant Mann की लोगों से अपील: प्रगतिशील और समृद्ध पंजाब के निर्माण के लिए भगवान वाल्मीकि जी के पदचिह्नों पर चलें

    CM Bhagwant Mann की लोगों से अपील: प्रगतिशील और समृद्ध पंजाब के निर्माण के लिए भगवान वाल्मीकि जी के पदचिह्नों पर चलें

    CM Bhagwant Mann: करुणा सागर’ भगवान वाल्मीकि जी के प्रकट दिवस के संबंध में जालंधर में शोभा यात्रा में भाग लिया

    •  पूरे पंजाब में सफाई सेवकों की सेवाओं को नियमित करने के लिए सरकार कर रही है विचार

    ‘करुणा सागर’ भगवान वाल्मीकि जी के प्रकट दिवस के शुभ अवसर पर पंजाब के लोगों को बधाई देते हुए CM Bhagwant Mann ने प्रगतिशील और समृद्ध पंजाब बनाने के लिए लोगों से भगवान वाल्मीकि जी के पदचिह्नों पर चलने की अपील की।

    भगवान वाल्मीकि जी के प्रकट दिवस के संबंध में शोभा यात्रा में शामिल होने पर सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी संस्कृत भाषा के जनक थे और वे विश्व के आदिकवि हैं, जिन्होंने अपनी अमर और महान रचना ‘रामायण’ के माध्यम से बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह महान महाकाव्य सदियों से लोगों को जीवन की सीख दे रहा है और नैतिक मूल्यों के लिए एक प्रकाशस्तंभ है, जो आज के भौतिकवादी समाज में अधिक प्रासंगिक है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी ने समाज में समानता और राज्य या समाज को आदर्श बनाने के लिए किस तरह के व्यक्तियों, शासकों और जनता को किस प्रकार के आदर्शों का पालन करना चाहिए, इसका वर्णन किया है।

    समाज की सांस्कृतिक विरासत में भगवान वाल्मीकि जी के अतुलनीय योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे महर्षि वाल्मीकि जी द्वारा दिखाए गए मार्ग और उच्च आदर्शों का पालन करें ताकि समानता वाले समाज का निर्माण किया जा सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी द्वारा रचित महान महाकाव्य रामायण सदियों से मानवता को सत्य और आदर्श मूल्यों की शिक्षा दे रहा है। आने वाली पीढ़ियों के लिए अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने के राज्य सरकार के कर्तव्य को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि जो देश अपनी संस्कृति और विरासत को भूल जाते हैं, वे समय के साथ नष्ट हो जाते हैं।

    लोगों को भगवान वाल्मीकि जी द्वारा दिखाए गए मार्ग और उच्च आदर्शों पर चलने का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समृद्ध पंजाब बनाने के लिए यह समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी ने पंजाब की पवित्र भूमि पर उन्होंने अपने आश्रम में श्री रामचंद्र जी के पुत्रों लव और कुश को शिक्षा दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी के जीवन और दर्शन के बारे में जनता को जागरूक कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

    पवित्र रामायण में भगवान वाल्मीकि जी द्वारा सिखाए गए उपदेशों के महत्व को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सत्य और नैतिक मूल्यों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें इस पवित्र अवसर को भाईचारे, सांप्रदायिक सद्भाव और शांति के साथ मनाना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें भगवान वाल्मीकि जी के प्रकट दिवस के संबंध में हुई इस शोभा यात्रा में शामिल होने का अवसर मिला।

    इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य भर में सफाई सेवकों की सेवाओं को नियमित करने के लिए पहले ही नीति पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पहले ही एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है ताकि इससे संबंधित सभी पक्षों को विश्वास में लेकर एक व्यावहारिक ढांचा तैयार किया जा सके। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि राज्य सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

  • Vigilance Bureau ने प्लॉट के नामांतरण के लिए किश्तों में 65 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे पूर्व पटवारी और उसके सहयोगी को किया गिरफ्तार

    Vigilance Bureau ने प्लॉट के नामांतरण के लिए किश्तों में 65 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे पूर्व पटवारी और उसके सहयोगी को किया गिरफ्तार

    Vigilance Bureau ने पटवारी गुरनाम सिंह और उसके सहायक राणा सिंह को गिरफ्तार किया है, जिन्हें कल अदालत में पेश किया जाएगा।

    पंजाब Vigilance Bureau ने राज्य में भ्रष्टाचार के खि़लाफ़ मुहिम के तहत राजस्व हलका गिल में तैनात पूर्व पटवारी गुरनाम सिंह, उसके साथियों बूटा सिंह और लुधियाना जिले के गिल गांव निवासी राणा सिंह के खि़लाफ़ 65,000 रुपए की रिश्वत लेने के लिए भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने पटवारी गुरनाम सिंह और उसके सहायक राणा सिंह को गिरफ्तार किया है, जिन्हें कल अदालत में पेश किया जाएगा।

    इस संबंधी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जिला लुधियाना के गांव डुल्ले निवासी सरबजीत सिंह द्वारा दायर एक शिकायत की जांच के आधार पर उपरोक्त आरोपियों के खि़लाफ़ यह मामला दर्ज किया गया है

    शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बूटा सिंह और राणा सिंह नाम के दो निजी व्यक्तियों ने पटवारी गुरनाम सिंह के साथ उनकी बैठक की व्यवस्था की थी, जिन्होंने उनके प्लॉट के म्यूटेशन (इंतकल) के लिए एक लाख रुपये की मांग की थी। उन्होंने आगे बताया कि पटवारी ने अपने उपरोक्त सहयोगियों (करिंडा) बूटा और राणा के माध्यम से 15000 रुपये, 35000 रुपये और 15000 रुपये की तीन किस्तों में कुल 65000 रुपये की रिश्वत ली थी। शिकायतकर्ता ने पटवारी और उसके साथियों के साथ फोन कॉल रिकॉर्ड की थी।

    प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान 65000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप सिद्ध हुए। इस संबंध में पटवारी गुरनाम सिंह, उसके साथियों बूटा सिंह और राणा सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में आगे की जांच प्रगति पर है।

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  • Hardeep Singh Mundian: कॉलोनाइजरों के लंबित कार्यों के निपटारे के लिए 16 अक्टूबर को पहली बार विशेष शिविर लगेगा

    Hardeep Singh Mundian: कॉलोनाइजरों के लंबित कार्यों के निपटारे के लिए 16 अक्टूबर को पहली बार विशेष शिविर लगेगा

    Hardeep Singh Mundian: शहरों के नियोजित विकास के दौरान पर्यावरण प्रदूषण और अनधिकृत कॉलोनियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

    • आवास एवं शहरी विकास मंत्री ने क्रेडाई के साथ मैराथन बैठक की

    मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार नागरिकों और कॉलोनाइजरों के लंबित प्रकरणों के निस्तारण के लिए 16 अक्टूबर को पहली बार विशेष शिविर का आयोजन कर रही है, जिसमें कॉलोनाइजरों के कम से कम 50 प्रकरणों में प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। यह बात आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने आज चंडीगढ़ के पंजाब भवन में क्रेडाई (कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कही।

    मुंडियन ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कॉलोनाइजरों और नागरिकों के कार्यों के संबंध में जीरो पेंडेंसी सुनिश्चित की जा रही है ताकि सुचारू और समय पर सेवाएं प्रदान की जा सकें। उन्होंने कहा कि 16 अक्टूबर को पहले शिविर के बाद, नवंबर के अंत में एक दूसरा ऐसा शिविर आयोजित किया जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक लंबित मामलों को निपटाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।

    आवास एवं शहरी विकास मंत्री ने आगे कहा कि यदि विभाग का कोई अधिकारी कॉलोनाइजरों के मामलों से संबंधित रिश्वत की मांग करता है, तो शिकायत तुरंत विभाग के ईमेल transparency.hud@gmail.com पर भेजी जाए जो सीधे उन्हें और सचिव को संबोधित की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जब भी नागरिक या कॉलोनाइजर किसी भी कार्यालय में काम के लिए आते हैं, तो उनकी समस्याओं को सुना जाना चाहिए और प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाना चाहिए।

    शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने कहा कि राज्य सरकार शहरों के नियोजित विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें रियल एस्टेट क्षेत्र का प्रमुख योगदान होने की संभावना है। इसके अलावा सरकार की ओर से अनधिकृत कॉलोनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा 18 से 29 अक्टूबर तक सरकार सरकारी संपत्तियों की दूसरी नीलामी शुरू कर रही है। उन्होंने कहा कि विकास केंद्रित कार्य करते समय किसी को भी पर्यावरण के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।

    सचिव राहुल तिवारी ने बताया कि लम्बित मामलों के निस्तारण के लिए हर महीने शिविर लगाए जाएंगे। अब तक विभाग के अधिकारियों की मेहनत के कारण विभाग में विभिन्न प्रकार के 1000 लंबित मामलों को घटाकर 100 कर दिया गया है और भविष्य में इसे पूरी तरह से खत्म करने का उद्देश्य है।

    इस अवसर पर क्रेडाई के अधिकारियों ने कैबिनेट मंत्री का स्वागत किया और अधिकारियों के साथ उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे इस तरह के पहले शिविर की सराहना करते हुए कहा कि यह एक नया कदम है। कैबिनेट मंत्री एस. मुंडियन ने कहा कि कॉलोनाइजरों की मांगों और फीडबैक का पता लगाने के लिए इस तरह की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी।

    बैठक में मुख्य प्रशासक (सीए) गमाडा मोनीश कुमार, सीए पुडा और निदेशक टाउन एंड कंट्री प्लानिंग नीरू कत्याल गुप्ता और एसीए पुडा इनायत भी उपस्थित थे।

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  • मुख्य सचिव KAP Sinha ने श्री दरबार साहिब और श्री दुर्गियाना मंदिर में मत्था टेका

    मुख्य सचिव KAP Sinha ने श्री दरबार साहिब और श्री दुर्गियाना मंदिर में मत्था टेका

    पंजाब के मुख्य सचिव KAP Sinha ने रविवार को अमृतसर में श्री दरबार साहिब और श्री दुर्गियाना मंदिर में मत्था टेका।

    श्री दरबार साहिब में मत्था टेकने के बाद मुख्य सचिव सिन्हा ने पवित्र स्थान के चारों ओर पारंपरिक परिक्रमा की। उन्होंने गुरबाणी कीर्तन भी सुना। इसके बाद सूचना कार्यालय में एसजीपीसी द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। श्री दुर्गियाना मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद श्री सिन्हा को मंदिर समिति द्वारा सम्मानित भी किया गया।

    मुख्य सचिव श्री केएपी सिन्हा ने कहा कि नए पद का दायित्व संभालने के बाद वह ‘गुरु घर’ से आशीर्वाद लेकर आभार व्यक्त करने आए हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने उन्हें ईमानदारी और समर्पण के साथ पंजाब के लोगों की सेवा करने का आशीर्वाद दिया है।

    इस मौके पर उपायुक्त अमृतसर साक्षी साहनी, एसडीएम मनकंवल सिंह चहल और डीसीपी हरप्रीत सिंह मंदर भी मौजूद रहे।

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  • CM Bhagwant Mann की कोशिशें रंग लाई, भारत सरकार ने मिल मालिकों और आढ़तियों की मुख्य मांगें मानी

    CM Bhagwant Mann की कोशिशें रंग लाई, भारत सरकार ने मिल मालिकों और आढ़तियों की मुख्य मांगें मानी

    CM Bhagwant Mann ने मिल मालिकों और आढ़तियों से किए वादे पूरे किए, केंद्र सरकार के समक्ष उठाए मुद्दे

    •  केंद्र सरकार ने अतिरिक्त स्टोरेज क्षमता के लिए 31 मार्च 2025 तक राज्य से 120 लाख मीट्रिक टन अनाज उठाने की सहमति दी
    •  एफ.सी.आई. के डिपो में चावल की डिलीवरी के लिए लगने वाले ट्रांसपोर्टेशन खर्च की भरपाई करेगी भारत सरकार
    • समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए ड्रायेज की 1 प्रतिशत बहाली की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन
    • कम पानी की खपत वाली धान की किस्मों को लाने के लिए केंद्रीय मंत्री ने पंजाब की सराहना की
    • आढ़तियों का कमीशन एम.एस.पी. का 2.5% बहाल करने पर केंद्र विचार करेगा

    पंजाब के आढ़तियों और चावल मिल मालिकों को बड़ी राहत देते हुए केंद्र सरकार ने CM Bhagwant Mann द्वारा केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री के साथ बैठक के दौरान उठाई गई प्रमुख मांगों को मान लिया है।

    केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में धान की खरीद एक त्यौहार की तरह होती है। उन्होंने बताया कि पंजाब की अर्थव्यवस्था इस खरीद सीजन पर निर्भर करती है और देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह सीजन बहुत महत्वपूर्ण है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि मौजूदा खरीफ खरीद सीजन 2024-25 के दौरान पंजाब में 185 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की संभावना है और मिलिंग के बाद 125 लाख मीट्रिक टन चावल की डिलीवरी का अनुमान है।

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि मौजूदा सीजन के दौरान स्टोरेज की कमी लगातार हो रही है और अब तक सिर्फ सात लाख मीट्रिक टन क्षमता ही उपलब्ध है, जिससे राज्य के मिल मालिकों में व्यापक असंतोष है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे मंडियों में धान की खरीद/उठान पर बुरा असर पड़ रहा है, जिससे किसानों के बीच भी नाराजगी बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से अपील की कि खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाए रखने के लिए 31 मार्च 2025 तक राज्य से कम से कम 20 प्रतिशत अनाज की उठान सुनिश्चित की जाए। इसके लिए ओएमएसएस/इथेनॉल के लिए निर्धारित/निर्यात/कल्याण योजनाओं और अन्य श्रेणियों के तहत चावल की उठान बढ़ाई जाए।

    मुख्यमंत्री द्वारा उठाए गए मुद्दों पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री जोशी ने मार्च 2025 तक राज्य से 120 लाख मीट्रिक टन धान की उठान सुनिश्चित करने पर सहमति जताई।

    चावल की डिलीवरी के लिए मिल मालिकों को परिवहन खर्च की अदायगी का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि कई बार मिलिंग केंद्रों में स्टोरेज की जगह न होने के कारण एफसीआई मिल मालिकों को अपने डिपो पर चावल पहुंचाने के लिए कहता है, जो अधिकांश मामलों में 50 से 100 किलोमीटर के दायरे में होते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि कई मामलों में ये डिपो राज्य के बाहर भी स्थित होते हैं, जिससे मिल मालिकों पर परिवहन लागत के रूप में अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लागत चावल मिल मालिकों और राज्य की खरीद एजेंसियों के बीच हुए द्विपक्षीय समझौतों में शामिल नहीं होती।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए एफसीआई के डिपो तक चावल की डिलीवरी के लिए आने वाले अतिरिक्त परिवहन खर्च की पूर्ति करने की मांग जायज है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अपील की कि मिल मालिकों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाए और उन्हें प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि चावल की डिलीवरी के लिए परिवहन खर्च की अदायगी वास्तविक दूरी के अनुसार की जानी चाहिए और इसमें बैकवर्ड चार्ज और अन्य खर्चों की कटौती न हो। इस मुद्दे के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने भगवंत सिंह मान को आश्वासन दिया कि इस संबंध में मिल मालिकों को आने वाले परिवहन खर्च को केंद्र सरकार वहन करेगी।

    धान की ड्राइएज का मुद्दा उठाते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि दशकों से एमएसपी पर खरीद के लिए एक प्रतिशत ड्राइएज की अनुमति थी, जिसे बिना किसी विचार-विमर्श और बिना वैज्ञानिक सर्वेक्षण के 2023-24 के खरीफ सीजन में डीएफपीडी द्वारा एकतरफा घटाकर 0.5 प्रतिशत कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे चावल मिल मालिकों को अनावश्यक वित्तीय नुकसान हुआ है, जो पहले से ही भंडारण के लिए जगह की कमी के कारण वित्तीय दबाव में थे और इससे उनके बीच असंतोष और बढ़ गया है। उन्होंने आगे कहा कि जैसे स्थान की कमी के कारण पिछले मिलिंग सीजन को 31 मार्च से आगे बढ़ाया गया था, जिसके परिणामस्वरूप गर्मी के मौसम के कारण अप्रैल से 24 जुलाई तक धान के सूखने/वजन घटने/रंग बदलने के कारण अधिक नुकसान हुआ था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि खरीफ सीजन 2023-24 से पहले की तरह ड्राइएज को एमएसपी के एक प्रतिशत तक बहाल किया जा सकता है और जहां एफसीआई को दिए गए सीएमआर/एफआर में नमी की मात्रा 14 प्रतिशत से कम हो, वहां 31 मार्च के बाद डिलीवरी के लिए मिलरों को उचित मुआवजा दिया जा सकता है।

    ड्राइएज के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने कहा कि इस संबंध में उसने आईआईटी खड़गपुर से पहले ही एक सर्वेक्षण करवाया है। उन्होंने कहा कि इस सर्वेक्षण में पंजाब के दृष्टिकोण को भी शामिल किया जाएगा।

    धान की हाइब्रिड किस्मों के आउट-टर्न अनुपात का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा ग्रेड-ए धान के लिए आउट-टर्न अनुपात 67 प्रतिशत तय किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्रेड-ए धान की पारंपरिक किस्मों के लिए अधिक पानी की खपत को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने राज्य में कुछ हाइब्रिड किस्मों की खेती को प्रोत्साहित किया है। भगवंत सिंह मान ने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया कि कम समय में पकने वाली इन किस्मों में पानी की कम खपत होती है और अधिक उपज देती हैं, जिससे किसानों की आय में वृद्धि स्वाभाविक है।

    मुख्यमंत्री ने बताया कि मिल मालिकों ने जानकारी दी है कि इन किस्मों का आउट-टर्न अनुपात 67 प्रतिशत से कम है, जिसका पुनर्मूल्यांकन किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अपील की कि वह धान की इन किस्मों के आउट-टर्न अनुपात का अध्ययन करने के लिए केंद्रीय टीमों को नियुक्त करें। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने धान की कम पानी की खपत वाली किस्मों को लाने की पंजाब सरकार की अनूठी पहल की सराहना की। उन्होंने ऐसी और किस्मों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार को पूरी मदद और सहयोग देने का आश्वासन दिया।

    एक और मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री ने पंजाब एपीएमसी अधिनियम के तहत आढ़तियों को कमीशन भत्ता देने की जोरदार अपील की। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछले पांच वर्षों/2019-20 से आढ़तियों को दिए जा रहे कमीशन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, जबकि इन वर्षों के दौरान उनके खर्चे कई गुना बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य हर साल बढ़ाया जाता है जबकि 2019-20 से ही आढ़तियों को 45.38 से 46 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से कमीशन दिया जा रहा है। हालांकि पंजाब राज्य कृषि उत्पादन बाजार समिति अधिनियम के नियम और उप-नियमों के तहत आढ़तियों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 2.5% कमीशन देने का प्रावधान है, जो मौजूदा खरीफ सीजन में 58 रुपए प्रति क्विंटल बनता है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान खरीद में कोविड-19 महामारी जैसी चुनौतियों के बावजूद, श्रमिकों की कमी, मौसम की गड़बड़ी और मशीनों द्वारा कटाई के कारण मंडियों में तेजी से आवक को सुनिश्चित करने के बावजूद आढ़तियों ने केंद्रीय पूल के तहत अनाज की निर्बाध खरीद सुनिश्चित की। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य द्वारा पिछले तीन वर्षों से हर साल केंद्रीय पूल में 45-50 प्रतिशत गेहूं का योगदान देकर देश की खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इससे गेहूं के बफर स्टॉक को बनाए रखने, खुले बाजार में गेहूं और आटे की कीमतों को नियंत्रित करने और महंगाई को रोकने में मदद मिली है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कई वर्षों से आढ़तियों के कमीशन में कोई वृद्धि न होने के कारण आढ़तियों में भारी असंतोष है। भगवंत सिंह मान ने केंद्रीय मंत्री से अपील की कि आढ़तियों के कमीशन को न्यूनतम समर्थन मूल्य के 2.5 प्रतिशत करने की अनुमति दी जाए। केंद्रीय मंत्री ने भगवंत सिंह मान को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार और आढ़तियों की इस मांग पर अगली बैठक में सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।

  • CM Bhagwant Mann सरकार के प्रयास, खेलों में पंजाब नई ऊंचाइयां छू रहा है

    CM Bhagwant Mann सरकार के प्रयास, खेलों में पंजाब नई ऊंचाइयां छू रहा है

    CM Bhagwant Mann सरकार के प्रयासों की बदौलत पंजाब खेलों में नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है

    खेलों में भाग लेना पंजाबियों की प्रकृति है और CM Bhagwant Mann के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार इसे बढ़ावा देने के लिए पूरी लगन से काम कर रही है। खेलों वतन पंजाब के सीजन-3 के तहत चल रही ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताएं इसका ताजा प्रमाण हैं।

    इस तरह के टूर्नामेंट के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पंजाब को फिर से खेल के लिहाज से नंबर-1 बनाना है। यह पहल हर साल बढ़ रही है। इस बार साइकिलिंग, बेसबॉल और ताइक्वांडो के खेल भी शामिल किए गए हैं। विजेताओं को कुल 9 करोड़ रुपये के पुरस्कार भी वितरित किए जाएंगे। खेलों में संलग्न होकर जहां युवा ड्रग्स जैसी बुराइयों से दूर रहते हैं, वहीं समाज में एक अच्छे नागरिक के रूप में अपनी पहचान बना सकते हैं।

    हाल ही में बेंगलुरु में आयोजित 63वीं नेशनल ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पंजाब की टीम ने पहली बार 4×400 मीटर की मिक्स्ड रिले रेस में गोल्ड मेडल जीता। टीम में शामिल थे जशनदीप सिंह, जगमीत सिंह, ट्विंकल चौधरी और गुप कौर। खिलाड़ियों ने बताया कि  पहले एथलेटिक्स ट्रैप अच्छी स्थिति में नहीं होता था जिसके कारण उन्हें भी चोटें आई थीं लेकिन नए सिंथेटिक ट्रैक के कारण उनकी तैयारियों में सुधार हुआ है।

    इतना ही नहीं पेरिस ओलंपिक खेलों में लगातार दूसरी बार पदक जीतने वाली भारतीय टीम के ज्यादातर खिलाड़ी पंजाब के थे। पंजाब सरकार ने टीम में शामिल हर पंजाबी खिलाड़ी को 1 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है। पंजाब सरकार ने पहले ही खेलों में अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित करने वाले खिलाड़ियों को उच्च पद देकर सम्मानित किया है।

    उल्लेखनीय है कि भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने भी ओलंपिक खेलों से लौटने के बाद दरबार साहिब अमृतसर में मत्था टेकने के बाद पंजाब में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई कार्य करने के लिए प्रशंसा की। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था, “मैंने अपने गांव में हॉकी स्टेडियम की मांग की थी, जो बनकर तैयार हो गई है. खेलों के प्रति किए जा रहे हैं शानदार प्रयास आने वाले युवा उत्साहित होंगे जब वे देखेंगे कि हमें इतना प्यार और सम्मान मिल रहा है।

  • AAM AADMI CLINICS ने 2 साल में 2 करोड़ लोगों के उपचार के रूप में लैंडमार्क हासिल किया

    AAM AADMI CLINICS ने 2 साल में 2 करोड़ लोगों के उपचार के रूप में लैंडमार्क हासिल किया

    AAM AADMI CLINICS

    – सीएम भगवंत मान एलईडी पंजाब सरकार राज्य के लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध

    डॉ. बालबीर सिंह ने कहा-प्रतिदिन 58 हजार से अधिक मरीजों की स्वास्थ्य देखभाल पर खर्च होंगे 1030 करोड़ रुपये

    – 55% ओपीडी यात्राएं महिलाओं द्वारा की जाती हैं, जिसमें शिफ्टिंग टॉवर्ड्स जेंडर-इनक्लूसिव हेल्थकेयर शामिल हैंः स्वास्थ्य मंत्री

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा राज्य में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने के लिए शुरू की गई महत्वाकांक्षी ‘AAM AADMI CLINICS परियोजना ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है क्योंकि आउट पेशेंट विभाग (ओपीडी) के दौरे ने अब केवल दो वर्षों में उल्लेखनीय दो करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है।

    आज इस उपलब्धि को साझा करते हुए, पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने खुलासा किया कि 15 अगस्त, 2022 से अब तक राज्य में 2 करोड़ से अधिक लोगों ने 842 आम आदमी क्लीनिकों से मुफ्त इलाज प्राप्त किया है। विशेष रूप से, राज्य में 842 आम आदमी क्लीनिक हैं-शहरी क्षेत्रों में 312 और ग्रामीण क्षेत्रों में 530-मुफ्त उपचार प्रदान करने के अलावा 80 प्रकार की मुफ्त दवाएं और 38 प्रकार के मुफ्त नैदानिक परीक्षण प्रदान कर रहे हैं।

    आम आदमी क्लीनिकों में मरीजों की संख्या के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि ये क्लीनिक प्रतिदिन लगभग 58,900 रोगियों की सेवा करते हैं, जिसमें प्रत्येक क्लीनिक में औसतन 70 मरीज आते हैं। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा एक महत्वपूर्ण रोगी भार के प्रबंधन में क्लीनिकों की दक्षता और प्रभावशीलता को रेखांकित करता है।

    स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “2 करोड़ आगंतुकों में से, 90 लाख अद्वितीय यात्राएं हैं, जो क्लीनिकों की व्यापक पहुंच को दर्शाती हैं, जबकि 1.10 करोड़ यात्राएं फिर से होती हैं, जो रोगियों के विश्वास और संतुष्टि का संकेत देती हैं।

    उन्होंने आगे बताया कि 55% ओपीडी यात्राएं महिलाओं द्वारा की जाती हैं, जो लिंग-समावेशी स्वास्थ्य सेवा की दिशा में एक उल्लेखनीय बदलाव का संकेत देती हैं। ये क्लीनिक सक्रिय रूप से पारंपरिक बाधाओं को तोड़ रहे हैं और सभी व्यक्तियों के लिए समान पहुंच सुनिश्चित कर रहे हैं। इसके अलावा, 11.20 प्रतिशत यात्राएं बच्चों और किशोरों (0-12 आयु वर्ग) द्वारा की जाती हैं, जबकि 68.86 प्रतिशत वयस्कों द्वारा की जाती हैं (13-60 age group). इसके अलावा, 19.94 प्रतिशत यात्राएं वरिष्ठ नागरिकों द्वारा की जाती हैं (Above 60). यह विविध आयु प्रतिनिधित्व सभी आयु जनसांख्यिकी की स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आम आदमी क्लीनिक के समर्पण को रेखांकित करता है।

    स्वास्थ्य मंत्री ने आगे बताया कि प्रत्येक क्लिनिक आईटी बुनियादी ढांचे से लैस है, जो पंजीकरण, चिकित्सा परामर्श, परीक्षाओं और पर्चे का पूर्ण डिजिटलीकरण सुनिश्चित करता है।

    SOURCE: http://ipr.punjab.gov.in

  • CM Mann सरकार की पहल, ये बड़ी सुविधा दी NRI पंजाबियों को

    CM Mann सरकार की पहल, ये बड़ी सुविधा दी NRI पंजाबियों को

    CM Mann Government News:

    CM Mann की सरकार ने एनआरआई लोगों को बहुत सारी सुविधाएं दी हैं। NRI पंजाबियों को अब काउंटर साइन करवाने के लिए सरकारी कार्यालयों में जाने की जरूरत नहीं है। सरकार ने NRI लोगों की इस समस्या को दूर करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया है, जिससे अब घर बैठे काम करना संभव होगा।

    1 अगस्त 2024 से NRI पंजाबी ऑनलाइन ई-साइन पोर्टल पर अपने जन्म प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस को काउंटर साइन करवा सकते हैं। सेवा केंद्र अब ऐसी अर्जी नहीं लेंगे। ऑनलाइन आवेदन करने पर आवेदक को रसीद नंबर दिया जाएगा। प्रत्येक स्तर पर काम ऑनलाइन होगा। आवेदक को चंडीगढ़ या दिल्ली भी नहीं जाना होगा।

    काउंटर साइन के बाद आवेदक को दस्तावेज ईमेल और अन्य माध्यमों से भेजा जाएगा। आवेदक को पहले स्वयं सेवा केंद्र पर जाकर आवेदन करना था। तब उन्हें अपनी अर्जी लेने के लिए स्वयं चंडीगढ़ और पटियाला हाउस, दिल्ली जाना ड़ता था। इससे उनका समय और पैसा तो बर्बाद होता ही था साथ ही काफी परेशानी भी होती थी।

  • Punjab यूनिवर्सिटी कानून संशोधन बिल को मंजूरी नहीं मिली, राष्ट्रपति ने  बिल भेजा वापस !

    Punjab यूनिवर्सिटी कानून संशोधन बिल को मंजूरी नहीं मिली, राष्ट्रपति ने बिल भेजा वापस !

    Punjab यूनिवर्सिटी कानून संशोधन बिल को नहीं मिली मंजूरी:

    Punjab News: राष्ट्रपति ने Punjab यूनिवर्सिटी कानून (संशोधन) बिल, 2023 को बिना मंजूरी के राज्य सरकार को लौटा दिया है। बिल के तहत विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की शक्तियां राज्यपाल से मुख्यमंत्री को हस्तांतरित करने की आवश्यकता है। अब बिल वापस होने से राज्यपाल यूनिवर्सिटी के कुलपति बने रहेंगे. पंजाब विधानसभा ने पिछले साल 21 जून को सर्वसम्मति से बिल पारित किया था। बिल का उद्देश्य 12 राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की शक्तियों को राज्यपाल से मुख्यमंत्री को हस्तांतरित करना है। राष्ट्रपति ने पिछले सप्ताह यह विधेयक पंजाब राजभवन को लौटा दिया था।

    राजभवन के सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजे गए तीन बिल में से उपरोक्त बिल वापस आ गया है. पंजाब के राज्यपाल ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 200 के तहत Punjab विधानसभा द्वारा पारित 3 बिलों को भारत के राष्ट्रपति के पास आरक्षित कर दिया। इसके बाद राज्यपाल ने 3 बिल ‘पंजाब यूनिवर्सिटी एक्ट (संशोधन) बिल 2023’, ‘पंजाब पुलिस (संशोधन) बिल’ और ‘सिख गुरुद्वारा (संशोधन) बिल’ राष्ट्रपति को भेजा।

    Punjab यूनिवर्सिटी कानून (संशोधन) विधेयक 2023 अब उच्च शिक्षा मंत्रालय के पास वापस आ गया है और इसकी मंजूरी से राज्यपाल की शक्तियां कम हो जाएंगी। राज्यपाल अब राष्ट्रपति की मंजूरी के बिना राज्य विश्वविद्यालय के चांसलर के रूप में काम करना जारी रखेंगे। गौरतलब है कि ये बिल काफी समय से लंबित हैं, क्योंकि राज्यपाल ने जून 2023 के सत्र को गैरकानूनी घोषित कर दिया है. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने जून 2023 सत्र को संवैधानिक घोषित कर दिया और राज्यपाल से सत्र के दौरान पारित विधेयकों पर निर्णय लेने को कहा। बाद में राज्यपाल ने पंजाब संबद्ध कॉलेज (सेवा सुरक्षा) संशोधन बिल को मंजूरी दे दी।

    गौरतलब है कि 2023 में Punjab कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना और बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, फरीदकोट के प्रिंसिपलों की नियुक्ति को लेकर पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच टकराव हुआ था। बाद में यह बिल पंजाब विधानसभा से पारित हो गया। सदन में पारित बिल के लिए सरकार ने पंजाबी यूनिवर्सिटी एक्ट 1961, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर एक्ट 1969, गुरु नानक देव पंजाब स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी एक्ट 2019, गुरु तेग बहादुर स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ पंजाब एक्ट 2020, आईकेगुजराल पंजाब टेक्निकल पेश किया है।

  • Punjab CM Bhagwat Mann ने ‘मंगलसूत्र’ टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री की आलोचना की, कहा कि ये चुनाव लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं

    Punjab CM Bhagwat Mann ने ‘मंगलसूत्र’ टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री की आलोचना की, कहा कि ये चुनाव लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं

    आलोचना की और कहा कि ये लोकसभा चुनाव लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं। Punjab CM Bhagwat Mann ने अमृतसर, गुरदासपुर और खडूर साहिब में कार्यक्रमों में भाग लिया।

    आम आदमी पार्टी ने अमृतसर से मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, गुरदासपुर से अमनशेर सिंह शेरी कलसी और खडोर साहिब से मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर को मैदान में उतारा है।

    मान ने गुरदासपुर में कहा कि प्रधानमंत्री की इस तरह की टिप्पणी ‘शर्मनाक’ है और यह भाजपा के ‘विभाजनकारी राजनीति’ के एजेंडे का हिस्सा है।

    एक सभा को संबोधित करते हुए मान ने लोगों से पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर आप उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने की अपील की। ये चुनाव बीआर अंबेडकर द्वारा लिखे गए संविधान को बचाने और लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं। अगर हम यह मौका चूक जाते हैं और धार्मिक और घृणित प्रचार के आधार पर मतदान करते हैं, तो आप ध्यान दें कि अब और चुनाव नहीं होंगे। तानाशाही होगी। उन्होंने दावा किया कि मतदान नहीं होगा।
    अमृतसर में मान ने उम्मीदवार धालीवाल के समर्थन में एक रोड शो किया और कहा कि जब माझा के लोग किसी चीज पर अपना मन बनाते हैं, तो उन्हें आसानी से बहाया नहीं जा सकता है।

    “अमृतसर गुरुओं का शहर है। इसलिए जब 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे तो आम आदमी पार्टी की जीत का पहला ट्रेंड यहां से आना चाहिए।

    प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए मान ने कहा, “हम नफरत की राजनीति नहीं करते हैं। हम स्कूलों, अस्पतालों, शिक्षा, बिजली, बुनियादी ढांचे और व्यापारियों के बारे में बात करते हैं।

    उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री को 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद मंगलसूत्र के नाम पर वोट मांगना पड़ता है तो यह शर्मनाक है।

    मान ने धालीवाल के काम की प्रशंसा की और कहा कि वह एक बहुत ही अनुभवी नेता हैं जो काम करना जानते हैं।

    उन्होंने कहा, “उन्हें अपना सांसद चुनें। उनका अनुभव अमृतसर के विकास के लिए उपयोगी होगा।

    मान ने कहा कि जब वे पंचायती राज मंत्री थे तो धालीवाल ने बहुत काम किया और 10,000 एकड़ से अधिक अतिक्रमण की गई पंचायती भूमि प्राप्त की।

    मान ने दावा किया कि प्रधानमंत्री और भाजपा ने चुनावों के पहले चरण के बाद रैलियों के दौरान अपने भाषण बदल दिए हैं, जब इंडिया ब्लॉक ने saffron party से बेहतर प्रदर्शन किया है।

    उन्होंने कहा, “अब उन्होंने 400 पार (400 से अधिक सीटें) कहना बंद कर दिया है और वे स्थिर सरकार की मांग कर रहे हैं।

    रोड शो के दौरान, धालीवाल ने मुख्यमंत्री को जीत का आश्वासन दिया और कहा कि अमृतसर के लोग उन्हें निराश नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “यहां के लोग आम आदमी पार्टी को भारी अंतर से जीत दिलाएंगे और आप को पंजाब में 13-0 से जीत दिलाने में मदद करेंगे।


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