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  • CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi: प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां योजना भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की।

    बैठक में मंत्रीगण, शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों, सलाहकारों तथा विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी 10 सेक्टर्स में जारी कार्यों की समीक्षा भी की। इस अवसर पर कंसल्टिंग एजेंसी डेलॉयट इण्डिया ने  प्रदेश के आर्थिक परिवेश की वर्तमान स्थिति और सम्भावित भावी परिणामों, उद्योग जगत की अपेक्षाओं आदि के सम्बन्ध में सेक्टरवार विस्तार से जानकारी दी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षों के नियोजित प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था आज सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है। वर्ष 2021-22 में प्रदेश की कुल जी0डी0पी0 16.45 लाख करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। इस वर्ष हमारा जी0एस0डी0पी0 लक्ष्य 32 लाख करोड़ रुपये है। सभी के सहयोग से यह लक्ष्य भी पूरा होगा। इन 07 वर्षों में प्रदेश की जी0डी0पी0 और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हुई है। प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है।

    प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन (जी0वी0ए0) के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई है। कृषि और सहायक सेक्टर के लिए अनुमानित जी0वी0ए0 5.85 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 5.98 लाख करोड़ रुपये, विनिर्माण के 2.48 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 2.79 लाख करोड़ रुपये, ट्रांसपोर्ट, स्टोरेज और कम्युनिकेशन के अनुमानित जी0वी0ए0 के सापेक्ष 129 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। स्पष्ट है कि व्यापार, होटल, परिवहन और प्रसारण से सम्बन्धित संचार सेवाओं की वृद्धि दर में तेजी आई है। यही स्थिति अन्य सेक्टरों में भी है। ओवरऑल वर्ष 2023-24 में राज्य के लिए अनुमानित जी0एस0वी0ए0 23 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष सकल मूल्य वर्धन 23.24 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह स्थिति अर्थव्यवस्था की बेहतर स्थिति को प्रदर्शित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी (ओ0टी0डी0ई0) के लक्ष्य की प्राप्ति में सभी विभागों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह लक्ष्य बड़ा है। पिछले वर्ष का रिपोर्ट कार्ड भी विभागों की सक्रियता को प्रदर्शित करता है। हमारी नीति और नियोजन सही है। बड़े लक्ष्य के लिए अपनी गति तेज करने की आवश्यकता है। इसकी नियमित मॉनीटरिंग होनी चाहिए। इसके लिए हर विभाग में एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। नोडल अधिकारी साप्ताहिक, प्रमुख सचिव स्तर पर पाक्षिक और विभागीय मंत्री के स्तर पर मासिक समीक्षा बैठक की जाए।

    आंकड़ों का संग्रहण शुद्धता के साथ होना आवश्यक है। इसके लिए सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एम0ओ0एस0पी0आई0) से संवाद व समन्वय बनाएं तथा उनके अनुभवों का लाभ लें। सही आकलन के लिए विभागवार सांख्यकीय अधिकारियों के लिए कार्यशाला/प्रशिक्षण का आयोजन करें। डेटा जितना शुद्ध होगा, लक्ष्य के लिए हम उतना ही बेहतर प्रयास कर सकेंगे। वर्ष 2023-24 में प्रदेश का कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सी0ए0जी0आर0) लगभग 16 प्रतिशत दर्ज किया गया है। यह स्थिति उत्साहजनक है। वर्तमान वर्ष के लिए 25 प्रतिशत का लक्ष्य है। सभी विभागों को अपने प्रयास तेज करने होंगे। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है। सभी को मिलकर सही नीति और नियोजित क्रियान्वयन के लिए प्रयास करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक सेक्टर में अवसर हैं, हमें नवाचारों को बढ़ावा देना होगा। कृषि सेक्टर में सीड इकोसिस्टम को बेहतर करना होगा, इसके लिए सीड पार्क जैसे प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता है। किसानों को दलहन, तिलहन, मिलेट अन्न की बुआई के लिए प्रोत्साहित करते हुए, फसल विविधीकरण एवं बेहतर सप्लाई चेन मैनेजमेंट और बेहतर करने की आवश्यकता है। अनाज, फल और सब्जियों के उत्पादन की वृद्धि दर को दोगुनी तेजी देने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। हार्टिकल्चर में ‘पर ब्लॉक-वन क्रॉप’ जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। किसानों को प्रशिक्षित करें, संसाधन उपलब्ध कराएं, नवाचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

    रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रान्सफार्म के मंत्र का अर्थव्यवस्था के द्वितीयक खण्ड में सबसे अच्छा परिणाम देखने को मिला है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की तेज वृद्धि दर उत्साहित करने वाली है। भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत लैंडबैंक के विस्तार, नीतिगत सुधार और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अपने प्रयासों को तेज करना होगा। अनेक निवेशक उत्तर प्रदेश में आने के लिए तैयार हैं। टेक्सटाइल पार्क, सोलर पार्क, प्लेज पार्क के अनेक प्रस्ताव मिल रहे हैं। हमें इस अनुकूल अवसर का लाभ उठाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक परियोजनाओं के लिए भूमि की आवश्यकता होगी। इसके लिए सभी को अतिरिक्त प्रयास करना होगा। ग्राम समाज की भूमि औद्योगिक विकास और एम0एस0एम0ई0 के उपयोग में लाने की व्यवस्था की गई है। लैण्ड पूलिंग पॉलिसी को और बेहतर किया जाना चाहिए। ऐसी भूमियां जो आवंटित हैं, लेकिन उपयोग नहीं की जा रही हैं, उनका चिन्हांकन करें। उनके बारे में यथोचित निर्णय लें। ‘सिक यूनिट’ की पहचान कर उनके सदुपयोग के बारे में निर्णय लें। इण्डस्ट्रियल क्लस्टर की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जाए। इन्वेस्टमेंट और भूमि अधिग्रहण से जुड़े प्रकरण लम्बित नहीं रहने चाहिए। इसके लिए जिलाधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। एम0ओ0यू0 को धरातल पर उतारें।

    विभिन्न एप्रूवल की प्रक्रियाओं को समयबद्ध करना होगा, तय समय-सीमा के बीतने के बाद एप्रूवल को डीम्ड मान लिया जाना चाहिए। पब्लिक ग्रीवांस सिस्टम को और लाभकारी बनाये जाने की आवश्यकता है। ओ0टी0डी0ई0 के लिए हमें निजी और सार्वजनिक निवेश को और बढ़ाना होगा। निवेशकों से सम्पर्क-संवाद का क्रम जारी रखना चाहिए। नए सेक्टर-नए निवेशकों से भी संवाद करें। उन्हें प्रदेश की यू0एस0पी0 से अवगत करायें। इन्वेस्टर आउटरीच को और बेहतर करने की आवश्यकता है। सिंगल विंडो प्रणाली को और सरल तथा अधिक पारदर्शी बनाया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा सेक्टर को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है। गैर पारम्परिक ऊर्जा विकल्पों को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने नीति जारी की है। हमें सोलर और बायो मास सेक्टर में निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हमें सोलर एनर्जी कैपेसिटी को बढ़ाने पर काम करने की जरूरत है। प्रदेश में पी0एम0 सूर्य घर योजना का कवरेज बढ़ाने का प्रयास करें।

    होटल/रेस्टोरेंट, ट्रान्सपोर्ट, संचार, रियल एस्टेट, प्रोफेशनल सर्विस, व अन्य सेवाओं वाले तृतीयक खण्ड में प्रदेश तेजी से तरक्की कर रहा है। अयोध्या, मथुरा-वृन्दावन, काशी, प्रयागराज, नैमिषारण्य इसके महत्वपूर्ण केन्द्र हैं। विगत 07 वर्षों में यहां व्यापक परिवर्तन हुआ है। टूरिस्ट फुटफॉल अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है। वर्तमान वर्ष में अब तक 62 करोड़ से अधिक पर्यटकों का आगमन हो चुका है। यह टूरिस्ट फुटफॉल लोकल इकोनॉमी को बढ़ावा देने वाला है। अगले वर्ष प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन है। यह पूरे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बड़ा असर डालने वाला होगा। नैमिषारण्य, विन्ध्यधाम जैसे केंद्रों को चिन्हित कर उनकी बेहतर ब्राण्डिंग करनी चाहिए। बौद्ध सर्किट का सम्बन्धित देशों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। पर्यटन स्थलों पर जनसुविधाएं और बेहतर की जाएं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आई0टी0 सेक्टर को उद्योग का दर्जा दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर आज आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 का ग्लोबल हब बन कर उभरा है। प्रदेश में आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 टेस्टिंग सेण्टर की स्थापना का प्रयास करें। लखनऊ में ए0आई0 सिटी की भूमि चिन्हित की जा चुकी है, इससे सम्बन्धित पॉलिसी यथाशीघ्र लाई जाए। परियोजना पर काम तेज किया जाना चाहिए। हमें ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेनिंग के लिए भी प्रस्ताव मिले हैं, इसकी बेहतर सम्भावनाओं का लाभ लेने के लिए यथाशीघ्र अपनी ड्रोन पॉलिसी लागू करनी चाहिए। स्टार्टअप पंजीकरण के लिए कानपुर के साथ-साथ नोएडा में भी सुविधा कार्यालय प्रारम्भ कराया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवहन सेक्टर की बेहतरी के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए। असेवित क्षेत्रों के लिए बसों का संचालन करें। निजी क्षेत्र का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। जल मार्ग परिवहन सम्बन्धित प्राधिकरण का गठन किया गया है, इस दिशा में भी आने वाले दिनों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। हॉस्पिटल, हाउसिंग और होटल के लिए निजी क्षेत्र की ओर से बड़े प्रस्ताव मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में इस सेक्टर में और अधिक तेजी देखने को मिलेगी। नियमों को सरल करें, व्यावहारिकता का ध्यान रखें। निवेशकों की अपेक्षाओं को समझें। यह पूरा सेक्टर अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के साथ-साथ ईज ऑफ लिविंग की दृष्टि से भी उपयोगी सिद्ध होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओ0टी0डी0ई0 के लिए हर विभाग का लक्ष्य पहले से ही निर्धारित है। इसकी प्रगति की सतत समीक्षा आवश्यक है। हर विभाग की कैपेसिटी बिल्डिंग की जरूरत है। रिफॉर्म की कार्ययोजना तैयार कर लागू करें। हर काम की समय-सीमा तय करें। यही वह प्रदेश है जहां वर्ष 2016-17 में एक्साइज से मात्र 12 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता था आज 52 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। यानी कमी सामर्थ्य की नहीं, इच्छाशक्ति की थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए नगर निकायों व ग्राम पंचायतों का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। इनके आय संवर्धन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। गांव हो या कस्बे, हर जगह आम आदमी को अच्छी सड़क, शुद्ध पेयजल, बेहतर जनसुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। आकांक्षात्मक जनपद और आकांक्षात्मक विकासखण्ड की प्रगति की लगातार समीक्षा की जाए, जहां कमी हो, उसे दूर किया जाए।
    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय, गोरखपुर में नवनिर्मित सभागार, 05 कक्ष तथा प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया

    CM Yogi ने मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय, गोरखपुर में नवनिर्मित सभागार, 05 कक्ष तथा प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया

    CM Yogi: राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित कर भारत को विकसित भारत के रूप में स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी

    CM Yogi ने जनपद गोरखपुर में गोरखनाथ रोड स्थित मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय में नवनिर्मित सभागार, 05 कक्ष तथा प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने इस अवसर पर कहा कि गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय के पुनरूद्धार हेतु अपने सी0एस0आर0 फण्ड के माध्यम से 01 करोड़ 05 लाख रुपये की लागत से नये कक्ष, प्रशासनिक भवन तथा सभागार का निर्माण किया है। इन भवनों में नये फर्नीचर, स्मार्ट क्लास आदि शैक्षिक आधारभूत संरचना का निर्माण किया गया है। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ा वर्ग अत्याधुनिक शिक्षा से वंचित न रह जाये इसके लिए यह कार्य किया जा रहा है। यह सभी बच्चों का अधिकार है कि उन्हें समय के अनुरूप शिक्षा हेतु स्मार्ट क्लास तथा डिजिटल लाइब्रेरी आदि की सुविधा प्राप्त हो। उन्हें आधुनिक ज्ञान के बारे में जानकारी हो सके। गोरखपुर विकास प्राधिकरण की यह पहल इस गुरुकुल को पुनः अपने पुरातन वैभव को प्राप्त करने में मदद कर रहा है।

    गोरखपुर में गुरुकुल विद्यालय की स्थापना वर्ष 1935 में हुई थी। स्वंतत्रता संग्राम आंदोलन के दौरान विद्यालय द्वारा आध्यात्मिक व राजनैतिक जन चेतना का प्रसार करने के कारण ब्रिटिश सरकार ने इसे 05 वर्षों के लिए बंद कर दिया था। इसके उपरान्त पुनः यह गुरूकुल अपने नये रूप में प्रारम्भ हुआ। यहां यह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के रूप में यह संस्था संचालित हो रही है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब कोई संस्था या व्यक्ति समय के अनुरूप नहीं चलता, तो वह पिछड़ जाता है। इस गुरुकुल के साथ भी यही हुआ था। आज की आवश्यकता के अनुरूप संसाधनों के अभाव के कारण यह विद्यालय पिछड़ रहा था। यहां छात्रों की संख्या भी कम हुई। संसाधनों की पूर्ति के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकण और प्रशासन को इस प्राचीन गुरुकुल के पुनरुद्धार के लिए निर्देशित किया गया था। उसी के फलस्वरूप गोरखपुर विकास प्राधिकरण द्वारा इन भवनों का सी0एस0आर0 निधि के माध्यम से निर्माण हुआ है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति इस समाज का हिस्सा है। वह अपने आप को समाज से अलग नहीं कर सकता। समाज में जब भी कोई विषमता आती है, तो उसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ता है। यह विषमता सामाजिक हो या आर्थिक इसको दूर करने के लिए सभी को आगे आना होगा। विषमता व्यक्ति को विभिन्न संकीर्णताओं से ग्रस्त करती है। इन विषमताओं को न्यूनतम करने के लिए हम सभी को अपना योगदान देना होगा तथा इस दिशा में तत्परता से कार्य करना होगा।

    प्रदेश सरकार आज हर एक बच्चे को प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है। शासन प्रत्येक नागरिक के उत्तम स्वास्थ्य हेतु बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए भी प्रतिबद्ध है और इस दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2020 में इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना में बेहतरीन प्रबंधन के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश के समक्ष प्रस्तुत की। यह शिक्षा नीति देश की भावी पीढ़ी को समय के अनुरूप तैयार करने के लिए लायी गयी है। यह शिक्षा नीति मात्र औपचारिकता नहीं, बल्कि प्रत्येक छात्र के सर्वांगीण विकास के साथ जुड़ी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित कर भारत को विकसित भारत के रूप में स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। बेसिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा से लेकर मेडिकल एवं वोकेशनल शिक्षा में आज की आवश्यकता के अनुरूप पाठ्यक्रम प्रदान किये जा सकें, इसलिए यह शिक्षा नीति लायी गयी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार विभिन्न प्रयास कर रही हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा कार्य प्रारम्भ किये गये हैं। प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला चिकित्सालयों के सुदृढ़ीकरण की कार्यवाही लगातार चल रही है। ‘एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज’ के कार्य को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के 10 करोड़ लोगों को 05 लाख रुपये तक की निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। आज से कुछ वर्ष पूर्व लोग इलाज के आभाव में दम तोड़ देते थे। किन्तु आज स्वास्थ्य एवं शिक्षा प्राप्त करने में किसी को अभाव का सामना नहीं करना पड़ता।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये जाने वाले यह प्रयास विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में योगदान दे रहे हैं। प्रदेश सरकार शिक्षा क्षेत्र में बदलाव हेतु सी0एस0आर0 निधि के माध्यम से सभी पुराने राजकीय माध्यमिक विद्यालयों तथा संस्कृत विद्यालयों के पुराने भवनों के पुनरूद्धार हेतु धन उपलब्ध करा रही है, ताकि जर्जर भवनों के नीचे विद्यार्थियों को पढ़ाई न करनी पड़े। विद्यार्थी सुरक्षित व सुरम्य वातावरण में अध्ययन कर एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें, इसके लिए विद्यालयों के पुराने भवनों के पुनरुद्धार का कार्य लगातार किया जा रहा है। इसी क्रम में आज सी0एस0आर0 निधि के माध्यम से इस विद्यालय में इन भवनों का निर्माण किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दि गोरखपुर गुरुकुल सोसाइटी एवं विद्यालय प्रबंधन को आज प्राप्त भवनों के माध्यम से इस प्रांगण में शिक्षा का एक बेहतरीन वातावरण बनाने का प्रयास करना चाहिए। आज भी इस विद्यालय में यज्ञ एवं हवन के कार्यक्रम सम्पन्न होते हैं। गुरुकुल की पुरानी परम्परा में हवन आदि के कार्यक्रम होते थे। वहां आध्यात्मिक वातावरण और पठन-पाठन का एक बेहतरीन माहौल रहता था। यह संस्थाएं देश की शिक्षा की सर्वश्रेष्ठ संस्थाएं मानी जाती थीं। जैसे ही हम अपने मूल्यों से हटते हैं, तो समाज में बहुत जगहों पर अराजकता देखने को मिलती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस अराजकता से मुक्ति के लिए एक मात्र माध्यम अध्ययन और विरासत है। अपनी विरासत को बनाये रखने की दिशा में यह एक अनूठा प्रयास है। उन्होंने कहा कि इस गुरुकुल को अगले 10 वर्षाें के बाद अपना शताब्दी महोत्सव मनाना है। दि गोरखपुर गुरुकुल सोसायटी यह प्रयास करे, कि वह शताब्दी महोत्सव के समय इस संस्था को गोरखपुर सिटी में एक बेहतरीन संस्था के रूप में पुनः स्थापित कर सके। कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। जो भी यहां आये उसको शिक्षा देना हमारा कार्य हो। संस्था विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के साथ ही स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम के साथ भी जोडे़। क्योंकि नौकरी के साथ-साथ हमें उद्यमिता को प्रोत्साहित करना पड़ेगा, तभी भारत एक विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में सफल हो पायेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने विद्यालय प्रांगण में वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, गुरुकुल सोसायटी के पदाधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

  • CM Yogi Adityanath ने जनपद बाराबंकी में पं0 दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण किया

    CM Yogi Adityanath ने जनपद बाराबंकी में पं0 दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण किया

    CM Yogi Adityanath: अन्त्योदय के प्रणेता पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी के सपनों को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय अन्त्योदय के प्रणेता थे। उनका कहना था कि आर्थिक उन्नति और प्रगति का मापन समाज के ऊंचे पायदान पर खड़े व्यक्ति से नहीं, बल्कि अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति से किया जाना चाहिए। पं0 दीन दयाल उपाध्याय ने हर हाथ को काम, हर खेत को पानी का उद्घोष किया था। आज गरीब, गांव, किसान, महिलाएं एवं शासन की योजनाओं का लाभ समाज के हर एक तबके तक पहुंचाना सभी राजनीतिक दलों के एजेण्डे का हिस्सा बना है। स्वतंत्र भारत में इनके सबसे बड़े प्रवक्ता पं0 दीन दयाल उपाध्याय थे।

    मुख्यमंत्री जी आज जनपद बाराबंकी के विजय उद्यान में पं0 दीन दयाल उपाध्याय की जयन्ती की पूर्व संध्या पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने के उपरान्त राजकीय इण्टर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व, उन्होंने पं0 दीन दयाल उपाध्याय के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन कर उसका अवलोकन भी किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वतंत्र भारत में भारतीय राजनीति के एक नये सितारे के रूप में पं0 दीन दयाल उपाध्याय ने पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा उसके बाद जनसंघ के माध्यम से भारतीय राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने तत्कालीन सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था के बारे में जो विचार व्यक्त किये थे, उनकी प्रासंगिकता आज भी भारत और वैश्विक समुदाय को देखने को मिल रही है। आज जनपद बाराबंकी के विजय उद्यान में पण्डित जी की जयन्ती के एक दिन पूर्व उनकी भव्य प्रतिमा के लोकार्पण का कार्य सम्पन्न हुआ है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पण्डित जी ने सात दशक पहले जो सपने देखे थे, उन्हें साकार करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। देश में कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक 80 करोड़ गरीबों को निःशुल्क राशन की सुविधा का लाभ प्राप्त हो रहा है। देश में 12 करोड़ घरों में शौचालयों का निर्माण हुआ है। 10 करोड़ लोगों को उज्ज्वला योजना के तहत निःशुल्क गैस कनेक्शन दिये गये हैं। 04 करोड़ गरीबों को उनके पक्के आवास उपलब्ध कराए जा चुके हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत देश में करोड़ों लोगों को प्रतिवर्ष 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जा रहा है। यह कार्य पण्डित जी के सपनों को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में शासन की योजनाओं का लाभ समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने के अभियान का हिस्सा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में यह यात्रा बिना रुके, बिना झुके तथा बिना डिगे निरन्तर आगे बढ़ रही है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद बाराबंकी स्टेट कैपिटल रीजन का एक महत्वपूर्ण जनपद है। अब विकास केवल प्रदेश की राजधानी तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि बाराबंकी भी इस विकास में बराबर का भागीदार बनने जा रहा है। यहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती प्रदान करने तथा पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतर सुविधा प्रदान करने आदि कार्यों का लाभ यहां के निवासियों को प्राप्त होने जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद बाराबंकी इस मामले में सौभाग्यशाली है कि इसके एक ओर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तो दूसरी ओर श्री अयोध्या धाम स्थित है। विकास चाहे अयोध्या जी का हो या लखनऊ का, इनके लाभ से बाराबंकी को कोई वंचित नहीं कर सकता है। बाराबंकी की पहचान श्री लोधेश्वरनाथ मन्दिर ‘महादेवा’ से है। प्रदेश का धर्मार्थ कार्य एवं पर्यटन तथा संस्कृति विभाग इसे नयी पहचान दिलाने के लिए कार्य करने जा रहा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम तथा अयोध्या धाम की तर्ज पर महादेवा में भी बेहतरीन कॉरिडोर बनाने की दिशा में हम अग्रसर हुए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक ओर जनपद बाराबंकी में महादेवा धाम को उसकी पुरातन पहचान दिलाने के कार्य किए जा रहे हैं, दूसरी ओर हॉकी इण्डिया को दुनिया में पहचान दिलाने वाले इसी माटी के लाल श्री के0डी0 सिंह बाबू जी की स्मृतियों कोबनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार ने उनकी हवेली पर श्री के0डी0 सिंह बाबू तथा हॉकी इण्डिया का भव्य स्मारक बनाने की तैयारी शुरू की है। इसके माध्यम से हॉकी से जुड़े हुए खेलों के प्रदर्शन और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। प्रदेश सरकार राम सनेही घाट के पास एक इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने जा रही है। इसके माध्यम से बाराबंकी में ही हजारों नौजवानों के लिए नौकरी की सुविधा उत्पन्न की जाएगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद बाराबंकी औद्योगिक, शैक्षणिक एवं प्रगतिशील किसानों की दृष्टि से अच्छा कार्य कर रहा है। पद्म पुरस्कार से सम्मानित श्री रामशरण वर्मा इसी जनपद से हैं। श्री वर्मा इस बात के उदाहरण हैं कि पढ़ाई से ज्यादा व्यक्ति के व्यावहारिक जीवन का महत्व होता है। एक प्रगतिशील किसान के रूप में उन्होंने देश में अपनी पहचान बनाई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाराबंकी जनपद की सम्भावनाओं के दृष्टिगत सरकार ने यहां की सड़कों के बेहतरीन रख-रखाव और उनके सुदृढ़ीकरण के कार्य प्रारम्भ किए हैं। अब यहां अच्छे इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा स्टेट कैपिटल रीजन के लाभ मिलेंगे। के0डी0 सिंह बाबू जी के नाम पर जनपद बाराबंकी नयी खेल राजधानी के रूप में विकसित होगा। साथ ही, बाबा लोधेश्वर महादेव का एक बेहतरीन कॉरिडोर भी जनपद को प्राप्त होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी को दिया जाएगा। हर वंचित परिवार को आवास, शौचालय, पेंशन एवं राशन कार्ड की सुविधा का लाभ मिलेगा। हर पात्र बेटी मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से लाभान्वित होगी। हर नौजवान को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने तथा उसके सपनों की उड़ान को पंख लगाने के लिए प्रदेश सरकार उन्हें स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना से जोड़ने का कार्य करेगी। आने वाले समय में प्रदेश के 10 लाख युवाओं को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान से जोड़ने जा रहे हैं। इसके अन्तर्गत अपना उद्यम लगाने वाले युवाओं के 05 लाख रुपये तक के ऋण पर ब्याज की राशि का भुगतान सरकार करेगी। केवल उसे अपने मूलधन का ही भुगतान बैंक को करना होगा। यह 10 लाख युवा प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार का सृजन करने में सफल होंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन सरकार की डबल स्पीड विकास और सुरक्षा के नये मॉडल के रूप में उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ा रही है। विकास और विरासत की यह यात्रा आज यहां अन्त्योदय के प्रणेता, महान चिन्तक एवं विचारक पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम के माध्यम से हम देख रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि हम पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी के सपनों का भारत और उनके सपनों का उत्तर प्रदेश बनाने तथा उनके द्वारा बताए गए रास्ते का अनुसरण करते हुए बिना भेदभाव के समाज के हर तबके तक शासन की योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने में सफल होंगे।

    इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह, कारागार राज्य मंत्री श्री सुरेश राही, खाद्य रसद एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री श्री सतीश चन्द्र शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

    source: http://information.up.gov.in


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