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  • CM Yogi Adityanath ने ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ के तृतीय संस्करण का उद्घाटन किया

    CM Yogi Adityanath ने ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ के तृतीय संस्करण का उद्घाटन किया

    CM Yogi Adityanath: देश को आगे बढ़ाने के लिए हम सबको अच्छी कृतियों के प्रति आग्रही बनना पड़ेगा

    • प्रधानमंत्री जी ने कहा कि ‘व्हेन सिटीजंस रीड द कंट्री लीड्स’ अर्थात् जब लोग पढ़ते, तो देश आगे बढ़ता
    • पाठ्यक्रम की पुस्तकों के साथ-साथ बच्चों को ऐसी पुस्तकें दें, जो उनके मन में नए भाव को जागृत कर सकें
    • डिजिटल युग में सभी लोग स्मार्टफोन जैसी युक्तियों के पराधीन, पहले तकनीक का उपयोग मनुष्य करता था, अब तकनीक मनुष्य का उपयोग कर रही
    • भारत की परम्परा प्राचीन काल से ही ज्ञान के प्रति आग्रही रही
    • वैदिक संस्कृत को व्यावहारिक संस्कृत का स्वरूप प्रदान करने वाले महर्षि वाल्मीकि ने उ0प्र0 की धरती पर जन्म लिया
    • गोस्वामी तुलसीदास ने श्रीरामचरितमानस की रचना अवधी भाषा में की
    • कालजयी रचनाओं को आगे बढ़ाने के लिए लेखकों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ आम जनमानस को भी जागरूक करना होगा
    • हम सभी उस महान परम्परा के उत्तराधिकारी, जहां युद्ध भूमि में श्रीमद्भगवद्गीता के रूप में सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ की रचना की जाती
    • नैमिषारण्य में भारत की वैदिक ज्ञान की परम्परा को हजारों ऋषि मुनियों ने लिपिबद्ध किया था
    • जो भी व्यक्ति पुस्तक महोत्सव में आए अपनी रूचि के अनुसार किसी न किसी पुस्तक का क्रय अवश्य करे
    • जिला प्रशासन प्रयास करे कि इस पुस्तक महोत्सव में अगले 09 दिनों तक लखनऊ की प्रत्येक संस्था की उपस्थिति हो
    • यदि युवा डिजिटल दुनिया के साथ-साथ कुछ समय रोचक पुस्तकों को पढ़ने तथा रचनात्मक कार्यों में व्यतीत करेंगे, तो उन्हें इसका लाभ प्राप्त होगा
    • गोमती केवल नदी नहीं, बल्कि एक संस्कृति भी, देश में नदियां संस्कृति के रूप में मान्य रहीं

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि पाठ्यक्रम की पुस्तकों के साथ-साथ बच्चों को ऐसी पुस्तकें दें, जो उनके मन में नए भाव को जागृत कर सकें। छात्र-छात्राओं को पुस्तकों का अध्ययन तथा मनन कर अच्छी बातों को अपने जीवन में उतारने का कार्य करना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा था कि ‘व्हेन सिटीजंस रीड द कंट्री लीड्स’ अर्थात् जब लोग पढ़ते हैं, तो देश आगे बढ़ता है। देश को आगे बढ़ाने के लिए हम सबको अच्छी कृतियों के प्रति आग्रही बनना पड़ेगा।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज गोमती रिवर फ्रंट पर ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ के तृतीय संस्करण का उद्घाटन करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके पूर्व उन्होंने पुस्तकों के स्टॉलों का अवलोकन किया तथा बच्चों से संवाद कर उन्हें पुस्तकें व चॉकलेट भेंट कीं। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में सभी लोग स्मार्टफोन जैसी युक्तियों के पराधीन हो चुके हैं। पहले तकनीक का उपयोग मनुष्य करता था, अब तकनीक मनुष्य का उपयोग कर रही है।

    युवाओं की 24 घंटे की दिनचर्या में औसतन 06 घण्टे स्मार्टफोन अथवा किसी अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर व्यतीत होते हैं। युवा अपने जीवन का लगभग एक चौथाई हिस्सा यदि किसी अन्य सार्थक कार्य में लगायें, तो यह उसके स्वास्थ्य व देश तथा समाज के लिए उपयोगी हो सकता है। यही कारण है कि अच्छे लेखन तथा लेखकों के प्रति आम जनमानस का रुझान कम होता जा रहा है। टेक्नोलॉजी का उपयोग करना अच्छी बात है लेकिन हम टेक्नोलॉजी के दास बन जाएंगे, तो यह देश व समाज के लिए उचित नहीं होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश इस दृष्टि से बहुत सौभाग्यशाली है कि आम जनमानस की सुविधा हेतु वैदिक संस्कृत को व्यावहारिक संस्कृत का स्वरूप प्रदान करने वाले महर्षि वाल्मीकि ने उत्तर प्रदेश की धरती पर जन्म लिया। उन्होंने रामायण के रूप में दुनिया का पहला महाकाव्य रचा था। समय के अनुरूप संस्कृत के अतिरिक्त अन्य भाषाओं में भी साहित्य का सृजन किया गया। गोस्वामी तुलसीदास जी ने जब रामायण की रचना संस्कृत में करना प्रारम्भ किया, तो वह जितना लिखते थे, उतना गायब हो जाता था। कहा जाता है कि हनुमान जी ने उन्हें दर्शन देते हुए कहा कि रामायण की रचना स्थानीय भाषा में करें। तब उन्होंने श्रीरामचरितमानस की रचना अवधी भाषा में की। आज प्रत्येक घर में श्रीरामचरितमानस का पाठ अवधी भाषा में किया जाता है। हमें कालजयी रचनाओं को आगे बढ़ाने के लिए लेखकों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ आम जनमानस को भी जागरूक करना चाहिए। कालजयी रचनाएं लिखने वाले लेखकों के प्रति सम्मान का भाव होना चाहिए। उनकी कृतियों को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य किया जाना चाहिए। भारत की परम्परा इस कार्य के साथ सदैव जुड़ी रही है। पाठकों को इस कार्य के साथ जोड़ने के लिए तैयार होना होगा। चिंतन की परम्परा को विकसित करना होगा। लेखकों को बच्चों, युवाओं तथा वृद्धजन आदि से सम्बन्धित अलग-अलग विषयों पर कालजयी रचनाएं लिखनी पड़ेंगी। पाठकों की रुचि का पूरा ध्यान रखना होगा। एक समय था जब लोग मोटे-मोटे ग्रंथ खरीदते थे। आज के समय में लोगों को कम पेज की रचनात्मक कृतियों को रोचक तरीके से उपलब्ध कराने पर ध्यान देना होगा। उन्होंने लेखकों, समाज के सुधीजनों तथा नेतृत्व वर्ग से लेखन कार्य का आह्वान करते हुए कहा कि इससे आने वाली पीढ़ियों तथा समाज को मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी उस महान परम्परा के वारिस हैं, जहां युद्ध भूमि में श्रीमद्भगवद्गीता के रूप में सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ की रचना की जाती है। 5,000 वर्षों से श्रीमद्भगवद्गीता हम सभी के लिए प्रेरणा का केन्द्र बनी हुई है। कुरुक्षेत्र धर्म क्षेत्र हो गया। आज भी प्रत्येक सनातन धर्मावलम्बी कुरुक्षेत्र जाकर प्राचीन कूप में स्नान करने की इच्छा रखता है।

    भारत की परम्परा प्राचीन काल से ही ज्ञान के प्रति आग्रही रही है। यह परम्परा मूल रूप से श्रवण, मनन, और निदिध्यासन की है। अर्थात् सुनना, मनन करना तथा सद्विचारों का अपने जीवन में आचरण करना। श्रीमद्भागवतगीता में व्यक्त किया गया ’न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते’ का भाव हम सबको प्रेरणा प्रदान करता है। एक कालखण्ड के बाद हमारी ऋषि परम्परा को इस बात का एहसास हुआ होगा कि एक समय ऐसा भी आएगा, जब लोग इस परम्परा के प्रति आग्रही नहीं बन सकेंगे, तो लखनऊ के समीप स्थित सीतापुर के नैमिषारण्य में भारत की वैदिक ज्ञान की परम्परा को हजारों ऋषि मुनियों ने अपने चिंतन तथा मनन से लिपिबद्ध किया था। परिणामस्वरूप नैमिषारण्य एक तीर्थ के रूप में विकसित हुआ।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोमती केवल नदी नहीं है, बल्कि यह एक संस्कृति भी है। देश में नदियां संस्कृति के रूप में मान्य रही हैं। हम सभी ने उस संस्कृति को सभ्यता के साथ जोड़ा है। दुनिया की सभी प्राचीन संस्कृतियां किसी न किसी नदी के तट पर विकसित हुई हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में लखनऊ विकास प्राधिकरण तथा जिला प्रशासन के सहयोग से लखनऊ की जीवनधारा गोमती नदी के तट पर गोमती पुस्तक महोत्सव के तृतीय संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। इस पुस्तक महोत्सव का आयोजन 09 से 17 नवम्बर, 2024 तक किया जाएगा। नेशनल बुक ट्रस्ट ने प्रदेश सरकारके साथ मिलकर यह अच्छी पहल की है। इस पहल को घर-घर तक पहुंचाना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लखनऊ के साथ-साथ प्रदेश के सभी मण्डल मुख्यालयों पर नेशनल बुक ट्रस्ट के इस प्रयास को आगे बढ़ाना होगा। जिला प्रशासन प्रयास करे कि इस पुस्तक महोत्सव में अगले 09 दिनों तक लखनऊ की प्रत्येक संस्था की उपस्थिति हो। जो भी व्यक्ति पुस्तक महोत्सव में आएं अनी रूचि के अनुसार किसी न किसी पुस्तक का क्रय अवश्य करे। यहां उन्हें अपनी रूचि पर टिप्पणी भी देनी चाहिए। हमें पढ़ने की रूचि विकसित करनी होगी। यदि युवा डिजिटल दुनिया के साथ-साथ कुछ समय रोचक पुस्तकों को पढ़ने तथा रचनात्मक कार्यों में व्यतीत करेंगे, तो उन्हें इसका लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि गोमती पुस्तक महोत्सव ऊंचाईयां प्राप्त करेगा। हमें प्रदेश की आबादी के अनुरूप देश के सबसे बड़े पुस्तक महोत्सव के रूप में इसे आगे बढ़ाना होगा।

    नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रो0 मिलिन्द सुधाकर मराठे तथा निदेशक श्री युवराज मलिक ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर सलाहकार मुख्यमंत्री श्री अवनीश कुमार अवस्थी, मण्डलायुक्त श्रीमती रोशन जैकब तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ji  ने लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया

    CM Yogi Adityanath ji ने लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया

    CM Yogi Adityanath ji ने भोजपुरिया सनेश स्मारिका का विमोचन किया तथा सभी को छठ महापर्व की बधाई दी

    • मुख्यमंत्री ने भोजपुरी में अपने सम्बोधन की शुरुआत की
    • पूरे दुनिया में हजारों भाषा अऊर बोली बा लेकिन भारत की संस्कृति के अलगे स्थान बा, ओही में भोजपुरी भाषा, संस्कृति आपन दुनिया में अलग मिठास और सुगन्ध के कारन सबसे हटके आपन पहिचान बनवले बा: मुख्यमंत्री
    • यह पर्व लोक आस्था के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता, एकात्मता और अखण्डता के प्रतीक
    • भोजपुरी समाज देश और दुनिया में अपने साथ पर्व की सुगंध ले जाकर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा
    • पर्व और त्योहारों के आयोजन के पीछे यह भाव है कि हम सभी मिलकर भेदभाव को समाप्त कर एक समरस समाज की स्थापना कर सकंे तथा अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकें
    • विरासत को विकास के साथ जोड़कर प्रधानमंत्री जी ने देश में जो कार्य प्रारम्भ किये, उसके परिणामस्वरूप हम आज एक नये भारत का दर्शन कर रहे छठ लोक आस्था का एक ऐसा पर्व, जो सूर्य उपासना के साथ जुड़ा हुआ
    • पर्व और त्योहार तभी तक जीवित, जब तक हमारा राष्ट्र धर्म जीवित, राष्ट्रीय धर्म जिसमें हर व्यक्ति का हर काम देश के नाम हो, प्रधानमंत्री जी के जीवन का यही संकल्प है कि हर काम देश के नाम 140 करोड़ भारतवासी प्रत्येक परिस्थिति में देश की एकता व अखण्डता के पक्षधर और इसे मजबूती प्रदान करना चाहते

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ji आज यहां लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में शामिल हुए। उन्होंने अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। उन्होंने भोजपुरिया सनेश स्मारिका का विमोचन किया। मुख्यमंत्री जी ने सभी को छठ महापर्व की बधाई दी।

    छठ महापर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भोजपुरी में अपने सम्बोधन की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि ‘छठ पूजा’ में आइके हमरा बड़ा आनन्द महसूस हो रहल बा। लोक आस्था के महापर्व ‘छठ’ के आप सबके बहुत-बहुत बधाई अउर शुभकामना। छठी मइया की कृपा आप सबके ऊपर बनल रहे। सबके जीवन खुशहाल रहे। आप सबके जीवन में उमंग और उत्साह बनल रहे। परिवार खातिर कठिन व्रत रखने वाली माता और बहन लोगन के हमरी तरफ से विशेष मंगलकामना। पूरे दुनिया में हजारों भाषा अऊर बोली बा लेकिन भारत की संस्कृति के अलगे स्थान बा। ओही में भोजपुरी भाषा, संस्कृति आपन दुनिया में अलग मिठास और सुगन्ध के कारन सबसे हटके आपन पहिचान बनवले बा। अउर अलगे आपन इतिहास बा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह पर्व लोक आस्था के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता, एकात्मता और अखण्डता के प्रतीक हैं। यह प्रसन्नता का विषय है कि अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के द्वारा आयोजित छठ महापर्व का यह 40वां वर्ष है। वर्ष 1984 से लक्ष्मण मेला मैदान में यह आयोजन लगातार होता आ रहा है। यह भोजपुरी समाज के साथ ही अखिल भारतीय समाज का उत्सव बन गया है। भोजपुरी समाज बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से देश और दुनिया में जहां कहीं भी गया, अपने साथ पर्व की सुगंध ले जाकर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहारों के आयोजन के पीछे यह भाव है कि हम सभी मिलकर भेदभाव को समाप्त कर एक समरस समाज की स्थापना कर सकंे तथा अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकें। हम सभी मिलकर आयोजनों में सहभागी बनें। हम जाति, क्षेत्र तथा भाषा सहित किसी भी प्रकार के बन्धनों से मुक्त होकर समरस समाज की स्थापना के लिए मिलकर कार्य कर सकें, इस भाव से पर्व और त्योहार के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। छठ के आयोजन ने भी देश भर में इसी भक्ति भावना से लोगों के मन एक स्थान बनाया है। विरासत को विकास के साथ जोड़कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में जो कार्य प्रारम्भ किये, उसके परिणामस्वरूप हम आज एक नये भारत का दर्शन कर रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चेन्नई, हैदराबाद या बैंग्लुरु सहित देश तथा दुनिया में लोगों ने छठ के आयोजन से जुड़़कर इसे नई ऊँचाई देने का कार्य किया है। यह भोजपुरी समाज के दुनिया में महत्व और पर्व और त्योहारों के माध्यम से लोक आस्था को जीवन्त बनाए रखने का एक आदर्श उदाहरण है। छठ महापर्व इसकी एक महत्वपूर्ण कड़ी है। हम छठी मैया की कृपा के लिए यह आयोजन करते हैं। यह लोक आस्था का एक ऐसा पर्व है, जो सूर्य उपासना के साथ जुड़ा हुआ है। सूर्य इस धरती के लोक देवता हैं। इस चराचर जगत की किसी भी वस्तु में सूर्य देव की कृपा के बिना जीवन नहीं आ सकता है। सूर्य देव की कृपा से ही हर ओर हलचल और जीवन है। सूर्य देव की उपासना, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना भी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज अस्तांचल सूर्य को अर्घ्य देकर माताएं अपने इस व्रत को और ऊँचाई प्रदान कर रही हैं। कल सूर्य उदय के साथ अर्घ्य देकर इस व्रत की पूर्णाहुति होगी। यह बहुत कठिन व्रत है। इतने कठिन व्रत के साथ जुड़कर व्रती और व्रत दोनों का महत्व बढ़ जाता है। जो संकल्प आज हमारी माताएं और बहनें ले रही हैं, भोजपुरी समाज इसके साथ जुड़कर इसे और मजबूती प्रदान कर रहा है। यही संकल्प हमारा अपने राष्ट्र के प्रति भी होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहार तभी तक जीवित हैं, जब तक हमारा राष्ट्र धर्म जीवित है। हम पर्व और त्योहार का आयोजन करें और उनके साथ जुड़े, लेकिन इन पर्व एवं त्योहारों का समावेश एक राष्ट्रीय धर्म के साथ भी करें। राष्ट्रीय धर्म जिसमें हर व्यक्ति का हर काम देश के नाम हो। प्रधानमंत्री जी के जीवन का यही संकल्प है कि हर काम देश के नाम। हम अपने पर्व और त्याहारों के माध्यम से समाज को जोड़ने का काम कर रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब 140 करोड़ भारतवासी एक स्वर से बोलते हैं, तो पूरी दुनिया उनकी बात को सुनती है। दुनिया का कोई भी देश भारत की ओर टेढ़ी नजरों से नहीं देेख सकता है। जब हम जाति, मत, मजहब आदि के आधार पर बटे होते हैं, तो दुनिया भी हमें नजर अन्दाज करती है। जब हम आपस में ही बटे रहेंगे, तो इसके दुष्परिणाम भी हमारे सामने आएंगे। 05 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने कश्मीर के सम्बन्ध में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त करने की घोषणा की थी। इसके माध्यम से आतंकवाद के ताबूत पर अन्तिम कील ठोंकने का कार्य हुआ था। दुनिया ने भारत की ताकत का एहसास किया था। दुनिया ने यह देखा था कि यह नया भारत है।

    नया भारत किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएगा, लेकिन यदि कोई इसे छेड़ेगा, तो उसे छोड़ेगा भी नहीं। यह न झुकेगा, न डिगेगा, न हटेगा, बल्कि राष्ट्र की रक्षा करने के लिए सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार होगा। भारत की एकता और अखण्डता को बनाए रखने के लिए जो भी कठिन से कठिन कदम उठाने की आवश्यकता पड़ेगी, उसे उठाने में हिचकेगा नहीं। कश्मीर आज एक बार फिर से भारत का स्वर्ग बनने की ओर अग्रसर है। वहां बड़े-बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य हो रहे हैं। कश्मीर में टनल, आई0आई0टी0, आई0आई0एम0, एम्स जैसे संस्थान बन रहे हैं।प्रधानमंत्री जी ने कश्मीर को सुरक्षा की गारण्टी दी है। इसके लिए कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया। आज कश्मीर विकास की मुख्य धारा से जुड़कर आगे बढ़ रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 140 करोड़ भारतवासी प्रत्येक परिस्थिति में देश की एकता व अखण्डता के पक्षधर हैं और इसे मजबूती प्रदान करना चाहते हैं। जो भी इसके साथ खिलवाड़ करेगा, उसेे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हर भारतवासी तैयार है।

    इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, विधान परिषद सदस्य श्री गोविन्द नारायण शुक्ला एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर, अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के अध्यक्ष श्री प्रभुनाथ राय एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ji ने जनपद हरदोई में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi Adityanath ji ने जनपद हरदोई में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi Adityanath ji: घायल लोगों का समुचित उपचार कराया जाए

    • दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रु0 तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रु0 की आर्थिक सहायता तत्काल प्रदान किए जाने के निर्देश

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ji ने जनपद हरदोई में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जिला प्रशासन को दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने जिला प्रशासन को इस दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रुपये तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi Adityanath ji ने प्रदेश में धान खरीद की समीक्षा की

    CM Yogi Adityanath ji ने प्रदेश में धान खरीद की समीक्षा की

    CM Yogi Adityanath ji: धान खरीद प्रक्रिया को पूरी तत्परता एवं पारदर्शिता के साथ संचालित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए

    • प्रदेश सरकार के लिए किसानों का हित सर्वोपरि, धान खरीद में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी: मुख्यमंत्री
    • प्रत्येक दशा में खरीद के 48 घण्टे में कृषक को भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया जाए
    • क्रय केन्द्रों पर किसानों की बुनियादी सुविधाओं व आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा जाए
    • क्रय केन्द्रों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरों के माध्यम से प्रत्येक गतिविधि की निगरानी की जाए
    • समस्त कार्यों की मुख्यालय से अनवरत मॉनीटरिंग की जाएप्रदेश सरकार ने फेयर प्राइस शॉप को मॉडल फेयर प्राइस शॉप बनाने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया

    CM Yogi Adityanath ji ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में धान खरीद की समीक्षा की। उन्होंने मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत धान खरीद प्रक्रिया को पूरी तत्परता एवं पारदर्शिता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रदेश सरकार के लिए किसानों का हित सर्वोपरि है। धान खरीद में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों की सुविधा के दृष्टिगत प्रदेश के सभी क्रय केन्द्र क्रियाशील रहें। प्रत्येक दशा में खरीद के 48 घण्टे में कृषक को भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि क्रय केन्द्रों पर किसानांे के बैठने, छाया एवं पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं व आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा जाए। बोरे की कमी कहीं न हो। टोकन व्यवस्था के माध्यम से खरीद की जाए। क्रय केन्द्रों पर वर्षा तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं से धान की सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध किये जाएं। क्रय केन्द्रों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरों के माध्यम से प्रत्येक गतिविधि की निगरानी की जाए। कर्मचारियों की समय से तथा अनवरत उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इन समस्त कार्यों की मुख्यालय से लगातार मॉनीटरिंग भी की जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक पात्र परिवार को राशन आसानी से तथा पूरी पारदर्शिता के साथ उपलब्ध कराने की दिशा में किये गए प्रयासों के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। प्रदेश सरकार ने फेयर प्राइस शॉप को मॉडल फेयर प्राइस शॉप बनाने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया है। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव खाद्य श्री आलोक कुमार, खाद्य आयुक्त श्री सौरभ बाबू सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi: सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का यथोचित खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए

    CM Yogi: सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का यथोचित खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए

    CM Yogi ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में बजट प्राविधान के सापेक्ष शासन द्वारा जारी स्वीकृतियों/विभागाध्यक्ष द्वारा आवंटित धनराशि/व्यय तथा भारत सरकार से लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्त धनराशि की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की

    • मुख्यमंत्री ने व्यापक जनहित के विकास कार्यों में तेजी लाने, परियोजनाओं की गुणवत्ता व समयबद्धता सुनिश्चित करने सहित अनेक दिशा-निर्देश दिए
    • वर्ष 2025 उ0प्र0 के लिए बड़ा अवसर, महाकुम्भ प्रयागराज के आयोजन में सभी विभागों की भूमिका, सभी विभाग महाकुम्भ से जुड़ी विभागीय परियोजनाओं को शीर्ष प्राथमिकता दें
    • जनपद गौतमबुद्धनगर और बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण में रजिस्ट्री कार्यालयों की संख्या बढाएं, बीडा के विकास की कार्यवाही में तेजी अपेक्षित
    • एक जनपद एक उत्पाद योजना ने स्थानीय शिल्पकला/उद्यम को बड़ा प्रोत्साहन दिया, इसकी अद्यतन स्थिति की जनपदवार समीक्षा की जाए
    • प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश के समग्र विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा हमें हर सम्भव सहायता मिल रही
    • आत्मनिर्भर नगर पंचायत और आत्मनिर्भर जिला पंचायत के लिए हर स्तर पर प्रयास करना होगा
    • आगामी दिनों में किसानों को खाद की आवश्यकता के दृष्टिगत कृषि और सहकारिता विभाग यह सुनिश्चित करें कि खाद की पर्याप्त उपलब्धता हो और सभी किसानों को यह आसानी से मिल जाए

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 में बजट प्राविधान के सापेक्ष शासन द्वारा जारी स्वीकृतियों/विभागाध्यक्ष द्वारा आवंटित धनराशि/व्यय तथा भारत सरकार से लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्त धनराशि की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। विभागवार समीक्षा के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने व्यापक जनहित के विकास कार्यों में तेजी लाने, परियोजनाओं की गुणवत्ता व समयबद्धता सुनिश्चित करने सहित अनेक दिशा-निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के 07 माह व्यतीत हो चुके हैं। सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का यथोचित खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए। आवंटन और व्यय में तेजी की अपेक्षा है। विभाग स्तर भी पर खर्च की समीक्षा भी जाए। जिन विभागों में अब तक 55 फीसदी से कम व्यय हुआ है, वहां सम्बन्धित मंत्रिगण स्वयं विभागीय स्थिति की समीक्षा करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी वर्ष 2025 उत्तर प्रदेश के लिए बड़ा अवसर है। महाकुम्भ प्रयागराज के आयोजन में सभी विभागों की भूमिका है। अतः सभी विभाग महाकुम्भ से जुड़ी विभागीय परियोजनाओं को शीर्ष प्राथमिकता दें। मुख्य सचिव स्तर से इसकी सतत् मॉनीटरिंग की जाए। महाकुम्भ में आने वाले अधिकांश श्रद्धालु और पर्यटक काशी, अयोध्या, मथुरा और विंध्यवासिनी धाम भी जाएंगे। ऐसे में इन पवित्र स्थलों की सुविधा और सुरक्षा की भी गहन समीक्षा की जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद गौतमबुद्धनगर और बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में रजिस्ट्री कार्यालयों की संख्या बढाएं। बीडा के विकास की कार्यवाही में तेजी अपेक्षित है। इसकी प्रगति की सतत् समीक्षा भी की जाए। उन्होंने कहा कि लगातार प्रयासों से आज प्रदेश का सी0डी0 रेशियो 60 फीसदी हो गया है। इसी प्रकार सभी जनपदों को प्रयास करना होगा। हर जनपद में स्थानीय अधिकारी बैंकों के साथ संवाद बनाएं और लोगों को लाभ दिलाएं। हर जनपद का सी0डी0 रेशियो कम से कम राज्य औसत के बराबर होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद योजना ने स्थानीय शिल्पकला/उद्यम को बड़ा प्रोत्साहन दिया है। इसकी अद्यतन स्थिति की जनपदवार समीक्षा की जाए। ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों की डिमांड का आकलन कर उसके अनुरूप सप्लाई सुनिश्चित कराएं। निर्यात बढ़ोत्तरी के लिए सभी जनपदों को प्रयास करनाहोगा। स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना के अन्तर्गत युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित किए जाने की कार्यवाही तेज करें। इन टैबलेट/स्मार्टफोन में सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं/कार्यक्रमों की जानकारी उपलब्ध होनी चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश के समग्र विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा हमें हर सम्भव सहायता मिल रही है। केन्द्र से सामंजस्य स्थापित कर अवशेष धनराशि प्राप्त करें। विभागीय मंत्री एवं विभागीय अधिकारी भारत सरकार के मंत्रिगणों/अधिकारियों से संवाद करें। केन्द्रांश के अभाव में परियोजना बाधित न रखें। नियमानुसार राज्यांश जारी कर कार्य जारी रखा जाए। सभी विभाग शत-प्रतिशत उपयोगिता प्रमाण पत्र समय पर भेजना सुनिश्चित करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर नगर पंचायत और आत्मनिर्भर जिला पंचायत के लिए हर स्तर पर प्रयास करना होगा। पंचायतों को आय बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करें। आश्रम पद्धति विद्यालयों में छात्रावासों का मेंटेनेंस कराया जाना आवश्यक है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी दिनों में किसानों को खाद की आवश्यकता होगी। कृषि और सहकारिता विभाग मिलकर यह सुनिश्चित करें कि खाद की पर्याप्त उपलब्धता हो और सभी किसानों को यह आसानी से मिल जाए। यह सुनिश्चित करें कि खाद की कालाबाजारी न हो। ग्राम्य विकास, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, समाज कल्याण, नगर विकास, बेसिक शिक्षा, सिंचाई, आवास एवं शहरी नियोजन, राजस्व जैसे विभागों की अनेक योजनाएं सीधे तौर पर आम जनता को प्रभावित करने वाली हैं। इनमें बजट आवंटन और व्यय में तेजी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में लगाए जा रहे उपकरणों की गुणवत्ता मानक के अनुरूप हो। खराब गुणवत्ता/अधोमानक उपकरणों की आपूर्ति पर सम्बन्धित की जवाबदेही तय की जाए।

    इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने चालू वित्तीय वर्ष में कर-करेत्तर राजस्व प्राप्तियों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की

    CM Yogi ने चालू वित्तीय वर्ष में कर-करेत्तर राजस्व प्राप्तियों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की

    CM Yogi : नियोजित प्रयासों से प्रदेश के कर-करेत्तर राजस्व संग्रह में सतत्वृद्धि हो रही, वर्तमान वित्तीय वर्ष में अक्टूबर माह तक विविध माध्यमों से 1.16 लाख करोड़ रु0 से अधिक का राजस्व संग्रह हुआ

    • यह जनता से एकत्रित राशि है जो प्रदेश के विकास में, जनता के हित में तथा लोक कल्याणकारी कार्यों में व्यय होगी हमें राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए नए स्रोत भी बनाने चाहिए
    • लगातार प्रयासों से आज प्रदेश में 31 लाख से अधिक जी0एस0टी0 पंजीकृत व्यापारी, इसे और बढ़ाया जाना चाहिए
    • अवैध मदिरा/कच्ची शराब बनाने और बेचने की गतिविधियों को बंद करने में हमें सफलता मिली, ऐसी गतिविधियों पर कार्रवाई लगातार जारी रखी जानी चाहिए
    • सामान्यजन की जरूरतों के दृष्टिगत स्टाम्प एवं निबन्धन से जुड़े नियमों को और सरल बनाया जाना चाहिए, रजिस्ट्री से राजस्व बढ़ाने के नए विकल्पों पर भी विचार किया जाए
    • खनन क्षेत्र में काफी पोटेंशियल, इसे पहचानें और राजस्व बढ़ाने के प्रयास करें

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में चालू वित्तीय वर्ष में कर-करेत्तर राजस्व प्राप्तियों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने जी0एस0टी0, वैट, आबकारी, स्टाम्प एवं पंजीयन, परिवहन, भू-राजस्व और ऊर्जा विभागों में राजस्व संग्रह के लक्ष्य और उसके सापेक्ष प्राप्तियों का विवरण प्राप्त किया तथा विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि नियोजित प्रयासों से प्रदेश के कर-करेत्तर राजस्व संग्रह में सतत वृद्धि हो रही है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में अक्टूबर माह तक विविध माध्यमों से 1.16 लाख करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व संग्रह हुआ है। इसमें जी0एस0टी0/वैट से लगभग 64 हजार करोड़ रुपये, एक्साइज टैक्स के रूप में 26 हजार करोड़ रुपये, स्टाम्प एवं पंजीयन से 17,700 करोड़ रुपये, खनन से 2,000 करोड़ रुपये तथा परिवहन से 6,300 करोड़ रुपये से अधिक का संग्रहीत कर राजस्व सम्मिलित है। यह जनता से एकत्रित राशि है जो प्रदेश के विकास में, जनता के हित में तथा लोक कल्याणकारी कार्यों में व्यय होगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए नए स्रोत भी बनाने चाहिए। हर जनपद को दिए गए टारगेट की साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक समीक्षा करें। राजस्व संग्रह बढ़ोत्तरी के लिए किए गए प्रयासों के आधार पर हर एक अधिकारी की रिपोर्ट तैयार करें। उन्होंने कहा कि लगातार प्रयासों से आज प्रदेश में 31 लाख से अधिक जी0एस0टी0 पंजीकृत व्यापारी हैं। इसे और बढ़ाया जाना चाहिए। प्रदेश में अपार सम्भावनाएं हैं, उसका लाभ उठाने की आवश्यकता है। अधिकारियों की जवाबदेही तय करें। पोसिं्टग मेरिट के आधार पर ही होनी चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जी0एस0टी0 की चोरी/अपवंचन की कोशिशों को रोकने के लिए सजगता बढ़ाये जाने की जरूरत है। विशेष अनुशासनिक इकाइयों और सचल दल इकाइयों की सक्रियता को और बढ़ाया जाना आवश्यक है। यद्यपि हाल के समय में इनकी सजगता से कर चोरी/अपवंचन पर प्रभावी रोक लगाने में सफलता मिली है। फिर भी अभी कार्यशैली को और बेहतर करने की गुंजाइश है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राजस्व बढ़ोत्तरी में एक्साइज विभाग की बड़ी भूमिका है। जनपदवार टारगेट की साप्ताहिक समीक्षा करें। जहां भी लापरवाही हो रही हो, सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई में देर न करें। यह सुनिश्चित कराएं कि डिस्टिलरी में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज हो। नदियां इनके वेस्ट से प्रदूषित न हों। इण्डस्ट्री से संवाद करें, उन्हें तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करें। अवैध मदिरा/कच्ची शराब बनाने और बेचने की गतिविधियों को बंद करने में हमें सफलता मिली है। ऐसी गतिविधियों पर कार्रवाई लगातार जारी रखी जानी चाहिए। दूसरे प्रदेशों से अनाधिकृत मदिरा प्रदेश में न आने पाए, इसके लिए हर समय एक्टिव रहना होगा। राजस्व संग्रह लक्ष्य के सापेक्ष आबकारी विभाग द्वारा और बेहतर प्रयास किया जाना अपेक्षित है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सामान्यजन की जरूरतों के दृष्टिगत स्टाम्प एवं निबन्धन से जुड़े नियमों को और सरल बनाया जाना चाहिए। बिल्डर-बायर्स के बीच समस्याओं का समाधान तेजी के साथ किया जाए। आवास एवं विकास परिषद, विकास प्राधिकरण अथवा निजी बिल्डर, जहां कहीं भी रजिस्ट्री लम्बित है, दोनों पक्षों से संवाद कर हल निकालें। हमें हर एक बायर के हितों की सुरक्षा करनी है। बायर को उसके फ्लैट की रजिस्ट्री समय से मिलनी चाहिए। इसके लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाएं। रजिस्ट्री से राजस्व बढ़ाने के नए विकल्पों पर भी विचार किया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बिना परमिट/बिना फिटनेस एक भी वाहन सड़क पर नहीं चलना चाहिए। दुर्घटनाओं को कम करने के लिए जागरूकता बढाएं। खनन सत्र प्रारम्भ हो चुका है। अवैध खनन तथा ओवरलोडिंग की गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाई जाएं। खनन क्षेत्र में काफी पोटेंशियल है, इसे पहचानें और राजस्व बढ़ाने के प्रयास करें।

    इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, आबकारी एवं मद्य निषेध राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नितिन अग्रवाल, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Yogi Adityanath ji  ने लोक निर्माण विभाग की विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की

    CM Yogi Adityanath ji ने लोक निर्माण विभाग की विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की

    CM Yogi Adityanath ji: विकास कार्यों का लाभ सभी 75 जनपदों को मिले

    • सड़क निर्माण की परियोजना तैयार करते समय स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाए
    • प्रत्येक परियोजना के लिए समयबद्धता और गुणवत्ता अनिवार्य शर्त, गड़बड़ी मिलने पर जे0ई0 से लेकर चीफ इंजीनियर तक सबकी जवाबदेही तय होगी
    • एग्रीमेंट के नियमों का उल्लंघन होने पर कांट्रेक्टर/फर्म को ब्लैकलिस्ट कर कठोर कार्रवाई की जाएगी
    • प्रदेश की अंतरराज्यीय तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भव्य ‘मैत्री द्वार’ बनाने का कार्य तेजी के साथ पूरा कराया जाए
    • धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मार्गों पर अच्छी सड़कें हों, पर्यटकों/श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा हो, इसके दृष्टिगत सड़कों का निर्माण/चौड़ीकरण किया जा रहा
    • सभी पंथों, सम्प्रदायों के धार्मिक, ऐतिहासिक, पौराणिक महत्व के स्थलों को जोड़ा जाए
    • सड़क निर्माण/चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण के कार्यों में पर्यावरण संरक्षण की
    • भावना का पूरा ध्यान रखा जाए, कहीं भी अनावश्यक वृक्ष नहीं कटने चाहिए
    • शहरों की घनी आबादी को जाम से मुक्ति दिलाने हेतु बाईपास रिंग रोड/फ्लाईओवर का निर्माण कराया जाना चाहिए, निर्माण कार्य का प्रस्ताव
    • शहर/कस्बे की आबादी एवं प्राथमिकता के आधार पर तैयार किया जाए

    CM Yogi Adityanath ji ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक महत्वपूर्ण बैठक में लोक निर्माण विभाग की विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्माणकार्यों में समयबद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सड़क निर्माण की परियोजना तैयार करते समय स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाए। प्रत्येक परियोजना के लिए समयबद्धता और गुणवत्ता अनिवार्य शर्त है, इससे समझौता नहीं किया जा सकता। गड़बड़ी मिलने पर जे0ई0 से लेकर चीफ इंजीनियर तक सबकी जवाबदेही तय होगी। एग्रीमेंट के नियमों का उल्लंघन होने पर कांट्रेक्टर/फर्म को ब्लैकलिस्ट कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। पेटी कॉन्ट्रेक्टर/सबलेट की व्यवस्था स्वीकार नहीं की जानी चाहिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि डी0पी0आर0 को अंतिम रूप देने के साथ ही कार्य प्रारम्भ करने और समाप्त होने की तिथि सुनिश्चित कर ली जानी चाहिए तथा इसका कड़ाई से अनुपालन किया जाए। बजट की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। पूर्ण हो चुके कार्यों की थर्ड पार्टी ऑडिट भी कराई जाए। सड़क और सेतु अथवा आमजन से जुड़ी अन्य निर्माण परियोजनाओं को स्वीकृति देने से पहले उसकी लोक महत्ता काआंकलन जरूर किया जाए। विकास में संतुलन सबसे आवश्यक है। पहले आवश्यकता की परख करें, प्राथमिकता तय करें। इसके पश्चात मेरिट के आधार पर किसी सड़क अथवा सेतु के निर्माण की स्वीकृति दें। विकास कार्यों का लाभ सभी 75 जनपदों को मिले।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीन दयाल उपाध्याय तहसील/ब्लॉक मुख्यालय योजना अन्तर्गत प्रदेश के समस्त तहसील/ब्लॉक मुख्यालय को जिला मुख्यालय से न्यूनतम दो लेन मार्गों से जोड़े जाने का कार्य तेजी से पूरा किया जाए। एक भी तहसील-एक भी ब्लॉक इससे अछूता न रहे। प्रदेश की अंतरराज्यीय तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भव्य ‘मैत्री द्वार’ बनाने का कार्य तेजी के साथ पूरा कराया जाए। जहां भूमि की अनुपलब्धता हो, तत्काल स्थानीय प्रशासन से सम्पर्क किया जाए। मैत्री द्वार सीमा पर ही बनाए जाएं। यह आकर्षक हों, यहां प्रकाश व्यवस्था भी अच्छी हो। अब तक 96 मार्गों पर प्रवेश द्वार पूर्ण/निर्माणाधीन हैं। अवशेष मार्गों पर प्रवेश द्वार निर्माण की कार्यवाही यथाशीघ्र पूरी कर ली जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग की सड़कों का निर्माण अब लोक निर्माण विभाग द्वारा ही कराया जा रहा है। यह किसानों-व्यापारियों के हित से जुड़ा प्रकरण है, इसे प्राथमिकता दें। यहां गड्ढे नहीं होने चाहिए। अभी लगभग 6000 किमी0 सड़कों का पुनर्निर्माण/चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण किया जाना है। इन्हें एफ0डी0आर0 तकनीक से बनाया जाना चाहिए। इसके लिए बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मार्गों पर अच्छी सड़कें हों, पर्यटकों/श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा हो, इसके दृष्टिगत सड़कों के निर्माण/चौड़ीकरण किये जा रहे हैं। इसमें प्रत्येक जिले के सिख, बौद्ध, जैन, वाल्मीकि, रविदासी, कबीरपंथी सहित सभी पंथों, सम्प्रदायों के धार्मिक, ऐतिहासिक, पौराणिक महत्व के स्थलों को जोड़ा जाए। मार्ग का चयन मानक के अनुरूप ही हो। जनप्रतिनिधियों से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर धर्मार्थ कार्य विभाग और सम्बन्धित जिलाधिकारी के सहयोग से इसे समय से पूरा कराया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़क निर्माण/चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण के कार्यों में पर्यावरण संरक्षण की भावना का पूरा ध्यान रखा जाए। कहीं भी अनावश्यक वृक्ष नहीं कटने चाहिए। सड़क निर्माण की कार्य योजना में मार्ग के बीच आने वाले वृक्षों के संरक्षण को अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जाए। देवरिया-बरहज मार्ग का सुदृढ़ीकरण किया जाना आवश्यक है। इस संबंध में आवश्यक प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक विकास विभाग, एम0एस0एम0ई0 एवं जैव ऊर्जा विभाग द्वारा डिफेंस कॉरिडोर, औद्योगिक लॉजिस्टिक्स पार्क, औद्योगिक क्षेत्र और प्लेज पार्क योजना जैसी बड़े महत्व की योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इन औद्योगिक क्षेत्रों तक आने-जाने के लिए चयनित मार्गों को यथासंभव फोर लेन मार्ग से जोड़ा जाना चाहिए। ऐसे राज्य मार्ग जो वर्तमान में दो-लेन एवं दो-लेन से कम चौड़े हैं उन्हें लोक महत्ता के अनुरूप न्यूनतम दो-लेन विद पेव्ड शोल्डर की चौड़ाई में निर्माण किया जाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी विधान सभा क्षेत्रों के प्रमुख जिला मार्गों को न्यूनतम दो-लेन (7 मीटर) एवं अन्य जिला मार्गों को न्यूनतम डेढ़-लेन (5.50 मीटर) चौड़ाई में निर्माण कराया जाए। जनप्रतिनिधियों से प्रस्ताव लेकर, प्राथमिकता तय करें और कार्य प्रारम्भ कराएं। क्षतिग्रस्त सेतु, जनता द्वारा निर्मित अस्थाई पुल, संकरे पुल, बाढ़ के कारण प्रायः क्षतिग्रस्त होने वाले मार्गों पर पुल तथा सार्वजनिक, धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण मार्गों पर सेतु निर्माण को प्राथमिकता में रखा जाए। हर विधान सभा क्षेत्र में जरूरत के अनुसार 03 लघु सेतुओं के निर्माण की कार्ययोजना तैयार की जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जहां भी दीर्घ सेतु क्षतिग्रस्त हैं, उन्हें तत्काल ठीक कराया जाए। सभी जनपदों से प्रस्ताव लें, जहां दीर्घ सेतु की आवश्यकता हो, कार्ययोजना में सम्मिलित करें। शहरी क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त/संकरे सेतुओं के स्थान पर नये सेतुओं का निर्माण कराया जाना आवश्यक है। इसका लाभ सभी जनपदांे को मिलना चाहिए। रेल ओवरब्रिज/रेल अंडरब्रिज से जुड़े प्रस्तावों को तत्काल भारत सरकार को भेजें। राज्य सरकार द्वारा इसमें हर जरूरी सहयोग किया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शहरों की घनी आबादी को जाम से मुक्ति दिलाने हेतु बाईपास रिंग रोड/फ्लाईओवर निर्माण कराया जाना चाहिए। निर्माण कार्य का प्रस्ताव शहर/कस्बे की आबादी एवं प्राथमिकता के आधार पर तैयार किया जाए। वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर ऐसी बसावट/ग्राम जिसकी आबादी 250 से अधिक हो तथा मार्ग की लम्बाई 01 किमी0 या उससे अधिक हो, उन्हें एकल कनेक्टिीविटी प्रदान किये जाने हेतु सम्पर्क मार्ग का निर्माण कराया जाए। इसी प्रकार, दो ग्रामों/बसावटों को जिनकी आबादी 250 से अधिक है, को इंटर-कनेक्टिविटी प्रदान किये जाने हेतु सम्पर्क मार्ग का निर्माण भी हो। इसके लिए सर्वे कराएं, आवश्यकता को परखें, फिर निर्णय लें।

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  • CM Yogi ने ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उ0प्र0’ में अपने विचार व्यक्त किये

    CM Yogi ने ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उ0प्र0’ में अपने विचार व्यक्त किये

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश ने विकास की लम्बी यात्रा तय की

    • प्रदेश की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर स्थापित, यहां की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई, पहले की तुलना में जी0डी0पी0 में दोगुने से अधिक वृद्धि हुई
    • उ0प्र0 प्रधानमंत्री जी की संकल्पना के अनुरूप भारत को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा
    • प्रदेश की अवसंरचना में आमूल-चूल सुधार किए गए
    • विगत साढ़े 07 वर्षों में हमने जो कहा वह करके दिखाया, परिणामस्वरूप प्रदेश दंगों, माफियाओं तथा अराजकता से मुक्त हुआ
    • आज प्रदेश निवेश का सबसे बेहतरीन गन्तव्य बना, यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के माध्यम से प्रदेश ने देश के सामने नजीर प्रस्तुत की
    • राज्य के करोड़ों युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया
    • प्रदेश में विरासत और विकास का अद्भुत संगम आज राज्य के नागरिकों के देश-दुनिया में कहीं भी जाने पर वहां के लोगों में उनके प्रति सम्मान का भाव उत्पन्न होता, यह बदली हुई तस्वीर ही नये उ0प्र0 की पहचान
    • मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की शुभकामनाए दीं
    • कल अयोध्या धाम में दीपोत्सव का आयोजन, 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात श्रीरामलला के अपने पावन धाम में विराजमान होने के उपलक्ष्य में यह पहला दीपोत्सव

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने कहा है कि प्रदेश का इतिहास गौरवशाली रहा है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश पर प्रदेश की 25 करोड़ आबादी गर्व की अनुभूति करती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश ने विकास की लम्बी यात्रा तय की है। आज राज्य देश की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। प्रदेश ने स्वयं को तेजी के साथ उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप वर्ष 2029 तक प्रदेश स्वयं को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करेगा। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश सरकार की टीम लगातार कार्य कर रही है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां ‘ए0बी0पी0 न्यूज शिखर सम्मेलन उत्तर प्रदेश’ में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर स्थापित हुई है। यहां की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है। पहले की तुलना में जी0डी0पी0 में दोगुने से अधिक वृद्धि हुई है। आज प्रदेश बेहतर दिशा में आगे बढ़ रहा है। राज्य देश के आर्थिक विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। इस भूमिका के साथ जुड़कर उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री जी की संकल्पना के अनुरूप भारत को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा, संस्कृति और समृद्धि की संकल्पना प्रदेश में आने वाले समय में भी देखने को मिलेगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की अवसंरचना में आमूल-चूल सुधार किए गए हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे क्रियाशील हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे पर कार्य चल रहा है। प्रयागराज महाकुम्भ-2025 के पूर्व यातायात के लिए मेन कैरेज-वे को प्रारम्भ करने का प्रयास है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे लगभग बनकर तैयार है। लखनऊ-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे पर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। दिल्ली-मेरठ के बीच 12 लेन का एक्सप्रेस-वे प्रारम्भ हो चुका है। यह देश में सबसे अधिक एक्सप्रेस-वे वाला राज्य है। प्रदेश देश में सबसे अधिक सिटी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा, मेट्रो का संचालन करने वाला राज्य है। प्रदेश सबसे अधिक एयरपोर्ट वाला राज्य भी बन चुका है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व यहां लगभग 22 करोड़ की आबादी निवास करती थी। इतनी बड़ी आबादी के लिए लखनऊ तथा वाराणसी में केवल दो एयरपोर्ट क्रियाशील थे। आज प्रदेश में 16 एयरपोर्ट पूरी तरह क्रियाशील हैं। राज्य चार इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के माध्यम से कार्य कर रहा है। इस वर्ष के अन्त तक प्रदेश भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट, जेवर एयरपोर्ट का निर्माण पूर्ण करने में सफल हो चुका होगा। प्रदेश में देश की पहली रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच तथा देश का पहला इनलैंड वॉटर-वे वाराणसी से हल्दिया के बीच प्रारम्भ हो चुका है।

    प्रदेश में नए औद्योगिक क्षेत्र भी स्थापित किया जा रहे हैं। झांसी के पास 36 हजार एकड़ भूमि पर बीडा के नाम पर नए औद्योगिक क्षेत्र का विकास करने के लिए प्रदेश सरकार ने कदम उठाया है। नोएडा को स्थापित होने में 46 वर्ष का समय लगा। इन 46 वर्षों में नोएडा के अन्तर्गत कुल 33 हजार एकड़ भूमि सम्मिलित हुई। बीडा की स्थापना में पहले चरण में ही 36 हजार एकड़ भूमि ली जा रही है। यहां पर नए निवेश आकर्षित होंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज राज्य के नागरिकों के देश-दुनिया में कहीं भी जाने पर वहां के लोगों में उनके प्रति सम्मान का भाव उत्पन्न होता है। उत्तर प्रदेश के नाम से वहां के प्रत्येक व्यक्ति के मन में एक स्पंदन उत्पन्न होता है। यह बदली हुई तस्वीर ही नए उत्तर प्रदेश की पहचान है। पहले यहां के युवाओं, व्यापारियों, उद्यमियों तथा सामान्य नागरिकों के सामने पहचान का संकट था। साढ़े सात वर्ष पूर्व प्रदेश की पहचान दंगों, दुर्दांत माफियाओं, राजनीति के अपराधीकरण तथा भ्रष्टाचार से होती थी। लोगों के मन में भय और दहशत का भाव रहता था। युवाओं को नौकरी नहीं मिलती थी। भाई-भतीजावाद होता था। गुण्डागर्दी चरम पर थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत साढ़े 07 वर्षों में हमने जो कहा वह करके दिखाया। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश दंगों, माफियाओं तथा अराजकता से मुक्त हुआ। राज्य में जीरो टॉलरेंस की नीति के कारण कानून व्यवस्था का बेहतरीन वातावरण निर्मित हुआ है। प्रदेश में एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स भी कार्य करती है। इनके गैर कानूनी कब्जे से 64 हजार कड़ से अधिक भूमि को मुक्त कराया गया है। इससे अच्छा लैण्ड बैंक सृजित हुआ है। इस पर डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इसके माध्यम से अनेक प्रकार के निवेश भी सामने आ रहे हैं। भू-माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए आवास बन रहे हैं। प्रयागराज में दुर्दांत भू-माफिया के कब्जे से मुक्त करायी गई भूमि पर हाईराइज बिलिं्डग का निर्माण कर गरीबों को समर्पित की गई है।

    आज प्रदेश निवेश का सबसे बेहतरीन गन्तव्य बना है। वर्ष 2023 में आयोजित यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश ने देश के सामने नजीर प्रस्तुत की। इसके माध्यम से प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसमें से लगभग 12 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्ड ब्रेकिंग की जा चुकी है। वर्तमान में 10 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव तैयार है। शेष निवेश प्रस्तावों को लागू करने के लिए हमारी टीम लगातार कार्य कर रही है। वर्ष 2017 से पूर्व यहां कोई उद्यमी निवेश नहीं करना चाहता था। निवेशक यहां से पलायन करना चाहते थे। वर्ष 2017 से पूर्व इनमें से ज्यादातर इकाइयों ने दम तोड़ दिया था। लोग अन्य रोजगार की तरफ उन्मुख हो रहे थे।

    निवेश प्रदेश में नौकरी तथा रोजगार की सम्भावनाओं को भी आगे बढ़ा रहा है। यह निवेश किसी क्षेत्र विशेष में सीमित नहीं है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद को कुछ न कुछ निवेश अवश्य प्राप्त हुआ है। यह चीजें दिखाती हैं कि विकास वन-वे नहीं है। यह निवेश प्रधानमंत्री जी की समावेशी विकास की अवधारणा के अनुरूप पूरे प्रदेश में फैला हुआ है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके लिए प्रदेश सरकार को चरणबद्ध तरीके से कार्य करना पड़ा। बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक वर्ग का विश्वास अर्जित करना पड़ा। आज प्रदेश में 28 सेक्टोरियल पॉलिसी हैं। पॉलिसी के अन्तर्गत निवेश करने वाले निवेशकों के लिए प्रदेश सरकार ने ऑनलाइन इन्सेंटिव प्रदान करने की व्यवस्था की है। सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म निवेश मित्र के माध्यम से एक साथ 450 एन0ओ0सी0 जारी की जा रही हैं। निवेश सारथी पोर्टल के माध्यम से बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के एम0ओ0यूज की मॉनीटरिंग की जा रही है। प्रदेश में यह सभी कार्य युद्ध तर पर आगे बढ़े हैं।

    प्रदेश सरकार ने बड़े निवेश को आकर्षित करने के लिए कदम उठाने के साथ-साथ परम्परागत उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना बनायी गयी। यह योजना प्रदेश को एक्सपोर्ट हब के रूप में भी स्थापित कर रही है। एम0एस0एम0ई0 तथा एक जनपद एक उत्पाद योजना के माध्यम से राज्य के करोड़ों लोगों को रोजगार के साथ जोड़ने का काम भी किया गया है। प्रदेश में लगभग 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां हैं। यह इकाइयां राज्य में रोजगार तथा निवेश की बैकबोन का कार्य कर रही हैं। कोरोना कालखण्ड में लगभग 40 लाख श्रमिकों तथा कामगारों को 15 दिनों का राशन तथा रोजगार भत्ता उपलब्ध कराया गया। उनको रोजगार से जोड़ने के लिए एम0एस0एम0ई0 इकाइयों का आह्वान किया गया। श्रमिकों तथा कामगारों से कहा गया कि आप अपना कार्य जारी रखिए। आपके लिए कोविड हेल्प डेस्क, रॉ मैटेरियल सप्लाई लाइन, मार्केट से जोड़ने आदि की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जाएगी। परिणामस्वरूप 40 लाख श्रमिकों तथा कामगारों में से केवल 15 प्रतिशत लोग वापस गए, शेष को राज्य में ही काम मिल गया। वे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में वह बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं।

    प्रदेश वर्ष 2017 के पूर्व पर्यटन के क्षेत्र में चौथे या पांचवें स्थान पर था। आज देश के सर्वाधिक पर्यटक प्रदेश में आ रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को बिना भेदभाव के तथा निष्पक्ष व पारदर्शिता पूर्ण तरीके से सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है। अब तक यहां लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ा जा चुका है। राज्य के करोड़ों युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास तभी सार्थक हो सकता है जब हम विरासत को भी इसके साथ जोड़कर कार्य करेंगे। प्रदेश में विरासत और विकास का अद्भुत संगम बन रहा है। राज्य ने अपनी विरासत को पहचाना है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप काशी में श्री काशी विश्वनाथ धाम देश दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। अयोध्या धाम एक नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित हो चुका है। माँ विन्ध्यवासिनी धाम में माँ विन्ध्यवासिनी के भव्य कॉरिडोर के निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। वहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। चित्रकूट धाम, नैमिषधाम, शुकतीर्थ के विकास के साथ-साथ ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से मथुरा, वृंदावन, बरसाना तथा गोकुल आदि सभी तीर्थों के सर्वांगीण विकास की कार्य योजना प्रभावी ढंग से लागू करने का कार्य किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज धनतेरस का पर्व है। भगवान धन्वंतरि का जन्म प्रदेश की सबसे प्राचीन नगरी के रूप में विख्यात सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में हुआ था। आज पूरा देश आरोग्यता के इस देव के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा है। कल अयोध्या धाम में दीपोत्सव का आयोजन होगा। 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात श्रीरामलला के अपने पावन धाम में विराजमान होने के उपलक्ष्य में यह पहला दीपोत्सव है। प्रदेश में आगामी दिनों में दीपावली, भैया दूज व गोवर्धन पूजा आदि पर्व आयोजित होंगे। सुखद व शान्तिपूर्ण वातावरण में राज्य का प्रत्येक निवासी इन आयोजनों के साथ जुड़ेगा।

    इस अवसर पर जनप्रनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने लौहपुरुष, भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के उपलक्ष्य में रन फॉर यूनिटी का शुभारम्भ किया

    CM Yogi ने लौहपुरुष, भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के उपलक्ष्य में रन फॉर यूनिटी का शुभारम्भ किया

    CM Yogi ने सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलायी

    • सरदार पटेल ने अखण्ड भारत के वर्तमान स्वरूप प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया: मुख्यमंत्री
    • उत्तर से दक्षिण तथा पूरब से पश्चिम तक पूरा देश विगत 10 वर्षों में एकात्मता के भाव से जुड़कर प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर और विकसित भारत की संकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा
    • आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि की पावन जयन्ती पर हम स्वतंत्र भारत के शिल्पी सरदार पटेल की पावन जयन्ती से पूर्व, ‘रन फॉर यूनिटी’ के आयोजन से जुड़ रहे
    • 31 अक्टूबर को प्रस्तावित यह कार्यक्रम उस दिन दीपावली का आयोजन होने के कारण 02 दिन पूर्व ही आयोजित किया गया
    • इस वर्ष पूरा देश लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयन्ती वर्ष में प्रवेश कर रहा
    • लौहपुरुष के 150वें जन्मदिवस के कार्यक्रम 31 अक्टूबर, 2024 से 31 अक्टूबर, 2025 तक आयोजित होंगे
    • व्यक्ति व समाज के सशक्तिकरण के लिए आरोग्यता पहली शर्त, रन फॉर यूनिटी एकता दौड़ के साथ ही, भारतीय मनीषा के ‘शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्’ के उद्घोष को चरितार्थ करने का माध्यम

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने कहा कि भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद के जनक और आरोग्य के देव माने जाते हैं। आज भगवान धन्वंतरि की पावन जयन्ती है। इस दिवस को हम धनतेरस के रूप में भी मनाते हैं। आरोग्य के देवता की पावन जयन्ती पर हम स्वतंत्र भारत के शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल की पावन जयन्ती से पूर्व, ‘रन फॉर यूनिटी’ के आयोजन से जुड़ रहे हैं। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने वर्ष 1947 में अखण्ड भारत के वर्तमान स्वरूप प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था। यह पर्व, त्योहार एवं महापुरुषों की जयन्ती हमें नए भाव से आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करते हैं।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, लौहपुरुष, भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के उपलक्ष्य में एक भारत-श्रेष्ठ भारत को समर्पित फ्रीडम रन (रन फॉर यूनिटी) के शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलायी। उन्होंने झण्डी दिखाकर रन फॉर यूनिटी का शुभारम्भ किया। ज्ञातव्य है कि रन फॉर यूनिटी 05, कालिदास मार्ग से के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम तक आयोजित की गई।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि यह कार्यक्रम 31 अक्टूबर को प्रस्तावित था, लेकिन उस दिन दीपावली का आयोजन होने के कारण इस दौड़ को 02 दिन पूर्व ही आयोजित किया गया है। इस वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस का महत्व और भी अधिक है, जब पूरा देश लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयन्ती वर्ष में प्रवेश कर रहा है। लौहपुरुष के 150वें जन्मदिवस के कार्यक्रम देश और प्रदेश में 31 अक्टूबर, 2024 से 31 अक्टूबर, 2025 तक वर्ष भर अलग-अलग रूपों में आयोजित होंगे।

    मुख्यमंत्री जी प्रदेशवासियों को भगवान धन्वंतरि जयन्ती, धनतेरस, दीपावली एवं छठ तक आयोजित होने वाले सभी पर्वों की बधाई दी। उन्होंने आगामी 31 अक्टूबर से लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के 150वें जयन्ती वर्ष की शुरूआत के अवसर पर उनकी स्मृतियों को नमन कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आरोग्यता वहां पर होगी, जहां समाज स्वस्थ होगा। यदि व्यक्ति या समाज स्वयं रूग्ण है, तो वह समर्थ और सशक्त नहीं हो सकता। व्यक्ति व समाज के सशक्तिकरण के लिए आरोग्यता पहली शर्त है। भारतीय मनीषा ने ‘शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्’ के माध्यम से स्वास्थ्य के महत्व के विषय में बताया है। रन फॉर यूनिटी न केवल हमारी एकता दौड़ है, बल्कि स्वस्थ रहने के लिए भारतीय मनीषा के उद्घोष को चरितार्थ करने का भी एक माध्यम है। आरोग्य के देवता की जयन्ती पर हम रन फॉर यूनिटी के आयोजन से जुड़ रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल वर्तमान भारत के शिल्पी हैं। अखण्ड भारत के शिल्पी के रूप में पूरा देश लौहपुरुष सरदार पटेल का स्मरण करता है और उनके प्रति श्रद्धा का भाव रखता है। वह प्रखर स्वाधीनता संग्राम सेनानी थे और आजादी के आन्दोलन से जुड़े थे। वर्ष 1947 में देश आजाद हुआ, उस समय ब्रिटिश सत्ता भारत को अलग-अलग भागों में बांटना चाहती थी। सरदार पटेल ने उस षडयंत्र को बेनकाब करते हुए अपनी सूझ-बूझ और दृढ़प्रतिज्ञ भाव से 563 रियासतों को भारतीय गणराज्य में शामिल किया। इनमें बहुत सी रियासतें ऐसी थी, जो भारतीय गणराज्य में मिलने को तैयार नहीं थी। जूनागढ़ के नवाब तथा हैदराबाद के निजाम सहित सभी रियासतों को सरदार पटेल की दूरदर्शिता के सामने नतमस्तक होना पड़ा था।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज अखण्ड भारत का स्वरूप हमारे सामने है। उत्तर से दक्षिण तथा पूरब से पश्चिम तक पूरा देश विगत 10 वर्षों में एकात्मता के भाव से जुड़कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आत्मनिर्भर और विकसित भारत की संकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। इसकी नींव में राष्ट्रीय एकता और अखण्डता हम सभी के लिए सर्वोपरि है। इस दौड़ से पहले सभी को राष्ट्रीय एकता, अखण्डता और आन्तरिक सुरक्षा की शपथ लेनी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि कोई भारत की सुरक्षा पर संेध लगाएगा, तो एक सजग नागरिक के रूप में हम मौन नहीं रह सकते। सुरक्षाबलों के बहादुर जवान अपनी जिम्मेदारी का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करते हैं। सुरक्षाबलों के जवानों के भरोसे के साथ ही, एक नागरिक कर्तव्य के रूप में हमारा भी दायित्व है कि राष्ट्ररूपी यज्ञ में अपना योगदान दे। इसी योगदान का निर्वहन करने के लिए आज हम रन फॉर यूनिटी का हिस्सा बन रहे हैं।

    इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयन्ती की राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। सरदार पटेल की सोच के अनुरूप प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में एकता का भाव उत्पन्न हुआ है।

    उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने छोटी-छोटी रियासतों को भारत में मिलाकर देश के विराट स्वरूप को प्रदर्शित करने का कार्य किया था। प्रधानमंत्री जी ने सरदार पटेल की सोच को धरातल पर उतारते हुए संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने का कार्य किया है। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव, सांसद श्री नरेश बंसल, उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के अध्यक्ष श्री मोहसिन रजा, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, पूर्व मंत्री डॉ0 महेन्द्र सिंह एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, खिलाड़ी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की

    CM Yogi ने प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की

    CM Yogi: धनतेरस आरोग्यता के देवता भगवान धन्वंतरि की जयन्ती भी है  जो समाज स्वस्थ होगा, वही समृद्धि को भी प्राप्त करेगा

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की है।

    आज यहां जारी एक शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि धनतेरस भारत के सनातन हिन्दू धर्म के पुरुषार्थ चतुष्ट्य में धर्म के साथ अर्थ का भी द्योतक है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि धनतेरस आरोग्यता के देवता भगवान धन्वंतरि की जयन्ती भी है। जो समाज स्वस्थ होगा, वही समृद्धि को भी प्राप्त करेगा। भगवान धन्वंतरि सभी प्रदेशवासियों के जीवन में सुख-समृद्धि लाएं तथा उत्तर प्रदेश आर्थिक रूप से अग्रणी प्रदेश के रूप में स्थापित हो, ऐसी मेरी कामना है।

    source: http://up.gov.in


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