Tag: Chief Minister Shri Bhajanlal Sharma
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CM Bhajanlal Sharma का पैतृक गांव अटारी में हुआ भव्य स्वागत
CM Bhajanlal Sharma मंगलवार को अपने पैतृक गांव अटारी पहुंचे। उन्होंने लोक देवता घोड़े वाले बाबा तथा चामुंडा माता मंदिर में विधि-विधान से पूजा अर्चना कर देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने अटारी गांव में बड़े-बुजुर्गों से मिलकर आशीर्वाद लिया तथा हाल-चाल पूछ कर घर परिवार एवं खेती-बाड़ी की जानकारी ली। उन्होंने संपूर्ण गांव में पैदल परिक्रमा कर घर-घर जाकर लोगों से दीपावली की रामा-श्यामा की तथा बड़े बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री गांव में अपने पैतृक घर पहुंचे जहां अपनी मां के चरण छूकर आशीर्वाद लिया तथा कुशलक्षेम जानी।मुख्यमंत्री श्री शर्मा का अटारी गांव में घर-घर पर भव्य स्वागत हुआ। ग्रामीणों से उन्होंने आत्मीयता से मिलकर हाल-चाल जाने तथा खुशहाली की कामना की।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma का व्यापारियों एवं उद्यमियों के साथ संवाद, राइजिंग राजस्थान समिट के ब्रांड एम्बेसडर हैं
CM Bhajanlal Sharma: स्थानीय उद्यमी, प्रवासी राजस्थानियों से संपर्क कर लाए निवेश
CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि स्थानीय उद्यमी एवं व्यापारी राइजिंग राजस्थान के ब्रांड एम्बेसडर हैं। वे देश के कई राज्यों में कार्यरत प्रवासी राजस्थानी उद्योगपतियों से संपर्क कर उन्हें प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करें, ताकि वे अपना औद्योगिक कौशल अपनी मातृभूमि पर दिखा सके।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर जयपुर में 9 से 11 दिसंबर तक आयोजित होने वाली ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ के संबंध में स्थानीय औद्योगिक एवं व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्थानीय उद्यमी एवं उनके संगठनों का व्यापक नेटवर्क आगामी राइजिंग राजस्थान समिट की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस नेटवर्क का उपयोग करते हुए ये संगठन अपनी शाखाओं के माध्यम से आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, आसाम, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, झारखंड एवं बिहार में प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन का आयोजन करें और उन्हें निवेश करने के लिए आकर्षित करें।वोकल फॉर लोकल पर विशेष फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार वोकल फोर लोकल पर विशेष रूप से ध्यान देने के साथ ही ‘एक जिला, एक उत्पाद नीति’ भी लागू करने जा रही है। इससे स्थानीय उद्यमियों की आर्थिक प्रगति होगी और रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम (रिप्स) 2024 के अंतर्गत स्टैंडर्ड सर्विसेज पैकेज के तहत इन्सेंटिव्स के लिए निवेश की न्यूनतम सीमा 50 करोड़ रुपये से घटाकर 25 करोड़ रुपये कर दी है। साथ ही, राज्य सरकार उद्योग नीति, स्टार्टअप नीति, ग्रीन हाइड्रोजन नीति, निर्यात प्रोत्साहन नीति, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग नीति पर कार्य कर रही है, जिनमें निवेश को सुगम एवं सुलभ बनाने के प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राइजिंग राजस्थान समिट के क्रम में अब तक 18 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं, जिन्हें राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ धरातल पर उतारेगी।उद्योगों को मिलेगी पर्याप्त बिजली-पानी
श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने विगत 10 महीने के कार्यकाल में एक रोडमैप के तहत बिजली एवं पानी के क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया है। राज्य सरकार ने बिजली के क्षेत्र में 2 लाख 24 हजार करोड़ रुपये के एमओयू किए गए हैं, जिससे हम प्रदेश को 2027 तक ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर बना सकेंगे। राजस्थान बिजली खरीदेगा नहीं, बल्कि बेचेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल-ईआरसीपी लिंक परियोजना एवं यमुना जल समझौता कर हमने प्रदेश में पानी की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। बिजली और पानी की उपलब्धता हमारी सरकार की प्रमुख प्राथमिकताएं हैं, इसी से प्रदेश औद्योगिक विकास के पथ पर निरंतर गतिमान होगा।राइजिंग राजस्थान के लिए व्यापारिक संगठन करेंगे सक्रिय रूप से कार्य- उद्यमी
बैठक में उद्योगपतियों एवं व्यापारियों ने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट को सफल बनाने के लिए स्थानीय व्यापारिक संगठन राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेंगे। प्रदेश में निवेश लाने के लिए व्यापारिक संगठनों की देशभर में फैली शाखाएं सक्रिय रूप से कार्य करेगी। उन्होंने पर्यटन, कृषि, शिक्षा, खनन, आवासन, हस्तशिल्प, मार्बल, अक्षय ऊर्जा, टैक्सटाइल्स, इलेक्ट्रोनिक, जेम्स एंड ज्वैलरी सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश से संबंधित पर अपने सुझाव भी मुख्यमंत्री को प्रस्तुत किए। क्रेडाई के चेयरमैन श्री गोपाल गुप्ता एवं संरक्षक श्री अनुराग शर्मा, जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष श्री सुभाष गोयल, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष श्री घनश्याम ओझा, फोर्टी के कार्यकारी निदेशक श्री अरूण अग्रवाल, जीनस पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर के चेयरमैन श्री आई सी अग्रवाल, प्रबंध निदेशक आरएमसी जेम्स श्री निर्मल बरड़िया, जयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष श्री श्याम अग्रवाल सहित प्रमुख उद्योगपति बैठक में उपस्थित थे।इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री शिखर अग्रवाल, प्रमुख सचिव उद्योग श्री अजिताभ शर्मा, प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) श्री आलोक गुप्ता, आयुक्त उद्योग एवं वाणिज्य श्री रोहित गुप्ता, रीको प्रबंध निदेशक श्री इंद्रजीत सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma ने सुना ’मन की बात’ कार्यक्रम
CM Bhajanlal Sharma ने मुख्यमंत्री निवास पर प्रधानमंत्री के सम्बोधन का श्रवण किया
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशवासियों को किया संबोधित, प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर इनोवेशन, मेक फॉर द वर्ल्ड, डिजिटल सुरक्षा का दिया संदेश
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 115वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया। CM Bhajanlal Sharma ने मुख्यमंत्री निवास पर प्रधानमंत्री के सम्बोधन का श्रवण किया। इस दौरान राज्यसभा सांसद श्री मदन राठौड़ भी उपस्थित रहे।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश ने बीते वर्षों में महान नायक-नायिकाओं की जन्म जयन्ती को नई ऊर्जा से मनाकर, नई पीढ़ी को नई प्रेरणा दी है। इसी कड़ी में देश की एकता का विजन साझा करने वाले सरदार पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती मनाने का निश्चय किया है। 31 अक्टूबर से सरदार पटेल का 150वीं जन्म जयंती का वर्ष एवं 15 नवंबर से भगवान बिरसा मुंडा का 150वीं जयंती का वर्ष शुरू होगा। उन्होंने इस उत्सव को भारत की अनेकता में एकता का उत्सव बनाने का आह्वान किया।‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड एवं डिजीटल सुरक्षा के प्रति जागरूकता को लेकर चर्चा की। उन्होंने डिजिटल सुरक्षा के तीन चरण ‘रुको-सोचो-एक्शन’ का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई व्यवस्था कानून में नहीं है तथा डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड के खिलाफ जांच एजेंसियां राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। इन एजेंसियों में तालमेल बनाने के लिए राष्ट्रीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र की स्थापना की गई है। साथ ही, साइबर स्कैम की रोकथाम के लिए लोगों का जागरूक होना भी आवश्यक है।प्रधानमंत्री ने पेरू में भरतनाट्यम और ओडिसी नृत्य के प्रशिक्षण का उदाहरण देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति लगातार विश्व को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। आज दुनिया भर के लोग भारत को जानना चाहते हैं, भारत के लोगों को जानना चाहते हैं। उन्होंने देशवासियों से आस-पास ऐसी सांस्कृतिक पहल को साझा करने का आह्वान किया।प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान की बदौलत आत्मनिर्भरता हमारी पॉलिसी के साथ ही हमारे पैशन का भी हिस्सा बन गया है। आत्मनिर्भर हो रहा भारत, हर क्षेत्र में कमाल कर रहा है। ये नया भारत है, जहां ‘मेक इन इंडिया’ अब ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ बन गया है। हमें न सिर्फ भारत को आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि अपने देश को इनोवेशन के ग्लोबल पॉवर हाउस के रूप में मजबूत भी करना है। उन्होंने देशवासियों को धनतेरस, दीवाली, छठ पूजा, गुरु नानक जयंती और सभी पर्वों की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि त्योहारों के दौरान ‘वोकल फोर लोकल’ के साथ स्थानीय दुकानदारों से खरीददारी करें।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि यह कार्यक्रम हमेशा ही प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक व सकारात्मकता को बढ़ावा देने वाला होता है। उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि त्योहारों के दौरान ‘वोकल फॉर लोकल अभियान’ से जुड़ें और ज्यादा से ज्यादा स्थानीय उत्पादों को अपनाएं।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
प्रमुख शासन सचिव Gayatri Rathod सहित अन्य अधिकारियों ने किया विभिन्न चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण
Gayatri Rathod: स्वास्थ्य मानकों में सुधार के लिए नवाचार, करौली जिले से शुरू हुआ स्टेट रिव्यू मिशन
- स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा कर दिए दिशा-निर्देश
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशों पर स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, सुचारू संचालन एवं स्वास्थ्य मानकों में सुधार के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने स्टेट रिव्यू मिशन के रूप में नवाचार किया है। इसके तहत प्रदेशभर में जिलावार निरीक्षण एवं समीक्षा बैठकों का आयोजन किया जाएगा। प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ के निर्देशन में इस स्टेट रिव्यू मिशन की शुरूआत गुरूवार को करौली जिले से की गई। इससे पहले ही मुख्यालय से अधिकारियों की 9 टीमें 22 अक्टूबर को करौली पहुंची और वहां 3 दिन में सभी ब्लॉक्स को कवर करते हुए 21 चिकित्सा संस्थानों और कई घरों में जाकर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। इन टीमों ने जिला मुख्यालय पर आयोजित समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं की वास्तविक स्थिति से अवगत कराया।प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने करौली मेडिकल कॉलेज में आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में स्वास्थ्य मानकों में सुधार करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दिशा में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, टीबी मुक्ति, साफ-सफाई सहित अन्य पैरामीटर्स पर शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं योजनाओं का लाभ निचले स्तर तक पहुंचे और आमजन को जांच, उपचार आदि में किसी तरह की कठिनाई नहीं हो।शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का प्रयास करें
श्रीमती राठौड़ ने कहा कि करौली जिले में संस्थागत प्रसव व टीकाकरण के लिए आमजन में और अधिक जागरूकता पैदा की जाए। उन्होंने जिले के विभिन्न ब्लॉक्स में मेटरनल, चाइल्ड हैल्थ एण्ड न्यूट्रीशन डे के तहत आयोजित गतिविधियों में और सुधार कर निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के सभी एफआरयू को जल्द से जल्द क्रियाशील किया जाए। उन्होंने विभिन्न पैरामीटर्स को बेहतर बनाते हुए अधिक से अधिक चिकित्सा संस्थानों को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्कीम के तहत प्रमाणीकरण करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ई-उपकरण पोर्टल पर नियमित रूप से अपडेशन किया जाए, ताकि खराब जांच मशीनों का तत्काल मेंटीनेंस सुनिश्चित हो। उन्होंने जिला अस्पताल में उपलब्ध जांच मशीनों को तुरंत प्रभाव से क्रियाशील करने के भी निर्देश दिए।दूरस्थ क्षेत्रों तक मिले योजनाओं का पूरा लाभ
श्रीमती राठौड़ ने वृद्धजनों को सुगमतापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए शुरू किए गए रामाश्रय वार्डों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए मा-वाउचर योजना महत्वपूर्ण कदम है। पिछडे़ एवं दूरस्थ क्षेत्रों में इसकी प्रभावी क्रियान्विति करें।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना आमजन को इलाज के खर्च से चिंतामुक्त करने की दिशा में महत्वाकांक्षी पहल है। सुनिश्चित करें कि अधिकाधिक पात्र लोग योजना में पंजीकृत हों और उन्हें योजना के तहत पूरा लाभ सुगमता से मिले। श्रीमती राठौड़ ने अस्पतालों में बायोमेडिकल वेस्ट का गाइडलाइन के अनुसार निस्तारण करने तथा बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण, उपकरणों के उपयोग एवं अन्य गतिविधियों के लिए प्रशिक्षण व क्षमता संवर्धन करने के भी निर्देश दिए।सिलिकोसिस से बचाव के लिए अपनाएं सुरक्षात्मक उपाय
दौसा एवं करौली जिले में सिलिकोसिस की गंभीर समस्या के दृष्टिगत उन्होंने सुरक्षात्मक उपायों, स्क्रीनिंग आदि पर विशेष फोकस करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सिलिकोसिस सर्टिफिकेट जारी करने में पूरी पारदर्शिता रखी जाए। साथ ही, पीड़ितों को सिलिकोसिस नीति के तहत उपचार एवं आर्थिक मदद समय पर उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने गैर संक्रामक रोगों से बचाव व उपचार के लिए सीएचओ के माध्यम से प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लोगों को बचाने के लिए स्क्रीनिंग के काम को प्राथमिकता दी जाए।साफ-सफाई पर दें विशेष ध्यान
निरीक्षण के दौरान करौली जिले के ज्यादातर चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई की व्यवस्था अच्छी मिलने, पर्याप्त मानव संसाधन, जांच एवं दवाओं की समुचित उपलब्धता होने पर प्रमुख शासन सचिव ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जिन चिकित्सा संस्थानों में इन सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता है, वहां तत्काल जरूरी कदम उठाएं। चेक लिस्ट बनाकर नियमित निरीक्षण किया जाए और साफ-सफाई एवं जांच व उपचार की व्यवस्थाओं को पुख्ता रखा जाए। उन्होंने आयुष्मान आरोग्य मंदिर, चिकित्सा संस्थानों के भवनों की स्थिति, एंबुलेंस, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा एवं जांच योजना, कार्मिकों को वेतन या मानदेय के भुगतान आदि की भी समीक्षा की।बैठक में आरएमएससीएल की प्रबंध निदेशक श्रीमती नेहा गिरि, निदेशक आईईसी श्री शाहीन अली खान, निदेशक आरसीएच डॉ. सुनीत राणावत सहित अन्य अधिकारियों ने करौली जिले में उनके द्वारा किए गए निरीक्षणों में सामने आई कमियों एवं सुधार के लिए जरूरी कदम उठाने के बारे में अवगत कराया। जिला कलेक्टर श्री नीलाभ सक्सेना ने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश मीणा ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति से अवगत कराया। विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रभारी अधिकारियों ने करौली जिले में इन कार्यक्रमों के संचालन एवं प्रगति की जानकारी दी।यूनीसेफ के चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. अनिल अग्रवाल ने बताया कि विगत दो दिनों में चिकित्सकों एवं अन्य अधिकारियों की टीमों ने जिले के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों का गहनता के साथ निरीक्षण किया है। निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों एवं अन्य आवश्यकताओं का विस्तृत डाटा तैयार किया जा रहा है, जिसके आधार पर स्वास्थ्य मानकों को बेहतर किया जाएगा।यहां किया निरीक्षण
बैठक से पहले प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने गंगापुर सिटी के खेड़ली में उप स्वास्थ्य केंद्र, अमरगढ़ चौकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आरएमएससीएल की प्रबंध निदेशक श्रीमती नेहा गिरि ने हिण्डौन में जिला अस्पताल एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।इसी प्रकार निदेशक आईईसी श्री शाहीन अली खान ने गंगापुर सिटी जिले के मेहंदीपुर बालाजी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा करौली के श्री महावीरजी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। निदेशक आरसीएच श्री सुनीत सिंह राणावत ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुड़गांव व प्रोजेक्ट डायरेक्टर मेटरनल हैल्थ डॉ. तरूण चौधरी ने शिवराज सिंह राजकीय सामान्य चिकित्सालय का निरीक्षण किया। अन्य अधिकारियों ने भी जिले में विभिन्न ब्लॉक्स के चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण किया।बैठक में परियोजना निदेशक एनएचएम श्रीमती तूलिका सैनी, परियोजना निदेशक पीसीपीएनडीटी श्री महिपाल सिंह, अतिरिक्त निदेशक अस्पताल प्रशासन डॉ. सुशील परमार, करौली मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आरसी मीणा, एसपीएम डॉ. लोकेश चतुर्वेदी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर श्री हेमराज, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री शिवचरण मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गुमनाराम, पीएमओ डॉ. रामकेश मीणा सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा करौली के जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma ने स्व. भैरों सिंह शेखावत को पुष्पांजलि अर्पित की
CM Bhajanlal Sharma: पूर्व उपराष्ट्रपति श्री शेखावत का सार्वजनिक जीवन एक अजातशत्रु का जीवन था।
CM Bhajanlal Sharma ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर पूर्व उपराष्ट्रपति एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ‘बाबोसा‘ स्व. भैरों सिंह शेखावत की 101वी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि श्री भैरों सिंह जी तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। वे राजस्थान के सबसे लोकप्रिय राजनेताओं में से एक तथा भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष थे। पूर्व उपराष्ट्रपति श्री शेखावत का सार्वजनिक जीवन एक अजातशत्रु का जीवन था।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भैंरोसिंह जी ने अटल बिहारी वाजपेयी जी तथा लालकृष्ण आडवानी जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सत्य और लोकतंत्र के प्रति अपनी निष्ठा निभाते हुए आपातकाल के दौर में लोकतंत्र को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्व. श्री शेखावत ने बालिकाओं का उत्थान एवं कल्याण, शिक्षा को बढ़ावा देना, अनुसूचित जाति जनजाति सहित सभी वर्गों के कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया।इस दौरान मुख्यमंत्री निवास के अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma: सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का किया सरलीकरण
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ द्वारा CM Bhajanlal Sharma का स्वागत, सफाईकर्मियों की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका, सफाई कर्मचारियों का कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता
CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि सफाईकर्मियों की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका है। वे हमें बीमारियों और गंदगी से बचाकर स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता और जिम्मेदारी है।मुख्यमंत्री श्री शर्मा सोमवार को संयुक्त वाल्मीकि श्रमिक संघ द्वारा आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नगरीय निकायों में होने वाली करीब 24 हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों एवं सुझावों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का सरलीकरण किया है और लॉटरी के माध्यम से पारदर्शी तरीके से भर्ती का काम किया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सफाईकर्मियों को उनका यह हक पहले ही मिल जाना चाहिए था लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने इन भर्तियों को अटकाने, लटकाने और भटकाने का काम किया। इससे पहले भी 2018 में हमारी ही सरकार ने 21 हजार से अधिक पदों पर सफाईकर्मियों की भर्ती की थी।श्री शर्मा ने कहा कि सफाई कर्मचारी विषम परिस्थितियों में काम करते हैं। ऐसी स्थिति में उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए आरजीएचएस के तहत फेफड़ों, किडनी एवं त्वचा से संबंधित बीमारियों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है। साथ ही, सफाई कर्मचारियों को राज्य सरकार द्वारा रियायती दर पर ऋण भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि समाज के छात्रावास हेतु भूमि आवंटन तथा जोधपुर में नवल जी महाराज का पैनोरमा बनवाने का सकारात्मक आश्वासन दिया।प्रधानमंत्री ने देश को दिया स्वच्छता का मंत्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर, 2014 को स्वयं झाड़ू उठाकर स्वच्छ भारत अभियान का आगाज किया था। उन्होंने देशवासियों को स्वच्छता का मंत्र दिया और आज स्वच्छ भारत अभियान एक ‘जन आदोलन’ का रूप ले चुका है, क्योंकि इसे पूरे देश की जनता का अपार समर्थन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश के सफाईकर्मियों का आभार व्यक्त करने के लिए प्रयागराज में कुंभ के दौरान उनके चरण धोए थे।श्री शर्मा ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बहुत आदर से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि यूके यात्रा के दौरान मैंने लंदन में किंग हेनरी रोड स्थित ऐतिहासिक अम्बेडकर हाउस का दौरा किया। यह स्थान बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी से जुड़ी अमूल्य स्मृतियों, उनके जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों और उनके द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्यों का साक्षी रहा है।5 वर्षों में सरकारी व निजी क्षेत्रों में सृजित होंगे 10 लाख रोजगार के अवसर
श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओ के हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनके लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए इस वर्ष 1 लाख एवं पांच साल में कुल 4 लाख पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही निजी क्षेत्रों में भी अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध करवाते हुए पांच वर्षों में कुल 10 लाख रोजगार सृजित किए जाएंगे। श्री शर्मा ने कहा कि भर्तियां समयबद्ध रूप से पूरी हो, इसके लिए आगामी दो साल के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के माध्यम से भर्तियों का कैलेण्डर भी जारी कर दिया गया है और परीक्षाओं की तिथि तय कर दी गई है।मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत सरकार द्वारा करवाए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में सफाई कर्मियों के सहयोग से राजस्थान अच्छा प्रदर्शन करेगा। कार्यक्रम में वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों और सफाईकर्मियों ने मुख्यमंत्री को माला पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर लगभग 24 हजार सफाईकर्मियों की भर्ती के लिए आभार जताया।इस अवसर पर विधायक श्री कालीचरण सराफ, जयपुर ग्रेटर नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर, जयपुर हेरिटेज नगर निगम महापौर (कार्यवाहक) श्रीमती कुसुम यादव, जयपुर ग्रेटर नगर निगम उप महापौर श्री पुनीत कर्णावट, संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष श्री नंदकिशोर डंडोरिया, नवल सम्प्रदाय के संत श्री सुनील जी महाराज सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में सफाईकर्मी उपस्थित थे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma का विदेश यात्रा से लौटने पर जयपुर एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत
CM Bhajanlal Sharma ने जर्मनी एवं यूनाइटेड किंगडम में आयोजित इन्वेस्टर मीट में निवेशकों को किया आमंत्रित
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम की विदेश यात्रा के बाद रविवार को जयपुर लौटे। श्री शर्मा का जयपुर एयरपोर्ट परिसर में राज्य मंत्रिपरिषद् के सदस्यों एवं विधायकों सहित उच्च अधिकारियों ने स्वागत किया। मंत्रिगण और विधायकों ने मुख्यमंत्री को पुष्पगुच्छ भेंट कर सफल विदेश यात्रा के लिए बधाई दी।इस दौरान जयपुर शहर के प्रमुख स्थानों पर आमजन ने श्री भजनलाल शर्मा का अभिनंदन किया और प्रदेश की आर्थिक समृद्धि एवं विकसित राजस्थान की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी जताया।उल्लेखनीय है कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के तहत राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए अन्य देशों में इन्वेस्टर मीट और रोड-शो आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने जर्मनी के म्यूनिख और यूनाइटेड किंगडम के लंदन में आयोजित इन्वेस्टर मीट में हिस्सा लिया और निवेशकों से मुलाकात कर उन्हें प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेम चन्द बैरवा, शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर, संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल चौधरी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री अविनाश गहलोत, पशुपालन एवं डेयरी व देवस्थान मंत्री श्री जोराराम कुमावत, जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री सुमित गोदारा, नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री झाबर सिंह खर्रा, पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा, ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हीरालाल नागर, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज राज्य मंत्री श्री ओटाराम देवासी, गृह राज्य मंत्री श्री जवाहर सिंह बेढम, राजस्व राज्य मंत्री श्री विजय सिंह, किसान आयोग अध्यक्ष श्री सी.आर. चौधरी, राज्यसभा सांसद श्री मदन राठौड़, सांसद श्रीमती मंजू शर्मा, सांसद श्री राव राजेन्द्र सिंह सहित विभिन्न विधायकगण, जयपुर ग्रेटर मेयर श्रीमती सौम्या गुर्जर, जयपुर हेरिटेज मेयर श्रीमती कुसुम यादव, जिला प्रमुख जयपुर श्रीमती रमा चौपड़ा, मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत, पुलिस महानिदेशक श्री यू.आर. साहू एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
MP Manju Sharma: जिला स्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम का हुआ आयोजन
MP Manju Sharma एवं जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में हुई जनसुनवाई – 185 फरियादियों की हुई सुनवाई, 24 परिवेदनाओं का मौके पर ही हुआ निस्तारण
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों की अनुपालना एवं जनभावना के अनुरूप पारदर्शी एवं संवेदनशील वातावरण में आमजन की परिवेदनाओं एवं समस्याओं की सुनवाई एवं त्वरित समाधान के लिए गुरुवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन हुआ।सांसद श्रीमती मंजू शर्मा सहित विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में आयोजित जिला स्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने 185 परिवादियों के परिवाद सुने, जिनमें से 24 प्रकरणों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। अन्य प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के लिए कलक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।जिला स्तरीय जनसुनवाई में कुल 185 प्रकरण प्राप्त हुए जिनमें प्रमुख रूप से अतिक्रमण हटवाने पेंशन शुरू करवाने, मौसमी बीमारियों के प्रभावित इलाकों में फॉगिंग करवाने, सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने, पेयजल की सप्लाई सुचारू कराने, पत्थरगढ़ी, कृषि भूमि में आवागमन हेतु रास्ता खुलवाने, वृद्धावस्था पेंशन, सड़क, आवासीय पट्टा, बनवाने नामांतरण जमीन विवाद सहित विभिन्न विषयों से संबंधित शिकायतें प्राप्त हुई। जनसुनवाई में प्राप्त प्रकरणों का जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को आमजन के प्रति जवाबदेही के साथ समस्याओं का निस्तारण करते हुए राहत देने के निर्देश दिए।उल्लेखनीय है कि माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा आमजन के अभाव अभियोगों के समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण को लेकर संवेदनशील हैं। माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल ने पारदर्शी एवं संवेदनशील वातावरण में आमजन की परिवेदनाओं एवं समस्याओं की सुनवाई एवं त्वरित समाधान के लिए जिला प्रशासन को नियमित जनसुनवाई के निर्देश दिये हैं।जनसुनवाई में विधायक श्री गोपाल शर्मा, श्री विद्याधर चौधरी, डॉ शिखा मील बराला, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती प्रतिभा वर्मा, पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण श्री आनंद शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम) श्री विनिता सिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर (द्वितीय) श्री अशीष कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर (तृतीय) श्रीमती कुंतल विश्नोई, अतिरिक्त जिला कलक्टर (चतुर्थ) श्रीमती सुमन पंवार, अतिरिक्त जिला कलक्टर (उत्तर) श्री मुकेश कुमार मूंड, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री शेर सिंह लुहाड़िया सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma: ‘कैच द रेन’ कैम्पेन से जल संचय को मिलेगा बढ़ावा
CM Bhajanlal Sharma: जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजस्थान की जल परियोजनाएं हो रही साकार
CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। देश में जल संचय के क्षेत्र में ’कैच द रेन’ कैम्पेन प्रधानमंत्री की अनूठी पहल है। उन्होंने कहा कि यह अभियान देश में जन आंदोलन बनेगा, जिससे जन भागीदारी बढ़ेगी और जल संचय होगा।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा रविवार को गुजरात के सूरत में जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान की जल आवश्यकता को समझते हुए वर्ष 2003 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश को नर्मदा का पानी उपलब्ध करवाया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही राजस्थान और मध्यप्रदेश के मध्य ईआरसीपी परियोजना का एमओयू तथा हरियाणा और राजस्थान के बीच यमुना जल समझौता हुआ। देवास परियोजना के तहत उदयपुर में जल उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।राजस्थान में सदियों से जल संरक्षण एक परंपरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में जल हमेशा से एक अनमोल संसाधन रहा है, इसलिए राजस्थान में जल संरक्षण एक परंपरा है। हमारे पूर्वजों ने जल संरक्षण की आवश्यकता को गहराई से समझा और सीमित संसाधनों में भी डिग्गी, कुंड और बावड़ी बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि सदियों से राजस्थान में टांके, तालाब, खड़ीन, नाड़ियां, पाट और जोहड़ के माध्यम से वर्षा जल को सहजने का काम किया जा रहा है।‘कैच द रेन’ कैम्पेन का राजस्थान को मिलेगा लाभ
श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्षा जल संचय के लिए महत्वपूर्ण अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जल संचय के लिए प्रवासी राजस्थानियों का अपनी मातृभूमि के प्रति योगदान का निश्चय इस अभियान को मजबूती प्रदान करेगा। राजस्थान के हर जिले के प्रत्येक गांव में चार जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण के लिए प्रवासी उद्यमियों का योगदान तय किया गया है। इससे जल संकट को दूर करने में मदद मिलेगी। यह अभियान आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवनदायिनी साबित होने वाला है।मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के तहत हो रहे जल संरक्षण के कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 चलाया जा रहा है। प्रथम चरण में इस अभियान के तहत 5 हजार से अधिक गांवों में 3 हजार 500 करोड़ रुपये की लागत से 1 लाख 10 हजार कार्य करवाये जा रहे हैं। यह अभियान राज्य में जल संरक्षण और जल स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस वर्ष अच्छी वर्षा होने से प्रदेश के बांध भरे हुए हैं।श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद जो परिवर्तन आया है, उसे सभी महसूस कर रहे हैं। देश में गरीब कल्याण की योजनाएं, विकास योजनाएं, आतंकवाद-नक्सलवाद का खात्मा और दुनिया में बढ़ता भारत का गौरव देश के हर नागरिक ने देखा है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री गुजरात श्री भूपेन्द्र पटेल, मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल, उप मुख्यमंत्री बिहार श्री सम्राट चौधरी, संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल, सांसद श्री लुम्बाराम चौधरी सहित वरिष्ठ अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in