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  • कैबिनेट मंत्री Mohinder Bhagat ने बागवानी विभाग के कार्यों और विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की

    कैबिनेट मंत्री Mohinder Bhagat ने बागवानी विभाग के कार्यों और विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की

    Mohinder Bhagat: किसानों से अधिक लाभ के लिए बागवानी व्यवसाय अपनाने की अपील

    बागवानी मंत्री Mohinder Bhagat ने किसानों के कल्याण के लिए बागवानी विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों और योजनाओं के बारे में अधिकारियों के साथ सोमवार को चंडीगढ़ में एक समीक्षा बैठक की

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार राज्य के किसानों को अधिक समृद्ध बनाने और आर्थिक पहलू को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए रक्षा सेवा कल्याण, स्वतंत्रता सेनानी और बागवानी मंत्री Mohinder Bhagat ने किसानों के कल्याण के लिए बागवानी विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों और योजनाओं के बारे में अधिकारियों के साथ सोमवार को चंडीगढ़ में एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक के दौरान, विशेष मुख्य सचिव बागवानी, श्री के. ए. पी. सिन्हा ने मंत्री को सब्जियों के लिए उत्कृष्टता केंद्र, करतारपुर (जालंधर) आलू के लिए उत्कृष्टता केंद्र, धोगरी (जालंधर) पठानकोट और लीची के बागों और रेशम उत्पादन की खेती करने वाले किसानों के बारे में जानकारी दी। बैठक के दौरान बागवानी निदेशक शैलेंद्र कौर ने विभाग के कार्यों और किसानों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

    इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने बागवानी विभाग के अधिकारियों को किसानों के कल्याण के लिए चलाई जा रही वर्तमान योजनाओं से किसानों को अवगत कराने पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि किसान कल्याण योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि किसानों को राज्य सरकार की किसान कल्याण योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी मिल सके। इस अवसर पर मंत्री ने किसानों से बागवानी व्यवसाय अपनाने की अपील की।

    बैठक के दौरान, बागवानी निदेशक शलिंदर कौर ने बताया कि बागवानी विभाग भारत सरकार की कृषि अवसंरचना कोष योजना के तहत राज्य के लिए नोडल एजेंसी है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत विभाग को भारत सरकार से अपना पहला पुरस्कार मिला, जिस पर मंत्री ने संतोष व्यक्त किया। बागवानी निदेशक ने कहा कि राज्य में रेशम उत्पादन योजना को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें शहतूत और ईरी रेशम के अलावा टसर रेशम के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। मंत्री ने निर्देश दिया है कि इस व्यवसाय को और बढ़ावा दिया जाना चाहिए। पंजाब को आलू के बीज उत्पादन के केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए, मंत्री ने आदेश दिया कि आलू के बीज उत्पादकों के साथ जल्द ही एक बैठक की जाएगी।

    कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार किसानों को उनकी आय बढ़ाने वाली गतिविधियों में हर संभव सहायता प्रदान करेगी।

    इस बैठक में बागवानी सचिव अजीत बालाजी जोशी, उप निदेशक बागवानी हरमेल सिंह और हरप्रीत सिंह सेठी उपस्थित थे।

  • पंजाब के CM Mann ने अटल प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद प्रमुख बैठक की अध्यक्षता की

    पंजाब के CM Mann ने अटल प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद प्रमुख बैठक की अध्यक्षता की

    CM Mann की प्राथमिकताः अस्पताल से छुट्टी मिलने के कुछ घंटों बाद धान की खरीद केंद्र में

    CM Mann : धान की सुचारू खरीद के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तैयार

    • मंडियों में लगभग 185 मीट्रिक टन धान की खरीद और उठाने के लिए पुख्ता तंत्र होने की उम्मीद
    • डीसी से किसानों की सुविधा के लिए क्षेत्र का दौरा सुनिश्चित करने को कहा
    • खाद्य उत्पादकों को मंडियों में किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा
    • पहले 750 चावल मिल मालिकों को उनके आवंटन से 25% अधिक धान देने की घोषणा की

    पंजाब के CM Mann ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार आगामी खरीफ विपणन सीजन के लिए पूरी तरह से तैयार है। (KMS).

    धान की आगामी खरीद की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले खरीद सीजन के दौरान किसानों द्वारा मंडियों में लाए जाने वाले 185 एलएमटी धान की खरीद की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान में 32 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की खेती की जा रही है और पंजाब 185 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य बना रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सीसीएल ने रु। केएमएस 2024-25 के लिए 41,378 करोड़ रुपये पहले ही आरबीआई द्वारा जारी किए जा चुके हैं।

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि भारत सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) एक लाख रुपये तय किया है। इस सीजन में ग्रेड ‘ए’ धान के लिए 2320 रुपये प्रति क्विंटल। उन्होंने कहा कि एफसीआई के साथ राज्य की खरीद एजेंसियां जैसे पनग्रेन, मार्कफेड, पनसप, पीएसडब्ल्यूसी भारत सरकार द्वारा निर्धारित विनिर्देशों के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद करेंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि धान की सुचारू और परेशानी मुक्त खरीद के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है और राज्य सरकार धान की सुचारू और परेशानी मुक्त खरीद और उठाव के लिए प्रतिबद्ध है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मंडियों में आते ही किसानों की फसल की खरीद के लिए पहले ही विस्तृत व्यवस्था कर ली है। उन्होंने कहा कि किसानों को उनके बैंक खातों में मौके पर ही भुगतान सुनिश्चित करने के लिए एक व्यवहार्य तंत्र विकसित किया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बाजार में अनाज की सुचारू और परेशानी मुक्त खरीद सुनिश्चित की जा रही है ताकि किसानों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ धान की सुचारू, परेशानी मुक्त और त्वरित खरीद सुनिश्चित करने और दूसरी तरफ किसानों को उनकी उपज का समय पर भुगतान करने में सुविधा प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास किए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य के किसानों को मंडियों में अपनी उपज की बिक्री के लिए किसी भी असुविधा का सामना नहीं करना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए बाध्य है कि किसानों के हर सोने के दाने की खरीद की जाए और उन्हें तुरंत उठाया जाए।

    मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को मंडियों में धान की फसल की खरीद की प्रक्रिया सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के साथ-साथ अपने-अपने जिलों में धान की फसल का शीघ्र उठाव सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस कर्तव्य को निभाने में किसी भी प्रकार की ढिलाई पूरी तरह से अनुचित और अवांछनीय है और किसानों की उपज को जल्द से जल्द खरीदने और उठाने की आवश्यकता है ताकि उन्हें सुविधा मिल सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार धान की सुचारू और परेशानी मुक्त खरीद के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है और अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए कर्तव्यबद्ध हैं कि सरकार के निर्णय को विधिवत लागू किया जाए।

    मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को जमीनी स्तर पर पूरे संचालन का जायजा लेने के लिए रोजाना 7-8 मंडियों का दौरा करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले अनाज बाजारों का नियमित दौरा करना चाहिए और नियमित निगरानी के लिए दैनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करनी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने उन्हें खरीद कार्यों का बारीकी से निरीक्षण करने के लिए भी कहा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अनाज का स्टॉक बाजार में जमा न हो और जल्द से जल्द इसका उठाव सुनिश्चित किया जा सके।

    इस बीच, एक महत्वपूर्ण निर्णय में मुख्यमंत्री ने कहा कि चावल मिल मालिकों को एक बड़ी राहत देते हुए, राज्य के पहले 750 मिल मालिक जो खरीद सीजन 2024-25 के लिए कस्टम मिलिंग के आवंटन के लिए आवेदन करेंगे, उन्हें नीति के अनुसार उनकी पात्रता से 25% अधिक धान आवंटित किया जाएगा।

  • CM Bhagwant Mann द्वारा राज्य में धान के खरीद प्रबंधों का जायज़ा

    CM Bhagwant Mann द्वारा राज्य में धान के खरीद प्रबंधों का जायज़ा

    CM Bhagwant Mann: ख़ाद्य और सिवल सप्लाई विभाग के अधिकारियों के साथ की मीटिंग

    • मीटिंग में राइस मिल्लरों के नुमायंदे भी हुए शामिल
    • CM Bhagwant Mann ने केंद्रीय सिवल सप्लाई मंत्री के समक्ष जगह की कमी से सम्बन्धित मुद्दा उठाया
    • प्रहलाद जोशी द्वारा मुख्यमंत्री को इस मुद्दे के जल्द हल का भरोसा
    • राज्य सरकार अनाज की खरीद के लिए पूरी तरह तैयार, किसानों को कोई भी कठिनाई नहीं आने दी जायेगी: मुख्यमंत्री
    • भारत सरकार द्वारा खरीफ मंडीकरण सीजन 2024-25 के लिए 41,339.81 करोड़ रुपए की कैश क्रेडिट लिमिट जारी

    पंजाब के CM Bhagwant Mann ने आज कहा कि पंजाब सरकार राज्य भर की मंडियों में किसानों का एक- एक दाना खरीदने के लिए वचनबद्ध है।

    राज्य में धान के खरीद प्रबंधों का जायज़ा लेने के लिए की मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से किसानों की फ़सल मंडियों में पहुँचते सार ही खरीदने के लिए पुख़्ता प्रबंध किये गए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को उनके बैंक खातों में मौके पर ही अदायगी यकीनी बनाने के लिए एक व्यावहारिक विधि विकसित की गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मंडियों में अनाज की निर्विघ्न खरीद को यकीनी बनाया जा रहा है जिससे किसानों को किसी किस्म की दिक्कत का सामना न करना पड़े।

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि धान की निर्विघ्न और तरुंत खरीद को यकीनी बनाने के लिए हर संभव यत्न करने के साथ-साथ किसानों को उनकी उपज की समय पर अदायगी करने की भी सुविधा दी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्य के किसानों को मंडियों में अपनी फ़सल की बिक्री सम्बन्धी किसी किस्म की कठिनाई नहीं होनी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसानों के हर दाने की तुरंत खरीद और ढुलाई यकीनी बनाना राज्य सरकार का फर्ज है।

    इस दौरान पंजाब राइस मिल्लरज़ एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात की। इस मीटिंग के दौरान भगवंत सिंह मान ने उनको भरोसा दिया कि राज्य सरकार उनका मुद्दा केंद्र सरकार के समक्ष उठाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के हर वर्ग के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है।

    मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे के बारे केंद्रीय ख़ाद्य और सिवल सप्लाई मंत्री प्रहलाद जोशी के साथ टैलिफ़ोन पर बातचीत की और मामले को सुलझाने के लिए उनके दख़ल की माँग की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को एफ. सी. आई. को चावलों की डिलीवरी के लिए अपेक्षित जगह बनाने के लिए निर्देश देने के लिए कहा जिससे राज्य में खरीफ मंडीकरण सीजन 2024-25 के दौरान धान/ चावलों की खरीद निर्विघ्न ढंग के साथ हो सके। भारतीय ख़ाद्य निगम ( एफ. सी. आई.) के पास भंडारण के लिए जगह की कमी का मुद्दा उठाते हुये मुख्यमंत्री ने अफ़सोस प्रकटाया कि एफ. सी. आई. के समक्ष ख़ास तौर पर मई से लेकर अब तक जगह की काफ़ी कमी का सामना करना पड़ रहा है जिस कारण राज्य के चावल मिल्लरों द्वारा खरीफ मंडीकरण सीजन 2023-24 के चावलों की डिलीवरी केंद्रीय पुल में एफ. सी. आई. को करने में रुकावट आई है। उन्होंने आगे कहा कि इससे राज्य के चावल मिल्लरों के दरमियान आगामी खरीफ सीजन 2024-25 के दौरान जगह की कमी सम्बन्धी चिंता पैदा हो गई है।

    इस दौरान, केंद्र सरकार की तरफ से पंजाब को खरीफ मंडीकरण सीजन 2024-25 के दौरान अक्तूबर 2024 के अंत तक धान की खरीद के लिए 41,339.81 करोड़ रुपए (इकतालीस हज़ार तीन सौ उनतालीस करोड़ 81 लाख रुपए) की कैश क्रेडिट लिमिट जारी की गई है।

  • CM Bhagwant Mann ने समाज के हर वर्ग की भलाई सुनिश्चित करने के संबंध में राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया

    CM Bhagwant Mann ने समाज के हर वर्ग की भलाई सुनिश्चित करने के संबंध में राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया

    1158 सहायक प्रोफेसरों और लाइब्रेरियन के प्रतिनिधिमंडल की ओर से उनके हितों की रक्षा के लिए CM Bhagwant Mann का धन्यवाद

    पंजाब के CM Bhagwant Mann ने आज समाज के हर वर्ग की भलाई सुनिश्चित करने के संबंध में राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया।

    हाईकोर्ट के फैसले के बाद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को धन्यवाद करने आए 1158 सहायक प्रोफेसरों और लाइब्रेरियनों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान, भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार समाज के सभी वर्गों की भलाई के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रतिनिधिमंडल ने कानूनी उलझनों से निकालने के लिए हरसंभव प्रयास करने हेतु मुख्यमंत्री का हृदय से धन्यवाद किया। उन्होंने इस बात पर भी अफसोस व्यक्त किया कि पिछली सरकारों ने उनकी कोई सहायता नहीं की, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार उनकी मदद के लिए आगे आई है।

     

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पूरी भर्ती प्रक्रिया के लिए एक सुव्यवस्थित और पारदर्शी प्रणाली तैयार की है, जिसके तहत अब तक 45,000 से अधिक नियुक्तियां की जा चुकी हैं और इनमें से किसी भी नियुक्ति को किसी भी अदालत में चुनौती नहीं दी गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पंजाब सरकार के लिए गर्व की बात है कि इन युवाओं को केवल योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी गई हैं। उन्होंने कहा कि उनके लिए भी यह बहुत गर्व और संतोष की बात है कि सभी युवाओं को उनकी योग्यता और समझदारी के आधार पर इन पदों के लिए चुना गया है।

    इस दौरान लाइब्रेरियन फ्रंट की एक सदस्य ने मुख्यमंत्री का उनके उद्देश्य में सहयोग के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह वास्तविक बदलाव है जो सरकारी कॉलेजों में देखा जा रहा है क्योंकि दो दशकों से अधिक समय के बाद इन कॉलेजों में भर्ती की गई है। उन्होंने कहा कि वे इस नेक और दूरदर्शी प्रयास के लिए मुख्यमंत्री के सदैव आभारी रहेंगे।

    एक सहायक प्रोफेसर डॉ. सोहेल ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया 2021 में शुरू की गई थी और मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने उनके हितों की अच्छी तरह से रक्षा की है। उन्होंने कहा कि यह उनके और उनके परिवारों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि इस कठिन समय में राज्य सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि उन्हें राज्य सरकार का अभिन्न अंग बनाने के लिए वे मुख्यमंत्री के हृदय से आभारी हैं।

  • CM Mann ने राज्य में स्वास्थ्य क्रांति को बढ़ावा देना जारी रखा, 30 नए आम आदमी क्लीनिक लोगों को सौंपे गए

    CM Mann ने राज्य में स्वास्थ्य क्रांति को बढ़ावा देना जारी रखा, 30 नए आम आदमी क्लीनिक लोगों को सौंपे गए

    CM Mann : राज्य में कुल 872 आम आदमी क्लिनिक संचालित
    2.07 करोड़ मरीजों का मुफ्त इलाज हुआ

    लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से एक कदम उठाते हुए, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को 30 और आम आदमी क्लीनिक लोगों को समर्पित किए, जिससे ऐसे चालू क्लीनिकों की कुल संख्या 872 हो गई।

    मुख्यमंत्री द्वारा समर्पित 30 क्लीनिकों में बठिंडा में पांच, होशियारपुर में दो, मनसा में सात, मोगा में तीन, पटियाला में छह, एसएएस नगर में पांच और श्री मुक्तसर साहिब में दो क्लीनिक शामिल हैं।

    इस बीच, मुख्यमंत्री ने कहा कि ये क्लीनिक उच्च गुणवत्ता वाली प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए आधारशिला के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुल 80 प्रकार की दवाएं और 38 नैदानिक परीक्षण निःशुल्क प्रदान किए जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन क्लीनिकों में महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया देखी गई है, अब तक कुल 2.07 करोड़ से अधिक मरीज सामने आए हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि 72 लाख से अधिक डायग्नोस्टिक टेस्ट मुफ्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन क्लीनिकों ने राज्य के लोगों की स्वास्थ्य देखभाल पर जेब से होने वाले खर्च को 1050 करोड़ रुपये तक कम करने में योगदान दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने माध्यमिक स्वास्थ्य सुविधाओं में सभी निर्धारित दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष अभियान भी शुरू किया है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सी. एम. ओ./एस. एम. ओ. को स्थानीय स्तर पर दवाओं की खरीद के लिए अधिकृत किया गया है।साथ ही उन्होंने कहा कि दवाओं और आपूर्ति श्रृंखला दोनों की केंद्रीकृत खरीद को मजबूत किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस पहल से मरीजों की जेब से होने वाले खर्च में लगभग 102.98 करोड़ रुपये की अनुमानित कुल बचत हुई है।

    मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी माध्यमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में मुफ्त एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकारी सुविधाओं को मजबूत करने के अलावा नाममात्र की सरकारी निर्धारित दरों पर सेवाएं प्रदान करने के लिए 512 निजी एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड केंद्रों को सूचीबद्ध किया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बड़ी संख्या में मरीज इसका लाभ उठा रहे हैं क्योंकि प्रतिदिन किए जाने वाले अल्ट्रासाउंड की संख्या 650 से बढ़कर 1,350 हो गई है।

    राज्य में एक्स-रे 3,000 से बढ़कर 4,200 हो गए हैं और अब तक कुल 7.52 लाख रोगियों (5.67 लाख एक्स-रे सेवाओं का लाभ उठाया और 1.85 लाख यूएसजी सेवाओं का लाभ उठाया) ने इन सेवाओं का उपयोग किया है।

    source: http://ipr.punjab.gov.in

  • CM Bhagwant Singh Mann: राज्य के अमन-शांति और विकास की दुश्मन ताकतें मेरे खिलाफ फैला रही झूठी अफवाहें

    CM Bhagwant Singh Mann: राज्य के अमन-शांति और विकास की दुश्मन ताकतें मेरे खिलाफ फैला रही झूठी अफवाहें

    CM Bhagwant Singh Mann

    गुमराह करने वाले और बेबुनियाद प्रचार के लिए विरोधी दल की कड़ी आलोचना

    सुखबीर तो कद्दू और लौकी में फर्क भी नहीं बता सकता

    पंचायती चुनावों में बुद्धिमान और ईमानदार लोगों को चुनने की अपील

    पंजाब की पुरानी शान को बहाल करने के लिए सरकार कर रही कड़ी मेहनत

    पंजाब के CM Bhagwant Singh Mann ने कहा कि राज्य की अमन-शांति, तरक्की और खुशहाली की दुश्मन ताकतें उनके खिलाफ बेबुनियाद अफवाहें फैला रही हैं ताकि राज्य के विकास को बाधित किया जा सके।

    आज यहां राज्य के 30 आम आदमी क्लीनिकों का समर्पण करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लोगों की भलाई और राज्य के विकास के लिए समर्पित होकर काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ राजनीतिक नेताओं को यह पच नहीं रहा है। इसी वजह से वे बार-बार उनके खिलाफ जहर उगल रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसे घटिया हथकंडे उन्हें लोगों की सेवा करने से नहीं रोक सकते और वे राज्य के विकास के इस नेक कार्य में पूरे समर्पण के साथ जुटे रहेंगे।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता में रहने वाले पिछले राजनीतिक नेताओं ने कभी भी राज्य या यहां के लोगों की चिंता नहीं की। उन्होंने कहा कि इन अहंकारी नेताओं ने हमेशा राज्य के लिए काम करने के बजाय अपने व्यक्तिगत लाभ और परिवारवाद को प्राथमिकता दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं का यह रवैया पंजाब और इसके लोगों के लिए घातक साबित हुआ।

    मुख्यमंत्री ने कहा, “परंपरागत पार्टियां मुझसे ईर्ष्या करती हैं क्योंकि मैं एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखता हूं। ये नेता सत्ता में बने रहने को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते थे, इसलिए इन्हें यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है कि आम आदमी सरकार इतनी बेहतर ढंग से कैसे चला रहा है। इन राजनीतिज्ञों ने लंबे समय तक लोगों को मूर्ख बनाया, लेकिन अब लोग इनके गुमराह करने वाले प्रचार में नहीं आएंगे।”

    मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने अपने सरकारी पदों का दुरुपयोग कर धन-संपत्ति इकट्ठी की और बड़े-बड़े महल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इन महलों की दीवारें ऊंची हैं और दरवाजे आम लोगों के लिए बंद रहते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये नेता लोगों की पहुंच से दूर रहे, इसलिए लोगों ने इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।

    अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की बागडोर संभालने के बावजूद पूर्व उपमुख्यमंत्री राज्य की भौगोलिक स्थिति से अनजान हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “सब कुछ छोड़ो, सुखबीर तो कद्दू और लौकी में फर्क भी नहीं बता सकता।” भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसे नेता कई सालों तक लोगों को बेवकूफ बनाते रहे, लेकिन अब आम लोगों ने अपनी सरकार को वोट देकर सत्ता में लाया है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की जन-हितैषी नीतियों के कारण राज्य में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पारदर्शी तरीके से 44,000 से अधिक युवाओं को नौकरियां दी हैं, जिससे विदेश गए युवा नौकरी के लिए वापस आ रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस बार राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों के दाखिलों में भारी वृद्धि हुई है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 1080 करोड़ रुपए की लागत से निजी कंपनी जीवीके पावर के स्वामित्व वाले गोइंदवाल पावर प्लांट को खरीदकर सफलता की एक नई कहानी लिखी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब को आवंटित पचवाड़ा कोयला खदान से कोयले का उपयोग केवल सरकारी पावर प्लांट्स के लिए ही किया जा सकता है। इसलिए, इस पावर प्लांट की खरीद के साथ, इस कोयले का उपयोग राज्य के हर क्षेत्र में बिजली उत्पादन के लिए किया जा सकेगा। उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत गर्व और संतोष की बात है कि पंजाब सरकार के जनहितैषी फैसलों के कारण राज्य के 90 प्रतिशत उपभोक्ताओं को शून्य बिजली बिल मिल रहा है।

    मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने मौजूदा धान के मौसम के दौरान किसानों को सिंचाई के लिए नहर का पानी उपलब्ध कराने का क्रांतिकारी कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य भूजल के घटते स्तर को रोकना और यह सुनिश्चित करना है कि किसान इस मौसम में नहर के पानी का प्रभावी ढंग से उपयोग करें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भूजल को बचाना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने पदभार संभाला था, उस समय केवल 21 प्रतिशत नहर का पानी ही इस्तेमाल किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि यह बड़े गर्व और संतोष की बात है कि आज 72 प्रतिशत नहर का पानी सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि नई कंडी नहर बनाई जा रही है, जिससे 11,000 एकड़ भूमि को लाभ होगा और धार कलां में 206 मेगावाट का बांध स्थापित किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य और इसके लोगों की भलाई के लिए अनुकरणीय पहल की हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार उनकी सरकार ने राज्य में मालवा नहर के निर्माण का कार्य शुरू किया है। उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड पर है कि इससे पहले किसी भी राज्य सरकार ने इस आवश्यकता पर ध्यान नहीं दिया। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि लगभग 150 किलोमीटर लंबी यह नई नहर राज्य, खासकर मालवा क्षेत्र में, विकास और समृद्धि का एक नया युग शुरू करेगी, और राज्य सरकार इस अनूठी परियोजना पर लगभग 2300 करोड़ रुपए खर्च करेगी, जिससे लगभग 2 लाख एकड़ भूमि की सिंचाई की जरूरतें पूरी होंगी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि अब लोगों को अपना काम कराने के लिए चंडीगढ़ के चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं क्योंकि सरकार खुद ‘सरकार तुहाडे दुआर’ कार्यक्रम के माध्यम से उनकी शिकायतों का मौके पर ही समाधान कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल लोगों की समस्याओं को सुलझाने में मदद मिल रही है, बल्कि राज्य सरकार की नीतियों पर जमीनी स्तर की प्रतिक्रिया प्राप्त करने का एक उपयुक्त मंच भी साबित हो रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले दिनों में जनहित में और भी जनोन्मुखी पहल की जाएंगी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पंचायती चुनाव जल्द ही होंगे और उम्मीदवार बिना पार्टी चुनाव चिन्ह के चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि इससे गांवों में गुटबंदी समाप्त होगी और ग्रामीण क्षेत्रों का समग्र विकास होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने जनहित को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों को पार्टी चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने से रोकने का बड़ा निर्णय लिया है।

    इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जो भी गांव सर्वसम्मति से पंचायत का चुनाव करेगा, उसे स्टेडियम, स्कूल या अस्पताल सहित 5 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करना चाहती है, जिसके लिए सूझ-बूझ वाले और ईमानदार लोगों का चुना जाना आवश्यक है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार के इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे और लोगों को इसका लाभ मिलेगा।

  • CM Bhagwant Singh Mann द्वारा विधायक कुंवर विजय प्रताप की पत्नी के निधन पर शोक व्यक्त

    CM Bhagwant Singh Mann द्वारा विधायक कुंवर विजय प्रताप की पत्नी के निधन पर शोक व्यक्त

    CM Bhagwant Singh Mann

    पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज अमृतसर उत्तरी क्षेत्र के विधायक कुंवर विजय प्रताप की पत्नी मधुमिता के दुखद और असमय निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है, जिनका  संक्षिप्त बीमारी के कारण निधन हो गया। वह 53 वर्ष की थीं और अपने पीछे पति और दो बेटियों को छोड़ गई हैं।

    एक शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि मधुमिता जी के निधन के बारे में जानकर उन्हें गहरा दुख हुआ है। वह अपने परिवार की ताकत थीं और अपने पति की सफलता के लिए प्रेरणास्रोत थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समाज और विशेष रूप से परिवार के लिए बहुत बड़ी क्षति है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मधुमिता जी एक पवित्र आत्मा थीं, जिन्होंने अपने पति कुंवर विजय प्रताप को एक पुलिस अधिकारी और अब जनता के चुने हुए प्रतिनिधि के रूप में मानवता की मिसाली सेवा करने में पूर्ण सहयोग दिया।

    परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने अकाल पुरख के समक्ष प्रार्थना की कि वह दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और परिवार के सदस्यों एवं सगे-संबंधियों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें।

  • CM Bhagwant Singh Mann मोहाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शहीद भगत सिंह की 30 फुट ऊंची प्रतिमा समर्पित करेंगे

    CM Bhagwant Singh Mann मोहाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शहीद भगत सिंह की 30 फुट ऊंची प्रतिमा समर्पित करेंगे

    CM Bhagwant Singh Mann

    शहीद-ए-आज़म के जन्मदिन 28 सितंबर को समर्पित होगी प्रतिमा

    शहीद की शानदार विरासत को कायम रखने में सहायक होगी प्रतिमा

    पंजाब के CM Bhagwant Singh Mann 28 सितंबर को शहीद भगत सिंह के जन्मदिन के मौके पर मोहाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शहीद-ए-आज़म की 30 फुट ऊंची प्रतिमा को समर्पित करेंगे।

    प्रतिमा की स्थापना का जायजा लेने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह 30 फुट ऊंची प्रतिमा गनमेटल से तैयार की गई है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह प्रतिमा युवा पीढ़ी को देश की सेवा के लिए प्रेरित करने में बहुत सहायक होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्रतिमा राज्य सरकार की ओर से महान शहीद को उचित श्रद्धांजलि होगी और शहीद की गौरवमयी विरासत को हमेशा कायम रखने में सहायक होगी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की अटूट कोशिशों के कारण मोहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम पहले ही शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि शहीदों के नाम पर हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों का नामकरण उनकी गौरवमयी विरासत को कायम रखने के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों के नाम महापुरुषों के नाम पर रखने से हमारे युवाओं को देश के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित कर सकता है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की विचारधारा देश की समक्ष मौजूद सभी समस्याओं का समाधान है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्रतिमा देश के अंदर और दुनियाभर से हवाई अड्डे पर आने वाले पंजाबियों की युवा पीढ़ी में शहीद की शानदार विरासत को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। साथ ही, यह प्रतिमा हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों को इस राष्ट्रीय नायक द्वारा दी गई महान कुर्बानी की याद दिलाती रहेगी।

    मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि युवा शहीद को न केवल उसकी बहादुरी के लिए, बल्कि उसके समाजवाद के दर्शन और अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिए भी याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि शहीदों का महान जीवन और दर्शन युवा पीढ़ी को देशभक्ति की भावना से देश की सेवा करने के लिए हमेशा प्रेरित करेगा। भगवंत सिंह मान ने दोहराया कि राज्य सरकार शहीद भगत सिंह के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।

  • Bhagwant Singh Mann द्वारा राज्य में बड़े निवेश को प्रोत्साहन, कनाडा के नेबुला ग्रुप ने पंजाब में निवेश के लिए गहरी दिलचस्पी दिखाई

    Bhagwant Singh Mann द्वारा राज्य में बड़े निवेश को प्रोत्साहन, कनाडा के नेबुला ग्रुप ने पंजाब में निवेश के लिए गहरी दिलचस्पी दिखाई

    Bhagwant Singh Mann:

    नेबुला ग्रुप खाद्य प्रसंस्करण और प्लास्टिक के कचरे की रीसाइक्लिंग में भी निवेश के लिए सहमत

    बुढ़ा नाला की सफाई के लिए भी कंपनी देगी विशेषज्ञता

    पंजाब के मुख्यमंत्री Bhagwant Singh Mann ने आज कनाडा की एक बड़ी कंपनी नेबुला ग्रुप को निवेश के लिए प्रोत्साहित करके राज्य में बड़े निवेश को बढ़ावा दिया।

    ग्रुप के अध्यक्ष और चेयरमैन रमन खटड़ा से बातचीत के दौरान Bhagwant Singh Mann ने कहा कि यह गर्व और संतोष की बात है कि कंपनी ने खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है, जहां टमाटर, नींबू वर्ग के फल, जूस, और आलू को 10,000 हेक्टेयर के आसपास के क्षेत्र से एकत्र किया जाएगा, जिससे ओजोन के उपयोग से जमे हुए और ताजे खाद्य उत्पादों की उम्र बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कंपनी ओजोन तकनीक की मदद से खराब होने वाली और ताजा वस्तुओं की शेल्फ लाइफ बढ़ाकर उन्हें बरामद करेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसानों को बड़े पैमाने पर लाभ पहुंचाने के लिए मार्कफेड और पंजाब एग्रो के साथ साझेदारी सुनिश्चित की जाएगी और कंपनी द्वारा दोराहा के पास एक प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिससे युवाओं को रोजगार मिलेगा।

    मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कंपनी लुधियाना के बुढ़ा नाले को नवीनतम तकनीक से साफ करने के लिए अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी भारतीय मूल के भंडारों से कैंसर पैदा करने वाली अशुद्धियों को हटाएगी और इसके अलावा, नैनो स्तर पर नेबुला ओजोनेशन की मदद से कैंसर पैदा करने वाले सभी तत्वों को सफलतापूर्वक हटाने का भी प्रस्ताव है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पानी के टीडीएस स्तर को 100 से कम करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे ताकि यह पानी पीने योग्य हो सके।

    मुख्यमंत्री के प्रयासों के चलते, कंपनी प्लास्टिक के कचरे, विशेषकर प्लास्टिक बोतलों की रीसाइक्लिंग के लिए राज्य में प्लांट स्थापित करने के लिए भी सहमत हो गई है। उन्होंने कहा कि इससे जहां प्लास्टिक कचरे की समस्या का समाधान होगा, वहीं स्वच्छ और हरित पर्यावरण को भी बढ़ावा मिलेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।

    पंजाब को निवेश के लिए सबसे पसंदीदा स्थान बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेशकों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम वाली औद्योगिक नीति भी तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब में अपार संभावनाएं हैं और दुनियाभर की प्रमुख कंपनियां राज्य में निवेश के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा की कंपनी के लिए भी राज्य में निवेश करना अत्यधिक लाभप्रद साबित होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द और शांतिपूर्ण माहौल है, जो पंजाब के समग्र विकास, समृद्धि और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

  • Punjab CM News: महाराजा रणजीत सिंह के नक्शेकदम पर चलते हुए समाज का हर वर्ग सुखी होगा।

    Punjab CM News: महाराजा रणजीत सिंह के नक्शेकदम पर चलते हुए समाज का हर वर्ग सुखी होगा।

    Punjab CM Latest News:

    Punjab CM भगवंत सिंह मान ने कहा है कि राज्य सरकार शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह के नक्शेकदम पर चल रही है ताकि समाज के हर वर्ग का कल्याण सुनिश्चित बनाया जा सके।

    • बरसी के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह के दौरान शेर-ए-पंजाब को श्रद्धांजलि की भेंट
    • सरकार को अस्थिर करने का सपना देख रहे विरोधियों पर कसा व्यंग्य
    • 25 वर्षों तक राज करने का दावा करने वाले खत्म होने की कगार पर पहुंचे
    • केंद्र से फंड नहीं मांगेंगे अपने संसाधन खुद पैदा करेंगे
    • प्रदेश के किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए मालवा नहर के निर्माण की घोषणा
    •  सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत लाभार्थियों को चार माह का गेहूं इकट्ठा मिलेगा

    यहां महाराजा की बरसी के अवसर पर एक राज्य स्तरीय समारोह के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह एक महान राजा थे जिन्होंने महान सिख गुरुओं द्वारा प्रचारित धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद के सिद्धांतों को सही मायने में लागू किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह ने एक सच्चे सिख के रूप में कानून और व्यवस्था और अपने लोगों के कल्याण को सुनिश्चित किया और लोगों की दुर्दशा को महसूस करने के लिए रात में भेष बदलकर अपने राज्य का दौरा भी किया। उन्होंने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह लोगों के प्रति अपने प्यार और स्नेह के कारण लोगों के सच्चे राजा थे।

    Punjab CM ने कहा कि शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह सिख साम्राज्य के संस्थापक थे, जिनका राज्य पश्चिम में खैबर दर्रे से लेकर उत्तर में कश्मीर, दक्षिण में सिंध और पूर्व में तिब्बत तक फैला था। उन्होंने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह के नक्शेकदम पर चलते हुए राज्य सरकार ने समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए कई जनहितैषी योजनाएं शुरू की हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा महाराजा रणजीत सिंह की शानदार विरासत को संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

    Punjab CM ने कहा कि शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह सिख साम्राज्य के संस्थापक थे, जिनका राज्य पश्चिम में खैबर दर्रे से लेकर उत्तर में कश्मीर, दक्षिण में सिंध और पूर्व में तिब्बत तक फैला था। उन्होंने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह के नक्शेकदम पर चलते हुए राज्य सरकार ने समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए कई जनहितैषी योजनाएं शुरू की हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा महाराजा रणजीत सिंह की शानदार विरासत को संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

    Punjab CM ने यह भी कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें संत बाबा अतर सिंह जी के आशीर्वाद वाले इस पवित्र स्थान पर आने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह ने उस समय सम्राट होते हुए भी श्री अकाल तख्त साहिब से मिली सजा को सहजता से स्वीकार करते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह जैसा राज्य प्रशासन देने का दावा करने वाले राज्य के पिछले नेताओं ने श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

    Punjab CM ने इस बात पर अफसोस जताया कि राज्य की पिछली सरकारों ने महाराजा रणजीत सिंह की इस पवित्र भूमि की उपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत पिछली सरकारों ने प्रदेश में ड्रग माफिया को पनपने दिया, जिससे प्रदेश की युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीद भगत सिंह, शहीद सुखदेव, शहीद राजगुरु, शहीद करतार सिंह सराभा, शहीद उधम सिंह आदि महान शहीदों ने देश की खातिर अपनी जान कुर्बान कर दी, जबकि राज्य के पिछले शासकों ने राज्य को लूटा और बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

    Punjab CM ने इस सीट से गुरमीत सिंह मीत हेयर को सांसद चुनने के लिए संगरूर संसदीय क्षेत्र के लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके द्वारा चुना गया सांसद इस क्षेत्र की आवाज को लोकसभा में मजबूती से उठाएगा। उन्होंने कहा कि संगरूर क्षेत्र का बड़े पैमाने पर विकास होगा क्योंकि अब सांसद और राज्य सरकार क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए समन्वय के साथ मिलकर काम करेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार राज्य की प्रगति और यहां के लोगों की खुशहाली के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है और आने वाले दो वर्षों में राज्य में अभूतपूर्व विकास होगा।

    Punjab CM ने कहा कि विरोधी पार्टियों के नेता यह दावा करके हवा किले बना रहे हैं कि पंजाब सरकार अस्थिर है, जो जल्द ही गिर जायेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार लोगों के समर्थन के साथ अपना कार्यकाल पूरा करेगी, जिन्होंने 92 सीटों के साथ लोक-हितैषी सरकार के हक में फ़तवा दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि 1920 में अस्तित्व में आए अकाली दल की हालत बहुत दयनीय हो चुकी है, जो 2020 के बाद लगातार पतन की तरफ बढ़ रहा है और अब ख़त्म होने की कगार पर है, जबकि इसके नेता सत्य को भूलकर 25 साल राज करने का दावा कर रहे हैं।

    Punjab CM ने कहा कि लोग अकालियों को कभी भी माफ नहीं करेंगे क्योंकि उन्होंने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी का घोर पाप किया है, जो माफी के काबिल नहीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह राज्य के विकास के लिए केंद्र से फंड नहीं मांगेंगे, बल्कि राज्य अपने ख़ुद के साधन पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र राज्य के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है क्योंकि पंजाब के लोगों ने उनको एक भी सीट नहीं दी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अब सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत लोगों को चार महीनों का गेहूँ इकट्ठा देगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब पुलिस में जल्द ही 10,000 नये मुलाजिमों की भर्ती करेगी, जिसके लिए नोटिफिकेशन पहले ही जारी किया जा चुका है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार नौजवानों को अधिकार देकर उनके प्रवास को रोकने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार नहरी पानी टेलों तक पहुँचा है और यह भूमिगत जल को बचाने में अहम भूमिका निभाएगा।। उन्होंने व्यंग्य कसते हुए कहा कि पंजाब के लोग ‘ख्वाज़ा पीर’ की पूजा करते हैं परन्तु कैप्टन और सुखबीर जैसे नेताओं को इस जल देवता के बारे में कोई जानकारी नहीं है क्योंकि उन्होंने कभी ज़मीनी स्तर पर कोई काम ही नहीं किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से लोगों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है जबकि पहले के शासकों ने कभी भी इस तरफ़ ध्यान देना ज़रूरी नहीं समझा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि रवायती पार्टियाँ उनसे ईर्ष्या करती हैं क्योंकि वह एक आम परिवार से सम्बन्ध रखते हैं, जिस कारण वह रोज़ाना उनके विरुद्ध ज़हर उगलते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह नेता जो यह मानते हैं कि उनके पास राज करने का ईश्वरीय अधिकार है, उनको यह बात हज़म नहीं हो रही कि एक आम आदमी राज्य को बेहतर ढंग से कैसे चला रहा है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने लम्बा समय लोगों को मूर्ख बनाया है परन्तु अब लोग इनके भ्रामक प्रचार में नहीं आएंगे।

    Punjab CM ने कहा कि राज्य सरकार ने निजी कंपनी जी.वी.के. पावर के स्वामित्व वाला गोइन्दवाल पावर प्लांट खरीद कर सफलता की नयी कहानी लिखी है। उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार यह उलटफेर देखने को मिला है क्योंकि राज्य सरकार ने एक प्राईवेट पावर प्लांट खरीदा है जबकि पिछली सरकारों ने राज्य की जायदादें अपने चहेतों को बहुत कम कीमत पर बेच दीं थीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह किसी भी सरकारी/ प्राइवेट कंपनी से सबसे सस्ते भाव में खरीदा गया पावर प्लांट है और एक ऐतिहासिक पहलकदमी है परन्तु 90 प्रतिशत बिजली उपभोक्ताओं को मुफ़्त बिजली मिलने के बावजूद विरोधी पक्ष ने कभी भी इस की प्रशंसा नहीं की।

    Punjab CM ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के मालवा क्षेत्र के किसानों की ज़रूरतें पूरी करने के लिए जल्द ही मालवा नहर का निर्माण करेगी। उन्होंने कहा कि गिद्दड़बाहा, लम्बी और ऐसे अन्य इलाकों को इसका लाभ होगा। उन्होंने कहा कि यह आज़ादी के बाद बनने वाली पहली नहर होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछले सत्ताधारियों ने कभी भी इन मुद्दों की परवाह नहीं की और इन मामलों को पूरी तरह अनदेखा किया।

    Punjab CM ने सुखबीर सिंह बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया, प्रताप सिंह बाजवा, सुखपाल सिंह खैहरा और दूसरे नेताओं को पंजाबी की बेसिक लिखित परीक्षा पास करने की चुनौती दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह तो निश्चित है कि इन सत्ता के पीछे पागल हुए राजनीतिज्ञों को राज्य की राजधानी का नाम ज़रूर पता होगा परन्तु वह इसको पंजाबी में नहीं लिख सकते। उन्होंने कहा कि सनावर और दून स्कूल से पढ़े इन नेताओं को बेसिक पंजाबी की जानकारी नहीं है और वह यह परीक्षा पास नहीं कर सकते।

    Punjab CM ने कहा कि राज्य के हर जिले में मुख्यमंत्री हेल्प डैस्क स्थापित किये जा रहे हैं जिससे लोग इनके द्वारा सरकारी सेवाओं का लाभ ले सकें। उन्होंने कहा कि समर्पित अधिकारी इस डैस्क पर बैठ कर रुटीन प्रशासनिक कामों के लिए आम लोगों से अर्ज़ियाँ प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में चल रहे प्रशासनिक कामों सम्बन्धी अर्ज़ियाँ सम्बन्धित विभाग को भेजी जाएंगी जिससे काम को तुरंत पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उे सम्बन्धित कामों की अर्ज़ियों को उनके दफ़्तर में भेजा जायेगा, जहाँ से आगे इनको तुरंत निपटारे के लिए प्रशासनिक विभागों के पास भेजा जायेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मुख्यमंत्री का डैशबोर्ड जिलों में समूची गतिविधि की निरंतर निगरानी करेगा और आम लोगों से उनकी अर्ज़ियों और बकाया कामों बारे फीडबैक ली जायेगी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मसतूआना साहिब में मैडीकल कॉलेज स्थापित करने के लिए वचनबद्ध है और इस सम्बन्धी वह पहले ही कई प्रस्तावों पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि राज्य की विकास विरोधी ताकतों ने इस अहम प्रोजैक्ट को रोक दिया है, इस प्रोजैक्ट से क्षेत्र के लोगों की किस्मत बदल सकती थी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इनको लोगों की भलाई में कोई रूचि नहीं है, बल्कि यह हमेशा अपने संकुचित राजनैतिक हितों को पूरा करने में ही लगे रहते हैं।
    इससे पहले मुख्यमंत्री ने शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह को उनके ननिहाल गाँव स्थित स्मारक पर श्रद्धांजली भी भेंट की।

    इस मौके दूसरों के अलावा कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा, विधायक नरिन्दर कौर भराज और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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