Tag: Baba Saheb Dr. Bhimrao Ambedkar
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CM Bhajanlal Sharma: सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का किया सरलीकरण
CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि सफाईकर्मियों की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका है। वे हमें बीमारियों और गंदगी से बचाकर स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता और जिम्मेदारी है।मुख्यमंत्री श्री शर्मा सोमवार को संयुक्त वाल्मीकि श्रमिक संघ द्वारा आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नगरीय निकायों में होने वाली करीब 24 हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों एवं सुझावों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का सरलीकरण किया है और लॉटरी के माध्यम से पारदर्शी तरीके से भर्ती का काम किया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सफाईकर्मियों को उनका यह हक पहले ही मिल जाना चाहिए था लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने इन भर्तियों को अटकाने, लटकाने और भटकाने का काम किया। इससे पहले भी 2018 में हमारी ही सरकार ने 21 हजार से अधिक पदों पर सफाईकर्मियों की भर्ती की थी।श्री शर्मा ने कहा कि सफाई कर्मचारी विषम परिस्थितियों में काम करते हैं। ऐसी स्थिति में उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए आरजीएचएस के तहत फेफड़ों, किडनी एवं त्वचा से संबंधित बीमारियों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है। साथ ही, सफाई कर्मचारियों को राज्य सरकार द्वारा रियायती दर पर ऋण भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि समाज के छात्रावास हेतु भूमि आवंटन तथा जोधपुर में नवल जी महाराज का पैनोरमा बनवाने का सकारात्मक आश्वासन दिया।मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर, 2014 को स्वयं झाड़ू उठाकर स्वच्छ भारत अभियान का आगाज किया था। उन्होंने देशवासियों को स्वच्छता का मंत्र दिया और आज स्वच्छ भारत अभियान एक ‘जन आदोलन’ का रूप ले चुका है, क्योंकि इसे पूरे देश की जनता का अपार समर्थन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश के सफाईकर्मियों का आभार व्यक्त करने के लिए प्रयागराज में कुंभ के दौरान उनके चरण धोए थे।श्री शर्मा ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बहुत आदर से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि यूके यात्रा के दौरान मैंने लंदन में किंग हेनरी रोड स्थित ऐतिहासिक अम्बेडकर हाउस का दौरा किया। यह स्थान बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी से जुड़ी अमूल्य स्मृतियों, उनके जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों और उनके द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्यों का साक्षी रहा है।श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओ के हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनके लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए इस वर्ष 1 लाख एवं पांच साल में कुल 4 लाख पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही निजी क्षेत्रों में भी अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध करवाते हुए पांच वर्षों में कुल 10 लाख रोजगार सृजित किए जाएंगे। श्री शर्मा ने कहा कि भर्तियां समयबद्ध रूप से पूरी हो, इसके लिए आगामी दो साल के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के माध्यम से भर्तियों का कैलेण्डर भी जारी कर दिया गया है और परीक्षाओं की तिथि तय कर दी गई है।मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत सरकार द्वारा करवाए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में सफाई कर्मियों के सहयोग से राजस्थान अच्छा प्रदर्शन करेगा। कार्यक्रम में वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों और सफाईकर्मियों ने मुख्यमंत्री को माला पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर लगभग 24 हजार सफाईकर्मियों की भर्ती के लिए आभार जताया।इस अवसर पर विधायक श्री कालीचरण सराफ, जयपुर ग्रेटर नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर, जयपुर हेरिटेज नगर निगम महापौर (कार्यवाहक) श्रीमती कुसुम यादव, जयपुर ग्रेटर नगर निगम उप महापौर श्री पुनीत कर्णावट, संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष श्री नंदकिशोर डंडोरिया, नवल सम्प्रदाय के संत श्री सुनील जी महाराज सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में सफाईकर्मी उपस्थित थे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
Cabinet Minister Harpal Singh Cheema: भगवान वाल्मीकि जी के उपदेश आधुनिक समय में सही राह दिखाते हैं
Cabinet Minister Harpal Singh Cheema ने भगवान वाल्मीकि जी के परगट दिवस के अवसर पर दिरबा में भक्तों को बधाई दी
भगवान वाल्मीकि जी के परगट दिवस के अवसर पर, पंजाब के कैबिनेट मंत्री Harpal Singh Cheema ने दिरबा में भगवान वाल्मीकि मंदिर में मत्था टेका और सभी भक्तों को बधाई दी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि इस पवित्र दिवस के अवसर पर सभी को आपसी समुदाय को मजबूत करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी के उपदेश आधुनिक समय में सही मार्ग दिखाते हैं।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने भी शिक्षा के अधिकार पर बल दिया था, इसलिए शिक्षा को अधिक से अधिक अपनाकर समानता और भाईचारे का प्रकाश फैलाने का प्रयास होना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आज पंजाब सरकार द्वारा भगवान वाल्मीकि जी का परगट दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है और विधानसभा क्षेत्र दिर्बा के विभिन्न गांवों में संगत इस दिन को पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ मना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाओं के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है ताकि उनके द्वारा दिया गया संदेश घर-घर तक पहुंच सके।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री को अलग-अलग गांवों में श्रद्धालुओं ने सम्मानित भी किया।
source: http://ipr.punjab.gov.in
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President Murmu : शिक्षा ही सशक्तिकरण का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है
President Murmu: मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर का 32 वां दीक्षान्त समारोह 85 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल, 68 को पीएचडी उपाधि
President Murmu: शिक्षित और सुसंस्कारित व्यक्ति अपने परिवार, समाज और देश की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू गुरूवार को उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षान्त समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन सिर्फ स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए ही नहीं बल्कि उनके शिक्षकों और अभिभावकों के लिए भी हर्ष और गर्व का है।विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में आयोजित समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने की। विशिष्ट अतिथि पंजाब के राज्यपाल व चण्डीगढ़ प्रशासक श्री गुलाबचंद कटारिया रहे। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा सम्माननीय अतिथि के रूप में मौजूद रहे।प्रारंभ में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.सुनीता मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इससे पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू के विश्वविद्यालय परिसर पहुंचने पर राज्यपाल श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़े, पंजाब के राज्यपाल व चण्डीगढ़ प्रशासक श्री गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा, विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव व रजिस्ट्रार वृद्धिचंद गर्ग ने किया।दीक्षान्त समारोह में राष्ट्रपति ने विभिन्न विषयों के 85 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल तथा 68 शोधार्थियों को विद्या वाचस्पति की उपाधि से नवाजा। दीक्षांत समारोह में कुल 85 विद्यार्थियों को 102 गोल्ड मेडल दिए गए। जिसमें 16 छात्र तथा 69 छात्राएं शामिल है। इन गोल्ड मेडल में 8 चांसलर मेडल भी शामिल है जिसमें दो छात्र व 6 छात्राएं हैं। प्रतिवर्ष दिए जाने वाले 9 स्पॉन्सर गोल्ड मेडल के क्रम में डॉ सीबी मामोरिया, प्रो विजय श्रीमाली, प्रो आरके श्रीवास्तव, विजय सिंह देवपुरा, पीसी रांका, प्रो ललित शंकर-पुष्पा देवी शर्मा स्मृति में गोल्ड मेडल दिए गए। इसके साथ ही कुल 68 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई, जिसमें 35 छात्राएं और 33 छात्र शामिल थे।समारोह में जिले के प्रभारी एवं राजस्व व उपनिवेशन मंत्री श्री हेमन्त मीणा, उदयपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ.मन्नालाल रावत व राज्यसभा सांसद श्री चुन्नीलाल गरासिया, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, समाजसेवी रविन्द्र श्रीमाली व चंद्रगुप्त सिंह चौहान, एमपीयूएटी के कुलपति श्री अजीत कुमार कर्नाटक, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोढाणी, राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति श्री एसएस सांरगदेवोत, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, महाविद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।उच्च आचरण व कर्म से देश का गौरव बढ़ाएं-
दीक्षान्त समारोह को संबोधित करते हुए महामहिम राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ चरित्र का भी विशेष महत्व है। उन्होंने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि चरित्र और विनम्रता के बिना मनुष्य हिंसक पशु के समान है। उन्होंने विद्यार्थियों को उच्चतम नैतिक मूल्यों का पालन करते हुए आगे बढ़ने और अपने उच्च आचरण व कर्म से देश को गौरवान्वित करने का आह्वान किया।सतत सीखने की प्रवृत्ति से ही शिक्षा की उपयोगिता-
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने कहा कि वर्तमान समय तेज गति से हो रहे बदलावों का है। ज्ञान और तकनीक में भी बदलाव हो रहे हैं। शिक्षा की उपयोगिता बनाए रखने के लिए जरूरी है कि सतत सीखने की प्रवृत्ति रखी जाए। विद्यार्थी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और सामाजिक उत्तरदायित्वों में समन्वय रखें। उन्होंने विद्यार्थियों से वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का भी आह्वान किया।भक्ति और शक्ति का संगम स्थल है मेवाड़-
राष्ट्रपति ने कहा कि मेवाड़ और उदयपुर की विभूतियों ने स्वाधीनता संग्राम और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह क्षेत्र सदियों से राष्ट्रीय अस्मिता के संघर्ष का साक्षी रहा है। राणा सांगा, महाराणा प्रताप, और भक्तिकाल की महान संत कवयित्री मीराबाई का यह क्षेत्र शक्ति और भक्ति के संगम का क्षेत्र कहा जा सकता है। यहाँ की जनजाति-बहुल आबादी ने इस क्षेत्र का ही नहीं पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। यहां के इतिहास का अध्ययन करना चाहिए। इससे भारत की गौरवशाली परंपराओं के बारे में जानकारी मिलेगी। उन्होंने स्वाधीनता संग्राम में उदयपुर प्रजामण्डल के योगदान को भी रेखाकिंत करते हुए माणिक्य लाल वर्मा, बलवंत सिंह मेहता और भूरेलाल बया और मोहनलाल सुखाड़िया आदि का भी स्मरण किया।बेटियां हर क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही-
दीक्षान्त समारोह में गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में बेटों की तुलना में बेटियों की अधिक संख्या की जानकारी मिलने पर राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां सभी क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही हैं। यह बहुत खुशी की बात है।प्राचीन भारत शिक्षा का मुख्य केंद्र रहा है— राज्यपाल
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने सभी पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों और शोधार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। श्री बागड़े ने कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति प्राचीन भारत की शिक्षापद्धति से प्रेरित है। इसमें विद्यार्थी को अपने विषय के अतिरिक्त भी अन्य जीवनोपयोगी विषयों के अध्ययन की सुविधा प्रदान की जा रही है। श्री बागड़े ने कहा कि प्राचीन भारत शिक्षा का मुख्य केंद्र रहा है। यहां नालन्दा जैसे विश्वविद्यालय थे, जहां देश-विदेश से छात्र अध्ययन के लिए आते थे। दशमलव और शून्य जैसी महत्वपूर्ण इकाइयां दुनिया को भारत की देन हैं। उन्होंने राजस्थान के विश्वविद्यालयों की युजीसी नेक रैकिंग पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में मानकों के अनुसार सुविधाओं के विस्तार पर काम किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि अगले 5 वर्षों के दरम्यान राजस्थान का कोई भी विश्वविद्यालय नेट रैकिंग से वंचित नहीं रहेगा। श्री बागड़े ने विद्यार्थियों को जल के समान शीतलता और विनम्रता धारण करने के लिए प्रेरित किया।दीक्षान्त समारोह से पहले राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के उदयपुर आगमन पर गुरुवार सुबह डबोक स्थित महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पर अगवानी की गई।राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू विशेष विमान से निर्धारित समय पर डबोक एयरपोर्ट पहुंचीं। यहां राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागड़े, पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाबचंद कटारिया, उप मुख्यमंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा, प्रभारी मंत्री श्री हेमन्त मीणा, उदयपुर सांसद डॉ.मन्नालाल रावत, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, पुलिस महानिरीक्षक राजेश मीणा, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल, पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल, जिला प्रमुख श्रीमती ममता कुंवर, महापौर गोविन्द सिंह टांक, समाजसेवी रविन्द्र श्रीमाली आदि ने अगवानी की और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।source: http://dipr.rajasthan.gov.in