Tag: स्वच्छ भारत मिशन

  • CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi: स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक

    • प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया, यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ
    • स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए
    • आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ रहा, इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा, सफाईकर्मी इस स्वच्छता की नींव रखने वाले ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया
    • गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेग
    • दीपावली पर्व में समाज के अन्तिम पायदान के प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने का प्रयास करें

    CM Yogi ने आगामी दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में आज गोरखपुर में आयोजित ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने दीपावली पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं देकर उनके जीवन में समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि यह एक बड़ा सुन्दर अवसर है कि नगर निगम, गोरखपुर इस वर्ष दीपावली के पूर्व सबसे पहले इस शहर को स्वच्छ बनाने वाले सफाईकर्मियों को सम्मानित कर रहा है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ता है। कुछ वर्ष पूर्व इस प्रकार की स्थिति यहां नहीं दिखाई पड़ती थी। तब गोरखपुर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर तथा जलजमाव देखने को मिलता था, जिसके कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियां होती थीं। इसके कारण जनपद गोरखपुर की छवि भी प्रभावित होती थी। आज गोरखपुर स्वच्छ व सुन्दर बन गया है। अब यहां जलनिकासी का रास्ता भी है और सुन्दर चौड़ी सड़कंे भी हैं। इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा है। इस स्वच्छता की नींव रखने वाले सफाईकर्मी हैं। इसलिए आज यहां उनको सम्मानित करने का कार्य किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वास्तव में यह एक बहुत कठिन कार्य है। एक मनुष्य होने के नाते समाज के जिस सम्मान का पात्र एक सफाईकर्मी को बनना चाहिए था, वह आजादी के बाद तक उसे प्राप्त नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के हम सभी आभारी हैं, जिन्होंने 02 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छता के लिये ‘स्वच्छ भारत मिशन’ शुरू किया। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया था। इसे प्रभावी रूप से लागू कर राष्ट्रीय कार्यक्रम का एक हिस्सा बनाया गया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत यह भी सुनिश्चित किया गया कि देश का कोई भी नागरिक खुले में शौच न करे। इसके लिए 10 करोड़ से अधिक घरों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय बनवाये गये। इस मिशन का परिणाम भी प्राप्त हुआ। इसके परिणामस्वरूप जहां एक तरफ नारी गरिमा की रक्षा हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ समाज में एक स्वच्छ व सुन्दर वातावरण भी देखने को मिल रहाहै। इस वातावरण का आनन्द प्रत्येक तबके का व्यक्ति ले रहा है। व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक जीवन में स्वच्छता के प्रति प्रधानमंत्री जी का यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक है। नगर निगम ने सबसे पहले इन्हें सम्मानित करने का बहुत अच्छा कार्य किया है, यह एक सुःखद क्षण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी पार्षदों एवं अधिकारियों द्वारा आगे भी इन्हें सम्मानित करने का कार्य किया जायेगा। स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा है, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए, ताकि पूरे प्रदेश को स्वच्छ बनाया जा सके।

    दीपावली पर्व दीपोत्सव एवं खुशियों का पर्व है। इस दीपोत्सव का आनन्द तभी है, जब हर जगह स्वच्छता रहेगी। स्वच्छता के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत होती है। स्वच्छता के इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में पूर्ण सहभागी बनकर हर व्यक्ति संकल्प ले कि किसी भी सार्वजनिक स्थान पर गंदगी व कचरा नहीं करेंगे। हम सब यह संकल्प लें कि भौतिक गंदगी या अन्य प्रकार की गंदगी को, जिससे समाज का माहौल दूषित हो, उसे समाज में स्थान नहीं बनाने देंगे। इस प्रकार के कार्यक्रम को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले गोरखपुर शहर बारिश में जलप्लावित हो जाता था। किन्तु आज यहां पूरी रात बारिश के बाद भी सुबह जल जमाव नहीं दिखाई पड़ता है। यह चीजे दिखाती हैं कि यहां विकास हुआ है। गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेगा। इसके साथ एक फोरलेन की सड़क भी बन रही है, जिससे यातायात की समस्या का भी समाधान होगा। जिस गोरखपुर को पहले एक टापू कहा जाता था, अब वह एक नये भारत के नये उत्तर प्रदेश में अपने विकास, स्वच्छता व सुन्दरता के लिए एक नये गोरखपुर के रूप में जाना जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति मनुष्य की नियति होनी चाहिए और इस प्रगति के लिए निरन्तर सार्थक प्रयास भी होने चाहिए। दीपावली का पर्व हमें यही प्रेरणा देता है। उन्होंने सभी नगरवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि जिस प्रकार नगर निगम ने दीपावली पर्व में सबसे पहले सफाईकर्मियों का सम्मान किया है, उसी प्रकार सभी को समाज के अन्तिम पायदान पर स्थित प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने के लिए प्रयास करें। दीपावली पर्व एकाकीपन के साथ नहीं बल्कि सबके साथ मिलकर मनाना चाहिए। हम सब का यह प्रयास होना चाहिए कि जिस प्रकार हम खुशियां मना रहे हैं, उसी प्रकार समाज का प्रत्येक वंचित एवं गरीब व्यक्ति भी खुशियां मनायें, इसके लिए हमे अपने साथ उन्हें जोड़ना पड़ेगा। हमारा प्रयास यह हो कि प्रत्येक गरीब व्यक्ति के पास भी हमारे घर की तरह मिठाई हों एवं उसके घर में भी दीपक जले। यदि यह कार्य हम करेंगे, तो पूरे प्रदेश में सामाजिक समता, सौहार्द व राष्ट्रीय एकता स्थापित कर पायेंगे।

    इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ला एवं महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव ने भी लोगो को सम्बोधित किया।

    कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री चारू चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने गोरखपुर में पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण किया

    CM Yogi: स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की 12 छोटी गाड़ियों, 02 बड़े वाहनों, सीवेज सफाई की अत्याधुनिक मशीनों, बैंडीकोट रोबोट और विदेश से मंगाई गई डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

    • कैफे का उद्घाटन किया
    • नवरात्रि दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छ पण्डाल पोस्टर का विमोचन किया
    • मुख्यमंत्री ने लोगों को जीरो वेस्ट त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज गोरखपुर में सिविल लाइंस स्थित पार्क रोड पर पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण करने के साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की 12 छोटी गाड़ियों, 02 बड़े वाहनों, सीवेज सफाई की अत्याधुनिक मशीनों, बैंडीकोट रोबोट और विदेश से मंगाई गई डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। साथ ही, उन्होंने नवरात्रि दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छ पण्डाल पोस्टर का विमोचन भी किया और लोगों को जीरो वेस्ट त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पिंक बस टॉयलेट का निरीक्षण किया और इसमें बनाई गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने पिंक बस टॉयलेट के पिछले हिस्से में बने कैफे का भी उद्घाटन किया और इस कैफे का संचालन करने वाली महिलाओं से बातचीत कर उनका उत्साह बढ़ाया। ज्ञातव्य है कि गोरखपुर नगर निगम द्वारा सिविल लाइंस क्षेत्र में इस पिंक बस टॉयलेट की शुरुआत किए जाने से इनकी संख्या 02 हो गई है। एक पिंक टॉयलेट रामगढ़ताल रोड पर बुद्धा गेट के पास क्रियाशील है। पिंक बस टॉयलेट को कबाड़ घोषित रोडवेज की बसों को मॉडिफाई करके बनाया गया है। इसमें इण्डियन और वेस्टर्न टॉयलेट, वॉश बेसिन आदि की सुविधा है। इसमें प्रसाधन सम्बन्धी सुविधाओं के साथ कैफे की भी सुविधा दी गई है।

    पिंक बस टॉयलेट में बिजली सम्बन्धी जरूरतों को पूरा करने के लिए सोलर सिस्टम भी इंस्टॉल किया गया है। वाहन के पिछले हिस्से में कैफे बनाया गया है। कैफे के संचालन से जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के माध्यम से महिलाओं को रोजगार से भी जोड़ा गया है। कैफे में खानपान के कई तरह के सामान मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि लगभग 06 करोड़ रुपये की लागत वाली डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन तंग गलियों में सेफ्टी टैंक की सफाई कर मशीन में ही डी-वॉटरिंग कर स्लज और सीवेज के जल को अलग कर देती है। उसके बाद जल को शोधित कर सीधे नदी या तालाब में डाला जा सकता है। मुख्यमंत्री जी ने लगभग 50 लाख रुपये की लागत वाले बैंडीकोट रोबोट का भी लोकार्पण किया। इस रोबोट के उपयोग से सफाई मजदूरों को मेनहोल, खतरनाक और तंग सीवर पाइपों में प्रवेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

    इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य श्री धर्मेन्द्र सिंह, विधायक श्री विपिन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Dr. Yadav: प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ग्वालियर में अत्याधुनिक गौशाला के साथ निर्मित कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र का किया वर्चुअली शुभारंभ

    CM Dr. Yadav: प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ग्वालियर में अत्याधुनिक गौशाला के साथ निर्मित कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र का किया वर्चुअली शुभारंभ

    CM Dr. Yadav

    • स्वच्छ भारत मिशन और अमृत योजना में 685 करोड़ की परियोजनाओं का हुआ भूमि-पूजन और लोकार्पण
      प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किया वर्चुअली संबोधित
    • प्रदेश के इतिहास से जुड़ी महान विभूतियों के नाम पर भोपाल के मार्गों पर स्थापित किए जाएंगे द्वार : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
      नमो-उपवन को राज्य शासन की ओर से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जायेगी
    • हमें स्वस्थ बनाए रखने के लिए स्वच्छता कर्मी प्राण-प्रण से हैं समर्पित
    • कर्तव्य पालन के दौरान दिवंगत 26 कर्मचारियों के आश्रितों को वितरित किये अनुकंपा नियुक्ति के प्रमाण-पत्र
    • मुख्यमंत्री ने स्वच्छता सेवा पखवाड़े के समापन समारोह को किया संबोधित

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत दिवस-2024 समारोह में नई दिल्ली से मध्यप्रदेश को अनेक विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने ग्वालियर में बनी देश की पहली आधुनिक और आत्म-निर्भर गौ-शाला और परिसर में निर्मित कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र का वर्चुअली शुभारंभ भी किया। स्वच्छता दिवस पर कुशाभाऊ इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर भोपाल में आयोजित स्वच्छता पखवाड़े के राज्य स्तरीय समापन समारोह में स्वच्छ भारत मिशन और अमृत योजना में 685 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाओं का भूमि-पूजन और लोकार्पण हुआ। साथ ही नगर निगम भोपाल के उपकरणों तथा विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन और अमृत योजना अंतर्गत प्रदेश के लिए 685 करोड़ रूपए की लोक-कल्याणकारी परियोजनाओं के भूमि-पूजन और लोकार्पण के लिए आभार माना। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस अवसर पर आदर्श गौ-शाला ग्वालियर के 100 टन क्षमता बॉयो सीएनजी प्लांट का वर्चुअल शुभारंभ भी किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वच्छता ही सेवा-2024 अभियान अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले नागरिक व संस्थाओं को सम्मानित किया। स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 में नगर निगम उज्जैन को थ्री-स्टार रेटिंग मिलने पर उज्जैन के 2 हजार 115 सफाई मित्रों को प्रोत्साहन स्वरूप 3-3 हजार रुपये की राशि प्रदान करने के लिए 63 लाख 45 हजार रुपये की राशि सिंगल क्लिक से नगर निगम उज्जैन को अंतरित की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन के स्वच्छता मित्रों से वर्चुअली आत्मीय संवाद किया तथा कार्य के प्रति उनके समर्पण की सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगर निगम शासकीय सेवा में कर्तव्य पालन के दौरान दिवंगत 26 कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के प्रमाण पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल नगर निगम के 125 नए डोर-टू-डोर सीएनजी वाहनों, 6 नए हुक लोडर, दो श्रेडर मशीन तथा एक लिटर पिकिंग मशीन का अवलोकन किया तथा मंच से झंडी दिखाकर उनका लोकार्पण किया।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा किप्रदेश के इतिहास से जुड़ी महान विभूतियों के नाम पर भोपाल के मार्गों पर द्वार स्थापित किए जाएंगे। भारतीय संस्कृति से जुड़े महापुरुषों भगवान राम, राजा भोज, राजा विक्रमादित्य, सम्राट अशोक आदि के नाम पर इन द्वारों का नामकरण किया जाएगा। भोपाल नगर निगम द्वारा विकसित किए जा रहे नमो-उपवन को राज्य शासन की ओर से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्म-दिवस 17 सितम्बर से महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर तक स्वच्छता सेवा पखवाड़े का आयोजन किया गया।

    चुनौती भरा और जीवट वाला है स्वच्छता कर्मियों का कार्य

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा 10 वर्ष पूर्व 15 अगस्त पर लाल किले की प्राचीर से स्वच्छता का विषय उठाना अभिनंदनीय है। भारतीय संस्कृति उत्तम सुख-निरोगी काया के सिद्धांत में विश्वास करती है और स्वच्छता ही अच्छे स्वास्थ्य का आधार है। हमें स्वस्थ रखने के लिए स्वच्छता कर्मी प्राण-प्रण से समर्पित हैं। उनका कार्य चुनौती भरा और जीवटता वाला है, जैसे सेना का सिपाही देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को कुर्बान कर देता है उसी प्रकार सफाई कर्मी, स्वच्छता और समाज को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करते हैं। इसी का परिणाम है कि 19 सितम्बर को उज्जैन में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु द्वारा स्वच्छता कर्मियों का सम्मान किया गया।

    स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता ही महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गाँव-गाँव में शौचालय निर्मित करवाकर महिलाओं को बड़ी समस्या और पीड़ा से राहत पहुंचाई है। राज्य सरकार स्वच्छता कर्मियों और उनके परिवारों की बेहतरी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। यह कार्य सच्चे अर्थों में महात्मा गांधी के विचारों को क्रियान्वित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने का माध्यम है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से प्रदेश में 413 नगरीय निकायों में 42 हजार 500 से अधिक स्वच्छता गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया। प्रदेश में 968 ब्लैक स्पॉट का उन्मूलन और सौन्दर्यीकरण हुआ तथा 800 से अधिक शालाओं में एक लाख से अधिक छात्रों के बीच स्वच्छता संवाद कार्यक्रमों से जन-जागरूकता फैलाई गई। प्रदेश में नगरीयनिकायों की स्टार रैकिंग प्रणाली के तहत उन्हें पुरस्कृत भी किया गया।

    मध्यप्रदेश, देश में स्वछतम राज्य के रूप में अपनी पहचान स्थापित करेगा : मंत्री श्री काश्यप

    सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य कुमार काश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की सोच के परिणाम स्वरुप ही स्वच्छता को जन-आंदोलन का रूप प्रदान किया जा सका है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सांस्कृतिक गतिविधियों और त्यौहारों के माध्यम से विकास और जन-कल्याण के साथ स्वच्छता को संस्कार के रूप में अंगीकार करने के लिए प्रदेशवासियों को प्रेरित किया है। स्वच्छता को आदत के रूप में अपनाना और स्वच्छता कर्मियों का सम्मान, संवेदनशील समाज की पहचान है। मध्यप्रदेश देश में स्वच्छतम राज्य के रूप में अपनी पहचान स्थापित करेगा।

    स्वच्छता मित्रों के संरक्षण, संवर्धन और सम्मान की जिम्मेदारी समाज की है : मंत्री श्री सारंग

    खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री सारंग ने कहा कि स्वच्छता ही समाज को स्वस्थ भारत के लक्ष्य की ओर अग्रसर करेगी। स्वच्छता सेवा पखवाड़े का उद्देश्य यही है कि सभी को स्वच्छता की आदत हो। स्वच्छता के कार्य में लगे स्वच्छता मित्रों के संरक्षण, संवर्धन और सम्मान की जिम्मेदारी समाज की है। कार्यक्रम को पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गौर तथा नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्रीमती बागरी ने भी संबोधित किया।

    अमृत योजना और “रि-ड्यूस, री-यूज, रि-साइकिल” पर केंद्रित रही प्रदर्शनी : तीन लघु फिल्मों का हुआ प्रदर्शन

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने “स्वच्छता दिवस” पर स्वच्छता पखवाड़े के समापन कार्यक्रम में प्रदेश में स्वच्छता के लिए संचालित गतिविधियों, अमृत योजना और रि-ड्यूस- रि-यूज- रि-साइकिल पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा प्रदेश को दी गई सौगातों पर केंद्रित फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। साथ ही गौ-वंश संरक्षण के लिए प्रदेश में जारी गतिविधियों और स्वच्छता ही सेवा अभियान संबंधी गतिविधियों पर तैयार लघु फिल्म का प्रदर्शन हुआ। कार्यक्रम में सांसद भोपाल श्री आलोक शर्मा, विधायक सर्वश्री रामेश्वर शर्मा, भगवानदास सबनानी, महापौर श्रीमती मालती राय, अध्यक्ष नगर निगम श्री किशन सूर्यवंशी सहित नागरिक और सफाई मित्र उपस्थित रहे।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Dr. Yadav: स्वच्छ भारत मिशन में नवाचारों के साथ मध्यप्रदेश ने रचे नये कीर्तिमान

    CM Dr. Yadav: स्वच्छ भारत मिशन में नवाचारों के साथ मध्यप्रदेश ने रचे नये कीर्तिमान

     CM Dr. Yadav: स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगाँठ

     

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर देश में शुरू हुए स्वच्छता अभियान में मध्यप्रदेश अनेक कीर्तिमान स्थापित कर चुका है। प्रधानमंत्री की मंशानुरूप प्रदेशवासियों ने पूरे उत्साह और जन-सहयोग से स्वच्छता के क्षेत्र में नये आयाम भी स्थापित किये हैं। इसमें जहाँ एक ओर वर्ष 2022 के स्वच्छ सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश को सबसे स्वच्छतम राज्य का दर्जा मिला, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के इंदौर शहर ने लगातार 7वीं बार देश के सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव प्राप्त किया। इसके साथ ही वर्ष 2023 में प्रदेश में गीले कचरे से बॉयो सीएनजी का उत्पादन करने का अभिनव नवाचार भी हुआ है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्म-दिन 17 सितम्बर से स्वच्छता ही सेवा अभियान शुरू हो रहा है। यह अभियान 2 अक्टूबर महात्मा गाँधी की जयंती तक चलेगा। इस वर्ष अभियान की थीम “स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता’’ रखी गयी है। स्वच्छता ही सेवा अभियान में अधिक से अधिक जन-भागीदारी और स्थानीय निकायों की भागीदारी पर जोर दिया गया है। मध्यप्रदेश ने स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) में कई मामलों में नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं। प्रदेश के सभी शहरों ने पिछले 10 वर्षों के दौरान अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास किये हैं। जनता के सहयोग से स्वच्छ भारत मिशन को जन-आंदोलन का रूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस बार भी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जन-भागीदारी के साथ बड़े पैंमाने पर स्वच्छता संबंधी विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जायेगी।

    स्वच्छता के क्षेत्र में प्रदेश की उल्लेखनीय उपलब्धियाँ

    स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार-2023 में इंदौर शहर को लगातार 7वीं बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला है। यह इंदौर के नागरिकों की जन-भागीदारी का बेहतरीन उदाहरण है। मध्यप्रदेश कम लागत पर एसटीपी इंसेप्शन एण्ड डायवर्सन आधारित सीवेज उपचार प्रणाली के लिये दिशा-निर्देश तैयार करने और कार्यादेश जारी करने वाला पहला राज्य है। इस वर्ष मार्च-2024 में मध्यप्रदेश ने नगरीय निकायों के लिये “उपयोगिता जल और सेप्टेज प्रबंधन नीति’’ प्रकाशित की है, जिसमें सीवर और सैप्टिक टैंकों की मशीनीकृत सफाई 100 प्रतिशत सुनिश्चित की गयी है। इंदौर वाटर प्लस प्रमाणन और 7 स्टार रेटिंग प्राप्त करने वाला देश का पहला शहर है। हाल ही में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2024 में जबलपुर को 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिये देश में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है।

    शत-प्रतिशत मोटराइज्ड वाहनों से कचरा संग्रहण

    प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में 7 हजार 82 से अधिक मोटराइज्ड वाहनों से कचरा संग्रहण व्यवस्था का संचालन किया जा रहा है। इनमें सूखे, गीले, घरेलू हानिकारक और सेनेटरी अपशिष्ट को अलग-अलग रखने के लिये कम्पार्टमेंट बनाये गये हैं। जीपीएस और पीए सिस्टम से वाहनों की निगरानी और स्वच्छता विषयों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। गीले कचरे के प्र-संस्करण और निष्पादन के लिये स्पॉट कम्पोजिटिंग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में 850 से अधिक ठोस अपशिष्ट उत्पादकों द्वारा स्पॉट कम्पोजिटिंग की जा रही है। प्रदेश में फीकल स्लज के निष्पादन को प्राथमिकता देते हुए 368 नगरीय निकायों में 399 एफएसटीपी और 20 निकायों में 55 एसटीपी संचालित हो रहे हैं। प्रदेश में 401 नगरीय निकाय 368 केन्द्रीयकृत इकाइयों से कम्पोजिटिंग कर रहे हैं। सूखे कचरे के प्र-संस्करण के लिये 401 नगरीय निकायों में 360 मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी इकाइयों का निर्माण किया गया है।

     गीले कचरे से बॉयो सीएनजी का उत्पादन

    निकायों में लीगेसी वेस्ट को वैज्ञानिक तरीके से खत्म करने की दिशा में निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश के 108 नगरीय निकायों के लीगेसी वेस्ट का उपचार किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के पहले चरण में 50 नगरीय निकायों ने अपने लीगेसी वेस्ट का पूर्ण निपटान कर लिया है। गीले कचरे की कम्पोजिटिंग के लिये कटनी और सागर में अत्याधुनिक स्व-चलित इकाइयाँ कार्य कर रही हैं। इन इकाइयों में 16 शहरों से कचरा लाकर उसे कम्पोस्ट में बदला जा रहा है। इंदौर में गीले कचरे से बॉयो सीएनजी तैयार करने के लिये 550 टन प्रतिदिन क्षमता की गोवर्धन इकाई काम कर रही है। रीवा और जबलपुर में कचरे से बिजली बनाने की इकाइयाँ भी चल रही हैं। इन इकाइयों में प्रतिदिन 950 टन कचरे का प्र-संस्करण कर 18 मेगावॉट बिजली पैदा की जा रही है। प्रदेश के 10 निकायों के लिये क्लस्टर आधारित 1019 टन प्रतिदिन क्षमता की इकाइयों के लिये केन्द्र सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है। इंदौर और उज्जैन में 660 टन कचरे से बिजली बनाने का काम प्रस्तावित है। इस यूनिट में करीब 12.15 मेगावॉट बिजली पैदा होगी। इन सब कामों से प्रदेश के नगरीय निकाय वर्ष 2027 तक कचरा प्रबंधन में आत्म-निर्भर बन सकेंगे।

    स्वच्छ सर्वेक्षण में हासिल की नई ऊँचाइयाँ

    स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में मध्यप्रदेश को देश के सबसे स्वच्छतम राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ है। वहीं स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में मध्यप्रदेश देश का दूसरा सबसे स्वच्छतम राज्य घोषित किया गया है। स्वच्छता के मामले में मध्यप्रदेश को 7 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। प्रदेश के 361 निकाय ओडीएफ डबल प्लस, 3 निकाय ओडीएफ प्लस और 7 निकाय को ओडीएफ का प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है। नगरीय निकायों में अपशिष्ट जल के शोधन एवं उपचारित जल के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिये 7 निकायों को वाटर प्लस का प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है। अब तक प्रदेश के 384 निकायों द्वारा स्वयं को सीपीएचईईओ मानदण्डों के आधार पर संरक्षित शहर घोषित किया गया है।

    स्वच्छ सर्वेक्षण-2024

    खुले में शौच से मुक्त शहरों की श्रेणी में 27 शहरों को वाटर प्लस और शेष सभी शहरों को डबल प्लस, वहीं कचरा मुक्त स्टार प्रमाणीकरण के लिये सभी शहरों को कम से कम 3 स्टार से प्रमाणित किये जाने का लक्ष्य तय किया गया है।

    नवाचार एवं उत्कृष्ट प्रयास

    प्रदेश में स्वच्छता विषयों के प्रति जागरूकता लाने के लिये स्वच्छता की पाठशाला नामक गतिविधि शुरू की गयी है। इसके लिये अब तक 388 प्रशिक्षण सत्रों में 44 हजार 639 सफाई मित्रों, 2004 अधिकारियों, 243 जन-प्रतिनिधियों और 200 अशासकीय संगठनों के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिलाया गया है। आपसी अनुभव से सीखने की प्रक्रिया को सशक्त करने के मकसद से प्रतिदिन स्वच्छता संवाद परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा है। सफाई मित्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए नेशनल हेल्थ मिशन के सहयोग से सफाई मित्रों और उनके परिजनों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये शिविर लगाये गये। इनमें 44 हजार 701 सफाई मित्रों और उनके परिवार को फायदा पहुँचाया गया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता से जुड़े प्रमुख विषयों पर 10 से अधिक ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र आयोजित किये जा चुके हैं। हाल ही में आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में 16 प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन किया गया। इन सत्रों में जमीनी स्तर पर बदलाव लाने की दिशा में 14 नगरीय निकायों और 311 निकायों में 600 से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण के साथ सह एक्सपोजर विजिट कराया गया।

    source: http://www.mpinfo.org


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