Tag: सीएम शर्मा न्यूज़
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Minister of Gopalan Joraram Kumawat ने पुष्कर मेले की तैयारियों का जायजा लिया
पशुपालन और गोपालन मंत्री Joraram Kumawat गुरूवार को प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले की तैयारी का जायजा लेने पुष्कर धाम पहुंचे। पशु मेले में उन्होंने मेला स्थल पर विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने के निर्देश दिए। मेले में राजस्थान सहित पंजाब और आसपास के कई क्षेत्रों के लोग पशु बेचने खरीदने आते हैं। उनके लिए श्री कुमावत ने सभी प्रकार की व्यवस्थाओं का समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए।उन्होंने निर्देश दिया कि कानून व्यवस्था और साफ—सफाई के साथ-साथ पशुओं और पशुपालकों के लिए पेयजल, बिजली और चिकित्सा व्यवस्था सहित सभी सुविधाएं मेले में आने वाले लोगों को मिले। मेला स्थल को विकसित करवाने का निर्देश देते हुए उन्होंने मेला स्थल की जमीन पर्यटन स्थल से पशुपालन विभाग को हस्तांतरित करने को कहा। उन्होंने वहां पॉलीक्लिनिक खोलने की भी घोषणा की। उन्होंने ऊंटों और गायों के संरक्षण और संवर्धन हेतु नवाचार करते हुए मोबाइल वेटरिनरी यूनिट के व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।श्री कुमावत ने वहां उपस्थित पशुपालकों से बात कर उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना और उसका निराकरण करने का आश्वासन दिया। पशुपालकों ने भी मेले की अच्छी व्यवस्था के लिए सरकार और विभाग को धन्यवाद दिया। पशु मेले में पशुओं की चिकित्सा सुविधाओं के लिए पशुपालन विभाग द्वारा 12 पशु चौकियों की स्थापना की गई है। पशुपालन मंत्री के साथ इस दौरान एसडीएम, पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय प्रशासन, डेयरी, पुलिस तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।उल्लेखनीय है कि राजस्थान का सबसे बड़ा पशु मेला पुष्कर में कार्तिक मास में आयोजित किया जाता है जिसमें करीब 10 से 15 हजार पशु आते हैं। इनमें घोड़े और ऊंट की संख्या अधिक होती है। मेले के दौरान पशुओं के लिए विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। साथ ही सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
Vasudev Devnani: राजस्थान विधान सभा सर्वश्रेष्ठ विधान सभा बनने की ओर अग्रसर
राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ का 67वां सम्मेलन – Vasudev Devnani की सिंध विधान सभा अध्यक्ष श्री कादिर शाह से मुलाकात
राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष Vasudev Devnani ने कहा है कि राजस्थान विधान सभा में जन-दर्शन, सर्वदलीय बैठक, भारतीय वर्ष के अनुसार दैनन्दिनी और वार्षिक कैलेण्डर का प्रकाशन कर ऐतिहासिक नवाचार किये गये है। उन्होंने कहा कि नई गति, नई दिशा और नवाचारों के साथ राजस्थान विधान सभा सर्वश्रेष्ठ विधान सभा बनने की ओर अग्रसर है। राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने गुरुवार को सिडनी (आस्ट्रेलिया) में आयोजित राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ के 67 वें सम्मेलन के दौरान आयोजित साधारण सभा में राजस्थान विधान सभा में किये जा रहे नवाचारों की जानकारी दी।श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान विधान सभा के द्वार आमजन के लिये खोल दिये गये हैं। विधान सभा में राजनैतिक आख्यान संग्रहालय का आमजन, विद्यार्थी और शोधार्थी अवलोकन कर रहे हैं। दिन-प्रतिदिन आमजन की संख्या संग्रहालय को देखने के लिये बढती जा रही है। राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और राजनैतिक इतिहास की देश और विदेशों में पहचान बन रही है। जन- दर्शन से राजस्थान विधान सभा की अनूठी इमारत को पर्यटकों को निकटता से निहारने का मौका मिल रहा है।राष्ट्रीय ध्वज के साथ सभा में प्रवेश राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ की साधारण सभा में भारत के विभिन्न राज्यों की विधान सभाओं के अध्यक्षों ने भारत के गौरव राष्ट्रीय ध्वज के साथ सामूहिक रूप से प्रवेश किया। विदेशी धरती पर भारत के गौरव तिरंगे को लहराकर भारत के विभिन्न राज्यों की विधान सभाओं के अध्यक्षगण ने गौरव की अनुभूति की।श्री देवनानी और श्री कादिर शाह की मुलाकात
राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के सम्मेलन में राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी से सिंध विधान सभा अध्यक्ष श्री ओवैस कादिर शाह की मुलाकात हुई। श्री देवनानी ने बताया कि इस मुलाकात में सिंघ के कला, संस्कृति और इतिहास के बारे में जानकारी साझा की गई। दोनों के बीच सिंधी भाषा में संवाद हुआ। श्री कादिर शाह ने श्री देवनानी को पाकिस्तान आने का निमंत्रण भी दिया। उल्लेखनीय है कि श्री देवनानी सिंधी बाहुल्य अजमेर उत्तर विधान सभा क्षेत्र से लगातार पांचवी बार विधायक चुने गए हैं।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajan Lal Sharma के सानिध्य में माइंस विभाग के प्री समिट में होंगे 60 हजार करोड़ रु. से अधिक के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षरित
CM Bhajan Lal Sharma करेंगे दो कॉफी टेबल बुक का विमोचन -पोटाश, आरईई, क्रिटिकल मिनरल्स, यूसीजी पर शोध, अनुसंधान, तकनीक, कौशल विकास के लिए ऑयल इण्डिया व आईआईटी मद्रास के साथ होगा एमओयू
CM Bhajan Lal Sharma के मुख्य आतिथ्य में शुक्रवार को प्रातः 10.30 बजे से माइंस एवं पेट्रोलियम विभाग का राइजिंग राजस्थान प्री समिट जयपुर के होटल ललित में आयोजित किया गया है। प्री समिट में मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के सानिध्य में माइनिंग एवं पेट्रोलियम सेक्टर के 60 हजार करोड़ से एमओयू प्रस्तावों पर हस्ताक्षर होंगे। प्री समिट की अध्यक्षता उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ करेंगे।माइंस एवं पेट्रोलियम विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री टी. रविकान्त ने बताया कि मुख्यमंत्री जो स्वयं माइंस मंत्री भी है के नेतृत्व में प्रदेश में पहली बार माइनिंग व पेट्रोलियम सेक्टर में प्री समिट में होने वाले निवेश एमओयू सहित एक लाख 38 हजार करोड़ से भी अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट के तहत विभाग के प्री समिट से पहले रोड़ शो व अन्य आयोजनों में माइनिंग व पेट्रोलियम सेक्टर में निवेश के 77 हजार 721 करोड़ रुपए के एमओयू हस्ताक्षरित हो चुके हैं। शुक्रवार को आयोजित प्री समिट में माइनिंग सेक्टर के 41 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश और पेट्रोलियम सेक्टर के 19 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर राज्य सरकार व निवेशकों के बीच हस्ताक्षर और एमओयू का आदान—प्रदान होगा।श्री टी. रविकान्त ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने प्रदेश के माइनिंग सेक्टर को देश का अग्रणी सेक्टर बनाने के लिए खनिज खोज में तेजी लाने ओैर खनिज ब्लॉक्स तैयार कर नीलामी पर जोर रहा है। प्रदेश मेें माइनिंग सेक्टर में शोध व अनुसंधान, तकनीकी सहयोग व कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए इस अवसर पर ऑयल इण्डिया और आईआईटी मद्रास के साथ एमओयू किये जा रहे हैं। इससे प्रदेश में पोटाश, रेयर अर्थ एलिमेंट, क्रिटिकल मिनरल और अण्डरग्राउण्ड कोल गैसिफिकेशन (यूसीजी) के क्षेत्र में परस्पर सहयोग से कार्य किया जाएगा।प्रमुख सचिव श्री रविकान्त ने बताया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा व अतिथिगण मिनरल मार्वल्स ऑफ राजस्थानःबिल्डिंग इंडियाज आइकोनिक मोन्यूमेंटस एवं टाइमलैस ट्रेसरेस‘ द जियो हेरिटेज ऑफ राजस्थान कॉफी टेबल बुक का विमोचन करेंगे। उन्होंने कॉफी टेबल बुक में राजस्थान के स्टोन्स से बने ताजमहल, संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, विक्टोरिया मेमोरियल सहित ख्यातनाम मोन्यूमेंट्स में राजस्थान के स्टोन्स के सौंदर्य व उपयोगिता को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया है। इसी तरह से दूसरी कॉफी टेबल बुक में राजस्थान के जियो हेरिटेज साइट्स और उनकी एतिहासिकता पर आकर्षक तरीक से ज्ञानवर्द्धक जानकारी दी गई है।निदेशक माइंस श्री भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि प्री समिट को और अधिक उपादेय बनाने के लिए माइनिंग सेक्टर के जाने माने प्रतिभागियों से अनुभव साझा करने के साथ ही दो विशेषज्ञ वार्ताएं और दो पेनल चर्चाओं के सत्र रखे गए हैं।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ का गठन
CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ (RERTF) का गठन किया गया है
प्रदेश में वित्त, आर्थिक प्रबंधन, बुनियादी ढांचे, कृषि और विकासात्मक आदि क्षेत्रों के विकास के लिए CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ (RERTF) का गठन किया गया है। बजट घोषणा वर्ष 2024-25 की अनुपालना में राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उप मुख्यमंत्री(वित्त) इस टास्क फोर्स के उपाध्यक्ष होंगे। उप मुख्यमंत्री(परिवहन व उच्च शिक्षा), उद्योग मंत्री, ऊर्जा मंत्री, कृषि मंत्री, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा, अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन, प्रमुख शासन सचिव उद्योग, प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी तथा शासन सचिव आयोजना इस टास्क फोर्स के सदस्य होंगे तथा शासन सचिव, वित्त(बजट) सदस्य सचिव होंगे।
प्रशासनिक सुधार विभाग के शासन उप सचिव श्री अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि टास्क फोर्स में वित्त, आर्थिक प्रबंधन, बुनियादी ढांचे, कृषि और विकासात्मक क्षेत्रों से 5 विषय विशेषज्ञों को सदस्य के रूप में नामित किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि टास्क फोर्स द्वारा प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों की पहचान, नीति निर्माण और कार्यान्वयन, कौशल विकास और शिक्षा, बुनियादी ढांचे का विकास, नवाचार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा, एमएसएमई और स्टार्टअप को बढ़ावा, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत, हरित विकास को बढ़ावा देने सहित प्रदेश की आर्थिक व रोजगार वृद्धि जैसे विषयों के संबंध में अभिशंसाएं की जाएंगी।
श्री शर्मा ने बताया कि इस टास्क फोर्स का कार्यकाल 31 मार्च, 2028 तक रहेगा एवं इसकी बैठक वर्ष में कम से कम एक बार आयोजित की जाएगी एवं वित्त विभाग इसका प्रशासनिक विभाग रहेगा।
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CM Bhajanlal Sharma: ‘कैच द रेन’ कैम्पेन से जल संचय को मिलेगा बढ़ावा
CM Bhajanlal Sharma: जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजस्थान की जल परियोजनाएं हो रही साकार
CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। देश में जल संचय के क्षेत्र में ’कैच द रेन’ कैम्पेन प्रधानमंत्री की अनूठी पहल है। उन्होंने कहा कि यह अभियान देश में जन आंदोलन बनेगा, जिससे जन भागीदारी बढ़ेगी और जल संचय होगा।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा रविवार को गुजरात के सूरत में जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान की जल आवश्यकता को समझते हुए वर्ष 2003 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश को नर्मदा का पानी उपलब्ध करवाया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही राजस्थान और मध्यप्रदेश के मध्य ईआरसीपी परियोजना का एमओयू तथा हरियाणा और राजस्थान के बीच यमुना जल समझौता हुआ। देवास परियोजना के तहत उदयपुर में जल उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।राजस्थान में सदियों से जल संरक्षण एक परंपरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में जल हमेशा से एक अनमोल संसाधन रहा है, इसलिए राजस्थान में जल संरक्षण एक परंपरा है। हमारे पूर्वजों ने जल संरक्षण की आवश्यकता को गहराई से समझा और सीमित संसाधनों में भी डिग्गी, कुंड और बावड़ी बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि सदियों से राजस्थान में टांके, तालाब, खड़ीन, नाड़ियां, पाट और जोहड़ के माध्यम से वर्षा जल को सहजने का काम किया जा रहा है।‘कैच द रेन’ कैम्पेन का राजस्थान को मिलेगा लाभ
श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्षा जल संचय के लिए महत्वपूर्ण अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जल संचय के लिए प्रवासी राजस्थानियों का अपनी मातृभूमि के प्रति योगदान का निश्चय इस अभियान को मजबूती प्रदान करेगा। राजस्थान के हर जिले के प्रत्येक गांव में चार जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण के लिए प्रवासी उद्यमियों का योगदान तय किया गया है। इससे जल संकट को दूर करने में मदद मिलेगी। यह अभियान आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवनदायिनी साबित होने वाला है।मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के तहत हो रहे जल संरक्षण के कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 चलाया जा रहा है। प्रथम चरण में इस अभियान के तहत 5 हजार से अधिक गांवों में 3 हजार 500 करोड़ रुपये की लागत से 1 लाख 10 हजार कार्य करवाये जा रहे हैं। यह अभियान राज्य में जल संरक्षण और जल स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस वर्ष अच्छी वर्षा होने से प्रदेश के बांध भरे हुए हैं।श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद जो परिवर्तन आया है, उसे सभी महसूस कर रहे हैं। देश में गरीब कल्याण की योजनाएं, विकास योजनाएं, आतंकवाद-नक्सलवाद का खात्मा और दुनिया में बढ़ता भारत का गौरव देश के हर नागरिक ने देखा है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री गुजरात श्री भूपेन्द्र पटेल, मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल, उप मुख्यमंत्री बिहार श्री सम्राट चौधरी, संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल, सांसद श्री लुम्बाराम चौधरी सहित वरिष्ठ अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma पत्रकार कल्याण के लिए प्रतिबद्ध
CM Bhajanlal Sharma: स्वतंत्र पत्रकारों के अधिस्वीकरण की पात्रता में छूट की अधिसूचना जारी
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पत्रकार कल्याण और उनके सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्धता के तहत आज बुधवार को राज्य सरकार द्वारा स्वतंत्र पत्रकारों को अधिस्वीकरण की पात्रता में छूट दिये जाने की अधिसूचना जारी कर दी गई।
राजस्थान प्रेस प्रतिनिधि अधिस्वीकरण नियम 1995 (संशोधित) नियम 2024 के अनुसार अब स्वतंत्र पत्रकारों के अधिस्वीकरण की आयु सीमा एवं अनुभव में छूट देते हुए न्यूनतम पात्रता आयु 45 वर्ष तथा अनुभव 15 वर्ष निर्धारित किया गया है। संशोधन से पूर्व न्यूनतम आयु सीमा 50 वर्ष तथा अनुभव पात्रता 25 वर्ष निर्धारित थी।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा पहले ही बजट में पत्रकार कल्याण को ध्यान में रखकर बजट घोषणा 2024-25 में अधिस्वीकरण नियमों में स्वतंत्र पत्रकारों के लिए पात्रता में शिथिलता प्रदान की गई है।
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Joram Kumawat: मोबाईल पशु चिकित्सा सेवा के लिए कॉल सेंटर का लोकार्पण
Joram Kumawat: सरकार पशुओं तथा पशुपालकों के विकास के प्रति कृतसंकल्पित: जोराराम कुमावत
पशुपालन, गोपालन, डेयरी और देवस्थान मंत्री Joram Kumawat ने कहा कि हमारी सरकार पशुओं तथा पशुपालकों के विकास के प्रति कृतसंकल्पित है और बहुत संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है। उन्होंने बुधवार को आगरा रोड स्थित राजस्थान राज्य पशुधन प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान में मोबाईल वेटेरिनरी इकाइयों के लिए कॉल सेटर के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि कॉल सेंटर का संचालन निश्चित रूप से विभाग के लिए एक बहुत ही सराहनीय कदम है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य मंत्री, पशुपालन, गोपालन, मत्स्य एवं गृह विभाग श्री जवाहर सिंह बेढम उपस्थित रहे।श्री जोराराम कुमावत ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा को धन्यवाद देते हुए कहा कि मोबाईल पशु चिकित्सा एवं कॉल सेंटर पशुधन और पशुपालकों के लिए एक बहुत बड़ी भेंट और सुविधा है। कॉल सेंटर की सुविधा शुरू होने से घर पर ही पशुओं का इलाज मिलना शुरू हो जाएगा जिससे पशुपालकों के समय और पैसे दोनों की बचत होगी। श्री कुमावत ने कहा कि मंगला पशु बीमा योजना की क्रियान्विति भी जल्द शुरू की जाएगी।पशुपालन, गोपालन, मत्स्य एवं गृह राज्य मंत्री श्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का एक जरिया पशुपालन है इसीलिए पशु को पशुधन कहा गया है। पशुपालन के माध्यम से हमारे ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था नियमित रहती है। उन्होंने कहा कि पशुपालक के घर पर पशुओं के लिए चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराना एक उपयोगी पहल है।इस अवसर पर शासन सचिव पशुपालन, गोपालन एवं मत्स्य डॉ समित शर्मा ने कहा कि कॉल सेंटर का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करते हुए पशुधन और पशुपालकों को अधिक से अधिक संख्या में लाभ पहुंचाना इस योजना का उद्देश्य है। आने वाले 6 महीनों में पशुपालन विभाग प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ तीन विभागों में होगा, ऐसा हमारा प्रयास है। उन्होंने कॉल सेंटर पर वीडियो कॉलिंग की सुविधा शुरू करने के लिए भी बीआइएफएल के अधिकारियों को सुझाव दिया।कार्यक्रम के आरंभ में पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ भवानी सिंह राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मोबाइल पशु चिकित्सा सेवा द्वारा 161934 शिविरों के माध्यम से 27.48 लाख से अधिक पशुओं का उपचार करते हुए लगभग 6.86 लाख पशुपालकों को लाभान्वित किया गया है। कार्यक्रम को बीएफआईएल के प्रतिनिधि श्री किशोर संभशिवम ने भी संबोधित किया। अतिरिक्त निदेशक डॉ आनंद सेजरा ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ हेमंत पंत ने किया।कार्यक्रम में मोबाइल वेटरिनरी यूनिट की सेवा प्रदाता फर्म से श्री सुनील अग्रवाल और श्री महेश गुप्ता, बीएफआईएल से श्री असद और श्री अमन, श्री प्रहलाद नागा निदेशक गोपालन, डॉ प्रकाश भाटी, डॉ सुरेश मीना, डॉ प्रवीण कुमार, डॉ तपेश माथुर सहित बड़ी संख्या में विभाग के अधिकारी और पशुपालक उपस्थित थे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Bhajanlal Sharma की उच्च स्तरीय बैठक- जाखम बांध को जयसमंद बांध से जोड़ने की डीपीआर 4 माह में हो तैयार
CM Bhajanlal Sharma: प्रदेश में नदियों की हो इंट्रास्टेट लिंकिंग, जन सहभागिता से जल संचय को मिले बढ़ावा- परियोजनाओं में बांध तथा नहर निर्माण के कार्य संयुक्त रूप से हो पूर्ण
- परियोजनाओं में ना हो अनावश्यक विलम्ब, लापरवाही बरतने पर हो सख्त कार्रवाई
- ईसरदा बांध के फ्लेप निर्माण एवं डूंगरी बांध के लिए भूमि अवाप्ति शीघ्र हो शुरू, प्रभावित लोगों को मिले समुचित मुआवजा
CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि प्रदेश में पेयजल एवं सिंचाई के लिए जल उपलब्धता राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इंट्रास्टेट नदियों को जोड़ने के कार्य व्यापक स्तर पर किया जाए एवं जन सहभागिता के माध्यम से जल संचय को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि जल संसाधन से जुड़ी परियोजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग एवं क्रियान्वयन समयबद्ध रूप से सुनिश्चित किया जाए।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में जल संसाधन, इंदिरा गांधी नहर एवं सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता विभाग से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं एवं कार्यों पर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं के कार्य में अनावश्यक देरी करने वाले ठेकेदारों एवं अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।ब्राह्मणी नदी पर बांध निर्माण कार्य में लाएं तेजी—
श्री शर्मा ने बजट घोषणाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि माही बेसिन की जाखम नदी एवं बांध के अधिशेष जल को जयसमंद बांध से जोड़ने तथा माही व सोम नदी के अधिशेष जल को जवाई बांध तक लाने की बजट घोषणाओं की प्रोजेक्ट रिपोर्ट आगामी 4 माह में पूरी कर ली जाए, ताकि आगामी वर्ष के बजट में इन परियोजनाओं को मूर्त रूप दिया जा सके। इसी क्रम में श्री शर्मा ने राणा प्रताप सागर व जवाहर सागर बांध के जल अपवर्तन कार्य की बजट घोषणा की अनुपालना में ब्राह्मणी नदी पर बनाए जाने वाले बांध के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने डूंगरी बांध एवं ईसरदा बांध के ऊपरी भाग में फ्लेप निर्माण के लिए भूमि अवाप्ति की कार्यवाही शीघ्र शुरू करने तथा प्रभावित क्षेत्र में आने वाले लोगों को समुचित मुआवजा उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए।परियोजनाओं में ना हो अनावश्यक विलम्ब—
श्री शर्मा ने 500 करोड़ रुपए से अधिक की लागत की विभिन्न परियोजनाओं की भौतिक प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने परवन परियोजना के संबंध में निर्देश दिए कि इस परियोजना में जल संग्रहण के लिए बांध निर्माण कार्य तथा जलापूर्ति के लिए नहर निर्माण के होने वाले कार्यों को एक साथ ही कर लिए जाए। क्योंकि किसी भी परियोजना में अनावश्यक विलम्ब से उसकी लागत में भी बढ़ोतरी होती है। उन्होंने धौलपुर लिफ्ट सिंचाई व पेयजल परियोजना के कार्य को नियत समय पर पूरा करने एवं अपर हाई लेवल कैनाल परियोजना बांसवाड़ा की रिडिजाइन करवाने के निर्देश दिए।प्राकृतिक डिप्रेशन्स के प्रोजेक्ट्स में स्थानीय योजनाएं हो शामिल—
बैठक में मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी नहर विभाग की मुख्य नहर पर बने चार प्राकृतिक डिप्रेशन्स को जलाशयों में परिवर्तित किए जाने की योजना की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि इस प्रोजेक्ट को स्थानीय योजनाओं के आधार पर पीएचईडी के माध्यम से पूरी किए जाने के विकल्प पर विचार किया जाए। साथ ही, उन्होंने बाह्य ऋण की सहायता से संचालित परियोजनाओं में होने वाले जीर्णोद्धार कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान केन्द्रीय प्रवर्तित योजनाओं के माध्यम से संचालित परियोजनाओं की समीक्षा भी की।नीमराणा एवं घिलोट जापानी औद्योगिक क्षेत्र को मिले ईआरसीपी का लाभ—
बैठक में श्री शर्मा ने संशोधित केपीसी-ईआरसीपी प्रथम चरण में प्रस्तावित कार्यों की प्रगति एवं इस परियोजना में पेयजल एवं औद्योगिक जल उपयोगिता सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने इस परियोजना में नीमराणा एवं घिलोट जापानी औद्योगिक क्षेत्र के लिए जल उपयोगिता के बिंदुओं को शामिल किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने देवास परियोजना तृतीय एवं चतुर्थ के प्रगतिरत कार्याें की विस्तृत समीक्षा करते हुए विकास कार्यों में तेेजी लाने के निर्देश प्रदान किए।इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत, अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन श्री अभय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री अखिल अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री शिखर अग्रवाल, इंदिरा गांधी नहर बोर्ड अध्यक्ष श्री कुंजीलाल मीणा, सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Sharma: मुख्यमंत्री ने किया नाहरगढ़ में टाइगर सफारी का लोकार्पण -टाइगर सफारी से पर्यटन के क्षेत्र में नई शुरूआत
CM Sharma ने किया बाघ शावकों का नामकरण, नर बाघ शावक का नाम ‘भीम’ तथा मादा बाघ शावक का नाम ‘स्कंदी’ रखा
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को जयपुर के नाहरगढ़ में फीता काटकर टाइगर सफारी का शुभारम्भ किया। प्रदेशवासियों को मिली इस सौगात से अब वन्य जीव प्रेमी नाहरगढ़ में टाइगर सफारी का आनंद ले सकेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नाहरगढ़ जैविक उद्यान में दो बाघ शावकों का नामकरण भी किया। मुख्यमंत्री ने मादा बाघ शावक का नाम ‘स्कंदी’ तथा नर बाघ शावक का नाम ‘भीम’ रखा।
श्री शर्मा ने प्रदेशवासियों को 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मनाए जा रहे वन्य जीव सप्ताह की बधाई देते हुए कहा कि वन्य जीवों की रक्षा तथा प्रकृति को संजोए रखना हम सभी का कर्त्तव्य है। इस वन्यजीव सप्ताह में विद्यार्थियों को बायोलॉजिकल पार्कों में निःशुल्क प्रवेश दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग और जेडीए के संयुक्त प्रयासों से सोमवार को शुरू हो रही टाइगर सफारी से प्रदेश में पर्यटन को एक नई शुरूआत मिली है। साथ ही, इससे बाघों के संरक्षण एवं संवर्धन को भी बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन पर विशेष जोर दे रहा है। प्रदेश में तीन नेशनल पार्क, 26 अभयारण्य, 36 कन्जर्वेशन रिजर्व तथा 4 बायोलॉजिकल पार्क विकसित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बाघों के संरक्षण के निरंतर किए जा रहे प्रयासों से उनकी आबादी बढ़ रही है। राजस्थान में लगभग 130 बाघ हैं। उन्होंने कहा कि जेडीए ने जयपुर जिले में दो नए पार्क विकसित किए हैं। जिसमें जीरोता में नगर वन एवं नेवटा के पास बायोडायवर्सिटी पार्क शामिल हैं। इससे आसपास की 5 लाख की आबादी लाभान्वित होगी।
श्री शर्मा ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान और ‘मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान’ के तहत राज्य में 7 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘हरियालो मिशन’ के तहत लगातार पौधारोपण किया जा रहा है। जिसके तहत आगामी पांच वर्षों में प्रत्येक वर्ष 10 करोड़ पौधारोपण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जनता से जो वादे किए हैं, उनको लगातार पूरा किया जा रहा है। हमने एक वर्ष में एक लाख भर्तियों तथा आगामी पांच वर्षों में चार लाख भर्तियों की घोषणा की थी। जिसके तहत कैबिनेट बैठक में एक साथ 90 हजार पदों पर भर्तियों का रास्ता खुला है जो हमारे दृढसंकल्प को दर्शाता है।
श्री शर्मा ने अधिकारियों को नाहरगढ़ जैविक उद्यान में रोशनी एवं वन्यजीवों के लिए पानी तथा उद्यान के समुचित रख-रखाव के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। इससे पहले श्री शर्मा ने परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण किया। उन्होंने इस दौरान विभिन्न स्कूलों से जैविक उद्यान में भ्रमण हेतु आए बच्चों से मुलाकात भी की।
7 किलोमीटर के ट्रैक में वन्यजीव प्रेमी निहारेंगे बाघ को
राज्य सरकार द्वारा 453 लाख रुपये की लागत से 30 हेक्टेयर में टाइगर सफारी विकसित की गई है। इस टाइगर सफारी में 7 किलोमीटर का सफारी ट्रैक विकसित किया गया है। यह सफारी सैलानियों को प्राकृतिक वातावरण में बाघों की खूबसूरती को अनुभव करने का अवसर देगी तथा लोगों में बाघ संरक्षण के बारे में जागरूकता का प्रसार होगा। उल्लेखनीय है कि नाहरगढ़ वन्य जीव अभयारण्य 5 हजार 240 हेक्टेयर में फैला हुआ है। जिसमें नाहरगढ़ जैविक उद्यान 720 हेक्टेयर में विकसित किया गया है। इसमें पहले से ही लॉयन सफारी संचालित है।
समारोह में नगरीय विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री झाबर सिंह खर्रा, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा, विधायक श्री प्रशांत शर्मा, जयपुर नगर निगम (हेरिटेज) महापौर श्रीमती कुसुम यादव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरिजीत बनर्जी सहित बड़ी संख्या में वन्य जीव प्रेमी उपस्थित रहे।
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