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  • CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान की विकास यात्रा में जयपुर एयरपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका, राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को कर रही सुदृढ़

    CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान की विकास यात्रा में जयपुर एयरपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका, राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को कर रही सुदृढ़

    CM Bhajanlal Sharma: लगभग 11 वर्षों के बाद जयपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 यात्रियों के लिए पुनः शुरू

    CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि राजस्थान की विकास यात्रा में जयपुर इन्टरनेशनल एयरपोर्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल-1 का लोकार्पण हमारे प्रदेश के विकास और उन्नति का प्रतीक है। श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान का यह पहला अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल आधुनिक सुविधाओं के साथ यात्रियों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाएगा और राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभाएगा।

    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को जयपुर इन्टरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 का फीता काटकर लोकार्पण किया। इस टर्मिनल को आधुनिक रूप देकर लगभग 11 वर्षों के बाद यात्रियों के लिए पुनः शुरू किया गया है।

    इस अवसर पर श्री शर्मा ने कहा कि जयपुर हवाई अड्डे की मौजूदा यात्री क्षमता लगभग 65 लाख है जो आने वाले समय में बढ़कर 3 करोड़ 80 लाख हो जाएगी। इससे प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हेरिटेज लुक वाला टर्मिनल-1 जयपुर आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को प्रदेश की सुंदर संस्कृति और परंपरा की झलक दिखाएगा। श्री शर्मा ने कहा कि 9 से 11 दिसम्बर को होने वाले राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में पूरी दुनिया से मेहमान जयपुर आएंगे तो इस सुंदर टर्मिनल का अनुभव लेंगे। श्री शर्मा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट की अंतरराष्ट्रीय मीट के दौरान उन्होंने संबंधित देशों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे अपने एअरलांइस की जयपुर से डायरेक्ट फ्लाइट की व्यवस्था करें।

    टर्मिनल-1 पर विकास और विरासत का संगम

    आधुनिक और हेरिटेज स्वरूप वाला टर्मिनल-1 विकास और विरासत का संगम है। यहां प्रस्थान क्षेत्र में 10 तथा आगमन क्षेत्र में 14 इमिग्रेशन काउंटर स्थापित किए गए हैं। साथ ही 10 चेक-इन काउंटर भी होंगे। इसके अलावा ड्यूटी फ्री आउटलेट्स, मेडिकल रूम, 24 घण्टे एंबुलेंस सेवा तथा लाउंज जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी।

    राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को कर रही सुदृढ़

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। हमारा यह प्रयास है कि सड़क और रेल मार्ग की ही भांति हवाई मार्ग से भी प्रदेश के हरेक हिस्से तक आसान पहुंच सुनिश्चित हो सके। इसके लिए प्रदेश के सभी सीमावर्ती जिलों के साथ ही समस्त जिला मुख्यालयों व अन्य प्रमुख स्थानों पर एअर ट्रेवल को सुगम करने के लिए हेलीपेड्स का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में राज्य सरकार को केन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है।

    श्री शर्मा ने कहा कि पायलटों की कमी दूर करने के लिए राज्य सरकार ने किशनगढ़ में फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) शुरू किया है और हमीरगढ़-भीलवाड़ा में एफटीओ की प्रक्रिया चल रही है। इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए पायलट उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि एविएशन फ्यूल पर लगने वाले टैक्स में भी उल्लेखनीय कमी की गई है, जिससे हमारे यहां फ्यूल भरवाने वाले विमानों की संख्या बढ़ी है और दिल्ली से नजदीक होने का भी लाभ मिलना शुरू हुआ है। श्री शर्मा ने कहा कि राज्य में एयरक्राफ्ट रिपेयर हेतु एमआरओ स्थापित करने के लिए कई एयर स्ट्रिप भी उपलब्ध हैं।

    प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत ने सिविल एविएशन में बनाए नए कीर्तिमान

    मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में भारत ने सिविल एविएशन के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। केंद्र सरकार के प्रयासों से आज भारत तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है और दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। उन्होंने कहा कि देश के मध्यम वर्ग के लिए अब हवाई जहाज का सफर आम बात हो गया है। प्रधानमंत्री जी ने 2016 में उड़ान यानी ‘उड़े देश का आम नागरिक’ योजना शुरू की थी, जिसका लाभ अब तक करीब डेढ़ करोड़ घरेलू यात्री ले चुके हैं।

    श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार निवेश और विकास की जो पहल कर रही है वे विकसित राजस्थान की राह में मील का पत्थर बनेंगी और हम जल्द ही विकसित देश और प्रदेश के वासी होंगे।

    इस अवसर पर जयपुर सांसद श्रीमती मंजू शर्मा, श्री जीत अडाणी डायरेक्टर एयरपोर्टस अडाणी ग्रुप, श्री अरूण बंसल सीईओ अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड सहित जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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  • CM Bhajanlal Sharma ने स्व. भैरों सिंह शेखावत को पुष्पांजलि अर्पित की

    CM Bhajanlal Sharma ने स्व. भैरों सिंह शेखावत को पुष्पांजलि अर्पित की

    CM Bhajanlal Sharma: पूर्व उपराष्ट्रपति श्री शेखावत का सार्वजनिक जीवन एक अजातशत्रु का जीवन था।

    CM Bhajanlal Sharma ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर पूर्व उपराष्ट्रपति एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ‘बाबोसा‘ स्व. भैरों सिंह शेखावत की 101वी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।
    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि श्री भैरों सिंह जी तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। वे राजस्थान के सबसे लोकप्रिय राजनेताओं में से एक तथा भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष थे। पूर्व उपराष्ट्रपति श्री शेखावत का सार्वजनिक जीवन एक अजातशत्रु का जीवन था।
    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भैंरोसिंह जी ने अटल बिहारी वाजपेयी जी तथा लालकृष्ण आडवानी जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सत्य और लोकतंत्र के प्रति अपनी निष्ठा निभाते हुए आपातकाल के दौर में लोकतंत्र को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्व. श्री शेखावत ने बालिकाओं का उत्थान एवं कल्याण, शिक्षा को बढ़ावा देना, अनुसूचित जाति जनजाति सहित सभी वर्गों के कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया।
    इस दौरान मुख्यमंत्री निवास के अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
  • CM Bhajanlal Sharma: सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का किया सरलीकरण

    CM Bhajanlal Sharma: सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का किया सरलीकरण

    संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ द्वारा CM Bhajanlal Sharma का स्वागत, सफाईकर्मियों की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका, सफाई कर्मचारियों का कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता

    CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि सफाईकर्मियों की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका है। वे हमें बीमारियों और गंदगी से बचाकर स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता और जिम्मेदारी है।
    मुख्यमंत्री श्री शर्मा सोमवार को संयुक्त वाल्मीकि श्रमिक संघ द्वारा आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नगरीय निकायों में होने वाली करीब 24 हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सफाईकर्मियों की मांगों एवं सुझावों के अनुरूप संशोधन कर नियमों का सरलीकरण किया है और लॉटरी के माध्यम से पारदर्शी तरीके से भर्ती  का काम किया जा रहा है।
    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सफाईकर्मियों को उनका यह हक पहले ही मिल जाना चाहिए था लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने इन भर्तियों को अटकाने, लटकाने और भटकाने का काम किया।  इससे पहले भी 2018 में हमारी ही  सरकार ने 21 हजार से अधिक पदों पर सफाईकर्मियों की भर्ती की थी।
    श्री शर्मा ने कहा कि सफाई कर्मचारी विषम परिस्थितियों में काम करते हैं। ऐसी स्थिति में उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए आरजीएचएस के तहत फेफड़ों, किडनी एवं त्वचा से संबंधित बीमारियों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है। साथ ही, सफाई कर्मचारियों को राज्य सरकार द्वारा रियायती दर पर ऋण भी  उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि समाज के छात्रावास हेतु भूमि आवंटन तथा जोधपुर में नवल जी महाराज का पैनोरमा बनवाने का सकारात्मक आश्वासन दिया।

    प्रधानमंत्री ने देश को दिया स्वच्छता का मंत्र

    मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर, 2014 को स्वयं झाड़ू उठाकर स्वच्छ भारत अभियान का आगाज किया था। उन्होंने देशवासियों को स्वच्छता का मंत्र  दिया और आज स्वच्छ भारत अभियान एक ‘जन आदोलन’ का रूप ले चुका है, क्योंकि इसे पूरे देश की जनता का अपार समर्थन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश के सफाईकर्मियों का आभार व्यक्त करने के लिए प्रयागराज में कुंभ के दौरान उनके चरण धोए थे।
    श्री शर्मा ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बहुत आदर से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि यूके यात्रा के दौरान मैंने लंदन में किंग हेनरी रोड स्थित ऐतिहासिक अम्बेडकर हाउस का दौरा किया। यह स्थान बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी से जुड़ी अमूल्य स्मृतियों, उनके जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों और उनके द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्यों का साक्षी रहा है।

    5 वर्षों में सरकारी व निजी क्षेत्रों में सृजित होंगे 10 लाख रोजगार के अवसर

    श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओ के हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनके लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए इस वर्ष 1 लाख एवं पांच साल में कुल 4 लाख पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही निजी क्षेत्रों में भी अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध करवाते हुए पांच वर्षों में कुल 10 लाख रोजगार सृजित किए जाएंगे। श्री शर्मा ने कहा कि भर्तियां समयबद्ध रूप से पूरी हो, इसके लिए आगामी दो साल के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के माध्यम से भर्तियों का कैलेण्डर भी जारी कर दिया गया है और परीक्षाओं की तिथि तय कर दी गई है।
    मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत सरकार द्वारा करवाए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में सफाई कर्मियों के सहयोग से राजस्थान अच्छा  प्रदर्शन करेगा। कार्यक्रम में वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों और सफाईकर्मियों ने मुख्यमंत्री को माला पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर लगभग 24 हजार सफाईकर्मियों की भर्ती के लिए आभार जताया।
    इस अवसर पर विधायक श्री कालीचरण सराफ, जयपुर ग्रेटर नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर, जयपुर हेरिटेज नगर निगम महापौर (कार्यवाहक) श्रीमती कुसुम यादव, जयपुर ग्रेटर नगर निगम उप महापौर श्री पुनीत कर्णावट, संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष श्री नंदकिशोर डंडोरिया, नवल सम्प्रदाय के संत श्री सुनील जी महाराज सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में सफाईकर्मी उपस्थित थे।
  • CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ का गठन

    CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ का गठन

    CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ (RERTF) का गठन किया गया है

    प्रदेश में वित्त, आर्थिक प्रबंधन, बुनियादी ढांचे, कृषि और विकासात्मक आदि क्षेत्रों के विकास के लिए CM Bhajanlal Sharma की अध्यक्षता में ‘राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स’ (RERTF) का गठन किया गया है। बजट घोषणा वर्ष 2024-25 की अनुपालना में राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उप मुख्यमंत्री(वित्त) इस टास्क फोर्स के उपाध्यक्ष होंगे। उप मुख्यमंत्री(परिवहन व उच्च शिक्षा), उद्योग मंत्री, ऊर्जा मंत्री, कृषि मंत्री, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा, अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन, प्रमुख शासन सचिव उद्योग, प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी तथा शासन सचिव आयोजना इस टास्क फोर्स के सदस्य होंगे तथा शासन सचिव, वित्त(बजट) सदस्य सचिव होंगे।

    प्रशासनिक सुधार विभाग के शासन उप सचिव श्री अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि टास्क फोर्स में वित्त, आर्थिक प्रबंधन, बुनियादी ढांचे, कृषि और विकासात्मक क्षेत्रों से 5 विषय विशेषज्ञों को सदस्य के रूप में नामित किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि टास्क फोर्स द्वारा प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों की पहचान, नीति निर्माण और कार्यान्वयन, कौशल विकास और शिक्षा, बुनियादी ढांचे का विकास, नवाचार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा, एमएसएमई और स्टार्टअप को बढ़ावा, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत, हरित विकास को बढ़ावा देने सहित प्रदेश की आर्थिक व रोजगार वृद्धि जैसे विषयों के संबंध में अभिशंसाएं की जाएंगी।

    श्री शर्मा ने बताया कि इस टास्क फोर्स का कार्यकाल 31 मार्च, 2028 तक रहेगा एवं इसकी बैठक वर्ष में कम से कम एक बार आयोजित की जाएगी एवं वित्त विभाग इसका प्रशासनिक विभाग रहेगा।

    source: http://dipr.rajasthan.gov.in

  • CM Bhajanlal Sharma: ‘कैच द रेन’ कैम्पेन से जल संचय को मिलेगा बढ़ावा

    CM Bhajanlal Sharma: ‘कैच द रेन’ कैम्पेन से जल संचय को मिलेगा बढ़ावा

    CM Bhajanlal Sharma: जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजस्थान की जल परियोजनाएं हो रही साकार

    CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। देश में जल संचय के क्षेत्र में ’कैच द रेन’ कैम्पेन प्रधानमंत्री की अनूठी पहल है। उन्होंने कहा कि यह अभियान देश में जन आंदोलन बनेगा, जिससे जन भागीदारी बढ़ेगी और जल संचय होगा।
    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा रविवार को गुजरात के सूरत में जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान की जल आवश्यकता को समझते हुए वर्ष 2003 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश को नर्मदा का पानी उपलब्ध करवाया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही राजस्थान और मध्यप्रदेश के मध्य ईआरसीपी परियोजना का एमओयू तथा हरियाणा और राजस्थान के बीच यमुना जल समझौता हुआ। देवास परियोजना के तहत उदयपुर में जल उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।

    राजस्थान में सदियों से जल संरक्षण एक परंपरा

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में जल हमेशा से एक अनमोल संसाधन रहा है, इसलिए राजस्थान में जल संरक्षण एक परंपरा है। हमारे पूर्वजों ने जल संरक्षण की आवश्यकता को गहराई से समझा और सीमित संसाधनों में भी डिग्गी, कुंड और बावड़ी बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि सदियों से राजस्थान में टांके, तालाब, खड़ीन, नाड़ियां, पाट और जोहड़ के माध्यम से वर्षा जल को सहजने का काम किया जा रहा है।

    ‘कैच द रेन’ कैम्पेन का राजस्थान को मिलेगा लाभ

    श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्षा जल संचय के लिए महत्वपूर्ण अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जल संचय के लिए प्रवासी राजस्थानियों का अपनी मातृभूमि के प्रति योगदान का निश्चय इस अभियान को मजबूती प्रदान करेगा। राजस्थान के हर जिले के प्रत्येक गांव में चार जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण के लिए प्रवासी उद्यमियों का योगदान तय किया गया है। इससे जल संकट को दूर करने में मदद मिलेगी। यह अभियान आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवनदायिनी साबित होने वाला है।

    मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के तहत हो रहे जल संरक्षण के कार्य

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 चलाया जा रहा है। प्रथम चरण में इस अभियान के तहत 5 हजार से अधिक गांवों में 3 हजार 500 करोड़ रुपये की लागत से 1 लाख 10 हजार कार्य करवाये जा रहे हैं। यह अभियान राज्य में जल संरक्षण और जल स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस वर्ष अच्छी वर्षा होने से प्रदेश के बांध भरे हुए हैं।
    श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद जो परिवर्तन आया है, उसे सभी महसूस कर रहे हैं। देश में गरीब कल्याण की योजनाएं, विकास योजनाएं, आतंकवाद-नक्सलवाद का खात्मा और दुनिया में बढ़ता भारत का गौरव देश के हर नागरिक ने देखा है।
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री गुजरात श्री भूपेन्द्र पटेल, मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल, उप मुख्यमंत्री बिहार श्री सम्राट चौधरी, संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल, सांसद श्री लुम्बाराम चौधरी सहित वरिष्ठ अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी उपस्थित रहे।
  • CM Bhajanlal Sharma की उच्च स्तरीय बैठक- जाखम बांध को जयसमंद बांध से जोड़ने की डीपीआर 4 माह में हो तैयार

    CM Bhajanlal Sharma की उच्च स्तरीय बैठक- जाखम बांध को जयसमंद बांध से जोड़ने की डीपीआर 4 माह में हो तैयार

    CM Bhajanlal Sharma: प्रदेश में नदियों की हो इंट्रास्टेट लिंकिंग, जन सहभागिता से जल संचय को मिले बढ़ावा- परियोजनाओं में बांध तथा नहर निर्माण के कार्य संयुक्त रूप से हो पूर्ण

    • परियोजनाओं में ना हो अनावश्यक विलम्ब, लापरवाही बरतने पर हो सख्त कार्रवाई
    • ईसरदा बांध के फ्लेप निर्माण एवं डूंगरी बांध के लिए भूमि अवाप्ति शीघ्र हो शुरू, प्रभावित लोगों को मिले समुचित मुआवजा
    CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि प्रदेश में पेयजल एवं सिंचाई के लिए जल उपलब्धता राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इंट्रास्टेट नदियों को जोड़ने के कार्य व्यापक स्तर पर किया जाए एवं जन सहभागिता के माध्यम से जल संचय को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि जल संसाधन से जुड़ी परियोजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग एवं क्रियान्वयन समयबद्ध रूप से सुनिश्चित किया जाए।
    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में जल संसाधन, इंदिरा गांधी नहर एवं सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता विभाग से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं एवं कार्यों पर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं के कार्य में अनावश्यक देरी करने वाले ठेकेदारों एवं अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

    ब्राह्मणी नदी पर बांध निर्माण कार्य में लाएं तेजी—

    श्री शर्मा ने बजट घोषणाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि माही बेसिन की जाखम नदी एवं बांध के अधिशेष जल को जयसमंद बांध से जोड़ने तथा माही व सोम नदी के अधिशेष जल को जवाई बांध तक लाने की बजट घोषणाओं की प्रोजेक्ट रिपोर्ट आगामी 4 माह में पूरी कर ली जाए, ताकि आगामी वर्ष के बजट में इन परियोजनाओं को मूर्त रूप दिया जा सके। इसी क्रम में श्री शर्मा ने राणा प्रताप सागर व जवाहर सागर बांध के जल अपवर्तन कार्य की बजट घोषणा की अनुपालना में ब्राह्मणी नदी पर बनाए जाने वाले बांध के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने डूंगरी बांध एवं ईसरदा बांध के ऊपरी भाग में फ्लेप निर्माण के लिए भूमि अवाप्ति की कार्यवाही शीघ्र शुरू करने तथा प्रभावित क्षेत्र में आने वाले लोगों को समुचित मुआवजा उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए।

    परियोजनाओं में ना हो अनावश्यक विलम्ब—

    श्री शर्मा ने 500 करोड़ रुपए से अधिक की लागत की विभिन्न परियोजनाओं की भौतिक प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने परवन परियोजना के संबंध में निर्देश दिए कि इस परियोजना में जल संग्रहण के लिए बांध निर्माण कार्य तथा जलापूर्ति के लिए नहर निर्माण के होने वाले कार्यों को एक साथ ही कर लिए जाए। क्योंकि किसी भी परियोजना में अनावश्यक विलम्ब से उसकी लागत में भी बढ़ोतरी होती है। उन्होंने धौलपुर लिफ्ट सिंचाई व पेयजल परियोजना के कार्य को नियत समय पर पूरा करने एवं अपर हाई लेवल कैनाल परियोजना बांसवाड़ा की रिडिजाइन करवाने के निर्देश दिए।

    प्राकृतिक डिप्रेशन्स के प्रोजेक्ट्स में स्थानीय योजनाएं हो शामिल—

    बैठक में मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी नहर विभाग की मुख्य नहर पर बने चार प्राकृतिक डिप्रेशन्स को जलाशयों में परिवर्तित किए जाने की योजना की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि इस प्रोजेक्ट को स्थानीय योजनाओं के आधार पर पीएचईडी के माध्यम से पूरी किए जाने के विकल्प पर विचार किया जाए। साथ ही, उन्होंने बाह्य ऋण की सहायता से संचालित परियोजनाओं में होने वाले जीर्णोद्धार कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान केन्द्रीय प्रवर्तित योजनाओं के माध्यम से संचालित परियोजनाओं की समीक्षा भी की।

    नीमराणा एवं घिलोट जापानी औद्योगिक क्षेत्र को मिले ईआरसीपी का लाभ—

    बैठक में श्री शर्मा ने संशोधित केपीसी-ईआरसीपी प्रथम चरण में प्रस्तावित कार्यों की प्रगति एवं इस परियोजना में पेयजल एवं औद्योगिक जल उपयोगिता सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने इस परियोजना में नीमराणा एवं घिलोट जापानी औद्योगिक क्षेत्र के लिए जल उपयोगिता के बिंदुओं को शामिल किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने देवास परियोजना तृतीय एवं चतुर्थ के प्रगतिरत कार्याें की विस्तृत समीक्षा करते हुए विकास कार्यों में तेेजी लाने के निर्देश प्रदान किए।
    इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत, अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन श्री अभय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री अखिल अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री शिखर अग्रवाल, इंदिरा गांधी नहर बोर्ड अध्यक्ष श्री कुंजीलाल मीणा,  सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
  • CM Sharma: मुख्यमंत्री ने किया नाहरगढ़ में टाइगर सफारी का लोकार्पण -टाइगर सफारी से पर्यटन के क्षेत्र में नई शुरूआत

    CM Sharma: मुख्यमंत्री ने किया नाहरगढ़ में टाइगर सफारी का लोकार्पण -टाइगर सफारी से पर्यटन के क्षेत्र में नई शुरूआत

    CM Sharma ने किया बाघ शावकों का नामकरण, नर बाघ शावक का नाम ‘भीम’ तथा मादा बाघ शावक का नाम ‘स्कंदी’ रखा

    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को जयपुर के नाहरगढ़ में फीता काटकर टाइगर सफारी का शुभारम्भ किया। प्रदेशवासियों को मिली इस सौगात से अब वन्य जीव प्रेमी नाहरगढ़ में टाइगर सफारी का आनंद ले सकेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नाहरगढ़ जैविक उद्यान में दो बाघ शावकों का नामकरण भी किया। मुख्यमंत्री ने मादा बाघ शावक का नाम ‘स्कंदी’ तथा नर बाघ शावक का नाम ‘भीम’ रखा।

    श्री शर्मा ने प्रदेशवासियों को 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मनाए जा रहे वन्य जीव सप्ताह की बधाई देते हुए कहा कि वन्य जीवों की रक्षा तथा प्रकृति को संजोए रखना हम सभी का कर्त्तव्य है। इस वन्यजीव सप्ताह में विद्यार्थियों को बायोलॉजिकल पार्कों में निःशुल्क प्रवेश दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग और जेडीए के संयुक्त प्रयासों से सोमवार को शुरू हो रही टाइगर सफारी से प्रदेश में पर्यटन को एक नई शुरूआत मिली है। साथ ही, इससे बाघों के संरक्षण एवं संवर्धन को भी बढ़ावा मिलेगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन पर विशेष जोर दे रहा है। प्रदेश में तीन नेशनल पार्क, 26 अभयारण्य, 36 कन्जर्वेशन रिजर्व तथा 4 बायोलॉजिकल पार्क विकसित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बाघों के संरक्षण के निरंतर किए जा रहे प्रयासों से उनकी आबादी बढ़ रही है। राजस्थान में लगभग 130 बाघ हैं। उन्होंने कहा कि जेडीए ने जयपुर जिले में दो नए पार्क विकसित किए हैं। जिसमें जीरोता में नगर वन एवं नेवटा के पास बायोडायवर्सिटी पार्क शामिल हैं। इससे आसपास की 5 लाख की आबादी लाभान्वित होगी।

    श्री शर्मा ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान और ‘मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान’ के तहत राज्य में 7 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘हरियालो मिशन’ के तहत लगातार पौधारोपण किया जा रहा है। जिसके तहत आगामी पांच वर्षों में प्रत्येक वर्ष 10 करोड़ पौधारोपण किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जनता से जो वादे किए हैं, उनको लगातार पूरा किया जा रहा है। हमने एक वर्ष में एक लाख भर्तियों तथा आगामी पांच वर्षों में चार लाख भर्तियों की घोषणा की थी। जिसके तहत कैबिनेट बैठक में एक साथ 90 हजार पदों पर भर्तियों का रास्ता खुला है जो हमारे दृढसंकल्प को दर्शाता है।

    श्री शर्मा ने अधिकारियों को नाहरगढ़ जैविक उद्यान में रोशनी एवं वन्यजीवों के लिए पानी तथा उद्यान के समुचित रख-रखाव के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। इससे पहले श्री शर्मा ने परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण किया। उन्होंने इस दौरान विभिन्न स्कूलों से जैविक उद्यान में भ्रमण हेतु आए बच्चों से मुलाकात भी की।

    किलोमीटर के ट्रैक में वन्यजीव प्रेमी निहारेंगे बाघ को

    राज्य सरकार द्वारा 453 लाख रुपये की लागत से 30 हेक्टेयर में टाइगर सफारी विकसित की गई है। इस टाइगर सफारी में 7 किलोमीटर का सफारी ट्रैक विकसित किया गया है। यह सफारी सैलानियों को प्राकृतिक वातावरण में बाघों की खूबसूरती को अनुभव करने का अवसर देगी तथा लोगों में बाघ संरक्षण के बारे में जागरूकता का प्रसार होगा।  उल्लेखनीय है कि नाहरगढ़ वन्य जीव अभयारण्य 5 हजार 240 हेक्टेयर में फैला हुआ है। जिसमें नाहरगढ़ जैविक उद्यान 720 हेक्टेयर में विकसित किया गया है। इसमें पहले से ही लॉयन सफारी संचालित है।

    समारोह में नगरीय विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री झाबर सिंह खर्रा, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा, विधायक श्री प्रशांत शर्मा, जयपुर नगर निगम (हेरिटेज) महापौर श्रीमती कुसुम यादव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरिजीत बनर्जी सहित बड़ी संख्या में वन्य जीव प्रेमी उपस्थित रहे।

    source:http://dipr.rajasthan.gov.in

  • CM Sharma: विभागीय प्री समिट के आयोजन की समीक्षा बैठक, विभागीय प्री समिट आयोजन से राइजिंग राजस्थान के आयोजन को मिलेगी मजबूती, निवेश अनुकूल हो विभागों की नवीन नीतियों का निर्माण

    CM Sharma: विभागीय प्री समिट के आयोजन की समीक्षा बैठक, विभागीय प्री समिट आयोजन से राइजिंग राजस्थान के आयोजन को मिलेगी मजबूती, निवेश अनुकूल हो विभागों की नवीन नीतियों का निर्माण

    CM Sharma

    CM Sharma ने कहा कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 से राजस्थान का विकास तीव्र गति से होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रथम वर्ष में ही इस समिट के आयोजन से प्रदेश में औद्योगिक विकास का विस्तार होगा और युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने निवेश से संबंधित एमओयू को समय से धरातल पर उतारने के निर्देश देते हुए कहा कि छोटे निवेशों को भी तरजीह दी जाए।
    श्री शर्मा रविवार को मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा आवास पर राइजिंग राजस्थान समिट के तहत विभागीय स्तर पर होने वाली प्री समिट आयोजन की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पॉलिसी निर्माण का कार्य संबंधित विभाग गहन विश्लेषण कर पूरा करें, जिससे पॉलिसी सरल, स्पष्ट और गुणवत्तापूर्ण बने एवं इससे निवेशकों को निवेश करने में आसानी हो। समिट की तैयारियों के क्रम में ब्रोशर, प्रजेंटेशन, ऑडियो-वीडियो फिल्में, स्पीच, टॉकिंग पॉइंट, विभागीय नीतियों का सारांश तैयार करने जैसे काम विभाग समय रहते पूरा कर लें।

    प्री समिट के आयोजन से पूर्व विभागों की तैयारियां रहे पूर्ण

    मुख्यमंत्री ने कहा कि विभागीय समिट का स्थान, ब्रांडिंग, डेलीगेट एवं वक्ताओं का चयन तथा प्रोग्राम का शेड्यूल निर्धारित कर प्री समिट का सफल आयोजन सुनिश्चित किया जाए। सभी विभाग प्री समिट में प्रमुख कॉर्पोरेट्स, व्यापार संघों, सीईओ, शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों को भी आमंत्रित करें। उन्होंने कहा कि विभागीय पीआरओ मीडिया मैनेजमेंट, मीडिया कवरेज, प्रेस रिलीज, मीडिया इंटरेक्शन, सोशल मीडिया पोस्ट, पोस्ट इवेंट कवरेज आदि के लिए डीआईपीआर के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करें। प्री समिट आयोजन के पश्चात मुख्य गतिविधियों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय एवं उद्योग विभाग में प्रस्तुत की जाए।

    नवीन नीतियों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था बनेगी मजबूत

    श्री शर्मा ने कहा कि 9-11 दिसंबर तक आयोजित होने वाले राइजिंग राजस्थान समिट को महत्वपूर्ण विभागों की प्री समिट के आयोजन से मजबूती मिलेगी। उन्होंने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया कि नवीन पर्यटन नीति के माध्यम से राजस्थान की पर्यटन अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जाए। इसके लिए नीति निर्माण में पर्यटन से संबंधित सभी पहलुओं और हितधारकों का पूर्ण ध्यान रखा जाए। उन्होंने एक जिला-एक उत्पाद, एक जिला-एक डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने के लिए समुचित प्रयास करने के निर्देश दिए। राज्य में वाइल्डलाईफ, डेजर्ट और धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने के लिए उन्होंने विशेष कार्ययोजना बनाने के लिए निर्देशित किया।
    मुख्यमंत्री ने कृषि एवं पशुपालन व सहकारिता के क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए विशेष बल दिया। उन्होंने प्रदेश में वेयरहाउसिंग को अधिक मजबूत बनाने के निर्देेश देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र में नवीन किस्म के फर्टिलाइजर्स, फूड प्रोसेसिंग यूनिट, फूड पार्क, एग्रो प्रोसेसिंग तथा कृषि विपणन में निवेश के माध्यम से रोजगार के नवीन अवसर सृजित किए जाएं। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में निवेश से खेती-किसानी को अधिक लाभकारी बनाया जा सकता है।
    श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान खनिज संपदा की उपलब्धता के क्षेत्र में देश के प्रमुख राज्यों में से एक है। प्रदेश में उपलब्ध खनिजों की जिलेवार सूची बनाई जाए और विभागीय वेबसाइट के माध्यम से एवं बुकलेट के जरिए इनका विपणन कार्य किया जाए। उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया। इसके लिए नवीन स्किल नीति के माध्यम से युवाओं को इंटर्नशिप कार्यक्रम से जोड़ने के लिए निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा के क्षेत्र में फार्मा से संबंधित कंपनियों के निवेश को बढ़ावा देने के लिए चिकित्सा विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने ऊर्जा में मैन्यूफैक्चरिंग व बैटरी स्टोरेज के क्षेत्र में राजस्थान को अग्रणी बनाने के निर्देश दिए।
    मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि अधिक से अधिक संख्या में प्रदेश में निवेश लाएं तथा राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के माध्यम से प्रदेश को नई औद्योगिक ऊंचाईयों तक पहुंचाए। जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ बने।
    इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन श्री अभय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री अखिल अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री शिखर अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव उद्योग श्री अजिताभ शर्मा, प्रमुख शासन सचिव स्वायत्त शासन श्री राजेश कुमार यादव, प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास श्री वैभव गालरिया सहित विभिन्न विभागों के शासन सचिव मौजूद रहे एवं वीसी के माध्यम से बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा श्री आलोक सहित प्रमुख विभागों के शासन सचिव भी जुड़े।
  • CM Sharma की केन्द्रीय मंत्रियों से भेंट, राजस्थान में विभिन्न क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं और विकास कार्यों की दी जानकारी

    CM Sharma की केन्द्रीय मंत्रियों से भेंट, राजस्थान में विभिन्न क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं और विकास कार्यों की दी जानकारी

    CM Sharma

    CM Sharma ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों श्री जे.पी.नड्डा, श्री प्रहलाद जोशी और श्री सी.आर.पाटिल से मुलाकात कर प्रदेश में चल रही विभिन्न परियोजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी दी।

    केन्द्रीय परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री से भेंट—

    मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जे.पी.नड्डा से शिष्टाचार भेंट की।

    इस अवसर पर श्री शर्मा ने दिसम्बर में जयपुर में होने वाले ‘राईजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट 2024’ की तैयारियों की जानकारी दी। इसके अतिरिक्त उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं एवं व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर सकारात्मक चर्चा कर उनसे मार्गदर्शन प्राप्त किया।

    केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर.पाटिल से भेंट—

    मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर.पाटिल से भेंट कर उनको राजस्थान में जल जीवन मिशन तथा ‘पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना’ (ई.आर.सी.पी.) की वर्तमान प्रगति एवं क्रियान्वयन के विषय में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही प्रदेश से संबंधित अन्य विकास कार्यों को लेकर उनके साथ वार्ता की।

    केन्द्रीय उपभोक्ता, खाद्य व सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री से भेंट—

    मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने केन्द्रीय उपभोक्ता, खाद्य व सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी से भेंट कर उन्हें राजस्थान में उनकी सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों, जन कल्याणकारी योजनाओं, ऊर्जा क्षेत्र में नवाचारों एवं कृषि उत्पादन में वृद्धि की विस्तृत जानकारी दी।

    इसके अतिरिक्त राज्य में खाद्य सुरक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण एवं नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भविष्य की योजनाओं पर सार्थक चर्चा की।

  • CM Shri Bhajanlal Sharma: सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों ने निवेश पर अपने अनुभव एवं सुझाव साझा किएभारतीय प्रशासनिक एवं पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारियों के साथ बैठक

    CM Shri Bhajanlal Sharma: सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों ने निवेश पर अपने अनुभव एवं सुझाव साझा किएभारतीय प्रशासनिक एवं पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारियों के साथ बैठक

     ‘राइजिंग राजस्थान’ से बढ़ेगा निवेश, बदलेगी प्रदेश की तस्वीर, निवेश से बढ़ेगा रोजगार, प्रदेश होगा अग्रणी – CM Shri Bhajanlal Sharma – सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों ने निवेश पर अपने अनुभव एवं सुझाव साझा किए

    CM Shri Bhajanlal Sharma ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश में औद्योगिक विकास एवं निवेश को बढ़ावा देने के लिए बेहतर अवसरों का निर्माण किया जाए। इसी क्रम में प्रदेश में ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेन्ट समिट’ का आयोजन किया जा रहा है। इस समिट के माध्यम से निवेश के साथ ही रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो सकेगी एवं राजस्थान देश में अग्रणी राज्य बनेगा।

    श्री शर्मा शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेन्ट समिट के संबंध में भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को सेवा-काल के दौरान लोक सेवक के रूप में विभिन्न क्षेत्रों का अनुभव प्राप्त होता है। इनके अनुभवों के आधार पर प्राप्त महत्वपूर्ण सुझाव प्रदेश में निवेश को बढ़ाने में निर्णायक साबित होंगे।

    उल्लेखनीय है कि 9 से 11 दिसम्बर तक आयोजित होने वाली ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेन्ट समिट’ में देश-विदेश के प्रसिद्ध उद्योगपति, औद्योगिक समूह, विभिन्न देशों के व्यापारिक एवं राजनीतिक प्रतिनिधि मंडल इत्यादि सम्मिलित होंगे। इस समिट की पूर्व गतिविधियों के रूप में अंतरराष्ट्रीय रोडशो, कॉन्फ्रेन्सेज, राउंडटेबल्स तथा विभागों के साथ प्री-समिट आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में साउथ कोरिया, जापान, यूएई एवं कतर में भी इन्वेस्टर मीट आयोजित की जा चुकी हैं। साथ ही, प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के उद्देश्य से विभिन्न देशों, राज्यों, केन्द्रीय मंत्रालयों एवं पीएसयू से समन्वय करने के लिए अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।

    इस अवसर पर भारतीय प्रशासनिक एवं पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारियों ने राइजिंग राजस्थान व निवेश संवर्द्धन को लेकर अपने अनुभव एवं सुझाव साझा किए। इन अधिकारियों में श्री चन्द्रमोहन मीणा, श्री रवि माथुर, श्री पुरुषोत्तम अग्रवाल, श्री ललित के. पंवार, श्री श्रीमत पांडे, श्री श्याम अग्रवाल, श्री दीपक उप्रेती, श्री मुकेश शर्मा, श्री संजय दीक्षित, श्री राजेश्वर सिंह, श्री डी.बी. गुप्ता, श्रीमती वीनू गुप्ता एवं श्री अजीत सिंह शामिल रहे।

    बैठक में मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) श्री शिखर अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव उद्योग श्री अजिताभ शर्मा एवं प्रमुख शासन सचिव (मुख्यमंत्री) श्री आलोक गुप्ता सहित उद्योग विभाग के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।

    source: http://dipr.rajasthan.gov.in


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