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  • Minister of Gopalan Joraram Kumawat ने पुष्कर मेले की तैयारियों का जायजा लिया

    Minister of Gopalan Joraram Kumawat ने पुष्कर मेले की तैयारियों का जायजा लिया

    Minister of Gopalan Joraram Kumawat: आवश्यक व्यवस्थाओं को चाक, चौबंद करने के दिये निर्देश

    पशुपालन और गोपालन मंत्री Joraram Kumawat गुरूवार को प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले की तैयारी का जायजा लेने पुष्कर धाम पहुंचे। पशु मेले में उन्होंने मेला स्थल पर विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने के निर्देश दिए। मेले में राजस्थान सहित पंजाब और आसपास के कई क्षेत्रों के लोग पशु बेचने खरीदने आते हैं। उनके लिए श्री कुमावत ने सभी प्रकार की व्यवस्थाओं का समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए।
    उन्होंने निर्देश दिया कि कानून व्यवस्था और साफ—सफाई के साथ-साथ पशुओं और पशुपालकों के लिए पेयजल, बिजली और चिकित्सा व्यवस्था सहित सभी सुविधाएं मेले में आने वाले लोगों को मिले। मेला स्थल को विकसित करवाने का निर्देश देते हुए उन्होंने मेला स्थल की जमीन पर्यटन स्थल से पशुपालन विभाग को हस्तांतरित करने को कहा। उन्होंने वहां पॉलीक्लिनिक खोलने की भी घोषणा की। उन्होंने ऊंटों और गायों के संरक्षण और संवर्धन हेतु नवाचार करते हुए मोबाइल वेटरिनरी यूनिट के व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।
    श्री कुमावत ने वहां उपस्थित पशुपालकों से बात कर उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना और उसका निराकरण करने का आश्वासन दिया। पशुपालकों ने भी मेले की अच्छी व्यवस्था के लिए सरकार और विभाग को धन्यवाद दिया। पशु मेले में पशुओं की चिकित्सा सुविधाओं के लिए पशुपालन विभाग द्वारा 12 पशु चौकियों की स्थापना की गई है। पशुपालन मंत्री के साथ इस दौरान एसडीएम, पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय प्रशासन, डेयरी, पुलिस तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
    उल्लेखनीय है कि राजस्थान का सबसे बड़ा पशु मेला पुष्कर में कार्तिक मास में आयोजित किया जाता है जिसमें करीब 10 से 15 हजार पशु आते हैं। इनमें घोड़े और ऊंट की संख्या अधिक होती है। मेले के दौरान पशुओं के लिए विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। साथ ही सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है।
  • Joram Kumawat: मोबाईल पशु चिकित्सा सेवा के लिए कॉल सेंटर का लोकार्पण

    Joram Kumawat: मोबाईल पशु चिकित्सा सेवा के लिए कॉल सेंटर का लोकार्पण

    Joram Kumawat: सरकार पशुओं तथा पशुपालकों के विकास के प्रति कृतसंकल्पित: जोराराम कुमावत

    पशुपालन, गोपालन, डेयरी और देवस्थान मंत्री Joram Kumawat ने कहा कि हमारी सरकार पशुओं तथा पशुपालकों के विकास के प्रति कृतसंकल्पित है और बहुत संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है। उन्होंने बुधवार को आगरा रोड स्थित राजस्थान राज्य पशुधन प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान में मोबाईल वेटेरिनरी इकाइयों के लिए कॉल सेटर के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि कॉल सेंटर का संचालन निश्चित रूप से विभाग के लिए एक बहुत ही सराहनीय कदम है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य मंत्री, पशुपालन, गोपालन, मत्स्य एवं गृह विभाग श्री जवाहर सिंह बेढम उपस्थित रहे। 
    श्री जोराराम कुमावत ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा को धन्यवाद देते हुए कहा कि मोबाईल पशु चिकित्सा एवं कॉल सेंटर पशुधन और पशुपालकों के लिए एक बहुत बड़ी भेंट और सुविधा है। कॉल सेंटर की सुविधा शुरू होने से घर पर ही पशुओं का इलाज मिलना शुरू हो जाएगा जिससे पशुपालकों के  समय और पैसे दोनों की बचत होगी। श्री कुमावत ने कहा कि  मंगला पशु बीमा योजना की क्रियान्विति भी जल्द शुरू की जाएगी।
    पशुपालन, गोपालन, मत्स्य एवं गृह राज्य मंत्री श्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का एक जरिया पशुपालन है इसीलिए पशु को पशुधन कहा गया है। पशुपालन के माध्यम से हमारे ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था नियमित रहती है। उन्होंने कहा कि पशुपालक के घर पर पशुओं के लिए चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराना एक उपयोगी पहल है।
    इस अवसर पर शासन सचिव पशुपालन, गोपालन एवं मत्स्य डॉ समित शर्मा ने कहा कि कॉल सेंटर का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करते हुए पशुधन और पशुपालकों को अधिक से अधिक संख्या में लाभ पहुंचाना इस योजना का उद्देश्य है। आने वाले 6 महीनों में पशुपालन विभाग प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ तीन विभागों में होगा, ऐसा हमारा प्रयास है। उन्होंने कॉल सेंटर पर वीडियो कॉलिंग की सुविधा शुरू करने के लिए भी बीआइएफएल के अधिकारियों को सुझाव दिया।
    कार्यक्रम के आरंभ में पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ भवानी सिंह राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मोबाइल पशु चिकित्सा सेवा द्वारा 161934 शिविरों के माध्यम से 27.48 लाख से अधिक पशुओं का उपचार करते हुए लगभग 6.86 लाख पशुपालकों को लाभान्वित किया गया है। कार्यक्रम को बीएफआईएल के प्रतिनिधि श्री किशोर संभशिवम ने भी संबोधित किया। अतिरिक्त निदेशक डॉ आनंद सेजरा ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ हेमंत पंत ने किया।
    कार्यक्रम में मोबाइल वेटरिनरी यूनिट की सेवा प्रदाता फर्म से श्री सुनील अग्रवाल और श्री महेश गुप्ता, बीएफआईएल से श्री असद और श्री अमन, श्री प्रहलाद नागा निदेशक गोपालन, डॉ प्रकाश भाटी, डॉ सुरेश मीना, डॉ प्रवीण कुमार, डॉ तपेश माथुर सहित बड़ी संख्या में विभाग के अधिकारी और पशुपालक उपस्थित थे।

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