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  • रेल मंत्री Ashwini Vaishnav द्वारा ‘शेतकरी समृद्धि’ विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ

    रेल मंत्री Ashwini Vaishnav द्वारा ‘शेतकरी समृद्धि’ विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ

    Ashwini Vaishnav: महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास, अमृत स्टेशन के रूप में किया जाएगा विस्तार

    • महाराष्ट्र के किसानों को प्याज, अंगूर और अन्य कृषि उत्पादों को दूसरे राज्यों के बाजारों में पहुंचाना हुआ आसान

    • महाराष्ट्र के रेलवे विकास बजट में 13 गुना वृद्धि,पिछले दस सालों में राज्य का आवंटन, 1,171 करोड़ से बढ़ाकर 15,940 करोड़ हुआ

    केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रौद्योगिकी मंत्री Ashwini Vaishnav ने आज महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर तक ‘शेतकरी समृद्धि’ विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र के देवलाली रेलवे स्टेशन पर आयोजित किया गया तथा केंद्रीय रेल मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेल भवन से जुड़े थे।

    रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेलगाड़ी का शुभारंभ करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य महाराष्ट्र के किसानों की उपज को तेजी से देश के अन्य राज्यों तक पहुंचाना है। यह ट्रेन नासिक, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, इटारसी, जबलपुर, सतना, और दीनदयाल उपाध्याय सहित कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे किसानों को अपनी उपज को सही समय पर और सही दाम पर बेचने का अवसर मिलेगा। किसान मात्र ₹4 प्रति किलो की दर से अपनी उपज को देवलाली और नासिक जैसे इलाकों से बिहार तक भेज सकेंगे। इस ट्रेन में छोटे और बड़े किसानों के लिए पार्सल वैन के साथ-साथ साधारण श्रेणी के कोच भी लगाए गए हैं, जिससे किसान और श्रमिक दोनों को सफर की सुविधा मिलेगी। देवलाली से दानापुर तक की 1,515 किमी लंबी दूरी पर भाड़ा प्रति किलोमीटर, प्रति किलोग्राम मात्र 28 पैसे से भी कम होगा, जिससे जल्दी खराब होने वाले उत्पादों का कम लागत पर परिवहन संभव होगा। यह गाड़ी न केवल किसानों को नए बाजार उपलब्ध कराएगी बल्कि श्रमिकों को भी सस्ती और सुविधाजनक यात्रा का साधन प्रदान करेगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।

    श्री वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि महाराष्ट्र के किसानों के लिए यह एक नई पहल है, जो उन्हें उनकी फसलों के लिए बाजार में सही कीमत प्राप्त करने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन किसानों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई है, जिसके सफल होने पर आगे भी ऐसे और किसान हितैषी रेलगाड़ियों की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया गया है। 2014 से पहले, महाराष्ट्र को प्रतिवर्ष रेलवे विकास के लिए मात्र 1,171 करोड़ रुपये का आवंटन मिलता था, जबकि इस वर्ष यह बजट बढ़ाकर 15,940 करोड़ रुपये कर दिया गया है। वर्तमान में राज्य में 5,870 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाने के 41 प्रोजेक्ट्स स्वीकृत हैं, जिन पर कुल 81,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इसके अलावा, महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का विकास अमृत स्टेशन के रूप में किया जा रहा है, और 318 फ्लाईओवर तथा रोड अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है।

    इसके अलावा, श्री वैष्णव ने महाराष्ट्र में रेलवे परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मुंबई से विभिन्न स्टेशनों के लिए 11 वंदे भारत एक्सप्रेस स्वीकृत हैं, जिनमें से 6 ट्रेनें वर्तमान में चल रही हैं। उन्होंने बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी जानकारी दी, जिसके अंतर्गत महाराष्ट्र, गुजरात, और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली से गुजरने वाली इस परियोजना के लिए अब तक 350 किलोमीटर पियर फाउंडेशन, 316 किलोमीटर पियर निर्माण, और 221 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग का कार्य पूरा हो चुका है। बुलेट ट्रेन परियोजना में समुद्र के नीचे 7 किलोमीटर की सुरंग भी शामिल है, जो भारतीय रेल के आधुनिक और प्रगतिशील दृष्टिकोण को दर्शाता है।

    श्री वैष्णव ने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई उपनगरीय नेटवर्क में कई परियोजनाएं तेजी से पूरी हो रही हैं, जिनसे मुंबई की कनेक्टिविटी में सुधार आएगा। साथ ही, विरार से दहानू रोड के बीच रेल लाइन का चौहरीकरण भी किया जा रहा है। मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के उपनगरीय क्षेत्र में नई लोकल सेवाओं के विस्तार से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, और रोजगार के नए अवसर भी निर्मित हो रहे हैं।

    अंत में, रेल मंत्री ने इस अवसर पर महाराष्ट्र के किसानों और जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन महाराष्ट्र के किसानों की पुरानी मांग को पूरा करती है और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी। यह विशेष किसान रेलगाड़ी न केवल किसानों के उत्पादों को समय पर बाजार में पहुंचाने में सहायक होगी बल्कि श्रमिकों और आम लोगों के लिए भी एक नया यात्रा विकल्प प्रदान करेगी। भारतीय रेल निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है और आने वाले समय में भी महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में रेलवे की आधारभूत संरचना और सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए कार्य करती रहेगी।

    इस कार्यक्रम में मुंबई से सेंट्रल रेलवे के रेल महाप्रबंधक श्री धर्मवीर मीणा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।

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  • Shri Vaishnaw: वंदे भारत गाड़ियों और अमृत स्टेशनों से बन रहा है देश में रेलवे का नया स्वरूप

    Shri Vaishnaw: वंदे भारत गाड़ियों और अमृत स्टेशनों से बन रहा है देश में रेलवे का नया स्वरूप

    Shri Vaishnaw: मध्यप्रदेश में जौरा-अलापुर से कैलारस तक मेमू सेवा का विस्तार

    मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए 14700 रुपए करोड़ आवंटित किए गए

    केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव,ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर और कैलारस स्टेशन के मध्य आमान परिवर्तन के उपरांत नवनिर्मित रेलखंड का लोकार्पण एवं आमान परिवर्तित रेल खंड पर तीन नई गाड़ियों की विस्तारित सेवा का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस उद्घाटन समारोह का आयोजन मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर रेलवे स्टेशन पर किया गया इस समारोह में केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर तथा मुरैना के सांसद श्री शिवमंगल सिंह तोमर मौजूद थे।

    समारोह स्थल पर उपस्थित जन समुदाय को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी श्री वैष्णव ने कहा कि रेलवे गरीबों की सवारी है और मिडिल क्लास की सवारी है।आम जन को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए 12,500 जनरल एवं स्लीपर कोच के निर्माण का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि वंदे  भारत एक्सप्रेस, नमो भारत रैपिड रेल और वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के माध्यम से भारतीय रेल को नया स्वरूप देने का काम किया जा रहा है।

     

    उन्होंने कहा कि 2004 से 14 वाली अवधि में मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए औसतन 632 करोड रुपए का प्रावधान किया जाता था लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस साल के बजट में 14,700 करोड रुपए का प्रावधान मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए किया गया है।

    केंद्रीय मंत्री श्री वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेल को आम आदमी के लिए सुविधायक्त और आरामदायक बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में रेल प्रशासन निरंतर प्रयासरत है। उत्तर मध्य रेलवे भी इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र रेलवे की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है यह देश के चारों महानगरों सहित देश के सभी हिस्सों में ट्रेन सेवाओं के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। हम इस जुड़ाव को और पुख्ता कार्य करने के लिए प्रयासरत हैं।

    हमारे इन प्रयासों को केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया जी,  विधान सभा अध्यक्ष मध्य प्रदेश श्री नरेन्द्र सिंह तोमर जी, माननीय सांसद मुरैना  श्री शिवमंगल सिंह तोमर जी का सहयोग सदैव से ही मिलता रहता है।उन्होने कहा कि भारत के रेल मानचित्र में मध्य प्रदेश राज्य की केंद्रीय भूमिका है।

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    राज्य ने अपने रेल बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण प्रगति देखी है, जो इस क्षेत्र में बढ़ते निवेश की राष्ट्रीय प्रवृत्ति को दर्शाता है। मध्य प्रदेश राज्य में पिछले 10 वर्षों में 222 किलोमीटर की नई रेल लाइन परियोजनाएं, 1200 किलोमीटर की मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाएं और 707 किलोमीटर की गेज परिवर्तन परियोजनाएं पूर्ण हुई हैं मध्य प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार करने के साथ ही आपदा प्रबंधन और परियोजना निगरानी के लिए ड्रोन और जीपीएस ट्रैकर्स का इस्तेमाल कर सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। यह काम भारत में पहली बार किया गया है  यात्री सेवाएं देने के साथ ही ग्वालियर और खजुराहो स्टेशन का पुनर्विकास भी किया जा रहा है।

    कार्यक्रम में केन्द्रीय रेल मंत्री ने बताया कि ग्वालियर-श्योपुरकला (188 kms) आमान परिवर्तन प्रोजेक्ट, रु.2355/- करोड़ की लागत से तैयार होने जा रहा है, जिसमें अब तक कुल 61 किलोमीटर ट्रैक का कार्य संपन्न हो चुका है, शेष कार्य तीव्र गति से जारी है, जिसको जल्द से जल्द पूर्ण कर क्षेत्र की जनता को यह उच्चीकृत सेवा उपलब्ध होगी I इस नए 13 किलोमीटर के खंड का निर्माण रु 163 करोड़ से हुआ है। इस परियोजना के तहत पूरे श्योपुरकलाँ तहत आमान परिवर्तन का कार्य अगले वर्ष जुलाई 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।

    इसके साथ रेल मंत्री ने उम्मीद व्यक्त कि इस परियोजना के शुरुआत से मध्य प्रदेश के मुरैना जिले का सामाजिक आर्थिक विकास, क्षेत्र में औद्योगिक विकास और रोजगार के अवसरों के लिए बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने मे सहायता होगी साथ ही  माल के परिवहन की लागत कम होगी और रेलगाड़ियों की संख्या में वृद्धि और माल के परिवहन में आसानी से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस लाइन को जल्द ही कोटा तक विस्तारित किया जायेगा।

    केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज जौरा को एक ऐसा सौगात मिल रही है, जिसका सपना इस क्षेत्र के लोग लंबे समय से देख रहे थे। रेलवे में क्रांति लाने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने किया है। भारतीय रेलवे पूर्वोत्तर में भी लगातार विकास कर रही है। पूर्वोत्तर के 6 राज्यों में रेलवे लाइन बिछाई जा चुकी है।आज इस आमान परिवर्तन से मध्य प्रदेश के विकास एक नया इतिहास लिखा जा रहा है।अब हम इस रेल लाइन के कोटा तक विस्तारित होने का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं।

    कार्यक्रम में मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि इस आमान परिवर्तन के लिए क्षेत्र के लोगों ने लंबा संघर्ष किया है। आज इस रेल सेवा के विस्तार से जौरा अलापुर और कैलारस विकास की मुख्यधारा से जुड़ जायेंगे। माननीय सांसद मुरैना श्री शिवमंगल सिंह तोमर ने रेल मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस मेमू ट्रेन के शुरू होने से क्षेत्र की जनता बेहद खुश है। हम उम्मीद करते हैं कि यह विकास यात्रा निरंतर चलती रहेगी मंच पर अतिथियों का स्वागत उत्तर मध्य रेलवे के अपर महाप्रबंधक श्री जे.एस. लाकरा और मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा द्वारा किया गया।

    अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि इस रेल सेवा के संचालन से क्षेत्र की जनता ग्वालियर- शेयोपुर होते हुए भविष्य में कोटा से जुड़ सकेगी यह आमान परिवर्तन  एक सजीव उदाहरण है की झाँसी मंडल “ग्राहक सेवा मुस्कान के साथ”, की भावना को चरितार्थ करने हेतु सदैव प्रयासरत है।

    इस अवसर पर सबलगढ़ की विधायक श्रीमती सरला बिजेंद्र रावत,जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती गुर्जर सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों के साथ झांसी मंडल  वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा  सहित मंडल के विभिन्न अधिकारी गण तथा सम्मानित नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

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  • केंद्रीय रेल मंत्री  Shri Vaishnaw ने महाराष्ट्र के नाशिक में मुख्य इंजन निरीक्षकों के साथ बातचीत की

    केंद्रीय रेल मंत्री Shri Vaishnaw ने महाराष्ट्र के नाशिक में मुख्य इंजन निरीक्षकों के साथ बातचीत की

    Shri Vaishnaw

    केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री Shri Vaishnaw ने आज महाराष्ट्र के नाशिक में भारतीय रेलवे इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग संस्थान (आईआरआईईईएन) में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे मुख्य इंजन निरीक्षकों (सीएलआई) के साथ बातचीत की।

    केंद्रीय मंत्री महोदय ने अपनी यात्रा के दौरान लोकोमोटिव परिचालन के आधुनिकीकरण और भारतीय रेलवे में सुरक्षा उपायों को बढ़ाने से संबंधित विभिन्न प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।

    श्री अश्विनी वैष्णव ने सीएलआई के साथ उनके प्रशिक्षण अनुभव, विशेष रूप से स्वदेशी स्वचालित रेलगाडी सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली कवच ​​के उपयोग के बारे में बातचीत की।

    सीएलआई ने इस बारे में अपने विचार साझा करते हुए बताया कि कैसे कवच प्रणाली रेलगाडी संचालन के दौरान गति बनाए रखने  सुरक्षा और समयपालन दोनों में सुधार करने में उनका आत्मविश्वास बढ़ाती है। चर्चा आधुनिक ब्रेकिंग प्रणाली, रेल इंजन में नई तकनीक और प्रभावी चालक दल प्रबंधन प्रथाओं पर भी केंद्रित थी।

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    केंद्रीय रेल मंत्री महोदय ने 100 प्रतिशत वातानुकूलित रनिंग रूम और रेल इंजन निरीक्षकों के लिए बेहतर सुविधाओं की शुरूआत सहित चालक दल के लिए कामकाजी परिस्थितियों में सुधार के लिए रेलवे के प्रयासों की प्रशंसा की उन्होंने ड्यूटी रोस्टर को विभाजित करके ड्यूटी के घंटों को कम करने और रेल इंजन को एयर कंडीशनिंग, शौचालय और आरामदायक सीटों से लैस करके आराम और सुरक्षा बढ़ाने के चल रहे प्रयासों को भी स्वीकार किया।

    श्री वैष्णव ने सीएलआई के साथ अपनी बातचीत के दौरान, सुरक्षा प्रोटोकॉल के कडाई से पालन के महत्व को रेखांकित किया और प्रशिक्षण मॉड्यूल पर दोहराया जिसमें सिमुलेटर, फील्ड स्टाफ के सुझाव आदि शामिल हैं। श्री एस के राठी, सीएलआई भोपाल डिवीजन ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि “इंटरलॉकिंग से स्टेशन को मदद मिलती है।” सुरक्षित संचालन के लिए मास्टर, ट्रैकमैन और कवच के लिए पीएससी स्लीपर ट्रैक एक क्रांतिकारी कदम है क्योंकि यह इंजन चालकों को रेलगाडी के सुरक्षित संचालन में सहायता करता है।

    इसे जारी रखते हुए सीएलआई में से एक निरीक्षक ने कहा कि कवच ने न केवल सुरक्षित रेलगाडी परिचालन में सहायता की है बल्कि उनके परिवार को खुश रखने में भी मदद की है क्योंकि कवच के कारण एलपी ड्यूटी सुरक्षित हो गई है सीएलआई में से एक निरीक्षक ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि कवच एसपीएडी (सिग्नल पासिंग एट डेंजर) घटनाओं को रोकने में सहायता कर रहा है और समपार फाटकों पर सुरक्षा सुनिश्चित करता है। केंद्रीय मंत्री महोदय ने सीएलआई से पेश की जा रही आधुनिक प्रौद्योगिकियों का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया और भारतीय रेलवे के उच्च मानकों को बनाए रखने में निरंतर सीखने, समर्पण और प्रतिबद्धता के महत्व पर बल दिया।

    केंद्रीय मंत्री महोदय ने नाशिक की अपनी यात्रा के हिस्से के रूप में, शिरडी साईं बाबा मंदिर में भी पूजा की और भारतीय रेलवे तथा इसके समर्पित कार्यबल की निरंतर प्रगति और सुरक्षा के लिए आशीर्वाद मांगा।

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  • Ministry of defence: भारतीय सेना एवं भारतीय वायुसेना ने लॉजिस्टिक संचालन के क्षेत्र में कर्मियों के कौशल को उन्नत करने हेतु रक्षा मंत्री और रेल मंत्री की उपस्थिति में गतिशक्ति विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

    Ministry of defence: भारतीय सेना एवं भारतीय वायुसेना ने लॉजिस्टिक संचालन के क्षेत्र में कर्मियों के कौशल को उन्नत करने हेतु रक्षा मंत्री और रेल मंत्री की उपस्थिति में गतिशक्ति विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

    Ministry of defence

    श्री राजनाथ सिंह ने इस कदम को विश्वस्तरीय एवं भविष्य के अनुकूल लॉजिस्टिक्स प्रणाली के निर्माण और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण साझेदारी के रूप में निरूपित किया

    गतिशक्ति विश्वविद्यालय अत्याधुनिक लॉजिस्टिक संबंधी शिक्षा, अनुसंधान एवं नवाचार के साथ सशस्त्र बलों को सशक्त बनाने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में काम करेगा: श्री अश्विनी वैष्णव

    Ministry of defence: अपने कर्मियों के कौशल और क्षमता निर्माण को उन्नत करने हेतु, भारतीय सेना एवं भारतीय वायुसेना ने 09 सितंबर, 2024 को नई दिल्ली में रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव की उपस्थिति में वडोदरा स्थित गतिशक्ति विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता ज्ञापन दोनों सेनाओं को लॉजिस्टिक्स के संबंध में बेहतर विशेषज्ञता हासिल करने में सक्षम बनाएगा। यह समझौता ज्ञापन लॉजिस्टिक्स संचालन के विभिन्न पहलुओं में इन-हाउस विशेषज्ञता का विकास सुनिश्चित करेगा और राष्ट्रीय विकास योजनाओं – पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान 2021 और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति 2022 – में प्रभावी ढंग से योगदान देगा।

    इस अवसर पर बोलते हुए, रक्षा मंत्री ने इस सहयोग को रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ के दृष्टिकोण के अनुरूप सशस्त्र बलों की लॉजिस्टिक्स संबंधी रीढ़ को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण साझेदारी के रूप में निरूपित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लॉजिस्टिक्स अब केवल सशस्त्र बलों का एक सहायक कार्य नहीं है, बल्कि यह सैन्य अभियानों और राष्ट्रीय सुरक्षा के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा, “एक कुशल लॉजिस्टिक्स प्रणाली सुरक्षा बलों को तेजी से जुटाने और कम समय में संसाधनों को सही जगह पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जिन परिस्थितियों में हमारी सेनाएं काम करती हैं, उन्हें ध्यान में रखते हुए, हमें सैनिकों, उपकरणों एवं आपूर्ति की निर्बाध आवाजाही की आवश्यकता है। ज्ञान, नवाचार और सहयोग के जरिए हमारी सेनाओं की जरूरतों को पूरा करने की दृष्टि से यह समझौता ज्ञापन बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा।”

    श्री राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के सरकार के दृष्टिकोण को साकार करने में यह समझौता ज्ञापन उपयोगी साबित होगा। उन्होंने कहा, “यदि हमें लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में विशेषज्ञता की आवश्यकता है, तो हमें इसका प्रशिक्षण गतिशक्ति विश्वविद्यालय जैसे अपने संसाधनों से हासिल करना चाहिए। यदि हमें उपकरण की जरूरत है, तो हमें इसका निर्माण भारत में ही कराना चाहिए। आत्मनिर्भर बनकर ही एक मजबूत भारत की नींव रखी जा सकती है।”

    वास्तविक दुनिया के मामलों के अध्ययन के जरिए अनुभवात्मक शिक्षा से संबंधित एमओयू के प्रावधानों के बारे में, रक्षामंत्री ने विश्वास जताया कि गतिशक्ति विश्वविद्यालय सशस्त्र बलों के  कर्मियों के नेतृत्व, प्रबंधन और संचालनात्मक अनुभव के माध्यम से, लॉजिस्टिक्स विशेषज्ञों और प्रबंधकों की एक ऐसी नई पीढ़ी को आकार देने में मदद करेगा, जो आधुनिक युद्ध की बहुआयामी आवश्यकताओं को पूरा करेगा।

    रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने विश्वास व्यक्त किया कि गतिशक्ति विश्वविद्यालय अत्याधुनिक लॉजिस्टिक संबंधी शिक्षा, अनुसंधान एवं नवाचार के साथ सशस्त्र बलों को सशक्त बनाने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में काम करेगा।

    इस कार्यक्रम में सीडीएस, वायुसेना प्रमुख, सेना प्रमुख, रक्षा सचिव, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और गतिशक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति सहित रक्षा मंत्रालय और रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

    source:http://pib.gov.in

  • PM Narendra Modi ने इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में भारत की प्रगति की सराहना की

    PM Narendra Modi ने इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में भारत की प्रगति की सराहना की

    PM Narendra Modi (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) News:

    • भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात शीर्ष 3 में शामिल हो गया है

    PM Narendra Modi ने इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में भारत की प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की है। इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात विश्व स्तर पर शीर्ष में पहुंच गया है।PM Modi ने इसका श्रेय नवोन्मेषी युवा शक्ति को दिया। PM ने आगे कहा कि भारत आने वाले समय में इस गति को बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

    केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने एक एक्स पोस्ट में बताया कि भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात अब शीर्ष में शामिल हो गया है। उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार का एक समाचार लेख भी साझा किया हैजिसमें कहा गया है कि भारत से एप्पल आईफोन के निर्यात में उछाल के कारणइलेक्ट्रॉनिक्स ने रत्न और आभूषण को पीछे छोड़ते हुए 2024-25 (वित्त वर्ष 25) की अप्रैलजून तिमाही (क्यू 1) के अंत तक भारत के शीर्ष 10 निर्यातों में तीसरा स्थान हासिल कर लिया है।

    केंद्रीय मंत्री के X पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए PM Narendra Modiने कहा;

    “यह वास्तव में बहुत खुशी की बात है। इलेक्ट्रॉनिक्स में भारत की ताकत को हमारी नवोन्मेषी युवा शक्ति ने गति दी है। यह सुधारों और @makeinindia को बढ़ावा देने पर हमारे विशेष जोर का भी प्रमाण है।

    भारत आने वाले समय में इस गति को बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

    source: https://pib.gov.in/


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