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  • UNFPA ने मातृ स्वास्थ्य और परिवार नियोजन में अग्रणी भूमिका के लिए भारत का सम्मान किया

    UNFPA ने मातृ स्वास्थ्य और परिवार नियोजन में अग्रणी भूमिका के लिए भारत का सम्मान किया

    UNFPA: 2000 और 2020 की अवधि में मातृ मृत्यु अनुपात (एमएमआर) को 70 प्रतिशत तक कम करने के भारत के उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना

    संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) ने मातृ स्वास्थ्य और परिवार नियोजन को आगे बढ़ाने में भारत की उल्‍लेखनीय प्रगति को मान्यता दी है। यूएनएफपीए की कार्यकारी निदेशक डॉ. नतालिया कनम ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्रीमती पुण्य सलिला श्रीवास्तव को पट्टिका और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया। उन्‍होंने महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण की दिशा में भारत के साथ साझेदारी के लिए यूएनएफपीए की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

    स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, मातृ मृत्यु दर को शून्‍य पर लाने के उद्देश्‍य की प्राप्ति के लिए मातृ स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए कई कार्यक्रम चला रहा है। इनमें सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना (सुमन), प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) और दाई सेवा पहल के तहत सुनिश्चित गुणवत्ता और सम्मानजनक मातृत्व देखभाल शामिल है।

    राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की अतिरिक्त सचिव और मिशन निदेशक श्रीमती आराधना पटनायक, प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) की संयुक्त सचिव श्रीमती मीरा श्रीवास्तव, यूएनएफपीए के एशिया प्रशांत क्षेत्रीय निदेशक श्री पियो स्मिथ और यूएनएफपीए में भारत की प्रतिनिधि सुश्री एंड्रिया एम. वोजनार की उपस्थिति में, डॉ. कनम ने 2000 और 2020 के बीच मातृ मृत्यु अनुपात (एमएमआर) को 70 प्रतिशत तक कम करने में भारत के उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना की, जिससे भारत 2030 से पहले एमएमआर को 70 प्रतिशत से नीचे लाने के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) को प्राप्त करने की स्थिति में आ गया है। इस उल्लेखनीय प्रगति ने देश भर में हजारों महिलाओं, विशेष रूप से वंचित समुदायों की महिलाओं के जीवन को बचाया है।

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    भारत का परिवार नियोजन कार्यक्रम नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है, कुल प्रजनन दर प्रतिस्थापन स्तर (टीएफआर-2) से नीचे आ गई है। पिछले कुछ वर्षों में और हाल ही में सबडर्मल इम्प्लांट्स और इंजेक्टेबल डिपो मेड्रोक्सीप्रोजेस्टेरोन एसीटेट (डीएमपीए) को शामिल करने के साथ-साथ यूएनएफपीए ने गर्भनिरोधक विकल्पों का विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

    जैसे कि भारत ने मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य (पीएमएनसीएच) और परिवार नियोजन 2030 (एफपी 2030) वैश्विक साझेदारी में प्रमुख स्थान प्राप्त किया, वैश्विक प्रजनन स्वास्थ्य मंचों पर मंत्रालय की अग्रणी भूमिका को स्वीकार किया गया है।

    बैठक के दौरान, डॉ. कनम ने महिलाओं, लड़कियों और युवाओं के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने में भारत के प्रयासों में सहयोग के लिए यूएनएफपीए की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

    यूएनएफपीए, भारत सरकार के साथ साझेदारी के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है। हमारा देश ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण की ओर आगे बढ़ रहा है और यह आयोजन भारत में प्रत्येक महिला और युवा व्यक्ति के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने के साझा मिशन की महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

    इस कार्यक्रम में परिवार नियोजन/गर्भाधान-पूर्व एवं प्रसव-पूर्व निदान तकनीक/एबीपी अतिरिक्त आयुक्त डॉ. इंदु ग्रेवाल, मातृ स्वास्थ्य एवं टीकाकरण अतिरिक्त आयुक्त डॉ. पवन कुमार, पोषण एवं किशोर स्वास्थ्य उपायुक्त डॉ. जोया अली रिजवी, यूएनएफपीए के प्रतिनिधि और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

    source: http://pib.gov.in

  • वाणिज्य राज्यमंत्री Shri K.K. Vishnoi:प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से स्थापित हुए विकास के नए आयाम

    वाणिज्य राज्यमंत्री Shri K.K. Vishnoi:प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से स्थापित हुए विकास के नए आयाम

    Shri K.K. Vishnoi: प्रधानमंत्री ने आईटीआई कोर्स के लाभार्थियों एवं आमजन को वर्चुअली संबोधित किया

    प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से विकास के नए आयाम स्थापित हुए है। इसके माध्यम से प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने की दिशा में आमजन के कल्याणार्थ कई कदम उठाए है। उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री श्री के.के. विश्नोई ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की वर्षगांठ पर रामसर पंचायत समिति सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्धा, महाराष्ट्र से वर्चुअली आईटीआई कोर्स के लाभार्थियों कोे वर्चुअली संबोधित किया।
    उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री Shri K.K. Vishnoi  ने कहा कि पिछले दस वर्षों में देश में विकास के नए आयाम स्थापित हुए है। लोगों की सोच में परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के जरिए पूरे देश में योग्यता के आधार पर स्वरोजगार के लिए युवाओं को प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में राजस्थान राइजिंग समिट का आयोजन किया जा रहा है। इसके माध्यम से प्रदेश में अधिकाधिक निवेश के साथ स्थानीय स्तर पर एवं विदेशों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने युवा, महिला, गरीब एवं किसान वर्ग के विकास के लिए कई योजनाएं लागू की है। इसके अच्छे परिणाम सामने आए है।
    उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान में आमजन ने खासा उत्साह दिखाया। राज्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ऐतिहासिक बजट प्रस्तुत करते हुए प्रत्येक वर्ग की खुशहाली के लिए कई विकास कार्यों की सौगात दी है। इससे पहले प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की पहली वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री ने वचुअली संबोधित करते हुए कहा कि 1932 में आज के दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अस्पृश्यता के खिलाफ अभियान शुरू किया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना विकसित भारत के संकल्प को मजबूती देगी। हजारों वर्ष पुराने गौरव को स्थापित करने की दिशा में केन्द्र सरकार काम कर रही है। उन्होंने केन्द्र सरकार की ओर से आमजन के कल्याणार्थ किए गए प्रयासों के बारे में विस्तार से अवगत कराया।
    अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत ने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने एवं आमजन को जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभांवित करने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से कई योजनाएं संचालित की जा रही है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के माध्यम से प्रत्येक तबके को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि युवा उद्यमी सरकारात्मक सोच के साथ जन कल्याणकारी योजनाओं का फायदा उठाएं। समाजसेवी दिपीप पालीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबी उन्मूलन के लिए वृहद स्तर पर कार्य किया है। इससे कमजोर तबके को आर्थिक संबल मिलने के साथ उनके जीवन स्तर पर में सुधार आया है। सरकार का प्रयास है कि योजनाओं का वास्तविक रूप से फायदा अंतिम पंक्ति में जरूरमंद व्यक्ति तक पहुंचे।
    समाजसेवी स्वरूपसिंह खारा ने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के जरिए पुरातन परंपरा को पुर्नजीवित करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मौजूदा समय में परंपरागत व्यवस्था में नवाचार करने की जरूरत है। उन्होंने आमजन से सरकारी योजनाओं से लाभांवित होने की बात कही। इस दौरान संयुक्त निदेशक गौरी शंकर ने बताया कि रामसर आईटीआई में 68 लोगों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इन लाभार्थियों ने पहले भी प्रशिक्षण प्राप्त किया था। अब इनको अपग्रेड प्रशिक्षण दिया गया है। इससे पहले राज्यमंत्री के.के.विश्नोई का कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर बालिकाओं ने परंपरागत रूप से स्वागत किया। इसके उपरांत उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन करने के साथ लाभार्थियों से रूबरू होकर जन कल्याणकारी योजनाओं से हुए फायदे के बारे में जाना। रामसर पंचायत समिति परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उपखंड अधिकारी अनिल कुमार जैन, प्रधान श्रीमती वगतु देवी, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी दिलीप जैन,जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक अनंत आर्य,विकास अधिकारी विक्रम जांगिड़, अग्रणी जिला प्रबंधक राजकुमार मीणा, जीतेन्द्रसिंह सेतराउ, सफी खान समेत विभिन्न जन प्रतिनिधिगण, विभागीय अधिकारी एवं लाभार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रघुवीरसिंह तामलोर ने किया।

    लाभार्थियों को प्रमाण पत्र एवं चौक वितरित –

    उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री के.के. विश्नोई ने रामसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को प्रमाण पत्र एवं ऋण के चेक वितरित किए गए। राज्यमंत्री श्री विश्नोई ने रामसर आईटीआई में पौधारोपण भी किया।
  • Shri Madan Dilawar: विकसित भारत के संकल्प को ध्यान में रखकर बजट घोषणाओं को टाइमलाइन में करें पूरा

    Shri Madan Dilawar: विकसित भारत के संकल्प को ध्यान में रखकर बजट घोषणाओं को टाइमलाइन में करें पूरा

    Shri Madan Dilawar

    शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री तथा जोधपुर जिला प्रभारी मंत्री Shri Madan Dilawar ने कहा कि राज्य सरकार विकसित भारत—विकसित राजस्थान के संकल्प के साथ पूरी प्रतिबद्धता से विकास परियोजनाओं को गति दे रही है। सभी अधिकारी एवं कार्मिक राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप मुख्यमंत्री की ओर से की गई घोषणाओं एवं बजट घोषणाओं को टाइमलाइन में पूरा करना सुनिश्चित करें। इसके लिए योजनाबद्ध रूप से काम करने के साथ ही नियमित मॉनिटरिंग की जाए। 

    जोधपुर जिला प्रभारी मंत्री बुधवार को जेडीए सभागार में आयोजित बैठक में बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन सहित विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि  मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं और बजट घोषणाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रत्येक अधिकारी इसकी गंभीरता समझते हुए पूर्ण जिम्मेदारी से दायित्वों का निर्वहन करे। हर घोषणा की टाइमलाइन निर्धारित कर शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं हो। जिन घोषणाओं पर राज्य स्तर से स्वीकृतियां प्राप्त की जानी हैं, उनके प्रस्ताव अतिशीघ्र भिजवाए जाएं।

    भूमि आवंटन के काम को दें प्राथमिकता—

    श्री दिलावर ने कहा कि बजट घोषणाओं को पूरा करने के लिए भूमि आवंटन के कार्य को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों के लिए भूमि आवंटन हो चुका है, उनके निर्माण की कार्यवाही आगे बढ़ाई जाए तथा शेष कार्यों के लिए भूमि आवंटन शीघ्र किया जाए। उन्होंने खेल एवं युवा मामलात विभाग से जुड़ी घोषणाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि वन डिस्ट्रिक्ट वन स्पोर्ट्स के तहत जोधपुर में जिम्नास्टिक खेल के लिए सुविधाओं का विकास किया जाए।

    हर विधानसभा क्षेत्र में 3 करोड़ के विकास कार्य—

    जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और प्रशासनिक कार्यालयों से जुड़े कार्यों के लिए तीन-तीन करोड रुपए स्वीकृत किए गए हैं। संबंधित विधायक के माध्यम से इनकी अभिशंसा करवाई जाए। उन्होंने ब्लॉक स्तर पर आदर्श वेद विद्यालय का निर्माण, उच्च शिक्षा कन्या महाविद्यालय सहित अन्य कार्यों के लिए प्रस्ताव शीघ्र भिजवाने के निर्देश दिए।

    बारिश से हुए नुकसान का आकलन कर जल्द भिजवाएं प्रस्ताव—

    प्रभारी मंत्री ने कहा कि जोधपुर जिले में हुई  बरसात के कारण सड़कों, स्कूलों, अस्पतालों, नहरों और घरों आदि को हुए नुकसान की रिपोर्ट दी जाए। उन्होंने गिरदावरी रिपोर्ट भी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए, ताकि नियमानुसार सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा सके। श्री दिलावर ने कहा कि इस बार प्रदेशभर में तेज बारिश के कारण जलभराव की स्थिति बनी है। जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।

    34 अमृत सरोवर विकास की ली जानकारी, पॉलीथिन मुक्त जोधपुर की दिलाई शपथ—

    श्री दिलावर ने  34 अमृत सरोवर के सुदृढ़ीकरण के कार्यों की जानकारी ली। जिस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डॉक्टर धीरज कुमार सिंह ने बताया कि यह कार्य पूर्ण कर लिया गया है। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि जनअभियान के रूप में बावड़ियों की सफाई आदि कार्य करें। उन्होंने सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को पॉलिथीन मुक्त जोधपुर की शपथ दिलाई।

    रोजगार उत्सव की तैयारियों का लिया जायजा—

    जिला प्रभारी मंत्री ने जिले में उद्घाटन और लोकार्पण योग्य कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने 17 सितंबर को होने वाले रोजगार उत्सव की तैयारी के बारे में जाना और कहा कि इसका आयोजन वृहद स्तर पर किया जाए।
    स्थानीय विधायकों ने जिले से संबंधित समस्याओं से अवगत कराया और विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी। जिला कलेक्टर श्री गौरव अग्रवाल ने विभागवार प्रगति के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि सभी घोषणााओं की प्रगति की जिला स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि विभिन्न 784 सड़कों के कार्यों से संबंधित प्रस्ताव भिजवाए गए हैं।
    बैठक में फलोदी जिला कलेक्टर श्री हरजी लाल अटल ने जानकारी दी कि फलोदी में 144 सड़कों के कार्यों का प्रस्ताव साथ ही 29 विद्यालयों के मरम्मत कार्यों का प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। जोधपुर जिला कलेक्टर फलोदी ने रोजगार उत्सव की तैयारी की जानकारी के साथ जिले से जुड़ी फ्लैगशिप योजना बजट घोषणाओं आदि की प्रगति की जानकारी भी दी।
    बैठक में सांसद श्री राजेन्द्र गहलोत, जोधपुर शहर विधायक श्री अतुल भंसाली, विधायक भोपालगढ श्रीमती गीता बरवड़, विधायक बिलाड़ा श्री अर्जुननलाल गर्ग, जेडीए आयुक्त श्री उत्साह चौधरी सहित जनप्रतिनिधि अधिकारी उपस्थित रहे।

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