Tag: रायपुर समाचार

  • CM Vishnu Deo Sai ने कहा शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने पर है हमारा विशेष जोर

    CM Vishnu Deo Sai ने कहा शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने पर है हमारा विशेष जोर

    CM Vishnu Deo Sai कल राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित आईबीसी 24 स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप 2024 कार्यक्रम में शामिल हुए।

    • आईबीसी 24 स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप 2024 कार्यक्रम में हुए शामिल CM Vishnu Deo Sai
    • 33 जिलों की 37 टॉपर बेटियों सहित 42 विद्यार्थी हुए सम्मानित

    CM Vishnu Deo Sai ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस पुरस्कार से बेटियों का ना सिर्फ मनोबल बढ़ा है बल्कि उन्हें आर्थिक मदद भी मिल रही है। ये बहुत खुशी की बात है। गरीब परिवार के होनहार बच्चों के लिए अपना भविष्य गढ़ने के लिए ये बड़ी मदद है। सबसे अच्छी बात है कि यह पुरस्कार सही समय पर दिए जा रहे हैं। कॉलेज के दाखिले अभी चल रहे हैं। हमारे टॉपर बेटे-बेटियों को स्कॉलरशिप मिलने से आगे की पढाई सुगमता से हो पायेगी।

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    CM Vishnu Deo Sai ने कहा कि हमारी सरकार का प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने पर विशेष जोर है। बेटियों की पढ़ाई में स्कूल की दूरी बाधा ना बने, इसलिए हमने सरस्वती सायकल योजना की फिर से शुरुआत की है। गरीब परिवारों के बच्चे जो जीवन में बड़े सपने देख रहे हैं और प्रशासनिक अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। ऐसे अनुसूचित जाति-जनजाति के बच्चों के लिए देश की राजधानी दिल्ली में ट्राइबल यूथ होस्टल की सुविधा हमारी सरकार दे रही है। हमने इस हॉस्टल की क्षमता को बढ़ाते हुए 80 से 185 सीटर कर दिया है ताकि अधिक से अधिक बच्चों को दिल्ली में पढ़ाई के लिए निःशुल्क व्यवस्था मिल सके।

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    इसी प्रकार श्रमवीर परिवारों के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की चिंता हम कर रहे हैं। इन बच्चों को हम 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दे रहे हैं, जिसमें एक लाख उन्हें स्कूटी खरीदने के लिए और 1 लाख की राशि उनकी आगे की पढ़ाई के लिए है।

    शिक्षा की गुणवत्ता बढाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पीएम श्री योजना की शुरुआत की है। छत्तीसगढ़ के 211 स्कूल इस योजना में शामिल हैं, हमें उम्मीद है कि यह संख्या और बढ़ेगी। पीएम श्री योजना के तहत एक स्कूल को 2 करोड़ की राशि दी जा रही है। इस राशि की मदद से स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ शिक्षा के गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी।

    CM Vishnu Deo Sai ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। हमने नई शिक्षा नीति को भी लागू कर दिया है। बच्चों की स्किलिंग पर हमारा विशेष जोर है ताकि शिक्षा के साथ वे रोजगार के लिए भी पूरी तरह से तैयार हों। कार्यक्रम को आईबीसी 24 के चेयरमैन श्री सुरेश गोयल ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर विधायक श्रीमती भावना वोहरा तथा आईबीसी समूह के सदस्यगण उपस्थित थे।

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  • CM Vishnu Deo Sai ने कहा अपने काम को पूरी ईमानदारी और दक्षता से करना ही देशसेवा

    CM Vishnu Deo Sai ने कहा अपने काम को पूरी ईमानदारी और दक्षता से करना ही देशसेवा

    CM Vishnu Deo Sai (मुख्यमंत्री विष्णु देव साय) News:

    • स्कूली बच्चों ने मुख्यमंत्री से पूछे विधानसभा संचालन को लेकर प्रश्न
    • स्कूली बच्चों ने मुख्यमंत्री के जवाबों को सुना उत्सुकता पूर्वक
    • कृष्णा पब्लिक स्कूल के बच्चों ने किया विधानसभा का भ्रमण, कार्यवाही भी देखी

    CM Vishnu Deo Sai News: आप जिस रूप में भी देश की सेवा करना चाह रहे हैं, उस रूप में देश की सेवा कर सकते हैं। एक अच्छा डॉक्टर बन मरीजों की सेवा कर देश की सेवा कर सकते हैं, जनप्रतिनिधि बनकर जनता की समस्याएं दूर कर लोगों की मदद कर सकते हैं। अपने काम को बेहतर तरीके से और पूरी ईमानदारी से करना ही, आज के समय में सच्ची देश सेवा है। यह बात CM Vishnu Deo Sai ने विधानसभा परिसर भ्रमण के लिए कृष्णा पब्लिक स्कूल तुलसी, रायपुर से आए बच्चों के प्रश्नों के उत्तर में कही। इस दौरान उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा मौजूद रहे।

    मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय


      CM Vishnu Deo Sai से बच्चों ने सदन में विपक्षी विधायकों के सवाल-जबाव, विधानसभा क्षेत्रों की समस्याएं दूर करने और अंतर्विभागीय समन्वय से जुड़े सवाल पूछे। मुख्यमंत्री ने विधानसभा की कार्यवाही के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि सबसे पहले प्रश्नकाल होता है और इसके पश्चात सदस्य यदि किसी महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यानाकर्षण करना चाहते हैं, तो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लेकर आते हैं। इसी तरह से उन्होंने शून्यकाल, तारांकित, अतारंकित प्रश्न, अन्य प्रस्ताव, बजट के ऊपर एवं विधानसभा में होने वाली अन्य चर्चाओं एवं विधानसभा संचालन और गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

    मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय


        उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र की समस्याएं दूर करने के लिए विधायकों के पास विधायक निधि होती है। इसके अलावा विभागीय बजट से भी कार्य स्वीकृत किए जाते है। विधायकों को मतदाता चुनकर भेजते हैं और क्षेत्र का विकास उनकी जिम्मेदारी होती है, इसलिए वो लगातार सवाल करते है। दो विभागों के बीच विवाद की स्थिति को लेकर बच्चों की जिज्ञासा दूर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि नीति और नियत साफ है तो ऐसी स्थिति नहीं बनती है। मुख्यमंत्री श्री साय के लंबे संसदीय अनुभव से बच्चों को बहुत सारी जानकारियां मिली और उन्होंने मुख्यमंत्री को उत्सुकता के साथ सुना।


        CM Vishnu Deo Sai ने बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि आप सभी निष्ठा से परिश्रम करते रहेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। निजी स्वार्थ को छोड़कर हमें देशहित के लिए हमेशा समर्पित होकर कार्य करना होगा। जिस भी रूप में आप देशसेवा करना चाहते हैं, उसे तय कर इस दिशा में प्रयास करते रहें। मुख्यमंत्री ने बताया कि 10 साल की उम्र में मेरे पूज्य पिताजी का देहांत हो चुका था और मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं मुख्यमंत्री के पद तक पहुंच पाउंगा। मेरी इच्छा उन्नत किसान बनने की थी। लेकिन इस सफर में जो जिम्मेदारियां मुझे मिली, मैं उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाता रहा।


         इस दौरान CM Vishnu Deo Sai ने PM Modi द्वारा शुरू किए गए एक पेड़ मां के नाम अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बच्चों से कहा कि इस अभियान से जुड़कर आप सभी पेड़ लगाएं। मां के नाम से पेड़ लगाने पर इससे हमारा भावनात्मक जुड़ाव होगा और उसकी देखरेख की जिम्मेदारी भी हमारी होगी।

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  • Rajasthan ऑलिव कल्टिवेशन लिमिटेड के निदेशक मण्डल की बैठक आज

    Rajasthan ऑलिव कल्टिवेशन लिमिटेड के निदेशक मण्डल की बैठक आज

    Rajasthan (राजस्थान) Latest News:

    Rajasthan News: प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी श्री वैभव गालरिया की अघ्यक्षता में शुक्रवार को Rajasthan ऑलिव कल्टिवेशन लिमिटेड (ROCL) के निदेशक मण्डल की बैैैठक  पंत कृषि भवन मे हुई।
    प्रमुख शासन सचिव ने ROCL को  कृषि में नवीन तकनीकों का उपयोग करने के प्रदर्शनों एवं अनुसंधानों पर कार्य करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स द्वारा उन्नत तकनीक को अधिकतम  कृषकों तक पहुंचाया जाये, जिससे किसानों के उत्पादन में वृृद्धि हो सके।
    बैठक में आरओसीएल के जैतून फार्मो व सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स में  किये जा रहे कार्यो की समीक्षा की गई। आर.ओ.सी.एल. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी  श्री सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने  कम्पनी की गतिविधियों से निदेशक मण्डल को अवगत करवाया ।
    उल्लेखनीय है कि वर्तमान में राजस्थान में जैतून की खेती लगभग 1 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में की जा रही है, जिसमें से 182 हैक्टेयर क्षेत्र में आर.ओ.सी.एल. द्वारा राज्य के विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों श्रीगंगानगर, नागौर, बीकानेर, जालौर, झून्झुनू, अलवर और जयपुर में सरकारी फार्मो पर खेती की जा रही है।
    Rajasthan सरकार ने इजराइल की मदद से जयपुर के बस्सी इलाके में किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले पौधे उपलब्ध कराने के लिए उत्कृृष्टता केन्द्र स्थापित किया है। उन्नत पैदावार का प्रशिक्षण देने व आधुनिक खेती के तौर-तरीके सिखाने के लिए उत्कृृष्टता केन्द्र अहम भूमिका निभा सकते हैं।
  • Mukhymantri Kanya Vivah Yojana से बेटियों के विवाह की चिंता हुई दूर

    Mukhymantri Kanya Vivah Yojana से बेटियों के विवाह की चिंता हुई दूर

    Mukhymantri Kanya Vivah Yojana (मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना):

    Mukhymantri Kanya Vivah Yojana का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को होने वाली आर्थिक परेशानियों को दूर करना, शादी के मौके पर फिजुलखर्ची को रोकना, सामूहिक विवाह के आयोजन से सामाजिक स्थिति में सुधार लाना है। गतदिवस को रायगढ़ जिले में Mukhymantri Kanya Vivah Yojana के तहत 45 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। शासन की ओर से प्रत्येक जोड़े को कन्या के नाम से 35 हजार रूपये की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की गई। उपहार के रूप में बैग, श्रृंगार सामाग्री, कपड़े इत्यादि वर-वधु को दिया गया तथा जोड़ों को विवाह प्रमाण पत्र दिया गया।

     मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से बेटियों के विवाह की चिंता हुई दूर

    इनमें से गोपालपुर, बोईरदादर की निवासी श्रीमती देवंती सिदार ने  और भगवानपुर निवासी श्रीमती भारती ने बताया कि उनकी शादी Mukhymantri Kanya Vivah Yojana के तहत 16 जुलाई 2024 को हुई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से उनका पंजीयन किया गया और इस योजना का लाभ मिला। उन्होंने बताया कि वे अभी अपने अपने पति के साथ बेहद खुश है। गरीबी के कारण परिवार वालों के लिए शादी कराना बहुत बड़ी चुनौती थी पर इस योजना के चलते यह चुनौती आसानी से हल हो गई। CM Vishnu Deo Sai और महिला एवम् बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े को धन्यवाद देते हुए हितग्राहियों कहा कि इस योजना ने हमारे माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर धूमधाम से विवाह करने समर्थ बना दिया।

     मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से बेटियों के विवाह की चिंता हुई दूर

    छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। महतारी वंदन योजना, महतारी जतन योजना, इनमें से और एक योजना है,Mukhymantri Kanya Vivah Yojana। इस योजना के तहत सरकार द्वारा उन लोगों को सहायता प्रदान किया जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। ऐसे परिवार की बेटियों को इस योजना का लाभ दिया जाता है। इस योजना के तहत गरीब परिवारों की बेटियों को विवाह के लिए सरकार सहायता राशि प्रदान करती है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना कमजोर, आर्थिक परिस्थितियों वाले परिवारों की बेटियों के हाथ पीले कर माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर रही है, जिनके घर में बेटियां होती है, उनके माता-पिता को बेटी की शादी योग्य उम्र होते ही चिंता सताने लगती है। हर मां-बाप का सपना होता है कि उनकी बेटी की शादी धूमधाम से हो, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण सपना अधूरा रह जाता है। ऐसे में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से हजारों परिवारों के माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर उनकी चिंता दूर कर रही है।

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  • Chhattisgarh में  मौसम बदला, आज बारिश के आसार, अधिकतम तापमान गिरेगा !

    Chhattisgarh में मौसम बदला, आज बारिश के आसार, अधिकतम तापमान गिरेगा !

    Chhattisgarh Weather Update:

    Chhattisgarh  में गर्मी से राहत मिलने की संभावना बढ़ रही है। दो दिनों में राजधानी का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस गिर गया है। नौटापा में करीब 47 डिग्री तक पहुंच चुका तापमान सोमवार को गिरकर 40.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। रायपुर में चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिली क्योंकि आसमान में बादल छाए रहे और जिले और आसपास के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। आज राजधानी में आंशिक रूप से बादल छाए रहने, हल्की बारिश और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।

    Chhattisgarh में मानसून के आगमन से पहले, पिछले तीन दिनों में Chhattisgarh के विभिन्न हिस्सों में बारिश का पैटर्न अलग-अलग रहा है। इसके असर से रायपुर समेत लगभग सभी प्रांतों में अधिकतम तापमान 5 से 6 डिग्री तक गिर गया|

    कुछ जगहों पर अच्छी बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार भैरमगढ़ में 7 सेमी, छिंदगढ़ में 4 सेमी, पुसौर, रामानुजगंज, कोंटा, सुकमा, नारायणपुर, सारंगढ़ में 3-3 सेमी, रायगढ़, देवभोग, बगीचा, कुआकोंडा और तपकरा में 3-3 सेमी बारिश हुई. कटेकल्याण और मनोरा में 3 सेमी वर्षा दर्ज की गई।

    मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने कहा कि उच्च ऊंचाई वाला आवधिक चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट और तमिलनाडु के उत्तरी तट पर 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है। ऊंचाई के साथ यह दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकता है। ऊपरी चक्रवाती घेरा पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर 1.5 किमी की ऊंचाई तक फैला हुआ है।

    Chhattisgarh  में अधिकतम तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव हो सकता है. 5 दिनों के भीतर अधिकतम तापमान में खास बदलाव की संभावना नहीं है। सोमवार को रायपुर में अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस, मन्नार में 40.4 डिग्री सेल्सियस, बिलासपुर में 41.6 डिग्री सेल्सियस, पेंड्रारोड में 39.5 डिग्री सेल्सियस, अंबिकापुर में 38.1 डिग्री सेल्सियस, जगदलपुर में 32.7 डिग्री सेल्सियस, दुर्ग में 40.2 डिग्री सेल्सियस, 42 डिग्री सेल्सियस रहा. डिग्री सेल्सियस। राजनांदगांव का तापमान रिकार्ड किया गया. रायपुर में 4 जून को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.

  • Chhattisgarh: Private स्कूलों का कारनामा,25% तक फीस बढ़ाने पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि मनमानी नहीं चलेगी !

    Chhattisgarh: Private स्कूलों का कारनामा,25% तक फीस बढ़ाने पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि मनमानी नहीं चलेगी !

    Chhattisgarh School Illegal Fee Collection:

    Chhattisgarh School: शिक्षा हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है. माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए बहुत प्रयास करते हैं। वे अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए निजी स्कूलों की मदद लेते हैं। Chhattisgarh में भी निजी स्कूलों द्वारा ट्यूशन फीस से लेकर किताबों और यूनिफॉर्म तक में मनमाना कमीशन वसूलने की शिकायतें आती रही हैं. माता-पिता सबसे ज्यादा फीस अधिक होने से परेशान हैं।

    Chhattisgarh में निजी स्कूलों की अव्यवस्था जग जाहिर है। कई स्कूलों में ट्यूशन फीस 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ गई है। लोगों का सरकारी स्कूलों से मोहभंग हो गया है, जबकि निजी स्कूल संचालक मनमानी फीस वसूलते हैं।

    इस तरह आप छत्तीसगढ़ की स्थिति को समझिए:

    Chhattisgarh में लगभग 10,000 निजी स्कूल हैं।

    इन स्कूलों में हजारों छात्र पढ़ते हैं

    निजी शुल्क पर्यवेक्षण समिति की स्थापना 2020 में की गई थी

    निजी स्कूल हर साल कीमतें बढ़ा रहे हैं

    पीपी1 स्कूल के बच्चों की फीस 39600 रुपये है

    पीपी 1 के छात्रों के लिए नई फीस बढ़ाकर 48,000 रुपये कर दी गई है

    कक्षा 1 और 2 में लोगों की संख्या पहले 47,300 थी, लेकिन अब 56,000 और 700 लोग हैं।

    पहले लेवल 3, 4 और 5 के लिए फीस 51,000 रुपये थी, लेकिन अब 60,000 रुपये हो गई है.

    ग्रेड 6 से ग्रेड 8 तक, संख्या 55,200 से बढ़कर 65,000 हो गई।

    नंबर 9 और नंबर 10 63100 से बढ़कर 73000 100 हो गए

    लेवल 11 और 12 की फीस 53,000 400 से बढ़कर 69,000 400 हो गई है.

    कई स्कूलों में ट्यूशन फीस सैकड़ों हजारों में होती है:

    ट्यूशन फीस में 10% बढ़ोतरी का प्रावधान है, लेकिन इस पर पैरेंट्स एसोसिएशन कमेटी की सहमति होनी चाहिए।

    निजी स्कूल स्कूल के कपड़े और किताबों की दुकानें भी स्थापित करते हैं।

    एसोसिएशन ऑफ इंडिपेंडेंट स्कूल्स ने कहा कि अगर नियमित कार्रवाई नहीं की गई तो वे एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।

    स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन को दो टूक चेतावनी जारी की है. उन्होंने साफ किया कि वह निजी स्कूलों की मनमानी बर्दाश्त नहीं करेंगे. शिकायत मिलेगी तो हम भी कार्रवाई करेंगे।

  • Chhattisgarh Temple: अद्भुत कहानी! जंगल में गौ-माता चुपके से बजरंगबली को दुग्ध स्नान कराती थी, स्वामी की नजर पड़ी, फिर..।

    Chhattisgarh Temple: अद्भुत कहानी! जंगल में गौ-माता चुपके से बजरंगबली को दुग्ध स्नान कराती थी, स्वामी की नजर पड़ी, फिर..।

    Chhattisgarh Temple News:

    Chhattisgarh Temple: दूधाधारी मठ लगभग साढ़े पांच सौ वर्ष पुराना है। पहले यह स्थान घना जंगल हुआ करता था। स्वामी बलभद्र दास जी महाराज ने आश्रम में तपस्या की और जंगल में एक कुटिया बनाई। तपस्या करते समय इस स्थान का विकास हुआ।

    Chhattisgarh न केवल अपनी लोक कला संस्कृति के लिए बल्कि अपनी ऐतिहासिक विरासत के लिए भी प्रसिद्ध है। Chhattisgarh राजधानी रायपुर में कई ऐतिहासिक स्मारक हैं, जो इतिहास और आस्था से जुड़े हैं। दूधाधारी मठ रायपुर, Chhattisgarh में प्रसिद्ध हिंदू धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मठ अपने इतिहास और शानदार वास्तुकला के लिए भी प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि इस मंदिर का इतिहास 550 साल पुराना है। मठ के महंत बलभद्र दास हनुमानजी के बहुत बड़े भक्त थे।

    Hamar Chhattisgarh: 1000 साल पुराना मंदिर दूधाधारी मठ,रायपुर

    यह मंदिर कई वर्षों से मौजूद है:

    दूधाधारी मठ के निर्मल दास वैष्णव ने बताया कि राजधानी का दूधाधारी मठ करीब साढ़े पांच सौ साल पुराना है. पहले यह स्थान घना जंगल हुआ करता था। स्वामी बलभद्र दास जी महाराज ने आश्रम में तपस्या की और जंगल में एक कुटिया बनाई। तपस्या करते समय इस स्थान का विकास हुआ। कहा जाता है कि स्वामी बलभद्र दास जीवन भर दूध पर रहे। दूध पीने के कारण इस स्थान का नाम दूधाहारी पड़ा, बाद में दूधाहारी बोलचाल की भाषा में दूधाधारी हो गया। तभी से यह स्थान दूधाधारी मठ के नाम से जाना जाता है। यहां के प्रथम आचार्य बलभद्र दास जी थे। दूधाधारी मठ में भगवान बालाजी संकटमोचन विराजमान हैं।

    प्रतिमा पहले से बड़ी लग रही है:

    मठ में सदियों से स्थापित हनुमानजी की मूर्ति भी जादुई है। वर्षों से इसे देखने वाले लोगों का कहना है कि हनुमानजी की मूर्ति पहले से बड़ी दिखती है। निर्मल दास वैष्णव नेआगे बताया कि हनुमानजी ने दूधाधारी मठ की स्थापना से पहले ही उसमें अपना आसन जमा लिया था. जिस जंगल में हनुमानजी बैठते थे, वहां गाय माता उन्हें दूध से स्नान कराती थी और स्नान करने के बाद वे चले जाते थे। स्वामी बलभद्र दास महाराज ने यह घटना देखी और हनुमानजी की सेवा करने लगे। बलभद्र दास जी महाराज ने हनुमान जी की सेवा करते हुए इस स्थान का विकास किया। आज की स्थिति में इस ऐतिहासिक मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और दर्शन कर कर लाभ उठाते हैं|


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