Tag: राज्य सरकार

  • परिवहन मंत्री Laljit Singh Bhullar ने अवैध परमिट क्लबिंग पर कड़ी कार्रवाई की

    परिवहन मंत्री Laljit Singh Bhullar ने अवैध परमिट क्लबिंग पर कड़ी कार्रवाई की

    Laljit Singh Bhullar

    नियामक अनुपालन और समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए समग्र अनुमतियों की व्यापक समीक्षा का निर्देश दिया

    पंजाब के परिवहन मंत्री स. Laljit Singh Bhullar ने पंजाब मोटर वाहन नियम, 1989 के नियम 80-ए के तहत समेकित सभी मिश्रित परमिटों की व्यापक जांच के आदेश दिए हैं। यह निर्णायक कार्रवाई स्टेज कैरिज परमिट के अवैध संयोजन और परिवहन क्षेत्र में परिचालन संबंधी अनियमितताओं के मुद्दे को हल करने के लिए की गई है।

    सीपी परमिट के समूह के बजाय समान संख्या में वापसी यात्राओं के साथ एकल समग्र परमिट जारी करने के नियम की शर्त का पालन करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर देते हुए, परिवहन मंत्री ने अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कहा कि नियम 80-ए के प्रावधानों के उल्लंघन में पाए जाने वाले परमिट उचित कानूनी प्रक्रियाओं के माध्यम से डी-क्लबिंग के अधीन होंगे और उनकी मूल स्थिति में बहाल होंगे।

    विशेष रूप से, यह निर्देश पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में कानूनी चुनौतियों के बढ़ने के जवाब में आया है, जहां विभिन्न ऑपरेटरों ने मार्ग समय सारिणी में अवैध क्लबबेड या समग्र स्टेज कैरिज परमिट की वैधता को चुनौती दी है।

    एस. लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य इस क्षेत्र में बड़े बस ऑपरेटरों की एकाधिकार प्रथाओं पर अंकुश लगाना है। कैबिनेट मंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य उन अनुचित लाभों को समाप्त करना है जो कुछ बड़े खिलाड़ियों ने अवैध परमिट क्लबिंग के माध्यम से जमा किए हैं”, कैबिनेट मंत्री ने कहा, “यह कदम छोटे और मध्यम आकार के ऑपरेटरों के लिए अधिक न्यायसंगत वातावरण बनाएगा, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा और जनता के लिए सेवाओं में सुधार करेगा।

    स्थिति की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए, एस. भुल्लर ने कहा कि जांच में ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं जहां परमिट को न केवल अवैध रूप से बल्कि उचित क्षेत्राधिकार प्राधिकरण के बिना भी जोड़ा गया था। उन्होंने कहा, “परिवहन विभाग ने कई अनियमितताएं देखी हैं, जिनमें विभिन्न मार्गों के लिए परमिटों का संयोजन, एक इकाई के रूप में प्रच्छन्न कई समग्र परमिट जारी करना और उनके अनिवार्य आत्मसमर्पण के बजाय अतिरिक्त वापसी यात्राओं को अनधिकृत रूप से बनाए रखना शामिल है।

    इन निष्कर्षों के आलोक में, कैबिनेट मंत्री ने सभी क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) सचिवों को निर्देश दिया है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र के भीतर सीपी परमिट की पूरी तरह से जांच करें ताकि नियम 80-ए और उसके बाद के स्पष्टीकरणों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके, जिससे केवल योग्य परमिट को संयुक्त समय सारिणी में शामिल किया जा सके।

    उन्होंने कहा, “यह पहल सभी बस ऑपरेटरों के लिए समान अवसर पैदा करने और पंजाब के परिवहन नियमों की अखंडता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।

    source: http://ipr.punjab.gov.in

  • CM Nitish Kumar: आज कड़ी सुरक्षा के बीच आएंगे सहरसा  ,करेंगे मां भगवती की पूजा।

    CM Nitish Kumar: आज कड़ी सुरक्षा के बीच आएंगे सहरसा  ,करेंगे मां भगवती की पूजा।

    CM Nitish Kumar

    शुक्रवार, 20 सितंबर को CM Nitish Kumar सहरसा पहुंचेंगे। जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के आगमन को तैयार कर लिया है। CM के दौरे को देखते हुए जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सुरक्षा के कड़े प्रबंधों के साथ, कहरा प्रखंड के दिवारी स्थान और अमरपुर पंचायत में अपने सहरसा दौरे पर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर व्यापक तैयारियां हो रही हैं। जिले के डीएम, एसपी और अन्य अधिकारी लगातार कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर रहे हैं।

    सीएम दिवारी स्थान पर मां भगवती की पूजा करेंगे

    शुकवार को  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हवाई मार्ग से अमरपुर पंचायत पहुंचेंगे। वह पहले दिवारी स्थान में मां भगवती की पूजा करेंगे, फिर अमरपुर पंचायत में कई बातों का जायजा लेंगे। साथ ही वे कई योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक भी करेंगे।

  • CM Shri Pushkar Singh Dhami द्वारा इस वर्ष 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र में अतिवृष्टि से लिनचोली से सोनप्रयाग तक पैदल तथा मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से विभिन्न प्रभावित व्यवसायियों को ₹56.30 लाख की राहत राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से किये जाने की स्वीकृति दी गई है।

    CM Shri Pushkar Singh Dhami द्वारा इस वर्ष 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र में अतिवृष्टि से लिनचोली से सोनप्रयाग तक पैदल तथा मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से विभिन्न प्रभावित व्यवसायियों को ₹56.30 लाख की राहत राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से किये जाने की स्वीकृति दी गई है।

    CM Shri Pushkar Singh Dhami

    CM Shri Pushkar Singh Dhami द्वारा इस वर्ष 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र में अतिवृष्टि से लिनचोली से सोनप्रयाग तक पैदल तथा मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से विभिन्न प्रभावित व्यवसायियों को ₹56.30 लाख की राहत राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से किये जाने की स्वीकृति दी गई है। मुख्यमंत्री द्वारा इससे पूर्व भी प्रभावित व्यवसायियों के लिए ₹09 करोड़ 08 लाख की धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है। सचिव मुख्यमंत्री श्री शैलेश बगोली द्वारा जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को जारी पत्र में स्पष्ट किया है कि उनके अनुरोध पर ₹56.30 लाख की धनराशि और स्वीकृत की गई है। यह धनराशि पूर्व में स्वीकृत ₹09 करोड़ 08 लाख के अतिरिक्त है।

  • President Smt. Murmu: स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिये आगे बढ़ें

    President Smt. Murmu: स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिये आगे बढ़ें

    President Smt. Murmu

    शहरी और ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की अग्रणी भूमिका प्रदेश में समग्र विकास के लिये मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं

    सफाईकर्मी अग्रिम पंक्ति के स्वच्छता योद्धा राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने उज्जैन में स्वच्छता मित्रों को सम्मानित किया

    1692 करोड़ के उज्जैन-इन्दौर सिक्स-लेन रोड़ का किया भूमि-पूजन

    President Smt. Murmu ने कहा है कि स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिये सभी आगे बढ़ें। स्वच्छता ही देश को स्वस्थ और विकसित बना सकती है। देश का प्रत्येक व्यक्ति इस कार्य में सहयोग करे और सब मिलकर देश को विकसित राष्ट्र बनायें। मध्यप्रदेश ने शहरी और ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। मध्यप्रदेश के कई शहरों को सफाई के लिये श्रेष्ठ शहर घोषित किया गया है। इन्दौर निरन्तर 7वीं बार देश का स्वच्छतम शहर घोषित हुआ है। भोपाल स्वच्छतम राजधानी बनी है। राष्ट्रपति ने स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु आज उज्जैन में सफाई मित्रों के सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने सफाई मित्रों श्रीमती रश्मि टांकले, श्रीमती किरण खोड़े, श्रीमती शोभा घावरी, श्रीमती अनिता चावरे और श्री गोपाल खरे का सम्मान भी किया। राष्ट्रपति ने 1692 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले उज्जैन-इन्दौर सिक्स-लेन मार्ग का भूमि-पूजन भी किया। प्रारम्भ में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु का राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया और उन्हें श्रीमहाकाल लोक की प्रतिकृति प्रदान की। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा, प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी भी उपस्थित थे।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि अवन्तिका बाबा महाकाल की पवित्र, दिव्य एवं पावन नगरी है। गुप्तकाल भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग रहा है और उस समय उज्जैन भारत का महत्वपूर्ण नगर था। यहां संस्कृति और सभ्यता की प्राचीन परम्परा है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि आज से 2000 वर्ष पूर्व उज्जैन परिवहन व्यवस्था का उत्कृष्ट केन्द्र था। यह अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का केन्द्र भी था। महाकवि कालिदास ने मेघदूत में उज्जयिनी की विशालता और भव्यता का अदभुत चित्रण किया है। देवलोक में जो महत्व अल्कापुरी नगरी का है, वही महत्व पृथ्वी पर उज्जैन नगरी का बताया गया है। मैं बाबा महाकाल, अवन्तिका नगरी और पवित्र शिप्रा नदी को प्रणाम करती हूँ।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि उज्जैन एवं प्रदेश में समग्र विकास के अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। इसी क्रम में आज उज्जैन में उज्जैन-इन्दौर सिक्सलेन मार्ग का भूमि-पूजन किया गया है। यहां विक्रम उद्योगपुरी मेडिकल डिवाइसेस पार्क बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में एक्सप्रेस-वे एवं एलीवेटेड कॉरिडोर बनाये जा रहे हैं। इन सभी के लिये मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रयास सराहनीय हैं।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में स्वच्छता देशव्यापी जन-अभियान बन गया है। स्वच्छता अभियान के द्वितीय चरण में वर्ष 2025 तक हमें देश में सम्पूर्ण स्वच्छता के लक्ष्य को हासिल करना है। देश में खुले में शौच से पूर्णत: मुक्ति और सॉलिड एवं लिक्विड वेस्ट प्रबंधन में उत्कृष्ट किया जा रहा है। महात्मा गांधी के स्वच्छता के आदर्श को हमें पूरा करना है। मैंने स्वयं अपने कैरियर की शुरूआत स्वच्छता के कार्यों से की। मैं नगर परिषद में उपाध्यक्ष थी और वार्डों में जा-जाकर स्वच्छता के लिये कार्य करती थी और लोगों को जागरूक करती थी। देशवासियों में आज स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। मध्यप्रदेश के कई शहर ‘वॉटर+’, ‘ओडीएफ++’ के रूप में पुरस्कृत हुए हैं।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि सफाईकर्मी अग्रिम पंक्ति के स्वच्छता योद्धा हैं। इन्हें आज सम्मानित कर मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। हम सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गरिमा और कल्याण को सुरक्षित करेंगे। देश में “मेन होल” को समाप्त कर अब “मशीन होल” बनाये जा रहे हैं। सफाईकर्मियों को लाभान्वित करने के लिये अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। मध्यप्रदेश ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।

    देश में पवित्र सेवा का संदेश देगा, उज्जैन का सफाई मित्र सम्मेलन : राज्यपाल श्री पटेल

    राज्यपाल श्री पटेल ने मध्यप्रदेश की धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक नगरी उज्जैन में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के आगमन पर प्रदेशवासियों की ओर से अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है आध्यात्मिक केन्द्र उज्जैन में आयोजित सफाई मित्र सम्मेलन देश में स्वच्छता केवल जिम्मेदारी ही नहीं, बल्कि पवित्र सेवा का संदेश प्रसारित करेगा। स्वच्छता अभियान की यह पहल सफाई मित्रों की प्रतिबद्धता के साथ स्वच्छ, स्वस्थ और आध्यात्मिक रुप से सशक्त देश के निर्माण का संदेश प्रसारित करेगी। आज का दिन हमारे समाज को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वच्छता वीरों के लिए अभूतपूर्व और अविस्मरणीय है। अपनी मेहनत और समर्पण से शहरों को साफ बनाकर हमारे जीवन को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने वाले सफाई मित्रों को पहचानना, उनका सर्मथन और सम्मान करना, समाज के हर व्यक्ति का कर्तव्य है। उन्होंने सफाई मित्रों को हृदय से बधाई देते हुए कहा कि सफाई का काम ईश्वर की पवित्र सेवा है। सफाई मित्र हमारे लिए वंदनीय है। राज्य सरकार सदैव सफाई मित्रों के काम को समर्थन देने के लिए तैयार है।

    राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वच्छता क्रांति का सूत्रपात हुआ है, हमने सही अर्थों में स्वच्छता को जन-आंदोलन बनाया है। हमारे शहर और नागरिकों ने स्वच्छता को आत्मसात करते हुए पूर्णकालिक विषय के रूप में स्थापित किया है। स्वच्छता सुविधाओं जैसे व्यक्तिगत, सामुदायिक, सार्वजनिक शौचालय बनाने और कचरा प्र-संस्करण इकाइयों के निर्माण को प्रदेश में प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र एवं प्रदेश के विकास की दिशा में महत्त्वपूर्ण इंदौर-उज्जैन 6 लेन परियोजना आध्यात्मिक सांस्कृतिक केन्द्र उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को और अधिक सुगम, आसान बनाकर पर्यटन, सामाजिक और आर्थिक विकास की गति को तेज करेगी।

    आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में‍लिखा जायेगा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। यह दिन ऐतिहासिक होकर नई सौगात लेकर आया है। हर युग में, हर काल में जिसका अस्तित्व रहा, ऐेसी महान एवं पवित्र नदी क्षिप्रा के किनारे स्थित अवंतिका, हर काल में अपने विकास के आयामों से सदैव लोगों के उत्कर्ष की परिचायक है। कहा जाता है कि क्षिप्रा तट पर जो भी व्यक्ति आते हैं और जैसा सोचते हैं, परमात्मा उसे जीवनकाल में उपलब्ध कराता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कामों से दुनिया के सबसे बडे लोकतंत्र का गौरव हासिल करने के प्रत्येक आयामों को छुआ है। विकास के सभी क्षेत्र में सफाई मित्रों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया है। प्रधानमंत्री के जन्म-दिवस 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता अभियान, पखवाडे के रूप में मनाया जा रहा है। यह पखवाड़ा प्रधानमंत्री की स्वच्छता के प्रति लगाव की भावना को रेखांकित करता है और सफाईकर्मियों की बड़ी भूमिका का भी अहसास भी कराता है। स्वच्छताकर्मी बीमारी और जिंदगी के बीच मजबूत दीवार की तरह खड़े रहते हैं। मध्यप्रदेश, देश के सभी राज्यों में स्वच्छता के लिए दूसरे नम्बर पर आया है, यह हम सबका सौभाग्य है। साथ ही देश की सबसे स्वच्छ राजधानी का दर्जां भी प्रदेश की राजधानी भोपाल को प्राप्त हुआ है। स्वच्छता का हमारा सबसे मजबूत रिश्ता है। भारत के सबसे स्वच्छ नगरों में लगातार 7 बार से प्रदेश ने इस गौरव को इंदौर के माध्यम से हासिल किया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि स्वच्छता अभियान को ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले स्वच्छताकर्मियों को योगदान के लिये उन्हें सम्मानित किया जाएगा। प्रत्येक नगर की स्टार रैकिंग के हिसाब से स्वच्छताकर्मियों को प्रति स्टार रैंकिंग पर एक हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। उज्जैन को तीन स्टार मिले हैं, इसलिए यहां के सभी स्वच्छताकर्मियों को तीन-तीन हजार रुपए का पुरस्कार दिया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पाषाण शिल्प को महत्व देने के लिये श्रीमहाकाल लोक की सभी प्रतिमाएं पाषाण की बनवाएंगे। इससे प्रदेश में पाषाण शिल्प को प्रोत्साहन मिलेगा। राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश भी अब पाषाण शिल्प में स्थान हासिल करेगा।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव कहा कि प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर का बडा महत्व है। महारानी अहिल्याबाई का वर्तमान में 300वां जन्मोत्सव चल रहा है। महारानी अहिल्याबाई ने 30 साल के शासनकाल में नारी सेना, विधवा-विवाह प्रोत्साहन सहित अनेक कल्याणकारी योजनाएँ चलाई थी। उन्होंने महिलाओं की आत्म-निर्भरता के लिए महेश्वर साड़ी का उद्योग स्थापित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु द्वारा इंदौर से उज्जैन को जोड़ने के लिए 1692 करोड़ रुपए लागत से 6 लेन रोड के निर्माण का शुभारम्भ किया गया है, इससे उज्जैन न केवल इंदौर से बल्कि पूरे देश से जुड़ेगा और आध्यात्मिक नगरी उज्जैन आने-जाने के लिए मार्ग सुगम होगा।

    लघु फिल्म का प्रदर्शन

    समारोह में उज्जैन के विकास कार्यों को लेकर बनाई गई लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया, जिसमें उज्जैन में होने वाले विकास कार्यों को दर्शाया गया। समारोह का शुभारम्भ एवं समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

    source: http://www.mpinfo.org

  • President Smt. Murmu: बेटियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने सामूहिक प्रयास जरूरी

    President Smt. Murmu: बेटियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने सामूहिक प्रयास जरूरी

    President Smt. Murmu

    देश के सर्वांगीण विकास के लिये जवाबदेही से संकल्पबद्ध होकर किये जाये कार्य : राज्यपाल श्री पटेल
    मध्यप्रदेश में बौद्धिक सम्पदा का सर्वांगीण विकास में होगा उपयोग: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
    राष्ट्रपति ने दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को वितरित की उपाधियाँ

    President Smt. Murmu ने आहवान किया कि बेटियों को शिक्षित तथा आत्मनिर्भर बनने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। देश को विकसित बनाने में बेटियों का अहम योगदान रहेगा। बेटियों को शिक्षित तथा आत्मनिर्भर बनाने तथा देश के सर्वांगीण विकास के लिये सामूहिक प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर महिला सशक्तिकरण और आत्म-निर्भरता का उत्तम उदाहरण है। देवी अहिल्याबाई होलकर ने कुशल प्रशासन, न्याय परायणता और कल्याणकारी कार्यों में कई मानक स्थापित किये है।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू आज इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के हीरक जयंती समारोह के अवसर पर 14वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने विद्यार्थियों तथा शोधार्थियों को स्वर्ण तथा रजत पदक और उपाधियाँ वितरित की।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने देश में असाधारण उपलब्धि हासिल की है। इसके लिये इंदौरवासियों को बधाई। उन्होंने कहा कि यह शहर देवी अहिल्याबाई होल्कर के नाम से पहचाना जाता है। इंदौर में विश्वविद्यालय भी देवी अहिल्याबाई के नाम पर स्थापित है। यह हमारे लिये गौरव का समय है, जब हम देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती मना रहे हैं। लोक माता अहिल्याबाई शिक्षा के महत्व को समझती थी। उनके पिता ने भी उस दौर में उन्हें शिक्षा दिलाई जब बालिकाओं को शिक्षा दिलाना बहुत कठिन होता था। समाज के लोग उस वक्त शिक्षा का विरोध करते थे। देवी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन महिला सशक्तिरण का उत्तम उदाहरण है। उन्होंने अपने जीवन और शासन काल में महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिये नवीन और सफल प्रयास किये। साथ ही जनजातीय समाज की आजीविका को सुनिश्चित करने के लिये निर्णय लेकर उसे मुर्त रूप दिया और विकास के लिये अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये।

    राष्ट्रपति ने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने कुशल प्रशासन, न्याय परायणता और कल्याणकारी कार्यों में कई मानक स्थापित किये है। उनका जीवन महिलाओं के सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक, शैक्षणिक सहित अनेक क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव का बेहतर उदाहरण रहा है। उन्होंने अपने आत्म-विश्वास और दृढ़-संकल्प से कठिनाइयों एवं संघर्ष के दौर में बनाये रास्ते पर आज सुगमता से चला जा रहा है। राष्ट्रपति ने एक विदेशी कवियित्री की कविता का जिक्र करते हुए कहा कि देवी अहिल्याबाई की ख्याति देश ही नहीं विदेश में भी थी। यह हमारे लिये गौरव की बात है। मैं लोक माता देवी अहिल्याबाई की स्मृति को सादर नमन करती हूं। उन्होंने कहा कि यह लोकमाता देवी अहिल्याबाई का ही आर्शीवाद और आदर्शों की प्रति है कि आज के दीक्षांत समारोह में सर्वाधिक पदक बेटियों ने ही प्राप्त किये है। उन्होंने पदक प्राप्त सभी बेटियों को शुभकामनाएं दी और विश्वास व्यक्त किया कि जीवन की सभी बाधाओं को दूर करते हुए स्वयं ही रास्ता बनाते हुए आगे बढ़ेगी और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगी।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि इंदौर की ही श्रीमती सुमित्रा महाजन ने जनसेवा और लोकतंत्र में योगदान देने का अत्यंत प्रभावशाली उदाहरण प्रस्तुत किया। श्रीमती मुर्मु ने शैक्षणिक संस्थानों, गुरुजनों और अभिभावकों का आहवान किया कि वे बेटियों को शिक्षित तथा आत्म-निर्भर बनने के लिये प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि भारत 2047 में सबसे विकसित और सबसे आगे रहने वाला देश बनने के लिये तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसमें बेटियों की अहम भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि बेटियों को प्रोत्साहित किया जाये कि वे बड़े सपने देखें, बड़ा लक्ष्य तय करें और उसे पाने के लिये मेहनत से कार्य करें।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय एक ऐसा प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है जहाँ तीन लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययन कर रहे है। इस विश्वविद्यालय के परिक्षेत्र में अनेक ऐसे जिले आते है जहां अनुसूचित जनजाति के लोग ज्यादा है। इसे मद्देनजर रखते हुए इस विश्वविद्यालय में ट्रायबल स्टडी सेंटर प्रारंभ किया है। यह एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमें “सबका साथ, सबका विकास एवं सबका प्रयास” का नारा दिया। देश को आगे बढ़ाने के लिये सबका सहयोग एवं सामूहिक विकास जरूरी है। सर्वांगीण विकास के लिये पिछड़ों को भी आगे लाने के लिये सरकार के साथ ही सबका सहयोग भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने नयी शिक्षा नीति लागू की है। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिये सही पथ का चयन करें। इसके लिये माता-पिता, गुरुजनों और अनुभवी व्यक्तियों का सहयोग ले। 

     राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि दीक्षांत समारोह का आयोजन हम सबके लिए गर्व का विषय है। दीक्षांत समारोह माता-पिता के त्याग-तप, गुरूजनों के आशीर्वाद और विद्यार्थी जीवन के अनुशासन और परिश्रम से प्राप्त सफलता का अविस्मरणीय पल है। उन्होंने सभी मेधावी विद्यार्थियों, गुरुजनों और पालकों को हार्दिक बधाई दी और विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। राज्यपाल ने कहा कि देवी अहिल्या बाई में राजनीतिक, महिला सशक्तिकरण, जनसेवा और देश के धार्मिक एवं आध्यात्मिक उत्थान का जीवंत उत्साह था। विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों के लिए यह  गौरव की बात है कि वे लोकमाता के रूप में विख्यात देवी अहिल्या बाई के नाम पर स्थापित विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे है। सैकड़ों साल बाद भी जनमानस देवी अहिल्या बाई की पूजा करता है, क्योंकि उन्होंने स्वयं को एक ऐसे उदाहरण के रूप में स्थापित किया है जिसका सब कुछ था लेकिन स्वयं के लिए कुछ भी नहीं था। देवी अहिल्याबाई वंचित वर्गों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के प्रयास किए। उन्होंने समाज की सेवा को ईश्वर की सेवा माना था। राज्यपाल श्री पटेल ने सभी युवाओं से आह्वान किया कि देवी अहिल्या से प्रेरणा लेते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में निष्ठ, ईमानदार योगदान के लिए संकल्प बद्ध हों। उन्होंने कहा कि मैं सभी विद्यार्थियों से अपेक्षा करता हूं कि वे अपने माता-पिता और आचार्यों को भगवान समान मानें और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझकर अच्छी तरह से निभाएं।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई समाज सुधारक, न्याय प्रियता, स्वराज एवं सुशासन की पुरोधा थीं। देवी अहिल्या बाई ने अपने राज्य के बाहर जाकर लोगों के समग्र कल्याण के लिये भी अनेक काम किये हैं। उनका जीवन हमारे लिए आदर्श और प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कठिन दौर में शिक्षा हासिल की। वे संघर्षों और कठिनाइयों का सामना करते हुए साहस के साथ आगे बढ़ी है। देवी अहिल्या बाई ने हिमालय की चोटी एवरेस्ट से भी ऊँचा मनोबल लेकर अपना जीवन जिया है। वह हम सब के लिए प्रेरणा का पुंज है। 

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश में सबसे पहले मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है। राज्य सरकार द्वारा सभी क्षेत्रों में कृत-संकल्पित होकर कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बौद्धिक सम्पदा पुष्पित और पल्लवित हो रही है। हमारे प्रदेश में अपार बौद्धिक सम्पदा है, जिसका उपयोग प्रदेश के चहुँमुखी विकास के लिये कर रहे है। समारोह में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित पुस्तिका अतिथियों को भेंट की गई।

    इस अवसर पर केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलगुरू श्रीमती रेणु जैन सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Yogi Adityanath: जनपद अयोध्या में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम

    CM Yogi Adityanath: जनपद अयोध्या में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम

    CM Yogi Adityanath

    • मुख्यमंत्री ने लगभग 10 अरब 04 करोड़ 75 लाख रु0 लागत की कुल 83 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया
    • मुख्यमंत्री ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड, प्रतीकात्मक चेक, अनुदान पत्र, सिलाई मशीन, प्रमाण पत्र एवं आवास की चाभी प्रदान की
    • प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश व प्रदेश में  विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य किया गया: मुख्यमंत्री
    • नए भारत में विकास और सुरक्षा का बेहतरीन वातावरण प्राप्त हो रहा
    • नए भारत का नया उ0प्र0 देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा, प्रदेश विकास का मॉडल बन रहा
    • डबल इंजन सरकार विकास, सुरक्षा, निवेश, रोजगार को आगे बढ़ाने का काम कर रही
    • प्रदेश में साढ़े 06 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई, 02 करोड़ से अधिक युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्रदान किए गए
    • 60 लाख से अधिक उद्यमियों को प्रदेश में उद्यम लगाने के लिए प्रेरित कर स्वतः रोजगार से जोड़ने का काम किया गया
    • प्रदेश में 2-लेन व 4-लेन की सड़कें, बेहतर ग्रामीण कनेक्टिविटी, प्रत्येक गांव व मजरे में बिजली व पानी आदि की अच्छी व्यवस्था की गई
    • विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार ने राज्य के 02 करोड़ 62 लाख परिवारों को एक-एक शौचालय देने का कार्य किया
    • 56 लाख गरीबों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई, 01 लाख 20 हजार मजरों तक बिजली पहुंचाई गई
    • 01 करोड़ 56 लाख से अधिक परिवारों को निःशुल्क बिजली कनेक्शन, उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत 01 करोड़ 83 लाख परिवारों को निःशुल्क सिलेण्डर प्रदान किए गए
    • प्रदेश सरकार द्वारा एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन कर 64 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया
    • प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि अयोध्या ऋषियों तथा संतों की परम्परा से जुड़ी
    • अयोध्या में किसानों को जमीन का 1700 करोड़ रु0 मुआवजा प्रदान किया गया, 6,461 दुकानों का पुनर्वास किया गया
    • अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ, एयरपोर्ट पथ तथा अयोध्या को अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर से जोड़ने वाले मार्ग फोरलेन हो चुके
    • 821 एकड़ भूमि पर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट बन चुका, कुछ ही दिनों के बाद अयोध्या इण्टरनेशनल कनेक्टिविटी से जुड़ने वाला
    • अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी बन रही, भगवान सूर्य की ऊर्जा से यहां प्रकाश जगमगायेगा अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में एक मिनी स्टेडियम बनने जा रहा
    • अयोध्या में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अन्तर्गत अब तक 43,664 तथा प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत 19,964 आवास स्वीकृत किए गए
    • अयोध्या में ‘हर घर जल योजना’ के माध्यम से 1,184 राजस्व ग्रामों में प्रत्येक घर तक पेयजल का कनेक्शन उपलब्ध कराने का कार्य हो रहा

      CM Yogi Adityanath ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश व प्रदेश में विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य किया गया है। नए भारत में विकास और सुरक्षा का बेहतरीन वातावरण प्राप्त हो रहा है। नए भारत का नया उत्तर प्रदेश, देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। प्रदेश विकास का मॉडल बन रहा है। डबल इंजन सरकार विकास, सुरक्षा, निवेश, रोजगार को आगे बढ़ाने का काम कर रही है।

    मुख्यमंत्री जी आज जनपद अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में लगभग 10 अरब 04 करोड़ 75 लाख रुपये लागत की कुल 83 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इनमें 82 करोड़ 83 लाख रुपये से अधिक लागत की 37 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 09 अरब 21 करोड़ 91 लाख रुपये से अधिक लागत की 46 परियोजनाओं का शिलान्यास सम्मिलित है। यह परियोजनाएं नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति, लोक निर्माण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन, समाज कल्याण, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग से सम्बन्धित हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड, प्रतीकात्मक चेक, अनुदान पत्र,सिलाई मशीन, प्रमाण पत्र एवं आवास की चाभी प्रदान की।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि सरकार अच्छी होती है, तो विकास की प्रक्रिया स्वयं ही गति प्राप्त करने लगती है। अच्छी सरकार सुरक्षा शांति और सौहार्द का माहौल बनाती है। युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाती है। बिना भेदभाव विकास कार्यों तथा कल्याणकारी योजनाओं को गरीबों, महिलाओं तथा युवाओं आदि तक पहुंचाकर उनके चेहरे पर खुशहाली लाने का कार्य करती है। प्रदेश में साढ़े 06 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। 02 करोड़ से अधिक युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्रदान किए गए। 60 लाख से अधिक उद्यमियों को प्रदेश में उद्यम लगाने के लिए प्रेरित कर स्वतः रोजगार से जोड़ने का काम किया गया है। वर्ष 2017 से पूर्व, यही प्रदेश देश के विकास का बैरियर माना जाता था। आज डबल इंजन सरकार प्रदेश में सबका साथ-सबका विकास के भाव के साथ कार्य कर रही है। अन्नदाता किसानों की खुशहाली, बेटियों और बहनों की सुरक्षा व स्वावलम्बन तथा व्यापारियों के सम्मान के लिए कार्य कर रही है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि साढ़े 07 वर्ष पूर्व प्रदेश के युवाओं के सामने पहचान का संकट था। प्रदेश में अराजकता चरम पर थी। विकास की योजनाओं में भेदभाव किया जाता था। महापुरुषों का अपमान किया जाता था। माफियाओं की समानान्तर सरकारें चलती थीं। लेकिन डबल इंजन की सरकार ने विकास कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाया। आज प्रदेश में 2-लेन व 4-लेन की सड़कें, बेहतर ग्रामीण कनेक्टिविटी, प्रत्येक गांव व मजरे में बिजली व पानी आदि की अच्छी व्यवस्था की गई है। प्रत्येक गरीब को बिना भेदभाव के आवास उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

    विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार ने राज्य के 02 करोड़ 62 लाख परिवारों को एक-एक शौचालय देने का कार्य किया है। 56 लाख गरीबों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। 01 लाख 20 हजार मजरों तक बिजली पहुंचाई गई है। 01 करोड़ 56 लाख से अधिक परिवारों को निःशुल्क बिजली कनेक्शन प्रदान किए गए। उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत 01 करोड़ 83 लाख परिवारों को निःशुल्क सिलेंडर प्रदान किए गए हैं। इस योजना के अन्तर्गत होली तथा दीपावली के पर्व पर भरा हुआ निःशुल्क गैस सिलेण्डर देने का कार्य गत वर्ष से प्रारम्भ हो चुका है। आगामी दीपावली पर्व परपुनः भरा हुआ निःशुल्क गैस सिलेंडर प्राप्त होगा। प्रदेश में 15 करोड़ लोग निःशुल्क राशन का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन कर 64 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। यह कार्य वर्ष 2017 से पूर्व सम्भव नहीं थे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि अयोध्या ऋषियों तथा संतों की परम्परा से जुड़ी हुई है। अयोध्या में किसानों को जमीन का 1700 करोड़ रुपये मुआवजा प्रदान किया गया है। अयोध्या धाम में अब तक 03 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रभु श्रीराम के दर्शन कर चुके हैं। जब यहां दीपोत्सव पर मंदिरों व घाटों पर दीप जलते हैं, तो अपराधियों तथा देश के दुश्मनों को परेशानी होती है, क्योंकि उन्हें पता है कि अयोध्या में जलने वाला दीप प्रदेश व देश को रोशन करेगा। इससे निकलने वाला प्रकाश बुराइयों तथा देश के दुश्मनों को भी समाप्त करने का सामर्थ्य रखता है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिस अयोध्या को बिजली तथा विकास से वंचित किया गया, उस अयोध्या में डबल इंजन सरकार ने 30,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी है। पहले अयोध्या में इतना विकास कभी नहीं हुआ। हम सभी आज 1,004 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात लेकर फिर से आए हैं। यहां 6,461 दुकानों का पुनर्वास किया गया। इसके अन्तर्गत किसी व्यक्ति को दुकान तथा किसी को कम्पनसेशन प्रदान किया गया। एफ0ए0आर0 में छूट देकर जमीन के पिछले भाग पर दुकान बनाने की अनुमति दी गई। नक्शा पास करवाया गया। आज अयोध्या दुनिया की सुन्दरतम नगरी बन रही है। देश और दुनिया के सनातन धर्मावलम्बी आज यहां आने को उत्सुक हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ, एयरपोर्ट पथ तथा अयोध्या को अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर से जोड़ने वाले मार्ग 4-लेन हो चुके हैं। हजारों वर्ष पहले प्रभु श्रीराम अयोध्या धाम में पुष्पक विमान से आए थे। पहले अयोध्या में इण्टरनेशनल एयरपोर्ट एक कल्पना थी। आज यहां 821 एकड़ भूमि पर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट बन चुका है। अयोध्या की देश के अन्य राज्यों से कनेक्टिविटी है। कुछ ही दिनों के बाद अयोध्या इण्टरनेशनल कनेक्टिविटी से जुड़ने वाला है। अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी बन रही है। भगवान सूर्य की ऊर्जा से यहां प्रकाश जगमगाएगा।

    अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में एक मिनी स्टेडियम बनने जा रहा है। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए 30 मार्गांे के शिलान्यास का कार्य हो रहा है। इसके साथ ही, यहां पर रेवना में ग्रामीण स्टेडियम के निर्माण के लिए भी 09 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं। इससे यहां के युवा भी ओलम्पिक, कॉमनवेल्थ, एशियाई खेलों तथा विश्व चैम्पियनशिप के लिए स्वयं को तैयार कर भारत के गौरव को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकंेगे। विकास परियोजनाओं तथा कार्यों से अयोध्या धाम में व्यापक परिवर्तन देखने को मिल रहा है।

    अयोध्या में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अन्तर्गत अब तक 43,664 तथा प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत 19,964 आवास स्वीकृत किए गए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अन्तर्गत मिल्कीपुर में 8,195 आवासों हेतु धनराशि लाभार्थियों के खातों में अन्तरित की जा चुकी है। मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अन्तर्गत 2,369 लाभार्थियों को आवास की सुविधा प्रदान की गई है। अयोध्या में ‘हर घर जल योजना’ के माध्यम से 1,184 राजस्व ग्रामों में प्रत्येक घर तक पेयजल का कनेक्शन उपलब्ध कराने का कार्य हो रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व अन्नदाता किसान आत्महत्या करता था। आज अयोध्या में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत 04 लाख 21 हजार किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इनके खातों में अब तक 1,430 करोड़ रुपये की धनराशि भेजी जा चुकी है। इस योजना के अन्तर्गत मिल्कीपुर के 94,549 किसानों को लाभ प्राप्त हो रहा है। जनपद में युवाओं को 67,014 स्मार्टफोन तथा 26,974 टैबलेट वितरित किए जा चुके हैं।

    आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 09 लाख 726 व्यक्तियों को गोल्डन कार्ड प्रदान किए जा चुके हैं। इसके अन्तर्गत प्रतिवर्ष 05 लाख रुपये की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत 30,245 बालिकाओं को लाभान्वित किया जा रहा है। 01 लाख 08 हजार 228 वृद्धजनों, 54,529 निराश्रित महिलाओं तथा 11,603 दिव्यांगजन को मासिक पेंशन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अयोध्या में 59 गो-आश्रय स्थलों में 12,611 से अधिक गोवंश संरक्षित किए जा रहे हैं। खाद्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत भी 04 लाख 32 हजार राशन कार्डधारकों को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम को कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने भी सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर खेल और युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र  यादव, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री मयंकेश्वर शरण सिंह, खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री श्री सतीश चन्द्र शर्मा, विधायक श्री वेद प्रकाश गुप्ता, श्री रामचन्द्र यादव, डॉ0 अमित सिंह चौहान, डॉ0 हरिओम पाण्डेय, श्री अवनीश पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • मुख्यमंत्री Bhagwant Singh Mann के प्रयासों से अब पंजाब में बनेंगे लग्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू के पार्ट्स

    मुख्यमंत्री Bhagwant Singh Mann के प्रयासों से अब पंजाब में बनेंगे लग्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू के पार्ट्स

    Bhagwant Singh Mann

    मॉडर्न ऑटोमोटिव्स लिमिटेड के प्रतिनिधियों की भगवंत सिंह मान से मुलाकात

    मंडी गोबिंदगढ़ में लगेगा प्लांट, हजारों युवाओं को मिलेगा रोजगार

    मुख्यमंत्री अगले महीने रखेंगे प्लांट का नींव पत्थर

    प्रदेश में निवेश की गति को जारी रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री Bhagwant Singh Mann ने आज मॉडर्न ऑटोमोटिव्स लिमिटेड को प्रदेश में अपने प्रोजेक्ट का विस्तार करने और लग्जरी कार निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू के अहम पार्ट्स बनाने में पूर्ण सहयोग और मदद का भरोसा दिया।

    मॉडर्न ऑटोमोटिव्स लिमिटेड के प्रतिनिधियों आदित्य गोयल, सुहेल गोयल और मनीष बग्गा ने आज मुख्यमंत्री से मुलाकात की। बैठक के दौरान उन्होंने बताया कि मॉडर्न ऑटोमोटिव्स देश की पहली कंपनी है जिसे जर्मनी की लग्जरी कार निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू ए.जी. म्यूनिख द्वारा पिनियन शाफ्ट की डिलीवरी के लिए मंजूरी प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि 150 करोड़ रुपए की लागत वाले 25 लाख यूनिट्स के लिए ऑर्डर की पुष्टि हो चुकी है।

    उन्होंने यह भी बताया कि विकास और परीक्षण के लिए सैकड़ों करोड़ रुपए के निवेश वाले मॉडल शामिल किए जाएंगे। यह पूरा काम एक ही स्थान पर होगा, जिससे अतिरिक्त उत्पादन इकाइयां जोड़ी जाएंगी और इससे न केवल और अधिक राजस्व आएगा बल्कि रोजगार के कई अवसर भी पैदा होंगे।

    निवेश कंपनी को भविष्य की योजनाओं के लिए पूर्ण समर्थन और सहयोग का आश्वासन देते हुए मुख्यमंत्री ने अगले महीने प्लांट की नींव रखने के लिए प्रतिनिधिमंडल से मिले निमंत्रण को स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा कि यह गर्व और संतोष की बात है कि प्रमुख ऑटोमोटिव दिग्गज बीएमडब्ल्यू के पार्ट्स अब प्रदेश में तैयार किए जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह कदम पंजाब को अंतरराष्ट्रीय नक्शे पर उजागर करने के साथ-साथ राज्य के औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा देगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेशकों की भलाई के लिए सही मायनों में सिंगल विंडो सिस्टम वाली उद्योग-समर्थक सरकार है। उन्होंने कहा कि पंजाब संभावनाओं की धरती है और दुनिया भर की प्रमुख कंपनियां राज्य में निवेश करने के लिए तैयार हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब में सामाजिक एकता, औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल माहौल और औद्योगिक शांति है, जो इसके सर्वांगीण विकास, समृद्धि और प्रगति को प्रोत्साहित कर रही है।

  • मुख्यमंत्री Bhagwant Mann की ओर से केंद्र से पंजाब में धान के भंडारण संबंधी चिंताओं के समाधान की अपील

    मुख्यमंत्री Bhagwant Mann की ओर से केंद्र से पंजाब में धान के भंडारण संबंधी चिंताओं के समाधान की अपील

    Bhagwant Mann की ओर से चावल के लिए उचित स्थान सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री से निजी हस्तक्षेप की मांग कहा, यह राज्य में धान की निर्विघ्न खरीद के लिए आवश्यक

    पंजाब के मुख्यमंत्री Bhagwant Mann ने आज भारतीय खाद्य निगम (एफ.सी.आई.) से चावल की आपूर्ति के लिए आवश्यक स्थान सुनिश्चित करने के निर्देश देने के लिए केंद्रीय खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री से निजी हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि राज्य में खरीफ मार्केटिंग सीजन 2024-25 के दौरान धान/चावल की खरीद निर्विघ्न रूप से की जा सके।

    केंद्रीय खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री को लिखे पत्र में भगवंत सिंह मान ने एफ.सी.आई. के पास आपूर्ति के लिए स्थान की कमी से संबंधित मुद्दा उठाया है। मुख्यमंत्री ने अफसोस जताया कि एफ.सी.आई. के पास विशेष रूप से मई से अब तक गंभीर रूप से स्थान की कमी है, जिसके कारण राज्य के राइस मिलरों को केंद्रीय पूल में एफ.सी.आई. को खरीफ मार्केटिंग सीजन 2023-24 के चावल की आपूर्ति करने में रुकावट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के राइस मिलरों में आगामी खरीफ सीजन 2024-25 के दौरान स्थान की कमी को लेकर भी चिंता पैदा हो गई है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और राइस मिलरों के प्रयासों के बावजूद अब तक एफ.सी.आई. को कुल 98.35 प्रतिशत चावल की आपूर्ति की जा सकी है। उन्होंने कहा कि स्थान की लगातार कमी के कारण राज्य सरकार को पहले 31 जुलाई, 2024 और फिर 31 अगस्त, 2024 तक मिलिंग का समय बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्थान की कमी के कारण खरीफ सीजन 2023-24 के बाकी बचे चावल के लिए केंद्र सरकार ने आपूर्ति की अवधि 30 सितंबर, 2024 तक बढ़ा दी है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र के पास स्थान की कमी का मुद्दा लगातार उठा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब से गेहूं और धान के अतिरिक्त रैक भेजकर इस समस्या के त्वरित समाधान की मांग की है।

    भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है कि पहले बचे हुए चावल जल्द से जल्द एफ.सी.आई. को पहुंचाए जाएं, ताकि खरीफ मार्केटिंग सीजन 2024-25 के दौरान एफ.सी.आई. के पास स्थान की उपलब्धता की समस्या का सुचारू रूप से समाधान किया जा सके।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी सीजन के दौरान 185-190 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद होने की उम्मीद है, जिससे केंद्रीय पूल के लिए 120-125 लाख मीट्रिक टन चावल का उत्पादन होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब तक, राज्य में उपलब्ध कुल 171 लाख मीट्रिक टन की कवर्ड स्पेस की तुलना में, लगभग 121 लाख मीट्रिक टन चावल और 50 लाख मीट्रिक टन गेहूं कवर्ड गोदामों में स्टोर किया गया है और नई फसल के लिए कोई स्थान उपलब्ध नहीं है। राइस मिलरों द्वारा एफ.सी.आई. के पास स्थान की कमी पर व्यक्त किए गए चिंता के मुद्दे पर बोलते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि यदि पंजाब समय पर अतिरिक्त रैक जुटाकर आवश्यक स्थान बना लेता है, तो यह राज्य के किसानों के लिए काफी लाभकारी होगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि भंडारण के मुद्दे पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है और मार्च 2025 तक राज्य से हर महीने कम से कम 20 लाख मीट्रिक टन अनाज, विशेषकर चावल की मासिक ढुलाई/लिक्विडेशन की आवश्यकता है, ताकि खरीफ सीजन 2024-25 के ताजे चावल के लिए आवश्यक स्थान उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि उक्त के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री को कवर्ड स्टोरेज स्पेस के लिए आवश्यक प्रबंध करने के लिए एफ.सी.आई. को आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए निजी तौर पर हस्तक्षेप करना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि 24 सितंबर से 25 मार्च तक राज्य के कवर्ड गोदामों से प्रति दिन चावल और गेहूं के कम से कम 25 रैक ले जाने चाहिए, ताकि चावल की आपूर्ति के लिए आवश्यक स्थान बनाया जा सके और राज्य में खरीफ सीजन 2024-25 के दौरान धान/चावल की खरीद निर्विघ्न रूप से की जा सके।

  • CM yogi: विश्वकर्मा जयन्ती पर एम0एस0एम0ई0 उद्यमियों को 50 हजार करोड़ रु0 के ऋण व विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना तथा ओ0डी0ओ0पी0 योजना के अन्तर्गत हस्तशिल्पियों और कारीगरों को टूलकिट वितरण कार्यक्रम

    CM yogi: विश्वकर्मा जयन्ती पर एम0एस0एम0ई0 उद्यमियों को 50 हजार करोड़ रु0 के ऋण व विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना तथा ओ0डी0ओ0पी0 योजना के अन्तर्गत हस्तशिल्पियों और कारीगरों को टूलकिट वितरण कार्यक्रम

    CM yogi ने लाभार्थियों को ऋण के प्रतीकात्मक चेक तथा टूलकिट वितरित किए

    प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2047 तक के लिए जो लक्ष्य तय किए हैं, उसके लिए देश के हर व्यक्ति, उद्यमी, कारीगर, हस्तशिल्पी, नौजवान को अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा: मुख्यमंत्री

    विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से प्रदेश सरकार ने महात्मा गांधी के ‘ग्राम स्वराज्य’ की परिकल्पना को साकार करने का कार्य किया

    ओ0डी0ओ0पी0 योजना प्रदेश की पहचान बनी, इस योजना की मदद से उ0प्र0 एक्सपोर्ट हब के रूप में स्थापित हुआ

    युवाओं को अपने जनपद में ही ओ0डी0ओ0पी0 योजना, पी0एम0 विश्वकर्मा योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम
    से रोजगार व स्वरोजगार से जुड़ने में काफी मदद मिल रही

    हमें अपने परम्परागत उत्पादों को ब्राण्डिंग के साथ जोड़ते हुए वैश्विक स्तर पर पहुंचाना होगा

    लोन मेला व टूलकिट वितरण कार्यक्रम सभी जनपदों में आयोजित किए जाएं, जनपदों में पी0पी0पी0 मोड में कॉमन फैसिलिटेशन सेण्टर बनाये जाएं

    प्रदेश सरकार ‘यू0पी0 इण्टरनेशनल ट्रेड शो’ आयोजित करने जा रही मण्डल स्तर पर भी इस प्रकार के ट्रेड शो आयोजित होने चाहिए

    पी0एम0 श्री टेक्सटाइल पार्क की निर्माण प्रक्रिया में तेजी लायी जाए, फ्लैटेड फैक्ट्रीज़ के निर्माण कार्य को और प्रोत्साहित किया जाए

    इस वित्तीय वर्ष के अंत तक प्रदेश के सी0डी0 रेशियो को 65 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य

    विकास व रोजगारपरक योजनाओं के परिणामस्वरूप उ0प्र0 नम्बर 02 की अर्थव्यवस्था वाला राज्य, वर्ष 2029-2030 तक उ0प्र0 देश की पहली अर्थव्यवस्था बनेगा

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2047 तक के लिए जो लक्ष्य तय किए हैं, उसके लिए देश के हर व्यक्ति, उद्यमी, कारीगर, हस्तशिल्पी, नौजवान को अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा। राष्ट्र के प्रति हमारा समर्पण भाव, वर्तमान के साथ भावी पीढ़ियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में योगदान देगा। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में भारत आज दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुआ है। भारतीयअर्थव्यवस्था 10वें स्थान से 05वें स्थान पर पहुंच गयी है। हमें अगले 03 वर्षों में भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है। अर्थात् भारत को ग्लोबल इकोनॉमिक पावर बनाना है। हमें भारत को विकसित भारत बनाने में अपना योगदान देना होगा।

    CM yogi आज यहां विश्वकर्मा जयन्ती के अवसर पर एम0एस0एम0ई0 उद्यमियों को 50 हजार करोड़ रुपये के ऋण व विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना तथा ओ0डी0ओ0पी0 योजना के अन्तर्गत हस्तशिल्पियों और कारीगरों को टूलकिट वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर लाभार्थियों को ऋण के प्रतीकात्मक चेक तथा टूलकिट वितरित किए। ज्ञातव्य है कि इस प्रदेशव्यापी ऋण वितरण कार्यक्रम के माध्यम से एम0एस0एम0ई0 उद्यमियों को एस0एल0बी0सी0 के सहयोग से ऋण वितरित किये जा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने विश्वकर्मा जयन्ती, अनन्त चतुर्दशी व नये भारत के शिल्पी प्रधानमंत्री जी के जन्मदिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग द्वारा लोन मेला व टूलकिट वितरण कार्यक्रम सभी जनपदों में आयोजित किए जाएं। इस सम्बन्ध में तय समय-सीमा में व्यवस्थित रूपरेखा बनायी जाए। हमें अपने परम्परागत उत्पादों को ब्राण्डिंग के साथ जोड़ते हुए वैश्विक स्तर पर पहुंचाना होगा। इसके लिए जनपदों में पी0एम0 विश्वकर्मा योजना और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से जुड़े कारीगरों व हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षित किया जाए। उन्हें तकनीक, डिजाइन, पैकेजिंग व मार्केटिंग से जोड़ा जाए। जनपदों में पी0पी0पी0 मोड में कॉमन फैसिलिटेशन सेण्टर बनाये जाएं। डिस्ट्रिक्ट लेवल बैंकर्स कमेटी के साथ समन्वय स्थापित कर प्रशिक्षित लोगों को लोन वितरित किया जाए। इन कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन से प्रदेश के युवा रोजगार से जुड़ेंगे तथा प्रदेश के निर्यात में और वृद्धि होगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्रेटर नोएडा में ‘यू0पी0 इण्टरनेशनल ट्रेड शो’ आयोजित करने जा रही है। आगामी 25 से 29 सितम्बर तक आयोजित होने वाला यह ट्रेड शो उत्तर प्रदेश के पोटेंशियल को वैश्विक मंच पर ले जाने का माध्यम है। इस इण्टरनेशनल ट्रेड शो के माध्यम से राज्य के विभिन्न परम्परागत उत्पाद वैश्विक स्तर पर पहुंच रहे हैं। विगत वर्ष इस ट्रेड शो में 03 लाख से अधिक लोगों ने विजिट किया था। प्रदेश स्तर पर आयोजित इस इण्टरनेशनल ट्रेड शो के साथ ही, पहले चरण में मण्डल स्तर पर भी इस प्रकार के ट्रेड शो आयोजित होने चाहिए। इससे हमारे हस्तशिल्पी व कारीगरों में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी तथा प्रदेश के सामर्थ्य से देश व दुनिया परिचित होगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यूनिटी मॉल के कार्याें को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। जनपद लखनऊ व हरदोई के मध्य निर्मित होने जा रहे पी0एम0 श्री टेक्सटाइल पार्क की निर्माण प्रक्रिया में तेजी लायी जाए। प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर निर्मित हो रही फ्लैटेड फैक्ट्रियां रेडीमेड गारमेण्ट के क्षेत्र में प्रदेश की एक लम्बी छलांग तथा आधी आबादी के रोजगार का माध्यम बनने जा रही हैं। हमें फ्लैटेड फैक्ट्रीज़ के निर्माण कार्य को और प्रोत्साहित करना होगा। प्लेज पार्क योजना के तहत निजी क्षेत्र में औद्योगिक पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। इसके तहत राज्य में 11 प्लेज पार्क स्वीकृत हो चुके हैं, जिनमें कुछ निर्माण प्रक्रिया से भी जुड़ चुके हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2018 व 2019 में शुरू की गयीं विभिन्न योजनाएं देश की लोकप्रिय योजनाएं बनी हैं। यह लोकप्रिय योजनाएं उत्तर प्रदेश व देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने तथा लाखों लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने में एक बड़ी भूमिका का निर्वहन कर रही हैं। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश के परम्परागत उत्पादों की स्थिति अत्यन्त खराब थी। कारीगर व हस्तशिल्पियों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया था। प्रदेश में अक्सर दंगे होते थे। राज्य में व्यापार व उद्यम का बेहतर माहौल नहीं था।

    प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर वर्ष 2018 में सभी जनपदों के परम्परागत उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना शुरू की। इस योजना के माध्यम से प्रदेश सरकार को कोरोना कालखण्ड में नौजवानों, श्रमिकों, कारीगरों, हस्तशिल्पियों के लिए नये रोजगार सृजन करने में सफलता प्राप्त हुई थी। ओ0डी0ओ0पी0 योजना आज उत्तर प्रदेश की पहचान बन चुकी है। इस योजना की मदद से उत्तर प्रदेश आज एक्सपोर्ट हब के रूप में स्थापित हुआ है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2019 में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना प्रारम्भ की। इस योजना के माध्यम से प्रदेश सरकार ने महात्मा गांधी के ‘ग्राम स्वराज्य’ की परिकल्पना को साकार करने का कार्य किया है। परम्परागत कार्यों से जुड़े विभिन्न समुदायों के लोगों के प्रोत्साहन के लिए उन्हें प्रशिक्षण, मानदेय के साथ टूलकिट उपलब्ध कराने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। इन्हें आज की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित करते हुए डिजाइनिंग व मार्केटिंग से जोड़ा जा रहा है तथा सस्ती दर में लोन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

    उत्तर प्रदेश के युवा वर्ष 2017 से पूर्व रोजगार के लिए राज्य से पलायन करते थे। आज युवाओं को अपने जनपद में ही ओ0डी0ओ0पी0 योजना, पी0एम0 विश्वकर्मा योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से रोजगार व स्वरोजगार से जुड़ने में काफी मदद मिल रही है। बैंकों ने भी इन योजनाओं के माध्यम से लोगों को कम ब्याज दर में लोन उपलब्ध कराने का सराहनीय कार्य किया है। वर्ष 2017 में प्रदेश का सी0डी0 रेशियो 44 प्रतिशत था, जो आज बढ़कर 60 प्रतिशत से अधिक हो गया है। इस वित्तीय वर्ष के अंत तक प्रदेश के सी0डी0 रेशियो को 65 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 क्षेत्र में यदि कोई व्यक्ति अपना उद्यम लगाता है, तो उसे 01 हजार दिन तक किसी प्रकार की एन0ओ0सी0 की आवश्यकता नहीं होगी। एम0एस0एम0ई0 विभाग में रजिस्ट्रेशन कराकर उद्यम लगाने वाले उद्यमी को राज्य सरकार 05 लाख रुपये का सुरक्षा बीमा कवर प्रदान कर रही है। जी0एस0टी0 देने वाले व्यापारियों को प्रदेश सरकार 10 लाख रुपये तक का सुरक्षा बीमा कवर भी प्रदान करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के अन्तर्गत 10 लाख युवाओं को उद्यम स्थापित करने हेतु प्रथम चरण में 05 लाख रुपये तथा दूसरे चरण में 10 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने जा रही है। इस योजना में महिलाओं, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लोगों के लिए उद्यम स्थापित करने हेतु अनेक प्रोत्साहन भी दिए जाएंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में शान्ति व सुरक्षा का वातावरण ही लोगों के वर्तमान व भविष्य को सुधारने वाला है। आज उत्तर प्रदेश दंगा मुक्त प्रदेश है। सुरक्षा की गारण्टी का परिणाम है कि आज प्रदेश में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इससे डेढ़ करोड़ युवा नौकरी व रोजगार से जुड़ेंगे। अब हमारे युवा अपने गांव, जनपद व प्रदेश में नौकरी प्राप्त कर अपनी ऊर्जा व प्रतिभा का लाभ प्रदेश व देश को दे रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विकास व रोजगारपरक योजनाओं के परिणाम हैं कि देश की छठी अर्थव्यवस्था वाला उत्तर प्रदेश आज नम्बर 02 की अर्थव्यवस्था वाला राज्य है। वर्ष 2029-2030 तक उत्तर प्रदेश देश की पहली अर्थव्यवस्था बनेगा, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए। नम्बर एक की अर्थव्यवस्था का मतलब हर हाथ को काम, हर खेत को पानी, हर बेटी की सुरक्षा व हर व्यापारी का सम्मान है। इस लक्ष्य के साथ प्रदेश सरकार निरन्तर आगे बढ़ रही है। यहां आयोजित यह कार्यक्रम इसी श्रृंखला का हिस्सा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश ने विगत साढ़े सात वर्षों में एक लम्बी दूरी तय की है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश का हर नागरिक अपने-अपने क्षेत्र में एक शिल्पी के रूप में उभर कर उत्तर प्रदेश को देश की नम्बर एक की अर्थव्यवस्था बनाने में अपना योगदान देगा। जनता-जनार्दन के चेहरे पर खुशहाली लाने, नौजवानों के लिए रोजगार सृजन करने तथा अपने हस्तशिल्पियों व कारीगरों के प्रोत्साहन के लिए हमें निरन्तर कार्य करने होंगे।

    कार्यक्रम को एम0एस0एम0ई0 मंत्री श्री राकेश सचान ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 श्री आलोक कुमार, आयुक्त एवं निदेशक उद्योग श्री के0 विजयेंद्र पांडियन सहित एम0एस0एम0ई0 विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि, उद्यमीगण, ओ0डी0ओ0पी0 योजना व विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लाभार्थी उपस्थित थे।

  • CM Dr. Yadav: अकादमी बनाकर मलखंब और जिम्नास्टिक को किया जाएगा प्रोत्साहित

    CM Dr. Yadav: अकादमी बनाकर मलखंब और जिम्नास्टिक को किया जाएगा प्रोत्साहित

    CM Dr. Yadav

    स्पोर्ट्स एडवेंचर के लिए साहसिक खेलों को करें शामिल
    प्रत्येक जिले में बनेगा हेलीपेड युक्त खेल स्टेडियम

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में मलखंब और जिम्नास्टिक को प्रोत्साहित करने के लिए उज्जैन में पृथक-पृथक अकादमी का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साहसिक खेल गतिविधियों को पर्यटन एवं वन के साथ जोड़कर स्पोर्ट्स एडवेंचर के रूप में मुख्य खेलों में शामिल करें। CM Dr. Yadav ने कहा कि विभिन्न जिलों से युवाओं का चयन कर साहसी खेल गतिविधियों का आयोजन किया जाएं। उन्होंने कहा कि महिला, किसान, युवा, गरीब को ध्यान में रखकर रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम संचालित किए जाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रत्येक जिले में खेल स्टेडियम का निर्माण इस प्रकार किया जाए कि प्रत्येक स्टेडियम में एक हेलीपेड भी हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रालय में बुधवार को खेल एवं युवक कल्याण की विभागीय गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव श्रीमती स्मिता भारद्वाज घाटे, प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी एवं संचालक श्री रवि कुमार गुप्ता भी उपस्थित थे।

    काठियावाड़ी घोड़े ज्यादा श्रेष्ठ

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि घुड़सवारी के खेल के लिए काठियावाड़ी घोड़ों का प्रदर्शन बहुत अच्छे स्तर का होता है। हम काठियावाड़ी घोड़ों को खेलों में शामिल करते हैं तो और भी बेहतर प्रदर्शन किया जा सकता है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री सारंग ने कहा कि घुड़सवारी एवं शूटिंग में मध्यप्रदेश की परफार्मेंस अच्छी है। यहाँ की खेल अकादमी श्रेष्ठ अकादमियों में से एक है। अकादमी में 32 घोड़े प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध हैं। घुड़सवारी भी एकमात्र ऐसा खेल है जिसमें महिला और पुरूष दोनों ही वर्ग के खिलाड़ी एक साथ भाग लेते हैं।

    खिलाड़ी बन सकेंगे राजपत्रित अधिकारी

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ओलम्पिक एवं एशियन गेम्स पदक विजेता खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी के पद पर नियुक्ति दिए जाने के प्रस्ताव को कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाये। उत्कृष्ट खिलाड़ियों को शैक्षणिक योग्यता के आधार पर उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, वन, आबकारी, परिवहन, पुलिस और अनुसूचित जनजाति विभागों में खेल कोटे से नौकरी दिए जाने के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अन्य राज्यों में खेल कोटे में नियुक्ति के लिए प्रचलित नियमों के साथ प्रस्ताव रखने के निर्देश दिए।

    खेलो-बढ़ो अभियान से जुड़ेंगे युवा

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि योजना में सिर्फ अधोसंरचना ही विकसित नहीं हो, उसके साथ खेल गतिविधियां भी प्राथमिकता से संचालित की जाएं। उन्होंने कहा कि इन खेलों से हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी के छात्र-छात्राओं को इस योजना से जोड़ा जाए। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों की खेल भावना को पहचानना और उसका विकास करना है। इससे खेलों के प्रति विद्यार्थियों की रूचि और उनकी भागीदारी भी बढ़ेगी। खेलो इंडिया की तर्ज पर, खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन किया जाएगा। इसमें सभी विकासखंड के 16 वर्ष से कम आयु के प्रतिभागी शामिल होंगे, जिसमें 24 खेल शामिल किए गए हैं।

    गरिमापूर्ण हो खेल समारोह

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खेल समारोह का आयोजन कैलेंडर बनाकर करें। इसे किसी दिन विशेष से जोड़कर शुरू किया जाए। राष्ट्रीय स्तर पर खेल मंथन शिविर के प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि एक दिन राज्य स्तर पर और एक दिन राष्ट्रीय स्तर पर मंथन के लिए रखें। खेल एवं दी जाने वाली सुविधाओं का समग्र प्लान बनाकर मंथन की तैयारी करें। उन्होंने निर्देशित किया कि ग्रामीण युवाओं से समन्वय कर जिलों और विकासखंड स्तर पर राष्ट्रीय पर्वों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।

    संचालक बनेंगे अब महानिदेशक खेल

    मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग द्वारा संचालक खेल के पद को महानिदेशक खेल के रूप में उन्नयन करने एवं विभागीय कैडर में संयुक्त संचालक का पद संचालक खेल के पद पर उन्नयन का प्रस्ताव समीक्षा बैठक में रखा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नियमानुसार प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

    source: http://www.mpinfo.org


Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home/jcaxzbah/hindinewslive.in/wp-includes/functions.php on line 5464