Tag: राजस्थान हिंदी न्यूज़
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आयुक्त Smt. Riar ने ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ की तैयारियों का किया व्यापक निरीक्षण
दिसंबर में आयोजित होने वाली राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट की तैयारियों की समीक्षा के लिए नगर निगम ग्रेटर आयुक्त, श्रीमती रुक्मणी रियार ने विस्तृत निरीक्षण किया। आयुक्त ने एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 से अपना दौरा प्रारंभ किया जिसके बाद सांगानेर एयरपोर्ट से बाईस गोदाम तक के मुख्य मार्गों का अवलोकन किया गया, जिसमें टर्मिनल 2 से पत्रिका गेट सर्कल, सांगानेर पुलिया, सांगानेर रोड, जेएलएन मार्ग, 22 गोदाम अंबेडकर सर्किल और टोंक रोड शामिल हैं।श्रीमती रियार ने शहर की साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समिट की तैयारियों में तेजी लाएं और सुनिश्चित करें कि सभी कार्य समय पर पूर्ण हों। उन्होंने निर्देश दिया कि सौंदर्य करण के लिए मुख्य मार्गों पर हैंगिंग प्लांट्स लगाए जाएं और सड़क किनारे के पौधों तथा पेड़ों की कटाई—छंटाई की जाए। दीवारों पर पेंटिंग, सार्वजनिक शौचालयों और लिटर बिन की सफाई, सड़क किनारे की सफाई और संकेत बोर्ड की मरम्मत सुनिश्चित करने के लिए भी कहा।फ्लाईओवर को अधिक आकर्षक बनाने हेतु चित्रकारी और लाईटिंग के भी निर्देश दिये। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करने को कहा, ताकि ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ की तैयारी में कोई कमी न रह जाए।निरीक्षण के दौरान शहर की सड़कों और सार्वजनिक स्थानों से निर्माण मलबे और अन्य अवशेषों को हटाने के लिए त्वरित कार्रवाई करने, अवैध एवं अस्थायी अतिक्रमणों को तुरंत हटाने, मुख्य मार्गों पर सभी स्ट्रीट लाइट्स को पूर्ण रूप से सुचारू करने के निर्देश दिये। साथ ही शहर में लगे अवैध होर्डिग को भी हटाने के निर्देश दिएउन्होंने अधिकारियों को अपने अमूल्य सुझाव देने के लिए प्रेरित किया ताकि सभी संभावित चुनौतियों का पूर्वानुमान किया जा सके। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट की सफलता संयुक्त प्रयासों पर निर्भर करेगी।उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल राजस्थान के निवेश संभावनाओं को प्रदर्शित करेगा, बल्कि जयपुर को एक वैश्विक शहर के रूप में प्रस्तुत करने का भी एक अवसर होगा।निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त आयुक्त, समस्त जोन उपायुक्त गण, समस्त अधिशासी अभियंता सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
शासन सचिव कृषि Shri Vishal एवं उद्यानिकी और आयुक्त कृषि ने बांसवाड़ा जिले में खेतों का किया निरीक्षण
Shri Vishal
शासन सचिव कृषि एवम् उद्यानिकी श्री राजन विशाल और आयुक्त कृषि सुश्री चिन्मयी गोपाल ने उद्यान विभाग द्वारा स्थापित पॉली हाउस व सोलर पंप का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कृषकों ने बताया कि पहले इस भूमि का उपयोग पशुओं के चारागाह के रूप में किया जाता था, जानकारी एवम प्रशिक्षण के बाद पॉली हाउस लगाया। पॉली हाऊस लगाने से खीरा, शिमला मिर्च, टमाटर आदि की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होने से आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा रहा है। जिससे कृषकों के आर्थिक और सामाजिक स्तर में सुधार हुआ है।शासन सचिव ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि अधिक से अधिक फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (FPO) का निर्माण कर किसानों को लाभ पहुंचाएं, ताकि उचित दर पर आदान उपलब्ध होने से उत्पादन में लागत कम होगी। इसके साथ ही विभागीय नर्सरी की स्थापना की जाकर सब्जियों, फलदार पौधों की पौध तैयार कर आपूर्ति करावे।शासन सचिव कृषि एवम् उद्यानिकी द्वारा कृषकों से विचार विमर्श कर कृषि व उद्यानिकी में आने वाली समस्याओं तथा समाधान के बारे में जानकारी ली गई। किसानों द्वारा पॉली हाउस, सोलर वाटर पंप, ग्रीन शेड नेट ,कोल्ड स्टोरेज, पैक हाऊस आदि के लक्ष्य बढ़ाने हेतु निवेदन किया गया। श्री राजन विशाल ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि कृषकों की समस्या को देखते हुए लक्ष्यों की मांग भिजवाने तथा कन्वर्जेंस से लाभान्वित करावे।विभागीय अधिकारियों द्वारा बताया कि किसान समूहों में उत्पादित उत्पाद को बड़े शहरों में ले जाकर अच्छी दर पर विक्रय करते है। निरीक्षण के दौरान कृषि विभाग द्वारा अनुदान लेकर तार बंदी की हुई मिली। किसानों ने बताया कि तारबंदी द्वारा जंगली जानवरों तथा पशुओं से होने वाले नुकसान का बचाव हो रहा है। खेत में धान, मक्का व सोयाबीन की फसल और सब्जियां लगाई हुई है, जिनकी सिंचाई सोलर पंप द्वारा की जा रही है।इस दौरान निरीक्षण में अतिरिक्त निदेशक कृषि (आदान) डॉ. सुवालाल जाट सहित बांसवाड़ा के विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
President Murmu : शिक्षा ही सशक्तिकरण का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है
President Murmu: मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर का 32 वां दीक्षान्त समारोह 85 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल, 68 को पीएचडी उपाधि
President Murmu: शिक्षित और सुसंस्कारित व्यक्ति अपने परिवार, समाज और देश की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू गुरूवार को उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षान्त समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन सिर्फ स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए ही नहीं बल्कि उनके शिक्षकों और अभिभावकों के लिए भी हर्ष और गर्व का है।विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में आयोजित समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने की। विशिष्ट अतिथि पंजाब के राज्यपाल व चण्डीगढ़ प्रशासक श्री गुलाबचंद कटारिया रहे। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा सम्माननीय अतिथि के रूप में मौजूद रहे।प्रारंभ में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.सुनीता मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इससे पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू के विश्वविद्यालय परिसर पहुंचने पर राज्यपाल श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़े, पंजाब के राज्यपाल व चण्डीगढ़ प्रशासक श्री गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा, विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव व रजिस्ट्रार वृद्धिचंद गर्ग ने किया।दीक्षान्त समारोह में राष्ट्रपति ने विभिन्न विषयों के 85 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल तथा 68 शोधार्थियों को विद्या वाचस्पति की उपाधि से नवाजा। दीक्षांत समारोह में कुल 85 विद्यार्थियों को 102 गोल्ड मेडल दिए गए। जिसमें 16 छात्र तथा 69 छात्राएं शामिल है। इन गोल्ड मेडल में 8 चांसलर मेडल भी शामिल है जिसमें दो छात्र व 6 छात्राएं हैं। प्रतिवर्ष दिए जाने वाले 9 स्पॉन्सर गोल्ड मेडल के क्रम में डॉ सीबी मामोरिया, प्रो विजय श्रीमाली, प्रो आरके श्रीवास्तव, विजय सिंह देवपुरा, पीसी रांका, प्रो ललित शंकर-पुष्पा देवी शर्मा स्मृति में गोल्ड मेडल दिए गए। इसके साथ ही कुल 68 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई, जिसमें 35 छात्राएं और 33 छात्र शामिल थे।समारोह में जिले के प्रभारी एवं राजस्व व उपनिवेशन मंत्री श्री हेमन्त मीणा, उदयपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ.मन्नालाल रावत व राज्यसभा सांसद श्री चुन्नीलाल गरासिया, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, समाजसेवी रविन्द्र श्रीमाली व चंद्रगुप्त सिंह चौहान, एमपीयूएटी के कुलपति श्री अजीत कुमार कर्नाटक, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोढाणी, राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति श्री एसएस सांरगदेवोत, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, महाविद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।उच्च आचरण व कर्म से देश का गौरव बढ़ाएं-
दीक्षान्त समारोह को संबोधित करते हुए महामहिम राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ चरित्र का भी विशेष महत्व है। उन्होंने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि चरित्र और विनम्रता के बिना मनुष्य हिंसक पशु के समान है। उन्होंने विद्यार्थियों को उच्चतम नैतिक मूल्यों का पालन करते हुए आगे बढ़ने और अपने उच्च आचरण व कर्म से देश को गौरवान्वित करने का आह्वान किया।सतत सीखने की प्रवृत्ति से ही शिक्षा की उपयोगिता-
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने कहा कि वर्तमान समय तेज गति से हो रहे बदलावों का है। ज्ञान और तकनीक में भी बदलाव हो रहे हैं। शिक्षा की उपयोगिता बनाए रखने के लिए जरूरी है कि सतत सीखने की प्रवृत्ति रखी जाए। विद्यार्थी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और सामाजिक उत्तरदायित्वों में समन्वय रखें। उन्होंने विद्यार्थियों से वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का भी आह्वान किया।भक्ति और शक्ति का संगम स्थल है मेवाड़-
राष्ट्रपति ने कहा कि मेवाड़ और उदयपुर की विभूतियों ने स्वाधीनता संग्राम और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह क्षेत्र सदियों से राष्ट्रीय अस्मिता के संघर्ष का साक्षी रहा है। राणा सांगा, महाराणा प्रताप, और भक्तिकाल की महान संत कवयित्री मीराबाई का यह क्षेत्र शक्ति और भक्ति के संगम का क्षेत्र कहा जा सकता है। यहाँ की जनजाति-बहुल आबादी ने इस क्षेत्र का ही नहीं पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। यहां के इतिहास का अध्ययन करना चाहिए। इससे भारत की गौरवशाली परंपराओं के बारे में जानकारी मिलेगी। उन्होंने स्वाधीनता संग्राम में उदयपुर प्रजामण्डल के योगदान को भी रेखाकिंत करते हुए माणिक्य लाल वर्मा, बलवंत सिंह मेहता और भूरेलाल बया और मोहनलाल सुखाड़िया आदि का भी स्मरण किया।बेटियां हर क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही-
दीक्षान्त समारोह में गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में बेटों की तुलना में बेटियों की अधिक संख्या की जानकारी मिलने पर राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां सभी क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही हैं। यह बहुत खुशी की बात है।प्राचीन भारत शिक्षा का मुख्य केंद्र रहा है— राज्यपाल
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने सभी पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों और शोधार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। श्री बागड़े ने कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति प्राचीन भारत की शिक्षापद्धति से प्रेरित है। इसमें विद्यार्थी को अपने विषय के अतिरिक्त भी अन्य जीवनोपयोगी विषयों के अध्ययन की सुविधा प्रदान की जा रही है। श्री बागड़े ने कहा कि प्राचीन भारत शिक्षा का मुख्य केंद्र रहा है। यहां नालन्दा जैसे विश्वविद्यालय थे, जहां देश-विदेश से छात्र अध्ययन के लिए आते थे। दशमलव और शून्य जैसी महत्वपूर्ण इकाइयां दुनिया को भारत की देन हैं। उन्होंने राजस्थान के विश्वविद्यालयों की युजीसी नेक रैकिंग पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में मानकों के अनुसार सुविधाओं के विस्तार पर काम किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि अगले 5 वर्षों के दरम्यान राजस्थान का कोई भी विश्वविद्यालय नेट रैकिंग से वंचित नहीं रहेगा। श्री बागड़े ने विद्यार्थियों को जल के समान शीतलता और विनम्रता धारण करने के लिए प्रेरित किया।दीक्षान्त समारोह से पहले राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के उदयपुर आगमन पर गुरुवार सुबह डबोक स्थित महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पर अगवानी की गई।राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू विशेष विमान से निर्धारित समय पर डबोक एयरपोर्ट पहुंचीं। यहां राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागड़े, पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाबचंद कटारिया, उप मुख्यमंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा, प्रभारी मंत्री श्री हेमन्त मीणा, उदयपुर सांसद डॉ.मन्नालाल रावत, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, पुलिस महानिरीक्षक राजेश मीणा, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल, पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल, जिला प्रमुख श्रीमती ममता कुंवर, महापौर गोविन्द सिंह टांक, समाजसेवी रविन्द्र श्रीमाली आदि ने अगवानी की और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
CM Sharma की केन्द्रीय मंत्रियों से भेंट, राजस्थान में विभिन्न क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं और विकास कार्यों की दी जानकारी
CM Sharma
CM Sharma ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों श्री जे.पी.नड्डा, श्री प्रहलाद जोशी और श्री सी.आर.पाटिल से मुलाकात कर प्रदेश में चल रही विभिन्न परियोजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी दी।
केन्द्रीय परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री से भेंट—
मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जे.पी.नड्डा से शिष्टाचार भेंट की।
इस अवसर पर श्री शर्मा ने दिसम्बर में जयपुर में होने वाले ‘राईजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट 2024’ की तैयारियों की जानकारी दी। इसके अतिरिक्त उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं एवं व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर सकारात्मक चर्चा कर उनसे मार्गदर्शन प्राप्त किया।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर.पाटिल से भेंट—
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर.पाटिल से भेंट कर उनको राजस्थान में जल जीवन मिशन तथा ‘पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना’ (ई.आर.सी.पी.) की वर्तमान प्रगति एवं क्रियान्वयन के विषय में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही प्रदेश से संबंधित अन्य विकास कार्यों को लेकर उनके साथ वार्ता की।
केन्द्रीय उपभोक्ता, खाद्य व सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री से भेंट—
मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने केन्द्रीय उपभोक्ता, खाद्य व सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी से भेंट कर उन्हें राजस्थान में उनकी सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों, जन कल्याणकारी योजनाओं, ऊर्जा क्षेत्र में नवाचारों एवं कृषि उत्पादन में वृद्धि की विस्तृत जानकारी दी।
इसके अतिरिक्त राज्य में खाद्य सुरक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण एवं नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भविष्य की योजनाओं पर सार्थक चर्चा की।
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CM Bhajanlal Sharma ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर पुष्पांजलि की अर्पित, गांधी जी तथा शास्त्री जी के सिद्धांतों ने देश को एक नई दिशा दी
CM Bhajanlal Sharma
CM Bhajanlal Sharma ने बुधवार को शासन सचिवालय पहुंचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का स्मरण करते हुए कहा कि इन दोनों महापुरूषों ने देश को एक नई दिशा देने का काम किया। गांधीजी के सत्य-अहिंसा के आदर्शों का अनुसरण करते हुए देश उनके पदचिन्हों पर चल रहा है। उनके सिद्धांतों तथा विचारों को पूरा विश्व मानता है। देश की आजादी से लेकर आज तक भी उनके सिद्धांत प्रासंगिक हैं। इस दौरान श्री शर्मा ने शासन सचिवालय में गांधी जी के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिये’, ‘रघुपति राघव राजा राम’ व ‘राम धुन’ का श्रवण भी किया।इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, पंचायती राज मंत्री श्री मदन दिलावर, जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत, नगरीय विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री झाबर सिंह खर्रा, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री श्री ओटाराम देवासी, उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री श्री के के विश्नोई, गृह राज्यमंत्री श्री जवाहर सिंह बेढ़म, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, सांसद श्रीमती मंजू शर्मा, विधायक श्री गोपाल शर्मा, जयपुर ग्रेटर नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर, मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।मुख्यमंत्री ने गांधी सर्किल पर की पुष्पांजलि अर्पित
इसके बाद मुख्यमंत्री ने जेएलएन मार्ग स्थित गांधी सर्किल पहुंचकर महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित की।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
राज्यपाल Mr. Bagade राष्ट्रपति के साथ मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुए
राज्यपाल Mr. Bagade ने कहा, विद्यार्थी अर्जित ज्ञान और शिक्षा का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करे
राज्यपाल एवं कुलाधिपति Mr. Bagade ने गुरुवार को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया की उपस्थिति में उदयपुर में आयोजित मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 32 वें दीक्षांत समारोह में भाग लेकर विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।श्री हरिभाऊ बागडे ने समारोह में पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए बधाई देते हुए कहा कि दीक्षांत विद्यार्थी जीवन का अनमोल पर्व है। विद्यार्थी विश्वविद्यालय में सीखे हुए ज्ञान का उपयोग राष्ट्र के विकास और समृद्धि में करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी ऐसा काम करें जिससे उनकी पहचान बन जाए, हर कदम ऐसा रखें कि निशान बन जाए और जिंदगी जीना हो तो ऐसी जिए की मिसाल बन जाए।श्री बागडे ने नई शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए कहा कि उसे अपने जीवन में लागू करे। विद्यार्थी का इससे चहुंमुखी विकास संभव है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के सभी विश्वविद्यालयों में नेक रैंकिंग हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।उन्होंने प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धति की चर्चा करते हुए कहा कि दशमलव् का आविष्कार भारत में भास्कराचार्य द्वारा हुआ। भारत ज्ञान का आरंभ से ही केंद्र रहा है।इससे पहले श्री बागडे ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के साथ विद्यार्थियों को प्रदत्त उपाधियां और पदक प्रदान करने में भी सहयोग किया।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
चिकित्सा मंत्री Shri Khinvsar ने की मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा
Shri Khinvsar: विभागीय कार्मिकों को हाई अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री Shri Khinvsar ने कहा कि विगत कुछ दिन से मौसमी बीमारियों के केस में वृद्धि को देखते हुए चिकित्सा विभाग हाई अलर्ट मोड पर रहते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करें। सभी अधिकारी एवं कार्मिक कार्य स्थल पर उपस्थित रहते हुए रोगियों को तत्काल जांच एवं उपचार सेवाएं उपलब्ध कराएं। मौसमी बीमारियों के प्रबंधन में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं हो।श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर सोमवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेशभर में मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार आगामी करीब एक माह मौसमी बीमारियों की दृष्टि से चुनौतीपूर्ण है, इसे ध्यान में रखते हुए मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के माकूल इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं।चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जिन जिलों में मौसमी बीमारियों के केस ज्यादा सामने आ रहे हैं, वहां विशेष सतर्कता बरती जाए। अधिकारी इन जिलों में लगातार निगरानी रखते हुए सघन रोकथाम गतिविधियां संचालित करवाएं। एंटीलार्वल, सोर्स रिडक्शन एवं फॉगिंग सहित अन्य गतिविधियां नियमित रूप से हों। इसके लिए नगरीय निकाय सहित संबंधित विभागों के साथ समुचित समन्वय स्थापित किया जाए।चिकित्सा मंत्री ने अस्पतालों में जांच किट्स एवं दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के केस ज्यादा हैं, वहां डेडीकेटेड ओपीडी संचालित करने के साथ ही रोगियों के लिए बेड की समुचित उपलब्धता रखी जाए। आवश्यकता अनुसार वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जाएं। किसी रोगी को उपचार में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।श्री खींवसर ने जिलावार मौसमी बीमारियों के केसों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि राज्य स्तर के साथ साथ संभाग एवं जिला स्तर पर नियमित मीटरिंग की जाए। अस्पतालों के औचक निरीक्षण किए जाएं।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने कहा कि सभी जिलों में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर आई ई सी गतिविधियां की जाएं। उन्होंने कहा कि आमतौर पर देखा जाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोगी घरेलू नुस्खे अपनाते हैं और स्थिति ज्यादा बिगड़ने पर अस्पताल पहुंचते हैं। इसके चलते कई बार रोगी का जीवन बचा पाना संभव नहीं हो पाता। ऐसी स्थिति से बचने के लिए आमजन को डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया आदि के लक्षण, जांच एवं उपचार के बारे में जानकारी दी जाए और समय पर उपचार के लिए प्रेरित किया जाए।बैठक में बताया गया कि प्रभावी प्रबंधन के कारण प्रदेश में अब तक मौसमी बीमारियों की स्थिति नियंत्रण में रही है। केस विगत वर्ष के मुकाबले कम होने के साथ ही मौसमी बीमारियों से मृत्यु के मामले नगण्य हैं। सभी जिलों में जांच एवं उपचार की समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।बैठक में चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री अम्बरीष कुमार, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त श्री इकबाल खान, अतिरिक्त निदेशक राजपत्रित डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण डॉ प्रवीण असवाल, मेडिकल कालेजों के प्रधानाचार्य, अधीक्षक, संयुक्त निदेशक जोन, सीएमएचओ, पीएमओ, बीसीएमओ, सीएचसी प्रभारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
संसदीय कार्य मंत्री Shri Jogaram Patel की अध्यक्षता में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित
Shri Jogaram Patel: बजट घोषणाओं के धरातल पर क्रियान्वयन के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है
संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल की अध्यक्षता में गुरुवार को जोधपुर में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में क्षेत्र की पेयजल समस्याओं और जलापूर्ति के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री ने जल संरक्षण एवं संग्रहण,जल प्रबंधन और ग्राम स्तर पर पेयजल की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में जनकल्याण एवं सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्प हैं। राज्य में भविष्य की पेयजल आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित किया जा रहा है।
श्री पटेल ने कहा राज्य बजट में पेयजल परियोजनाओं संबंधी घोषणाओं का धरातल पर क्रियान्वयन प्रारंभ कर दिया गया है। सभी परियोजनाओं का तय समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है।
श्री पटेल ने कहा हमारा उद्देश्य है कि विधानसभा क्षेत्र लूणी के हर गाँव और ढाणी तक समुचित जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए। बेहतर जल प्रबंधन कर आमजन के लिए जलापूर्ति का स्थाई रूप समाधान के लिए रोडमैप बनायें। उन्होंने कहा जल संसाधनों के संरक्षण और उनके उचित उपयोग के लिए विभाग को सामुदायिक सहयोग से कार्य करने की आवश्यकता है।
श्री पटेल ने लूणी क्षेत्र में पेयजल परियोजनाओं एवं जल जीवन मिशन के कार्यों को तय समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
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CM Shri Bhajanlal Sharma: 2 अक्टूबर से गांधी वाटिका का संचालन करेगा पर्यटन विभाग
महात्मा गांधी के विचारों के प्रोत्साहन हेतु CM Shri Bhajanlal Sharma का महत्वपूर्ण निर्णय, बेहतर प्रबंधन के लिए गठित होगी समिति , गांधी दर्शन से युवा पीढ़ी होगी रूबरू
CM Shri Bhajanlal Sharma ने महात्मा गांधी के मूल्यों, सिद्धांतों एवं संघर्ष को प्रदर्शित करने वाली सेंट्रल पार्क स्थित गांधी दर्शन म्यूजियम (गांधी वाटिका) के बेहतर संचालन के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर महात्मा गांधी जयंती (2 अक्टूबर) से पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा गांधी वाटिका का संचालन किया जाएगा। इस निर्णय के अंतर्गत पुरात्तव एवं संग्रहालय तथा पर्यटन विभाग के विशेषज्ञों की सेवाएं भी ली जा सकेगी, जिससे वाटिका का उत्कृष्ट प्रबंधन सुनिश्चित हो सकेगा। मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने गांधी वाटिका के बेहतर संचालन के उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक समिति के गठन करने के निर्देश भी दिए हैं। ये समिति नियमित रूप से वाटिका के संचालन के अतिरिक्त गांधीजी के मूल्यों के प्रचार-प्रसार पर सुझाव भी देगी।पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग के शासन सचिव श्री रवि जैन ने बताया कि विभाग द्वारा डिजिटल एवं नवीन तकनीक के माध्यम से महात्मा गांधी की जीवन यात्रा को प्रदर्शित किया जाएगा। म्यूजियम के एक हिस्से में अंग्रेजों के भारत आगमन से गांधीजी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास, दूसरे हिस्से में भारत में अंग्रेजों के खिलाफ किए गए आंदोलन एवं तीसरे हिस्से में गांधीजी के दर्शन साहित्य को प्रदर्शित किया गया है।उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी गांधीजी और उनके दर्शन से प्रेरणा ले सके, इसके लिए देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की यहां यात्रा भी करायी जाएगी। इसके लिए गांधी वाटिका म्यूजियम को पर्यटन विभाग की सूची में शामिल किया जाएगा। साथ ही, गांधीजी के दर्शन पर बनी विभिन्न फिल्मों के माध्यम से सत्य एवं अहिंसा के संदेशों को प्रसारित किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि वर्तमान में गांधी वाटिका का संचालन एवं रखरखाव जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है। प्राधिकरण ने 85 करोड़ रुपये की लागत से म्यूजियम का निर्माण किया है। इस वाटिका का निर्माण 3 तलों में किया गया है।source: http://dipr.rajasthan.gov.in