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  • CM Shri Bhajanlal Sharma: परिवर्तित बजट 2024-25 की घोषणाओं की समीक्षा बैठक

    CM Shri Bhajanlal Sharma: परिवर्तित बजट 2024-25 की घोषणाओं की समीक्षा बैठक

    CM Shri Bhajanlal Sharma: बजटीय घोषणाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन हो सुनिश्चित, अधिकारी समर्पण एवं निष्ठा भाव के साथ करें कार्य

    CM Shri Bhajanlal Sharma ने अधिकारियों को बजटीय घोषणाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी समर्पण-निष्ठा के साथ राज्य सरकार की घोषणाओं एवं लक्ष्यों को तय समय में पूरा करें।

    श्री शर्मा बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में परिवर्तित बजट वर्ष 2024-25 की घोषणाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुड गवर्नेंस का मॉडल स्थापित करके आमजन की सेवा करना राज्य सरकार का प्रमुख ध्येय है। बजटीय घोषणाओं के क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर कार्यवाही लंबित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घोषणाओं के क्रियान्वयन में आने वाली व्यावहारिक बाधाओं को चिन्हित कर उनका त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
    मुख्यमंत्री ने सरिस्का, रणथम्भौर एवं चंबल घड़ियाल अभ्यारण्य, कोटा का ईको सेंसेटिव जोन के रूप में चिन्हिकरण कर मास्टर प्लान बनाने, मेडिकल कॉलेजेज में हिन्दी माध्यम से शिक्षा प्रदान करने, ऊर्जा उत्पादन के लिए निजी क्षेत्र को अधिक प्रोत्साहन देते हुए कैप्टिव पावर उत्पादन की सीमा को 200 प्रतिशत करने, स्टेट कैरिज वाहनों के लिए उप नगरीय श्रेणी के 40 नए मार्ग बनाने आदि बजट घोषणाओं की समीक्षा कर उचित दिशा-निर्देश प्रदान किए। उन्होंने नगरीय विकास विभाग को जयपुर मैट्रो का विस्तार के लिए ज्वॉइंट वेंचर कंपनी पर शीघ्र कार्य करने के निर्देश दिए।

    खुले बोरवेल पर हो सख्त कार्रवाई

    मुख्यमंत्री ने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को प्रदेश में खुले बोरवेल रखने वाले व्यक्तियों एवं संस्थाओं के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खुले बोरवेल से जनहानि का खतरा रहता है। ऐसी कई घटनाएं प्रदेश के कई अंचलों में हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए विभागीय दल नियमित निरीक्षण करें और खुले बोरवेल रखने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। विभागीय शासन सचिव श्री समित शर्मा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि खुले बोरवेल पर निगरानी एवं कार्रवाई करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया जा रहा है।
    श्री शर्मा ने वित्त विभाग को स्मार्ट सिस्टम के अंतर्गत ऑटोमेटेड सर्विस डिलिवरी सुविधा शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस सिस्टम के माध्यम से आमजन को 25 सेवाएं 24 घण्टों की सीमा में उपलब्ध करवायी जाएगी। उन्होंने सफाई कर्मचारियों के लिए आरजीएचएस के अंतर्गत लंग्स, किडनी एवं स्किन आदि से संबंधित बीमारियों से संबंधित निःशुल्क विशेष पैकेज शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में औद्योगिक निवेश का अनुकूल माहौल बनाने के लिए कार्य कर रही है। ऊर्जा भण्डारण नीति-2024 एवं नई पर्यटन नीति के साथ-साथ बजट में भी अन्य कई महत्वपूर्ण नीतियों की घोषणा की गई है। 9 से 11 दिसम्बर तक जयपुर में आयोजित होने जा रही ‘राइजिंग राजस्थान’ समिट के परिप्रेक्ष्य में इन नीतियों को शीघ्र ही अंतिम रूप प्रदान किया जाए।
    बैठक में मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री शिखर अग्रवाल एवं प्रमुख शासन सचिव श्री आलोक गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव, शासन सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
  • Smt. Shreya Guha: समर्पित सड़क सुरक्षा कोष संचालन समिति की प्रथम बैठक

    Smt. Shreya Guha: समर्पित सड़क सुरक्षा कोष संचालन समिति की प्रथम बैठक

    Smt. Shreya Guha:  सड़क दुर्घटनाएं एवं उनसे कारित मृत्यु दर को कम करने के लिये समस्त हितधारक विभाग एकजुट होकर कार्य करें

     समर्पित सड़क सुरक्षा कोष संचालन समिति की प्रथम बैठक बुधवार को परिवहन भवन में अतिरिक्त मुख्य सचिव Smt. Shreya Guha की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
    बैठक में निर्देशित किया गया कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिये समस्त हितधारक विभाग साथ मिलकर समुचित कार्ययोजना के साथ काम करें तथा बजट घोषणाओं को मद्देनजर रखते हुए सड़क सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास सुनिश्चित किये जाएं। बैठक में विभिन्न हितधारक विभागों से प्राप्त महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर समिति द्वारा विचार-विमर्श कर अनुमोदन किया गया।
    बैठक में पुलिस विभाग से प्राप्त सर्वाधिक सड़क दुर्घटना वाले राजमार्गों पर सड़क दुर्घटनाएं कम करने की दृष्टि से 50 हाईवे पैट्रोलिंग वाहन, 50 इंटरसेप्टर्स  सहित चयनित 200 पुलिस थानों के कार्मिकों हेतु बेसिक लाइफ प्रशिक्षण, Post Accidents Victim Handling हेतु चयनित पुलिस थानों को आवश्यक बजट एवं पुलिसकर्मियों के क्षमता निर्माण के लिये नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रमों इत्यादि प्रस्तावों पर सहमति दी गई।
    इसी प्रकार आर.यू.एच.एस. आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, जयपुर में स्किल लैब की स्थापना, एनएचएआई एवं राज्य की एंबुलेंस सेवा (108) के एकीकरण एवं सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के समुचित उपचार हेतु एसएमएस अस्पताल, जयपुर एवं मथुरादास माथुर चिकित्सालय जोधपुर के लिये ट्रोमा संबंधी उपकरणों के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
    राज्य सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ, परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग द्वारा WHO  एवं AIIMS, New Delhi के सहयोग से राजकीय एवं निजी महाविद्यालयों के छात्रों के लिए बेसिक लाइफ प्रशिक्षण देने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया, ताकि अधिक से अधिक युवा संवेदनशील होकर सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की चिकित्सा सहायता कर सकें। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी राज्य सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ द्वारा WHO  एवं AIIMS, New Delhi के सहयोग से पॉयलेट प्रोजेक्ट के रूप में जयपुर के 5 कॉलेजों के 200  टीचर्स एवं 1500 स्टूडेंस को बेसिक लाइफ का प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जिससे प्रेरित होकर कनोडिया महिला पी.जी. महाविद्यालय, जेईसीआरसी एवं निर्वाण विश्वविद्यालय में बेसिक लाइफ प्रशिक्षण केन्द्र भी संचालित किया जा रहा है।
    आईडीटीआर रेलमगरा के उदयपुर-गोगुंदा पिंड़वाड़ा राजमार्ग को दुर्घटनारहित बनाने हेतु वृहद स्तर पर सड़क सुरक्षा गतिविधियों एवं प्रशिक्षण के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। इसके अतिरिक्त परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग के उड़नदस्तों के लिये  Body Worn Camera  एवं Vehicle Mounted Camera भी दिये जाने की सहमति दी गई।
    सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा प्रस्तुत ब्लैक स्पॉट दुरूस्तीकरण के प्रस्ताव को भी अनुमादित किया गया।
    अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सभी हितधारकों के अनुमोदित प्रस्तावों को शीघ्र ही अमलीजामा पहनाने पर जोर दिया।
    बैठक में परिवहन आयुक्त श्रीमती मनीषा अरोड़ा सहित राज्य सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ एवं संबंधित हितधारक विभागों के अधिकारी एवं प्रतिनिधि मौजूद रहे।
  • Shri Joraram Kumawat: पशु परिचरों की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी

    Shri Joraram Kumawat: पशु परिचरों की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी

    Shri Joraram Kumawat

     पशु परिचरों की भर्ती के लिए पशुपालन और गोपालन मंत्री Shri Joraram Kumawat ने पाठ्यक्रम को अपनी मंजूरी प्रदान कर भर्ती प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
    पशुपालन एवं गोपालन मंत्री श्री जोराराम कुमावत, ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज सहित पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक की। उन्होंने कहा कि लंबे समय से लंबित इस भर्ती प्रक्रिया के कारण पशुपालकों को परेशानी का सामना करना पड रहा है साथ ही पशु चिकित्सा उपकेंद्रों पर भी मानव श्रम की कमी से पशुओं की चिकित्सा में मुश्किल आती है। पशु परिचरों की भर्ती से पशुपालक लाभान्वित होंगे तथा क्षेत्रवासियों को सुविधा मिल सकेगी।
    उल्लेखनीय है कि पशु परिचर के लगभग 6000 पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब इसकी प्रवेश परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम निर्धारण होना था जिसे आज पशुपालन मंत्री ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी।
    बैठक में श्री विकास सीताराम भाले प्रमुख शासन सचिव, पशुपालन विभाग, डॉ भवानी सिंह राठौड़ निदेशक, पशुपालन विभाग, डॉ आनंद सेजरा मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड, श्रीमती शालिनी शर्मा निदेशक, गोपालन विभाग सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
  • Smt. Shubhra Singh: आयुष्मान आरोग्य मंदिर होंगे जनस्वास्थ्य की प्रमुख धुरी एसीएस

    Smt. Shubhra Singh: आयुष्मान आरोग्य मंदिर होंगे जनस्वास्थ्य की प्रमुख धुरी एसीएस

    Smt. Shubhra Singh: एनएचएम की चतुर्थ रीजनल कॉन्फ्रेंस , चिकित्सा आगामी 2 वर्ष में 1 लाख 73 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को उन्नत करने का लक्ष्य:

     चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव Smt. Shubhra Singh ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आयुष्मान भारत के संकल्प को साकार करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम किया जा रहा है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर इस दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि गांव-ढाणी तक प्राथमिक स्तर की स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने में आयुष्मान आरोग्य मंदिर जनस्वास्थ्य की प्रमुख धुरी के रूप में काम करेंगे।
    श्रीमती सिंह बुधवार को जोधपुर में आयोजित राष्टीय स्वास्थ्य मिशन की चतुर्थ रीजनल कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रही थीं। सात राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के लिए इस कॉन्फ्रेंस की मेजबानी एनएचएम राजस्थान कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह कॉन्फ्रेंस आयुष्मान आरोग्य मंदिर तक कॉम्प्रीहेंसिव प्राइमरी हेल्थ केयर, क्वालिटी एण्ड पेशेंट सेफ्टी, इण्डियन पब्लिक हैल्थ स्टैण्डर्ड, कम्यूनिटी प्रोसेसेज, मानव संसाधन, निःशुल्क दवा आपूर्ति एवं स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे का सुदृढ़ीकरण और उन्नयन करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
    अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कदम उठा रही है। इस वित्तीय वर्ष में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 8.26 प्रतिशत बजट आवंटन किया गया है, जो अब तक का सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि एनएचएम स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा एक महत्वाकांक्षी फ्लैगशिप कार्यकम है। इससे देशभर में निचले स्तर तक चिकित्सा तंत्र मजबूत हो रहा है। उन्होंने कहा कि आईएचएमएस एवं आभा आईडी जैसे तकनीकी कार्यक्रम स्वास्थ्य के क्षेत्र में गेम चेंजर साबित होंगे। श्रीमती सिंह ने एनएचएम की शुरूआत के समय के अपने अनुभवों को भी साझा किया।
    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम आराधना पटनायक ने कहा कि आगामी दो वर्षों में देशभर में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 1 लाख 73 हजार से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को क्रियाशील किया जाएगा। यहां 12 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। इसके लिए सीएचओ एवं अन्य स्वास्थ्य कार्मिकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। साथ ही, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत गांव-ढाणी तक चिकित्सा के आधारभूत ढांचे को चरणबद्ध रूप से सशक्त बनाया जा रहा है।
    अतिरिक्त सचिव ने कहा कि ग्रामीण स्तर तक आमजन को बेहतर सेवाएं देने के लिए हमें हैल्थ फैसेलिटी की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही, दवाओं के आपूर्ति तंत्र को भी और सुगम बनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर संपादित होने वाली गतिविधियों को और सरल करने के लिए विभिन्न पोर्टल्स को इंटीग्रेटेड रूप में संचालित किया जाएगा। उन्होंने राज्यों से अपेक्षा की कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों का निचले स्तर तक पूरा लाभ पहुंचाने के लिए हर स्तर पर नियमित रूप से समीक्षा की जाए।
    मिशन निदेशक, एनएचएम राजस्थान डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर भारत सरकार के संयुक्त सचिव नीति श्री सौरभ जैन, कार्यकारी निदेशक एनएचएसआरसी श्री अतुल कोटवाल, लक्षद्वीप के स्वास्थ्य सचिव श्री अवनीश कुमार सहित गोवा, झारखण्ड, कर्नाटक, लक्षद्वीप, राजस्थान, दादर नागर हवेली, दमन, उड़ीसा, पुदुचैरी एवं दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं विषय विशेषज्ञ उपस्थित थे।
    कार्यशाला के प्रथम दिन विभिन्न सत्रों में कॉम्प्रीहेंसिव प्राइमरी हेल्थ केयर थ्रू आयुष्मान आरोग्य मंदिर, नेशनल क्वालिटी एश्यारेंस स्टैण्डर्ड, इंटीग्रेशन ऑफ वेरियस पोर्टल्स, ह्यूमन रिसार्सेज फॉर हैल्थ, फ्री डग्स इनीशिएटिव, इन्फ्रास्ट्रक्चर रिफॉर्म सहित अन्य विषयों पर चर्चा की गई। दूसरे दिन गुरूवार को विभिन्न राज्यों से आए प्रतिभागी प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों का भ्रमण करेंगे।
  • Shri Gajendra Singh Khinvsar: चिकित्सा विभाग में मिशन मोड में भर्तियां— महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 3671 पदों के लिए अंतिम वरीयता सूची जारी

    Shri Gajendra Singh Khinvsar: चिकित्सा विभाग में मिशन मोड में भर्तियां— महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 3671 पदों के लिए अंतिम वरीयता सूची जारी

    Shri Gajendra Singh Khinvsar

    चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री Shri Gajendra Singh Khinvsar की पहल पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में भर्तियों के काम को मिशन मोड में अंजाम दिया जा रहा है। इसी कड़ी में चिकित्सा मंत्री की मंजूरी के बाद बुधवार को महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 3671 पदों पर अंतिम वरीयता सूची जारी की गई। इन महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का जल्द पदस्थापन होने से गांव-ढाणी तक स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती मिलेगी।

    चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर प्रदेश में भर्तियों का काम प्रतिबद्धता के साथ पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग में अधिकारियों एवं समस्त टीम के प्रयासों से मिशन मोड में भर्तियों की प्रक्रिया को गति मिली है। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों और उनके परिवारजन को भी बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

    अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान (शीफू) के माध्यम से 20 हजार से अधिक विभिन्न पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसी क्रम में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के 4847 पदों में से 3671 पदों के लिए अंतिम वरीयता सूची को चिकित्सा मंत्री ने मंजूरी दी है। उन्होंने बताया कि इस भर्ती को पूरा करने के लिए शीफू द्वारा अंतरिम वरीयता सूची पर प्राप्त परिवेदनाओं का निस्तारण किया गया एवं अन्य राज्यों से व्यावसायिक योग्यता अर्जित करने वाले चयनित अभ्यर्थियों की अंकतालिकाओं का विभिन्न राज्यों में टीमें भेजकर सत्यापन करवाया गया। इसी प्रकार अभ्यर्थियों के अनुभव प्रमाण पत्रों का पुनर्सत्यापन, आर.एन.सी. पंजीयन का प्रमाणन आदि प्रक्रियाओं को अपनाते हुए 3671 पदों हेतु यह अंतिम वरीयता सूची जारी की गई।

    शेष रहे 1176 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों, जिनका परिणाम अनुभव सत्यापन, अंकतालिकाओं के सत्यापन, खेल प्रमाण पत्रों के सत्यापन, मेडिकल बोर्ड से दिव्यांगजन प्रमाण पत्रों के सत्यापन का कार्य प्रक्रियाधीन होने के कारण रोका गया है। सत्यापन के बाद शीघ्र ही इन पदों का परिणाम भी जारी कर दिया जायेगा।

  • Rajasthan News: सिट्रीजीन पेरासीटामोल और फिनाइलफाइन दवा पर प्रतिबंध जिले के चिकित्सा संस्थानों में 10 से 25 हजार टेबलेट उपलब्ध

    Rajasthan News: सिट्रीजीन पेरासीटामोल और फिनाइलफाइन दवा पर प्रतिबंध जिले के चिकित्सा संस्थानों में 10 से 25 हजार टेबलेट उपलब्ध

     Rajasthan News:

    Rajasthan News: केन्द्र सरकार के आदेश के बाद राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड ने निःशुल्क दवा लिस्ट में 498 नंबर पर शामिल सर्दी, जुकाम के साथ बुखार में दी जाने वाली तीन दवाओं के कंबीनेशन सिट्रीजीन एचलीएस पेरासीटामोल, फिनाइलफाइन एचसीएल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया हैं। अब इस दवा का ना तो मानव उपयोग के लिए विनिर्माण किया जाएगा और ना ही इसका वितरण व विक्रय होगा।

    प्रदेश के सरकारी और निजी अस्पतालों, मेडिकल स्टोरों पर यह दवा 2 सितम्बर से पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गई हैं। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व प्रभारी अधिकारी जिला औषधि भण्डार डूंगरपुर के डॉ. विपिन मीणा ने बताया कि केन्द्र सरकार ने 156 प्रकार की कॉम्बीनेशन की दवाओं को प्रतिबंधित किया हैं। जिसमें से राजस्थान में निःशुल्क दवा योजना की लिस्ट में 498 नंबर की दवा सिट्रीजीन एचसीएल, पेरासिटामोल, फिनाइलफाइन एचसीएल टेबलेट (सेटीरिजन 5 एमजी, फिनाइलफाइन 10 एमजी एंड परोसिटामोल 325 एमजी टेबलेट) को आवश्यक दवा सूची से हटा दी हैं। कारण ये है कि ये तीन दवाओं को मिलाकर बनाई गई थी। जिसमें सर्दी जुकाम के साथ बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत होने पर मरीज को देते हैं। लेकिन कई बार ऐसा भी होता था कि मरीज को सिर्फ सर्दी जुकाम हैं, बुखार नहीं आ रहा या फिर उसे शरीर में दर्द की शिकायत भी नहीं होती हैं तो ऐसे में मरीज के पेट में ना चाहते हुए भी तीनों दवाओं का कंबीनेशन जा रहा था।

    ये तीनों दवाएं निःशुल्क दवा की सूची में अलग से भी मौजूद हैं। यही कारण है तीनों दवाओं के कॉम्बीनेशन को प्रतिबंधित कर दिया हैं। जिले में वर्तमान स्थिति में दवा 8 लाख के लगभग संस्थाओं एवं औषधि भण्डार में उपलब्ध हैं, जिसे आवश्यक दिशा-निर्देश मुख्यालय से प्राप्त कर निस्तारित किया जाएगा। इससे पूर्व समस्त संस्थाओं सिट्रीजीन, एचसीएल, पेरासीटामोल, फिनाइलफाइन एचसीएल (कोड 498) रोगी वितरण से प्रतिबंधित कर सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए हैं।

    source: http://dipr.rajasthan.gov.in

  • CM Shri Bhajanlal Sharma की शिक्षक दिवस पर शुभकामनाएं

    CM Shri Bhajanlal Sharma की शिक्षक दिवस पर शुभकामनाएं

      CM Shri Bhajanlal Sharma ने शिक्षक, दिवस (5 सितम्बर) के अवसर पर प्रदेश के सभी शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

      CM Shri Bhajanlal Sharma ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थी के जीवन में ज्ञान का प्रकाश फैलाकर उन्हें अपने उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करने के लिए प्रेरित करते हैं। शिक्षक वह प्रकाश पुंज है जिससे पूरा देश और समाज आलोकित होता है। उन्होंने कहा कि समाज में अच्छे नागरिक तैयार करने का महत्वपूर्ण कार्य शिक्षक ही करते हैं।
    मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर युवाओं का आह्वान किया कि वे अपने गुरुजनों के प्रति श्रद्धा एवं सम्मान की महान भारतीय परंपरा को और अधिक मजबूत बनाएं।
  • Shri Vasudev Devnani: शिक्षक दिवस पर विधान सभा अध्यक्ष श्री देवनानी की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं

    Shri Vasudev Devnani: शिक्षक दिवस पर विधान सभा अध्यक्ष श्री देवनानी की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं

    Shri Vasudev Devnani: राष्ट्र के भविष्य के पथ प्रदर्शक बने शिक्षक —युवा पीढी को तनाव मुक्त, नशा मुक्त, नारी सम्मान के संस्कारों के साथ आदर्श जीवन जीने की राह दिखाना आवश्यक

      राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष Shri Vasudev Devnani ने शिक्षक दिवस (5 सितम्बर) के अवसर  पर  प्रदेश के शिक्षकों का आह्वान किया है कि वे तनाव मुक्त, नशा मुक्त और नारी के प्रति सम्मान के संस्कारों को सिखाने के साथ युवा पीढी को आदर्श जीवन जीने की राह दिखाने वाले पथ प्रदर्शक बनें। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में युवाओं में श्रेष्ठ नागरिक के गुणों के भाव बचपन से ही पैदा करने होंगे, ताकि युवा पीढी अच्छे-बुरे और सही-गलत का अर्थ समझ सके और राष्ट्र निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी के लिए तैयार हो सके।

    स्पीकर श्री देवनानी ने शिक्षक दिवस पर प्रदेश के शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि शिक्षा मानव जीवन के लिए आवश्यक है और विकास का मूल आधार भी शिक्षा है। ऐसी स्थिति में शिक्षकों का दायित्व राष्ट्र के प्रति और अधिक बढ जाता है। उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर मनाये जाने वाला शिक्षक दिवस शिक्षक, वि‌द्यार्थियों और सम्पूर्ण समाज के लिए महत्वपूर्ण है। यह दिवस प्रत्येक व्यक्ति द्वारा शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करने का भी दिवस है।

    श्री देवनानी ने शिक्षकों से अनुरोध किया कि वे देश के भविष्य युवा पीढी के व्यक्तित्व और चरित्र का निर्माण कर उनके पथ प्रदर्शक बने। विद्यार्थियों के उचित मार्ग दर्शन से ही उनका भविष्य उज्ज्वल बनाया जा सकता है। भारतीय संस्कृति में शिक्षक और शिक्षक दिवस का विशेष महत्व है। हमारी संस्कृति में गुरुजन को हमेशा से भगवान और माता-पिता के तुल्य स्थान दिया जाता है। भारत की प्रगति में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिये युवाओं में राष्ट्र प्रथम की भावना का विकास करना होगा। उनमें नैतिकता और संस्कारों का भी समावेश करना होगा।

    श्री देवनानी ने कहा कि समाज के बदलते परिवेश में शिक्षक और विद्यार्थी का संवाद बढाना होगा। इससे दोनों के मध्य आपसी विश्वास बढ़ सकेगा। वि‌द्यार्थियों में अनुशासन और सामजिक जिम्मेदारियों का भी विकास होना आवश्यक है। शिक्षकों को मन की बात बोलने का मौका युवा पीढी को देना होगा और शिक्षकों को युवा की बात धैर्य से सुनकर उन्हें सही-गलत का आंकलन भी सिखाना होगा।

    sourse:http://dipr.rajasthan.gov.in

     

  • Shri Lokesh Kumar Meena: हर घर तक जल पहुंचाने का लक्ष्य जल्द से जल्द हो हासिल

    Shri Lokesh Kumar Meena: हर घर तक जल पहुंचाने का लक्ष्य जल्द से जल्द हो हासिल

    Shri Lokesh Kumar Meena

     अतिरिक्त जिला कलक्टर (चतुर्थ) Shri Lokesh Kumar Meena मीणा की अध्यक्षता में जयपुर के कलक्ट्रेट में मंगलवार को आयोजित जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक में जिले में जल जीवन मिशन के अंतर्गत स्वीकृत योजनाओं की तकनीकी स्वीकृतियों एवं कार्य की वर्तमान प्रगति, हर घर नल से जल कनेक्शन की वस्तुस्थिति सहित अन्य अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई।
    श्री लोकेश मीणा ने कहा कि जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग और डिस्कॉम के अधिकारी आपसी सहयोग एवं समन्वय से कार्य करते हुए ज्यादा से ज्यादा कनेक्शन करें ताकि योजना के तहत जिले को मिले लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल किया जाना सुनिश्चित किया जा सके।
    जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता एवं जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के सदस्य सचिव श्री अनिल कुमार शर्मा ने जानकारी दी कि जिले में अभी तक जल जीवन मिशन के तहत 60.01 फीसदी कवरेज हासिल किया जा चुका है जबकि प्रदेश का कुल औसत 52.79 प्रतिशत है।
    उन्होंने बताया कि जयपुर जिले के कुल 4 लाख 41 हजार 680 परिवारों में से कुल 2 लाख 63 हजार 287 परिवारों को क्रियाशील कनेक्शन का लाभ दिया जा चुका है। शेष 1 लाख 19 हजार 976 परिवारों को मार्च, 2025 तक चरणबद्ध तरीके से हर घर नल कनेक्शन प्रदान किया जाना प्रस्तावित है।
    बैठक में श्री लोकेश मीणा ने अधिकारियों को जल जीवन मिशन के तहत आवंटित लक्ष्यों को जल्द से जल्द हासिल करने के निर्देश दिये। बैठक में स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्रों, पंचायत तथा स्वास्थ्य केन्द्रों को नल कनेक्शन जारी करने, जिले में गठित ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के बैंक खाते खुलवाने, अटल भू-जल योजना की कार्य प्रगति एवं जल जीवन मिशन की प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, जयपुर विद्युत वितरण निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
  • Deputy CM Diya Kumari: पर्यटन यूनिट को मिले सिंगल विंडो क्लीयरेंस, होमस्टे को दे बढ़ावा

    Deputy CM Diya Kumari: पर्यटन यूनिट को मिले सिंगल विंडो क्लीयरेंस, होमस्टे को दे बढ़ावा

    Deputy CM Diya Kumari

    Deputy CM Diya Kumari की अध्यक्षता में मंगलवार को पर्यटन भवन में राजस्थान पर्यटन यूनिट नीति के फ्रेम वर्क के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में दिया कुमारी ने कहा कि राजस्थान में अधिक से अधिक पर्यटक आएं, इस दिशा में गहनता से काम किये जा रहें हैं। उन्होंने राज्य सरकार की बजट घोषणा का उचित क्रियान्वयन कर जनहित में विकास कार्य करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।

    उपमुख्यमंत्री ने राज्य में पर्यटन इकाई शुरू करने के लिए संबंधित सभी विभागों से एक साथ सिंगल विंडो क्लियरेन्स अथवा लाइसेंस मिल सके इसके लिए निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं द्वारा संचालित होमस्टे को इन्सेटीवाइज किये जाने के निर्देश दिए।

    उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी को प्रमुख शासन सचिव पर्यटन, कला एवं संस्कृति तथा पुरातत्व श्रीमती गायत्री राठौड़, पर्यटन विभाग की निदेशक डॉ. रश्मि शर्मा, आरटीडीसी प्रबंध निदेशक श्रीमती अनुपमा जोरवाल की उपस्थिति में मंगलवार को पर्यटन भवन में राजस्थान पर्यटन यूनिट नीति के सम्बन्ध में एजेंसी की ओर से प्रस्तुतिकरण दिया गया।

    दिया कुमारी ने राज्य में कौशल विकास के पूर्व स्थापित इंस्टिट्यूट को प्रशिक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा अवसर दिये जाने के निर्देश दिए।

    source: http://dipr.rajasthan.gov.in

     


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