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  • CM Bhajan Lal Sharma: नई खनिज नीति निवेशोंन्मुखी प्रक्रिया को किया जा रहा है आसान

    CM Bhajan Lal Sharma: नई खनिज नीति निवेशोंन्मुखी प्रक्रिया को किया जा रहा है आसान

    CM Bhajan Lal Sharma: माइंस एवं पेट्रोलियम सेक्टर के राइजिंग राजस्थान प्री समिट में 63 हजार 463 करोड़ रुपये के एमओयू का आदान प्रदान, नया विकसित राजस्थान बनाने में माइनिंग सेक्टर की प्रमुख भूमिकाएं, देशी

    • विदेशी निवेशकों का निवेश के लिए आगे आने का आह्वान
    • माइनिंग एवं पेट्रोलियम सेक्टर में अब एक लाख 41 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षरित

    CM Bhajan Lal Sharma के सानिध्य में माइंस एवं पेट्रोलियम विभाग के राइजिंग राजस्थान प्री समिट में शुक्रवार को 63 हजार 463 करोड रुपये के एमओयू हस्ताक्षरित और आदान प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की उपस्थिति में आयोजित एमओयू समारोह में राज्य सरकार की ओर से प्रमुख शासन सचिव माइंस श्री टी. रविकान्त व निदेशक माइंस श्री भगवती प्रसाद कलाल और एमओयू करने वाली संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधियों के बीच करार पत्रों का आदान प्रदान हुआ।

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने निवेशकों से आगामी 9,10,11 दिसंबर को आयोजित राइजिंग राजस्थान समिट में अधिक से अधिक निवेश प्रस्ताव के साथ आगे आने का आह्वान करते हुए प्रदेश के विकास यात्रा में भागीदार बनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिक निवेश के अनुकूल वातावरण बनाया गया है इससे प्रदेश की प्रगति, आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर विकसित होंगे।

    श्री शर्मा ने जापान और कोरिया यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि जापान के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे राजस्थान में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं इसी तरह से कोरिया की कोरियन स्टोन कंपनी सहित कंपनियों ने भी राजस्थान में निवेश में रुचि दिखाई है। मेरा आग्रह है कि राजस्थान में काम कर रही देशी विदेशी कंपनियां अपने मुनाफे को प्रदेश में ही औद्योगिक विकास के लिए निवेश करें ताकि प्रदेश में निवेश और रोजगार के नए अवसर विकसित हो सके।

    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य में सोना, चांदी, लेड, जिंक, मार्बल, ग्रेनाइट सहित विभिन्न खनिजों के विपुल भण्डार है। सीकर के रोहिल में यूरेनियम के खनन हेतु यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ इण्डिया को एलओआई जारी किया गया है वहीं बाड़मेर, जालौर, नागौर आदि में दुर्लभतम खनिज रेयर अर्थ एलिमेंट के भण्डार मिले हैं। हमारी सरकार आरईई को बढ़ावा देने के लिए सेंटर फॉर एक्सिलेंस स्थापित करने जा रही है। पिछले सात माह में ही 32 मेजर खनिज ब्लॉकों की नीलामी कर हम देश में प्रथम आ गए हैं। उन्होंने कहा कि नई खनिज नीति में खनिजों के खोज कार्य में तेजी लाने, खनिज रियायतों का समय पर आवंटन, खनन क्षेत्रों के विकास, खनिज बजरी व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने, प्रक्रिया को आसान व पारदर्शी बनाने, खनन क्षेत्र में नवीनतम तकनीक का उपयोग सहित प्रदेश में खनिज क्षेत्र में औद्योगिक निवेशए रोजगार और राजस्व बढ़ाने पर जोर रहा है।

    श्री शर्मा ने कहा कि राज्य की नई एम.सेण्ड नीति में प्रदेश में एम.सेण्ड इकाइयों के संचालन में आसानी एवं उत्पादन की दृष्टि से निवेशकों के अनुकूल बनाने के साथ ही निवेशकों को रिप्स के माध्यम से सहायता और आमनागरिकों को बजरी के विकल्प के रुप में एम.सेण्ड की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल है। श्री शर्मा ने कहा कि राज्य में देश के कुल उत्पादन का लगभग 15 प्रतिशत क्रूड ऑयल और प्रतिदिन 3.3 मिलियन घनमीटर प्राकृतिक गैस का उत्पादन हो रहा है।

    मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि नया विकसित राजस्थान बनाने में माइनिंग सेक्टर की प्रमुख भूमिका है। राज्य में संपर्क सड़कों के तेजी से विकास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली मुंबई इण्डस्ट्रियल कोरिडोर क्षेत्र में स्टोन पार्क विकसित करने की संभावनाओं को तलाशा जाएगा ताकि प्रदेश के स्टोन्स को एक ही स्थान पर प्रदर्शित कर देश दुनिया के सामने रखा जा सके।

    मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने राजस्थान की विपुल खनिज संपदा की चर्चा करते हुए  कहा कि रोडमैप बनाकर आगे बढ़ा जा रहा है। उन्होंने रिफाइनरी की प्रगतिए राजस्थान के खनिजों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली।

    प्रमुख सचिव माइंस श्री टी रविकान्त ने स्वागत करते हुए बताया कि प्रदेश के इतिहास में पहला अवसर है जब माइनिंग सेक्टर में निवेशकों ने आगे बढ़कर रुचि दिखाई है। उन्होंने बताया कि आज सहित माइनिंग व पेट्रोलियम सेक्टर में एक लाख 41 हजार 184 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षरित हो चुके हैं। आज 63 हजार 463 करोड़ के एमओयू संपन्न हुए हैं वहीं इससे पहले 77 हजार 721 करोड़ रुपये के एमओयू संपन्न हो चुके हैं।

    श्री टी. रविकान्त ने बताया कि आज के प्री समिट की एक खास बात यह है कि प्रदेश में आरईई आदि दुर्लभतम खनिज के क्षेत्र में शोध अनुसंधानए कौशल विकास आदि के लिए आईआईटी मद्रास और कोल गैसिफिकेशन के लिए इंडियन ऑयल के साथ एमओयू किया गया है। इससे प्रदेश में खोज, खनन, रोजगार, राजस्व आदि की नई संभावनाएं विकसित होंगी।

    आंरभ में मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने रिफाइनरी, पेट्रोलियम, राजस्थान स्टेट गैस, आरएसएमएम और खान विभाग की प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलन किया गया। समारोह में मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने मिनरल मार्वल्स ऑफ राजस्थानःबिल्डिंग इंडियाज आइकोनिक मोन्यूमेंटस एवं टाइमलैस ट्रेसरेस द जियो हेरिटेज ऑफ राजस्थान कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया।

    निदेशक माइंस श्री भगवती प्रसाद कलाल ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर देश प्रदेश के खनिज क्षेत्र के विशेषज्ञ, खनिज लीजधारक और खनिज क्षेत्र से जुड़े प्रतिभागी उपस्थित थे।

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  • CM Bhajanlal Sharma का व्यापारियों एवं उद्यमियों के साथ संवाद, राइजिंग राजस्थान समिट के ब्रांड एम्बेसडर हैं

    CM Bhajanlal Sharma का व्यापारियों एवं उद्यमियों के साथ संवाद, राइजिंग राजस्थान समिट के ब्रांड एम्बेसडर हैं

    CM Bhajanlal Sharma: स्थानीय उद्यमी, प्रवासी राजस्थानियों से संपर्क कर लाए निवेश

    CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि स्थानीय उद्यमी एवं व्यापारी राइजिंग राजस्थान के ब्रांड एम्बेसडर हैं। वे देश के कई राज्यों में कार्यरत प्रवासी राजस्थानी उद्योगपतियों से संपर्क कर उन्हें प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करें, ताकि वे अपना औद्योगिक कौशल अपनी मातृभूमि पर दिखा सके।
    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर जयपुर में 9 से 11 दिसंबर तक आयोजित होने वाली ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ के संबंध में स्थानीय औद्योगिक एवं व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्थानीय उद्यमी एवं उनके संगठनों का व्यापक नेटवर्क आगामी राइजिंग राजस्थान समिट की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस नेटवर्क का उपयोग करते हुए ये संगठन अपनी शाखाओं के माध्यम से आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, आसाम, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, झारखंड एवं बिहार में प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन का आयोजन करें और उन्हें निवेश करने के लिए आकर्षित करें।

    वोकल फॉर लोकल पर विशेष फोकस

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार वोकल फोर लोकल पर विशेष रूप से ध्यान देने के साथ ही ‘एक जिला, एक उत्पाद नीति’ भी लागू करने जा रही है। इससे स्थानीय उद्यमियों की आर्थिक प्रगति होगी और रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम (रिप्स) 2024 के अंतर्गत स्टैंडर्ड सर्विसेज पैकेज के तहत इन्सेंटिव्स के लिए निवेश की न्यूनतम सीमा 50 करोड़ रुपये से घटाकर 25 करोड़ रुपये कर दी है। साथ ही, राज्य सरकार उद्योग नीति, स्टार्टअप नीति, ग्रीन हाइड्रोजन नीति, निर्यात प्रोत्साहन नीति, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग नीति पर कार्य कर रही है, जिनमें निवेश को सुगम एवं सुलभ बनाने के प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राइजिंग राजस्थान समिट के क्रम में अब तक 18 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं, जिन्हें राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ धरातल पर उतारेगी।

    उद्योगों को मिलेगी पर्याप्त बिजली-पानी

    श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने विगत 10 महीने के कार्यकाल में एक रोडमैप के तहत बिजली एवं पानी के क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया है। राज्य सरकार ने बिजली के क्षेत्र में 2 लाख 24 हजार करोड़ रुपये के एमओयू किए गए हैं, जिससे हम प्रदेश को 2027 तक ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर बना सकेंगे। राजस्थान बिजली खरीदेगा नहीं, बल्कि बेचेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल-ईआरसीपी लिंक परियोजना एवं यमुना जल समझौता कर हमने प्रदेश में पानी की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। बिजली और पानी की उपलब्धता हमारी सरकार की प्रमुख प्राथमिकताएं हैं, इसी से प्रदेश औद्योगिक विकास के पथ पर निरंतर गतिमान होगा।

    राइजिंग राजस्थान के लिए व्यापारिक संगठन करेंगे सक्रिय रूप से कार्य- उद्यमी

    बैठक में उद्योगपतियों एवं व्यापारियों ने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट को सफल बनाने के लिए स्थानीय व्यापारिक संगठन राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेंगे। प्रदेश में निवेश लाने के लिए व्यापारिक संगठनों की देशभर में फैली शाखाएं सक्रिय रूप से कार्य करेगी। उन्होंने पर्यटन, कृषि, शिक्षा, खनन, आवासन, हस्तशिल्प, मार्बल, अक्षय ऊर्जा, टैक्सटाइल्स, इलेक्ट्रोनिक, जेम्स एंड ज्वैलरी सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश से संबंधित पर अपने सुझाव भी मुख्यमंत्री को प्रस्तुत किए। क्रेडाई के चेयरमैन श्री गोपाल गुप्ता एवं संरक्षक श्री अनुराग शर्मा, जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष श्री सुभाष गोयल, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष श्री घनश्याम ओझा, फोर्टी के कार्यकारी निदेशक श्री अरूण अग्रवाल, जीनस पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर के चेयरमैन श्री आई सी अग्रवाल, प्रबंध निदेशक आरएमसी जेम्स श्री निर्मल बरड़िया, जयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष श्री श्याम अग्रवाल सहित प्रमुख उद्योगपति बैठक में उपस्थित थे।
    इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री शिखर अग्रवाल, प्रमुख सचिव उद्योग श्री अजिताभ शर्मा, प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) श्री आलोक गुप्ता, आयुक्त उद्योग एवं वाणिज्य श्री रोहित गुप्ता, रीको प्रबंध निदेशक श्री इंद्रजीत सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
  • CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान की विकास यात्रा में जयपुर एयरपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका, राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को कर रही सुदृढ़

    CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान की विकास यात्रा में जयपुर एयरपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका, राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को कर रही सुदृढ़

    CM Bhajanlal Sharma: लगभग 11 वर्षों के बाद जयपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 यात्रियों के लिए पुनः शुरू

    CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि राजस्थान की विकास यात्रा में जयपुर इन्टरनेशनल एयरपोर्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल-1 का लोकार्पण हमारे प्रदेश के विकास और उन्नति का प्रतीक है। श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान का यह पहला अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल आधुनिक सुविधाओं के साथ यात्रियों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाएगा और राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभाएगा।

    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को जयपुर इन्टरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 का फीता काटकर लोकार्पण किया। इस टर्मिनल को आधुनिक रूप देकर लगभग 11 वर्षों के बाद यात्रियों के लिए पुनः शुरू किया गया है।

    इस अवसर पर श्री शर्मा ने कहा कि जयपुर हवाई अड्डे की मौजूदा यात्री क्षमता लगभग 65 लाख है जो आने वाले समय में बढ़कर 3 करोड़ 80 लाख हो जाएगी। इससे प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हेरिटेज लुक वाला टर्मिनल-1 जयपुर आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को प्रदेश की सुंदर संस्कृति और परंपरा की झलक दिखाएगा। श्री शर्मा ने कहा कि 9 से 11 दिसम्बर को होने वाले राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में पूरी दुनिया से मेहमान जयपुर आएंगे तो इस सुंदर टर्मिनल का अनुभव लेंगे। श्री शर्मा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट की अंतरराष्ट्रीय मीट के दौरान उन्होंने संबंधित देशों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे अपने एअरलांइस की जयपुर से डायरेक्ट फ्लाइट की व्यवस्था करें।

    टर्मिनल-1 पर विकास और विरासत का संगम

    आधुनिक और हेरिटेज स्वरूप वाला टर्मिनल-1 विकास और विरासत का संगम है। यहां प्रस्थान क्षेत्र में 10 तथा आगमन क्षेत्र में 14 इमिग्रेशन काउंटर स्थापित किए गए हैं। साथ ही 10 चेक-इन काउंटर भी होंगे। इसके अलावा ड्यूटी फ्री आउटलेट्स, मेडिकल रूम, 24 घण्टे एंबुलेंस सेवा तथा लाउंज जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी।

    राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को कर रही सुदृढ़

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। हमारा यह प्रयास है कि सड़क और रेल मार्ग की ही भांति हवाई मार्ग से भी प्रदेश के हरेक हिस्से तक आसान पहुंच सुनिश्चित हो सके। इसके लिए प्रदेश के सभी सीमावर्ती जिलों के साथ ही समस्त जिला मुख्यालयों व अन्य प्रमुख स्थानों पर एअर ट्रेवल को सुगम करने के लिए हेलीपेड्स का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में राज्य सरकार को केन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है।

    श्री शर्मा ने कहा कि पायलटों की कमी दूर करने के लिए राज्य सरकार ने किशनगढ़ में फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) शुरू किया है और हमीरगढ़-भीलवाड़ा में एफटीओ की प्रक्रिया चल रही है। इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए पायलट उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि एविएशन फ्यूल पर लगने वाले टैक्स में भी उल्लेखनीय कमी की गई है, जिससे हमारे यहां फ्यूल भरवाने वाले विमानों की संख्या बढ़ी है और दिल्ली से नजदीक होने का भी लाभ मिलना शुरू हुआ है। श्री शर्मा ने कहा कि राज्य में एयरक्राफ्ट रिपेयर हेतु एमआरओ स्थापित करने के लिए कई एयर स्ट्रिप भी उपलब्ध हैं।

    प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत ने सिविल एविएशन में बनाए नए कीर्तिमान

    मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में भारत ने सिविल एविएशन के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। केंद्र सरकार के प्रयासों से आज भारत तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है और दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। उन्होंने कहा कि देश के मध्यम वर्ग के लिए अब हवाई जहाज का सफर आम बात हो गया है। प्रधानमंत्री जी ने 2016 में उड़ान यानी ‘उड़े देश का आम नागरिक’ योजना शुरू की थी, जिसका लाभ अब तक करीब डेढ़ करोड़ घरेलू यात्री ले चुके हैं।

    श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार निवेश और विकास की जो पहल कर रही है वे विकसित राजस्थान की राह में मील का पत्थर बनेंगी और हम जल्द ही विकसित देश और प्रदेश के वासी होंगे।

    इस अवसर पर जयपुर सांसद श्रीमती मंजू शर्मा, श्री जीत अडाणी डायरेक्टर एयरपोर्टस अडाणी ग्रुप, श्री अरूण बंसल सीईओ अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड सहित जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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  • CM Sharma: मुख्यमंत्री निवास पर सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम अहिंसा और क्षमा विश्वशांति की ओर ले जाने वाली अहम कड़ी, भारतीय संस्कृति और विचार वर्तमान समय में भी प्रासंगिक

    CM Sharma: मुख्यमंत्री निवास पर सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम अहिंसा और क्षमा विश्वशांति की ओर ले जाने वाली अहम कड़ी, भारतीय संस्कृति और विचार वर्तमान समय में भी प्रासंगिक

    CM Sharma: मुनि-आचार्यों ने मुख्यमंत्री की पहल को बताया सराहनीय, खुशहाली और समृद्धि का दिया आर्शीवचन

    CM Sharma ने कहा कि भगवान ऋषभदेव से लेकर भगवान महावीर तक सभी जैन तीर्थंकरों ने सदैव अहिंसा और क्षमा का सन्देश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के सभी धर्मों में अहिंसा एवं क्षमा को विशेष महत्व दिया गया है तथा जैन धर्म ने इसे नई पहचान प्रदान की। उन्होंने कहा कि जैन धर्म में अहिंसा और क्षमा सूक्ष्म से सूक्ष्म जीवों तक विस्तृत है तथा यह सिद्धांत विश्वशांति की ओर ले जाने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है। जैन धर्म के पूज्य जनों का एक साथ आना राजस्थान की जनता के लिए एक सुन्दर सन्देश है।
    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित जैन धर्म के सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जैन तीर्थंकरों ने दुनिया को सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह के सिद्धांतों के माध्यम से मार्ग दिखाया, जिससे हमारी संस्कृति और विचार वर्तमान समय में भी पूरी दुनिया में प्रासंगिक हैं। साधु-मुनियों की वाणी ईश्वरीय रूप होती है, जिनके आशीर्वाद से भारत दुनिया में अपनी पहचान बनाए हुए है तथा 21वीं सदी में विकसित भारत के रूप में दुनिया की महाशक्ति बनेगा।

    विकसित राजस्थान से होगा विकसित भारत का संकल्प पूरा

    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने 9 माह के अल्प समय में ही प्रदेश में विकास की गति को बढ़ाया है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में हम विकसित राजस्थान की ओर मजबूती से बढ़ रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि जैन धर्म के आस्था स्थलों के विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं। इसी क्रम में रणकपुर जैन मन्दिर के सौन्दर्गीकरण एवं सुविधायें विकसित करने का तथा नसियां जी विराटनगर में श्रद्धालुओं की सुविधा एवं विकास कार्य करवाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार राइजिंग राजस्थान का आयोजन करने जा रही है। उन्होंने व्यवसायियों से राइजिंग राजस्थान समिट में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
    भगवान महावीर का संदेश यही एकता की बात बताता है…..श्वेतांबर और दिगंबर एक साथ क्षमावाणी पर्व मनाता है
    कार्यक्रम में आचार्य श्री शशांक सागर महाराज ने कहा कि राजस्थान में पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। यह सुन्दर क्षण है कि यहां दिगम्बर और श्वेताम्बर मुनि एक साथ क्षमावाणी समारोह मना रहे हैं और यही भगवान महावीर का एकता का संदेश है। आचार्य श्री विश्वरत्न सागर महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास पर सामूहिक क्षमावाणी की यह पहल सराहनीय है। मुनि श्री अर्चित सागर महाराज ने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के शाकाहारी जीवन पद्धति का उल्लेख करते हुए सराहना की। साथ ही, मुनि श्री पावन सागर महाराज, मुनि श्री तत्वरूचि महाराज, मुनि श्री सम्यक रत्न विजय महाराज, साध्वी श्री श्रुत दर्शना श्री जी ने भी आशीर्वचन दिया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जैन मुनियों को जैन शास्त्र भेंट किए।
    इस दौरान उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम कुमार दक, गृह राज्यमंत्री श्री जवाहर सिंह बेढ़म, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, सांसद श्री मदन राठौड, श्रीमती मंजू शर्मा, विधायक श्री कालीचरण सर्राफ, जयपुर नगर निगम हेरिटेज महापौर श्रीमती कुसुम यादव, उप महापौर श्री पुनीत कर्णावट सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
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  • Shri Bhajanlal Sharma: ‘राइजिंग राजस्थान’ समिट की तैयारियों के संबंध में उच्चस्तरीय बैठक

    Shri Bhajanlal Sharma: ‘राइजिंग राजस्थान’ समिट की तैयारियों के संबंध में उच्चस्तरीय बैठक

    Shri Bhajanlal Sharma: ‘राइजिंग राजस्थान’ से खुलेगा विकसित राजस्थान का द्वार, प्रदेश के कई क्षेत्रों में निवेश को मिलेगी गति – मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा – निवेशकों के लिए तैयार अनुकूल औद्योगिक वातावरण – सितम्बर माह के अंत में दिल्ली में होगा निवेशक रोड-शो – अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी करेंगे निवेशकों को आकर्षित

     मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान में निवेश की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। 9 से 11 दिसंबर को आयोजित हो रही ‘राइजिंग राजस्थान’ समिट प्रदेश में निवेश के नए द्वार खोलेगी। उन्होंने कहा कि समिट के माध्यम से निवेशकों को ना केवल प्रदेश की औद्योगिक विकास क्षमता से रूबरू होने का अवसर मिलेगा अपितु वे विकसित राजस्थान की यात्रा में मजबूत साझेदार बन सकेंगे।

    श्री शर्मा मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में ‘राइजिंग राजस्थान’ समिट की तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि समिट में निवेश के लिए भाग लेने वाले प्रतिभागी देशों के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाए। रोड-शो एवं अन्य निवेश संबंधी गतिविधियों के संदर्भ में सामंजस्य स्थापित करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त भी किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में औद्योगिक निवेश का बेहतर माहौल सुनिश्चित करने के लिए हर संभव पहल कर रही है और इसी क्रम में यह समिट प्रदेश के विकास के साथ रोजगार के भरपूर अवसर सृजित करेगी। इस इन्वेस्टमेंट समिट का उद्देश्य देशी-विदेशी कंपनियों, अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षित करना है।

    साउथ कोरिया और जापान में रोड-शोनिवेशकों के साथ बैठक

    मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘राइजिंग राजस्थान’ समिट में बड़े निवेशकों को लाने के लिए राज्य सरकार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निवेशक रोड-शो का आयोजन करने जा रही है। इसी क्रम में 9 से 10 सितंबर को साउथ कोरिया एवं 11 से 13 सितंबर तक जापान में रोड-शो, वन-टू-वन मीटिंग एवं एमओयू कर इन्फ्रास्ट्रक्चर, केमिकल्स, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रोनिक्स एवं खाद्य प्रसंस्करण आदि के संबंध में निवेश करने के लिए निवेशकों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि साउथ कोरिया के सियोल में 9 सितम्बर को टूरिज्म रोड-शो का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, 10 सितम्बर को कोरिया स्टोन एसोसिएशन के साथ राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस की जाएगी। श्री शर्मा ने बताया कि 11 से 13 सितम्बर की अवधि में जापान के टोक्यो में रोड-शो, नीमराना-डे सेलेब्रेशन एवं कॉर्पोरेट कंपनीज के साथ मीटिंग का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी समय में राज्य सरकार यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी एवं संयुक्त अरब अमीरात आदि कई देशों में भी इस तरह का आयोजन करेगी।

    दिल्ली में आयोजित होगा रोड-शो

    श्री शर्मा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान’ के तहत राज्य सरकार देश और विदेश के विभिन्न शहरों में निवेशक रोड शो आयोजित कर रही है, ताकि विश्वभर के निवेशकों को राजस्थान में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया जा सके। इस माह के अंत में राज्य सरकार दिल्ली में निवेशक रोड-शो का आयोजन करने जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे दिल्ली में कार्यरत सभी उद्यमियों से संपर्क कर उन्हें अधिक से अधिक संख्या में आयोजन के लिए आमंत्रित करें। श्री शर्मा ने कहा कि अधिकारी प्रवासी राजस्थानी उद्योगपतियों से भी समन्वय स्थापित कर उन्हें निवेश संबंधी सभी आयोजनों से जोड़ना सुनिश्चित करें।

    प्रचुर प्राकृतिक संसाधन प्रदेश के लिए वरदान

    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, जिससे प्रदेश की आर्थिक तस्वीर बदल जाएगी। यहां सौर ऊर्जा, पर्यटन, वन्यजीव, मिनरल्स एवं औद्योगिक गतिविधियों के लिए वृहद् भूमि एवं संसाधन की उपलब्धता प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाओं की ओर द्वार खोलती है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे, जयपुर मैट्रो, ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट, दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरीडोर (डीएमआईसी) और वेस्ट्रन फ्रेट कॉरीडोर जैसी इंफ्रास्ट्रक्चर की बड़ी परियोजनाएं यहां निवेश के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध करवा रही है।

    ‘राइजिंग राजस्थान’ बनेगा ‘रोल मॉडल समिट’

    श्री शर्मा ने कहा वाइब्रेंट गुजरात एवं उत्तरप्रदेश इन्वेस्टर्स समिट की तर्ज पर आयोजित हो रहा राइजिंग राजस्थान को ‘रोल मॉडल समिट’ बनाने के लिए अधिकारी हर संभव प्रयास करें। एक कार्ययोजना के तहत सभी गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का आयोजन समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने राइजिंग राजस्थान समिट के सफल आयोजन के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी प्रदान किए।

    बैठक में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री राज्यवर्धन राठौड़, मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री शिखर अग्रवाल, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अजिताभ शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री आलोक गुप्ता, प्रबन्ध निदेशक रीको श्री शिवप्रसाद नकाते सहित उच्च अधिकारी मौजूद रहे।

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