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  • CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi: प्रदेश में प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ तत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा

    • मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया

    CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की। उन्होंने आयोग के गठन के उद्देश्यों, दायित्वों व अधिकारों के सम्बन्ध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ सतत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में लागू की गयी गरीब कल्याण योजनाओं के माध्यम से राज्य सरकार सभी पात्र लाभार्थियों के द्वार तक पहंुची है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्षों के नेतृत्व में सदस्यों की टीमें बनाकर पहले चरण में मण्डल मुख्यालय तथा दूसरे चरण में जनपद स्तर पर क्षेत्र भ्रमण कर समाज के लोगों से संवाद बनाना चाहिए। छात्रावासों का भ्रमण कर वहां की साफ-सफाई तथा अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। विद्यार्थियों से संवाद बनाकर उनकी मनोस्थिति का आकलन करना चाहिए।

    मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अन्तर्गत विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही निःशुल्क कोचिंग की वस्तु स्थिति तथा उससे प्राप्त होने वाली सफलता दर का आकलन किया जाना चाहिए। लोगों को केन्द्र तथा राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया जाना चाहिए। मुसहर, थारू, चेरो, सहरिया आदि जनजातियों को सभी प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ते हुए शत-प्रतिशत सेचुरेशन की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, सड़क कनेक्टिविटी, राशन कार्ड आदि की जानकारी प्राप्त करते हुए अभियान चलाकर इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से जुड़े लोगों के साथ कोई घटना घटित होने पर प्रशासन से समन्वय बनाकर उन्हें हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने का कार्य किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के सामाजिक तथा आर्थिक स्वावलम्बन के लिए हर सम्भव उपाय किये जाने चाहिए। लोगों के मन में व्यवस्था तथा सरकार के प्रति सम्मान का भाव दिखना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के पदाधिकारियों को नियमित बैठक कर मामलों का निस्तारण करना चाहिए। बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से भी आयोजित किया जाना चाहिए, ताकि जनपदों के वरिष्ठ अधिकारियों को जोड़ते हुए लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। शिकायतों का निस्तारण मेरिट के आधार पर किया जाना चाहिए। पदाधिकारियों द्वारा मुख्यालय तथा जिलास्तर पर भी अलग-अलग जगहों पर बैठक की जानी चाहिए। प्रत्येक बैठक से सम्बन्धित मिनट्स अवश्य तैयार करें, ताकि नीति निर्धारण के समय इसकी सहायता ली जा सके। किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के कार्यालय में एक उचित मैकेनिज्म बनाकर कार्य करना चाहिए। पदाधिकारियों के बीच कार्य का प्रॉपर डिस्ट्रीब्यूशन किया जाना चाहिए। कार्यालय में बैठने की उचित जगह, स्वच्छता, आवश्यक कर्मचारियों तथा पदाधिकारियों व शिकायतकर्ताओं के लिए पृथक-पृथक टॉयलेट आदि की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करें।

    प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में 56 लाख से अधिक गरीब आवासहीन परिवारों को पक्के आवास उपलब्ध कराए गये हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत 01 करोड़ 86 लाख रसोई गैस कनेक्शन वितरित किये गये हैं। 05 करोड़ आयुष्मान कार्ड वितरित करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना है। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से सम्बन्धित बच्चों की स्कॉलरशिप में कई गुना वृद्धि की गयी है।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi: किसी भी धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने वालों को दंडित किया जाएगा’, नरसिंहानंद के ‘पैगंबर’ वाले बयान पर बोले योगी

    CM Yogi: किसी भी धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने वालों को दंडित किया जाएगा’, नरसिंहानंद के ‘पैगंबर’ वाले बयान पर बोले योगी

    CM Yogi

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने सोमवार को कहा कि देवताओं, महापुरुषों या किसी भी धर्म या संप्रदाय के संतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इस तरह के व्यवहार में शामिल लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

    गाजियाबाद के एक पुजारी यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा कर दिया था।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बयान में कहा, ”हर नागरिक को महान व्यक्तियों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए, लेकिन इसे थोपा नहीं जा सकता और किसी पर थोपा नहीं जा सकता।

    सीएम ने कहा, ‘अगर कोई व्यक्ति आस्था से छेड़छाड़ करेगा, महापुरुषों, देवताओं, संप्रदाय आदि की आस्था के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करेगा तो उसे कानून के दायरे में लाया जाएगा और सख्त से सख्त सजा दी जाएगी, लेकिन सभी पंथों, धर्मों के लोगों को एक-दूसरे का सम्मान करना होगा.’

    उन्होंने कहा कि कुछ वर्ग सोचता है कि हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ टिप्पणी करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। वे हिंदू धर्म के मूल सिद्धांतों का अपमान करते हैं और मूर्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं। हिंदू इनमें से किसी पर भी प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। लेकिन अगर कोई अज्ञानी व्यक्ति टिप्पणी करता है, तो अराजकता पैदा करने के लिए घातक प्रयास किए जाते हैं। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

    इस बीच, भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने प्रदर्शनकारियों को धमकी दी कि अगर उन्होंने उत्तर प्रदेश में उन्मादी नारे लगाने की कोशिश की तो उन्हें ‘इजरायल का स्वाद’ चखना पड़ेगा. उन्होंने कहा, ‘यहां, व्यवहार बाबासाहेब के संविधान के माध्यम से दिया जाएगा, न कि शरीयत के माध्यम से, और वह भी उचित है… तब मत रोओ, “त्रिपाठी ने 6 अक्टूबर को एक्स पर एक पोस्ट में कहा।

    मुख्यमंत्री ने शीर्ष अधिकारियों के साथ कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के दौरान ये टिप्पणियां कीं, जिसमें जोर देकर कहा गया कि “विरोध के नाम पर अराजकता, बर्बरता या आगजनी स्वीकार्य नहीं है” और जो लोग इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने की हिम्मत करते हैं, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।

    डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के बाद, कई मुस्लिम संगठनों और राजनीतिक दल के नेताओं ने पुजारी की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। नरसिंहानंद और उनके शिष्यों के खिलाफ उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

    इस बीच, सीएम आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आगामी त्योहारों को खुशी और सद्भाव के साथ मनाया जाए, और उन लोगों की पहचान करने और सख्त कार्रवाई करने के लिए जो माहौल को खराब करने का प्रयास करते हैं या कानून के खिलाफ काम करते हैं। उन्होंने पुलिस को महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों में पैदल गश्त और पुलिस प्रतिक्रिया वाहनों को तेज करने का निर्देश दिया।

     

     

  • CM Yogi ने माँ गंगा, यमुना जी व सरस्वती जी के पावन संगम स्थल का दर्शन-पूजन व संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन किया

    CM Yogi ने माँ गंगा, यमुना जी व सरस्वती जी के पावन संगम स्थल का दर्शन-पूजन व संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन किया

    CM Yogi: मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति की समीक्षा की महाकुम्भ-2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उत्कृष्ट सुरक्षा और विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हों

    • निर्माणाधीन परियोजनाओं को तय मानकों के अनुरूप पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश
    • निर्माण कार्यों के दौरान प्रयागराज के स्थानीय निवासियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए
    • पवित्र अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन किए
    • लेटे हनुमान जी व आदि वेणीमाधव मन्दिर में दर्शन-पूजन किया
    • भारद्वाज आश्रम के विकास कार्यों व आई0ई0आर0टी0 सेतु का निरीक्षण किया
    • मुख्यमंत्री ने शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से भेंट की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि महाकुम्भ-2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ‘स्मार्ट प्रयागराज के भव्य स्वरूप’ का साक्षात्कार होगा। पूरी दुनिया से सनातन समाज महाकुम्भ में आने को उत्सुक है। पर्यटकों में भी इसे लेकर बड़ा आकर्षण है। ऐसे में हर आगंतुक को प्रयागराज में अच्छी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है।

    मुख्यमंत्री जी आज जनपद प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं को तय मानकों के अनुरूप पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ-2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उत्कृष्ट सुरक्षा और विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए प्रयागराज में अनेक निर्माण कार्य चल रहे हैं। निर्माण कार्यों के दौरान प्रयागराज के स्थानीय निवासियों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रयागराजवासियों ने जिस तरह कुम्भ-2019 में पूरी दुनिया से आये 25 करोड़ श्रद्धालुओं, पर्यटकों के लिए आतिथ्य का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया था, उसी प्रकार इस बार भी व्यवस्था बनाने में हर नगरवासी का सहयोग प्राप्त होगा। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने सबसे पहले मोटरबोट से संगम नोज पहुंचकर माँ गंगा, यमुना जी व सरस्वती जी के पावन संगम स्थल का दर्शन-पूजन किया।

    मुख्यमंत्री जी ने जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन किया। उन्होंने पवित्र अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन किये। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार भी अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन का पुण्य लाभ सुगमता से प्राप्त हो, इसके लिए यहां अच्छे प्रबन्ध होने चाहिए तथा किले के अन्दर विकास कार्यों को तेजी से पूर्ण किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने संगम तट स्थित लेटे हनुमान जी के भी दर्शन किये और महाकुम्भ-2025 के सफल आयोजन के लिए प्रार्थना की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री जी ने भारद्वाज आश्रम के विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने आई0ई0आर0टी0 सेतु का निरीक्षण किया और महाकुम्भ के दृष्टिगत सेतु निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जी ने आदि वेणीमाधव मन्दिर का दर्शन-पूजन किया। साथ ही, लेप्रोसी रोड चौराहा से नैनी रेलवे स्टेशन रोड तक तथा छिवकीं रेलवे स्टेशन रोड का निरीक्षण भी किया।

    मुख्यमंत्री जी ने शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से भेंट की और महाकुम्भ-2025 की तैयारियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री जी ने शंकराचार्य जी से कहा कि राज्य सरकार, पूज्य संतगण की अपेक्षाओं और आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए सभी आवश्यक प्रबन्ध कर रही है। महाकुम्भ-2025, कुम्भ-2019 से भी अधिक दिव्य और भव्य होगा। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में समय-समय पर पूज्य संतगण का मार्गदर्शन भी अपेक्षित है।

    source: http://up.gov.ing

  • CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi: खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा देता

    • हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है
    • उ0प्र0 में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा
    • हमने विगत 10 वर्षों में देश में नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा, प्रधानमंत्री जी की यही इच्छा कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं
    • उ0प्र0 में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए
    • प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे, अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया, 500 करोड़ रु0 का कॉर्पस फण्ड बनाया गया
    • दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रु0 की राशि वितरित की जा चुकी
    • मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया, प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि खेल हम सभी को जोड़ता है। खेल हमें टीम भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता है। यदि हममें टीमवर्क से कार्य करने की क्षमता है, तो हमारी सफलता की सम्भावना ज्यादा होती है। लेकिन यदि हम टीम भावना से कार्य नहीं कर पा रहे हैं, तो हमारी असफलता की सम्भावना भी उतनी ही ज्यादा होती है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की। मुख्यमंत्री जी ने ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ की घोषणा की। उन्होंने गेंद खेलकर न्यायमूर्तिगण व अधिवक्तागण के मध्य आयोजित प्रदर्शनी मैच की औपचारिक शुरुआत की।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा है। उत्तर प्रदेश में इसके आयोजन के नाते यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से इस आयोजन में सहभागी बनंे और इसे प्रोत्साहित करें। जब प्रतिष्ठित टीमें इसमें प्रतिभाग कर रही हों तथा बार व बेंच टूर्नामेण्ट के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ रहे हों, तो यह न केवल रोचक है बल्कि लोगों के लिए नई प्रेरणा भी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा भी देता है। यह मनोरंजन का साधन भी है। यह आयोजन हम सभी को अपनी शारीरिक व मानसिक क्षमताओं का आकलन करने का अवसर प्रदान करता है। हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती है, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है तथा हमें नए प्रोत्साहन के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमने विगत 10 वर्षों में देश में एक नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की भी यही इच्छा है कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं। आज इसी भावना से देश में खेल कार्यक्रम आगे बढ़े हैं। ओलम्पिक, पैरालम्पिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ या वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसी किसी भी प्रतियोगिता में हमारे खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जमीनी धरातल से जुड़े हुए खिलाड़ियों को भी अवसर प्राप्त हो रहा है। खेलो इण्डिया, फिट इण्डिया मूवमेण्ट तथा सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं ने देश में नई खेल संस्कृति को आगे बढ़ाया है। अनेक युवा इसके माध्यम से आगे आ रहे हैं। ओलम्पिक में हमारे खिलाड़ी 07 मेडल लेकर आए। वहीं पैरालम्पिक में हमारे खिलाड़ियों ने 29 मेडल प्राप्त किए। इनका प्रदर्शन अचम्भित करने वाला है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश के जिन खिलाड़ियों ने ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक खेलों में प्रतिभाग किया और देश के लिए मेडल जीते, उन सभी को 01 अक्टूबर को लखनऊ में भव्य समारोह में प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ओलम्पिक गेम्स (एकल वर्ग) में स्वर्ण पदक विजेता को 06 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान करती है। ओलम्पिक गेम्स (टीम गेम्स) में स्वर्ण पदक जीतने पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने पर 01 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है। इसी प्रकार एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स तथा वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए और पदक जीतने के लिए प्रोत्साहन की व्यवस्था है। इसके साथ ही, खिलाड़ियों को विभिन्न सेवाओं में लिए जाने की भी विशेष व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2020 के टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता था। उस टीम के सदस्य तथा प्रदेश के खिलाड़ी श्री ललित कुमार उपाध्याय को सीधे पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। भारतीय हॉकी टीम का सम्मान भी किया गया था। इस बार ओलम्पिक में उत्तर प्रदेश के 02 खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बने थे। इनमें श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल थे। भारतीय टीम द्वारा मेडल जीतने के कारण हम श्री राजकुमार पाल को भी सीधी नियुक्ति देने जा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चीन में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता प्रदेश की एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री पारुल चौधरी को भी नियुक्ति पत्र दिया गया है। सुश्री पारुल चौधरी ने पदक जीतने के लिए पूरी जान लगा दी थी और देश के लिए गोल्ड मेडल जीता। सुश्री पारुल चौधरी ने यह कहा था कि उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पदक जीतने पर डिप्टी एस0पी0 का पद प्रदान किये जाने की घोषणा से प्रोत्साहन मिला था। अब तक हम 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दे चुके हैं, जिन्होंने ओलम्पिक, एशियाड अथवा कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के साथ ही, खेल व खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार द्वारा अनेक प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश में लगभग 57 हजार ग्राम पंचायतें हैं। इन सभी में खेल के मैदान के निर्माण के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। यदि गांव में खेल का मैदान होगा, तो बच्चे खेलने में रुचि लेंगे और गलत दिशा में नहीं जाएंगे। उन्हें सकारात्मक दिशा मिलेगी। सभी ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता के आधार पर खेल के मैदान तथा ओपन जिम के निर्माण के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, हर विकासखण्ड में मिनी स्टेडियम तथा हर जनपद में स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया है। इस समय खेलकूद की ग्रामीण लीग प्रतियोगिताएं लोकप्रिय हो रही हैं। विगत दिनों लखनऊ में हॉकी एवं क्रिकेट लीग का आयोजन हुआ था। इसके माध्यम से खिलाड़ियों को एक नया मंच प्राप्त हो रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे हैं। अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया है। इसके लिए 500 करोड़ रुपये का कॉर्पस फण्ड बनाया गया है, जिससे किसी अधिवक्ता की असमय मृत्यु होने पर, उसके परिजनों को 05 लाख रुपये की राशि प्राप्त हो सके। पहले यह राशि डेढ़ लाख रुपये थी। इस हेतु अधिकतम आयु की सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष की गई है। विगत 18 अगस्त को 577 ऐसे दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में 28 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि का वितरण किया गया था। अब तक दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज महिलाएं खेलकूद के साथ ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और नेतृत्व प्रदान कर रही हैं। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि जिस प्रकार आज 16 टीमें इस आयोजन का हिस्सा बन रही हैं, उसी प्रकार अगली बार महिला एडवोकेट्स की अतिरिक्त टीम भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेगी। ज्ञातव्य है कि ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट में इलाहाबाद, आन्ध्र प्रदेश, औरंगाबाद, बम्बई, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, ग्वालियर, इन्दौर, कर्नाटक, लखनऊ, ओडिसा, पंजाब-हरियाणा, तेलंगाना तथा पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्तागणों की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।

    इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री ए0आर0 मसूदी, न्यायमूर्ति श्री राजेश सिंह चौहान, न्यायमूर्ति श्रीमती संगीता चन्द्रा एवं अन्य न्यायमूर्तिगण, लखनऊ एडवोकेट्स क्रिकेट एसोशिएशन के अध्यक्ष श्री एन0के0 सेठ तथा अधिवक्तागण उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक में कार्याें की समीक्षा की पुलिस कार्मिकों को ‘ई-पेंशन’ से जोड़ने के निर्देश दिए

    CM Yogi ने अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक में कार्याें की समीक्षा की पुलिस कार्मिकों को ‘ई-पेंशन’ से जोड़ने के निर्देश दिए

    CM Yogi

    • हर पुलिस कार्मिक को समय पर पदोन्नति, योग्यता और प्रतिभा के अनुरूप पदस्थापना, सेवानिवृत्ति के समय देयकों का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाना चाहिए: मुख्यमंत्री
    • पुलिस की सभी इकाइयों के बीच बेहतर संवाद और समन्वय होना चाहिए
    • भारत सरकार द्वारा साइबर फॉरेन्सिक लैब की स्थापनाका प्रस्ताव, इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करें
    • देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में लागू तीनों नए कानूनों के सम्बन्ध में विधिवत प्रशिक्षण जारी रखा जाए
    • पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का परिणाम इस माह के अंत तक जारी करने की तैयारी करें, रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाएं
    • मुख्यमंत्री ने अपर पुलिस महानिदेशकों से उनकी वर्तमान पदस्थापना अवधि में किये गए कार्यों, अपनाए गए नवाचारों और उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्राप्त की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पुलिस कार्मिकों को ‘ई-पेंशन’ से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि हर पुलिस कार्मिक को समय पर पदोन्नति मिले, उनकी चरित्र पंजिका पर सही विवरण अंकित हो, उनकी योग्यता और प्रतिभा के अनुरूप उन्हें पदस्थापना मिले और सेवानिवृत्ति के समय देयकों का भुगतान समय से हो, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने पुलिस कार्मिकों को आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने और बेहतरीन प्रशिक्षण के लिए व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के भी निर्देश दिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों के साथ आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कार्याें की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अपर पुलिस महानिदेशकों से उनकी वर्तमान पदस्थापना अवधि में किये गए कार्यों, अपनाए गए नवाचारों और उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि पुलिस की सभी इकाइयों के बीच बेहतर संवाद और समन्वय होना चाहिए। लॉजिस्टिक्स इकाई, अभिसूचना इकाई, एस0आई0टी0, क्राइम, पी0आर0वी0 112 आदि इकाइयां भले ही अलग-अलग हैं, लेकिन सभी का लक्ष्य एक ही है, प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था बनाये रखना। इसलिए सभी के बीच बेहतर तालमेल होना आवश्यक है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी समय पर कार्यालय आएं। किसी भी कार्यालय में कोई फाइल तीन दिन से अधिक समय तक लंबित न हो। यदि किसी तरह की समस्या हो तो डी0जी0पी0 कार्यालय, गृह विभाग अथवा सीधे मुझसे समय लेकर मिल सकते हैं, लेकिन अनिर्णय की स्थिति नहीं होनी चाहिए। फाइल लंबित नहीं रहनी चाहिए। बहुत सारी इकाइयों में फील्ड विजिट बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। ए0डी0जी0 स्तर के अधिकारी के जनपदों में जाने से अधीनस्थ पर अच्छा एवं सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। अधिकारी जिलों में जाएं, अपनी इकाई से जुड़े, कामकाज की समीक्षा करें तथा जहां सुधार की आवश्यकता हो, उसके अनुरूप काम करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस बल में लॉजिस्टिक्स का अभाव न हो। समय-समय पर इसकी समीक्षा करते रहें। हमारा पुलिस बल आधुनिक उपकरणों से लैस होना चाहिए। अभी 40 अश्वों की आवश्यकता और है। महाकुम्भ में इनकी आवश्यकता पड़ेगी। इनके क्रय और प्रशिक्षण की प्रक्रिया यथाशीघ्र पूरी की जाए। प्रदेश में पहली बार होने जा रही कंडम वेपन्स के निस्तारण की प्रक्रिया को सावधानी से पूरा किया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बदलते समय के साथ साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। हमें इसके लिए हर स्तर पर सतर्क होना होगा। साइबर फ्रॉड के सम्बन्ध में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। शिक्षकों, उद्यमियों, व्यापारियों, चिकित्सकों सहित अलग-अलग वर्गों के साथ समय-समय पर गोष्ठियां की जाएं, लोगों को साइबर अपराध की घटनाओं तथा सुरक्षा के तौर-तरीकों से अवगत कराया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी जिलों में साइबर क्राइम थाने स्थापित किये जा रहे हैं। इनके भवन निर्माण की कार्यवाही में देर न की जाए। आवश्यकतानुसार मानव संसाधन की व्यवस्था करें। भारत सरकार द्वारा साइबर फॉरेन्सिक लैब की स्थापना का प्रस्ताव है। इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करें। प्रत्येक जनपद के हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क क्रियाशील रखें। किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर तत्काल रिस्पॉन्स होना चाहिए। उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन्सिक साइन्सेज, लखनऊ को साधन-सम्पन्न बनाने के लिये सरकार हर आवश्यक सहयोग देगी। इसके निर्माण सम्बन्धी अवशेष कार्यों को यथाशीघ्र पूरा कराएं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में लागू तीनों नए कानून अब पूरी तरह अमल में आ चुके हैं। इस सम्बन्ध में विधिवत प्रशिक्षण जारी रखा जाए। हाल के दिनों में रेलवे ट्रैक पर सिलेण्डर, रॉड आदि चीजें मिली हैं। इसी तरह ट्रेनों पर पत्थर फेंके जाने की घटनाएं भी हुई हैं। यह चिंताजनक है। इसके लिए जी0आर0पी0, आर0पी0एफ0, रेलवे प्रशासन और सिविल पुलिस को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। लोकल इन्टेलिजेंस को और मजबूत किया जाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मृतक आश्रितों के प्रकरण में आश्रित की आयु को ध्यान में रखते हुए नियमों में बदलाव पर विचार किया जाना चाहिए। फिजिकल परीक्षण के नियम व्यावहारिक होने चाहिए। मृतक आश्रितों के प्रकरण का तय समय सीमा के भीतर निस्तारित होना सुनिश्चित करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विशेष परिस्थितियों में हमारी पी0आर0वी 112 ने बेहतरीन परिणाम दिए हैं। आज औसत रिस्पॉन्स टाइम घटकर 7.5 मिनट तक आ गया है। कुछ जनपदों में तो 03 से 05 मिनट में रिस्पॉन्स मिल रहा है। यह संतोषप्रद है, लेकिन तकनीक की सहायता से इसे और कम किया जाना चाहिए। पी0आर0वी0 112 के वाहनों की लोकेशनिंग और ठीक किया जाना आवश्यक है। इसके लिए पुलिस आयुक्त/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ थानाध्यक्ष तक को जवाबदेह बनाना होगा। सक्रियता और बढ़ाये जाने की जरूरत है। ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर वहां वाहनों की तैनाती करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वीमेन पावर लाइन 1090 को और उपयोगी बनाने का प्रयास किया जाए। जिन जिलों से कम फोन काल आ रहे हैं, वहां समीक्षा की जाए। इस हेल्पलाइन के बारे में जागरूकता बढ़ायी जाए। मुकदमों के प्रभावी अभियोजन की दिशा में और बेहतर प्रयास अपेक्षित है। हर जिले का लक्ष्य तय करें, पूरी तैयारी करें और ससमय दोषियों को दण्ड मिलना सुनिश्चित करायें। समय-समय पर सभी जनपदों में विजिट कर स्थानीय स्थितियों काआकलन भी किया जाना चाहिए। कार्मिक और स्थापना इकाई के पास हर अधिकारी के अच्छे कार्यों और गलतियों का पूरा ब्यौरा उपलब्ध होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कमाण्डो ट्रेनिंग और बेहतर करने की आवश्यकता है। ऊर्जावान युवाओं को कमाण्डों प्रशिक्षण के लिए प्रोत्साहित करें। पुलिस बैण्ड को और व्यवस्थित करने की जरूरत है। पी0ए0सी0 फ्लड यूनिट का रिस्पॉन्स टाइम और कम करने का प्रयास करें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का परिणाम इस माह के अंत तक जारी करने की तैयारी करें। रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाएं। परीक्षाओं की शुचिता को हर हाल में सुनिश्चित किया जाना है। नगरों में ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या का रूप ले रहा है। इसके लिए स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप नियोजित समाधान का प्रयास किया जाना चाहिए। स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्ययोजना बनाएं। ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन कराया जाए। यह सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक है। नाबालिग कहीं भी ई-रिक्शा न चलाये, यह सुनिश्चित करें। ई-रिक्शा का रूट तय होना चाहिये। यातायात को बाधित कर टैक्सी स्टैण्ड न संचालित किया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वी0आई0पी0 सुरक्षा में तैनात पुलिस बल का  नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। इनकी तैनाती में युवाओं को वरीयता दें। वी0आई0पी0 सुरक्षा में लगे जवानों के आदर्श आचरण के लिए भी काउन्सिलिंग कराई जानी चाहिए। वर्तमान में 10 एयरपोर्ट की सुरक्षा यू0पी0एस0एस0एफ0 कर रही है। इनके जवानों का शूटिंग परीक्षण भी कराएं

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  • CM Yogi ने जनपद मिर्जापुर में घटित मार्ग दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi ने जनपद मिर्जापुर में घटित मार्ग दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया

    CM Yogi

    • दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रु0 तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रु0 की सहायता राशि दिए जाने के निर्देश
    • जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराया जाए

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद मिर्जापुर में घटित मार्ग दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को 02-02 लाख रुपये तथा गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराया जाए। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है।

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  • CM Yogi ने तालाब के सुंदरीकरण कार्यों को जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए

    CM Yogi ने तालाब के सुंदरीकरण कार्यों को जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए

    CM Yogi ने गोरखपुर में कुसम्ही जंगल स्थित आदिशक्ति माँ भगवती की प्रतिनिधि स्वरूपा बुढ़िया माई का विधिवत दर्शन-पूजन किया मंदिर परिसर तथा वहां स्थित कुण्ड के सुंदरीकरण कार्यों का निरीक्षण किया

    CM Yogi ने आज जनपद गोरखपुर में शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन कुसम्ही जंगल में स्थित आदिशक्ति माँ भगवती की प्रतिनिधि स्वरूपा बुढ़िया माई का विधिवत दर्शन-पूजन किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर तथा वहां स्थित कुण्ड के सुंदरीकरण कार्यों का निरीक्षण भी किया और मौजूद अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने तालाब के सुंदरीकरण में शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए।

    उल्लेखनीय है कि घने जंगल में स्थित बुढ़िया माई का मंदिर पूर्वी उत्तर प्रदेश में लोक आस्था का बड़ा केंद्र है। लम्बे समय तक उपेक्षित रहे इस मंदिर को मुख्यमंत्री जी की पहल पर न केवल रोड कनेक्टिविटी से आच्छादित किया गया, बल्कि परिसर का सुंदरीकरण कराकर श्रद्धालुओं के लिए जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था भी की गई।

    इस अवसर पर विधायक श्री विपिन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने गोरखपुर में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया

    CM Yogi

    CM Yogi ने आज गोरखपुर में सिविल लाइंस क्षेत्र में राधा माधव होलसेल फैमिली मार्ट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने पूरे प्रतिष्ठान का अवलोकन किया और प्रतिष्ठान संचालकों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए उम्मीद जतायी कि यहां लोगों को उचित कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता के हर प्रकार के टेक्सटाइल उत्पाद उपलब्ध होंगे। इस अवसर पर उन्होंने भूतल समेत प्रतिष्ठान के सभी चार तलों पर बनाए गए रिटेल काउंटरों का अवलोकन और निरीक्षण किया।

    प्रतिष्ठान के निदेशक श्री देवीदयाल अग्रवाल ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ कर व्यापार के लिए बेहतरीन माहौल बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद दिया। श्री अग्रवाल ने कहा कि कारोबार बढ़ने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।

    इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री चारू चौधरी, विधान परिषद सदस्य श्री धर्मेन्द्र सिंह, विधायक श्री विपिन सिंह तथा व्यापारीगण उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने गोरखपुर में पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण किया

    CM Yogi: स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की 12 छोटी गाड़ियों, 02 बड़े वाहनों, सीवेज सफाई की अत्याधुनिक मशीनों, बैंडीकोट रोबोट और विदेश से मंगाई गई डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

    • कैफे का उद्घाटन किया
    • नवरात्रि दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छ पण्डाल पोस्टर का विमोचन किया
    • मुख्यमंत्री ने लोगों को जीरो वेस्ट त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज गोरखपुर में सिविल लाइंस स्थित पार्क रोड पर पिंक बस टॉयलेट का लोकार्पण करने के साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की 12 छोटी गाड़ियों, 02 बड़े वाहनों, सीवेज सफाई की अत्याधुनिक मशीनों, बैंडीकोट रोबोट और विदेश से मंगाई गई डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। साथ ही, उन्होंने नवरात्रि दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में स्वच्छ पण्डाल पोस्टर का विमोचन भी किया और लोगों को जीरो वेस्ट त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पिंक बस टॉयलेट का निरीक्षण किया और इसमें बनाई गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने पिंक बस टॉयलेट के पिछले हिस्से में बने कैफे का भी उद्घाटन किया और इस कैफे का संचालन करने वाली महिलाओं से बातचीत कर उनका उत्साह बढ़ाया। ज्ञातव्य है कि गोरखपुर नगर निगम द्वारा सिविल लाइंस क्षेत्र में इस पिंक बस टॉयलेट की शुरुआत किए जाने से इनकी संख्या 02 हो गई है। एक पिंक टॉयलेट रामगढ़ताल रोड पर बुद्धा गेट के पास क्रियाशील है। पिंक बस टॉयलेट को कबाड़ घोषित रोडवेज की बसों को मॉडिफाई करके बनाया गया है। इसमें इण्डियन और वेस्टर्न टॉयलेट, वॉश बेसिन आदि की सुविधा है। इसमें प्रसाधन सम्बन्धी सुविधाओं के साथ कैफे की भी सुविधा दी गई है।

    पिंक बस टॉयलेट में बिजली सम्बन्धी जरूरतों को पूरा करने के लिए सोलर सिस्टम भी इंस्टॉल किया गया है। वाहन के पिछले हिस्से में कैफे बनाया गया है। कैफे के संचालन से जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के माध्यम से महिलाओं को रोजगार से भी जोड़ा गया है। कैफे में खानपान के कई तरह के सामान मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि लगभग 06 करोड़ रुपये की लागत वाली डी-वॉटरिंग फीकल स्लज सेफ्टी मशीन तंग गलियों में सेफ्टी टैंक की सफाई कर मशीन में ही डी-वॉटरिंग कर स्लज और सीवेज के जल को अलग कर देती है। उसके बाद जल को शोधित कर सीधे नदी या तालाब में डाला जा सकता है। मुख्यमंत्री जी ने लगभग 50 लाख रुपये की लागत वाले बैंडीकोट रोबोट का भी लोकार्पण किया। इस रोबोट के उपयोग से सफाई मजदूरों को मेनहोल, खतरनाक और तंग सीवर पाइपों में प्रवेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

    इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य श्री धर्मेन्द्र सिंह, विधायक श्री विपिन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in


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