Tag: मध्य प्रदेश

  • CM Dr. Yadav: मध्यप्रदेश सहित नक्सल प्रभावित राज्य संयुक्त अभियान चलाकर करेंगे नक्सलियों का खात्मा

    CM Dr. Yadav: मध्यप्रदेश सहित नक्सल प्रभावित राज्य संयुक्त अभियान चलाकर करेंगे नक्सलियों का खात्मा

    CM Dr. Yadav

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि नक्सलवाद के खिलाफ मध्यप्रदेश सरकार ने विगत दो वर्ष में जो कदम उठाए हैं वह पिछले तीन दशक में नहीं उठाए गए। मध्यप्रदेश सहित छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना आदि राज्य संयुक्त अभियान चलाकर नक्सलवादियों का खात्मा करने के लिए संकल्प बद्ध हैं। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में सोमवार को नई दिल्ली में सम्पन्न नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्राप्त मार्गदर्शन अनुसार राज्यों द्वारा पूर्ण तालमेल के साथ कार्य किया जाएगा। विकास के मुद्दों दूरसंचार, सड़क संपर्क में वृद्धि, सुरक्षा और अन्य सुविधाओं को बढ़ाकर समन्वय से नक्सलवाद को समाप्त किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने संयुक्त टास्क फोर्स में वृद्धि पर भी बल देते हुए कहा कि नक्सल विरोधी ऑपरेशन्स बढ़ाए जाएं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों में कोई कमी नहीं रहेगी।

  • Shri Vaishnaw: वंदे भारत गाड़ियों और अमृत स्टेशनों से बन रहा है देश में रेलवे का नया स्वरूप

    Shri Vaishnaw: वंदे भारत गाड़ियों और अमृत स्टेशनों से बन रहा है देश में रेलवे का नया स्वरूप

    Shri Vaishnaw: मध्यप्रदेश में जौरा-अलापुर से कैलारस तक मेमू सेवा का विस्तार

    मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए 14700 रुपए करोड़ आवंटित किए गए

    केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव,ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर और कैलारस स्टेशन के मध्य आमान परिवर्तन के उपरांत नवनिर्मित रेलखंड का लोकार्पण एवं आमान परिवर्तित रेल खंड पर तीन नई गाड़ियों की विस्तारित सेवा का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस उद्घाटन समारोह का आयोजन मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर रेलवे स्टेशन पर किया गया इस समारोह में केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर तथा मुरैना के सांसद श्री शिवमंगल सिंह तोमर मौजूद थे।

    समारोह स्थल पर उपस्थित जन समुदाय को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी श्री वैष्णव ने कहा कि रेलवे गरीबों की सवारी है और मिडिल क्लास की सवारी है।आम जन को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए 12,500 जनरल एवं स्लीपर कोच के निर्माण का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि वंदे  भारत एक्सप्रेस, नमो भारत रैपिड रेल और वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के माध्यम से भारतीय रेल को नया स्वरूप देने का काम किया जा रहा है।

     

    उन्होंने कहा कि 2004 से 14 वाली अवधि में मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए औसतन 632 करोड रुपए का प्रावधान किया जाता था लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस साल के बजट में 14,700 करोड रुपए का प्रावधान मध्य प्रदेश में रेल के विकास के लिए किया गया है।

    केंद्रीय मंत्री श्री वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेल को आम आदमी के लिए सुविधायक्त और आरामदायक बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में रेल प्रशासन निरंतर प्रयासरत है। उत्तर मध्य रेलवे भी इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र रेलवे की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है यह देश के चारों महानगरों सहित देश के सभी हिस्सों में ट्रेन सेवाओं के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। हम इस जुड़ाव को और पुख्ता कार्य करने के लिए प्रयासरत हैं।

    हमारे इन प्रयासों को केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया जी,  विधान सभा अध्यक्ष मध्य प्रदेश श्री नरेन्द्र सिंह तोमर जी, माननीय सांसद मुरैना  श्री शिवमंगल सिंह तोमर जी का सहयोग सदैव से ही मिलता रहता है।उन्होने कहा कि भारत के रेल मानचित्र में मध्य प्रदेश राज्य की केंद्रीय भूमिका है।

    image002DBJ1

    राज्य ने अपने रेल बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण प्रगति देखी है, जो इस क्षेत्र में बढ़ते निवेश की राष्ट्रीय प्रवृत्ति को दर्शाता है। मध्य प्रदेश राज्य में पिछले 10 वर्षों में 222 किलोमीटर की नई रेल लाइन परियोजनाएं, 1200 किलोमीटर की मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाएं और 707 किलोमीटर की गेज परिवर्तन परियोजनाएं पूर्ण हुई हैं मध्य प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार करने के साथ ही आपदा प्रबंधन और परियोजना निगरानी के लिए ड्रोन और जीपीएस ट्रैकर्स का इस्तेमाल कर सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। यह काम भारत में पहली बार किया गया है  यात्री सेवाएं देने के साथ ही ग्वालियर और खजुराहो स्टेशन का पुनर्विकास भी किया जा रहा है।

    कार्यक्रम में केन्द्रीय रेल मंत्री ने बताया कि ग्वालियर-श्योपुरकला (188 kms) आमान परिवर्तन प्रोजेक्ट, रु.2355/- करोड़ की लागत से तैयार होने जा रहा है, जिसमें अब तक कुल 61 किलोमीटर ट्रैक का कार्य संपन्न हो चुका है, शेष कार्य तीव्र गति से जारी है, जिसको जल्द से जल्द पूर्ण कर क्षेत्र की जनता को यह उच्चीकृत सेवा उपलब्ध होगी I इस नए 13 किलोमीटर के खंड का निर्माण रु 163 करोड़ से हुआ है। इस परियोजना के तहत पूरे श्योपुरकलाँ तहत आमान परिवर्तन का कार्य अगले वर्ष जुलाई 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।

    इसके साथ रेल मंत्री ने उम्मीद व्यक्त कि इस परियोजना के शुरुआत से मध्य प्रदेश के मुरैना जिले का सामाजिक आर्थिक विकास, क्षेत्र में औद्योगिक विकास और रोजगार के अवसरों के लिए बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने मे सहायता होगी साथ ही  माल के परिवहन की लागत कम होगी और रेलगाड़ियों की संख्या में वृद्धि और माल के परिवहन में आसानी से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस लाइन को जल्द ही कोटा तक विस्तारित किया जायेगा।

    केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज जौरा को एक ऐसा सौगात मिल रही है, जिसका सपना इस क्षेत्र के लोग लंबे समय से देख रहे थे। रेलवे में क्रांति लाने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने किया है। भारतीय रेलवे पूर्वोत्तर में भी लगातार विकास कर रही है। पूर्वोत्तर के 6 राज्यों में रेलवे लाइन बिछाई जा चुकी है।आज इस आमान परिवर्तन से मध्य प्रदेश के विकास एक नया इतिहास लिखा जा रहा है।अब हम इस रेल लाइन के कोटा तक विस्तारित होने का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं।

    कार्यक्रम में मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि इस आमान परिवर्तन के लिए क्षेत्र के लोगों ने लंबा संघर्ष किया है। आज इस रेल सेवा के विस्तार से जौरा अलापुर और कैलारस विकास की मुख्यधारा से जुड़ जायेंगे। माननीय सांसद मुरैना श्री शिवमंगल सिंह तोमर ने रेल मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस मेमू ट्रेन के शुरू होने से क्षेत्र की जनता बेहद खुश है। हम उम्मीद करते हैं कि यह विकास यात्रा निरंतर चलती रहेगी मंच पर अतिथियों का स्वागत उत्तर मध्य रेलवे के अपर महाप्रबंधक श्री जे.एस. लाकरा और मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा द्वारा किया गया।

    अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि इस रेल सेवा के संचालन से क्षेत्र की जनता ग्वालियर- शेयोपुर होते हुए भविष्य में कोटा से जुड़ सकेगी यह आमान परिवर्तन  एक सजीव उदाहरण है की झाँसी मंडल “ग्राहक सेवा मुस्कान के साथ”, की भावना को चरितार्थ करने हेतु सदैव प्रयासरत है।

    इस अवसर पर सबलगढ़ की विधायक श्रीमती सरला बिजेंद्र रावत,जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती गुर्जर सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों के साथ झांसी मंडल  वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा  सहित मंडल के विभिन्न अधिकारी गण तथा सम्मानित नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

    source: http://pib.gov.in

  • CM Dr. Yadav: भारत विश्व गुरु के रूप में शिक्षक परंपरा को स्थापित करना चाहता है

    CM Dr. Yadav: भारत विश्व गुरु के रूप में शिक्षक परंपरा को स्थापित करना चाहता है

    CM Dr. Yadav: राष्ट्र के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक और शिक्षक के हित में समाज के मार्ग पर चलने से ही शिक्षा व्यवस्था होगी बेहतर

    • शिक्षा, धर्म का पुनर्रागमन और मानव मन व इन्द्रियों की स्वामिनी है
    • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शिक्षा भूषण अखिल भारतीय सम्मान समारोह को किया संबोधित

    CM Dr. Yadav ने कहा कि गुरुकुल परंपरा हमारे देश की शिक्षा का आधार रही है। शिक्षक हमेशा पूज्य थे और पूज्य रहेंगे। भारत विश्व गुरु के रूप में उस शिक्षक परंपरा को स्थापित करना चाहता है, जो गुरुकुल परंपरा चाणक्य से चंद्रगुप्त तक और चंद्रगुप्त से विक्रमादित्य तक हर जगह, हर समय, हर काल में कायम रही है। मुख्यमंत्री रविवार को रवीन्द्र भवन सभागार में शिक्षा भूषण अखिल भारतीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह का आयोजन मध्यप्रदेश शिक्षक संघ द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा सरस्वती वंदना के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ श्री सुरेश सोनी, स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री श्री राव उदय प्रताप सिंह, राज्यसभा सदस्य स्वामी उमेश नाथ जी महाराज कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शिक्षा भूषण अखिल भारतीय शिक्षक सम्मान -2024 से डॉ. रामचंद्रन आर., प्रोफेसर के.के. अग्रवाल और प्रोफेसर कुसुमलता केडिया को सम्मानित किया।

    गुरु और गुरुकुल परंपरा में गुरु का विशेष महत्व

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राष्ट्र के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक और शिक्षक के हित में समाज के उद्देश्य से आयोजित शिक्षक समारोह के आयोजन में शैक्षिक फाउंडेशन और अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि भारत की गुरु और गुरुकुल परंपरा में गुरु का बड़ा महत्व है। इतिहास में जब भी कोई प्रश्न खड़े हुए तो गुरु की भूमिका सामने आई। यदि भगवान श्रीराम और लक्ष्मण को गुरु वशिष्ठ वनवास के लिए नहीं ले जाते तो रामायण में राम का चरित्र अधूरा रहता। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा में गुरु सांदीपनि का उज्ज्वल चरित्र शिष्यों के लिए अनुकरणीय और चुनौतियों में प्रेरणा का स्रोत रहा है।

    शिक्षा न तो सत्ता की दासी है और न ही कानून की किन्करी

    अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ श्री सुरेश सोनी ने कहा कि वास्तव में विकास तभी हो सकता जब हमारे आसपास के परिवेश और जीवन मूल्यों का विकास हो। उन्होंने 1928 में गुजरात विद्यापीठ में दिए गए काका कालेलकर के संबोधन को उद्घृत करते हुए कहा कि शिक्षा ने अपने स्वरूप की व्याख्या करते हुए कहा कि शिक्षा न तो सत्ता की दासी है और न ही कानून की किन्करी है, न ही यह विज्ञान की सखी है औप न ही कला की प्रतिहारी यह अर्थशास्त्र की बांदी, शिक्षा तो धर्म का पुनर्रागमन है, यह मानव के हृदय, मन और इन्द्रियों की स्वामिनी है। मानव शास्त्र और समाज शास्त्र, इनके दो चरण हैं, तर्क और निरीक्षण शिक्षा की दो आँखें हैं, विज्ञान मस्तिष्क, इतिहास कान और धर्म शिक्षा के हृदय है। श्री सोनी ने बताया कि काका कालेलकर ने अपने संबोधन में कहा था कि उत्साह और उद्यम शिक्षा के फेफड़े हैं। शिक्षा ऐसी जगत जननी जगदम्बा है, जिसका उपासक कभी किसी का मोहताज नहीं होगा, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।”

    काका कालेलकर के चिंतन के अनुरूप देश में शिक्षा का वातावरण बनाना जरूरी

    श्री सोनी ने कहा कि मूल्य परक शिक्षा-भारत केंद्रित शिक्षा, शिक्षकों के सामाजिक सम्मान और संस्कारों पर जोर देने वाली शिक्षा के लिए सामूहिक रूप से विचार करते हुए काका कालेलकर द्वारा दिए गए चिंतन के अनुरूप देश में शिक्षा का वातावरण बनाने के लिए प्रयास करने होंगे। इसी से 2047 तक विश्व के रंग मंच पर भारत, प्रमुख नेतृत्व कर्ता के रूप में स्थापित होगा। कार्यक्रम में पुरुस्कृत डॉ. रामचंद्रन आर., प्रोफेसर के.के. अग्रवाल और प्रोफेसर कुसुमलता केडिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Dr. Yadav: कन्या-पूजन मातृ-शक्ति की आराधना का प्रतीक

    CM Dr. Yadav: कन्या-पूजन मातृ-शक्ति की आराधना का प्रतीक

    CM Dr. Yadav: विशाल कन्या-पूजन कार्यक्रम में हुए शामिल

    सेवा भारती द्वारा गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में आयोजित किया गया कार्यक्रम

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नवरात्रि पर होने वाला कन्या-पूजन मातृशक्ति की आराधना का प्रतीक है। साथ ही नवरात्रि, जीवन में ऋतु परिवर्तन की महत्ता को भी स्थापित करती है। सनातन परंपरा में विद्यमान उपवास की अवधारणा और उसके लाभ को आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था भी स्वीकार करती है। भारतीय संस्कृति मातृसत्ता की महत्ता को नमन करती है। हमारी संस्कृति में मां सरस्वती को ज्ञान की देवी और मां लक्ष्मी को धन संपदा की देवी के रूप में पूजा जाता है। भारतीय संस्कृति भोजन और भाव दोनों को महत्व देती है यह स्व से संपूर्ण ब्रह्मांड को एकाकार करने के विचार पर केंद्रित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सेवा भारती महावीर मंडल भोपाल द्वारा गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में आयोजित विशाल कन्या-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुष्प वर्षा कर कन्याओं का स्वागत और विधि-विधान से उनका पूजन भी किया।

    नवदुर्गा शक्ति संचय का पर्व है

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति जीव मात्र से प्रेम और शांति का संदेश देती है। यह हमारे सांस्कृतिक मूल्यों और देश का सामर्थ्य ही है, जिसके परिणामस्वरूप विश्व, शांति के लिए भारत की ओर देखता है। रूस-यूक्रेन युद्ध हो या ईरान-इजराइल के बीच संघर्ष, शांति के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ओर सभी देश आशा से देख रहे हैं। यह हम सबके लिए गौरव का विषय है। नवदुर्गा शक्ति संचय का पर्व है, देश भी शक्ति सम्पन्न हो तथा अधिक से अधिक शक्ति संचय की ओर हम अग्रसर हों, इसी उद्देश्य से सेवा भारती संस्था समाज के सभी वर्गों के कल्याण और हित संवर्धन के लिए समर्पित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवरात्रि, दशहरा और दीपावली की सभी को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सेवा भारती के श्री रवि सेठी, श्री विमल त्यागी, गोविंदपुरा क्षेत्र के उद्योगपति, जन-प्रतिनिधि एवं समाजसेवी उपस्थित थे।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Dr. Yadav: रानी दुर्गावती जयंती अद्वितीय मनी

    CM Dr. Yadav: रानी दुर्गावती जयंती अद्वितीय मनी

    CM Dr. Yadav ने विजिटर पंजी में लिखा अद्भुत दृश्य मंत्रीगण के साथ आना इतिहास बना

    • पर्यटन की दृष्टि से नए केलेवर में रानी दुर्गावती से जुड़े स्थल विकसित होंगे
    • मुख्यमंत्री ने सिंगौरगढ़ किले के हाथी दरवाजा का भ्रमण कर प्रदर्शनी का किया उद्घाटन

    वीरांगना रानी दुर्गावती की  500वीं जयंती पर CM Dr. Yadav ने दमोह जिले के जबेरा तहसील स्थित सिंगौरगढ़ के किले के हाथी दरवाजा का भ्रमण किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रानी दुर्गावती के इतिहास पर केन्द्रित पुरातत्व विभाग की प्रदर्शनी का फीता काटकर और दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रीगणों के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन कर रानी दुर्गावती के इतिहास और शौर्य से रू-ब-रू हुए। मुख्यमंत्री ने हाथी दरवाजा पर विजिटर पंजी में लिखा कि अद्भुत दृश्य, ऐतिहासिक किला, रानी दुर्गावती  और अन्य पुरातत्व महत्व के स्थानों पर आकर खासकर मंत्रीगणों के साथ आना अत्यंत आनंददायक रहा। इतिहास बना। रानी दुर्गावती जयंती अद्वितीय मनी। मंत्रीगणों द्वारा भी शुभकामनाएं लिखी गई।

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रानी दुर्गावती की जयंती एक ऐतिहासिक दिन है। कई योजनाएं भी रानी दुर्गावती के नाम पर संचालित होगी। उन्होंने कहा कि इस स्थल पर प्रदेश और देश से लोग आएं तथा रानी दुर्गावती के गौरवान्वित करने वाले इतिहास से अवगत हो। मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रीगणों को बधाई दी और कहा कि पर्यटन की दृष्टि से इस स्थल को नए केलेवर में विकसित किया जाएगा।

    किले की उम्र कई सौ साल होने के बाद भी उसकी दीवारें आज भी मजबूती से खड़ी हैं। रानी महल, हाथी दरवाजे, स्नान के लिए किले के अंदर बने जलाशय और किले की पहाड़ियों में बने गुप्त रास्तों का रहस्य आज भी पहेली लगता है। किले के मुख्य हाथी दरवाजे से कुछ दूरी पर सिंगौरगढ़ जलाशय है यहां आज भी बारह महीने पानी रहता है। रानी दुर्गावती की वीरता के किस्से और प्रसिद्धि अब भी चहुंओर फैली है।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Dr. Yadav: सिंग्रामपुर के लिये 5 अक्टूबर का दिन होगा अभूतपूर्व

    CM Dr. Yadav: सिंग्रामपुर के लिये 5 अक्टूबर का दिन होगा अभूतपूर्व

    CM Dr. Yadav

    • रानी दुर्गावती के सिंहासन कक्ष से प्रेरित पहली ओपन-एयर कैबिनेट
    राज्य शासन द्वारा मातृ शक्ति को पूर्ण सम्मान देते हुए स्वतंत्रता संग्राम, सुशासन, साहस जैसे क्षेत्रों में राष्ट्र के लिये योगदान के साथ प्राणोत्सर्ग करने वाली वीरांगनाओं, शासिकाओं की स्मृति को स्थायी बनाये रखने के लिये विविध प्रयास किए जा रहे हैं। पहले इंदौर में लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयन्ती समारोह पूर्वक मनाई गई। अब रानी दुर्गावती के सम्मान में मंत्रि-परिषद की बैठक दमोह के सिंग्रामपुर में उनकी जयंती पर की जा रही है।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ पूरा मंत्री मण्डल और उच्च प्रशासनिक अमला 5 अक्टूबर का दिन दमोह के सिंग्रामपुर में बितायेंगे। यहां कैबिनेट बैठक के साथ सभी मंत्रीगण विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे।

    सिंग्रामपुर में होने वाले प्रमुख कार्यक्रम

    • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक।

    • प्रदेश की लाड़ली बहना योजना में पात्र हितग्राहियों के खाते में राशि का अंतरण।

    • सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के हितग्राहियों के खाते में राशि का अंतरण।

    • प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की हितग्राही बहनों के खाते में अनुदान राशि का अंतरण।

    • विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन।

    • ग्राम हरदुआ जामशा विकासखंड बटियागढ़ के उत्कृष्ट विद्यार्थियों का सम्मान।

    • सिंगौरगढ़ किला, निदानकुण्ड जल प्रपात, प्राचीन दुर्गा माता मंदिर का भ्रमण।

    कैबिनेट स्थल का डिजाईन रानी दुर्गावती के किले की भव्यता को करेगा प्रतिबिंबित

    रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती के उपलक्ष्य में, सिंग्रामपुर में एक भव्य ओपन-एयर कैबिनेट बैठक होगी, जो रानी दुर्गावती के सुशासन, उनकी कार्यकुशलता और महिलाओं के सशक्तिकरण से प्रेरित है। इस बैठक का डिज़ाइन रानी दुर्गावती के किले की भव्यता को प्रतिबिंबित करता है, जिसमें एक किला-नुमा प्रवेश द्वार और शिव मंदिर भी शामिल हैं।

    यह पहली बार है जब कैबिनेट की बैठक एक खुले क्षेत्र (ओपन एरिया) में आयोजित की जा रही है, जो रानी दुर्गावती के समय की स्थापत्य कला से प्रेरित है। यहां की आर्किटेक्चरल छत और दीवारें रानी के जीवन की संपूर्ण यात्रा को जीवंत रूप से प्रस्तुत करेंगी, जिसमें नारी युद्ध, प्रगतिशील शासन, और महिलाओं के सशक्तिकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को विशेष रूप से उजागर किया जाएगा।

    इस आयोजन की डिज़ाइन में शानदार पत्थर की दीवारें, मेहराबदार खिड़कियाँ और एक मध्यकालीन किले की प्रामाणिकता को दर्शाने वाले तत्व शामिल होंगे। सजावट गोंड कला से प्रेरित होगी, जो रानी दुर्गावती के सिंग्रामपुर क्षेत्र के गोंड समुदाय के साथ उनके गहरे संबंध को उजागर करेगी।

    खाद्य क्षेत्र को एक पारंपरिक गोंड गाँव के आँगन की तर्ज पर सजाया गया है, जहाँ मेहमान पेड़ों के नीचे बैठकर, हटा से लाए गए प्राचीन कांसे के बर्तनों में परोसा गया भोजन का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा, मंत्रियों के लिए विशेष कार्यालय गोंड कला और भित्ति चित्रों से प्रेरित होकर बनाए जा रहे हैं, जो कार्य-क्षमता और सांस्कृतिक सौंदर्य का अनूठा संगम प्रस्तुत करेंगे।

    सिंग्रामपुर के भव्य आयोजन में मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियों का स्वागत स्थानीय जनजातीय सांस्कृतिक टीम द्वारा पारंपरिक शैली में किया जाएगा, जो क्षेत्र की अनोखी परंपराओं और जीवंत आत्मा को उजागर करेगा।

    source: http://www.mpinfo.org

     

  • राज्यपाल Mr. Patel माँ दुर्गा की आरती में हुए शामिल

    राज्यपाल Mr. Patel माँ दुर्गा की आरती में हुए शामिल

    Mr. Patel: राजभवन में हुआ गरबा महोत्सव का आयोजन

    राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल राजभवन में नवरात्रि के उपलक्ष्य में आयोजित गरबा महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने गरबा महोत्सव का शुभारंभ माँ अम्बे की आरती से किया। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने सभी को नवरात्र पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ दी।

    राजभवन में आयोजित गरबा महोत्सव में माँ अम्बे की आराधना के उपरांत मुंबई के लखी ईवेंट के श्री कल्पेश सोलंकी के 11 सदस्यीय दल की सुमधुर स्वर लहरियों और ध्वनि तरंगों के साथ बालभवन, राजभवन परिसर के बच्चे, रहवासी परिवार, भोपाल गुजराती समाज के सदस्य एवं अन्य गणमान्य परिवारों के सदस्यों ने गरबा खेला गया। इससे पूर्व राज्यपाल श्री पटेल का पुष्पगुच्छ भेंट कर गुजराती समाज भोपाल के अध्यक्ष श्री संजय पटेल ने अभिनंदन किया।

    इस अवसर पर राज्यपाल के अपर सचिव श्री उमाशंकर भार्गव, राजभवन के अधिकारी-कर्मचारी, उनके परिजन और गुजराती समाज के सदस्य एवं नागरिक गण उपस्थित थे।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Dr. Yadav: नि:स्वार्थ सेवा भाव है सनातन संस्कृति का मूल-मंत्र

    CM Dr. Yadav: नि:स्वार्थ सेवा भाव है सनातन संस्कृति का मूल-मंत्र

    CM Dr. Yadav ने नई दिल्ली में की संत ईश्वर सम्मान 2024 समारोह में सहभागिता

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नि-स्वार्थ भाव से समाज की सेवा करने का मौका मिलना परमात्मा की कृपा है। मृत्यु-लोक में अपने प्रारब्ध के बल पर 84 लाख योनियों में से मानव शरीर का मिलना भी परमात्मा की कृपा है। जन्म और मृत्यु के बीच काल-खंड में अपने श्रेष्ठ कर्मों से प्रारब्ध को सत्कर्मों में बदलने, विशेषकर समाज सेवा का अवसर परमात्मा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि संत ईश्वर सम्मान जैसा मंच समाज सेवा की इस अनुपम भावना को मान्यता प्रदान करता है। संत ईश्वर फाउंडेशन और राष्ट्रीय सेवा भारती द्वारा सुदूर क्षेत्रों से आए सनातन संस्कृति के विभिन्न समाजसेवियों को सम्मानित कर समाज सेवा की परंपरा को बढ़ाने का काम सराहनीय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को दिल्ली के भारत मंडपम् में आयोजित संत ईश्वर सम्मान समारोह 2024 में शामिल हुए।

    CM Dr. Yadav ने कहा कि सनातन संस्कृति विश्व में अद्वितीय है, जो हमारे लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति में अग्नि-वस्त्रधारी संतों का योगदान सर्वाधिक है, जो प्राणियों को सूर्य की भूमिका में ऊर्जा और मार्गदर्शन देते हैं। संत और सनातन परंपरा जीवन की कठिनाइयों और चुनौतियों से सामना करने की राह दिखाती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संतश्री 33 करोड़ देवताओं का प्रतिनिधित्व कर ‘यद् पिण्डे-तद् ब्रह्मांडे’ के वैदिक वाक्य को चरितार्थ कर रहे है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ‘संत ईश्वर फाउंडेशन’ ने पिछले 22 वर्षों में जो उत्कृष्ट कार्य किये हैं, वे समाज सेवा का सच्चा उदाहरण है। फाउंडेशन ने ऐसे क्षेत्रों में सेवा का दीपक जलाने का बीड़ा उठाया है, जहाँ संसाधनों का अभाव है और शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं तक पहुँच सीमित है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, सामाजिक और आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण साधन है। फाउंडेशन ग्रामीण औद दुर्गम क्षेत्रों शिक्षा का अलख जगाने का कार्य कर रहा है, जो आर्थिक और सामाजिक कठिनाइयों के कारण शिक्षा से वंचित हैं। समाज में एकता, समरसता और शिक्षा के प्रसार के लिये फाउंडेशन के कार्य प्रशंसनीय हैं।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाली विभूतियों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में श्रीराम कथा से सनातन की अलख जगाने वाले व अपनी कविताओं से युवाओं के मन में राष्ट्र सेवा का जागरण करने वाले कवि श्री कुमार विश्वास को संत ईश्वर विशेष सम्मान प्रदान किया गया। शाजापुर जिले के काला पीपल निवासी श्री जयराम पाटीदार को वर्ष 2002 से श्रीकृष्ण बलराम गौशाला के माध्यम से गौवंश की सेवा, पंचगव्य उत्पादों के निर्माण, प्राकृतिक खेती और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के संत ईश्वर सम्मान से पुरस्कृत किया गया।

    कार्यक्रम में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू, स्वामी ज्ञानानंद महाराज सहित राष्ट्रीय सेवा भारती और संत ईश्वर फाउंडेशन के पदाधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Dr. Yadav: स्वच्छता दिवस कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी रही आकर्षण का केन्द्र

    CM Dr. Yadav: स्वच्छता दिवस कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी रही आकर्षण का केन्द्र

    CM Dr. Yadav

    भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हुए स्वच्छता कार्यक्रम में लगाई गई प्रदर्शनी, स्वच्छता उपकरण और ट्रिपल-आर ऑन व्हील आकर्षण का केन्द्र रहे। स्वच्छता दिवस का कार्यक्रम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने नगर निगम भोपाल के सफाई कार्य में लगे उपकरण, ट्रिपल-आर ऑन व्हील और अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग कर बनाई गई सामग्री का अवलोकन किया।

  • CM Dr. Yadav: ग्रामीण क्षेत्रों में जन-आंदोलन बना “स्वच्छता ही सेवा अभियान

    CM Dr. Yadav: ग्रामीण क्षेत्रों में जन-आंदोलन बना “स्वच्छता ही सेवा अभियान

    CM Dr. Yadav: अभियान में किए गए कई उल्लेखनीय कार्य और नवाचार

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि स्वच्छ भारत मिशन ने स्वच्छता के लिए दुनिया के सबसे बड़े जन-आंदोलन को जन्म दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए ग्रामीणों को जागरूक करना इस मिशन की एक प्रमुख सफलता रही। मध्यप्रदेश ने ग्रामीण स्वच्छता में कई विशिष्ट उपलब्धियां हासिल की है। प्रदेश में 70 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण कर संपूर्ण रूप से खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है। मिशन के दूसरे चरण में प्रत्येक ग्राम की ओडीएफ की स्थिति को निरंतर रखते हुए ठोस एवं तरल अपशिष्ट का निपटान भी किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती एवं स्वच्छ भारत मिशन की 10 वीं वर्षगांठ पर स्वच्छता के दृष्टिकोण को शासकीय एवं सामुदायिक प्रयासों से जन-जन तक पहुंचाने के लिए “स्वच्छता ही सेवा” अभियान पखवाड़ा 17 सितंबर से प्रारंभ किया गया, जो 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर समारोह के साथ सम्पन्न होगा।

    जन-भागीदारी से लोगों को किया जागरूक

    स्वच्छता ही सेवा अभियान में जन-भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये कई जन-प्रतिनिधि, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी, आम नागरिकों ने एकजुटता दिखाई। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने छिंदवाड़ा जिले के छिंदी ग्राम से “स्वच्छता साथी-वॉश ऑन व्हील सेवा” का शुभारंभ किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने रीवा में स्वच्छता संवाद कार्यक्रम में सम्मिलित होकर स्वस्थ भारत, स्वच्छ भारत के उद्देश्य को साकार करने के लिए प्रेरित किया। राज्य के सभी मंत्री, सांसद, विधायकों ने अपने क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों में शामिल होकर संपूर्ण स्वच्छता के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य करने का संदेश पहुंचाया।

    TN5 Bhopal300924094638

    स्वच्छता शपथ के साथ हुईं स्वच्छता चौपालें

    स्वच्छता शपथ, स्वच्छता चौपाल, स्वच्छता रैली, स्वच्छता के लिये श्रमदान स्वच्छता संवाद, प्रतियोगिताएँ, खेल लीग, एक पेड़ माँ के नाम, घर-घर जागरूकता इत्यादि गतिविधियों के माध्यम से स्वच्छता में जन-भागीदारी की गतिविधियां की गई, जिसमें 40 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया।

    स्वच्छता लक्षित इकाइयों का चिन्हांकन

    अभियान मेंऐसे स्थान जहां कूड़े-कचरे का ढेर था, उन स्थानों का चिन्हांकन कर स्वच्छ स्थानों में परिवर्तित किया गया। ऐसी 19 हजार 742 स्वच्छता लक्षित इकाइयों को 12 लाख 77 हज़ार लोगों की जन-भागीदारी से स्वच्छ साईट में परिवर्तित किया गया, जिससे खुले में पड़े 10 हजार 681 टन कचरे का सुरक्षित निपटान हुआ। अब तक 333 टन से अधिक प्लास्टिक कचरे का जन-भागीदारी से संग्रहण किया जाकर सुरक्षित निपटान किया गया है। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधित बनाकर 400 से अधिक ग्रामों को मॉडल श्रेणी में ओडीएफ़ प्लस घोषित किया जा चुका है।

    सफाई सुरक्षा मित्रों के योगदान को दी गई मान्यता

    अभियान का विशेष पहलू यह रहा कि सफाई कर्मियों और सफ़ाई मित्रों के योगदान को मान्यता दी गई। उनके स्वास्थ्य एवं सम्मान के लिए 1549 सफाई मित्र सुरक्षा शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें 42 हजार 466 सफ़ाई मित्रों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं 24 हजार 655 सफ़ाई मित्रों को सुरक्षा उपकरणों एवं पीपीई किट का वितरण किया गया।

    नर्मदा नदी के किनारे 776 ग्राम ओडीएफ प्लस मॉडल घोषित

    नर्मदा नदी के किनारे बसे 884 ग्रामों में घाटों की साफ़-सफ़ाई, आस-पास के क्षेत्र को प्लास्टिक फ्री बनाये जाने एवं सिंगल यूज्ड प्लास्टिक कचरे का संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। नर्मदा नदी किनारे के 776 ग्राम तथा पर्यटन महत्व वाले सभी 117 ग्राम ओडीएफ प्लस मॉडल घोषित हो चुके हैं।

    आगे की राह

    प्रदेश के सभी ग्रामों में 2 अक्टूबर को विशेष ग्राम सभाओं का अयोजन होगा। इसमें स्वच्छता पखवाड़े में हासिल उपलब्धियों से ग्रामवासियों को अवगत कराया जाएगा तथा स्वच्छता परिसंपतियो का शिलान्यास और कचरा वाहनों का लोकार्पण किया जायेगा।


Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home/jcaxzbah/hindinewslive.in/wp-includes/functions.php on line 5464