Tag: मध्य प्रदेश राज्य

  • Governor Mangubhai Patel: राजभवन में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं धन्वंतरि जयंती मनाई गयी

    Governor Mangubhai Patel: राजभवन में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं धन्वंतरि जयंती मनाई गयी

    Governor Mangubhai Patel के निर्देश पर राजभवन में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं धन्वंतरि जयंती मनाई गयी

    Governor Mangubhai Patel के निर्देश पर राजभवन में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं धन्वंतरि जयंती मनाई गयी। कार्यक्रम का आयोजन राजभवन के आयुर्वेद आरोग्य केन्द्र में किया गया।

  • CM Dr. Yadav: धनतेरस से एकादशी तक छोटे व्यापारियों एवं हाथ ठेला वालों से बाजार शुल्क न लिया जाये

    CM Dr. Yadav: धनतेरस से एकादशी तक छोटे व्यापारियों एवं हाथ ठेला वालों से बाजार शुल्क न लिया जाये

    CM Dr. Yadav ने समाधान ऑनलाइन से पहले किया प्रदेशवासियों को संबोधित

    • दीपावली पर स्थानीय विक्रेताओं से सामग्री खरीदी को प्रोत्साहित करें

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि प्रदेश में वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिये दीपावली पर्व पर स्थानीय विक्रेताओं से सामग्री की खरीदी को प्रोत्साहित किया जाये। धनतेरस से एकादशी तक सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे व्यापारियों एवं हाथ ठेला वालों से बाजार शुल्क न लिया जाये। सभी नगरीय निकाय स्थानीय स्तर पर साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने विशेष अभियान चलायें। साथ ही प्रदेश में रोशनी के पर्व दीपावली पर विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मंत्रालय में समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम के पहले प्रदेशवासियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दीपावली और मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दी।

    29 अक्टूबर को होगी रन फॉर यूनिटी

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में 29 अक्टूबर को प्रात: 9 बजे रन फॉर यूनिटी का शुभारंभ तात्याटोपे स्टेडियम से किया जायेगा। साथ ही राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई जायेगी। मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टर्स को अपने जिले में भी इस कार्यक्रम को प्रभावी रूप से आयोजित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एक नवंबर को मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर सभी जिलों में गरिमापूर्ण आयोजन सुनिश्चित किया जाये। इसी क्रम में 2 नवंबर को रवीन्द्र भवन भोपाल में गोवर्धन पूजा का राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम से स्थानीय स्तर पर सभी जन-प्रतिनिधि जुड़ सकें, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। जिला एवं विधानसभा स्तर पर गौशालाओं में गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम किये जायें। साथ ही पंचगव्य उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाये।

    डीएपी के स्थान पर एनपीके को बढ़ावा देने किसानों के मध्य चलायें जागरूकता अभियान

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में 25 अक्टूबर से सोयाबीन का समर्थन मूल्य पर उपार्जन शुरू हो चुका है। धान का उपार्जन 2 दिसम्बर से प्रारंभ होगा। उपार्जन के दौरान किसानों की सुविधाओं के लिये सभी आवश्यक उपाय किये जायें। सभी जिला कलेक्टर अपने जिले में खाद वितरण व्यवस्था की निगरानी करें। उन्होंने कहा कि डीएपी की तुलना में एनपीके में पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। अत: डीएपी के स्थान पर एनपीके को बढ़ावा देने के लिए किसानों के मध्य जागरूकता अभियान चलाया जाये।

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  • CM Dr. Yadav: अन्नदाताओं की खुशहाली और बेहतरी के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध

    CM Dr. Yadav: अन्नदाताओं की खुशहाली और बेहतरी के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध

    CM Dr. Yadav: प्रधानमंत्री श्री मोदी 29 अक्टूबर को प्रदेश के किसानों के खातों में करेंगे सहायता राशि अंतरित

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि प्रदेश के अन्नदाताओं की खुशहाली और बेहतरी के लिये नित नये आयाम स्थापित किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का अन्नदाताओं के प्रति असीम स्नेह सरकार की योजनाओं में भी निरंतर दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी 29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (वर्ष 2024-25 की द्वितीय किश्त अंतरित करेंगे। प्रदेश के 81 लाख से अधिक किसानों को 1624 करोड़ रुपये की सहायता राशि का अंतरण किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के साथ राज्य सरकार भी मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में किसानों को लाभान्वित कर रही है। इन दोनों योजनाओं में किसानों को प्रतिवर्ष 12000 रुपये का लाभ प्रदान किया जा रहा है। अब तक म.प्र. के किसानों के बैंक खातों में 41 हजार 200 करोड़ रुपये की राशि अतिरिक्त दी जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र के लिये वर्ष 2024-25 बजट में 66 हजार 605 करोड़ रुपये का प्रावधान करते हुए कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिये शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर कृषकों को अल्पावधि फसल ऋण दिये जाने की योजना को जारी रखा गया है। इसके लिये 600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इससे लगभग 32 लाख से अधिक कृषक लाभान्वित होंगे। वर्ष 2024-25 में 23 हजार करोड़ रुपये के फसल ऋण वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि फसल बीमा योजना के इतिहास में पहली बार प्रदेश में किसानों के लिये ऋण की अदायगी की अंतिम तिथि (28 मार्च) से पहले सरकार ने दावों का भुगतान किया और किसानों को अनावश्यक ब्याज भरने के दण्ड से बचाया। किसानों को समर्थन मूल्य पर उपार्जित गेहूँ पर प्रति क्विंटल 125 रुपये बोनस का भुगतान भी किया गया। रबी विपणन वर्ष 2024-25 में 6 लाख से अधिक किसानों से 48 लाख 35 हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया गया।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में राहत देने 24 हजार 420 करोड़ रुपये की सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया है। अटल कृषि ज्योति योजना अंतर्गत 10 हॉर्स-पॉवर तक के किसानों को ऊर्जा प्रभार में सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना में चालू वित्तीय वर्ष में 11 हजार 65 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में सोयाबीन का केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश में 1400 केंद्र स्थापित किए गए हैं। समर्थन मूल्य पर खरीदी का कार्य ई-उपार्जन पोर्टल से किया जा रहा है। उपार्जित सोयाबीन के लिये किसानों को ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में सोयाबीन उपार्जन के लिए तीन लाख 44 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। प्रदेश में दतिया, भिंड, कटनी, मंडला, बालाघाट, सीधी एवं सिंगरौली 7 जिलों को छोड़कर समस्त जिलों में सोयाबीन का उपार्जन किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने “रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना” प्रारंभ की है। इस योजना से मिलेट्स उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा। योजना में कोदो-कुटकी के उत्पादन पर किसानों को भुगतान किए गए न्यूनतम क्रय मूल्य के अतिरिक्त सहायता राशि के रूप में खाते में 1000 रुपए प्रति क्विंटल डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत प्रदाय किए जाएंगे।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है। राज्य में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। किसानों को आवश्यक मात्रा में उर्वरक मिल रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन 5 रैक यूरिया, 2 रैक डीएपी एवं 2 रैक एनपीके की आ रही है। विगत वर्ष अक्टूबर 2023 में डीएपी + एनपीके 1.89 लाख मीट्रिक टन प्राप्त हुआ था, इस वर्ष माह अक्टूबर में अभी तक लगभग 2.70 लाख मीट्रिक टन प्राप्त हो गया है। प्रदेश में यूरिया 5.20 लाख मीट्रिक टन, डीएपी + एनपीके का लगभग 2.80 लाख मीट्रिक टन स्टॉक उपलब्ध है। प्रदेश के सभी ज़िलों में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है। माँग अनुसार उर्वरक प्रदाय किया जा रहा है।

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  • CM Dr. Yadav दिलाएंगे राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ

    CM Dr. Yadav दिलाएंगे राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ

    CM Dr. Yadav: “रन फॉर यूनिटी” का करेंगे शुभारंभ

    CM Dr. Yadav 29 अक्टूबर को प्रात: 9 बजे टी.टी. नगर स्टेडियम भोपाल में राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाएंगे। साथ ही “रन फॉर यूनिटी” को हरी झंडी दिखाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने “मन की बात” कार्यक्रम में लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती “राष्ट्रीय एकता दिवस पर होने वाली रन फॉर यूनिटी” इस बार 29 अक्टूबर को आयोजित करने की घोषणा की है। टी.टी. नगर खेल स्टेडियम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, अपर मुख्य सचिव श्रीमती स्मिता भारद्वाज घाटे सहित अन्य जन-प्रतिनिधि शामिल होंगे।

    उल्लेखनीय है कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती के दिन ही दीपावली का पर्व भी है। इस वजह से 29 अक्टूबर को रन ऑफ यूनिटी का आयोजन किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होने और देश की एकता के मंत्र के साथ ही फिटनेस के मंत्र को भी हर तरफ फैलाने की अपील की है।

    राष्ट्रीय एकता दिवस पर होने वाली शपथ और रन फॉर यूनिटी के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जिलों में भी इन आयोजन को और आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा है। जिन जिलों में विधानसभा उप चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, वहाँ आदर्श आचरण संहिता का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है।

    तैयारियों संबंधी बैठक

    खेल संचालक श्री रवि कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में टी.टी. नगर खेल स्टेडियम में जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में रन फॉर यूनिटी का रूट तय किया गया है कि खेल स्टेडियम से कमला नेहरू स्कूल होकर टॉप एण्ड टाउन, रोशनपुरा चौराहा से वापस अपैक्स बैंक होते हुये खेल स्टेडियम पर समापन होगा। रन फॉर यूनिटी में हजारों की संख्या में युवा, खिलाड़ी, कोच, स्कूली बच्चे, टीचर्स आदि शामिल होंगे। बैठक में संचालक जनसम्पर्क श्री अंशुल गुप्ता, उप सचिव श्री संजय सिंह, संयुक्त संचालक खेल श्री बी.एस. यादव और स्कूल शिक्षा, नगर निगम सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Dr. Yadav: सरदार पटेल ने अंग्रेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया

    CM Dr. Yadav: सरदार पटेल ने अंग्रेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया

    CM Dr. Yadav: सरदार पटेल के किसान कल्याण की भावना का ही मूर्त रूप है अमूल दुग्ध संघ

    • दुग्ध उत्पादक किसानों को दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से मिलेगा बोनस

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अंगेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया। देश को आजाद करते समय अंग्रेजों ने इसे खण्ड-खण्ड करने का प्रयास किया। इस प्रयास को विफल करके सरदार पटेल ने अखण्ड भारत का निर्माण किया। रियासतों का एकीकरण सरदार पटेल की प्रतिभा, साहस और कौशल का बहुत बड़ा उदाहरण है। सरदार पटेल ने ही सोमनाथ मंदिर और द्वारिकाधीश मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया। उन्होंने अपने कार्यों से देश की सनातनी परंपरा को भी गौरवान्वित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतना में सरदार वल्लभ भाई पटेल ट्रस्ट द्वारा आयोजित भव्य समारोह में देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संबोधित कर रहे थे।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरदार पटेल ने गरीबों और किसानों के लिए जीवन भर कार्य किया। सरदार पटेल के किसानों के कल्याण के सपने के रूप में गुजरात में दुग्ध उत्पादक संघ अमूल का गठन और विकास हुआ। इसने पूरे देश में श्वेत क्रांति ला दी। अमूल, किसानों के सहयोग और सहकार से बना संगठन है। अमूल, दुग्ध उत्पादक किसानों को अच्छी गुणवत्ता का पशु आहार, दुधारी पशुओं को बीमा सुरक्षा का लाभ तथा दीवाली पर किसानों को लाखों का बोनस देता है। मध्यप्रदेश में भी दुग्ध उत्पादक किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से दुग्ध संग्रहण के लिए बोनस दिया जायेगा। यह मध्यप्रदेश के किसानों के लिए सरदार पटेल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार जनता के साथ मिलकर दीवाली तथा गोवर्धन पूजा मनायेंगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से अयोध्या में भव्य मंदिर में भगवान श्रीराम मुस्कुरा रहे हैं। हम सब हर्षोल्लास से दीवाली मनाकर अपना जीवन खुशियों से भरेंगे। उज्जैन में महाकाल लोक का निर्माण तथा बनारस में बाबा विश्वनाथ लोक का निर्माण हुआ है। उसी तरह चित्रकूट में श्रीराम लोक का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए चित्रकूट विकास प्राधिकरण गठित कर प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। मैहर में मां शारदा लोक का निर्माण किया जायेगा। अयोध्या की तरह मथुरा भी जगमग होगा। मुख्यमंत्री ने सतना में नगर निगम के सहयोग से लाईब्रेरी के संचालन, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग सेंटर तथा छात्रावास बनाने की घोषणा की।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास कर रही है। हमने साइबर तहसील व्यवस्था लागू कर दी है। अब किसानों को जमीन के नक्शे, खसरे और नामांतरण के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। आधुनिक संचार सुविधा के माध्यम से उन्हें घर बैठे इसकी सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल ट्रस्ट की स्मारिका “एकता” का विमोचन भी किया

    पशुपालन एवं डेयरी विकास राज्यमंत्री लखन पटेल ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर सतना और मैहर जिले के नागरिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सामाजिक संगठन ने ग्रामीण स्तर से लेकर जिला स्तर तक अपने संगठन का बहुत अच्छा विस्तार किया है। नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि सरदार पटेल जैसी महान विभूति ने देश के निर्माण और एकात्म मानववाद की भूमिका में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सरदार पटेल के आदर्शो को जन-जन तक पहुंचाने के लिए केवडिया गुजरात में विश्व का सबसे बडी प्रतिमा स्टेचू ऑफ यूनिटी देश में स्थापित की।

    सांसद श्री गणेश सिंह ने कहा कि सरदार पटेल ने देश की एकता और अखण्डता के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। उनके प्रयासों से ही स्वतंत्रता के बाद देशी रियासतों का एकीकरण होकर आधुनिक भारत का निर्माण हुआ। समारोह में पूर्व मंत्री श्री रामखेलावन पटेल ने संगठन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को सामूहिक रूप से शपथ दिलाई। समारोह में विधायक मैहर श्रीकांत चतुर्वेदी, विधायक चित्रकूट सुरेन्द्र सिंह गहरवार, महापौर योगेश ताम्रकार, जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल, उपाध्यक्ष सुस्मिता सिंह, पूर्व सांसद तथा पिछडा आयोग वर्ग के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, पूर्व विधायक श्रीमती ऊषा चौधरी, पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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  • CM Dr. Yadav की मौजूदगी में एम.पी. टूरिज्म बोर्ड और एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के बीच हुआ एमओयू

    CM Dr. Yadav की मौजूदगी में एम.पी. टूरिज्म बोर्ड और एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के बीच हुआ एमओयू

    CM Dr. Yadav: फेन सेन्चूरी, मण्डला में स्थित इकाई का स्वीकृति पत्र जारी

    • एमपी टूरिज्म न्यूजलेटर ऑफबीट मध्यप्रदेश’ का हुआ विमोचन

    CM Dr. Yadav ने रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के न्यूजलेटर ‘ऑफबीट मध्यप्रदेश’ का विमोचन किया। इस न्यूजलेटर का उद्देश्य राज्य के पर्यटन स्थलों की व्यापक जानकारी प्रदान करना और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना है। प्रत्येक 3 माह में प्रकाशित होने वाले इस न्यूज लेटर में मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, प्राकृतिक, और धार्मिक स्थलों के बारे में जानकारी दी जाएगी। मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थल, नीतियों, आयोजन और सम-सामयिक गतिविधियों के प्रचार प्रसार के लिए  प्रकाशन किया जा रहा है। पर्यटन क्षेत्र के देश और विदेश के हितधारक, मीडिया और जनसामान्य को मध्यप्रदेश पर्यटन की उपलब्धियों और नवाचार की जानकारी मिल सकेगी। इस न्यूज लेटर को मध्यप्रदेश पर्यटन की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फेन सेन्चूरी, मण्डला में स्थित इकाई के संचालन के लिए स्वीकृति पत्र (लेटर ऑफ अवॉर्ड) अंश इन्फ्रास्ट्रक्चर और डेवलपर्स रायपुर को सौंपा।  मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा 30 वर्ष के लिए पीपीपी मोड में संचालित करने के लिए सौंपा है। इससे क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों का विकास होगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार में वृद्धि होगी। 

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड (MPTB) और एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते का उद्देश्य सतना और रीवा क्षेत्र में पर्यटन प्रबंधन और आतिथ्य क्षेत्र में कौशल विकास और रोजगार क्षमता को बढ़ावा देना है। दोनों संस्थाएं मिलकर पर्यटन एवं आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र में प्रशिक्षण, पाठ्यक्रम विकास, इंटर्नशिप के माध्यम से रोजगार एवं स्व-रोजगार के अवसरों को प्रोत्साहित करेंगी। 

    प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि मध्यप्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। ऑफ बीट मध्यप्रदेश न्यूजलेटर के माध्यम से देश-विदेश के पर्यटकों को राज्य के पर्यटन स्थलों की जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। न्यूजलेटर राज्य के पर्यटन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर फोकस करेगा, जिसमें टाइगर रिज़र्व, नेशनल पार्क, विरासत स्थल, धार्मिक स्थल और पारंपरिक गाँव सहित पर्यटन नीतियां और नवाचार की जानकारी शामिल होगी। इसके साथ ही एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के साथ हुआ एमओयू क्षेत्रीय विकास, उद्यमिता को बढ़ावा देने और समुदायों के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सतना और रीवा के पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में रोजगार की नई संभावनाएं पैदा करेगी।

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  • CM Dr. Yadav ने उद्योगपतियों से की रीवा आरआईसी में वन-टू-वन चर्चा

    CM Dr. Yadav ने रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की

    CM Dr. Yadav ने रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आरआईसी से रीवा प्रदेश का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र बनकर उभरेगा, जहाँ राज्य सरकार उद्योगपतियों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। सरकार ने निवेश के लिए उद्योग-अनुकूल नीतियों को मजबूत किया है, जिससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को तेज़ी से बढ़ावा मिलेगा। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, एमएसएमई मंत्री श्री चैतन्य काश्यप, मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन एवं प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित रहे।

  • Governor Mangubhai Patel: सरकारी सेवा की अधिकारिता मानव धर्म के पालन का सुअवसर

    Governor Mangubhai Patel: सरकारी सेवा की अधिकारिता मानव धर्म के पालन का सुअवसर

    Governor Mangubhai Patel से राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का प्रतिनिधि मंडल मिला

    Governor Mangubhai Patel से राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के अन्तर्गत राष्ट्रीय ट्रेनिंग प्रोग्राम के प्रतिनिधियों ने राजभवन में भेंट की। प्रतिनिधि मंडल में राष्ट्रीय सिकल सेल मिशन के तहत दो दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम के प्रतिभागी शामिल थे। प्रतिभागियों में राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, वरिष्ठ प्रबंधक और सिकल सेल रोग विशेषज्ञ शामिल थे। प्रतिनिधि मंडल में महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, केरल, कर्नाटक, ओडिशा, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और तमिलनाडू राज्यों के प्रतिनिधि शामिल थे। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव मुकेश चन्द गुप्ता भी मौजूद थे।

    राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि सरकारी सेवा की अधिकारिता मानव धर्म के पालन का सुअवसर है। आवश्यकता संवेदनशील सहानभूतिपूर्ण दृष्टिकोण की है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी मध्यप्रदेश के राज्यपाल के दायित्व का इसी भाव भावना के साथ पालन कर रहें है। उनके मानवता का संकल्प सिकल सेल रोगियों की सेवा है। उन्होंने कहा कि सिकल सेल रोग के संबंध में जन जागृति पर फोकस किया जाना चाहिए। स्क्रीनिंग कराने, गर्भावस्था और नवजात शिशु की जांच कराने के बारे में समुदाय की बोली में बताया जाए। विवाह संबंधी हिदायतों के बारे में भी जन-जागरण जरूरी है। उन्होंने कहा कि सिकल सेल रोग उपचार की संभावनाओं में आयुर्वेद और होम्योपैथी की भूमिका का भी प्रमाणीकरण किया जाना जरूरी है।

    प्रबंध संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन  सुश्री प्रियंका दास ने प्रतिनिधि मंडल को हीमोग्लोबिनोपैथी मिशन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में वर्ष 2021 से मिशन के तहत कार्य किए जा रहे है। कार्य का प्रारंभ अलीराजपुर और झाबुआ जिलों में पॉयलेट प्रोजेक्ट से किया गया है। प्रोजेक्ट के अनुभवों के आधार पर स्क्रीनिंग के लिए आयु सीमा को बढ़ाया गया। नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं की जांच और स्कूल, आंगनवाड़ी, छात्रावास और महाविद्यालयों के साथ समुदाय के बीच जाकर पी.ओ.सी. किट के द्वारा स्क्रीनिंग करने की व्यवस्थाएं की गई। उन्होंने बताया की समुदाय की जेनेटिक काउंसलिंग के लिए कार्ड तैयार कराकर वितरित किए जा रहे है। काउंसलिंग ग्रुप का गठन किया जा रहा है। सिकल सेल रोगियों के स्वास्थ्य की नियमित देखभाल के लिए उपचार कार्ड भी प्रदाय किए जा रहे है। उन्होंने बताया की केन्द्र सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के सहयोग से सिकल सेल रोग जटिलताओं के उपचार के लिए भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में और नवजात शिशु की जांच के सेंटर ऑफ कॉम्पीटेंस मेडिकल कॉलेज इंदौर में विकसित किए जा रहे है।

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  • CM Dr. Yadav ने उद्योगपतियों से की रीवा आरआईसी में वन-टू-वन चर्चा

    CM Dr. Yadav ने उद्योगपतियों से की रीवा आरआईसी में वन-टू-वन चर्चा

    CM Dr. Yadav ने रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की

    CM Dr. Yadav ने रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आरआईसी से रीवा प्रदेश का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र बनकर उभरेगा, जहाँ राज्य सरकार उद्योगपतियों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। सरकार ने निवेश के लिए उद्योग-अनुकूल नीतियों को मजबूत किया है, जिससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को तेज़ी से बढ़ावा मिलेगा। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, एमएसएमई मंत्री श्री चैतन्य काश्यप, मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन एवं प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित रहे।

  • CM Dr. Yadav: उपलब्ध संसाधनों को अपनी क्षमता और योग्यता से हीरे की तरह तराशेंगे

    CM Dr. Yadav ने रीवा में “वाइब्रेंट विंध्य” रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को किया संबोधित

    • प्रदेश के विकास के लिये अपने “ईगो” को त्याग कर टीम भावना से कार्य करना जरूरी
    • रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश के विकास का यज्ञ है
    • 31 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव हुए प्राप्त, 28 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
    • 2680 करोड़ रूपये की 21 इकाईयों का किया लोकार्पण एवं भूमि-पूजन
    • बड़े उद्योगों के लिए राज्य सरकार उद्योग पॉलिसी में भी करेगी बदलाव
    • सरकार प्रत्येक व्यक्ति के रोजगार के लिये है प्रतिबद्ध और संकल्पित
    • उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए अपार संभावनाएं विद्यमान
    • एयरपोर्ट के बाद अब रीवा क्षेत्र से एक्सपोर्ट के लिए कटनी और सिंगरौली में बनेंगे कंटेनर डिपो
    • मऊगंज और मैहर में एमएसएमई का नया इंडस्ट्रियल एरिया करेंगे विकसित
    • संजय-दुबरी राष्ट्रीय उद्यान में उपलब्ध होंगी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की टूरिज्म सुविधाएं
    • विंध्य क्षेत्र की पर्यटन परियोजनाओं में निवेश के लिए करेंगे विशेष प्रावधान
    • प्रदेशवासियों के जीवन स्तर में सुधार के लिए औद्योगिक गतिविधियों कर रहे है प्रोत्साहित

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि की श्रृंखलाबद्ध आयोजित की जा रही रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश के विकास का यज्ञ है। इसमें शामिल हो रहे उद्योगपतियों और निवेशकों के सहयोग से उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग कर प्रदेश को हीरे की तरह तराशेंगे। मध्यप्रदेश में सभी क्षेत्रों में विकास की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत नये उद्योगों की स्थापना के साथ प्रत्येक व्यक्ति को रोजगार उपलब्ध कराना हमारी प्रतिबद्धता भी है और घोषित संकल्प भी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार की काम करने की गति ऐसी है कि एक बैठक में उद्योगपति से मुलाकात होती है और अगली बैठक में इकाई का भूमि-पूजन हो जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को रीवा में “वाइब्रेंट विध्य” रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को संबोधित कर रहे थे।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश के विकास के लिये हम सभी अपने “ईगो” को छोड़कर टीम भावना के साथ कार्य करने के लिये तत्पर है। कान्क्लेव में सभी ने घंटों एक साथ बैठकर एक दूसरे की बात को तन्मयता से सुनकर प्रतिबद्धता को प्रमाणित भी किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों और उद्योगपतियों को विश्वास दिलाया कि प्रदेश की समृद्धि के लिये सरकार न सिर्फ सहयोग करेगी बल्कि जरूरत पड़ने पर उद्योग पॉलिसी में बदलाव भी करेगी।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रीवा संभाग में उद्योगों को प्रोत्साहित करने और एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए कटनी और सिंगरौली में इनलेंड कंटेनर डिपो का निर्माण किया जाएगा। यहां मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क भी विकसित होंगे। मऊगंज और मैहर में एमएसएमई का नया इंडस्ट्रियल एरिया विकसित किया जाएगा। औद्योगिक क्षेत्र बैढ़न में जलापूर्ति के लिए 84 लाख रूपए की लागत से नई योजना क्रियान्वित की जाएगी। संजय-दुबरी राष्ट्रीय उद्यान व टाइगर रिजर्व में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की उच्चतम सुविधायुक्त टूरिज्म सुविधाएं विकसित की जाएगी। हेल्थ टूरिज्म को विकसित करने के लिए नवाचार भी किए जाएंगे। चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में गतिविधियों का विस्तार किया जाएगा। इससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे और उपचार तथा शिक्षा में यह क्षेत्र आत्म-निर्भर भी बन सकेगा। विंध्य क्षेत्र में बेहतर होटल, रिसोर्ट्स सहित अन्य पर्यटन परियोजनाओं में निवेश के लिए पृथक से प्रावधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रीवा रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए ये घोषणाएँ की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

    जारी रहेंगे रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के आयोजन

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेशवासियों का जीवन स्तर सुधरे, राज्य के जीएसटी व कर संग्रहण में वृद्धि हो, इस उद्देश्य से प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में उद्योग समूहों का स्वागत है, यदि कोई बड़ा उद्योग स्थापित किया जाता है तो राज्य सरकार अपनी नीतियों में आवश्यक बदलाव करने के लिए भी तत्पर रहेगी। देश की अर्थ-व्यवस्था को निरंतर अग्रगामी बनाए रखने की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुसार प्रदेश में औद्योगिक निवेश और गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव जैसे आयोजन निरंतर किए जाएंगे।

    क्षेत्रीय स्तर पर जारी इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से उद्योगों के विस्तार का यज्ञ जारी

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार के लिये अपार संभावनाएँ विद्यमान है। खाद्य प्र-संस्करण सहित सभी क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियों के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। प्रदेश में औद्योगिक विकास को शीर्ष पर ले जाने के लिए प्रत्येक प्रदेशवासी को अहंकार शून्यता की भावना के साथ कठोर परिश्रम और लगन से कार्य करना होगा। प्रदेश में क्षेत्रीय स्तर पर जारी इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव से औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार का यज्ञ जारी है। प्रत्येक विभाग, उद्योग समूह, उद्यमियों, जन-प्रतिनिधियों की आहूति से ही यह यज्ञ सफल होगा और प्रदेश अपने लक्ष्य को प्राप्त करेगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में हमें नवीनतम तकनीक और सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए पूर्ण पारदर्शिता, प्रतिबद्धता और कर्मठता के साथ एक-दूसरे को आगे बढ़ाने के लिए टीम भावना के साथ निरंतर प्रयत्नशील रहना होगा।

    रोजगार आधारित उद्योगों को राज्य सरकार प्रदान कर रही है विशेष सहायता

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोगों को अपने परिश्रम के आधार पर आगे बढ़ने के अवसर प्रदान कराना हमारी सरकार का संकल्प है। इसी उद्देश्य से प्रदेशवासियों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इस क्रम में रोजगार आधारित उद्योगों को राज्य सरकार विशेष सहायता प्रदान कर रही है और महिलाओं को रोजगार देने वाली औद्योगिक इकाईयों के लिए भी विशेष प्रावधान किए गए हैं।

    डबल इंजन की सरकार सभी क्षेत्रों में प्राप्त कर रही है उपलब्धियां

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अपने परिवार के लिए भरण-पोषण की व्यवस्था करना प्रत्येक व्यक्ति के लिए गृहस्थ धर्म का कर्तव्य है, लेकिन उन व्यक्तियों पर परामात्मा की विशेष कृपा होती जिनके माध्यम से कई लोगों के परिवार चलते हैं और उन्हें यश प्राप्त होता है। इस दृष्टि से उद्योगपतियों पर ईश्वर की विशेष कृपा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के मार्गदर्शन में संचालित डबल इंजन की सरकार विकास और कल्याण के मोर्चों पर सक्रिय है और औद्योगिक गतिविधियां हों या जन-जन के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास, सभी क्षेत्रों में राज्य सरकार को उपलब्धियां प्राप्त हो रही हैं।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया रीवा आईटी पार्क का किया वर्चुअल भूमि-पूजन

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रीवा में 66 करोड़ 71 लाख रुपए की लागत से बनने वाले आईटी पार्क का वर्चुअल भूमि-पूजन किया। इसी प्रकार छोटे एवं मध्यम उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए पटेरा जिला मऊ और नया गांव में 29 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होने वाले नवीन औद्योगिक क्षेत्र और रीवा के पास बनने वाले चुरहट इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन का भी वर्चुअल भूमि-पूजन किया गया।

    त्रैमासिक न्यूज लेटर “ऑफबीट मध्यप्रदेश” का किया विमोचन

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश पर्यटन के त्रैमासिक न्यूज लेटर “ऑफबीट मध्यप्रदेश” का विमोचन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में मध्यप्रदेश पर्यटन तथा एपीएस विश्वविद्यालय के बीच, पर्यटन प्रबंधन और अतिथि सत्कार के प्रशिक्षण व पाठ्यक्रम विकास के संबंध में समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया। नगर निगम रीवा और एमपीआईडीसी के बीच औद्योगिक जल आपूर्ति के लिए भी समझौता (एमओयू) ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया।

    रीवा रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मिले निवेश के प्रस्ताव/रोजगार

    क्र.

    निवेशक इकाई का नाम

    प्रतिनिधि

    प्रस्तावित निवेश जिला

    सेक्टर

    प्रस्तावित निवेश (राशि करोड़ में)

    प्रस्तावित रोजगार

    1

    श्री सिद्धार्थ इंफ्राटेक (ग्रीनको)

    श्री बी नरसिम्हा राव

    पन्ना एवं रीवा

    नवीकरणीय ऊर्जा

    12800

    6400

    2

    ऋत्विक प्रोजैक्ट्स प्रा. लि.

    श्री सी एम राजेश

    पन्ना

    नवीकरणीय ऊर्जा

    4000

    2400

    3

    केजेएस सीमेंट

    श्री संजय त्यागी

    मैहर

    सीमेंट

    1400

    200

    4

    पतंजलि आयुर्वेद

    आचार्य बालकृष्ण

    वि‍भिन्न क्षेत्र

    वेलनेस एवं फूड प्रोसेसिंग

    1000

    2500

    5

    रामा ग्रुप

    श्री नरेश गोयल

    सतना

    फर्नीचर

    500

    100

    6

    सोलर एएमसी सर्विस प्रा लि

    श्री दिगेन्द्र राठौर

    नवीकरणीय ऊर्जा

    400

    200

    7

    बीपीसीएल

    श्री कपिल राजोरिया

    सिगरौली

    पेट्रोकेमिकल

    300

    300

    8

    माँ शारदा मिनरल्स

    श्री आदित्य बैरी

    मैहर

    माइनिंग

    225

    50

    9

    एस गोयंका ग्रुप

    श्री सुखदेव प्रसाद गोयंका

    कटनी

    सीमेंट क्लिंकर और वाल पुट्टी

    200

    500

    10

    शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी

    श्री संजय सिंह चौहान

    रीवा

    इंफ्रास्ट्रक्चर

    175

    200

    11

    सुदर्शन टेक्नो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड

    श्री प्रतीक गोला

    जबलपुर

    रक्षा उत्पाद

    100

    50

    12

    मेहरोत्रा बिल्डकोन प्रा. लि.

    श्री अतुल मेहरोत्रा

    सतना

    खाद्य प्रसंस्करण

    100

    50

    13

    इंडो बेस्ट राइस मिल

    श्री भूपेन्द्र कुमार द्विवेदी

    रीवा

    खाद्य प्रसंस्करण

    100

    50

    14

    विजक्राफ्ट सॉल्यूशंस प्रा. लि.

    श्री संतोष कांबले

    रीवा

    मैन्यूफ्रैक्चरिंग

    20

    100

    15

    महान एनर्जन लिमिटेड (अदानी समूह)

    सिगरौली

    कोल ब्लाक

    2528

    5500

    16

    जय प्रकाश पावर वेंचर्स

     

    सिगरौली

    कोल ब्लाक

    750

    600

    17

    एनटीपीसी विन्ध्याचल

     

    सिंगरौली

    नवीन सोलर एनर्जी प्लांट

    103

    200

    18

    मेसर्स अल्ट्राटेक सीमेंट लिमि.

    मैहर

    सीमेंट इकाई

    3000

    3500

    19

    निसर्ग इस्पात

     

    सीधी

    रेयर-अर्थ एवं ग्रेफाईट ब्लाक में

    1000

    1400

    20

    एम. सैण्ड एवं गिट्टी निर्माण केशर प्लांट में प्रस्तावित निवेश (14 प्रस्ताव)

    सतना, मैहर, मऊगंज, रीवा

    विविध

    50

    500

    21

    अन्य

    रीवा संभाग

     

    2063

    2845

    कुल

    30,814

    27,645

    मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से किया वर्चुअल संवाद

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना करने वाले उद्योगपतियों तथा निवेशकों से वर्चुअल संवाद भी किया। इसके अंतर्गत हातोद जिला इंदौर में प्लास्टिक प्रोडक्ट्स उत्पादन के लिए आरंभ हो रही मां तुलजा इंडस्ट्रीज की श्रीमती श्वेता शाह, पीथमपुर जिला धार में ट्रांसफॉर्मर मैन्युफैक्चरिंग को समर्पित कार्निश पॉवर जोन प्राईवेट लिमिटेड के श्री सौरभ सैनिल, पिनेकल मोबिलिटी प्राईवेट लिमिटेड के अंतर्गत इलेक्ट्रिकल व्हीकल निर्माण में लगे श्री संजय हरकावत से वर्चुअल संवाद किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को वर्चुअल संवाद में 500 करोड़ का डाटा सेंटर स्थापित करने वाले श्री नरेंद्र सेन ने बताया कि उनको भूमि मिलने से लेकर अनुमतियां संबंधी सभी औपचारिकताएँ मात्र 7 दिन में पूरी हो गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन के विक्रमपुरी में रूपए 324 करोड़ की लागत से मसाला इकाई स्थापित करने वाले विश्व प्रसिद्ध एमडीएच समूह को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिद्गुवा सागर में औद्योगिक गतिविधियां आरंभ करने वाले उद्यमियों से भी वर्चुअल संवाद किया।

    रीवा की ऐतिहासिक आरआईसी के लिये उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मुख्यमंत्री का माना आभार

    उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीजनल कॉनक्लेव की संकल्पना और उसे मूर्त रूप देने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि विंध्य क्षेत्र के विकास के लिए यह महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के दूरदर्शी नेतृत्व में रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव का आयोजन कर प्रदेश के हर क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विंध्य क्षेत्र की 9 लाख एकड़ भूमि में सिंचाई सुविधा के लिये 4 हज़ार करोड़ रुपये स्वीकृत किये हैं। शीघ्र ही पूरे क्षेत्र की भूमि सिंचित होगी। इस सौग़ात के लिए विंध्य की जनता मुख्यमंत्री डॉ. यादव की सदैव आभारी रहेगी। उन्होंने कहा कि रीवा में बाणसागर परियोजना, मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी, रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क और कुछ दिन पूर्व रीवा एयरपोर्ट का लोकार्पण किया गया है। रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव आज समय की मांग है। रीवा में रोबस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, लैंड बैंक, पानी, बिजली के साथ प्रदेश में सिंगल विंडो क्लीयरेंस, ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस और औद्योगिक संस्थानों के लिये सकारात्मक वातावरण है। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों और फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लिये विंध्य आकर्षक डेस्टिनेशन है।

    पंचायत एवं ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में हुआ सकारात्मक संवाद इतिहास में दर्ज होगा। उन्होंने कहा सरकार उद्योग हित और श्रमिक हित का संकल्प व्यक्त करती है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को रीवा में इस आयोजन के लिए बधाई दी।

    सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से जिलों में उद्यमियों का आत्म-विश्वास बढ़ा है। विकास और उन्नति की नई दृष्टि का विकास हुआ है। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश में समग्र और समेकित विकास की परिकल्पना को साकार करेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश निश्चित ही विकास के नए आयाम और ऊंचाइयों को छूएगा।

    मध्यप्रदेश है संभावनाओं की भूमि : आचार्य बालकृष्ण

    पतंजलि ग्रुप के महाप्रबंधक आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि मध्यप्रदेश संभावनाओं की भूमि है। यहां मध्यप्रदेश के विकास के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूरदृष्टि है। मध्यप्रदेश में संपूर्ण देश के जो उद्योगपति अनेक क्षेत्र में उद्योग लगाना चाहते है या कार्य करना चाहते हैं उनके लिये यहां का वातावरण एवं व्यवस्थाएँ अनुकूल है। निवेश के लिये इच्छुक उद्योगपतियों को यहां आना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिये जो भी योगदान दे सकते हैं मध्यप्रदेश उनके लिये एक सुंदर और सुरक्षित स्थान है। पंतजलि के लिये मुख्य रूप से हम यहां फूड प्रोसेसिंग, ऑयल प्रोसेसिंग और फार्मा ट्रेनिंग के लिये काम करेंगे। पर्यटन और सोलर के क्षेत्र में योजना बनाकर बड़े स्तर पर कार्य करेंगे। स्थानीय लोगों के रोजगार और उनके हित और उनके कल्याण के लिये काम किया जायेगा। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि रीवा इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आकर मुझे यहां एक नई परंपरा देखने को मिली। जिसमें न केवल स्थानीय स्तर पर लोग उत्साहित हैं और साथ ही संभावनाओं का बोध भी सबको हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब आप स्थानीय स्तर पर पहुंचते हैं तो वहां भी जो संभावनाएं है वे उभर कर आती है। मुझे लगता है कि देश के लिये यह पहला अलग तरह का प्रयास है, ऐसा प्रयास सभी जगह होना चाहिए।

    मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने कहा कि प्रदेश में निवेश को आमंत्रित करने, जीडीपी में वृद्धि और स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए संभागीय स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य प्रदेश का समेकित विकास और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम को बढ़ावा देना है। रीवा संभाग की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि सिंगरौली जिला देश की ऊर्जा राजधानी कही जाती है। देश में होने वाले सीमेंट उत्पादन का 10% उत्पादन जिला सतना में होता हैं। प्रदेश में उद्योगों के लिए भूमि, बिजली और पानी की पर्याप्त उपलब्धता है। बिजली के सरप्लस उत्पादन के साथ इंडस्ट्री के लिए पानी भी रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा इज ऑफ डूइंग बिजनेस के अंतर्गत उद्योगों के लिए आवश्यक अनुमतियों को कम समय में उपलब्ध कराने से प्रदेश में निवेश और उद्योगों की स्थापना की राह आसान हुई है। प्रदेश में गुड गर्वनेंस की दिशा में लोक सेवा गारंटी अधिनियम लागू किया गया है, जिसे 20 राज्यों ने अपनाया है।

    अपर मुख्य सचिव ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा श्री मनु श्रीवास्तव ने प्रेजेंटेशन में प्रदेश में ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के अवसरों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा वर्तमान में निवेश का नया श्रेत्र बनकर उभरा है। पिछले 12 वर्षों में यह 14 गुना बढ़ा हैं। प्रदेश में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा का उत्पादन 500 मेगावाट से बढ़कर 7500 मेगावाट हो गया है। अपर मुख्य सचिव श्री श्रीवास्तव ने प्रदेश में स्थापित सफल सोलर प्रोजेक्ट्स की जानकारी देते हुए निवेश की नीतियों की विशेषता बताई। साथ ही नीमच, मुरैना, धार, अशोकनगर आदि जिलों में सोलर और विंड के आगामी प्रोजेक्ट और निवेश के अवसर बताते हुए निवेशकों और उद्योगपतियों को निवेश के लिए आमंत्रित किया।

    अपर मुख्य सचिव श्री संजय दुबे ने मध्यप्रदेश में आईटी/आईटीईएस एवं ईएसडीएम के क्षेत्रों में अवसरों पर प्रेजेन्टेशन दिया। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला ने अतुल्य भारत के सबसे स्वच्छ, हरे और सुरक्षित हृदय प्रदेश “मध्यप्रदेश” में निवेशकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्यटन स्थल, देश और विदेश में लोकप्रियता के नए पायदान चढ़ते जा रहें है। वर्ष 2023 में प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर रिकॉर्ड 11.21 करोड़ पर्यटक पहुंचे है। उन्होंने कहा कि देश में सबसे अधिक यूनेस्को विश्व धरोहर मध्यप्रदेश में है। यहाँ 12 राष्ट्रीय उद्यान, 7 टाइगर रिजर्व और 24 वन्य-जीव अभ्यारण्य के साथ मध्यप्रदेश टाइगर, लेपर्ड और चीता स्टेट भी है। पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के लिए पर्यटन निवेश नीति 2019, पीपीपी मोड पर पर्यटन प्रोजेक्ट, हेरिटेज प्रॉपर्टी, वाटर टूरिज्म लाइसेंसिंग पॉलिसी और फिल्म पर्यटन नीति की विशेषताओं जैसे इन्वेस्टर्स फैसिलिटेशन सेल, सिंगल विंडो, पारदर्शी ई-टेंडरिंग प्रक्रिया, 30% तक की कैपिटल सब्सिडी, 90 साल की लीज और 1% लीज रेंट, इंसेंटिव्स जानकारी देते हुए निवेशकों को 14 प्रकार की पर्यटन परियोजनाओं में निवेश के लिए आमंत्रित किया।

    डालमिया सीमेंट के एमडी श्री पुनीत डालमिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में तीन हजार करोड़ रुपए के निवेश से सीमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा। यह विश्व का पहला 100% नवकरणीय ऊर्जा से चलने वाला प्लांट होगा। श्री पुनीत डालमिया ने कहा कि उनके संस्थान द्वारा देशभर में 15 दीक्षा सेंटर का संचालन किया जा रहा हैं। इसमें कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाकर 50 हजार से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। मध्यप्रदेश में भी इसी तरह का प्रशिक्षण सेंटर स्थापित किया जाएगा। मध्यप्रदेश के पर्यटन के प्रभावित होकर श्री डालमिया ने म्यूजियम और साउंड एंड लाइट-शो में निवेश की भी इच्छा जताई। श्री डालमिया ने मध्यप्रदेश में संतुलित और समेकित विकास को बढ़ावा देने के लिए हो रही रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन की प्रशंसा की। साथ ही हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव और सभी प्राशासनिक अधिकारियों द्वारा निवेश के अवसरों का हिंदी में प्रेजेंटेशन की सराहना भी की।

    प्रमुख सचिव खनिज श्री संजय कुमार शुक्ला ने प्रदेश में उपलब्ध खनिज संपदा और संचालित उद्योगों की विस्तार से जानकारी दी। श्री शुक्ला ने मध्यप्रदेश में खनिज आधारित उद्योगों की संभावनाओं पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने कहा कि उद्योगों को सभी विभागों से जुड़ी अनुमतियां आसानी से प्राप्त होती हैं। उन्होंने कहा जो उद्योगपति माइनिंग में कम नहीं कर रहे वे यहां प्लांट लगाए, मेगनीज, कॉपर में शुरू कर सकते है, ग्रेफाइट , रॉक फॉस्फेट ये सब प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा पत्थर अब बहुत ही महत्वपूर्व कंपोनेंट,यहां उद्यम लगाए जा सकते है।श्री शुक्ला ने कहा ग्रेनाइट यहां से चाइना तक जा रहा है, क्षेत्र इससे सम्पन्न है। उन्होंने कहा मिनरल क्षेत्र में देश में मध्यप्रदेश नंबर वन है।उन्होंने कहा ट्रांसपोर्टेशन की यहां अपार संभावनाएं हैं,उद्यमी आगे आए।

    प्रमुख सचिव, उद्योग श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कहां मध्यप्रदेश प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। प्रदेश पॉवर सरप्लस स्टेट है। उन्होंने कहा प्रदेश में 4 बड़े इंडस्ट्रियल कॉरिडोर है, जिसका रीवा क्षेत्र को लाभ मिलेगा। प्रमुख सचिव, उद्योग श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा मध्य प्रदेश में बेहतर रोड नेटवर्क है। साथ ही 5 एयरपोर्ट है, अब रीवा में भी एयरपोर्ट शुरू हो गया है साथ ही एयरस्ट्रिप भी जिलों में है। उन्होंने कहा इन्वेस्टर के लिए बेहतर सहूलियतें मुहैया कराई जा रही हैं। प्रमुख सचिव श्री सिंह ने कहा मध्यप्रदेश की इंडस्ट्रियल पॉलिसी शानदार है। उन्होंने कहा कुछ सेक्टर में इंडस्ट्रियल पॉलिसी देश में सर्वोत्कृष्ट हैं। मध्यप्रदेश में जीरो प्रतिशत मेन डेज लॉस है, यहा महिलाओं के लिए सैफ वर्किंग माहौल है। प्रदेश में 4 इंडस्ट्रियल कॉनक्लेव हो चुकी हैं, रीवा में 5 वा कॉनक्लेव आज हो रहा है।

    प्रमुख सचिव उद्योग श्री राघवेन्द्र सिंह ने कहा प्रदेश एक बड़ा अनाज उत्पादक प्रदेश है पंजाब और हरियाणा के बराबरी पर है, मध्यप्रदेश को 7 कृषि कर्मण पुरुस्कार मिल चुके। प्रदेश प्राकृतिक संसंसाधनों से भरपूर है और स्वच्छता के लिए विख्यात हैं।

    विंध्य की नैसर्गिक संपदा और निवेश के अवसरों से अभिभूत हुए उद्योगपति

    डालमिया ग्रुप के महाप्रबंधक पुनीत डालमिया ने कहा कि रीवा जैसे में बहुत शानदार तरीके से इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है। इससे विंध्य में औद्योगिक निवेश के बड़े अवसर पैदा होंगे। कॉन्क्लेव में प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों ने मध्यप्रदेश की जो तस्वीर प्रस्तुत की है उससे सभी उद्योगपति बहुत प्रभावित हैं। विंध्य में डालमिया उद्योग चार लाख टन उत्पादन क्षमता का सीमेंट प्लांट लगाने जा रहा है। इसमें तीन हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा। यह प्रदेश का नवकरणीय ऊर्जा पर चलने वाला पहला सीमेंट प्लांट होगा। विंध्य में पर्यटन के विकास में भी हमारा ग्रुप निवेश करेगा।

    हमारे ग्रुप में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों ने बहुत बड़ी संख्या मध्यप्रदेश के निवासियों की है। विंध्य कला, संस्कृति और संस्कार की भूमि है। पूरा मध्यप्रदेश शांति का टापू है। पतंजलि ने स्वदेशी उत्पादों और नवीन टेक्नॉलाजी को लगातार बढ़ावा दिया है। मध्यप्रदेश के रूचि सोया प्लांट को नया जीवन देकर पतंजलि ने कई खाद्य उत्पाद बना रहा है। मध्यप्रदेश में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए हम किसानों का सहयोग कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के कई जिलों में सरसों, अन्य तिलहनों तथा औषधीय पौधों की खेती के लिए किसानों को नि:शुल्क प्रशिक्षण देकर सहयोग कर रहे हैं। ऑर्गेनिक खेती की उपज को किसानों से सीधे खरीदकर उन्हें लाभ दे रहे हैं। पतंजलि उज्जैन में उद्योग और आयुर्वेदिक केन्द्र की स्थापना करेगा। सोलर एनर्जी और आईटी के क्षेत्र में भी हम बड़ा निवेश करेंगे।

    रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रेसिडेंट श्री एच.के. त्रिपाठी ने कहा कि हमारा उद्योग जन कल्याण और देश के विकास में सतत योगदान के लक्ष्य को लेकर लगातार निवेश कर रहा है। कपड़ा उद्योग, मोबाइल सेक्टर, ऊर्जा क्षेत्र सहित अनेक क्षेत्रों में कार्य हो रहे हैं। शहडोल में मीथेन गैस का दोहन करके उसका ऊर्जा के रूप में उपयोग किया जा रहा है। हम विंध्य क्षेत्र में धान की पराली, केले के अवशेष तथा अन्य खेती के अवशेषों से बिजली बनाने का प्लांट शीघ्र ही लगाएंगे। ऑर्गेनिक खाद का उत्पादन कर पर्यावरण-संरक्षण एवं किसानों की आय बढ़ाने में सहयोग करेंगे।

    रामा ग्रुप के सीएमडी श्री नरेश गोयल ने कहा कि हम सतना जिले में वर्ष 1998 से लकड़ी पर आधारित उद्योग संचालित कर रहे हैं। शीघ्र ही लकड़ी पर आधारित दो नई इकाइयों की विंध्य में स्थापना की जाएगी। लगभग 100 करोड़ का हम निवेश करने जा रहे हैं। साथ ही 400 करोड़ का एमडीएफ यूनिट स्थापित करने की योजना पर भी कार्य हो रहा है। वर्तमान में उत्तराखंड में प्लाईवुड यूनिट और छत्तीसगढ़ में दो यूनिट स्टील आयरन की भी लगाई गई हैं। वुड बेस्ड इंडस्ट्री वनों पर आधारित नहीं है। यह अब एग्रो बेस्ड वुड पर आधारित हो गया है।

    अडाणी ग्रुप के भिमसी कचोट ने कहा कि हमारा ग्रुप मध्यप्रदेश में सीमेंट और ऊर्जा के क्षेत्र में पहले ही बड़ा निवेश कर चुका है। हमारे दो प्रोजेक्ट पीपीपी मोड पर तैयार हो रहे हैं। हम ऊर्जा के क्षेत्र में भी निवेश बढ़ाएंगे। मध्यप्रदेश में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए बहुत ही सकारात्मक नीतियाँ हैं।

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