Tag: बिहार हिंदी न्यूज़

  • CM Nitish Kumar: बिहार के सभी मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रूपये की अनुग्रह राषि अविलम्ब उपलब्ध कराने का मुख्यमंत्री ने दिया निर्देष

    CM Nitish Kumar: बिहार के सभी मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रूपये की अनुग्रह राषि अविलम्ब उपलब्ध कराने का मुख्यमंत्री ने दिया निर्देष

    CM Nitish Kumar: रोहतास में 06 एवं कटिहार में 04 बच्चों के नहाने के दौरान डूबने से हुयी मौत पर मुख्यमंत्री ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की

    मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने रोहतास जिले के तुंबा गांव में सोन नदी में नहाने के दौरान डूबने से 06 बच्चों तथा कटिहार जिले के कुर्से ला थाना क्षेत्र के सरैया ढाला के पास नदी में नहाने के दौरान 04 बच्चों की डूबने से हुयी मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्घटना काफी दुःखद है और वे इस घटना से मर्माहत हैं।

    मुख्यमंत्री ने बिहार के सभी मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रूपये की अनुग्रह राषि अविलम्ब उपलब्ध कराने का निर्देष दिया है।मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

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  • CM Nitish Kumar ने बाढ़ प्रभावित 13 जिलों के 4.39 लाख परिवारों के खाते में 7-7 हजार रूपये की आनुग्रहिक राहत की राषि का डी0बी0टी0 के माध्यम से किया हस्तांतरण

    CM Nitish Kumar ने बाढ़ प्रभावित 13 जिलों के 4.39 लाख परिवारों के खाते में 7-7 हजार रूपये की आनुग्रहिक राहत की राषि का डी0बी0टी0 के माध्यम से किया हस्तांतरण

    CM Nitish Kumar: बाढ़ के दौरान चलाये गये राहत एवं बचाव कार्य की उच्चस्तरीय समीक्षा की, अधिकारियों को दिये निर्देष

    मुख्यमंत्री के निर्देष

    •  प्रथम चरण की बाढ़ से प्रभावित परिवारों के खाते में आज 7-7 हजार रूपये की आनुग्रहिक राहत राषि हस्तांतरित की गयी है। द्वितीय चरण के बाढ़ से प्रभावित परिवारों को दुर्गा पूजा के पूर्व (9 अक्टूबर तक) उनके खाते में राषि अवष्य
      हस्तांतरित करा दें।
    •  बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसल क्षति का आकलन करायें और उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध करायें।
    • बाढ़ के दौरान जिन बांधों को क्षति पहुंची है, उनका शीघ्र पुनसर््थापन कार्य करायें। साथ ही पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों का पुरस्थापना कार्य भी जल्द से जल्द कराये।
    • बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़जनित बीमारियों सेे बचाव को लेकर चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह सुदृढ़ रखें।

    मुख्यमंत्री श्री नीतीष कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में आयोजित कार्यक्रम में वर्ष 2024 में राज्य में 13 जिलों में आयी बाढ़ (प्रथम चरण) से प्रभावित 4.39 लाख परिवारों को डी0बी0टी0 (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के द्वारा सीधे उनके खाता में 7 हजार रूपये प्रति परिवार की दर से कुल 307 करोड़ रूपये की आनुग्रहिक राहत की राषि के भुगतान का माऊस क्लिक कर शुभारंभ किया।

    मुख्यमंत्री ने बाढ़ 2024 के दौरान चलाये गये राहत एवं बचाव कार्य से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी देते हुये बताया कि 20 सितम्बर से 29 सितम्बर के बीच गंगा नदी के जलस्तर में हुयी वृद्धि से 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हुये। प्रथम चरण में 28.34 लाख की आबादी प्रभावित हुयी। द्वितीय चरण में 29 सितम्बर से नेपाल एवं उत्तर बिहार के समीपवर्ती जिलों में हुयी भारी वर्षापात के कारण गंडक, कोषी आदि नदियों में जलस्तर में अप्रत्याषित वृद्धि होने से राज्य के 18 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी। बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ बाढ़ आपदा प्रबंधन मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप सभी कार्रवाई की जा रही है और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है।

    समीक्षा के दौरान कृषि विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रथम चरण में आयी बाढ़ से 16 जिले के 67 प्रखण्ड और 645 पंचायत का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है। दूसरे चरण में आयी बाढ़ के कारण हुयी फसल क्षति का आकलन कराया जा रहा है। पषु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ0 एन0 विजयलक्ष्मी ने अपने विभाग से संबंधित जानकारी देते हुये बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पषु षिविर लगाये गये हैं। पषु चिकित्सक, पषु चारा एवं दवा की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराते रहें। सरकार में आने के बाद से आपदा पीड़ितों की सहायता के लिये हमलोग लगातार तत्पर रहते हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसल क्षति का आकलन करायें और उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध करायें। आज प्रथम चरण में आयी बाढ़ से प्रभावित परिवारों के खाते में राषि हस्तांतरित की गयी है।

    मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देष देते हुये कहा कि द्वितीय चरण में आये बाढ़ से प्रभावित परिवारों को 9 अक्टूबर तक उनके खाते में राषि अवष्य हस्तांतरित करा दें। प्रथम चरण में आये बाढ़ से हुयी फसल क्षति को लेकर किसानों के बीच यथाषीघ्र राषि का भुगतान करायें। बाढ़ के दौरान जिन बांधों को क्षति पहुंची है, उनका शीघ्र पुनर्स्थापना कार्य करायें। साथ ही पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों का पुनसर््थापन कार्य भी जल्द से जल्द कराये। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़जनित बीमारियों से बचाव को लेकर चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह सुदृढ़ रखें।

    बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, आपदा प्रबंधन मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ0 उदय कांत मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ0 एस0 सिद्धार्थ, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, पषु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ0 एन0 विजयलक्ष्मी, कृषि विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विषेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, आपदा प्रबंधन विभाग की संयुक्त सचिव श्रीमती साहिला सहित आपदा प्रबंधन विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

  • CM Nitish Kumar ने दरभंगा जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा, बाढ़ राहत फूड पैकेजिंग सेंटर एवं कम्युनिटी किचेन का लिया जायजा

    CM Nitish Kumar ने दरभंगा जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा, बाढ़ राहत फूड पैकेजिंग सेंटर एवं कम्युनिटी किचेन का लिया जायजा

    CM Nitish Kumar

    मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने दरभंगा के इंडोर स्टेडियम में बाढ़ पीड़ितों के लिए तैयार किये जा रहे बाढ़ राहत फूड पैकेजिंग सेंटर का जायजा लिया और फुड पैकेट में दिये जा रहे सामानों की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने दरभंगा जिला अंतर्गत कोसी पश्चिमी तटबंध के टूटने से प्रभावित क्षेत्र के बाढ़ पीड़ित परिवारों के खाते में 9 अक्टूबर से पहले 7-7 हजार रुपये की दर से आनुग्रहिक अनुदान दिये जाने का निर्देश दिया।

    मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान कहा कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री की उपलब्धता एवं उसका वितरण, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेट्स/फूड पैकेट्स समय पर लोगों को उपलब्ध हो इसका ध्यान रखें। आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से चलाए जा रहे राहत कार्यों को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी मुख्यमंत्री को दी गई।दरभंगा के लहेरियासराय के इंडोर स्टेडियम में फूड पैकेजिंग सेंटर का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने किरतपुर कुशेष्वरस्थान प्रखंड के बाढग्रस्त इलाके का भी दौरा किया।

    मुख्यमंत्री ने बिरौल अनुमण्डल क्षेत्र के पूनाँच में बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए चलाये जा रहे कम्युनिटी किचेन का जायजा लिया। पूनाँच गाँव में चल रहे सामुदायिक रसोई घर का निरीक्षण किया जहाँ बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए भोजन, दूध सहित अन्य व्यवस्थायें की गई है। मुख्यमंत्री ने खाने का स्थल, रसोई घर, वाटर ए0टी0एम0, स्वास्थ्य कैंप, पशु चिकित्सा केन्द्र आदि का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने भोजन के बारे में बाढ़ पीड़ित परिवारों से फीडबैक प्राप्त किया, जहाँ बाढ़ पीड़ितों ने भोजन की गुणवत्ता और जिला प्रशासन द्वारा की जा रही कार्यों की सराहना की।

    इस दौरान मुख्यमंत्री नेे अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि सूखा राहत और फूड पैकेट की आपूर्ति बाढ़ पीड़ितों के बीच लगातार करते रहें। मुख्यमंत्री ने राहत कैंप में जन्म लेने वाले नवजात बच्चें की माँ को 10 हजार रूपये का चेक/प्रोत्साहन राशि प्रदान किया। निरीक्षण के दौरान समाज कल्याण मंत्री श्री मदन सहनी, विधायक श्री मुरारी मोहन, विधायक श्री संजय सरावगी, विधायक श्री विनय चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त श्री मनीष कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, दरभंगा प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक श्री राजेश कुमार, दरभंगा जिले में आपदा राहत को लेकर विषेष प्रतिनियुक्ति पर गये बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेषक श्री शीर्षत कपिल अषोक, दरभंगा के जिलाधिकारी श्री राजीव रौशन, दरभंगा के पुलिस अधीक्षक श्री जगुन्नाथ रेड्डी सहित आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।’’’’’’

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  • CM Nitish Kumar ने जे0पी0 गंगा पथ के कृष्णा घाट सम्पर्कता एवं गायघाट में अप रैंम्प सम्पर्कता का किया लोकार्पण

    CM Nitish Kumar ने जे0पी0 गंगा पथ के कृष्णा घाट सम्पर्कता एवं गायघाट में अप रैंम्प सम्पर्कता का किया लोकार्पण

    CM Nitish Kumar : पटना सिटी में नवनिर्मित औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान के भवन का किया उद्घाटन, 87 औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थानों में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के भवन निर्माण हेतु 408.75 करोड़ रूपये की योजनाओं का किया षिलान्यास

    मुख्यमंत्री श्री नीतीष कुमार ने आज आषोक राजपथ के पास कार्यक्रम स्थल से जे0पी0 गंगा पथ के कृष्णा घाट सम्पर्कता का फीता काटकर लोकार्पण किया तथा गायघाट में आयोजित कार्यक्रम स्थल से जे0पी0 गंगा पथ के गायघाट अप रैंम्प सम्पर्कता का फीता काटकर लोकार्पण किया। इससे अषोक राजपथ पर लगनेवाले जाम में कमी आयेगी। गाड़ियां अब कृष्णा घाट लिंक पथ से जे0पी0 गंगा पथ का उपयोग कर सकेंगी साथ ही गायघाट में भी अप रैंप बनने से लोगों को जे0पी0 गंगा पथ पर आवागमन में सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री ने जे0पी0 गंगा पथ से लौटने के क्रम में गांधी घाट पर रूककर गंगा नदी के घटते जलस्तर का जायजा लिया।

    इसके पष्चात् मुख्यमंत्री ने पटना सिटी में नवनिर्मित औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान के भवन का फीता काटकर एवं षिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने सात निष्चय-2 के अन्तर्गत कुल 87 औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थानों में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के अन्तर्गत भवन निर्माण हेतु 408.75 करोड़ रूपये की योजनाओं का रिमोट के माध्यम से षिलापट्ट अनावरण कर षिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान के भवन का उद्घाटन करने के पष्चात् प्रषासनिक भवन, मेकेनिकल वर्कषॉप, टेक्निकल वर्कषॉप में जाकर वहां की कार्य पद्धतियों एवं व्यवस्थाओं की षिक्षकों एवं छात्रों से जानकारी ली।

    इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष श्री नन्द किषोर यादव, जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री श्री जयंत राज, विधान पार्षद श्री रविन्द्र प्रसाद सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, भवन निर्माण विभाग के सचिव सह मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, श्रम संसाधन विभाग के सचिव श्री दीपक आनंद, मुख्यमंत्री के विषेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी डॉ0 चन्द्रषेखर सिंह, पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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  •  CM Nitish Kumar ने नवनिर्मित बापू टावर का किया लोकार्पण

     CM Nitish Kumar ने नवनिर्मित बापू टावर का किया लोकार्पण

     CM Nitish Kumar

    CM Nitish Kumar ने आज गर्दनीबाग में नवनिर्मित बापू टावर का फीता काटकर एवं षिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बापू टावर के भूतल, तीसरा तल एवं पांचवें तल पर जाकर विभिन्न दीर्घाओं में प्रदर्षों का अवलोकन किया। लोकार्पण के पष्चात् मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

    इसके पष्चात् मुख्यमंत्री श्री नीतीष कुमार ने भूतल तल पर ही बनाये गये ओरियेंटेषन हॉल में टर्न टेबल थियेटर शो (रोटेटिंग पर्दे) का भी जायजा लिया और ओरियेंटेषन हॉल में बैठकर बापू की जीवनी, उनके आदर्षों एवं कार्यों तथा बिहार की गौरव गाथा पर आधारित फिल्म का अवलोकन किया।

    नवनिर्मित बापू टावर के विभिन्न तलों एवं निर्मित 5 रैम्पों के निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को गांधी जी के जीवन से संबंधित सभी जानकारियां, म्यूरल, कटआउट, स्क्रीन प्रोजेक्टर आदि के माध्यम से प्रदर्षों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान प्रेक्षागृह, प्रतीक्षा कक्ष, लाउंज, बापू के आदर्षों को आमजन में स्थापित करने हेतु कार्यों के प्रदर्षन के लिये दीर्घा, अनुसंधान केन्द्र, आगंतुक सुविधायें एवं अन्य संरचनाओं की जानकारी ली।

    मुख्यमंत्री ने बापू टावर के प्रदर्षों का अवलोकन करते हुये कहा कि बापू टावर बहुत ही भव्य बना है, यह लोगों के लिये दर्षनीय होगा। बापू टावर में आकर बापू की जीवनी, उनके विचारों और उनके आदर्षों को नई पीढ़ी जान सकेगी। यहां बापू के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनायें, गांधी जी के विचार, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका, बिहार से उनके लगाव तथा बापू के आदर्षों को बेहतर ढंग से रेखांकित कर प्रदर्षित किया गया है ताकि आमजन यहां आकर उसे देख और समझ सके। इस परिसर को हरा-भरा और व्यवस्थित बनाया गया है।

    इसके पष्चात् बापू टावर के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ‘बापू टावर’ बेवसाइट का लोकार्पण किया। इसके माध्यम से बापू टावर के बारे में विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। मुख्यमंत्री ने ‘बापू टावर के लोकार्पण’ से संबंधित प्रति का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने बापू टावर के निर्माण कार्य से जुड़े अभियंताओं एवं तकनीकी विषेषज्ञों को प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में बापू टावर पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्षित की गयी। अहमदाबाद से आये श्री विजय चारू एवं उनके सहयोगी ने बापू के प्रिय गीत ‘वैष्णव जन तो तेने कहिये जो पीड़ पराई जाने रे’ भजन की प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने बापू टावर परिसर में वृक्षारोपण भी किया।

    कार्यक्रम की शुरूआत में भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया।

    इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री श्री अषोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री श्री जयंत राज, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्रीमती लेषी सिंह, बिहार संग्रहालय के महानिदेषक श्री अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सह भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विषेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, आयुक्त, पटना प्रमण्डल श्री मयंक बरबड़े, जिलाधिकारी डॉ0 चन्द्रषेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा, नगर आयुक्त श्री अनिमेष परासर सहित भवन निर्माण विभाग के अन्य वरीय अधिकारी एवं अभियंतागण उपस्थित थे।

    ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार द्वारा 10 अप्रैल 2017 से 20 अप्रैल 2018 तक चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह आयोजित किया गया था। इस अवसर पर पटना के ज्ञान भवन में दिनांक 10 एवं 11 अप्रैल 2017 को राष्ट्रीय विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने पटना में संग्रहालय के स्वरूप में बापू टावर के निर्माण की घोषणा की थी।

    मुख्यमंत्री ने कहा था कि बापू टावर में गांधी जी के विचार प्रदर्शित होंगे और लोग घूम-घूमकर बापू के बारे में विस्तार पूर्वक जान सकेंगे। उन्होंने कहा था कि पूरी योजना पर काम चल रहा है और यह अद्वितीय होगा। इसे देखने के लिए देश भर के लोग आयेंगे। मुख्यमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप भवन निर्माण विभाग द्वारा गर्दनीबाग, पटना में कुल 7 एकड़ भूमि पर बापू टावर भवन के लिए कुल 84.49 करोड़ रूपये की प्रशासनिक स्वीकृति वर्ष 2018 में दी गयी।

    मुख्यमंत्री द्वारा बापू की 150वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2018 को बापू टावर भवन का शिलान्यास किया गया, जिसका आज लोकार्पण किया गया। बापू टावर जी प्लस सिक्स बनाया गया है, जिसके दो भाग हैं- आयताकार भवन एवं शंकुकार भवन। आयताकार भवन में तीन प्रदर्श गैलरी, प्रेक्षागृह, अस्थायी प्रदर्शनी दीर्घा, कार्यालय कक्ष, प्रतीक्षालय, म्यूजियम शॉप एवं जलपान गृह अवस्थित है। आयताकार भवन के प्रथम गैलरी में महात्मा गांधी के आरंभिक जीवन से लंदन एवं दक्षिण अफ्रीका प्रवास तथा भारत आगमन की कहानी वर्णित की गई है।

    द्वितीय गैलरी में गांधी जी के रचनात्मक कार्यक्रम एवं स्वतंत्रता आंदोलन में उनके द्वारा निभाये गये नेतृत्व की गाथा है। तृतीय गैलरी में मुख्यमंत्री द्वारा दिनांक 10 अप्रैल 2017 को प्रारंभ हुए चम्पारण शताब्दी समारोह के दौरान आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी संकलित की गयी है। इस गैलरी में विभिन्न कार्यक्रमों यथा गांधी दर्शन पर राष्ट्रीय विमर्श, स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान, बापू आपके द्वार, हेरिटेज वॉक, बापू की वर्णमाला, गांधी कथावाचन, मोहन से महात्मा (पपेट शो) आदि को प्रमुखता से दिखाया गया है। इसके साथ-साथ बिहार राज्य में बापू के विचारों के आधार पर प्रारंभ की गयीं योजनाएं/अभियान यथा पूर्ण नशाबंदी, बाल विवाह निषेध, दहेज प्रथा उन्मूलन एवं बालिकाओं की शिक्षा से संबंधित जानकारी प्रदर्शित की गयी है। साथ ही शिक्षा विभाग के द्वारा सभी विद्यालयों में वाचन हेतु तैयार किताब ‘बापू की पाती’ एवं ‘मोहन से महात्मा’ को भी डिजीटल रूप में बच्चों की सुलभ जानकारी हेतु प्रदर्शित किया गया है। मुख्यमंत्री की गांधी की चम्पारण यात्रा से संबंधित महत्वपूर्ण स्थलों के भ्रमण की जानकारी भी नक्शे के माध्यम से दिखायी गयी है। बापू की 150वी वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित गांधी विचार समागम की जानकारी भी प्रदर्शित की mगयी है। बापू के विचारों से प्रभावित राज्य के कार्यक्रम यथा जीविका- स्वावलंबन से स्वाभिमान, सशक्त नारी सशक्त बिहार, पर्यावरण के लिए प्रतिबद्धता को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है। वर्ष 2017 में शराबबंदी हेतु, वर्ष 2018 में बाल विवाह पर रोक एवं दहेज प्रथा उन्मूलन हेतु तथा वर्ष 2020 में जल-जीवन-हरियाली हेतु आयोजित मानव श्रृंखला से संबंधित जानकारियों एवं चित्रों को भी इस दीर्घा में प्रदर्शित किया गया है।

    102 फीट ऊंचे शंकुकार भवन बापू टावर को आकर्षक और भव्य बनाता है। इसमें लगातार क्रम में निर्मित 5 रैम्प हैं, जिस पर गांधी जी के जीवन से संबंधित सभी जानकारियां, म्यूरल, कटआउट, स्क्रीन प्रोजेक्ट आदि के माध्यम से प्रदर्शित की गयी है। शंकुकार भवन के बाहरी सतह पर गांधी जी के आकृति का निर्माण किया गया है। प्रथम रैम्प (पांचवां तल से चौथा तल) चम्पारण सत्याग्रह की गाथा दर्शायी गई है। इस रैम्प पर महात्मा गांधी के बिहार आगमन एवं द्वितीय रैम्प (चौथा तल से तृतीय तल) इस रैम्प पर द्वितीय विश्वयुद्ध एवं उसका भारतवर्ष पर प्रभाव, भारत छोडो आंदोलन में बिहार की भागीदारी की जानकारी दी गयी है। तृतीय रैम्प (तृतीय तल से द्वितीय तल) इस रैम्प पर गांधी-जिन्ना वार्ता, शिमला सम्मेलन, 1946 के चुनाव, कलकत्ता दंगे, गांधीजी की नोआखली यात्रा, बिहार में दंगे के दौरान गांधीजी के कार्य को दर्शाया गया है। चतुर्थ रैम्प (द्वितीय तल से प्रथम तल) इस रैम्प पर बिहार में गांधीजी, प्रार्थना सभा में गांधीजी, माउण्टबेटन के साथ गांधीजी की मुलाकात, गांधीजी की कश्मीर यात्रा, देश विभाजन हेतु बातचीत, गांधीजी की कलकत्ता यात्रा, गांधीजी के उद्धरण को प्रदर्शित करने हेतु प्रदर्श लगाये गये हैं। पंचम रैम्प (प्रथम तल से भूतल) इस रैम्प पर गांधीजी एक प्रेरणा श्रोत, गांधीजी-एक व्यक्तित्व, गांधीजी के आदर्शों पर आधारित शपथ हेतु प्रदर्श अधिष्ठापित किये गये हैं।

    बापू टावर के लगभग 50,000 वर्गफीट की बाहरी सतह पर 40 टन ताँबे का आकर्षक आवरण किया गया है जो वर्तमान समय में इस प्रकार का देशभर में पहला भवन है। ताँबे का उपयोग इसके टिकाऊपन, निरंतरता एवं प्राकृतिक सौंदर्य के लिए किया गया है जो पर्यावरणीय जिम्मेदारी के संबंध में गांधीजी के सिद्धांत को बल प्रदान करता है। समय के साथ बापू टावर के बाहरी आवरण में लगे ताँबे का रंग वातावरण के साथ संपर्क में आकर पहले भूरा/ काला रंग तथा लंबे समय के बाद यह रंग पेटिना के रूप में बदल जायेगा जो इसको और भी सुंदर करने के साथ-साथ सुरक्षात्मक कोटिंग का भी काम करेगा।

    बापू टावर की अवधारणा से आगंतुकों को परिचित कराने हेतु भूतल पर 60 लोगों की क्षमता का एक ओरिएन्टेशन हॉल का निर्माण किया गया है। इस हॉल में में ‘टर्न टेबल थिएटर शो’ (घूमने वाले पर्दे) की भी व्यवस्था की गई है। इस हॉल में लगी कुर्सियों पर बैठकर दर्शक बापू टावर के बारे में बने फिल्म का अवलोकन कर पायेंगे। बापू टावर के आयताकार भवन की बाहरी सहत पर सात सामाजिक पापकर्मों को बड़े-बड़े अक्षरों में मजबूती से अधिष्ठापित किया गया है जो आगन्तुकों को दूर से ही दिख सकेगा। इस भवन में 100 किलोवाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया गया है। आगंतुकों को सबसे ऊपरी तल पर ले जाने के लिए 20 व्यक्तियों की क्षमता वाले 3 आधुनिक लिफ्ट का भी अधिष्ठापन किया गया है। इसके साथ-साथ प्रत्येक तल पर पुरूष,  महिला एवं दिव्यांग शौचालय की भी सुविधा प्रदान की गयी है। परिसर के बाहरी हिस्से में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण भी किया गया है तथा भवन की आकर्षक लाईटिंग भी की गयी है।

    बापू टावर के निर्माण प्रक्रिया के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं दिनांक 27.09.2023, 04.02.2024, 23.06.2024 एवं 24.09.2024 को बापू टावर का स्थल निरीक्षण किया गया तथा इसके निर्माण कार्य के संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश दिये गए। मुख्यमंत्री द्वारा दिये गये निर्देश के आलोक मे पूरे परिसर में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण का कार्य किया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार दर्शकों की सुविधा हेतु परिसर के बगल में लगभग 5000 वर्गफीट भूमि चिन्हित की गई है जहाँ दर्शक परिसर में प्रवेश के पूर्व शेड में प्रतीक्षा कर सकेंगे। उक्त भूमि में जन सुविधा हेतु टॉयलेट, टिकट काउन्टर, कुर्सी आदि की व्यवस्था हेतु भवन निर्माण विभाग के द्वारा कार्य योजना बनाई जा रही है।

    दिनांक 01.10. 2024 को राज्य कैबिनेट द्वारा बापू टावर समिति के गठन की स्वीकृति प्रदान की गई है। इस समिति के माध्यम से बापू टावर का मेन्टेनेन्स एवं संचालन भवन निर्माण विभाग द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा। इस समिति के शासी निकाय के अध्यक्ष विकास आयुक्त होंगे तथा कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष सचिव, भवन निर्माण विभाग होंगे। बापू टावर के दैनिक संचालन हेतु निदेशक की नियुक्ति की जाएगी जो भारतीय प्रशासनिक सेवा या बिहार प्रशासनिक सेवा के जानकार वरीय अधिकारी होंगे।

    source: http://state.bihar.gov.in

     

  • CM Nitish Kumar ने कोषी, गंडक एवं गंगा नदियो के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया एरियल सर्वे, अधिकारियों को दिये आवष्यक दिषा-निर्देष

    CM Nitish Kumar ने कोषी, गंडक एवं गंगा नदियो के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया एरियल सर्वे, अधिकारियों को दिये आवष्यक दिषा-निर्देष

    CM Nitish Kumar: जिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुचाने में कठिनाई हो रही है, उन क्षेत्रों में फूड पैकेट्स और राहत सामग्री को वायुसेना की मदद से पीड़ित परिवारों तक एयर ड्रॉप कर पहुंचायी जाय।

    CM Nitish Kumar ने आज कोषी, गंडक एवं गंगा नदियों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया और अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाये जाने का निर्देष दिया। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों को निर्देष देते हुये कहा कि जल संसाधन विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहे और लगातार मॉनिटरिंग करते रहे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जलस्तर की जिलाधिकारी सतत् निगरानी करते रहें। उन्होंने कहा कि अभियंतागण पूरी तरह अलर्ट रहें और वरीय पदाधिकारी स्थल पर कैंप करते रहें। आपदा प्रबंधन विभाग सतत् अनुश्रवण करते रहे कि और क्या-क्या करने की जरूरत है ताकि लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो।

    मुख्यमंत्री श्री नीतीष कुमार ने कहा कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव संचालन, पॉलिथिन शीट्स, राहत सामग्री की उपलब्धता एवं उसका वितरण, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेट्स/फूड पैकेट्स, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र आदि की पूरी व्यवस्था रखें और लोगों को सभी प्रकार की राहत पहुॅचायें। जिन क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुचाने में कठिनाई हो रही है, उन क्षेत्रों में फूड पैकेट्स और राहत सामग्री को वायुसेना की मदद से पीड़ित परिवारों तक एयर ड्रॉप कर पहुचायी जाय।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जहां लोग तटबंध पर शरण लिये हुये हैं, वहां पर्याप्त रौषनी की व्यवस्था, अस्थायी शौचालय एवं अन्य जरूरी सुविधाये उपलब्ध कराये। कम्युनिटी किचेन में भोजन की समुचित व्यवस्था रखें और साफ-सफाई का ध्यान रखें।
    तटबंध पर शरण लेनेवाले लोग आसपास के ही है इसलिये उनके आवागमन हेतु नाव की सुविधा भी उपलब्ध करायें ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई न हो। उन्होंने कहा कि राहत षिविरों में चिकित्सा की समुचित व्यवस्था रखें। पषु चारा के साथ-साथ पषुओं की इलाज की भी पूरी व्यवस्था रखें।

    निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत उपस्थित थे।

    source: http://state.bihar.gov.in

  • CM Shri Nitish Kumar ने बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की उच्चस्तरीय समीक्षा की, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

    CM Shri Nitish Kumar ने बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की उच्चस्तरीय समीक्षा की, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

    CM Shri Nitish Kumar

    CM Shri Nitish Kumar ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की उच्चस्तरीय समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर सचिव श्री दीपक कुमार सिंह ने बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से चलायी जा रही है। विशेष सर्वेक्षण संबंधित जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। पदाधिकारियों द्वारा शिविर लगाकर सर्वे कार्य से संबंधित लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

    समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने निर्देष देते हुये कहा कि राज्य में बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्य को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाय। इस दौरान भूधारकों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसे सुनिष्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि भूधारकों को डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने के लिये अधिक समय दिया जाय ताकि कार्यालयों में अनावष्यक भीड़ नहीं हो।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि अंचल कार्यालयों में लंबित म्यूटेषन एवं परिमार्जन के मामलों का तेजी से अभियान स्वरूप निष्पादन सुनिष्चित कराया जाय ताकि भूधारकों को समुचित डॉक्यूमेंट्स मिल सके। सर्वे कार्य हेतु डॉक्यूमेंट्स का काम तथा म्यूटेषन, परिमार्जन एवं अभिलेखों के दुरूस्त करने का कार्य समानांतर तरीके से चलते रहना चाहिये। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देष दिया कि सर्वेक्षण प्रक्रिया का व्यापक प्रचार-प्रचार सुनिष्चित कियाजाय। साथ ही अंचल स्तर पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति हेतु समुचित कार्रवाई की जाय।

    मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देष दिया कि उच्च स्तर पर सर्वेक्षण कार्य की सतत् निगरानी एवं समीक्षा करते रहें। भूमि विवाद राज्य में आपराधिक घटनाओं का मुख्य कारण है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देष देते हुये कहा कि भू सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण कर भू अभिलेखों का अद्यतीकरण कराये और यह सुनिष्चित करें कि सारे भू अभिलेख डिजिटली भूधारकों को उपलब्ध हो सके। इस संबंध में जन साधारण को जानकारी के लिये समय-समय पर प्रचार-प्रसार के माध्यम से अवगत कराते रहें।

    बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, ऊर्जा मंत्री श्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ0 दिलीप कुमार जायसवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ0 एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव श्री जय सिंह, निदेशक, भू अभिलेख एवं परिमाप श्रीमती जे0 प्रियदर्शिनी सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Shri Nitish Kumar: स्व0 पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई

    CM Shri Nitish Kumar: स्व0 पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई

    CM Shri Nitish Kumar

    CM Shri Nitish Kumar ने स्व0 पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के अवसर पर राजेन्द्र नगर, रोड नम्बर-3 स्थित पार्क में आयोजित राजकीय समारोह में स्व0 पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।

    इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, सहकारिता सह पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ0 प्रेम कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री सह भाजपा के प्रदेष अध्यक्ष डॉ0 दिलीप कुमार जायसवाल, सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री श्री महेष्वर हजारी, गन्ना उद्योग मंत्री श्री कृष्णनंदन पासवान, विधायक श्री अरूण कुमार सिन्हा, विधान पार्षद श्री संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ0 एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, बिहार राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव श्री अरविंद कुमार सिंह, बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य श्री शिवशंकर निषाद सहित अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी स्व0 पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।

    इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती पूजन, भजन-कीर्तन एवं बिहार गीत का गायन किया गया।

    source: http://bihar.gov.in


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