Tag: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी

  • CM Dr. Yadav: देश की प्रमुख नदियों का मायका है मध्यप्रदेश

    CM Dr. Yadav: देश की प्रमुख नदियों का मायका है मध्यप्रदेश

    CM Dr. Yadav: मध्यप्रदेश दो नदी जोड़ो परियोजनाओं को क्रियान्वित करने वाला देश पहला राज्य

    • जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन के उद्देश्य प्राप्ति के लिए म.प्र. कदम से कदम मिलाकर चलने को तत्पर
    • केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी. आर. पाटिल ने जल संरक्षण और संवर्धन के लिए मध्यप्रदेश के प्रयासों को सराहा
    • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुजरात के सूरत में “जल संचय- जन भागीदारी- जन आंदोलन” कार्यक्रम को किया संबोधित

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि देश की प्रमुख नदियों का मध्यप्रदेश मायका है। मध्यप्रदेश की नर्मदा और ताप्ती नदी अपने मायके अर्थात मध्यप्रदेश को तो आनंदित और प्रफुल्लित करती ही है, साथ ही वह गुजरात को भी धन-धान्य से परिपूर्ण कर रही है। सोन नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के अमरकंटक से है, जो बिहार में गंगा जी से मिलती हैं और गंगा जी की धारा को समृद्ध करती है। मध्यप्रदेश से निकलने वाली चंबल नदी राजस्थान को जीवन प्रदान करती है यह नदियां मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी हैं। सूरत से आरंभ हुआ यह अभियान जीवन देने का अभियान है। उन्होंने कहा कि जल संचय- जन भागीदारी कार्यक्रम के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए मध्यप्रदेश कदम से कदम मिलाकर चलने को तत्पर है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यों के परस्पर संबंधों की सौहाद्रता और नर्मदा जल की एक-एक बूंद का उपयोग सुनिश्चित करते हुए नर्मदा नदी का जल राजस्थान को भी उपलब्ध करने का मार्ग प्रशस्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पानी के लिए गुजरात में समस्या रहती है और उनकी सहायता करना हम सब का कर्तव्य है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव राष्ट्रीय जल मिशन के अंतर्गत चल रहे “कैच द रेन “अभियान के तहत गुजरात के सूरत में “जल संचय- जन भागीदारी- जन आंदोलन” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

    जल संग्रहण के प्रतीक स्वरूप बड़े पात्र में जल अर्पित कर किया कार्यक्रम का शुभारंभ

    उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्षा जल संचयन को बढ़ाने और दीर्घकालिक जल स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन कार्यक्रम की पहल की थी। जल संरक्षण और जल संग्रहण को बढ़ावा देने की सकारात्मक पहल के तहत सूरत में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी. आर. पाटिल, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र भाई पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा, बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, वरिष्ठ जन-प्रतिनिधि, केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय तथा राज्यों के अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का पुष्प-गुच्छ व अंगवस्त्रम भेंट कर तथा स्मृति-चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को “जल संचय -जन भागीदारी -जन आंदोलन कार्यक्रम” का संकल्प पत्र भी भेंट किया गया। कार्यक्रम में विद्यमान अतिथियों ने जल संरक्षण और जल संग्रहण के प्रतीक स्वरूप बड़े पात्र में जल अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

    भारतीय सनातन संस्कृति में जल ही जीवन है का विचार सर्वमान्य

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भारतीय सांस्कृतिक और पौराणिक संदर्भों का उल्लेख करते हुए कहा कि महादेव ने गंगा को जटाओं में धारण कर और भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत धारण कर जल संरक्षण के महत्व को दर्शाया। जिस प्रकार धरती पर मां गंगा को लाने में भागीरथ की भूमिका थी, इस प्रकार गंगाजल को सहेजने में केंद्रीय मंत्री श्री सी. आर. पाटिल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। गुजरात की भूमि यश- कीर्ति और समृद्धि की भूमि है। भगवान श्रीकृष्ण को भी गुजरात स्थित द्वारका से ही यश प्राप्त हुआ। गुजरात ने ही देश को महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे राजनेता प्रदान किये। इसी क्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति पथ पर निरंतर अग्रसर है। विश्व में भारत की साख स्थापित हुई है और दुनिया के सभी देश प्रधानमंत्री श्री मोदी से मधुर और जीवंत संपर्क और संबंध बनाने के लिए आतुर रहते हैं। भारतीय सनातन संस्कृति में जल ही जीवन है का विचार सर्वमान्य है। सूरत में जल-संचयन और जल-संरक्षण पर आयोजित यह कार्यक्रम देश को नई दिशा और जन-जन को ऊर्जा प्रदान करेगा।

    मध्यप्रदेश में हुआ 10 हजार से अधिक पोखर, तालाब, कुएं, बावड़ी का जीर्णोद्धार

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बना है, जहां नदी जोड़ो अभियान के अंतर्गत दो परियोजनाओं का क्रियान्वयन आरंभ हो रहा है। मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच केन-बेतवा नदी जोड़ो अभियान तथा मध्यप्रदेश और राजस्थान के मध्य चंबल- पार्वती- काली सिंध लिंक परियोजनाएं शीघ्र ही मूर्त रूप लेंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में लगभग 3 हजार 500 गांव के 13 हजार से अधिक लोगों ने संकल्प लेकर जल गंगा अभियान के अंतर्गत जल भंडारण क्षमता में वृद्धि के लिए 10 हजार से अधिक पोखर, तालाब, कुएं, बावड़ी का जीर्णोद्धार किया।

    मध्यप्रदेशवासियों द्वारा भूजल संचयन के लिए संकल्पबद्ध होना अभिनन्दनीय : केंद्रीय मंत्री श्री पाटिल

    केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी. आर. पाटिल ने नदी जोड़ो अभियान में मध्यप्रदेश द्वारा प्रदान किए जा रहे सहयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नदियों के जोड़ने की परियोजना शीघ्र ही आरंभ होगी। उन्होंने मध्यप्रदेशवासियों द्वारा जल-संरक्षण के क्षेत्र में की जा रही पहल की भी सराहना करते हुए कहा कि भू-जल संचयन के लिए मध्यप्रदेश के 3500 गांवों में 14 हजार बोर कराने का संकल्प लिया गया है जो अभिनन्दनीय है। कार्यक्रम को गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र भाई पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा, बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने भी संबोधित किया।

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  • Joram Kumawat: मोबाईल पशु चिकित्सा सेवा के लिए कॉल सेंटर का लोकार्पण

    Joram Kumawat: मोबाईल पशु चिकित्सा सेवा के लिए कॉल सेंटर का लोकार्पण

    Joram Kumawat: सरकार पशुओं तथा पशुपालकों के विकास के प्रति कृतसंकल्पित: जोराराम कुमावत

    पशुपालन, गोपालन, डेयरी और देवस्थान मंत्री Joram Kumawat ने कहा कि हमारी सरकार पशुओं तथा पशुपालकों के विकास के प्रति कृतसंकल्पित है और बहुत संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है। उन्होंने बुधवार को आगरा रोड स्थित राजस्थान राज्य पशुधन प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान में मोबाईल वेटेरिनरी इकाइयों के लिए कॉल सेटर के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि कॉल सेंटर का संचालन निश्चित रूप से विभाग के लिए एक बहुत ही सराहनीय कदम है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य मंत्री, पशुपालन, गोपालन, मत्स्य एवं गृह विभाग श्री जवाहर सिंह बेढम उपस्थित रहे। 
    श्री जोराराम कुमावत ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा को धन्यवाद देते हुए कहा कि मोबाईल पशु चिकित्सा एवं कॉल सेंटर पशुधन और पशुपालकों के लिए एक बहुत बड़ी भेंट और सुविधा है। कॉल सेंटर की सुविधा शुरू होने से घर पर ही पशुओं का इलाज मिलना शुरू हो जाएगा जिससे पशुपालकों के  समय और पैसे दोनों की बचत होगी। श्री कुमावत ने कहा कि  मंगला पशु बीमा योजना की क्रियान्विति भी जल्द शुरू की जाएगी।
    पशुपालन, गोपालन, मत्स्य एवं गृह राज्य मंत्री श्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का एक जरिया पशुपालन है इसीलिए पशु को पशुधन कहा गया है। पशुपालन के माध्यम से हमारे ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था नियमित रहती है। उन्होंने कहा कि पशुपालक के घर पर पशुओं के लिए चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराना एक उपयोगी पहल है।
    इस अवसर पर शासन सचिव पशुपालन, गोपालन एवं मत्स्य डॉ समित शर्मा ने कहा कि कॉल सेंटर का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करते हुए पशुधन और पशुपालकों को अधिक से अधिक संख्या में लाभ पहुंचाना इस योजना का उद्देश्य है। आने वाले 6 महीनों में पशुपालन विभाग प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ तीन विभागों में होगा, ऐसा हमारा प्रयास है। उन्होंने कॉल सेंटर पर वीडियो कॉलिंग की सुविधा शुरू करने के लिए भी बीआइएफएल के अधिकारियों को सुझाव दिया।
    कार्यक्रम के आरंभ में पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ भवानी सिंह राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मोबाइल पशु चिकित्सा सेवा द्वारा 161934 शिविरों के माध्यम से 27.48 लाख से अधिक पशुओं का उपचार करते हुए लगभग 6.86 लाख पशुपालकों को लाभान्वित किया गया है। कार्यक्रम को बीएफआईएल के प्रतिनिधि श्री किशोर संभशिवम ने भी संबोधित किया। अतिरिक्त निदेशक डॉ आनंद सेजरा ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ हेमंत पंत ने किया।
    कार्यक्रम में मोबाइल वेटरिनरी यूनिट की सेवा प्रदाता फर्म से श्री सुनील अग्रवाल और श्री महेश गुप्ता, बीएफआईएल से श्री असद और श्री अमन, श्री प्रहलाद नागा निदेशक गोपालन, डॉ प्रकाश भाटी, डॉ सुरेश मीना, डॉ प्रवीण कुमार, डॉ तपेश माथुर सहित बड़ी संख्या में विभाग के अधिकारी और पशुपालक उपस्थित थे।
  • CM Dr. Yadav: चंबल की पवित्र भूमि में बहायेंगे विकास की गंगा

    CM Dr. Yadav: चंबल की पवित्र भूमि में बहायेंगे विकास की गंगा

     CM Dr. Yadav: 35 करोड़ के सीएम राइज़ स्कूल का किया भूमि-पूजन

    • सुरजनपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का किया उद्घाटन
    • स्व. अमर सिंह डण्डोतिया की समाधि पर पुष्प अर्पित किये

     CM Dr. Yadav ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश के चहुँमुखी विकास के लिये हरसंभव कार्य किये जा रहे हैं। चंबल की पवित्र भूमि में विकास की गंगा बहेगी। चंबल का कोई भी क्षेत्र विकास के किसी भी पहलू में पीछे नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुरैना के सुरजनपुर में विकास कार्यों के लोकार्पण और भूमि-पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यहाँ 35 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सीएम राइज़ स्कूल का भूमि-पूजन और लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की लागत के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि दिमनी में 2 करोड़ रुपये की लागत से सामुदायिक भवन बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुरजनपुर में स्व. अमर सिंह डण्डोतिया की समाधि पर पुष्प अर्पित किये।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष और क्षेत्रीय सांसद ने इस क्षेत्र के लिये जो मांगे रखी है, उन सभी मांगो को पूर्ण करने की घोषणा की जाती है। दिमनी में 2 करोड़ की लागत से सामुदायिक भवन, क्वारी नदी को रोककर कमतरी बिरहरूआ-गोपी कंचनपुर के मध्य बांध निर्माण कार्य, बड़ेगांव से महेबा का पुरा होकर अजनौधा बाया सिरमिती डोंगरपुर मार्ग, दोहाटी, बरगमां, कटेलापुरा पी.डब्ल्यू.डी. मार्ग पर क्वारी नदी पर पुल निर्माण कार्य, ग्राम चैटा बरैथा में 33/11 के.वी. सब स्टेशन निर्माण कार्य, ग्राम नयापुरा खिरेंटा में 33/11 के.वी. सब स्टेशन निर्माण कार्य, ग्राम लहर में 33/11 के.वी. सब स्टेशन निर्माण कार्य की घोषणा की है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति-2020 तय की गई थी, जिसमें भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण और महापुरूषों की जीवनी शामिल की गई है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति को प्रदेश में प्रभावी रूप से लागू किया गया है। मुरैना का यह क्षेत्र मथुरा के नजदीक है। इस क्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहे। मुरैना से मथुरा ज्यादा दूर नही है, जल्दी ही यहाँ नया सिक्स लेन रोड बनना शुरू हो जायेगा।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सुरजनपुर के साथ दिमनी की भूमि को पवित्र भूमि बनाना है। यह कर्मशील लोगों की भूमि है। दिमनी विधानसभा के वर्तमान विधायक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष और हमारी पार्टी के दो बार प्रदेश अध्यक्ष रहे श्री नरेंद्र सिंह तोमर की कर्मभूमि है। साथ ही हमारे वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद श्री वी.डी. शर्मा की जन्मभूमि है। यहां आकर हमको ऐसा लगा कि इस भूमि में अलग ही बात है। यहां की मिट्टी की खुशबू में भी एक अलग ही प्रकार की ऊर्जा महसूस हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं स्वर्गीय अमर सिंह डंडोतिया जी को भी नमन करता हूं। उन्होंने अपने सपूत को पूर्णकालिक रूप से देश की सेवा के रूप में सौंप दिया है। दिमनी की भूमि एक की कर्म-भूमि है और एक की जन्म-भूमि है। इस भूमि पर आकर जब मैं श्री बीडी शर्मा के घर गया तो उनकी माताजी से मिल कर मुझे अपनी मां की याद आ गई। मैं यहाँ आकर अपने आप को गौरांवित महसूस कर रहा हूं।

    विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि ग्राम सुरजनपुर में सीएम राइज स्कूल और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खुलने से इस क्षेत्र की जनता को सीधा लाभ मिलेगा और बच्चों को उच्च स्तर की शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि विकास कार्यो में प्रदेश सरकार ने कोई कमी नहीं छोड़ी है। विकास कार्य किसी से छिपे नहीं है।

    उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, प्रभारी मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह और सांसद श्री शिवमंगल सिंह तोमर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर श्री हितानंद, विधायक, जन-प्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi: प्रदेश में प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ तत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा

    • मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया

    CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की। उन्होंने आयोग के गठन के उद्देश्यों, दायित्वों व अधिकारों के सम्बन्ध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ सतत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में लागू की गयी गरीब कल्याण योजनाओं के माध्यम से राज्य सरकार सभी पात्र लाभार्थियों के द्वार तक पहंुची है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्षों के नेतृत्व में सदस्यों की टीमें बनाकर पहले चरण में मण्डल मुख्यालय तथा दूसरे चरण में जनपद स्तर पर क्षेत्र भ्रमण कर समाज के लोगों से संवाद बनाना चाहिए। छात्रावासों का भ्रमण कर वहां की साफ-सफाई तथा अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। विद्यार्थियों से संवाद बनाकर उनकी मनोस्थिति का आकलन करना चाहिए।

    मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अन्तर्गत विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही निःशुल्क कोचिंग की वस्तु स्थिति तथा उससे प्राप्त होने वाली सफलता दर का आकलन किया जाना चाहिए। लोगों को केन्द्र तथा राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया जाना चाहिए। मुसहर, थारू, चेरो, सहरिया आदि जनजातियों को सभी प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ते हुए शत-प्रतिशत सेचुरेशन की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, सड़क कनेक्टिविटी, राशन कार्ड आदि की जानकारी प्राप्त करते हुए अभियान चलाकर इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से जुड़े लोगों के साथ कोई घटना घटित होने पर प्रशासन से समन्वय बनाकर उन्हें हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने का कार्य किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के सामाजिक तथा आर्थिक स्वावलम्बन के लिए हर सम्भव उपाय किये जाने चाहिए। लोगों के मन में व्यवस्था तथा सरकार के प्रति सम्मान का भाव दिखना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के पदाधिकारियों को नियमित बैठक कर मामलों का निस्तारण करना चाहिए। बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से भी आयोजित किया जाना चाहिए, ताकि जनपदों के वरिष्ठ अधिकारियों को जोड़ते हुए लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। शिकायतों का निस्तारण मेरिट के आधार पर किया जाना चाहिए। पदाधिकारियों द्वारा मुख्यालय तथा जिलास्तर पर भी अलग-अलग जगहों पर बैठक की जानी चाहिए। प्रत्येक बैठक से सम्बन्धित मिनट्स अवश्य तैयार करें, ताकि नीति निर्धारण के समय इसकी सहायता ली जा सके। किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के कार्यालय में एक उचित मैकेनिज्म बनाकर कार्य करना चाहिए। पदाधिकारियों के बीच कार्य का प्रॉपर डिस्ट्रीब्यूशन किया जाना चाहिए। कार्यालय में बैठने की उचित जगह, स्वच्छता, आवश्यक कर्मचारियों तथा पदाधिकारियों व शिकायतकर्ताओं के लिए पृथक-पृथक टॉयलेट आदि की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करें।

    प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में 56 लाख से अधिक गरीब आवासहीन परिवारों को पक्के आवास उपलब्ध कराए गये हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत 01 करोड़ 86 लाख रसोई गैस कनेक्शन वितरित किये गये हैं। 05 करोड़ आयुष्मान कार्ड वितरित करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना है। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से सम्बन्धित बच्चों की स्कॉलरशिप में कई गुना वृद्धि की गयी है।

    source: http://up.gov.in

  • CM Dr. Yadav: मध्यप्रदेश सहित नक्सल प्रभावित राज्य संयुक्त अभियान चलाकर करेंगे नक्सलियों का खात्मा

    CM Dr. Yadav: मध्यप्रदेश सहित नक्सल प्रभावित राज्य संयुक्त अभियान चलाकर करेंगे नक्सलियों का खात्मा

    CM Dr. Yadav

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि नक्सलवाद के खिलाफ मध्यप्रदेश सरकार ने विगत दो वर्ष में जो कदम उठाए हैं वह पिछले तीन दशक में नहीं उठाए गए। मध्यप्रदेश सहित छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना आदि राज्य संयुक्त अभियान चलाकर नक्सलवादियों का खात्मा करने के लिए संकल्प बद्ध हैं। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में सोमवार को नई दिल्ली में सम्पन्न नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्राप्त मार्गदर्शन अनुसार राज्यों द्वारा पूर्ण तालमेल के साथ कार्य किया जाएगा। विकास के मुद्दों दूरसंचार, सड़क संपर्क में वृद्धि, सुरक्षा और अन्य सुविधाओं को बढ़ाकर समन्वय से नक्सलवाद को समाप्त किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने संयुक्त टास्क फोर्स में वृद्धि पर भी बल देते हुए कहा कि नक्सल विरोधी ऑपरेशन्स बढ़ाए जाएं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों में कोई कमी नहीं रहेगी।

  • CM Dhami ने पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर पहुँचकर 116वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।

    CM Dhami ने पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर पहुँचकर 116वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।

    CM Dhami

    CM Dhami ने पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर पहुँचकर 116वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और हरेला उद्यान का वर्चुअल शुभारम्भ भी किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनपदों से आये प्रगतिशील कृषकों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 116वां किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी की बधाई देते हुए कहा कि भारत में हरित क्रांति के अग्रदूत के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में आकर उन्हें हर्ष का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के किसान मेले प्रदेश के किसान भाईयों की उन्नति में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि इस प्रकार के कृषि मेलों के माध्यम से वैज्ञानिक, किसान एवं उद्यमी एक ही स्थान पर कृषि सम्बन्धी नवीनतम तकनीकों तथा विभिन्न जानकारियों का आदानप्रदान कर सकते हैं। किसानों को उन्नत बीज, पौध, कृषि यंत्र और जैविक खाद सहित कृषि से जुड़ी सभी आवश्यक वस्तुएं एक ही स्थान पर मिल जाती हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस मेले में उपलब्ध कराई जा रही तकनीकी जानकारियों से हमारे किसान अवश्य लाभान्वित होंगे।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह मेला वास्तव में कृषि का एक ऐसा कुंभ है, जो किसानों को आधुनिक तकनीकी का बोध कराकर उन्हें समृद्ध बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के किसानों को कुशल, समृद्ध और आधुनिक सुखसुविधा युक्त बनाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। आज एक ओर उपज बढ़ाने के लिए तकनीकी के प्रयोग और नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार द्वारा किसानों को सभी प्रमुख फसलों पर बढ़ी हुई एम.एस.पी देकर किसानों की आय में बढ़ोत्तरी सुनिश्चित की जा रही है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के प्रति मोदी जी की प्रतिबद्धता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस बार जब उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहले उन्होंने किसान भाईयों को किसान सम्मान निधि आवंटित करने वाली फाइल पर हस्ताक्षर किए। किसान सम्मान निधि की योजना के जरिए आज उत्तराखंड के भी लगभग 8 लाख से अधिक किसानों को आर्थिक संबल मिल रहा है, इतना ही नहीं, मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पिछले दिनों किसान भाईयों का जीवन स्तर बेहतर करने और उनकी आय बढ़ाने के उद्देश्य से करीब 14 हज़ार करोड़ रुपये की लागत वाली कुल सात नई योजनाओं को भी मंजूरी दी है। जिन योजनाओं से किसानों को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से राज्य सरकार भी प्रदेश के किसानों के उत्थान एवं समृद्धि हेतु संकल्पित होकर निरंतर कार्य कर रही है। वर्तमान में प्रदेश में किसानों को तीन लाख रुपए तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है तथा किसानों को कृषि उपकरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य “फार्म मशीनरी बैंक“ योजना के जरिये कृषि उपकरण खरीदने के लिए 80 फीसदी तक की सब्सिडी दी जा रही है।
    उन्होंने कहा कि गेहूं खरीद पर कृषकों को प्रति क्विंटल 20 रू. का बोनस दिया जा रहा है, गन्ने के रेट में भी 20 रूपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए नहर से सिंचाई को बिल्कुल मुफ्त कर दिया गया है। चाय बागान धौलादेवी, मुन्स्यारी और बेतालघाट को जैविक चाय बागान के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। सगंध खेती को बढ़ावा देने के लिए 6 एरोमा वैली विकसित करने पर कार्य किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के बजट में 200 करोड़ रूपए का प्रावधान विशेष रूप से पॉलीहाउस निर्माण के लिए किया है, जिससे किसानों की आय बढ़ने के साथ ही रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे।
    उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा आधारित खेती को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत से “उत्तराखंड क्लाइमेट रिस्पॉन्सिव रेनफेड फार्मिंग प्रोजेक्ट“ भी स्वीकृत किया गया है। फलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी सरकार विभिन्न स्तर पर काम कर रही है, जिसके अंतर्गत सेब और कीवी का उत्पादन व्यापक स्तर पर बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य में एप्पल और कीवी मिशन की शुरुआत की गई है। एप्पल मिशन के अंतर्गत सेब के बागान लगाने वाले किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। कीवी के बगीचे स्थापित करने में भी सरकार हर संभव मदद कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय “उन्नत कृषिसमृद्ध किसान“ के संकल्प को साकार करने के लिए निरंतर काम कर रहा है।
    उन्होंने कहा कि यहां पर विकसित की गई फसलों, सब्जियों एवं फलों की विभिन्न प्रजातियां और अनेक उन्नत कृषि तकनीकें ना सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के किसानों को फायदा पहुंचा रही हैं। आज आयोजित हो रहा यह किसान मेला निश्चित रूप से किसान भाईयों के उत्थान में अहम योगदान देगा। पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चैहान ने सभी अतिथियों व किसानों का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश विकास की ओर अग्रसर है तथा प्रदेश की जीडीपी भी तेजी से बढ़ी है।
    उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय की प्रगति की जानकारी देते हुए कहा कि पूरे देश में दलहन की 28 बीज स्वीकृत हुए हैं जिसमें से 10 बीज पंतनगर विश्वविद्यालय के खाते में आये हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ग्लोबल बनने जा रहा है विगत दो वर्षों में विश्वविद्यालय द्वारा 7 एमओयू अंतरराष्ट्रीय स्तर के हुए हैं तथा विश्वविद्यालय द्वारा 300 कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं तथा ड्रोन व एआई तकनीक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पर भी विश्वविद्यालय द्वारा कार्य किया जा रहा है।
    उन्होंने बताया कि बद्री गाय का क्लोन भी विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया जा रहा है। इस अवसर पर विधायक शिव अरोड़ा, तिलक राज बेहड़, राज्य मंत्री अनिल कपूर डब्बू, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, जिलाध्यक्ष भाजपा कमल जिंदल, गुंजन सुखीजा, जिला महामंत्री भाजपा अमित नारंग, प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना, उप महानिदेशक यूएस गौतम, मंडलायुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी उदय राज सिंह, एसएसपी मणिकांत मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशिमा गोयल, एसपी सिटी मनोज कत्याल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण व किसान आदि उपस्थित थे।
  • CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi: खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा देता

    • हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है
    • उ0प्र0 में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा
    • हमने विगत 10 वर्षों में देश में नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा, प्रधानमंत्री जी की यही इच्छा कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं
    • उ0प्र0 में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए
    • प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे, अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया, 500 करोड़ रु0 का कॉर्पस फण्ड बनाया गया
    • दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रु0 की राशि वितरित की जा चुकी
    • मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया, प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि खेल हम सभी को जोड़ता है। खेल हमें टीम भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता है। यदि हममें टीमवर्क से कार्य करने की क्षमता है, तो हमारी सफलता की सम्भावना ज्यादा होती है। लेकिन यदि हम टीम भावना से कार्य नहीं कर पा रहे हैं, तो हमारी असफलता की सम्भावना भी उतनी ही ज्यादा होती है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की। मुख्यमंत्री जी ने ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ की घोषणा की। उन्होंने गेंद खेलकर न्यायमूर्तिगण व अधिवक्तागण के मध्य आयोजित प्रदर्शनी मैच की औपचारिक शुरुआत की।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा है। उत्तर प्रदेश में इसके आयोजन के नाते यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से इस आयोजन में सहभागी बनंे और इसे प्रोत्साहित करें। जब प्रतिष्ठित टीमें इसमें प्रतिभाग कर रही हों तथा बार व बेंच टूर्नामेण्ट के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ रहे हों, तो यह न केवल रोचक है बल्कि लोगों के लिए नई प्रेरणा भी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा भी देता है। यह मनोरंजन का साधन भी है। यह आयोजन हम सभी को अपनी शारीरिक व मानसिक क्षमताओं का आकलन करने का अवसर प्रदान करता है। हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती है, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है तथा हमें नए प्रोत्साहन के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमने विगत 10 वर्षों में देश में एक नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की भी यही इच्छा है कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं। आज इसी भावना से देश में खेल कार्यक्रम आगे बढ़े हैं। ओलम्पिक, पैरालम्पिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ या वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसी किसी भी प्रतियोगिता में हमारे खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जमीनी धरातल से जुड़े हुए खिलाड़ियों को भी अवसर प्राप्त हो रहा है। खेलो इण्डिया, फिट इण्डिया मूवमेण्ट तथा सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं ने देश में नई खेल संस्कृति को आगे बढ़ाया है। अनेक युवा इसके माध्यम से आगे आ रहे हैं। ओलम्पिक में हमारे खिलाड़ी 07 मेडल लेकर आए। वहीं पैरालम्पिक में हमारे खिलाड़ियों ने 29 मेडल प्राप्त किए। इनका प्रदर्शन अचम्भित करने वाला है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश के जिन खिलाड़ियों ने ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक खेलों में प्रतिभाग किया और देश के लिए मेडल जीते, उन सभी को 01 अक्टूबर को लखनऊ में भव्य समारोह में प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ओलम्पिक गेम्स (एकल वर्ग) में स्वर्ण पदक विजेता को 06 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान करती है। ओलम्पिक गेम्स (टीम गेम्स) में स्वर्ण पदक जीतने पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने पर 01 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है। इसी प्रकार एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स तथा वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए और पदक जीतने के लिए प्रोत्साहन की व्यवस्था है। इसके साथ ही, खिलाड़ियों को विभिन्न सेवाओं में लिए जाने की भी विशेष व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2020 के टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता था। उस टीम के सदस्य तथा प्रदेश के खिलाड़ी श्री ललित कुमार उपाध्याय को सीधे पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। भारतीय हॉकी टीम का सम्मान भी किया गया था। इस बार ओलम्पिक में उत्तर प्रदेश के 02 खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बने थे। इनमें श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल थे। भारतीय टीम द्वारा मेडल जीतने के कारण हम श्री राजकुमार पाल को भी सीधी नियुक्ति देने जा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चीन में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता प्रदेश की एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री पारुल चौधरी को भी नियुक्ति पत्र दिया गया है। सुश्री पारुल चौधरी ने पदक जीतने के लिए पूरी जान लगा दी थी और देश के लिए गोल्ड मेडल जीता। सुश्री पारुल चौधरी ने यह कहा था कि उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पदक जीतने पर डिप्टी एस0पी0 का पद प्रदान किये जाने की घोषणा से प्रोत्साहन मिला था। अब तक हम 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दे चुके हैं, जिन्होंने ओलम्पिक, एशियाड अथवा कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के साथ ही, खेल व खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार द्वारा अनेक प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश में लगभग 57 हजार ग्राम पंचायतें हैं। इन सभी में खेल के मैदान के निर्माण के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। यदि गांव में खेल का मैदान होगा, तो बच्चे खेलने में रुचि लेंगे और गलत दिशा में नहीं जाएंगे। उन्हें सकारात्मक दिशा मिलेगी। सभी ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता के आधार पर खेल के मैदान तथा ओपन जिम के निर्माण के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, हर विकासखण्ड में मिनी स्टेडियम तथा हर जनपद में स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया है। इस समय खेलकूद की ग्रामीण लीग प्रतियोगिताएं लोकप्रिय हो रही हैं। विगत दिनों लखनऊ में हॉकी एवं क्रिकेट लीग का आयोजन हुआ था। इसके माध्यम से खिलाड़ियों को एक नया मंच प्राप्त हो रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे हैं। अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया है। इसके लिए 500 करोड़ रुपये का कॉर्पस फण्ड बनाया गया है, जिससे किसी अधिवक्ता की असमय मृत्यु होने पर, उसके परिजनों को 05 लाख रुपये की राशि प्राप्त हो सके। पहले यह राशि डेढ़ लाख रुपये थी। इस हेतु अधिकतम आयु की सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष की गई है। विगत 18 अगस्त को 577 ऐसे दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में 28 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि का वितरण किया गया था। अब तक दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज महिलाएं खेलकूद के साथ ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और नेतृत्व प्रदान कर रही हैं। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि जिस प्रकार आज 16 टीमें इस आयोजन का हिस्सा बन रही हैं, उसी प्रकार अगली बार महिला एडवोकेट्स की अतिरिक्त टीम भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेगी। ज्ञातव्य है कि ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट में इलाहाबाद, आन्ध्र प्रदेश, औरंगाबाद, बम्बई, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, ग्वालियर, इन्दौर, कर्नाटक, लखनऊ, ओडिसा, पंजाब-हरियाणा, तेलंगाना तथा पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्तागणों की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।

    इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री ए0आर0 मसूदी, न्यायमूर्ति श्री राजेश सिंह चौहान, न्यायमूर्ति श्रीमती संगीता चन्द्रा एवं अन्य न्यायमूर्तिगण, लखनऊ एडवोकेट्स क्रिकेट एसोशिएशन के अध्यक्ष श्री एन0के0 सेठ तथा अधिवक्तागण उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Sharma: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राज्य सरकार ने किसान कल्याण के लिए उठाए कई महत्वपूर्ण कदम

    CM Sharma: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राज्य सरकार ने किसान कल्याण के लिए उठाए कई महत्वपूर्ण कदम

    CM Sharma: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम किसान योजना के तहत 9.40 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में हस्तान्तरित की 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि

    • देश के किसान विकसित भारत का बड़ा आधार
    • 18वीं किस्त के तहत राजस्थान के 70 लाख 36 हजार 501 किसानों को कुल 1546.6 करोड़ रुपये हस्तांतरित
    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार की हर नीति और निर्णय विकसित भारत को समर्पित हैं। विकसित भारत का बहुत बड़ा आधार हमारे किसान हैं, इसलिए केन्द्र सरकार देश के किसानों के हित में नित नई योजनाएं संचालित कर रही है और महत्वपूर्ण फैसले ले रही है।
    प्रधानमंत्री श्री मोदी शनिवार को महाराष्ट्र के वाशिम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) योजना की 18वीं किस्त जारी करने तथा कृषि एवं पशुपालन से संबंधित विभिन्न नवीन पहलों के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा, भी जयपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास से राज्यसभा सांसद श्री मदन राठौड़ के साथ वीसी के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए।
    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज कृषि विकास से जुड़ी कई परियोजनाएं एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर राष्ट्र को समर्पित किए गए हैं। इनसे कृषि उत्पादों के स्टोरेज, प्रोसेसिंग और प्रबंधन की क्षमता बढ़ेगी।
    प्रधानमंत्री ने इस दौरान किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त के रूप में देश के 9 करोड़ 40 लाख से अधिक किसानों के खातों में करीब 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की। इस योजना के तहत किसानों के खातों में प्रतिवर्ष 2-2 हजार रुपये की तीन समान किस्तों के रूप में 6 हजार रुपये जमा किए जाते हैं। योजना के तहत अब तक 3.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की जा चुकी है।
    श्री मोदी ने इस अवसर पर पशुपालन विभाग की दो योजनाएं स्वदेशी बोवाइन सीमेन सेक्स्ड सोर्टिंग टेक्नोलोजी एवं जीनोटाइपिंग चिप भी राष्ट्र को समर्पित की। उन्होंने कृषि विकास हेतु कृषि अवसंरचना कोष की 1929 करोड़ की लागत से बनी 7519 परियोजनाओं तथा 1300 करोड़ रुपये से अधिक के कुल व्यवसाय के साथ पंजीकृत 9200 एफपीओ राष्ट्र को समर्पित किए। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र को भी कई सौगातें दीं।

    किसान की समृद्धि से ही होगा विकसित एवं खुशहाल राजस्थान—

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार किसानों के हित में निरन्तर कल्याणकारी फैसले कर रही है। केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से राज्य के किसान लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेकर राज्य सरकार द्वारा भी किसान कल्याण की दिशा में कई कदम उठाए गए क्योंकि किसान की समृद्धि से ही विकसित एवं खुशहाल राजस्थान का सपना साकार होगा। श्री शर्मा ने कहा कि राज्य के किसानों को पीएम किसान योजना के 6 हजार रुपये के अतिरिक्त मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत 2 हजार रुपये प्रतिवर्ष दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में गेहूं के 2275 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य के ऊपर 125 रुपये का बोनस प्रदान कर 2400 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं खरीद की गई है। प्रदेश में 10 हजार सौर ऊर्जा संयंत्रों, 41 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर तथा 44 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में स्प्रिंकलर संयंत्रों की स्थापना की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में नए कृषि कनेक्शन, किसानों को बिजली के बिलों में अनुदान, अल्पकालीन फसली ऋण का वितरण तथा कस्टम हायरिंग केन्द्रों की स्थापना जैसे निर्णय भी किसानों के उत्थान में महत्वपूर्ण निर्णय हैं। श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने तथा प्रदेश को बिजली सरप्लस राज्य बनाने के लिए 2.24 लाख करोड़ के एमओयू किए गए हैं।
    उल्लेखनीय है कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत शनिवार को जारी की गई 18वीं किस्त के माध्यम से राजस्थान के 70 लाख 36 हजार 501 किसानों को कुल 1546.6 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए हैं।
    वाशिम में आयोजित इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री सी.पी. राधाकृष्णन, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे, केन्द्रीय कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री श्री अजीत पवार एवं श्री देवेन्द्र फड़नवीस सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
  • PM Modi 5 अक्टूबर को महाराष्ट्र का दौरा करेंगे

    PM Modi 5 अक्टूबर को महाराष्ट्र का दौरा करेंगे

    PM Modi वाशिम में कृषि और पशुपालन क्षेत्र से जुड़ी करीब 23,300 करोड़ रुपये की विभिन्न पहलों का शुभारंभ करेंगे

    • बंजारा समुदाय की समृद्ध विरासत के प्रदर्शन के लिए PM Modi बंजारा विरासत संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे
    • प्रधानमंत्री ठाणे में 32,800 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे
    • परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य: क्षेत्र में शहरी गतिशीलता को बढ़ावा देना
    • प्रधानमंत्री मुंबई मेट्रो लाइन 3 चरण-1 के आरे जेवीएलआर से बीकेसी खंड का उद्घाटन करेंगे
    • प्रधानमंत्री ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना और एलिवेटेड ईस्टर्न फ्रीवे एक्सटेंशन की आधारशिला रखेंगे
    • प्रधानमंत्री नवी मुंबई एयरपोर्ट इंफ्लुएंस नोटिफाइड एरिया (एनएआईएनए) परियोजना की आधारशिला रखेंगे

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 5 अक्टूबर को महाराष्ट्र के भ्रमण पर जाएंगे। वे वाशिम जाएंगे और पूर्वाह्न करीब 11:15 बजे पोहरादेवी स्थित जगदम्बा माता मंदिर में दर्शन करेंगे। वे वाशिम में संत सेवालाल महाराज और संत रामराव महाराज की समाधि पर श्रद्धांजलि भी अर्पित करेंगे। इसके बाद, पूर्वाह्न करीब 11:30 बजे प्रधानमंत्री बंजारा विरासत म्यूजियम (संग्रहालय) का उद्घाटन करेंगे, जिसमें बंजारा समुदाय की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा। दोपहर करीब 12 बजे वे कृषि और पशुपालन क्षेत्र से जुड़ी करीब 23,300 करोड़ रुपये की कई पहलों का शुभारंभ करेंगे। शाम करीब 4 बजे प्रधानमंत्री ठाणे में 32,800 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसके बाद शाम करीब 6 बजे बीकेसी मेट्रो स्टेशन से वे बीकेसी से मुंबई के आरे जेवीएलआर तक चलने वाली मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। वे बीकेसी और सांताक्रूज स्टेशनों के बीच मेट्रो में सफर भी करेंगे।

    वाशिम में प्रधानमंत्री

    किसानों को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री लगभग 9.4 करोड़ किसानों को लगभग 20,000 करोड़ रुपये की पीएम-किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त वितरित करेंगे। 18वीं किस्त जारी होने के साथ ही पीएम-किसान के तहत किसानों को जारी की गई कुल धनराशि लगभग 3.45 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना की 5वीं किस्त भी जारी करेंगे, जिसके तहत लगभग 2,000 करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे।

    प्रधानमंत्री कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ) के तहत 1,920 करोड़ रुपये से अधिक की 7,500 से अधिक परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रमुख परियोजनाओं में कस्टम हायरिंग सेंटर, प्राथमिक प्रसंस्करण इकाइयां, गोदाम, छंटाई और ग्रेडिंग इकाइयां, कोल्ड स्टोरेज परियोजनाएं, कटाई के बाद प्रबंधन परियोजनाएं आदि शामिल हैं।

    प्रधानमंत्री 9,200 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनका संयुक्त कारोबार लगभग 1,300 करोड़ रुपये है।

    इसके अलावा, प्रधानमंत्री मवेशियों के लिए एकीकृत जीनोमिक चिप और स्वदेशी सेक्स-सॉर्टेड सीमेन तकनीक का शुभारंभ करेंगे। इस पहल का उद्देश्य किसानों को सस्ती कीमत पर सेक्स सॉर्टेड सीमेन की उपलब्धता बढ़ाना और प्रति खुराक लगभग 200 रुपये की लागत कम करना है। जीनोटाइपिंग सेवाओं के साथ एकीकृत जीनोमिक चिप, स्वदेशी मवेशियों के लिए गौचिप (जीएयूसीएचआईपी) और भैंसों के लिए महीषचिप (एमएएचआईएसएचसीएचआईपी) विकसित की गई है। जीनोमिक चयन के कार्यान्वयन से कम उम्र में ही उच्च गुणवत्ता वाले युवा सांडों की पहचान की जा सकती है।

    इसके अलावा, प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना-2.0 के तहत पूरे महाराष्ट्र में 19 मेगावाट की कुल क्षमता वाले पांच सौर पार्कों का लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम के दौरान, वे मुख्यमंत्री माझी लड़की बहन योजना के लाभार्थियों को सम्मानित भी करेंगे।

    ठाणे में प्रधानमंत्री

    क्षेत्र में शहरी गतिशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक बड़े कदम के रूप में, प्रधानमंत्री प्रमुख मेट्रो और सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री मुंबई मेट्रो लाइन-3 के बीकेसी से आरे जेवीएलआर खंड का उद्घाटन करेंगे, जिसकी लागत करीब 14,120 करोड़ रुपये है। इस खंड में 10 स्टेशन होंगे, जिनमें से 9 भूमिगत होंगे। मुंबई मेट्रो लाइन-3 एक प्रमुख सार्वजनिक परिवहन परियोजना है, जो मुंबई शहर और उपनगरों के बीच आवागमन में सुधार करेगी। पूरी तरह से चालू होने के बाद लाइन-3 से प्रतिदिन करीब 12 लाख यात्रियों को सेवा मिलने की उम्मीद है।

    प्रधानमंत्री लगभग 12,200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रखेंगे। परियोजना की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है जिसमें 20 एलिवेटेड और 2 भूमिगत स्टेशन हैं। यह महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा परियोजना महाराष्ट्र के एक प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्र ठाणे की बढ़ती परिवहन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिहाज से एक महत्वपूर्ण पहल है।

    प्रधानमंत्री लगभग 3,310 करोड़ रुपये की लागत से ठाणे के छेदा नगर से आनंद नगर तक एलिवेटेड ईस्टर्न फ्रीवे एक्सटेंशन की आधारशिला भी रखेंगे। यह परियोजना दक्षिण मुंबई से ठाणे तक निर्बाध संपर्क की सुविधा प्रदान करेगी।

    इसके अलावा, प्रधानमंत्री लगभग 2,550 करोड़ रुपये की लागत वाली नवी मुंबई एयरपोर्ट इंफ्लूएंस नोटिफाइड एरिया (एनएआईएनए) परियोजना के चरण-1 की आधारशिला रखेंगे। इस परियोजना में प्रमुख सड़कें, पुल, फ्लाईओवर, अंडरपास और एकीकृत उपयोग वाले बुनियादी ढांचे का निर्माण शामिल है।

    प्रधानमंत्री लगभग 700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ठाणे नगर निगम की आधारशिला भी रखेंगे। ठाणे नगर निगम की भव्य प्रशासनिक इमारत से ठाणे के नागरिकों को लाभ होगा, क्योंकि इसमें अधिकांश नगर निगम कार्यालय एक केंद्रीय स्थान पर स्थित होंगे।

    source: http://pib.gov.in

  • CM Yogi ने पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 तथा पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को सम्मानित किया

    CM Yogi ने पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 तथा पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को सम्मानित किया

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश में खेलों के लिए बेहतरीन वातावरण निर्मित किया गया, इस दृष्टि से विगत 10 वर्षों में किए गए नियोजित प्रयासों के अच्छे परिणाम सामने आए

    CM Yogi ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश में खेलों के लिए बेहतरीन वातावरण निर्मित किया गया है। इस दृष्टि से विगत 10 वर्षों में किए गए नियोजित प्रयासों के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। प्रधानमंत्री जी ने खेलो इंडिया से इस अभियान का शुभारम्भ किया था। फिट इंडिया मूवमेंट तथा सांसद खेलकूद प्रतियोगिता जैसे आयोजनों से खेल प्रतिभाओं को नया मंच प्राप्त हुआ है। अब गांव, शहर तथा विश्वविद्यालय स्तर पर लीग प्रतियोगिताएं प्रारम्भ हो चुकी हैं। इनमें विभिन्न क्षेत्रों के अलग-अलग खेलों में खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है। इस कार्य के लिए अवसंरचना अत्यन्त आवश्यक होती है। डबल इंजन सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 तथा पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने पदक विजेता व प्रतिभागी खिलाड़ियों तथा पैरालम्पिक गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के प्रशिक्षकों को सम्मानित किया।

    मुख्यमंत्री जी ने खिलाड़ियों तथा प्रशिक्षकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज यहां वर्ष 2024 के पेरिस ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक में प्रतिभाग करने वाले तथा पदक प्राप्त करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों का सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। पेरिस ओलम्पिक गेम्स 2024 में प्रदेश के 06 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। इनमें श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल द्वारा भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य के रूप में कांस्य पदक जीतने पर उन्हें एक-एक करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया है।

    पेरिस ओलम्पिक-2024 में प्रतिभाग करने पर सुश्री पारुल चौधरी, सुश्री प्रियंका, सुश्री अन्नू रानी तथा सुश्री प्राची को 10-10 लाख रुपए पुरस्कार राशि प्रदान की गई है। पेरिस पैरालम्पिक गेम्स-2024 में प्रदेश के 08 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था, इनमें से पैराएथलेटिक्स हाई जम्प टी-64 में स्वर्ण पदक विजेता श्री प्रवीन कुमार को 06 करोड़ रुपए, पैरा बैडमिंटन एस0 एल0-04 रजत पदक विजेता श्री सुहास एल0वाई0 तथा पैराएथलेटिक्स जेवलिन एफ0-46 के रजत पदक विजेता श्री अजीत सिंह को चार-चार करोड़ रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया।

    सुश्री प्रीति पाल को पैराएथलेटिक्स 100 मीटर एवं 200 मीटर टी-35 में कांस्य पदक जीतने पर 04 करोड़ रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया। पैराएथलेटिक्स 200 मीटर टी-12 में कांस्य पदक जीतने पर सुश्री सिमरन को 02 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई। पैराएथलेटिक्स जेवलिन एफ-54 में श्री दीपेश कुमार, पैराएथलेटिक्स डिस्कस एफ-55 में सुश्री साक्षी कसाना, पैराकैनाई 200 मीटर के एल- 1 में श्री यश कुमार द्वारा प्रतिभाग करने पर प्रत्येक को 10-10 लाख पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुशल प्रशिक्षक ही राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की पीढ़ी तैयार करते हैं। पैरालम्पिक गेम्स में प्रदेश के चार प्रशिक्षकों के खिलाड़ियों ने स्वर्ण, रजत तथा कांस्य पदक जीते। आज यहां यह प्रशिक्षक भी पुरस्कार राशि से सम्मानित किए गए हैं। इनमें स्वर्ण पदक विजेता श्री प्रवीन कुमार को प्रशिक्षित करने वाले डॉ0 सत्यपाल सिंह, रजत पदक विजेता श्री सुहास एल0वाई0 को प्रशिक्षित करने वाले श्री गौरव खन्ना, रजत पदक विजेता श्री अजीत सिंह को प्रशिक्षित करने वाले श्री राकेश कुमार यादव तथा कांस्य पदक विजेता सुश्री प्रीति पाल एवं सुश्री सिमरन को प्रशिक्षित करने वाले श्री गजेंद्र सिंह सम्मिलित हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि छोटी तथा बड़ी प्रतियोगिताएं हमें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती हैं। ओलम्पिक में प्रतिभाग करना ही बहुत कठिन कार्य है। इसके लिए कठिन परिश्रम से स्वयं को तराशना पड़ता है। आज जितने भी खिलाड़ियों को यहां सम्मानित किया
    गया है, इन सभी ने अपने परिश्रम की पराकाष्ठा से ओलम्पिक में देश का परचम लहराकर देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने का काम किया है। जब प्रदेश का खिलाड़ी देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने का काम करता है, तो प्रदेश का सम्मान स्वयं ही बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि सृष्टि के शिल्पी भगवान विश्वकर्मा तथा प्रधानमंत्री जी आधुनिक भारत के शिल्पी हैं। विश्वकर्मा जयंती तथा प्रधानमंत्री जी के जन्म दिवस 17 सितम्बर से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 02 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस पखवाड़े के अंतर्गत मनाए जाने वाले अनेक कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक खिलाड़ियों के सम्मान का कार्यक्रम रखा गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने खेल के क्षेत्र में एक बड़े लक्ष्य के साथ कार्य करना प्रारम्भ किया है। वर्तमान में प्रदेश में 84 स्टेडियम, 02 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 67 बहुउद्देशीय हॉल, 38 तरणताल, 15 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, तीन सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, 02 जूडो हॉल, 13 कुश्ती हॉल, 06 शूटिंग रेंज, 02 इनडोर वॉलीबॉल हॉल, 12 वेटलिफिं्टग हॉल, 14 सिंथेटिक बास्केटबॉल कोर्ट, 16 छात्रावास भवन, 19 डॉरमेट्री, 47 अत्याधुनिक जिम सेंटर, 20 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट बनकर तैयार हो चुके हैं। प्रदेश सरकार प्रत्येक जनपद में स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही को आगे बढ़ा रही है। प्रदेश के सभी 826 विकास खण्डों में मिनी स्टेडियम के निर्माण हेतु जिला प्रशासन से जमीन आरक्षित करने के लिए कहा गया है। मिनी स्टेडियम के लिए कम से कम 05 एकड़ भूमि होनी चाहिए। प्रदेश में 57000 से अधिक ग्राम पंचायतें हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत में खेल का मैदान और ओपन जिम के निर्माण की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर आगे बढ़ रही है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में युवक मंगल दल व महिला मंगल दल को विभिन्न खेलों से सम्बन्धित स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराई जा रही हैं। ओलम्पिक गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, विश्व कप तथा एशियाई गेम्स के पूर्व खिलाड़ियों को स्पेशल इन्सेंटिव के साथ प्रशिक्षक के रूप में तैनात करने के लिए खेल विभाग से कहा गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने तथा पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों के लिए पुरुष वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार तथा महिला वर्ग में रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार की घोषणा की गई है। इसके अंतर्गत उन्हें नकद पुरस्कार राशि के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र आदि से सम्मानित किया जाता है। अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद पुरस्कार, खेल रत्न पुरस्कार व खेल के क्षेत्र में पद्मश्री व पद्मभूषण से सम्मानित खिलाड़ियों को 20 हजार रुपए प्रतिमाह वित्तीय सहायता तथा वृद्ध, अशक्त एवं विपदाग्रस्त राज्य स्तर के खिलाड़ियों को 04 हजार रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 06 हजार रुपये तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। प्रदेश में खेल एवं खिलाड़ियों के प्रोत्साहन एवं संवर्धन हेतु एकलव्य क्रीडा कोष का गठन किया गया है। जनपद मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर आगे बढ़ा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारतीय मनीषा कहती है कि ‘शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्’ अर्थात् सर्वश्रेष्ठ जीवन यापन के सभी साधन स्वस्थ शरीर से सम्भव हो सकते हैं। स्वस्थ शरीर के लिए व्यवस्थित जीवन शैली की आवश्यकता होती है। खेल खिलाड़ियों की दिनचर्या का हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न खेलों में मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि प्राप्त होने के साथ-साथ नौकरियां भी उनका इंतजार कर रही हैं। हॉकी खिलाड़ी श्री ललित कुमार उपाध्याय, क्रिकेट खिलाड़ी सुश्री दीप्ति शर्मा, एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री पारुल चौधरी, शूटिंग खिलाड़ी श्री अखिल श्योराण, कबड्डी खिलाड़ी श्री अर्जुन देशवाल को पुलिस उपाधीक्षक, जूडो खिलाड़ी श्री विजय कुमार यादव तथा कुश्ती खिलाड़ी सुश्री दिव्या काकरान को नायब तहसीलदार, कैनो सिं्प्रट खिलाड़ी श्री अर्जुन सिंह को यात्री कर माल कर अधिकारी, एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री प्राची एवं रोइंग खिलाड़ी श्री पुनीत कुमार को जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक दल अधिकारी के पद पर नियुक्ति दी गई है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में भी विश्व चैम्पियनशिप या राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले ऐसे 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये जा चुके हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने युवा खिलाड़ियों का आह्वान करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को समय का उचित उपयोग करने की आदत डालनी चाहिए। युवाओं को स्मार्टफोन का उपयोग संतुलित रूप से तथा आवश्यक कार्यों के लिए करना चाहिए। स्मार्टफोन का अनावश्यक प्रयोग दृष्टि को कमजोर तथा समय को नष्ट करता है। उन्होंने कहा कि नशा नाश का कारण है। इसलिए युवाओं को नशे से हमेशा दूर रहना चाहिए। जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते समय प्रतियोगी प्रारम्भ में ही अपना लक्ष्य तय कर लेता है, उसी तरह खिलाड़ी भी खेल को अपने जीवन का लक्ष्य मानकर आगे बढ़ें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप जितनी अधिक मेहनत करेंगे तथा पसीना बहाएंगे, विश्व स्तर की प्रतियोगिताओं में आपके प्रदर्शन से विपक्षी का उतना अधिक पसीना बहेगा। उस समय आपको अभूतपूर्व संतुष्टि प्राप्त होगी। वह किसी भी मेडल से बढ़कर होगी। यदि अपनी मंजिल प्राप्त करनी है, तो जीवन में कभी शॉर्टकट का रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। मेहनत, परिश्रम तथा पुरुषार्थ से अपना लक्ष्य प्राप्त करना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज जिन खिलाड़ियों को यहां सम्मानित किया गया है, उनमें से श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल ने प्रदेश के छोटे से जनपद गाजीपुर में निजी खेल अकादमी के साथ जुड़कर प्रशिक्षण प्राप्त किया। आज वह ओलम्पिक में खेल रहे हैं तथा शानदार कैरियर के साथ आगे बढ़ रहे हैं। गौतमबुद्धनगर के श्री प्रवीन कुमार ने पैरालम्पिक में गोल्ड मेडल जीता है। पहले उनके परिवार के लोग भी उनके भविष्य को लेकर चिंतित थे। उन्होंने अपनी दिव्यांगता को पछाड़कर गोल्ड मेडल प्राप्त कर स्वयं की प्रतिभा को साबित किया। ऐसे ही अन्य खिलाड़ियों की भी कहानी है। इनमें से बहुत सारे खिलाड़ी ऐसे रहे होंगे, जिन्होंने सड़कों पर दौड़कर, मिट्टी के अखाड़े में कुश्ती लड़कर खेलों में अपना स्थान बनाया होगा।

    आज केंद्र व राज्य सरकार खिलाड़ियों को पर्याप्त मात्रा में संसाधन तथा अच्छे प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रशिक्षक भी उपलब्ध करा रही हैं। खिलाड़ियों को इसका लाभ लेना चाहिए। उन्होंने खेल विभाग से नवोदित खिलाड़ियों को पदक विजेता खिलाड़ियों के छोटे-छोटे वीडियो उपलब्ध कराने को कहा ताकि वह वीडियो देखकर प्रेरित हो सकें। उन्होंने कहा कि तत्पश्चात प्रशिक्षण के माध्यम से इन्हें आगे बढ़ने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाना चाहिए। यदि खिलाड़ियों के मन में कुछ प्राप्त करने का जुनून होगा तो वह अवश्य प्राप्त करेंगे।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पेरिस ओलम्पिक गेम्स-2024 के लिए 02 करोड़ 40 लाख रुपए की राशि ही पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जा रही है। ओलम्पिक में खिलाड़ियों को अपनी मेहनत से इससे अधिक राशि प्राप्त करने की आवश्यकता है। इसके लिए उन्हें स्वयं को तैयार करना पड़ेगा। पैरालम्पिक गेम्स-2024 में 20 करोड़ 30 लाख रुपए पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए जा रहे हैं, जो ओलम्पिक की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक राशि है। यह चीजें दिखाती हैं कि पैरालम्पिक का क्षेत्र व्यापक रूप से आगे बढ़ा है। इन लोगों ने थोड़ा सा अवसर प्राप्त होने पर लम्बी छलांग लगाई है।

    कार्यक्रम में खेलों को बढ़ावा देने के लिए देश व प्रदेश में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
    उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, विधान परिषद सदस्य श्री भूपेंद्र सिंह, खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, विधायक श्री नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य इंजी0 श्री अवनीश कुमार सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व खिलाड़ी तथा उनके अभिभावक उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in/


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