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  • PM Narendra Modi ने रोजगार मेले को संबोधित किया

    PM Narendra Modi: रोजगार मेले में 51 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियों के नियुक्ति पत्र सौंपना बेहद खुशी की बात है, राष्ट्र निर्माण की दिशा में कदम रखने वाले सभी युवाओं को शुभकामनाएं

    • यह हमारी प्रतिबद्धता है कि देश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिले: प्रधानमंत्री
    • आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है: प्रधानमंत्री
    • हमने हर नई तकनीक में मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाया, हमने आत्मनिर्भर भारत पर काम किया: प्रधानमंत्री
    • प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत भारत की शीर्ष 500 कंपनियों में पेड इंटर्नशिप का प्रावधान किया गया है: प्रधानमंत्री

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रोजगार मेले को संबोधित किया और विभिन्न सरकारी विभागों एवं संगठनों में नवनियुक्त युवाओं को 51,000 से अधिक नियुक्ति पत्र सौंपे। यह रोजगार मेला रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने के प्रति प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यह राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के सार्थक अवसर प्रदान करके युवाओं को सशक्त बनाएगा।

    इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने धनतेरस के शुभ अवसर का उल्लेख किया और इस अवसर पर अपनी शुभकामनाएं दीं। इस तथ्य को रेखांकित करते हुए कि इस वर्ष की दिवाली विशेष होगी, प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पहली दिवाली है जब भगवान श्री राम 500 वर्षों के बाद अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। उन्होंने कहा कि कई पीढ़ियों ने इस दिवाली का इंतजार किया है, जबकि कई लोगों ने इसके लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है या कष्टों का सामना किया है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान पीढ़ी ऐसे समारोहों को देखने और उनका हिस्सा बनने की दृष्टि से बेहद भाग्यशाली है। प्रधानमंत्री ने कहा, उत्सव के माहौल में 51,000 युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र सौंपे जा रहे हैं। उन्होंने नवनियुक्त कर्मियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।

    प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि लाखों युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरियां प्रदान करना एक परंपरा रही है, जो निरंतर जारी है। उन्होंने कहा कि भाजपा और एनडीए के सहयोगी दलों द्वारा शासित राज्यों में भी लाखों युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं। श्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि नवगठित सरकार द्वारा 26,000 युवाओं को नौकरी प्रदान किए जाने से हरियाणा में उत्सव का माहौल है। श्री मोदी ने कहा कि बिना किसी खर्च या सिफारिश के नौकरियां देने के मामले में हरियाणा की उनकी सरकार की एक विशेष पहचान है। उन्होंने हरियाणा के उन 26,000 युवाओं को शुभकामनाएं दीं, जिन्हें आज के रोजगार मेले में 51,000 नौकरियों के अतिरिक्त नियुक्ति पत्र सौंपे जायेंगे।

    प्रधानमंत्री ने सरकार की इस प्रतिबद्धता को दोहराया कि देश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिले। इस तथ्य का उल्लेख करते हुए कि सरकार की नीतियों एवं निर्णयों का रोजगार सृजन पर सीधा प्रभाव पड़ता है, प्रधानमंत्री ने एक्सप्रेसवे, राजमार्गों, सड़कों, रेल, बंदरगाहों, हवाई अड्डों के विकास, फाइबर केबल बिछाने, मोबाइल टावरों की स्थापना और देश के सभी भागों में नए उद्योगों के विस्तार पर प्रकाश डाला। पानी एवं गैस के पाइपलाइन बिछाने, नए स्कूलों, कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों की स्थापना और बुनियादी ढांचे पर खर्च करके लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने का उल्लेख करते हुए, श्री मोदी ने कहा कि इससे न केवल नागरिकों को लाभ हो रहा है बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं।

    गुजरात के वडोदरा की अपनी कल की यात्रा को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने रक्षा क्षेत्र के लिए एक विमान निर्माण केन्द्र के उद्घाटन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हजारों नागरिकों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा, जबकि एमएसएमई उद्योगों को कल पुर्जों एवं अन्य उपकरणों के निर्माण से भारी लाभ होगा और इससे आपूर्ति श्रृंखलाओं का एक बड़ा नेटवर्क तैयार होगा। इस बात का उल्लेख करते हुए कि एक विमान में 15,000 से 25,000 पुर्जे होते हैं, श्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि हजारों छोटे कारखाने एक बड़े कारखाने की मांगों को पूरा करने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिससे भारत के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को लाभ होगा।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी कोई योजना शुरू की जाती है, तो केवल नागरिकों को मिलने वाले लाभों पर ध्यान केन्द्रित नहीं किया जाता है, बल्कि व्यापक दायरे में सोच कर इसे एक माध्यम के रूप में उपयोग करके रोजगार सृजन का एक संपूर्ण इकोसिस्टम विकसित किया जाता है। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का उदाहरण देते हुए, उन्होंने कहा कि पिछले छह महीनों के दौरान लगभग दो करोड़ ग्राहकों ने इस योजना के तहत पंजीकरण कराया है, 9,000 से अधिक विक्रेता इस योजना से जुड़े हैं, पांच लाख से अधिक घरों में सौर पैनल पहले ही लगाए जा चुके हैं। निकट भविष्य में इस योजना के अंतर्गत मॉडल के रूप में 800 सौर गांव बनाने की योजना है। उन्होंने यह भी कहा कि छत पर सौर ऊर्जा स्थापित करने के लिए 30,000 लोगों ने प्रशिक्षण भी लिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली की इस एक योजना ने देश भर में निर्माताओं, विक्रेताओं, असेंबलरों और मरम्मत करने वालों के लिए रोजगार के कई अवसर सृजित किए हैं।

    इस तथ्य को रेखांकित करते हुए कि भारत के खादी उद्योग का पिछले 10 वर्षों के दौरान सरकार की नीतियों के माध्यम से कायाकल्प हो गया है और इसका असर गांवों के लोगों पर पड़ा है, प्रधानमंत्री ने बताया कि खादी ग्रामोद्योग का कारोबार आज 1.5 लाख करोड़ से अधिक का हो गया है। दस साल पहले की स्थिति से तुलना करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि खादी की बिक्री 400 प्रतिशत तक बढ़ गई है, जिससे कलाकारों, बुनकरों और व्यवसायों को लाभ हुआ है और रोजगार के नए अवसर भी सृजित हुए हैं। श्री मोदी ने लखपति दीदी योजना का भी उल्लेख किया जिसके तहत ग्रामीण महिलाओं को नए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं। उन्होंने कहा, “पिछले दशक में 10 करोड़ से अधिक महिलाएं स्वयं सहायता समूहों में शामिल हुई हैं।” उन्होंने कहा कि 10 करोड़ महिलाएं अब आर्थिक गतिविधियों में लगी हुई हैं। उन्होंने हर कदम पर सरकार द्वारा प्रदान किए गए समर्थन को श्रेय दिया और तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “अब तक 1.25 करोड़ से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं, जिससे उनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये से अधिक हो गई है।”

    प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। देश में हुई प्रगति की चर्चा करते हुए, उन्होंने देश के युवाओं की उस जिज्ञासा का उल्लेख किया जो अक्सर पूछते हैं कि देश ने पहले यह गति क्यों नहीं हासिल की। इस तथ्य को रेखांकित करते हुए कि इसका उत्तर पिछली सरकारों में स्पष्ट नीतियों और इरादों की कमी में निहित है, प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर प्रौद्योगिकी के मामले में पिछड़ रहा था। उन्होंने याद दिलाया कि भारत दुनिया भर से नई प्रौद्योगिकियों की प्रतीक्षा करता था और जो प्रौद्योगिकी पश्चिम में पुरानी मानी जाती था वही अंत में देश में पहुंचती थी। उन्होंने लंबे समय से चली आ रही इस धारणा की ओर इशारा किया कि भारत में आधुनिक तकनीक विकसित नहीं की जा सकती, जिससे न केवल भारत विकास के मामले में पिछड़ गया, बल्कि देश महत्वपूर्ण रोजगार के अवसरों से भी वंचित हो गया।

    देश को इस पुरानी सोच से मुक्त करने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि मेक इन इंडिया को बढ़ावा देकर अंतरिक्ष, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे क्षेत्रों में इस पुरानी मानसिकता से मुक्त होने के प्रयास शुरू किए गए। प्रधानमंत्री ने तकनीकी उन्नति और निवेश के महत्व को रेखांकित किया, उन्होंने कहा कि पीएलआई योजना भारत में नई तकनीक और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लाने के लिए शुरू की गई थी, जिसने मेक इन इंडिया पहल के साथ मिलकर रोजगार सृजन की प्रक्रिया में तेजी ला दी है। उन्होंने कहा कि अब हर क्षेत्र को विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े युवाओं को अवसर प्रदान करने के लिए बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा, “आज, भारत में बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है और रिकॉर्ड संख्या में अवसर सृजित किए जा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों के दौरान 1.5 लाख से अधिक स्टार्टअप लॉन्च किए गए हैं, जिससे भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है। उन्होंने आगे कहा कि ये क्षेत्र हमारे युवाओं को आगे बढ़ने और रोजगार हासिल करने का मौका दे रहे हैं।

    प्रधानमंत्री ने इस बात को दोहराया कि सरकार आज देश के युवाओं की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से कौशल विकास पर काफी ध्यान केन्द्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि इसीलिए सरकार ने स्किल इंडिया जैसे मिशन शुरू किए और कई कौशल विकास केन्द्रों में युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। श्री मोदी ने कहा कि यह सुनिश्चित करने हेतु व्यवस्था की गई कि देश के युवाओं को अनुभव और अवसर के लिए भटकना न पड़े। प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना का हवाला देते हुए, श्री मोदी ने कहा कि भारत की शीर्ष 500 कंपनियों में पेड इंटर्नशिप के लिए प्रावधान किए गए हैं, जहां प्रत्येक इंटर्न को एक वर्ष के लिए 5,000 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप का अवसर मिले। उन्होंने कहा, इससे युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में वास्तविक जीवन के कारोबारी माहौल से जुड़ने का मौका मिलेगा और उनके करियर में लाभकारी अनुभव जुड़ेगा।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार देश के युवाओं के लिए विदेशों में नौकरी पाना आसान बनाने के उद्देश्य से नए अवसर सृजित कर रही है। भारत के लिए हाल ही में जारी जर्मनी की कुशल श्रमिक संबंधी रणनीति का हवाला देते हुए, श्री मोदी ने बताया कि जर्मनी ने हर साल कुशल भारतीय युवाओं को दिए जाने वाले वीजा की संख्या 20 हजार से बढ़ाकर 90 हजार कर दी है। उन्होंने कहा कि इससे भारत के युवाओं को काफी लाभ होगा। श्री मोदी ने यह भी बताया कि भारत ने हाल के वर्षों में 21 देशों के साथ प्रवास और रोजगार से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें खाड़ी देशों के अलावा जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, मॉरीशस, इजराइल, ब्रिटेन और इटली जैसे देश शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हर वर्ष तीन हजार भारतीयों को यूनाइटेड किंगडम में काम और पढ़ाई करने हेतु दो वर्ष का वीजा मिल सकता है, जबकि तीन हजार भारतीय विद्यार्थियों को ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। श्री मोदी ने कहा, “भारत की प्रतिभा न केवल भारत की प्रगति, बल्कि विश्व की प्रगति को भी दिशा देगी।” उन्होंने कहा कि भारत उस दिशा में आगे बढ़ रहा है।

    श्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि आज सरकार की भूमिका एक ऐसी आधुनिक प्रणाली बनाने की है जहां हर युवा को अवसर मिले और वह अपनी आकांक्षाओं को पूरा कर सके। इसलिए, उन्होंने विभिन्न पदों पर नवनियुक्त युवाओं से आग्रह किया कि उनका लक्ष्य देश के युवाओं और नागरिकों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान करना होना चाहिए।

    प्रधानमंत्री ने सरकारी नौकरियों को सुरक्षित करने में करदाताओं और नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और कहा कि सरकार का अस्तित्व नागरिकों के कारण है तथा उनकी सेवा के लिए ही वह नियुक्त की गई है। उन्होंने इस बात को दोहराया कि प्राथमिक कर्तव्य देश की सेवा करना है, चाहे वह डाकिया के पद पर हो या प्रोफेसर के पद पर। श्री मोदी ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि नवनियुक्त कर्मी ऐसे समय में सरकार में शामिल हुए हैं जब देश ने विकसित बनने का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमें हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करनी होगी और पूरा योगदान देना होगा। उन्होंने नवनियुक्त कर्मियों से न केवल अच्छा प्रदर्शन करने बल्कि उत्कृष्टता की दिशा में भी प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा, “हमारे देश के सरकारी कर्मचारियों को दुनिया भर में एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए।” प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्र को उनसे काफी उम्मीदें हैं और कहा कि प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरने हेतु इन अपेक्षाओं को पूरा किया जाना चाहिए।

    नवनियुक्त लोगों द्वारा अपने पदों पर शुरू की जा रही नई यात्रा के बारे में चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने उनसे हमेशा विनम्र बने रहने और अपनी पूरी यात्रा के दौरान सीखने की आदत  बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने आईजीओटी कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर सरकारी कर्मचारियों के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों की उपलब्धता पर प्रकाश डाला और उन्हें अपनी सुविधानुसार इस डिजिटल प्रशिक्षण मॉड्यूल का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। अपने संबोधन का समापन करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा, “एक बार फिर, मैं आज नियुक्ति पत्र पाने वाले सभी उम्मीदवारों को बधाई देता हूं।”

    पृष्ठभूमि

    राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय जैसे केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों में नई भर्तियों के साथ देश भर में 40 स्थानों पर रोजगार मेला आयोजित किए जा रहे हैं।

    नवनियुक्त कर्मियों को आईजीओटी कर्मयोगी पोर्टल पर उपलब्ध एक ऑनलाइन मॉड्यूल ‘कर्मयोगी प्रारंभ’ के माध्यम से बुनियादी प्रशिक्षण लेने का अवसर मिलेगा। कुल 1400 से अधिक ई-लर्निंग पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जो नवनियुक्त लोगों को उनकी भूमिकाओं को प्रभावी ढंग से निभाने और एक विकसित भारत के निर्माण की दिशा में काम करने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करेंगे।

    source: http://pib.gov.in

  • CM Dr. Yadav: अन्नदाताओं की खुशहाली और बेहतरी के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध

    CM Dr. Yadav: अन्नदाताओं की खुशहाली और बेहतरी के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध

    CM Dr. Yadav: प्रधानमंत्री श्री मोदी 29 अक्टूबर को प्रदेश के किसानों के खातों में करेंगे सहायता राशि अंतरित

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि प्रदेश के अन्नदाताओं की खुशहाली और बेहतरी के लिये नित नये आयाम स्थापित किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का अन्नदाताओं के प्रति असीम स्नेह सरकार की योजनाओं में भी निरंतर दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी 29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (वर्ष 2024-25 की द्वितीय किश्त अंतरित करेंगे। प्रदेश के 81 लाख से अधिक किसानों को 1624 करोड़ रुपये की सहायता राशि का अंतरण किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के साथ राज्य सरकार भी मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में किसानों को लाभान्वित कर रही है। इन दोनों योजनाओं में किसानों को प्रतिवर्ष 12000 रुपये का लाभ प्रदान किया जा रहा है। अब तक म.प्र. के किसानों के बैंक खातों में 41 हजार 200 करोड़ रुपये की राशि अतिरिक्त दी जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र के लिये वर्ष 2024-25 बजट में 66 हजार 605 करोड़ रुपये का प्रावधान करते हुए कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिये शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर कृषकों को अल्पावधि फसल ऋण दिये जाने की योजना को जारी रखा गया है। इसके लिये 600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इससे लगभग 32 लाख से अधिक कृषक लाभान्वित होंगे। वर्ष 2024-25 में 23 हजार करोड़ रुपये के फसल ऋण वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि फसल बीमा योजना के इतिहास में पहली बार प्रदेश में किसानों के लिये ऋण की अदायगी की अंतिम तिथि (28 मार्च) से पहले सरकार ने दावों का भुगतान किया और किसानों को अनावश्यक ब्याज भरने के दण्ड से बचाया। किसानों को समर्थन मूल्य पर उपार्जित गेहूँ पर प्रति क्विंटल 125 रुपये बोनस का भुगतान भी किया गया। रबी विपणन वर्ष 2024-25 में 6 लाख से अधिक किसानों से 48 लाख 35 हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया गया।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में राहत देने 24 हजार 420 करोड़ रुपये की सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया है। अटल कृषि ज्योति योजना अंतर्गत 10 हॉर्स-पॉवर तक के किसानों को ऊर्जा प्रभार में सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना में चालू वित्तीय वर्ष में 11 हजार 65 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में सोयाबीन का केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश में 1400 केंद्र स्थापित किए गए हैं। समर्थन मूल्य पर खरीदी का कार्य ई-उपार्जन पोर्टल से किया जा रहा है। उपार्जित सोयाबीन के लिये किसानों को ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में सोयाबीन उपार्जन के लिए तीन लाख 44 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। प्रदेश में दतिया, भिंड, कटनी, मंडला, बालाघाट, सीधी एवं सिंगरौली 7 जिलों को छोड़कर समस्त जिलों में सोयाबीन का उपार्जन किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने “रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना” प्रारंभ की है। इस योजना से मिलेट्स उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा। योजना में कोदो-कुटकी के उत्पादन पर किसानों को भुगतान किए गए न्यूनतम क्रय मूल्य के अतिरिक्त सहायता राशि के रूप में खाते में 1000 रुपए प्रति क्विंटल डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत प्रदाय किए जाएंगे।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है। राज्य में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। किसानों को आवश्यक मात्रा में उर्वरक मिल रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन 5 रैक यूरिया, 2 रैक डीएपी एवं 2 रैक एनपीके की आ रही है। विगत वर्ष अक्टूबर 2023 में डीएपी + एनपीके 1.89 लाख मीट्रिक टन प्राप्त हुआ था, इस वर्ष माह अक्टूबर में अभी तक लगभग 2.70 लाख मीट्रिक टन प्राप्त हो गया है। प्रदेश में यूरिया 5.20 लाख मीट्रिक टन, डीएपी + एनपीके का लगभग 2.80 लाख मीट्रिक टन स्टॉक उपलब्ध है। प्रदेश के सभी ज़िलों में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है। माँग अनुसार उर्वरक प्रदाय किया जा रहा है।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Dr. Yadav दिलाएंगे राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ

    CM Dr. Yadav दिलाएंगे राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ

    CM Dr. Yadav: “रन फॉर यूनिटी” का करेंगे शुभारंभ

    CM Dr. Yadav 29 अक्टूबर को प्रात: 9 बजे टी.टी. नगर स्टेडियम भोपाल में राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाएंगे। साथ ही “रन फॉर यूनिटी” को हरी झंडी दिखाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने “मन की बात” कार्यक्रम में लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती “राष्ट्रीय एकता दिवस पर होने वाली रन फॉर यूनिटी” इस बार 29 अक्टूबर को आयोजित करने की घोषणा की है। टी.टी. नगर खेल स्टेडियम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, अपर मुख्य सचिव श्रीमती स्मिता भारद्वाज घाटे सहित अन्य जन-प्रतिनिधि शामिल होंगे।

    उल्लेखनीय है कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती के दिन ही दीपावली का पर्व भी है। इस वजह से 29 अक्टूबर को रन ऑफ यूनिटी का आयोजन किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होने और देश की एकता के मंत्र के साथ ही फिटनेस के मंत्र को भी हर तरफ फैलाने की अपील की है।

    राष्ट्रीय एकता दिवस पर होने वाली शपथ और रन फॉर यूनिटी के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जिलों में भी इन आयोजन को और आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा है। जिन जिलों में विधानसभा उप चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, वहाँ आदर्श आचरण संहिता का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है।

    तैयारियों संबंधी बैठक

    खेल संचालक श्री रवि कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में टी.टी. नगर खेल स्टेडियम में जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में रन फॉर यूनिटी का रूट तय किया गया है कि खेल स्टेडियम से कमला नेहरू स्कूल होकर टॉप एण्ड टाउन, रोशनपुरा चौराहा से वापस अपैक्स बैंक होते हुये खेल स्टेडियम पर समापन होगा। रन फॉर यूनिटी में हजारों की संख्या में युवा, खिलाड़ी, कोच, स्कूली बच्चे, टीचर्स आदि शामिल होंगे। बैठक में संचालक जनसम्पर्क श्री अंशुल गुप्ता, उप सचिव श्री संजय सिंह, संयुक्त संचालक खेल श्री बी.एस. यादव और स्कूल शिक्षा, नगर निगम सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

    source: http://www.mpinfo.org

  • CM Bhajanlal Sharma ने सुना ’मन की बात’ कार्यक्रम

    CM Bhajanlal Sharma ने सुना ’मन की बात’ कार्यक्रम

    CM Bhajanlal Sharma ने मुख्यमंत्री निवास पर प्रधानमंत्री के सम्बोधन का श्रवण किया

    • प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशवासियों को किया संबोधित, प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर इनोवेशन, मेक फॉर द वर्ल्ड, डिजिटल सुरक्षा का दिया संदेश
    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 115वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया। CM Bhajanlal Sharma ने मुख्यमंत्री निवास पर प्रधानमंत्री के सम्बोधन का श्रवण किया। इस दौरान राज्यसभा सांसद श्री मदन राठौड़ भी उपस्थित रहे।
    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश ने बीते वर्षों में महान नायक-नायिकाओं की जन्म जयन्ती को नई ऊर्जा से मनाकर, नई पीढ़ी को नई प्रेरणा दी है। इसी कड़ी में देश की एकता का विजन साझा करने वाले सरदार पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती मनाने का निश्चय किया है। 31 अक्टूबर से सरदार पटेल का 150वीं जन्म जयंती का वर्ष एवं 15 नवंबर से भगवान बिरसा मुंडा का 150वीं जयंती का वर्ष शुरू होगा। उन्होंने इस उत्सव को भारत की अनेकता में एकता का उत्सव बनाने का आह्वान किया।
    ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड एवं डिजीटल सुरक्षा के प्रति जागरूकता को लेकर चर्चा की। उन्होंने डिजिटल सुरक्षा के तीन चरण ‘रुको-सोचो-एक्शन’ का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट  जैसी कोई व्यवस्था कानून में नहीं है तथा डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड के खिलाफ जांच एजेंसियां राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। इन एजेंसियों में तालमेल बनाने के लिए राष्ट्रीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र की स्थापना की गई है। साथ ही, साइबर स्कैम की रोकथाम के लिए लोगों का जागरूक होना भी आवश्यक है।
    प्रधानमंत्री ने पेरू में भरतनाट्यम और ओडिसी नृत्य के प्रशिक्षण का उदाहरण देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति लगातार विश्व को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। आज दुनिया भर के लोग भारत को जानना चाहते हैं, भारत के लोगों को जानना चाहते हैं। उन्होंने देशवासियों से आस-पास ऐसी सांस्कृतिक पहल को साझा करने का आह्वान किया।
    प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान की बदौलत आत्मनिर्भरता हमारी पॉलिसी के साथ ही हमारे पैशन का भी हिस्सा बन गया है। आत्मनिर्भर हो रहा भारत, हर क्षेत्र में कमाल कर रहा है। ये नया भारत है, जहां ‘मेक इन इंडिया’ अब ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ बन गया है। हमें न सिर्फ भारत को आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि अपने देश को इनोवेशन के ग्लोबल पॉवर हाउस के रूप में मजबूत भी करना है। उन्होंने देशवासियों को धनतेरस, दीवाली, छठ पूजा, गुरु नानक जयंती और सभी पर्वों की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि त्योहारों के दौरान ‘वोकल फोर लोकल’ के साथ स्थानीय दुकानदारों से खरीददारी करें।
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि यह कार्यक्रम हमेशा ही प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक व सकारात्मकता को बढ़ावा देने वाला होता है। उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि त्योहारों के दौरान ‘वोकल फॉर लोकल अभियान’ से जुड़ें और ज्यादा से ज्यादा स्थानीय उत्पादों को अपनाएं।
  • CM Dr. Yadav: जनजाति समाज के क्रांतिकारियों का देश के अस्तित्व की रक्षा में अहम योगदान

    CM Dr. Yadav: जनजाति समाज के क्रांतिकारियों का देश के अस्तित्व की रक्षा में अहम योगदान

    CM Dr. Yadav|: समाज के विकास के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी

    • जनजाति समाज की गतिविधियों के लिए जमीन और धर्मशाला के लिए पाँच करोड़ रुपये की घोषणा

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि जनजाति समाज के क्रांतिकारियों का देश के अस्तित्व की रक्षा में अहम योगदान रहा है। समाज के क्रांतिकारियों और महापुरूषों के व्यक्तित्व और कृतित्व को समाज में स्थापित किया जा रहा है। क्रांतिकारी टंट्या मामा की स्मृति में इंदौर संभाग में विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। जनजाति समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है इसके विकास के लिए कोई भी कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर में जनजाति समाज की गतिविधियों के लिए जमीन उपलब्ध कराने और निर्मित की जा रही धर्मशाला के लिए 5 करोड़ रुपए दिये जाने की घोषणा की।  मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को इंदौर में आयोजित भिलाला समाज समागम एवं युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ईमानदारी, कर्मठता, लगनशीलता एवं परिश्रम जनजाति समाज की विशेष पहचान है। इसी पहचान से समाज में अपना अलग स्थान बनाया है। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज ने अपनी सांस्कृतिक विरासत एवं परंपराओं को सहज के रखा है। इस समाज ने “जो प्राप्त है उसी को पर्याप्त” मानकर आनंद से जीवन जीने की शैली अपनायी है। यह समाज कृषि एवं पशुपालन पर आधारित है। भोलापन भी इस समाज की विशेष पहचान रही है। उन्होंने कहा कि वे इस भोलापन को कमजोरी नहीं बनने दें और किसी भी दुष्चक्र में नहीं आये। कुरीतियों से दूर रहें। अपनी सांस्कृतिक, विरासत और परम्परा को सहज कर रखें। बदलते दौर में इन्हें सुरक्षित जरूर रखें। जो समाज अपनी विरासत, परम्परा और संस्कृति से दूर होता है, वह कमजोर बन जाता है। जड़ों से जुड़े रहें, एक दूसरे को साथ लेकर आगे बढें। आगे बढ़ने के लिए राज्य शासन द्वारा उन्हें हर संभव मदद दी जायेगी।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजाति समाज के विकास के लिए बजट में बढ़ोतरी की गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस समाज के समग्र विकास के लिए कारगर प्रयास किए जा रहे है। हाल ही में इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना स्वीकृत की गई है। यह परियोजना मालवा-निमाड़ क्षेत्र के चहुँमुखी विकास में बड़ी मददगार होगी। परियोजना जिन्दगी बदलने का माध्यम भी बनेगी। इस परियोजना से विकास को नई गति मिलेगी।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदला जाएगा। सिकलसेल जैसी घातक बीमारी से समाज को मुक्त करने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे है। समाज के शैक्षणिक और आर्थिक विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए अनेक योजनाएं और कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि समाज के लोग आगे आए और इन योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ लें। छात्रावासों की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे है। मैं स्वयं भी छात्रावासों का दौरा कर व्यवस्थाओं को देखूंगा।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समाज के क्रांतिकारियों और महापुरूषों का जिक्र करते हुए कहा कि समाज में इनके कार्यों को जन-जन तक पहुंचाया जायेगा। आगामी 15 नवम्बर को बिरसा मुण्डा जंयती पर धार में विशाल कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश में दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा पूरी आस्था एवं हर्षोंल्लास से की जायेगी।

    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समाज के प्रतिभावान बच्चों का सम्मान भी किया। मुख्यमंत्री का स्वागत समाज की परंपरा के अनुरूप किया गया। उन्हें समाज के प्रतीक चिन्ह भी भेंट किए गए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्थानीय स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम स्थल पर लगे स्टाल से स्थानीय स्व-रोजगारी युवा से स्वेटर भी खरीदा।

    केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने कहा कि अनुसूचित जनजाति के कल्याण के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है। इस समाज के विकास एवं कल्याण के साथ ही समाज की संस्कृति एवं परंपरा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए भी लगातार कार्य किए जा रहे हैं।

    अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री नागर सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार के प्रयासों से अनुसूचित जनजाति के लोग तेजी से हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। समाज को नशा मुक्त किए जाने की जरूरत है। समाज में व्याप्त अन्य कुरीतियों को भी दूर किया जाएगा। उन्होंने आहवान किया कि समाज के लोग आगे आये, जागरूक बने और शासन की योजनाओं का लाभ लेकर तेजी से आगे बढ़े।

    सांसद श्री गजेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि जनजाति समुदाय की कुरीतियों को दूर करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सनातन धर्म के संरक्षण एवं संवर्धन में जनजाति समुदाय का बड़ा योगदान है। कार्यक्रम के प्रारंभ में जय ऊँकार आदिवासी भिलाला समाज संगठन के अध्यक्ष श्री बी.एस. जामोद ने स्वागत भाषण दिया और आयोजन की रूपरेखा बताई।

    इस अवसर पर  जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सासंद श्री गजेंद्र सिंह पटेल तथा श्रीमती अनिता चौहान, विधायक श्री रमेश मेंदोला, श्री गोलू शुक्ला, श्री कालू सिंह ठाकुर, श्री राजन मंडलोई, सुश्री मंजू दादू, पूर्व मंत्री श्रीमती रंजना बघेल, जय ऊँकार आदिवासी भिलाला समाज संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष श्री बी. एस. जामोद सहित समाज के पदाधिकारी और जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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  • CM Dr. Yadav: सतना में बनेगा स्पोर्ट्स कॉलेज और सिंथेटिक ट्रैक

    CM Dr. Yadav: सतना में बनेगा स्पोर्ट्स कॉलेज और सिंथेटिक ट्रैक

    CM Dr. Yadav ने 35वें अखिल भारतीय खेलकूद (एथलेटिक्स) समारोह 2024 के समापन कार्यक्रम को किया संबोधित

    • स्पोर्ट्स कॉलेज के लिए 15 करोड़ और सिंथेटिक ट्रैक के लिए 7 करोड़ स्वीकृत
    • प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा और प्रोत्साहन से भारतवासी सभी क्षेत्रों में कर रहे हैं उपलब्धियां अर्जित
    • अनुशासन-आत्मविश्वास-बौद्धिक-प्रखरता-निडरता व एकाग्रता विकसित करने में सहायक हैं खेल

    CM Dr. Yadav ने कहा कि खेल से व्यक्तित्व में अनुशासन, आत्म-विश्वास, बौद्धिक, प्रखरता, निडरता और एकाग्रता विकसित होती है। मध्यप्रदेश ने खेलो इंडिया यूथ गेम में देश में चतुर्थ स्थान प्राप्त किया, शूटिंग में प्रदेश ने 15 मेडल अर्जित किए, ओलंपिक में शामिल हुई भारत की हॉकी टीम में प्रदेश के खिलाड़ी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रदेश में 18 खेलों की 11 राज्य अकादमियों का संचालन हो रहा है। यह प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतना में स्पोर्ट्स कॉलेज के लिए 15 करोड़ रुपए स्वीकृत करने की घोषणा की तथा सिंथेटिक ट्रैक निर्माण के लिए 7 करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए। साथ ही बाउंड्री वॉल और अन्य निर्माण कार्यों के संबंध में जिला कलेक्टर को निर्देश प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सतना में अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित 35 वें अखिल भारतीय खेलकूद (एथलेटिक्स) समारोह 2024 के समापन अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 35वें अखिल भारतीय खेलकूद (एथलेटिक्स) प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। कार्यक्रम में अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी भी दी गई।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेकों उपलब्धियां अर्जित की है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पदक विजेता खिलाड़ियों को सराहना के साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद पदक प्राप्त करने से चूकने वाले खिलाड़ियों का भी उत्साहवर्धन किया। खेल हो या वैज्ञानिक अनुसंधान का क्षेत्र, प्रधानमंत्री श्री मोदी भारतीय परंपरा का अनुसरण और खेल भावना का परिचय देते हुए सभी क्षेत्रों की प्रतिभाओं को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शित करने के लिए निरंतर प्रोत्साहन प्रदान करते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी का यह स्नेह, आशीर्वाद और मार्गदर्शन देशवासियों को सभी क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ करने के लिए प्रेरणा प्रदान कर रहा है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत में घुड़सवारी, तीरंदाजी, तलवारबाजी, कुश्ती जैसे परंपरागत खेलों का समृद्ध इतिहास रहा है। इन कौशलों में भाई-बहनों ने समान रूप से अपनी दक्षता का प्रदर्शन किया है। रानी दुर्गावती ने तलवार के बलबूते पर 51 लड़ाइयां लड़ी और सभी में विजय श्री प्राप्त की। रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई, रानी लक्ष्मीबाई और रानी अहिल्याबाई ने मातृभूमि की रक्षा और सुशासन के क्षेत्र में उदाहरण प्रस्तुत करने के साथ ही सनातन संस्कृति के विस्तार में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मकर संक्रांति, गुड़ी पड़वा, गुरु पूर्णिमा के समान ही राज्य शासन ने दशहरा भी धूमधाम से मनाया। भारतीय संस्कृति में शस्त्र और शास्त्र दोनों को समान महत्व प्रदान किया गया है। इसी भाव का प्रकटीकरण करते हुए दशहरे पर समस्त पुलिस लाइन, पुलिस थानों व शस्त्रागार में शस्त्र पूजन किया गया। भारतीय संस्कृति में त्यौहारों का विशेष महत्व है, राज्य शासन द्वारा दीपावली और गोवर्धन पूजा को भी धूमधाम से मनाया जाएगा।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारत, सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामयः के सिद्धांत पर विश्वास करते हुए जियो और जीने दो की भावना के आधार पर विश्व में शांति की प्रतिस्थापन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में निरंतर सक्रिय है। देश के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी भारत अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित कर रहा है।

    नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि खेल, जीवन में हार और जीत को समान भाव स्वीकार करने और खेल भावना से जीवन जीने के लिए हमें प्रेरित करते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को उत्साह और सकारात्मक भाव से अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री श्री लखन पटेल, सतना महापौर श्री योगेश ताम्रकार, विद्या भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री राम तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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  • CM Dr. Yadav: सरदार पटेल ने अंग्रेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया

    CM Dr. Yadav: सरदार पटेल ने अंग्रेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया

    CM Dr. Yadav: सरदार पटेल के किसान कल्याण की भावना का ही मूर्त रूप है अमूल दुग्ध संघ

    • दुग्ध उत्पादक किसानों को दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से मिलेगा बोनस

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अंगेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया। देश को आजाद करते समय अंग्रेजों ने इसे खण्ड-खण्ड करने का प्रयास किया। इस प्रयास को विफल करके सरदार पटेल ने अखण्ड भारत का निर्माण किया। रियासतों का एकीकरण सरदार पटेल की प्रतिभा, साहस और कौशल का बहुत बड़ा उदाहरण है। सरदार पटेल ने ही सोमनाथ मंदिर और द्वारिकाधीश मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया। उन्होंने अपने कार्यों से देश की सनातनी परंपरा को भी गौरवान्वित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतना में सरदार वल्लभ भाई पटेल ट्रस्ट द्वारा आयोजित भव्य समारोह में देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संबोधित कर रहे थे।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरदार पटेल ने गरीबों और किसानों के लिए जीवन भर कार्य किया। सरदार पटेल के किसानों के कल्याण के सपने के रूप में गुजरात में दुग्ध उत्पादक संघ अमूल का गठन और विकास हुआ। इसने पूरे देश में श्वेत क्रांति ला दी। अमूल, किसानों के सहयोग और सहकार से बना संगठन है। अमूल, दुग्ध उत्पादक किसानों को अच्छी गुणवत्ता का पशु आहार, दुधारी पशुओं को बीमा सुरक्षा का लाभ तथा दीवाली पर किसानों को लाखों का बोनस देता है। मध्यप्रदेश में भी दुग्ध उत्पादक किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से दुग्ध संग्रहण के लिए बोनस दिया जायेगा। यह मध्यप्रदेश के किसानों के लिए सरदार पटेल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार जनता के साथ मिलकर दीवाली तथा गोवर्धन पूजा मनायेंगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से अयोध्या में भव्य मंदिर में भगवान श्रीराम मुस्कुरा रहे हैं। हम सब हर्षोल्लास से दीवाली मनाकर अपना जीवन खुशियों से भरेंगे। उज्जैन में महाकाल लोक का निर्माण तथा बनारस में बाबा विश्वनाथ लोक का निर्माण हुआ है। उसी तरह चित्रकूट में श्रीराम लोक का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए चित्रकूट विकास प्राधिकरण गठित कर प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। मैहर में मां शारदा लोक का निर्माण किया जायेगा। अयोध्या की तरह मथुरा भी जगमग होगा। मुख्यमंत्री ने सतना में नगर निगम के सहयोग से लाईब्रेरी के संचालन, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग सेंटर तथा छात्रावास बनाने की घोषणा की।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास कर रही है। हमने साइबर तहसील व्यवस्था लागू कर दी है। अब किसानों को जमीन के नक्शे, खसरे और नामांतरण के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। आधुनिक संचार सुविधा के माध्यम से उन्हें घर बैठे इसकी सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल ट्रस्ट की स्मारिका “एकता” का विमोचन भी किया

    पशुपालन एवं डेयरी विकास राज्यमंत्री लखन पटेल ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर सतना और मैहर जिले के नागरिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सामाजिक संगठन ने ग्रामीण स्तर से लेकर जिला स्तर तक अपने संगठन का बहुत अच्छा विस्तार किया है। नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि सरदार पटेल जैसी महान विभूति ने देश के निर्माण और एकात्म मानववाद की भूमिका में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सरदार पटेल के आदर्शो को जन-जन तक पहुंचाने के लिए केवडिया गुजरात में विश्व का सबसे बडी प्रतिमा स्टेचू ऑफ यूनिटी देश में स्थापित की।

    सांसद श्री गणेश सिंह ने कहा कि सरदार पटेल ने देश की एकता और अखण्डता के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। उनके प्रयासों से ही स्वतंत्रता के बाद देशी रियासतों का एकीकरण होकर आधुनिक भारत का निर्माण हुआ। समारोह में पूर्व मंत्री श्री रामखेलावन पटेल ने संगठन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को सामूहिक रूप से शपथ दिलाई। समारोह में विधायक मैहर श्रीकांत चतुर्वेदी, विधायक चित्रकूट सुरेन्द्र सिंह गहरवार, महापौर योगेश ताम्रकार, जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल, उपाध्यक्ष सुस्मिता सिंह, पूर्व सांसद तथा पिछडा आयोग वर्ग के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, पूर्व विधायक श्रीमती ऊषा चौधरी, पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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  • CM Nayab Singh Saini ने ऐतिहासिक नगरी पानीपत के ग्राउंड में आयोजित की गई मैराथन को हरी झंडी दिखाई

    CM Nayab Singh Saini ने ऐतिहासिक नगरी पानीपत के ग्राउंड में आयोजित की गई मैराथन को हरी झंडी दिखाई

    CM Nayab Singh Saini ने रविवार को ऐतिहासिक नगरी पानीपत के सैक्टर 13-17 के ग्राउंड में आयोजित की गई मैराथन को हरी झंडी दिखाने से पहले अपने संबोधन में व्यक्त किये

    हरियाणा के युवाओं ने देश-विदेश में अपनी प्रतिभा एवं कौशल की धाक जमाई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी युवा शक्ति की अक्सर सराहना करते हैं। स्वस्थ शरीर मनुष्य जीवन की उत्तम कुंजी है। कहा भी गया है कि पहला सुख निरोगी काया। स्वस्थ व्यक्ति ही स्वस्थ समाज का निर्माण करते हैं और स्वस्थ समाज देश-प्रदेश के विकास व उत्थान की पहली सीढ़ी है। हम चाहते हैं कि जनसाधारण में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आए, जीवनशैली व्यवस्थित हो, समाज का ताना-बाना मजबूत हो और भाईचारे की कडिय़ां सुदृढ़ हों। ये उदगार मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को ऐतिहासिक नगरी पानीपत के सैक्टर 13-17 के ग्राउंड में आयोजित की गई मैराथन को हरी झंडी दिखाने से पहले अपने संबोधन में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि इस मैराथन का उद्देश्य सबको फिटनेस के प्रति जागरूक करना और साथ ही नागरिकों में प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विजेताओं को सम्मानित किया और उपस्थित युवाओं को नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं 21 कि.मी., 10 कि.मी. और 5 कि.मी. की मैराथन के सभी विजेताओं के साथ ही इनमें भाग लेने वाले हर नागरिक को बधाई देता हूं। ऐसे आयोजनों में भाग लेना पूरे समाज को एक शुभ संदेश देता है और इससे सब नागरिकों, विशेषकर बच्चों व युवाओं को प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री के फिट इंडिया मिशन को आगे बढ़ाने के लिए हमने हरियाणा में मैराथन, खेल, योग और राहगिरी को निरंतर बढ़ावा दिया है।

    मुख्यमंत्री ने प्रशासन और सभी संस्थाओं का इस सफल आयोजन के लिए आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री मैराथन के धावकों के साथ खुली गाड़ी में दूर तक गये व संस्थाओं द्वारा लगाये गये व विभिन्न स्टालों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इस सफल आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि यह कार्यक्रम अपने उद्देश्य में निश्चित रूप से सफल रहेगा। मैराथन में पहुंचे युवाओं ने खूब धूम मचाई व अपने उत्साह व जोश का परिचय दिया।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मैराथन में स्कूल-कालेजो के बड़ी संख्या में विद्यार्थी, युवा खिलाडिय़ों के अलावा पुलिस के जवानों ने भी भाग लिया। मैराथन में भाग लेने वाले बुजुर्गों में भी जोश देखने को मिला। 60 साल की आयु पार कर चुके वरिष्ठ नागरिकों ने भी खूब दौड़ लगाई। उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति नागरिकों की जागरूकता की भावना की सराहना करते हुए कहा कि यह बहुत ही हर्ष का विषय है आज पूरे पानीपत ने दौड़ लगाई है। ऐसी दौड़ जिसमें उत्साह, उमंग, खुशी और मिलकर चलने की प्रेरणा साफ नजर आई। उन्होंने इस मैराथन में नॉन स्टॉप हरियाणा-नॉन स्टॉप जुनून के साथ दौडऩे वाले युवाओं के उत्साह को सलाम किया।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे मानेसर में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर हो, गुरुग्राम के स्टार्टअप्स हों या फिर खेल की दुनिया, हरियाणा के खिलाड़ी खूब धूम मचा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब जानते हैं कि स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 अगस्त, 2019 को फिट इंडिया कार्यक्रम शुरू किया था। उनका उद्देश्य फिटनेस को दिन-प्रतिदिन के जीवन का अभिन्न अंग बनाना है। यही नहीं,उन्होंने पूरी दुनिया को फिटनेस के लिए भारत की समृद्ध संस्कृति से उत्पन्न योग का मूल मंत्र भी दिया। प्रधानमंत्री की पहल पर वर्ष 2015 से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में अंगीकार किया गया।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि फिट इंडिया मिशन ने योग के साथ-साथ खेल, व्यायाम आदि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान किया है। उन्होंने उपस्थित नागरिकों से अपील की कि आप अपने घर व आसपास के बुजुर्गों व अन्य लोगों को भी फिट रहने के लिए प्रेरित करें। सरकार लोगों के स्वास्थ्य और फिटनेस को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इसी उद्देश्य से हमने अपने संकल्प पत्र में हर ब्लॉक में ओपन एयर जिम्नेजियम खोलने की बात कही है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मैराथन में जो रुचि दिखाई दी है,उससे फिट इंडिया एक जन आंदोलन बन गया है। सुबह-सुबह पार्कों, खेल स्टेडियमों, खुले स्थानों, व्यायामशालाओं आदि में लोगों की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है। पानीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, पंचकूला समेत अन्य शहर दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों में शामिल हो गए हैं, जिनमें ऐसे आयोजन हर साल किए जा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मैराथन हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत आयोजित की जा रही है। यह कार्यक्रम जून, 2023 से शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य जनसंवाद से जनकल्याण के माध्यम से हरियाणा का उदय करना है। मुझे खुशी है कि हरियाणा उदय हरियाणा का आज तक का सबसे बड़ा आउटरीच कार्यक्रम साबित हुआ है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत ऐसे और भी आयोजन भविष्य में करेंगे। इनमें पुलिस व जनता के बीच सहयोग व सामंजस्य, राहगिरी, साइक्लोथॉन, अपराध व नशे से ग्रस्त क्षेत्रों में खेल प्रतियोगिताएं, नशा मुक्ति अभियान, वरिष्ठ नागरिकों को गोद लेना, पुलिस की पाठशाला आदि शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में जनभागीदारी से तालाबों की सफाई, स्कूलों में संगीत, कला, कविता प्रतियोगिताओं, मोहल्ला स्पोर्ट्स लीग, पौधारोपण, गांवों में रात्रि ठहराव, युवा संसद, ग्राम संसद आदि का आयोजन भी किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि  मुझे हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत आयोजित आज की इस मैराथन से एक नई ऊर्जा और उमंग का अनुभव हुआ है।

    कार्यक्रम में पंचायत विकास एवं खनन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन विशेष तौर पर युवाओं को नई दिशा देने व खेलों में रुचि बढ़ाने की प्रेरणा देते हैं। इस सफल आयोजन के लिए पूरा प्रशासन व  सभी सामाजिक , धार्मिक संस्थाएं बधाई की पात्र हैं

    कार्यक्रम में शिक्षा, पुरातत्व एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री महीपाल ढांडा ने कहा कि यह एक जागरूकता अभियान है। पानीपत की ऐतिहासिक जमीन पर आयोजित किया गया यह कार्यक्रम आम जन को शत प्रतिशत जागरूक करने में सफल रहा।

    इस मौके पर पानीपत विधायक प्रमोद विज, समालखा विधायक मनमोहन भड़ाना, मुख्यमंत्री के आउटरीच कार्यक्रम के विशेष अधिकारी पंकज नैन, उपायुक्त डॉ.वीरेंद्र कुमार दहिया के अलावा विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

     

  • CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया

    CM Yogi: स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक

    • प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया, यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ
    • स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए
    • आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ रहा, इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा, सफाईकर्मी इस स्वच्छता की नींव रखने वाले ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया
    • गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेग
    • दीपावली पर्व में समाज के अन्तिम पायदान के प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने का प्रयास करें

    CM Yogi ने आगामी दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में आज गोरखपुर में आयोजित ‘सफाई मित्र सुरक्षा सम्मेलन एवं सम्मान समारोह’ में सफाई मित्रों को उपहार भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने दीपावली पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं देकर उनके जीवन में समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि यह एक बड़ा सुन्दर अवसर है कि नगर निगम, गोरखपुर इस वर्ष दीपावली के पूर्व सबसे पहले इस शहर को स्वच्छ बनाने वाले सफाईकर्मियों को सम्मानित कर रहा है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज गोरखपुर चारों तरफ स्वच्छ व सुन्दर दिखाई पड़ता है। कुछ वर्ष पूर्व इस प्रकार की स्थिति यहां नहीं दिखाई पड़ती थी। तब गोरखपुर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर तथा जलजमाव देखने को मिलता था, जिसके कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियां होती थीं। इसके कारण जनपद गोरखपुर की छवि भी प्रभावित होती थी। आज गोरखपुर स्वच्छ व सुन्दर बन गया है। अब यहां जलनिकासी का रास्ता भी है और सुन्दर चौड़ी सड़कंे भी हैं। इसका लाभ गोरखपुर महानगरवासियों के साथ-साथ यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति ले रहा है। इस स्वच्छता की नींव रखने वाले सफाईकर्मी हैं। इसलिए आज यहां उनको सम्मानित करने का कार्य किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वास्तव में यह एक बहुत कठिन कार्य है। एक मनुष्य होने के नाते समाज के जिस सम्मान का पात्र एक सफाईकर्मी को बनना चाहिए था, वह आजादी के बाद तक उसे प्राप्त नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के हम सभी आभारी हैं, जिन्होंने 02 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छता के लिये ‘स्वच्छ भारत मिशन’ शुरू किया। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से स्वच्छता के कार्यक्रम को प्रोत्साहित किया गया था। इसे प्रभावी रूप से लागू कर राष्ट्रीय कार्यक्रम का एक हिस्सा बनाया गया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत यह भी सुनिश्चित किया गया कि देश का कोई भी नागरिक खुले में शौच न करे। इसके लिए 10 करोड़ से अधिक घरों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय बनवाये गये। इस मिशन का परिणाम भी प्राप्त हुआ। इसके परिणामस्वरूप जहां एक तरफ नारी गरिमा की रक्षा हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ समाज में एक स्वच्छ व सुन्दर वातावरण भी देखने को मिल रहाहै। इस वातावरण का आनन्द प्रत्येक तबके का व्यक्ति ले रहा है। व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक जीवन में स्वच्छता के प्रति प्रधानमंत्री जी का यह मिशन स्वच्छता के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छता अभियान को सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए सफाईकर्मियों का सम्मान अति आवश्यक है। नगर निगम ने सबसे पहले इन्हें सम्मानित करने का बहुत अच्छा कार्य किया है, यह एक सुःखद क्षण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी पार्षदों एवं अधिकारियों द्वारा आगे भी इन्हें सम्मानित करने का कार्य किया जायेगा। स्वच्छता के क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य गोरखपुर नगर निगम कर रहा है, वैसा कार्य प्रत्येक नगर निकाय को करना चाहिए, ताकि पूरे प्रदेश को स्वच्छ बनाया जा सके।

    दीपावली पर्व दीपोत्सव एवं खुशियों का पर्व है। इस दीपोत्सव का आनन्द तभी है, जब हर जगह स्वच्छता रहेगी। स्वच्छता के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत होती है। स्वच्छता के इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में पूर्ण सहभागी बनकर हर व्यक्ति संकल्प ले कि किसी भी सार्वजनिक स्थान पर गंदगी व कचरा नहीं करेंगे। हम सब यह संकल्प लें कि भौतिक गंदगी या अन्य प्रकार की गंदगी को, जिससे समाज का माहौल दूषित हो, उसे समाज में स्थान नहीं बनाने देंगे। इस प्रकार के कार्यक्रम को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले गोरखपुर शहर बारिश में जलप्लावित हो जाता था। किन्तु आज यहां पूरी रात बारिश के बाद भी सुबह जल जमाव नहीं दिखाई पड़ता है। यह चीजे दिखाती हैं कि यहां विकास हुआ है। गोड़धोईया नाले के कार्य पूर्ण हो जाने पर गोरखपुर में जलजमाव का पूर्ण समाधान हो जायेगा। इसके साथ एक फोरलेन की सड़क भी बन रही है, जिससे यातायात की समस्या का भी समाधान होगा। जिस गोरखपुर को पहले एक टापू कहा जाता था, अब वह एक नये भारत के नये उत्तर प्रदेश में अपने विकास, स्वच्छता व सुन्दरता के लिए एक नये गोरखपुर के रूप में जाना जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति मनुष्य की नियति होनी चाहिए और इस प्रगति के लिए निरन्तर सार्थक प्रयास भी होने चाहिए। दीपावली का पर्व हमें यही प्रेरणा देता है। उन्होंने सभी नगरवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि जिस प्रकार नगर निगम ने दीपावली पर्व में सबसे पहले सफाईकर्मियों का सम्मान किया है, उसी प्रकार सभी को समाज के अन्तिम पायदान पर स्थित प्रत्येक व्यक्ति को खुशी देने के लिए प्रयास करें। दीपावली पर्व एकाकीपन के साथ नहीं बल्कि सबके साथ मिलकर मनाना चाहिए। हम सब का यह प्रयास होना चाहिए कि जिस प्रकार हम खुशियां मना रहे हैं, उसी प्रकार समाज का प्रत्येक वंचित एवं गरीब व्यक्ति भी खुशियां मनायें, इसके लिए हमे अपने साथ उन्हें जोड़ना पड़ेगा। हमारा प्रयास यह हो कि प्रत्येक गरीब व्यक्ति के पास भी हमारे घर की तरह मिठाई हों एवं उसके घर में भी दीपक जले। यदि यह कार्य हम करेंगे, तो पूरे प्रदेश में सामाजिक समता, सौहार्द व राष्ट्रीय एकता स्थापित कर पायेंगे।

    इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ला एवं महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव ने भी लोगो को सम्बोधित किया।

    कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री चारू चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने गोरखपुर में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया

    CM Yogi: मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता

    • आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया
    • हिन्दी ने आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया, उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया
    • हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम, प्रधानमंत्री जी
      सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते, भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया
    • प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया, उ0प्र0 में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा
    • भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता
    • मुख्यमंत्री ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने आज जनपद गोरखपुर के योगीराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केन्द्र में दैनिक जागरण समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवादी गोरखपुर’ को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा की महत्ता, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प, श्रमिकों के उत्थान और स्थानीय उत्पादों के महत्व के बारे मे बताते हुये कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ माना गया है, जो जनचेतना के माध्यम से समाज के मुद्दों को सरकार के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हमारे संसदीय लोकतंत्र में लोगों ने मीडिया को चौथा स्तम्भ माना है। देश की आजादी के आन्दोलन के दौरान पत्र-पत्रिकाओं ने जनचेतना की ज्वाला को बढ़ाया था। आन्दोलन के दौरान अलग-अलग क्रान्तिकारी समूह तथा लीडरशिप किसी न किसी पत्र-पत्रिका से जुड़े रहे। कोई स्वराज, कोई राष्ट्रधर्म, तो कोई धर्मयुग के नाम से जनचेतना को जागरूक करने का प्रयास करता रहा। उसी प्रकार की कविताएं और लेखन भी आए, जो लोगों के अन्तःकरण को झकझोरते रहे।

    मुख्यमंत्री जी ने काकोरी ट्रेन एक्शन के नायक पं0 राम प्रसाद बिस्मिल की अन्तिम इच्छा का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके वाक्यों ने देश के युवाओं को आजादी के आन्दोलन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।

    मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी भाषा को पूरे देश को जोड़ने का माध्यम बताते हुयेे कहा कि हिन्दी ने भारत की आजादी के आन्दोलन में महापुरुषों को जनता से जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि अन्तःकरण से कही गई भाषा ही लोगों को सम्मोहित कर पाती है। हिन्दी ने उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक संवाद का सशक्त माध्यम बनकर देश को एकजुट किया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्रनायकों के बारे में जो लेखन हुआ है, उसका अवलोकन करें, तो पाएंगे कि कहीं श्याम नारायण पाण्डेय महाराणा प्रताप की वीरगाथा को देश के सामने रख रहे हैं, तो कहीं सुभद्रा कुमारी चौहान झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को केन्द्र में रखकर भारत की मातृशक्ति के शौर्य और सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहीं थी। भारत की आजादी के लिए अपना सबकुछ समर्पित करने वाले क्रान्तिकारियों के प्रति रामधारी सिंह दिनकर की वह पंक्तियां हम सभी को नई प्रेरणा देती हैं, जिसमें वह कहते हैं कि ‘कलम आज उनकी जय बोल’, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ समर्पित कर दिया, उनकी नहीं, जिन्होंने सत्ता के लिए स्वाभिमान के साथ समझौता किया हो। भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने भी यही प्रेरणा हमें दी थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हिन्दी के बारे में तमाम तरह की भ्रान्तियां फैलाने का कार्य होता है। हिन्दी आज भी देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सबसे ज्यादा इसका प्रयोग करते हैं। देश ही नहीं, अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर भी हिन्दी में अपनी बात रखकर लोगों से संवाद करते हैं। मुख्यमंत्री ने जी-20 समिट का उल्लेख करते हुए कहा कि इस आयोजन ने पूरी दुनिया में भारत की छवि को चमकाने का कार्य किया। जी-20 में भी हिन्दी ही संवाद का माध्यम बनी। भारत सरकार ने हिन्दी को जी-20 समिट में अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया।

    मुख्यमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के विचार को प्रोत्साहित किया। उत्तर प्रदेश में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत 75 जिलों के स्थानीय उत्पादों का विकास और प्रोत्साहन किया जा रहा है। ओ0डी0ओ0पी0 योजना ने प्रदेश में कारीगरों और हस्तशिल्पियों को आर्थिक सम्बल प्रदान किया है। हर साल राज्य के हुनरमंद कारीगरों ने 02 लाख करोड़ रुपये के उत्पादों का निर्यात किया है। राज्य में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से ग्रामीण कारीगरों को प्रशिक्षण और उपकरण भी दिए जा रहे हैं, ताकि वे अपने पारम्परिक कार्यों में आत्मनिर्भर बन सकें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत युवाओं को ब्याजमुक्त लोन प्रदान कर रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने लेखन और संवाद की परम्परा को पुनर्जीवित करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिन्दी सिनेमा और पत्र-पत्रिकाओं ने हिन्दी भाषा को पूरी दुनिया में पहचान दिलायी है। डिजिटल मीडिया के युग में हिन्दी भाषा को और सशक्त करने की आवश्यकता है। भाषा, हस्तशिल्प और कारीगरी को सम्मान देकर ही आत्मनिर्भर और विकसित भारत का सपना साकार किया जा सकता है। भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति गौरव और सम्मान से ही देश को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता है।

    इस अवसर पर मीडिया समूह से जुड़े अनेक पत्रकारगण और गणमान्यजन उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in


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