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  • CM Pushkar Dhami ने परेड ग्राउण्ड स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित दीपावली महोत्सव में प्रतिभाग किया।

    CM Pushkar Dhami ने परेड ग्राउण्ड स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित दीपावली महोत्सव में प्रतिभाग किया।

    CM Pushkar Dhami ने परेड ग्राउण्ड स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित दीपावली महोत्सव में प्रतिभाग करते हुए पत्रकारगणों एवं प्रेस क्लब के सभी सदस्यों को दीपावली की शुभकामनाएं दी

    CM Pushkar Dhami ने परेड ग्राउण्ड स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित दीपावली महोत्सव में प्रतिभाग करते हुए पत्रकारगणों एवं प्रेस क्लब के सभी सदस्यों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दीपावली का पर्व हम सभी के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने का एक विशिष्ट माध्यम है। सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की उन्होंने कामना की।

    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पत्रकारिता को संविधान का चैथा स्तंभ कहा जाता है। पत्रकार और पत्रकारिता सिर्फ राजनीतिक और सामाजिक विषयों के प्रचारप्रसार का माध्यम मात्र नहीं बल्कि लोकतंत्र को जीवित रखने का एक साधन भी है। आम जनता को सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं से परिचित कराना हो या उनकी समस्याओं से सरकार को अवगत कराना हो, इन दोनों महत्वपूर्ण दायित्वों का भार मीडिया पर होता है। पत्रकार समाज का वो दर्पण है, जो सरकार और उसके पूरे तंत्र को, उसके कार्यों के धरातल पर होने वाले प्रभावों से अवगत कराता है। जब कभी राष्ट्र को विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है तो हमारे पत्रकार बंधु, हमारे वीर जवानों की भांति उस विकट परिस्थिति में सरकार और जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते हैं।

    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सशक्त बनाने की दृष्टि से मीडिया जगत को एक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। उत्तराखंड सरकार भी पत्रकार बंधुओं की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है। हमने जहां एक ओर पत्रकारों की पेंशन में वृद्धि की, वहीं विभिन्न जिलों से देहरादून आने वाले पत्रकारों को पूर्व की भांति सूचना विभाग के जरिये प्रदेश की राजधानी में रहने की उचित व्यवस्था में सहयोग करने की भी घोषणा की।

    मुख्यमंत्री पत्रकार पेंशन योजना के तहत पत्रकार कल्याण कोष में 2 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी भी की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवंगत पत्रकार श्री दुर्गा नौटियाल के परिवारजनों को पत्रकार कल्याण कोष से 05 लाख रूपये दिये जायेंगे। इस अवसर पर विधायक श्री मुन्ना सिंह चैहान, उत्तरांचल प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री अजय राणा, भाजयुमो की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती नेहा जोशी, महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी एवं पत्रकार व उनके परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।

    source: http://uttarainformation.gov.in

  • CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान की विकास यात्रा में जयपुर एयरपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका, राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को कर रही सुदृढ़

    CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान की विकास यात्रा में जयपुर एयरपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका, राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को कर रही सुदृढ़

    CM Bhajanlal Sharma: लगभग 11 वर्षों के बाद जयपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 यात्रियों के लिए पुनः शुरू

    CM Bhajanlal Sharma ने कहा कि राजस्थान की विकास यात्रा में जयपुर इन्टरनेशनल एयरपोर्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल-1 का लोकार्पण हमारे प्रदेश के विकास और उन्नति का प्रतीक है। श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान का यह पहला अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल आधुनिक सुविधाओं के साथ यात्रियों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाएगा और राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभाएगा।

    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को जयपुर इन्टरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 का फीता काटकर लोकार्पण किया। इस टर्मिनल को आधुनिक रूप देकर लगभग 11 वर्षों के बाद यात्रियों के लिए पुनः शुरू किया गया है।

    इस अवसर पर श्री शर्मा ने कहा कि जयपुर हवाई अड्डे की मौजूदा यात्री क्षमता लगभग 65 लाख है जो आने वाले समय में बढ़कर 3 करोड़ 80 लाख हो जाएगी। इससे प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हेरिटेज लुक वाला टर्मिनल-1 जयपुर आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को प्रदेश की सुंदर संस्कृति और परंपरा की झलक दिखाएगा। श्री शर्मा ने कहा कि 9 से 11 दिसम्बर को होने वाले राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में पूरी दुनिया से मेहमान जयपुर आएंगे तो इस सुंदर टर्मिनल का अनुभव लेंगे। श्री शर्मा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट की अंतरराष्ट्रीय मीट के दौरान उन्होंने संबंधित देशों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे अपने एअरलांइस की जयपुर से डायरेक्ट फ्लाइट की व्यवस्था करें।

    टर्मिनल-1 पर विकास और विरासत का संगम

    आधुनिक और हेरिटेज स्वरूप वाला टर्मिनल-1 विकास और विरासत का संगम है। यहां प्रस्थान क्षेत्र में 10 तथा आगमन क्षेत्र में 14 इमिग्रेशन काउंटर स्थापित किए गए हैं। साथ ही 10 चेक-इन काउंटर भी होंगे। इसके अलावा ड्यूटी फ्री आउटलेट्स, मेडिकल रूम, 24 घण्टे एंबुलेंस सेवा तथा लाउंज जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी।

    राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को कर रही सुदृढ़

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में विमानन क्षेत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। हमारा यह प्रयास है कि सड़क और रेल मार्ग की ही भांति हवाई मार्ग से भी प्रदेश के हरेक हिस्से तक आसान पहुंच सुनिश्चित हो सके। इसके लिए प्रदेश के सभी सीमावर्ती जिलों के साथ ही समस्त जिला मुख्यालयों व अन्य प्रमुख स्थानों पर एअर ट्रेवल को सुगम करने के लिए हेलीपेड्स का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में राज्य सरकार को केन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है।

    श्री शर्मा ने कहा कि पायलटों की कमी दूर करने के लिए राज्य सरकार ने किशनगढ़ में फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) शुरू किया है और हमीरगढ़-भीलवाड़ा में एफटीओ की प्रक्रिया चल रही है। इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए पायलट उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि एविएशन फ्यूल पर लगने वाले टैक्स में भी उल्लेखनीय कमी की गई है, जिससे हमारे यहां फ्यूल भरवाने वाले विमानों की संख्या बढ़ी है और दिल्ली से नजदीक होने का भी लाभ मिलना शुरू हुआ है। श्री शर्मा ने कहा कि राज्य में एयरक्राफ्ट रिपेयर हेतु एमआरओ स्थापित करने के लिए कई एयर स्ट्रिप भी उपलब्ध हैं।

    प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत ने सिविल एविएशन में बनाए नए कीर्तिमान

    मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में भारत ने सिविल एविएशन के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। केंद्र सरकार के प्रयासों से आज भारत तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है और दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। उन्होंने कहा कि देश के मध्यम वर्ग के लिए अब हवाई जहाज का सफर आम बात हो गया है। प्रधानमंत्री जी ने 2016 में उड़ान यानी ‘उड़े देश का आम नागरिक’ योजना शुरू की थी, जिसका लाभ अब तक करीब डेढ़ करोड़ घरेलू यात्री ले चुके हैं।

    श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार निवेश और विकास की जो पहल कर रही है वे विकसित राजस्थान की राह में मील का पत्थर बनेंगी और हम जल्द ही विकसित देश और प्रदेश के वासी होंगे।

    इस अवसर पर जयपुर सांसद श्रीमती मंजू शर्मा, श्री जीत अडाणी डायरेक्टर एयरपोर्टस अडाणी ग्रुप, श्री अरूण बंसल सीईओ अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड सहित जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।

    source: http://dipr.rajasthan.gov.in

  • CM Nitish Kumar: वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए

    CM Nitish Kumar: वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए

    CM Nitish Kumar: प्रधानमंत्री ने दरभंगा हवाई अड्डे के नए सिविल एन्क्लेव का किया शिलान्यास

    प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में 6,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागतवाली 7 एयरपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के विकास के तहत दरभंगा हवाई अड्डे के नए सिविल एन्क्लेव का वाराणसी के सिगरा स्टेडियम से रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया। आज के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री द्वारा दरभंगा, वाराणसी, आगरा एवं बागडोगरा हवाई अड्डा का शिलान्यास किया गया जिसमें 912 करोड़ रुपये की लागत की दरभंगा के टर्मिनल भवन एवं सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास कार्य शामिल है। इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पटना के 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ से CM Nitish Kumar शामिल हुए।

    शिलान्यास करने के पश्चात् कार्यक्रम को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने नए टर्मिनल का शिलान्यास करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देते हुये कहा कि इस एयरपोर्ट के विकास से मिथिला क्षेत्र के साथ-साथ उत्तर बिहार के जिलों का भी विकास होगा। नये टर्मिनल के लिये राज्य सरकार ने 76.65 एकड़ भूमि भारत सरकार को उपलब्ध करा दी है। इस एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में और जो भी सहयोग की आवष्यकता होगी, राज्य सरकार करेगी। ज्ञातव्य है कि दरभंगा हवाई अड्डा के निर्माण हेतु बिहार सरकार द्वारा कुल 76.85 एकड़ भूमि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को हस्तांतरित किया गया है। वर्तमान में इस हवाई अड्डा के भवन से प्रत्येक दिन 1500 यात्री जाते हैं एवं 10 विमान की सेवा संचालित है। नवंबर 2020 में नागर उड़ानों की शुरूआत के बाद से दरभंगा में हवाई यातायात 21,66,567 यात्रियों को पार कर गया है। दरभंगा हवाई अड्डा भारतीय वायुसेना के अधीन है और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण भारतीय वायुसेना द्वारा पट्टे पर ली गई 4.72 एकड़ भूमि पर एक अंतरिम सिविल एन्क्लेव कार्यरत है। यहां 2.27 करोड़ रुपए की लागत से व्यू कटर एवं रन-वे फेंसिंग का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। एयरपोर्ट टर्मिनल से सीधे एस0एच0-105 को जोड़ने हेतु 308.50 लाख रुपये की लागत से 21 मीटर लंबा 2 लेन आर0सी0सी0 पुल का निर्माण कराकर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को हस्तगत करा दिया गया है, जिस पर यातायात शुरु हो गया है। इस पुल के ऊपर धूप एवं बरसात से बचने के लिए 56 लाख रुपये की लागत से शेड का निर्माण भी कराया गया है।

    वर्तमान में संचालित इस एयरपोर्ट से प्रतिदिन 1,500 यात्री जाते हैं जिसे बढ़ाकर 8,000 किया जाना है। वर्तमान में 10 विमानों की सेवा प्रतिदिन संचालित है, जिसे बढ़ाकर 50 किया जाना है। वर्तमान में रनवे 9,000 फीट है जिसे बढ़ाकर 12000 फीट करना है। वर्तमान 1,400 वर्गमीटर टर्मिनल भवन का विस्तार 51800 वर्गमीटर में किया जाना है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय कार्यपालक निदेषक पूर्वी क्षेत्र श्रीमती निवेदिता दूबे ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा एवं अंगवस्त्र तथा पाग भेंटकर स्वागत किया।

    कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, सांसद श्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मंत्रिमंडल समन्वय विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ0 एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, नगर विमानन के निदेषक श्री निलेष राम चन्द्र देवरे, क्षेत्रीय कार्यपालक निदेषक पूर्वी क्षेत्र श्रीमती निवेदिता दुबे, महाप्रबंधक (अभि0) पूर्वी क्षेत्र श्री सुनील कुमार चिंडालिया, विमानपतन निदेषक, पटना हवाई अड्डा श्री उमा शंकर सहित अन्य एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारीगण भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे, जबकि दरभंगा एयरपोर्ट से राज्यपाल श्री राजेंद्र विष्वनाथ आर्लेकर, उप मुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पाण्डे, सांसद श्री गोपाल जी ठाकुर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति जुड़े हुए थे।

    source: http://bihar.gov.in

  • CM Nitish Kumar ने मत्स्य पालन के क्षेत्र में ड्रोन तकनीक के उपयोग एवं प्रत्यक्षण कार्यक्रम का किया उद्घाटन

    CM Nitish Kumar ने मत्स्य पालन के क्षेत्र में ड्रोन तकनीक के उपयोग एवं प्रत्यक्षण कार्यक्रम का किया उद्घाटन

    CM Nitish Kumar ने सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र स्थित ज्ञान भवन में मत्स्य पालन के क्षेत्र में ड्रोन तकनीक के उपयोग एवं प्रत्यक्षण कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।

    इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए CM Nitish Kumar ने कहा कि सबसे पहले मैं मत्स्य पालन के क्षेत्र में ड्रोन तकनीक के उपयोग एवं प्रत्यक्षण कार्यक्रम का जो आज शुभारंभ किया गया है उसके लिए केंद्र सरकार और यहां उपस्थित केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को बधाई देता हूं। वर्ष 2005 से पहले बिहार में विकास कार्यों की क्या स्थिति थी सभी को पता है। वर्ष 2005 से पहले मछली उत्पादन बहुत कम था। दूसरे राज्यों से यहां मछलियां मंगाई जाती थी। 24 नवंबर, 2005 को जब हमलोग सरकार में आए तो राज्य के विकास के लिए नीति और कार्यक्रम बनाए गए। कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन सहित सभी क्षेत्रों का विकास किया गया। लोगों की सुविधाओं के लिए कई कदम उठाए गए। साथ ही महिलाओं की तरक्की के लिए कई कार्य किए गए।

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2008 से वर्ष 2012 के लिए प्रथम कृषि रोड मैप बनाया गया। वर्ष 2012 से वर्ष 2017 के लिए दूसरा कृषि रोड मैप बनाया गया जिसका शुभारंभ तत्कालीन राष्ट्रपति श्रद्धेय प्रणव मुखर्जी ने किया था। वर्ष 2017 से वर्ष 2023 के लिए तीसरा कृषि रोड मैप बनाया गया जिसका शुभारंभ तत्कालीन राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने किया था। वर्ष 2024 से चौथा कृषि रोड मैप लागू किया गया है जिसका शुभारंभ राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने किया। कृषि रोड मैप के लागू होने से सब्जी, दूध, अंडा, मीट, फल सहित अन्य फसलों का उत्पादन बढ़ा है। चौथे कृषि रोड मैप के लिए एक लाख 62 हजार करोड़ रुपये की राशि की स्वीकृति दी गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में मछली का उत्पादन 2 लाख 88 हजार मीट्रिक टन था जो अब बढ़कर 8 लाख 73 हजार मीट्रिक टन हो गया है। मछली उत्पादन में बिहार आत्मनिर्भर हो गया है। पहले दूसरे राज्य की मछलियां बिहार में मंगाई जाती थीं और अब बिहार की मछलियां दूसरे राज्यों में भेजी जाती हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बिहार के विकास के लिए कई कार्य किए जा रहे हैं इसके लिए मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूं। केंद्र सरकार द्वारा राज्य में मत्स्य पालन के विकास के लिए सहायता दी गई है। राज्य सरकार मत्स्य पालन के विकास के लिए भी कई कदम उठा रही है। राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा मत्स्य पालन के क्षेत्र में विकास के लिए उठाए गए कदमों से मत्स्य पालकों को काफी लाभ हो रहा है। मत्स्य पालन के क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों का मैं आभार व्यक्त करता हूं कि वे अपने कार्य से अपनी तरक्की के साथ-साथ राज्य की तरक्की में भी योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम शुरू से ही एन0डी0ए0 में थे और एन0डी0ए0 में ही रहेंगे। बीच में हम दो बार उनलोगों के साथ चले गए थे, ये हमारी गलती थी अब कभी इधर-उधर नहीं जाएंगे। भाजपा के साथ हमारी पार्टी का शुरू से ही संबंध रहा है। हमलोग मिलकर राज्य और देश का विकास करते रहेंगे। इस कार्यक्रम में मुझे शामिल होने का मौका मिला है इसके लिए मैं आपलोगों का आभार व्यक्त करता हूं और आप सभी को बधाई देता हूं। कार्यक्रम को केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ श्री ललन सिंह ने भी संबोधित किया।

    कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की लाभार्थी श्रीमती अंजू देवी, श्रीमती ऊषा देवी, श्रीमती मीरा देवी, श्रीमती रीता रानी एवं श्री निशांत कुमार को अनुदान राशि का डमी चेक प्रदान किया। साथ ही प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 15 मत्स्य पालकों को 0.50 लाख मत्स्य बीज वितरित किया गया जिसमें सांकेतिक रूप से श्री संजीव कुमार, श्री सुरेंद्र प्रसाद एवं श्रीमती ललिता देवी को मुख्यमंत्री ने मत्स्य बीज प्रदान किया तथा 19 मत्स्य पालकों के बीच 7 टन मत्स्य आहार वितरित किया गया जिसमें सांकेतिक रूप से श्री धर्मराज सहनी और श्रीमती रेखा देवी को मुख्यमंत्री ने मत्स्य आहार प्रदान किया।

    कार्यक्रम की शुरुआत में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ0 एन0 विजयालक्ष्मी ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत के पूर्व लगाई गई ड्रोन की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और मत्स्य पालन के क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री श्रीमती रेणु देवी, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण मंत्री श्री हरी सहनी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ0 एस0 सिद्धार्थ, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ0 एन0 विजयालक्ष्मी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्यपदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, भारत सरकार में संयुक्त सचिव, (समुद्री मात्स्यिकी) सुश्री नीतू कुमारी प्रसाद, पशु विज्ञान विष्वविद्यालय के उपकुलपति डॉ0 दुनियाराम सिंह, राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड, हैदराबाद के मुख्य कार्यपालक डॉ0 विजय कुमार बेहरा, निदेशक, मत्स्य पालन, बिहार सरकार श्री नवदीप शुक्ला, पशु एवं मत्स्य पालन से जुड़े हुए केंद्र एवं राज्य सरकार के अधिकारीगण, मत्स्यपालक एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://bihar.gov.in

  • Piyush Goyal ने उद्योग संघों से स्टार्टअप्स और महिला उद्यमियों से जुड़ने का आग्रह किया

    Piyush Goyal ने उद्योग संघों से स्टार्टअप्स और महिला उद्यमियों से जुड़ने का आग्रह किया

    Piyush Goyal: विदेश में उद्योग निकायों के कार्यालयों के माध्यम से भारत के पर्यटन को दुनिया के सामने प्रस्तुत करें

    • भारत के एआई, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स में प्रवेश के बारे में दुनिया को सूचित करें: श्री गोयल
    • युवाओं को कौशल विकास, रोजगार के अवसर प्रदान करने में केंद्र के प्रयासों में शामिल हों: श्री गोयल

    केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री Piyush Goyal ने उद्योग संघों से स्टार्टअप्स के साथ जुड़ने और वाणिज्य मंडलों में युवा नेतृत्व को प्रोत्साहित करने में सक्रिय होने का आग्रह किया। उन्होंने उपस्थित लोगों से उद्योग संघों में अधिक महिला उद्यमियों को शामिल करने का आग्रह किया।

    आज नई दिल्ली में भारतीय वाणिज्य मंडल (आईसीसी) के वार्षिक पूर्ण अधिवेशन में अपने संबोधन के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में पर्यटन की क्षमता के बारे में, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उद्योग निकायों को दुनिया भर में फैले अपने प्रतिनिधि कार्यालयों के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें भाषा कौशल विकसित करने की जिम्मेदारी खुद लेनी होगी। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में दुभाषियों, टूर ऑपरेटरों जैसे रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए नागरिकों की भाषा की बाधा दूर की जा सकती है। मंत्री ने आगे कहा कि मांग के अनुसार नौकरियां उपलब्ध हैं, परन्‍तु कौशल विकास के माध्यम से अंतर को पाटने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत पर्यटन और आतिथ्य में दुनिया का नेतृत्व करेगा।

    श्री पीयूष गोयल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सुधार, कार्यनिष्‍पादन और परिवर्तन के मंत्र का हवाला दिया और प्रतिभागियों से देश की प्रगति के बारे में दुनिया को सूचित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हम भारत के उभरते रुझानों को दुनिया के बाकी हिस्सों में ले जा सकते हैं, भारत स्वच्छ ऊर्जा का पावरहाउस बन जाएगा।

    केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि दुनिया को एआई, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स में भारत के प्रवेश और भारत के जीडीपी को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के प्रयासों के बारे में बताने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में बड़े और बेहतर परिणामों के लिए तीन गुना ऊर्जा, तीन गुना प्रयास और प्रतिबद्धता की जरूरत है।

    डिजिटल कनेक्टिविटी के जरिए देश के युवाओं को सशक्त बनाने के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के बारे में श्री गोयल ने कहा कि समाज का आकांक्षी वर्ग सरकार के सबसे ज्यादा ध्यान का हकदार है और इसलिए सरकार उन्हें 2047 तक विकसित भारत की यात्रा का हिस्सा बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। बजट 2024 के दौरान पीएम योजनाओं के शुभारंभ का उल्लेख करते हुए मंत्री ने उद्योग निकायों और उनके सदस्यों को युवाओं को कौशल विकास और रोजगार सृजन में सुधार के अवसर प्रदान करने के लिए सरकार के प्रयासों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि समावेशिता भारत की सफलता की कहानी को परिभाषित करेगी।

    उन्होंने युवाओं को नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभाने के कार्य में शामिल करने में एक मिसाल कायम करने में संगठन की प्रशंसा की और विभिन्न प्रकार के 35 क्षेत्रों की आवाज बनने के लिए आईसीसी को बधाई दी।

    source: http://pib.gov.in

  • केंद्रीय मंत्री Shivraj Singh Chouhan ने किसान और किसान संगठनों से संवाद के क्रम में आज किसान और किसान संगठनों से चर्चा की

    केंद्रीय मंत्री Shivraj Singh Chouhan ने किसान और किसान संगठनों से संवाद के क्रम में आज किसान और किसान संगठनों से चर्चा की

    Shivraj Singh Chouhan: किसानों से खेती से संबंधित कई विषयों पर गंभीरता से चर्चा हुई,  उन्होंने कई रचनात्मक सुझाव दिये

    • किसानों ने एक-दो या ढ़ाई एकड़ ज़मीन वाले किसानों को लाभकारी खेती के लिए मॉडल कृषि फार्मिंग के प्रशिक्षण पर ज़ोर दिया : श्री चौहान
    • किसानों के सुझावों पर गंभीरता से विचार कर उनके समाधान का प्रयास करेंगे, राज्यों को संबंधित विषय भेजेंगे और केंद्र सरकार के विषयों पर विभाग कार्रवाई करेंगे : श्री चौहान
    • किसानों से संवाद बहुत उपयोगी, संवाद से हमें मिल रही मूल समस्याओं की जानकारी, साथ ही शासकीय योजनायें भी किसानों तक पहुंच रहीं : केंद्रीय मंत्री श्री चौहान
    • हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी को किसान हितैषी निर्णय के लिए अभिनंदन और शुभकामनायें श्री चौहान

    केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री Shivraj Singh Chouhan ने किसान और किसान संगठनों से संवाद के क्रम में आज नई दिल्ली में किसान संगठनों और उनके सदस्यों व अलग-अलग राज्यों के अनेकों किसान प्रतिनिधियों व किसानों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसानों से खेती से संबंधित कई विषयों पर गंभीरता से चर्चा हुई है। श्री चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किये गये सभी प्रयासों सहित पिछले कल रबी की एमएसपी बढ़ाने की जानकारी किसानों को दी गई। किसान संगठनों ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की व कई रचनात्मक सुझाव दिये। किसानों ने कहा कि मॉडल कृषि फार्म (मॉडल कृषि फार्मिंग) बनना चाहिए जिसमें यह जानकारी दी जाये कि एक-दो या ढ़ाई एकड़ ज़मीन वाले किसान कैसे खेती करें और किस तरह से उसी में लाभकारी खेती करें? किसानों ने एक एकड़ वाले फार्म में ही लाभकारी खेती कर रहे किसानों के उदाहरण भी दिये। उन्होंने पानी पहॅुंचाने, उर्वरकों के प्रयोग, मिट्टी को स्वस्थ बनाना, प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान के कारण परेशानियां, चीनी मिलों के बंद होने और आवारा पशुओं की समस्याओं आदि को लेकर चर्चा की। किसानों ने श्रीअन्न को बढ़ावा देने को लेकर भी सुझाव दिये हैं।

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    केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों के सुझावों पर गंभीरता से विचार कर उनके समाधान का प्रयास करेंगे। राज्य सरकार से संबंधित विषय राज्यों को भेजेंगे और केंद्र सरकार के विषयों पर विभाग कार्रवाई करेंगे। किसानों से संवाद बहुत उपयोगी है। इस संवाद से हमें मूल समस्याओं की जानकारी सीधे किसानों से मिल रही है। साथ ही, शासकीय योजनाओं को भी किसानों तक पहुंचा रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि मैं हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी को सभी 23 फसलों को घोषित एमएसपी पर खरीदने का फैसला लेने पर धन्यवाद देता हूं व अभिनंदन करता हूँ। इस किसान हितैषी निर्णय के लिए उनका अभिनंदन और उन्हें शुभकामनायें।

    source: http://pib.gov.in

  • CM Dhami ने परेड ग्राउंड देहरादून में दशहरा मोहत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया

    CM Dhami ने परेड ग्राउंड देहरादून में दशहरा मोहत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया

     इस अवसर पर CM Dhami ने हजारों की संख्या में लोगों का अभिनंदन करते हुए हुए दशहरे की शुभकामनाएं दीं।

    CM Dhami ने शनिवार को परेड ग्राउंड देहरादून में दशहरा मोहत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हजारों की संख्या में लोगों का अभिनंदन करते हुए हुए दशहरे की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि दशहरा, असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म और अन्याय पर न्याय की विजय का प्रतीक पर्व है। दशहरा हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अमूल्य हिस्सा है। उन्होंने कहा यह पर्व रावण जैसे अहंकारी और अधर्मी के अंत और भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन के गुणों का स्मरण कराता है। सच्चाई, धर्म और न्याय के मार्ग पर चलकर हमेशा बुराई पर अच्छाई की ही जीत होती है। उन्होने कहा अहंकार में रावण और उसकी लंका जलकर खाक हो गई थी।
    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि दशहरे के त्योहार पर हम सभी को अपने अंदर की बुराइयों का त्याग कर सत्य, धर्म और मानवता की राह पर चलने का संकल्प भी लेना है। उन्होने कहा भगवान श्री राम ऐसे आदर्श व्यक्ति हैं जो त्याग, समर्पण, न्याय, करुणा और कर्तव्य के प्रतीक के रूप में पूजे जातें हैं। एक राजकुमार होते हुए भी उन्होंने जंगल में जीवन बिताया, कई कठिनाइयों का सामना किया और अपनी सेना का गठन कर लंका पर विजय प्राप्त की। उनका आदर्श जीवन हमें विपरीत परिस्थितियो में भी अपने सिद्धांतों और वचनों का पालन करना सिखाता है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में कई ऐसे स्थान हैं जो भगवान श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण जी और हनुमान जी से संबंधित घटनाओं के साक्षी रहे हैं। भगवान हनुमान, चमोली जिले के द्रोणागिरी पर्वत से ही संजीवनी लेकर आए थे। भगवान श्रीराम के कुल गुरू वशिष्ठ जी की तपस्थली भी ऋषिकेश में स्थित है। उन्होंने कहा राज्य के कोनेकोने में राम लीलाएं होती हैं। हमारी सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं का संरक्षण ही हमें एकजुट और सशक्त बनाती हैं।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कर सांस्कृतिक मूल्यों को पुनर्जीवित करने का काम किया गया है। उन्होंने कहा अयोध्या की पावन भूमि पर जल्द ही राज्य सरकार उत्तराखंड राज्य अतिथि गृह का निर्माण करने जा रही है। राज्य सरकार ने पौलगढ़ वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का नाम बदलकर माँ सीता के नाम पर ‘‘सीतावनी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी’’ रखा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार उत्तराखंड के देव स्वरूप को सुरक्षित बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होने कहा कि राज्य में किसी भी प्रकार से डेमोग्राफी चेंज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पवित्र भूमि का सनातन स्वरूप सदा के लिए सुरक्षित रहेगा और उत्तराखंड का पवित्रता, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत, सदैव संरक्षित रहेगी। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, राज्य सभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्री खजान दास , विधायक श्रीमती सविता कपूर, श्री संतोष नागपाल, श्री गगन सेठी, श्रीमती नेहा जोशी, श्री पुनीत मित्तल, श्री अशोक वर्मा एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
  • Mr. Beghal: केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

    Mr. Beghal: केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

    Mr. Beghal: कृषि एवं पशुपालन में किसान नवीन तकनीक अपनाएं

    केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर टोंक में मंगलवार को एक दिवसीय भेड़-बकरी और खरगोश उद्यमियों के लिए राष्ट्रीय पशुधन योजना मिशन पर केंद्रित कार्यशाला आरंभ 2.0 का आयोजन हुआ। कार्यशाला में मुख्य अतिथि केंद्र सरकार के पशुपालन, मत्स्य एवं डेयरी मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने कहा कि वर्तमान समय में किसानों एवं पशुपालकों को परंपरागत खेती और पशुपालन के स्थान पर नवीन तकनीक को अपनाना चाहिए। हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का प्रयास है कि किसानों की आमदनी दुगनी हो, ताकि व आर्थिक रूप से संपन्न हो सके। यह तभी संभव है जब हम उन्नत वैज्ञानिक तकनीक एवं नस्लों का चयन करके खेती एवं पशुपालन का कार्य करेंगे। उन्होंने गाय एवं भैंसों में कृत्रिम गर्भाधान के उपयोग पर जोर दिया। जिससे देश को दुग्ध उत्पादन मे बढ़ोतरी के साथ बेसहारा गौवंश से मुक्ति मिले।
    श्री बेघल ने विकसित राष्ट्र निर्माण मे समान शिक्षा एवं चिकित्सा को आवश्यक बताया। उन्होंने शिक्षा की महत्ता जोर देते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मनुष्य को प्रगति के पथ पर ले जाने में सहायक है। उन्होंने भारतीय क़ृषि अनुसंधान परिषद् के वैज्ञानिको की कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में किए गए नवाचारों की सराहना की।
    कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि राज्य के पशुपालन मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने भारत सरकार द्वारा राज्य को कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में दिए जा रहे सहयोग पर आभार व्यक्त किया। श्री कुमावत ने कहा कि हमारा विभाग केंद्र सरकार के सहयोग से 536 मोबाइल वेटरनरी वैन राज्य के पशुपालकों के सहयोग के लिए उपलब्ध करा रहा है। जिससे किसानों द्वारा 1962 टोल फ्री नंबर पर कॉल करने पर पशु चिकित्सा टीम रोगी पशुओं का इलाज समय पर कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत गोपालक किसान परिवार को एक लाख रुपये तक का अल्पकालीन ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। यह ऋण एक वर्ष की अवधि के लिए दिया जाता है। किसान द्वारा ऋण का समय पर चुकारा करने पर किसी प्रकार का ब्याज नहीं देना होगा।
    राज्य के जलदाय मंत्री श्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा इस संस्थान में क़ृषि और गौवंश से संबंधित और भी प्रशिक्षण व शोध संस्थान खुलने चाहिए। जिससे यहाँ के किसान एवं पशुपालकों को स्थानीय स्तर पर और लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा स्थानीय किसानों को समय-समय पर बेहतर प्रशिक्षण मिलने से वे नवीन तकनीकों को अपना रहे है। इसे और बढ़ाने की आवश्यकता है।
    आईसीएआर के उप महानिदेशक डॉ. राघवेंद्र भट्ट ने कार्यशाला में उपस्थित लोगों को केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर एवं भारत में स्थित अन्य संस्थानों द्वारा किसानों एवं पशुपालकों के हित में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अरुण कुमार तोमर ने अविकानगर संस्थान एवं उनके क्षेत्रीय केंद्र द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के किसानों के लिए भेड़-बकरी एवं खरगोश पालन में अपनाई गई नवीन तकनीकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने संस्थान द्वारा उन्नत नस्ल के पशुओ, प्रशिक्षण, स्वास्थ्य शिविर एवं भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने सभी अतिथियों को संस्थान का भ्रमण करवाकर किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी।
  • CM Sharma: मुख्यमंत्री ने किया नाहरगढ़ में टाइगर सफारी का लोकार्पण -टाइगर सफारी से पर्यटन के क्षेत्र में नई शुरूआत

    CM Sharma: मुख्यमंत्री ने किया नाहरगढ़ में टाइगर सफारी का लोकार्पण -टाइगर सफारी से पर्यटन के क्षेत्र में नई शुरूआत

    CM Sharma ने किया बाघ शावकों का नामकरण, नर बाघ शावक का नाम ‘भीम’ तथा मादा बाघ शावक का नाम ‘स्कंदी’ रखा

    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को जयपुर के नाहरगढ़ में फीता काटकर टाइगर सफारी का शुभारम्भ किया। प्रदेशवासियों को मिली इस सौगात से अब वन्य जीव प्रेमी नाहरगढ़ में टाइगर सफारी का आनंद ले सकेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नाहरगढ़ जैविक उद्यान में दो बाघ शावकों का नामकरण भी किया। मुख्यमंत्री ने मादा बाघ शावक का नाम ‘स्कंदी’ तथा नर बाघ शावक का नाम ‘भीम’ रखा।

    श्री शर्मा ने प्रदेशवासियों को 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मनाए जा रहे वन्य जीव सप्ताह की बधाई देते हुए कहा कि वन्य जीवों की रक्षा तथा प्रकृति को संजोए रखना हम सभी का कर्त्तव्य है। इस वन्यजीव सप्ताह में विद्यार्थियों को बायोलॉजिकल पार्कों में निःशुल्क प्रवेश दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग और जेडीए के संयुक्त प्रयासों से सोमवार को शुरू हो रही टाइगर सफारी से प्रदेश में पर्यटन को एक नई शुरूआत मिली है। साथ ही, इससे बाघों के संरक्षण एवं संवर्धन को भी बढ़ावा मिलेगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन पर विशेष जोर दे रहा है। प्रदेश में तीन नेशनल पार्क, 26 अभयारण्य, 36 कन्जर्वेशन रिजर्व तथा 4 बायोलॉजिकल पार्क विकसित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बाघों के संरक्षण के निरंतर किए जा रहे प्रयासों से उनकी आबादी बढ़ रही है। राजस्थान में लगभग 130 बाघ हैं। उन्होंने कहा कि जेडीए ने जयपुर जिले में दो नए पार्क विकसित किए हैं। जिसमें जीरोता में नगर वन एवं नेवटा के पास बायोडायवर्सिटी पार्क शामिल हैं। इससे आसपास की 5 लाख की आबादी लाभान्वित होगी।

    श्री शर्मा ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान और ‘मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान’ के तहत राज्य में 7 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘हरियालो मिशन’ के तहत लगातार पौधारोपण किया जा रहा है। जिसके तहत आगामी पांच वर्षों में प्रत्येक वर्ष 10 करोड़ पौधारोपण किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जनता से जो वादे किए हैं, उनको लगातार पूरा किया जा रहा है। हमने एक वर्ष में एक लाख भर्तियों तथा आगामी पांच वर्षों में चार लाख भर्तियों की घोषणा की थी। जिसके तहत कैबिनेट बैठक में एक साथ 90 हजार पदों पर भर्तियों का रास्ता खुला है जो हमारे दृढसंकल्प को दर्शाता है।

    श्री शर्मा ने अधिकारियों को नाहरगढ़ जैविक उद्यान में रोशनी एवं वन्यजीवों के लिए पानी तथा उद्यान के समुचित रख-रखाव के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। इससे पहले श्री शर्मा ने परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण किया। उन्होंने इस दौरान विभिन्न स्कूलों से जैविक उद्यान में भ्रमण हेतु आए बच्चों से मुलाकात भी की।

    किलोमीटर के ट्रैक में वन्यजीव प्रेमी निहारेंगे बाघ को

    राज्य सरकार द्वारा 453 लाख रुपये की लागत से 30 हेक्टेयर में टाइगर सफारी विकसित की गई है। इस टाइगर सफारी में 7 किलोमीटर का सफारी ट्रैक विकसित किया गया है। यह सफारी सैलानियों को प्राकृतिक वातावरण में बाघों की खूबसूरती को अनुभव करने का अवसर देगी तथा लोगों में बाघ संरक्षण के बारे में जागरूकता का प्रसार होगा।  उल्लेखनीय है कि नाहरगढ़ वन्य जीव अभयारण्य 5 हजार 240 हेक्टेयर में फैला हुआ है। जिसमें नाहरगढ़ जैविक उद्यान 720 हेक्टेयर में विकसित किया गया है। इसमें पहले से ही लॉयन सफारी संचालित है।

    समारोह में नगरीय विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री झाबर सिंह खर्रा, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा, विधायक श्री प्रशांत शर्मा, जयपुर नगर निगम (हेरिटेज) महापौर श्रीमती कुसुम यादव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरिजीत बनर्जी सहित बड़ी संख्या में वन्य जीव प्रेमी उपस्थित रहे।

    source:http://dipr.rajasthan.gov.in

  • Shri Dhankhar: भारत दुनिया की सबसे तेज़ अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है, जिसमें आने वाले दशकों के लिए 8% की दर से विकास की संभावनाएं हैं

    Shri Dhankhar: भारत दुनिया की सबसे तेज़ अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है, जिसमें आने वाले दशकों के लिए 8% की दर से विकास की संभावनाएं हैं

    Shri Dhankhar का कहना है कि भारत अब एक वैश्विक घटना स्थल बन गया है और उत्तर प्रदेश गतिविधियों से भरपूर है

    • लोकल टू ग्लोबल: भारत के आर्थिक उत्थान को दे रहा है बढ़ावा – उपराष्ट्रपति धनखड़
    • उपराष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश के ‘उद्यम प्रदेश’ बनने की सराहना की
    • उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा भारत पीएम मोदी के विजन और सीएम योगी के नेतृत्व के बीच तालमेल से 2047 तक विकसित भारत की ओर बढ़ रहा है
    • उपराष्ट्रपति ने ग्रेटर नोएडा में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया

    भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज कहा कि भारत अब दुनिया की सबसे तेज़ अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और वैश्विक निवेश के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बन चुका है। आज ग्रेटर नोएडा में आयोजित उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 के दूसरे संस्करण में उद्घाटन भाषण देते हुए, श्री धनखड़ ने कहा, “आज, भारत लगभग 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है, जिसमें आने वाले दशकों के लिए 8% विकास की संभावनाएं हैं। अब हम एक वैश्विक घटना स्थल बन चुके हैं, और उत्तर प्रदेश गतिविधियों से भरपूर राज्य है।”

    देश के बुनियादी ढांचे के विकास की प्रशंसा करते हुए, श्री जगदीप धनखड़ ने सालाना 8 नए हवाई अड्डों, मेट्रो प्रणालियों के तेजी से विस्तार और प्रतिदिन 28 किलोमीटर राजमार्ग के निर्माण का उल्लेख किया। उन्होंने प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में आकार ले रहे 12 नए औद्योगिक क्षेत्रों की ओर इशारा किया, जो विनिर्माण को बढ़ावा देंगे और भारत को एआई, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और सेमीकंडक्टर जैसी उभरती प्रौद्योगिकी को भुनाने में सक्षम बनाएंगे।

    उपराष्ट्रपति ने भारत के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण प्रगति पर जोर देते हुए कहा, “अब हमारे पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है, और हवाई अड्डों वाले शहरों की संख्या 70 से दोगुनी होकर 140 हो गई है। भारत वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ा कनेक्टेड देश है, जहाँ 800 मिलियन ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता हैं।” उन्होंने आगे डिजिटल प्रौद्योगिकियों के प्रभाव पर प्रकाश डाला, जिसने 170 मिलियन लोगों के लिए आवास, 60 मिलियन के लिए स्वास्थ्य कवरेज और 58 मिलियन छोटे व्यवसायों के लिए सालाना ऋण सक्षम किया है।

    श्री धनखड़ ने सेमीकंडक्टर उद्योग के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा कि “डिजिटल वित्तीय लेनदेन के मामले में, भारत प्रति माह 13 बिलियन लेनदेन के साथ विश्व स्तर पर सबसे अधिक रिकॉर्ड रखता है। हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र हैं, जिसमें 117 यूनिकॉर्न और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी क्रय शक्ति है,” । उन्होंने कहा, “यह सदी भारत की है, यह उद्योग, हमारे विकास के लिए महत्वपूर्ण है जो 2026 तक $55 बिलियन को पार कर जाएगा।”

    इसके अतिरिक्त, उपराष्ट्रपति ने “मेक इन इंडिया” से “संकल्पना, डिजाइन और मेक इन इंडिया” तक भारत की उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत अब अपनी अवधारणा के विकास में लगा हुआ है, जिसमें बहुराष्ट्रीय निगम और भारतीय कंपनियां एक सहक्रियात्मक दृष्टिकोण अपना रही हैं।

    श्री धनखड़ ने टिप्पणी की कि यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है और ‘लोकल से ग्लोबल’ के आदर्श वाक्य को चरितार्थ करता है। “पहले, यह ‘वोकल फॉर लोकल’ था, और अब हम इसे ‘लोकल से ग्लोबल’ के साथ अगले स्तर पर ले जा रहे हैं। भारत की प्रगति विभिन्न क्षेत्रों में स्पष्ट है, और यह व्यापार शो उस विकास को आगे बढ़ाने के लिए सही केंद्र के रूप में कार्य करता है,” उन्होंने कहा।

    श्री धनखड़ ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के कार्यान्वयन के बीच तालमेल की सराहना की, जिसके तहत उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश में बदलने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि यही तालमेल 2047 तक भारत को एक विकसित भारत की ओर ले जा रहा है।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए, उपराष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि उत्तर प्रदेश, जो कभी चुनौतियों का सामना कर रहा था, अब प्रगति और विकास के प्रतीक में बदल गया है। “निवेश के लिए कानून और व्यवस्था से अधिक महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। कानून और व्यवस्था लोकतंत्र को परिभाषित करती है, और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कानून और व्यवस्था को परिभाषित करते हैं!” उन्होंने उल्लेख किया।

    उपराष्ट्रपति ने व्यापार शो में वियतनाम को भागीदार देश के रूप में प्रदर्शित करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला, इसे एक प्राकृतिक साझेदारी के रूप में वर्णित किया, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ग्लोबल साउथ के लिए एक बड़ी भूमिका को सुदृढ़ करती है और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक एवं आर्थिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा, “वियतनाम की जीडीपी 435 बिलियन डॉलर की प्रभावशाली है, और हम उनके असाधारण उत्पादों और नवीन विनिर्माण प्रथाओं को देखने के लिए उत्सुक हैं।”

    श्री धनखड़ ने कहा, “देश भर में इस अभूतपूर्व आर्थिक उछाल और बुनियादी ढांचे के विकास में, कुछ साल पहले मौजूद परिदृश्य के विपरीत, उत्तर प्रदेश एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।” उपराष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में, उत्तर प्रदेश 2027 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगा और भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

    अपने विशाल संसाधनों, बढ़ती जनसंख्या और रणनीतिक स्थान के साथ, उत्तर प्रदेश भारत के आर्थिक प्रक्षेप पथ को आगे बढ़ाने वाले विकास इंजन के रूप में उभर रहा है। उपराष्ट्रपति ने कहा, “उत्तर प्रदेश अब सोता हुआ विशालकाय राज्य नहीं है; अब यह एक सक्रिय राज्य है, जो उपजाऊ भूमि, युवा कार्यबल, धार्मिक पर्यटन और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र जैसी अपनी शक्तियों का लाभ उठा रहा है।”

    अतीत को याद करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा, “एक दशक पहले, हमारी अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही थी, और राष्ट्र का मूड अस्थिर था। लेकिन पिछले दशक में अभूतपूर्व परिवर्तन देखा गया है।”

    अंत में, उपराष्ट्रपति ने सामूहिक प्रयास का आह्वान करते हुए कहा, “देवियों और सज्जनों, जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, हम उत्तर प्रदेश के लिए एक नई सुबह देख रहे हैं – एक ऐसा भविष्य जहां हमारा देश व्यापार, नवाचार और सांस्कृतिक विरासत में एक वैश्विक नेता के रूप में खड़ा होगा।”

    कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने परिसर में लगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

    इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, श्री जीतन राम मांजी, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री, भारत सरकार; श्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई, निवेश प्रोत्साहन मंत्री, भारत सरकार; और श्री राकेश सचान, एमएसएमई, खादी और ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा और कपड़ा मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।

    source: http://pib.gov.in


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